राष्ट्रीय
बेंगलुरू, 16 मई| एयर इंडिया के दो मालवाहक विमान 34,200 किलोग्राम जिओलाइट के साथ बेंगलुरु पहुंचे हैं, जिसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने कोविड मरीजों के इलाज के लिए मेडिकल ऑक्सीजन बनाने के लिए आयात किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। डीआरडीओ के एक अधिकारी ने यहां आईएएनएस को बताया, रोम से जिओलाइट लेकर दो विमान प्रमुख घटक की पहली खेप के रूप में पहुंचे।
जिओलाइट्स 'आणविक चलनी' (मोलेक्यूलर सीव्स) हैं जिनमें सिलिकॉन, एल्यूमीनियम और ऑक्सीजन शामिल हैं और औद्योगिक और चिकित्सा ऑक्सीजन बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है।
अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा, इस घटक का इस्तेमाल कोलार के मलूर में टाटा एडवांस सिस्टम्स लिमिटेड के प्लांट में मेडिकल ऑक्सीजन बनाने के लिए किया जाएगा, जिसमें डीआरडीओ द्वारा विकसित और ट्रांसफर की गई तकनीक है।
अधिकारी ने कहा, जिओलाइट का इस्तेमाल संयंत्र में शुद्ध ऑक्सीजन बनाने में आणविक चलनी के रूप में किया जाएगा, जो डीआरडीओ द्वारा विकसित दबाव स्विंग सोखना तकनीक को अपनाता है।
कच्चे माल की अधिक खेप इस सप्ताह शहर के हवाईअड्डे पर इटली और दक्षिण कोरिया से ऑक्सीजन उत्पन्न करने के लिए उतरने वाली है, जिसकी मांग महामारी की दूसरी लहर के बीच कोविड रोगियों के इलाज के लिए तेजी से बढ़ी है।
अधिकारी ने कहा, बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर मेडिकल ऑक्सीजन बनाने के लिए 5-6 कंपनियों को तकनीक हस्तांतरित की गई है।
डीआरडीओ ने अपने लड़ाकू विमान तेजस में ऑक्सीजन उत्पन्न करने की तकनीक विकसित की, जिसे भारतीय वायुसेना द्वारा शामिल किया गया है। (आईएएनएस)
मिन्स्क, 16 मई | बेलारूस में ' डॉयचे वेले' के एक संवाददाता एलेक्जेंडर बुराकोव को 20 दिन की जेल की सजा सुनाई गई है। डीपीए समाचार एजेंसी ने शनिवार को एक बयान में डॉयचे वेले के हवाले से कहा, "एलेक्जेंडर बुराकोव विपक्षी राजनेताओं के मुकदमे पर रिपोर्ट करना चाहते थे, जिन पर 'सामूहिक अशांति' में भाग लेने का आरोप लगाया गया था।"
बयान के अनुसार, स्वतंत्र पत्रकार को राजधानी मिन्स्क के पूर्व में मोगिलेव शहर में हिरासत में लिया गया था, जब वह अन्य मीडिया प्रतिनिधियों के साथ कोर्टहाउस के बाहर इंतजार कर रहा था।
डॉयचे वेले ने कहा, "अदालत ने फैसला सुनाया कि बुराकोव 'एक गैर-अधिकृत घटना में बार-बार शामिल होने' का दोषी था।"
बुराकोव अपनी रिपोटिर्ंग के लिए पिछले साल पहले ही 10 दिन जेल में बिता चुके हैं।
डॉयचे वेले ने सजा की तीखी आलोचना की है।
निदेशक पीटर लिम्बर्ग ने कहा, 'हम बेलारूस के अधिकारियों से सजा को तुरंत निलंबित करने का आह्वान करते हैं।"
डॉयचे वेले ने कहा कि सजा के विरोध में बुराकोव भूख हड़ताल पर चले गए हैं।
सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा कि हिरासत में उन्हें प्रताड़ित किया गया और उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।
उसे रात में बार-बार जगाया जाता था और जबरन नंगा किया जाता था।
मानवाधिकार समूह वियासना ने कहा कि दो अन्य पत्रकारों को भी शनिवार को कई दिनों की जेल की सजा सुनाई गई।
पिछले साल लंबे समय के शासक लुकाशेंको के फिर से चुनाव के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे, अधिकारियों ने मीडिया पर अधिक से अधिक नकेल कसी है। (आईएएनएस)
चेन्नई, 16 मई | अडयार के उपायुक्त के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने यहां इंदिरा नगर इलाके से रेमडेसिविर की शीशियों को अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से अधिक कीमत पर बेचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान केके नगर के मेडिकल सेल्समैन आदित्यन, पट्टालम में फार्मेसी चलाने वाले राजकुमार और थाउजेंड लाइट्स में मेडिकल शॉप में काम करने वाले सज्जाद अहमद के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर सेल्वाकुमार और कांस्टेबल वेंकटेशन और शंकर और अन्य पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस की एक विशेष टीम को जानकारी मिली कि कुछ लोग संभावित ग्राहकों से ऑनलाइन संपर्क करने के बाद रेमडेसिविर शीशियों को 25,000 रुपये प्रति शीशी पर बेच रहे हैं।
पुलिस टीम ने आदित्य, राजकुमार और सज्जाद अहमद को इंदिरा नगर में संदिग्ध रूप से खड़ा पाया और तलाशी पर तीनों के पास से रेमडेसिविर की शीशियां बरामद की।
इनके पास से शीशी और 89,000 रुपये नकद बरामद किए गए।
अडयार के पुलिस उपायुक्त विक्रमन ने आईएएनएस को बताया, "हमें संदेह है कि दवा बांग्लादेश से त्रिपुरा के रास्ते भेजी गई थी और हम इसकी जांच कर रहे हैं।" (आईएएनएस)
वाराणसी/कुशीनगर (यूपी), 16 मई | वाराणसी और कुशीनगर के गांवों में महिलाएं अब कोरोना वायरस के खिलाफ अपने रोष को कम करने और लोगों को मरने से बचाने के लिए 'कोरोना माई' की पूजा करने लगी हैं। कुशीनगर जिले में रविवार को महिलाएं 'कोरोना माई' की पूजा करने के लिए कतार में लगी दिखीं।
वाराणसी में घाटों पर सामूहिक रूप से महिलाएं पूजा-अर्चना करने और कोरोना माई को खुश करने के लिए जुट रही हैं।
कुशीनगर की सुरीली देवी ने कहा कि वे 21 दिनों तक कोरोना माई को खुश करने के लिए प्रार्थना करेंगी और उन्हें विश्वास था कि इससे महामारी कम हो जाएगी।
यह पूछे जाने पर कि घातक वायरस की जांच के लिए उन्हें यह आध्यात्मिक तरीका किसने सुझाया, उन्होंने कहा, "कई पंडितों ने कहा है कि हमें कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।"
उन्होंने कहा कि सभी को विश्वास था कि दुआ काम करेगी और उनके गांवों से कोरोना दूर हो जाएगा।
पूजा करने के लिए घंटों कतार में लगीं महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रही हैं।
एक अन्य भक्त ईश्वरी ने कहा, "जब हम कोरोना माई की प्रार्थना कर रहे हैं, तो किसी और चीज की जरूरत नहीं है। 'कोरोना माई' हमें आशीर्वाद देंगी और लोगों को ठीक करेंगी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 मई | भारत के शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक को वैश्विक महर्षि महेश योगी संगठन एवं विश्व के महर्षि विश्वविद्यालयों की ओर से प्रतिष्ठित सम्मान 'अंतरराष्ट्रीय अजेय स्वर्ण पदक' के लिए चयनित किया गया है। सम्मान की घोषणा दो दिवसीय वर्चुअल अधिवेशन में की गयी जिसमे एक सौ दस देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसकी घोषणा करते हुए महर्षि संस्थाओं के वैश्विक अध्यक्ष डॉ टोनी नाडर ने कहा है कि डॉ निशंक ने अपने उत्कृष्ट लेखन एवं अपने सामाजिक और राजनैतिक दायित्वों द्वारा वैश्विक स्तर पर मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए उल्लेखनीय कार्य किया है।
डॉ निशंक को यह प्रतिष्ठित सम्मान इस वर्ष गुरुपूर्णिमा के अवसर पर प्रदान किया जायेगा। डॉ नाडर ने आगे बताया कि डॉ निशंक ने नई भारतीय शिक्षा नीति के माध्यम से भी सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों की स्थापना की दिशा में अद्वितीय कार्य किया है।
डॉ निशंक ने इस विशिष्ट सम्मान के लिए आभार प्रकट करते हुए इसे उन सभी कोरोना योद्धाओं को समर्पित कर दिया जो अपनी जान हथेली पर रख कर कोविड संक्रमितों की जान बचाने में लगे हैं।
डॉ निशंक ने कहा कि उन्हें इस बात की अत्यंत प्रसन्नता है कि उनके लेखन, सामाजिक और सार्वजनिक जीवन में मानवीय मूल्यों की स्थापना करने के उनके प्रयासों को सराहा गया है।
अपने भावनात्मक उदबोधन में डॉ निशंक ने कहा कि वे अभी अभी कोविड संक्रमण से बाहर निकले हैं। उन्होंने इस पीड़ा को महसूस करते हुए अत्यंत नजदीक से डॉक्टर , नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पण , संघर्ष, कर्तव्यपरायणता और सेवाभाव को देखा है। उनके मुताबिक ये लोग दूसरों की जान बचाने की मुहिम में अपने प्राणों को संकट में डालते हैं ।
उन्होंने कहा '' अपने कोरोना योद्धाओं के बल पर हम अवश्य विजयी होंगे। ''
डॉ निशंक ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि भारत ने अपनी नयी राष्ट्रीय शैक्षिक प्रणाली में सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों को समाहित किया है । हमारी नीति का स्वागत विश्व के अनेको देशों में हो रहा है।
उन्होंने कहा '' मानवीय मूल्यों से ओतप्रोत, समावेशी, नवचारयुक्त, गुणवत्तापरक, वैज्ञानिक और व्यवहारिक नीति से हम भारत को पुन विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने हेतु प्रतिबद्ध हैं। इस नीति से हम मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पित वैश्विक नागरिक तैयार कर पाएंगे जो विश्व के समक्ष चुनौतियों को अवसरों में बदलने की क्षमता से परिपूर्ण होंगे। ''
उन्होंने कहा कि भारतीय चिंतन धारा के अनुरूप सभी शास्त्रों के मूल आधार एवं मार्ग दर्शक वेद , उपनिषद , पुराण एवं स्मृतियां हैं। हमारी अजर -अमर भारतीय संस्कृति हमें एकता, समरसता, सहयोग, भाईचारा, सत्य, अहिंसा, त्याग, विनम्रता, समानता आदि जैसे मूल्य जीवन में अपनाकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।
उन्होंने कहा कि पारम्परिक ज्ञान परंपरा और भारत के शाश्वत जीवन मूल्यों पर वैज्ञानिक और व्यावहारिक शोध के लिए हम प्रतिबद्ध हैं ताकि इससे मानवता का कल्याण किया जा सके।
उन्होंने सभी से अपील की कि एकजुट होकर कोविड संक्रमण का मुकाबला करें और अपनी पूरी सामथ्र्य अनुसार एक- दूसरे की मदद को आगे आएं।(आईएएनएस)
ढाका, 16 मई | बांग्लादेश ने देश भर में चल रहे कोविड-19 के दोबारा फैलने के बाद फिर से सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शैक्षणिक संस्थानों को 29 मई तक बंद करने की अवधि बढ़ा दी है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा मंत्रालय ने शनिवार रात एक बयान में कहा कि सरकार ने संस्थानों को बंद करने की अवधि 29 मई तक बढ़ा दी है।
पहले बंद को 22 मई तक बढ़ाया गया था।
बयान के मुताबिक ताजा फैसला छात्रों, शिक्षकों, संस्थान के कर्मचारियों और अभिभावकों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों और कॉलेजों की सभी ऑनलाइन शैक्षणिक गतिविधियां जारी रहेंगी।
बांग्लादेश ने 16 मार्च, 2020 को सबसे पहले देश के सभी शैक्षणिक संस्थानों को इस बीमारी के प्रसार को रोकने के प्रयास में बंद करने की घोषणा की थी।
मार्च 2020 से वायरस लगभग हर बांग्लादेशी जिले में फैल गया है और अब तक 12,124 मौतों के साथ कुल मामलों की संख्या बढ़कर 779,796 हो गए हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 मई | भारतीय टीम के तेज गेंदबाज टी. नटराजन का कहना है कि घुटने की सर्जरी के बाद वह स्वस्थ हो रहे हैं।
घुटने की सर्जरी के कारण उन्हें आईपाीएल 2021 के सीजन से बाहर होना पड़ा था।
नटराजन ने इंस्टाग्राम पर घर में वर्किं ग करते एक वीडियो पोस्ट किया और कैप्शन में लिखा, "मैं रोज पहले से ज्यादा मजबूत हो रहा हूं।"
नटराजन 2021 के सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेल रहे थे और उन्होंने टूर्नामेंट में सिर्फ दो मैच खेले थे जिसके बाद उन्हें बाहर होना पड़ा।
नटराजन ने इस साल के शुरूआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने आईपीएल के इस सीजन में दो विकेट लिए थे। (आईएएनएस)
हैदराबाद, 16 मई (आईएएनएस)| ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता के मामले में तेलंगाना अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति में है। तेलंगाना के उद्योग मंत्री के.टी. रामा राव ने रविवार को जानकारी दी। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ऑक्सीजन संकट के कारण किसी भी मौत से बचने के लिए ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है।
प्रमुख अक्षय ऊर्जा फर्म ग्रीनको द्वारा दान किए गए 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर प्राप्त करने के बाद मंत्री पत्रकारों से बात कर रहे थे।
केटीआर ने कहा कि राज्य सरकार कोविड महामारी से निपटने के लिए सभी कदम उठा रही है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि राजनीतिक संबद्धता के बावजूद, जन प्रतिनिधि महामारी से निपटने के लिए एक टीम के रूप में काम कर रहे हैं।
केटीआर ने राज्य को ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और टीकों की आपूर्ति बढ़ाने के लिए केंद्र को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इससे मरीजों का समय पर इलाज हो सकेगा।
केटीआर ने कहा, "सीएम केसीआर के नेतृत्व में, सरकार चिकित्सा संस्थानों के साथ पूर्ण कोओर्डिनेशन के साथ काम कर रही है। जनप्रतिनिधि और अधिकारी स्थिति का जायजा ले रहे हैं और आपात स्थिति के दौरान तेजी से काम कर रहे हैं।"
केटीआर ने भारत के विभिन्न राज्यों को 1,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दान करने के लिए आगे आने के लिए ग्रीनको समूह की सराहना की। कंपनी ने अपने पहले चरण में रविवार को तेलंगाना को 200 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सौंपे।
उन्होंने इस महामारी के समय में राज्य सरकार की मदद करने के लिए ग्रीनको ग्रुप के एमडी और सीईओ अनिल चलमासेट्टी को धन्यवाद दिया।
इस बीच, चीन से कंसंट्रेटरों को लेकर एक विशेष उड़ान राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा। मंत्री ने चीन से इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के परिवहन की सुविधा के लिए इंडिगो एयरलाइंस के प्रबंधन को भी धन्यवाद दिया।
यह देखते हुए कि महामारी के दौरान विभिन्न कॉर्पोरेट संगठन राज्य की मदद के लिए आगे आ रहे हैं, उन्होंने अन्य कॉर्पोरेट फर्मों से आगे आने और कोविड वायरस का मुकाबला करने के लिए हाथ मिलाने की अपील की।
मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने कहा कि 200 आक्सीजन कंसंट्रेटर के आने से अब 2 टन अतिरिक्त ऑक्सीजन मिलेगी।
नई दिल्ली, 16 मई | भारतीय रेलवे ने झारखंड के हजारीबाग जिले के 6,000 वें रेलवे स्टेशन पर वाई-फाई शुरू कर दिया है। रेल मंत्रालय ने रविवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा, "पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद डिवीजन में झारखंड के हजारीबाग जिले के अंतर्गत आने वाले हजारीबाग टाउन में 15 मई को वाई-फाई चालू होने के साथ, भारतीय रेलवे ने 6,000 रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई चालू कर दिया।"
भारतीय रेलवे ने जनवरी 2016 में मुंबई के पहले रेलवे स्टेशन पर वाई-फाई सुविधा प्रदान करके अपनी यात्रा शुरू की है। इसके बाद, पश्चिम बंगाल के मिदानपुर में 5,000वां रेलवे स्टेशन प्रदान किया और शनिवार को हजारीबाग में 6,000वें रेलवे स्टेशन पर पहुंचा।
"साथ ही, उसी दिन ओडिशा राज्य के अंगुल जिले के जरापाड़ा स्टेशन को भी वाई-फाई प्रदान किया गया था।"
रेलवे स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा भारत सरकार के महत्वाकांक्षी डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के उद्देश्यों को पूरा करना है। यह ग्रामीण और शहरी नागरिकों के बीच डिजिटल विभाजन को पाटेगा जिससे ग्रामीण गांवों में डिजिटल फुटप्रिंट बढ़ेगा और उपयोगकर्ता का अनुभव भी बढ़ेगा।
"भारतीय रेलवे द्वारा अब 6000 स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा प्रदान की जा रही है।"
मंत्रालय ने कहा कि यह सुविधा रेल मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक उपक्रम रेलटेल की मदद से प्रदान की गई थी। यह कार्य रेलटेल, रेल मंत्रालय के तहत एक सार्वजनिक उपक्रम यह कार्य गूगल, डीओटी (यूएसओएफ के तहत), पीजीसीआईएल और टाटा ट्रस्ट के साथ साझेदारी में किया गया था।
"भारतीय रेलवे यात्रियों और आम जनता को डिजिटल सिस्टम से जोड़ने के लिए दूर-दराज के स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा का विस्तार जारी रखी हुई है।"(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 16 मई | केरल पुलिस ने मलप्पुरम जिले में एक एम्बुलेंस सहायक को 38 वर्षीय कोविड रोगी के साथ एम्बुलेंस में यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान मलपुरम जिले के प्रशांत के रूप में हुई है। 27 अप्रैल को हुई घटना के बारे में महिला द्वारा अपने डॉक्टर को इस घटना के बारे में बताए जाने के बाद अपराधी को पेरिंथलमन्ना पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया था। महिला ने कहा कि चूंकि वह कोविड से संबंधित जटिलताओं और निमोनिया के कारण बहुत कमजोर थी, इसलिए वह पहले शिकायत दर्ज करने में सक्षम नहीं थी।
पुलिस अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि 27 अप्रैल की देर रात अस्पताल से नजदीकी स्कैनिंग सेंटर ले जाने के दौरान महिला के साथ मारपीट की गई। अटेंडेंट रोगी के साथ एम्बुलेंस में चढ़ गया और महिला ने शिकायत की कि वाहन के अस्पताल परिसर से बाहर निकलने के तुरंत बाद उसने परेशान करना शुरू कर दिया।
पर्थलमन्ना पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, महिला विरोध करने की हालत में नहीं थी।
मलप्पुरम जिले के वंदूर के एक अस्पताल में इलाज करा रही महिला ने डॉक्टरों को अपनी आपबीती सुनाई, जिन्होंने उसे पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा। पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक आरोपी प्रशांत ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और अब वह न्यायिक हिरासत में है।
यह पहली बार नहीं है जब राज्य में इस तरह की घटना हुई है। महामारी की पहली लहर के दौरान, एक 19 वर्षीय कोविड रोगी के साथ एक एम्बुलेंस में चालक द्वारा बलात्कार किया गया था, जब उसे उपचार केंद्र में स्थानांतरित किया जा रहा था।
घटना अरनमुला में हुई और पुलिस ने बाद में महिला की शिकायत के आधार पर एम्बुलेंस चालक नौफल को गिरफ्तार कर लिया था। (आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 16 मई | कोझीकोड के बेपोर बंदरगाह से पांच मई को समुद्र में उतरे कम से कम 15 मछुआरे लापता हैं। ये सभी तमिलनाडु के मूल निवासी हैं। 5 मई को बेपोर के तट से रवाना हुई 'अजमीर शा' नाव लापता है और नाव पर सवार किसी भी मछुआरे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसी बीच एक अन्य नाव जो उसी समय बेपोर से समुद्र में गई थी, उसके इंजन में कुछ यांत्रिक खराबी के कारण वो गोवा तट पर पहुंच गई है।
इस नाव 'मिलाद-3' में तमिलनाडु के 15 लोग भी हैं और ये सभी गोवा से 7 समुद्री मील की दूरी पर हैं। मछुआरों के संगठनों ने तटरक्षक बल और नौसेना से तत्काल बचाव अभियान शुरू करने की अपील की है।
फिशिंग बोट ओनर्स एसोसिएशन के राज्य महासचिव कीलारी प्रेमन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "हमने तटरक्षक, भारतीय नौसेना और राज्य सरकार से लापता मछुआरों का पता लगाने और उन्हें वापस लाने की अपील की है। मछुआरों या उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है। नाव, 'अजमीर शाह' जो बेपोर बंदरगाह से मछली पकड़ने गई थी।"
आईएमडी के अधिकारियों के अनुसार, '' चक्रवात तौकते केरल तट से आगे बढ़ गया है और गुजरात को छूने की संभावना है। राज्य में गरज-चमक के साथ बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी है।''
राज्य में भारी बारिश के कारण दो लोगों के मारे जाने की खबर है, लेकिन अधिकारियों ने अभी तक मृतकों के नाम और अन्य विवरणों की पुष्टि नहीं की है।
कोविड -19 अपने चरम पर है और राज्य में भारी बारिश हो रही है। अधिकारियों को बारिश प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के पुनर्वास में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैष स्थानीय पुलिस, जनप्रतिनिधि और अन्य अधिकारी राहत और बताव की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
पठानमथिट्टा, कोट्टायम, एनार्कुलम और त्रिशूर जिलों के लोगों की याद में 2018 की भारी बाढ़ अभी भी बरकरार है। भारी बारिश और बाढ़ ने 483 लोगों की जान ले ली और कई घायल हो गए थे।
कई लोगों ने अपने घर और सामान खो दिए थे और लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या राज्य में फिर से बाढ़ आएगी। त्रिशूर जिला कलेक्टर पहले ही पेरिंगलकुथु बांध के स्पिलवे शटर खोलने का आदेश दे चुके हैं। चलाकुडी नदी के किनारे रहने वालों को शटर खोलने पर चेतावनी दी जा रही है।
एनार्कुलम जिले के विभिन्न शिविरों में 150 से अधिक लोगों का पुनर्वास किया जा रहा है । अधिकारी इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि जो लोग शिविरों में हैं वे कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार रहे।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 मई । पीयर-रिव्यू पब्लिकेशन, क्लिनिकल इंफेक्शियस डिजीज ने एक अध्ययन में बताया है कि कोवैक्सीन नए कोविड -19 वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदर्शित करता है। एक नए अध्ययन के अनुसार, भारत बायोटेक के कोवैक्सीन ने कोरोनावायरस के उभरते हुए रूपों के खिलाफ गतिविधि को बेअसर कर दिया है।
क्लिनिकल इंफेक्शियस डिजीज द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि कोवैक्सीन के साथ टीकाकरण ने बी 1617 और बी 117 सहित परीक्षण किए गए सभी प्रमुख उभरते प्रकारों के खिलाफ न्यूट्रलाइजिंग टाइटर्स का उत्पादन किया, जिन्हें पहले क्रमश: भारत और यूके में पहचाना गया था।
यह अध्ययन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के सहयोग से किया गया था।(आईएएनएस)
-पप्पू पांडेय
अमेठी. रहस्यमय तरीके से मौतों का सिलसिला जारी है लेकिन अधिकारी कागजों पर सब कुछ ठीक होने का दावा कर कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कहर गांवो में टूट रहा है तो सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि पोस्टमार्टम के अभाव में मौतों की वजह पता नहीं चल रही है. अमेठी के एक गांव में एक महीने के भीतर 20 लोगों की मौतों का कारण पता नहीं चल सका है क्योंकि न स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पहुंची, न ही कोई जांच हुई!
अमेठी के जगदीशपुर ब्लॉक के हारीमऊ गांव में 20 लोगों की मौत के मामले में जानकारी लेने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो लेकिन केवल खानापूर्ति के लिए ही. ग्रामीणों का आरोप है कि टीम अस्पताल में आकर दवाइयां देकर चली जाती है. अब तक किसी ग्रामीण की जांच नही हुई, जिससे पता चल सके कि आखिर लगातार मौतों की वजह क्या है.
ग्रामीणों ने कहा 'कोई जांच नहीं हुई'
गांव के एक बुज़ुर्ग ने न्यूज़18 से बातचीत में कहा 'इतनी मौतें जीवन काल में एक साथ पहले कभी नहीं देखीं, जितनी पिछले एक महीने में हो चुकी हैं.' वहीं, गांव के युवाओं की मानें तो स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव कभी नहीं आई और न ही कोई जांच की. टीम सिर्फ अस्पताल तक आती है और दवाइयां देकर चली जाती है।.
'एक-एक घर से उठीं तीन-तीन लाशें'
इन मौतों ने ग्रामीणों को दहला दिया है तो दूसरी तरफ, स्वास्थ्य विभाग के काम करने का तरीका यह है कि टीम ने जांच करने की ज़हमत नहीं उठाई. ग्रामीण बताते हैं कि एम्बुलेंस आती है पर मरीज़ को लिये बगैर चली जाती है. गांव में तैनात आशा बहू घर-घर दवाइयां दे जाती हैं. ग्रामीणों के मुताबिक एक एक घर से तीन तीन मौतें हो जाने से दहशत इतनी हो गई है कि लोग खुद को घरों में डरकर बंद कर लेने पर मजबूर हैं.
कैसे शुरू हुआ गांव में मौतों का सिलसिला?
हारीमऊ ग्रामसभा के ग्राम प्रधान की मानें तो उनके गांव में मौतों की वजह की जानकारी तो किसी को नहीं है, लेकिन पिछले दिनों गांव का एक व्यक्ति दिल्ली से लौटा था. वह बीमार था और अस्पताल से लौटने के बाद उसकी मौत हुई थी. 'बस इस घटना के बाद से ही ताबड़तोड़ कई लोग खत्म हो गए.' प्रधान के मुताबिक यह बात मीडिया में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम आई, लेकिन कोई सैंपलिंग नहीं की.
क्या कह रहे हैं अमेठी सीएमओ?
मुख्य चिकित्साधिकारी आशुतोष दुबे ने बताया कि गांव में लगातार मौतों की जानकारी उन्हें अखबारों से मिली थी. जगदीशपुर सीएचसी प्रभारी को निर्देशित करने के साथ ही दो दिनों तक गांव में सैनेटाइजेशन कराया गया. "संदिग्धों की सैंपलिंग के साथ ही दवाएं भी दी गईं. 6 लोग होम आइसोलेशन में ठीक भी हुए. गांव में 14 लोगों की मौत उम्र के चलते हुई जबकि एक मौत की वजह कोरोना संक्रमण रहा."
नई दिल्ली, 16 मई : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जारी उस पोस्टर के समर्थन में जुट गई हैं, जिसके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. रविवार (16 मई) को प्रियंका गांधी ने दोपहर में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर अपना प्रोफाइल पिक हटाकर उसकी जगह उसी पोस्टर को लगा दिया. पोस्टर में लिखा है, "मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया?"
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और प्रियंका गांधी के भाई राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर को ट्विटर पर शेयर किया है और खुद को गिरफ्तार करने की चुनौती दी है. उन्होंने पोस्टर के साथ लिखा है, "मुझे भी गिरफ्तार करो."
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कथित तौर पर आलोचना करने वाले पोस्टर चिपकाने के मामले में 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 25 लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि ये पोस्टर शहर के कई हिस्सों में लगाए गए थे. इनमें लिखा था, "मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?"
पुलिस को पोस्टरों के बारे में सूचना मिली थी जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों को सतर्क किया गया. शिकायतों के आधार पर दिल्ली पुलिस ने लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा करने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत विभिन्न जिलों में 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं.
पुलिस ने बताया कि तीन प्राथमिकी उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दर्ज की गई और वहां से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. तीन प्राथमिकी पश्चिम दिल्ली में दर्ज की गयीं और वहां से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि तीन प्राथमिकी बाहरी दिल्ली में दर्ज की गईं और वहां से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. राजधानी के उत्तर-पश्चिम इलाके में इस मामले में चार प्राथमिकी दर्ज की गयीं और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. (भाषा)
कोच्चि, 16 मई | केरल के लिए पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन रविवार को तड़के 3.30 बजे कोच्चि के वल्लारपदम टर्मिनल पहुंची। कुल 118 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई।
इसे मूल रूप से टाटा स्टील प्लांट, कलिंगनगर, ओडिशा से दिल्ली भेजा गया था, फिर दिल्ली में आपूर्ति पूरी होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा इसे केरल भेज दिया गया।
स्टेट फायर फार्म की देखरेख में टैंकर लॉरियों में ऑक्सीजन भरकर प्रदेश के अन्य जिलों में भेजा जाएगा। राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में कार्यरत ऑक्सीजन नियंत्रण कक्ष राज्य के विभिन्न जिलों में टैंकरों की आवाजाही की स्थिति की निगरानी करेगा।
ऑक्सीजन आने से राज्य में ऑक्सीजन की कमी कम होगी।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मीडियाकर्मियों से कहा था कि राज्य में ऑक्सीजन की कमी हो रही है और उन्होंने केंद्र सरकार से आवश्यक ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की अपील की है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस के आने से फिलहाल इस समस्या का समाधान हो जाएगा। (आईएएनएस)
बालाघाट, 16 मई | मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में एक ट्रक की टक्कर से बाईक सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में दो सगे भाई है। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार की रात को बालाघाट-नैनपुर मार्ग पर धापेवाड़ा के नजदीक रॉग साइड आ रहे ट्रक ने मोटर साइकिल सवारों को टक्कर मार दी। मोटर साइकिल ट्रक के नीचे घुस गई। इस हादसे में दो सगे भाई सुरेश और महेश्स व उनके एक साथी अजय की मौके पर ही मौत हो गई। यह तीनों लोग बाइक से धापेवाड़ा से अपने गांव कुम्हारी लौट रहे थे।
कोतवाली के थाना प्रभारी एम आर रोमड़े ने बताया है कि तीनों मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिए गए है। वहीं ट्रक जब्त कर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। (आईएएनएस)
मुंबई, 15 मई (आईएएनएस)| महाराष्ट्र में शनिवार को कोविड-19 के नए मामलों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि राज्य में संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या 80,000 के स्तर को पार कर गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। शुक्रवार को हुई 695 मौतों की तुलना में, राज्य में मरने वालों की संख्या 265 की संख्या के साथ से बढ़कर शनिवार को 960 दर्ज की गई, जिसके बाद महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या बढ़कर 80,512 हो गई, जो देश में सबसे अधिक है।
हालांकि ताजा मामलों की संख्या 50,000 के स्तर से नीचे 34,848 पर दर्ज की गई, जिसके बाद राज्य में कुल मामलों की संख्या 53,44,063 हो गई है।
इस बीच, शनिवार को 62 लोगों की मौत के साथ ही देश की वाणिज्यिक राजधानी में मरने वालों की कुल संख्या 14,164 हो गई है।
यहां फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या शुक्रवार को 519,254 थी जो घटकर शनिवार को 494,032 हो गई है।
राज्य में 59,073 पूरी तरह से ठीक हो चुके मरीज घर लौट गए, जिसके बाद स्वस्थ होने वालों की कुल संख्या 47,67,053 हो गई है, जबकि रिकवरी रेट में और सुधार हुआ है और यह अब 89.02 प्रतिशत हो गई है।
मुंबई, 15 मई | मुंबई पुलिस ने चल रही कार्रवाई में तरल मेडिकल ऑक्सीजन बनाने वाली एक अवैध इकाई का भंडाफोड़ किया है, जिसे कोविड के इलाज के लिए अत्यधिक दरों पर बेचा जा रहा था। एक अधिकारी ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। एक गुप्त सूचना के बाद, अपराध शाखा इकाई 10 ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन और बृहन्मुंबई नगर निगम के अधिकारियों के साथ साकीनाका में एक कपड़ा कारखाना, बॉम्बे क्रिएशंस में छापेमारी की।
यूनिट कुर्ला के 38 वर्षीय इस्माइल के. अंसारी के स्वामित्व वाली इकाई को परिसर में तरल मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन करते हुए पाया गया और छापेमारी टीम ने 10 सिलेंडर, पांच सिलेंडर किट और 2.85 लाख रुपये से अधिक के अन्य सामान जब्त किए हैं। मुख्य पुलिस निरीक्षक किरण लोंधे ने यह जानकारी दी।
अंसारी के संबंध में आगे की जांच और पूछताछ पर, पुलिस ने 21 अन्य ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य सामान बरामद किया, जो कि मौजूदा समय में व्याप्त कमी और अस्पतालों और कोविड रोगियों की भारी मांग का फायदा उठाते हुए बहुत अधिक कीमतों पर बाजार में अवैध निर्माण और आपूर्ति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
लोंधे ने कहा कि पुलिस ने अंसारी के सहयोगी 38 वर्षीय सचिन आर. सिंह को घाटकोपर से गिरफ्तार किया और दोनों पर आईपीसी, ईसीए, डीएसए की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और रैकेट में शामिल उनके अन्य सहयोगियों का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।(आईएएनएस)
बेंगलुरू, 15 मई| एक चौंकाने वाली घटना में, यहां आवारा कुत्तों के झुंड ने एक बेसहारा महिला की जान ले ली। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। राजराजेश्वरी नगर पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 60 वर्षीय महिला की पहचान होनी बाकी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह बेघर थी और शहर की सड़कों पर सोती थी और शरण लेती थी।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब साढ़े नौ बजे सबसे पहले आवारा कुत्तों के एक बड़े झुंड ने बुजुर्ग महिला का पीछा किया। उस समय कुछ लोग उसके बचाव में आए और आवारा कुत्तों को खदेड़ दिया, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उसी झुंड ने आधी रात के आसपास उस पर हमला किया और उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने कहा कि कई आवारा कुत्तों की घटनाओं की सूचना नहीं मिलती है।
पशुधन राज्यों की 2012 की पशुगणना के अनुसार, बेंगलुरु में 1.83 लाख आवारा और 1.43 लाख पालतू कुत्ते हैं, कुल 3.27 लाख कुत्ते हैं।
पशु कल्याण कार्यकर्ताओं ने कहा कि आवारा कुत्तों की संख्या में वृद्धि का कारण बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) द्वारा 'पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम को लागू करने में विफलता' है।
इसके अलावा, पालतू कुत्तों का परित्याग भी एक अन्य प्रमुख मुद्दा है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कई लोगों को पालतू जानवर रखने की जिम्मेदारी का एहसास नहीं होता है और इसलिए, वे दो दिनों और एक सप्ताह के बीच कुत्तों को छोड़ देते हैं। (आईएएनएस)
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 14 मई को ईद के मौक़े पर मलेरकोटला शहर को नया ज़िला बनाने की घोषणा की थी.
मलेरकोटला मुस्लिम बहुल शहर है. पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा था, ''ईद के शुभ मौक़े पर मुझे यह साझा करते हुए ख़ुशी हो रही है कि मेरी सरकार ने मलेरकोटला को नया ज़िला बनाने का फ़ैसला किया है. यह पंजाब का 23वां ज़िला होगा, जिसका ऐतिहासिक महत्व है. मैंने आदेश दिया है कि तत्काल किसी ऐसी जगह की तलाश की जाए, जहाँ ज़िला प्रशासन का दफ़्तर बनाया जा सके.''
अमरिंदर सिंह की इस घोषणा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी आपत्ति जताई है.
योगीने 15 मई को ट्वीट कर कहा, ''मत और मज़हब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है. इस समय, मलेरकोटला ज़िला (पंजाब) का गठन किया जाना, कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है.''
संगरूर ज़िला मुख्यालय से मलेरकोटला की दूरी 35 किलोमीटर है. कांग्रेस ने चुनाव के दौरान इस शहर को ज़िला बनाने की वादा किया था. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मलेरकोटला में 500 करोड़ के एक मेडिकल कॉलेज, एक महिला कॉलेज, एक नया बस स्टैंड और महिला पुलिस स्टेशन बनाने की घोषणा की है. (bbc.com)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 मई। कलेक्टर टीके वर्मा ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कोविड-19 के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान वैक्सीनेशन की जानकारी लेेते कहा कि टीकाकरण कार्य लगातार अच्छे से होनी चाहिए। कोविड-19 में फ्रंट लाईन वर्कर लगातार कार्य कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण से सुरक्षा को ध्यान में रखते सभी वैक्सीनेशन जरूर कराएं। अंत्योदय तथा बीपीएल कार्डधारी हितग्राही कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए टीकाकरण कराएं। 45 वर्ष से अधिक आयु वाले जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज लगवा लिए हंै, वे समय पर वैक्सीन का दूसरा डोज जरूर लगवाएंं, जिन व्यक्तियों को कोरोना के लक्षण सर्दी, खांसी, बुखार और जिनके घर में कोविड के मरीज होम आईसोलेशन में है, उनके परिजन वैक्सीन न लगाएं। उन्होंने कोविड-19 सेम्पलिंग की जानकारी लेते कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक सर्तकता की जरूरत है। प्रत्येक ग्राम स्तर पर टीम गठित की गई है। उनके माध्यम से प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन कराना जरूरी है। बिना मास्क और सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करने वालों पर चालानी कार्रवाई करें।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि जिले में 24 घंटा रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था की गई है। शहर के दिग्विजय स्टेडियम, गांधी सभागृह एवं पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम में टेस्ट कराया जा सकता है। इससे लोगों में लक्षण आने पर किसी भी समय तत्काल टेस्ट होगा। उपचार भी प्रारंभ हो सकेगा। जिससे कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा। कंटेनमेंट जोन में खुलने वाले दुकानों में प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन होना चाहिए, जिन दुकानों को अनुमति नहीं दी गई है, ऐसे दुकानों के खुलने पर कार्रवाई करें।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ अजीत वसंत, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम मुकेश रावटे, डिप्टी कलेक्टर विरेन्द्र सिंह, डिप्टी कलेक्टर लता उर्वशा, सीएसपी लोकेश देवांगन, डीपीएम गिरीश कुर्रे, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बीएल कुमरे, जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
नई दिल्ली, 15 मई | भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने कोविड-19 की गंभीर देखभाल में मदद के लिए विभिन्न राज्यों के संयंत्रों में ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ 500 से ज्यादा बेड और 1100 से ज्यादा आइसोलेशन बेड जोड़े हैं। एनसीआर क्षेत्र में, कंपनी ने 200 ऑक्सीजन समर्थित बेड और बदरपुर, नोएडा और दादरी में 140 आइसोलेशन बेड की सुविधा के साथ कोविड देखभाल केंद्र स्थापित किए हैं। इसके अलावा, कंपनी ने ओडिशा के सुंदरगढ़ में 500 बेड वाला कोविड स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किया है जहां 20 वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं।
आगे, कंपनी पहले ही एनसीआर में 11 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों के लिए ऑर्डर दे चुकी है। इसके अलावा, बॉटलिंग सुविधा वाले 2 बड़े ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं। कंपनी अन्य राज्यों में 8 विभिन्न स्थानों पर ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी स्थापित कर रही है। इसके अलावा, कंपनी ने अन्य राज्यों के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की स्थापना के लिए समर्थन दिया है।
दादरी, कोरबा, कनिहा, रामागुंडम, विंध्याचल, बाढ़ और बदरपुर में पहले से चल रहे कोविड देखभाल केंद्रों के अलावा, एनटीपीसी उत्तरी करनपुरा, बोंगाईगांव और सोलापुर में भी अतिरिक्त सुविधाएं स्थापित करेगा। अन्य अस्पताल ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेड की संख्या बढ़ाने की राह पर हैं।
इस बीच, एनटीपीसी ने अपने परिचालन के दौरान अपने 70,000 से अधिक कर्मचारियों और सहयोगियों को टीका लगाया है। संयंत्र स्थानों पर बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान जारी है।
एनटीपीसी ने अपने कई संयंत्र स्थानों पर 18-44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण भी शुरू कर दिया है। संबंधित राज्य प्रशासनों के समन्वय से एनटीपीसी स्टेशनों पर टीकाकरण अभियान चलाए गए हैं।
भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी सभी संयंत्रों में रोगियों के बेहतर समन्वय के लिए चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष चला रही है, जिसका समन्वय एक विशेष कार्य बल द्वारा किया जाता है। टास्क फोर्स विभिन्न पैनलबद्ध और गैर-सूचीबद्ध अस्पतालों में अस्पताल के बेड और अन्य उपचार सुविधाओं के समन्वय में भी मदद करता है। 24 7 नियंत्रण कक्ष दैनिक रिपोटिर्ंग और एमआईएस के साथ दवाओं, अस्पताल के उपकरण, सेवाओं की खरीद के लिए भी समन्वय करते हैं।
इसके अलावा, एनटीपीसी यह सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों और इसकी चिकित्सा टीम के साथ समन्वय कर रहा है कि सभी कोविड रोगियों को सर्वोत्तम स्वास्थ्य सहायता प्रदान की जाए। एनटीपीसी ने आवश्यक लेकिन दुर्लभ दवाओं और ऑक्सीजन जैसी अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता को सुविधाजनक बनाने के लिए बिजली मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ भी सहयोग किया है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 मई | केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं हरिद्वार से लोक सभा सांसद डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' की अपील पर योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि योगपीठ ने हरिद्वार में 2500 कोरोना पीड़ितों को कोरोनिल किट वितरित की।
ये किट उन मरीजों को दी गई है जो घर पर रहकर अपना इलाज करवा रहे हैं। सभी मरीजों को चल रहे उपचार के साथ कोरोनिल किट में दी गई आयुर्वेदि औषधियों का सेवन करने की सलाह दी गई है ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढे।
पतंजलि योगपीठ के मुताबिक कोरोनिल किट के सेवन से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर डॉ निशंक ने कहा, "देश के डॉक्टर, वैज्ञानिक एवं दवाई बनाने वाली सभी कंपनियां अपनी अपनी तरह से इस महामारी से लड़ने का प्रयास कर रही हैं। जहां एक तरफ डॉक्टर लगातार मरीजों की देखरेख एवं सेवा कर रहे हैं वहीं वैज्ञानिकों एवं दवा बनाने वाली कंपनियों ने बेहद कम समय में वैक्सीन बना कर बड़ी राहत प्रदान की है।"
निशंक ने कहा कि पूरे विश्व में भारत में निर्मित कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन इस महामारी से लड़ने में सबसे कारगर बताई गई हैं। इसके अलावा हमें अपने आयुर्वेद को नहीं भूलना चाहिए जिसका लोहा पूरे विश्व ने माना है। योग गुरु बाबा रामदेव ने पिछले वर्ष ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कोरोनिल औषधि बना ली थी। इससे लोगों को काफी राहत भी मिली है। इसलिए मैंने उनसे आग्रह किया कि वो इस औषधि को हरिद्वार में कोरोना पीड़ितों, जो कि होम क्वारंटीन में हैं, को यह औषधि वितरित करें ताकि वो जल्द से जल्द स्वस्थ हो सकें। यह दवा सभी 2500 परिवारों को मुफ्त में प्रदान की जाएगी।
निशंक ने अपनी सांसद निधि से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एवं आईसीएमआर द्वारा हरिद्वार में चिन्हित किए गए चार सरकारी डी सी एच सी बाबा बफार्नी, बेस हॉस्पिटल, मेला हॉस्पिटल और सिविल हॉस्पिटल रूडकी में से दो केंद्रों में 20 बीआईपीएपी मशीनें, 200 टाइप डी ऑक्सीजन सिलेंडर, 2 आई-स्टैट एबीजी, 50 आई-स्टैट एबीजी 100 काटिर्र्ज, 2 शार्प ब्लास्टर, 100 बीआईपीएपी मास्क एवं 1 ऑक्सीजन प्लांट के लिए 1.5 करोड़ रुपए की राशि दी है।
वहीं ऋषिकेश के एस पी एस राजकीय चिकित्सालय में 5 वेंटिलेटर, 50 डी टाइप जंबो सिलेंडर, 20 सेमि फ्लोर बेड, 20 बेड साइड लाकर और 20 आई वी स्टैंड के लिए 60 लाख 60 हजार रुपए की राशि प्रदान की थी। (आईएएनएस)
कोलकाता, 15 मई | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाई असीम बनर्जी का कोरोनावायरस संक्रमण के कारण यहां के एक निजी अस्पताल में शनिवार को निधन हो गया। कोविड मामलों को नियंत्रित करने के लिए जिस दिन पश्चिम बंगाल ने अगले 15 दिनों के लिए राज्य में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की, उसी दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने छोटे भाई को खो दिया, जो पिछले एक महीने से अस्पताल में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे।
अस्पताल ने एक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री के छोटे भाई असीम बनर्जी का शनिवार सुबह निधन हो गया, जिन्हें पिछले महीने कोविड-19 संक्रमित पाया गया था।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि 62 वर्षीय बनर्जी का पिछले एक महीने से अस्पताल में इलाज चल रहा था।
अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा, पिछले महीने पता चला था कि वह कोविड-19 से संक्रमित हैं। उनका लगभग एक महीने से इलाज चल रहा था। उन्हें उच्च रक्तचाप जैसी कुछ बीमारियां भी थीं। सुबह 9.20 बजे उनका निधन हो गया।
उनका अंतिम संस्कार रविवार को निमताला श्मशान घाट में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा।
न केवल असीम बनर्जी बल्कि इसी दिन महामारी ने राज्य भर में पांच डॉक्टरों की भी जान ले ली। जिन डॉक्टरों की जान चली गई, उनमें प्रसिद्ध पेथोलॉजिस्ट डॉ. सुबीर कुमार दत्ता (90), बारासात के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. उत्पल सेनगुप्ता (करीब 70 वर्ष), सर्जन डॉ. सतीश घाटा (करीब 70 वर्ष), डॉ. संदीपन मंडल (37) और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. दिलीप चक्रवर्ती शामिल हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को अपने बुलेटिन में कहा कि पश्चिम बंगाल में शुक्रवार को कोरोना संक्रमण के 20,846 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमण के कुल मामले 10,94,802 हो गए हैं।
बुलेटिन में कहा गया है कि पांच प्रख्यात डॉक्टरों सहित शनिवार को 136 लोगों की संक्रमण की वजह से जान चली गई, जिसके बाद राज्य में अभी तक संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 12,993 हो चुकी है।
राज्य में जान गंवाने वाले 136 लोगों में से 67 लोग ऐसे थे, जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी थी। कोरोना से उत्तर 24 परगना जिले में 42 और कोलकाता में 34 लोगों की मौत हुई है।(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 15 मई | इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की केरल इकाई ने शनिवार को सिफारिश की कि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर पिनराई विजयन दूसरी सरकार का शपथ ग्रहण वर्चुअल किया जाए तो यह सबसे अच्छा होगा। विजयन ने शुक्रवार को कहा कि शपथ ग्रहण 20 मई को तय किया गया है और यह सेंट्रल स्टेडियम में होगा।
अस्थायी जगह बनाने की तैयारी तेज गति से चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक इस मौके पर करीब 750 से 800 लोगों को शिरकत करने की इजाजत होगी।
इस समय आईएमए के अध्यक्ष पी.टी. जकारियास और इसके सचिव पी. गोपीकुमार ने एक बयान में अनुरोध किया कि अगर यह वर्चुअल किया जाता है, तो यह लोगों को एक मजबूत संदेश देगा जिस तरह से कोविड से निपटा जा रहा है।
उन्होंने एक कारण यह भी बताया कि दूसरी लहर बहुत खराब क्यों रही है - यह हाल के चुनावों के दौरान मिली छूट के कारण है।
इसके अलावा, राज्य वर्तमान में लॉकडाउन के तहत है और सोमवार से तिरुवनंतपुरम और तीन अन्य जिलों में ट्रिपल लॉकडाउन होगा और जहां यह शपथ ग्रहण हो रहा है।
शुक्रवार को 1,31,375 नमूनों के टेस्ट के बाद 34,694 पॉजिटिव निकले, जिससे कुल सक्रिय मामले 4,42,194 हो गए हैं।
इसी तरह, टेस्ट पॉजिटिविटी दर कुछ समय के लिए 25 प्रतिशत के दायरे में मंडरा रही है।(आईएएनएस)