राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 21 नवंबर | दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को पांच टीवी समाचार चैनलों को दिल्ली आबकारी नीति मामले में कथित तौर पर 'गलत रिपोटिर्ंग' करने के लिए नोटिस जारी किया। साथ ही समाचार प्रसारण और डिजिटल मानक प्राधिकरण (एनबीडीएसए) को यह जांच करने का निर्देश दिया कि ये चैनल आवश्यक दिशानिर्देशों का पालन करते हैं या नहीं।
न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा आप के पूर्व संचार प्रभारी और व्यवसायी विजय नायर द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रहे थे, जिसमें आरोप लगाया गया है कि मामले के बारे में संवेदनशील जानकारी ईडी और सीबीआई द्वारा मीडिया में लीक की गई थी।
सुनवाई के दौरान, अदालत ने मामले के प्रसारण पर असंतोष व्यक्त किया, जिसमें इंडिया टुडे और रिपब्लिक टीवी सहित समाचार चैनलों द्वारा आम आदमी पार्टी के कई नेताओं को आरोपित किया गया था।
कथित गलत रिपोर्टिग को लेकर जी न्यूज और टाइम्स नाउ को भी नोटिस जारी किए गए।
इससे पहले, अदालत ने जांच एजेंसियों से उनके द्वारा जारी मामले से संबंधित सभी प्रेस विज्ञप्ति रिकॉर्ड पर रखने को कहा था।
अदालत के आदेश के जवाब में, ईडी ने प्रस्तुत किया कि उसने कोई प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की है, जबकि सीबीआई ने कहा कि उसने जांच के संबंध में तीन विज्ञप्ति जारी की हैं।
कोर्ट ने कहा कि यह ऐसा मामला नहीं है, जहां कम से कम इस स्तर पर यह कहा जा सकता है कि जानकारी सामूहिक रूप से लीक हुई थी या जांच एजेंसियों द्वारा प्रदान की गई थी।
मामले की अगली सुनवाई फरवरी में होगी। (आईएएनएस)|
सुरेंद्रनगर (सौराष्ट्र), 21 नवंबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि राजनीतिक विरोधी उन्हें धमकी दे रहे हैं। नरेंद्र मोदी सोमवार को सुरेंद्रनगर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा, चुनाव का समय है, क्या आपको नहीं लगता कि सभी पार्टियों को विकास पर बहस करनी चाहिए. लेकिन कांग्रेस जानती है कि वह विकास पर ज्यादा नहीं बोल सकती, क्योंकि उसे डर है कि अगर बीजेपी विकास कार्यों को गिनने लगेगी, तो कांग्रेस कोई जवाब नहीं दे पाएगी। ''
मोदी ने कहा, जब कांग्रेस ने महसूस किया कि वह विकास पर टिक नहीं सकती है, तो उसने नरेंद्र मोदी को निशाना बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, कांग्रेस धमकी दे रही है कि 'मोदी को उसकी औकात दिखाएंगे'। इस धमकी का उपहास उड़ाते हुए मोदी ने कहा, मैं एक बहुत ही विनम्र पारिवारिक पृष्ठभूमि से आता हूं, लोगों का एक साधारण सेवक हूं, आप सभी शाही परिवारों की तरह नहीं, तो आप मुझे क्या सिखाएंगे।
मेधा पाटकर के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर टिप्पणी करते हुए मोदी ने कहा कि गुजरात के लोग गुजरात विरोधी ताकतों के साथ गठबंधन करने वालों को कभी माफ नहीं करेंगे।
मेधा पाटकर के नर्मदा बचाओ आंदोलन ने लगभग एक दशक तक नर्मदा बांध और नहर परियोजना में देरी की थी, और इसलिए लोगों का एक वर्ग कथित रूप से उन्हें गुजरात विरोधी मानता है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी भारत जोड़ो यात्रा का नाम लिए बगैर मोदी ने उन पर तंज कसते हुए कहा, ''जिन्हें जनता ने सत्ता से बाहर कर दिया है, उन्होंने सत्ता में वापसी के लिए यात्रा शुरू कर दी है।''
वीरमगाम, 21 नवंबर गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाल में उसके खेमे में शामिल हुए युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को कांग्रेस से वीरमगाम विधानसभा सीट छीनने के लिए मैदान में उतारा है। इस सीट को जाति की राजनीति से मुक्त माना जाता है क्योंकि अल्पसंख्यक समुदाय समेत विभिन्न जातियों व धर्मों के नेता इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
पाटीदार समुदाय से आने वाले 29 वर्षीय पटेल अहमदाबाद के वीरमगाम तालुका के चंद्रनगर गांव के रहने वाले हैं। अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ रहे पटेल का पालन-पोषण वीरमगाम में ही हुआ है।
इस सीट पर उनका मुख्य मुकाबला निवर्तमान कांग्रेस विधायक लाखाभाई भारवाड़ से होगा जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की तेजश्री पटेल को 6500 से अधिक मतों के अंतर से हराया था।
वीरमगाम विधानसभा क्षेत्र में अहमदाबाद का वीरमगाम, मंडल और देतरोज तालुका शामिल हैं। इस सीट पर पिछले 10 वर्षों से कांग्रेस का कब्जा है। वीरमगाम और 92 अन्य सीटों पर दूसरे चरण में पांच दिसंबर को मतदान होगा।
दिलचस्प बात यह है कि 2012 के विधानसभा चुनावों में तेजश्री पटेल ने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था और भाजपा के प्रागजी पटेल को 16,000 से अधिक मतों के अंतर से शिकस्त दी थी। कांग्रेस विधायक के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने विधानसभा के अंदर और बाहर दोनों जगह सत्तारूढ़ भाजपा की तीखी आलोचना करके अपनी छाप छोड़ी।
सभी को हालांकि उस वक्त हैरानी हुई जब उन्होंने पाला बदलकर 2017 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। उस चुनाव में मतदाताओं ने उन्हें खारिज कर दिया और कांग्रेस के लाखाभाई भारवाड़ को चुना, जो अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से थे।
कुछ मतदाताओं को लगता है कि भारवाड़ अब सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं, जबकि कुछ अन्य मानते हैं कि वह एक विधायक के रूप में सक्रिय रहे हैं और स्थानीय मुद्दों के समाधान के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। इसलिए हार्दिक पटेल के लिए उन्हें हराना आसान नहीं होगा।
वीरमगाम में लगभग तीन लाख मतदाता हैं, जिनमें 65,000 ठाकोर (ओबीसी) मतदाता, 50,000 पाटीदार या पटेल मतदाता, लगभग 35,000 दलित, 20,000 भारवाड़ और रबारी समुदाय के मतदाता, 20,000 मुस्लिम, 18,000 कोली सदस्य और 10,000 कराडिया (ओबीसी) राजपूत शामिल हैं।
इस सीट ने हालांकि अब तक विभिन्न जातियों के विधायक दिए हैं, जिनमें तेजश्री पटेल (पाटीदार), 1980 में दाउदभाई पटेल (मुस्लिम), 2007 में कामाभाई राठौड़ (कराडिया राजपूत) और लाखाभाई भारवाड़ (ओबीसी) शामिल हैं।
भारवाड़ से जब पूछा गया कि क्या इस बार हार्दिक के नामांकन से उनके लिये मुश्किलें पैदा होंगी, उन्होंने कहा, “वीरमगाम के लोग कभी भी जाति के आधार पर वोट नहीं देते। यही कारण है कि दशकों से विभिन्न जातियों के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। इस सीट के मतदाता केवल लोगों और पार्टी के प्रति प्रदर्शन और प्रतिबद्धता देखते हैं। मुझे इस सीट को बरकरार रखने का भरोसा है।”
भारवाड़ अपने पिछले प्रदर्शन और लोगों के लिए किए गए कार्यों पर भरोसा कर रहे हैं या कम से कम मुद्दों को विधानसभा के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर भी हल करने के लिए उठा रहे हैं।
वीरमगाम नगर पालिका और तालुका पंचायत दोनों पर ही भाजपा काबिज है।
भारवाड़ ने कहा, “पहले, निर्वाचन क्षेत्र में सड़कों की स्थिति खराब थी क्योंकि वे सात साल तक फिर से नहीं बनी थीं। लेकिन मेरे लगातार प्रयासों के कारण, वे फिर से बन गई हैं। हालांकि, वीरमगाम शहर के लोग परेशान हो रहे हैं क्योंकि भाजपा नगरपालिका पर शासन कर रही है। लोग जानते हैं कि गलती किसकी है और किसने उनका काम किया है।”
विधायक के तौर पर किए गए काम के बारे में भारवाड़ के दावों का कुछ स्थानीय लोग समर्थन करते हैं।
एक ऑटोचालक कांतिलाल परमार कहते हैं, “इसमें कोई शक नहीं कि पटेल अधिक लोकप्रिय हैं। लेकिन यह भी एक सच्चाई है कि भारवाड़ एक विधायक के रूप में सक्रिय थे और उन्होंने हमारे मुद्दों को हल करने के लिए कड़ी मेहनत की, चाहे वह खराब सड़कें हों या बहते गटर हों। हमने उन्हें जमीन पर देखा है। हालांकि वह सभी मुद्दों को हल करने में सक्षम नहीं थे, लेकिन लोग जानते हैं कि उन्होंने कोशिश की थी।”
एक अन्य मतदाता ने दावा किया कि भारवाड़ के पुन: नामांकन से हार्दिक के जीतने की संभावना बढ़ गई है।
उन्होंने कहा, “भारवाड़ सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं। जातिगत समीकरणों को देखते हुए, कांग्रेस को ठाकोर समुदाय से किसी को मैदान में उतारना चाहिए था। अब, भारवाड़ के नामांकन के साथ हार्दिक की संभावना बढ़ गई है।”
आम आदमी पार्टी भी मैदान में है, जिसने शुरुआत में कुंवरजी ठाकोर को टिकट दिया था, लेकिन अचानक उनकी जगह अमरसिंह ठाकोर को मैदान में उतार दिया।
कुंवरजी इससे खुश नहीं हैं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। 2017 में उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था और 10,800 मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे थे।
वीरमगाम के जाने माने दलित कार्यकर्ता किरीट राठौड़ भी निर्दलीय के रूप में मैदान में हैं।
कई लोगों का मानना है कि यह तिकड़ी, अगर मैदान में रहती है तो मतदान समीकरणों को गड़बड़ा सकती हैं और अप्रत्याशित परिणाम दे सकती है।
नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 21 नवंबर है।
पाटीदार जाति को ओबीसी का दर्जा दिलाने के लिए पाटीदार आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व करने के बाद सुर्खियों में आए हार्दिक, लगभग दो साल तक कांग्रेस के साथ रहने के बाद जून में भाजपा में शामिल हो गए थे।
वह अब क्षेत्र के गांवों का दौरा कर रहे हैं। उनके द्वारा जारी “वादों की सूची” में, पहले वादे में कहा गया है कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि वीरमगाम को एक जिले का दर्जा मिले और ग्रामीण लोग पहले से ही इस मुद्दे को उठाने के लिए पटेल को धन्यवाद दे रहे हैं।
एक स्थानीय किसान अमर पटेल कहते हैं, “वीरमगाम एक अलग जिला घोषित किए जाने के लिहाज से काफी बड़ा है। लोग पिछले कुछ समय से इसकी मांग कर रहे हैं। इससे हमारी कई समस्याओं का समाधान हो जाएगा क्योंकि कलेक्टर कार्यालय से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए या अदालत से संबंधित मामलों के लिए हमें अहमदाबाद जाना पड़ता है। हार्दिक ने इस मुद्दे को सही उठाया है।”
अन्य प्रमुख वादों में एक आधुनिक खेल परिसर, स्कूल, मंडल तालुका, देतरोज तालुका और नल सरोवर के पास 50-शैय्या का अस्पताल, वीरमगाम शहर में 1,000 सरकारी घर, औद्योगिक एस्टेट, उद्यान आदि शामिल हैं।
गौतलब है कि चार पन्नों वाली वादों की फेहरिस्त में “पाटीदार” शब्द का उल्लेख नहीं है। उनके संक्षिप्त परिचय में, यह उल्लेख किया गया है कि उनका जन्म गुजरात में एक “हिंदू परिवार” में हुआ था और उनके दिवंगत पिता भरतभाई इस क्षेत्र के एक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता थे।
आरक्षण के लिए उनके आंदोलन के बाद गुजरात में शुरू किए गए ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) कोटे की ओर इशारा करते हुए कहा गया है कि हार्दिक के “ऐतिहासिक आंदोलन” ने न केवल एक बल्कि कई समुदायों को कई लाभ प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हार्दिक के प्रचार अभियान का प्रबंधन देखने वाले दीपक पटेल ने कहा, “हमारा अभियान बहुत मजबूत चल रहा है और लोग हार्दिक पर अपना आशीर्वाद बरसा रहे हैं। लोग कांग्रेस विधायक से खुश नहीं हैं और वे इस बार बदलाव चाहते हैं। हमें विश्वास है कि वीरमगाम सीट के लोग हार्दिक को वोट देंगे और एक बार फिर राज्य में भाजपा को सत्ता में लाएंगे।” (भाषा)
भदोही, 21 नवंबर उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार एक दलित महिला को मुकदमा वापस नहीं लेने पर एक ब्लॉक प्रमुख के परिजनों द्वारा कथित तौर पर धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले में संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, प्रयागराज जिले के हंडिया क्षेत्र की रहने वाली महिला ने पूर्व बाहुबली विधायक विजय मिश्रा के भतीजे एवं ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा और उसके तीन दोस्तों के खिलाफ साल 2019 में भदोही के ऊंज थाना में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस के मुताबिक, महिला ने आरोप लगाया था कि उसे खेत में काम करने के बहाने से बुलाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इसी मामले को लेकर पीड़िता पैरवी के लिए भदोही आती है।
गोपीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक सदानंद सिंह ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म की शिकार महिला रविवार को अपने वकील से मिलने भदोही पहुंची थी और जब वह ज्ञानपुर की तरफ जा रही थी, तभी गोपीगंज थाना के पास चौराहे पर मनीष मिश्रा के पुत्र यश मिश्रा, साले संतोष तिवारी, पत्नी बिंदु मिश्रा और एक अन्य व्यक्त राकेश भारती ने उसे कथित तौर पर रोक लिया और मुकदमा वापस नहीं लेने पर जातिसूचक गालियां देते हुए जान से मार डालने की धमकी दी।
प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, पीड़िता का आरोप है कि 2019 में सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने के बाद ये चारों लोग हंडिया स्थित उसके आवास पर कई बार आकर पूरे परिवार को ख़त्म करने की धमकी दे चुके हैं।
सिंह ने बताया कि इस मामले में सामूहिक बलात्कार की शिकार महिला की तहरीर पर बिंदु मिश्रा, यश मिश्रा, संतोष तिवारी और राकेश भारती के खिलाफ रविवार शाम को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमानित करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के अलावा अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया की पूर्व विधायक विजय मिश्रा के सगे भतीजे मनीष मिश्रा पर लूट, हत्या, बलात्कार, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराधों को लेकर कुल 21 मामले दर्ज हैं। वह इस समय वाराणसी की जेल में बंद है। (भाषा)
अहमदाबाद (गुजरात), 21 नवंबर राजनीतिक दलों द्वारा कई मौकों पर वंशवाद का विरोध किए जाने के बावजूद टिकट देते समय वे अक्सर वंशवाद की राजनीति करते ही नजर आते हैं, जो देश में होने वाले हर चुनाव की एक परम्परा सी बन गई है।
यही परम्परा गुजरात विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल रही है, जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने राज्य की 182 विधानसभा सीटों में से 20 पर मौजूदा एवं पूर्व विधायकों के बेटों को उम्मीदवार बनाया है। इनमें से कांग्रेस के 13 और भाजपा के सात उम्मीदवार हैं।
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को चुनाव होंगे, जबकि मतगणना आठ दिसंबर को की जाएगी।
विश्लेषकों के अनुसार, राजनीतिक दल कई बार पूर्व व मौजूदा विधायकों के बच्चों को टिकट देने के लिए मजबूर होते हैं। इसका कारण ‘‘जीत की प्रबल क्षमता’’ या उन निर्वाचन क्षेत्रों में विकल्प का अभाव है, जहां इन नेताओं का दबदबा होता है।
आदिवासी नेता एवं 10 बार के कांग्रेस विधायक मोहन सिंह राठवा के पार्टी के साथ अपने दशकों पुराने संबंध तोड़ने और पिछले महीने भाजपा में शामिल होने का फायदा उनके बेटे को मिला। सत्तारूढ़ पार्टी ने उनके बेटे राजेंद्र सिंह राठवा को छोटा उदेपुर सीट से टिकट दिया है।
अनुसूचित जनजाति (एसटी) के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित इस सीट पर राजेंद्र सिंह और पूर्व रेल मंत्री नारन राठवा के बेटे एवं कांग्रेस नेता संग्राम सिंह राठवा के बीच सीधा मुकाबला होगा।
अहमदाबाद जिले की साणंद सीट से मौजूदा विधायक कानू पटेल कांग्रेस के पूर्व विधायक करण सिंह पटेल के बेटे हैं। करण सिंह पार्टी छोड़कर 2017 में भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा ने एक बार फिर उनके बेटे कानू पटेल को इस सीट से टिकट दिया गया है।
थसरा से भाजपा के उम्मीदवार योगेंद्र परमार दो बार के विधायक राम सिंह परमार के बेटे हैं। राम सिंह ने 2017 में कांग्रेस छोड़ने से पहले 2007 और 2012 में पार्टी की टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन बतौर भाजपा उम्मीदवार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
भाजपा ने अब उनके बेटे योगेंद्र को मौका दिया है।
अहमदाबाद की दानिलिम्दा सीट से दो बार के कांग्रेस विधायक शैलेश परमार पूर्व विधायक मनु भाई परमार के बेटे हैं। कांग्रेस ने एक बार फिर शैलेश पर भरोसा जताया है।
इसी तरह गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के बेटे एवं दो बार के पूर्व विधायक महेंद्र सिंह वाघेला भी इस बार बायद सीट से मैदान में हैं। महेंद्र सिंह पिछले महीने एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
उन्होंने 2012 और 2017 के बीच कांग्रेस विधायक के रूप में बायद निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 2019 में वह भाजपा में शामिल हो गए, हालांकि पिछले महीने वह फिर कांग्रेस में लौट आए।
पूर्व मुख्यमंत्री अमर सिंह चौधरी के बेटे तुषार चौधरी को कांग्रेस ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित सीट बारदोली से टिकट दिया है। वह 2004-09 के बीच मांडवी के सांसद और 2009 से 2014 तक बारदोली के सांसद रह चुके हैं।
पोरबंदर सीट से भाजपा के पूर्व सांसद (दिवंगत)विट्ठल रादडिया के बेटे जयेश रादडिया ने धोराजी विधानसभा सीट से 2009 का उपचुनाव जीता था। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में जेतपुर निर्वाचन क्षेत्र से 2012 का विधानसभा चुनाव जीता। जयेश और उनके पिता ने 2013 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।
जयेश ने 2017 में भाजपा के टिकट पर जेतपुर से चुनाव जीता था। इसके बाद वह विजय रूपाणी नीत सरकार में मंत्री भी रहे। भाजपा ने इस बार फिर उन्हें जेतपुर से टिकट दिया है।
राजनीतिक विश्लेषक रवींद्र त्रिवेदी ने कहा, ‘‘ सभी राजनीतिक दलों में कई परिवार ऐसे हैं जो राजनीति को अपनी विरासत मानते हैं। ऐसे परिवार अपनी-अपनी सीट पर काफी प्रभाव डालते हैं और चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि दल ऐसे नेताओं का कोई विकल्प नहीं ढूंढ पा रहे हैं और इसलिए वे उनके करीबियों को टिकट देने को मजबूर हैं।
त्रिवेदी ने कहा कि कुछ जगह ऐसे कई ‘‘दबंग’’ नेता हैं जिनके सामने उनके राजनीतिक दलों का कोई अन्य नेता खड़ा होने की हिम्मत नहीं करता।
उन्होंने कहा, ‘‘ वे लगातार जीत दर्ज करते हैं और उन्हें टिकट दिया जाता है क्योंकि दल उनका विकल्प नहीं खोज पाते। उनकी जगह केवल उनके बेटों, बेटी या पत्नी को ही टिकट दी जाती है।’’ (भाषा)
उदयपुर, 21 नवंबर राजस्थान के उदयपुर जिले में एक दंपति और उनके चार बच्चे सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले।
पुलिस के मुताबिक, पप्पू गमेती और तीन बच्चों के शव फंदे से लटकते पाए गए, जबकि उनकी पत्नी और एक बच्चे के शव बिस्तर पर पड़े थे।
अधिकारियों ने बताया कि घटना गोगुंदा थाना क्षेत्र के झाड़ौली गांव की है और प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि परिवार के मुखिया ने बच्चों और पत्नी की हत्या की और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस के अनुसार, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच गई है और सबूत जुटाने का काम जारी है। (भाषा)
कोच्चि, 21 नवंबर केरल पुलिस ने एक 34 वर्षीय व्यक्ति को कथित तौर पर केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति एस . माणिककुमार के काफिले को रोकने के आरोप में हिरासत में लिया।
पुलिस ने कहा कि इडुक्की के मूल निवासी तिजो को हिरासत में लिया गया है। घटना रविवार देर रात की है।
उन्होंने ने कहा कि नशे की हालत में काफिले को रोकने के अलावा, उसने मुख्य न्यायाधीश के रक्षाकर्मी के साथ झगड़ा भी किया।
पुलिस ने कहा, “हमने आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा 308 सहित विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है। घटना एक गोश्री पुल पर रविवार रात करीब 10.50 बजे हुई।”
उन्होंने कहा कि आरोपी को रविवार रात को ही वायटिला इलाके से हिरासत में ले लिया गया। मुख्य न्यायाधीश हवाईअड्डे से शहर में अपने सरकारी आवास की ओर जा रहे थे।
गिरफ्तारी अभी दर्ज किया जाना बाकी है। (भाषा)
भोपाल, 21 नवंबर | कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार पर एक महिला से कथित तौर पर दुष्कर्म और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का मामला दर्ज किया गया है। धार जिले के गांधीवानी विधानसभा क्षेत्र के विधायक सिंघार आदिवासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले कांग्रेस के प्रमुख नेता माने जाते हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि धार के नौगांव थाने में सिंघार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
पीड़िता का आरोप है कि कांग्रेस विधायक एक साल से उसके साथ दुष्कर्म कर रहा है और उसे परेशान कर रहा है।
मध्य प्रदेश में 15 महीने की कांग्रेस सरकार के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे सिंघार को मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ का भी करीबी माना जाता है। राज्य कांग्रेस ने दावा किया कि भगवा पार्टी में शामिल होने के प्रस्ताव को अस्वीकार करने पर सिंघार को सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा डेढ़ साल से निशाना बनाया जा रहा है।
कांग्रेस के एक नेता ने कहा, सिंघार के खिलाफ यह झूठा और मनगढ़ंत मामला है। जब से उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें सत्ताधारी पार्टी में शामिल होने के लिए पैसे की पेशकश की गई थी, तब से वह भाजपा के निशाने पर हैं।
इससे पहले सिंघार तब सुर्खियों में आए थे, जब भोपाल में उनके आवास पर एक महिला द्वारा कथित रूप से आत्महत्या करने के बाद उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 21 नवंबर । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को श्रद्धा मर्डर केस में एक धर्म विशेष को निशाने पर लिए जाने को लेकर आपत्ति जताई है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अशोक गहलोत ने कहा है कि आग लगाना आसान होता है लेकिन उसे बुझाना मुश्किल होता है.
उन्होंने कहा, “ये एक घटना है. एक दुर्घटना है. ये तो नाम दे दिए गए हैं. जुमले गढ़ दिए गए हैं. आप इसे किसी रूप में देख लीजिए. ये तो कोई नयी बात नहीं है. सदियों से धर्म के नाम पर शादियां होती हैं. कोई नयी बात तो नहीं है. पर जो आपने एक कौम को, एक धर्म को टारगेट बना दिया. उसके आधार पर देश के अंदर आपकी राजनीति चल रही है. उसका फायदा आपको मिल रहा है. क्योंकि धर्म और जाति के नाम पर इकट्ठा करना हो, एकजुट करना हो, संगठित करना हो, भीड़ बनानी हो तो बड़ा आसान काम है. आग लगाना बड़ा आसान है, आग को बुझाने में वक़्त लगता है. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 21 नवंबर । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी की ओर से जारी किए गए स्टिंग वीडियो पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी ने एक स्टिंग ऑपरेशन में दावा किया था कि आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव के लिए टिकट बेचे हैं.
केजरीवाल ने इस स्टिंग ऑपरेशन पर कहा है, “बीजेपी हर रोज़ एक नयी नौटंकी लेकर आती है. कभी कहती है कि शराब घोटाला हुआ, उसकी जांच हो गयी. शराब घोटाले में कुछ भी नहीं मिला. इन्होंने कहा कि बस घोटाला हुआ, उसमें कुछ नहीं मिला.
इन्होंने कहा कि सड़कों में घोटाला हुआ, उसमें कुछ नहीं मिला. अभी चार दिन पहले भी इन्होंने कहा था कि कोई टिकट घोटाला हुआ, उसकी भी जांच हो गयी, उसमें...तो ये जांच कर लें.”
इससे पहले बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आम आदमी पार्टी पर एमसीडी चुनाव के टिकट बेचने का आरोप लगाया.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि ‘पूरी की पूरी आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है. आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार विरोध की बात करती थी पर आज पूरी पार्टी उघाई करने में लगी है.’
इसके साथ ही दिल्ली के विधायक विजेंदर गुप्ता ने लिखा है, “स्टिंग से स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी सिर्फ़ निगम की टिकट ही नहीं, इन्होंने विधानसभा की टिकट भी बेची थी.” (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 21 नवंबर | गुजरात विधान सभा और दिल्ली नगर निगम चुनाव को देखते हुए भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर जोरदार प्रचार अभियान छेड़ दिया है। 'जिसने दिया मौका, उसको मिला धोखा' की थीम के साथ भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविंद केजरीवाल के खिलाफ वीडियो अभियान छेड़ दिया है।
वीडियो में यमराज और चित्रगुप्त के सहारे केजरीवाल के पुराने वादों की याद दिलाते हुए भाजपा गुजरात और दिल्ली की जनता को यह राजनीतिक संदेश देने का प्रयास कर रही है कि केजरीवाल पर विश्वास कर जिसने भी उन्हें वोट किया उसे धोखा ही मिला है।
भाजपा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से सिलसिलेवार केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा गया, चुनाव से पहले केजरीवाल ने पंजाब को नशा मुक्त बनाने का वादा किया, चुनाव जीतने के बाद प्रदेश को उसके हाल पर छोड़ दिया। जिसने दिया मौका, उसको मिला धोखा।
भाजपा ने अपने अगले ट्वीट में कहा, केजरीवाल ने कहा था कि हम यमुना जी को स्वच्छ कर देंगे, लेकिन इन्होंने यमुना जी को और जहरीला बना दिया है। जिसने दिया मौका, उसको मिला धोखा।
दिल्ली भाजपा भी सोशल मीडिया पर हिंदी भाषा में इस अभियान को जोरदार तरीके से चला रही है, वहीं गुजरात भाजपा गुजराती भाषा में इस अभियान को चला कर राज्य के मतदाताओं को संदेश देने का प्रयास कर रही है। मोदी सरकार के दिग्गज मंत्री और भाजपा के नेता भी अपने-अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इस तरह के वीडियो को लगातार शेयर कर केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं।
दरअसल, यह माना जा रहा है कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा की सीधी टक्कर है वहीं भाजपा के सबसे मजबूत गढ़ गुजरात में भी केजरीवाल जोर-शोर से विधान सभा का चुनाव लड़ रहे हैं। (आईएएनएस)|
बिजनौर, 21 नवंबर | यूपी के बिजनौर में यौन उत्पीड़न के असफल प्रयास के बाद आरोपी ने एक 22 वर्षीय युवक मोनिस की गला काटकर हत्या कर दी। पुलिस ने यह जानकारी दी। आरोपी उस्मान को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया है। बिजनौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण रंजन के अनुसार, युवक 18 नंबवर को लापता हो गया था और उसके परिवार ने स्थानीय लोगों के साथ तलाशी ली और अगले दिन कोतवाली शहर थाना अंतर्गत मोहल्ला बुखार के कब्रिस्तान में उसका शव मिला।
मृतक के परिवार ने कोतवाली शहर थाने में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप लगाया गया कि मोनिस के साथ दुष्कर्म का प्रयास हुआ और हत्या की गई। जांच के दौरान, उस्मान का नाम सामने आया, क्योंकि मृतक पिता ने उसे युवक के साथ देखा था।
एएसपी ने बताया, कि पुलिस को मुखबिर ने सूचना मिलने पर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए जोधुवाला-बक्शीवाला रोड पर जाल बिछाया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया तो आरोपी ने जान से मारने की नीयत से पुलिस पार्टी पर फायर कर दिया। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें आरोपी उस्मान भी घायल हो गया। मुठभेड़ के दौरान आरोपी की गोली लगने से पुलिस एक जवान राहुल नैन भी घायल हो गए। दोनों को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है।
नई दिल्ली, 21 नवंबर | कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज से गुजरात चुनाव प्रचार का हिस्सा बनेंगे। वो राज्य में 2 रैलियों को संबोधित करने वाले हैं। अब तक राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे थे। कांग्रेस पार्टी की तरफ से ये जानकारी दी गई है।
पार्टी की ओर से साझा किए गए कार्यक्रम के अनुसार राहुल गांधी आज सूरत जिले के महुवा और राजकोट शहर में रैलियों को संबोधित करेंगे। राहुल गांधी का ढाई महीने में गुजरात का यह दूसरा दौरा होगा। हालांकि चुनाव प्रचार के लिए वह पहली बार यहां आ रहे हैं। वह पिछली बार पांच सितंबर को गुजरात आए थे।
राहुल गांधी इन दिनों कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का नेतृत्व कर रहे हैं। इस यात्रा की शुरुआत सात सितंबर को की गई थी। अब तक भाजपा की तरफ से आरोप लगाए जाते रहे थे कि हार का आभास होने के चलते राहुल गांघी ने गुजरात से दूरी बना रखी है।
गौरतलब है कि गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों एक और पांच दिसंबर को चुनाव होंगे, जबकि मतगणना आठ दिसंबर को की जाएगी। यहां सत्तारूढ़ भाजपा के साथ कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है। (आईएएनएस)|
सुमी खान
ढाका, 21 नवंबर | बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रस्तावित पाइपलाइन परियोजना के जरिए 2023 तक भारत से तेल आयात करने की उम्मीद जताई है।
पीएम हसीना ने रविवार को ढाका में अपने आधिकारिक गणभवन निवास पर असम विधानसभा के अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी के साथ बैठक के दौरान यह टिप्पणी की।
दैमारी चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं जो पूर्वोत्तर के 32 विधायकों की एक टीम का हिस्सा है। यह टीम बांग्लादेश का दौरा कर रही है।
130 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन (आईबीएफपीएल) परियोजना का उद्देश्य पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी मार्केटिंग टर्मिनल से तेल उत्पादों का आयात करना है।
हसीना ने उन संपर्क मार्गों का भी जिक्र किया, जो 1965 के युद्ध के दौरान बंद कर दिए गए थे और कहा कि मार्गों को अब चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने 1971 में बांग्लादेश से आए स्वतंत्रता सेनानियों और शरणार्थियों को शरण देने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों और पश्चिम बंगाल के योगदान के लिए भी आभार व्यक्त किया।
क्षेत्रीय सहयोग पर जोर देते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि नेपाल, भूटान और भारत के पूर्वोत्तर राज्य आपसी लाभ के लिए चटगांव हवाई और समुद्री बंदरगाहों के साथ-साथ सैयदपुर हवाई अड्डों का उपयोग कर सकते हैं।
वहीं, दैमारी ने कहा कि असम के लोगों को पड़ोसी देश के सहयोग से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि असम कृषि क्षेत्र में बांग्लादेशी विशेषज्ञों का सहयोग चाहता है क्योंकि इस संबंध में देश के पास काफी अनुभव है।
प्रतिनिधिमंडल ने इस क्षेत्र में आपसी संपर्क के साथ-साथ व्यापार और वाणिज्य को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। (आईएएनएस)|
मुंबई, 21 नवंबर | कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी राजनीतिक असहमति को दरकिनार करते हुए शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत को फोन कर उनका हालचाल पूछा। राउत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में अपने व्यस्त कार्यक्रम से रविवार देर रात फोन कर उनके सेहत के बारे में पूछा।
करीब 110 दिन जेल में बिताने के बाद पिछले सप्ताह जमानत पर रिहा हुए राउत से राहुल गांधी ने कहा, हम आपके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
राउत ने ने कहा, कुछ मुद्दों पर गहरे मतभेदों के बावजूद अपने राजनीतिक सहयोगी का कुशलक्षेम पूछना मानवता की निशानी है।
सेना (यूबीटी) के नेता ने कहा कि आज के राजनीतिक कटुता के माहौल में ऐसा आचरण दुर्लभ होता जा रहा है।
राउत ने कहा, मैं एक राजनीतिक सहयोगी के पीड़ा को महसूस करने के लिए राहुल गांधी की सहानुभूति की सराहना करता हूं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में प्यार और करुणा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसकी प्रशंसा हो रही है। उनकी इस विशेषता से रोज हजारों लोग उनसे मिलने आ रहे हैं।
जमानत पर रिहा होने के तुरंत बाद राउत ने अपने खराब स्वास्थ्य के कारण यात्रा में शामिल होने में असमर्थता व्यक्त की थी, हालांकि शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता जैसे आदित्य ठाकरे और अंबादास दानवे और अन्य 11 नवंबर को गांधी के साथ नांदेड़ में उनके साथ यात्रा में शामिल हुए थे। (आईएएनएस)|
मुंबई, 21 नवंबर | कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी राजनीतिक असहमति को दरकिनार करते हुए शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत को फोन कर उनका हालचाल पूछा। राउत ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में अपने व्यस्त कार्यक्रम से रविवार देर रात फोन कर उनके सेहत के बारे में पूछा।
करीब 110 दिन जेल में बिताने के बाद पिछले सप्ताह जमानत पर रिहा हुए राउत से राहुल गांधी ने कहा, हम आपके स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं।
राउत ने ने कहा, कुछ मुद्दों पर गहरे मतभेदों के बावजूद अपने राजनीतिक सहयोगी का कुशलक्षेम पूछना मानवता की निशानी है।
सेना (यूबीटी) के नेता ने कहा कि आज के राजनीतिक कटुता के माहौल में ऐसा आचरण दुर्लभ होता जा रहा है।
राउत ने कहा, मैं एक राजनीतिक सहयोगी के पीड़ा को महसूस करने के लिए राहुल गांधी की सहानुभूति की सराहना करता हूं।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा में प्यार और करुणा पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसकी प्रशंसा हो रही है। उनकी इस विशेषता से रोज हजारों लोग उनसे मिलने आ रहे हैं।
जमानत पर रिहा होने के तुरंत बाद राउत ने अपने खराब स्वास्थ्य के कारण यात्रा में शामिल होने में असमर्थता व्यक्त की थी, हालांकि शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता जैसे आदित्य ठाकरे और अंबादास दानवे और अन्य 11 नवंबर को गांधी के साथ नांदेड़ में उनके साथ यात्रा में शामिल हुए थे। (आईएएनएस)|
बरेली, 21 नवंबर | उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में जबरन धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राहुल भाटी ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बरेली के वंशी नगर इलाके में धर्म परिवर्तन हो रहा है, जहां 60-70 लोग मौजूद थे, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
भाटी ने कहा कि उत्तर प्रदेश गैरकानूनी धर्मांतरण अधिनियम, 2021 के प्रावधानों के तहत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
कार्यकर्ता हिमांशु पटेल द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में भगवान दास, प्रेरणा सिंह, सुनीता, सीता, पवन कुमार और जानकी प्रसाद के नाम शामिल हैं।
पटेल ने आरोप लगाया कि लोगों का भगवान दास के घर पर ईसाई मिशनरियों द्वारा लालच देकर, गुमराह कर और जान से मारने की धमकी देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है।
उन्होंने एफआईआर में आरोप लगाया कि सभा में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां की गईं।
हालांकि, भगवान दास ने कहा कि पिछले 22 सालों से उनके खेतों में पूजा-पाठ की जाती रही है और उनके खिलाफ पहले भी धर्मांतरण के आरोप लगाए गए थे।
उनके और अन्य लोगों के खिलाफ लगाए गए आरोप पुलिस जांच में गलत पाए गए और जोर देकर कहा कि कोई धर्मांतरण नहीं किया गया था।
दास ने पटेल और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए एक आवेदन भी दिया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि वे उनके घर में घुसे, उनके साथ दुर्व्यवहार किया और जान से मारने की धमकी दी। (आईएएनएस)|
बेंगलुरू, 21 नवंबर | कर्नाटक के चार पुलिसकर्मियों को चिक्कमंगलूर जिले में एक स्वर्ण व्यापारी से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगने और तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी देने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। चारों की पहचान अज्जमपुरा पुलिस स्टेशन से जुड़े सब-इंस्पेक्टर लिंगराजू, कांस्टेबल धनपाल नायक, ओंकारमूर्ति और शरत राज के रूप में हुई है।
आरोपी पुलिसकर्मियों ने 11 मई को दावणगेरे में स्वर्ण व्यापारी रोहित सांकला की कार को रोका। उसके पास 2 किलो 450 ग्राम सोना था, जिसे वह बेलूर ले जा रहा था। सोना मिलने पर उन्होंने उसे धमकी दी कि अगर उसने 10 लाख रुपये रिश्वत नहीं दी तो उसके खिलाफ तस्करी का मामला दर्ज किया जाएगा।
बाद में उन्होंने सांकला से 5 लाख रुपये लेकर उसे जाने दिया।
स्वर्ण व्यवसायी ने इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी और जांच के बाद विभाग ने कार्रवाई की। (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 21 नवंबर | तेलंगाना के वानापार्थी जिले में हैदराबाद-बैंगलोर राजमार्ग पर सोमवार तड़के एक बस और ट्रैक्टर की जोरदार टक्कर हो गई। इस सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) की गरुड़ बस, जो हैदराबाद से बैंगलोर जा रही थी, कोट्टाकोटा मंडल के मुम्मलपल्ली के पास गन्ने से लदे एक ट्रैक्टर से टकरा गई।
हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने वानापार्थी के सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक, बस चालक, क्लीनर और एक यात्री की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए।
मृतकों की पहचान अंजनेयुलू (42), संदीप (35) और शिवन्ना (56) के रूप में हुई है। घायलों का वानापर्थी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हैदराबाद के मियापुर डिपो की बस में कुल 48 यात्री सवार थे।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि वॉल्वो बस का एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस को वाहन को सड़क से हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे के कारण हाईवे पर करीब चार किलोमीटर लंबा जाम लग गया। (आईएएनएस)|
गाजियाबाद, 21 नवंबर | गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके में जन्मदिन की पार्टी मनाने गए एक युवक की रविवार रात ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना मोदीनगर इंद्रा पुरी तिबाड़ा रोड के पास की है। गाजियाबाद के मोदीनगर इंद्रा पुरी तिबड़ा रोड पर रहने वाले दीपक पासी नाम के व्यक्ति की रविवार रात कुछ अज्ञात लोगों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी। मिली जानकारी के अनुसार दीपक अपने कुछ दोस्तों के साथ मोनिका नाम की एक लड़की की जन्मदिन की पार्टी मना रहा था। दीपक की इस दौरान कुछ लोगों से कहासुनी हो गई। जिसके बाद विवाद बढ गया। दूसरे पक्ष ने दीपक और उसके साथियों पर पथराव कर दिया और फिर अंधाधुन्ध गोलिया चला दी।
एसपी देहात इराज रजा ने बताया कि दीपक अपने कुछ दोस्तों के साथ घर के पास खाली पड़े प्लाट में रात के समय मोनिका नाम की एक लड़की की जन्मदिन की पार्टी मना रहा था। जहां पर मौजूद कुछ और लोगों से दीपक का विवाद हो गया। दूसरे पक्ष ने पहले पथराव किया फिर उसके बाद ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। जिसमें 1 गोली दीपक की पीठ में जा लगी और वह भागते हुए जमीन पर गिर गया। फिर हमलावरों ने दीपक के सिर में एक और गोली दाग दी। जिससे दीपक की मौके पर ही मौत हो गई। दीपक का एक दोस्त सिर में चोट लगने से घायल हो गया जिसको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस मामले में कुछ लोगो को हिरासत में लिया गया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 21 नवंबर | बिहार के वैशाली जिले में रविवार शाम भीषण सड़क हादसा हुआ। इस भीषण सड़क हादसे में महिलाओं और बच्चों समेत कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मुआवजे का ऐलान किया है, तो वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। रविवार शाम बिहार के वैशाली जिले में हुए भीषण सड़क हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने गहरा दुख जताया है, इसके साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और प्रत्येक घायल व्यक्ति को 50,000 रुपये अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि बिहार के वैशाली में हुआ हादसा दु:खद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना। घायल जल्द स्वस्थ हों।
वहीं इस हादसे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि बिहार के वैशाली जिले में सड़क दुर्घटना की दु:खद सूचना से आहत हूं। दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।
गौरतलब है कि बिहार के वैशाली जिले में रविवार की रात महनार हाजीपुर मुख्य मार्ग पर एक अनियंत्रित ट्रक चालक ने सड़क किनारे पूजा कर रहे लोगों को कुचल दिया। इस हादसे में बच्चों समेत 8 लोगों की मौत हो गई तथा कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 21 नवंबर | तेलंगाना के वानापार्थी जिले में हैदराबाद-बैंगलोर राजमार्ग पर सोमवार तड़के एक बस और ट्रैक्टर की जोरदार टक्कर हो गई। इस सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) की गरुड़ बस, जो हैदराबाद से बैंगलोर जा रही थी, कोट्टाकोटा मंडल के मुम्मलपल्ली के पास गन्ने से लदे एक ट्रैक्टर से टकरा गई।
हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने वानापार्थी के सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया।
पुलिस के मुताबिक, बस चालक, क्लीनर और एक यात्री की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य घायल हो गए।
मृतकों की पहचान अंजनेयुलू (42), संदीप (35) और शिवन्ना (56) के रूप में हुई है। घायलों का वानापर्थी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हैदराबाद के मियापुर डिपो की बस में कुल 48 यात्री सवार थे।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि वॉल्वो बस का एक हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस को वाहन को सड़क से हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे के कारण हाईवे पर करीब चार किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
नई दिल्ली, 20 नवंबर । मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को कहा कि निचली अदालत के जज गंभीर मामलों में ज़मानत देने से बचते हैं क्योंकि उन्हें एक तरीके का डर होता है. वे डरते हैं कि कहीं बेल देने पर उन्हें निशाना न बना लिया जाए.
उन्होंने कहा कि निचली अदालत के जज ऐसा इसलिए नहीं करते क्योंकि उन्हें अपराध की समझ नहीं है, बल्कि वे ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उनके अंदर एक डर की भावना है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ बार काउंसिल ऑफ इंडिया के आयोजित अभिनंदन समारोह में बोलते हुए मुख्य न्यायाधीश ने कहा, "निचली अदालतों के कारण शीर्ष अदालतें ज़मानत याचिकाओं से भर गई हैं."
जब मुख्य न्यायाधीश ज़मानत याचिकाओं से जुड़े मुद्दे पर बोल रहे थे,तब कार्यक्रम में क़ानून मंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे.
क़ानून मंत्री ने कई वकीलों के केस ट्रांसफर से जुड़े मसले पर चिंता ज़ाहिर की है.
उन्होंने कहा, "मैंने सुना है कि कुछ वकील केस के ट्रांसफर को लेकर मुख्य न्यायाधीश से मिलना चाहते हैं. ये किसी एक मामले में हो सकता है लेकिन अगर यह आदत बन जाती है तो पूरा आयाम बदल जाएगा." (bbc.com/hindi)
बिहार, 20 नवंबर । बिहार में जन सुराज यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि अगर जेडीयू प्रमुख राज्य के युवाओं को "10 लाख सरकारी नौकरी" देने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रहते हैं तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का घेराव किया जाएगा.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पूर्वी चंपारण ज़िले के मख़निया गांव में पत्रकारों से बात करते हुए किशोर ने मुख्यमंत्री को चेताने वाले लहज़े में कहा कि अगर वे युवाओं को दिए भरोसे पर खरे नहीं उतरते तो वे उनका घेराव करेंगे.
गांधी मैदान में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि महागठबंधन सरकार का लक्ष्य सरकारी क्षेत्र में 10 लाख लोगों को नौकरी देना है.
किशोर ने शनिवार को कहा, "उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कहा था कि नई सरकार के हिस्से के रूप में आरजेडी अपने वादे को पूरा करेगा. अगर नीतीश कुमार इस मोर्चे पर विफल होते हैं तो मैं बिहार के युवाओं के साथ मिलकर उनका घेराव करूंगा." (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 20 नवंबर | केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 22 हजार करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में एबीजी शिपयार्ड और इसके सीएमडी और अन्य अधिकारियों सहित 24 अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। मामले में अपनी पहली चार्जशीट में एजेंसी ने उल्लेख किया है कि आरोपियों ने देश भर में पैसे से अचल संपत्ति खरीदी। सीबीआई ने अपनी जांच में विभिन्न माध्यमों से किए गए 5000 करोड़ रुपये के लेन-देन को स्थापित किया है। एजेंसी ने 7 फरवरी को एबीजी शिपयार्ड, उसके सीएमडी ऋषि कमलेश अग्रवाल, सीएफओ धनंजय दातार कॉरपोरेट गारंटर और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
शिकायतकर्ता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि आरोपी ने आईसीआईसीआई बैंक के नेतृत्व में 28 बैंकों के कंसोर्टियम को धोखा दिया, जिससे 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हुई।
सीबीआई ने उल्लेख किया है कि अभियुक्तों द्वारा कथित रूप से बड़ी रकम अपने से संबंधित पक्षों को हस्तांतरित की और बाद में समायोजन प्रविष्टियां की गईं।
बैंक ऋणों को डायवर्ट कर इसको विदेशी सहायक कंपनी में निवेश किया गया। यह भी आरोप लगाया गया था कि बैंकों से धन को संबंधित पक्षों के नाम बड़ी संपत्ति की खरीद के लिए डायवर्ट किया गया था।
इससे पहले 12 फरवरी को लगभग 13 स्थानों पर तलाशी ली गई थी। इस दौरान ऋण लेने वाली कंपनी के खातों की पुस्तकों, खरीद, बिक्री विवरण, शेयर रजिस्टर, विभिन्न अनुबंध फाइलों आदि सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेजों की बरामदगी हुई थी।
विभिन्न स्थानों पर की गई जांच के दौरान उक्त निजी कंपनी के अधिकारियों, बैंक अधिकारियों सहित कई गवाहों का परीक्षण किया गया।
सीबीआई ने 21 सितंबर को तत्कालीन प्रमोटर और अध्यक्ष को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी ने दूसरों के साथ मिलकर साजिश रची और अपने कर्मचारियों की मदद से देश के भीतर और बाहर कई संस्थाओं को शामिल किया और बैंक फंड को डायवर्ट करते रहे।
जांच के दौरान पता चला कि अभियुक्तों ने धोखे से उक्त निजी कंपनी के बैंक/बिजनेस फंड की बड़ी राशि और बड़ी संख्या में आलीशान फ्लैट, बहुमंजिला इमारतें और जमीनें खरीदीं।
सीबीआई ने कहा है कि उनकी जांच में एबीजी शिपयार्ड द्वारा सिंगापुर स्थित अपनी तीन अपतटीय समूह संस्थाओं के साथ धोखाधड़ी से 2010-2013 के बीच जारी की गई कई बैंक गारंटी प्राप्त करने का खुलासा हुआ है। इसके परिणामस्वरूप बैंकों को नुकसान हुआ है।
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में उल्लेख किया है कि एबीजी शिपयाड ने कथित रूप से सिंगापुर की एक अन्य फर्म के पक्ष में लेटर ऑफ क्रेडिट स्थापित करके सार्वजनिक धन की हेराफेरी की। जांच में कंपनियों के वेब के निर्माण के माध्यम से डायवर्जन भी पाया गया है, जिसका एक हिस्सा इस्तेमाल किया गया था। मुंबई में चार फ्लैट, एक आवासीय टॉवर, जिसमें 14 फ्लैट हैं और सूरत में लगभग 5-6 एकड़ की व्यावसायिक भूमि की खरीदारी की। (आईएएनएस)|