राष्ट्रीय
जम्मू, 13 अप्रैल | जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को एक मकान ढहने से कम से कम 16 महिलाएं घायल हो गईं। अधिकारियों ने कहा कि यह घटना तब हुई जब स्थानीय लोग एक घर में गांव खनेतर में किसी की मौत पर शोक व्यक्त करने के लिए इकट्ठा हुए थे।
लोगों की बड़ी उपस्थिति के कारण भार काफी बढ़ गया, जिससे घर की छत गिर गई। 16 महिलाएं घायल हो गईं।
अधिकारियों ने कहा, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। (आईएएनएस
राजौरी/जम्मू, 13 अप्रैल सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर भारतीय क्षेत्र में दाखिल हुए एक ड्रोन को मार गिराया और इलाके में व्यापक तलाश अभियान जारी है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ड्रोन से बांधे गए पैकेट से एके-47 राइफल की पांच मैगजीन, 131 गोलियां, दो लाख रुपये नकद और अन्य सामान बरामद किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, उन्हें संदेह है कि कुछ अन्य ड्रोन ने हथियार, विस्फोटक या ऐसी वस्तुएं गिराई होंगी और उन्हें बरामद करने के लिए तलाश शुरू कर दी गई है।
रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ 12 और 13 अप्रैल की दरमियानी रात भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने पुलिस के साथ मिलकर ड्रोन बरामद किया, जो जिले के सुंदरबनी सेक्टर के बेरी पट्टन इलाके में पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसा था। ’’
इससे पहले आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि नियंत्रण रेखा से लगे बेरी पाटन और सियोट के इलाकों में हवा में कोई संदिग्ध वस्तु देखी गई, जिसके बाद व्यापक स्तर पर घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया गया।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल इस अभियान में एक ड्रोन को मार गिराने में कामयाब रहे।
सूत्रों ने दावा किया कि क्षेत्र के कई गांवों में व्यापक स्तर पर तलाश अभियान चलाया जा रहा है तथा कुछ और बरामदगी की उम्मीद है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम केवल इतना बता सकते हैं कि एक ड्रोन को सफलतापूर्वक मार गिराया गया है और उससे भेजा गया सामान बरामद कर लिया गया है। विस्तृत जानकारी बाद में साझा की जाएगी।’’
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा दोनों के सीमावर्ती क्षेत्रों में हथियारों, नकदी और मादक पदार्थों की तस्करी सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है।
अधिकारियों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी कृत्यों को बढ़ावा देने के लिए इन सामग्रियों को यहां गिराने के बार-बार प्रयास किए जा रहे हैं। (भाषा)
सूरत, 13 अप्रैल गुजरात के सूरत शहर की एक सत्र अदालत ने ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ दायर मानहानि के मामले में उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगाने का अनुरोध करने वाली याचिका पर बृहस्पतिवार को सुनवाई आरंभ की।
इस मामले में राहुल गांधी को दो साल कारावास की सजा सुनाई गई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक एवं शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी ने इसी अदालत में पहले दाखिल किए गए अपने जवाब में राहुल गांधी की याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि कांग्रेस नेता ‘‘बार-बार अपराध’’ करते हैं और उन्हें अपमानजनक बयान देने की आदत है।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर पी मोगेरा की अदालत में दोनों पक्षों ने बृहस्पतिवार को दलीलें पेश करनी शुरू कीं।
अदालत कक्ष में प्रवेश करने से पहले पूर्णेश मोदी के वकील केतन रेशमवाला ने कहा, ‘‘अदालत पहले राहुल गांधी के वकीलों की दलीलें सुनेगी, जो उनकी दोषसिद्धि पर रोक का अनुरोध करेंगे। इसके बाद हम दोषसिद्धि पर रोक संबंधी याचिका के खिलाफ अपनी आपत्तियां और दलीलें पेश करेंगे।’’
सूरत में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की एक अदालत ने 13 अप्रैल, 2019 को एक चुनावी रैली में ‘‘मोदी उपनाम’’ संबंधी टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज आपराधिक मानहानि के मामले में उन्हें इस साल 23 मार्च को दोषी ठहराते हुए दो साल कारावास की सजा सुनाई थी।
गांधी ने इस फैसले के खिलाफ न्यायाधीश मोगेरा के समक्ष याचिका दायर की है। उन्होंने इस बीच दोषसिद्धि पर रोक लगाए जाने का भी अनुरोध किया है।
याचिका में गांधी ने अपनी सजा को ‘‘त्रुटिपूर्ण’’ और स्पष्ट रूप से अनुचित करार दिया है। (भाषा)
संबलपुर (ओडिशा), 13 अप्रैल ओडिशा सरकार ने हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़कने के बाद संबलपुर जिले में बृहस्पतिवार को सुबह 10 बजे से 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं और इलाके में निषेधाज्ञा लागू की है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
हिंसा में एक महिला कर्मी सहित कम से कम 10 पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। हालांकि पुलिस ने हिंसा में हताहत हुए नागरिकों की जानकारी नहीं दी।
प्रशासन ने संबलपुर शहर के छह थाना क्षेत्रों टाउन, धनुपाली, खेतराजपुर, ऐंथापाली, बरेईपाली और सदर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में अपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की है।
गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डी. के. सिंह ने संबलपुर में इंटरनेट पर रोक के संबंध में एक अधिसूचना जारी की। अधिसूचना के अनुसार, ‘‘ स्थिति गंभीर है और संबलपुर जिले में सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए उपद्रवी सोशल मीडिया के जरिए झूठे और भड़काऊ संदेश प्रसारित कर रहे हैं।’’
सिंह ने कहा कि ‘‘भड़काऊ और उकसावे वाले उन संदेशों’’ के प्रसार को रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जिनसे ‘‘सांप्रदायिक भावनाएं भड़क सकती हैं।’’
अधिसूचना के अनुसार, ‘‘ सोशल मीडिया मंच व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि तक पहुंच नहीं होगी। सभी एमएसपी व आईएसपी और ब्रॉडबैंड डायल अप सिस्टम की इंटरनेट/डाटा सेवाएं निलंबित रहेंगी।’
संबलपुर पुलिस अधीक्षक (एसपी) बी. गंगाधर ने बताया कि 43 लोगों को हिरासत में लिया गया है और 26 लोगों पर अब तक भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इलाके में पुलिस बल की 30 टुकड़ियों को तैनात किया गया है।
हिंसा में किसी तरह की साजिश होने के सवाल पर गंगाधर ने कहा, ‘‘ हमें लगता है कि यह एक छिटपुट घटना है। जांच की जा रही है। स्थिति अब नियंत्रण में है।’’
गंगाधर ने बताया कि शुक्रवार को प्रस्तावित हनुमान जयंती समारोह और शोभायात्रा की अनुमति दी जाए या नहीं, इस पर जल्द ही एक बैठक बुलाई जाएगी।
इस साल शुक्रवार को महा विसुबा संक्रांति है। महा विसुबा संक्रांति के दिन ओडिशा में हनुमान जयंती मनाई जाती है।
संबलपुर शहर में ज्यादातर स्थानों पर लोगों की आवाजाही न होने की वजह से सन्नाटा पसरा है और दुकानें तथा कारोबारी प्रतिष्ठान बंद हैं। (भाषा)
नई दिल्ली, 13 अप्रैल | केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक दिन में दर्ज किए गए 7,830 संक्रमणों के साथ कोविड-19 मामलों में वृद्धि हो रही है, जो सात महीनों में सबसे अधिक है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि वायरस इंडेमिक चरण की ओर बढ़ रहा है, जिसका अर्थ है कि यह लगातार मौजूद रहेगा, लेकिन एक विशेष क्षेत्र तक सीमित रहेगा, जिससे इसका प्रबंधन आसान हो जाएगा।
अधिकारियों ने कहा है कि जहां अगले 10-12 दिनों में मामले बढ़ सकते हैं, वहीं अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है। उनके अनुसार, वायरस के इंडेमिक होने से बड़ी संख्या में वेरिएंट जेनरेट होने की संभावना है।
भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) के सह-अध्यक्ष डॉ. एन.के. अरोड़ा के अनुसार, 2021 में इसकी पहचान के बाद से, ओमिक्रॉन ने एक्सबीबी 1. 16 और एक्सबीबी 1. 5 सहित 1,000 से अधिक उप-वंशों को जन्म दिया है।
एक्सबीबी. 1. 16 को मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार माना जाता है। डॉ अरोड़ा ने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है और अधिकांश मौतें कई बीमारियों से ग्रसित वाले व्यक्ति हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि वायरस के जैविक व्यवहार की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) के कारण अस्पताल में भर्ती होने की निरंतर निगरानी आवश्यक है।
भारत अपने टीकाकरण अभियान को तेज कर रहा है और मास्क पहनने, सामाजिक दूरी और बार-बार हाथ धोने जैसे कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन को बढ़ावा दे रहा है। ओमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट के संकट के साथ, अधिकारी जनता से सतर्क रहने और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने का आग्रह कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने कहा, "स्थिति अभी भी विकसित हो रही है और विशेषज्ञ इससे निपटने के लिए प्रभावी रणनीति बनाने के लिए वायरस के व्यवहार की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।"
वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए चल रही निगरानी और प्रयासों के साथ, अधिकारी इसके प्रभाव को कम करने और सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा करने की उम्मीद करते हैं। (आईएएनएस)
कोरोना काल के दौरान जमानत पर दिल्ली की जेलों से बाहर आए कैदियों के सरेंडर करने की समयसीमा पार हो गई है लेकिन करीब 2,000 विचाराधीन कैदियों ने अब तक सरेंडर नहीं किया है.सुप्रीम कोर्ट ने इन कैदियों से सरेंडर करने को कहा था.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
साल 2021 में कोरोनाकी दूसरी लहर के दौरान दिल्ली की तीन जेलों - तिहाड़, रोहिणी और मंडोली - से 650 सजायाफ्ता और 3600 विचाराधीन कैदियों को परोल और अंतरिम जमानत दी गई थी. इसका मकसद इन जेलों में भीड़ कम करना और जेलों में बंद कैदियों को संक्रमण से बचाना था.
इन कैदियों को हाई पॉवर कमेटी और हाई कोर्ट के आदेशों पर जमानत देकर छोड़ा गया था. इसी साल 24 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे कैदियों को 15 दिनों के अंदर जेलों में आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया था.
कोर्ट के आदेश के बाद ज्यादातर कैदियों ने तो आत्मसमर्पण कर दिया लेकिन बताया जा रहा है कि 2,000 के करीब विचाराधीन कैदियों ने अब तक आत्मसमर्पण नहीं किया है. अब जेल प्रशासन ने सरेंडर नहीं करने वाले कैदियों के बारे में स्थानीय पुलिस स्टेशनों और उनके रिश्तेदारों को सूचित किया है.
सरेंडर करने की आखिरी तारीख बीती
एक रिपोर्ट के मुताबिक जेल अधिकारियों ने कहा है कि सोमवार तक सिर्फ 1,546 बंदी जेलों में लौटे हैं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को एक अधिकारी ने बताया, "सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों के सरेंडर करने की आधिकारिक तारीख 7 अप्रैल थी लेकिन इसके बावजूद कैदी आते रहें. हमें उम्मीद है कि और भी कैदी बुधवार और गुरुवार को सरेंडर कर सकते हैं."
अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि जेल अधिकारियों ने कहा कि अभी तक आत्मसमर्पण करने वाले कैदियों और समय सीमा के बाद आत्मसमर्पण करने वालों की संख्या पर एक रिपोर्ट अदालत के समक्ष पेश की जाएगी.
अधिकारी ने कहा, "हमने पहले ही कैदियों के परिजनों और स्थानीय पुलिस स्टेशन को आत्मसमर्पण के आदेशों के बारे में सूचित कर दिया है. अगर कैदी वापस नहीं आता है तो अदालत उसके खिलाफ वारंट जारी करेगी."
पुलिस और रिश्तेदारों को संदेश भेज रहे जेल अधिकारी
सुप्रीम कोर्ट ने एक सुनवाई में कहा था कि अब जब महामारी की स्थिति कम हो गई है, "उन सभी कैदियों, विचाराधीन कैदियों और सजायाफ्ता कैदियों को जिन्हें पेरोल और अंतरिम जमानत दी गई थी उन्हें संबंधित जेल अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करना होगा."
दिल्ली की तीन जेलों तिहाड़, मंडोली और रोहिणी के कैदियों को कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए 2020 में एक बार और 2021 में दो बार रिहा किए गए थे. (dw.com)
रांची, 13 अप्रैल | झारखंड के सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट में डायरेक्टर के तौर पर पोस्टेड आईएएस छवि रंजन सहित राज्य प्रशासनिक सेवा के कई अफसरों और जमीन कारोबारियों के कुल 22 ठिकानों पर ईडी की टीमें गुरुवार सुबह से छापेमारी कर रही हैं। झारखंड में रांची, जमशेदपुर, सिमडेगा और हजारीबाग के अलावा बंगाल में कोलकाता और बिहार के गोपालगंज में स्थित ठिकानों पर ईडी की टीमों ने सुबह-सुबह एक साथ दबिश दी। सूत्रों ने बताया कि रांची में स्थित सेना की साढ़े चार एकड़ से ज्यादा जमीन की नाजायज तरीके से खरीद-बिक्री और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में यह कार्रवाई चल रही है।
छवि रंजन कुछ महीनों पहले तक रांची के उपायुक्त के तौर पर पदस्थापित थे। रांची के बरियातू इलाके में सेना की जमीन की खरीद-बिक्री में फजीर्वाड़े का मामला उनके कार्यकाल के दौरान ही सामने आया था। ईडी ने इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था। अब इस मामले में छवि रंजन और उनकी पत्नी लवली के ठिकानों पर भी छापेमारी चल रही है।
इसके बाद पिछले साल नवंबर में कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल, रांची में न्यूक्लियस मॉल के मालिक व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, खरीद-बिक्री में शामिल प्रदीप बागची और दिलीप घोष नामक व्यक्तियों और भूमि निबंधन करने वाले अफसरों से जुड़े दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर ईडी की टीमों ने छापेमारी की थी।
छवि रंजन पर रांची में जमीन की खरीद-बिक्री के मामलों में गड़बड़ी, कोडरमा में उपायुक्त के तौर पर पदस्थापना के दौरान सरकारी आवास के पेड़ों को कटवाकर बेच डालने सहित कई मामलों में आरोप लगता रहा है। उनके खिलाफ वरीय पदाधिकारियों ने सरकार को जांच रिपोर्ट भी सौंपी थी।
छवि रंजन झारखंड के दूसरे आईएएस हैं, जिनके खिलाफ हाल में ईडी ने छापामारी की है। इसके पहले पिछले साल मई में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। बाद में उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में वह अभी जेल में हैं।
इनके अलावा अलग-अलग मामलों में झारखंड के जिन आईएएस-आईपीएस अफसरों पर पिछले एक साल में ईडी की जांच या उनसे पूछताछ हुई है, उनमें साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव और सीएम हेमंत सोरेन के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे राजीव अरुण एक्का शामिल हैं। (आईएएनएस)
कोलकाता, 13 अप्रैल | साउथ कोलकाता के टोपसिया इलाके में जूते-चप्पल की एक फैक्ट्री में गुरुवार सुबह लगी आग में एक ही परिवार के दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान मोहम्मद नासिम अख्तर (65) और उनके बेटे मोहम्मद आमिर (25) के रूप में हुई है। वे फैक्ट्री में काम करते थे।
एक अन्य व्यक्ति को आग से निकालकर एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
फायर सर्विस विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि जिस छोटे से कमरे से पिता-पुत्र का शव निकाला गया उसमें बेहद ज्वलनशील पदार्थो का भंडारण किया गया था। उन्होंने कहा, आग के कारणों के बारे में अभी हम निश्चित तौर पर कुछ नहीं कह सकते। हमारा अनुमान है कि शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लगी होगी।
फायर सेवा विभा या पुलिस अभी यह नहीं बता पा रही है कि फैक्ट्री के पास फायर सेफ्टी क्लीयरेंस था या नहीं।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि टोपसिया के संकीर्ण इलाके में नियमों का उल्लंघन कर बिना फायर सेफ्टी क्लीयरेंस के कई फैक्ट्री चल रही है।
एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, इस इलाके में पहले भी घातक आग की घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन प्रशासन इन अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करता नहीं दिख रहा है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 अप्रैल | फिटजी एक्सीलरेटर प्रोग्राम में आठ शॉर्टलिस्टेड स्टार्टअप्स ने अपने इनोवेशन को प्रदर्शित किया। इसमें रोबोट और ड्रोन बनाने के शौकीन के-12 छात्रों के लिए ऑनलाइन हैंगआउट प्लेस की अनुमति देने वाले स्टार्टअप से लेकर एआई वॉयस इंजन का उपयोग कर अंग्रेजी में भाषण को बेहतर बनाने में मदद करने वाले प्लेटफॉर्म शामिल हैं। अग्रणी शिक्षा संस्थान ने 2022 के उत्तरार्ध में अपने एक्सलरेटर प्रोग्राम का पहला समूह लॉन्च किया था और एडटेक, हेल्थटेक और सोशल इम्पैक्ट क्षेत्रों से स्टार्टअप्स को आमंत्रित किया, उन्हें एक संरचित सलाह कार्यक्रम की पेशकश की।
कार्यक्रम ने आखिरकार राजधानी में अपने डेमो डे के लिए 8 स्टार्टअप्स को चुना।
इसमें विटब्लॉक्स (के-12 छात्रों के लिए एक ऑनलाइन हैंगआउट स्थान) थे, जिनमें अरिवु लनिर्ंग (माईपाल), एक हाइब्रिड बी2बी एजुकेशन प्लेटफॉर्म, नर्सरी-ग्रेड 8 सीखने के लिए के8 स्कूल, स्टिमुलर जो एआई का उपयोग करके अंग्रेजी में भाषण को बेहतर बनाने में मदद करता है, शक्ति, एक महिला सुरक्षा रक्षात्मक सहायक, नेत्रहीनों की मदद के लिए परसेप्शन एआई, शिक्षा मंच अजना लेंस (डायमेंशन एनएक्सजी) और परीक्षा लाउंज जो छात्रों को उनके सीखने के व्यवहार, गति, स्तर और एआई द्वारा विश्लेषण करता है, शामिल हैं।
सौरभ श्रीवास्तव, अध्यक्ष, इंडियन एंजल नेटवर्क और सह-संस्थापक, नैसकॉम ने कहा, "त्वरक कार्यक्रम ने स्टार्टअप्स के एक बहुत ही प्रभावशाली समूह को तैयार किया है जो अपार क्षमता दिखाते हैं। मैं भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण समस्याओं को हल करने के लिए इन युवा संस्थापकों द्वारा नवाचार की स्पष्टता और उपयोग से प्रभावित हूं।"
डेमो डे में डीके गोयल, अध्यक्ष फिटजी समूह, के साथ-साथ कई प्रारंभिक चरण और इंडियन एंजल नेटवर्क, वेंचर कैटालिस्ट, आई4 एंजेल्स, कैस्पियन, कैपफोर्ट वीसी जैसे एंजल निवेशकों ने भाग लिया। (आईएएनएस)
बागपत, 13 अप्रैल | उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में तिहरे हत्याकांड के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी अंजल ने शराब खरीदने के लिए पैसे देने से इनकार करने पर अपने पिता, चाचा और चाची की हत्या कर दी। घटना छपरौली थाना क्षेत्र के शबगा गांव में मंगलवार की रात को हुई।
बागपत के एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि शराब के नशे में आरोपी ने अपने परिवार के तीन लोगों की गला दबाकर हत्या कर दी।
मृतकों की पहचान वीरपाल (58), श्रीपाल (60) और वीरमती (62) के रूप में हुई है।
वारदात को अंजाम देने के बाद अंजल पड़ोस के गांव सिरसाली में अपनी मौसी के पास गया।
उसने उन्हें वारदात के बारे में बताया। वह मौके पर पहंचीं और ग्रामीणों को घटना के बारे में बताया, जिन्होंने तब छपरौली पुलिस को फोन किया।
पुलिस ने कहा है कि अंजल ने शराब के नशे में अपराध को अंजाम दिया।
शराब के पैसे को लेकर उसका अपने पिता और चाचा से विवाद हो गया था। उन्हें शांत करने के लिए, उनकी चाची वीरमती ने हस्तक्षेप किया।
रात में, जब वे सो रहे थे, अंजल ने एक-एक करके उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। (आईएएनएस)
गाजियाबाद, 13 अप्रैल | गाजियाबाद के कौशांबी एरिया स्थित हाईराइज सोसाइटी में बुधवार शाम बीएससी के छात्र की 10वें फ्लोर से गिरकर संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। क्लाउड-9 सोसाइटी में देहरादून निवासी शुभम उप्पल (22 वर्ष) अपनी बहन खुशबू उप्पल के साथ 10वें फ्लोर पर एक फ्लैट में रहता था। शुभम गाजियाबाद के एक कॉलेज से बीएससी माइक्रोबायोलॉजी की पढ़ाई कर रहा था। बुधवार शाम करीब 6 बजे वो अपने फ्लैट की बालकनी से नीचे गिर गया। सूचना पर स्थानीय लोग जुट गए। वे तुरंत उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त शुभम के शरीर पर सिर्फ अंडरवियर था। शरीर भीगा हुआ था। इसलिए ये माना जा रहा है कि वो बाथरुम से नहाकर निकला होगा। ये भी हो सकता है कि वो बालकनी में कपड़े सुखाने के लिए आया हो। बहन ने भी पुलिस को यही बयान दिया है कि संभवत: पैर फिसलने से गिरकर उसके भाई की मौत हुई है।
एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस मामले को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है। जांच का जो नतीजा सामने आएगा, उसी अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसीपी ने बताया कि हम मृतक की बहन से पूछताछ कर रहे हैं। मृतक के मोबाइल की पड़ताल की जा रही है। ये भी देखा जा रहा है कि फ्लैट पर उस वक्त कोई तीसरा व्यक्ति तो नहीं आया था। (आईएएनएस)
लखनऊ, 13 अप्रैल | फर्जी भारतीय पासपोर्ट के साथ एक बांग्लादेशी व्यक्ति को लखनऊ हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। बांग्लादेश में फरीदपुर जिले के मोहम्मद मोमिनुल इस्लाम के रूप में पहचाना गया आरोपी असित दास के रूप में फर्जी पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा था। पासपोर्ट में उसका उल्लेख कोलकाता के चितपोर पुलिस सीमा के तहत घोष बागान लेन के निवासी के रूप में किया गया है।
शारजाह से इंडिगो की उड़ान से उतरने के बाद उसे आव्रजन अधिकारियों मोहम्मद हनीफ और धनंजय सिंह ने पकड़ा।
मोमिनुल 8 अप्रैल को लखनऊ हवाई अड्डे के माध्यम से एक फर्जी भारतीय पासपोर्ट पर शारजाह के लिए रवाना हुआ था, लेकिन वहां पहुंचने के बाद, उसे अमीराती अधिकारियों ने हिरासत में ले लिया और वापस भारत भेज दिया।
लखनऊ हवाईअड्डे के सूत्रों ने कहा, आव्रजन काउंटर पर पहुंचने के बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान, उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेश सरकार द्वारा जारी उसका मूल पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है, इसके बाद वह 2 लाख रुपये में कोलकाता स्थित एक एजेंट से नकली भारतीय पासपोर्ट प्राप्त करने में कामयाब रहा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 अप्रैल । केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए छह फीसदी से अधिक की अनुमानित विकास दर के बावजूद, यह वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और भू-राजनीतिक माहौल को लेकर चिंतित है। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में विश्व बैंक-आईएमएफ वसंत बैठक 2023 की विकास समिति की बैठक में भाग लेने के दौरान बुधवार को यह टिप्पणी की।
सीतारमण ने उल्लेख किया कि विश्व बैंक को 'गरीबी मुक्त विश्व' के अपने दृष्टिकोण के लिए काम करना जारी रखना चाहिए और 'अत्यधिक गरीबी को समाप्त करने' और 'साझा समृद्धि को बढ़ावा देने' के अपने मिशन को समावेशी, लचीला और टिकाऊ तरीके से हासिल करना चाहिए।
सीतारमण ने सुझाव दिया कि वैश्विक सार्वजनिक वस्तुओं को भी तीसरे लक्ष्य के रूप में ध्यान में लाया जाना चाहिए।
वित्त मंत्री ने उल्लेख किया कि विश्व बैंक समूह का विकास-गवर्नरों के लिए एक रिपोर्ट विश्व बैंक समूह के विकास पर सामूहिक रूप से सोचने का एक ऐतिहासिक अवसर प्रदान करता है। (आईएएनएस) ।
प्रयागराज, 13 अप्रैल | उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में रक्षा अध्ययन के पाठ्यक्रम में जल्द ही मई 2020 की गलवान घाटी गतिरोध सहित विभिन्न लड़ाइयों में भारतीय सैनिकों की वीरता को प्रदर्शित करने वाले अध्याय शामिल होंगे। इसमें महाभारत काल से शुरू होने वाले ऐतिहासिक युद्ध भी शामिल होंगे। बदलावों को पेश करने के लिए, शिक्षाविदों, सैन्य विज्ञान विशेषज्ञों और राजनीतिक हस्तियों का एक थिंक टैंक केंद्रीय और साथ ही राज्य के विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जा रहे इतिहास और सैन्य विज्ञान पर फिर से विचार करने की आवश्यकता पर मंथन कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सिलेबस को इस तरह से संशोधित किया जा रहा है कि जिन युद्धों में भारतीय सेना विजयी हुई, उन पर प्रकाश डाला जा सके। रक्षा अध्ययन के छात्रों को उन लड़ाइयों से अवगत कराया जाएगा, जिनमें भारतीय सेनाओं की वीरता और रणनीति ने अंतर पैदा किए।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के रक्षा और रणनीतिक अध्ययन विभाग के प्रमुख प्रोफेसर प्रशांत अग्रवाल, जो पिछले साल राज्य के विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम में बदलाव की सिफारिश करने वाली समिति के सदस्य थे, ने कहा, हालांकि भारत-चीन युद्ध युद्धविराम में समाप्त हुआ वह भी इसलिए कि सर्दी शुरू होने के बाद चीनी युद्ध जारी रखने में सक्षम नहीं होते, आम धारणा यह है कि भारत युद्ध हार गया, लेकिन ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां भारतीय सेना ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया।
मुट्ठी भर भारतीय सैनिकों ने अपेक्षाकृत हल्के हथियारों से चीनी पक्ष को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया।
प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा, मुगल, ब्रिटिश और स्वतंत्रता के बाद के युग के दौरान लड़े गए कई युद्धों और लड़ाइयों को 'पुनर्विलोकन' करके भारतीय सेनाओं का महिमामंडन करने और दुनिया को हमारे सैनिकों की वीरता की वास्तविक तस्वीर दिखाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, विदेशी लेखकों की दृष्टि से लड़ाई और सेना की ताकत को देखते हुए छात्र भारतीय सेना की बहादुरी से कैसे अवगत हो सकते हैं? इस विषय पर भारतीय लेखकों द्वारा कम किताबें लिखी गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मुद्दे पर कमेटी के सदस्य कई दौर की बैठक कर चुके हैं। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 13 अप्रैल | एमए (अरबी) प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने लखनऊ विश्वविद्यालय (एलयू) में उस समय हंगामा खड़ा कर दिया जब एक शिक्षिक ने देर से आने के कारण उसे कक्षा में प्रवेश करने से मना कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रो. असलम इस्लाही क्लास ले रहे थे। इसी बीच छात्रा आई और क्लासरूम में दाखिल हो गई। देर से आने पर प्रोफेसर ने उसे बाहर जाने के लिए कहा।
इस पर छात्रा ने शिक्षक के साथ बहस शुरू कर दी और बाद में परेशान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस बुला लिया।
उसने पुलिस से कहा कि अलग संप्रदाय से होने के कारण शिक्षक उसके साथ भेदभाव करते रहते हैं।
इसे लेकर छात्रा और शिक्षक के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
हंगामा सुनकर अन्य विभागों के छात्र व शिक्षक भी मौके पर जमा हो गए।
पुलिस ने इस मामले में हस्तक्षेप नहीं किया, क्योंकि छात्रा ने शिक्षक के खिलाफ शिकायत देने से इनकार कर दिया।
अरबी विभाग के शिक्षकों ने सामूहिक रूप से प्रॉक्टर कार्यालय में छात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है कि वह अपने रवैये से संकाय सदस्यों को परेशान कर रही है।
इस्लाही ने कहा, हमें उम्मीद है कि विश्वविद्यालय प्रशासन उसके खिलाफ अनुशासनहीनता के लिए कुछ कार्रवाई करेगा।
एक अन्य शिक्षक ने कहा कि छात्रा शिक्षकों और अधिकारियों को अपमानजनक तरीके से संबोधित करती है और शौचालय, पाठ्यक्रम और व्याख्यान सहित विभाग की हर चीज में खामियां निकालती रहती है।
उन्होंने कहा, वह शिक्षकों को फटकार भी लगाती हैं, अगर वे कक्षा के लिए कुछ मिनट भी देर से आते हैं।
प्रॉक्टर राकेश द्विवेदी ने कहा। यह एक संवेदनशील मामला है और उक्त छात्रा को परामर्श की आवश्यकता है। इसलिए, हमने मनोविज्ञान विभाग से उसकी मदद करने का अनुरोध किया है। (आईएएनएस)
बहराइच, 13 अप्रैल | उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के कतर्निया घाट वन्यजीव अभ्यारणय के मोतीपुर वन परिक्षेत्र में बाघ के हमले में एक 50 वर्षीय महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि महिला रत्ती देवी खेतों में काम कर रही थी तभी एक बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
एसपी बहराइच प्रशांत कुमार ने बताया कि घटना हसुलिया थाना क्षेत्र के हरद्वार गांव की है। उन्होंने कहा, स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि रत्ती देवी खेतों में काम कर रही थीं, तभी एक बाघ ने उनका गला दबोच लिया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी महेंद्र मौर्य ने संवाददाताओं को बताया कि हिंसक जंगली जानवर के हमले से मौत का मामला दर्ज किया गया है। दुधवा टाइगर फाउंडेशन की ओर से पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है।
उन्होंने कहा कि इतनी ही राशि वल्र्ड नेचर फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) द्वारा कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि विभागीय औपचारिकताओं के बाद, ऐसे मामलों में पीड़ित परिवार को सरकार द्वारा पांच लाख रुपये देने का प्रावधान है। (आईएएनएस)
-अनंत झणाणें
नई दिल्ली, 13 अप्रैल । उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य अभियुक्त और बाहुबली नेता अतीक़ अहमद की गुरुवार को अदालत में पेशी होनी है.
प्रयागराज पुलिस अतीक़ अहमद से उनकी भूमिका के बारे में पूछताछ करने के लिए उन्हें साबरमती जेल से प्रयागराज लाई है.
अतीक़ अहमद को कोर्ट में पेश किया जायेगा और उनसे पूछताछ करने के लिए रिमांड की अर्ज़ी पर अदालत सुनवाई करेगी.
जानिये उमेश पाल की हत्या के मामले में आख़िर पुलिस ने अपनी जांच कहाँ तक बढ़ाई है.
1. कब और कैसे हुई थी हत्या
24 फ़रवरी 2023 को उमेश पाल की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) में हत्या कर दी गई थी जब वो कचहरी से लौट रहे थे.
पेशे से वकील उमेश पाल 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे. लेकिन मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी जांच में उमेश पाल को गवाह नहीं बनाया था.
24 फ़रवरी की शाम को उमेश पाल जैसे ही अपने घर के पास पहुंचे, वैसे ही बदमाशों ने पहले तो उनकी कार पर गोलियां चलाईं. उसके बाद जब वो अपने गनर के साथ घर की ओर भागे, तो बदमाशों ने उन पर दो बम फेंके.
तीनों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उमेश पाल और उनके गनर संदीप मिश्रा की मौत हो गई. बाद में दूसरे गनर राघवेंद्र सिंह की लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई.
2. दो अभियुक्तों का हुआ एनकाउंटर
पुलिस का कहना है कि उन्होंने एक अभियुक्त अरबाज़ को प्रयागराज में एक मुठभेड़ के दौरान पकड़ा था, लेकिन गोली के घाव से अरबाज़ की मौत हो गई. आरोप है कि अरबाज़ हमले में इस्तेमाल हुई गाड़ी का ड्राइवर था.
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, "उस घटना में सम्मिलित अरबाज़ पहले घायल हुआ तथा इसके पास से 32 बोर की पिस्टल बरामद हुई. इस पर आरोप है कि घटना के दिन जो क्रेटा गाड़ी इस्तेमाल हुई थी. उसका यह ड्राइवर था. उस दिन उसके द्वारा फ़ायरिंग भी की गई थी."
इसके अलावा पुलिस ने विजय चौधरी उर्फ़ उस्मान नाम के एक अभियुक्त को भी एनकाउंटर में मार दिया था. आरोप था कि उन्होंने हमले में उमेश पाल पर सबसे पहली गोली चलाई थी.
3. अतीक़, उनकी पत्नी, बेटा और भाई बने अभियुक्त
हत्या, हत्या की साज़िश और अन्य संगीन धाराओं में दर्ज मुक़दमे में पुलिस ने अतीक़ अहमद, उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन, उनके भाई और पूर्व विधायक अशरफ़, अतीक़ अहमद के पुत्र और अन्य पुत्र के अलावा दूसरे हमलावरों और साज़िशकर्ताओं को अभियुक्त बनाया.
शुरुआती एफ़आईआर में कुल नौ अभियुक्त थे.
पुलिस की जांच के बाद उमेश पाल की हत्या में कुल 18 अभियुक्तों की भूमिका सामने आई है जिसमें असद, सदाक़त, अरमान, विजय चौधरी उर्फ़ उस्मान (एनकाउंटर में मारा गया), अरबाज़ (एनकाउंटर में मारा गया), साबिर, क़ैस अहमद (ड्राइवर, फ़िलहाल जेल में है), राकेश (हथियार और पैसे बरामद हुए), अरशद कटरा, नियाज़ (जिसने रेकी की थी), इक़बाल अहमद (रेकी करने का आरोप), शाहरुख़, (अतीक़ का नौकर जिसे जेल भेजा जा चुका है), डॉक्टर अख़लाक़ और उनकी पत्नी (अतीक़ की बहन और बहनोई) भी शामिल हैं.
4. अभी तक कितने लोग हुए हैं गिरफ़्तार
इस मामले में कुल आठ अभियुक्तों की गिरफ़्तारी हो चुकी है और फ़िलहाल छह अभियुक्त फ़रार हैं.
अतीक़ अहमद पहले से साबरमती जेल में अन्य मामले में क़ैद थे जिन्हें पुलिस प्रयागराज लेकर आई है. उनके भाई अशरफ़ बरेली जेल में हैं.
लेकिन प्रयागराज पुलिस को अब अतीक़ अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की तलाश है.
शाइस्ता परवीन पर पहले 25 हज़ार का इनाम घोषित था जिसे दोगुना कर 50 हज़ार कर दिया गया है.
अदालत ने शाइस्ता परवीन की अग्रिम ज़मान भी ख़ारिज कर दी है और फ़िलहाल वो फ़रार हैं.
इंडियन एक्सप्रेस अख़बार में छपी ख़बर के मुताबिक़, मार्च में उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच अभियुक्तों पर इनाम ढाई लाख से बढ़ा कर पांच लाख रुपए प्रति अभियुक्त कर दिया था.
इनमें अतीक़ के बेटे मोहम्मद असद के साथ चार अभियुक्त अरमान, ग़ुलाम, 'बमबाज़' गुड्डू मुस्लिम शामिल हैं.
इस रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से लिखा गया है कि अभियुक्त अरमान के ख़िलाफ़ पहले से सात केस हैं, अभियुक्त ग़ुलाम के ख़िलाफ़ आठ मुक़दमे और बाक़ी दो अभियुक्तों के ख़िलाफ़ एक-एक मुक़दमा है.
पुलिस के मुताबिक़ उन्होंने एक अभियुक्त विजय चौधरी उर्फ़ उस्मान को मुठभेड़ में मार दिया और अभियुक्त सदाक़त ख़ान को गिरफ़्तार किया.
आरोप है कि सदाक़त मुस्लिम हॉस्टल में ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से रह रहा था और हॉस्टल में उसके कमरे में उमेश पाल की हत्या की साज़िश रची गई थी.
5. कहाँ है अतीक़ के दो नाबालिग़ बेटे?
उमेश पाल की हत्या के बाद फ़रार चल रही अतीक़ की पत्नी शाइस्ता परवीन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके दो नाबालिग़ बेटों को ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से घर से लेकर कहीं रखा है.
उन्होंने दोनों बेटों के नाम से बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाख़िल की जिसमें उन्होंने पुलिस को अपने दोनों बेटों को अदालत के सामने पेश करने की मांग की.
शाइस्ता परवीन का आरोप है कि 24 फ़रवरी की शाम को पुलिस बिना महिला पुलिस के ज़बर्दस्ती उनके घर में घुस आई और दोनों बेटों को ले गई और किसी अघोषित स्थान पर ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से रखा हुआ है और शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है.
अतीक का बड़ा बेटा 12वीं में पढ़ता है और दूसरा बेटा कक्षा नौ का छात्र है.
इसके जवाब में थाना धूमनगंज के एसआई राजेश कुमार मौर्य ने कोर्ट को अपने जवाब में कहा, "दोनों को चकिया कसारी मसारी क्षेत्र में मिलने की सूचना पर ज़िले की चाइल्ड वेलफ़ेयर समिति (सीडब्लूसी) के सामने पेश करने के बाद बाल संरक्षण केंद्र राजरूपपुर में दो मार्च को दाख़िल कराया गया है."
पुलिस ने शाइस्ता परवीन के आरोपों को ग़लत बताया और हाईकोर्ट ने अतीक़ के बेटों की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को ख़ारिज कर दिया.
पुलिस दोनों नाबालिग़ बेटों की संलिप्तता की जांच भी कर रही है. फ़िलहाल उन्हें मुक़दमे में अभियुक्त नहीं बनाया गया है.
6. सियासी बयानबाज़ी और फ़ैसले
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पूरी घटना और उसमे जांच को लेकर आक्रामक तेवर में नज़र आ रहे हैं.
उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर विधानसभा में निशाना साधते हुए कहा, "जिस अतीक़ अहमद के ख़िलाफ़ पीड़ित परिवार ने मामला दर्ज कराया है वह समाजवादी पार्टी द्वारा पोषित माफ़िया है. उसकी कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है. मैं फिर इसी हाउस में कह रहा हूं, इस माफ़िया को मिट्टी में मिला देंगे. जितने माफ़िया हैं इनको मिट्टी में मिलाने का काम करेंगे."
हाल ही में बसपा प्रमुख मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर इस बात का एलान किया कि वो अतीक़ अहमद और उनके परिवार के किसी भी सदस्य को प्रदेश में मई में होने वाले निकाय चुनाव में बसपा से टिकट नहीं देंगी.
पार्टी ने अतीक़ अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को मेयर का उम्मीदवार घोषित किया था.
मायावती ने बदले हालत और उमेश पाल की हत्या के मामले में अभियुक्त शाइस्ता परवीन का हवाला देते हुए यह एलान किया. मायावती ने शाइस्ता परवीन की पार्टी में सदस्यता के बारे में कहा कि वो शाइस्ता की गिरफ़्तारी के बाद तथ्यों के आधार पर इस पर फ़ैसला लेंगी.
7. प्रयागराज का मुस्लिम हॉस्टल हुआ सील
उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम छात्रावास में रहने वाले एक अभियुक्त सदाक़त ख़ान को गिरफ़्तार किया. इसके एक हफ़्ते बाद सोमवार (छह मार्च) को ये हॉस्टल ख़ाली कराकर सील कर दिया गया.
हॉस्टल के अधीक्षक डॉक्टर इरफ़ान अहमद ख़ान ने छात्रों को इस बारे में नोटिस जारी करके सूचना दी थी.
आरोप है कि इस हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में उमेश पाल की हत्या का 'साज़िशकर्ता' सदाक़त ख़ान ग़ैर-क़ानूनी तरीक़े से रह रहा था और उसी के कमरे में ह्त्या की साज़िश रची गई. फ़िलहाल हॉस्टल सील पड़ा है.
8. उमेश पाल के किडनैपिंग के मामले में अतीक़ को उम्र क़ैद
28 मार्च को प्रयागराज की एमपीएमएलए अदालत ने अतीक़ अहमद, सौलत हनीफ़ ख़ान और दिनेश पासी को उमेश पाल के अपहरण के मामले में दोषी क़रार दिया और सभी को उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई थी.
मामले में अतीक़ के भाई अशरफ़ और छह अन्य लोगों को अदालत ने बरी कर दिया.
उमेश पाल ने 2007 में आरोप लगाया था कि 28 फ़रवरी 2006 को अतीक़ अहमद ने उनका अपहरण करवाया, उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी, क्योंकि वह राजू पाल हत्याकांड के गवाह थे.
उमेश पाल की शिकायत के ठीक एक साल बाद पुलिस ने पांच जुलाई 2007 को अतीक़, उनके भाई अशरफ़ और चार अज्ञात व्यक्तियों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया.
अब अदालत ने अतीक़ अहमद को उमेश पाल अपहरण मामले में दोषी क़रार दिया है.
9. विधायक राजू पाल हत्याकांड
उत्तर प्रदेश में 2003 में मुलायम सिंह यादव की सरकार बनी थी. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक़ तब अतीक़ अहमद समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे. 2004 के लोकसभा चुनाव में वो सपा से सांसद बन गए. इस वजह से इलाहाबाद (पश्चिम) विधानसभा सीट ख़ाली हुई.
2004 में अतीक़ ने अपने भाई अशरफ़ को वहां से मैदान में उतारा, लेकिन वह चार हज़ार वोटों से बसपा के प्रत्याशी राजू पाल से हार गए थे.
राजू पाल पर बाद में कई हमले हुए और राजू पाल ने इसके लिए तत्कालीन सांसद अतीक़ को ज़िम्मेदार ठहराते हुए अपनी जान को ख़तरा बताया था.
25 जनवरी, 2005 को राजू पाल के क़ाफ़िले पर एक बार फिर हमला किया गया. उन्हें कई गोलियां लगीं.
अस्पताल पहुंचने पर राजू पाल को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था. इस हत्याकांड में अतीक़ अहमद और अशरफ़ का नाम सामने आया और फ़िलहाल मामले की जांच सीबीआई कर रही है.
10. उमेश पाल केस: जांच और अदालती कार्रवाई
उमेश पाल हत्याकांड के आरोप में पुलिस अतीक़ अहमद से पहली बार पूछताछ करने के लिए उन्हें प्रयागराज लाई है.
गुरुवार को पुलिस को अदालत में यह साबित करना है कि उसकी जांच में इकठ्ठा किए गए साक्ष्यों में उसने अतीक़ अहमद की उमेश पाल की हत्या में संलिप्तता पाई है और यह साबित करने के लिए उसे अतीक़ से पूछताछ करने के लिए उसकी कस्टडी चाहिए.
अभियोजन पक्ष अतीक़ की न्यायिक हिरासत लेने की कोशिश करेगा. न्यायिक हिरासत के 14 दिनों में पुलिस हिरासत भी मांगी जा सकती है. जिसके बाद अभियुक्तों के बयान दर्ज किए जाएंगे और उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
हत्या और हत्या की साज़िश का अदालती मुक़दमा (Trial) एमपीएमएलए अदालत में चलेगा जो आरोप पत्र दाख़िल होने और चार्ज फ़्रेम होने के बाद ही शुरू होगा.
लेकिन इस मामले से जुड़ी ज़मानत की सुनवाई और अन्य पहलू सीजेएम अदालत में ही सुने और तय किए जाएंगे.
फ़िलहाल पुलिस के सामने बड़ी चुनौती पहले यह है कि फ़रार अभियुक्तों की गिरफ़्तारी कर जांच को आगे कैसे बढ़ाया जाए. (bbc.com/hindi)
शामली, 13 अप्रैल | शामली में जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय में तैनात एक होमगार्ड के पैन नंबर से जुड़े बैंक खाते से कई किस्तों में कुल 54 करोड़ रुपये ट्रांजैक्शन के मामले में दिल्ली आयकर विभाग ने उसे नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस के अनुसार, लेनदेन 2018 से चल रहा था।
होम गार्ड सोमपाल सिंह मलिक ने मदद के लिए शामली के जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र सिंह से संपर्क किया है। जिला मजिस्ट्रेट ने मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक से बात की, जिसके बाद यूपी पुलिस साइबर सेल में शिकायत दर्ज की गई है।
मलिक शामली जिले के कुडाना गांव के रहने वाले हैं। उसे नौ अप्रैल को नोटिस मिला था। फिर वह अधिकारियों को अपने सभी बैंक विवरण दिखाने के लिए नई दिल्ली आयकर कार्यालय गया और उन्हें सूचित किया कि वह केवल बैंक के माध्यम से अपना वेतन प्राप्त करता है।
मलिक ने कहा, आयकर विभाग के अधिकारियों ने मुझे बताया कि मेरा पैन नंबर उस खाते से जुड़ा हुआ है जिससे करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया है। (आईएएनएस)
चंडीगढ़, 13 अप्रैल | पंजाब के बठिंडा सैन्य थाने में चार जवानों की मौत के कुछ घंटे बाद एक अन्य जवान की कथित तौर पर गोली लगने से मौत हो गई, जब उसका सर्विस हथियार दुर्घटनावश चल गया। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। छावनी के एक थाने में बुधवार को सेना के जवान लघु राज शंकर की आकस्मिक मौत की शिकायत मिली और पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि ड्यूटी पर तैनात जवान की सिर में गोली लगने से मौत हो गई।
चार लोगों के मारे जाने के बाद, भारतीय सेना ने कहा कि एक खोज दल ने हत्या में शामिल मैगजीन के साथ इंसास राइफल बरामद की है। हालांकि, इसने कहा कि किसी व्यक्ति को हिरासत में नहीं लिया गया है।
बुधवार शाम को जारी बुलेटिन में कहा गया, "सेना और पुलिस की संयुक्त टीम अब आगे की जानकारी हासिल करने के लिए हथियार का फोरेंसिक विश्लेषण करेगी।"
पुलिस अधीक्षक (जांच) अजय गांधी ने कहा था कि सिविल ड्रेस में दो अज्ञात लोगों ने बुधवार तड़के बैरक में सो रहे सैन्यकर्मियों पर गोलियां चला दीं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और मौके से एक इंसास राइफल के 19 खाली खोल बरामद किए गए। (आईएएनएस)
यशवंत राज
वाशिंगटन, 13 अप्रैल | चीन के साथ बढ़ते विवादास्पद संबंधों पर एक प्रमुख कांग्रेस कमेटी के एक अमेरिकी सांसद ने भारत से रूस और चीन की जगह 'टीम अमेरिका' चुनने का आह्वान किया।
मैसाचुसेट्स से चुने गए डेमोक्रेट जेक ऑचिनक्लोस ने बुधवार को कहा कि उन्हें चिंता है कि अगर भारत वास्तव में रूस और चीन के साथ नहीं जुड़ता है तो वह एक गंभीर तीसरा कारक बन सकता है।
जेक ऑचिनक्लोस अमेरिका और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच सामरिक प्रतिस्पर्धा पर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की प्रवर समिति के सदस्य हैं, जिन्हें प्रतिनिधिसभा को नियंत्रित करने वाले रिपब्लिकन और व्हाइट हाउस व सीनेट को नियंत्रित करने वाले डेमोक्रेट का समर्थन हासिल है।
ऑचिनक्लोस की टिप्पणी बढ़ती निराशा को दर्शाती है। उन्होंने यूक्रेन पर रूसी आक्रमण पर भारत की स्थिति के बारे में अन्य नीति निर्माताओं और सांसदों द्वारा व्यक्त की गई भावनाओं को ही दोहराया।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के चार भारतीय मूल के सदस्यों में से एक, रो खन्ना, 2022 में सार्वजनिक रूप से भारत को अमेरिका और रूस के बीच चयन करने के लिए कहने वालों में से एक हैं।
यूक्रेन पर रूसी आक्रमण पर भारत के रुख की आलोचना दो मुख्य कारकों पर टिकी है। एक, स्पष्ट शब्दों में आक्रमण की निंदा करने से भारत का इनकार। और, दूसरा रूसी तेल की भारतीय द्वारा खरीददारी।
भारत के इस रुख को रूस और चीन के बीच उसकी बढ़ती निकटता के संदर्भ में देखा जाता है।
औचिनक्लॉस ने भारत की तेल खरीद के बारे में कहा, फिलहाल वे बड़ी मात्रा में रूसी तेल का आयात कर रहे हैं।
यह एक बड़ी निराशा है कि उन्होंने मूल्य कैप प्रतिबंधों को कम करके आंका है।
औचिनक्लॉस ने कहा, भारत ऐतिहासिक रूप से गुटनिरपेक्ष रहा है।
हम चाहते हैं कि भारत यूएस ऑपरेटिंग सिस्टम में प्लग इन हों, न कि ऑपरेटिंग सिस्टम से बाहर।
उन्होंने कहा, भारत के पास लोकतंत्र के रूप में चीनियों के साथ हिमालय में लड़ने का हर कारण है, उन्हें टीम अमेरिका में नहीं होना चाहिए।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह चिंतित हैं कि भारत टीम अमेरिका में नहीं है, सांसद ने कहा, मुझे चिंता है कि भारत वहां नहीं होंगा। कम से कम वह एक तीसरे पक्ष का कारक होगा।
गौरतलब है कि बाइडेन प्रशासन पश्चिम के करीब जाने के लिए मोदी सरकार पर दबाव डाल रहा है।
अमेरिकी नीति निर्माता सैन्य हार्डवेयर के लिए रूस पर लंबे समय से भारत की निर्भरता के बारे में जानते हैं। नई दिल्ली को उम्मीद है कि उन्हें इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस कई मुद्दों पर भारत का समर्थन करता रहा है। (आईएएनएस)
जम्मू, 13 अप्रैल | सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में हथियारों और गोला-बारूद के साथ एक पाकिस्तानी ड्रोन बरामद किया है। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को एक बयान में कहा, 12-13 अप्रैल 2023 की रात को, भारतीय सेना के सतर्क सैनिकों ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ समन्वय में पाकिस्तान से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर भारतीय क्षेत्र में आए एक ड्रोन को राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर के बेरी पट्टन इलाके में बरामद किया।
प्रवक्ता ने बताया कि एके-47 के 131 राउंड, पांच मैगजीन और दो लाख रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं।
मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, फिलहाल तलाशी अभियान जारी है। (आईएएनएस)
न्यूयॉर्क, 13 अप्रैल | द यूनिवर्सिटी ऑफ कैंसस कैंसर सेंटर के दो प्रतिष्ठित भारतीय-अमेरिकी सदस्यों को सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले अध्यापकों के रूप में सम्मानित किया गया है। ब्रेस्ट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट प्रियंका शर्मा और गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट प्रतीक शर्मा को क्रमश: कैंसर और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के अनुसंधान और उपचार में उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया है।
एमडी की डिग्री रखने वाली प्रियंका को फ्रैंक बी. टायलर कैंसर रिसर्च प्रोफेसरशिप से नवाजा गया है। वह ट्रिपल-नेगेटिव स्तन कैंसर की विशेषज्ञ हैं। वह यूनिवर्सिटी ऑफ कैंसस स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग में प्रोफेसर हैं और कैंसर सेंटर के ड्रग डिस्कवरी, डिलीवरी एंड एक्सपेरिमेंटल थेराप्यूटिक्स अनुसंधान कार्यक्रम की सह-प्रमुख हैं।
वह एसडब्ल्यूओजी की ब्रेस्ट कमेटी की उपाध्यक्ष हैं और एसडब्ल्यूओजी बोर्ड ऑफ गवर्नर्स और राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनसीआई) की स्तन कैंसर संचालन समिति की सदस्य हैं।
एमडी की डिग्री रखने वाले प्रतीक शर्मा मेडिसिन के प्रोफेसर और यूनिवर्सिटी ऑफ कैंसस स्कूल ऑफ मेडिसिन में जीआई फेलोशिप ट्रेनिंग के निदेशक हैं। उन्हें ऐलेन ब्लेकॉक कैंसर रिसर्च प्रोफेसरशिप के देकर सम्मानित किया गया है।
एक प्रसिद्ध गैस्ट्रोएन्टेरोलॉजिस्ट और कैंसर तथा अन्य एसोफेजियल बीमारियों पर ध्यान केंद्रित करने वाले प्रतीक शर्मा अमेरिकन सोसाइटी फॉर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एंडोस्कोपी के अगले अध्यक्ष निर्वाचित हो चुके हैं।
वह वल्र्ड एंडोस्कोपी ऑर्गनाइजेशन की एसोफेजल कमेटी के अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं और अमेरिकन सोसाइटी फॉर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनलएंडोस्कोपी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टास्क फोर्स के भी अध्यक्ष हैं।
दोनों प्राध्यापकों को द यूनिवर्सिटी ऑफ कैंसस कैंसर सेंटर के वाइस चांसलर और निदेशक रॉय जेन्सेन द्वारा इन पदों पर नियुक्त किया गया है।
जेन्सेन ने एक बयान में कहा, प्रियंका और प्रतीक शर्मा उत्कृष्ट लीडर और अपने-अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं। दोनों प्रोफेसरशिप के पाने के बाद वे अधिक नवीन विचारों पर काम कर सकते हैं जिससे कैंसर देखभाल में प्रगति हो सकती है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 अप्रैल | दिल्ली के अंबेडकर नगर इलाके में तीन लोगों ने 18 वर्षीय एक लड़के की चाकू मारकर हत्या कर दी। एक पुलिस अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। घटना मंगलवार रात की है।
रात 10 बजकर 7 मिनट पर अंबेडकर नगर थाने को चाकू मारने की घटना के संबंध में एक पीसीआर कॉल मिली, जिसके बाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस अधिकारी ने कहा, घायल को पीसीआर वैन द्वारा अस्पताल ले जाया गया, जिसकी पहचान राहुल के रूप में हुई।
इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई और आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
अधिकारी ने कहा, पुलिस टीमों ने तीनों आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू कर दिया है। (आईएएनएस)|
हैदराबाद, 12 अप्रैल (आईएएनएस)| हैदराबाद के तुक्कुगुडा इलाके में बुधवार को एक अज्ञात महिला का शव एक प्लास्टिक बैग में मिला। महिला का शव राचकोंडा पुलिस आयुक्तालय के पहाड़ी शरीफ पुलिस थाने की सीमा के तहत पाया गया था। पुलिस को आशंका है कि करीब तीन दिन पहले महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है।
कुछ स्थानीय लोगों ने तुक्कुगुड़ा-श्रीशैलम राजमार्ग पर एक संदिग्ध प्लास्टिक बैग पड़े होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने वहां पहुंचकर बैग खोला तो अंदर एक महिला का शव मिला।
पुलिस को शक है कि महिला के साथ दुष्कर्म किया गया और बाद में गला दबाकर उसकी हत्या की गई हो सकती है। पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इंस्पेक्टर काशी विश्वनाथ ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस शहर और उसके आसपास मिली गुमशुदगी की शिकायतों के आधार पर पीड़िता की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
भोपाल, 12 अप्रैल | मध्यप्रदेश की सभी खेल अकादमी के खिलाड़ियों को सप्ताह में एक दिन मिलेट भोजन मिलेगा। यह निर्देश के युवक एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने राजधानी के टी.टी. नगर स्टेडियम में वाटर स्पोर्टस अकादमी की समीक्षा के दौरान दिए।
खेल मंत्री सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार हमने यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि मिलेट फसलों को पोषण अनाज का दर्जा दिया गया है और खिलाड़ियों को पोषण से भरपूर खाना उनके खेल को निखारने में सहायक होगा। इन फसलों के अनाज में आयरन, कैल्शियम, फायबर आदि से भरपूर होते हैं। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा संचालित अलग-अलग विधाओं की खेल अकादमियों में खिलाड़ियों को उनके खेल के हिसाब से डाइट तय की गई है। न्यूट्रीशनिष्ट की देख-रेख में खिलाड़ियों को भोजन दिया जाता है।
खेल मंत्री सिंधिया ने वाटर स्पोर्टस अकादमी की समीक्षा करते हुए कहा कि अकादमी के लिए पहले चरण में एक से 15 मई के मध्य लगभग 25 जिलों में टेलेंट सर्च किया जाए। टेलेंट सर्च से जिन जिलों से ज्यादा प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन होगा उस आधार पर वहां फीडर सेंटर खोलने पर विचार किया जायेगा।
मंत्री सिंधिया ने कहा कि टेलेंट सर्च के दौरान आईक्यू टेस्ट, ऐज केटेगरी के अनुसार फिजिकल टेस्ट आदि भी करें। उन्होंने कहा कि प्रतिभावान बच्चों को राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। नए बच्चों के प्रशिक्षण के लिए सीनियर खिलाड़ियों की मदद लें। संचालक खेल एवं युवा कल्याण रवि कुमार गुप्ता, वाटर स्पोर्टस अकादमी की प्रशिक्षक उपस्थित थे। (आईएएनएस