राष्ट्रीय
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि ट्रस्ट भगवान श्रीराम के स्वागत के लिए तैयार है.
मान्यता है कि दिवाली का पर्व भगवान राम के वनवास पूरा होने के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है.
अयोध्या में आज शाम को दीपोत्सव मनाया जाएगा.
दीपोत्सव की तैयारी
दीपोत्सव के दौरान 51 घाटों पर 24 लाख से ज़्यादा दिए जलाए जाएंगे.
घाटों पर दिए सजा दिए गए हैं. दीपकों के जरिए ‘जयश्रीराम’ लिखा गया है. दीपकों से ही तीर धनुष की आकृति बनाई गई है.
कलाकार हैं तैयार
दीपोत्सव के दौरान अयोध्या में शोभायात्रा भी निकाली जानी है. इस दौरान कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे. ये कलाकार अभी से रंग जमा रहे हैं (bbc.com)
कोलकाता, 11 नवंबर पश्चिम बंगाल में कुल 253 निजी बीएड कॉलेजों को उचित बुनियादी ढांचे की कमी के कारण अगले अकादमिक सत्र से छात्रों को दाखिला देने की अनुमति नहीं दी गई है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि ‘वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग, एजुकेशन प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन’ (डब्ल्यूबीयूटीटीईपीए) ने शिक्षक प्रशिक्षण के लिए उचित बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने के राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने के कारण इन संस्थानों को दाखिले की अनुमति देने से इनकार कर दिया।
हालांकि, डब्ल्यूबीयूटीटीईपीए ने 350 अन्य निजी बीएड कॉलेजों को शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम जारी रखने की मंजूरी प्रदान की है।
उन्होंने कहा कि दिशा-निर्देश में पर्याप्त शिक्षक-छात्र अनुपात सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है और अनुमति के लिए आवेदन जमा करने से पहले इस अनुपात का पालन करने की आश्यकता से निजी कॉलेजों को अवगत कराया गया है। पश्चिम बंगाल में 600 से अधिक निजी और 25 सरकारी बीएड कॉलेज हैं। (भाषा)
गुवाहाटी, 11 नवंबर असम के कामरूप जिले में 1.2 करोड़ रुपये की हेरोइन जब्त कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है।
बयान के मुताबिक, गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए असम के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को करीब ढाई बजे बैहाटा में अरुणाचल प्रदेश जा रही बस को रोका।
बयान में बताया गया है कि बस की तलाशी के दौरान पुलिस अधिकारियों ने बारपेटा जिले के रहने वाले एक यात्री के पास से 150 ग्राम हेरोइन बरामद की।
बयान के अनुसार, हेरोइन की बरामदगी के बाद व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। (भाषा)
रायपुर, 11 नवंबर छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के दौरान नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में मतदान दलों को तैनात करने और उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना के आठ एमआई—17 हेलीकॉप्टरों ने छह दिनों में 404 उड़ानें भरीं। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी के मुताबिक, बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार की घोषणा और कुछ नक्सली घटनाओं को छोड़कर आमतौर मतदान शांतिपूर्ण रहा, जिसमें वायुसेना ने बड़ी भूमिका निभाई।
बस्तर संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्रों समेत 20 सीटों पर सात नवंबर को मतदान हुआ। अन्य 70 सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा। पहले चरण में 78 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने शुक्रवार को 'एक्स' पर बताया, 'सभी चुनौतियों को पार करते हुए, भारतीय वायु सेना ने आठ एमआई 17 के साथ 404 उड़ानें भरी, 853 मतदान दल के सदस्यों को 43 स्थानों से सुरक्षित रूप से पहुंचाया, जिससे कठिन वामपंथी प्रभावित क्षेत्र में एक सफल चुनावी प्रक्रिया संभव हो सकी। भारतीय वायु सेना को सलाम।'
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि सात नवंबर को हुए पहले चरण के मतदान के लिए चार से छह नवंबर तक बस्तर संभाग के पांच जिलों सुकमा, बीजापुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर के 156 मतदान केंद्रों के लिए 860 से अधिक मतदान दल के सदस्यों को एमआई-17 हेलीकॉप्टर के माध्यम से भेजा गया था।
सुंदरराज ने बताया कि मतदान समाप्त होने के बाद क्रमबद्ध तरीके से अगले तीन दिनों में सभी पीठासीन अधिकारियों, ईव्हीएम मशीन तथा मतदान दल के सभी सदस्यों को संबंधित जिला मुख्यालय वापस लाया गया। यह प्रक्रिया नौ नवंबर को संपन्न हो गई।
उन्होंने बताया कि मतदान कर्मियों को ठहराने के लिए संबंधित सुरक्षा शिविर और अन्य उचित स्थानों में सुरक्षित व्यवस्था प्रशासन, पुलिस और सुरक्षाबलों के अधिकारियों ने की थी।
पुलिस महानिरीक्षक ने शांतिपूर्ण मतदान को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारतीय वायुसेना के प्रति आभार व्यक्त किया है।
नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में पूर्व में हेलीकॉप्टरों पर नक्सली गोलीबारी की कई घटनाएं हुई हैं।
2008 के विधानसभा चुनाव में, बीजापुर के पीडिया गांव से वोटिंग मशीनों और कर्मियों के साथ उड़ान भरने के तुरंत बाद नक्सलियों ने भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर पर गोलीबारी की थी। इस हमले में फ्लाइट इंजीनियर सार्जेंट मुस्तफा अली की मौत हो गई थी। हमले में हेलीकॉप्टर को क्षति पहुंचने के बावजूद कप्तान, स्क्वाड्रन लीडर टी.के. चौधरी उड़ान भरने में सफल रहे थे। (भाषा)
वानीयंबाडी, 11 नवंबर तमिलनाडु में चेन्नई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार तड़के परिवहन निगम की एक बस और एक ओमनी बस की आमने-सामने की टक्कर में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 अन्य घायल हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि टक्कर में दोनों वाहनों का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उन्होंने कहा कि मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को लगभग दस एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचाया।
अधिकारी के मुताबिक बेंगलुरु से चेन्नई जा रही राज्य एक्सप्रेस परिवहन निगम की बस वानीयंबाडी के पास चेट्टियाप्पनूर में चेन्नई से बेंगलुरु जा रही ओमनी बस से टकरा गई,इस दुर्घटना में एक महिला सहित चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि गुडुवनचेरी की रितिका (32), वानीयंबाडी के मोहम्मद फिरोज (37), एसईटीसी बस चालक के एलुमलाई (47) और चित्तूर के बी अजित (25) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ओमनी बस के चालक एन सैयद ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हादसा तड़के करीब चार बजे हुआ। एसईटीसी बस डिवाइडर से लड़ने के बाद ओमनी बस से टकरा गई, जिससे दोनों वाहनों में सवार पांच लोगों की मौत हो गई।’’
उन्होंने बताया कि घायलों को तिरुपत्तूर जिले के वानीयंबाडी सरकारी अस्पताल और वेल्लोर के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 11 नवंबर उच्चतम न्यायालय ने क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार के नियमन के लिए दिशा-निर्देश तैयार करने को लेकर केंद्र और अन्य को निर्देश देने का अनुरोध करने वाली याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है।
क्रिप्टोकरेंसी ऐसी डिजिटल या आभासी मुद्राएं हैं, जो केंद्रीय बैंक से स्वतंत्र रूप से संचालित होती हैं।
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि याचिका में जिस राहत का अनुरोध किया गया है, उसकी प्रकृति विधायी अधिक है।
पीठ ने इस बात पर गौर किया कि उक्त याचिका संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत आती है, लेकिन यह स्पष्ट है कि इसका ‘‘वास्तविक उद्देश्य याचिकाकर्ता के खिलाफ लंबित कार्यवाही में जमानत लेना है।’’
पीठ ने शुक्रवार को पारित आदेश में कहा, ‘‘हम इस प्रकार की कार्यवाही का समर्थन करने में सक्षम नहीं हैं। याचिकाकर्ता नियमित जमानत के लिए उचित अदालत में जाने के लिए स्वतंत्र होगा। जहां तक मुख्य राहतों का सवाल है, तो ये विधायी निर्देश की प्रकृति की हैं, जिन्हें अदालत संविधान के अनुच्छेद 32 के तहत जारी नहीं कर सकती।’’
अनुच्छेद 32 संवैधानिक उपायों के अधिकार से संबंधित है और 32 (1) नागरिकों को अधिकारों के क्रियान्यवयन के लिए शीर्ष अदालत में जाने का अधिकार देता है।
पीठ ने कहा कि उत्तर प्रदेश के व्यक्ति द्वारा दायर याचिका में डिजिटल संपत्ति/क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मामलों में मुकदमा चलाने के निर्देश देने संबंधी अनुरोध भी शामिल है।
उसने कहा, ‘‘हम याचिका का निपटारा करते हैं और याचिकाकर्ता को कानून के अनुसार अन्य उपाय अपनाने की छूट देते हैं।’’ (भाषा)
झाबुआ (मध्य प्रदेश), 11 नवंबर ‘‘हम मजदूरी के लिए गुजरात नहीं जाएं, तो और क्या करें, पथरीली जमीन होने से खेत में फसल कम पकती है। खेती से किसी तरह बस अपने गुजारे लायक अनाज मिल पाता है।’’
आदिवासी किसान रण सिंह (60) यह जवाब देते हैं, जब उनसे पूछा जाता है कि झाबुआ जिले के लोग बड़ी तादाद में रोजी-रोटी के लिए पड़ोस राज्य गुजरात का रुख क्यों करते हैं?
झाबुआ के जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर एक ‘‘फलिये’’ (छितरी हुई बसाहट जिनमें घाटियों पर घर बने होते हैं) में रहने वाले रण सिंह रबी फसल की बुआई के लिए इन दिनों अपना छोटा-सा खेत तैयार कर रहे हैं।
प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के प्रचार की चरम पर पहुंचती सरगर्मियों से दूर इस ‘‘फलिये’’ में खामोशी है, लेकिन रोजगार के लिए आदिवासियों का पलायन झाबुआ सीट का अहम मुद्दा है। जनजातीय समुदाय के लिए आरक्षित यह सीट लम्बे समय तक कांग्रेस का गढ़ रही है।
रण सिंह आदिवासियों के भील समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने स्थानीय बोली में ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया,‘‘मैं खुद कई साल पहले कपास चुनने के लिए गुजरात गया था। हालांकि, मैं बाद में खेती के लिए अपने फलिये में लौट आया, लेकिन फलिये के हर घर से एक-दो लोग मजदूरी के लिए अब भी गुजरात में हैं।’’
आदिवासी किसान ने बताया कि उनके फलिये के आस-पास के इलाकों में 250 रुपये प्रति दिन के हिसाब से दिहाड़ी मिलती है। उन्होंने बताया,‘‘गुजरात में इससे ज्यादा दिहाड़ी मिलती है, लेकिन इसके लिए हमें वहां रात-दिन काम करना पड़ता है।’’
कुल 3.13 लाख मतदाताओं वाली झाबुआ सीट से कांग्रेस ने युवा कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को चुनाव मैदान में उतारा है जिनका सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी भानु भूरिया से है।
पेशे से चिकित्सक विक्रांत, झाबुआ सीट के मौजूदा विधायक कांतिलाल भूरिया के बेटे हैं। कांतिलाल की गिनती देश के वरिष्ठ आदिवासी नेताओं में होती है और वह कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
झाबुआ से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रांत ने आरोप लगाया कि सूबे में भाजपा के 18 साल के राज के दौरान इस आदिवासी बहुल क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘ राजग सरकार की शुरू की गई महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से झाबुआ में आदिवासियों का पलायन बड़े स्तर पर रुका था, लेकिन पिछले दो-तीन सालों से मनरेगा के तहत आदिवासी मजदूरों को भुगतान होने में मुश्किल पेश आ रही है और वे पलायन के लिए मजबूर हैं।’’
भाजपा उम्मीदवार भानु भूरिया ने कहा, ‘‘ विक्रांत के पिता कांतिलाल भूरिया झाबुआ से पिछले 45 साल से चुनकर लोकसभा और विधानसभा पहुंचते रहे हैं, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र से पलायन रोकने पर ध्यान ही नहीं दिया। अगर भूरिया कांग्रेस के राज में झाबुआ में नदियों पर बांध बनवा देते, तो आदिवासी किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिल जाता जिससे रोजगार के लिए उनके पलायन पर रोक लग सकती थी।’’
2018 के पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा प्रत्याशी गुमान सिंह डामोर ने कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत को झाबुआ सीट पर 10,437 मतों से परास्त कर कांग्रेस का गढ़ भेद दिया था।
डामोर ने 2019 में झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद हुए उप चुनाव में कांतिलाल भूरिया ने भाजपा के भानु भूरिया को 27,804 मतों से हरा कर भाजपा से झाबुआ विधानसभा सीट छीन ली थी और अपने बेटे की हार का हिसाब चुकता कर लिया था। (भाषा)
लखनऊ, 11 नवंबर । वरिष्ठ फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र इन दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपनी एक फिल्म 21 की शूटिंग कर रहे हैं। शनिवार को उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर भेंट की।
इस दौरान दोनों ही हस्तियों ने एक-दूसरे से बात की और हंसी-मजाक करते हुए भी नजर आए। 87 वर्षीय अभिनेता से मिलकर मुख्यमंत्री योगी बेहद खुश नजर आए। इस दौरान सीएम ने अभिनेता को मोर का बना ओडीओपी उत्पाद भेंट किया।
धर्मेंद्र लखनऊ में अपनी फिल्म इक्कीस की शूटिंग कर रहे हैं। वह पहली बार किसी शूटिंग के लिए लखनऊ आए हैं। हिंदी सिनेमा में लंबे समय तक राज करने वाले बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र अपनी फिल्म इक्कीस की शूटिंग लखनऊ में कर रहे हैं।। बताया जा रहा है कि भारतीय फिल्मों के हीमैन धर्मेंद्र पहली बार लखनऊ में किसी फिल्म की शूटिंग करेंगे।
गौरतलब हो कि वरिष्ठ फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र इक्कीस’ फिल्म की शूटिंग लखनऊ में कर रहे हैं। बताया जा रहा है,जिस फिल्म इक्कीस की शूटिंग चल रही है, उसमें अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा नजर आएंगे। (आईएएनएस)।
तिरुवनंतपुरम, 11 नवंबर । केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के शासन के खिलाफ उसी समय अपना आरोप पत्र पेश करने के लिए तैयार है, जब मौजूदा राज्य सरकार अपनी उपलब्धियों को पेश करने के लिए 140 विधानसभा क्षेत्रों में पहुंच रही है।
शनिवार को यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन ने कहा कि केरल पूरी तरह से बर्बादी के कगार पर है, क्योंकि राज्य वित्तीय संकट में है।
“एक तरफ, आसमान छूती कीमतों के कारण लोगों का गला घोंटा जा रहा है, इसी तरह उपयोगिता सेवाओं के शुल्क सहित सभी कर बढ़ गए हैं और दूसरी तरफ सरकार सोने के व्यापारियों और बार मालिकों से कर नहीं ले रही है। हम सभी ने जीएसटी-इंटेलिजेंस के एक शीर्ष अधिकारी को विजयन द्वारा सम्मानित होते देखा था और अब यह सामने आया है कि उन्होंने हाल ही में समाप्त हुई बेकार केरलायीम जंबोरी के लिए दान के माध्यम से धन जुटाना था।
उन्होंने दावा किया, ''हम सुनते हैं कि जीएसटी अधिकारियों द्वारा छापेमारी की जाती है और उसके बाद डिफॉल्टरों के साथ इसका निपटान किया जाता है और उनसे पैसा लिया जाता है।''
विपक्षी नेता ने आगे आरोप लगाया कि सोने के व्यापारियों से जो टैक्स वसूला जा रहा है, वह आज भी उसी दर पर है जब सोने की कीमत 500 रुपये प्रति ग्राम थी, जबकि आज वह दर 5,500 रुपये प्रति ग्राम है।
“अब हम सुनते हैं कि राज्य केंद्र पर जीएसटी मुआवजा नहीं देने का आरोप लगा रहा है, जबकि तथ्य यह है कि मामला 2022 में समाप्त हो गया है, लेकिन विजयन यहां लोगों को गुमराह कर रहे हैं कि केंद्र इसे नहीं दे रहा है।
सतीशन ने कहा, "इसी तरह केरल को 53 हजार करोड़ रुपये का राजस्व घाटा अनुदान मिला। लेकिन आज स्थिति यह है कि राज्य का खजाना सचमुच खाली है, ज्यादातर फिजूलखर्ची और मूर्खतापूर्ण खर्च के कारण।"
उन्होंने यह भी बताया कि विजयन द्वारा अपने पूरे मंत्रिमंडल को सभी 140 विधानसभा क्षेत्रों में ले जाने का आगामी कार्यक्रम 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक चुनावी प्रचार के अलावा कुछ नहीं है। (आईएएनएस)।
पटना, 11 नवंबर । बिहार के सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र में दो लोगों को गोली मारकर भाग रहे अपराधी को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसकी पीट-पीटकर जान ले ली। मृतक पर कई संगीन अपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शुक्रवार की रात में एकमा थाना क्षेत्र के रहने वाला रविंद्र उर्फ बुचन शर्मा उमाशंकर मोड़ के समीप दो लोगों को गोली मार दी। गोली चलने की आवाज सुनकर स्थानीय ग्रामीण भाग रहे शर्मा को दौड़ाकर पकड़ लिया और उसकी लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी, इससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, मृतक पर चोरी, लूट, हत्या के कई संगीन अपराधिक मामले दर्ज हैं। इधर, गोली लगने से घायल दोनों युवकों विभूति पटेल और मन्नू पटेल को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमाॅर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अपराधी ने हत्या करने की नियत से गोली चलाई थी, इसमे दो लोग घायल हो गए। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 10 नवंबर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक, मुख्य सरंक्षक एवं संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने देश के मुस्लिम समुदाय से अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर के उद्घाटन की तारीख 22 जनवरी 2024 को धूमधाम से मनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि इंसानियत के मालिक और रचनाकार रामलला 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में अपने मंदिर में विराजमान हो जाएंगे और इसे सभी धर्मों के लोगों को बड़े त्योहार के रूप में मनाकर दुनिया को इंसानियत, अमन और शांति का पैगाम देना चाहिए। उन्होंने अपील की कि अयोध्या मंदिर में 'इमाम ए हिंद राम' के विराजमान होने पर 22 जनवरी 2024 का त्योहार धूमधाम से मनाएं।
धनतेरस के मौके पर हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह से संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने अमन, भाईचारे और शांति के पैगाम की बात करते हुए कहा कि राम जनजन में हैं, कण कण में हैं। हर जन कण राम से हैं।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि अरब के लोग तो यह भी मानते हैं कि राम इमाम ए हिंद हैं, जिनके सुबह दीदार करने से जन्नत नसीब होती है, और जिनके संदेशों को आदर्श मान कर जिंदगी जीने वाला इंसान जन्नती होता है।
उन्होंने कहा कि वह अपील करते हैं कि लोग किसी भी जात, धर्म, मजहब, दल या किसी भी मुल्क के हों अपने-अपने स्थानों पर चिराग रोशन कर 22 जनवरी 2024 को यह पैगाम दें कि हिंदुस्तान अब अमन और सकून के रास्ते पर चलेगा।
उन्होंने कहा कि खुद आखिरी रसूल हजरत मोहम्मद ने फरमाया है कि हिंद नाम की सरजमीं ऐसी सरजमीं है जहां से मुझे भी सकून की ठंडी हवा आती है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि वक्त आ गया है कि अब इस पैगाम को अमली जामा पहनाते हुए 22 जनवरी 2024 के त्योहार को धूम धाम से मनाएं।
सभी लोग अपने अपने धर्म पर चलें और दूसरे धर्मों का सम्मान करें, निंदा न करें और साथ ही एक दूसरे के त्योहारों में शिरकत भी करें तो समाज में कटुता नहीं रहेगी। आपको बता दें कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच पिछले कई वर्षों से धनतेरस पर देश की दरगाहों, मजारों, मस्जिदों, मदरसों और कब्रिस्तानों को रोशन कर इस दिन को जश्न ए चिरागां के रूप में मनाता हैं।
इस मुहिम के बारे में बताते हुए इंद्रेश कुमार ने कहा कि हर वर्ष मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा इस तरह के कार्यक्रम के कारण देश में अमन सकून चाहने वाली ताकतें बढ़ रहीं हैं और नफरत फैलाने वाली ताकतें कम होती जा रही हैं। (आईएएनएस)।
नोएडा, 11 नवंबर सांप तस्करी में पकड़े गए राहुल और 4 अन्य आरोपियों ने पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पूछताछ में कई खुलासे हो रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल ने बताया कि उसने गुरुग्राम में पार्टियां कीं। खासकर फाजिलपुर गांव में। ये गांव सिंगर फाजिलपुरिया का है। वह यहां बीन पार्टी और सांप लेकर गया था। उसने बताया कि एल्विश यादव से उसका कोई सीधा संबंध नहीं है। किसी थर्ड पार्टी का ही फोन उसके पास आता था और वह पार्टी में जाता था। ये थर्ड पार्टी कौन है? पुलिस उससे इसकी डिटेल ले रही है।
फिलहाल, सभी आरोपी 54 घंटे की पुलिस रिमांड पर हैं। पुलिस उनसे सीक्रेट लोकेशन पर पूछताछ कर रही है। रिमांड के 24 घंटे बीत चुके हैं। पूछताछ के शुरुआती दौर में आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की भी कोशिश की । मगर, पुलिस के एविडेंस सामने रखने पर झूठ पकड़ा गया। पुलिस ने राहुल से पार्टी में उसकी मोबाइल लोकेशन को लेकर सवाल पर किया। इस पर उसने कहा, ''मेरा मोबाइल कोई लेकर गया होगा। मैं वहां नहीं था। इसके बाद राहुल की मोबाइल लोकेशन और सीडीआर उसके सामने रखी।
पुलिस ने जब राहुल से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने सब बताना शुरू किया। उसने पुलिस को बताया कि सबसे ज्यादा करीब 10 पार्टी गुरुग्राम में कीं। पुलिस एल्विश के साथ राहुल के सीधे कांट्रैक्ट स्टेब्लिश करने में लगी है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को इसका आधार भी मिल गया है। पहले तीन से चार घंटे तक सबसे अलग-अलग पूछताछ की गई।
पांचों आरोपियों को आमने सामने बैठकर 2-2 घंटे ब्रेक के बाद पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक,पुलिस को लग रहा है कि राहुल को कोई बैकअप सपोर्ट कर रहा है। इससे वह पूछताछ के दौरान भी साक्ष्य में हेरफेर की कोशिश कर रहा है। (आईएएनएस)
चिक्कमगलुरु, (कर्नाटक) 11 नवंबर । एक चौंकाने वाली घटना में, कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में पैरामेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश के बाद नौकरी पाने के बहाने एक सरकार संचालित छात्रावास में नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया गया। शनिवार को इसकी रिपोर्ट की गई।
पुलिस ने घोटाले के सिलसिले में एक महिला सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपियों ने गिरोह बनाकर कई नर्सिंग छात्राओं का शोषण किया था।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान आवासीय आवास के डी समूह कार्यकर्ता सुरेश, एक महिला नर्स चंदना और उसके प्रेमी विनय के रूप में की गई है।
यह घटना कदुर पुलिस स्टेशन की सीमा में हुई थी। जांच से पता चला है कि पीड़ितों को पेय और भोजन में नशीला पदार्थ दिया जाता था और बाद में उनका यौन शोषण किया जाता था।
पुलिस ने बताया कि सुरेश ने हॉस्टल की लड़कियों को पैरामेडिकल कोर्स में दाखिला दिलाने का लालच दिया। उसने उन्हें विश्वास दिलाया कि परीक्षा के बाद उन्हें नौकरी मिल जाएगी।
लड़कियों को समझाने के बाद वह उनके माता-पिता से भी बात करते थे और उन्हें विश्वास में लेते थे कि उनकी बेटियों को नौकरी मिलेगी। सुरेश उन्हें चंदना के पास भेजता था, जो स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में काम करती है।
वह लड़कियों को स्वास्थ्य केंद्र में रुकवाती थी और उन्हें नशीली दवाएं मिलाकर पेय और भोजन देती थी। एक बार जब लड़कियां बेहोश हो जातीं, तो चंदना का प्रेमी विनय उनका यौन शोषण करता था।
जिन अभिभावकों को इस घोटाले के बारे में पता चला, उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस से इस संबंध में कार्रवाई शुरू करने का आग्रह किया है। जांच जारी है। (आईएएनएस)।
जमानत पर रिहा आतंकवाद के आरोपियों पर नजर रखने के लिए अब भारत में भी जीपीएस ट्रैकर एंक्लेट का इस्तेमाल किया जा रहा है. जम्मू और कश्मीर पुलिस की इस पहल पर कई सवाल उठ रहे हैं.
डॉयचे वैले पर चारु कार्तिकेय की रिपोर्ट-
जम्मू और कश्मीर पुलिस ने यह ट्रैकर आतंकवाद के एक मामले में आरोपों का सामना कर रहे गुलाम मोहम्मद भट्ट के टखनों पर लगाया है. उनके खिलाफ आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ संबंधित होने के और आतंकवादी गतिविधियों के लिए पैसों का इंतजाम करने के आरोपों को लेकर मुकदमा चल रहा है.
भट्ट के खिलाफ यूएपीए की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं. उन्होंने जमानत की अर्जी दी थी लेकिन चूंकि वो लंबित थी तो इस बीच उन्होंने अंतरिम जमानत की अर्जी दायर कर दी. जम्मू स्थित स्पेशल एनआईए अदालत ने इसी अर्जी को मानते हुए उन्हें अंतरिम जमानत तो दे दी लेकिन उनकी निगरानी पर भी जोर दिया.
कैसे काम करता है ट्रैकर
पुलिस की तरफ से अभियोजन पक्ष ने दलील दी की यह आतंकवाद का मामला है और इसलिए आरोपी की करीब से निगरानी की जरूरत है. इसके अलावा अदालत को यह भी बताया गया कि यूएपीए के तहत जमानत की शर्तें काफी कड़ी हैं.
अंत में अदालत ने पुलिस को आदेश दिया कि वो आरोपी के टखनों में जीपीएस ट्रैकर लगा दे और उसे अंतरिम जमानत पर रिहा कर दे. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस ट्रैकर को आरोपी को हर वक्त पहने रहना होगा और अगर इसे काटने की कोशिश की जाएगी तो उससे एक अलार्म बजेगा और पुलिस को सूचना मिल जाएगी.
यह पहली बार है जब भारत में आरोपियों की निगरानी के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. दुनिया में कई देशों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में किया जा रहा है.
तकनीक पर सवाल
मानवाधिकारों के सवालों के अलावा इस तकनीक की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठते रहे हैं. भारत की नैशनल लॉ यूनिवर्सिटी की साक्षी जैन ने हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस में छपे एक लेख में लिखा है कि इस टेक्नोलॉजी में कई खामियां हैं.
उनका कहना है कि दुनिया में कई जगह देखने में आया है कि इस तरह की ट्रैकरों में लगी टेक्नोलॉजी निरंतर काम नहीं करती और अक्सर सिग्नल टूट जाता है. बुरे सिग्नल की वजह से कई बार ट्रैकर झूठे अलार्म भी बजा देते हैं.
सवाल यह भी उठता है कि भारतीय कानून में जमानत पर रिहा आरोपियों की इस तरह की ट्रैकिंग की स्पष्ट अनुमति है भी या नहीं. लेकिन जानकारों का कहना है कि अदालतों के आदेश पर पुलिस इस ट्रैकर का इस्तेमाल कर सकती है. (dw.com)
गुरुग्राम, 11 नवंबर । दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे पर गुरुग्राम के सिधरावली गांव के पास एक तेल टैंकर द्वारा एक कार और एक पिकअप वैन को टक्कर मारने के बाद चार लोगों की मौत हो गई।
घटना शुक्रवार देर रात की है, जब जयपुर से आ रहे तेल टैंकर ने डिवाइडर तोड़ दिया और सामने से कार में टक्कर मार दी, इसके बाद उसके अंदर सीएनजी सिलेंडर में आग लग गई और तीन लोगों की मौत हो गई।
कार से टकराने के बाद तेल टैंकर हाइवे पर एक पिकअप वैन से भी टकरा गया। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के कारण वैन के चालक की मौके पर ही मौत हो गई।
सब-इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने आईएएनएस को बताया, "घटना की सूचना मिलने के बाद बिलासपुर थाने से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। टीम ने पाया कि आग लगने से एक कार जलकर खाक हो गई है और तीन लोगों की मौत हो गई है।"
उन्होंने बताया कि कार सवार संभवत: जयपुर जा रहे थे। पिकअप वैन चालक की भी जान चली गयी।
कुमार ने कहा, "आरोपी तेल टैंकर चालक वाहन छोड़कर मौके से भाग गया। कार पानीपत पंजीकरण प्राधिकरण के साथ पंजीकृत थी, जबकि पिकअप वैन रेवाड़ी जिले में पंजीकृत थी। फरार आरोपी चालक को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।" (आईएएनएस)।
पुणे (महाराष्ट्र), 11 नवंबर । महाराष्ट्र के कटराज में बेंगलुरु-मुंबई राजमार्ग पर एक तेज रफ्तार कंटेनर ट्रक ने तीन वाहनों को टक्कर मार दी, जिससे कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
व्यस्त राजमार्ग के बाहरी इलाके में नवनिर्मित सुरंग जम्भुलवाड़ी से पहले दारी ब्रिज पर सुबह 3.30 बजे के आसपास चार वाहनों की टक्कर हुई।
सतारा की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने मुंबई की ओर जा रहे पांच वाहनों को टक्कर मार दी। इस हादसे में कई लोग घायल हो गए।
स्थानीय ग्रामीणों ने एक कार, एक टेम्पो, एक बस सहित चार वाहनों के अंदर फंसे लोगों को बचाने के लिए पुणे पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद की।
मुंबई के बाद पिछले 24 घंटों में राज्य में यह दूसरा हादसा है। इससे पहले गुरुवार देर रात बांद्रा वर्ली सी लिंक पर एक एसयूवी ने कम से कम आधा दर्जन वाहनों को टक्कर मार दी, जिसमें तीन की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। (आईएएनएस)।
कोलकाता, 11 नवंबर । पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले में खड़गपुर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर शुक्रवार रात कोलकाता से ओडिशा के पारादीप जा रही एक बस में आग लगने से एक महिला की मौत हो गई।
अन्य यात्रियों को बस से बाहर निकाला जा सका, हालांकि उनमें से 36 को धुएं के कारण बीमार पड़ने या जलती हुई बस से बाहर निकलने के दौरान घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
मृतक महिला की पहचान ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले की रहने वाली पुष्पांजलि दास के रूप में की गई है। वह दिवाली त्योहार के कारण परिवार के दो अन्य सदस्यों के साथ घर लौट रही थी।
यह पता चला है कि अधिकांश यात्री ओडिशा के प्रवासी व्यापारी थे और वे काली पूजा और दिवाली के जुड़वां त्योहारों से पहले अपने उत्पादों के व्यापार के लिए कोलकाता आए थे। लेकनिवे जलती हुई बस से भागने में सफल रहे, लेकिन आग के कारण उनकी सारी कमाई और सामान पूरी तरह नष्ट हो गया।
बचाव कार्य का पहला काम स्थानीय लोगों ने शुरू किया बाद में स्थानीय पुलिसकर्मी और अग्निशमन सेवा विभाग के कर्मचारी भी उनके साथ शामिल हो गए।
आग पर काबू पाने के लिए दमकल की तीन गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली,11 नवंबर । भाजपा ने कांग्रेस के तेलंगाना उम्मीदवारों की लिस्ट का विश्लेषण करते हुए राहुल गांधी के 'जितनी आबादी उतना हक' के दावे को लेकर राहुल गांधी पर सच नहीं बोलने और पिछड़ी जाति के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया है।
भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर राहुल गांधी के बयान के वीडियो को दिखाकर कांग्रेस के तेलंगाना उम्मीदवारों की लिस्ट का विश्लेषण करते हुए कहा कि," वाह कांग्रेसी युवराज राहुल गांधी वाह। कहते कुछ हो और करते कुछ हो। चुनाव से पहले झूठ का सहारा लेते हो और चुनाव आते ही यूटर्न लेकर पलट जाते हो। कम से कम जनता से तो झूठ मत बोलो। जितनी आबादी उतना हक का राग अलापने वाले राहुल गांधी, ऐसा क्या हो गया कि अपनी इस बात से तेलंगाना में मुकर गए। तेलंगाना में कांग्रेस की तीन लिस्ट की 114 सीटें देखने के बाद यह तो साफ हो गया कि कांग्रेस की कथनी और करनी में बहुत फर्क है।"
भाजपा ने जातिवार कांग्रेस के तेलंगाना उम्मीदवारों की लिस्ट का विश्लेषण करते हुए कहा, "कांग्रेस ने तेलंगाना में टिकट बंटवारे में 41 रेड्डी , 9 वेलामा, 3 कम्मा, 3 ब्राह्मण 18 अनुसूचित जाति, आरक्षित सीट पर 12 अनुसूचित जनजाति, 5 मुस्लिम और पिछड़ी जाति के उम्मीदवारों को सिर्फ 23 सीटों पर ही चुनावी टिकट दिया। गौर करने वाली बात यह है की जितनी आबादी उतना हक का नारा बुलंद करने वाले राहुल गांधी यहां अपनी बात से मुकर गए हैं।
तेलंगाना में कांग्रेस ने आबादी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली पिछड़ी जाति को सिर्फ 20 प्रतिशत सीटों पर ही भागीदारी का मौका देकर उनके साथ विश्वासघात किया है। कांग्रेस के इस टिकट बंटवारे से यह तो साफ हो गया कि कांग्रेस झूठ की दुकान से ज्यादा कुछ नहीं है। " (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 11 नवंबर । सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में शनिवार को थोड़ा सुधार हुआ और यह 'गंभीर' से 'खराब' श्रेणी में आ गया।
एसएएफएआर के अनुसार, सुबह राष्ट्रीय राजधानी में समग्र एक्यूआई 201 था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में, आनंद विहार स्टेशन में एक्यूआई शुक्रवार शाम को 'खराब' श्रेणी में था। पीएम 2.5 203 खराब श्रेणी में और पीएम 10 157 मध्यम श्रेणी में था, जबकि सीओ 52 'संतोषजनक' श्रेणी में था।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा' माना जाता है, 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है।
बवाना स्टेशन पर, पीएम 2.5 170 पर और पीएम 10 101 पर 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज किया गया, जबकि सीओ 45 पर और एनओ2 9 पर पहुंच गया, दोनों 'अच्छी' श्रेणी में थे।
दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) स्टेशन पर शनिवार सुबह पीएम 10 'मध्यम' श्रेणी में 101 पर पहुंच गया, जबकि पीएम 2.5 'संतोषजनक' श्रेणी में 63 पर था।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे टी3 क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता पीएम 2.5 130 और पीएम 10 112 के साथ 'मध्यम' श्रेणी में थी, जबकि कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ) 40 और एनओ2 12 पर पहुंच कर 'अच्छी' श्रेणी में थी।
हालांकि, जहांगीरपुरी में पीएम 2.5 309 दर्ज किया गया, जो इसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखता है, जबकि पीएम 10 157 तक पहुंच गया, जो इसे 'मध्यम' श्रेणी में रखता है। शनिवार की सुबह सीओ 46 और एनओ2 8 दर्ज किया गया, दोनों 'अच्छी' श्रेणी में थे।
पंजाबी बाग में, पीएम 2.5 180 पर और पीएम 10 109 पर, 'मध्यम' श्रेणी में पहुंच गया, जबकि एनओ2 48 पर था, जो एक 'अच्छा' स्तर था। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 11 नवंबर । दिल्ली में अपने घर पर पटाखे बनाने के लिए सल्फर और पोटाश मिलाते समय हुए विस्फोट में 21 वर्षीय एक युवक की मौत हो गई। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मृतक की पहचान वेलकम निवासी हिमांशु के रूप में हुई।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर) जॉय टिर्की ने कहा, वेलकम इलाके में एक घर में विस्फोट और घायल होने के संबंध में शुक्रवार को दोपहर 2.10 बजे पुलिस नियंत्रण कक्ष को एक कॉल प्राप्त हुई थी।
मौके पर पहुंचने पर पता चला कि दोपहर करीब दो बजे घर में किसी अज्ञात सामग्री से हुए विस्फोट के बाद हिमांशु घायल हो गया।
डीसीपी ने कहा, "चोट लगने के बाद हिमांशु को इलाज के लिए जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान रात 8.30 बजे उसकी मौत हो गई।"
डीसीपी ने कहा, ''क्राइम और एफएसएल टीम ने घटनास्थल का दौरा किया। विस्फोट का संभावित कारण यह प्रतीत हो रहा है कि हिमांशु घर में पटाखे बनाने के लिए गंधक और पोटाश मिला रहा था, लेकिन उसमें विस्फोट हो गया और वह बुरी तरह घायल हो गया।'' (आईएएनएस)।
गोरखपुर (उप्र), 10 नवंबर उत्तर प्रदेश में गोरखपुर-कुशीनगर राजमार्ग पर जगदीशपुर के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी राज्य परिवहन निगम की एक बस को टक्कर मार दी, जिससे कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए।
एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि यह हादसा बृहस्पतिवार देर रात हुआ और पुलिस ने ट्रक जब्त कर लिया है एवं उसके चालक की तलाश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक पंचर होने के बाद बस सड़क किनारे खड़ी थी। इस दौरान कुछ यात्री उतरकर दूसरी बस में चढ़ गए, जबकि कुछ बस के अंदर ही रह गए। तभी ट्रक उस बस से टकरा गया, जिसके परिणामस्वरूप यह दुर्घटना हुई।
पुलिस अधीक्षक (नगर) कृष्ण कुमार ने बताया, "यह हादसा बृहस्पतिवार देर रात हुआ, जब एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी बस को टक्कर मार दी। दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य चार ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची ।’’
पुलिस अधीक्षक (नगर) ने बताया,"घायलों को अस्पताल ले जाया गया और उनके परिवार के सदस्यों को भी सूचित किया गया। ट्रक को जब्त कर लिया गया है और पुलिस चालक की तलाश कर रही है।"
पुलिस के अनुसार बस 30 से अधिक यात्रियों को गोरखपुर से कुशीनगर के पडरौना ले जा रही थी।
यात्री मुबारक अंसारी ने बताया कि बस यात्रियों से खचाखच भरी थी और अचानक बस का टायर फट गया लेकिन चालक ने किसी तरह बस को नियंत्रित कर लिया। अंसारी के अनुसार चालक ने डिपो से बात कर दूसरी बस मंगवाई और इस बीच यात्री दूसरी बस के आने का इंतजार कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "अचानक तेज आवाज के साथ बस में कुछ टकराया और लोग मदद के लिए चिल्लाने लगे । पहले तो हम समझ नहीं पाए, लेकिन बाद में हमें एहसास हुआ कि एक ट्रक ने बस को पीछे से टक्कर मार दी है ।"
पुलिस के मुताबिक
छह मृतकों में से चार यात्रियों की पहचान शैलेश पटेल (25), सुरेश चौहान (35), नितेश सिंह (25) और 24 वर्षीय हिमांशु यादव के रूप में की गई है, जो सभी कुशीनगर के निवासी हैं। दो मृतक यात्रियों की पहचान अभी तक नहीं हो पायी हैं ।
गंभीर रूप से घायल यात्रियों में मुबारक अंसारी, ऋषभ जयसवाल, सोनू गौड़, हरीश तिवारी, रामदेव, मनोज चौधरी और रवींद्र सिंह शामिल हैं, जो सभी कुशीनगर के हैं। (भाषा)
नवरंगपुर (ओडिशा), 10 नवंबर ओडिशा के नवरंगपुर जिले के एक सरकारी स्कूल के शौचालय में दो शिक्षकों ने 11 वर्षीय आदिवासी छात्रा से कथित तौर पर बलात्कार किया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, प्रधानाध्यापक के साथ एक अन्य शिक्षक ने कथित रूप से शौचालय में जबरन प्रवेश किया और छठी कक्षा की छात्रा से बलात्कार किया। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है।
पुलिस ने बताया कि घटना नौ नवंबर को उस समय सामने आई, जब लड़की ने पेट के निचले हिस्से में दर्द महसूस किया और अपने परिजनों को आपबीती सुनाई।
पुलिस के मुताबिक, लड़की को अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसके साथ यौन उत्पीड़न होने की आशंका जताई।
पुलिस के मुताबिक, परिजनों के कुंडेई थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक और अन्य शिक्षक को हिरासत में ले लिया गया।
पुलिस ने यौन उत्पीड़न से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता को नवरंगपुर स्थित जिला मुख्यालय अस्पताल लाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। (भाषा)
इंदौर, 10 नवंबर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा पर हमला बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यहां कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान में दलित महिलाओं पर ‘भयंकर अत्याचार’ हो रहे हैं, लेकिन वह (प्रियंका) दूसरे राज्यों में जाकर व्याख्यान दे रही हैं।
प्रियंका ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी की रैलियों में आरोप लगाया है कि सूबे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 18 साल के राज में महिलाओं से बलात्कार की घटनाएं बढ़ी हैं।
सीतारमण ने पलटवार करते हुए इंदौर में संवाददाताओं से कहा, "राजस्थान में, खासकर दलित महिलाओं पर इतने भयंकर अत्याचार हो रहे हैं कि टीवी और अखबारों में इसकी खबरें देखकर डर लगता है। इस बारे में राजस्थान सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।" उन्होंने कहा,"...लेकिन प्रियंका इस विषय में कुछ नहीं बोलतीं। वह राजस्थान जाकर मुख्यमंत्री (अशोक गहलोत) से सवाल नहीं करतीं, लेकिन दूसरे राज्यों में जाकर व्याख्यान देती हैं।’’ सीतारमण ने एक सवाल के जवाब में कहा कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के बाद कांग्रेस की ओर से माफी किसी और ने नहीं, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मांगी थी जो खुद एक सिख हैं।
भाजपा की वरिष्ठ नेता ने कहा कि सिख विरोधी दंगों के मुकदमों को कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था और केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद ये मामले दोबारा खुले और अदालतों ने इनमें फैसला सुनाया।
सीतारमण ने कहा कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी सिख विरोधी दंगों के मामले में सिखों की ‘‘चीख-पुकार’’ सुननी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राज्य की "लाड़ली बहना योजना" को ‘‘मुफ्त की रेवड़ी’’ बताया जाना सही नहीं है क्योंकि इसका बजटीय प्रावधान किया गया है और प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिये इसकी सहायता राशि महिला हितग्राहियों के बैंक खातों में भेजी जा रही है।
वित्त मंत्री ने कहा,‘‘भाजपा उन योजनाओं का चुनावी वादे किये जाने के खिलाफ है, जिनका न तो बजट में प्रावधान किया जाता है, न ही विधानसभा में उन पर चर्चा की जाती है।’’ सूबे की भाजपा सरकार ने 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से करीब पांच महीने पहले 10 जून से "लाड़ली बहना योजना" की शुरूआत की थी। इसके तहत राज्य की 1.32 करोड़ महिलाओं को सरकारी खजाने से हर महीने 1,250 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाती है। (भाषा)
सतना (मप्र), 10 नवंबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक क्रांतिकारी कदम है जो लोगों का जीवन बदल देगा और कांग्रेस के सत्ता में आने पर मध्य प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी इसे करवाया जाएगा।
वह शुक्रवार को मध्य प्रदेश के सतना में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा।
उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की भी आलोचना की।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद सबसे पहला काम प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) की सही संख्या जानने के लिए जाति आधारित जनगणना कराने का होगा। उन्होंने कहा ‘‘यह एक एक्स-रे की तरह है जो सभी (ओबीसी सहित सभी वर्गों की संख्या) वर्गों की स्थिति सामने लाएगा, जिसके अनुसार उनके कल्याण की नीतियां बनाई जाएंगी।’’ उन्होंने कहा कि यदि कांग्रेस केंद्र में सत्ता में आती है तो वह राष्ट्रीय स्तर पर भी जाति आधारित जनगणना कराएगी। उन्होंने इस कवायद को लोगों के लिए एक ‘क्रांतिकारी और जीवन बदलने वाला’ कदम बताया।
गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमेशा कहते थे कि वह ओबीसी हैं, लेकिन कांग्रेस द्वारा देश में जाति जनगणना कराने का मुद्दा उठाने के तुरंत बाद उन्होंने इस बारे में बात करना ही बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में राज्य को चलाने वाले 53 आईएएस अधिकारियों में से केवल एक ओबीसी से है। उन्होंने दावा किया कि इसका मतलब यह है कि यदि राज्य का कुल बजट 100 रुपये है तो ओबीसी अधिकारी का नियंत्रण केवल 33 पैसे अथवा 0.03 प्रतिशत पर है।
गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि कर्ज संबंधी कठिनाइयों के कारण पिछले 18 वर्ष में मध्य प्रदेश में करीब 18,000 किसानों ने आत्महत्या की है।
उन्होंने बेरोजगारी का जिक्र करते हुए कहा कि नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने छोटे-मध्यम व्यवसायों और व्यापारियों पर हमला किया। गांधी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप देश में भारी बेरोजगारी की स्थिति पैदा हुई।
उन्होंने केंद्र की फसल बीमा योजना पर निशाना साधते हुए कहा कि इस योजना का पैसा लोगों की जेब से निकालकर 16 कंपनियों को दिया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि 16 बीमा कंपनियों में दलित, ओबीसी और आदिवासी समुदाय से कोई भी काम नहीं करता है।
गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि ओबीसी को उनकी सही आबादी का पता चले और अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो वह (गांधी) यह सुनिश्चित करेंगे कि जाति जनगणना कराई जाए।
भाजपा पर निशाना साधते हुए गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उनका सामना बड़ी संख्या में ऐसे युवाओं से हुआ जिनके पास डिग्री तो थी लेकिन नौकरी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि यही इस राज्य और देश की सच्चाई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि युवा सक्षम हैं, उनमें ऊर्जा है और वे देश को मजबूत करना चाहते हैं लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
गांधी ने कहा कि रोजगार वास्तव में बड़े उद्योगपति नहीं मुहैया कराते। उन्होंने कहा, छोटे और मध्यम स्तर के उद्योग और छोटे व्यवसाय रोजगार पैदा करते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, पहले ऐसी इकाइयां युवाओं को रोजगार मुहैया कराती थीं।
उन्होंने कहा, लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लाकर छोटे और मध्यम उद्योगों और छोटे व्यवसायों पर हमला किया।
उन्होंने जीएसटी को छोटे और मझोले उद्योगों और छोटे कारोबारों को खत्म करने का हथियार बताया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पहली बार किसानों को टैक्स देना पड़ रहा है क्योंकि ट्रैक्टर और अन्य उपकरण जीएसटी के तहत लाए गए हैं।
गांधी ने मध्य प्रदेश में भाजपा शासन का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में 18 वर्षों में कर्ज के कारण 18,000 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने उन्हें उनकी फसलों का सही दाम नहीं दिया, इसलिए उन्हें कर्ज लेना पड़ा और अपनी जमीन बेचनी पड़ी।
उन्होंने कहा कि ओबीसी, पिछड़ा, किसान, सामान्य वर्ग के गरीब जीएसटी देते हैं और बैंक का पूरा पैसा तीन चार उद्योगपति को पकड़ा दिया जाता है... ‘अडाणी, अंबानी जैसे उद्योगपति।’’ उन्होंने कहा कि छोटे व्यवसाय, उद्योग, गरीब और किसान चिंतित हैं क्योंकि उनकी अर्थव्यवस्था का इंजन काम नहीं कर रहा है। गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़े उद्योगपतियों के साथ सांठगांठ करके कांग्रेस की मप्र सरकार छीन ली।
उन्होंने कहा कि 2021 में मध्य प्रदेश में 670 किसानों की आत्महत्या से मौत हुई, जबकि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में 70 किसानों की मौत हुई। उन्होंने कहा, यह अंतर है क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों के हित में काम किया। (भाषा)
नई दिल्ली, 10 नवंबर । सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) से मतदाता सूची में डुप्लिकेट प्रविष्टियों की शिकायत उठाने वाली याचिका पर गौर करने को कहा।
भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि यह उचित होगा कि याचिका की एक प्रति ईसीआई का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील को दी जाए।
पीठ, जिसमें न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा भी शामिल थे, ने चुनाव आयोग और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को नोटिस जारी करना स्थगित कर दिया।
याचिकाकर्ता संगठन संविधान बचाओ ट्रस्ट की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मीनाक्षी अरोड़ा ने दलील दी कि मतदाता सूची केवल उन व्यक्तियों के संबंध में अद्यतन की गई थी जिनकी मृत्यु हो गई है या जिन्होंने अपना निवास स्थान बदल लिया है।
अरोड़ा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मतदाता सूची में नामों के दोहराव को संबोधित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया और यही प्रक्रिया इस साल जुलाई और अगस्त के बीच पूरी होनी चाहिए थी।
उन्होंने विशेष रूप से मतदाता सूची के अद्यतनीकरण के संबंध में उत्तर प्रदेश में जारी प्रारूप का उल्लेख किया, जहां डुप्लिकेट प्रविष्टियों से निपटने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले पर 27 नवंबर को सुनवाई करेगा।
(आईएएनएस)।