राष्ट्रीय
हैदराबाद, 18 अप्रैल । हैदराबाद पुलिस ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के भतीजे कल्वाकुंतला तेजेश्वर राव उर्फ कन्ना राव के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया है। इससे पहले बीते दिनों उन्हें जमीन हड़पने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
एक सॉफ्टवेयर कर्मचारी की शिकायत पर व्यवसायी कन्ना राव और पांच अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
सॉफ्टवेयर कर्मचारी ने शिकायत की थी कि आरोपियों ने उन्हें एक गेस्ट हाउस में बंद कर दिया और उसके साथ मारपीट की।
विजय वर्धन राव ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 2018 में एक रिश्तेदार के साथ भूमि विवाद को सुलझाने में मदद के लिए कन्ना राव से संपर्क किया था।
बिंदु माधुरी उर्फ नंदिनी से यह जानने पर कि सॉफ्टवेयर कर्मचारी के पास नकदी और सोना है, कन्ना राव, नंदिनी और अन्य ने उसे एक गेस्ट हाउस में अवैध रूप से हिरासत में लिया। उसने आरोप लगाया कि उन्होंने उससे नकदी और सोना लूट लिया।
शिकायतकर्ता ने कहा कि कन्ना राव ने उन्हें धमकी दी और पुलिस अधिकारी भुजंग राव और एसीपी कट्टा सांबैया का नाम लेकर जबरन वसूली की। पुलिस ने अपहरण, जबरन वसूली और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
2 अप्रैल को, आदिबतला पुलिस ने जमीन हड़पने के आरोप में कन्ना राव को गिरफ्तार कर लिया।
कन्ना राव और 37 अन्य के खिलाफ पिछले महीने एक भूमि विवाद में रचाकोंडा पुलिस आयुक्तालय के तहत आदिबतला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। कन्ना राव और 37 अन्य के खिलाफ पिछले महीने एक भूमि विवाद के सिलसिले में रचाकोंडा पुलिस आयुक्तालय के तहत आदिबतला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
आरोप है कि कन्ना राव और अन्य लोगों ने मन्नेगुडा में दो एकड़ जमीन हड़पने की कोशिश की।
पुलिस ने बंदोजू श्रीनिवास की शिकायत पर मामला दर्ज किया था कि आरोपी ने दो एकड़ जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी।
आदिबतला पुलिस ने कन्ना राव के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत हत्या के प्रयास, आपराधिक अतिक्रमण, क्षति पहुंचाने, विस्फोटक पदार्थों का उपयोग करने और दंगा करने का मामला दर्ज किया था।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 18 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद में रामनवमी जुलूस के दौरान बुधवार शाम को हुई झड़पों की छिटपुट घटनाओं के लिए चुनाव आयोग (ईसी) को जिम्मेदार ठहराया। झड़प में कथित तौर पर कुछ लोग घायल हो गए।
सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को उत्तरी दिनाजपुर जिले के रायगंज में एक चुनावी रैली में कहा, "चुनाव आयोग ने रामनवमी उत्सव से ठीक पहले मुर्शिदाबाद रेंज के उप महानिरीक्षक को बदल दिया। ऐसा करने का कारण क्या था। वे पूरे जिले से भली-भांति परिचित थे। उन्हें बदलने का कोई औचित्य नहीं था। यह बहुत संवेदनशील राज्य है। हमें यहां चीजों को नियंत्रण में रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।"
सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि बुधवार शाम को हुई झड़प में जिला पुलिस के कुछ अधिकारी भी घायल हुए हैं। सीएम ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि वे पहले किसी क्षेत्र में समस्याएं पैदा करेंगे और फिर इसके लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ शिकायत करेंगे।
उधर, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंदा बोस को एक पत्र लिखा है। उनसे इस मामले को आयोग के सामने उठाने का अनुरोध किया था ताकि आयोग पिछले कुछ दिनों के दौरान अपने भाषणों के माध्यम से रामनवमी जुलूस पर तनाव भड़काने के लिए मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई कर सके।
(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 18 अप्रैल । गाजियाबाद के वसुंधरा इलाके में बने एक बैंक्वेट हॉल में भीषण आग लग गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया और अंदर फंसे दो लोगों को रेस्क्यू किया गया।
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक फायर स्टेशन वैशाली में गुरुवार दोपहर 12:44 बजे क्रिस्टल पैलेस बैंक्वेट हॉल में आग लगने की सूचना मिली थी। जिसके बाद चार फायर टेंडर यूनिट भेजा गया। आग बिल्डिंग के बाहरी हिस्से में लगे डेकोरेटिव सामान में लगी थी।
आग को बुझाने का काम शुरू किया गया और नाजिम (30) और आयशा (28) का रेस्क्यू किया गया।
इस घटना में पीसीसी पैनल और अन्य सजावटी सामान जलने से हॉल में धुआं भर गया था। जिसके कारण फायर यूनिट को आग बुझाने में काफी परेशानी हुई। फायर यूनिट ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल । दिल्ली नगर निगम में आज मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन है। सुबह ही पार्टी ने महेश खींची और रविंद्र भारद्वाज के नामों का एलान मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए किया। हालांकि, नामांकन के वक्त पार्टी लाइन से बगावत करते हुए पार्षद नरेंद्र कुमार डिप्टी मेयर के लिए नामांकन भरने पहुंच गए।
आप पार्टी द्वारा घोषित दोनों उम्मीदवारों के नामांकन के बाद नरेंद्र कुमार ने आम आदमी पार्टी की तरफ से ही डिप्टी मेयर पद के लिए नामांकन भर दिया। उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता दिल्ली को साफ स्वच्छ व सुंदर बनाना है। इस पर हम लोग काम करेंगे।
मेयर पद के लिए आम आदमी पार्टी की तरफ से उम्मीदवार महेश खींची करोल बाग के देव नगर वार्ड से आम आदमी पार्टी के पार्षद हैं।
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं, जो मुझे एक छोटे से कार्यकर्ता को यह जिम्मेदारी दी है और आम आदमी पार्टी का मेयर दिल्ली में फिर से बनेगा।
आम आदमी पार्टी के डिप्टी मेयर के उम्मीदवार रविंद्र भारद्वाज ने बताया कि वह दिल्ली के अमन विहार से पार्षद हैं और पार्टी के शीश नेतृत्व ने जो उन्हें जिम्मेदारी दी है, उस पर खड़ा उतरेंगे।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 18 अप्रैल | तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई। उन पर राज्य में तीन लोकसभा क्षेत्रों के लिए पहले चरण के मतदान में हस्तक्षेप करने और प्रभावित करने की कोशिश का आरोप लगाया।
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को खबर आई थी कि शुक्रवार को मतदान वाले तीन लोकसभा क्षेत्रों में से एक कूचबिहार में राज्यपाल डेरा डालेंगे।
हालांकि, जानकारी सामने आने के तुरंत बाद, आयोग ने बुधवार को ही राज्यपाल के कार्यालय को एक विज्ञप्ति भेजकर मतदान के दिन कूच बिहार जाने से परहेज करने को कहा।
सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि राज्यपाल ने बुधवार दोपहर से शुक्रवार सुबह मतदान शुरू होने तक कूच बिहार में रहने की इच्छा व्यक्त की है।
सूत्रों ने कहा कि शिकायत में सत्तारूढ़ दल ने आशंका व्यक्त की है कि यदि राज्यपाल को संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करने की अनुमति दी गई, तो वह वहां भाजपा नेताओं के साथ बैठकें करेंगे।
गौरतलब है कि 16 मार्च को, जिस दिन चुनाव आयोग ने मतदान कार्यक्रम की घोषणा की, राज्यपाल ने कहा था कि वह पहले दिन से ही मैदान में रहेंगे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल। जांच एजेंसी ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शुगर बढ़ने के मामले में अदालत में किए गए खुलासे को लेकर दिल्ली में एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने यह आरोप लगाया है कि जेल से बाहर आने के लिए केजरीवाल एक हार्डकोर अपराधी की तरह तरीके ढूंढ रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने ईडी के खुलासे के बाद दिल्ली सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शराब घोटाले के बाद अब शुगर घोटाला। अरविंद केजरीवाल का एक और घोटाला सामने आया, जब उन्होंने अदालत में अपनी जमानत याचिका लगाकर यह कहा कि उनका शुगर लेवल बहुत बढ़ गया है और उन्हें तुरंत जेल से बाहर निकाला जाए।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल की याचिका के जवाब में ईडी ने सनसनीखेज खुलासा किया है कि केजरीवाल जानबूझकर जेल में मीठी चीजें खा रहे हैं, आम और तली चीजें खा रहे हैं, मीठी चाय पी रहे हैं। जबकि, वह डायबिटिक-2 हैं, जिनको यह चीजें कभी नहीं खानी चाहिए। लेकिन, वह जानबूझकर इन्हें खा रहे हैं ताकि उनका शुगर लेवल बढ़ जाए और वह मेडिकल ग्राउंड पर जेल से बाहर आ सकें।
सिरसा ने केजरीवाल पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सिटिंग सीएम हैं और अपने आपको ईमानदार भी बताते हैं। लेकिन, वह एक हार्डकोर अपराधी की तरह जेल से बाहर आने के तरीके ढूंढ रहे हैं। जेल से बाहर आने के लिए भी घोटाला कर रहे हैं। अब सारी बातें साफ हो रही है और दिल्ली के लोगों को सच समझ आने लगा है कि अरविंद केजरीवाल बहुत बड़े घोटालेबाज हैं।
(आईएएनएस)
देहरादून/जोशीमठ, 18 अप्रैल । उत्तराखंड सहित देश की 102 लोकसभा सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। उत्तराखंड में सभी पांच लोकसभा सीटों पर सुरक्षित और शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं।
उत्तराखंड की पांचों सीटों पर चुनाव प्रचार थम गया है। उम्मीदवार गुरुवार को जनता से डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं। प्रदेश में 83,37,914 मतदाता हैं। 19 अप्रैल को 55 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होना है। मतदान कराने के लिए एक लाख से अधिक कार्मिक और पुलिस बल को तैनात किया गया है।
मतदान के लिए राज्य को कुल 274 जोन और 1,499 सेक्टर में बांटा गया है, जिसमें 5,892 केंद्रों पर बेवकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। राज्य में 809 बूथ अति संवेदनशील और 1,365 बूथ संवेदनशील घोषित किए गए हैं। मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना हो गई हैं।
उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां बुधवार को ही रवाना कर दी गई थी। कुछ पोलिंग पार्टियां गुरुवार को रवाना की गई।
जोशीमठ में मतदान के लिए दुर्गम रास्तों से होकर डुमक गांव में पोलिंग पार्टी पहुंच गई है, जिसमें निर्वाचन अधिकारियों के साथ-साथ आईटीबीपी और पुलिस के जवान भी गांव में पहुंच चुके हैं। डुमक चमोली का दुर्गम पोलिंग बूथ है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 18 अप्रैल । बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के बांद्रा स्थित घर को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह द्वारा निशाना बनाए जाने के कुछ दिनों बाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अब नाराज बिश्नोई समुदाय के निशाने पर हैं।
समुदाय के सदस्यों ने (बिश्नोई) गैंगस्टरों को "खत्म" करने की उनकी कथित टिप्पणी पर नाराजगी व्यक्त की और अभिनेता व उनके परिवार को भविष्य में किसी भी हमले से बचाने का संकल्प लिया।
समुदाय की ओर से कल शुरू किए गए एक्स अभियान में कहा गया,"बिश्नोई समुदाय काे धमकी देेने वालों व सीएम एकनाथ शिंदे को माफी मांगनी चाहिए।" इस पोस्ट को 16 हजार से अधिक बार देखा गया, लाइक किया गया, फॉरवर्ड किया गया और टिप्पणियां की गईं।
गौरतलब है कि हिंदू संप्रदाय से संबंध रखने बिश्नोई प्रकृति-प्रेमी हैं। यह समुदाय भारत के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी क्षेेेेेत्रों में फैला है। ये लोग 1998 में काले हिरण के शिकार की घटना के बाद से सलमान खान का विरोध कर रहे हैं।
मंगलवार को सीएम शिंदे अरब सागर के तट पर स्थित अभिनेता के घर गैलेक्सी अपाॅर्टमेंट पहुंचे और सलमान खान व उनके परिजनों से बातचीत की।
खान परिवार से मुलाकात के बाद, मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि कुछ हलकों में अटकलों के विपरीत मुंबई में गैंगस्टरों का कोई अस्तित्व नहीं है।
उन्होंने कहा कि महायुति सरकार के शासन में माफिया के लिए मुंबई में कोई जगह नहीं है। सीएम ने कहा कि सलमान खान के परिवार की रक्षा करना पुलिस और राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।
सीएम शिंदे ने कहा, "मैंने सलमान खान और उनके परिवार को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। हम इस (लॉरेंस) बिश्नोई गिरोह को कुचल देंगे। सलमान खान की सुरक्षा हमारा काम है।"
गौरतलब है कि 14 अप्रैल को, दो हमलावरों ने सलमान खान के घर पर पांच गोलियां चलाईं।
बाद में दोनों की पहचान विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (23) के रूप में हुई।
उन्हें मुंबई व गुजरात पुलिस के एक संयुक्त अभियान में पाकिस्तान की सीमा से लगे गुजरात के कच्छ जिले के भुज शहर से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि 25 साल से अधिक समय से बिश्नोई समुदाय की नाराजगी का सामना कर रहे अभिनेता के परिवार को आतंकित करने के लिए उन्हें एक दर्जन राउंड फायरिंग करने का निर्देश दिया गया था।
इसके साथ ही, जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में सलमान खान को इसे "पहली और आखिरी चेतावनी" बताई। इससे बॉलीवुड में हड़कंप मच गया।
इस बीच, सलमान खान के मुंबई स्थित घर और पनवेल (रायगढ़) पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बिश्नोई समुदाय के सोशल मीडिया अभियान पर सरकार, सत्तारूढ़ शिवसेना या खान परिवार की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 18 अप्रैल । चुनाव आयोग ने मंगलवार को तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटें सहित 13 मई को सिकंदराबाद छावनी विधानसभा क्षेत्र में होने जा रहे उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। वहीं, मौजूदा स्थिति को देखकर ऐसा लगता है कि यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। यह मुकाबला मुख्य रूप से सत्तारूढ़ कांग्रेस, विपक्षी बीआरएस और बीजेपी के बीच देखने को मिल सकता है।
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 25 अप्रैल है। 26 अप्रैल को नामांकन की जांच की जाएगी। वहीं नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल है।
सभी 17 लोकसभा क्षेत्रों और सिकंदराबाद छावनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए 13 मई को मतदान होगा।
राज्य के 104 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। जबकि शेष 13 वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित क्षेत्रों में यह शाम 4 बजे समाप्त होगा।
3.30 करोड़ से कुछ अधिक मतदाता, जिनमें आधे से अधिक महिलाएं हैं, इन चुनावों में वोट डालने के पात्र हैं।
2019 के चुनावों में, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने नौ लोकसभा सीटें हासिल कीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने चार सीटें जीतीं। कांग्रेस पार्टी ने तीन सीटों पर कब्जा कर लिया था, जबकि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने हैदराबाद को बरकरार रखा।
कांग्रेस पार्टी इस बार अपने प्रदर्शन में सुधार करना चाह रही है। पार्टी ने 12 सीटों का लक्ष्य रखा है और वह पिछले कुछ महीनों के दौरान बीआरएस से कांग्रेस खेमे में आए कई नेताओं का फायदा उठाने की उम्मीद कर रही है।
विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद भाजपा भी बेहतर प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है। भगवा पार्टी अपनी संख्या को दोहरे अंक तक बढ़ाने की कोशिश कर रही है।
पांच मौजूदा सांसदों, विधायकों और एमएलसी सहित कई नेताओं के पलायन से सदमे में बीआरएस को 2019 में जीती गई सीटों को बरकरार रखने के लिए एसिड टेस्ट का सामना करना पड़ेगा।
(आईएएनएस)
पटना, 18 अप्रैल । बिहार के जमुई में राजद नेता तेजस्वी यादव की सभा में कथित तौर पर राजद कार्यकर्ताओं द्वारा लोजपा (रा) के नेता चिराग पासवान और उनके परिजनों को गाली देने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है।
बिहार भाजपा महिला का प्रतिनिधिमंडल बिहार निर्वाचन आयोग पहुंचा और एक आवेदन पत्र सौंपकर ऐसे लोगों पर कार्रवाई करने तथा प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने इसकी शिकायत मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारतीय निर्वाचन आयोग तथा जिला निर्वाचन पदाधिकारी, जमुई से भी की है।
प्रतिनिधिमंडल ने एक पत्र भी बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमुई में एक चुनावी सभा के दौरान मंच से और मंच के सामने से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के नेता चिराग पासवान के खिलाफ न केवल अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, बल्कि, जाति सूचक शब्दों का भी इस्तेमाल कर खुलेआम अपमान किया है।
इस संदर्भ में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें राजद के नेताओं और कार्यकर्ताओं का अशोभनीय व्यवहार स्पष्ट रूप से दिखाई और सुनाई पड़ रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने पूरी जानकारी को चुनाव आयोग को देते हुए बताया कि चुनाव के दौरान कोई भी राजनीतिक पार्टी द्वारा जनसभा में इस तरह के जाति सूचक शब्द एवं अपशब्दों का इस्तेमाल करना दण्डनीय अपराध है।
प्रतिनिधिमंडल ने पत्र में यह भी कहा कि इस घटना से एनडीए के सभी नेता और कार्यकर्ता खासकर अनुसूचित जाति को नेताओं और कार्यकर्ताओं, विशेष कर महिलाओं को काफी दुख पहुंचा है।
पत्र के अंत में कानूनी कार्रवाई और वीडियो में दिखने वाले नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया गया है। आवेदन के साथ घटना का वीडियो क्लिप भी निर्वाचन आयोग को सौंपा गया है।
(आईएएनएस)
गुवाहाटी, 18 अप्रैल । बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस बात पर जोर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोडोलैंड क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए अहम फैसले लिए, जैसे बोडो शांति समझौता, जिससे असम में आज चारों तरफ शांति का वातावरण है।
नड्डा गुरुवार को कोकराझार में भाजपा की सहयोगी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के लिए प्रचार कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "आज, पूरा बोडोलैंड क्षेत्र शांत है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोडोलैंड समझौते पर हस्ताक्षर किया। 1500 से ज्यादा प्रतिबंधित समूहों ने शांति समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अपने हथियार डाल दिए। पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने के मकसद से यह समझौता काफी अहम है।"
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने बताया कि पीएम मोदी ने बोडोलैंड इलाके में कम से कम 1500 करोड़ रुपये की सरकारी परियोजनाओं की सौगात दी है।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के विकास पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने पूर्वोत्तर को विकसित करने के मकसद से कई पहल किए हैं, जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग और हवाई अड्डों का निर्माण शामिल है। ऐसा करके पूर्वोत्तर को मुख्य भारत से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।"
नड्डा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने एक्ट ईस्ट पॉलिसी लागू की जिससे पूर्वोत्तर भारत में विकास की बयार बह रही है। उन्होंने पूर्वोत्तर में समृद्धि लाने के लिए कई सरकारी पहलों की रूपरेखा तैयार की है।
इस बीच, बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि असम में कांग्रेस विभाजनकारी राजनीति में शामिल थी। देश की सर्वाधिक पुरानी पार्टी पूर्वोत्तर राज्य में शांति स्थापित करने में नाकाम रही।
नड्डा ने कहा, हमने क्षेत्र के 70 प्रतिशत क्षेत्रों से सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम (एएफएसपीए) हटा लिया है। यह पूर्वोत्तर में शांति लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
नड्डा ने दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार सत्ता में आते हैं, तो भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पर्याप्त आर्थिक प्रगति देखने को मिल रही है। आगे भारत समस्त विश्व की अगुवाई करता हुआ दिखेगा।
इस बीच, नड्डा ने सभी से नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए जमकर मतदान करने की अपील की।
विशेष रूप से, यूपीपीएल कोकराझार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहा है, जहां 7 मई को तीसरे चरण में मतदान होगा।
(आईएएनएस)
जालौन (उप्र), 18 अप्रैल जिले के आलमपुर इलाके में घर की छत पर कपड़ा सुखाने के लिए बांधे गए लोहे के तार में उतरे बिजली के करंट की चपेट में आए पिता को बचाने के प्रयास में उसके 25 वर्षीय बेटे की मौत हो गई, जबकि दूसरा बेटा घायल हो गया।
पुलिस ने बताया कि करंट की चपेट में आकर एक व्यक्ति और उसके दोनों बेटे घायल हो गये थे, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसके एक बेटे की मौत हो गई जबकि पिता-पुत्र का इलाज जारी है।
प्रभारी निरीक्षक कालपी कामता प्रसाद ने बताया कि अधिवक्ता कमलेश अहिरवार अपने परिवार के साथ कोतवाली कस्बा के मोहल्ला आलमपुर में रहते हैं। अधिवक्ता अहिरवार बृहस्पतिवार सुबह कपड़े छत पर बांधे गये तार पर फैलाने लगे तभी तार मैं बिजली का करंट उतर गया।
उन्होंने बताया कि करंट की चपेट में आये पिता को बचाने के लिए उनके दोनों पुत्र 25 वर्षीय विनीत और 22 वर्षीय रोहन तार खींचने लगे जिसके कारण ये दोनों भी करंट की चपेट में आ गए।
करंट लगने पर पिता-पुत्र ने चिल्लाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर पड़ोस के लोग छत पर पहुंचे और घायल हुए दोनों युवकों समेत उनके पिता को अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन विनीत ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। विनीत के घायल भाई और पिता का इलाज जारी है।
विनीत का शव पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।(भाषा)
बोकारो, 18 अप्रैल । यकीन नहीं होता है कि जो भारत आज चांद तक पहुंच चुका है...जिस भारत में आज हर हाथ में मोबाइल फोन है, उस भारत के लोग दो बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। यहां तक कि बच्चे अपनी पढ़ाई छोड़ कर पानी लेने के लिए कतार में लगते हैं।
झारखंड के बोकारो जिले के पिंड्राजोड़ा थाना क्षेत्र के ग्वालाडीह गांव में लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। कई दफा यहां के बाशिंदे जिला प्रशासन को इससे अवगत करा कर इसके निराकरण की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
यहां के लोग जहां पानी की बूंद–बूंद के लिए मुहाल हो चुके हैं, वहीं दूसरी तरफ स्कूल जाने वाले छात्र स्कूल जाने के बजाय पानी की कतारों में लग रहे हैं, ताकि उन्हें पानी मिल सके। लेकिन अफसोस इन कतारों में लगने के बावजूद भी इन्हें पानी नसीब नहीं हो पा रहा है, जिसकी वजह से ये बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। इससे इनकी पढ़ाई का भी नुकसान हो रहा है।
ऐसे में पानी की वजह से इन मासूम बच्चों का भविष्य भी अधर में लटक गया है। ऐसे एक या दो नहीं, बल्कि अनेकों बच्चे इस मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं।
ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराने के लिए यहां जिला प्रशासन की ओर से सौर ऊर्जा से संचालित पानी टंकी जलमीनार भी स्थापित किए गए हैं, लेकिन फिर भी यहां के लोगों को पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसकी भी शिकायत ग्रामीण जिला प्रशासन से कर चुके हैं, लेकिन इसका कोई निराकरण नहीं निकल पाया है।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य घटक दलों के नेता ‘डराने-धमकाने’ की राजनीति कर रहे हैं और निर्वाचन आयोग को विपक्षी नेताओं के हालिया बयानों का स्वत: संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता नजरुल इस्लाम ने पिछले दिनों ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 400 फुट नीचे दफनाने की खुलेआम धमकी दी थी।’’
पूनावाला ने कहा, ‘‘झामुमो और ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता नजरुल इस्लाम ने देश की जनता द्वारा निर्वाचित प्रधानमंत्री को मारने और दफनाने की धमकी देकर देश की जनशक्ति का अपमान किया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि झामुमो नेता के बयान ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन की सोच को दिखाते हैं।
भाजपा नेता ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को नजरुल इस्लाम के बयानों पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।’’
पूनावाला ने कहा, ‘‘दुर्व्यवहार, अपमान और डराने-धमकाने की यह राजनीति कोई संयोग नहीं बल्कि (विपक्ष की) सोची-समझी साजिश है। दो दिन पहले कांग्रेस के एक उम्मीदवार ने यह कहकर मोदी को मारने की बात कही थी कि वह आएंगे (चुनाव जीतेंगे) और मोदी मर जाएंगे।’’
इस्लाम ने मोदी के खिलाफ अपने अपमानजनक बयान के लिए बुधवार को माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को आहत करने का नहीं था।
भाजपा की झारखंड इकाई ने मंगलवार को मोदी के खिलाफ इस्लाम के बयानों के मामले में उच्चस्तरीय जांच और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की।
पूनावाला ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने हाल में एक आवासीय सोसायटी के निवासियों को धमकी दी थी कि अगर वे उनके भाई डी के सुरेश के लिए वोट नहीं डालेंगे तो उन्हें पानी की आपूर्ति नहीं की जाएगी।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि इससे पहले कर्नाटक के मंत्री डी सुधाकर ने धमकी दी थी कि अगर लोग कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में वोट नहीं डालते हैं तो 25 करोड़ रुपये का विशेष अनुदान नहीं मिलेगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल भारत निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि केरल के कासरगोड में मतदान के अभ्यास के दौरान ‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ (ईवीएम) में एक अतिरिक्त वोट दिखने के आरोप झूठे हैं।
शीर्ष अदालत उन याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी जिनमें ईवीएम के माध्यम से डाले गए वोट का ‘वोटर वेरिफियेबिल पेपर ऑडिट ट्रेल’ (वीवीपीएटी) से पूरी तरह सत्यापन करने का अनुरोध किया गया था।
वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त नीतेश कुमार व्यास ने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता की पीठ से कहा, ‘‘ये खबरें गलत हैं। हमने जिलाधिकारी से आरोपों की पड़ताल की है और यह बात सामने आई है कि ये गलत हैं। हम अदालत में विस्तृत रिपोर्ट जमा करेंगे।’’
व्यास पीठ को ईवीएम की कार्यशैली के बारे में बताने के लिए अदालत में उपस्थित थे।
इससे पहले आज दिन में शीर्ष अदालत ने निर्वाचन आयोग की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह से इस मुद्दे पर विचार करने को कहा था। अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने इस मुद्दे को उठाया था।
याचिकाकर्ता एनजीओ ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ की ओर से भूषण ने अदालत से कहा कि इस तरह की खबरें हैं कि ईवीएम ‘मॉक पोल’ की कवायद के दौरान एक अतिरिक्त वोट दर्शा रही थीं। (भाषा)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल । दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आम) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले केस में तिहाड़ जेल में बंद हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने घंटों की पूछताछ के बाद 21 मार्च को उन्हें शराब घोटाले में गिरफ्तार कर लिया था।
इसी बीच दिल्ली की एक अदालत में गुरुवार को सीएम केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान ईडी ने केजरीवाल को लेकर बड़ा दावा किया है।
ईडी का आरोप है कि सीएम केजरीवाल बेल लेने के लिए जानबूझकर जेल में मीठा खा रहे हैं। जबकि, उन्हें टाइप-2 डायबिटीज है। फिर भी वह जेल में आलू-पूड़ी, आम और मिठाइयां खा रहे हैं।
ईडी ने कोर्ट के सामने कहा कि केजरीवाल, शुगर लेवल बढ़ा हुआ है, इसका हवाला देकर जमानत के लिए आधार बनाना चाहते हैं। कोर्ट ने तिहाड़ जेल से अरविंद केजरीवाल के डाइट चार्ट को लेकर रिपोर्ट भी मांगी है।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बीते दिनों कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी, जिसमें उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाते हुए कहा था कि वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हेल्थ की चेकअप के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहते हैं।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल गेमिंग उद्योग निकाय ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (एआईजीएफ) ने कहा कि विदेशी अवैध सट्टेबाजी तथा जुए से जुड़ी इकाइयां सरकारी खजाने को प्रति वर्ष 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान पहुंचा रही हैं। संगठन ने सरकार से ऐसे मंचों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की है।
एआईजीएफ के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोलैंड लैंडर्स ने कहा कि विदेशी संस्थाएं अवैध सट्टेबाजी और जुए से विभिन्न खेलों को जोड़ती हैं, जिससे उपयोगकर्ता वैध तथा अवैध गेमिंग के बीच अंतर नहीं कर पाते।
उन्होंने कहा कि अवैध विदेशी इकाइयां उपयोगकर्ताओं को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे भारत में वैध उद्योग को भी नुकसान पहुंच सकता है।
लैंडर्स ने कहा, ‘‘ विदेशी अवैध सट्टेबाजी तथा जुआ मंच एक साल में 12 अरब अमेरिकी डॉलर की राशि एकत्र कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि सरकार को जीएसटी राजस्व में कम से कम 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो रहा है।’’
उन्होंने कहा कि विदेशी संस्थाओं ने उपयोगकर्ताओं को लुभाने के लिए मौजूदा आईपीएल सीजन के दौरान विज्ञापनों में वृद्धि की है। उनमें से कुछ इतनी हिम्मत दिखा रहे हैं कि उनके मंच पर कोई जीएसटी या टीडीएस नहीं लगने का बेबाकी से प्रचार कर रहे हैं।
लैंडर्स ने कहा, ‘‘ विदेशी इकाइयां अक्सर उपयोगकर्ताओं को नुकसान पहुंचाती हैं और उपयोगकर्ता अवैध तथा वैध गेम के बीच भ्रमित हो जाते हैं। अवैध विदेशी सट्टेबाजी और जुआ मंच के खतरे पर कठोरता से अंकुश लगाया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि अवैध मंचों के खतरे को रोकने में मदद के लिए सरकार को स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) जैसे मॉडल में तेजी लानी चाहिए।
लैंडर्स ने कहा, ‘‘ विदेशी संस्थाओं का भारत में कोई अधिकारी नहीं है। एसआरओ जैसी संस्था द्वारा जांच से वैध और अवैध मंचों के बीच अंतर करने में मदद मिल सकती है।’’
सरकार ने एसआरओ लाने का प्रस्ताव रखा था लेकिन 90 दिन की निर्धारित समय सीमा के भीतर ऐसा नहीं किया जा सका।
उद्योग से जुड़ी कुछ कंपनियों ने एसआरओ की स्थापना के लिए आवेदन किया था।
लैंडर्स ने कहा कि एआईजीएफ को कंपनियों द्वारा दिए आवेदन पर कोई अद्यतन जानकारी नहीं मिली है। (भाषा)
श्रीनगर, 18 अप्रैल । वरिष्ठ गुज्जर और बकरवाल नेता मियां अल्ताफ अहमद ने गुरुवार को नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार के रूप में अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट के लिए नामांकन कर दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, पार्टी नेताओं और सैकड़ों समर्थकों के साथ मियां अल्ताफ ने अनंतनाग में जिला विकास आयुक्त के कार्यालय में नामांकन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी गुरुवार को इसी सीट से नामांकन कर रही हैं।
सैयद अल्ताफ बुखारी की अध्यक्षता वाली जम्मू-कश्मीर अपनी पार्टी इस सीट से जफर इकबाल मन्हास को मैदान में उतार रही है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री व डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के गुलाम नबी आजाद ने अब इस क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है।
भाजपा ने अभी तक कश्मीर की तीन लोकसभा सीटों में से किसी के लिए भी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है और न ही किसी को समर्थन देने की घोषणा की है।
कांग्रेस घाटी की तीनों लोकसभा सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस का समर्थन कर रही है। इसी प्रकार नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू संभाग की दो लोकसभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों का समर्थन किया है।
(आईएएनएस)
गोड्डा, 18 अप्रैल झारखंड के गोड्डा जिले में जबरन वसूली के एक आरोपी की धरपकड़ के अभियान के दौरान पुलिस की कथित गोलीबारी में विशेष संकटापन्न आदिवासी समूह (पीवीटीजी) का 30 वर्षीय एक व्यक्ति मारा गया। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
मृतक के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि पुलिस की गोली लगने से उसकी जान गयी । उन्होंने मांग की जिस पुलिसकर्मी ने उसपर गोली चलायी , उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
गोड्डा के पुलिस अधीक्षक नाथू सिंह मीणा ने बताया कि इस घटना की जांच तथा जरूरी कानूनी कार्रवाई करने के लिए उपसंभागीय पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष दल बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि मृतक की पहचान बाबा डांगा पारा के निवासी हरि नारायण पहाड़िया के रूप में हुई है। बाबा डांगा पारा झारखंड की राजधानी रांची से करीब 350 किलोमीटर दूर है।
पुलिस के एक बयान के अनुसार, उसकी एक टीम बेनाडिक हेम्ब्रम नामक व्यक्ति के घर पर छापा मारने के लिए बुधवार शाम को बाबा डांगा पारा गयी थी। उससे पहले 16 अप्रैल को सुंदर पहाड़ी पुलिस थाने में जबरन वसूली की एक प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।
बयान में कहा गया है, ‘‘ छापे के दौरान पुलिस ने घर से एक व्यक्ति को भागते हुए देखा। सहायक उपनिरीक्षक राजनाथ यादव ने उसे रूकने का आदेश दिया लेकिन उसने भागने की कोशिश की। उसे पकड़ने के क्रम में गोलियां चलीं तथा उस व्यक्ति (हरि नारायण) के बांये कंधे में गोली लग गयी।’’
बयान के मुताबिक, इस घायल व्यक्ति को सुंदर पहाड़ी के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया।
इस बीच, हरि नारायण के बड़े भाई कामदेव पहाड़िया ने पुलिस के इस आरोप का खंडन किया कि वह घर से भाग रहा था।
कामदेव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘यह घटना नदी के तट पर हुई जहां मेरा भाई शौच कर रहा था। मेरे भाई को जान-बूझकर गोली मारी गयी लेकिन हमें इसकी वजह का पता नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि उनका परिवार उस पुलिसकर्मी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएगा जिसने उनके भाई पर गोली चलायी।
कामदेव ने कहा, ‘‘ मेरा भाई किसान था.....उसकी दो बेटियां और एक बेटा है। वह परिवार में एकमात्र कमाने वाला था। अब उसकी पत्नी एवं बच्चों की देखभाल कौन करेगा?’’
कामदेव ने उन सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किये जाने की मांग की जो इस पुलिस दल का हिस्सा थे। उन्होंने उनके भाई पर कथित रूप से गोली चलाने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। (भाषा)
नोएडा, 18 अप्रैल नोएडा में सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती कर एक छात्रा के साथ कथित रूप से बलात्कार की कोशिश करने के सिलसिले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
नॉलेज पार्क थाने के प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि बीती रात को एक एक छात्रा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि सालभर पहले सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी अलीगढ़ के मोहम्मद अमानुल्लाह फारुकी से दोस्ती हुई थी तथा फारूकी ने बहला-फुसलाकर उससे उसके निर्वस्त्र फोटो और वीडियो मांग लिये।
थाना प्रभारी के मुताबिक आरोपी ने बाद में उसे ब्लैकमेल करते हुए मिलने के लिए एक होटल में बुलाया जहां उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। लेकिन छात्रा किसी तरह यहां से बच निकली।
कुमार ने शिकायत के हवाले से बताया कि आरोपी ने इसके बाद फिर उसे फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए दिल्ली के एक होटल में बुलाया और वहां बंधक बना उससे छेड़छाड़ करता रहा। इसके बाद आरोपी ने 13 मार्च को छात्रा के हॉस्टल के बाहर भी उससे जबर्दस्ती करने की कोशिश की। जब छात्रा ने विरोध किया तो उसने उसकी मां, उसके परिजनों और अन्य परिचितों को मोबाइल फोन पर उसकी अश्लील फोटो और वीडियो भेज दिये।
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने इस बात की शिकायत आरोपी के पिता सैफुल्लाह फारूकी और भाई से की तो उन्होंने उसे धमकी दी।
थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में पीड़िता की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है। (भाषा)
ठाणे, 18 अप्रैल संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा उत्तीर्ण करना 32 वर्षीय प्रशांत सुरेश भोजने का सपना था जिसे हकीकत में बदलने के लिए उन्होंने हर मुश्किल का मजबूती से सामना किया। प्रशांत की मां महाराष्ट्र के ठाणे शहर में नगर निगम में एक सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं।
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2023 का अंतिम परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया और प्रशांत ने इस परीक्षा में 849वां स्थान प्राप्त किया।
प्रशांत ने अपने सपने को पूरा करने की शुरुआत 2015 में की थी और आखिरकार उन्होंने अपने नौवें प्रयास में सफलता प्राप्त की।
खरतान रोड स्वीपर कॉलोनी में रहने वाले लोगों के लिए प्रशांत की उपलब्धि खुशियां लेकर आई। प्रशांत का परिवार यहां रहता है और बुधवार रात को इस खुशी के मौके पर लोगों ने जश्न मनाया। कुछ स्थानीय नेताओं ने भी इस जश्न में हिस्सा लिया।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि प्रशांत की मां ठाणे नगर निगम में सफाईकर्मी के रूप में काम करती हैं और पिता निगम में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं। इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी करने वाले प्रशांत का मन नौकरी करने का नहीं था और उनका सपना हमेशा से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी बनने का था।
प्रशांत ने 'पीटीआई-भाषा' से कहा कि यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करते हुए उन्होंने 2020 में दिल्ली में एक परीक्षा कोचिंग संस्थान में काम करना शुरू कर दिया था, जहां उन्हें अभ्यर्थियों के मॉक परीक्षा पत्रों की जांच करने का काम दिया गया था।
उन्होंने कहा, ''इस तरीके से मैंने पढ़ाई के साथ-साथ आजीविका भी कमाई।''
उन्होंने कहा कि उनके परिजन अक्सर उनसे कहते थे कि परीक्षा देना बंद कर घर लौट आओ लेकिन उन्हें विश्वास था कि एक न एक दिन वह अपना मुकाम हासिल जरूर करेंगे।
प्रशांत ने कहा, ''जब मैं यूपीएससी परीक्षा दे रहा था तो मेरे परिजन भी चुपचाप सब सह रहे थे लेकिन उन्हें अब इसका फल मिल गया है।''
प्रशांत के पिता सुरेश भोजने ने कहा कि वह इस बात को लेकर बेहद खुश हैं कि उनके बेटे ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली है।
उन्होंने कहा, ''पहले मैं चाहता था कि मेरा बेटा नौकरी करे लेकिन अब हमें लगता है कि जो उसने किया, सही किया।'' (भाषा)
मंडला, 18 अप्रैल मध्य प्रदेश के मंडला जिले में बृहस्पतिवार को चुनाव कार्य में लगे एक सरकारी कर्मचारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि करीब 40 साल के मनीराम कांवरे एक पॉलिटेक्निक कॉलेज से चुनाव संबंधी सामग्री लेने के बाद मंडला (सुरक्षित) लोकसभा क्षेत्र के बिछिया जा रहे थे, तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा।
उन्होंने बताया कि आदिवासी विभाग से जुड़े कांवरे को मंडला जिला अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि उनके परिजनों के लिए 15 लाख रुपये की सहायता मंजूर की गई है। उन्होंने बताया कि अचानक दिल का दौरा पड़ने से कांवरे की मौत हो गई।
राजन ने कहा, ‘‘हमने मंडला में आदिवासी विभाग के अधिकारियों को कांवरे की पत्नी को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्देश दिया है।’’
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को मंडला सीट पर मतदान होगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल आबकारी नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ‘टाइप 2’ मधुमेह होने के बावजूद हर दिन आम और मिठाई जैसे उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थ खा रहे हैं ताकि चिकित्सा आधार पर उन्हें जमानत मिल सके। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को यहां की एक अदालत के समक्ष यह दावा किया।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी मामलों की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा के समक्ष ईडी ने यह दावा किया।
न्यायमूर्ति बावेजा ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों को केजरीवाल के आहार चार्ट सहित मामले में एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।
केजरीवाल ने मधुमेह के स्तर में उतार-चढ़ाव के कारण वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने डॉक्टर से परामर्श करने की अनुमति मांगने के लिए अदालत का रुख किया है।
न्यायाधीश ने संबंधित अधिकारियों को कल तक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया। अदालत कल इस मामले पर दोबारा सुनवाई कर सकती है।
ईडी ने अदालत से कहा, ‘‘टाइप 2 डायबिटीज होने के बावजूद अरविंद केजरीवाल उच्च शर्करा वाले खाद्य पदार्थ खा रहे हैं। वह प्रतिदिन आलू पूड़ी, आम, मिठाई खा रहे हैं। ऐसा चिकित्सा आधार पर जमानत पाने के लिए किया जा रहा है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 18 अप्रैल उच्चतम न्यायालय द्वारा चुनावी बॉण्ड योजना को रद्द किए जाने के बाद से राजनीतिक दलों को धन देने का मामला चर्चा में है और ऐसे में पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त एस वाई कुरैशी ने एक राष्ट्रीय कोष स्थापित करने की वकालत की है।
कुरैशी ने कहा कि इस राष्ट्रीय कोष में कार्पोरेट जगत के लोग दान कर सकेंगे और फिर इससे धन दलों के उनके पिछले चुनाव में प्रदर्शन के हिसाब से दिया जाए।
कुरैशी ने कहा कि चुनाव के लिए पैसा देने के बजाय राजनीतिक दलों को धन देना बेहतर विकल्प होगा क्योंकि इससे दलों की संगठनात्मक जरूरतों को पूरा करने और राजनीतिक क्रियाकलापों में मदद मिलेगी।
उन्होंने ‘‘पीटीआई वीडियो’’ को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि जब 2017 में चुनावी बॉण्ड योजना लाई गई थी तब इसमें पारदर्शिता की बात कही गई थी लेकिन इसने उस पारदर्शिता को भी ‘‘नष्ट’’ कर दिया जो उस वक्त तक मौजूद थी।
कुरैशी जुलाई 2010 से जून 2012 के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त थे। उन्होंने कहा,‘‘ याद कीजिए तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली का भाषण जिसकी शुरुआत उन्होंने यह कहते हुए की थी कि राजनीतिक दलों को मिलने वाले धन की पारदर्शिता के बिना स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ यह सुनना हमारे लिए मधुर था क्योंकि हम भी कब से यही कह रहे थे। उनका दूसरा वाक्य भी बेहतरीन था कि पिछले 70 वर्ष में हम पारदर्शिता नहीं ला सके हैं...।’’
कुरैशी ने कहा,‘‘ और हमें उम्मीद थी कि उनका तीसरा वाक्य यह होगा कि अब हम पारदर्शिता लाएंगे और इस तरह से लाएंगे।’’
कुरैशी ने कहा, ‘‘ लेकिन उन्होंने उस समय तक मौजूद सभी पारदर्शिता को खत्म कर दिया। जो पारदर्शिता बची वह यह थी कि 20,000 रुपये से अधिक के प्रत्येक दान की सूचना निर्वाचन आयोग को दी जाती थी।’’
कुरैशी ने कहा कि दान देने वाले बहुत होशियार और चतुर हैं, वे सभी दलों को दान देते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप राष्ट्रीय चुनाव कोष में दान देते हैं तो वहां से दलों को पैसा वितरित किया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक कॉर्पोरेट दान को 100 प्रतिशत आयकर राहत जैसे प्रोत्साहन दिए जा सकते हैं (भाषा)
तिरुवनंतपुरम, 18 अप्रैल । केरल में लोकसभा चुनाव में महज एक सप्ताह का समय रह गया है। यहां तीनों राजनीतिक मोर्चे काफी उत्साहित हैं। सभी को उम्मीद है कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
2019 के आम चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूडीएफ को 47.48 प्रतिशत वोट और 19 सीटें मिली थी, जबकि सीपीआई-एम के नेतृत्व वाले वामपंथ को 36.29 प्रतिशत वोट और सिर्फ एक सीट मिली। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को 15.64 प्रतिशत वोट मिला और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तिरुवनंतपुरम में रहा जहां वो दूसरे स्थान पर रही।
अगर यूडीएफ इस बार पिछली बार से बेहतर करना चाहती है तो उसे सभी 20 सीटें जीतनी होंगी।
कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष एम.एम. हसन इस बार क्लीन स्वीप की उम्मीद कर रहे हैं।
हसन ने कहा, “मतदाता जानते हैं कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली भ्रष्ट सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पूरी तरह से विफल है। इसलिए, हम क्लीन स्वीप को लेकर आश्वस्त हैं।''
यूडीएफ सीएम विजयन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर और मोदी सरकार की नीतियों को लेकर आश्वस्त है कि वो इस बार पहले से अच्छा प्रदर्शन करेगी।
उधर सीएम विजयन, जो 14 जिलों के तूफानी दौरे पर हैं, आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
विजयन ने कहा, "2019 के चुनावों की तुलना में इस बार हम अच्छा प्रदर्शन करने जा रहे हैं और यही हम अनुमान लगा सकते हैं। कांग्रेस सीएए के मुद्दे पर चुप है और इससे पता चलता है कि वे लोग संघ परिवार की ताकतों से जुड़े हुए हैं।”
मुख्यमंत्री को लगता है कि 24 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता अब तक यह समझ चुके हैं कि केवल वामपंथियों पर ही भरोसा किया जा सकता है और कांग्रेस को वोट देने का मतलब अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को वोट देना है।
(आईएएनएस)