राष्ट्रीय
भोपाल, 13 मार्च । मध्य प्रदेश के मंडीदीप में मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में 65.53 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री डाॅ. यादव ने राज्य में जारी विकास कार्यों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज मंडीदीप में आयोजित कार्यक्रम में 65.53 करोड़ रुपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि विकास और जनकल्याण भारतीय जनता पार्टी का लक्ष्य है। मध्य प्रदेश सरकार विकास कार्यों को निरंतर आगे बढ़ा रही है। आज मंडीदीप में 65.53 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन और शिलान्यास होना विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का पर्याय है।
कार्यक्रम के दौरान हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी सहित कई भाजपा नेता मौजूद रहे।
(आईएएनएस)
हल्द्वानी, 13 मार्च । हल्द्वानी के बनभूलपुरा में 8 फरवरी को हुई हिंसा और आगजनी की घटना में 6 करोड़ का नुकसान हुआ था, सबसे ज्यादा 2.68 करोड़ का नुकसान नगर निगम को हुआ था। अब नगर निगम ने नुकसान की भरपाई शुरू कर दी है।
इस हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक की संपत्ति कुर्क करने के लिए उसके घर पर नोटिस चस्पा किया गया है। इसकी जानकारी नैनीताल जेल में बंद अब्दुल मलिक को भी दी गई। लेकिन, अब्दुल मलिक की ओर से कोई भी राजस्व वसूली समय अवधि पर तहसील नहीं पहुंचा था। जिसके बाद प्रशासन ने उसकी संपत्ति कुर्क करने का मन बना लिया है।
बता दें कि 14 फरवरी को नगर निगम ने अब्दुल मलिक को 2.44 करोड़ से अधिक की वसूली का नोटिस भेजा था। राशि जमा नहीं होने पर निगम ने आरसी जारी कर डीएम को रिपोर्ट भेजी। डीएम ने तहसीलदार को आरसी भेजकर वसूली के निर्देश दिए थे।
तहसीलदार सचिन कुमार ने 2.68 करोड़ करोड़ का वसूली पत्र अब्दुल मलिक के घर चस्पा कराया। तहसीलदार सचिन कुमार ने बताया कि 11 मार्च तक अब्दुल मलिक को राजस्व वसूली के तहत पैसे जमा करने थे। समय अवधि पर पैसा जमा नहीं कराया गया था। जिसके बाद अब संपत्ति की कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 13 मार्च । अन्नाद्रमुक से निष्कासित नेता और तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) पार्टी के चुनाव चिह्न 'दो पत्तियों' के लिए फिर से दावा करेंगे। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अन्नाद्रमुक से ओपीएस और उनके करीबी सहयोगियों के निष्कासन के बाद, पार्टी पर पूरा नियंत्रण तमिलनाडु विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एडप्पादी पलानीस्वामी (ईपीएस) के पास है।
ओपीएस के निष्कासन के खिलाफ कई अदालती मामले खारिज कर दिए गए, जबकि 'दो पत्तियों' के निशान के लिए अभी भी कुछ अदालती मामले लंबित हैं।
भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने हाल ही में ईपीएस को एक नोटिस भेजकर 'दो पत्तियाँ' चुनाव चिह्न जब्त करने के लिए सूर्यमूर्ति नामक एक व्यक्ति द्वारा दायर याचिका का जवाब देने के लिए कहा था, क्योंकि कई सिविल मुकदमे अदालतों में लंबित थे।
यदि चुनाव चिह्न जब्त कर लिया जाता है, तो यह ईपीएस गुट के लिए एक बड़ा झटका होगा जो अधिकतम संभव सीटें जीतने की बेताब कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि ओपीएस ने भाजपा नेतृत्व के साथ दो दौर की चर्चा की है, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रतिनिधि, केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह और जी. किशन रेड्डी शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ओपीएस ने भाजपा नेतृत्व से अपनी तरफ से 15 लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट आवंटित करने का अनुरोध किया है।
चूंकि भाजपा एक स्थानीय द्रविड़ संगठन का समर्थन चाह रही है, इसलिए ओपीएस द्वारा दिया गया समर्थन उसके लिए एक वरदान बन गया है, क्योंकि जिस थेवर समुदाय से ओपीएस आते हैं, वह दक्षिण तमिलनाडु के कई हिस्सों में शक्तिशाली है।
भाजपा के नए समर्थन के साथ, ओपीएस ने अपने गुट को 'दो पत्तियाँ' चुनाव चिह्न मिलने और राज्य से अधिकतम सीटें जीतने का भरोसा जताया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 मार्च । भोजपुरी पावर स्टार पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने का निर्णय किया है। इसकी जानकारी खुद पवन सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के जरिए दी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की थी। लेकिन, सोशल मीडिया पर विरोध होने के चलते उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने में असमर्थता जताई थी। इसी बीच बुधवार को उन्होंने चुनाव लड़ने का फैसला लिया।
पवन सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "मैं अपने समाज, जनता जनार्दन और मां से किया हुआ वादा पूरा करने के लिए चुनाव लडूंगा। आप सभी का आशीर्वाद एवं सहयोग अपेक्षित है। जय माता दी।"
इससे पहले पवन सिंह ने आसनसोल से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने में असमर्थता जताते हुए लिखा था, ''भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास कर आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया। लेकिन, किसी कारणवश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।''
दरअसल, भाजपा द्वारा पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से पावर स्टार पवन सिंह को उम्मीदवार बनाए जाने के बाद सोशल मीडिया पर टीएमसी नेताओं ने जमकर ट्रोल किया था। उनके गानों को लेकर खिंचाई की थी। जिसके बाद पवन सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था।
बता दें कि भोजपुरी एक्टर पवन सिंह बिहार के आरा के रहने वाले हैं। वह आरा से चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन, भाजपा ने उन्हें आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था। फिलहाल, आसनसोल से शत्रुघ्न सिन्हा तृणमूल कांग्रेस से सांसद हैं और टीएमसी ने उन्हें फिर से इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है।
(आईएएनएस)
सासाराम, 13 मार्च । बिहार के रोहतास जिले के चेनारी थाना क्षेत्र में बुधवार को गुप्ताधाम जाने के क्रम में एक पिकअप वैन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में चार लोगो की मौत हो गई, जबकि 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं।
मरने वालों में सभी महिलाएं हैं।
पुलिस के मुताबिक, भोजपुर जिले के शाहपुर के कई लोग एक पिकअप वैन पर सवार होकर गुप्ता धाम महादेव के मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान चेनारी थाना के गायघाट के समीप वैन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में जा गिरी।
चेनारी के थाना प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि इस दुर्घटना में चार महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि करीब 20 अन्य लोग घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मीना देवी, परमेशरा देवी, चंद्रावती देवी और तेतरा देवी के रूप में की गई है। सभी भोजपुर के शाहपुर के रहनी वाली थी।
उन्होंने बताया कि सभी लोग गुप्ताधाम एक बच्चे का मुंडन कराने जा रहे थे और यह हादसा हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(आईएएनएस)
पटना, 13 मार्च । बिहार के रोहतास और मुजफ्फरपुर जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रों में बुधवार को हुए सड़क हादसों में नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो गए। मुजफ्फरपुर जिले के रामपुर हरी थाना क्षेत्र में सुबह एक भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि पांच से अधिक लोग घायल हो गए।
पुलिस के मुताबिक, पूर्वी चंपारण के चकिया से एक बारात में शिरकत करने के बाद कुछ लोग एक बोलेरो गाड़ी में सवार होकर वापस अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान एक अनियंत्रित ट्रक ने बोलेरो को टक्कर मार दी। बताया जाता है कि इस दुर्घटना में मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई।
स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में घायलों को इलाज के लिए मुजफ्फरपुर के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान एक और व्यक्ति की मौत हो गई।
इधर, रोहतास जिले के चेनारी थाना क्षेत्र में बुधवार को गुप्ताधाम जाने के क्रम में एक पिकअप वैन अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में चार लोगो की मौत हो गई जबकि अन्य 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों में सभी महिलाएं हैं।
पुलिस के मुताबिक, भोजपुर जिले के शाहपुर के कई लोग एक पिकअप वैन पर सवार होकर गुप्ताधाम महादेव के मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान चेनारी थाना के गायघाट के समीप वैन अनियंत्रित होकर सड़क किनारे खाई में जा गिरी।
चेनारी के थाना प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि इस दुर्घटना में चार महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि करीब 20 अन्य लोग घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान मीना देवी, परमेशरा देवी, चंद्रावती देवी और तेतरा देवी के रूप में की गई है। सभी भोजपुर के शाहपुर की रहने वाली थी। सभी लोग गुप्ताधाम एक बच्चे का मुंडन कराने जा रहे थे और यह हादसा हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरू, 13 मार्च । कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा है कि हावेरी जिले के ब्यादगी एपीएमसी बाजार में ब्यादगी लाल मिर्च की कीमत में गिरावट के बाद भड़की हिंसा के मामले में अब तक 42 किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि आंध्र प्रदेश के नेल्लोर क्षेत्र में हिंसा में संलिप्त लोगों को पकड़ने के लिए दूसरी टीम को भेजा गया है।
उन्होंने कहा, "जो बाहर आए, वो तो बच गए। अब अन्य लोगों की तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है।"
ब्यादगी मिर्च की कीमत में गिरावट के बाद किसानों का क्रोध अपने चरम पर पहूुंच गया था। कीमत 20 हजार प्रति क्विंटल से घटकर 8 हजार प्रति क्विंटल के आसपास आ गई थी।
बता दें कि जैसे ही मिर्ची की कीमत घोषित हुई, उग्र किसानों ने बाजार पर पथराव करना शुरू कर दिया। यही नहीं, परिसर में खड़े वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया। वहीं, कुछ प्रदर्शनकारी ऑफिस के अंदर जबरन घुसे और फर्नीचर, ग्लास सहित अन्य सामान को तहस-नहस करने लगे।
बता दें कि इस घटना में अब तक 10 बाइक और एक कार जलकर खाक हो गई।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 मार्च । भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने सीएए को लेकर विपक्षी नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों को पूरी तरह से झूठ बताते हुए कहा है कि सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले दलों को इसके बारे में झूठ बोलना बंद कर देना चाहिए।
रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएए को लेकर विचित्र बयान दिया है कि बाहर के लोग नौकरी ले लेंगे। उन्होंने कहा कि यह कौन सा तर्क है। बार-बार यह कहा जा रहा है कि इससे ना किसी की नौकरी ली जाएगी और ना ही किसी की नागरिकता ली जाएगी।
प्रसाद ने अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी और लेफ्ट पार्टियों सहित देश के अन्य विपक्षी दलों पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि रोहिंग्या का समर्थन करने वाले आस्था के नाम पर प्रताड़ित होकर भारत आने वाले लोगों को नागरिकता का संरक्षण देने वाले कानून का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ये कानून उनके लिए है जो आस्था के नाम पर प्रताड़ित होकर पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से भारत आए हैं, जिन्हें हिन्दू, सिख ,ईसाई और पारसी होने के कारण प्रताड़ित होकर भारत आना पड़ा।
प्रसाद ने सवाल पूछा कि क्या आस्था के नाम पर प्रताड़ित होने वाले इन लोगों को कानूनी माध्यम से नागरिकता का सरंक्षण देना भारत का नैतिक, संवैधानिक और सांस्कृतिक अधिकार है या नहीं ?
उन्होंने आगे कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने बार-बार कहा है कि इससे किसी की नागरिकता नहीं छिनेगी। गृह विभाग ने भी कहा है कि सीएए देश के मुसलमानों के विरोध में कुछ नही कहता। लेकिन इसके बावजूद ये नेता सीएए पर झूठ का व्यापार कर रहे हैं और इसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि आखिर ये दल वोट बैंक के लिए कहां तक जाएंगे।
(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 13 मार्च । कोझिकोड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में तीन अलग-अलग राजनीतिक मोर्चे के अनुभवी दिग्गजों की लड़ाई देखने को मिलेगी।
कांग्रेस ने अपने अनुभवी सीटिंग मेंबर एम.के.राघवन को इस सीट से फिर से उतारा है। उन्होंने 2019 में इस निर्वाचन क्षेत्र से हैट्रिक पूरी की थी और उनका मुकाबला कर रहे हैं बहुमुखी प्रतिभा के धनी सीपीआई-एम के मौजूदा राज्यसभा सदस्य और ट्रेड यूनियन नेता एलामाराम करीम।
भाजपा अपने दिग्गज एम.टी. रमेश को वापस ले आई है, जो 2004 में अपने असफल प्रयास के बाद वापस लौटे हैं।
राघवन को पहली बार बहुत कम अंतर से जीत मिली थी। उनकी जीत का अंतर 2009 में मात्र 838 वोट था जो बढ़कर 2014 में 16,883 हो गया और 2019 में उन्हें 85,225 के अंतर से आसान जीत मिली।
इस बार, यह देखना बाकी है कि उनकी पार्टी के कैडर कैसे प्रतिक्रिया देंगे। वह शशि थरूर के काफी करीबी सहयोगी रहे हैं।
करीम इसी निर्वाचन क्षेत्र से हैं और केरल विधानसभा में कुछ कार्यकाल के बाद एक लोकप्रिय चेहरा हैं। वह एक बार राज्य के उद्योग मंत्री भी रह चुके हैं।
करीम के लिए एक और फायदा यह है कि 2021 के विधानसभा चुनावों में कोझिकोड लोकसभा क्षेत्र के सात विधानसभा क्षेत्रों में से सत्तारूढ़ वामपंथ ने पांच में और कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ ने दो में जीत हासिल की थी।
उधर, आरएसएस कार्यकर्ताओं के बीच बेहद लोकप्रिय नेता रहे रमेश दो दशकों के अंतराल के बाद चुनाव मैदान में लौटे हैं। 2004 में उन्हें 97,000 से अधिक वोट मिले थे।
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को 1,61,216 वोट मिले थे।
यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है। सीएए के लागू होने के साथ सभी की निगाहें अब कोझिकोड पर हैं। यह देखना बाकी है कि मुस्लिम वोट किस तरफ जाएंगे और क्या रमेश भाजपा वोटों की संख्या बढ़ाने में कामयाब होते हैं।
(आईएएनएस)
पटना, 13 मार्च । केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को कहा कि राजद जब सरकार में थी, तब बिहार का विकास ठप हो गया था, विधि व्यवस्था चरमरा गई थी। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि आज जो सीएए कानून का विरोध कर रहे हैं, उनके अंदर मानवता समाप्त हो गई है।
उन्होंने साफ लहजे में कहा कि तुष्टिकरण के लालच में वे ऐसा कर रहे हैं।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर कहा कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है। सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री से जब पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा एक वीडियो जारी कर 17 महीने में विकास के दावे करने के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि वे क्या बोलेंगे। वे कुछ भी कह लें लेकिन जनता जानती है कि वह परिवारवाद और भ्रष्टाचार के पोषक हैं और अपराधियों को संरक्षण देने वाले हैं।
राय ने कहा कि राजद के 17 महीने के शासनकाल में विकास ठप पड़ गया था। अपराध और भ्रष्टाचार बढ़ गया था।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव और राजद को भ्रष्टाचार की नीति से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार परेशान हो गए थे। यही वजह है कि वे एनडीए के साथ आ गए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार के विकास के काम में लगे हैं।
उन्होंने कहा कि 17 महीने जब वह सत्ता में रहे, लूट-खसोट किया। उस दौरान विधि-व्यवस्था चरमरा गई थी। उस दौर में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया गया, अपराधियों को संरक्षण दिया गया।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 13 मार्च । तमिलनाडु में काँग्रेस की सहयोगी और सत्तासीन द्रमुक ने कांग्रेस से तिरुचि, अरनी और करूर लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारने का आग्रह किया है।
हालाँकि, द्रमुक पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य में नौ सीटें जीतने वाली सबसे पुरानी पार्टी को इतनी ही सीटें देने पर सहमत हो गई है।
द्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि जिला इकाइयों सहित स्थानीय द्रमुक इकाइयाँ अरनी और करूर में स्थानीय कांग्रेस नेतृत्व से खुश नहीं हैं, जबकि तिरुचि में द्रमुक एमडीएमके नेता दुरई वाइको को चुनाव लड़ाना चाहती है।
करूर के मौजूदा सांसद जोतिमणि के जेल में बंद पूर्व मंत्री सेंथिल बालाजी के नेतृत्व वाली द्रमुक की करूर इकाई के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं, जो क्षेत्र में पार्टी को नियंत्रित करते हैं।
द्रमुक का अरनी नेतृत्व भी मौजूदा कांग्रेस सांसद एम.के. विष्णुप्रसाद को समर्थन दे रहा है। पार्टी की स्थानीय इकाइयाँ चाहती हैं कि ये दोनों सीटें द्रमुक वापस ले ले।
तिरुचि के लिए, द्रमुक नेतृत्व एमडीएमके नेता वाइको के बेटे दुरई वाइको को मैदान में उतारना चाहता है। स्टालिन इस सीट पर विशेष रुचि ले रहे हैं।
द्रमुक कांग्रेस को कन्याकुमारी, तिरुवल्लूर, कृष्णागिरी, विरुधुनगर और शिवगंगा सीटें आवंटित करने को तैयार है। इसके अलावा, द्रमुक कांग्रेस को थेनी लोकसभा सीट देने पर भी सहमत हो गई है, जो कि एकमात्र सीट थी जिस पर द्रमुक के नेतृत्व वाला सेक्युलर प्रोग्रेसिव अलायंस (एसपीए) 2019 में नहीं जीत पाया था। इस सीट पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ई.वी.के.एस. इलांगोवन अन्नाद्रमुक के पी. रवीन्द्रनाथन से हार गए थे।
द्रमुक सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पार्टी अरनी और तिरुचि की बजाय कुड्डालोर और मायलादुथुराई सीटें कांग्रेस को आवंटित करने की इच्छुक है।
नवनिर्वाचित तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थागई मौजूदा कांग्रेस सांसद जोथिमनी को करूर सीट आवंटित करने पर विचार करने के लिए द्रमुक नेतृत्व के साथ चर्चा कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
बेंगलुरू, 13 मार्च । बीजेपी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कर्नाटक के उम्मीदवारों की सूची बुधवार को जारी कर सकती है।
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी प्रदेश की 15 से 18 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर सकती है। मैसूरु-कोडगु सांसद प्रताप सिम्हा के समर्थकों ने टिकट नहीं मिलने पर विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। उन्हें पता चला है कि सिम्हा का नाम लिस्ट में नहीं भी हो सकता है।
सिम्हा के समर्थकों ने पिछले 10 सालों में उनके द्वारा दिए गए योगदान को लेकर सोशल मीडिया पर कैंपन शुरू करने का भी फैसला किया है। इसके अलावा, वो इसमें जाति का एंगल भी सामने लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि वोक्कालिगा समुदाय से आने वाले अच्छे युवाओं को टिकट देने से मना कर देने से उनके विकास पर गहरी चोट पहुंचेगी।
पूर्व मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने अपने बेटे कंठेश को टिकट नहीं मिलने की स्थिति में बैठक बुलाने का फैसला किया है, जिसमें आगे के फैसले के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को हावेरी से टिकट मिलने की संभावना है।
पूर्व मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा वर्तमान में बेंगलुरु उत्तर सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उनसे उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने संपर्क किया है। सूत्रों ने कहा कि उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में बेंगलुरु उत्तर या बेंगलुरु शहर की किसी अन्य सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का विकल्प दिया जा सकता है।
इस बीच, केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे (उडुपी-चिक्कमगलुरु) और भगवंत खुबा अपने क्षेत्रों में बीजेपी कार्यकर्ता द्वारा चलाए जा रहे 'गो बैक' कैंपेन का सामना कर रहे हैं।
वहीं, भाजपा के पूर्व महासचिव सी.टी. रवि को आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से समन भी जारी किया गया है। रवि को चिक्कामगलुरु से पराजय का सामना करना पड़ा था।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 13 मार्च । कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने बुधवार को कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लागू करने या अस्वीकार करने पर फैसला राज्य कैबिनेट की बैठक में किया जाएगा।
परमेश्वर ने बेंगलुरू में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, इस संबंध में अभी चर्चा नहीं हुई है और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया कैबिनेट बैठक करने के बाद इस पर फैसला लेंगे।
फिलहाल सीएम दौरे पर हैं और कैबिनेट की बैठक अब गुरुवार को बुलाई जाएगी। सीएए पर कैबिनेट में विस्तृत चर्चा के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा, "बांग्लादेश और अन्य देशों के लोगों की पहचान कर उन्हें कर्नाटक से निर्वासित किया गया है।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या कांग्रेस को सीएए के कार्यान्वयन से झटका लगने का डर है, तो उन्होंने कहा, भाजपा ऐसा दावा कर रही है क्योंकि उसे कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कोई न कोई आरोप लगाना है। उन्होंने कहा, “हमारा तर्क देश में लोकतंत्र को बचाने का है। वे अलग तर्क रख रहे हैं।''
उन्होंने कहा, “भाजपा इतने दिनों से चुप बैठी थी और अब उन्होंने इसे लागू कर दिया है। वे इसका इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रहे हैं। चुनाव के समय वे इसे क्यों लेकर आये? इससे साफ है कि वे चुनाव को ध्यान में रखकर ऐसा कर रहे हैं। इरादों को समझने के लिए किसी रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं है। लोगों को यह समझना होगा।”
विवादास्पद जाति जनगणना रिपोर्ट के बारे में परमेश्वर ने कहा, यह मामला अभी तक एजेंडे में सूचीबद्ध नहीं है। उन्होंने कहा, “हम इस पर चर्चा करेंगे। रिपोर्ट तैयार करने पर सरकार ने 168 करोड़ रुपये खर्च किये हैं, इसे बर्बाद नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने कहा था कि वह कैबिनेट में रिपोर्ट पेश करेंगे और कैबिनेट बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर फैसला लेंगे।''
--(आईएएनएस)
रांची, 13 मार्च । हजारीबाग जिले के बड़कागांव क्षेत्र की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद के ठिकाने पर ईडी ने लगातार दूसरे दिन छापामारी की है। मंगलवार सुबह से विधायक, उनके रिश्तेदारों और करीबियों के ठिकानों पर शुरू हुई छापेमारी में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
इधर, विधायक ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक वजहों से टारगेट किया जा रहा है।
मंगलवार को ईडी की टीमों ने रात करीब एक बजे तक तलाशी जारी रखी। एक अंचलाधिकारी शशिभूषण के रांची स्थित आवास से करीब सात लाख रुपए और अन्य के ठिकानों से 13 लाख रुपए बरामद किए जाने की सूचना है।
बुधवार सुबह एजेंसी की टीम एक बार फिर विधायक के हजारीबाग स्थित आवास पर पहुंची। एजेंसी ने सरकारी जमीन पर कब्जा, रंगदारी और अवैध बालू कारोबार को लेकर अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दर्ज मामलों को आधार बनाते हुए जांच शुरू की है।
मंगलवार को अंबा प्रसाद, उनके पिता पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, अंबा के भाई अंकित राज, बहन अनुप्रिया और अन्य रिश्तेदारों के नाम पर बनी 10 कंपनियों के दस्तावेज खंगाले गए।
अंबा के पिता योगेंद्र साव के मुंबई में बांद्रा स्थित फ्लैट पर भी दबिश दी गई।
इनके अलावा अंबा के करीबियों में मुकेश साव, राजेश साव, संजय कुमार, पंकज नाथ, कुशाग्र रूद्र, बिंदेश्वर कुमार दांगी, मनोज अग्रवाल, उदय साव, राजू साव, धीरेंद्र साव और अजीत कुमार गुप्ता के ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
इधर, अंबा प्रसाद ने कहा है कि उन्हें भाजपा की ओर से हजारीबाग या चतरा लोकसभा सीट से टिकट ऑफर किया जा रहा था। उन्होंने इनकार किया तो उनके यहां ईडी को भेज दिया गया। ईडी की टीम सीधे उनके बेडरूम में घुस गई। उन्हें घंटों खड़ा रखा गया। राजनीतिक वजहों से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
(आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 13 मार्च । ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी चौक के बगल में बने अस्थाई ढाबों और दो दुकानों में बुधवार सुबह भीषण आग लग गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है।
फायर ब्रिगेड की करीब 10 गाड़ियाँ आग बुझाने में लगी थी।
शुरुआती जांच में मामला शॉर्ट सर्किट का बताया जा रहा है। पहले एक ढाबे में आग लगी और देखते ही देखते आसपास के अन्य ढाबे और दुकानें भी इसकी चपेट में आ गईं।
फायर विभाग ने बताया कि बुधवार सुबह 7 बजे आग की सूचना मिली थी। चीफ फायर ऑफिसर प्रदीप चौबे ने बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों को रवाना कर दिया गया। कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है।
आग लगने का कारण शुरुआती जांच में शॉर्ट सर्किट का पता चल रहा है। उन्होंने बताया कि ढाबे के अंदर कई कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर रखे थे जिनमें आग लग गई। फिलहाल हादसे में किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 13 मार्च । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिलीगुड़ी में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में बुधवार को प्रस्तावित रैली रद्द करने और कोलकाता लौटने का फैसला किया है।
एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में भाग लेने के अलावा, मुख्यमंत्री को सीएए लागू करने के केंद्र सरकार के फैसले के विरोध में आज सिलीगुड़ी में एक मेगा रैली का भी नेतृत्व करना था।
हालाँकि, बुधवार सुबह यह घोषणा की गई कि मुख्यमंत्री केवल प्रशासनिक कार्यक्रमों में भाग लेंगी और फिर कोलकाता लौट जायेंगी। रैली रद्द कर दी गई है।
पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के खराब प्रदर्शन को देखते हुए सिलीगुड़ी में सीएए विरोधी रैली महत्वपूर्ण थी।
उत्तर बंगाल में आठ लोकसभा सीटों में से 2019 में भाजपा के उम्मीदवारों ने सात पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने एक एक सीट जीती। तृणमूल कांग्रेस का यहाँ खाता भी नहीं खुल सका था।
(आईएएनएस)
गोपालगंज, 13 मार्च । बिहार के गोपालगंज में मंगलवार शाम अनोखे सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जहां एक ही परिसर में हिंदू और मुस्लिम जोड़े पारंपरिक तरीके से परिणय सूत्र में बँधे।
बाबा भूतनाथ शांति सेवा संस्थान, लामीचौर के तत्वावधान में यहाँ प्रखंड के लामीचौर पश्चिम टोला स्याही नदी के तट पर इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पंडितों ने हिंदू जोड़ों के लिए मंत्र पढ़े तो मौलवियों ने मुस्लिम जोड़ों का निकाह कराया। इस दौरान महिलाओं के मंगल गीत भी गूँजते रहे।
वैदिक मंत्रोच्चार और कबूलनामा के बीच 21 जोड़ों की शादी संपन्न कराई गई। एक ही मंडप में एक तरफ विवाह की वेदी सजी थी तो दूसरी तरफ निकाह का कबूलनामा हो रहा था। एक तरफ वैदिक मंत्र पढ़े जा रहे थे, तो बगल में मौलाना कलमा पढ़ रहे थे।
इन 21 जोड़ों में चार मुस्लिम समुदाय के थे। बिहार के गोपालगंज और सीवान जिलों के आलावे उत्तर प्रदेश के देवरिया और कुशीनगर तथा गुजरात के कच्छ जिलों से शादी के बंधन में बंधने के लिये वर- वधू परिजनों के साथ यहां पहुंचे थे। विवाह के बाद नवदंपतियों को आशीर्वाद और उपहार दिए गए।
क्षेत्र में ऐसे अनोखे वैवाहिक कार्यक्रम की चर्चा ही रही है। वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने आई समाजसेवी प्रीति किन्नर ने सभी नवदंपतियों को उपहार दिये। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल बनी है।
(आईएएनएस)
पटना, 13 मार्च । बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को इशारों ही इशारों में कहा कि सरकार में उन्हें काम करने में बाधा हो रही थी। हालांकि उन्होंने नौकरी देने का श्रेय लेने की कोशिश भी की।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को एक्स पर एक वीडियो भी पोस्ट किया है, जिसमें 17 साल बनाम 17 महीने की सरकार की तुलना की गई है।
उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "गठबंधन धर्म की सीमितता व बाध्यताओं के बीच तथा पुराने ख्यालात, अप्रचलित तौर-तरीके, असामयिक निर्णय, कालग्रस्त कार्यशैली एवं रूढ़िवादी एप्रोच वाले नेतृत्व के साथ मैं अपनी क्षमता का बस 10 प्रतिशत पर ही कार्य कर पा रहा था।"
उन्होंने आगे लिखा, "इन सब सीमाओं व रुकावटों के बावजूद भी हमने तार्किकता, बुद्धिमत्ता, वैज्ञानिकता और व्यावहारिकता के बल पर केवल ???????? महीनों में ही लाखों नौकरियां दी एवं पर्यटन, आधारभूत संरचना, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्रों में प्रभावी, बेहतरीन व ऐतिहासिक कार्य किए।"
उन्होंने यह भी कहा कि आम जनमानस ने ???????? साल बनाम ???????? महीनों के इस सकारात्मक अंतर को नजदीक से अनुभव कर स्वागत किया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 मार्च । केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन अधिनियम की अधिसूचना जारी किए जाने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी पर भारतीय नागरिकों से ज्यादा विदेशियों के हितों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया है।
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने नागरिकता संशोधन कानून के औचित्य पर सवाल उठाया।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सीएए लागू होने के बाद अल्पसंख्यकों के भारत में संभावित आमद पर भी चिंता जताई।
मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि आखिर सीएए क्या है? उन्होंने सीएए के तहत अल्पसंख्यकों को नागरिकता दिए जाने के औचित्य पर सवाल उठाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कदम से भारत में अल्पसंख्यकों की संख्या में तेज वृद्धि हो सकती है।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जब भारत व्यापक स्तर पर बेरोजगारी और आवास की समस्या से जूझ रहा है, ऐसे में अगर बड़ी संख्या में अल्पसंख्यकों की आमद होती है, तो यह हमारे लिए बड़ी चुनौती हो सकती है।
वहीं, मुख्यमंत्री ने बीजेपी सरकार को भारत में बड़े पैमाने पर व्याप्त बेरोजगारी और आवास की समस्या के लिए जिम्मेदार ठहराया, वहीं दूसरी तरफ विदेशियों के हितों को प्राथमिकता देने का भी आरोप लगााया।
केजरीवाल ने अपने नागरिकों और विदेशी नागरिकों के प्रति सरकार के दृष्टिकोण में स्पष्ट असमानता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "भाजपा भारतीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए संघर्ष कर रही है, लेकिन पाकिस्तान के युवाओं को नौकरी देना चाहती है।"
उन्होंने भाजपा पर मूल नागरिकों के अधिकारों और अवसरों की कीमत पर पाकिस्तान से आए लोगों को भारत में बसाने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया।
केजरीवाल ने सरकारी धन के आवंटन पर आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय परिवारों और राष्ट्र के विकास के लिए इच्छित संसाधनों का उपयोग पाकिस्तानी नागरिकों को समायोजित करने के लिए किया जाएगा।
(आईएएनएस)
ग्वालियर, 12 मार्च । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को ग्वालियर की एमपी एमएलए कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उन्हें भाजपा और आरएसएस पर की गई टिप्पणी के मामले में दोष मुक्त कर दिया गया है।
दिग्विजय सिंह पर भिंड में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए अगस्त 2019 में भाजपा और आरएसएस पर विवादित टिप्पणी के आरोप लगे थे। इस पर अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने एमपी एमएलए न्यायालय में मानहानि का मामला दर्ज कराया था।
दिग्विजय सिंह के अधिवक्ता संजय शुक्ला ने बताया कि न्यायालय ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ दायर मानहानि के प्रकरण को खारिज कर दिया है। इस मामले की सुनवाई के दौरान दिग्विजय सिंह भी न्यायालय में मौजूद रहे।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि जो न्यायालय का फैसला आया है, वह स्वागतयोग्य है। मुझ पर मानहानि के छह प्रकरण चल रहे हैं। अब पांच रह गए हैं। इनमें दो आरएसएस और दो ओवैसी की पाटी ने किए हैं। एक बाबा रामदेव ने किया है।
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महोबा, 12 मार्च । उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में मंगलवार को कबरई के पहरा पहाड़ में खनन कार्य में ब्लास्टिंग के दौरान चार मजदूरों की मौत हो गई। वहीं, कई लोगों के दबे होने की आशंका है। पुलिस प्रशासन की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार महोबा जिले के कबरई थाना क्षेत्र के पहरा गांव के पास पहाड़ में विस्फोट के दौरान चार लोगों की मौत हो गई और कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। सूचना पर पहुंची पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है।
आक्रोशित परिजनों ने मौके पर हंगामा भी शुरू कर दिया और जाम लगा दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 मार्च । केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने कहा है कि प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग 'जन औषधि केंद्र' जाते हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में जन औषधि केंद्रों के लिए ऋण सहायता कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने यह बात कही।
डॉ मनसुख मंडाविया ने कहा, "किफायती और सुलभ दवाई किसी भी समाज की जरूरत होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसी दवाओं को गरीबों के लिए संजीवनी बताया। 2014 में पहले जहां 80 जन औषधि केंद्र थे, तो वहीं आज इनकी संख्या बढ़कर 11 हजार हो गई है।"
उन्होंने कहा, "यह अनुमान जताया गया है कि प्रतिदिन 10 से 12 लाख लोग जन औषधि केंद्र जाते हैं, जहां उन्हें आवश्यक औषधि उपलब्ध कराई जाती है।"
अब सरकार ने इन केंद्रों को अगले दो सालों तक बढ़ाकर 25 हजार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
वर्तमान में, केंद्र लगभग 2,000 प्रकार की दवाएं और 300 प्रकार के सर्जिकल उपकरण प्रदान करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन केंद्रों को कुशल बनाने के लिए सरकार ने खरीद प्रक्रिया को मजबूत बनाया है। उत्पाद श्रृंखला का विस्तार किया है। नियमित आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क बनाए रखा और साथ ही कड़ी गुणवत्ता जांच और नियंत्रण सुनिश्चित किया।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार ने इन केंद्रों के संचालकों को वित्तीय सहायता प्रदान की, जिसमें दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित ऑपरेटरों के लिए अतिरिक्त सहायता भी शामिल है।
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक और फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया ने मंगलवार को दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए।
मंत्री ने कहा, "ये एमओयू जन औषधि केंद्रों के छोटे और नए उद्यमियों के लिए वरदान बनकर उभरेंगे।"
(आईएएनएस)
देहरादून, 12 मार्च । उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूडी ने मंगलवार को सचिवालय में जल जीवन मिशन के तहत संचालित सभी प्रोजेक्ट्स को लेकर बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी प्रोजेक्ट्स को जून 2024 तक पूरा करने की डेडलाइन दी।
सीएस ने सभी 13 जिलों में शत-प्रतिशत एफएचटीसी (फंक्शनल हाउसहॉल्ड टेप कनेक्शन) कवरेज पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने खासतौर से स्कूलों में पेयजल, बेसिन के साथ ही शौचालयों में जलापूर्ति के सौ फीसदी लक्ष्य को पूरा करने की डेडलाइन भी अधिकारियों को दिए।
मुख्य सचिव ने देहरादून तथा टिहरी जनपदों में 500 गांवों को स्वच्छ सुजल ग्राम बनाने के पायलट प्रोजेक्ट पर गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत देहरादून एवं टिहरी जनपदों के 500 गांवों को मॉडल वॉश विलेज बनाना है। उन्होंने जल जीवन मिशन के कर्मचारियों के मूल्यांकन के आधार पर वेतन वृद्धि के भी निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि राज्य में एफएचटीसी (फंक्शनल हाउसहॉल्ड टेप कनेक्शन) कवरेज 92.75 प्रतिशत है। राज्य के पांच जिलों में एफएचटीसी कवरेज 99 प्रतिशत से अधिक है। चार जिलों में 90 से 99 प्रतिशत है तथा अन्य चार जिलों में 80 से 90 प्रतिशत है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 12 मार्च । तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान को बहरामपुर लोकसभा क्षेत्र से अपना उम्मीदवार बनाया है। फैसले को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में तृणमूल कांग्रेस में अंदरूनी कलह शुरू हो गई है।
मुर्शिदाबाद जिले के भरतपुर विधानसभा क्षेत्र से टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर इस मुद्दे पर सबसे ज्यादा मुखर हो गए हैं। कबीर का कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने टीएमसी के जिला नेतृत्व से बिना बातचीत के ही यूसुफ पठान के नाम का ऐलान कर दिया।
कबीर ने कहा, ''जिला नेतृत्व को बहरामपुर से पठान को चुनावी मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले के बारे में पहले से बताया जा सकता था। मैं इसे स्वीकार नहीं करता हूं। चुनाव की तारीखों की घोषणा होने दीजिए और आप मेरी अगली कार्रवाई देखेंगे। मैं उनके खिलाफ वोटिंग सुनिश्चित करूंगा।''
हालांकि, हुमायूं कबीर ने किसी भी प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दल में शामिल होने की संभावना से इनकार किया है। कबीर ने कहा, ''यदि जरूरत पड़ी तो मैं अपना खुद का राजनीतिक दल बनाऊंगा।''
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब कबीर ने ऐसे मुद्दों पर पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई है। सितंबर 2023 में कबीर ने पार्टी नेतृत्व पर राज्य में पंचायत चुनावों में पैसे देकर उम्मीदवारों को टिकट सुनिश्चित करने में शामिल होने का आरोप लगाया था।
-- (आईएएनएस)
पुणे, 12 मार्च । फायरब्रांड नेता वसंत मोरे मंगलवार को यहां महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे की तस्वीर के सामने झुके और फिर हाथ जोड़कर प्रणाम किया और पार्टी छोड़ दी।
वसंत मोरे ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं को चौंकाते हुए कहा, "यह मेरा 'जय महाराष्ट्र' है...कृपया मुझे क्षमा करें..."
पिछले 18 वर्षों से मनसे के सदस्य वसंत मोरे संसद और विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए दरकिनार किए जाने से असंतुष्ट थे और उन्होंने अचानक पार्टी छोड़ने का फैसला किया।
पुणे में कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा उनके खिलाफ "गंदी राजनीति" की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए वसंत मोरे ने राज ठाकरे को एक संक्षिप्त नोट लिखा।
उन्होंने दावा किया कि एमएनएस के प्रति उनकी वफादारी पर सवालिया निशान लगा दिया गया, जो उन्हें बहुत दुखद लगा और उन्होंने उस पार्टी को छोड़ने का फैसला किया, जिसकी उन्होंने 18 साल तक ईमानदारी से सेवा की।
इससे पहले आज भविष्य में क्या होने वाला है, इसकी ओर इशारा करते हुए वसंत मोरे ने कहा कि एक सीमा से अधिक कष्ट सहने के बाद व्यक्ति बहुत शांत हो जाता है, उसे किसी से कोई शिकायत या अपेक्षा नहीं रहती।
उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह तीन-चार दिनों के बाद अपनी अगली कार्रवाई की घोषणा करेंगे, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि क्या वह किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होंगे या आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
(आईएएनएस)