राष्ट्रीय
नालंदा, 18 जुलाई । नालंदा जिले के एक आंगनबाड़ी केंद्र में गुरुवार को खाने में छिपकली मिली। खाना खाने के बाद 20 बच्चे बीमार पड़ गए। यह मामला नालंदा जिले के रहुई थाना क्षेत्र के शेखपुरा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का है। परिजनों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र देकपूरा में छोटे बच्चों को पढ़ने के बाद दोपहर के भोजन में रसिया परोसा गया था। बच्चे ने खाने के बाद उल्टी करना शुरू कर दिया। इतने में एक बच्चे की थाली में मृत छिपकली पाई गई।
इस घटना के बाद बच्चे डर गए और उन्होंने अपने परिजनों को इसकी सूचना दी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रहुई में उपस्थित एक डॉक्टर ने बताया कि सभी बच्चे अब खतरे से बाहर हैं और उनकी स्थिति ठीक है। फिलहाल इलाज के लिए बच्चे को यहीं रखा जाएगा। बता दें कि यह खबर सुनते ही स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। गुस्साए परिजन आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे और वहां मौजूद रसोइया और अन्य कर्मचारियों को बंधक बना लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। --(आईएएनएस)
कोलकाता, 18 जुलाई । कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल पुलिस को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ दर्ज सभी 26 मामलों की केस डायरी अगले महीने तक जमा करने का निर्देश दिया। पुलिस को आठ अगस्त तक केस डायरी जमा करने का निर्देश देते हुए, न्यायमूर्ति जय सेनगुप्ता की एकल पीठ ने अधिकारी को गिरफ्तारी सहित अन्य किसी भी पुलिस कार्रवाई से पहले से प्राप्त संरक्षण बरकरार रखा।
अधिकारी को यह संरक्षण न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा की पीठ ने प्रदान किया था। न्यायमूर्ति मंथा को हाल ही में हाईकोर्ट की एक खंडपीठ का प्रमुख नियुक्त किया गया है। न्यायमूर्ति मंथा ने अधिकारी की अपील पर उन्हें सभी 26 मामलों में पुलिस कार्रवाई के खिलाफ संरक्षण प्रदान किया था। अधिकारी ने अपनी अपील में कहा था कि राजनीतिक प्रतिशोध के चलते उसके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। इसके बाद न्यायमूर्ति मंथा ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह विपक्ष के नेता के खिलाफ कोई भी नई एफआईआर करने से पहले अदालत से अनुमति ले।
पुलिस कार्रवाई के खिलाफ संरक्षण प्रदान करते हुए न्यायमूर्ति मंथा ने कहा कि अधिकारी जनता द्वारा निर्वाचित विपक्ष के नेता हैं, उनके खिलाफ केस दर्ज कर मतदाताओं के प्रति उनकी जवाबदेही को बाधित नहीं किया जा सकता। अब, न्यायमूर्ति सेनगुप्ता की पीठ ने भी अधिकारी को प्राप्त वही संरक्षण बरकरार रखा है। --(आईएएनएस)
रांची, 18 जुलाई । रांची के मैकलुस्कीगंज में गुरुवार दोपहर नक्सलियों ने रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी की साइट पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस दौरान गोली लगने से कंपनी का एक कर्मी भूपेंद्र यादव बुरी तरह जख्मी हो गया, जिसकी बाद में इलाज के दौरान मौत हो गई। वारदात के बाद इलाके में दहशत है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस सर्च ऑपरेशन में जुटी है। मैकलुस्कीगंज रांची से करीब 70 किलोमीटर दूर है। करीब डेढ़ माह पहले 28 मई को भी नक्सलियों ने मैकलुस्कीगंज-खलारी रोड पर ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने का काम करा रही कंपनी के एक मालवाहक कंटेनर के साथ एक मजदूर को जिंदा जला दिया था।
माना जा रहा है कि नक्सलियों ने लेवी (रंगदारी) की मांग को लेकर हमला किया है। कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मियों के अनुसार, बीते मंगलवार को भी नक्सलियों ने मजदूरों के साथ मारपीट की थी। उन्होंने लेवी दिए बगैर काम चालू रखने पर गंभीर परिणाम की धमकी दी थी। इसके बाद कंपनी की ओर से पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई गई थी। इस घटना के दो दिन बाद गुरुवार दोपहर नक्सलियों का हथियारबंद दस्ता साइट पर पहुंचा और अंधाधुंध तरीके से फायरिंग करने लगा। इससे साइट पर भगदड़ मच गई। मजदूर और कर्मी इधर-उधर भागे। इसी दौरान कंपनी के मुंशी भूपेंद्र यादव को गोली लगी और वह गिर पड़े। नक्सलियों के जाने के बाद उन्हें गंभीर हालत में इलाज के लिए रिम्स रांची भेजा गया। लेकिन, उन्हें बचाया नहीं जा सका। -(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 18 जुलाई । लोकसभा चुनाव के बाद अब कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है। दो राज्यों में हमारी सरकार है। गुजरात में पांच और गोवा में हमारे दो विधायक हैं। हमारी पार्टी से कई सांसद हैं। पूरे देश के लोग अब हमारी पार्टी को पसंद कर रहे हैं। इसलिए हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि हरियाणा में हम पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार है।
आधा हरियाणा पंजाब से और आधा हरियाणा दिल्ली से टच करता है। हरियाणा के लोगों ने हमसे कहा था कि आप हरियाणा में क्यों नहीं आते हैं। हरियाणा के लोग भी बदलाव चाहते हैं, वहां के लोगों ने सभी पार्टी को समय दिया। लेकिन, किसी ने भी हरियाणा के लोगों के साथ वफा नहीं की। हरियाणा में सरकार बनाने वाली तमाम पार्टियों ने लूटने का काम किया। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा के लोग इस बार बदलाव चाहते हैं। सीएम केजरीवाल भी हरियाणा से आते हैं, इसलिए हरियाणा के लोगों को इस बात का भी गर्व है कि उनके यहां के अरविंद केजरीवाल दिल्ली जाकर चुनाव लड़ते हैं और पूरे देश की राजनीति को बदल देते हैं। वहीं, संदीप पाठक ने कहा कि हमारी पार्टी हरियाणा में जबरदस्त तरीके से सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में गांव-गांव जाकर हमने जनसंवाद कार्यक्रम किया है।
इस दौरान जनता ने बदलाव करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि पूरी ताकत से हम हर बूथ स्तर पर लड़ेंगे। --हरियाणा में आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ेगी : भगवंत मान चंडीगढ़, 18 जुलाई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के बाद अब कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि आम आदमी पार्टी पूरी ताकत से हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी है। दो राज्यों में हमारी सरकार है। गुजरात में पांच और गोवा में हमारे दो विधायक हैं। हमारी पार्टी से कई सांसद हैं। पूरे देश के लोग अब हमारी पार्टी को पसंद कर रहे हैं। इसलिए हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि हरियाणा में हम पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार है। आधा हरियाणा पंजाब से और आधा हरियाणा दिल्ली से टच करता है। हरियाणा के लोगों ने हमसे कहा था कि आप हरियाणा में क्यों नहीं आते हैं।
हरियाणा के लोग भी बदलाव चाहते हैं, वहां के लोगों ने सभी पार्टी को समय दिया। लेकिन, किसी ने भी हरियाणा के लोगों के साथ वफा नहीं की। हरियाणा में सरकार बनाने वाली तमाम पार्टियों ने लूटने का काम किया। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा के लोग इस बार बदलाव चाहते हैं। सीएम केजरीवाल भी हरियाणा से आते हैं, इसलिए हरियाणा के लोगों को इस बात का भी गर्व है कि उनके यहां के अरविंद केजरीवाल दिल्ली जाकर चुनाव लड़ते हैं और पूरे देश की राजनीति को बदल देते हैं। वहीं, संदीप पाठक ने कहा कि हमारी पार्टी हरियाणा में जबरदस्त तरीके से सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में गांव-गांव जाकर हमने जनसंवाद कार्यक्रम किया है। इस दौरान जनता ने बदलाव करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि पूरी ताकत से हम हर बूथ स्तर पर लड़ेंगे। --(आईएएनएस )
बेंगलुरु, 18 जुलाई । कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा नेताओं का प्रदर्शन तेज हो गया है। पार्टी ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री सिद्दारमैया का इस्तीफा मांगा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने बताया, "सिद्दारमैया सरकार का सच पूरी तरह सामने आ चुका है। वे सभी पैसों की लूट कर रहे हैं। प्रदेश में हुए एमयूडीए घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपनी चाहिए और मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।"
कर्नाटक भाजपा ने राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस शासित कर्नाटक सरकार पर भाजपा ने भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए हैं। राज्य में सबसे ज्यादा गंभीर मुद्दा महर्षि वाल्मीकि अनुसूचित जाति विकास निगम के पैसों की अनियमितताओं का बना हुआ है। भाजपा ने आरोप लगाया कि यह घोटाला मुख्यमंत्री के जानकारी में हुआ है, इसलिए उनको तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
भाजपा इस मुद्दे को सदन के बाहर और अंदर मजबूती से उठा रही है। इसी सिलसिले में प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र के नेतृत्व में भाजपा ने फ्रीडम पार्क के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन शुरू होने के बाद भाजपा नेता राज्य की विधानसभा का घेराव करने के लिए आगे बढ़े, लेकिन कर्नाटक पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दूसरी तरफ, कर्नाटक कांग्रेस के चार मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग कर राज्य के विकास को धीमा करने करने की साजिश का आरोप लगाया है। --(आईएएनएस)
अलीगढ़, 18 जुलाई उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में बृहस्पतिवार सुबह पशु तस्करी के आरोपियों की तलाश में दबिश के दौरान एसओजी के एक कांस्टेबल की उस समय मौत हो गई, जब कथित तौर पर जाम पड़ी पिस्तौल को खोलते समय उससे अचानक चली गोली उसके सिर में जा लगी।
घटना में एक उप-निरीक्षक के घायल होने की भी खबर है।
पुलिस के मुताबिक, विशेष अभियान समूह (एसओजी) और दो थानों की पुलिस की संयुक्त टीम पशु तस्करों को पकड़ने के लिए बुलंदशहर जिले की सीमा से लगे एक गांव में दबिश डाल रही थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) संजीव सुमन ने बताया, “दबिश के दौरान निरीक्षक अजहर हुसैन की पिस्तौल जाम हो गई थी और वह उसे खोल नहीं पा रहे थे। हुसैन की मदद करने के लिए उप-निरीक्षक राजीव कुमार ने पिस्तौल पकड़ी, तभी अचानक उससे गोली चल गई। गोली कुमार को छूती हुई कांस्टेबल याकूब के सिरे में जा लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।”
सुमन के अनुसार, दोनों पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन याकूब ने वहां पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि घटना में घायल कुमार की हालत स्थिर है और उनका इलाज किया जा रहा है। सुमन ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। (भाषा)
दुमका, 18 जुलाई । झारखंड के दुमका जिला अंतर्गत मसलिया थाना क्षेत्र के गुमरो पहाड़ पर गुरुवार को एक युवती का अधजला शव बरामद किया गया। शव की शिनाख्त हो गई है। युवती बिहार के बांका जिला अंतर्गत बौंसी थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। इस मामले में पुलिस ने मसलिया के एक युवक जयप्रकाश सिंह को गिरफ्तार किया है। अब तक की तफ्तीश में खुलासा हुआ है कि युवती के साथ जयप्रकाश सिंह का प्रेम प्रसंग चल रहा था।
वह शादी के लिए दबाव डाल रही थी, लेकिन जयप्रकाश इनकार कर रहा था। उसने युवती की हत्या कर शव जलाने की कोशिश की और उसे पहाड़ पर फेंक दिया। बताया गया कि कुछ ग्रामीणों ने गुरुवार को पहाड़ पर युवती का अधजला शव देखकर पुलिस को सूचना दी। बाद में शव की शिनाख्त हुई तो पता चला कि वह मसलिया में अपने एक रिश्तेदार के घर आती थी और उसकी मित्रता जयप्रकाश सिंह से थी।
पुलिस ने जयप्रकाश सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। मृतका के परिजनों को घटना की सूचना दी गई है। दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि अब तक की जांच में हत्या के इस मामले के पीछे प्रेम प्रसंग की बात सामने आई है। युवती के परिजनों के आने के बाद इस मामले में और जानकारी मिल सकती है। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। -(आईएएनएस)
लखनऊ, 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश में इस साल भी 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ अभियान' के अंतर्गत 36 करोड़ से अधिक पौधे रोपे जाएंगे। इसी क्रम में प्रदेश के एक्सप्रेसवे को भी हरा-भरा करने की कवायद शुरू हो गई है। योगी सरकार प्रदेश के चार एक्सप्रेसवे पर दो लाख से अधिक पौधे लगाएगी। यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में भी एक लाख पौधे रोपे जाएंगे। इसके लिए यूपी एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) ने पहल शुरू कर दी है।
इसके अलावा निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे भी बड़े स्तर पर पौधरोपण की तैयारी है। यूपीडा के अधिकारियों के अनुसार गंगा एक्सप्रेसवे के कैरिज-वे और सर्विस रोड के बीच दोनों तरफ 500 हेक्टेयर क्षेत्र में पौधरोपण एवं उनके 10 वर्षीय देख-रेख करने के लिए विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश वन विभाग को 36 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ अभियान 2024' के अंतर्गत यूपीडा की ओर से संचालित चार अन्य एक्सप्रेसवे पर भी 2 लाख 37 हजार से अधिक पौधे रोपे जाएंगे। इनमें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर 15 हजार, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 1 लाख 6 हजार, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर 25 हजार, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर 91,600 पौधे रोपे जाएंगे। इसके साथ ही यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में भी 1 लाख पौधे रोपे जाएंगे।
इनमें पीपल, पाकड़, बरगद, गूलर और नीम के 66,700 पौधे रोपे जाएंगे। इसके अलावा बड़ी संख्या में फलदार वृक्षों के पौधे भी रोपे जाएंगे। वहीं, यूपीडा की ओर से गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के अंतर्गत गंगा नदी में डॉल्फिन संरक्षण योजना के लिए वन विभाग को 16 करोड़ रुपए से अधिक की धनराशि प्रदान की जा रही है। वहीं, पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अंतर्गत माला नदी के पुनरुद्धार एवं जैव विविधता के संरक्षण के लिए यूपीडा द्वारा वन विभाग को 5 करोड़ रुपए की धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उत्तर प्रदेश में 20 जुलाई को 'पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान-2024' महापर्व के रूप में मनाया जाएगा। इस वर्ष 36.46 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य तय किया गया है, जिसके सापेक्ष वन विभाग की ओर से 36.50 करोड़ पौधरोपण और उनके संरक्षण की तैयारी है। प्रदेश के हरित क्षेत्र को 9 से बढ़ाकर 2026-27 तक 15 फीसदी तक ले जाना है। -(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 18 जुलाई कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में धीमी वेतन वृद्धि और कमरतोड़ महंगाई के कारण श्रमिकों की वास्तविक मजदूरी में गिरावट आई है तथा ऐसे में अब न्यूनतम मजदूरी 400 रुपये प्रतिदिन किए जाने की जरूरत है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कुछ सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए यह दावा भी किया कि आज श्रमिकों की क्रय शक्ति (ख़रीदारी करने की क्षमता) 10 साल पहले की तुलना में कम है।
रमेश ने एक बयान में कहा, ‘‘मोदी सरकार द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आंकड़ों सहित डेटा के कई स्रोतों में एक तथ्य समान रूप से सामने आ रहा है कि आज श्रमिकों की क्रय शक्ति 10 साल पहले की तुलना में कम है। धीमी वेतन वृद्धि और कमरतोड़ महंगाई के कारण वास्तविक मजदूरी में अभूतपूर्व गिरावट आई है।’’
उन्होंने कहा कि श्रम ब्यूरो के वेतन दर सूचकांक (सरकारी डेटा) के मुताबिक, 2014 और 2023 के बीच श्रमिकों की वास्तविक मजदूरी स्थिर हो गई है और 2019 से 24 के बीच तो कम भी हो गई है।
रमेश ने दावा किया कि ‘कृषि मंत्रालय की कृषि सांख्यिकी एक नज़र में’ (सरकारी डेटा) के अनुसार, डॉक्टर मनमोहन सिंह के कार्यकाल में खेतिहर मज़दूरों की वास्तविक मज़दूरी हर साल 6.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जबकि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में वास्तविक मजदूरी में हर साल1.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।
उन्होंने कहा, ‘‘आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण श्रृंखला (सरकारी डेटा) के मुताबिक, समय के साथ औसत वास्तविक कमाई 2017 और 2022 के बीच सभी तरह के रोज़गारों में स्थिर हो गई।
रमेश ने‘सेंटर फ़ॉर लेबर रिसर्च एंड एक्शन’ के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि 2014 और 2022 के बीच ईंट भट्ठों के श्रमिकों की वास्तविक मजदूरी स्थिर हो गई है या घट गई है। ईंट भट्टे का काम अत्यधिक शारीरिक श्रम और कम वेतन वाला काम है जो सबसे ग़रीब लोगों का अंतिम विकल्प है।’’
रमेश का कहना था, ‘‘हमारे श्रमिकों को न्याय दिलाने और स्थिर मजदूरी के इस चक्र को तोड़ने के लिए, कांग्रेस पार्टी ने अपने न्याय पत्र में हर महीने 400 रुपये न्यूनतम मजदूरी देने की गारंटी दी थी। ‘‘स्वयंभू नॉनबायोलॉजिकल प्रधानमंत्री’’ के लोकसभा में 400 पार पहुंचने के प्रयासों को मतदाताओं ने सिरे से ख़ारिज़ कर दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय बजट उन्हें वह प्राप्त करने करने का मौका देता है जिसे कांग्रेस ने असली 400 पार कहा है। राष्ट्रव्यापी स्तर पर प्रतिदिन न्यूनतम मजदूरी 400 रुपये करना एक ऐसा विचार है जिस पर काम करने का समय आ गया है।’’ (भाषा)
जयपुर, 18 जुलाई । राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने गुरुवार को अग्निपथ योजना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा और राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए। डोटासरा ने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “इस सरकार का शिक्षा क्षेत्र पर तनिक भी ध्यान नहीं है। जब हम सत्ता में थे, तब हमने स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा शुरू करने के लिए इस क्षेत्र में विधिवत प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया था, ताकि बच्चों को कंप्यूटर का व्यापक ज्ञान मिल सके। लेकिन राज्य सरकार द्वारा हाल ही में लाए गए बजट में शिक्षा के क्षेत्र में तनिक भी ध्यान नहीं दिया गया है।"
उन्होंने कहा कि बजट से साफ जाहिर हो रहा है कि राज्य सरकार के पास करने के लिए कुछ भी नया नहीं है। अगर होता तो आज प्रदेश की ऐसी स्थिति नहीं होती। वे हमारी ही कार्यशैली को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे इन्हें ज्यादा दिन तक कोई खास फायदा होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं एक बात दावे के साथ कहना चाहता हूं कि इन लोगों ने जो वादे अपने बजट में किए थे, उसे कभी पूरा नहीं कर पाएंगे।" कांग्रेस ने अग्निपथ योजना को लेकर भी केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह योजना पूरे देश के युवाओं के साथ छलावा है। इसमें जनता का बिल्कुल भी हित नहीं है। अगर होता तो आज देश के युवा सड़कों पर विरोध करने के लिए बाध्य नहीं होते।” प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “हमारे शिक्षा मंत्री कह रहे हैं कि हम आगामी दिनों में नई शिक्षा नीति लागू करेंगे। यदि नई शिक्षा नीति लागू कर दी गई, तो सभी सरकारी भर्ती संविदा पर होगी। इसके बाद शिक्षा विभाग में स्थायी भर्ती पूरी तरह से रुक जाएगी।” कांग्रेस ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “इन लोगों की कथनी और करनी में अंतर है।
इन लोगों की बात पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं किया जा सकता है। इन लोगों पर भरोसा करने का मतलब हुआ कि 'आ बैल मुझे मार'। इनके मंत्री अपने विभागों और मंत्रालयों को समझ नहीं पा रहे हैं। तो ऐसी स्थिति में आखिर वे जनता के हित में क्या काम करेंगे।" उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता में आने से पहले वादा किया था कि उसके मंत्री 18 घंटे काम करेंगे, लेकिन एक भी मंत्री महीने में 10 दिन से ज्यादा ऑफिस नहीं जा रहा है। इनका विभागों के अन्य अधिकारियों के साथ कोई तालमेल नहीं है। उन्हें प्रदेश के विकास और जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। वहीं, कांग्रेस जब भी सत्ता में रही है, आम लोगों का हित को सर्वोपरि रखा है।
इन लोगों पास जनता के हित के लिए काम करने की दिशा में कोई विजन नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “भाजपा मौजूदा समय में अंतर्कलह से जूझ रही है। उसके नेता दिन रात हिंदू-मुस्लिम को लेकर बयान देते रहते हैं। हमेशा ही नफरत बढ़ाने वाले बयान देते रहते हैं। उन्हें न तो प्रदेश के विकास से कोई लेना-देना है और न ही देश के विकास से। वे सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने में व्यस्त रहते हैं, लेकिन उन्हें इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है।” --(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 18 जुलाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ अक्सर हिंसा भड़काने वाले बयानों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि भाषणों में राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए ‘हत्या’ और ‘हिंसा’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक पूर्व आईपीएस अधिकारी के एक लेख का हवाला देते हुए कहा कि अल्पकालिक राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बयानबाजी कई बार हिंसा को उकसाती है। इस क्रम में उन्होंने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की हत्या और हाल ही में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या के प्रयास का जिक्र किया।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए त्रिवेदी ने कहा कि उसके नेता राहुल गांधी ने संसद में हिंसा और हत्या जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था और चुनाव प्रचार के दौरान मोदी के काफिले पर कुछ फेंके जाने की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि अब मोदी से कोई नहीं डरता है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा खतरे में पड़ गई थी जबकि उस समय वहां कांग्रेस की सरकार थी। त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जब कश्मीर और मणिपुर जैसे संवेदनशील स्थानों पर गए थे तो उनकी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम साफ शब्दों में कहना चाहेंगे कि मौत और हिंसा जैसे शब्दों का प्रयोग बयानों में नहीं होना चाहिए। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने मोदी जी के लिए इस प्रकार की मौत और उस प्रकार की मौत जैसे शब्दों का प्रयोग किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस के नेताओं ने कब्र खुदेगी, मर जा, सर फोड़ देंगे जैसे शब्दों का प्रयोग किया और ये बात आज की नहीं है, ये विगत कई वर्षों से की जा रही है।’’
त्रिवेदी ने कहा कि ‘मोदी के टुकड़े’ करने की बात करने वाले एक नेता अब कांग्रेस के सांसद हैं और वह कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ही हैं जिन्होंने 2007 में मोदी के खिलाफ ‘मौत का सौदागर’ जैसे शब्द का इस्तेमाल किया था। मोदी उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर गांधी को अपने भाषणों में परिपक्वता दिखानी चाहिए और जो ऐसा नहीं कर रहा है वह राजनीति के लिए उपयुक्त नहीं है।
इस संदर्भ में त्रिवेदी ने इशरत जहां मामले का जिक्र करते हुए कहा कि सीबीआई, जो केंद्र सरकार को रिपोर्ट करती है, उसने उस पहले हलफनामे को बदल दिया था जिसमें उसे मोदी को निशाना बनाने के लिए आतंकवादी कहा गया था ।
इशरत जहां अपने साथियों के साथ एक मुठभेड़ में मारी गई थी। (भाषा)
पुणे, 18 जुलाई पुणे पुलिस ने विवादों में घिरी प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर को जमीन संबंधी एक विवाद में कथित तौर पर बंदूक दिखाकर कुछ लोगों को धमकाने के मामले में बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया कि मनोरमा को तड़के महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के महाड से हिरासत में लिया गया था।
पुलिस के अनुसार, मनोरमा खेडकर महाड के हिरकणीवाड़ी स्थित एक लॉज में छिपी थीं। पकड़े जाने के बाद उन्हें पुणे जिले के पौड पुलिस थाने लाया गया।
दरअसल, एक वीडियो सामने आया था जिसमें मनोरमा पुणे के मुलशी तहसील के धडवाली गांव में भूमि विवाद को लेकर कुछ लोगों को कथित तौर पर बंदूक दिखाकर धमकाती नजर आ रही थीं। इसके बाद से पुलिस मनोरमा और उनके पति दिलीप खेडकर की तलाश में जुटी थी।
पुणे (ग्रामीण) में पौड पुलिस ने खेडकर दंपति और पांच अन्य के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-323 (बेईमानी या धोखाधड़ी से संपत्ति हटाना या छिपाना) सहित अन्य धाराओं और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
पुणे (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने बताया, ‘‘मनोरमा खेडकर को रायगढ़ जिले के महाड से हिरासत में लिया गया और उन्हें पुणे लाया गया, जहां औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।’’
आरोपी मनोरमा, उनके पति दिलीप और पांच अन्य लोगों का पता लगाने के लिए कई टीम गठित की गई थीं।
पूजा खेडकर आईएएस परीक्षा के समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर सवालों के घेरे में हैं। पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान किए गए आचरण को लेकर भी उनके खिलाफ जांच की जा रही है।
विवाद के बीच सरकार ने मंगलवार को खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया और उन्हें 23 जुलाई तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है। (भाषा)
जयपुर, 18 जुलाई । जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाले भाजपा शासित राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव कराने को लेकर छात्र नेताओं की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। प्रदेश की वर्तमान सरकार भी अभी फैसला नहीं कर पाई है कि इस बार भी चुनाव होंगे या नहीं। छात्रसंघ चुनाव के मुद्दे को लेकर गुरुवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर सभी छात्र संगठनों ने संयुक्त प्रदर्शन किया। इसमें पहले एबीवीपी भी शामिल थी, लेकिन प्रदर्शन से पहले एबीवीपी इस मुद्दे से पीछे हट गई।
गुरुवार को सुबह 11 बजे से यूनिवर्सिटी के बाहर बड़ी संख्या में छात्र नेता जुट गए। प्रदर्शन के दौरान कॉमर्स कॉलेज प्रेसिडेंट आदित्य शर्मा और पुलिस के बीच बहस हो गई। इसके बाद पुलिस ने उन्हें उठाकर जीप में बैठाया और हिरासत में ले लिया। पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज कांग्रेस नेता अशोक गहलोत भी छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग कर चुके हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए पिछले साल छात्र संघ चुनाव स्थगित करने के फैसले पर भी सफाई दी और प्रदेश में फिर से छात्र संघ चुनाव बहाल करने की मांग की। हालांकि इसको लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रेसिडेंट जिनमें सांसद हनुमान बेनीवाल, विधायक कालीचरण सराफ समेत कई नेता शामिल हैं, वे भी सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिख कर प्रदेश में एक बार फिर छात्र संघ चुनाव कराने की मांग कर चुके हैं। --(आईएएनएस)
भोपाल, 18 जुलाई । मध्य प्रदेश के कथित नर्सिंग घोटाले को लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आक्रामक मोड में है। इसी के चलते मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को प्रदेश की राजधानी भोपाल के अशोका गार्डन थाने का घेराव किया और कथित नर्सिंग घोटाले को लेकर कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। दरअसल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला गया।
इस दौरान उन्होंने अशोका गार्डन थाने का रुख किया। हालांकि, थाने के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को थाने के बाहर ही रोक दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कथित नर्सिंग घोटाले को लेकर मोहन सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “व्यापाम से लेकर अब तक जितनी भी भर्ती परीक्षाएं हुई हैं, उन सब में भ्रष्टाचार हुआ है। इस भ्रष्टाचार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य रहे हैं।” उन्होंने कहा कि जिस तरह से नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई और यहां भ्रष्टाचार हुआ है, अपात्र तरीके से कॉलेजों को मान्यता देकर उन्होंने नर्सिंग के छात्र-छात्राओं के साथ अन्याय किया है।
इसलिए मंत्री विश्वास सारंग से इस्तीफा लेना चाहिए और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। व्यापम घोटाले से लेकर नर्सिंग कॉलेज में घोटाला हुआ है। हम यहां एफआईआर दर्ज कराने आए हैं, लेकिन विश्वास सारंग के गुंडे हमें रोकने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री विश्वास सारंग को छात्रों से माफी मांगनी चाहिए और खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए। ज्ञात हो कि राज्य में हुए नर्सिंग घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में कई कॉलेज संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज होने के साथ गिरफ्तारियां भी हुई हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस लगातार तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग पर आरोप लगा रही है। कांग्रेस ने इस मामले में विधानसभा में भी जमकर हंगामा किया था और उसके बाद भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के आह्वान भी कांग्रेस नेता सड़कों पर उतरे थे। --(आईएएनएस)
शिमला, 18 जुलाई । हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून में बारिश लगभग 41 फीसदी कम हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र ने 18 से 24 जुलाई के बीच प्रदेश भर में बारिश का पूर्वानुमान जताया है। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र में मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि बीते 24 घंटे में हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर में मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा 24 घंटे के दौरान धर्मशाला में भारी बारिश दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि 18 तारीख से 24 तारीख के बीच हिमाचल प्रदेश में मानसून के सक्रिय रहने का अनुमान है। इस दौरान प्रदेश भर में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश दर्ज की जाएगी। वहीं, इस स्पेल के दौरान जिला चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने का भी पूर्वानुमान है। उन्होंने आगे बताया कि प्रदेश भर में मानसून की अब तक की स्थिति देखें तो प्रदेश में मानसून अभी तक सामान्य से कम रहा है।
इस बार मानसून में अब तक सामान्य से 41 फ़ीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में बारिश कम दर्ज की गई है। वहीं, जुलाई महीने में सिर्फ मंडी और कांगड़ा में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा, बाकी सभी जिलों में मानसून कमजोर नजर आया। --(आईएएनएस)
गोंडा, 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार को बड़ा ट्रेन हादसा हो गया। डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे बेपटरी हो गए। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को हादसा स्थल पर पहुंचने के निर्देश जारी कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने रेल हादसे की जानकारी ली और अधिकारियों को हादसा स्थल पर पहुंचने के निर्देश जारी कर दिए हैं। इस बीच रेलवे के आला अफसर घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक कई डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। गोंडा के नजदीक एक्सप्रेस डिरेल हुई है। अभी तक इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। बताया जा रहा है कि ट्रेन नंबर 15904 चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे गोंडा में पलट गए हैं। गोंडा-झिलाही के बीच पिकौरा के पास ये हादसा हुआ है। कितने लोग घायल हैं, इसकी कोई जानकारी अभी नहीं आई है। प्रशासन ने रेस्क्यू टीम गोंडा से रवाना किया है। एसी के चार कोच हादसे का शिकार बताये जा रहे हैं। झिलाही रेलवे स्टेशन से कुछ दूर पर ये हादसा हुआ। -(आईएएनएस)
वाराणसी, 18 जुलाई । सावन के महीने में भगवान विश्वनाथ के दर्शन में अव्यवस्था रोकने के लिए मंदिर और वाराणसी प्रशासन ने कमर कस ली है। मंदिर प्रशासन ने सावन के दौरान भगवान विश्वनाथ के वीआईपी और स्पर्श दर्शन पर पूणत: रोक लगा दी है। काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में आकलन के हिसाब से एक से डेढ़ करोड़ श्रद्धालु आते हैं। इसके लिए सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। लाइन्स की संख्या को बढ़ा दिया गया है। साथ ही पानी, कूलर, ओआरएस घोल देने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
लोगों की सुविधा के लिए सभी कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी गई है। सभी आगंतुक श्रद्धालुओं को सुगम और सुचारू दर्शन हो सके, इसके लिए न्यास पूरा प्रयास करेगा।” वह कहते हैं, “श्रावण महीने में भीड़ बहुत ज्यादा होने की वजह से स्पर्श दर्शन और वीआईपी दर्शन पर पूर्णत: रोक रहेगी।” उन्होंने आगे कहा, “इसके अलावा सावन की तैयारियों को लेकर हम शुक्रवार को पहला रिहर्सल करेंगे, जिसमें न्यास के अधिकारी आपस में बातचीत करेंगे। इसके पश्चात मंडलायुक्त के निर्देशानुसार 20 जुलाई को सभी अधिकारियों के सामने फाइनल रिहर्सल किया जायेगा। जो कमियां रह जाएंगी, उन्हें 21 जुलाई को फिर से रिहर्सल कर पूरा कर लिया जाएगा।
इसके बाद हम 22 जुलाई से सावन के लिये मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल देंगे।” 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। पिछले साल सावन के महीने में एक करोड़ से अधिक लोगों ने काशी में भगवान विश्वनाथ के दर्शन किये थे। इस बार सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है और पूरे महीने के पांच सोमवारों में मंदिर न्यास को पिछली बार से ज्यादा भक्तों के दर्शन की उम्मीद है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 जुलाई । केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विपक्ष द्वारा प्रयोग किए जा रहे हिंसा और हत्या जैसे शब्दों की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि यह बहुत ही चिंताजनक है। उन्होंने विपक्षी नेताओं को राजनीतिक गरिमा को बनाए रखने की नसीहत देते हुए कहा कि विपक्षी नेताओं को अपने शब्दों और अपनी कथनी में संजीदापन और संयम रखना चाहिए। सार्वजनिक जीवन में शब्दों का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है।
आज विपक्ष जिस तरह के शब्दों का चयन प्रधानमंत्री मोदी के लिए कर रहा है, वह बहुत ही चिंताजनक है। वैष्णव ने एक सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी द्वारा लिखे गए लेख का हवाला देते हुए कहा कि हिंसा और हत्या जैसे शब्दों का प्रयोग करने का सीधा प्रभाव समाज पर पड़ता है। इससे समाज में एक तरह का अनावश्यक तनाव पैदा होता है, जो हिंसा के व्यवहार को उत्साहित करता है। उन्होंने विपक्ष को कड़े शब्दों में नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह के शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, राजनीतिक गरिमा को बनाए रखना चाहिए, अपने शब्दों और अपनी कथनी में भी संजीदापन और संयम रखना चाहिए।
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस के बयानों की आलोचना की थी। त्रिवेदी ने हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले का जिक्र करते हुए यह आरोप लगाया था कि भारत में कांग्रेस पार्टी के नेता लगातार प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाने वाली भाषा का प्रयोग कर देश में ऐसा ही माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2007 में सोनिया गांधी द्वारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सबसे पहले 'मौत का सौदागर' जैसे शब्द को इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए यहां तक कहा कि भाजपा ने देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र की हत्या करने वाली कांग्रेस की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक के लिए भी कभी 'मौत' जैसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया था। -(आईएएनएस)
लखनऊ, 18 जुलाई । कांवड़ यात्रा की शुरुआत 22 जुलाई से होने जा रही है। यात्रा शुरू होने से पहले पुलिस ने कांवड़ रूट पर पड़ने वाले सभी दुकानदारों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। कांवड़ यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों पर मालिक और यहां काम करने वाले लोगों का नाम लिखना अनिवार्य है। इसका कई जगहों पर असर भी दिखना शुरू हो गया है। इसके अलावा यात्रा के दौरान इस्तेमाल होने वाले डीजे की हाइट भी तय कर दी गई है।
मुजफ्फरनगर में यात्रा मार्ग पर खाने-पीने का सामान बेचने वाले ठेले पर प्रशासन ने दुकानदारों के नाम टंगवा दिए हैं। लेकिन, अमरोहा में कई ऐसे ढाबे हैं जो हिंदुओं के नाम पर मुस्लिम समुदाय के लोग चला रहे हैं। हाईवे किनारे मुस्लिम समाज के लोग हिंदुओं के नाम पर ढाबा चला रहे हैं। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदुओं के नाम पर अपने ढाबे के नाम रखने के अलावा ढाबे में हिंदुओं के भगवान की मूर्तियां भी लगा रखी है। ढाबे के बाहर लगे बोर्डों पर 'ओम' भी लिखा हुआ है। हालांकि, इन ढाबों के मालिक मुसलमान हैं जो हिंदू बनकर ढाबा चला रहे हैं। ये सभी ढाबे अमरोहा में एनएच-9 के किनारे स्थित है।
हिंदुओं का ढाबा समझकर यहां खाना खाने के लिए बड़ी संख्या में यात्री हर रोज रुकते हैं। प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी अनजान बना हुआ है। ढाबों के ऊपर ढाबा मालिकों के न तो नाम लिखे हैं और न ही उनके समुदाय से जुड़ा कोई शब्द। साथ ही कांवड यात्रा में इस्तेमाल होने वाले डीजे की हाइट भी प्रशासन ने तय कर दी है। मेरठ डीएम दीपक मीणा ने बताया कि कांवड़ियों के लिए जरूरी चीजों का इंतजाम कर लिया गया है, जिसमें पेयजल का खास ध्यान रखा गया है। कावड़ियों के लिए लगाए जाने वाले शिविर का भी सत्यापन किया जा रहा है। इसके अलावा ऊंची हाइट वाले डीजे को इस बार सड़कों पर नहीं उतरने दिया जाएगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 जुलाई । केंद्र सरकार 'नशा मुक्त भारत' बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को नारको कोऑर्डिनेशन सेंटर (एनसीओआरडी) की बैठक में राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन 'मानस' हेल्पलाइन की शुरुआत करेंगे। इसका टोल फ्री नंबर 1933 होगा, जिसके जरिए कोई भी व्यक्ति मादक पदार्थ से जुड़े अपराधों की सूचना दे सकेगा। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक्स अकाउंट पर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने लिखा, ''हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'नशा मुक्त भारत' विजन को साकार करने के लिए संकल्पित हैं। आज दिल्ली में ‘नार्को-कॉर्डिनेशन सेंटर’ की सातवीं शीर्ष स्तरीय बैठक के दौरान 'मानस' हेल्पलाइन नंबर की शुरुआत करने जा रहा हूं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय कार्यालय का भी उद्घाटन किया जाएगा।'' केंद्र सरकार 'नशा मुक्त भारत' बनाने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। नशीली दवाओं के सेवन को रोकने के लिए संबंधित विभाग और अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए गए हैं।
अमित शाह की अध्यक्षता में इस बैठक के दौरान केंद्रीय और राज्य मादक पदार्थ निरोधक एजेंसियों, विभागों, विशेष ब्यूरो के अधिकारी समेत पुलिस विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक का उद्देश्य भारत में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए केंद्र और राज्य स्तर की एजेंसियों के बीच तालमेल और समन्वय बिठाना है। कार्यक्रम में एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) की 2023 वार्षिक रिपोर्ट भी पेश की जाएगी। --(आईएएनएस)
श्रीनगर, 18 जुलाई। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक नई मुठभेड़ शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि 6 राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस को इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में सूचना मिलने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि घुसपैठ का यह एक नया प्रयास है या आतंकवादी पहले से ही इलाके में मौजूद थे।
14 जुलाई को कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारी हथियारों से लैस तीन आतंकवादी मारे गए थे, जब सेना ने आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया था। इससे पहले गुरुवार को ही डोडा जिले में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच एक मुठभेड़ हुई जिसमें दो जवान घायल हो गए। मुठभेड़ जिले के कास्तीगढ़ इलाके में चल रही थी। बता दें कि 16 जुलाई को इसी जिले के भाटा देस्सा इलाके में आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें चार सैनिक और एक स्थानीय पुलिसकर्मी समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। -- (आईएएनएस)
भोपाल, 18 जुलाई । मध्य प्रदेश में अपात्र व्यक्तियों के राशन हासिल करने की कोशिश पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकार स्मार्ट पीडीएस सिस्टम बनाएगी। यह निर्णय मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कैबिनेट बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि 'वन नेशन, वन राशन कार्ड' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसके लिए जरूरी है कि स्मार्ट पीडीएस सिस्टम बनाएं।
क्योंकि, डुप्लीकेसी भी होती है, एक व्यक्ति के कई स्थान पर कार्ड बन जाते हैं और सही व्यक्ति को उसका हक नहीं मिल पाता, इसलिए, हम स्मार्ट पीडीएस सिस्टम बनाने जा रहे हैं। इसके लिए केंद्र सरकार ने भी राशि दी है और राज्य सरकार की ओर से मैचिंग ग्रांट दी जाएगी। इस तरह वितरण प्रणाली में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसे रोका जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि निजी सुरक्षा एजेंसी के लिए भी राज्य सरकार ने नियम बनाए हैं। इन एजेंसी में काम करने वाले व्यक्तियों का भी लेखा-जोखा तैयार किया जाएगा। इन एजेंसी को केंद्र और राज्य सरकार के नियमों का पालन करना होगा और उसके बाद ही उन्हें अनुमति दी जाएगी।
विभिन्न बैंकों की राशि का परिवहन भी इन सुरक्षा एजेंसियों के जवानों की देखरेख में होता है, इस संदर्भ में भी सरकार ने फैसला लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में बैकलॉग के लगभग 17,000 पद खाली थे, जिनमें से 7,000 भरे जा चुके हैं और 10,000 पद अभी खाली हैं। इसके लिए एक वर्ष की अवधि बढ़ाई गई है और आगामी समय में बैकलॉग के सभी पदों को भरा जाएगा। - (आईएएनएस)
सहारनपुर, 18 जुलाई । सहारनपुर डीआईजी अजय कुमार साहनी ने कांवड़ के रास्ते में पड़ने वाली दुकानों के ऊपर उनके प्रोप्राइटर्स का नाम लिखने का आदेश जारी किया है। आईएएनएस से उन्होंने इसके पीछे की अहम वजह भी बताई। उन्होंने तर्क दिया, “कांवड़ मार्ग को लेकर जैसा प्रत्येक वर्ष होता रहा है, कुछ लोगों ने इस बात की आपत्ति प्रकट की थी कि जब कांवड़िए आते हैं तो सामान की कीमतों को लेकर विवाद पैदा होता है।
इसके साथ ही दुकान किसी और की और नाम किसी और व्यक्ति का लिखा होने से भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है। इसको देखते हुए जितने होटल, ढाबे या फिर जितनी खानपान की दुकाने हैं, सब को यह आदेश जारी किया गया है।” डीआईजी ने आगे कहा, “ यह आदेश पूरे प्रदेश में जितने भी कांवड़ मार्ग हैं उन सभी पर लागू होगा। कांवड़ मार्ग के सारे दुकानदार अपनी दुकान पर प्रोप्राइटर का नाम आवश्यक रूप से लिखेंगे। कांवड़ लेकर जा रहे लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।” इससे पहले मुजफ्फरनगर के एसएसपी ने भी ऐसा ही एक आदेश जारी किया था जिसका सपा सुप्रीमो से लेकर कई नेताओं ने विरोध किया है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने कहा था कि यात्रा शुरू हो चुकी है और हमारे जनपद में लगभग 240 किलोमीटर कांवड़ मार्ग है, इसमें जितने भी खान-पान के होटल ढाबे या ठेले, जहां से भी कांवड़िए अपनी खाद्य सामग्री खरीद सकते हैं उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि काम करने वाले या संचालकों के नाम वहां जरूर अंकित करें, ताकि किसी भी प्रकार का कोई कंफ्यूजन किसी को न रहे और कहीं भी ऐसी स्थिति ना बने की आरोप प्रत्यारोप लगे और बाद में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 जुलाई । उत्तर प्रदेश का सियासी पारा इन दिनों चढ़ा हुआ है। भाजपा में चल रही राजनीतिक गतिविधियों के बीच समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के मानसून ऑफर -100 लाओ और सरकार बनाओ पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार किया है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “मैं उनसे यही कहना चाहूंगा, सौ लाओ नहीं, पहले अपना मूलधन बचाओ। जिस वोट बैंक के चक्कर में दो लड़के साथ आए थे, अब एक लड़का, बड़ा हो गया है।
वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हो गए हैं। पहले अपना वोट बैंक बचाओ, तब अपना ज्ञान दो।” इससे पहले अखिलेश यादव ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दिल्ली दौरे पर भी कटाक्ष किया था। उन्होंने बिना किसी के नाम का जिक्र करते हुए एक्स पर लिखा- लौटकर बुद्ध घर को आए। अखिलेश यादव ने यह भी कहा था, “भाजपा की कुर्सी की लड़ाई की गर्मी में उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन ठंडे बस्ते में चला गया है। तोड़फोड़ की राजनीति का जो काम भाजपा दूसरे दलों में करती थी, अब वही काम वो अपने दल के अंदर कर रही है, इसीलिए भाजपा अंदरूनी झगड़ों के दलदल में धंसती जा रही है। जनता के बारे में सोचने वाला भाजपा में कोई नहीं है। पूर्व सीएम अखिलेश यादव का बयान ऐसे समय में आया है। जब लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सीटें कम होने के बाद से ही पार्टी के नेता लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। बीते बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुलाकात की थी। इसके बाद यूपी के भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की थी। भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन से जुड़े तथ्यों के बारे में अवगत कराया था। --(आईएएनएस)
पटना, 18 जुलाई । केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कथित तौर पर नीट-यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले में पटना एम्स के चार एमबीबीएस छात्रों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना के कार्यकारी निदेशक जीके. पॉल ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारियों का फोन आया था कि एक मामले की जांच के लिए कुछ छात्रों से पूछताछ करनी है। इसके बाद सीबीआई के अधिकारी यहां आए और पहले सिर्फ एक छात्र को ले गए। उसके बाद दो अन्य छात्रों को ले गए। एक छात्र खुद उनके पास गया। चारों छात्र सीबीआई के पास हैं।
उन्होंने बताया कि जो चारों छात्र सीबीआई के पास हैं, उनमें सीवान निवासी चंदन सिंह, पटना के रहने वाले कुमार शानू, धनबाद के रहने वाले (फिलहाल पटना में रहते हैं) राहुल आनंद (सभी तृतीय वर्ष) तथा अररिया निवासी करम जैन (द्वितीय वर्ष) शामिल हैं। उन्होंने बताया कि छात्रों के लैपटॉप और मोबाइल को भी सीबीआई साथ ले गई है और उनके कमरों को सील कर दिया गया है। इस घटना के बाद छात्र तनाव में हैं। सीबीआई के अधिकारियों ने कहा है कि वे इस मामले को लेकर अपडेट करते रहेंगे। सील कमरे के विषय में बताया गया है कि जरूरत पड़ेगी तो जांच की जाएगी, लेकिन उसके बाद फिर कोई संपर्क नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि जांच में एम्स प्रशासन सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि यह छात्र से जुड़ा मामला है, इस कारण सभी छात्र तनाव में आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि नीट-यूजी पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड में से एक माने जा रहे राकेश रंजन उर्फ रॉकी की गिरफ्तारी के बारे में बताया जा रहा है कि उसका पटना और रांची के कई एमबीबीएस छात्रों और डॉक्टरों से संबंध है। सीबीआई इस मामले को लेकर लगातार पूछताछ कर रही है। --(आईएएनएस)