राष्ट्रीय
राजगढ़, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर उनके साथ उनकी धर्मपत्नी अमृता सिंह भी मौजूद रही।
दुर्गाष्टमी के मौके पर दिग्विजय सिंह ने सबसे पहले जालपा माता सिद्ध पीठ में पहुंचकर धर्मपत्नी के साथ पूजा-अर्चना की। उसके बाद सीमित संख्या में अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह को राजगढ़ लोकसभा सीट से अधिकृत प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी रोडमल नागर से है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लगभग तीन दशक बाद यहां से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वो यहां से दो बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 16 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर राज्य में फर्जी वीडियो प्रसारित करने का आरोप लगाया।
सीएम ममता ने कहा, "वे ऐसे फर्जी वीडियो बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं। इन्हें बनाने के बाद वे सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। जो कुछ भी आप देखते हैं, उस पर भरोसा न करें, क्योंकि वे हमेशा झूठ का सहारा लेते हैं।"
सीएम ममता ने केंद्रीय एजेंसियों के एक वर्ग पर आम लोगों को भाजपा का समर्थन करने के लिए प्रभावित करने की कोशिश का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "वे भाजपा के छोटे भाई के रूप में काम कर रहे हैं और आम लोगों को भाजपा का समर्थन करने के लिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में केंद्रीय एजेंसियों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग भाजपा के चुनाव हारने की आशंका से प्रेरित है। वे जीतेंगे नहीं और उन्हें इस बात का अच्छी तरह एहसास है। हार का डर उन्हें इतने सारे झूठ फैलाने के लिए प्रेरित कर रहा है।"
सीएम ममता ने बुधवार को रामनवमी उत्सव पर तनाव की संभावना पर चेतावनी जारी की। उन्होंने लोगों से कहा कि किसी भी तरह के उकसावे में न फंसें। जिन लोगों ने 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट दिया था, उन्हें अब अपनी गलती का एहसास हो रहा है।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कई विद्यार्थियों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने समेत अन्य मांगों की उपेक्षा को लेकर प्रशासन के खिलाफ मंगलवार को हड़ताल में शिरकत की।
हड़ताल के बीच सामाजिक विज्ञान, भौतिक विज्ञान, अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान, कला और सौंदर्यशास्त्र संस्थान तथा कंप्यूटर विज्ञान समेत विभिन्न विभागों की कक्षाएं बाधित रहीं।
हड़ताल का आह्वान जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) ने किया था जिसने यौन उत्पीड़न की घटना की जल्दी जांच कराने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जेएनयू की एक छात्रा ने 31 मार्च को प्रशासन को एक शिकायत देकर आरोप लगाया था कि विश्वविद्यालय के दो पूर्व विद्यार्थियों समेत चार लोगों ने उस पर उस वक्त आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं जब वह जेएनयू रिंग रोड पर टहल रही थी।
छात्र संघ ने पीड़िता को कथित रूप से धमकाने के प्रयासों के मद्देनजर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने की भी विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की थी।
छात्र संघ ने शनिवार को कहा था कि अगर कुलपति 15 अप्रैल तक विद्यार्थियों की चिंता का निदान करने में नाकाम रहती हैं तो जेएनयूएसयू विश्वविद्यालय में पूर्ण हड़ताल करेगा।
छात्र संघ ने अपनी मांगों की एक सूची भी जारी की है जिसमें अब रद्द कर दी गई ‘‘यौन उत्पीड़न के खिलाफ लैंगिंक संवेदीकरण समिति’’ (जीएससीएएसएच) को बहाल करना और विद्यार्थियों से संबंधित फैसले लेने वाली सभी समितियों की बैठक में जेएनयूएसयू को बुलाना शामिल है। (भाषा)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल। 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान नोटबंदी की घोषणा की थी। सरकार ने 500 और 1000 के नोटों को तब चलन से बाहर करने की घोषणा कर दी थी।
नोटबंदी के इस फैसले पर मोदी सरकार लगातार यह कहती रही कि इससे नकली नोटों पर लगाम लगने के साथ आतंकवाद का वित्त पोषण करने वालों की भी कमर टूट जाएगी। अब, जबकि मोदी सरकार अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने वाली है और नोटबंदी को भी 7 साल से ज्यादा का समय हो चुका है तो ऐसे में यह जानना जरूरी है कि सरकार के इस फैसले का असर कितना हुआ।
दरअसल, आंकड़ों की मानें तो 2016 में नोटबंदी के बाद से नकली नोट और इनकी छपाई तेजी से घट रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से प्राप्त आंकड़ों की मानें तो वित्त वर्ष 2023 में लगभग 7.98 करोड़ मूल्य के नकली नोटों का पता चला था, जो 2014 में पाए गए 24.84 करोड़ रुपए के नकली नोटों से 70 फीसदी कम है।
बता दें कि सरकार ने नोटबंदी के बाद 500 और 2000 मूल्य के नए नोट बाजार में उतारे थे। इसमें से 2000 के नोट को भी अब बाजार से वापस ले लिया गया है। मतलब साफ है कि देश में पहले जहां 1000 का नोट सबसे बड़ी करेंसी हुआ करती थी, अब उसकी जगह पर 500 का नोट ही सबसे बड़ी करेंसी के रूप में बच गई है।
नकली नोट की बाजार में उपस्थिति वैध मुद्रा की कीमत को कम कर देती है और इसकी वजह से मुद्रास्फीति की समस्या खड़ी होती है। यह अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। वैसे नकली नोट आज भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा हैं। इसकी वजह यह है कि असली और नकली नोट के बीच अंतर कर पाना लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। जब तक यह पता चल पाता है कि करेंसी नकली है, तब तक यह अर्थव्यवस्था में फैल चुका होता है। यह भारत ही नहीं दुनिया के लगभग सभी देशों की समस्या है।
अब, आरबीआई के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलेगा कि 2016-17 में नकली नोट 43.46 करोड़ रुपए तक पहुंच गए थे। इसी साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी। तब से, यह वित्त वर्ष 2022 में घटकर 8.26 करोड़ और वित्त वर्ष 2023 में 7.98 करोड़ रुपए हो गया है। इसके पीछे की वजह यह है कि नोटों के साथ जो सुरक्षा फीचर डाले गए हैं, उसने जालसाजों के लिए मौजूदा तंत्र को बायपास करना अधिक कठिन बना दिया है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इसकी वजह से भी नकली नोटों की संख्या में कमी आई है।
लोकसभा में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने इस पर बताया था, "आरबीआई जाली नोटों को लेकर बैंकों को विभिन्न निर्देश जारी करता है। वह बैंकों और अन्य संगठनों जो भारी मात्रा में नकदी संभालते हैं, उनके कर्मचारियों/अधिकारियों के लिए नकली नोटों का पता लगाने के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है। जिसकी वजह से नकली नोटों की संख्या में कमी आई है।"
वहीं, आंकड़ों की मानें तो नकली नोटों में जो सबसे बड़ा नंबर है, वह 500 के नोट का है। वित्त वर्ष 2022 के मुकाबले 2023 में 500 के नकली नोटों की संख्या में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं, 100 रुपए के नकली नोटों में 2022 के मुकाबले 2023 में कमी आई है। जबकि, 200 के नकली नोटों की संख्या इस अवधि में थोड़ी बढ़ी है।
नोटबंदी के बाद के 2000 के नोट और 1000 के पुराने नोट अब चलन से बाहर हैं। लेकिन, बैंकिंग सिस्टम में इसकी वापसी के बाद इसके नकली नोट पाए गए। इसके पीछे की वजह यह रही है कि नकली नोट बनाने वाले आमतौर पर उच्च मूल्यवर्ग की मुद्रा को लक्ष्य करते हैं। ऐसे में अब इसके बाद बाजार में बचे बड़े नोट 500, 200 और 100 की नकली करेंसी अधिक सामने आ रही है।
बता दें कि देशभर में प्रचलन में जितनी कुल मुद्रा है, उसके अनुसार वित्त वर्ष 2014 में नकली नोटों की हिस्सेदारी 0.0194 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023 में 0.0024 प्रतिशत हो गई है।
(आईएएनएस)
पूर्णिया/गया, 16 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि अगर वह दोबारा सत्ता में आए तो उनकी सरकार घुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई करेगी जो वोट बैंक की राजनीति की वजह से फली-फूली।
प्रधानमंत्री ने बिहार के सीमांचल के पूर्णिया जिले में एक रैली में यह बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले सभी तत्व सरकार की नजर में हैं। चार जून का परिणाम सीमांचल की सुरक्षा को तय करेगा ।’’
पूर्णिया जिले की सीमा नेपाल और बांग्लादेश से लगती है।
मोदी ने कहा,‘‘ वोट बैंक की राजनीति के कारण सीमांचल क्षेत्र में घुसपैठ को बढ़ावा मिला जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो गया है और इस क्षेत्र में रहने वाले दलितों समेत गरीबों को नुकसान हुआ है। कई बार उन पर हमले हुए और उनके घरों में आग लगा दी गई ।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जो लोग राजनीतिक फायदे के चलते सीएए का विरोध कर रहे हैं, वे यह जान लें, यह मोदी है, जो न डरने वाला है, न ही झुकने वाला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राजग सरकार सीमा पार आतंकवाद को खत्म करने, अनुच्छेद 370 को हटाने और अयोध्या में राम मंदिर जैसे बड़े कार्य करने में सक्षम रही है।
पूर्णिया से पहले प्रधानमंत्री ने गया में एक चुनावी सभा को संबोधित किया था। दोनों स्थानों पर उनके भाषणों में संविधान और बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर का जोरदार उल्लेख था।
मोदी ने कहा, ‘‘मैं गरीबों, पिछड़े वर्गों, दलितों का हूं क्योंकि मैं उन्हीं के बीच से आया हूं। मोदी को यह पद राजेंद्र बाबू और बाबा साहब अंबेदकर का दिया हुआ है जिन्होंने संविधान का निर्माण किया। यह संविधान न होता तो कभी ऐसे पिछडे़ परिवार में पैदा हुआ गरीब का एक बेटा देश का प्रधानमंत्री नहीं बन सकता था ।’’
देश के संविधान को लेकर मोदी की यह टिप्पणी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के इस आरोप के एक दिन बाद आया है कि भाजपा के नेता खुलेआम संविधान को बदलने की बातें कर रहे हैं लेकिन पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसको लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने दोनों ही स्थानों पर अपने भाषण में राजद पर तीखा हमला किया और उसपर बिहार में सत्ता में रहने के दौरान ‘‘जंगलराज’’ और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में भ्रष्टाचार पर राजग सरकार की कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रसाद को चारा घोटाले के मामलों में दोषी ठहराया गया है जबकि उनके छोटे बेटे और संभावित उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव समेत उनके परिवार के कई सदस्य ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाले में नामजद हैं।
प्रधानमंत्री की पूर्णिया की रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अनुपस्थित रहे जबकि भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू के उम्मीदवार संतोष कुमार कुशवाहा इस संसदीय क्षेत्र से राजग उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड रहे हैं।
मोदी ने परोक्ष रूप से कांग्रेस का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘‘आपातकाल के दौरान हमारे विरोधियों ने संविधान से छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी। वे सब कुछ एक परिवार के हितों की पूर्ति के लिए चाहते हैं।’’
गया, बिहार की उन चार लोकसभा सीट (अन्य तीन नवादा, जमुई और औरंगाबाद) में से एक है जहां पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है।
आरक्षित सीट गया से हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चुनाव लड़ रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत पूर्णिया सहित बिहार की पांच सीट (अन्य चार किशनगंज, कटिहार, भागलपुर और बांका) पर 26 अप्रैल को मतदान होना है। (भाषा)
सरायकेला, 16 अप्रैल । झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव में झारखंड में एनडीए का खाता भी नहीं खुल पाएगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार के झूठ की कलई खुल रही है। आदिवासियों और पिछड़ों की उन्होंने हमेशा उपेक्षा की। जनता उन्हें इस बार मुंहतोड़ जवाब देने का मन बना चुकी है।
सोरेन मंगलवार को सरायकेला में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बूथ स्तरीय संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड के कोल्हान प्रमंडल की सभी 14 विधानसभा सीटों पर एनडीए को पराजित होना पड़ा था। इस बार लोकसभा चुनाव में पूरे झारखंड में इनकी यही स्थिति होने वाली है।
सीएम सोरेन ने कहा कि भाजपा की गारंटी का सच क्या है? यह जनता को मालूम है। वे केवल जनता को ठगने की गारंटी दे सकते हैं। झारखंड को पीएम आवास का पैसा रोक दिया गया। 2022 तक सबको पक्का मकान देने की गारंटी दी गई थी, लेकिन मिला क्या? हमने गरीबों को तीन कमरे का मकान अबुआ आवास देना शुरू किया। स्कूलों को मॉडल और स्मार्ट बनाना शुरू किया। जब डबल इंजन की सरकार थी तो पांच हजार स्कूलों को बंद कर दिया, ताकि आदिवासियों के बच्चे नहीं पढ़ सकें।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से 21 अप्रैल को रांची में इंडिया गठबंधन की ओर से होने वाली न्याय उलगुलान रैली में ज्यादा से ज्यादा तादाद में हिस्सा लेने की अपील की।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री ने तिहाड़ जेल से नागरिकों के लिए एक संदेश जारी कर कहा है ‘‘मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है और मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं।’’
सिंह ने जेल में बंद केजरीवाल के साथ किये जा रहे कथित व्यवहार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आलोचना की।
सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रतिशोध और दुर्भावना के चलते उन्हें तोड़ना चाहती है, लेकिन वह इन सबसे और अधिक मजबूत होकर उभरेंगे।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सिंह ने आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल में बंद एक ‘कुख्यात अपराधी’ को बैरक में अपने वकील और पत्नी से मिलने की अनुमति दी गई, जबकि केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की मुलाकात के दौरान उनके बीच कांच की दीवार थी।
सिंह ने कहा कि खुद के साथ हो रहे व्यवहार से आहत होकर केजरीवाल ने देशवासियों के लिए संदेश भेजा है कि ‘‘मेरा नाम अरविंद केजरीवाल है और मैं आतंकवादी नहीं हूं।’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री का बयान 2010 की शाहरुख खान अभिनीत फिल्म ‘माई नेम इज खान’ से लिया गया है जिसमें अभिनेता कहते हैं, ‘‘माई नेम इज खान और मैं आतंकवादी नहीं हूं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘केजरीवाल के साथ एक आतंकवादी की तरह व्यवहार किया जा रहा था और उन्हें ‘कांच की दीवार’ के जरिये पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने की अनुमति दी गई थी।’’
धन शोधन मामले में छह महीने जेल में रहने के बाद हाल ही में रिहा हुए सिंह ने आरोप लगाया कि, ‘‘तिहाड़ की जेल संख्या दो में एक कुख्यात अपराधी अपने वकील और पत्नी से बैरक में मिला। इसी तरह अन्य बंदियों की भी जेल कार्यालय में मुलाकात कराई जाती है।’’ हालांकि, उन्होंने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया।
महानिदेशक (जेल) संजय बेनीवाल ने सोमवार को कहा था कि कैदियों के साथ व्यवहार में कोई भेदभाव नहीं किया जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें समान मूल अधिकार मिले।
मान ने सोमवार को तिहाड़ जेल में केजरीवाल से मुलाकात की और आरोप लगाया कि उन्हें वहां वे सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं जिन्हें एक कट्टर अपराधी को भी मुहैया कराने की अनुमति है।
इस पर अपनी प्रतिक्रिया में बेनीवाल ने कहा, ‘‘कट्टर या सामान्य अपराधी के बीच कोई अंतर नहीं है। जेल नियमावली में कैदियों के बीच कोई अंतर नहीं है। हर कैदी के पास बुनियादी अधिकार हैं और इसे सुनिश्चित करना मेरा कर्तव्य है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल देश में पेट्रोल की खपत अप्रैल के पहले पखवाड़े में सात प्रतिशत बढ़ गई जबकि डीजल की बिक्री में 9.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है।
भीषण गर्मी के मौसम की शुरुआत से पहले पेट्रोल और डीजल बिक्री के संबंध में परस्पर विरोधी आंकड़े सामने आए हैं। तीनों सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों का ईंधन बाजार के 90 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण है।
आंकड़ों से पता चलता है कि एक से 15 अप्रैल के दौरान पेट्रोल की बिक्री बढ़कर 12.2 लाख टन हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 11.4 लाख टन थी।
वहीं इस अवधि में डीजल की मांग 9.5 प्रतिशत घटकर 31.4 लाख टन रह गई।
पेट्रोल की कीमतों में आंशिक कटौती की वजह से निजी वाहनों का इस्तेमाल बढ़ने के कारण बिक्री बढ़ गई। लेकिन फसल कटाई के मौसम के साथ गर्मी बढ़ने पर कारों में एयर कंडीशनिंग की मांग बढ़ने पर आगे चलकर डीजल की मांग बढ़ने का अनुमान है।
पिछले महीने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दो-दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। इससे पहले दो साल तक ईंधन कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ था।
डीजल भारत में सबसे अधिक खपत वाला ईंधन है, जो सभी पेट्रोलियम उत्पादों की खपत का लगभग 40 प्रतिशत है। देश में कुल डीजल बिक्री में परिवहन क्षेत्र की हिस्सेदारी 70 प्रतिशत है। यह हार्वेस्टर और ट्रैक्टर सहित कृषि क्षेत्रों में उपयोग किया जाने वाला प्रमुख ईंधन है।
पेट्रोल की खपत में लगातार साल-दर-साल वृद्धि देखी जा रही है जबकि डीजल की खपत में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
आलोच्य अवधि में विमानों में इस्तेमाल होने वाले ईंधन (एटीएफ) की बिक्री सालाना आधार पर 10.4 प्रतिशत बढ़कर 3,35,700 टन हो गई। पेट्रोल और डीजल की तरह, एटीएफ की मांग भी अब पूर्व-कोविड स्तर से अधिक हो चुकी है।
अप्रैल के पहले पखवाड़े में रसोई गैस एलपीजी की बिक्री सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत बढ़कर 12 लाख टन हो गई। हालांकि, मासिक आधार पर एलपीजी की मांग 11.6 प्रतिशत घटी है। (भाषा)
हैदराबाद, 16 अप्रैल। भाजपा सांसद के. लक्ष्मण ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता के बहाने गारंटी के क्रियान्वयन से बचने की कोशिश करने के लिए तेलंगाना के लोग सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को सबक सिखाएंगे।
उन्होंने दावा किया कि लोग कांग्रेस सरकार से नाराज हैं और अगले महीने होने वाले लोकसभा चुनाव में वे अपना रोष जाहिर करेंगे।
नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों में दी गई गारंटी के क्रियान्वयन में देरी के लिए राज्यसभा सदस्य ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि किसान संकट के कारण आत्महत्या कर रहे हैं और कांग्रेस सरकार ने अपने वादे के मुताबिक 100 दिनों में गारंटी लागू नहीं कर उन्हें धोखा दिया है। रायथू स्वराज्य वेदिका और कांग्रेस किसान सेल ने कहा है कि 60 किसानों ने आत्महत्या की है लेकिन सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी इससे इनकार कर रहे हैं।
भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी से जवाब देने को कहा कि किसानों को कांग्रेस को वोट क्यों देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार की तरह कांग्रेस सरकार भी देरी की रणनीति अपना रही है।
सांसद ने टिप्पणी की कि कांग्रेस झूठ, विश्वासघात और साजिशों के लिए जानी जाती है। उन्होंने दावा किया कि तेलंगाना के लोग दोबारा धोखा खाने को तैयार नहीं हैं।
उन्होंने किसानों के लिए हर साल प्रति एकड़ 15,000 रुपये की निवेश सहायता, प्रति क्विंटल धान पर 500 रुपये का बोनस, प्रत्येक खेतिहर मजदूर के लिए 12,000 रुपये की वित्तीय सहायता और 2 लाख रुपये तक के कृषि ऋण की माफी जैसी गारंटी लागू नहीं करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
लक्ष्मण ने प्रत्येक महिला को 2,500 रुपये की मासिक वित्तीय सहायता के वादे को लागू करने में विफल रहने के लिए कांग्रेस सरकार की भी खिंचाई की।
उन्होंने पिछली बीआरएस सरकार के भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं करने के लिए कांग्रेस पर भी हमला बोला। वह जानना चाहते थे कि कांग्रेस कालेश्वरम, मेदिगड्डा, धरणी जैसे घोटालों, ड्रग्स माफिया, बिजली खरीद में अनियमितताओं और फोन टैपिंग में दोषियों को दंडित करने में क्यों विफल रही है।
उन्होंने याद दिलाया कि अभियान के दौरान, रेवंत रेड्डी ने बीआरएस नेताओं को भ्रष्ट कहा था और पूछा था कि वह अब उन्हें कांग्रेस पार्टी में क्यों ले रहे हैं।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल कांग्रेस ने आयरलैंड में भारत के राजदूत द्वारा एक स्थानीय दैनिक के संपादकीय का जवाब देते हुए उसकी (कांग्रेस की) आलोचना करने पर मंगलवार को कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि एक राजनयिक का सरेआम ‘पार्टी सदस्य’ की तरह विपक्षी दलों पर हमला करना ‘शर्मनाक व्यवहार’ है और उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिये।
‘द आइरिश टाइम्स’ को दिए अपने जवाब में भारतीय राजदूत अखिलेश मिश्रा की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश उन पर निशाना साधा।
अखबार में 11 अप्रैल को छपे संपादकीय को लेकर भेजे जवाब में मिश्रा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर अभूतपूर्व लोकप्रियता और कद हासिल है। यह नवीन, समावेशी शासन और सतत विकास पर त्रुटिहीन व्यक्तिगत चरित्र और ईमानदारी और विचारवान नेतृत्व के कारण है।’’
राजदूत ने यह भी लिखा, ‘‘भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें जमा चुके तंत्र (भारत में एक ही वंशवादी पार्टी द्वारा 55 साल के शासन द्वारा निर्मित) के खिलाफ लड़ाई मोदी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता के पीछे एक प्रमुख कारक है।’’
उनकी इस टिप्पणी को लेकर रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारत सरकार का बचाव करना एक बात है और (एक राजनयिक से) इसकी उम्मीद भी की जानी चाहिए। लेकिन एक पक्ष की तरह इस तरह से विपक्षी दलों पर खुलेआम हमला करने की उम्मीद नहीं की जाती है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘यह राजदूत वास्तव में एक ‘करियर डिप्लोमैट’ हैं, जो उनकी टिप्पणियों को और भी शर्मनाक, अपमानजनक और पूरी तरह से अस्वीकार्य बनाता है। उन्होंने वास्तव में विदेश सेवा नियमों का उल्लंघन किया है और उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।’’ (भाषा)
शिवपुरी/गुना, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश के गुना संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
सिंधिया ने नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले गुना में टेकरी स्थित हनुमान मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की और बजरंग बली के दरबार में माथा ठेका। उसके बाद सैकड़ों कारों का काफिला गुना से शिवपुरी पहुंचा।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया रोड शो करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
इस मौके पर सिंधिया के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 15 अप्रैल दिल्ली पुलिस ने महंगी कारें चुराने और बेचने के आरोप में बिहार से 37 वर्षीय एक महिला को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त (पूर्वी दिल्ली) अपूर्वा गुप्ता ने मंगलवार को बताया कि आरोपी की पहचान लवली सिंह के रूप में हुई है, जो बिहार के पाटिलपुत्र की रहने वाली है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष उसके पति गोविंद की गिरफ्तारी के बाद एक अभियान शुरू किया गया था, और तीन अप्रैल को उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
अधिकारी ने बताया, ''पूछताछ में गोविंद ने खुलासा किया था कि उसकी पत्नी लवली ने दिल्ली से कई लग्जरी गाड़ियां चुराई थीं और उन्हें बिहार व झारखंड में बेचा था।''
उन्होंने बताया कि लवली को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बनाई गयी थीं लेकिन बार बार ठिकाना बदलने की वजह से वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर थी।
अपूर्वा ने बताया कि लवली जानी-मानी सोसायटियों में भी रहती थी ताकि उस पर किसी को शक न हो।
अधिकारी ने बताया, ''लवली के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था और अदालत ने उसे 20 दिसंबर 2023 को भगोड़ा अपराधी घोषित किया था। तीन अप्रैल को लवली को पाटिलपुत्र इलाके से गिरफ्तार किया गया और उसे हिरासत में ले लिया गया।''
डीसीपी के अनुसार, पूछताछ के दौरान लवली ने पुलिस को बताया कि स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उसने एक बीमा कंपनी में काम किया, जहां उसकी मुलाकात चोरी के वाहनों की खरीद-फरोख्त करने वालों से हुई।
उन्होंने कहा, "वह और उसका पति गोविंद चोरी के वाहनों की खरीदी बिक्री करने लगे। उसने बताया कि उसे 2021 में वाहन चोरी और डकैती से जुड़े एक मामले में झारखंड के रांची में गिरफ्तार किया गया था।"
उसने गाड़ियां चुराने वालों से और ऐसे वाहनों की खरीदी बिक्री करने वाले दूसरे लोगों से भी संपर्क स्थापित किया।
डीसीपी ने बताया कि पुलिस ने टोयोटा फॉर्च्यूनर व हुंडई अल्काजार सहित नौ एसयूवी जब्त की हैं।
अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। (भाषा)
बाराबंकी, 16 अप्रैल। मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच बाराबंकी के युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है।
दरअसल, भारतीय विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सभी नागरिकों से इजराइल ना जाने की अपील की है। एडवाइजरी में स्पष्ट कहा गया है कि दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में किसी भी नागरिक का इजराइल या ईरान जाना सुरक्षित नहीं रहेगा। विदेश मंत्रालय के इस निर्देश के बाद बाराबंकी के युवाओं की चिंता बढ़ गई है।
इन युवाओं की हाल ही में इजराइल में अच्छे वेतन के साथ नौकरी लगी थी, जिसके बाद इन्हें काम के लिए वहां जाना था, लेकिन इस बीच ईरान ने इजराइल पर हमला कर पूरी स्थिति ही पलट दी। युवाओं को कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या किया जाए। इनका चिंतित होना लाजिमी है। इजराइल जाने के लिए इनमें से कुछ ने अपने खेत गिरवी रखे, तो किसी ने जमीन तो किसी ने अपनी मां के जेवरात और अब जब जाने का समय आया, तो ईरान ने ऐन वक्त पर हमला कर इलाके में तनाव पैदा कर दिया।
चंदन सिंह नाम के एक युवक ने बताया कि उसने बीएससी तक की पढ़ाई की है। काफी कोशिश के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो वह राजमिस्त्री का काम करने लगा। इसी काम से वह अपनी और अपने परिवार की रोजी-रोटी चलाता है। यहां मजदूरी कर बड़ी मुश्किल से हर महीने 10 से 15 हजार रुपए ही कमा पाता है। जब उसे पता चला कि इजराइल में नौकरी के लिए टेस्ट हो रहे हैं और वहां हर महीने 1 लाख 37 हजार रुपये वेतन मिलेगा, तो पंजीकरण के लिए उधार पैसे लिए। सारे कागज पूरे कराए और फ्लाइट का टिकट भी करवाया। इन सब में उनका काफी रुपया खर्च हो चुका है। ऐसे में अगर उन्हें इजराइल जाने को नहीं मिला, तो उधारी चुकाने के लिये अपनी जमीन-जायदाद बेचनी पड़ जाएगी।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल । राजनीतिक स्थिरता और पिछले 10 वर्षों में देश में मजबूत सामाजिक सुरक्षा ढांचे के निर्माण के कारण भारतीय शेयर बाजारों की गणना दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बाजारों में की जाती है। यह बात नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के एमडी और सीईओ आशीष कुमार चौहान ने कही।
भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों से नजदीक से जुड़े और बीएसई व एनएसई में सेवा दे चुके चौहान ने आईएएनएस के साथ बातचीत में इस बात पर जोर दिया कि जब किसी देश में गरीबी कम होती है, तो लोगों का आत्मविश्वास स्तर बढ़ता है और वे आर्थिक गतिविधियों में व्यापकता के साथ भाग लेना शुरू करते हैं। इससे विकास में तेजी आती है।
एनएसई के संस्थापक सदस्य चौहान ने कहा," 10 वर्षों में बहुत सारे अच्छे काम किए गए हैं और मुझे लगता है कि समग्र राजकोषीय घाटे को कम करते हुए सामाजिक सुरक्षा का निर्माण प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शासन की एक बड़ी उपलब्धि है।"
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना (पीएमजेजेबीवाई), अटल पेंशन योजना (एपीवाई), आयुष्मान भारत और करोड़ों लाभार्थियों वाली अन्य सामाजिक कल्याण योजनाओं ने छोटे शहरों में भी नागरिकों में नया आत्मविश्वास पैदा किया है।
2013-2014 में निफ्टी इंडेक्स 7,500 के आसपास था। आज यह 22 हजार के ऊपर है।
चौहान के मार्गदर्शन में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाते हुए एक्सचेंज ने कई चीजें पहली बार देखीं और नई ऊंचाइयों को छुआ।
वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में एनएसई का शुद्ध लाभ में 8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,975 करोड़ रुपये हो गया। वित्त वर्ष 24 के पहले नौ महीनों के दौरान,एनएसई ने सरकारी खजाने में 28,131 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
उनके मुताबिक, पिछले 10 साल में एक्सचेंज में कई नई कंपनियां लिस्ट हुई हैं और कुल मिलाकर कॉरपोरेट सेक्टर की ग्रोथ बढ़ी है, खासकर बैंकिंग सेक्टर में।
चौहान ने कहा, "पिछले दशक में सभी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है, खासकर बुनियादी ढांचे सड़क, बंदरगाह, मेट्रो, बिजली उत्पादन और अन्य में। दूसरी ओर, आय लगातार बढ़ी है और बेरोजगारी दर में काफी कमी आई है।"
आईआईटी बॉम्बे के मैकेनिकल इंजीनियर और आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र, चौहान को वित्तीय बाजार नीतियों के अग्रणी विशेषज्ञों में से एक माना जाता है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 16 अप्रैल । पिछली बार 'लाल सिंह चड्ढा' में नजर आने वाले बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान ने एक राजनीतिक दल के फर्जी विज्ञापन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
एक्टर ने कांग्रेस के एक फर्जी विज्ञापन के खिलाफ मुंबई पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है। विज्ञापन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाया गया बॉलीवुड सुपरस्टार का एक नकली वीडियो है, जो प्रत्येक नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये के वादे को लेकर भाजपा पर निशाना साधता है।
यह एक कथित एआई-जनरेटेड डीप फेक वीडियो है जिसमें आमिर खान द्वारा होस्ट किए गए टीवी शो 'सत्यमेव जयते' के एक एपिसोड की क्लिप का उपयोग किया गया है जो 10 साल पहले प्रसारित किया गया था।
आमिर खान के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा है कि अभिनेता ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की जानकारी अधिकारियों को दे दी है।
प्रवक्ता ने कहा, ''हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि आमिर खान ने अपने 35 साल के करियर में कभी भी किसी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं किया है। उन्होंने पिछले कई चुनावों में चुनाव आयोग के अभियानों के माध्यम से जन जागरूकता बढ़ाने के लिए अपने प्रयासों को समर्पित किया है। हम हालिया वायरल वीडियो से चिंतित हैं जिसमें आरोप लगाया गया है कि आमिर खान एक विशेष राजनीतिक दल को बढ़ावा दे रहे हैं।''
प्रवक्ता ने आगे कहा, “वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह एक फर्जी वीडियो है और पूरी तरह से झूठ है। उन्होंने मुंबई पुलिस के साइबर क्राइम सेल में एफआईआर दर्ज करने सहित इस मुद्दे से संबंधित विभिन्न अधिकारियों को मामले की सूचना दी है। खान सभी भारतीयों से आग्रह करना चाहते हैं कि वे बाहर आएं और मतदान करें और हमारी चुनावी प्रक्रिया का सक्रिय हिस्सा बनें।"
(आईएएनएस)
रांची, 16 अप्रैल । झारखंड के जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने पार्टी नेतृत्व को चेतावनी दी है कि राज्य में एक भी सीट पर मुसलमान को उम्मीदवार नहीं बनाया जाना आत्मघाती कदम होगा। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ आने वाले विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
दरअसल, इरफान अंसारी गोड्डा लोकसभा सीट पर अपने पिता पूर्व सांसद फुरकान अंसारी की उम्मीदवारी की मांग कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने उनके नाम की अनुशंसा नहीं की है।
इरफान अंसारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "18 प्रतिशत आबादी होने के बावजूद झारखंड में एक सीट मुसलमान को नहीं देना पार्टी की बहुत बड़ी भूल और आत्मघाती कदम होगा। पार्टी के इस निर्णय से समाज में भारी आक्रोश है। इतनी बड़ी आबादी को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। कुछ नेताओं ने भ्रम फैलाया है कि अगर मुसलमान को टिकट दिया गया तो वोटों का ध्रुवीकरण हो जाएगा।"
अंसारी ने पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए कहा, "2, 3, 4 प्रतिशत आबादी वालों को टिकट मिल रहा है तो क्या 18 प्रतिशत वाला सिर्फ वोट देने के लिए है? पार्टी इस पर विचार करे नहीं तो लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। मुसलमानों के वोट को कांग्रेस पार्टी हल्के में ना ले।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय को नजरअंदाज करने का ही नतीजा है कि अन्य राज्यों में इनका वोट क्षेत्रीय पार्टियों की तरफ चला गया है। मुसलमान खुद को ठगा महसूस कर रहा है।
(आईएएनएस)
पटना, 16 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार के दो जिले गया और पूर्णिया के दौरे पर थे। जहां उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों से जनता को अवगत कराया, वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं प्रधानमंत्री की जनसभाओं के बीच राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी पर एक सवाल दागा है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार ने पिछली बार एनडीए को 40 में से 39 सीटें दी और गुजरात ने 26। लेकिन इसके बावजूद भी बिहार के बच्चे गुजरात में मजदूरी करने को विवश हैं, जहां उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है। उन्हें लाठी डंडों से पीटा जाता है। उनके साथ जानवरों जैसा सलूक किया जाता है, लेकिन विडंबना देखिए कि वहां की सरकार मौन साधे रहती है।
पीके ने कहा, आज जब प्रधानमंत्री बिहार दौरे पर आए, तो वो रोजगार और चीनी मिलों को चालू कराने पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे। सिर्फ राष्ट्रवाद, हिंदू-मुस्लिम पर अपनी बात रखेंगे, जिससे प्रदेश के विकास का कोई सरोकार नहीं है। बिहार में पलायन कैसे रुकेगा? बिहार के युवाओं को यहां कब रोजगार मिलेगा? इस पर वो एक शब्द नहीं कहेंगे।
पीके ने आगे कहा कि गुजरात ने एनडीए को 26 सांसद दिए और वहां रोजगार इनवेस्टमेंट समिट हो रहे हैं। रोजगार को कैसे बढ़ाया जाए?, इस पर खुलकर बात की जा रही है। लेकिन, बिहार में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। अब इसमें गलती मोदी जी की नहीं है, बल्कि गलती हमारी और आपकी है, क्योंकि मोदी जी को तो पता है कि बिहार के लिए कुछ करो या ना करो, यहां तो हमें राष्ट्रवाद और हिंदू मुस्लिम के नाम पर वोट मिल जाएगा, लेकिन गुजरात में तो काम करना पड़ेगा।
प्रशांत किशोर वर्तमान में जन सुराज यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अपने सियासी किले को दुरूस्त करने के मकसद से वो इस यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
चंडीगढ़, 16 अप्रैल। आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को पंजाब में चार लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया।
इसके साथ ही, पार्टी ने उन 13 लोकसभा सीटों के लिए अपनी लिस्ट पूरी कर ली है जहां 1 जून को वोटिंग होगी।
आप ने मुक्तसर से विधायक जगदीप सिंह काका बराड़ को फिरोजपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी ने जालंधर (सुरक्षित) से पवन कुमार टीनू की उम्मीदवारी की घोषणा की है। पंजाब की सत्तारूढ़ आप को दोआब क्षेत्र में अच्छी बढ़त है। दलित नेता टीनू ने 14 अप्रैल को पार्टी का दामन थाम लिया था।
पवन कुमार टीनू अकाली दल के टिकट पर जालंधर के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार 2012 और 2017 में चुने गए थे। उन्होंने 2014 में जालंधर से लोकसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन कांग्रेस नेता संतोख चौधरी से हार गए।
आप में शामिल होने के बाद टीनू ने कहा था कि वह देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए पार्टी में शामिल हुए हैं।
आप ने गुरदासपुर से अमनशेर सिंह और लुधियाना से अशोक पाराशर पप्पी को मैदान में उतारा है।
आप ने अपनी पहली लिस्ट में संगरूर से गुरमीत सिंह मीत हेयर, अमृतसर से कुलदीप सिंह धालीवाल, खडूर साहिब से लालजीत सिंह भुल्लर, बठिंडा से गुरमीत सिंह खुड्डियां, फतेहगढ़ साहिब से गुरप्रीत सिंह जीपी, फरीदकोट से करमजीत अनमोल और पटियाला से बलबीर सिंह को उम्मीदवार बनाया है।
आप ने अपनी दूसरी सूची में अपने मुख्य प्रवक्ता मालविंदर सिंह कंग को आनंदपुर साहिब से और राज कुमार चब्बेवाल को होशियारपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 16 अप्रैल । सलमान खान फायरिंग मामले में ज्वाइंट कमिश्नर लख्मी गौतम ने प्रेसवार्ता कर अब तक की जांच के बारे में बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिससे कई बड़े खुलासे हुए हैं। सीसीटीवी में दिख रहा है कि दो बाइक सवार युवक सलमान खान के घर के परिसर के पास आते हैं और इसके बाद पीछे बैठा युवक लगातार एक या दो नहीं, बल्कि पांच बार फायरिंग करता है।
वहीं, सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग के बाद अनमोल बिश्नोई नाम के व्यक्ति ने फेसबुक पर पोस्ट कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।
पुलिस ने बताया कि खुफिया सूत्रों से दोनों के बारे में अहम जानकारी जुटाई गई है। गुजरात पुलिस की मदद से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनसे विस्तृत पूछताछ की जा रही है। गुजरात पुलिस की मदद से दोनों को पकड़कर मुंबई लाया गया है।
प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों की लोकेशन मिलने के बाद गुजरात पुलिस को इनके बारे में सूचित किया गया। दोनों को गिरफ्तार करने के लिए लोकल अधिकारी की मदद की जरूरत थी, इसलिए हमें लगा कि अगर हम गुजरात पुलिस की मदद लेंगे, तो यह हमारे लिए उचित रहेगा।
प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों आरोपियों ने सलमान खान के घर की एक या दो बार नहीं, बल्कि तीन बार रेकी की थी, जिसके आधार पर अभिनेता के घर के बाहर फायरिंग करने का प्लान बनाया गया।
पुलिस के मुताबिक, मुंबई में आरोपी जिस घर में ठहरे हुए थे, वहां किराए के लिए दस हजार रुपए जमा कराए थे, जबकि घर का किराया मात्र 35,00 रुपए था। ऐसे में अब पुलिस यह गुत्थी सुलझाने का प्रयास कर रही है कि आखिर इन दोनों आरोपियों के पास इतने पैसे कहां से आए?
रविवार को सलमान खान के घर के बाहर दो युवकों ने फायरिंग की। शुरुआती जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपी बिहार के बेतिया जिले के रहने वाले हैं। हालांकि, दोनों आरोपियों के परिजनों ने अपने बेटे के ऊपर लग रहे आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनका कहना है कि उनका बेटा मुंबई कमाने के लिए गया था, वो इस तरह की हरकत नहीं कर सकता। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
(आईएएनएस)
पटना, 16 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार के गया और पूर्णिया में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस बीच उन्होंने विपक्ष पर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साधा। उनके दौरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर 10 वर्षों तक काम किया होता तो उसका जिक्र करते। केवल हमलोगों को गाली दे रहे।
तेजस्वी यादव ने पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हम लोग उम्मीद लगा रहे थे कि बिहार की जनता को कुछ तोहफा देंगे। विशेष राज्य के दर्जा को लेकर, विशेष पैकेज को लेकर कुछ बोलते। 10 साल उन्होंने बिहार के लिए क्या किया, उसके बारे में कुछ बोलते। वे सब भूल गए हैं। उन वादों को वे भूल गए हैं, जो उन्होंने किए थे। भाजपा के घोषणा पत्र में भी बिहार की जनता के लिए कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी ने पूरे देश को सिर्फ चार चीजें दी है, बेरोजगारी, मंहगाई, गरीबी और जुमला।
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार के युवा को प्रधानमंत्री मूर्ख नहीं समझे। प्रधानमंत्री अपने वादों को भूल गए हैं। आप बिहार आते हैं तो यह बताइए कि आपने क्या किया। यहां आकर केवल भाषण नहीं दीजिए। आगे आप क्या करेंगे, यह मत बताइए, लेकिन, 2014 और 2019 में नौकरी, काला धन, विशेष पैकेज, विशेष राज्य के दर्जे का जो वादा किया था, वह बताएं पूरा हुआ या नहीं।
(आईएएनएस)
मैनपुरी, 16 अप्रैल । उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रत्याशी डिंपल यादव ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र भरा।
उन्होंने नामांकन से पहले पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल सैफई के मेला मैदान पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की। नामांकन के लिए मैनपुरी रवाना होने से पहले आवास पर नवरात्रि के चलते कन्या भोज भी कराया।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने डिंपल के नामांकन के लिए अष्टमी के दिन का शुभ मुहूर्त चुना। नामांकन से पहले डिंपल ने कन्या पूजन किया, इसके बाद मां दुर्गा के मंदिर में दर्शन करने पहुंची। डिंपल यादव ने कहा कि आज अष्टमी का दिन है। मां दुर्गा के आशीर्वाद के साथ जनता का आशीर्वाद भी मिलेगा।
वहीं, अखिलेश यादव ने बसपा के प्रत्याशी बदलने का जवाब दिया। उन्होंने कहा, "हो सकता है, बसपा को अपना प्रत्याशी कमजोर लग रहा हो, इसलिए बदल दिया है। उन्हें लगता होगा, कहीं सपा ने अपना प्रत्याशी तो नहीं एडजस्ट कर दिया।"
नामांकन के मौके पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, रामगोपाल यादव और सपा जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य मौजूद रहे।
मैनपुरी की बात करें तो यह सपा का गढ़ है। 1996 से लेकर अब तक सपा इस लोकसभा सीट पर काबिज है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया था।
(आईएएनएस)
जम्मू, 16 अप्रैल । लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पलौरा में मंगलवार को एक जनसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। एक जमाना था, जब ऐसे जलसे की कल्पना ही नहीं कर सकते थे। पथराव होता था, गोलीबारी होती थी, बम धमाके होते थे, पाकिस्तान से हड़ताल का ऐलान किया जाता था और आर्टिकल 370 का साया पूरे जम्मू-कश्मीर पर छाया था।
अमित शाह ने कहा, आज आर्टिकल 370 समाप्त हो गई है, आतंकवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है और जो युवा पथराव कर रहे थे, उन युवाओं के हाथ में पत्थर की जगह लैपटॉप है।
इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती पर जोरदार हमला बोला।
अमित शाह ने कहा कि एनसी-पीडीपी वाले हमारे गुर्जर भाइयों को भड़काते थे कि भाजपा आपका आरक्षण काट देगी। मैंने संसद में कहा था कि हमारे गुर्जर भाइयों का एक प्रतिशत आरक्षण काटे बगैर हमारे पहाड़ी भाइयों को आरक्षण दिया जाएगा। मुझे आनंद है कि मोदी सरकार में गुर्जर, पहाड़ी, बकरवाल, ओबीसी और महिला सबको आरक्षण देने का काम भाजपा ने किया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने आगे पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि महबूबा मुफ्ती कहती थीं कि अगर धारा-370 हटेगी तो तिरंगे को कोई कंधा देने वाला नहीं होगा। महबूबा मुफ्ती, आप और मैं तो चले जाएंगे। लेकिन तिरंगा तो अजर है, अमर है, हमेशा रहने वाला है। फारूक अब्दुल्ला कहते थे कि नरेंद्र मोदी 10 बार प्रधानमंत्री बन जाएं, लेकिन आर्टिकल 370 नहीं हटा सकते। 10 बार छोड़ो फारूक साहब, दूसरी बार में ही जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटा दी गई।
अमित शाह ने कहा कि मैं आया हूं तब जब नवरात्रि चल रहे हैं। सबसे पहले माता वैष्णो देवी को प्रणाम कर अपनी बात की शुरुआत करना चाहता हूं। बहुत कठिन दौर से संघर्ष कर भाजपा के नेता जम्मू-कश्मीर की कश्ती को बाहर निकाल कर लाए हैं। जम्मू में पैर रखते ही भाजपा कार्यकर्ता के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, ये याद करके कि भाजपा के पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने यहीं बलिदान दिया था। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नारा दिया था, 'एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेगा'। मैं जब 2014 में यहां आया था तब ये नारा मांग के रूप में बुलाते थे और आज ये नारा गर्व के साथ हम सिद्धी के रूप में बोल रहे हैं। क्योंकि आज जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 समाप्त हो गया है। पूरे देश की तरह जम्मू-कश्मीर में भी आन-बान-शान के साथ हमारा तिरंगा गगन को छू रहा है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जो बलिदान दिया, प्रेमनाथ डोगरा ने जो आंदोलन किया, वो बलिदान, वो आंदोलन आज परवान चढ़ता हुआ हम देख रहे हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को समाप्त कर दिया।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल । फिनटेक कंपनी भारतपे ने मंगलवार को नलिन नेगी को अपना मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त करने की घोषणा की।
इसके पहले कंपनी के अंतरिम सीईओ और सीएफओ के रूप में उनके नेतृत्व में भारतपे ने वित्त वर्ष 23 में राजस्व में 182 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
कंपनी की ओर से कहा गया कि अब नए सीएफओ की नियुक्ति की जाएगी।
भारतपे के बोर्ड अध्यक्ष रजनीश कुमार ने कहा, "फिनटेक उद्योग में नेगी का व्यपक अनुभव और उनके नेतृत्व में भारतपे की कमाई में हुई वृद्धि को देखते हुए वह कंपनी का नेतृत्व करने के लिए स्वाभाविक पसंद बन जाते हैं।" नेगी 2022 में भारतपे में शामिल हुए थे।
नेगी ने कहा," अब हमारा ध्यान कंपनी को विकास के नए चरण में ले जाना और देश भर में अपने ग्राहकों को सशक्त करने के लिए नए उत्पादोें को लॉन्च करने पर होगा।"
उन्होंने कहा, "हम अपना आधार मजबूत करने और व्यापारियों, भागीदारों व हितधारकों को हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
भारतपे में शामिल होने से पहले नेगी ने एसबीआई कार्ड और जीई कैपिटल सहित वित्तीय सेवा कंपनियों में वरिष्ठ पदों पर कार्य किया।
गौरतलब है कि भारतपे के पास 450 से अधिक शहरों में 1.3 करोड़ से अधिक व्यापारियों का एक नेटवर्क है। यह यूपीआई ऑफलाइन कंपनियों में एक प्रमुख नाम है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश में इस बार का चुनाव सियासी घरानों के भविष्य का फैसला करने वाला होगा। पारिवारिक सियासत की विरासत को संभालने वाले ये प्रतिनिधि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही दलों के हैं।
राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं और यहां चुनाव चार चरणों में होने वाले हैं। इन चुनाव में तीन संसदीय क्षेत्र की खास चर्चा है। यहां सियासी घरानों के प्रतिनिधि चुनाव मैदान में हैं।
गुना से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और छिंदवाड़ा से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ चुनाव मैदान में हैं।
बात गुना संसदीय क्षेत्र की करें तो ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। वह पिछला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
सिंधिया राजघराने के गढ़ के तौर पर पहचाना जाता है गुना। ज्योतिरादित्य सिंधिया का यह छठा लोकसभा चुनाव है। इससे पहले हुए पांच चुनाव में से उन्हें चार बार जीत मिली है।
राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से दिग्विजय सिंह कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। वे लगभग तीन दशक बाद इस संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वे वर्ष 1984 और 1991 में यहां से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं मगर वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव भोपाल से लड़े थे और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
इसी तरह छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं। छिंदवाड़ा की पहचान कमलनाथ के पर्याय के तौर पर है। 1980 के बाद हुए 12 चुनाव में से 11 में कमलनाथ परिवार के सदस्य निर्वाचित हुए हैं। सिर्फ 1997 का एक ऐसा चुनाव था जिसमें कमलनाथ को हार मिली थी।
छिंदवाड़ा को भाजपा ने जीत के लिए प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा है और यही कारण है कि पूरी पार्टी इस संसदीय क्षेत्र में जोर लगाए हुए हैं। राज्य की ये तीन संसदीय सीटें ऐसी हैं जिन पर राज्य नहीं देश के अलग-अलग हिस्सों के लोगों की नजर है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 16 अप्रैल । आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जेल से एक संदेश भेजा है। अपने इस संदेश में केजरीवाल का कहना है कि वह आतंकवादी नहीं हैं।
आम आदमी पार्टी के मुताबिक तिहाड़ जेल में केजरीवाल से उनके परिवार और पंजाब के सीएम भगवंत मान की मुलाकात शीशे की दीवार खड़ी कर की जा रही है।
'आप' के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली और देश की जनता के लिए बेटे और भाई की तरह काम किया।
संजय सिंह ने कहा कि सोमवार को भगवंत मान ने बताया कि उनकी अरविंद केजरीवाल से किस तरह मुलाकात कराई गई। जेल में अरविंद केजरीवाल के साथ हो रहे गलत व्यवहार को देखकर भगवंत मान भावुक हो गए। हम सबके लिए यह भावुकता और कष्ट देने की बात है। इससे देश में कोई अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। अरविंद केजरीवाल के साथ जेल में हो रहे व्यवहार को देखकर देश के लोग कोई अच्छी धारणा नहीं बनाएंगे।
संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के साथ जेल में जो कुछ भी हो रहा है, आम आदमी पार्टी उसकी निंदा करती है। यह कृत्य एक तानाशाही है। इस कृत्य से अरविंद केजरीवाल को तोड़ने की मंशा है, लेकिन वो टूटेंगे, झुकेंगे नहीं। अरविंद केजरीवाल हमेशा लड़े हैं और लड़ते रहेंगे। अरविंद केजरीवाल दिल्ली की जनता के लिए काम करते रहे हैं और काम करते रहेंगे।
(आईएएनएस)