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बिलासपुर, 9 मार्च। शिक्षकों की पदोन्नति पर राज्य शासन की ओर से बनाए गए नए नियमों को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को हाई कोर्ट ने खारिज कर दिया है। अब इसके बाद पदोन्नति की प्रक्रिया फिर से शुरू हो सकती है।
राज्य शासन ने छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा सेवा भर्ती और पदोन्नति नियम 2019 बनाया था, इसके तहत शिक्षकों की पदोन्नति के लिए अनुभव की सीमा 5 साल से घटाकर 3 साल कर दी गई थी। शिक्षकों और शिक्षक संगठनों की ओर से शासन के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। चीफ जस्टिस अरुप कुमार गोस्वामी और जस्टिस पीपी साहू की डिवीजन बेंच में दिसंबर 2022 को प्रकरण की सुनवाई पूरी हो गई थी, जिसका फैसला आज जारी हुआ है।
शासन के पक्ष में जारी आदेश में हाईकोर्ट ने कहा है कि शासन को नियम बनाने का अधिकार है और नए नियम में कोई कानूनी बाधा नहीं है।
शिक्षकों की ओर से दायर याचिकाओं में कहा गया था कि सहायक शिक्षक से प्रधान पाठक और शिक्षक पद पर पदोन्नति के लिए शासन ने जो नियम निर्धारित किए है वह विसंगतिपूर्ण है। इससे वरिष्ठता के निर्धारण में पक्षपात हो रहा है। नए नियम से सीनियर शिक्षक जूनियर तथा जूनियर शिक्षक सीनियर हो गए हैं। हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ताओं की दलील को खारिज कर दिया।
दंतेवाड़ा/रायपुर, 9 मार्च। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा में आयोजित फागुन मड़ई में देवी-देवताओं के बिदाई समारोह में अनेक घोषणाएं की। गीदम में बनने वाले मेडिकल कॉलेज मां दंतेश्वरी के नाम पर किया जाएगा। शंकनी डंकनी नदी में रिवर फ्रंट का निर्माण होगा। गीदम को नए राजस्व अनुभाग का दर्जा ।
बॉलीवुड के जानेमाने कलाकार सतीश कौशिक के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है.
उन्होंने ट्विटर पर अपनी संवेदना प्रकट की है.
पीएम मोदी ने कहा, "जानेमाने फ़िल्म शख़्सियत सतीश कौशिक जी के असामयिक निधन से व्यथित हूं. वे एक क्रिएटिव जीनियस थे जिन्होंने अपनी विलक्षण अभिनय और निर्देशन प्रतिभा से लोगों का दिल जीता था. उनका काम लोगों का मनोरंजन करता रहेगा. उनके परिवारवालों और फैंस के लिए संवेदनाएं प्रकट करता हूं. ओम शांति."
लोकप्रिय फ़िल्मकार और अभिनेता सतीश कौशिक का 66 साल की उम्र में निधन हो गया है.
सतीश कौशिक के भतीजे निशान कौशिक ने बीबीसी हिन्दी को बताया है कि सतीश कौशिक गुरुग्राम में अपने एक दोस्त के घर होली मनाने गए थे और वहीं उन्हें दिल का दौरा पड़ा.
इसके बाद उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. (bbc.com/hindi)
उद्योगपति गौतम अदानी और उनके परिवार ने उन सभी कर्ज़ों को वक़्त से पहले चुका दिया है जिनकी गारंटी अदानी ग्रुप के शेयरों से दी गई थी.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, लंदन में हुई अदानी समूह के निवेशकों की एक बैठक में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने ये जानकारी दी है.
ब्लूमबर्ग न्यूज़ की रिपोर्ट में कहा गया है कि निवेशकों की ये मीटिंग इन्वेस्टर्स को भरोसा दिलाने के लिए दुनिया भर में चलाए जा रहे कैम्पेन के तहत हुई.
अदानी समूह ने इसमें निवेशकों को भरोसा दिलाया है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
हालांकि रॉयटर्स का कहना है कि अदानी समूह की ओर से इस घटनाक्रम पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी तक नहीं मिली है. (bbc.com/hindi)
ओडिशा के जगतसिंहपुर ज़िले में पारादीप तट के पास एक संदिग्ध जासूस कबूतर को पकड़ा गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कबूतर के पैर में कैमरे और माइक्रोचिप जैसे डिवाइस लगे हुए और उसे एक मछली पकड़ने वाली नाव से पकड़ा गया है.
पुलिस को संदेह है कि उस कबूतर का इस्तेमाल जासूसी के काम में किया जा रहा था. मछुआरों ने कुछ दिन पहले उस कबूतर को अपनी मछली पकड़ने वाली नाव पर बैठे हुए देखा था. उस कबूतर को मछुआरों ने पकड़ लिया और उसे बुधवार को तटरक्षक पुलिस के हवाले कर दिया.
जगतसिंहपुर ज़िले के एसपी राहुल पीआर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "हमारे पशु चिकित्सक कबूतर की जांच करेंगे. उसके पैर में लगे डिवाइसों को जांच के लिए हम स्टेट फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी के पास भेजेंगे. ऐसा लगता है कि वो डिवाइस कैमरा और माइक्रोचिप है."
उन्होंने ये भी बताया कि कबूतर के डैने पर ऐसा कुछ लिखा हुआ है जो स्थानीय लोग नहीं पढ़ सकते हैं. इसे समझने के लिए भी विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी. (bbc.com/hindi)
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा है कि बिहारी मज़दूरों से हो रही बदसलूकी का फ़ेक वीडियो उत्तर भारत के बीजेपी नेता फैला रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ उन्होंने कहा, "कुछ लोगों ने ग़लत ख़बरें और फ़ेक न्यूज़ फैलाई. बीजेपी के उत्तर भारतीय नेताओं ने बुरे इरादे के साथ ऐसा किया. आपको प्लॉट समझ में आएगा अगर आप ये देखेंगे कि ये तब किया गया जब एक दिन पहले मैंने ये कहा था कि बीजेपी के खिलाफ़ एक देश-स्तरीय गठबंधन की ज़रूरत है.”
"इस वीडियो के सामने आने के बाद मैंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से बात की ऐसी कोई घटना तमिलनाडु में नहीं हुई है. डीजीपी ये साफ़ कर चुके हैं. यहां तक की बिहार का एक प्रतिनिधिमंडल तमिलनाडु आया और यहां संतुष्ट होकर वापस गया."
तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मज़दूरों के साथ कथित हिंसा का मुद्दा इन दिनों ख़बरों में बना हुआ है. हालांकि तमिलनाडु और बिहार पुलिस बार-बार इस तरह की हिंसा की ख़बरों को अफ़वाह बता रही है.
तमिलनाडु पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि इस 'फ़ेक न्यूज़' को फैलाने वाले लोगों के ख़िलाफ़ वो मामला दर्ज कराएगी. ऐसे लोगों को गिरफ़्तार करने के लिए 'स्पेशल टीम बनाने' की बात भी कही गई है. (bbc.com/hindi)
जगदलपुर, 9 मार्च। पूर्व सांसद व सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष सोहन पोटाई का निधन हो गया। पोटाई पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। आज सुबह उन्होंने अंतिम सांसें ली। कांकेर स्थित आवास में उन्होंने अंतिम सांसें ली। वो 4 बार भाजपा की टिकट से कांकेर लोकसभा के सासंद रह चुके थे। वो लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे।
उनके निधन से आदिवासी समाज में शोक की लहर है। 29 अप्रैल 1958 को जन्में सोहन पोटाई ने भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले चार बार कांकेर लोकसभा सीट से जीत हासिल थी। 1998 में चुनाव मैदान में सोहन पोटाई ने कांग्रेस के कद्दावर नेता महेंद्र कर्मा को पराजित कर पहली बार भाजपा की झोली में सीट डाली। इसके बाद 1999 में छबिला अरविंद नेताम को पराजित किया। 2004 में सोहन पोटाई ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रही गंगा पोटाई ठाकुर को पराजित कर तिकड़ी बनाई।
रायपुर, 9 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो दिन के दंतेवाड़ा, करीमनगर और दिल्ली दौरे के लिए रवाना हो गए। पुलिस लाइन हेलीपैड पर मीडिया से चर्चा में कहा कि, देव पूजा और विदाई का कार्यक्रम है जिसमें शामिल होने जा रहा हूं। वहीं तेलंगाना दौरे को लेकर कहा, करीमनगर में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान में जन सभा को भी संबोधित करेंगे।साथ ही दिल्ली का भी दौरा है, अधिवेशन के बाद नेताओ से मुलाकात नही हुई थी, दिल्ली दौरे में मुलाकात होगी, नेताओं से चर्चा भी होगी।
भाजपा के ब्लूप्रिंट और पीएम के दौरे पर कहा कि भाजपा कितनी रैली करेंगे, पीएम छोटे छोटे राज्यों में वो रैली कर रहे। छत्तीसगढ़ भी आयेंगे तो स्वागत है।संगठन मजबूत करने की तैयारियों पर कहा कि बड़े नेताओं का आदेश है संगठन मजबूत किया जाए, आदेश का पालन होगा।
पूर्व सांसद पोटाई के निधन पर कहा बघेल ने कहा कि पोटाई के निधन से अपूर्णीय क्षति हुई है। समाज के लिए वे संघर्ष करते रहे समाज विकास के लिए हमने साथ में कई फैसले भी लिए है, उनका जाना दुःखद।
कर्मचारी के आंदोलन और बजट पर नाराजगी को लेकर कहा,
सीएम बघेल ने कहा कि आंदोलन को लेकर हम मना नहीं करते। 'विभागों से अनियमित कर्मचारियों की जानकारी मिलने में देरी से रुकी है प्रक्रिया। पूरी जानकारी आने के बाद विचार कर निर्णय लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि नियमितीकरण पर कई प्रश्न आए हैं सदन में, विभिन्न विभागों से अलग अलग कर्मचारियों की जानकारी मंगाई गई है। समिति की बैठक भी हो गई हैं। कैसे भर्ती हुई, आरक्षण के नियम क्या थे जैसे 5 सवाल हैं।ये डाटा जब तक टेबल में नही आता कैसे फैसला लिया जाए। 22 विभाग की जानकारी आई है और 24 विभागों
की जानकारी नही आई है।
किसी की होनी थी शादी, कही बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
जगदलपुर, 9 मार्च. होली पर्व को लेकर एक ओर जहां हर्षोल्लास से मनाया गया तो वही होली के दिन हुए 3 बड़े सड़क हादसे में 5 युवकों की मौत हो गई,
वही 4 लोग घायल हो गए, एक युवक को बेहतर उपचार के लिए रायपुर रेफर किया गया.
मामले की जानकारी देते हुए भानपुरी थाना प्रभारी किशोर केवट ने बताया कि सोनारपाल के पास एक तेज रफ्तार कार जिसमें 4 युवा शामिल थे, सभी होली की सुबह अपनी कार से तारागांव से वापस सोनारपाल जा रहे थे की मुजला के पास कार की रफ्तार तेज होने के कारण उसका नियंत्रण बिगड़ गया और कार पलटी मारते हुए सड़क नीचे जा पलटी. इस हादसे में सोनारपाल के व्यापारी उमाकांत मिश्रा के पुत्र विनोद मिश्रा 25 वर्ष व नीलम कश्यप 25 वर्ष खोरखोसा शुकुलगुड़ा निवासी की दुर्घटना में मौत हो गई, वहीँ साथ में सवार रितेश व रैतु तारागांव निवासी घायल हो गए, घायलों को बेहतर उपचार के लिए मेकाज ले जाया गया, जहाँ से एक घायल को baheja gayA, जबकि एक का उपचार चल रहा है.
VHIN दूसरी घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के झारउमरगांव के पास हुई. इसकी जानकारी देते हुए एएसआई दिनेश उसेंडी ने बताया कि एरिकपाल निवासी मनबोध भारती 25 वर्ष अपने दोस्त के साथ होली खेलने के लिए बकावंड गया हुआ था, जहां से होली पर्व मना कर वापस आ रहा था कि झारउमरगांव के बाइक चला रहे मनबोध ने अपना नियंत्रण खो दिया, ओर बाइक पेड़ से जा टकराई.
इस हादसे में मनबोध की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका दोस्त गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे बेहतर उपचार के लिए मेकाज में भर्ती किया गया है, बताया जा रहा है कि मृतक जगदलपुर में मजदूरी का काम करता है, उसकी एक बेटी डेढ़ साल की है, जबकि दूसरी बेटी अभी एक माह की है, इस घटना से परिवार पूरी तरह से टूट गई है,
वही तीसरी घटना नगरनार थाना क्षेत्र के आमागुड़ा के पास हुई, जहां एक तेज रफ्तार कार सड़क किनारे पुल से जा टकराई. इस हादसे में धनपुजी निवासी रूपनारायण 26 वर्ष के साथ उसके 2 और दोस्त थे, जिसमें रूपनारायण के साथ ही एक अन्य युवक की मौत हो गई, जबकि तीसरा युवक कार में ही फंस गया था, जिसे जेसीबी की मदद से कार को खींचकर तोड़ा गया और घायल को बाहर निकाला गया, इस हादसे में घायल को उपचार के लिए भर्ती किया गया है.
रायपुर, 9 मार्च। शराबबंदी के असर के लिए अध्ययन दल बिहार के लिए रवाना हुई है। बिहार से लौटकर टीम मिजोरम जाएगी। इससे पहले टीम गुजरात का अध्ययन कर लौट आई है।आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि मिजोरम से आने के बाद कमेटी सरकार को रिपोर्ट देगी। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी होगी या नहीं अभी कहना जल्दबाजी।बस्तर के लोग पूजा पाठ में भी शराब का उपयोग करते हैं।
कवासी ने कहा कि बस्तर में शराबबंदी का सवाल ही नहीं उठता।भाजपा शराबबंदी को लेकर गंभीर नहीं है। भाजपा के लोग झूठ बोलने में माहिर हैं। इसलिए बैठक में नहीं आते, कमेटी में मेंबर नही भेजते।
रायपुर/सुकमा, 9 मार्च। आज सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की खबर है। डब्बामर्क पुलिस कैम्प से कोबरा 208 और एसटीएफ की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान के लिए सकलेर के दिशा में रवाना हुए थी।
सुबह 07 बजे सुरक्षा जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। जवानों ने बहादुरी से जवाबी कार्यवाही करते हुए नक्सलियों को बड़ा नुक़सान पहुँचाया है। 5/6 नक्सली घायल हो कर भागते हुए देखे गये हैं। व भारी मात्रा में बीजीएल व अन्य नक्सल विस्फोटक सामग्री बरामद हुई है। वहीं 4-5 जवानों को भी बुलेट इंजुरी आई है। इसकी पुष्टि करते हुए पुलिस अफसरों ने ने बताया कि एरिया को चारों तरफ़ से घेरकर सुरक्षा बल सर्चिंग की जा रही है।
नयी दिल्ली, नौ मार्च। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पंजाब के उस विधेयक को मंजूरी दे दी है, जिसमें 4,000 एकड़ से अधिक भूमि पर कब्जा रखने वाले 11,200 से अधिक काश्तकारों को संपत्ति का अधिकार देने का प्रावधान है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रपति ने तेलंगाना के एक विधेयक को भी अपनी मंजूरी दी, जो गंभीर अपराधों के मामलों में अदालत द्वारा तय की गई तारीख पर अभियुक्तों को पेश करने में विफल रहने पर ज़मानत लेने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने की अनुमति देता है।
एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब भोंदेदार, बुटेमार, डोहलीदार, इंसार मिआदी, मुकर्ररिदार, मुंधिमार, पनाही कदीम, सौंजीदार, या ताराद्दादकर (मालिकाना अधिकार निहित करना) विधेयक, 2020 पंजाब विधानसभा द्वारा 2020 में उस वक्त पारित किया गया था, जब कांग्रेस सरकार सत्ता में थी।
कानून को बाद में आम आदमी पार्टी सरकार ने भी मंजूरी दे दी थी।
यह कदम उचित मुआवजे का भुगतान करने के बाद 4,000 एकड़ से अधिक भूमि पर कब्जा रखने वाले 11,200 से अधिक काश्तकारों को संपत्ति के अधिकार की अनुमति देता है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह उम्मीद की जाती है कि कानून ऐसी भूमि जोतने वालों को सशक्त करेगा, जो समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों के हैं।
ये काश्तकार कई वर्षों से जमीन के छोटे-छोटे टुकड़ों पर काबिज हैं और पीढ़ी-दर-पीढ़ी उत्तराधिकारी के तौर पर अपने अधिकार प्राप्त करते हैं।
चूंकि वे पंजीकृत मालिक नहीं थे, इसलिए न तो वे वित्तीय संस्थानों से ऋण ले सकते थे और न ही किसी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में उन्हें राहत मिलती थी, लेकिन अब उन्हें अन्य भूस्वामियों की तरह सभी लाभ मिलेंगे।
दंड प्रक्रिया संहिता (तेलंगाना संशोधन) विधेयक, 2020 तेलंगाना की चंद्रशेखर राव सरकार द्वारा पेश किया गया था।
वर्ष 2016 में न्यायिक अधिकारियों के एक राज्य-स्तरीय सम्मेलन में आए सुझाव के बाद यह संशोधन पेश किया गया था।
अधिकारी ने बताया कि कानून गंभीर अपराधों के मामलों में निजी मुचलके के तौर पर उस व्यक्ति पर जुर्माना लगाने की अनुमति देता है, जो अदालत द्वारा तय की गई तारीख पर आरोपी को पेश करने में विफल रहता है। (भाषा)
शिलांग, 9 मार्च। मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के वरिष्ठ नेता थॉमस ए. संगमा बृहस्पतिवार को 11वीं विधानसभा के अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए।
मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के नेतृत्व वाली मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) सरकार को 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिसमें एनपीपी के 26 विधायक, यूनाइडेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के 11, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीएफ) के दो-दो विधायक और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
राज्यसभा के पूर्व सदस्य संगमा को विधानसभा का नया अध्यक्ष निर्विरोध चुना गया। विपक्षी दलों कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वॉयस ऑफ द पीपल्स पार्टी ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था।
विधानसभा के विशेष सत्र के समापन के दिन कार्यवाही की अध्यक्षता करने वाले अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) टिमोथी डी. शिरा ने कहा, ‘‘ चूंकि विधानसभा कार्यालय को एक ही नामांकन पत्र मिला है, इसलिए हम थॉमस ए. संगमा को अध्यक्ष घोषित करते हैं।’’
मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें विश्वास है कि पूर्व सांसद पद के साथ न्याय करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘ आपको अध्यक्ष पद पर काबिज होता देखना बेहद खुशी की बात है।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 मार्च। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली सरकार की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को तिहाड़ जेल में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से दूसरे दौर की पूछताछ शुरू की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
संघीय जांच एजेंसी ने इससे पहले सात मार्च को सिसोदिया (51) से पांच घंटे पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए थे।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण एवं कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सिसोदिया को 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। यह नीति अब रद्द की जा चुकी है।
सिसोदिया फिलहाल न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद हैं। ईडी ने जेल की सेल नंबर एक में कैद पूर्व उपमुख्यमंत्री से पूछताछ के लिए स्थानीय अदालत की इजाजत हासिल की थी।
जांच एजेंसी के, सिसोदिया से उनके पास मौजूद सेलफोन को कथित रूप से बदलने एवं नष्ट करने और दिल्ली के आबकारी मंत्री के रूप में लिए गए नीतिगत फैसलों तथा उनके कार्यान्वयन के समय के बारे में पूछताछ किए जाने की संभावना है।
आरोप है कि 2021-22 में शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने से संबंधित दिल्ली सरकार की आबकारी नीति ने शराब व्यापारियों को साठगांठ का अवसर प्रदान किया और कुछ कारोबारियों को फायदा पहुंचाया, जिन्होंने इसके लिए कथित रूप से रिश्वत दी थी। हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। (भाषा)
-शहबाज़ अनवर
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज़िला संभल में होली के मौक़े पर शहर की क़रीब नौ मस्जिदों के सड़क की ओर वाले हिस्से को प्लास्टिक के ख़ाली कट्टों से ढँक दिया गया.
इसको लेकर कुछ लोगों ने तस्वीरें ट्विटर पर भी साझा कीं. ऐसा ही कुछ ज़िला बिजनौर में भी देखने को मिला, जहाँ होली के जुलूस के रास्ते में पड़ने वाली कुछ मस्जिदों के सड़क की तरफ़ वाले हिस्सों को प्लास्टिक की पन्नियों या फिर तिरपाल से ढँक दिया गया.
प्रशासन का तर्क है कि होली के जुलूस या फिर होली खेलने के दौरान मस्जिदों में रंग गिरता है तो उससे तनाव की स्थिति पैदा हो जाती है.
इस तनाव से बचने के लिए ही एक एहतियाती क़दम उठाया गया था और मस्जिदों के सड़क की ओर वाले बाहरी हिस्सों को ढँक दिया गया था.
संभल शहर के एसडीएम सुनील कुमार त्रिवेदी ने बीबीसी से कहा,"पिछले साल संभल में एक मस्जिद में होली पर रंग गिरने से तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. इस बार ऐसा न हो, इसके लिए जुलूस क्षेत्र में पड़ने वाली शहर की नौ मस्जिदों को ढँका गया है. सुरक्षा के भी पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं."
ज़िला बिजनौर के धामपुर क़स्बे में पुरानी तहसील के नज़दीक एक मस्जिद को भी इसी तरह खाकी रंग के एक तिरपाल से ढँका गया है. मस्जिद के गुंबदों को काले रंग की पन्नियों से छिपाया गया है.
इस बारे में बिजनौर के एसपी पूर्वी धर्म सिंह मार्छाल ने बीबीसी से कहा, "हमनें शांति समिति की बैठक की थी. उसमें ये बात उठाई गई थी कि मस्जिदों को पालिका की ओर से ढँका जाता है या फिर मस्जिद वाले ख़ुद ढँकते हैं. लोगों ने बताया कि मस्जिद कमिटी के लोग ख़ुद ही सड़क पर पड़ने वाली कुछ मस्जिदों को ढँक लेते हैं. ये शांति के लिए एक बेहतर प्रयास है."
मस्जिदों को ढँकने पर क्या है प्रतिक्रिया?
ज़िला संभल और बिजनौर के अलावा कुछ अन्य ज़िलों में भी इस प्रकार के कुछ एहतियाती क़दम उठाने की बात सामने आ रही हैं.
संभल के रहने वाले मौलाना मोहम्मद मियां क़ासिम ने बीबीसी से कहा, "शहर में शांति की ज़िम्मेदारी प्रशासन की होती है. लिहाज़ा उन्होंने मस्जिदों को ढँकने का यह तरीक़ा निकाला है. यह एहतियाती तौर पर किया जा रहा है. अमन कायम रहना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है."
संभल के एक मुस्लिम व्यापारी संगठन से ताल्लुक़ रखने वाले समाजसेवी निज़ाम अहमद मस्जिदों को पन्नियों से ढँकने को प्रशासन का अच्छा क़दम बताते हैं.
वह कहते हैं, "प्रशासन ने जो मस्जिदों को पन्नियों को ढँकने का फ़ैसला किया है, वह दुरुस्त है. शहर में क़रीब नौ मस्जिदों को ढँका गया है."
उन्होंने कहा, "स्थानीय लोगों और पुलिस प्रशासन ने मिलकर ये फ़ैसला लिया है. ऐसा सिर्फ़ उन मस्जिदों पर किया गया है, जहाँ से होली पर रंग खेलने वालों का जुलूस निकलता है. पिछली बार एक मस्जिद में रंग गिरने से माहौल ख़राब होते-होते रह गया था."
बिजनौर के वरिष्ठ पत्रकार सत्यराज मस्जिदों को ढँकने के मामले में प्रशासन की सतर्कता को वजह बताते हैं.
वह कहते हैं, "बिजनौर के धामपुर में कुछ साल पहले एक मस्जिद में होली पर रंग डाल दिया गया था. इससे यहाँ काफ़ी तनाव हो गया था. प्रशासन की सोच होती है कि ऐसे तनाव ना हों."
सत्यराज कहते हैं, "रंग वाले दिन लोग होश में नहीं रह पाते हैं. ऐसे में ऐहतियाती क़दम उठाना ही प्रशासन की प्राथमिकताओं में होता है.''
एक स्थानीय पत्रकार राशिद मिर्ज़ा इस फ़ैसले के बारे में कहते हैं,"पुलिस-प्रशासन के इस फ़ैसले से शरारतियों को सबक़ मिलेगा. उन्हें समझ आएगा कि धार्मिक स्थलों को जब इतना अधिक सुरक्षित किया जा रहा है तो उन्हें लगेगा कि प्रशासन सख़्त है. फिर भी अगर किसी को शरारत करनी है तो वो शरारत करेगा ही."
भारतीय जनता पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल मस्जिदों को ढँके जाने को प्रशासन का शांति के लिए किया गया प्रयास बताते हैं.
वह कहते हैं, "प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ये सब किया है. अगर किसी शरारती तत्व ने धोखे से मस्जिद में रंग डाल दिया तो उससे माहौल ख़राब होता था. निश्चित रूप से मस्जिदों को तिरपाल से ढँकने से शांति व्यवस्था होने में काफ़ी राहत मिली है. हिंदू-मुस्लिमों ने सभी ने मिलकर त्योहारों को प्यार मोहब्बत के साथ मनाया है." (bbc.com/hindi)
मंगलवार को आई एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने निजी स्टाफ़ के आठ सदस्यों को 20 समितियों का सदस्य बनाया है. ये समितियां राज्यसभा के तहत काम करती हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये जानकारी राज्यसभा के सचिवालय से जारी किए गए एक आदेश में सामने आई है.
कांग्रेस सासंद मनीष तिवारी ने इस पर ट्वीट करते हुए लिखा, "उपराष्ट्रपति काउंसिल ऑफ स्टेट का पदेन अध्यक्ष होता है, वह उपसभापति की तरह या उप सभापति के पैनल की तरह सदन का सदस्य नहीं होता. वह आख़िर कैसे अपने निजी स्टाफ़ को संसंद की स्थायी समिति में नियुक्त कर सकते हैं. यह संस्थागत ढांचे को बर्बाद करने जैसा नहीं है?"
द हिंदू की मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चार सदस्य सभापति के कार्यालय में कर्मचारी हैं और चार उप राष्ट्रपति सचिवालय में काम करते हैं.
इस फ़ैसले की विपक्ष आलोचना कर रहा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश जो विज्ञान और तकनीक की स्थायी समिति की अध्यक्षता कर रहे हैं उन्होंने इस फ़ैसले को 'हैरान करने वाला' बताया है.
उन्होंने द हिंदू से बात करते हुए कहा, "एक स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप मैं ये नहीं समझ पा रहा हूं कि आखिर इस फ़ैसले के क्या फ़ायदे होंगे." (bbc.com/hindi)
पुरी, 9 मार्च। ओडिशा के पुरी जिले में एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में भीषण आग लगने से वहां स्थित लगभग सभी 40 दुकानें जलकर खाक हो गईं। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि ग्रैंड रोड स्थित लक्ष्मी मार्केट कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर बुधवार की रात करीब नौ बजे कपड़े की एक दुकान में आग लगी और फिर आसपास फैल गई।
अधिकारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 12 गाड़िय़ां मौके पर भेजी गईं। उन्होंने बताया कि इमारत की छत पर फंसे तीन लोगों को दमकलकर्मियों ने बेहोश हालत में वहां से बाहर निकाला।
सदियों पुराने जगन्नाथ मंदिर के समीप स्थित इस इमारत में एक होटल और एक बैंक अलग-अलग मंजिल पर हैं। महाराष्ट्र के नासिक से आये करीब 106 पर्यटकों को होटल से सुरक्षित बाहर निकाला गया।
दमकल सेवा महानिदेशक एस. के. उपाध्याय ने बताया कि आग बुझा रहे तीन दमकलकर्मी तेज गर्मी और धुएं की वजह से बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
उन्होंने यह भी कहा ‘‘आग पर काबू पाने के प्रयासों के बावजूद आग आसपास की इमारतों में फैल गई।’’
पुरी के उप-जिलाधिकारी भवतारण साहू ने बताया ‘‘हम अभी भी आग लगने के कारणों का पता नहीं लगा पाये हैं।’’
स्थानीय पुलिस के अनुसार, आग शायद बिजली के शार्ट-सर्किट से लगी रही होगी।
इस बीच, पुरी के विधायक जयंत सारंगी (भारतीय जनता पार्टी) ने दावा किया कि जिला प्रशासन समुद्र तटीय शहर के होटलों और अन्य प्रतिष्ठानों में अग्नि सुरक्षा प्रणालियों की स्थापना सुनिश्चित करने में विफल रहा है। (भाषा)
पणजी, नौ मार्च। ‘लार्ज एरिया एरियल लिक्विड डिस्पर्सन इक्विपमेंट’ से लैस भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर गोवा के महादेई वन्यजीव अभयारण्य में लगी आग को बुझाने की कोशिशों में जुटे हैं। रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि कर्नाटक की सीमा से सटे गोवा के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित महादेई अभयारण्य के जंगलों में पिछले छह दिनों से कुछ स्थानों पर आग हुई है, जिसे बुझाने के लिए नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने मंगलवार और बुधवार को कई उड़ानें भरीं।
भारतीय नौसेना के गोवा नौसैनिक क्षेत्र ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, “गोवा में जंगलों में लगी भीषण आग पर काबू पाने में राज्य प्रशासन की लगातार मदद कर रहे हैं। भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने आठ मार्च को कई उड़ानें भरीं। उन्होंने कोर्टलिम और मोरलेम में लगभग 17 टन पानी का छिड़काव किया।”
मोरलेम महादेई वन्यजीव अभयारण्य का हिस्सा है, जबकि कोर्टलिम वह स्थान है, जहां बुधवार को आग लगने की सूचना मिली थी।
नौसेना ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “छह मार्च को राज्य के वन विभाग से जंगलों में आग लगने की सूचना मिलने के बाद भारतीय नौसेना ने मुंबई और कोच्चि से फौरन इस अभियान में हेलीकॉप्टरों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ‘लार्ज एरिया एरियल लिक्विड डिस्पर्सन इक्विपमेंट’ (एलएएएलडीई) भेजे। एलएएएलडीई से लैस हेलीकॉप्टरों ने प्रभावित क्षेत्रों में 26 से अधिक उड़ानें भरीं।”
नौसेना ने कहा, “दुर्गम इलाके में चलाए जा रहे इस जटिल अभियान के तहत पास के जलाशय से पानी लेकर प्रभावित क्षेत्रों में उसका छिड़काव किया जा रहा है। भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर गोवा के अधिकारियों के साथ समन्वय में सात मार्च की सुबह से ही आग बुझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।”
मंगलवार को गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता की थी।
वहीं, राज्य के वन मंत्री विश्वजीत राणे ने दावा किया था कि आग ‘मानव निर्मित’ आपदा थी। उन्होंने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
राणे के विभाग ने वन रक्षकों के खिलाफ जांच भी शुरू की थी कि क्या उनकी तरफ से कर्तव्यों के निर्वहन में कोई लापरवाही हुई है। (भाषा)
रायपुर, 9 मार्च। भाजपा के पूर्व सांसद सोहन पोटाई का निधन हो गया। वे एक लंबे अर्से से बीमार थे। सोहन कांकेर से तीन बार सांसद रहे। 2013 में टिकिट कटने से नाराज़ सोहन ने भाजपा छोड़ी और सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले राजनीति करते रहे।
केंद्रीय क़ानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को देश की एकता के लिए ख़तरा बताया है.
बुधवार देर रात सिलसिलेवार ट्वीट करके उन्होंने राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयानों को लेकर उन पर निशाना साधा.
उन्होंने राहुल गांधी की लंदन में भारतीय मूल के पत्रकारों के साथ की गई चर्चा का छोटा सा हिस्सा शेयर करते हुए लिखा-“राहुल गांधी हमारी बात नहीं सुनेंगे, लेकिन उम्मीद है कि वह अपने शुभचिंतकों की बात सुनेंगे. ”
“कांग्रेस के स्वयंभू युवराज ने सारी हदें पार कर दी हैं. ये शख़्स देश की एकता के लिए बेहद ख़तरनाक हो गया है. अब ये लोगों को देश बाँटने के लिए उकसा रहे हैं. भारत के सबसे प्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्र है- एक भारत, श्रेष्ठ भारत”
इससे पहले केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की थी और कहा था कि "राहुल गांधी अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विदेशी धरती पर भारत की छवि ख़राब करने की कोशिश कर रहे हैं."
विपक्ष के कई नेता और देश में एक धड़ा राहुल गांधी के लंदन में दिए गए बयानों की आलोचना कर रहा है. उनका कहना है कि राहुल गांधी के बयान विश्व पटल पर भारत की छवि धूमिल कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
बीते दिनों ब्रिटेन की कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में लेक्चर देने पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी भारत की संरचना को बर्बाद कर रहे हैं. वो देश पर एक ऐसा विचार थोप रहे हैं जो भारत स्वीकार नहीं कर सकता.
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था ''महिलाओं को गैस सिलिंडर देना और लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाना अच्छा क़दम है लेकिन भारत राज्यों का संघ है. भारत में धार्मिक विविधता है. देश में सिख, मुस्लिम, ईसाई सभी रहते हैं, लेकिन मोदी इन्हें दूसरे दर्जे का नागरिक समझते हैं. मैं इससे सहमत नहीं हूं. जब आपका विरोध इतना बुनियादी हो तो फ़र्क़ नहीं पड़ता कि आप किन दो, तीन नीतियों से सहमत हैं.'' (bbc.com/hindi)
-सलमान रावी
किसी दौर में कांग्रेस के प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव अपने राजनीतिक विरोधी अटल बिहारी वाजपेयी को देश का प्रतिनिधि बनाकर विदेश भेजते थे तो कुछ ही दशक पहले तक, उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कांग्रेसी नेता को देश के प्रतिनिधि के तौर पर विदेश भेजा था.
पिछले कुछ सालों में स्थितियां बहुत बदल गई हैं.
अपने एक हफ़्ते के लंदन प्रवास के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिस तरह से मोदी सरकार की विदेश नीति की आलोचना की, उसने भारत के राजनीतिक हलक़ों से लेकर सोशल मीडिया पर बहस छेड़ रखी है.
राहुल गांधी ने ब्रिटेन के 'कैंब्रिज विश्वविद्यालय' में छात्रों को संबोधित किया था. उसके बाद उन्होंने 'इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन' के एक कार्यक्रम के अलावा ब्रितानी संसद के 'हाउस ऑफ़ कॉमन्स' के सभागार में विपक्षी लेबर पार्टी के सांसद वीरेंदर शर्मा की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया.
कैंब्रिज विश्वविद्यालय में बोलते हुए उन्होंने भारत को 'यूनियन ऑफ़ स्टेट्स' यानी भारत को 'राज्यों के संघ' के रूप में परिभाषित किया और कहा कि ऐसी संवैधानिक व्यवस्था में ये ज़रूरी है कि केंद्र सरकार लगातार राज्यों के साथ विचार-विमर्श करती रहे.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भारत के 'लोकतांत्रिक ढाँचे पर लगातार सरकारी हमले हो रहे हैं.' उन्होंने ये भी कहा कि संसद, न्यायपालिका और प्रेस पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है.
इसके बाद इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के कार्यक्रम में उन्होंने वैसे तो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में भारत की नीति की तारीफ़ की मगर उन्होंने चीन को लेकर भारत की विदेश नीति पर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को चीन से 'ख़तरे का अंदाज़ा नहीं' है.
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के बयानों की आलोचना की और कहा, "राहुल गांधी अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विदेशी धरती पर भारत की छवि ख़राब करने की कोशिश कर रहे हैं."
सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा, "राहुल गांधी विवादों का तूफ़ान बन गए हैं. चाहे विदेशी एजेंसियां हों या चैनल, वो भारत को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं."
हालाँकि राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि एक समय था जब राजनीतिक दलों में आपसी सहमति थी कि विदेश जाने वाले नेता अपनी अपनी राजनीतिक विचारधारा को किनारे रखकर देश के सवाल पर एक जैसा रुख़ रखेंगे. उनका मानना है कि पिछले एक दशक में ये चलन भी ख़त्म ही हो गया है.
वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त कहते हैं कि जो विचार राहुल गाँधी ने अपने लंदन प्रवास के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों में प्रकट किए हैं, उससे कांग्रेस को कोई लाभ पहुँचता नज़र नहीं आ रहा है.
वो कहते हैं, "राहुल गांधी के बयानों को लेकर कांग्रेस तैयार भी है या नहीं? ऐसा दिख तो नहीं रहा. वो कुछ भी बोलें लेकिन उनकी पार्टी में किसी भी मुद्दे को लेकर वो राजनीतिक आक्रामकता नहीं है."
गुप्त मानते हैं कि भारतीय जनता पार्टी के 'प्रचार तंत्र' के सामने कांग्रेस ख़ुद को मज़बूत नहीं कर पाई है. यही कारण है कि राहुल गांधी विदेश में कुछ कहें लेकिन उनकी पार्टी भारत में किसी भी मुद्दे को लेकर मज़बूती से सत्ता पक्ष को चुनौती नहीं दे पा रही है.
विरोधी दलों के बीच बढ़ती दूरियां
वो मानते हैं कि जिन मुद्दों पर राहुल गांधी ने लंदन में अपने विचार व्यक्त किए हैं, उन पर समाज में चर्चा होनी ही चाहिए लेकिन वो कहते हैं कि कांग्रेस ने इन मुद्दों को लेकर कभी सड़क पर उतरकर आंदोलन नहीं किए हैं जिससे सत्ता पक्ष को घेरा जा सकता हो.
कांग्रेस पर लंबे अरसे से नज़र रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं कि पहले विदेश में देश की छवि को लेकर राजनीतिक दल एक हो जाया करते थे.
क़िदवई ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की मिसाल देते हुए कहा कि उन्होंने तब विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी को संयुक्त राष्ट्र भेजा था ताकि भारत के पक्ष को मज़बूती से रख पाएँ. पहले विदेश में सत्ता और विपक्ष के नेता एक ही बोली बोलते थे.
बीबीसी से बात करते हुए किदवई कहते हैं, "फिर बतौर प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी इसका अनुसरण करते हुए कभी सोनिया गाँधी तो कभी सलमान ख़ुर्शीद को भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा जबकि वो विपक्ष में थे."
किदवई ये भी कहते हैं कि अब न सिर्फ़ विपक्ष के नेता, बल्कि सत्ता पक्ष के लोग भी विदेशी दौरों के क्रम में अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की आलोचना करने लगे हैं.
वो कहते हैं कि पिछले कुछ सालों में सत्ता पक्ष के नेता भी विदेशों में जाकर देश पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की आलोचना करते हुए कहते रहे हैं कि पिछले 70 सालों में भारत में कुछ नहीं हुआ था.
जो कुछ हो रहा है या हुआ है वो सिर्फ़ उनके दल यानी बीजेपी की सरकार बनने के बाद संभव हो पाया है.
उनका कहना है, "अब भारत में लोकतंत्र शोरशराबे वाला लोक तंत्र बनने की राह पर है. चाहे सोशल मीडिया हो या फिर एक दूसरे की व्यक्तिगत आलोचना हो. राजनीति का अब यही स्वरूप उभर रहा है जिसमें मर्यादा की सीमा की कोई गुंजाइश ही नहीं नज़र आती है." (bbc.com/hindi)
ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने चौथे और आख़िरी टेस्ट में टॉस जीतकर भारत के ख़िलाफ़ पहले बल्लेबाजी करने का फ़ैसला किया है.
इस सीरीज में टीम इंडिया 2-1 से आगे चल रही है. उसने पहला और दूसरा मैच जीता था लेकिन तीसरे मुक़ाबले में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी.
भारत का प्लेइंग इलेवन- रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, श्रीकर भरत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, उमेश यादव.
ऑस्ट्रेलिया का प्लेइंग इलेवन- ट्रैविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ (कप्तान), पीटर हैंड्सकॉम्ब, कैमरन ग्रीन, एलेक्स केरी (विकेटकीपर), मिशेल स्टार्क, टॉड मर्फी, मैथ्यू कुह्नमैन, नाथन लियोन
ये मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में हो रहा है और इसे ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़, पीएम नरेंद्र मोदी के साथ देखने पहुंचे हैं.
ऑस्ट्रेलियाई पीएम अल्बनीज़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यौते पर चार दिन के भारत दौरे पर हैं. ये दौरा 8 मार्च से शुरू हुआ है और 11 मार्च तक चलेगा. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 9 मार्च। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने बुधवार को कहा कि वह दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए 11 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश होंगी।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान परिषद सदस्य कविता ने बुधवार देर रात ट्वीट किया, ‘‘मैं 11 मार्च, 2023 को नयी दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष उपस्थित रहूंगी।’’
कविता बुधवार देर शाम राष्ट्रीय राजधानी पहुंचीं।
इससे पहले दिन में, अधिकारियों बताया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता 44 वर्षीय कविता को नौ मार्च को दिल्ली में संघीय एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि कविता को हैदराबाद के कारोबारी रामचंद्र पिल्लई के सामने बैठाकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पिल्लई को ईडी ने सोमवार को गिरफ्तार किया था।
अधिकारियों के मुताबिक एजेंसी कविता को पिल्लई के साथ आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी और धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत बयान दर्ज करेगी।
पिल्लई ईडी की हिरासत में है और एजेंसी ने पहले कहा था कि पिल्लई ने बताया है कि वह कविता और अन्य से जुड़े कथित शराब गिरोह ‘दक्षिणी समूह का प्रतिनिधित्व’ करता है।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता कविता ने कहा कि वह जांच एजेंसी के साथ पूरा सहयोग करेंगी। उन्होंने साथ ही कहा कि वह ईडी के समक्ष पेश होने को लेकर कानूनी राय लेंगी क्योंकि उनका 10 मार्च को महिला आरक्षण विधेयक के समर्थन में राष्ट्रीय राजधानी में धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम है।
उल्लेखनीय है कि ईडी के पास पिल्लई की हिरासत 12 मार्च (13 मार्च को उन्हें फिर से दिल्ली की अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा) तक है और कविता बृहस्पतिवार को पूछताछ में शामिल नहीं होती तो एजेंसी उन्हें पिल्लई को अपनी हिरासत में रखने के दौरान पूछताछ के लिए नयी तारीख दे सकती है।
एजेंसी के मुताबिक ‘दक्षिणी समूह’ में शरत रेड्डी (अरविंदो फार्मा का प्रवर्तक), मगुंता श्रीनिवासलु रेड्डी (वाईएसआर कांग्रेस सांसद और ओंगोल से लोकसभा सदस्य), कविता और अन्य शामिल हैं।
बीआरएस नेता से इससे पहले मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी पूछताछ की थी।
आरोप है कि शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा 2021-22 के लिए लाई गई आबकारी नीति में गुटबंदी को बढ़ावा दिया गया और कुछ शराब कारोबारियों का पक्ष लिया गया जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी। हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) ने इन आरोपों को खारिज किया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 मार्च। आम आदमी पार्टी (आप) के आरोपों को 'निराधार' बताते हुए दिल्ली जेल अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को तिहाड़ की केंद्रीय जेल संख्या एक के वार्ड में रखा गया है, जहां कैदियों की न्यूनतम संख्या है और कोई गैंगस्टर नहीं है।
‘आप’ के सांसद संजय सिंह और विधायक सौरभ भारद्वाज के बयानों के बाद जेल प्रशासन ने यह प्रतिक्रिया जारी की।
भारद्वाज ने बुधवार को आरोप लगाया कि सिसोदिया को जेल में अन्य कैदियों के साथ रखा जा रहा है और उन्हें 'विपश्यना' प्रकोष्ठ देने से इनकार कर दिया गया।
जेल अधिकारियों ने अपनी प्रतिक्रिया में एक बयान जारी कर कहा, “मनीष सिसोदिया की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें अलग वार्ड में रखा गया है।”
उन्होंने कहा, “वार्ड में कैदियों की न्यूनतम संख्या है जो गैंगस्टर नहीं हैं और जेल के अंदर उनका आचरण अच्छा रहा है।’’
जेल अधिकारियों के अनुसार, एक अलग प्रकोष्ठ उनके लिए बिना किसी परेशानी के ध्यान करने या ऐसी अन्य गतिविधियों को करने को संभव बनाता है। (भाषा)
कोलकाता, 9 मार्च। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लिए कठिन समय आने वाला है, क्योंकि पार्टी नेता अनुब्रत मंडल सच बोलना शुरू कर देंगे, जिससे टीएमसी के कई पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
घोष की ये टिप्पणी मंडल को पशु तस्करी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली ले जाए जाने के मद्देनजर आई है।
घोष की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए टीएमसी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग जल्द ही यह सुनिश्चित करेंगे कि भाजपा को मुश्किल समय का सामना करना पड़ेगा।
घोष ने संवाददाताओं से कहा, 'पश्चिम बंगाल की जेलों में उन्हें हर तरह की सुविधाएं मिल रही थीं, इसलिए वह बोल नहीं रहे थे। एक बार जब वह तिहाड़ जेल पहुंच जाएंगे, तो हमें यकीन है कि वह सच बोलना शुरू कर देंगे। इसके बाद तिहाड़ जेल के लिए कतार लंबी हो जाएगी। टीएमसी आने वाले कठिन समय के लिए पूरी तरह से तैयार रहे।”
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस को डर है कि अगर मंडल ने बोलना शुरू किया तो उसके शीर्ष नेता सलाखों के पीछे होंगे।
राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा, “उनके खिलाफ आरोप अभी साबित नहीं हुए हैं। क्या दिलीप घोष न्यायाधीश हैं, जो वह किसी को दोषी बता रहे हैं? जो लोग चाहते हैं कि टीएमसी कठिन समय का सामना करे, वे खुद आने वाले दिनों में मुश्किल में होंगे।” (भाषा)