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चंडीगढ़, 19 मार्च। कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसके दो सहयोगियों के खिलाफ लावारिस अवस्था में मिले एक वाहन से हथियार मिलने और जालंधर में पुलिस अवरोधक तोड़ने के मामले में दो और प्राथमिकी दर्ज की गई है।
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब सरकार ने शनिवार को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की थी और उसके नेतृत्व वाले संगठन ‘वारिस पंजाब दे’के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
जालंधर रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) स्वपन शर्मा ने बताया कि एक प्राथमिकी रविवार को एक वाहन से हथियार और दर्जनों कारतूस बरामद किए जाने के मामले में दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि माना जा रहा है कि वह वाहन शनिवार को अमृतपाल के काफिले में शामिल था।
पुलिस ने कहा कि कार जालंधर के शाहकोट में सलेमा गांव में लावारिस अवस्था में मिली।
शर्मा ने बताया कि दूसरी प्राथमिकी शनिवार को अमृतपाल सिंह और उसके सहयोगियों द्वारा जालंधर में पुलिस अवरोधक तोड़ने के बाद दर्ज की गई।
इससे पहले पुलिस ने 24 फरवरी को अजनाला प्रकरण में अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
उल्लेखनीय है कि 23 फरवरी को तलवार और बंदूक से लैस अमृतपाल और उसके समर्थकों ने अवरोधकों को तोड़ दिया था और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे। वे सभी अमृतपाल के एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे।
जब पूछा गया कि क्या अमृतपाल के चार समर्थकों को असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है, तो शर्मा ने कहा कि यह गोपनीय है।
उन्होंने बताया कि अमृतपाल के 10 सहयोगियों को शनिवार को गिरफ्तार किया गया।
शर्मा ने बताया कि कुछ फोन बरामद किए गए हैं, जिन्हें तकनीकी विश्लेषण के लिए भेजा गया है।
पंजाब पुलिस को जालंधर जिले में एक लावारिस कार मिली है, जिसमें से एक राइफल और कई दर्जन कारतूस बरामद किए गए हैं।
पुलिस ने हथियार बरामद किए और कहा कि इसकी संभावना है कि काले रंग की यह कार शनिवार को अमृतपाल के काफिले का हिस्सा थी।
उन्होंने बताया कि यही कार एक दिन पहले एक वीडियो में नजर आई थी।
पुलिस ने बताया कि कार में से एक राइफल, 57 कारतूस, एक तलवार और एक पंजीकरण संख्या प्लेट मिली है।
जालंधर (देहात) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वर्णदीप सिंह ने कहा कि कार जालंधर के शाहकोट में सलेमा गांव में लावारिस अवस्था में मिली।
घटनास्थल पर पत्रकारों से बातचीत में सिंह ने कहा, ‘‘हमें पता चला था कि सलेमा गांव में एक लावारिस वाहन मिला है। वहां वाहन की चाभी भी पड़ी थी। एक निजी वॉकी टॉकी, .315 बोर की एक राइफल और 57 कारतूस बरामद किए गए हैं।’’ (भाषा)
लातेहार, 19 मार्च। झारखंड में लातेहार पुलिस ने 10 लाख रुपये के इनामी और माओवादी कमांडर चंदन खेरवार उर्फ संजीवन जी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे हेरहंज थाना क्षेत्र के सिकिद जंगल से गिरफ्तार किया।
जोनल कमांडर चंदन खरवार के पास से पुलिस से लूटी गई दो इंसास राइफलें और 370 गोलियां बरामद की गई हैं। पुलिस ने बताया कि चंदन मनिका थाना क्षेत्र के माइल गांव का रहने वाला है।
लातेहार पलामू रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राजकुमार लकड़ा ने रविवार को ‘पत्रकार वार्ता’ में बताया कि लातेहार पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादियों का एक दस्ता इन दिनों मनिका और हेरहंज थाना क्षेत्र के जंगलों में डेरा डाले हुए है। इस सूचना के बाद पुलिस ने जंगल की घेराबंदी कर छापेमारी शुरू की।
उन्होंने कहा कि इस दौरान हेरहंज थाना क्षेत्र के सिकिद जंगल से पुलिस ने चंदन खेरवार को हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, छापेमारी के दौरान अन्य माओवादी भागने में सफल रहे।
लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने कहा कि बूढ़ा पहाड़ से भागने के बाद माओवादी इन दिनों अलग-अलग इलाकों में बंटकर भटक रहे हैं। अंजन ने कहा कि चंदन खेरवार लातेहार, लोहरदगा और गुमला जिलों में 68 मामलों में वांछित था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 19 मार्च। विदेशों में रहने वाले सिख अलगाववादियों की मदद से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ‘आईएसआई’ ने पंजाब में आतंकवाद को दोबारा फैलाने के लिए अमृतपाल सिंह को भारत में सक्रिय किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि आईएसआई द्वारा अमृतपाल को कट्टरपंथ के रास्ते पर आगे बढ़ाने से पहले वह दुबई में ट्रक चालक के तौर पर काम करता था।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को धमकी देते हुए कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल ने खुले तौर पर भारत से अलगाव और खालिस्तान बनाने के बारे में बयान दिए हैं। उसने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का भी जिक्र किया है, जिनकी आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने कट्टरपंथी उपदेशक और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह तथा उसके समर्थकों के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई शुरू की और पुलिस ने सिंह के नेतृत्व वाले संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि उसने सिंह के नेतृत्व वाले ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) से जुड़े लोगों के खिलाफ ‘बड़े पैमाने पर राज्यव्यापी घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ)’ शुरू किया है। सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए थे।
इंदिरा गांधी को उनके ही अंगरक्षकों ने गोली मार दी थी जबकि बेअंत सिंह की हत्या आत्मघाती हमलावर दिलावर सिंह ने की थी। कट्टरपंथी उपदेशक ने दावा किया है कि पंजाब के मौजूदा परिदृश्य में ‘‘कई दिलावर तैयार हैं।’’
इस साल के गणतंत्र दिवस पर तरनतारन में अमृतपाल ने रैली हो या मीडिया साक्षात्कार, उसने अलगाववाद और खालिस्तान के गठन का खुलकर समर्थन किया था।
अधिकारियों ने बताया कि अपने इस मंसूबे को पूरा करने के लिए अमृतपाल ने सिख युवकों को लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकारों के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का सहारा लेने के लिए उकसाया।
मोगा जिले में एक समारोह के दौरान अमृतपाल सिंह ने कहा था कि गैर-सिखों द्वारा संचालित सरकारों को पंजाब के लोगों पर शासन करने का कोई अधिकार नहीं है और पंजाब के लोगों पर केवल सिखों का शासन होना चाहिए।
अमृतपाल 1984 में ऑपरेशन ‘ब्लू स्टार’ के दौरान मारे गए आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाले की तरह की पोशाक पहनता है और खुद को भिंडरावाला जैसा दर्शाने की कोशिश करता है।
वर्तमान में फरार अमृतपाल सिंह के कथित तौर पर ‘इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन’ के प्रमुख लखबीर सिंह के साथ संबंध हैं। लखबीर सिंह नयी दिल्ली में सरकारी अधिकारियों पर हमले करने की साजिश रचने, पंजाब में नफरत फैलाने और हथियारों की तस्करी के मामलों में वांछित है।
अधिकारियों ने बताया कि दुबई में रहने के दौरान अमृतपाल के लखबीर के भाई जसंवत से करीबी संबंध थे।
उन्होंने बताया कि बाद में अमृतपाल ने आईएसआई की मदद से पंजाब में अपना संगठन मजबूत करना शुरू किया और बाद में उसने ‘खालसा वीर’ नामक अभियान की शुरुआत की और गांवों तक पहुंचकर खुद को मजबूती देने का प्रयास किया। (भाषा)
रामपुर (उत्तर प्रदेश), 19 मार्च। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता पूर्व केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि वह अपने खानदान के सियासी पतन से अवसाद में हैं और वह मानते हैं कि प्रजातंत्र 'परिवार तंत्र' का ही गुलाम रहना चाहिये।
नकवी ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने दुनिया के सबसे ताकतवर देशों के संगठन 'जी—20' की अध्यक्षता कर रहे भारत की संसद को विदेशी सरजमीन पर अपमानित किया है। नकवी ने कहा कि उन्हें पूरे देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिये।
राहुल पर अवसादग्रस्त होने का आरोप लगाते हुए नकवी ने कहा, ‘‘आज डायनेस्टी (वंश) के डिमोलिश (खत्म) होने से उनमें (राहुल) डिप्रेशन (अवसाद) आ गया है। जो पतन हो रहा है, वह उसी से परेशान हैं। उनका मानना है कि प्रजातंत्र परिवार तंत्र का ही गुलाम रहना चाहिए।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘राहुल विपक्ष का चौधरी बनने की कोशिश में सारी मर्यादा भूल गए हैं। यह भी समझ में नहीं आ रहा है कि 2024 हो या उसके बाद आने वाले दिन हों, देश की तकदीर और तस्वीर अब यह परिवार तंत्र नहीं बल्कि प्रजातंत्र ही तय करेगा।'
राहुल पर सीनाजोरी का आरोप लगाते हुए नकवी ने कहा, ‘‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश जाकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत को और भारतीय संसद को अपमानित करते हैं, उसके खिलाफ दुष्प्रचार करने का काम करते हैं। उसके बाद सीनाजोरी करते हुए कहते हैं कि हमने जो कहा, वह सही कहा। जब तक यह सामंती गुरूर रहेगा, तब तक उनका यही हाल रहेगा।'
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने हाल ही में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में अपने एक व्याख्यान में कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है। विपक्षी नेताओं पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। ऐसे मामलों में मुकदमा पंजीकृत किए गए हैं जो बनते ही नहीं हैं। मीडिया और न्यायपालिका पर कब्जा हो गया है। दलित और अल्पसंख्यकों तथा आदिवासियों पर हमले किए जा रहे हैं। (भाषा)
रायपुर, 19 मार्च। बेमौसम बारिश का दौर रविवार शाम को भी जारी रहा। कवर्धा के चिल्फी घाटी से लगे गांवों में ओलावृष्टि हुई तो राजनांदगांव से लेकर रायपुर तक बारिश हुई। नांदगांव में शाम छह बजे घनघोर बादलों ने शहर को घेरा और जोरदार गरज-चमक के साथ तेज बारिश,तेज हवाएं चली। इसके बाद बादल दुर्ग और भिलाई में भी जबर्दस्त गरज चमक के साथ भारी बरसे। तो राजधानी में भी शाम 7.15 बजे से तेज हवा और गरज-चमक के साथ बीस मिनट के लिए तेज बारिश हुई। इसके बाद एकाएक ठंड बढ़ी। इससे न्यूनतम तापमान में भी अच्छी खासी गिरावट आई।
मौसम विभाग के मुताबिक एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पूर्वी राजस्थान और उससे लगे पश्चिम मध्य प्रदेश के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
दूसरा चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम राजस्थान उसके आसपास 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक द्रोणिका पूर्वी राजस्थान और उससे लगे पश्चिम मध्य प्रदेश से उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
द्रोणिका /हवा की अनियमित गति दक्षिणी कर्नाटक से पश्चिम विदर्भ तक 0.9 ऊंचाई तक विस्तारित है।
प्रदेश में कल 20 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की भी संभावना है।
वैसे कल सोमवार के बाद प्रदेश में अधिकतम तापमान में वृद्धि का दौर प्रारंभ होने की संभाव
'वारिस पंजाब दे' संगठन के मुखिया अमृतपाल सिंह और उनके कुछ साथियों के खिलाफ अवैध हथियार रखने के मामले में पुलिस ने एक नई एफआईआर दर्ज की है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने ये जानकारी एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से दी है.
अमृतसर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह ने कहा कि अमृतपाल सिंह के सात साथियों को आर्म्स एक्ट के तहत शनिवार को गिरफ्तार किया गया है.
रविवार को अमृतसर में पत्रकारों से बात करते हुए एसएसपी ने कहा, "हमने कल रात आर्म्स एक्ट के तहत एक नई एफआईआर दर्ज की है, जिसमें अमृतपाल सिंह मुख्य आरोपी हैं और सभी सातों भी आरोपी हैं."
एसएसपी के मुताबिक पुलिस ने अवैध छह 12 बोर की बंदूके और कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी, जिसमें पुलिस ने उनके संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था.
पुलिस ने 23 फरवरी को अजनाला मामले में पहले से अमृतपाल और उनके साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हुई है. (bbc.com/hindi)
भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन ने पुरानी दिल्ली पहुंचकर 'नाटू-नाटू' गाने पर डांस किया है.
गाने पर नाचते हुए करीब दो मिनट की वीडियो को ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि जर्मनी के लोग नाच नहीं सकते? मैं और मेरी भारतीय-जर्मन टीम ने नाटू-नाटू गाने को ऑस्कर मिलने की खुशी में पुरानी दिल्ली पहुंचकर जश्न मनाया.
उन्होंने नाटू-नाटू गाने की पूरी टीम को बधाई भी दी है.
वीडियो में फिलिप एकरमैन, पुरानी दिल्ली पहुंचकर एक रिक्शा से उतरते हुए दिखते हैं, जिसके बाद नाटू-नाटू गाना बजने लगता है. गाने की आवाज सुनकर वे और उनकी टीम सड़क पर नाचते हुए दिखाई देती है. (bbc.com/hindi)
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अपने कामकाज को मजबूत करने और निवेशकों की चिंता को दूर करने के लिए अदानी ग्रुप ने बड़ा फैसला लिया है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अदानी ग्रुप ने 34,900 करोड़ रुपये की पेट्रोकेमिकल परियोजना पर काम रोक दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक गुजरात के मुद्रा में इस प्रोजेक्ट पर का हो रहा था. इस खबर को इकोनॉमिक्स टाइम्स अखबार ने भी रविवार को प्रकाशित किया था.
अखबार के मुताबिक अदानी ग्रुप ने वेंडर्स और सप्लायर्स को अगले नोटिस तक मुद्रा पेट्रोकेम लिमिटेड ग्रीन पीवीसी प्रोजेक्ट पर काम रोकने को कहा है.
खबर पर समाचार एजेंसी रॉयटर्स के सवालों के जवाब अदानी ग्रुप ने फिलहाल नहीं दिए हैं.
24 जनवरी को आई हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अदानी ग्रुप पर शेयरों के दाम को गलत तरीके से ऊपर नीचे करने के अलावा कई गंभीर आरोप लगे थे. (bbc.com/hindi)
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि 2024 के आम चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी गठबंधन बनाने की कोशिश की जा रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि विपक्षी की तरफ से गठबंधन को बनाने में बिहार, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री कोशिश कर रही हैं.
उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में कोई न कोई विकल्प, एलायंस या फ्रंट बनकर तैयार होगा, जो बीजेपी का मुकाबला करेगा."
अखिलेश यादव ने कहा, "कई प्रदेश हैं जहां पर कांग्रेस, बीजेपी के मुकाबले नहीं है. इसलिए जितनी भी क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियां है, या प्रदेशों के छोटे दल हैं, उदाहरण के लिए जैसे यहां ममता जी की सरकार है."
"ये अच्छी लड़ाई लड़ सकती हैं बीजेपी के खिलाफ. इसी तरह बिहार और तेलंगाना है या अन्य प्रदेश देश के हैं. तो कांग्रेस अपनी भूमिका तय करेगी कि उसे क्या करना है, लेकिन ये वो दल हैं जो बीजेपी का जमीन पर मुकाबला कर रहे हैं." (bbc.com/hindi)
गागड़ा पहले बताएं कि टायगर रिजर्व में उन्होंने 229.10 करोड़ कैसे खर्च किये
बाघों की संख्या 46 से घटकर 19 रह गई थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 मार्च। छत्तीसगढ़ के पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने राज्य सरकार से वर्ष 2019 से 2022 यानी तीन वर्षों में प्रदेश के तीन टायगर रिजर्व में 183.77 करोड़ रूपये खर्च होने पर सवाल उठाये थे। प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने दस्तावेज जारी कर बताया है कि महेश गागड़ा के कार्यकाल में चार वर्षों में तीन टायगर रिजर्व में 229.10 करोड़ रूपये खर्च किये गये थे। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने पूर्व मंत्री महेश गागड़ा से पूछा है इतनी बड़ी राशि खर्च किये जाने के बावजूद गागड़ा के कार्यकाल में प्रदेश में बाघों की संख्या 46 से घटकर मात्र 19 क्यों रह गई, इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।
टायगर रिजर्व में बाघ ही नहीं अपितु अन्य प्राणी भी रहते हैं
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने वर्तमान सरकार से 183.77 करोड़ रूपये खर्च के बारे में स्थिति स्पष्ट करने कहा था। इसका जवाब देते हुए वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि प्रदेश में तीन टायगर रिजर्व अचानकमार, उदंती-सीतानदी एवं इंद्रावती टायगर रिजर्व है। विगत तीन वर्षों में इन टायगर रिजर्व में क्रमशः 81.98, 32.80 एवं 68.99 करोड़ रूपये खर्च हुए। महेश गागड़ा ने कहा था कि 19 बाघों पर 183.77 करोड़ रूपये खर्च कर दिये गये। इसके बारे में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि वन मंत्री रहे महेश गागड़ा को इतना तो मालूम रहना चाहिए कि टायगर रिजर्व में केवल बाघ ही नहीं अपितु अन्य प्राणी भी रहते हैं, जिनके लिये समेकित रूप से पारिस्थितिकीय तंत्र का संरक्षण एवं विकास के कार्य किये जाते हैं, जो केवल बाघ के लिये ही नहीं बल्कि सभी प्राणियों के लिये होता है। महेश गागड़ा ने जिसतरह सवाल उठाये हैं उससे स्पष्ट होता है कि वन मंत्री रहने के बावजूद उन्हें टायगर रिजर्व के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है।
टायगर रिजर्व पारिस्थितिकीय तंत्र के समेकित संरक्षण एवं विकास के लिये गठित किया जाता है। शाकाहारी वन्य जानवरों एवं अन्य वन्य जीवों के संरक्षण के साथ संपूर्ण पारिस्थितिकीय तंत्र का संरक्षण को प्राथमिकता दी जाती है। टायगर रिजर्व का कोर जोन एवं बफर जोन के तौर पर प्रबंधन किया जाता है। कोर जोन वन्य जानवरों का स्त्रोत क्षेत्र होता है जो बफर क्षेत्र तक विचरण करते हैं। टायगर रिजर्व में प्रमुख रूप से रहवास विकास के अंतर्गत शाकाहारी वन्य जानवरों के लिये उपयुक्त चारागाह क्षेत्र, जल स्त्रोत का संरक्षण एवं विकास कार्य किया जाता है एवं उनके सुरक्षा हेतु पेट्रोलिंग कैम्प निर्माण, वन मार्गों का उन्नयन तथा नियमित गश्ती की जाती है। टायगर रिजर्व के अंदर अभी भी गांव स्थित है, उनका ईको विकास कार्य एवं मवेशियों का टीकाकरण किया जाता है।
तीन वर्षों में जरूरी मद में इस तरह खर्च की गई राशि
वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि प्रदेश के तीनों टायगर रिजर्व में विगत तीन वर्षों में अग्नि सुरक्षा, पेट्रोलिंग, फायर वाचर, टीकाकरण, सूचना प्रोद्योगिकी, डीमार्केशन आदि के कार्यों में 36.04 करोड़, रहवास सुधार, चारागाह विकास, बांस भिर्रा की सफाई, खरपतवार उन्नमूल आदि के कार्यों में 66.34 करोड़, वन्यप्राणियों के पेयजल व्यवस्था हेतु तालाब निर्माण, स्टापडेम, एनीकट, तालाब गहरीकरण, वाटर होल, झिरिया आदि के कार्यों में 63.29 करोड़, निर्माण कार्यों के तहत रपटा, पुलिया, वन मार्ग, पेट्रोलिंग कैम्प, विभिन्न प्रकार के भवन निर्माण में 12.04 करोड़, नैसर्गिक पर्यटन के विकास कार्य में 1.34 करोड़ तथा अन्य कर्मचारी कल्याण सुविधा हेतु राशि रूपये 4.72 करोड़ इस तरह तीन वर्ष में 183.77 करोड़ रूपये व्यय हुआ है।
27 बाघ कम कैसे हो गये
प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने दस्तावेज जारी कर खुलासा किया है कि पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के कार्यकाल में 2014-15 से 2018-19 तक प्रदेश के तीनों टायगर रिजर्व में 229.10 करोड़ रूपये खर्च किये गये हैं। मोहम्मद अकबर ने महेश गागड़ा से कहा कि वे बताये कि 229.10 करोड़ रूपये की राशि कैसे खर्च कर दी गई। मोहम्मद अकबर ने भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून द्वारा जारी की गई रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि वर्ष 2014 में भारतीय वन्यजीव संस्थान ने छत्तीसगढ़ तीनों टायगर रिजर्व ने 46 बाघ होने की जानकारी दी थी। जो कि वर्ष 2018 में घटकर 19 रह गई थी। महेश गागड़ा ये बताये कि चार वर्षों के कार्यकाल में 27 बाघ कैसे कम हो गये। मोहम्मद अकबर ने यह कहा है कि महेश गागड़ा ने अपने बयान से खुद ही स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें टायगर रिजर्व के बारे में कोई जानकारी नहीं होने के कारण उन्होंने विभाग को किस तरह चलाया होगा।
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस के पहुंचने पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, "एक महिला के साथ रेप हुआ है और राहुल गांधी ने सांसद के रूप में देश के सामने यह बात कही, तो क्या यह जानकारी पुलिस के पास नहीं होनी चाहिए?"
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "आज पुलिस नोटिस देने उनके घर गई, उनसे उन महिलाओं के बारे में बताने का निवेदन किया. अब कांग्रेस कह रही है कि लोकतंत्र खतरे में है."
दरअसल, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि उनसे कुछ महिलाएं मिलने आईं जिन्होंने बताया कि उनके साथ छेड़छाड़ की जा रही है.
राहुल गांधी के इस बयान का जिक्र करते हुए संबित पात्रा ने कहा, "जब उन्होंने कहा कि क्या मैं इसके बारे में पुलिस को सूचित करूं, तो महिलाओं ने कहा इससे उनकी परेशानी और बढ़ जाएगी."
इस मामले में नोटिस लेकर दिल्ली पुलिस के राहुल गांधी के घर जाने को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है. कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है.
पुलिस टीम जिस वक़्त राहुल गांधी के घर पहुंची, तभी पार्टी के नेता वहां जुटने लगे. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और दूसरे नेताओं ने कुछ देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार 'अदानी मामले से घबरा गई है.' अगर उन्हें महिला सुरक्षा की चिंता है तो भारत जोड़ो यात्रा ख़त्म होने के 45 दिन बाद सवाल क्यों किया गया?
वहीं, बीजेपी ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि पुलिस को जानकारी जुटाने का हक़ है. (bbc.com/hindi)
-माजिद जहांगीर
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को श्रीनगर के सेमपोरा में 250 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित मॉल की आधारशाली रखी.
मनोज सिन्हा ने बताया कि जम्मू और कश्मीर में ये पहला प्रत्यक्ष विदेशी निवेश यूएई स्थित एमआर ग्रुप के ज़रिए किया गया है.
उन्होंने इस मौके पर बताया कि ये एक ऐतिहासिक घड़ी है और जम्मू और कश्मीर के लोगों को इसके लिए मुबारकबाद देता हूँ.
उन्होंने बताया कि श्रीनगर में इस तरह का मॉल और दुबई सरकार के साथ दूसरी अन्य परियोजनाएं जम्मू और कश्मीर के आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी और हमें भारत और सयुंक्त अरब अमीरात के बीच बिज़नेस और निवेश संबंधों को मजबूत बनाएगा और दोनों देशों को क़रीब लाएगा.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि ये असीम संभावनाओं का एक नया सवेरा है.
उन्होंने कहा, "पिछले साल एक करोड़ 88 लाख लोग जम्मू कश्मीर आए थे. देश और दुनिया में लोगों का विश्वास जम्मू कश्मीर की कानून व्यवस्था पर बढ़ा है. यह एक अच्छी शुरुआत है, हमें और लंबी दूरी तय करनी है."
जम्मू और कश्मीर क्षेत्र में ये सबसे बड़ा मॉल होगा जिसमें 500 दुकानें होंगी.
इस अवसर पर मनोज सिन्हा ने बताया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू और कश्मीर के विकास मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं.
उन्होंने ये भी बताया कि इस मॉल से केंद्र शासित प्रदेश पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ेगा, बुनियादी ढांचे, रोज़गार और जीवन में आसानी को बढ़ावा मिलेगा.
मनोज सिन्हा ने कहा कि यूएएई और भारत के बीच मज़बूत संबंधों का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़े प्रयासों को जाता है.
एमआर के सीईओ अमित जैन ने बताया कि श्रीनगर का मॉल हमारे माइलस्टोन प्रोजेक्ट्स में से एक है और जिसे लेकर हम बहुत उत्साहित हैं.
उन्होंने कहा कि एमआर ग्रुप आने वाले समय में जम्मू और श्रीनगर में आईटी टावर विकसित करेगा.
गौरतलब है कि साल 2022 में दुबई में एक इन्वेस्टर समिट के दौरान जम्मू और कश्मीर सरकार ने घाटी में एक अरब डॉलर से अधिक की परियोजनाओं को वितरित करने के लिए विभिन्न हितधारकों और सयुंक्त अरब अमीरात की सरकार के साथ एक द्विपक्षीय समझौता किया था. (bbc.com/hindi)
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किया आग्रह
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 मार्च। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ की जनता को नशे से बचाने के लिए वृहद आंदोलन की शुरूआत करने का आग्रह किया है। उन्होने पत्र में कहा है कि नशा हमारे जीवन के लिए हानिकारक है। समाज के सभी वर्गाे को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान उठाना पड़ता है। आपकी सरकार आने के बाद आपने पुलिस और सरकार के माध्यम से मिलकर महिला बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, महिला आयोग सबने मिलकर प्रयास किया है कि नशे पर रोक लग सके और इसका असर भी हुआ हैं।
डॉ. नायक ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि आपने महसूस किया होगा इसको जन आंदोलन में बदलने की आवश्यकता हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि सभी तरह के नशे गांजा, भांग, जर्दा गुड़ाखु, तम्बाकु, शराब, गुटका, धुम्रपान, चरस, अफीम, स्मैक, कोकीन और ब्राउन शुगर का उपयोग से जनता को बचाने के लिए आमजनों विशेष रूप से महिलाओं के साथ जन आंदोलन की वृहद शुरूआत की जाए, जिसका लाभ छत्तीसगढ़ महतारी के सभी लोगों को मिल सके।
-आलोक प्रकाश पुतुल, रायपुर से बीबीसी हिंदी के लिए
विश्व हिंदू परिषद की तरफ से रायपुर में आयोजित ‘हिंदू संकल्प धर्मसभा’ में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया गया.
इस सभा में हिंदू साधुओं ने धर्मांतरण रोकने का आह्वान करते हुए कहा कि हिंदू मन में शास्त्र और तन में शस्त्र लेकर चलें, भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा.
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ पिछले महीने भर से छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों से निकली विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में साधु-संतों की यात्रा का समापन रविवार को रायपुर में हुआ.
समापन के अवसर पर आयोजित सभा में दावा किया गया कि इस यात्रा ने लगभग 4500 किलोमीटर की दूरी तय की और गांव-गांव में हिंदू स्वाभिमान जागरण और सामाजिक समरसता को बढ़ाने की दिशा में काम किया.
सभा की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने दावा किया कि दुनिया भर की आर्थिक मंदी और अलग-अलग तरह के उपद्रवों को केवल भारत रोक सकता है.
उन्होंने कहा कि जिस दिन हिंदू कट्टर हो जाएंगे,उस दिन दुनिया में शांति हो जाएगी.
सभा को संबोधित करते हुए कुछ साधुओं ने कहा कि हमारी आस्था संविधान में तो है लेकिन आपातकाल के समय संविधान की प्रस्तावना में पंथनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द को वे नहीं मानते.
साधुओं ने कहा कि संविधान में किए गए संशोधन को खत्म करना चाहिए.
साधुओं ने कहा कि पिछले कुछ सालों से धर्मांतरण बढ़ा है.
‘हिंदू संकल्प धर्मसभा’ में मंच पर सैकड़ों की संख्या में साधु-संत और दूसरे वक्ता उपस्थित थे.
इसके अलावा भाजपा सांसद सुनील सोनी और भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल के साथ मंच पर कांग्रेस के पूर्व विधायक और वर्तमान कांग्रेस सरकार में राज्य गो सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास भी उपस्थित थे.
हालांकि राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस आयोजन को लेकर कहा है कि हिंदू राष्ट्र के नाम पर केवल लोगों को बरगलाने का काम किया जा रहा है.
भूपेश बघेल ने कहा कि इस आयोजन में बहुत सारे साधु-संत भाजपा समर्थित हैं. उन्हें हिंदू राष्ट्र की मांग छत्तीसगढ़ के बजाय दिल्ली में करनी चाहिए.
भूपेश बघेल ने कहा, "केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक बयान दिया है कि देश संविधान के हिसाब से चलेगा. इसका मतलब ये है कि ये देश पंथनिरपेक्ष है." (bbc.com/hindi)
पाकिस्तान और चीन की नागरिकता लेने वालों लोगों ने जो अचल संपत्तियां छोड़ी हैं उन्हें बेचने की प्रक्रिया गृह मंत्रालय ने शुरू कर दी है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कुल 12 हजार 611 शत्रु संपत्तियां हैं, जिनकी कीमत करीब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है.
इस तरह की संपत्तियों की देखरेख कस्टोडियन ऑफ एनमी प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया करती है. यह शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत बनाई गई एक अथॉरिटी है.
गृह मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार इस तरह की संपत्तियों को निपटाने के लिए दिशानिर्देशों में बदलाव किया गया, जिसके तहत संपत्तियों की बिक्री से पहले संबंधित जिला मजिस्ट्रेट या उपायुक्त की मदद से उन्हें खाली करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
नोटिफिकेशन में कहा गया है कि एक करोड़ रुपये से कम कीमत की संपत्ति को बेचते समय सबसे उसकी जिम्मेदार संभाल रहे व्यक्ति को खरीदने का ऑफर दिया जाएगा. अगर वह व्यक्ति उस संपत्ति को खरीदने से मना करता है तो कानून के मुताबिक उसे बेचा जाएगा.
वहीं जिन संपत्तियों की कीमत एक करोड़ से सौ करोड़ के बीच है उन्हें ई-नीलामी के जरिए बेचा जाएगा.
शत्रु संपत्ति क्या है?
भारत ने 1962 में चीन, 1965 और 1971 में पाकिस्तान से लड़ाई छिड़ने पर भारत सुरक्षा अधिनियम के तहत इन देशों के नागरिकों की जायदाद पर क़ब्ज़ा कर लिया था.
इसके तहत ज़मीन, मकान, सोना, गहने, कंपनियों के शेयर और दुश्मन देश के नागरिकों की किसी भी दूसरी संपत्ति को अधिकार में लिया जा सकता है.
शत्रु संपत्ति अधिनियम के तहत शत्रु देश के नागरिकों को इन जायदादों के रखरखाव के लिए कुछ अधिकार भी दिए गए हैं. पर ये अस्पष्ट हैं, काफ़ी उलझे हुए हैं. इनसे जुड़े कई मामलों में अदालत में मुकदमे चल रहे हैं. (bbc.com/hindi)
रायपुर 19 मार्च। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के निवास पर दिल्ली पुलिस की नोटिस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी जनता के पैसे की लूट के खिलाफ उठाई जा रही आवाज तथा अडानी के घोटाले से जनता का ध्यान हटाने मोदी सरकार राहुल गांधी को परेशान करने अलोकतांत्रिक कदम उठा रही है ।दिल्ली पुलिस राहुल गांधी के आवास पहुच कर उनसे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिए गए वक्तव्य के आधार पर दूसरी बार नोटिस ले कर पहुच गयी ।यह मोदी सरकार की बौखलाहट को प्रदर्शित करता है। इसके पहले कांग्रेस नेता के विदेश में दिए गए भाषण को भाजपा ने गलत ढंग से प्रचारित कर मुद्दा बनाने का प्रयास किया उनको संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा अब दिल्ली पुलिस को आगे किया गया है।
मरकाम ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में 140 दिनों में 4000 किमी की यात्रा किया था इन 140 दिनों में भारत जोड़ो यात्रा में रोज हजारों लोग राहुल गांधी से मिलते थे 140 दिनों में लाखों लोगों ने राहुल गांधी से अपनी व्यथाकहा ,परेशानियां बताई बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी अपनी सुरक्षा की बाते भी कही बेरोजगारों किसानों जनसामान्य ने राहुल गांधी से अपनी परेशानियां बताई ।इन अनुभवों को समय समय पर राहुलगांधी ने समाचार माध्यमो के साथियों से भी साझा किया था ।यात्रा समाप्त होने के महीने भर बाद मोदी सरकार विद्वेष पूर्वक उन घटनाओं पर नोटिस भेज रही ।नोटिस भेजने का समय भी तब जब अडानी के घोटाले पर जांच के लिए 16 विपक्षी दल लामबंद हो कर जेपीसी से जांच की मांग कर रहे हैं।
रायपुर, 19 मार्च। पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने वर्ष 2019 से 2022 यानी 3 वर्षों में प्रदेश के 3 टाइगर रिजर्व में 183.77 करोड़ रुपये खर्च होने पर सवाल उठाए थे। इस खर्च की जानकारी सरकार ने विस में कांग्रेस विधायक अरूण वोरा के प्रश्नों के जवाब में दी थी।इस पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने दस्तावेज जारी कर बताया है कि, पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा के कार्यकाल में 4 साल में 3 टाइगर रिजर्व में 229.10 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।अकबर ने महेश गागड़ा से पूछा है कि, इतनी बड़ी राशि खर्च किए जाने के बावजूद गागड़ा के कार्यकाल में प्रदेश में बाघों की संख्या 46 से घटकर मात्र 19 क्यों रह गई, इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने वर्तमान सरकार से 183.77 करोड़ रुपये खर्च के बारे में स्थिति स्पष्ट करने कहा था। इसका जवाब देते हुए वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि, प्रदेश में 3 टाइगर रिजर्व अचानकमार, उदंती-सीतानदी और इंद्रावती टाइगर रिजर्व है. बीते 3 साल में इन टाइगर रिजर्व में क्रमशः 81.98, 32.80 और 68.99 करोड़ रुपये खर्च हुए. महेश गागड़ा ने कहा था कि 19 बाघों पर 183.77 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए।इसके बारे में अकबर ने कहा है कि, वन मंत्री रहे महेश गागड़ा को इतना तो मालूम रहना चाहिए कि, टाइगर रिजर्व में केवल बाघ ही नहीं बल्कि अन्य प्राणी भी रहते हैं, जिनके लिये समेकित रूप से पारिस्थितिकीय तंत्र का संरक्षण एवं विकास के कार्य किए जाते हैं, जो केवल बाघ के लिए ही नहीं बल्कि सभी प्राणियों के लिए होता है।महेश गागड़ा ने जिस तरह सवाल उठाए हैं. उससे स्पष्ट होता है कि, वन मंत्री रहने के बावजूद उन्हें टाइगर रिजर्व के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है।
नयी दिल्ली, 19 मार्च । कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान ‘‘महिलाओं के यौन उत्पीड़न’’ से जुड़े अपने बयान के संबंध में दिल्ली पुलिस के नोटिस का रविवार को प्रारंभिक जवाब भेजा और 45 दिन की देरी के बाद अचानक की गई कार्रवाई पर सवाल उठाया।
सूत्रों ने बताया कि पिछले पांच दिन में पुलिस के तीसरी बार राहुल गांधी के आवास पर पहुंचने के कुछ घंटे बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने चार पन्नों के अपने जवाब में 10 बिंदुओं का उल्लेख किया है। साथ ही कांग्रेस नेता की 30 जनवरी की टिप्पणी को लेकर दिल्ली पुलिस के नोटिस का विस्तृत जवाब देने के लिए 8-10 दिनों का समय मांगा है।
दिल्ली पुलिस ‘‘महिलाओं के यौन उत्पीड़न’’ के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान की गई टिप्पणी को लेकर उन्हें जारी नोटिस के सिलसिले में रविवार को यहां उनके आवास पहुंची।
अधिकारियों ने बताया कि विशेष पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) सागर प्रीत हुड्डा के नेतृत्व में पुलिस दल सुबह करीब 10 बजे राहुल के 12, तुगलक लेन स्थित आवास पर पहुंचा और करीब दो घंटे बाद गांधी से मिल सका।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस बल अपराह्न करीब एक बजे वापस लौट गया।
दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट का संज्ञान लेते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को एक प्रश्नावली भेजी थी और उनसे “यौन उत्पीड़न की शिकायत को लेकर संपर्क करने वाली महिलाओं के बारे में विवरण देने” को कहा था।
पुलिस के मुताबिक, राहुल ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के श्रीनगर चरण के दौरान बयान दिया था, “मैंने सुना है कि महिलाओं का अब भी यौन उत्पीड़न हो रहा है।”
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने कांग्रेस नेता से इन पीड़ितों का विवरण देने को कहा था, ताकि उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जा सके।
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने लगभग चार बजे प्रारंभिक जवाब भेजते हुए पुलिस कार्रवाई को ‘‘अभूतपूर्व’’ करार दिया और पूछा कि क्या अडाणी मुद्दे पर संसद के अंदर और बाहर उनके रुख से इस कार्रवाई का कोई संबंध है?
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने अपने जवाब में श्रीनगर में उनकी टिप्पणी के 45 दिन के अंतराल के बाद पुलिस के ‘‘अचानक सक्रिय’’ होने पर भी सवाल खड़ा किया है।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी पूछा है कि क्या राजनीतिक अभियानों को लेकर सत्तारूढ़ दल सहित किसी अन्य राजनीतिक दल की इस तरह के मामले में जांच की गई है या उनसे पूछताछ हुई है।
सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि गांधी ने अपने जवाब में कहा, ‘‘मुझे आशा और विश्वास है कि पिछले कुछ हफ्तों में अडाणी मुद्दे सहित संसद के अंदर और बाहर मेरे रुख के कारण सत्ता के विशेष ध्यान का केंद्र होने से इसका कोई लेना-देना नहीं है।’’
यह जवाब दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त, पुलिस उपायुक्त (नयी दिल्ली) और नयी दिल्ली में करोल बाग और बाराखंबा रोड के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (एसीपी) को भेजा गया है।
गांधी ने अपने जवाब में कहा, ‘‘मेरे भाषण के 45 दिन बाद, केवल दो दिनों के भीतर दो बार दौरा करने की क्या आवश्यकता हुई।’’
उन्होंने 16 मार्च को अपने आवास पर पुलिस टीम के दौरे के दौरान हुई कथित बातचीत का हवाला दिया और पूछा कि जब वे इस बात पर सहमत हो गए थे कि वह (राहुल गांधी) एक सप्ताह से 10 दिनों में जवाब देंगे, तो दो दिनों के भीतर दोबारा उनके आवास पर पहुंचने की क्या जरूरत थी?
गांधी ने कहा कि अपनी ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ के दौरान, जिसने 3,500 किलोमीटर की दूरी तय की और 140 दिनों में 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की यात्रा की, उन्होंने लाखों लोगों से मुलाकात की, ऐसे में पुलिस नोटिस का जवाब देने में समय लगेगा क्योंकि वह एक दिन में जवाब नहीं दे सकते। (भाषा)
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासन ने हमसे वादा किया था कि सोमवार को वे हमें मीनार-ए-पाकिस्तान पर रैली करने की इजाजत देंगे.
इमरान खान ने कहा कि अब हम बुधवार को रैली कर रहे हैं और मीनार-ए-पाकिस्तान पर ये रैली इस बात पर जनमत संग्रह होगी कि लोग कहां खड़े हैं?
पूर्व प्रधानमंत्री के मुताबिक़, "मैं जब भी बाहर जाता हूं तो एफआईआर दर्ज हो जाती है. उन्होंने कहा कि आपके कत्ल का प्लान बना हुआ है, क्या सोचा है कि इसके बाद क्या होगा?"
उन्होंने कहा कि जो लोग इस देश में रहना चाहते हैं उन्हें इसके भविष्य की चिंता करनी चाहिए, बाकी सभी को यहां से भाग जाना है.
इमरान खान ने कहा कि हालात हाथ से निकल रहे हैं और ऐसे हालात होंगे कि लोग श्रीलंका को भूल जाएंगे.
'मुझे मारने या गिरफ्तार करके बलूचिस्तान ले जाने की योजना थी'
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया है कि शनिवार को कोर्ट कैंपस में उनके ख़िलाफ़ दो योजनाओं पर काम किया जा रहा. पहली ये कि या तो उन्हें मारने की या वहां से गिरफ्तार कर बलूचिस्तान ले जाने की योजना थी.
इमरान ख़ान के मुताबिक़ सरकार उन्हें गिरफ्तार कर बलूचिस्तान ले जाना चाहती थी ताकि वो पार्टी का टिकट जारी न कर सकें.
मरियम नवाज की आलोचना करते हुए इमरान खान ने कहा कि लेवल प्लेइंग फील्ड का मतलब है कि किसी तरह मुझे रास्ते से हटा दिया जाए.
इमरान खान ने कहा कि "लोगों को उनकी कानून व्यवस्था पर शक है कि वे हत्यारे हैं, इसलिए लोग वहीं खड़े रहे."
उन्होंने कहा कि "मैं अपनी पत्नी को खुदा हाफिज कहकर घर से निकला था क्योंकि मैं जानता था कि वे कुछ भी कर सकते हैं."
उन्होंने कहा कि "जब मैं इस्लामाबाद के टोल प्लाजा पर पहुंचा तो मुझे उनकी मंशा पर कोई शक नहीं हुआ. हाईवे बंद था. उनकी योजना इमरान खान के जाने के बाद वाहनों को रोकने की थी." उनके मुताबिक, "जब मैं टोल प्लाजा से निकला तो अन्य वाहनों को रोक दिया गया."
इमरान के मुताबिक, "टोल प्लाजा से कोर्ट पहुंचने में पांच घंटे लग गए, मतलब पूरा इस्लामाबाद और मोटरवे एक आदमी के लिए ऐसे बंद थे जैसे कोई बड़ा चोर आ रहा हो." (bbc.com/hindi)
(पायल बनर्जी)
नयी दिल्ली, 19 मार्च। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देश में विभिन्न अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों (एम्स) में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मियों की कमी का समाधान करने के लिए उनकी केंद्रीकृत भर्ती व्यवस्था शुरू करने की संभावना पर विचार कर रहा है।
इस संबंध में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल , स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (पीएमएसएसवाई), नयी दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक की सदस्यता वाली समिति बनायी गयी है।
28 फरवरी को जारी एक आदेश में कहा गया, ‘‘ विभिन्न एम्स में शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया को मजबूत करने तथा इस संबंध में केंद्रीकृत भर्ती व्यवस्था की संभावनाएं खंगालने के लिए आठ जनवरी को भुवनेश्वर एम्स में केंद्रीय संस्थान निकाय (सीआईबी) की एक बैठक हुई थी जिसके बाद समिति का गठन किया गया था।’’
मंत्रालय ने पिछले साल लोकसभा में कहा था कि देश में 14 नये एम्स में शिक्षकों के करीब 44 फीसद पद रिक्त हैं तथा राजकोट एम्स में कुल मंजूर शिक्षकों के 183 पद के सापेक्ष केवल 40 शिक्षक हैं।
सरकार के अनुसार जिन एम्स में शिक्षकों की भारी कमी है, उनमें राजकोट एम्स के बाद विजयपुर एम्स और गोरखपुर एम्स आते हैं जहां शिक्षकों की संख्या बहुत कम है।
मंत्रालय ने कहा था कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों में एमबीबीएस विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए सरकार ने पर्याप्त संख्या में शिक्षकों के पदों को मंजूरी दी थी ।
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘केंद्रीय भर्ती व्यवस्था अध्यापकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया को और पारदर्शी एवं सुचारु बनाएगी। इसके अलावा इससे एक एम्स से दूसरे एम्स में स्थानांतरण भी सुगम होगा। फिलहाल ये एम्स अलग-अलग अपने कर्मियों की भर्ती करते हैं। यह देखा गया है कि प्रतिभाशाली चिकित्सक अपने राज्य से बाहर जाने के प्रति अनिच्छुक रहते हैं या उन क्षेत्रों में नहीं जाना चाहते हैं जहां आना -जाना मुश्किल होता है।’’
मंत्रालय के आंकड़े के अनुसार 18 नये एम्स के लिए कुल 4,026 मंजूर पद हैं जबकि उनमें 2259 पद ही भरे गये हैं। (भाषा)
चंडीगढ़, 19 मार्च। कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसके कुछ साथियों के खिलाफ अवैध हथियार रखने के सिलसिले में एक नयी प्राथमिकी दर्ज की गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
अमृतसर (देहात) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सतिंदर सिंह ने कहा कि अमृतपाल के सात साथियों को शस्त्र अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।
रविवार को सिंह ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने बीती रात शस्त्र अधिनियम के तहत एक नयी प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें अमृतपाल मुख्य आरोपी है। इस ताजा प्राथमिकी में वह सात भी आरोपी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है।’’
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने शनिवार को जालंधर के मेहतपुर के पास अमृतपाल के सात सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे अमृतपाल के काफिले का हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि 12 बोर की छह अवैध बंदूक और 193 कारतूस जब्त किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अजयपाल, गुरवीर सिंह, बलजिंदर सिंह, हरमिंदर सिंह, गुरलाल सिंह, सुवरीत सिंह और अमनदीप सिंह के रूप में हुई है।
सिंह ने कहा, ‘‘हम इन्हें अदालत के समक्ष पेश करेंगे और पुलिस रिमांड में भेजने का अनुरोध करेंगे।’’
पंजाब पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई शुरू की थी, जिसमें पुलिस ने उसके नेतृत्व वाले संगठन के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।
हालांकि, अमृतपाल को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, जिसने शनिवार को जालंधर जिले में उसके काफिले को रोके जाने पर पुलिस को चकमा दे दिया था।
पुलिस ने 23 फरवरी को हुए अजनाला प्रकरण में अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतिंदर सिंह ने कहा कि हरमिंदर सिंह के पास से एक हथियार और 139 कारतूस जब्त किए गए।
अधिकारी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को बताया कि अमृतपाल ने गुरभेज नाम के एक व्यक्ति के जरिए ये कारतूस खरीदे थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस जांच के दौरान सीमा पार से संबंधों का मामला सामने आया है, वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘मैं अभी इस पर टिप्पणी नहीं कर पाऊंगा, क्योंकि जांच जारी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम उसे (अमृतपाल) गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं और हमें उसकी गिरफ्तारी की उम्मीद है।’’
यह पूछे जाने पर कि अजनाला प्रकरण में प्राथमिकी दर्ज करने में उन्हें इतना समय क्यों लगा, एसएसपी ने कहा, ‘‘अगले ही दिन प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हमें कैसे कार्रवाई करनी है, यह हमारा अंदरुनी मामला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। हम जनता से अपील करते हैं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।’’
एसएसपी ने कहा कि कार्रवाई के तहत अमृतपाल के पैतृक गांव स्थित घर की भी तलाशी ली गई। उन्होंने कहा, ‘‘अब तक दो वाहन बरामद किए गए हैं।’’
पिछले महीने, तलवार और बंदूक से लैस अमृतपाल और उसके समर्थकों ने अवरोधकों को तोड़ दिया था और अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे। वे सभी अमृतपाल के एक सहयोगी की रिहाई की मांग कर रहे थे।
इस घटना में एक पुलिस अधीक्षक सहित छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। घटना के बाद राज्य में आम आदमी पार्टी (आप) नीत सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था और उस पर चरमपंथियों के सामने झुकने का आरोप लगाया गया था। (भाषा)
श्रीनगर, 19 मार्च। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने रविवार को कहा कि खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताने वाले ठग को सुरक्षा कवर और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि गुजरात के रहने वाले किरन भाई पटेल को पुलिस ने खुद को पीएमओ का अवर सचिव बताकर सुरक्षा कवर और अन्य सुविधाओं का लाभ उठाने के आरोप में श्रीनगर के एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया है।
पटेल के खिलाफ गुजरात में तीन मामले दर्ज हैं।
यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत में पुलिस के अवर महानिदेशक (एडीजीपी), कश्मीर विजय कुमार ने कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।
कुमार ने कहा, ‘‘श्रीनगर पुलिस को जब दो मार्च को सूचना मिली थी तो, होटल पर छापा मारा गया और व्यक्ति को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। उसके पास से फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद हुआ है और उसी दिन मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’’
उन्होंने कहा कि पटेल 14 दिनों की पुलिस हिरासत में था जिस दौरान ‘‘उससे गहन पूछताछ और जांच की गई।’’
कश्मीर पुलिस के प्रमुख का कहना है कि पुलिस बल इस मामले में गुजरात पुलिस से भी मदद ले रही है।
कुमार ने कहा, ‘‘वह (पटेल) अब न्यायिक हिरासत में है। पेशेवर तरीके से जांच की जा रही है। हम गुजरात पुलिस से भी मदद ले रहे हैं। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।’’
यह पूछने पर कि महज मौखिक आदेश पर सुरक्षा कवर कैसे मुहैया कराया गया, जबकि केन्द्रीय गृहमंत्रालय द्वारा इस संबंध में जारी दिशा-निर्देश कुछ और कहता है, एडीजीपी ने कहा कि पुलिस खामियों की जांच कर रही है।
कुमार ने कहा, ‘‘मानक संचालन प्रक्रिया है और समय-समय पर निर्देश दिए जाते हैं। लेकिन पुलिस को मौखिक निर्देश पर सुरक्षा मुहैया नहीं करानी चाहिए। हम ऐसा नहीं करते हैं। इस मामले में हम खामियों की जांच कर रहे हैं और इसमें शामिल अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’
हालांकि, पुलिस अधिकारी ने इस मामले में खुफिया विभाग की विफलता पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
कुमार ने कहा, ‘‘फील्ड अधिकारी के स्तर पर लापरवाही हुई है और कार्रवाई की जाएगी।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 19 मार्च। वित्त मंत्रालय ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर पद के लिए आवेदन मांगे हैं। नये डिप्टी गवर्नर एमके जैन का स्थान लेंगे जिनका बढ़ाया गया कार्यकाल जून में पूरा हो रहा है।
एक सार्वजनिक अधिसूचना के अनुसार, आवदेक को बैंकिंग और वित्तीय बाजार संचालन में कम से कम 15 साल का अनुभव होना चाहिए। इससे संकेत मिलते हैं कि निजी क्षेत्र के उम्मीदवारों पर भी विचार किया जाएगा।
पारंपरिक तौर पर, चार में से एक उप गवर्नर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकिंग उद्योग से है। अगर सरकार किसी को निजी क्षेत्र से चुनती है तो यह आरबीआई के इतिहास में पहली बार होगा।
सार्वजनिक क्षेत्र के वरिष्ठ बैंक अधिकारी जैन को उप गवर्नर के तौर पर 2018 में शुरु में तीन साल के लिए चुना गया था और 2021 में उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया गया था।
केंद्रीय बैंक में चार उप गवर्नर हैं, जिनमें दो रैंक के अनुसार, एक वाणिज्यिक बैंक अधिकारी और अर्थशास्त्री होता है जो मौद्रिक नीति विभाग की अध्यक्षता करता है।
अधिसूचना में कहा गया, “वित्तीय क्षेत्र नियामक नियुक्ति खोज समिति (एफएसआरएएससी) योग्यता के आधार पर पद के लिए आवेदन नहीं करने वाले किसी अन्य व्यक्ति की भी पहचान करने और उसकी सिफारिश करने के लिए स्वतंत्र है। समिति उत्कृष्ट उम्मीदवारों के संबंध में पात्रता और योग्यता/अनुभव मानदंड में छूट की भी सिफारिश कर सकती है।”
नोटिस के अनुसार, आवेदकों के पास पूर्णकालिक निदेशक या बोर्ड के सदस्य के रूप में व्यापक अनुभव होना चाहिए और वित्तीय क्षेत्र में पर्यवेक्षण और अनुपालन की बहुत वरिष्ठ स्तर पर समझ होनी चाहिए।
अधिसूचना के अनुसार, आवेदन की अंतिम तिथि 10 अप्रैल है। आवेदक की आयु 22 जून, 2023 को 60 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
नियुक्ति तीन साल के लिए होगी। इस पद पर नियुक्ति होने पर वेतन 2.25 लाख रुपये (लेवल-17) प्रति महीना होगा। (भाषा)
ठाणे, 19 मार्च। महाराष्ट्र के ठाणे जिले की एक अदालत ने एक व्यक्ति और उसके परिवार के पांच सदस्यों को दहेज के लिए विवाहिता की हत्या करने के आरोप से बरी कर दिया है। अदालत ने 2014 के इस मामले में आरोपियों को संदेह का लाभ दिया।
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रचना आर. तेहरा की अदालत ने कहा कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के खिलाफ आरोप साबित करने में विफल रहा है। अदालत ने 13 मार्च को आदेश पारित किया था, जो शनिवार को उपलब्ध हुआ।
पीड़िता ने व्यक्ति से 2005 में शादी की थी। व्यक्ति की आयु वर्तमान में 43 वर्ष है।
आदेश में कहा गया है कि अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि विवाह के बाद पीड़िता अपने पति और ससुराल वालों के साथ मुंब्रा में रहती थी। दंपति की दो बेटियां और एक बेटा है। आदेश में कहा गया कि अभियोजन पक्ष के अनुसार शादी के एक साल बाद से ही महिला के ससुराल वाले उसके साथ बुरा बर्ताव करने लगे और जमीन खरीदने के लिए उसके माता-पिता से 10 लाख रुपये की मांग को लेकर उसे (महिला) शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
अभियोजन पक्ष ने यह भी कहा कि आरोपियों ने मार्च 2014 में रंजनोली नाका के पास एक ‘दुपट्टे’ की मदद से महिला का गला घोंट दिया और उसके शव को एक बोरे में डालकर एक नाले में फेंक दिया।
बचाव पक्ष की ओर से पेश वकील एम. जेड. शेख और नदीम खान ने दावे का विरोध किया और दलील दी कि पीड़िता की मौत में आरोपियों की कोई भूमिका नहीं थी।
अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपना फैसला सुनाया। (भाषा)
क्योंझर, 19 मार्च (भाषा)है। ओडिशा के क्योंझर जिले के वन में रविवार को एक हाथी का शव मिला। वन अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
वन अधिकारियों ने बताया कि 11 हजार किलोवाट वाले बिजली के तार की चपेट में आने पर हाथी की मौत हुई।
पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों की सूचना पर रविवार सुबह वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
अधिकारी के मुताबिक हाथी के एक ही दांत थे। क्योंझर मंडल के वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) एचडी धनराज ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘प्रथम दृष्टया यह करंट लगने से हुई मौत का मामला लगता है। हाथी, बिजली के खंभे से सटे तार के संपर्क में आया जिससे उसकी मौत हो गई।’’
डीएफओ ने कहा, ‘‘चूंकि प्रतिरोधक (इंसुलेटर) टूटा हुआ था। इसी कारण बिजली का करंट खंभे तक पहुंच गया। इसे बदला जाना था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं किया गया। इस घटना को टाला जा सकता था।’’
‘‘पीटीआई-भाषा’’ से बात करते हुए वन और पशु अधिकार कार्यकर्ता बिस्वजीत मोहंती ने हाथी की मौत के लिए बिजली अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उसकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
ओडिशा के वन और पर्यावरण मंत्री प्रदीप कुमार अमत ने 14 मार्च को राज्य विधानसभा में बताया था कि 2012-13 से 2021-22 तक राज्य में 784 हाथियों की मौत हुई है।