राष्ट्रीय
बुलगड़ी (हाथरस), 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| भीम आर्मी के नेता चन्द्रशेखर आजाद रविवार को दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों से मिलने बुलगड़ी गांव पहुंच चुके हैं। उनके साथ अन्य साथियों को अंदर परिवार से मिलने की इजाजत दी गई है। सिर्फ 5 लोग ही भीम आर्मी चीफ के साथ परिवार से मिलने पहुंचे हैं।
दरअसल चंद्रशेखर आजाद के काफिले को पुलिस प्रशासन ने हाथरस से पहले ही रुकवा दिया था ताकि हालात को काबू में रखा जा सके।
इसके बाद वो अपने काफिले को छोड़कर पैदल ही परिवार से मिलने के लिए आएं हैं।
चन्द्रशेखर ने गांव में आते ही मीडिया से कहा, बहुत दिनों से मुलाकात नहीं हुई, जो हालात है उससे नहीं लगता कुछ अच्छा हो रहा है। परिवार से मिलने के बाद प्रेस वार्ता करेंगे।
-- आईएएनएस
गुरुग्राम, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-3 में एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में 25 साल की एक युवती के साथ जबरन मारपीट की गई और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। यह मामला शनिवार देर रात की है, जहां आरोपी ने युवती के सिर पर वार कर दिया। युवती पश्चिम बंगाल की निवासी है।
पुलिस ने रविवार को कहा, "एक सुरक्षाकर्मी ने पुलिस को सूचित किया, जहां घटनास्थल से मात्र 100 मीटर पर पुलिस वाहन गस्त दे रहा था, जिसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। युवती को समय से अस्पताल पहुंचाया गया। युवती की स्थिति अब खतरे के बाहर है। चारों आरोपियों को गुरुग्राम के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार कर लिया गया है।"
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रंजन (23), पवन (24), पंकज (26) और गोविंद (20) के रूप में हुई, सभी चक्करपुर गांव के निवासी हैं। रंजन प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस में ऑफिस ब्यॉय का काम करता है, जबकि अन्य स्विगी, जोमैटो में काम करते हैं।
युवती को कथित तौर पर सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से रात करीब 1:30 बजे पेड सेक्स के लिए पिक कर डीएलएफ स्थित ऑफिस में ले गया। रंजन जैसे ही युवती को ऑफिस ले गया, वहां पहले से ही उसके तीन और साथी मौजूद थे। रंजन ने युवती से सभी के साथ सेक्स करने को कहा, लेकिन युवती ने आपत्ति जताई, जिसके बाद उसके साथ जबरन सामूहिक दुष्कर्म किया गया और मारपीट की गई।
--आईएएनस
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश से कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व एमएलसी नसीब पठान का रविवार को मेदांता अस्पताल में कोरोना से निधन हो गया है। पार्टी के नेताओं ने इस दुखद समाचार पर शोक व्यक्त किया है। उत्तर प्रदेश के बिजनौर से ताल्लुक रखने वाले नसीब ने पार्टी के नेता संजय गांधी के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी और राज्य में दो बार एमएलसी भी चुने जा चुके हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पठान दिल से एक सच्चे सेनानी और पार्टी के एक बहुत सक्रिय कार्यकर्ता थे।
पठान उत्तर प्रदेश के कुछ मुस्लिम कांग्रेसी नेताओं और गांधी परिवार के वफादार लोगों में से थे। शनिवार को उन्होंने अस्पताल में अपने बिस्तर पर लेटे हुए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के हाथरस सफर पर एक वीडियो क्लिप भी बनाया था।
रियाद, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| कोरानावायरस प्रसार मद्देनजर मक्का मस्जिद पर हाजियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी, जिसे 6 महीने बाद फिर से खोल दिया गया है। अरब न्यूज के रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब के हज मंत्रालय और उमराह के ईटमारना एप के माध्यम से आवेदन करने के बाद श्रद्धालुओं ने सुबह 6 बजे मस्जिद में प्रवेश किया।
कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए यहां की सरकार ने मस्जिद को बंद करने की घोषणा की थी। साथ ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर भी रोक लगा दिया था और पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया था।
मस्जिद में प्रति दिन केवल 6,000 हाजियों को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। वहीं हज और उमरा मंत्रालय ने पांच मीटिंग प्वाइंट्स तैयार किए हैं, जिसमें अल-गाजा, अजयद और अल-शाशा साइटें शामिल हैं, जहां हाजी एक जगह पर एकत्र होगें और ग्रैंड मस्जिद के लिए बसों में स्वास्थ्य पेशेवरों से मिलेंगे।
अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए मस्जिद प्रशासन ने प्रवेश द्वार और हॉल में थर्मल कैमरा का इंतजाम किया है, ताकि शरीर के तापमान में वृद्धि पर नजर रखी जा सके और अगर किसी के तापमान मानक से अधिक मिला तो अलर्ट जारी किया जा सके।
अरब न्यूज के अनुसार मस्जिद को दिन में 10 बार साफ किया जाएगा।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को भुनाने में जुटी कांग्रेस ने राहुल गांधी के 6 अक्टूबर के दौरे से पहले हरियाणा में एकजुट प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए रविवार को राज्य के पार्टी विधायकों और अन्य की बैठक बुलाई। पंजाब में राहुल की 'ट्रैक्टर रैली' समाप्त होने के बाद इस सिलसिले में उनका यह दूसरे उत्तर भारतीय राज्य का दौरा होगा।
15, जीआरजी रोड स्थित कांग्रेस के वॉर रूम में हुई बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राज्य इकाई प्रमुख कुमारी शैलजा और राज्य मामलों के प्रभारी विवेक बंसल व अन्य ने भाग लिया।
दिलचस्प बात यह है कि हुड्डा पार्टी नेताओं द्वारा कांग्रेस प्रमुख को लिखे गए पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में से एक थे, जिसमें पार्टी के भीतर व्यापक सुधार की मांग की गई थी।
राहुल गांधी द्वारा रविवार को पंजाब के मोगा जिले के बधनी कलां से कांग्रेस की 'ट्रैक्टर रैली' शुरू होनी निर्धारित है और लुधियाना में एक सार्वजनिक रैली को भी संबोधित करेंगे।
हरियाणा सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ट्रैक्टर रैली को राज्य में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि हरियाणा कांग्रेस इस तरह के परिदृश्य में बड़े पैमाने पर आंदोलन की तैयारी कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले ही पार्टी शासित राज्यों को संविधान के अनुच्छेद 254 (2) के तहत अपने-अपने राज्यों में कानून पारित करने की संभावनाओं का पता लगाने का निर्देश दिया है, जो राज्य विधानसभाओं को केंद्रीय कानूनों को रद्द करने के लिए कानून पारित करने की अनुमति देता है। पारित प्रस्ताव को फिर राष्ट्रपति की सहमति के लिए भेजा जाता है।
कांग्रेस सांसद टीएन प्रतापन पहले ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का रुख कर चुके हैं।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा 19 वर्षीय कथित हाथरस सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की पहचान को साझा किए जाने पर सवाल उठने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कहा है कि दुष्कर्म की पुष्टि हो जाने पर यह उन सभी को नोटिस भेजेगा, जिन्होंने पहचान साझा की थी, जिसमें अभिनेत्री स्वरा भास्कर और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा, "न केवल अमित मालवीय, बल्कि दिग्विजय सिंह, स्वरा भास्कर और कई अन्य लोगों ने हाथरस पीड़िता की पहचान का सोशल मीडिया और जंतर-मंतर पर खुलासा किया है।"
शर्मा ने आगे कहा कि दुष्कर्म पर रिपोर्ट स्पष्ट नहीं है और अदालत ने भी इसका स्वत:संज्ञान लिया है। एक बार इसकी स्पष्टता के बाद, एनसीडब्ल्यू सभी को नोटिस देगा। उन्होंने कहा, "मेरे पास प्रत्येक व्यक्ति का डिटेल है।"
गौरतलब है कि 2 अक्टूबर की शाम को, मालवीय ने पीड़िता का एक वीडियो ट्वीट किया था, जिसमें कहा गया कि हाथरस पीड़िता ने एएमयू के बाहर एक रिपोर्टर के साथ बातचीत में दावा किया था कि उसका गला घोंटने की कोशिश की गई थी।
यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं की पहचान को सुरक्षित रखने के कानूनों का उल्लंघन करने को लेकर भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के लिए 48 सेकंड का वीडियो पर्याप्त है।
भारतीय दंड संहिता के तहत, यौन उत्पीड़न की शिकार पीड़िता की पहचान उजागर करना निषिद्ध है। लेकिन मालवीय के खिलाफ कार्रवाई की मांग के साथ, एनसीडब्ल्यू ने स्पष्ट किया है, जब भी वह उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा, तो स्वरा भास्कर और दिग्विजय सिंह जैसे अन्य लोगों को भी परिणाम भुगतना होगा।
कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हाथरस की 19 वर्षीय लड़की की मौत 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई।
प्रमोद कुमार झा
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| बाजार में मिलने वाले पॉलिशदार चावल के मुकाबले कोदो सेहत के लिए ज्यादा गुणकारी है। कोदो एक प्रकार का मोटा अनाज है ओर मोटे अनाजों में सूक्ष्म पोषक तत्वों के साथ-साथ फाइबर यानी रेशे ज्यादा होते हैं, लिहाजा तंदुरुस्ती के लिए खाने में मोटे अनाज को शामिल करना लाजिमी है।
लोकल फूड के लिए हमेशा वोकल रहने वाले जाने-माने पाक कला विशेषज्ञ संजीव कपूर कहते हैं कि पॉलिशदार अनाज के बजाय कोदो, रागी, ज्वार जैसे मोटे अनाज सेहत के लिए ज्यादा गुणकारी हैं, इसलिए पंचसितारा होटलों के खान-पान के मेन्यू में भी मिलेट्स को शामिल किया जाने लगा है।
टाटा सम्पन्न में ऑनबोर्ड शेफ संजीव कपूर ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि लोकल फूड न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद है बल्कि जायके में भी लाजवाब है, इसलिए पंचसितारा होटलों के मेन्यू में क्षेत्र विशेष के लोकल फूड को भी शामिल किया जाता है क्योंकि उसकी मांग होती है। उन्होंने कहा, ''हमने टाटा संपन्न के साथ एक खिचड़ी लांच की थी जिसमें हमने इसमें दाल-चावल के साथ-साथ बहुत सारे मिलेट्स और मसाले शामिल किए और उसकी खूब मांग है।''
घर के खाने को महत्वपूर्ण बताने वाले संजीव कपूर कहते हैं कि पीजा, बर्गर व अन्य कांटिनेंटल फूड भी घर मे बने तो बेहतर है।
खाने में मोटे अनाजों के प्रति लोगों की बढ़ती दिलचस्पी निस्संदेह सेहत के लिए फायदेमंद है क्योंकि वैज्ञानिक बताते हैं कि इनमें ढेर सारे सूक्ष्मपोषक तत्व पाये जाते हैं। हालांकि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत पाने वाले राष्ट्रीय पोषण संस्थान (एनआईएन) के वैज्ञानिक कहते हैं कि खाने में मोटे अनाजों को एक सीमित मात्रा में ही शामिल किया जाना चाहिए।
हैदराबाद स्थित एनआईएन के वैज्ञानिक और न्यूट्रीशन इन्फोरमेशन एंड कन्यूनिकेशन डिवीजन के प्रमुख डॉ. सुब्बारव एम. गवरावारपु ने कहा कि मार्केट में जैसा चल रहा है कि बाकी सब अनाज को छोड़कर सिर्फ मोटा अनाज खाइए, वह ठीक नहीं है क्योंकि खाने में विविधता जरूरी है। उन्होंने कहा, ''एनआईएन का कहना है कि एक दिन के खाने में एक व्यक्ति के लिए अगर 2,000 कैलोरी की जरूरत है तो उसमें करीब 270 ग्राम अनाज होना चाहिए। इसमें 40 से 50 फीसदी या 120 से 130 तक मोटा अनाज लेना अच्छा है। बाकी बचपन से जो अनाज खाते आ रहे हैं उनको शामिल करना चाहिए।''
डॉ. सुब्बाराव ने कहा कि मोटे अनाज में सूक्ष्मपोषक तत्व और फाइबर पाये जाते हैं इसलिए खाने में इनको शामिल करना लाभकारी है मगर, अन्य सभी खाद्य पदार्थों को छोड़कर सिर्फ मोटे अनाज खाने की बात करना ठीक नहीं है।
बीते महीने सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया गया। पोषण माह के आखिर में लोकल फूड के महत्व पर एक खास कार्यक्रम 'स्थानीय आहारम सम्पन्न पोषणम' में खान-पान के विशेषज्ञों ने देश के विभिन्न प्रांतों में उगाई जाने वाली मौसमी फसलों के सेवन को ज्यादा गुणकारी बताया। एनआईएन और टाटा संपन्न की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन की निदेशक डॉ. आर. हेमलता ने कहा कि स्थानीय खाद्य पदार्थों के लिए खुल कर बात करने की जरूरत है।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने रविवार को कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पुष्टि की है कि करंसी नोट कोरोना के संभावित वाहक हो सकते हैं। संस्था ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकारी प्रोत्साहन दिए जाने की मांग की है। इससे पहले 9 मार्च को सीएआईटी ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर पूछा था कि क्या करंसी नोट बैक्टीरिया और वायरस के वाहक हैं या नहीं।
कन्फेडरेशन ने एक बयान में कहा है कि मंत्रालय से यह पत्र आरबीआई को भेज दिया गया था। उसने सीएआईटी को संकेत देते हुए जवाब दिया था कि नोट बैक्टीरिया और वायरस के वाहक हो सकते हैं, जिसमें कोरोनावायरस भी शामिल है। लिहाजा, इससे बचने के लिए डिजिटल भुगतान का अधिक से अधिक उपयोग किया जाना चाहिए।
पत्र में आरबीआई ने आगे कहा, "कोरोनावायरस महामारी को फैलने से रोकने के लिए जनता विभिन्न ऑनलाइन डिजिटल चैनलों जैसे मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग, क्रेडिट और डेबिट कार्ड आदि के माध्यम से घर बैठे भुगतान कर सकती है। इससे वह नकदी का उपयोग करने और निकालने से बचेगी।"
सीएआईटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के अनुसार, आरबीआई का जवाब बताता है कि डिजिटल भुगतान का उपयोग ज्यादा से ज्यादा होना चाहिए।
सीएआईटी ने निर्मला से लोगों में डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए 'इंटेंसिव' देने की योजना शुरू करने का आग्रह किया है।
बयान में कहा गया है, "डिजिटल लेनदेन के लिए लगाए गए बैंक शुल्क को माफ किया जाना चाहिए और सरकार को बैंक शुल्क के बदले बैंकों को सीधे सब्सिडी देनी चाहिए। यह सब्सिडी सरकार पर वित्तीय बोझ नहीं डालेगी, बल्कि यह नोटों की छपाई पर होने वाले खर्च को कम कर देगी।"
भोपाल, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक दलित युवती के साथ तीन युवकों द्वारा बंधक बनाकर दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने युवती की शिकायत पर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला भोपाल के बैरागढ़ थाना क्षेत्र का है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, एक युवती के माता पिता ने बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। रविवार की सुबह युवती को एक मकान से बहदवास हालत में बरामद किया गया। युवती ने बताया है कि वह अपने परिचित देवसिंह से शनिवार की दोपहर को एक्टिवा मांग कर ले गई थी। जब वह एक्टिवा वापस करने गई तो देवसिंह ने उसके साथ छत पर ले जाकर जबरदस्ती की एवं अन्य दो दोस्तों ने भी साथ ले जाने में सहयोग किया।
पुलिस उप महानिरीक्षक इरषाद वली ने बताया है कि युवती की शिकायत के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
बलिया, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। बलिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह का कहना है कि हाथरस में 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है। ऐसा तभी हो सकता है जब माता-पिता अपनी बेटियों को अच्छे संस्कार देंगे । बलिया में स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए, भाजपा विधायक ने कहा कि न तो शासन और न ही हथियारों का उपयोग ऐसे अपराधों को रोक सकता है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी से कहा, "'ना शासन से, ना तलवार से', बल्कि अच्छे संस्कारों की मदद से इन घटनाओं को रोका जा सकता है। सभी माता-पिता को अपनी बेटियों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। यह शासन और अच्छे संस्कारों का संयोजन है, जो देश को सुंदर बना सकता है।"
सुरेंद्र सिंह आए दिन विवादित बयान देते रहते हैं।
सिंह ने पहले सरकारी अधिकारियों की तुलना वेश्याओं से करके विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा था, "अधिकारियों की तुलना में वेश्याएं बेहतर हैं। वे पैसे लेती हैं और पूरी रात नाचती हैं। लेकिन ये अधिकारी जनता से पैसा लेने के बावजूद अपना काम नहीं करते हैं।"
वह विवादों में तब आए, जब उन्होंने कहा था कि "जिन मुस्लिमों की कई पत्नियां और कई बच्चे हैं, उनमें पशुता की प्रवृत्ति है।"
भाजपा विधायक ने कहा था, "मुस्लिम धर्म में आप जानते हैं कि लोग 50 पत्नियां रखते हैं और 1,050 बच्चों को जन्म देते हैं। यह एक परंपरा नहीं, बल्कि एक पशुवादी प्रवृत्ति है। समाज में सिर्फ दो से चार बच्चों को जन्म देना सामान्य है।"
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बसपा अध्यक्ष मायावती पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
सुमित शर्मा
हाथरस (यूपी), 4 अक्टूबर (न्यूज18)। हाथरस गैंगरेप की लड़ाई सीबीआई तक आ गई, लेकिन इंसाफ की जंग थमी नहीं है। उधर, रविवार को हाथरस के बसंत बाग स्थित पूर्व विधायक राजवीर पहलवान के आवास पर पहले से तय पंचायत शुरू हुई। पंचायत में कई लोग उमड़े। पूर्व विधायक के आवास पर शुरू हुई इस पंचायत में हाथरस मामले को लेकर कई अहम बातें रखी गईं। पंचायत में क्षेत्र के सवर्ण समाज के लोग भी इकट्ठा हुए। पंचायत के दौरान सवर्ण समाज के लोगों ने पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों को निर्दोष बताया है। वहीं सीएम योगी के सीबीआई जांच की सिफारिश वाले फैसले का सवर्ण समाज के लोगों ने स्वागत भी किया।
घटना के बाद पीडि़त परिवार से मुलाकात करने पहुंचे सपा प्रदेश उपाध्यक्ष निजाम मलिक द्वारा आरोपियों के सर काटने पर एक करोड़ की राशि देने की बात को लेकर सवर्ण समाज में विरोध है। दरअसल लगातार आरोपियों के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर सवर्ण समाज के लोगों का धरना-प्रदर्शन जारी है। पीडि़त परिवार पर लगाये गंभीर आरोप मीडिया के खिलाफ भी सवर्ण समाज में आक्रोश देखा गया। गांव में पुलिस का सख्त पहरा है। अब हाथरस कांड की जांच सीबीआई के हवाले करने की तैयारी है। योगी सरकार ने केंद्र सरकार से इस बात की सिफारिश की है। लेकिन पीडि़त परुवार सीबीआई जांच की सिफारिश संतुष्ट नजर नहीं आया।
पीडि़त परिवार का कहना है कि उन्होंने सीबीआई जांच की मांग नहीं की थी। उनकी मांग है कि पूरे प्रकरण की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करवाई जाए। हालांकि परिवार ने यह विश्वास जताया कि उन्हें योगी सरकार पर पूरा भरोसा है। हाथरस केस में जहां एक तरफ सियासत तेज है वहीं जांच एजेंसियां में भी तेजी है। आज एक फिर एसआईटी टीम हाथरस पहुंची है। टीम हाथरस पीडि़ता के घर पर परिवारवालों का बयान रिकॉर्ड कर रही है। इससे पहले घटना के बाद एसआईटी टीम मौक पर पहुंची थी।
बुलंदशहर, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| हाथरस की घटना के आरोपियों का सिर लाने वाले को 1 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करने वाले बुलंदशहर के कांग्रेसी नेता निजाम मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मलिक डीएनडी फ्लाईओवर पर उस समय पुलिस लाठीचार्ज में घायल हो गए थे, जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को थोड़े समय के लिए हिरासत में लिया गया था, जब वे हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जा रहे थे।
मामले में, ठाकुरों और ब्राह्मणों सहित उच्च जाति के सदस्यों की एक पंचायत ने शनिवार को हाथरस पीड़िता के गांव बुलगड़ी से दो किलोमीटर दूर बागना गांव में एक महापंचायत का आयोजन किया और कहा कि मामले के सभी चारों आरोपी निर्दोष हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
रविवार सुबह एक और पंचायत की बैठक हुई, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने दावा किया कि आरोपी व्यक्तियों को मामले में झूठा फंसाया जा रहा है और पीड़िता के परिवार के सदस्यों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच की मांग की।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| कोरोना संक्रमण को देखते हुए फिलहाल दिल्ली के सभी स्कूल 31 अक्टूबर तक बंद रहेंगे। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को यह घोषणा की। केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नए दिशा निदेशरें के मुताबिक राज्य सरकारें 15 अक्टूबर से स्कूलों को खोलने का निर्णय ले सकती हैं। हालांकि इस विषय में अंतिम निर्णय लेने का अधिकार राज्य सरकारों को दिया गया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को कहा, दिल्ली में सभी स्कूल कोरोना के कारण अभी 31 अक्तूबर तक बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि एक अभिभावक होने के नाते वे परिस्थिति की गम्भीरता को समझते हैं। इस समय बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर कोई जोखिम लिया जाना उचित नहीं होगा।
शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार, अपनी एक अहम बैठक में यह निर्णय लिया है कि दिल्ली में सभी पाबंदियां 31 अक्टूबर तक यथावत रहेंगी। इस कारण यहां राजधानी दिल्ली में फिलहाल स्कूल नहीं खुलेंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक जोन में प्रतिदिन दो साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति होगी।
इससे पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने 18 सितंबर को एक आदेश जारी किया था। इस आदेश में 5 अक्टूबर तक स्कूल बंद रखने को कहा गया था। दिल्ली सरकार ने स्कूलों के लिए जारी यह आदेश अब 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है।
सिसोदिया ने कहा, दिल्ली में स्कूल बंद रखने का फैसला जारी रहेगा। मैंने 31 अक्टूबर तक सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए हैं। ऑर्डर जल्द जारी हो जाएगा।
केंद्र ने स्कूल खोलने की छूट दी है, हालांकि इसके साथ ही कोविड से जुड़े सभी नियमों एवं सावधानियों का पालन करना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर जारी किया है। विभिन्न राज्य सरकारें इसके आधार पर अपने नियम जारी करेंगी, जिनका पालन स्कूलों को करना होगा।
दिल्ली सरकार अभी ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई जारी रखना चाहती है। वहीं हाल के दिनों में कुछ सर्वे हुए हैं जिनमें यही सामने आया कि पैरेंट्स अभी बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते। एक सर्वे के मुताबिक, 71 फीसदी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं हैं। 9 फीसदी अभिभावक अभी इस विषय को लेकर अनिश्चित हैं।
पणजी, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने रविवार को कहा कि विपक्ष नए कृषि कानूनों का विरोध कर बिचौलियों या दलालों की भूमिका निभा रहा है। जावडेकर का दावा है कि इन कानूनों का उद्देश्य बेहतर उत्पादकता, अधिक निवेश, नई तकनीक और बेहतर बीज, और कृषि उपज का अधिक निर्यात है। जावडेकर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश की लगभग 60 प्रतिशत आबादी कृषि क्षेत्र से जुड़ी हुई है, लेकिन भारत के सकल घरेलू उत्पाद में उनका योगदान सिर्फ 10 से 15 प्रतिशत के आसपास था, जिसमें सुधार की आवश्यकता थी।
उन्होंने कहा, " नए कानूनों की वजह से केवल दलालों का नुकसान हुआ है। कृषि क्षेत्र में सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है कि जहां किसान को कम कीमत (अपनी उपज के लिए) मिलती है, उपभोक्ता को अधिक भुगतान करना पड़ता है। बिचौलियों, जिनका उत्पादन में कोई हाथ नहीं होता, वे सबसे ज्यादा कमाते हैं। वे (विपक्ष) चिल्ला रहे हैं क्योंकि दलालों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। कभी-कभी, मुझे लगता है कि विपक्ष दलालों का दलाल बन गया है। यह एक मूल मुद्दा है।" जावडेकर नए कानूनों का महत्व किसानों के समूहों को समझाने के लिए गोवा के दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों ने इन नए बदलावों का स्वागत किया है और भविष्य में भी यही होगा। विपक्ष हारेगा। वे कुछ भी करने में सक्षम नहीं होंगे क्योंकि झूठ ज्यादा दिन टिकता नहीं है और सत्य कायम रहता है। हम सच्चाई के साथ हैं जबकि विपक्ष झूठ के साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा कि अनुबंध खेती का सबसे बड़ा फायदा यह है कि भूमि का स्वामित्व नहीं बदलेगा। केवल उगाई गई फसल (भूमि पर) ही अनुबंध का हिस्सा होगी। किसान अपनी उपज को अच्छी कीमत पर बेच सकेंगे।
जावडेकर ने कहा कि भारत में कृषि उपज वैश्विक मानकों की तुलना में आधी है। उत्पादकता में सुधार करना महत्वपूर्ण है। यह केवल उन्नत प्रौद्योगिकी और नए बीजों और नए निवेश के साथ बेहतर होगा। इन कानूनों के कारण नया निवेश तेजी से आएगा।
उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों का विरोध राजनीति करने के लिए किया जा रहा है, वह भी खासकर पंजाब में, लेकिन अधिकांश किसान समूह नए कानूनों के समर्थक हैं।
जावडेकर ने कहा, "किसान संगठन भी इन कानूनों के साथ हैं। देश में विरोध प्रदर्शन कहां हैं? केवल पंजाब में छोटे पैमाने पर हो रहे, क्योंकि वे (विपक्ष) वहां सत्ता में हैं। कुछ छोटे छिटपुट विरोध ठीक हैं क्योंकि हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है।"
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| एक सामाजिक कार्यकर्ता (सोशल एक्टिविस्ट) साकेत गोखले ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय का रुख कर उत्तर प्रदेश सरकार के हाथरस मामले में पीड़िता के परिवार का नार्को-एनालिसिस टेस्ट कराने के फैसले पर रोक लगाने की मांग की है। शनिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र में, गोखले ने तर्क दिया है कि राज्य सरकार का यह निर्णय न केवल गैरकानूनी है, बल्कि पीड़िता के परिवार के साथ जबरदस्ती करने का भी प्रयास है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि पीड़िता के परिवार का नार्को-एनालिसिस टेस्ट कराना प्राकृतिक न्याय के सभी सिद्धांतों के खिलाफ है, क्योंकि वे न तो मामले में आरोपी हैं और न ही उन पर कोई अपराध का आरोप है।
कार्यकर्ता ने कहा है कि परिवार के नार्को-एनालिसिस टेस्ट कराने का राज्य सरकार का निर्णय हाईकोर्ट की कार्यवाही में हस्तक्षेप करने का प्रयास है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2 अक्टूबर को, एक प्रेस नोट जारी किया था जिसमें कहा गया था कि मामले में शामिल सभी लोगों पर 'नार्को-एनालिसिस पॉलीग्राफ टेस्ट' किया जाएगा।
पीड़िता के परिवार ने यह कहते हुए नार्को-टेस्ट कराने के विचार को पहले ही ठुकरा दिया था कि वे झूठ नहीं बोल रहे हैं।
इससे पहले, 1 अक्टूबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सभी संबंधित अधिकारियों और पीड़िता के परिवार को 12 अक्टूबर को घटना के अपने वर्जन पेश करने के लिए समन जारी करते हुए मामले का संज्ञान लिया था।
आरोप है कि हाथरस जिले के एक खेत में चार लोगों ने 19 वर्षीय लड़की को खींच कर कथित रूप से उसके सात सामूहिक दुष्कर्म किया था। वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। यह दर्दनाक घटना 14 सितंबर को हुई थी। इसके बाद एक पखवाड़े तक गंभीर चोटों से जूझने के बाद उसकी मौत हो गई।
एडीजी प्रशांत कुमार ने दावा किया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।
हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार पीड़िता की मौत पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने शनिवार रात घोषणा की थी वह इस घटना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश कर रही है।
दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के दिल की सर्जरी हुई है। यह जानकारी उनके पुत्र और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को एक ट्वीट के जरिए दी। राम विलास पासवान की सर्जरी को लेकर ही शनिवार की शाम लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक टल गई थी। लोजपा संरक्षक राम विलास पासवान के अस्पताल में भर्ती होने और बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में टिकट बंटवारे को लेकर पेंच फंसने से लोजपा पर दोहरा संकट बना हुआ है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान एक महीने से ज्यादा समय से अस्पताल में भर्ती हैं। रविवार की रात उनके दिल की सर्जरी की गई, जिसकी जानकारी चिराग पासवान ने दी है।
चिराग ने ट्वीट में लिखा, ''पिछले कई दिनो से पापा का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कल शाम अचानक उत्पन हुई परिस्थितियों की वजह से देर रात उनके दिल का ऑपरेशन करना पड़ा। जरूरत पड़ने पर सम्भवत: कुछ हफ्तों बाद एक और ऑपरेशन करना पड़े। संकट की इस घड़ी में मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े होने के लिए आप सभी का धन्यवाद।''
केंद्रीय मंत्री पासवान की बाईपास सर्जरी पहले ही हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि उनको देखने के लिए शनिवार को चेन्नई से भी एक डॉक्टर आए थे।
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं और सीटों के बंटवारे को लेकर राजग में अभी तक तस्वीर स्पष्ट नहीं है। उधर, लोजपा संस्थापक और केंद्र सरकार में वरिष्ठ मंत्री राम विलास पासवान के अस्पताल में भर्ती होने से चिराग पासवान को पार्टी के कामकाज के साथ-साथ अस्पताल का भी चक्कर काटना पड़ता है।
हैदराबाद, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| तेलंगाना पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने माओवादी से गैंगस्टर बने नईम के साथ राजनेताओं और पुलिस की सांठगांठ की जांच करते हुए उन सभी 25 पुलिस अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी है जिनके नाम जांच के दौरान सामने आए थे। एसआईटी के पुलिस महानिरीक्षक वाई. नगी रेड्डी ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत एक जवाब में आरटीआई कार्यकर्ता को बताया कि किसी भी मामले में किसी भी पुलिस अधिकारी को आरोपी नहीं बताया गया है।
फोरम फॉर गुड गवर्नेंस सेक्रेटरी एम. पद्मनाभ रेड्डी को सूचित किया गया कि 173 मामलों पर चार्जशीट में दायर की गई थी, लेकिन कोर्ट का अंतिम आदेश आना अभी बाकी है।
आरटीआई जवाब में यह भी कहा गया है कि एसआईटी के दायरे से आठ मामलों को हटा दिया गया है।
आरटीआई के प्रश्न के मिले जवाब में लिखा है, "किसी भी पुलिस अधिकारी को किसी भी मामले में आरोपी नहीं बताया गया है। 139 मामलों में आठ राजनेता शामिल हैं।" प्रश्नकर्ता उन मामलों की संख्या जानना चाहता था जिनमें पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई थी।
नईम और उसके सहयोगियों के साथ कथित संबंधों को लेकर दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सात पुलिस उपाधीक्षक, 13 निरीक्षक, दो हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल के नाम सामने आए थे।
गौरतलब है कि नईम उर्फ मोहम्मद नईमुद्दीन 8 अगस्त 2016 को शादनगर शहर में पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में मारा गया था।
मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जमीन हथियाने, अपहरण और जबरन वसूली जैसे मामलों में शामिल था और कथित तौर पर उसके राजनेताओं और पुलिस अधिकारियों के साथ संबंध थे।
नईम, उसके सहयोगियों और अधिकारियों के साथ उसके कथित संबंधों की अवैध गतिविधियों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था।
आरटीआई का जवाब सामने आने के बाद फोरम फॉर गुड गवर्नेंस ने इस मामले को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने के लिए राज्यपाल डॉ. तमिलिसै सौंदरराजन से अपील की है। इसने एसआईटी जांच को हल्का करने के प्रयास का आरोप लगाया है।
एक्टिविस्ट ने आरोप लगाया कि एसआईटी शुरू से ही हल्की और संदिग्ध जांच कर रही है। पद्मनाभ रेड्डी ने कहा, "नईम की मुठभेड़ में मौत के बाद लगभग 240 मामले दर्ज किए गए थे। यह कहा गया कि 173 मामलों में चार्जशीट दायर किए गए थे, लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी एक भी मामला निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सका।"
उन्होंने आगे कहा, "यह पुलिस, राजनेताओं और गैंगस्टर के एक खतरनाक गुटबाजी का मामला है, जो एक साथ निर्दोष लोगों पर अत्याचार कर रहे हैं, उनकी जमीनों को हड़प लिया गया है और किसी की भी प्रतिशोधवश हत्या कर दी गई है।"
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| गूगल ने एंड्रॉइड पर फोटोज ऐप में एक नया और पहले से ज्यादा मददगार एडिटर जोड़ा है। इसमें ग्रेन्युलर एडजस्टमेंट करना पहले से ज्यादा आसान है। गूगल ने एडिटर में एक नया टैब जोड़ा है। यह लोगों को उस फोटो के अनुरूप सुझाव देने के लिए मशीन लनिर्ंग का उपयोग करता है, जिसे वे एडिट कर रहे होते हैं।
यह सुझाव ऐसे हैं जो यूजर को केवल एक टैब में आश्चर्यजनक नतीजे पाने में मदद करते हैं। इसके जरिए लोग ब्राइटनेस, कंट्रास्ट और पोट्र्रेट इफेक्ट जैसे फीचर्स का अच्छी तरह उपयोग कर सकते हैं।
गूगल ने एक बयान में कहा, "आपको यहां इन्हांस और कलर पॉप जैसे कुछ परिचित सुझाव दिखाई देंगे और आने वाले महीनों में हम पिक्सेल डिवाइस में आपके पोट्र्रेट्स, लैंडस्केप्स, सनसेट्स के लिए और सुझाव देंगे।"
कई सुझावों में फोटो को बदलने वाले के लिए और ज्यादा कस्टमाइजेशन मिलेंगे।
इसमें आगे कहा गया, "हम पोट्र्रेट लाइट भी लॉन्च कर रहे हैं, जो पिक्सल 4ए (5जी) और पिक्सल 5 में आने वाला नया एडिटिंग फीचर है, जो पोट्र्रेट में चेहरों पर लाइटिंग को बेहतर करने के लिए मशीन लनिर्ंग का इस्तेमाल करता है।"
कंपनी ने कहा, "आप पोट्र्रेट मोड में कैप्चर नहीं की गई नियमित तस्वीरों में भी पोट्र्रेट लाइट जोड़ पाएंगे। फिर चाहे वह फोटो आपने अभी ली हो या पहले ली हो।"
हाथरस, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| हाथरस के बुलगड़ी गांव में हुई 19 साल की लड़की से सामूहिक दुष्कर्म और फिर हत्या के बाद एक अजीब सा माहौल है। यहां के लोग न्याय और अन्याय के बीच उलझ कर रह गए हैं। हर किसी की जुबान पर न्याय की बात है और हर किसी ने अपने हिसाब से तय कर लिया है कि कहां किसकी गलती रही होगी। इस गांव में हर जाति के लोग रहते हैं। गांव वाले साथ में हर त्यौहार भी मनाते आएं हैं। अगर जाति समीकरण की बात करें तो करीब 25 हरिजन, 200 से अधिक ठाकुर और करीब इतने ही ब्राह्मण इस गांव में रहते हैं। करीब 25 कुम्हार और 4 से 5 नाई भी हैं।
इसी गांव के निवासी योगेंद्र सिंह का मानना है कि, पहले यहां सब कुछ नॉर्मल था, हर एक व्यक्ति अपने काम से काम रखता था। इस घटना के बाद से पुलिस का पहरा बहुत ज्यादा हो गया, अचानक से इस गांव में सब कुछ बदल गया।
योगेंद्र ने आईएएनएस को बताया, गांव में अब छोटी छोटी बातें तूल पकड़ सकती हैं। इस गांव में राजनीति ज्यादा होने लगी जो कि खतरनाक है।
उन्होंने आगे जिक्र करते हुए बताया, गांव में अब जो भी पीड़िता के परिवार से मिलने आतें हैं वो दूसरे समाज पर गाली गलौच करते हैं।
देर रात अंतिम संस्कार होने की बात पर योगेंद्र का कहना है कि, परिस्थितियों के हिसाब से चीजें होती हैं। अगर दिन में अंतिम संस्कार होता तो गांव का माहौल ज्यादा खराब होता, क्योंकि गांव में बाहर के लोग ज्यादा इकट्ठा हो जाते।
इस पूरी प्रक्रिया में ऐसी बातें निकल कर आ रहीं हैं जो अब समय के साथ साथ गलत सिद्ध हो रही हैं। हालांकि इस घटना में जो भी जांच होगी वो कानून के हिसाब से होनी चाहिए।
70 वर्ष के रामदेव तिवारी इसी गांव के निवासी हैं। उन्होंने बताया, घटना घटने के बाद हमें पता लगा, जबकि घटना स्थल से मैं करीब 200 मीटर दूर था लेकिन मैंने कोई आवाज नहीं सुनी।
पड़ोस गांव के रहने वाले एक शख्स ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, इस गांव में जातिवाद नहीं है, लेकिन गांव न्याय और अन्याय के बीच उलझ कर रह गया है।
इस घटना का असर भविष्य में होने वाले चुनावों और उनके परिणामों पर जरूर पड़ेगा।
हालांकि गांव की मौजूदा स्थिति की बात करें तो मुख्य सड़क से पीड़ित परिवार का घर करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। लेकिन पुलिस का पहरा मुख्य सड़क से लेकर पूरे गांव के अंदर तक मौजूद है। गांव की हर एक छोटी सड़क पर हथियार बन्द सिपाही तैनात है।
हाथरस (उत्तर प्रदेश), 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बुलगढ़ी गांव में हुई दर्दनाक घटना के बाद यहां शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए इसे छावनी में तब्दील कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के इस छोटे से गांव में पुलिस का सख्त पहरा है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए गांव की हर गली में पुलिस की तैनाती है।
घटनास्थल पर तैनात एक पुलिस कर्मी नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, "गांव में अशांति न फैले इसके लिए यहां 60 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।"
गांव के अंदर आने-जाने वाले रास्तों पर रात में बैरिकेडिंग की गई थी, ताकि कोई यहां आ-जा न सके। यह गांव, मुख्य गांव से लगभग ढाई किलोमीटर दूर है।
19 साल की एक दलित युवती के साथ 4 उंची जाति के लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किए जाने की घटना ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है। इस युवती की बीते मंगलवार को नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।
उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार शाम को हाथरस के पुलिस अधीक्षक (एसपी), पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी), स्टेशन निरीक्षक समेत कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया था।
अगरतला, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| बांग्लादेश में भारत के नए उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने शनिवार को त्रिपुरा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उनसे बांग्लादेश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। दोरईस्वामी की बांग्लादेश में भारतीय दूत रहीं रीवा गांगुली दास की जगह पर नियुक्ति हुई है।
उन्होंने अगरतला के साथ भारत-बांग्लादेश के निमार्णाधीन 12.23 किलोमीटर लंबे रेलवे प्रोजेक्ट का मुआयना भी किया।
उच्चायुक्त के साथ बैठक के बाद त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने ट्वीट कर कहा, "बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त दोरईस्वामी के साथ हुई बैठक में भारत-बांग्लादेश के संबंधों पर चर्चा की। साथ ही दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बनाने में त्रिपुरा कैसे योगदान दे सकता है, इस पर भी अहम बातचीत हुई।"
दोरईस्वामी ने भी ट्वीट कर कहा, "मुख्यमंत्री से आगे के लिए विशिष्ट और स्पष्ट मार्गदर्शन मिला, जो कि भारत-बांग्लादेश संबंधों की मजबूती की वकालत करता है।"
त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस के साथ मुलाकात को लेकर उन्होंने ट्वीट किया, "महामहिम राज्यपाल का मार्गदर्शन स्वागत योग्य था। यह त्रिपुरा की बांग्लादेश के साथ सर्वोत्तम संभव संबंधों में रुचि को दर्शाने वाला है।"
बता दें कि दोरईस्वामी रविवार को कई आगामी और निमार्णाधीन सीमा परियोजनाओं - विशेष आर्थिक क्षेत्र, एकीकृत चेक पोस्ट और दक्षिणी त्रिपुरा की फेनी नदी पर बड़े पुल, बेलोनिया में सीमा व्यापार सुविधाओं और पश्चिमी त्रिपुरा के सोनमुरा में भारत-बांग्लादेश जलमार्ग परियोजना का दौरा करेंगे।
दोरईस्वामी 1992 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए थे। वे बांग्लादेश में नए भारतीय उच्चायुक्त के रूप में कार्यभार संभालने के लिए 5 अक्टूबर को ढाका जाएंगे।
हाथरस, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म की दिवंगत पीड़िता के घर शनिवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा ने पहुंचकर उसके परिवार से मुलाकात की। राहुल ने कहा कि पीड़िता का परिवार न्यायिक जांच के साथ सुरक्षा और डीएम पर कार्रवाई चाहता है। पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने पत्रकारों से कहा, "पीड़िता के परिवार की आवाज दुनिया की कोई भी ताकत दबा नहीं सकती। जहां-जहां अन्याय होगा, हम जाएंगे, हमें जाने से कोई भी सरकार नहीं रोक सकती। परिवार न्यायिक जांच के साथ सुरक्षा और डीएम पर कार्रवाई चाहता है। जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल जाता, हम अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे, बेटी के साथ गलत बर्ताव हुआ, परिवार के साथ लगातार खड़ा रहूंगा। पीड़ित परिवार की रक्षा करना यूपी सरकार की जिम्मेदारी है।"
परिवार से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने कहा "जहां-जहां अन्याय होगा, हम उसके खिलाफ लड़ेंगे। पीड़िता का परिवार बच्ची का चेहरा तक नहीं देख पाया, यह बहुत दुखद है। यह अन्याय है। परिवार की कुछ मांगें हैं। परिजन ने डीएम को हटाने और न्यायिक जांच की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने सुरक्षा की मांग की है।"
परिवार से मुलाकात के बाद राहुल-प्रियंका हाथरस से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। दोनों के साथ आए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पीड़ित परिवार ने सुरक्षा की मांग की है। वह लोग बहुत डरे हुए हैं।
राहुल गांधी और प्रियंका दोनों ने मृतका के परिवार से उनके घर के अंदर जाकर बातचीत की। इस दौरान प्रियंका ने पीड़िता की मां को गले लगाकर ढाढस बढ़ाया। राहुल और प्रियंका से मिलकर पीड़िता का परिवार काफी भावुक हुआ और पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से दोनों को बताया। दोनों ने पीड़िता के परिवार के साथ बंद कमरे में बातचीत की। बातचीत करीब एक घंटे तक चली।
प्रियंका ने न्याय की लड़ाई में साथ देने का वादा किया है। आसपास के सभी घरों की छतों पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। सुरक्षा और मीडियाकर्मियों की भारी मौजूदगी ने काफी दिक्कत बढ़ाई है। अंधेरे में डूबे गांव को वाहनों और टॉर्च की रोशनी का सहारा मिला।
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय चुनाव समिति ने बिहार और कर्नाटक के लिए विधान पार्षद उम्मीदवारों की घोषणा की है। समिति ने बिहार के लिए पांच और कर्नाटक के लिए चार उम्मीदवार तय किए हैं। पार्टी ने बिहार में शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चार और स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के एक उम्मीदवार की घोषणा की।
स्नातक क्षेत्र के लिए एन.के. यादव और शिक्षक क्षेत्र के लिए नवल किशोर यादव, सुरेश राय, नरेंद्र सिंह और चंद्रमा सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है।
पार्टी ने कर्नाटक में स्नातक क्षेत्र के लिए दो और शिक्षक क्षेत्र के लिए भी दो उम्मीदवार तय किए हैं। ये उम्मीदवार हैं, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चिदानंद एम. गौड़ा व एस.वी. संकानुर। वहीं, शिक्षक क्षेत्र से शाशिल जी. नामोशी और पुत्तान्ना को उम्मीदवार बनाया गया है।
गुरुग्राम, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| हरियाणा के गुरुग्राम में 36 साल उम्र की एक महिला ने एक हवलदार पर दुष्कर्म करने और धमकाने का आरोप लगाया है। महिला ने गुरुग्राम के हवलदार के खिलाफ दिल्ली पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
द्वारका पुलिस थाने में धारा 376 और 506 के तहत दर्ज एफआईआर के मुताबिक, महिला दिल्ली के उत्तम नगर की रहने वाली है। वह दिल्ली के एक प्राइवेट बैंक में काम करती है।
दर्ज शिकायत में महिला ने कहा है कि वह साल 2017 में हरियाणा के रोहतक निवासी हवलदार सुधीर के संपर्क में आई थी। दोस्ती होने के कुछ दिनों बाद सुधीर उसे सेक्टर-39 के एक होटल में ले गया, और वहां उसके साथ दुष्कर्म किया।
महिला का कहना है कि उस दिन के बाद हवलदार ने उसे धमकाकर कई मौकों पर उसके साथ दुष्कर्म किया।
हवलदार सुधीर इस समय गुरुग्राम के नगर थाने में पदस्थ है। उसने आरोपों को झूठा करार दिया है।
मुंबई, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)| अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की फोरेंसिक टीम ने संकेत दिया है कि दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की थी। एम्स की रिपोर्ट सामने आने के बाद सुशांत मामले में शुरूआत से मुखर रहीं बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने ट्वीट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने ट्वीट करते हुए लिखा, "एक युवा और असाधारण व्यक्ति एक दिन उठता है और खुद को मार लेता है। सुशांत ने कहा था कि उसके साथ बदतमीजी की जा रही है और उसकी जान को खतरा है। उसने कहा था कि मूवी माफिया ने उसे बैन कर दिया है और परेशान किया है। उस पर दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाकर मानसिक रूप से प्रभावित किया गया था। हैशटैग एम्स"
कंगना ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "हमें हालिया प्रगति (लेटेस्ट प्रोग्रेस) के साथ कुछ सवालों के जवाब चाहिए। 1. सुशांत सिंह राजपूत ने बड़े प्रोडक्शन हाउसेज के द्वारा खुद को बैन करने की बात कई बार कही। ये कौन लोग हैं, जिन्होंने उनके खिलाफ साजिश रची? 2. मीडिया ने उनके दुष्कर्मी (रेपिस्ट) होने की झूठी खबर क्यों फैलाई? 3. महेश भट्ट अपना मनोविश्लेषण क्यों कर रहे थे?"
कंगना की प्रतिक्रिया उस दिन आई है, जब एम्स ने हत्या की थ्योरी को दरकिनार करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को दी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 14 जून को सुशांत की मौत का कारण आत्महत्या ही है।
अभिनेत्री ने शनिवार को कुछ और ट्वीट करते हुए यह भी आरोप लगाए कि सुशांत को फिल्म उद्योग से बाहर किया जा रहा था। इस दौरान उन्होंने सुशांत को फिल्मों में न लेने को लेकर बॉलीवुड के बड़े बैनर यशराज फिल्म्स पर भी जमकर निशाना साधा।