अंतरराष्ट्रीय
मेक्सिको, 5 नवंबर मेक्सिको के शहर प्यूब्ला के बाहरी इलाके में संभवत: चोरी के ईंधन संबंधी विवाद के चलते मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने शनिवार को पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्यूब्ला पुलिस विभाग ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि ये पांच लोग दो गैस टैंकर ट्रकों की सुरक्षा कर रहे थे, तभी उन पर हमला किया गया।
विभाग ने कहा कि यह हमला ‘‘संभवतः ईंधन चोरी करने के लिए’’किया गया था।
इसमें कहा गया है कि हमले में मारे गए लोगों में से दो को गैस टैंकर ट्रक में विस्फोट में कथित संलिप्तता के लिए अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन, उस घटना में उनकी भूमिका के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी गई थी। (एपी)
खान यूनिस (गाजा पट्टी), 5 नवंबर इजराइली युद्धक विमानों ने रविवार तड़के गाजा पट्टी पर एक शरणार्थी शिविर पर हमला किया, जिसमें कम से कम 33 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य लोग घायल हो गए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अमेरिका ने आम नागरिकों को राहत देने के लिए इजराइल से कुछ देर के लिए हमले रोकने की अपील की थी, लेकिन इजराइल का कहना है कि वह गाजा में हमास शासकों को कुचलने के लिए अपने हमले जारी रखेगा।
फ्रांस की राजधानी पेरिस, जर्मनी की राजधानी बर्लिन और अन्य यूरोपीय शहरों में फलस्तीनी समर्थक हजारों लोगों ने गाजा में इजराइली बमबारी रोकने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
ये प्रदर्शन इजराइल-हमास युद्ध में हताहत हुए लोगों की बढ़ती संख्या और गहराते मानवीय संकट को लेकर यूरोप के खासकर उन देशों में बढ़ रहे असंतोष को दर्शाते हैं, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने क्षेत्र के अपने हालिया दौरे में मानवीय मदद पहुंचाने के लिए कुछ देर के लिए हमले रोकने का प्रस्ताव रखा था, जिसे इजराइल से अस्वीकार कर दिया है।
इजराइल के रक्षा मंत्री याओव गैलेंट ने कहा, ‘‘गाजा सिटी में रह रहा हर व्यक्ति अपनी जान को खतरे में डाल रहा है।’’
गाजा में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 9,448 हो गई है।
इजराइल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर लोगों की मौत सात अक्टूबर को हमास के शुरुआती हमले में हुई। इसी हमले के बाद से यह युद्ध शुरू हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि रविवार तड़के मध्य गाजा के मघाजी शरणार्थी शिविर पर हुए हवाई हमले में कम से कम 33 लोग मारे गए और 42 लोग घायल हो गए।
यह शिविर उस निकासी क्षेत्र में स्थित है जहां इजराइल की सेना ने गाजा में फलस्तीनी नागरिकों से शरण लेने का आग्रह किया था क्योंकि वह उत्तरी क्षेत्रों में अपने सैन्य आक्रमण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
इस अपील के बावजूद, हमास के लड़ाकों और उनकी संपत्तियों को नष्ट करने के लक्ष्य से इजराइल ने पूरे गाजा में अपनी बमबारी जारी रखी है। इजराइल ने हमास पर आम नागरिकों का मानवीय ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
इजराइल-हमास युद्ध में हजारों फलस्तीनी नागरिकों की मौत की निंदा कर रहे अरब नेताओं ने शनिवार को तत्काल संघर्षविराम पर जोर दिया जबकि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आगाह किया कि ऐसा कदम प्रतिकूल होगा तथा इससे आतंकवादी समूह को और हिंसा करने का बढ़ावा मिलेगा। (एपी)
तेल अवीव, 5 नवंबर । एक भयावह नए वीडियो में दिखा कि कथित तौर पर हमास द्वारा सड़कों पर कम से कम एक दर्जन गाजा निवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जब वे हमास-नियंत्रित क्षेत्र के उत्तर से दक्षिण की ओर भागने की कोशिश कर रहे थे। यह जानकारी मीडिया की खबरों में दी गई।
एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में एक आदमी अल रशीद समुद्र तट सड़क पर साइकिल चलाते हुए नरसंहार का वीडियो बना रहा है, चिल्ला रहा है, कैमरा शवों पर केंद्रित है, उनमें से कई खून से लथपथ पड़े हैं।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, एक अलग पोस्ट में लेखक और पत्रकार अमजद ताहा ने कहा कि हमास के स्नाइपर्स ने दर्जनों लोगोंोंकोमार डाला, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
उन्होंने लिखा, “वे उन्हें मानव ढाल के रूप में उपयोग करना चाहते हैं और जो भी वहां से निकलने का प्रयास करेगा उसे मार देंगे। गाजा में हमास, हमेशा की तरह इजरायल को दोषी ठहराएगा, क्योंकि यह आसान है और मीडिया है जो इस प्रचार को स्वीकार करता है।”
यह वीडियो परेशान करने वाली अटकलों को हवा दे रहा है कि हमास गाजा नागरिकों को मार रहा है और उनकी मौत का दोष इजरायली हवाई हमलों पर मढ़ने का प्रयास कर रहा है।
ताहा ने कहा कि साइकिल से वीडियो शूट कर रहा व्यक्ति अरबी में कह रहा है, “हवाई हमले? क्या यह हवाई हमले जैसा दिखता है?”
न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक, इजरायल को हाल के दिनों में हमास के साथ अस्थायी युद्धविराम करने के लिए बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ा है, जिसमें राष्ट्रपति बाइडेन और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भी शामिल हैं। गाजा में एक लंबे सैन्य अभियान के बाद जो 7 अक्टूबर को हमास के हमले में शुरू हुआ, जिसमें 1,400 लोग मारे गए। (आईएएनएस)।
गाजा, 5 नवंबर । एक इजरायली ड्रोन ने उत्तरी गाजा पट्टी के अल-शती कैंप में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख इस्माइल हानियेह के घर पर मिसाइल से हमला किया।
मुख्य सामग्री
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास द्वारा संचालित गाजा स्थित स्टेशन अल-अक्सा रेडियो ने शनिवार को कहा कि "दुश्मन ड्रोन ने शाती शिविर में हनियेह के घर पर मिसाइल से हमला किया", लेकिन किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
गाजा में यह ज्ञात है कि ड्रोन बमबारी इजरायली हवाई हमलों में संभावित विनाश की तैयारी के लिए घर के आसपास के क्षेत्र को खाली करने की चेतावनी के रूप में की जाती है।
हनियेह वर्षों से कतर में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं, और उनका घर पहले 2014 और 2021 में गाजा पट्टी पर इज़राइल के हमलों में नष्ट हो गया था। (आईएएनएस)।
तेल अवीव, 5 नवंबर । इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने शनिवार को हमास नेता याहिया सिनवार को मार डालने का संकल्प जताया।
गैलेंट, जो इज़राइली सेना के सेवानिवृत्त जनरल हैं, ने शनिवार शाम एक ब्रीफिंग के दौरान इसकी घोषणा की।
गौरतलब है कि आईडीएफ ने पहले ही गाजा सिटी को घेर लिया है और गाजा सिटी सेंटर में प्रवेश करने की कगार पर है।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, गैलेंट ने कहा: "युद्ध के बाद, गाजा पट्टी में कोई हमास नहीं होगा। गाजा पट्टी से इजरायली नागरिकों को फिर कोई खतरा नहीं होगा।"
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायली सेना की जीत निर्णायक और स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा कि जब तक हमास का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाता, बंधकों को वापस नहीं कर दिया जाता और इलाके में शांति कायम नहीं हो जाती, तब तक इजरायली सेना चैन से नहीं बैठेगी।
गौरतलब है कि आईडीएफ ने विभिन्न बटालियनों के कमांडरों सहित दस हमास नेताओं की हत्या की घोषणा की है। इसमें हमास के सबरा तेल अल-हवा बटालियन के कमांडर मुस्तफा दलुल भी शामिल हैं, जिनकी शुक्रवार को हत्या कर दी गई।
हमास के हवाई प्रमुख, अबू रुबेख और उसके नौसेना कमांडर, अबू साहिनाबा की भी आईडीएफ द्वारा हत्या कर दी गई। (आईएएनएस)।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ग़ज़ा में लगातार बढ़ रहे मौतों के आंकड़े पर अफ़सोस ज़ाहिर किया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए प्रियंका गांधी ने कहा है, “यह भयावह और शर्मनाक है कि लगभग दस हज़ार नागरिक जिनमें क़रीब पांच हज़ार बच्चे हैं, का नरसंहार कर दिया गया है, पूरे के पूरे परिवार ख़त्म कर दिए गए हैं."
"अस्पतालों पर, एंबुलेंसों पर बमबारी की जा रही है, शरणार्थी कैंपों को निशाना बनाया जा रहा है और फिर भी ‘स्वतंत्र दुनिया’ के तथाकथित नेता फ़लस्तीनी लोगों के इस नरसंहार का समर्थन कर रहे हैं और इसके लिए वित्तीय सहायता दे रहे हैं.”
प्रियंका गांधी ने कहा, “संघर्ष विराम वो सबसे पहला क़दम है जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तुरंत लागू करवाया जाना चाहिए नहीं तो उसके पास कोई नैतिक अधिकार नहीं बचेगा.”
7 अक्तूबर को हमास के हमले के बाद से इसराइल ग़ज़ा पर लगातार बमबारी कर रहा है.
ग़ज़ा में मरने वालों की तादाद दस हज़ार के क़रीब पहुंच गई है. इसी बीच हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसारइल पर एक और शरणार्थी कैंप पर भीषण बमबारी के आरोप लगाए हैं. इसराइल ने कहा है कि वो इस घटना की जांच कर रहा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि केंद्रीय ग़ज़ा में स्थित मग़ाज़ी शरणार्थी कैंप पर हुई बमबारी में तीस लोग मारे गए हैं. तुर्की के मीडिया के लिए काम करने वाले एक पत्रकार का कहना है कि इस हमले में उनके दो बेटों और एक भाई की मौत हो गई है. उनका घर कैंप के बिलकुल क़रीब है और उस पर भी हमला हुआ.
इसी बीच ग़ज़ा में मौजूद बीबीसी संवाददाता का कहना है कि इसराइल ने ग़ज़ा में अस्पतालों के नज़दीक भी हमले किए हैं और एक बड़ी बेकरी को भी निशाना बनाया है.
इसराइल के रक्षा मंत्री ने कहा है कि उनकी सेना ग़ज़ा के आबादी वाले हिस्से में दाख़िल हो चुकी है. चश्मदीदों के मुताबिक़ आबादी के बाहरी इलाक़ों में इसराइली सैनिकों और हमास के लड़ाकों के बीच भीषण झड़पें हुई हैं.
ग़ज़ा में आम नागरिकों की मौत पर दुनियाभर के नेता चिंता ज़ाहिर कर रहे हैं. ग़ज़ा में मौतों का आंकड़ा दस हज़ार के क़रीब पहुंचने वाला है. अगर इसकी यूक्रेन युद्ध से तुलना करें तो फ़रवरी 2022 से अब तक यानी 21 महीनों में रूस के आक्रमण में अब तक 9700 लोगों की मौत हुई है.
यानी इसराइल और हमास के बीच एक महीने के युद्ध में ही उतने नागरिक मारे जा चुके हैं जितने यूक्रेन युद्ध में अभी तक मारे गए हैं. (bbc.com/hindi)
कनाडा में भारत के हाई कमिश्नर ने कहा है कि खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच को नुकसान पहुंचाया गया है.
भारतीय हाई कमिश्नर संजय कुमार वर्मा ने 'ग्लोब एंड मेल' से कहा कि भारत को कनाडा और उसके सहयोगी देशों से इस बात के कोई विश्वसनीय सुबूत नहीं मिले हैं कि निज्जर की हत्या में किसी भारतीय एजेंट का हाथ था.
उन्होंने कहा, ''भारत को निज्जर की हत्या से जुड़े केस में ऐसी कोई भी जानकारी नहीं दी गई है जो जांच में मदद करे.''
उन्होंने कहा, ''सुबूत कहां हैं? अगर कनाडा और सहयोगी देशों ने जांच की है तो उसके निष्कर्ष क्या हैं? मैं तो एक कदम आगे बढ़ कर कहूंगा कि जांच को पहले ही नुकसान पहुंचाया जा चुका है.ऊपर बैठे किसी शख्स का ये निर्देश आया है कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट के हाथ होने की बात कही जाए.''
कनाडा ने आरोप लगाया था कि ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के एजेंटों का हाथ हो सकता है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश की संसद में ये बयान दिया था. इसके बाद भारत और कनाडा के राजनयिक रिश्ते काफी खराब हो गए थे. (bbc.com/hindi)
मेक्सिको, 5 नवंबर। मेक्सिको के शहर प्यूब्ला के बाहरी इलाके में संभवत: चोरी के ईंधन संबंधी विवाद के चलते मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारियों ने शनिवार को पांच लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्यूब्ला पुलिस विभाग ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि ये पांच लोग दो गैस टैंकर ट्रकों की सुरक्षा कर रहे थे, तभी उन पर हमला किया गया।
विभाग ने कहा कि यह हमला ‘‘संभवतः ईंधन चोरी करने के लिए’’किया गया था।
इसमें कहा गया है कि हमले में मारे गए लोगों में से दो को गैस टैंकर ट्रक में विस्फोट में कथित संलिप्तता के लिए अक्टूबर में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन, उस घटना में उनकी भूमिका के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी गई थी।
एपी सिम्मी संतोष संतोष संतोष 0511 1120 मेक्सिको (एपी)
काठमांडू, 5 नवंबर। नेपाल में भूकंप के कारण कम से कम 157 लोगों की मौत होने और बड़ी संख्या में मकानों के क्षतिग्रस्त या नष्ट होने के कारण देश के पश्चिमोत्तर हिस्से के पर्वतीय गांवों में हजारों लोगों को कड़ाके की ठंड के बावजूद शनिवार रात को बाहर सड़कों पर सोना पड़ा।
नेपाल में शुक्रवार रात अचानक आए भूकंप से जाजरकोट जिले के गांवों में अधिकतर मकान या तो ढह गए या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि कस्बों में कंक्रीट के कुछ मकान क्षतिग्रस्त हो गए।
चिउरी गांव के निवासी लाल बहादुर बीका ने भूकंप के कारण मारे गए 13 लोगों के सफेद कपड़ों में लिपटे शवों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘हम अपने गांवों में मारे गए लोगों के शवों के अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहे हैं और भूकंप में घायल हुए लोगों की देखभाल करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
इन शवों का रविवार सुबह अंतिम संस्कार किया जाना है। चिउरी गांव में कई मकान ढह गए हैं।
लोगों ने रात में खुद को गर्म रखने के लिए प्लास्टिक की चादरों और पुराने कपड़ों का उपयोग किया। कई लोग अपने ढह चुके मकानों के मलबे के नीचे से अपना सामान निकालने में असमर्थ हैं।
बचावकर्मी तत्काल सहायता पहुंचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कई पहाड़ी गांवों तक पैदल ही पहुंचा जा सकता है जिसके कारण अभियान में बाधा पैदा हो रही है। भूकंप के कारण हुए भूस्खलन से सड़कें भी अवरुद्ध हो गई हैं। सैनिकों को अवरुद्ध सड़कों को साफ करने की कोशिश करते देखा जा सकता है।
देश के उपप्रधानमंत्री नारायण काजी श्रेष्ठ ने शनिवार को कहा कि सरकार प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रही है। हजारों लोगों के रातों-रात बेघर हो जाने के कारण तंबू, भोजन और दवाइयां भेजी गई हैं।
क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती घायलों में शामिल बिमल कुमार कार्की ने कहा, ‘‘मैं गहरी नींद में था तभी अचानक सब जोर से हिलने लगा। मैंने भागने की कोशिश की लेकिन मेरा पूरा मकान ढह गया। मैंने बच कर भागने का प्रयास किया लेकिन मेरा आधा शरीर मलबे में दब गया।’’
कार्की ने कहा, ‘‘मैं चिल्लाया, लेकिन मेरे सभी पड़ोसी ऐसी ही स्थिति में थे और मदद के लिए चिल्ला रहे थे। बचावकर्मियों को मुझ तक पहुंचने में लगभग आधे से एक घंटे का समय लग गया।’’
अस्पताल में भर्ती एक अन्य व्यक्ति टीका राम राणा ने कहा, ‘‘मैं सो रहा था कि रात को करीब 10-11 बजे सब हिलने लगा और मकान धंस गया। कई मकान ढह गए और कई लोग मलबे में दब गए।’’
बचावकर्मी लोगों को सहायता पहुंचाने के साथ-साथ मलबे में जीवित बचे लोगों की तलाश भी कर रहे हैं।
एपी सिम्मी गोला गोला 0511 1045 काठमांडू (एपी)
तुर्की ने इसराइल से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है. इसराइल ने हमास के साथ युद्धविराम से इनकार कर दिया था. इसके बाद इसराइल ने ये फ़ैसला लिया.
तुर्की के विदेश मंत्रालय ने इसका ऐलान करते हुए कहा, ''इसराइल की ओर से ग़ज़ा में नागरिकों पर हमले के बाद जो त्रासदी पैदा हुई है, उसमें ये ज़रूरी था कि इस तरह के हमले रोके जाएं. लेकिन इसराइल सीज़फ़ायर के लिए तैयार नहीं है.''
साल 2022 में साकिर ओजकान तोरुनलार को तुर्की को राजदूत बनाया गया था.
2018 में कई फ़लस्तीनियों की हत्या के विरोध में इसराइल ने अपना राजदूत वापस बुला लिया था. लेकिन 2022 में तोरुनलार को राजदूत बना कर भेजा गया था.
तुर्की के इस फैसले से इसराइल के साथ इसके रिश्तों में और तनाव आ सकता है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप्प अर्दोआन ने इससे पहले कहा था कि ग़ज़ा में हमले जारी रहे तो वो इसराइली राष्ट्रपति बिन्यामिन नेतन्याहू से संपर्क तोड़ देंगे.
अर्दोआन ने तुर्की मीडिया से कहा था, ''नेतन्याहू अब ऐसे शख्स नहीं रहे, जिनसे बात की जा सके. हमने उन्हें खारिज कर दिया है.''
तुर्की से पहले जॉर्डन और बहरीन भी इसराइल से अपने राजदूत बुला चुके हैं. (bbc.com/hindi)
अम्मान, 5 नवंबर। इजराइल-हमास युद्ध में हजारों फलस्तीनी नागरिकों की मौत की निंदा कर रहे अरब नेताओं ने शनिवार को तत्काल संघर्षविराम पर जोर दिया जबकि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने आगाह किया कि ऐसा कदम प्रतिकूल होगा तथा इससे आतंकवादी समूह को और हिंसा करने का बढ़ावा मिलेगा।
मिस्र, जॉर्डन, सऊदी अरब, कतर और अमीरात के राजनयिकों के साथ दोपहर की वार्ता के बाद ब्लिंकन ने चर्चा को गाजा में नागरिकों की रक्षा करने तथा उन तक सहायता पहुंचाने की साझा इच्छा बताया।
अरब देशों और ब्लिंकन के संदेशों में विसंगति स्पष्ट है। ब्लिंकन ने इस बैठक से एक दिन पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बंद कमरे में बातचीत की थी।
अरब मंत्री युद्ध को रोकने और इजराइल के युद्ध हथकंड़ों की निंदा करने का बार-बार आह्वान कर रहे हैं।
मिस्र के राजनयिक सामेह शौकरी ने कहा, ‘‘हम गाजा में फलस्तीनियों की ‘सामूहिक सजा’ को आत्म-रक्षा के अधिकार के रूप में माने जाने वाले औचित्य को स्वीकार नहीं कर सकते। यह बिल्कुल भी वैध आत्मरक्षा नहीं हो सकती।’’
ब्लिंकन अमेरिका के इस रुख पर अड़े रहे कि संघर्ष विराम से इजराइल के सात अक्टूबर को हमास के अचानक किए हमले के बाद अपने नागरिकों की रक्षा करने के अधिकार और दायित्व को नुकसान पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि बाइडन प्रशासन की इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करने की प्रतिबद्धता अटूट है।
ब्लिंकन ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि संघर्ष विराम से हमास फिर से खड़ा होगा और जो उसने किया उसे दोहराने में समर्थ हो जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि अमेरिका गाजा निवासियों तक सहायता पहुंचाने के लिए इजराइल के अभियान में ‘‘मानवीय अल्प विराम’’ का समर्थन करता है। उनकी इस अपील को एक दिन पहले नेतन्याहू ने ठुकरा दिया था।
अरब अधिकारियों ने यह भी कहा कि ब्लिंकन के मुख्य एजेंडे में से एक गाजा के युद्ध के बाद के भविष्य पर चर्चा करना अभी बहुत जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि हत्याओं को रोकने और मानवीय सहायता बहाल करना तत्काल कदम हैं जिन्हें सबसे पहले उठाए जाने की जरूरत है।
बेरूत से हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने पत्रकारों को बताया कि ब्लिकंन को ‘‘आक्रामकता रोकनी चाहिए और ऐसे विचार नहीं रखने चाहिए जिन्हें लागू नहीं किया जा सकता।’’ हमदान ने कहा कि गाजा का भविष्य फलस्तीनी तय करेंगे और अरब के विदेश मंत्रियों को अमेरिकी राजनयिक को बताना चाहिए कि ‘‘वह ऐसा अरब गठबंधन नहीं बना सकते जो फलस्तीनी लोगों के खिलाफ हो।’’
ब्लिंकन ने जॉर्डन में सबसे पहले लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से मुलाकात की। आतंकवादी समूह हिजबुल्ला लेबनान में ही स्थित है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने बताया कि ब्लिंकन ने ‘‘लेबनान को युद्ध में घसीटे जाने से रोकने में’’ मिकाती के नेतृत्व के लिए उनका आभार व्यक्त किया।
इसके बाद अमेरिकी विदेश मंत्री ने कतर के विदेश मंत्री से मुलाकात की। कतर हमास के साथ सबसे प्रभावशाली वार्ताकार के रूप में उभरा है।
ब्लिकंन ने फलस्तीनी शरणार्थियों की मदद कर रहे संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख फिलिप लजारनी से भी वार्ता की।
एपी गोला सिम्मी सिम्मी 0511 0910 अम्मान (एपी)
पेरिस, 5 नवंबर। फ्रांस की राजधानी पेरिस, जर्मनी की राजधानी बर्लिन और अन्य यूरोपीय शहरों में फलस्तीनी समर्थक हजारों लोगों में गाजा में इजराइली बमबारी रोकने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
ये प्रदर्शन इजराइल-हमास युद्ध में हताहतों की बढ़ती संख्या और गहराते मानवीय संकट को लेकर यूरोप के खासकर उन देशों में बढ़ रहे असंतोष को दर्शाता है, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है।
गाजा में हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजराइल-हमास युद्ध में मारे गए फलस्तीनियों की संख्या बढ़कर 9,448 हो गई है।
गाजा में 24,173 और वेस्ट बैंक में 2,200 फलस्तीनी घायल हुए है। इजराइल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर लोगों की मौत सात अक्टूबर को हमास के शुरुआती हमले में हुई। इसी हमले के बाद से यह युद्ध शुरू हुआ है।
इन हमलों में करीब 2,50,000 इजराइली और गाजा में 15 लाख से अधिक फलस्तीनी विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा गाजा में कम से कम 241 लोगों को बंधक बनाया गया है।
गाजा में इजराइल की जवाबी कार्रवाई के विरोध में पेरिस की एक रैली में हजारों प्रदर्शनकारी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया और कुछ लोगों ने ‘‘इजराइल, हत्यारा’’ के नारे लगाए। मध्य लंदन में प्रदर्शनकारियों ने ‘‘संघर्ष विराम अभी करो’’ और ‘‘मुझे विश्वास है कि हम जीतेंगे’’ जैसे नारे लगाते हुए सड़कों को अवरुद्ध कर दिया।
पेरिस में कुछ प्रदर्शनकारियों ने ‘‘गाजा में नरसंहार रोको’’ के बैनर दिखाए और फलस्तीनी झंडे थामे कई लोगों ने ‘‘फलस्तीन जीवित रहेगा, फलस्तीन जीतेगा’’ के नारे लगाए।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने ‘‘मैक्रों की मिलीभगत’’ के नारे लगाते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर भी निशाना साधा।
पेरिस के पुलिस प्रमुख ने एक निश्चित मार्ग पर प्रदर्शन की अनुमति दी लेकिन साथ ही कहा कि यहूदी विरोधी या आतंकवाद के प्रति सहानुभूति रखने वाले किसी भी प्रकार के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
हमास के इजराइल पर सात अक्टूबर को किए गए हमले के बाद से यूरोप में यहूदी विरोधी हमलों में तेजी देखी गई है।
बर्लिन में पूर्व में फलस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शनों के हिंसक हो जाने के मद्देनजर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए लगभग 1,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया।
जर्मन समाचार एजेंसी ‘डीपीए’ ने बताया कि लगभग 6,000 प्रदर्शनकारियों ने जर्मनी की राजधानी के बीचों-बीच मार्च किया। पुलिस ने ऐसे किसी भी प्रकार के सार्वजनिक या लिखित बयानों पर प्रतिबंध लगा दिया जो यहूदी विरोधी या इजराइल विरोधी हों या हिंसा या आतंकवाद का महिमामंडन करते हों।
लंदन में सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन करने के बीच मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने बताया कि उसके अधिकारियों ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इसके अलावा रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट और इटली के मिलान शहर में भी हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया। (एपी)
बर्लिन, 5 नवंबर। उत्तरी जर्मनी के हैमबर्ग शहर में एक वाहन के सुरक्षा घेरे को तोड़कर हवाई अड्डा परिसर में घुसने के बाद शनिवार रात को हवाई अड्डा यात्रियों के लिए बंद कर दिया गया और उड़ानें रद्द कर दी गयीं। जर्मनी की समाचार एजेंसी डीपीए ने यह जानकारी दी।
संघीय पुलिस ने बताया कि एक हथियारबंद व्यक्ति अपने वाहन पर सवार होकर एक प्रवेश द्वार से घुसा और उसने हवा में दो बार गोली चलाईं। पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी की पत्नी ने एक बच्चे की अपहरण की आशंका को लेकर पहले उनसे संपर्क किया था।
कई स्थानीय जर्मन मीडिया संगठनों ने बताया कि आरोपी व्यक्ति की कार में दो बच्चे थे।
संघीय पुलिस प्रवक्ता थॉमस गर्बर्ट ने डीपीए को बताया कि बड़ी संख्या में राज्य और संघीय पुलिस के अधिकारी घटनास्थल और वाहन के आसपास मौजूद हैं।
एपी गोला सिम्मी सिम्मी 0511 0807 बर्लिन (एपी)
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाक़ात में अरब मुल्कों के नेताओं ने संघर्ष विराम को लेकर स्पष्ट बात कही तो अम्मान में हुई प्रेस कांफ्रेंस में ब्लिंकन ने कहा कि "अब यथास्थिति की ओर नहीं लौटा जा सकता."
मिस्र और जॉर्डन ने तत्काल संघर्ष विराम पर ज़ोर दिया लेकिन ब्लिंकन ने स्पष्ट किया कि 'अमेरिका इस मांग का समर्थन नहीं करता.'
उन्होंने मानवीय आधार पर कुछ समय के लिए युद्ध को रोके जाने की वकालत की लेकिन साथ ही ये भी कहा कि संघर्ष विराम का हमास फायदा उठा सकता है.
उन्होंने कहा कि इसराइल को आत्मरक्षा करने का हक़ है लेकिन नागरिकों के हताहत होने से बचने के लिए हर संभव उपाय किए जाने चाहिए.
अरब देशों के नेताओं ने सुनाई खरी खरी
अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ अरब देशों के नेताओं की बातचीत में स्पष्ट रूप से तत्काल संघर्ष विराम की बात कही गई है.
मिस्र के विदेश मंत्री सामेह शौकरी ने कहा कि उन्होंने ब्लिंकन को दोहरा मानदंड अपनाने को लेकर चेताया है.
उन्होंने अरब देशों की बिना शर्त तत्काल संघर्ष विराम की बात को दुहराया.
इससे पहले जॉर्डन के विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री आयमान सफ़ादी ने कहा कि अमेरिकी विदेश और अरब विदेश मंत्रियों के बीच बहुत ‘ईमानदार, सीधी और विस्तृत’ बातचीत हुई है.
उन्होंने यह भी कहा कि ‘एक ऐसे विनाश को तुरंत रोके जाने पर आपसी इच्छा जताई गई जो पीढ़ियों तक इस इलाक़े को सताएगा.’
सफ़ादी ने कहा कि ‘अमेरिका और अरब देशों में जिन बातों पर सहमति बनी उसमें मानवीय सहायता बहाल करना, नागरिकों की रक्षा करना और अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता के क़ानून का पालन करना शामिल है.’
उन्होंने ये भी कहा कि ‘फ़लस्तीनी लोगों को उनकी ज़मीन से विस्थापित करने को ख़ारिज किए जाने पर भी सहमति बनी है.’
सफ़ादी ने कहा कि ‘सभी अरब देशों ने तत्काल संघर्ष विराम की मांग की है और वे इस बात को स्वीकार नहीं कर सकते कि इसराइल आत्मरक्षा में कार्रवाई कर रहा है.’
उन्होंने कहा, "नागरिकों की हत्या, उनके अस्पतालों, मस्जिदों को तबाह करने को सही नहीं ठहराया जा सकता है और यह इसराइल की सुरक्षा या इस क्षेत्र में शांति को सुनिश्चित नहीं करेगा."
आज ग़ज़ा से कोई भी विदेशी नागरिक नहीं निकला
फ़लस्तीनी सूत्रों के अनुसार, आज रफ़ाह क्रॉसिंग से ग़ज़ा से कोई भी विदेशी नागरिक या घायल फ़लस्तीनी मिस्र की ओर नहीं जा सका.
बीबीसी अरबी संवाददाता अला रागाई ने कहा कि विदेशी पासपोर्ट वाले सैकड़ों नागरिक बॉर्डर पर गए थे लेकिन गेट नहीं खुला.
सूत्रों के अनुसार, फ़सस्तीनी ओर के सूत्रों ने कहा कि जबतक घायलों की सुरक्षा पर कोई सहमति नहीं बन जाती विदेशी नागरिकों को जाने देने पर अस्पष्टता बनी हुई है.(bbc.com/hindi)
जर्मनी में शनिवार की रात हैमबर्ग हवाईअड्डे पर एक हथियारबंद शख्स गाड़ी चला कर घुस आया.
पुलिस का कहना है कि वो अपहरण की किसी भी कोशिश को लेकर सतर्क है. उसने हवाईअड्डे के चारों और स्पेशल फोर्स तैनात कर दी है.
पुलिस का कहना है कि गाड़ी चलाकर हवाईअड्डे में घुसने वाले के साथ एक और शख्स और बच्चा था.
संदिग्ध शख्स के साथ उसकी पत्नी के होने का अंदेशा जताया जा रहा है. माना जा रहा है कि यह बच्चे की कस्टडी का मामला हो सकता है.
पुलिस ने एक बयान में कहा गया है कि इस ऑपरेशन के बैकग्राउंड में बच्चे की कस्टडी का मामला हो सकता है.
पुलिस ने कहा है कि संदिग्ध शख्स ने दो बार हवा में गोली चलाई और गाड़ी से बाहर जलती बोतलें फेंकी. शख्स गाड़ी चला कर वहां पहुंच गया, जहां विमान खड़े किए जाते हैं.
हैमबर्ग पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि वो इमरजेंसी सर्विस के एक दल के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं. इस वक्त हम किसी भी आपात हालात के लिए तैयार हैं.(bbc.com/hindi)
(शिरिष बी प्रधान)
काठमांडू, 4 नवंबर। भूकंप वैज्ञानिक के मुताबिक हिमालय के भूकंप संभावित क्षेत्र में बसा नेपाल उन देशों में है जहां पर भूकंप का सबसे अधिक खतरा है और इसमें भी पश्चिमी पहाड़ी क्षेत्र में बड़े भूकंप आने की आशंका है।
सरकार की ‘पोस्ट डिजास्टर नीड्स असेस्मेंट’ (पीडीएनए) रिपोर्ट के मुताबिक नेपाल भूकंप के लिहाज से दुनिया का 11वां सबसे खतरनाक देश है। इसलिए जब नेपाल की पश्चिमी पहाड़ियों में शुक्रवार देर रात 6.4 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया तो यह इस महीने का पहला भूकंप नहीं था। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पश्चिम नेपाल में शुक्रवार करीब मध्य रात्रि आया भूकंप 2023 में आए 70 भूकंप में से एक है।
नेपाल स्थित राष्ट्रीय भूकंप निगरानी एवं अनुसंधान केंद्र में वरिष्ठ भूकंप वैज्ञानिक भरत कोइराला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘भारतीय और यूरेशिया टेक्टॉनिक प्लेटों में लगातार टक्कर हो रही है जिससे बहुत ही अधिक ऊर्जा उत्पन्न होती है।’’
उन्होंने कहा कि नेपाल इन दोनों प्लेटों की सीमा पर है जो भूकंप के मामले में अतिसक्रिय इलाकों में आता है और इसलिए नेपाल में भूंकप आना सामान्य है।
कोइराला ने कहा, ‘‘पश्चिमी नेपाल में बड़े भूकंप आने का खतरा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिमी नेपाल में पिछले 520 सालों से कोई बड़ा भूकंप नहीं आया है। इसलिए बहुत सारी ऊर्जा एकत्रित हो गई है और भूकंप उस ऊर्जा को मुक्त करने का एकमात्र माध्यम है।’’
कोइराला ने कहा, ‘‘पश्चिमी नेपाल के गोरखा (जिला) से लेकर भारत के देहरादून तक टेक्टॉनिक हलचल के कारण बहुत सारी ऊर्जा जमा हो गई है। इसलिए, इन क्षेत्रों में ऊर्जा व्यय करने के लिए छोटे या बड़े भूकंप आ रहे हैं, जो सामान्य है।
दुनिया की सबसे नयी पर्वत श्रृंखला हिमालय यूरेशियाई प्लेट, इसके दक्षिणी किनारे पर तिब्बत और भारतीय महाद्वीपीय प्लेट के टकराव के परिणामस्वरूप बनी और सदियों से टेक्टॉनिक गतिविधियों से विकसित हो रही है। ये प्लेट हर 100 साल में दो मीटर आगे बढ़ती हैं जिसके परिणामस्वरूप पृथ्वी के अंदर सक्रिय भूगर्भिक दोषों में संग्रहीत ऊर्जा अचानक मुक्त हो जाती है जिससे भूपर्पटी में हलचल होती है।
भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी 2023 से अब तक नेपाल में 4.0 और उससे अधिक तीव्रता के कुल 70 भूकंप आए हैं। इनमें से 13 की तीव्रता पांच से छह के बीच थी जबकि तीन की तीव्रता 6.0 से ऊपर थी।
कोइराला ने बताया कि टेक्टॉनिक प्लेट की गति के माध्यम से एकत्रित ऊर्जा को मुक्त करने के लिए सदियों से हर दिन दो या दो से अधिक तीव्रता के भूकंप आते रहे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भविष्य में पश्चिमी नेपाल में बड़े भूकंप आने की आशंका है। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो से तीन दशक तक जाजरकोट इलाके में बड़े या मध्यम दर्जे का भूकंप नहीं आया है, लेकिन हम पूर्वानुमान नहीं लगा सकते है कि कब और कितने बड़े स्तर पर भूकंप आएगा? ’’ (भाषा)
इस्लामाबाद, 4 नवंबर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने शनिवार को सुबह पंजाब प्रांत में पाकिस्तानी वायुसेना के एक प्रशिक्षण अड्डे पर हमला कर दिया जिसमें वहां खड़े तीन विमान क्षतिग्रस्त हो गए, लेकिन इस दौरान सैनिकों ने तीन हमलावरों को मार गिराया।
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों ने उसकी वायुसेना के मियांवाली प्रशिक्षण हवाई अड्डे पर हमला किया, लेकिन सैनिकों ने तीन हमलावरों को ढेर कर और तीन अन्य को घेरकर इस हमले को नाकाम कर दिया।
बयान में कहा गया है, ‘‘हालांकि, हमले के दौरान वहां खड़े तीन विमानों और एक ईंधन वाहन को भी थोड़ा नुकसान पहुंचा है।’’
इसमें कहा गया है कि तीन आतंकवादियों को अड्डे में घुसते वक्त मार गिराया गया जबकि बाकी के तीन को समय रहते और सैनिकों की प्रभावी जवाबी कार्रवाई के कारण घेर लिया गया।
इसमें कहा गया है कि इलाके को पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए एक व्यापक संयुक्त और तलाश अभियान अंतिम चरण में है।
सेना ने कहा, ‘‘पाकिस्तान सशस्त्र सेना हर कीमत पर देश से आतंकवाद की समस्या का खात्मा करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
इस हमले से कुछ घंटे पहले बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में हुए आतंकी हमलों में कम से कम 17 सैनिकों की मौत हो गयी। (भाषा)
वाशिंगटन, 4 नवंबर अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘टाइम’ के आवरण पृष्ठ (कवर पेज) पर जगह बनाने वाली बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक साक्षात्कार में कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए उनकी सरकार को हटाना मुश्किल है।
बांग्लादेश में जनवरी 2024 में चुनाव होने हैं।
पत्रिका द्वारा जारी साक्षात्कार के अंश के अनुसार हसीना ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि मेरी आवाम मेरे साथ है....वे मेरी मुख्य ताकत हैं...लोकतांत्रिक व्यवस्था के जरिए मुझे हटाना इतना आसान नहीं है...एकमात्र विकल्प केवल मुझे खत्म करना है और मैं अपने लोगों के वास्ते मरने के लिए तैयार हूं।’’
न्यूयॉर्क स्थित समाचार संस्थान ने बताया कि पत्रिका के 20 नवंबर के संस्करण के आवरण पृष्ठ पर हसीना को जगह मिली है। यह संस्करण 10 नवंबर को बिक्री के लिए उपलब्ध होगा।
टाइम के चार्ली कैम्पबेल की कवर स्टोरी में कहा गया है, ‘‘76 साल की उम्र में...बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ऐसी राजनीतिक सोच का प्रतिनिधित्व करती हैं जिन्होंने 17 करोड़ की आबादी वाले इस देश को देहाती जूट उत्पादक से एशिया-प्रशांत की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था में बदल दिया।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘पहले के 1996 से 2001 के कार्यकाल के बाद 2009 से पद पर रहते हुए वह दुनिया में किसी देश की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला प्रमुख हैं और उन्हें फिर से सिर उठा रहे इस्लामवादियों और एक समय में हस्तक्षेप करने वाली सेना दोनों के पर कतरने का श्रेय दिया जाता है।’’
कैम्पबेल ने लिखा, ‘‘मार्गरेट थेचर या इंदिरा गांधी से ज्यादा बार चुनाव जीत चुकीं हसीना जनवरी में भी इस पद पर बने रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
इसमें लिखा गया है, ‘‘....हसीना ने इतने वर्षों में 19 बार हत्या के प्रयासों का सामना किया है। हाल के महीनों में मुख्य विपक्षी दल ‘बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी’ (बीएनपी) के समर्थकों की सुरक्षा बलों से झड़प हुई है जिससे बाद सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारी हुई, पुलिस वाहनों और सरकारी बसों में आग लगायी गयी और कई लोगों की हत्या की गयी। बीएनपी ने 2014 और 2018 की तरह तब तक चुनाव का बहिष्कार करने का संकल्प लिया है, जब तक हसीना चुनाव कराने के लिए किसी कार्यवाहक सरकार को सत्ता नहीं सौंप देतीं।’’
‘‘शेख हसीना और बांग्लादेश में लोकतंत्र का भविष्य’’ शीर्षक वाली इस कवर स्टोरी के अनुसार, हसीना के शासन में देश ने उनकी आवामी लीग पार्टी के तहत एक सत्तावादी रुख अपनाया है। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ‘‘बड़ी अनियमितताओं’’ को लेकर देश में पिछले दो चुनावों की निंदा की थी।
पत्रिका में लिखा गया है, ‘‘आज, दो बार की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी नेता खालिदा जिया भ्रष्टाचार के संदिग्ध आरोपों में अपने घर में नजरबंद होकर गंभीर रूप से बीमार हैं। इस बीच, बीएनपी कार्यकर्ताओं पर 40 लाख कानूनी मुकदमे दर्ज हैं जबकि स्वतंत्र पत्रकार और नागरिक समाज भी प्रतिशोध की कार्रवाई के कारण उत्पीड़न की शिकायत करते हैं। आलोचक कहते हैं कि जनवरी में होने वाले चुना ताजपोशी और हसीना के एक तानाशाह बनने के समान है।’’ (भाषा)
तेल अवीव, 4 नवंबर इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में और मदद की आपूर्ति संभव बनाने और आम नागरिकों की रक्षा करने के लिए युद्ध को ‘‘मानवीय आधार पर कुछ देर रोकने’’ को लेकर बढ़ते अमेरिकी दबाव के आगे झुकने से शुक्रवार को इनकार कर दिया और जोर देकर कहा कि जब तक हमास करीब 240 बंधकों को आजाद नहीं कर देता, तब तक कोई अस्थायी संघर्ष विराम नहीं होगा।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन युद्ध शुरू होने के बाद तीसरी बार इजराइल गए। उन्होंने दक्षिणी इजराइल में सात अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए नृशंस हमले के बाद उसे कुचलने की इजराइल की मुहिम के प्रति अपना समर्थन दोहराया। उन्होंने गहराते मानवीय संकट से निपटने के लिए युद्ध कुछ देर के लिए रोकने के अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाडइन के आह्वान को भी दोहराया।
इजराइल की बमबारी और जमीनी हमलों के कारण फलस्तीन में बढ़ती मृतक संख्या और गहराते मानवीय संकट को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। अस्पतालों का कहना है कि इजराइली घेराबंदी के कारण दवाओं और ईंधन की कमी के चलते उनकी व्यवस्था ढहने के कगार पर है।
संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को बताया कि गाजा के करीब 15 लाख लोगों या 70 प्रतिशत आबादी को अपने घर छोड़कर भागना पड़ा है।
फिलीस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के गाजा निदेशक थॉमस व्हाइट ने कहा कि गाजा में औसत व्यक्ति इस समय प्रतिदिन दो ब्रेड पर जी रह रहा है, जिनमें से अधिकतर संयुक्त राष्ट्र के भंडार में मौजूद आटे से बने हैं। उन्होंने कहा कि पेयजल की मांग भी बढ़ रही है।
नेतन्याहू से बातचीत के बाद ब्लिंकन ने कहा कि मदद पहुंचने की गति बढ़ाने और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने में मदद के लिए युद्ध को कुछ देर रोकने की आवश्यकता है। हमास ने करीब एक महीने पहले इजराइल पर किए हमलों के दौरान लोगों को बंधक बना लिया था।
नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने ब्लिंकन को बताया है कि जब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, इजराइल ‘‘पूरी ताकत से आगे बढ़ेगा।’’
अमेरिकी अधिकारियों ने शुरू में कहा था कि वे संघर्ष विराम की मांग नहीं कर रहे, बल्कि मानवीय सहायता उपलब्ध कराने या अन्य मानवीय गतिविधियों की अनुमति देने के लिए विशिष्ट क्षेत्रों में कुछ देर के युद्ध विराम की मांग कर रहे थे, जिनके बाद इजराइली अभियान फिर से शुरू हो सकते हैं। नेतन्याहू ने इस विचार पर सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उन्होंने संघर्ष विराम से कई बार इनकार किया है।
अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ ने शुक्रवार को कहा कि बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए युद्ध में ‘‘कुछ समय का विराम’’ आवश्यक है।
गाजा सिटी पर इजराइली बलों की घेराबंदी और हवाई हमले जारी हैं। ‘अल जजीरा’ टीवी ने बताया कि गाजा सिटी के एक स्कूल में शुक्रवार को किए गए हमले में कई लोग हताहत हुए है।
गाजा में अस्पताल निदेशकों ने कहा कि उत्तरी गाजा में तीन अस्पतालों के प्रवेश द्वार पर उस समय हमले हुए, जब अस्पतालकर्मी घायलों को दक्षिण की ओर ले जाने की कोशिश कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किद्रा ने कहा कि गाजा के शिफा अस्पताल के बाहर कम से कम 15 लोग मारे गए और 60 घायल हो गए। ‘इंडोनेशियन’ अस्पताल के निदेशक ने बताया कि अस्पताल के बाहर हुए हमले में कम से कम 50 अन्य लोग हताहत हुए।
इजराइली सेना ने कहा कि उसके विमान ने शुक्रवार को एक एम्बुलेंस पर हमला किया जिसका इस्तेमाल हमास के लड़ाके हथियार ले जाने के लिए कर रहे थे। इन दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी। यह स्पष्ट नहीं है कि यह हमला शिफा अस्पताल पर हुए हमले से जुड़ा है या नहीं।
लेबनान के उग्रवादी समूह हिजबुल्ला के नेता ने कहा कि सीमा पार लड़ाई ‘‘युद्ध में तब्दील’’हो चुकी है।
हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्ला ने क्षेत्र में अमेरिका की सैन्य तैनाती का जिक्र करते हुए कहा कि “भूमध्य सागर में आपके बेड़े... हमें नहीं डरा सकेंगे। हिजबुल्ला सभी विकल्पों के लिए तैयार है।”
नसरल्ला ने कहा कि उसकी ताकतवर मिलिशिया सीमा पर इजराइल के साथ अभूतपूर्ण लड़ाई में जुटी हुई है। उसने क्षेत्र में संघर्ष और तेज होने की धमकी भी दी।
भाषण में नसरल्ला ने यह घोषणा नहीं की कि क्या हिजबुल्ला इजराइल-हमास युद्ध में पूरी तरह से शामिल हो रहा है। उसने धमकी दी कि लेबनान-इजराइल सीमा पर लड़ाई अब तक देखे गए स्तर तक "सीमित नहीं" रहेगी।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा में अब तक 9,200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें दो तिहाई महिलाएं एवं नाबालिग हैं।
इस युद्ध में इजराइल के 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से अधिकतर की मौत हमास के शुरुआती हमले में हुई थी। (एपी)
रोम, 4 नवंबर । इटली में शुक्रवार को तूफान सियारन के कारण देश के उत्तरी और मध्य क्षेत्रों में भारी बारिश और बाढ़ आ गई, इससे कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और एक लापता हो गया।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने टस्कनी के कई क्षेत्रों में आपातकाल घोषित कर दी है, जहां अब तक की सबसे भीषण बाढ़ आई है और बचाव और सहायता गतिविधियों के लिए 5 मिलियन यूरो (5.3 मिलियन डॉलर) आवंटित किए गए हैं।
कैबिनेट ने एक बयान में कहा, आपातकालीन योजना में शामिल प्रांत फ्लोरेंस, लिवोर्नो, पीसा, पिस्तोइया और प्राटो हैं।
क्षेत्रीय गवर्नर यूजेनियो जियानी के अनुसार, सभी छह मृतकों की रिपोर्ट टस्कनी में हुई, जिन्होंने आपातकालीन नागरिक सुरक्षा बैठक की।
84 और 85 वर्ष की आयु के दो बुजुर्गों की मृत्यु तब हुई, जब प्रेटो शहर के पास उनके घरों में बाढ़ आ गई।
बाढ़ के कारण टस्कनी में कई रेलवे लाइनों पर भी यातायात बाधित हो गया है।
जियानी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के सीधे संपर्क में हैं। अब तक, नागरिक सुरक्षा, रेड क्रॉस और रक्षा मंत्रालय की टीमों के साथ, पूरे क्षेत्र में 550 से अधिक अग्निशामकों को तैनात किया गया है।
तटीय शहरों में तूफ़ान बढ़ने और तूफ़ान के कारण होने वाली तेज़ बारिश और तेज़ हवाओं से जुड़े हाइड्रोजियोलॉजिकल खतरों के कारण अन्य क्षेत्र भी अलर्ट पर हैं।
तेज़ हवाओं और लहरों ने पहले ही उत्तर पश्चिमी लिगुरिया के समुद्र तट पर और टस्कनी के लिवोर्नो में आर्थिक गतिविधियों, घरों और अन्य सुविधाओं को नुकसान पहुंचाया है।
गवर्नर लुका ज़िया ने स्काई टीजी24 टीवी चैनल को बताया कि शुक्रवार देर रात तक, पूर्वोत्तर वेनेटो में ड्यूटी से बाहर गए एक फायर फाइटर के लापता होने की सूचना मिली थी, जहां रिकॉर्ड बारिश हुई है।
नागरिक सुरक्षा विभाग ने शनिवार को वेनेटो के पूर्वी क्षेत्रों में हाइड्रोजियोलॉजिकल जोखिम के लिए रेड अलर्ट - देश की त्रि-स्तरीय प्रणाली में उच्चतम जोखिम स्तर - जारी किया, जबकि उत्तर में तीन अन्य क्षेत्र ऑरेंज अलर्ट पर रहेंगे। (आईएएनएस)।
तेल अवीव, 4 नवंबर । इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने शनिवार को कहा कि गाजा में युद्ध जारी रहने के बीच सीमा पर चल रही झड़पों के बीच उसने लेबनान में आतंकी ठिकानों पर फिर से हमला किया।
सेना ने एक बयान में कहा कि उसने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट कर दिया, जहां से आईडीएफ पर रॉकेट दागे गए थे।
आईडीएफ ने कहा कि उसने इजराइल में शिलोमी के पास इजराइल में घुसने की कोशिश करने वाले एक आतंकवादी को भी मार गिराया है।
यह घटनाक्रम हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्ला द्वारा चेतावनी दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद आया है कि लेबनान की दक्षिणी सीमा पर इज़राइल के साथ टकराव मौजूदा झड़पों से आगे बढ़ेगा।
पिछले महीने की शुरुआत में इज़राइल-हमास संघर्ष और इज़राइल-हिज़बुल्लाह टकराव के बाद अपने पहले टेलीविजन भाषण में, नसरल्ला ने शुक्रवार को कहा कि "लेबनान के मोर्चे पर युद्ध का बढ़ना और विकास दो मूलभूत कारकों पर निर्भर करता है - गाजा में होने वाली घटनाएं और लेबनान के प्रति इज़राइल का आचरण।"
"हमारे दक्षिणी मोर्चे पर सभी विकल्प खुले हैं। हम किसी भी समय इन विकल्पों का सहारा ले सकते हैं।"
नसरल्लाह ने कहा कि अमेरिकी हवाई हमलों के खतरे ने कभी भी प्रतिरोध के दृढ़ संकल्प या स्थिति को प्रभावित नहीं किया है, उन्होंने अमेरिका को चेतावनी दी कि "हमने अपने युद्ध बेड़े के साथ आपके द्वारा की जाने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए उचित प्रतिक्रिया तैयार की है।" (आईएएनएस)।
यरुशलम, 4 नवंबर । इजराइल ने गाजा सिटी में अल-शिफा अस्पताल के बाहर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है, जो कि क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है और कहा है कि एक लड़ाकू जेट ने हमास कर्मियों द्वारा इस्तेमाल की गई एम्बुलेंस को टक्कर मार दी थी।
शुक्रवार देर रात एक्स पर एक पोस्ट में, इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा, "एक एम्बुलेंस का उपयोग करके हमास आतंकवादी सेल की पहचान की गई थी। जवाब में, एक आईडीएफ विमान ने हमला किया और हमास आतंकवादियों को मार गिराया, जो एम्बुलेंस के भीतर काम कर रहे थे।
हम इस बात पर जोर देते हैं कि गाजा का यह क्षेत्र एक युद्ध क्षेत्र है। नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए बार-बार दक्षिण की ओर खाली करने के लिए कहा जाता है।"
एक अलग बयान में, सेना ने कहा कि एम्बुलेंस का इस्तेमाल "युद्ध क्षेत्र में उनकी स्थिति के करीब हमास आतंकवादी सेल द्वारा किया जा रहा था।"
हमास के कई आतंकवादी हमले में मारे गए। सीएनएन ने बयान के हवाले से कहा, हमारे पास ऐसी जानकारी है जो दर्शाती है कि हमास के ऑपरेशन का तरीका आतंकवादी गुर्गों और हथियारों को एम्बुलेंस में स्थानांतरित करना है।
लेकिन संयुक्त राष्ट्र राहत कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने कहा है कि "गाजा शहर के शिफा अस्पताल से मरीजों को मिस्र के राफा क्रॉसिंग तक ले जा रहे एम्बुलेंस के एक काफिले पर अस्पताल के आसपास तीन बार हमला किया गया।"
प्रारंभिक रिपोर्टों का हवाला देते हुए, संयुक्त राष्ट्र निकाय ने कहा कि कम से कम 13 लोग मारे गए और 26 घायल हो गए।
इससे पहले शुक्रवार को, गाजा स्थित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने भी कहा था कि एम्बुलेंस अस्पताल से एक चिकित्सा काफिले में थी, जो राफा सीमा पार की ओर जा रही थी, और उसने रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति को इस कदम के बारे में सूचित किया था।
अपनी ओर से, आईसीआरसी ने पुष्टि की कि उसे उत्तरी गाजा से दक्षिण में घायल मरीजों को ले जाने वाले वाहनों के काफिले की निर्धारित आवाजाही के बारे में पता था, लेकिन वह इसका हिस्सा नहीं था।
आईसीआरसी ने सीएनएन को बताया, "हमें एमओएच (स्वास्थ्य मंत्रालय) द्वारा नियोजित काफिले के बारे में सूचित किया गया था, लेकिन हम इसका हिस्सा नहीं थे।"
यूएनआरडब्ल्यूए के अनुसार, हमास-नियंत्रित एन्क्लेव में ईंधन की गंभीर कमी के परिणामस्वरूप, अल-शिफा अस्पताल में जनरेटर में से एक ने शुक्रवार को कथित तौर पर काम करना बंद कर दिया।
इसमें कहा गया है कि एक अन्य जनरेटर अभी भी काम कर रहा है, लेकिन यह अस्पताल की लगभग आधी जरूरतों को ही पूरा कर रहा है।
(आईएएनएस)।
सैन फ्रांसिस्को, 4 नवंबर । एलन मस्क द्वारा संचालित एक्स ने उन उपयोगकर्ता के खातों को बेचना शुरू कर दिया है जो अब उपयोग में नहीं हैं। इसके लिए 50,000 डॉलर का एक निश्चित शुल्क मांगा जा रहा है।
ट्विटर मालिक ने आने वाले महीनों में इस तरह के कार्यक्रम को लागू करने के विचार का खुलासा किया था।
अरबपति ने उल्लेख किया था कि बड़ी संख्या में हैंडल "बॉट्स और ट्रॉल्स" द्वारा ले लिए गए थे और वह "अगले महीने से उन्हें मुक्त करना" शुरू कर देंगे।
एक फॉलोअर ने तब एक "हैंडल मार्केटप्लेस" का सुझाव दिया था जहां लोग एक-दूसरे को खाते बेच सकते थे।
अब फोर्ब्स द्वारा देखे गए ईमेल से पता चलता है कि हैंडल टीम नामक एक एक्स टीम ने मूल रूप से पंजीकृत लोगों द्वारा छोड़े गए खाता नामों की खरीद के लिए एक हैंडल मार्केटप्लेस पर काम शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "एक्स ने संभावित खरीदारों को ईमेल भेजकर खरीदारी शुरू करने के लिए 50,000 डॉलर के एक निश्चित शुल्क का अनुरोध किया है।"
मस्क या एक्स ने आधिकारिक तौर पर रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की।
इस साल की शुरुआत में आई रिपोर्टों में कहा गया था कि मस्क ने जल्द ही 1.5 बिलियन उपयोगकर्ता नाम मुक्त करने की योजना बनाई है।
मई में एक्स ने अपने प्लेटफॉर्म से निष्क्रिय खातों को हटाना शुरू किया। इस बीच, एक्स का मूल्यांकन गिरकर 19 बिलियन डॉलर हो गया है।
एक्स सीईओ लिंडा याकारिनो ने पिछले महीने दावा किया था कि कंपनी 2024 की शुरुआत तक लाभदायक होगी, उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म पर अब 200-250 मिलियन दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता हो सकते हैं।
उनके अनुसार लगभग 1,700 विज्ञापनदाता मंच पर लौट आए हैं। (आईएएनएस)।
सैन फ्रांसिस्को, 4 नवंबर । एलन मस्क द्वारा संचालित एक्स ने उन उपयोगकर्ता के खातों को बेचना शुरू कर दिया है जो अब उपयोग में नहीं हैं। इसके लिए 50,000 डॉलर का एक निश्चित शुल्क मांगा जा रहा है।
ट्विटर मालिक ने आने वाले महीनों में इस तरह के कार्यक्रम को लागू करने के विचार का खुलासा किया था।
अरबपति ने उल्लेख किया था कि बड़ी संख्या में हैंडल "बॉट्स और ट्रॉल्स" द्वारा ले लिए गए थे और वह "अगले महीने से उन्हें मुक्त करना" शुरू कर देंगे।
एक फॉलोअर ने तब एक "हैंडल मार्केटप्लेस" का सुझाव दिया था जहां लोग एक-दूसरे को खाते बेच सकते थे।
अब फोर्ब्स द्वारा देखे गए ईमेल से पता चलता है कि हैंडल टीम नामक एक एक्स टीम ने मूल रूप से पंजीकृत लोगों द्वारा छोड़े गए खाता नामों की खरीद के लिए एक हैंडल मार्केटप्लेस पर काम शुरू कर दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, "एक्स ने संभावित खरीदारों को ईमेल भेजकर खरीदारी शुरू करने के लिए 50,000 डॉलर के एक निश्चित शुल्क का अनुरोध किया है।"
मस्क या एक्स ने आधिकारिक तौर पर रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की।
इस साल की शुरुआत में आई रिपोर्टों में कहा गया था कि मस्क ने जल्द ही 1.5 बिलियन उपयोगकर्ता नाम मुक्त करने की योजना बनाई है।
मई में एक्स ने अपने प्लेटफॉर्म से निष्क्रिय खातों को हटाना शुरू किया। इस बीच, एक्स का मूल्यांकन गिरकर 19 बिलियन डॉलर हो गया है।
एक्स सीईओ लिंडा याकारिनो ने पिछले महीने दावा किया था कि कंपनी 2024 की शुरुआत तक लाभदायक होगी, उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म पर अब 200-250 मिलियन दैनिक सक्रिय उपयोगकर्ता हो सकते हैं।
उनके अनुसार लगभग 1,700 विज्ञापनदाता मंच पर लौट आए हैं। (आईएएनएस)।
सैन फ्रांसिस्को, 4 नवंबर । एलोन मस्क और मार्क जुकरबर्ग के बीच मार्शल आर्ट फाइट अब जल्द नहीं हो सकती है, क्योंकि मार्शल आर्ट सत्र के दौरान घुटने में लगी चोट के बाद मेटा के संस्थापक मार्क जकरबर्ग की सर्जरी हुई है।
इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में जुकरबर्ग ने पोस्ट किया, "मेरे एसीएल (एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) को फाड़ दिया और इसे बदलने के लिए मैंने अभी सर्जरी कराई है।"
वह स्पष्ट रूप से अपने अगले प्रतिस्पर्धी मिश्रित मार्शल आर्ट (एमएमए) मैच के लिए प्रशिक्षण ले रहे थेे।
मेटा सीईओ ने शुक्रवार देर रात कहा, “मैं अगले साल की शुरुआत में एक प्रतिस्पर्धी एमएमए लड़ाई के लिए प्रशिक्षण ले रहा था, लेकिन अब इसमें थोड़ा विलंब हो गया है। ठीक होने के बाद भी इसे करने का इंतजार कर रहा हूं। प्यार और समर्थन के लिए सभी को धन्यवाद।''
उनके अनुयायियों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पेशेवर एथलीटों को ऐसी चोट से उबरने में एक साल तक का समय लग जाता है।
पिछले महीने, जुकरबर्ग ने इंस्टाग्राम पर एक सेल्फी पोस्ट की थी, जिसमें उनका चेहरा सूजा हुआ दिख रहा था और आंखों के नीचे और नाक पर कई चोट के निशान थे।
मेटा सीईओ ने कहा कि ऐसा तब हुआ जब फाइटिंग में एक सामान्य प्रशिक्षण पद्धति नियंत्रण से बाहर हो गई।
उन्होंने कहा, "मुकाबला थोड़ा नियंत्रण से बाहर हो गया है। मेरे अवतार को अपडेट करने की जरूरत पड़ सकती है।"
जुकरबर्ग काफी समय से एमएमए और जिउ-जित्सु जैसे लड़ाकू खेलों में शामिल रहे हैं। एक्स-मालिक मस्क द्वारा उन्हें चुनौती देने के बाद उन्हें और अधिक सक्रिय देखा गया है।
अगस्त में मस्क ने कहा था कि जुकरबर्ग के साथ फाइट इटली के एक महाकाव्य स्थान पर लाइवस्ट्रीम होगी।
हाल ही में, जुकरबर्ग को कई वर्षों के प्रशिक्षण के बाद उनके कोच प्रोफेसर डेव कैमारिलो द्वारा ब्राजीलियाई जिउ-जित्सु में ब्लू बेल्ट से सम्मानित किया गया। (आईएएनएस)।