अंतरराष्ट्रीय
सैन फ्रांसिस्को, 4 नवंबर । एलोन मस्क और मार्क जुकरबर्ग के बीच मार्शल आर्ट फाइट अब जल्द नहीं हो सकती है, क्योंकि मार्शल आर्ट सत्र के दौरान घुटने में लगी चोट के बाद मेटा के संस्थापक मार्क जकरबर्ग की सर्जरी हुई है।
इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में जुकरबर्ग ने पोस्ट किया, "मेरे एसीएल (एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) को फाड़ दिया और इसे बदलने के लिए मैंने अभी सर्जरी कराई है।"
वह स्पष्ट रूप से अपने अगले प्रतिस्पर्धी मिश्रित मार्शल आर्ट (एमएमए) मैच के लिए प्रशिक्षण ले रहे थेे।
मेटा सीईओ ने शुक्रवार देर रात कहा, “मैं अगले साल की शुरुआत में एक प्रतिस्पर्धी एमएमए लड़ाई के लिए प्रशिक्षण ले रहा था, लेकिन अब इसमें थोड़ा विलंब हो गया है। ठीक होने के बाद भी इसे करने का इंतजार कर रहा हूं। प्यार और समर्थन के लिए सभी को धन्यवाद।''
उनके अनुयायियों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पेशेवर एथलीटों को ऐसी चोट से उबरने में एक साल तक का समय लग जाता है।
पिछले महीने, जुकरबर्ग ने इंस्टाग्राम पर एक सेल्फी पोस्ट की थी, जिसमें उनका चेहरा सूजा हुआ दिख रहा था और आंखों के नीचे और नाक पर कई चोट के निशान थे।
मेटा सीईओ ने कहा कि ऐसा तब हुआ जब फाइटिंग में एक सामान्य प्रशिक्षण पद्धति नियंत्रण से बाहर हो गई।
उन्होंने कहा, "मुकाबला थोड़ा नियंत्रण से बाहर हो गया है। मेरे अवतार को अपडेट करने की जरूरत पड़ सकती है।"
जुकरबर्ग काफी समय से एमएमए और जिउ-जित्सु जैसे लड़ाकू खेलों में शामिल रहे हैं। एक्स-मालिक मस्क द्वारा उन्हें चुनौती देने के बाद उन्हें और अधिक सक्रिय देखा गया है।
अगस्त में मस्क ने कहा था कि जुकरबर्ग के साथ फाइट इटली के एक महाकाव्य स्थान पर लाइवस्ट्रीम होगी।
हाल ही में, जुकरबर्ग को कई वर्षों के प्रशिक्षण के बाद उनके कोच प्रोफेसर डेव कैमारिलो द्वारा ब्राजीलियाई जिउ-जित्सु में ब्लू बेल्ट से सम्मानित किया गया। (आईएएनएस)।
तेल अवीव, 4 नवंबर । इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने कहा है कि 27 अक्टूबर को गाजा में जमीनी हमले के बाद से सेना ने अब तक हमास आतंकवादी समूह के 10 ब्रिगेड और बटालियन कमांडरों को मार गिराया है।
यह रहस्योद्घाटन आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने किया। आईडीएफ के अनुसार, जमीनी हमले के बाद से 130 से अधिक हमास आतंकवादी मारे गए हैं।
प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि लेबनान में ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के कई उकसावे के बावजूद सेना गाजा पट्टी पर केंद्रित रही।
हगारी ने यह भी स्वीकार किया कि सेनाएं हमास-नियंत्रित क्षेत्र के अंदर एक कठिन लड़ाई लड़ रही थीं और कहा कि आईडीएफ ने पहले ही कई सुरंगों को नष्ट कर दिया था जहां आतंकवादी छिपे हुए थे।
आईडीएफ ने यह भी कहा कि मंगलवार को सेना के ऑपरेशन के दौरान जबेलिया शरणार्थी शिविर पर कब्जा करने के बाद उसे आतंकवादी समूह के बारे में बहुत सारी जानकारी मिली है।
इसमें आगे कहा गया कि गाजा पट्टी में सबसे बड़े शिविर से प्राप्त खुफिया सामग्री का इस्तेमाल हमास पर आगे के हमलों के लिए किया जाएगा।
इस बीच इजरायली जमीनी सेना फिलिस्तीनी क्षेत्र के सबसे बड़े और सबसे घनी आबादी वाले केंद्र गाजा सिटी को बंद कर रही है।
आईडीएफ सैनिकों के बीच मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। (आईएएनएस)।
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में हमास के साथ जारी संघर्ष में अस्थायी संघर्ष विराम देने की अपील ठुकरा दी है.
नेतन्याहू ने कहा है कि वह तब तक इसके लिए राज़ी नहीं होंगे जब तक हमास की ओर से अगवा किए गए इसराइली नागरिक लौटाए नहीं जाते.
नेतन्याहू की ओर से ये बयान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के उस बयान के ठीक बाद आया है जिसमें उन्होंने ग़ज़ा में मदद सामग्री पहुंचाने के लिए मानवीय आधार पर तात्कालिक विराम लगाने की अपील दोहराई है.
ब्लिंकन ने कहा कि इस तरह के अस्थायी विराम अगवा किए गए लोगों को छुड़ाने के लिए मुफीद वातावरण तैयार कर सकते हैं.
ब्लिंकन ने ये भी कहा है कि इन तात्कालिक विरामों को लगाए जाने के ढंग पर अभी काम किया जा रहा है और इसराइल की ओर से इनकी सार्थकता पर उठाए गए सवाल भी जायज हैं.
लेकिन नेतन्याहू ने कहा है कि इसराइल ऐसे तात्कालिक संघर्ष विरामों को अस्वीकार करता है जिसमें अग़वा किए गए लोगों की वापसी शामिल न हो.
दो संघर्षरत पक्षों के बीच औपचारिक संघर्ष विराम एक लंबी प्रक्रिया के तहत किए गए इंतज़ाम होते हैं जिनमें दोनों पक्षों को आपस में बातचीत करने का मौका मिलता है.
वहीं, तात्कालिक संघर्ष विराम मानवीय आधार पर लगाए जाते हैं जिनकी अवधि कुछ घंटों की होती है. (bbc.com/hindi)
इसराइल ने शुक्रवार को ग़ज़ा में एक एंबुलेंस को निशाना बनाकर हवाई हमला किया.
आईडीएफ़ का कहना है कि एंबुलेंस को हमास एक सेल की तरह इस्तेमाल कर रहा था, यानी वह एंबुलेंस के अंदर बैठकर अपनी गतिविधियां चला रहा था.
वहीं ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि इस हमले में 13 लोग मारे गए हैं.
एक बयान में हमास के अधिकारियों ने कहा कि इसराइली बलों ने उस एंबुलेंस को निशाना बनाया, जो घायलों को अल-शिफ़ा अस्पताल से दक्षिण में रफ़ाह की तरफ़ ले जा रही थी.
संयुक्त राष्ट्र एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) में फ़लस्तीनी शरणार्थियों के मामलों के निदेशक थॉमस व्हाइट ने कहा कि लड़ाई से बचने के लिए शरण लेने वाले फ़लस्तीनियों के लिए यूएन बहुत कुछ नहीं कर सकता है.
उन्होंने कहा कि ग़ज़ा में फ़िलहाल कोई भी जगह सुरक्षित नहीं है. (bbc.com/hindi)
अमेरिका ने पहली बार माना है कि सात अक्टूबर को इसराइल पर हमास के हमले के बाद उसके मानवरहित निगरानी ड्रोन ग़ज़ा के आसमान में उड़ान भर रहे हैं.
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) के प्रवक्ता, ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा कि ड्रोन बंधकों का पता लगाने की कोशिश के लिए काम कर रहे हैं.
बयान में कहा गया है कि बंधकों को छुड़ाने के लिए अमेरिका, इसराइल की मदद कर रहा है.
अमेरिका का यह बयान तब आया, जब कुछ पत्रकारों ने फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट 'फ्लाइट ट्रेड 24' पर देखा कि कुछ एमक्यू-9 रीपर्स ड्रोन ग़ज़ा के ऊपर उड़ान भर रहे हैं.
इन ड्रोन्स को अमेरिका ने पहले अफ़ग़ानिस्तान में हवाई हमले करने के लिए तैनात किया था. ये मानव रहित विमान एक समय में 20 घंटे से ज़्यादा समय तक हवा में रह सकते हैं. यही वजह है कि इनका ज़्यादा इस्तेमाल निगरानी के लिए किया जाता है.
बिना नाम बताए कुछ अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि ड्रोन, ग़ज़ा या उसके आसपास, इसराइल को सैन्य कार्रवाई में मदद नहीं कर रहे थे.
अधिकारियों ने बताया कि इन ड्रोन्स की मदद से अमेरिका बंधकों से जुड़ी जानकारियां इसराइल को दे रहा है. (bbc.com/hindi)
नेपाल में शुक्रवार की रात आए 6.4 तीव्रता के भूकंप में मरने वालों संख्या बढ़कर 120 हो गई है.
नेपाली सेना के प्रवक्ता भंडारी ने बताया कि जाजरकोट में 92 और रुकुम पश्चिम में 36 लोगों की मौत हुई है.
उनके मुताबिक दो जिलों में 140 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
नेपाल पुलिस के प्रवक्ता कुबेर कदायत ने बीबीसी नेपाली सेवा को बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान जाजरकोट और रुकुम पश्चिम जिलों में हुआ है और उनका ध्यान बचाव और खोज अभियान पर है.
बयान अभियान में नेपाल ने पुलिस, सेना और सशस्त्र बलों को भी लगाया है, इसके अलावा हेलीकॉप्टरों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
शुक्रवार, रात 11.77 बजे आए भूकंप को 2015 में नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद सबसे घातक भूकंप माना जा रहा है.
2015 में आया था विनाशकारी भूकंप
नेपाल में 25 अप्रैल 2015 को 7.8 तीव्रता का ज़बरदस्त भूकंप आया था.
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार इसमें क़रीब 9000 लोगों की जान गई, 10 लाख घरों को नुक़सान पहुँचा और करीब 28 लाख लोग विस्थापित हुए.
विनाशकारी भूकंप में नेपाल की राजधानी काठमांडू में स्थित कई ऐतिहासिक इमारतें ध्वस्त हो गई थीं और कई सौ विदेशी पर्यटक भी इसकी चपेट में आ गए थे. (bbc.com/hindi)
खान यूनिस (गाजा पट्टी), 3 नवंबर। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करते हुए शुक्रवार को कहा कि जब तक हमास क्षेत्र में बंधक बनाए गए लोगों को आजाद नहीं करता, तब तक इजराइल वहां आक्रामक सैन्य कार्रवाई के साथ आगे बढ़ता रहेगा।
नेतन्याहू ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से मुलाकात के कुछ देर बाद यह टिप्पणी की। ब्लिंकन ने गाजा में मानवीय स्थितियों में सुधार के लिए इजराइल से अस्थाई संघर्ष-विराम पर सहमत होने का आग्रह किया था। उन्होंने इजराइल से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के हर संभव उपाय करने को भी कहा था।
नेतन्याहू ने संवाददाताओं को जारी एक बयान में कहा कि इजराइल ने "अपनी पूरी ताकत" के साथ लड़ाई जारी रखी है और वह "एक ऐसे अस्थायी संघर्ष-विराम से इनकार करता है, जिसमें उसके बंधकों की रिहाई शामिल नहीं है।"
हमास आतंकवादियों ने इजराइल पर सात अक्टूबर पर किए अप्रत्याशित हमले के दौरान लगभग 240 लोगों को बंधक बना लिया था। (एपी)
वाशिंगटन, 3 नवंबर अमेरिका में अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 के बीच गैरकानूनी रूप से सीमा पार कर घुसने के आरोप में रिकॉर्ड 96,917 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका के सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा (यूसीबीपी) विभाग के ताजा आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
गैरकानूनी रूप से अमेरिकी सीमा पार करते हुए पकड़े गए भारतीयों की संख्या में पिछले वर्षों के मुकाबले पांच गुना वृद्धि हुई है।
आंकड़ों के अनुसार, 2019-20 में 19,883 भारतीय पकड़े गए। 2020-21 में 30,662 भारतीयों को गिरफ्तार किया गया था जबकि 2021-22 में यह संख्या 63,927 थी।
अक्टूबर 2022 से इस साल सितंबर तक गिरफ्तार 96,917 भारतीयों में से 30,010 को कनाडाई सीमा पर और 41,770 को मेक्सिको के साथ लगती अग्रिम सीमा पर पकड़ा गया। वित्त वर्ष 2023 में 84,000 भारतीय वयस्क गैरकानूनी रूप से अमेरिका में आए। गिरफ्तार लोगों में 730 नाबालिग भी शामिल हैं।
अमेरिकी सरकार का वित्त वर्ष एक अक्टूबर से 30 सितंबर तक होता है।
इस बीच, सीनेटर जेम्स लैंकफोर्ड ने बृहस्पतिवार को सीनेट में कहा कि ये लोग मेक्सिको तक पहुंचने के लिए फ्रांस जैसे देशों से करीब चार बार उड़ानों में सवार होते हैं और फिर गिरोहों की मदद से सीमा तक पहुंचने के लिए, बस में सवार होते हैं। बस का इंतजाम गिरोह ही करते हैं।
लैंकफोर्ड ने कहा, ‘‘इस साल अभी तक हमें भारत से आए 45,000 लोग मिले हैं जो हमारी दक्षिणी सीमा पार कर घुसे हैं। उनका कहना है कि उन्हें अपने देश में डर महसूस होता है।’’ (भाषा)
ब्रिटेन में हुई पहली एआई समिट के बाद ईलॉन मस्क ने कुछ भविष्यवाणियां की हैं कि एआई के युग में दुनिया कैसी होगी.
सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्विटर) के मालिक और उद्योगपति ईलॉन मस्क ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण भविष्य "प्रचुरता का युग” होगा जहां सबके पास अत्यधिक आय होगी. लेकिन साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इंसानों जैसे रोबोट जिन्हें ह्यूम्नोएड कहा जाता है, वे इंसान को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक और ईलॉन मस्क ने ब्रिटेन के ब्लेचली पार्क में हुई दुनिया की पहली एआई समिट के बाद एक चर्चा की. इस चर्चा के दौरान स्पेस एक्स और टेस्ला जैसी कंपनियों के मालिक मस्क ने कहा कि एक ऐसा दौर आएगा जब किसी नौकरी की जरूरत नहीं रह जाएगी.
उन्होंने कहा कि एआई एक जादूई जीनी है जो आपकी हर इच्छा पूरी कर सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसी परिकथाओं का अंतर सुखद नहीं होता. मस्क ने कहा, "जीवन का अर्थ खोजना भविष्य की चुनौतियों में से एक होगा.”
जादुई जीनी है एआई
मस्क ने कहा कि एआई इतिहास की सबसे विध्वंसकारी ताकत है, जिसके बाद कोई काम करने की जरूरत नहीं रह जाएगी. उन्होंने कहा, "पता नहीं लोग इससे राहत महसूस करेंगे या परेशान होंगे. यह अच्छा भी है और बुरा भी. अगर आपको ऐसा जादुई जीनी मिल जाए जो आपकी सारी इच्छाएं पूरी कर दे तो हम जीवन का अर्थ कैसे खोजेंगे? यह भविष्य की चुनौतियों में से एक होगी.”
ह्यूम्नोएड्स को लेकर मस्क काफी चिंतित नजर आए. उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि ये ह्यूम्नोएड इंसान के पीछे कहीं भी पहुंच सकते हैं. इसलिए उन्होंने हर रोबोट में एक ऐसा बटन जरूरी बताया जो इन्हें स्विच ऑफ कर सके. उन्होंने कहा, "ये ह्यूम्नोएड कहीं भी आपका पीछा कर सकते हैं. इस बारे में हमें काफी चिंतित होना चाहिए. अगर कोई रोबोट कहीं भी आपके पीछे आ सकता है तो क्या होगा अगर उन्हें एक ऐसा सॉफ्टवेयर अपडेट मिल जाए, जिससे वे दोस्ताना ना रह जाएं.”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक ने कहा कि सभी ने रोबोट के बारे में ऐसी फिल्में देखी हैं जो मशीनों का स्विच बंद करने के साथ खत्म होती हैं.
चीन पर चर्चा
सुनाक और मस्क के बीच एआई को लेकर चीन की भूमिका पर भी बात हुई. मस्क ने इस बात का स्वागत किया कि चीन एआई सुरक्षा पर ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चीन को ब्रिटेन और अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने एआई सुरक्षा सम्मेलन में चीन को शामिल किए जाने का समर्थन किया.
उन्होंने कहा, "अगर अमेरिका, ब्रिटेन और चीन सुरक्षा पर एकमत होंगे तो यह अच्छी बात होगी क्योंकि नेतृत्व का मतलब यही होता है. मेरे ख्याल से उनका (चीन का) यहां होना जरूरी था. अगर उनकी हिस्सेदारी नहीं है तो यह सब बेमतलब है.”
एआई सम्मेलन का हासिल
ब्रिटेन में हुए दुनिया के सबसे पहले एआई सम्मेलन में उद्योगपतियों और नेताओं के बीच इस बात पर सहमति नजर आई कि एआई को लेकर सुरक्षा उपाय बेहद जरूरी हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित करने पर काम करने वाले लोगों ने कहा कि कोई भी नया मॉडल लाने से पहले उसकी जांच जरूरी है ताकि इस तेजी से विकसित हो रही तकनीक के खतरों को सीमित किया जा सके.
पहले भी कई तकनीकी विशेषज्ञों ने एआई को लेकर चेतावनी दी है. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा है कि यह इंसान का सफायाकर सकती है और पूरी दुनिया को संकट में डाल सकती है.
ऋषि सुनाक ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और एक जैसी सोच रखने वाले अन्य देश एआई पर काम कर रहीं कपंनियों के साथ इस ‘ऐतिहासिक समझौते' पर पहुंचे हैं कि कोई भी मॉडल काम में लाए जाने से पहले बहुत सघन जांच से गुजरना चाहिए.
एआई के जनक माने जाने वाले योशुआ बेनिगो को ‘स्टेट ऑफ द साइंस' रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है जो खतरों और क्षमताओं की समीक्षा करेगी. सुनाक ने कहा, "अब तक एआई के नये मॉडलों के खतरों का आकलन वही कंपनियां कर रही थीं जो उन्हें विकसित कर रही थीं. अपना होमवर्क खुद जांचने का काम हम उन पर नहीं छोड़ सकते.”
वीके/एए (रॉयटर्स, एपी, एएफपी)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई पर दुनिया की पहली बड़ी बैठक ब्रिटेन में हो रही है. विश्वभर से राजनीति और तकनीक के जानकार, इस क्रांतिकारी डिजिटल तकनीक के सुरक्षित इस्तेमाल पर चर्चा करेंगे.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस, ईयू प्रमुख उरसुला फॉन डेय लाएन और संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंटोनियो गुट्रेस इस बैठक में हिस्सेदारी कर रहे हैं. कुल 27 सरकारों के प्रतिनिधि इसमें भाग ले रहे हैं. समिट का मकसद एआई के बढ़ते इस्तेमाल से पैदा हो रहे सवालों पर विचार करना है.
विभिन्न क्षेत्रों में एआई के बढ़ते प्रयोग ने जहां एक ओर इसकी संभावनाओं की झलक दिखाई है, वहीं इससे इंसानी नौकरियों को खतरा, साइबर हमलों और तकनीक पर मानवीय नियंत्रण के बारे में डर भी पैदा हुआ है. इस बैठक के पहले ही दिन इलॉन मस्क हिस्सेदारी करने दिखे. पहले यह साफ नहीं था कि वह खुद आएंगे या फिर ऑनलाइन शिरकत करेंगे.
ऋषि सुनक की पहल
यह बैठक ब्रिटिश प्रधानमंत्री सुनक की पहल पर हो रही है, बल्कि कहना चाहिए कि यह उन्हीं के दिमाग की उपज है. पिछले हफ्ते सुनक ने अपने एक बयान में जोर दिया था कि उनका लक्ष्य सुरक्षा के मामले पर एक अंतरराष्ट्रीय समझ विकसित करना है, जहां "हम साझेदारों के साथ सहयोग करके यह सुनिश्चित कर सकें कि एआई का प्रयोगसुरक्षित है."
सुनक ने कहा, "हम पूरी ताकत लगाकर इसके जोखिमों पर दुनिया के पहले अंतरराष्ट्रीय बयान पर सहमति की कोशिश करेंगे." हालांकि, खबरों के मुताबिक इस बैठक को लेकर ब्रिटेन को अपनी महत्वकांक्षाएं नियंत्रित भी करनी पड़ीं. जैसे एक नियामक बनाने जैसे विचारों से पीछे हटना, क्योंकि उसे लेकर ज्यादा उत्साह नहीं था.
एआई से जुड़ी चिंताएं
एआई ने बहुत सारे क्षेत्रों के लिए उम्मीदें जगाई हैं. खासकर मेडिकल साइंस के विकास में इसके सकारात्मक इस्तेमाल की बहुत संभावनाएं दिखती हैं. सुनक को इस बैठक से बड़ी उम्मीदें हैं. वह एक साझा मंच से किसी औपचारिक प्रगति पर जोर देते रहे हैं. लेकिन पेशे से वकील कोरी क्राइडर, जो साफ-सुथरी तकनीक के लिए कैंपेन करते हैं, उन्हें लगता है कि एआई बैठक में चर्चा के अलावा शायद ही कुछ और होगा.
सैन फ्रांसिस्को में एक प्रेसवार्ता के दौरान सुनक पर टिप्पणी करते हुए क्राइडर कहती हैं, "अगर वह इस बारे में गंभीर होते, तो इसकी तह में जाते और ब्रिटेन की सारी बड़ी तकनीकी कंपनियों और नियामकों को साथ लाते. ऐसा नहीं हुआ. श्रम से जुड़े नियामक कहां हैं, जो यह देखें कि नौकरियां खतरे में हैं या खत्म हो रही हैं. डाटा सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले रेग्यूलेटर कहां हैं?"
बैठक पर धुंध
इस वार्ता को लेकर सुनक की एक आलोचना यह भी हो रही है कि इसमें केवल तकनीक के जोखिमों पर ध्यान है. इसके बावजूद ब्रिटेन ने बुधवार को ही अफ्रीका में 46 मिलियन डॉलर की एआई परियोजाओं में पैसा लगाने की बात कही है. बैठक से पहले सोमवार को जी7 देशों में उन कंपनियों के लिए एक कोड ऑफ कंडक्ट पर सहमति बनी है, जो अत्याधुनिक एआई सिस्टम विकसित कर रही हैं. हालांकि, यह बाध्यकारी नहीं है.
व्हाइट हाउस ने एआई के इस्तेमाल से जुड़े अपने सुरक्षा मानक तय किए हैं, जिसके तहत कंपनियों को अपने कुछ खास तरह के सिस्टम सरकारी रिव्यू के लिए जमा करने होंगे. इस बैठक में चीनी प्रतिनिधि के भी शामिल होने की संभावना है. हालांकि, पश्चिमी देशों के साथ जारी तनाव के बीच बीजिंग को बुलावा भेजने पर भौंहें टेढ़ी जरूर हुई हैं.
एसबी/वीएस (एएफपी)
तेहरान, 3 नवंबर । ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को हिब्रू भाषा में एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि यहूदी राष्ट्र 'अमेरिकी समर्थन के बिना, कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा।'
एक्स पर अपनी पोस्ट में खामेनेई ने कहा, "ज़ायोनी सरकार (इज़राइल) आपसे झूठ बोल रही है, और यह तब भी झूठ बोल रही थी जब उसने फिलिस्तीनियों के साथ अपने कैदियों के बारे में चिंता व्यक्त की थी।"
ये कैदी गाजा में हमास आतंकवादी समूह द्वारा रखे गए इजरायली बंधकों के संदर्भ में थे।
इज़रायली अधिकारियों के अनुसार, गाजा में वर्तमान में 242 लोग बंदी हैं, जिनमें इज़रायली और विदेशी नागरिक शामिल हैं।
खामेनेई ने आरोप लगाया कि इज़राइल अब "असहाय और भ्रमित" है।
सर्वोच्च नेता ने कहा, "और अमेरिकी समर्थन के बिना (इज़राइल) कुछ ही दिनों में चुप हो जाएगा।"
लेबनानी-इजरायल सीमा पर तनाव तब शुरू हुआ जब हिजबुल्लाह ने 7 अक्टूबर को यहूदी राष्ट्र पर हमास के अचानक हमले के समर्थन में 8 अक्टूबर को इजरायली सैन्य स्थलों की ओर कई रॉकेट दागे।
जवाब में, इजरायली सेना ने उसी दिन दक्षिणपूर्वी लेबनान पर भारी तोपखाने दागे। (आईएएनएस)।
चीन अपनी बेल्ट एंड रोड योजना के तहत पूरी दुनिया में पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. इसके जवाब में यूरोपीय संघ ने ग्लोबल गेटवे योजना शुरू की है. आखिर ये दोनों योजनाएं एक-दूसरे से कितनी अलग हैं?
दो साल पहले यानी 2021 में, यूरोपीय संघ ने विकासशील देशों के साथ-साथ, उभरते बाजारों में निवेश करने के लिए अपनी ‘ग्लोबल गेटवे' योजना शुरू की थी. पिछले महीने इस योजना को लेकर ईयू ने पहला ग्लोबल गेटवे फोरम आयोजित किया. इसका मकसद था कि साझेदारों के साथ इस योजना के विकास का जायजा लिया जाए, उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित किया जाए, आपसी सहयोग को मजबूत बनाया जाए और नई परियोजनाओं को लेकर विचार-विमर्श किया जाए.
दरअसल, यूरोपीय संघ ने मूल रूप से चीन की बेल्ट एंड रोड इंफ्रास्ट्रक्चर इनिशिएटिव (बीआरआई) के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपनी वैश्विक निवेश योजना शुरू की है. चीन की योजना को कुछ लोग न्यू सिल्क रोड भी कहते हैं. पिछले 10 सालों में चीन ने दुनिया भर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में करीब 900 अरब यूरो (948 अरब डॉलर) का निवेश किया है. जबकि ईयू की योजना 2027 तक कुछ देशों में सिर्फ 300 अरब यूरो निवेश करने की है. ईयू की ग्लोबल गेटवे योजना के लगभग 60 भागीदार हैं. जबकि चीन के पास 150 से अधिक भागीदार हैं.
ब्रसेल्स में 25 अक्टूबर को फोरम के उद्घाटन के मौके पर यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उरसुला फॉन डेय लाएन ने कहा, "ग्लोबल गेटवे की शुरुआत देशों को एक बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने के मकसद से की गई है. ईयू की योजना चीन की तुलना में ज्यादा निष्पक्ष और कम नौकरशाही वाली है. दुनिया के कई देशों के लिए निवेश के विकल्प काफी सीमित हैं. साथ ही, वहां निवेश में काफी ज्यादा लागत आती है. जब हमारे मित्र बेहतर तरीके से सहयोग करते हैं, तो हमारा आपसी संबंध भी मजबूत होता है. हम सब कामयाब होते हैं. यही कारण है कि यूरोप ने अपने भागीदारों के साथ मिलकर काम करने का विकल्प चुना है.”
हरित और टिकाऊ परियोजनाओं को बढ़ावा देता ईयू
यूरोपीय संघ की योजना चीन की तरह परिवहन और बुनियादी ढांचे पर केंद्रित नहीं है. चीन ने रेलवे, सड़क नेटवर्क के विस्तार और बंदरगाहों के निर्माण के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया है. इससे चीन से माल के साथ-साथ कंटेनरों की ढुलाई में मदद मिलती है. वहीं, यूरोपीय संघ का कहना है कि उसने ऊर्जा, चिकित्सा और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में हरित और टिकाऊ परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए ग्लोबल गेटवे योजना शुरू की है.
इस योजना की पहली बड़ी परियोजना के तहत घाना, रवांडा, सेनेगल और दक्षिण अफ्रीका में 2022 में वैक्सीन निर्माण केंद्रों को स्थापित किया गया. फिलहाल 90 ग्लोबल गेटवे परियोजनाएं जारी हैं, जिनकी लागत 66 अरब यूरो है. ब्रसेल्स में फोरम के दौरान कई अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. हालांकि, इस सम्मेलन में कुछ ही देशों के राष्ट्र प्रमुखों ने हिस्सा लिया.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने देश में अक्षय ऊर्जा विकसित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किया. वहीं, वियतनाम के उप-प्रधानमंत्री ट्रान होंग हा ने ग्रीन एनर्जी ट्रांजिशन के लिए समझौता किया. यूरोपीय संघ को उम्मीद है कि खनिजों ओर दुर्लभ धातु रेयर अर्थ के लिए एशिया और अफ्रीकी देशों के साथ कई अन्य समझौते किए जाएंगे.
निजी निवेशकों को मौका
यूरोपीय आयोग और लक्जमबर्ग स्थित यूरोपीय निवेश बैंक (ईआईबी) निवेश के लिए धन उपलब्ध कराने में अहम भूमिका निभाते हैं. वे संभावित ग्लोबल गेटवे परियोजनाओं के लिए सभी आवेदनों की जांच करते हैं. हालांकि, निजी यूरोपीय कंपनियों की ओर से भी बड़ा निवेश किए जाने की उम्मीद है. इन कंपनियों की हिस्सेदारी चीनी कंपनियों की तुलना में काफी अधिक है.
ब्रसेल्स में उर्सुला फॉन डेय लाएन ने कहा, "हम यूरोप की बड़ी कंपनियों की आर्थिक शक्ति को संगठित कर रहे हैं. पब्लिक-प्राइवेट टीमवर्क ही इस योजना की खासियत है. सरकारी निवेश, प्रशिक्षण, बेहतर नियम-कानूनों की मदद से हम निजी निवेशकों को बता सकते हैं कि उन्हें इन महत्वाकांक्षी योजनाओं से आने वाले समय में कितना लाभ मिलेगा.
यूरोपीय बाजार पर प्रभुत्व रखने वाली जर्मन मैकेनिकल इंजीनियरिंग कंपनियों ने ग्लोबल गेटवे योजना का स्वागत किया है और वे इसका हिस्सा बनना चाहती हैं. जर्मनी और यूरोप में मशीनरी और उपकरण निर्माण उद्योग के सबसे बड़े नेटवर्क संगठन वीडीएमए के उलरिख अखरमान ने कहा कि परियोजनाओं को तेजी से शुरू किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, "यूरोपीय संघ को अपने सिद्धांतों को लागू करना चाहिए. परियोजनाओं को पारदर्शी बनाना चाहिए, भ्रष्टाचार रोकने के उपाय करने चाहिए और निवेश पर रिटर्न का अनुमान बताना चाहिए. साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त तकनीकी मानकों को लागू किया जाना चाहिए. ईयू को चीनी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का एक विकल्प पेश करना चाहिए जो अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और टिकाऊ हो.”
हांगकांग से छपने वाले अंग्रेजी अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने हाल ही में एक लेख में सुझाव दिया कि चीन अप्रत्यक्ष रूप से यूरोपीय कंपनियों के फैसलों को प्रभावित कर सकता है. सितंबर के बाद से ईयू ने ग्लोबल गेटवे योजना में शामिल बड़ी कंपनियों के समूह से सलाह मांगी है. इन कंपनियों में सीमेंस, वोल्वो, अल्सटॉम और मेर्स्क शामिल हैं. ये कंपनियां चीन के साथ भी व्यावसायिक तौर पर जुड़ी हुई हैं. चीनी कंपनियों के पास पुर्तगाली ऊर्जा कंपनी ईडीपी और एंटवर्प के बंदरगाह में बड़ी हिस्सेदारी है, जो सलाहकार बोर्ड में भी शामिल हैं
दोनों योजनाओं में शामिल हो सकते हैं देश
यूरोपीय आयोग के अधिकारियों ने बताया कि ग्लोबल गेटवे कोई खास योजना नहीं है. इसका लक्ष्य चीन के चंगुल से आजाद होना है, लेकिन पूरी तरह अलग होना नहीं. जो देश ग्लोबल गेटवे में शामिल होते हैं, वे चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव में भी हिस्सेदार बन सकते हैं. बांग्लादेश और सर्बिया भी उन अन्य देशों में शामिल हैं जो दोनों योजनाओं में हिस्सेदार हैं.
पिछले सप्ताह बीजिंग में बेल्ट एंड रोड शिखर सम्मेलन में 10,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था. इसमें चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा था कि वह यूरोपीय योजनाओं के साथ काम करने की कल्पना कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस प्रतिस्पर्धा को ‘सकारात्मक दृष्टिकोण' से देखा जाना चाहिए. साथ ही, ‘चीन और पश्चिमी देशों, दोनों के फायदे के लिए इन योजनाओं को एक साथ जोड़ने की इच्छा जाहिर की.'
मानवाधिकार आधारित वित्तीय और आर्थिक प्रणालियों की वकालत करने वाले ब्रसेल्स स्थित नेटवर्क फॉर डेब्ट एंड डेवलपमेंट की निदेशक जीन सलदान्हा ने कहा कि ग्लोबल गेटवे ने मानवाधिकारों, बेहतर शासन और ऐसे अन्य मानकों पर पर्याप्त जोर नहीं दिया है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव से कितना अलग है? आखिरकार इसका नतीजा यह निकलता है कि यूरोप चीन से प्रतिस्पर्था करने की कोशिश कर रहा है और इससे ज्यादा कुछ नहीं. आने वाले समय में स्थिति और साफ होगी, लेकिन शायद ही दोनों के बीच अंतर देखने को मिले.”
क्यूपर्टिनो (कैलिफ़ोर्निया), 3 नवंबर । एप्पल ने सितंबर तिमाही में भारत में सर्वकालिक राजस्व रिकॉर्ड हासिल किया है। इसके सीईओ टिम कुक ने कहा, देश में विकास की काफी संभावनाएं हैं, जहां बहुत सारे लोग मध्यम वर्ग में जा रहे हैं।
गुरुवार देर रात कंपनी की तिमाही आय कॉल के दौरान, जहां एप्पल ने कहा कि उसने 89.5 बिलियन डॉलर का तिमाही राजस्व अर्जित किया है, आईफोन निर्माता ने जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत में बहुत मजबूत दोहरे अंकों में वृद्धि की।
कुक ने कहा, "हमने भारत में सर्वकालिक राजस्व रिकॉर्ड के साथ-साथ ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, इंडोनेशिया, मैक्सिको, फिलीपींस, सऊदी अरब, तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात, वियतनाम और कई देशों में सितंबर तिमाही के रिकॉर्ड राजस्व हासिल किए।"
उन्होंने कहा, "सेवाओं में, हमने दो अंकों की वृद्धि के साथ और अपनी उम्मीदों से आगे बढ़कर एक सर्वकालिक राजस्व रिकॉर्ड बनाया है।"
कुक ने कहा कि भारत उनके लिए एक अविश्वसनीय रूप से रोमांचक बाजार है और कंपनी के लिए एक प्रमुख फोकस है।
एप्पल सीईओ ने कहा, ''एक बड़े बाजार में हमारी हिस्सेदारी कम है और इसलिए ऐसा लगता है कि वहां काफी गुंजाइश है। हम एक असाधारण बाज़ार देखते हैं जिसमें बहुत से लोग मध्यम वर्ग की ओर बढ़ रहे हैं।''
उन्होंने कहा, ''बहुत सारे पॉजिटिव्स हैं, हमने वहां दो खुदरा स्टोर खोले हैं और वे हमारी अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, यह अभी भी शुरुआती दौर में है लेकिन उन्होंने अच्छी शुरुआत की है और इस समय चीजें जिस तरह से चल रही हैं उससे मैं और ज्यादा खुश नहीं हो सकता। ''
वित्त वर्ष 2023 में भारत में एप्पल का राजस्व लगभग 50,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, बिक्री 48 प्रतिशत बढ़कर 49,321 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 76 प्रतिशत बढ़कर 2,229 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने इस साल तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर अवधि) में भारत में अपना अब तक का सबसे अधिक तिमाही शिपमेंट 2.5 मिलियन यूनिट को पार करते हुए दर्ज किया।
एप्पल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य वित्तीय अधिकारी लुका मेस्त्री ने कहा कि उभरते बाजारों में मजबूती के कारण कंपनी आईफोन पर सितंबर तिमाही के रिकॉर्ड पर पहुंच गई।
मेस्त्री ने कहा, ''एक्टिव डिवाइस का हमारा इंस्टॉल-बेस, सभी प्रोडक्ट्स और सभी जियोग्राफिक सेगमेंट्स में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हमारे हाई लेवल कस्टमर सेटिस्फेक्शन और हमारे इकोसिस्टम में शामिल होने वाले कई नए कस्टमर्स को धन्यवाद।''
उन्होंने कहा, "हम भारत में नए एप्पल रिटेल स्टोर्स के साथ वियतनाम और चिली में ऑनलाइन स्टोर्स तक अपनी प्रत्यक्ष उपस्थिति का विस्तार कर रहे हैं।" (आईएएनएस)।
अमेरिकी नौसेना में एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी की ऐतिहासिक पदोन्नति का मतलब है कि वह देश की नौसेना की कमान संभालने के साथ-साथ ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला बन गई हैं.
अमेरिकी सीनेट ने देश की नौसेना का नेतृत्व करने के लिए एडमिरल लिसा फ्रैंचेटी के नामांकन की पुष्टि करने के लिए मतदान किया, जिससे वह शीर्ष अमेरिकी नौसेना अधिकारी बनने के साथ-साथ ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के सदस्य के रूप में सेवा देने वाली पहली महिला बन गई हैं.
उन्हें 'नौसेना संचालन प्रमुख' के पद के लिए मंजूरी दे दी गई. सीनेट के 95 सदस्यों ने पक्ष में और एक ने विपक्ष में मतदान किया. हालांकि, उनकी ऐतिहासिक पदोन्नति में महीनों की देरी हुई.
प्रमोशन में महीने लगे
जब राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस साल जुलाई में इस पद के लिए उनका नाम चुना, तो फ्रैंचिटी वरिष्ठ जनरलों और ध्वज अधिकारियों की एक लंबी सूची में शामिल हो गईं, जिनकी पदोन्नति एक रिपब्लिकन सीनेटर द्वारा रोक दी गई थी.
पेंटागन की नीति है कि अगर कोई सैन्यकर्मी गर्भपात कराना चाहता है, तो उसे उस राज्य की यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी जहां इसकी अनुमति है. इसी नीति के विरोध में अलबामा राज्य के सीनेटर टॉमी टुब्रोवे ने सेना में ऐसी पदोन्नति को रोक दिया है.
पिछले साल अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 1973 के ऐतिहासिक रो वर्सेज वेड फैसले को पलट दिया, जिसने गर्भपातके संवैधानिक अधिकार को मान्यता दी थी. पेंटागन ने तब कहा कि वह उन सेवा सदस्यों के यात्रा व्यय को कवर करेगा जिन्हें राज्य कानूनों के कारण गर्भपात के लिए राज्य से बाहर जाना पड़ता है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से कई राज्यों में गर्भपात की पहुंच काफी हद तक प्रतिबंधित कर दी गई है. सेना का तर्क है कि सैन्य कर्मियों को गर्भपात की सुविधा से वंचित नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि उन्हें कब और कहां तैनात किया जाएगा, इस पर उनका नियंत्रण नहीं है.
38 साल का अनुभव
फ्रैंचेटी एक जमीनी युद्ध अधिकारी हैं, जिन्होंने सभी स्तरों पर कमान संभाली हैं, जिसमें एक नौसैनिक विध्वंसक और एक विमान वाहक स्ट्राइक ग्रुप कमांडर के रूप में दो कार्यकाल शामिल हैं.
फ्रैंचेटी के पास इस क्षेत्र में 38 साल का अनुभव है और वह अमेरिकी नौसेना में चार सितारा एडमिरल के पद पर पदोन्नत होने वाली केवल दूसरी महिला हैं.
सीनेट द्वारा फ्रैंचेटी की पुष्टि के साथ ही जनरल डेविड डब्ल्यू एल्विन को भी अगले वायु सेना प्रमुख के रूप में नियुक्ति की पुष्टि की गई है. इसके अलावा मरीन कॉर्प्स लेफ्टिनेंट जनरल क्रिस्टोफर महोनी को मरीन कॉर्प्स के सहायक कमांडेंट के रूप में जिम्मा सौंपा गया है.
एए/सीके (रॉयटर्स, एपी)
ब्रुसेल्स, 3 नवंबर । तूफान सियारन ने यूरोप के कई देशों को तबाह कर दिया है, इससे मौतें हुई हैं और चोटें आई हैं, स्कूल बंद हो गए हैं और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
गुरुवार को 100 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से चलने वाली आंधी के कारण, बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स से 50 किमी उत्तर-पश्चिम में गेन्ट शहर के एक पार्क में एक पेड़ गिरने से दो पैदल यात्री घायल हो गए। उनमें से एक की मौत हो गई और दूसरे का पैर टूट गया, स्थानीय पुलिस ने यह पुष्टि की।
पुलिस ने बताया कि उसी शहर में तूफान के कारण हुई एक अन्य दुर्घटना में पांच साल के बच्चे की मौत हो गई।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, फ्रांस में विनाशकारी मौसम के कारण दो लोगों की मौत हो गई - एक ट्रक चालक और एक व्यक्ति जो तेज हवाओं के बीच अपनी बालकनी से गिर गया।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि नीदरलैंड ने लिम्बर्ग के डच प्रांत के एक छोटे से शहर वेनरे में पेड़ गिरने से कम से कम एक मौत की सूचना दी है।
इसमें कहा गया है कि इसी तरह की दुर्घटनाओं में कई लोग घायल हुए हैं।
शहर के अग्निशमन विभाग ने कहा कि तेज आंधी ने स्पेन की राजधानी मैड्रिड में भी पेड़ उखाड़ दिए, इससे एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए।
मैड्रिड में फायर ब्रिगेड को हवा से नुकसान की 607 रिपोर्टें मिलीं।
शहर के अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से गुरुवार को मैड्रिड के सभी पार्क बंद कर दिए।
तेज हवाओं और बारिश ने कई यूरोपीय हवाई अड्डों पर हवाई, समुद्री और रेल यातायात को बाधित कर दिया, इससे स्पेन और नीदरलैंड में उड़ानें रद्द हो गईं, रॉटरडैम बंदरगाह पर कई टर्मिनल बंद हो गए और बेल्जियम में ट्रेनों की गति धीमी हो गई।
फ्रांस में, तूफान सियारन ने सिग्नल टावरों को प्रभावित किया और कम से कम दस लाख ग्राहकों के लिए मोबाइल संचार काट दिया।
इस बीच, इसने यूके और फ्रांस में बिजली आपूर्ति नेटवर्क को नुकसान पहुंचाया, इससे हजारों घरों में बिजली नहीं रही।
गुरुवार शाम 6 बजे तक गुरुवार को, फ्रांस के ब्रिटनी और नॉर्मंडी में 684,000 से अधिक घर बिजली आपूर्ति फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे थे।
यूके पावर नेटवर्क्स ने कहा कि यूके में, डेवोन और कॉर्नवाल, ससेक्स, सरे और चैनल द्वीप समूह में, तेज हवाओं और भारी बारिश से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
दक्षिणी इंग्लैंड में 300 से अधिक स्कूलों को इस चेतावनी के बीच बंद कर दिया गया है।कुछ स्कूल शुक्रवार को बंद रहेंगे।
जर्सी में लगभग 40 लोगों को उनके घर क्षतिग्रस्त होने के बाद निकाला गया। द्वीप पर हवा की गति 104 मील प्रति घंटे (लगभग 167 किलोमीटर प्रति घंटे) थी।
जर्सी फायर एंड रेस्क्यू सर्विस ने कहा, "हमे अभी भी बहुत सारी कॉल प्राप्त हो रही है।"
ऑनलाइन पोस्ट की गई तस्वीरों और वीडियो में तूफान के परिणामस्वरूप गिरे हुए पेड़, अवरुद्ध सड़कें और टूूूटी खिड़कियां दिखाई दे रही हैं। (आईएएनएस)।
तेल अवीव, 3 नवंबर । इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि गाजा में जमीनी लड़ाई शुरू होने के बाद से उसने 130 हमास आतंकवादियों को मार गिराया है।
आईडीएफ ने कहा कि उसने 27 अक्टूबर से गाजा पट्टी में कई आतंकी ढांचों को भी नष्ट कर दिया है।
बयान में कहा गया है कि आईडीएफ हवाई, समुद्र और जमीन से हमास से मुकाबला कर रहा है। (आईएएनएस)।
दी-अल-बलाह (गाजा पट्टी), 3 नवंबर। हमास के आतंकवादियों के साथ लड़ रहे इजराइली सुरक्षा बलों ने बृहस्पतिवार को गाजा सिटी की घेराबंदी करने के बीच युद्ध में मारे गए फलस्तीनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 9,000 हो गई।
अमेरिका और अरब के नेताओं ने इजराइल पर गाजा की घेराबंदी में ढील देने और नागरिकों की मदद के लिए कम से कम कुछ समय के लिए युद्ध में विराम देने का दबाव बढ़ाया है।
हमास के भीषण हमले के करीब चार हफ्ते बाद इजराइल का हमास आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध जारी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मानवीय सहायता आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए युद्ध में ‘‘अल्प विराम’’ की सलाह दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को वार्ता के लिए इजराइल और जॉर्डन की यात्रा करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य फलस्तीन के लिए सहायता आपूर्ति की अनुमति और विदेशी नागरिकों एवं घायलों की निकासी का मार्ग प्रशस्त करना है। पिछले दो दिनों में करीब 800 लोग वहां से निकले हैं।
इजराइल ने बाइडन के सुझाव पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उसके प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘हम आगे बढ़ रहे हैं। हमें कोई रोक नहीं सकता।’’ नेतन्याहू ने इससे पहले संघर्ष-विराम को खारिज कर दिया था। उन्होंने गाजा पट्टी में हमास के शासन को खत्म करने का संकल्प लिया।
गाजा सिटी के दक्षिण में कई मील दूर स्थित बुरीज शरणार्थी शिविर में बृहस्पतिवार के हवाई हमले में एक आवासीय इमारत मलबे में तब्दील हो गई।
गाजा के असैन्य सुरक्षा विभाग प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और स्थानीय निवासियों ने कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जताई।
अमेरिका के सहयोगियों सहित अरब देशों ने युद्ध को लेकर चिंता जताई है। जॉर्डन ने इजराइल से अपना राजदूत बुला लिया है और युद्ध रुकने तक इजराइल के राजदूत को देश से बाहर रहने को कहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिका आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका आम संघर्ष विराम की दिशा में बढ़ने की बात नहीं कर रहा, लेकिन ‘‘कुछ समय के लिए इसमें विराम’’ देना चाहिए।
बाइडन ने बृहस्पतिवार को कहा कि दोहरी नागरिकता वाले 74 अमेरिकी नागरिकों ने गाजा पट्टी छोड़ दी है। उन्होंने इजराइल-हमास युद्ध के संबंध में इजराइल और जॉर्डन के नेताओं के साथ परामर्श के लिए अपने शीर्ष राजनयिक को पश्चिम एशिया में भेजा है।
राष्ट्रपति ने पत्रकारों के साथ एक संक्षिप्त बातचीत में कहा, ‘‘हमने आज दोहरी नागरिकता वाले 74 अमेरिकी लोगों को वहां से बाहर निकाला।’’
व्हाइट हाउस ने पहले कहा था कि सात अक्टूबर को इजराइल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से लगभग 500 से 600 अमेरिकी नागरिक गाजा में फंसे हुए थे। तब से संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है और इसका कोई अंत नजर नहीं आ रहा है।
एपी सुरभि सिम्मी सिम्मी 0311 0957 दीरअलबलाह (एपी)
इसराइली सेना ने बताया है कि हमास के ख़िलाफ़ जारी संघर्ष में उन्होंने ग़ज़ा सिटी को पूरी तरह से घेर लिया है.
इसराइल डिफ़ेंस फ़ोर्सेज के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बताया कि सेना हमास के कई ठिकानों पर हमले कर रही है.
ग़ज़ा पट्टी के उत्तरी इलाके में स्थित ग़ज़ा सिटी युद्ध शुरू होने से पहले सबसे ज़्यादा घनी आबादी वाला इलाका था. यहां करीब सात लाख से ज़्यादा लोग रह रहे थे. लेकिन 13 अक्टूबर को इसराइल ने उत्तरी ग़ज़ा के लोगों को दक्षिणी इलाकों में चले जाने की चेतावनी दी थी.
अभी स्पष्ट नहीं है कि ग़ज़ा सिटी में कितने लोग रह रहे हैं लेकिन तस्वीरों में शहर में हर तरफ़ तबाही नज़र आ रही है और सड़कें खाली हैं.
इसराइली सेना ने बार-बार कहा है कि ग़ज़ा सिटी हमास की गतिविधियों का बड़ा ठिकाना है और वे उन सभी को नष्ट करना चाहते हैं. (bbc.com/hindi)
लंदन, 2 नवंबर भारत की आजादी के 76 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में अगस्त में ब्रिटेन में निर्मित विंटेज कार ‘1950 एमजी वाईटी’ पर सवार होकर विशेष एकता यात्रा पर निकले अहमदाबाद के एक व्यवसायी ने कार को उसके निर्माणस्थल इंग्लैंड वापस लाने का अपना मिशन पूरा कर लिया है।
दमन ठाकोर (50) अपने 75 वर्षीय पिता, 21 वर्षीय बेटी और दोस्तों व परिवार के साथ "लाल परी" नामक अपनी कार चलाकर 14 देशों में 11,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर मंगलवार को दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड के एबिंगडन में एमजी फैक्ट्री पहुंचे।
यह दौरा सरदार पटेल की जयंती पर भारत में मनाए जाने वाले राष्ट्रीय एकता दिवस पर संपन्न हुआ। ठाकोर ने महाराजा चार्ल्स तृतीय के एक प्रतिनिधि को गुजरात की ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की प्रतिकृति सौंपी।
ठाकोर ने कहा कि सरदार पटेल के आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास के मूल्यों ने "टीम लाल परी" को दुबई और ईरान की चिलचिलाती गर्मी, ईरान के रेगिस्तान, रेतीले तूफान और दुर्गम पहाड़ी इलाकों के बावजूद यात्रा को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।
महाराष्ट्र सरकार में कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने अगस्त में स्वतंत्रता दिवस पर मुंबई में प्रतीकात्मक रूप से इस यात्रा को हरी झंडी दिखाई थी। (भाषा)
लंदन, 2 नवंबर । प्रतिस्पर्धा अपील न्यायाधिकरण ने यूके क्लास एक्शन मुकदमे को रोकने के एप्पल के अनुरोध को खारिज कर दिया है, जिसमें तकनीकी दिग्गज पर ग्राहकों को नए मॉडल खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जानबूझकर पुराने आईफोन के प्रदर्शन को धीमा करने का आरोप लगाया गया था।
द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता अधिकार प्रचारक जस्टिन गुटमैन ने पिछले साल एप्पल के खिलाफ मुकदमा दायर किया था, इसमें आरोप लगाया गया था कि कंपनी ने आईफोन 6, 6 प्लस, 6एस, 6एस प्लस, एसई, 7 और 7 प्लस में ऐसी बैटरियां लगाई हैं जो डिवाइस के प्रोसेसर या संचालन सिस्टम के साथ तालमेल नहीं बिठा पाती हैं।
एप्पल ने आरोपों को "निराधार" बताते हुए मई में मुकदमे को रोकने का प्रयास किया।
कंपनी ने उन दावों का भी खंडन किया कि कुछ आईफोन 6एस मॉडल को छोड़कर, उसकी बैटरियों में समस्याएं थीं।
रिपोर्ट में एप्पल के एक प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है, "हमने कभी भी ऐसा कुछ नहीं किया है, जो जानबूझकर किसी एप्पल उत्पाद के जीवन को छोटा करता है, या ग्राहकों को बढ़ावा देने के लिए यूजर्स के अनुभव को ख़राब करता है।"
प्रवक्ता ने कहा, "हमारा लक्ष्य हमेशा ऐसे उत्पाद बनाना रहा है, जो हमारे ग्राहकों को पसंद आएं और आईफोन को यथासंभव लंबे समय तक चलाना इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"
गुटमैन ने 25 मिलियन यूके आईफोन यूजर्स की ओर से लंदन में प्रतिस्पर्धा अपील न्यायाधिकरण में मुकदमा दायर किया, जिन्होंने आईफोन के 10 विभिन्न मॉडलों में से किसी एक का उपयोग किया था।
मुकदमे के अनुसार, आईफोन निर्माता ने पावर प्रबंधन सॉफ़्टवेयर अपडेट जारी करके आईफोन उपयोगकर्ताओं को "गुमराह" किया, जिसने प्रभावित उपकरणों के प्रदर्शन को "गुप्त रूप से बाधित" कर दिया।
2020 में, एप्पल ने कंपनी पर सॉफ़्टवेयर अपडेट के साथ कुछ पुराने आईफोन मॉडल को धीमा करने का आरोप लगाने वाले कई मुकदमों को समाप्त करने के लिए अमेरिकी बाज़ार में 500 मिलियन डॉलर तक का भुगतान करने की घोषणा की।
2017 में एप्पल ने स्वीकार किया था कि उसने अप्रत्याशित शटडाउन से बचने के लिए कभी-कभी पुरानी बैटरी वाले कुछ आईफोन मॉडल को धीमा कर दिया था।
एप्पल ने किसी भी गलत काम से इनकार किया, लेकिन समझौते के लिए सहमत हो गया। (आईएएनएस)।
कीव, 2 नवंबर । यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के एक विशेष गठन ने कहा है कि रूस के साथ युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन में बारूदी सुरंग विस्फोटों में अब तक 264 नागरिक मारे गए हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य विशेष परिवहन सेवा ने बुधवार को फेसबुक पर कहा कि फरवरी 2022 से यूक्रेन में कम से कम 561 बारूदी सुरंग घटनाएं हुई हैं, इसमें 571 लोग घायल हुए हैं।
इसमें कहा गया है कि ज्यादातर घटनाएं खेतों, सड़कों, यार्डों और जंगलों में हुईं।
यूक्रेनी सरकार के अनुसार, देश का लगभग 174,000 वर्ग किमी क्षेत्र संभावित रूप से बारूदी सुरंगों और अन्य गैर-विस्फोटित आयुधों से भरा हुआ है। (आईएएनएस)।
गाजा, 2 नवंबर । गाजा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि लगातार इजरायली हवाई हमलों और ईंधन की भारी कमी के कारण हमास-नियंत्रित क्षेत्र के कुल 32 अस्पतालों में से 16 अस्पताल सेवा से बाहर हैं।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि तुर्की-फिलिस्तीनी मैत्री अस्पताल, जो गाजा में अग्रणी कैंसर अस्पताल है, ने संचालन बंद कर दिया है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्री माई अल-कैला ने कहा कि अस्पताल में कम से कम 70 मरीजों की हालत गंभीर है, जबकि हमास और इजरायल के बीच बढ़ते संघर्ष के कारण भयावह स्वास्थ्य स्थितियों के बीच लगभग 2,000 अन्य कैंसर मरीजों का जीवन भी गंभीर खतरे में है।
सोमवार को, अस्पताल के निदेशक सोभी स्काईक ने सीएनएन को बताया कि हवाई हमले के चलते फैसिलिटी का केंद्र नष्ट हो गया था, जबकि तीसरी मंजिल पर सीधा हमला हुआ है, जिससे ऑक्सीजन और पानी की आपूर्ति को नुकसान हुआ, हालांकि कोई घायल या किसी की मौत नहीं हुई है।
लेकिन इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने मंगलवार को सीएनएन को बताया कि इन्होंने बिना कोई अतिरिक्त जानकारी दिए गाजा के तुर्की-फिलिस्तीनी मैत्री अस्पताल पर हमला नहीं किया।
इस बीच, फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी बुधवार को अपने बयान में चेतावनी दी कि गाजा का सबसे बड़ा अस्पताल अल शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स बहुत जल्द सेवा से बाहर हो सकता है।
मंत्रालय ने कहा, ''ईंधन खत्म होने के कारण अल शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स 24 घंटे से भी कम समय में काम करना बंद कर देगा।'' उन्होंने आगे कहा कि फैसिलिटी के आसपास के क्षेत्र को बार-बार इजरायली हवाई हमलों से प्रभावित किया गया है।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि बुधवार की रात, अल हिलो अस्पताल कथित तौर पर गोलाबारी की चपेट में आ गया।
अस्पताल ने अल शिफा अस्पताल के प्रसूति वार्ड को अवशोषित और प्रतिस्थापित कर दिया था, जिसका उपयोग अब घायल व्यक्तियों के इलाज के लिए किया जा रहा है।
हालांकि, इजरायल ने दोहराया है कि गाजा में ईंधन की कोई कमी नहीं है।
पिछले हफ्ते, आईडीएफ के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल जोनाथन कॉनरिकस ने सीएनएन को बताया कि हमास के नियंत्रण में गाजा के अंदर विभिन्न प्रकार के 800,000 और शायद दस लाख लीटर से अधिक ईंधन संग्रहीत है।
शुक्रवार सुबह तक, 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में मरने वालों की संख्या 8,805 थी, जबकि 22,240 लोग घायल हुए थे।
इजरायल में 1,400 मौतें और 5,400 घायल हुए हैं। (आईएएनएस)।
मैदुगुरी (नाइजीरिया), 2 नवंबर। पूर्वोत्तर नाइजीरिया में चरमपंथियों ने दो अलग-अलग हमलों में कम से कम 37 ग्रामीणों की हत्या कर दी। स्थानीय निवासियों ने यह जानकारी दी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चरमपंथियों ने योबे राज्य के गीदाम जिले में 17 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आए 20 अन्य लोगों की बारूदी सुरंग का इस्तेमाल कर जान ले ली। यह योबे में पिछले एक साल से अधिक समय में चरमपंथियों का पहला हमला है।
बोको हराम इस्लामी चरमपंथी समूह ने क्षेत्र में इस्लामी कानून या शरिया की अपनी कट्टरपंथी व्याख्या स्थापित करने के प्रयास के तहत 2009 में पूर्वोत्तर नाइजीरिया में विद्रोह शुरू किया था। योबे के पड़ोसी बोर्नो राज्य में चरमपंथी हिंसा के कारण कम से कम 35,000 लोग मारे गए हैं और 20 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
स्थानीय निवासी शैबू बाबागाना ने बताया कि पहला हमला गीदाम के सुदूर गुरोकैयेया गांव में हुआ, जब बंदूकधारियों ने सोमवार देर रात कुछ ग्रामीणों पर गोलियां चला दीं। इस हमले में 17 लोगों की मौत हो गई।
बाबागाना ने बताया कि मृतकों के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए कम से कम 20 ग्रामीण मंगलवार को एक बारूदी सुरंग की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। प्राधिकारियों ने आधिकारिक मृतक संख्या जारी नहीं की है।
योबे राज्य की सरकार ने हमलों को लेकर बुधवार को एक आपात सुरक्षा बैठक बुलाई और इनके लिए बोर्नो से राज्य में प्रवेश करने वाले चरमपंथियों को जिम्मेदार ठहराया।
एपी सिम्मी शोभना शोभना 0211 1021 मैदुगुरी (एपी)
लेबनान के चरमपंथी संगठन हिज़बुल्लाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने दक्षिणी लेबनान में एक इसराइली ड्रोन को मार गिराया.
इसराइल की सेना ने मिसाइल दागे जाने की पुष्टि तो की लेकिन उनका कहना है कि ड्रोन को 'किसी तरह का नुकसान' नहीं पहुंचा है. इस हफ़्ते दूसरी बार हिज़बुल्लाह ने सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल से इसराइली ड्रोन को गिराने का दावा किया है. हिज़बुल्लाह ने एक बयान में कहा कि उनके लड़ाकों ने मध्य रात्रि में ड्रोन को मार गिराया.
इसराइली सेना ने बताया कि सतह से हवा में मार करने वाली एक मिसाइल लेबनान से उनके एक ड्रोन को निशाना बनाते हुए दागी गई थी. इसके जवाब में सेना ने उस 'आतंकवादी सेल को निशाना बनाया जहां ये मिसाइल लॉन्च हुई थी."
सेना ने बताया कि ड्रोन को इस हमले में कोई क्षति नहीं पहुंची.
दोनों ही पक्षों में से किसी ने भी अपने दावे की पुष्टि के लिए सबूत नहीं दिये हैं. रॉयटर्स इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सकता है. (bbc.com/hindi)
मिनियापोलिस (अमेरिका), 2 नवंबर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार शाम को कहा कि फलस्तीन में मानवीय जरूरतों की आपूर्ति सुनिश्चित के लिए इजराइल-हमास युद्ध में ‘‘कुछ देर विराम’’ की आवश्यकता है।
बाइडन ने उनके चुनाव प्रचार अभियान के दौरान एक प्रदर्शनकारी द्वारा इजराइल-हमास युद्ध के बीच संघर्ष विराम का आह्वान करने के बाद यह बात कही।
बाइडन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि कुछ देर के विराम की आवश्यकता है।’’
यह आह्वान बाइडन और अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस के शीर्ष सहयोगियों के अब तक रहे रुख से अलग है, जो पश्चिम एशिया संकट के दौरान यह कहते रहे हैं कि वे यह निर्देश नहीं देंगे कि हमास द्वारा सात अक्टूबर के हमले के जवाब में इजराइल अपना सैन्य अभियान कैसे चलाए।
राष्ट्रपति को मानवाधिकार समूहों, सहयोगी विश्व नेताओं और यहां तक कि उनकी अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी के उदार सदस्यों के बढ़ते दबाव का सामना करना पड़ा है, जिनका कहना हैं कि गाजा पर इजराइली बमबारी सामूहिक सजा है और यह संघर्ष विराम का समय है।
अपनी टिप्पणियों में बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर दबाव डाला कि वह फलस्तीनियों को निरंतर सैन्य अभियान से कम से कम थोड़ी राहत दें, जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं और 141 वर्ग मील की गाजा पट्टी भीषण मानवीय संकट में फंस गई है।
व्हाइट हाउस ने संघर्ष विराम का आह्वान करने से इनकार किया है, लेकिन संकेत दिया है कि नागरिकों को मानवीय सहायता प्राप्त होनी चाहिए और गाजा पट्टी में फंसे विदेशी नागरिकों को गाजा छोड़ने की अनुमति मिलनी चाहिए तथा इसके लिए इजराइलियों को मानवीय आधार पर ‘‘कुछ देर विराम’’ पर विचार करना चाहिए।
इजराइली सेना ने बुधवार को कहा कि हमास आतंकवादियों के साथ भीषण लड़ाई के लिए सेना गाजा सिटी के निकट बढ़ रही है। इस बीच, सैकड़ों विदेशी नागरिकों और गंभीर रूप से घायल कई फलस्तीनियों को करीब तीन हफ्ते की घेराबंदी के बाद गाजा से जाने की अनुमति मिली।
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को कहा कि इजराइल के लिए नवनियुक्त राजदूत जैक ल्यू जल्द पश्चिम एशिया के लिए रवाना होंगे और उन्हें वहां मानवीय मदद पहुंचाने के लिए आवश्यक कुछ समय के विराम के अनुकूल परिस्थितियां पैदा करने के लिए अमेरिकी प्रयासों में ‘‘सहयोग’’ का जिम्मा सौंपा जाएगा।
बाइडन ने हाल में इजराइल के लिए राजदूत के तौर पर ल्यू के नाम की पुष्टि की थी।
अमेरिका में इजराइल के राजदूत माइकल हर्जोग ने बुधवार को ‘न्यूजनेशन’ पर ‘द हिल’ से कहा, ‘‘हम गाजा के उन क्षेत्रों में मानवीय सहायता आपूर्ति बढ़ा रहे हैं जो गाजा के दक्षिणी भाग में हमास से दूर हैं। ट्रकों की संख्या दोगुनी हो गई है और यह और अधिक बढ़ने वाली है। हमने पानी उपलब्ध कराया है। हम अन्य प्रकार की आपूर्ति प्रदान कर रहे हैं।’’
बाइडन ने बुधवार शाम को मिनियापोलिस में समर्थकों की भीड़ को संबोधित किया। इस दौरान एक महिला उठी और चिल्लाई: ‘‘राष्ट्रपति जी, अगर आप यहूदी लोगों की परवाह करते हैं, तो मैं चाहती हूं कि आप युद्धविराम का आह्वान करें।’’
बाइडन ने कहा कि वह प्रदर्शनकारी की भावनाओं को समझते हैं। जब उनसे मानवीय ‘‘अल्प विराम’’ के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यहां ‘‘अल्प विराम’’ का अर्थ है ‘‘बंधकों को बाहर निकालने के लिए समय देना।’’
व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि उनका आशय बंधकों और मानवीय सहायता से था।
एपी सुरभि सिम्मी सिम्मी 0211 0914 मिनियापोलिस (एपी)