ताजा खबर
-सीटू तिवारी
मार्च की आख़िरी तारीख़ यानी 31 की रात मैं जब मोहम्मद रूमान अशरफ़ से मिलने पहुंची, तो उनसे मिलने वालों का तांता टूट ही नहीं रहा था.
मोहल्ले वाले, रिश्तेदार, सात घंटे का सफ़र करके आए छोटे कद के यूट्यूबर पत्रकार कपिल अहमद, पटना के कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधि रूमान के सामान्य से घर की कुर्सियों, पलंग और सोफ़े में धंसे हुए थे.
घर के अंदर महिलाओं, छोटे बच्चों की आवाजाही भी लगातार बनी हुई थी. जिनकी हंसी ठिठोली कई बार पूरे घर को गुलज़ार कर देती थी.
कोई चमकीली पन्नियों में लिपटा डायरी-पेन, कोई फूल माला, कोई मिठाई के छोटे डब्बे ला रहा था और सबका मकसद था कि रूमान उनके हाथ से मिठाई खाकर फ़ोटो खिंचवा ले.
इन खुशी से लबरेज लोगों के बीच, किसी बाहरी आदमी के लिए ये पता लगाना मुश्किल था कि इनमें रूमान के माता-पिता और बहन कौन हैं? सबकी खुशी एक जैसी ही तो थी.
जब टॉप करने की ख़बर मिली...
मोहम्मद रूमान अशरफ़ बिहार बोर्ड की दसवीं (2023) की परीक्षाओं के स्टेट टॉपर हैं. परीक्षा में 16 लाख से अधिक छात्र छात्राएं शामिल हुई थीं. 489 अंक लाकर अशरफ़ राज्य में टॉप किए.
स्वभाव से शर्मीले रूमान बीबीसी से अपनी इस उपलब्धि पर कहते हैं, "दोपहर की नमाज़ पढ़कर आया था तो पापा के पास इस्लामिया हाई स्कूल के जावेद सर का फ़ोन आया कि मैंने टॉप किया है. मुझे उम्मीद थी कि मेरे अच्छे नंबर आएंगे, लेकिन टॉप करूंगा ये सोचा नहीं था. मुझे बहुत खुशी हो रही है, लेकिन इतने सारे लोगों को देखकर नर्वस भी फील कर रहा हूं."
रूमान बिहार के सबसे छोटे ज़िले शेखपुरा के इस्लामिया हाई स्कूल के छात्र हैं. रूमान मूल रूप से शेखपुरा के चकन्दरा गांव के रहने वाले हैं.
उनके पिता नजीबुर रहमान, शेखपुरा के ही एक सरकारी प्राइमरी स्कूल के प्रभारी टीचर है. जबकि मां शबनम परवीन हाउस मेकर और बहन महविश रहमान सातवीं की छात्रा हैं.
रूमान की शुरुआती पढ़ाई बरबीघा के आदर्श विद्या भारती से हुई. इसके बाद वे सैनिक स्कूल की प्रवेश परीक्षा पास कर गए और नालंदा सैनिक स्कूल से पढ़ाई की.
कोविड के दौरान वो घर वापस लौट आए और उन्होंने इस्लामिया हाई स्कूल में दाखिला लिया.
शेखपुरा के न्यू कॉलोनी बांग्लापार मोहल्ले के निवासी रूमान कहते हैं, "घर में शुरू से ही पढ़ाई का माहौल था. इसलिए सुबह 7 बजे उठकर पहला काम पढ़ाई करना था जो 1 बजे तक चलती थी. उसके बाद मैं ऑनलाइन क्लासेज लेता था और उसके बाद रोज़ाना जो पढ़ाई की, उसे दुहरा कर सो जाता था."
रूमान को शतरंज खेलना और क्रिकेट देखना पसंद है. लेकिन समय के साथ उनके ये शौक भी नहीं रहे. रूमान सोशल मीडिया से दूर रहते हैं लेकिन सोशल स्टडीज़ उनको पसंद है.
रूमान के पिता नजीबुर रहमान बताते हैं, "इसकी आज तक कभी शिकायत आई ही नहीं. जिस स्कूल में गया वहां से तारीफ़ ही मिली है."
पिता कहते हैं, "हम प्राइमरी स्कूल में टीचर हैं तो इसके दर्जे की पढ़ाई उतनी समझ नहीं आती थी, फिर भी बच्चे की पढ़ाई में मैं लगातार दिलचस्पी लेता था. जैसे मुझे लगा कि इसकी उर्दू कमज़ोर है तो इसके लिए उसका ट्यूशन रख दिया."
वो कहते हैं, "मैं आर्मी ऑफ़िसर बनकर देश की सेवा करना चाहता हूं. मेरे टॉप करने से पूरे समाज को ये पॉज़िटिव संदेश जाएगा कि मेहनत का कोई ऑप्शन नहीं है. और अगर आप मेहनत करते हैं तो आप कहां से आते हैं, इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता."
रूमान के स्टेट टॉपर बनने के बाद सिर्फ़ घर वाले ही नहीं बल्कि मोहल्ले वाले भी ख़ुश हैं.
रूमान के पड़ोस में रहने वाली तीन बच्चों की मां नग़मा नाज़ कहती हैं, "रूमान के यहां की रसोई, मेरी रसोई से सटी हुई है. मैं हमेशा सुनती थी कि उनकी अम्मी उसके खाने पीने और पढ़ाई का ख़्याल रखती थीं. बाकी उनके यहां तो हमेशा से पढ़ाई का माहौल है. रूमान के टॉप करने से सारे मोहल्ले के बच्चे को प्रेरणा मिलेगी."
स्थानीय पत्रकार रंजीत कुमार कहते हैं, "बीते दो दशक में शेखपुरा में किसी बच्चे ने टॉप टेन में भी जगह नहीं बनाई थी. ऐसे में रूमान ने टॉप किया, ये बहुत बड़ी उपलब्धि है. शेखपुरा में शिक्षा क्षेत्र में 80 के दशक तक मुसलमानों ने अहम रोल निभाया. ज़मींदार हसन इमाम ने महिला कॉलेज के लिए ज़मीन दी तो इस्लामिया हाई स्कूल, मेहंदी सर, निज़ामुद्दीन सर का बहुत नाम रहा."
बिहार बोर्ड का मैट्रिक रिजल्ट
बिहार बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में इस बार 8,19,737 छात्राओं सहित कुल 16,10,657 परीक्षार्थी शामिल हुए थे.
31 मार्च को जारी हुए नतीजों के मुताबिक़, 81 फ़ीसद परीक्षार्थी दसवीं की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं.
टॉप 10 में कुल 90 छात्र-छात्राओं ने अपनी जगह बनाई है. वहीं टॉप-5 में कुल 21 विद्यार्थी हैं.
मोहम्मद रूमान ने जहां स्टेट टॉप किया है, वहीं भोजपुर की नम्रता कुमारी और औरंगाबाद की ज्ञानी अनुपमा ने 500 में से 486 अंक लाकर सेकेंड टॉपर बनी हैं.
नालंदा की संजू कुमारी, पश्चिम चंपारण की भावना कुमारी और लखीसराय के जयनंदन कुमार पंडित 484 अंक लाकर संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर कहते हैं, "परीक्षा को पारदर्शी तरीक़े से कराना और परिणाम सही समय पर देना हमारी प्राथमिकता है. इस पर हम लगातार काम कर रहे हैं और सफल भी हो रहे हैं." (bbc.com/hindi)
रायपुर, 2 अप्रैल। जोगी कांग्रेस ने चुनावी राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है ।जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने एक ट्वीट कर यह घोषणा की।अमित जोगी ने राजनीति से दूर रहने की बात कही। अपनी मां और कोटा विधायक रेणु जोगी के स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर राजनीति से दूर रहने की घोषणा की।अपनी माता रेणु जोगी की अमित जोगी सेवा करेंगे ।माँ की सेवा करूंगा, राजनीति करने के लिए उम्र पड़ी है।
रायपुर, 1 अप्रैल। बेरोजगारी भत्ता योजना के प्रति युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है। आज पहले 12 घंटे में ही 6000 से अधिक आवेदको ने ऑनलाइन आवेदन किया। रायपुर जिला से सर्वाधिक 560 ने किया आवेदन।
दो साल पहले तक 3 लाख 20 हजार रसीदें छापी जाती थी, अब एक भी नहीं
रायपुर, 1 अप्रैल। रायपुर नगर निगम की सम्पत्ति कर ऑनलाइन पटाने की योजना नागरिकों को जमकर पसन्द आ रही है। लोग कर्मचारियों के पास जाकर पी ओ एस मशीनों के साथ ही ऑनलाइन पोर्टल तथा मोर रायपुर एप पर जाकर सम्पत्ति कर जमा कर रहे हैं। कल 31 मार्च को एक ही दिन में लोगों ने इन माध्यमों की मदद से 2 करोड़ 20 लाख 97 हजार 334 रुपए जमा किये।
निगम द्वारा सम्पत्ति कर जमा करने हेतु दो साल पहले तक 1600 रसीद बुक छापी जाती थी। प्रत्येक रसीद बुक में पावती तथा कार्यालय कॉपी के रूप में 200 पन्ने हुआ करते थे। दो साल पहले कर जमा करने के लिए निगम के राजस्व विभाग को पी ओ एस मशीन दिया गया। इस मशीन में सम्पत्ति कर दाता का विवरण डालकर कर जमा करने का काम शुरू किया। साथ ही छोटी सी रसीद दी जाने लगी।इसके अलावा ऑनलाइन पोर्टल तथा मोर रायपुर एप के माध्यम से भी सम्पत्ति कर पटाने की सुविधा प्रदान की गई। नागरिकों को ये सुविधाएं बहुत पसंद आई। मात्र कुछ नागरिकों ने ही पिछले साल पूर्व की तरह ऑफलाइन रसीदों की मांग की। इस साल इसकी भी मांग नहीं की गई। दो साल पहले की बची 300 रसीद बुकों में से एक की भी इस साल जरूरत नहीं पड़ी।
रायपुर, 1 अप्रैल। गांधी मैदान स्थित कांग्रेस भवन का जीर्णोद्धार के बाद लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा के मुख्य आतिथ्य में किया।प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की अध्यक्षता, राष्ट्रीय सचिव चंदन यादव, सह सचिव विजय जांगिड़ की उपस्थिति में संपन्न हुआ।
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि यह भवन कार्यकर्ताओं की मेहनत और सहयोग से नये स्वरूप को प्राप्त हुआ है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि हम सबकी धरोहर है हमारे पूर्वजों ने एक मुठ्ठी अनाज एकत्रित कर जनसहयोग से छेर-छेरा पुन्नी के दिन इस भवन को बनाया था। हम सबने यहां से अनेकों राजनैतिक गतिविधियां संचालित किया। यह भवन कांग्रेस के अनेकों घटनाक्रम का साक्षी रहा। विपक्ष में रहते इसी भवन से हमने नये राजीव भवन बनाने का सपना देखा और उसको साकार किया। यह भवन ऐतिहासिक पुरातन और नवीनता का संगम है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हमारी कांग्रेस की धरोहर है कांग्रेस भवन इस भवन से न सिर्फ कांग्रेस जनों बल्कि प्रदेश के आम आदमी की आस्था जुड़ी हुई है। इस भवन में सरदार पटेल, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी जैसे शख्सियत आ चुकी है। इस भवन को फिर सजा संवार कर लोकार्पित करने का अवसर बड़ा ही अनमोल है।
इस अवसर पर सभी वरिष्ठ मंत्री पूर्व अध्यक्ष धनेन्द्र साहू, सत्यनारायण शर्मा, प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, सह प्रभारी विजय जांगिड़, प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, प्रतिमा चंद्राकर, गिरीश देवांगन, राजेन्द्र साहू, राजेन्द्र तिवारी, चंद्रशेखर शुक्ला, सुशील आनंद शुक्ला, गिरीश दुबे, उधो वर्मा, आदि उपस्थित थे।
कहा – कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज़ बुलंद करते रहेगी
रायपुर, 1 अप्रैल। राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त कर आवास खाली कराए जाने के विरोध में छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कांग्रेस कमेटी ने शनिवार मशाल रैली निकालकर विरोध दर्ज कराया। राजधानी के सदर बाजार से लेकर आज़ाद चौक तक करीबन हजार से अधिक कार्यकर्त्ता समेत कई बड़े नेता भी हाथों में मशाल लिए सडक पर निकले। कांग्रेस ने इस रैली में मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।
इस मशाल रैली का नेतृत्व सीएम भूपेश बघेल,एआईसीसी महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा , प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश प्रभारी सचिवद्वय डॉ. चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का प्रभारी विजय जांगिड़, शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे शामिल रहे। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मशाल रैली देशभर में निकाली जा रही है, रायपुर में मशाल रैली निकाली गई। राहुल गांधी लोकतंत्र और जनता के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज़ बुलंद करते रहेगी।
चंदन कुमार जाजवड़े
रामनवमी के मौक़े पर बिहार में कम से कम दो जगह हिंसा की घटना हुई है.
बिहार में एक घटना रोहतास ज़िले के सासाराम में हुई है जबकि दूसरी घटना नालंदा ज़िले के बिहार शरीफ़ में हुई.
नालंदा के ज़िलाधिकारी शशांक शुभंकर ने बीबीसी को बताया है कि फ़िलहाल बिहार शरीफ़ में हालात शांतिपूर्ण है.
उन्होंने बताया, “शुक्रवार शाम दो गुटों के बीच झड़प हुई थी. इसमें पत्थरबाज़ी में कुछ लोग घायल हुए हैं. वहीं पब्लिक की तरफ से गोलीबारी भी हुई है और इसमें कुछ लोगों को गोली के छर्रे लगे हैं, लेकिन कोई गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है.”
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस हिंसा पर दुःख जताया है. उनका दावा है कि जैसे ही सासाराम हिंसा के बारे में पता चला उसे तुरंत कंट्रोल किया गया था.
नीतीश ने कहा, “देर शाम बिहार शरीफ़ की हिंसा का पता चला तो वहां भी कंट्रोल किया गया. हमने कहा है कि ये कौन कर रहा है पता कीजिए. इस तरह की घटना पहले होती थी, वर्षों से सब ठीक चल रहा था. बहुत तकलीफ़ हुई है.”
ज़रूर किसी ने गड़बड़ी की है- नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा है कि यह कोई स्वाभाविक घटना नहीं है ज़रूर किसी ने गड़बड़ की है और प्रशासन सब पता करके उस पर कार्रवाई करेगा.
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सासाराम जनसभा को स्थगित कर दिया गया है. अमित शाह दो अप्रैल को नवादा और सासाराम में जनसभा करने वाले थे.
बीजेपी का आरोप है कि अमित शाह की रैली के डर से सासाराम में धारा 144 लगाई गई है.
हालांकि रोहतास ज़िले के ज़िलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बीबीसी को बताया है कि रोहतास में कभी धारा 144 नहीं लगाई गई है.
उनका कहना है, “शुक्रवार दोपहर को रोहतास में दो समुदायों के बीच छोटे-मोटे मुद्दे पर पत्थरबाज़ी हुई थी,मामले को शांत करा लिया गया है और कल शाम से कोई घटना नहीं हुई है.”
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने दावा किया है कि रामनवमी के दिन पूरे रोहतास ज़िले में जुलूस को लेकर कोई घटना नहीं हुई है.
वहीं बीजेपी सांसद और बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बीबीसी को बताया, "गृह मंत्री धारा 144 का उल्लंघन नहीं कर सकते इसलिए सासाराम की जनसभा स्थगित करनी पड़ी है, हालांकि नवादा में उनका कार्यक्रम होगा."
संजय जायसवाल ने आरोप लगाया है कि नीतीश सरकार ने डर की वजह से सासाराम में धारा 144 लगाई है ताकि गृह मंत्री की सभा ना हो सके.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है, “आ क्यों रहे हैं (अमित शाह) वो जानें और नहीं आ रहे हैं तो वो जानें. रद्द (सासाराम सभा) किए हैं तो इसका कोई और कारण होगा. ये घटना (पत्थरबाज़ी) घटी है, ये बहुत दुःख की बात है. ज़रूर कोई घचपच किया होगा.”
बिहार में जेडी (यू) और बीजेपी के अलग होने के बाद से बीजेपी के कई बड़े नेता बिहार का दौरा कर रहे हैं. अमित शाह भी पटना पहुंच चुके हैं. रविवार की सुबह वो सशस्त्र सीमा बल के कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद अमित शाह जनसभा के लिए नवादा जाएंगे.
बिहार में बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनावों के लिहाज़ से तैयारी में लगी हुई है. (bbc.com/hindi)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 अप्रैल। राज्य में आज रात 09.00 बजे तक 35 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 9 रायपुर जिले से है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के इन आंकड़ों के मुताबिक आज रात तक किसी भी जिले में 15 से अधिक कोरोना पॉजिटिव नहीं मिले हैं। आज 17 जिलों में एक भी पॉजिटिव नहीं मिले हैं।
आज एक भी मौत नहीं हुई है।
राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग 3, राजनांदगांव 2, बालोद 0 बेमेतरा 1, कबीरधाम 0, रायपुर 9, धमतरी 5, बलौदाबाजार 0, महासमुंद 0, गरियाबंद 0, बिलासपुर 4, रायगढ़ 0, कोरबा 0, जांजगीर-चांपा 2, मुंगेली 0, जीपीएम 0, सरगुजा 0, कोरिया 1, सूरजपुर 0, बलरामपुर 0, जशपुर 2, बस्तर 0, कोंडागांव 4, दंतेवाड़ा 0, सुकमा 0, कांकेर 2, नारायणपुर 0, बीजापुर 0, अन्य राज्य 0 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
पंजाब किंग्स बनाम केकेआर
पंजाब किंग्स ने केकेआर को सात रन (डकवर्थ लुइस नियम के तहत) से हराया
पंजाब किंग्स - 191/5 (20 ओवर)- राजपक्षे- 50 रन, टिम साउदी - 54/2
केकेआर - 146/7 (16 ओवर)- आंद्रे रसेल- 35 रन, अर्शदीप सिंह- 19/3
अर्शदीप सिंह मैन ऑफ़ द मैच
अर्शदीप सिंह. भानुका राजपक्षे. शिखर धवन.
ये वो स्टार खिलाड़ी हैं जिनके दम पर पंजाब किंग्स ने आईपीएल-16 के मोहाली में खेले गए अपने पहले मैच में मोर्चा फतह कर लिया.
अर्शदीप ने गेंद से कमाल दिखाया. राजपक्षे और धवन बल्ले से गरजे.
वहीं, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को मोहाली का मौसम शनिवार को कुछ ख़ास रास नहीं आया.
टॉस के वक़्त किस्मत ने नए कप्तान नीतीश राणा का साथ दिया लेकिन खेल के मोर्चे पर टीम की चमक उम्मीद के मुताबिक नहीं रही.
स्टार गेंदबाज़ों से सजी केकेआर टीम की बॉलर्स की पहले पंजाब किंग्स के बल्लेबाज़ों ने ख़बर ली.
फिर बल्लेबाज़ी में केकेआर का कोई खिलाड़ी कमाल नहीं कर सका. पंजाब किंग्स की ओर से मिले 192 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केकेआर ने पांच विकेट 80 रन के स्कोर पर ही गंवा दिए.
इसके बाद आंद्रे रसेल और वेंकटेश अय्यर ने 30 गेंद में 50 रन जोड़कर उम्मीद जगाई लेकिन ये जोड़ी टूटी तो जीत की उम्मीद भी बिखरने लगी.
16 ओवर के बाद बारिश की वजह से खेल रुका लेकिन बरसात भी केकेआर के लिए राहत नहीं लाई. उस वक़्त केकेआर का स्कोर था सात विकेट पर 146 रन और टीम डकवर्थ लुइस नियम के मुताबिक जीत के लिए जितने रन चाहिए थे, उससे सात रन पीछे थी.
इसके बाद खेल नहीं हो सका और पंजाब किंग्स ने पहली जीत दर्ज कर ली. पंजाब के लिए अर्शदीप सिंह ने सिर्फ 19 रन देकर तीन विकेट झटके.
केकेआर के लिए रसेल ने 35, वेंकटेश अय्यर ने 34, नीतीश राणा ने 24 और आर गुरबाज़ ने 22 रन बनाए.
पंजाब किंग्स की पारी
इसके पहले भानुका राजपक्षे की हाफ सेंचुरी के दम पर पंजाब किंग्स ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवर में पांच विकेट पर 191 रन बनाए.
भानुका राजपक्षे जिस वक़्त कप्तान शिखर धवन के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तब पंजाब किंग्स टीम के दो सौ रन से ज़्यादा बड़ा स्कोर बनाने का अनुमान लगाए जा रहे थे.
ओपनर प्रभसिमरन सिंह ने सिर्फ़ 12 गेंद में 23 रन बनाकर टीम को तेज़ शुरुआत दिलाई. उसके बाद भानुका राजपक्षे और शिखर धवन की जोड़ी जमी. इन दोनों ने नौ ओवर में 86 रन की साझेदारी की. इस दौरान पंजाब की टीम ने पांच ओवर में पचास और दस ओवर में सौ रन पूरे कर लिए.
भानुका 32 गेंद में 50 और कप्तान शिखर धवन 29 गेंद में 40 रन बनाकर आउट हुए.
इन दोनों की विदाई के बाद पंजाब की टीम का स्कोरिंग रेट कम हुआ. पंजाब की टीम आखिरी 10 ओवरों में 91 रन ही जोड़ सकी.
टीम को 191 रन के स्कोर तक पहुंचाने में सैम करन (नाबाद 26 रन) और मसूद शाहरुख ख़ान (नाबाद 11 रन) के बीच छठे विकेट की नाबाद 23 रन की साझेदारी की अहम भूमिका रही.
केकेआर के लिए टिम साउदी ने दो विकेट लिए. उमेश यादव, सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती ने एक-एक विकेट लिया.
वरुण सबसे किफायती (चार ओवर, 26 रन ) और साउदी सबसे महंगे (चार ओवर, 54 रन) साबित हुए. (bbc.com/hindi)
दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहान ने शनिवार को लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना से मिलकर समिति को दफ़्तर की जगह खाली करने के लिए दी गई नोटिस के मामले में दखल देने की अपील की.
दरअसल, दिल्ली हज कमेटी का दफ़्तर दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड (डीयूएसआईबी) की एक इमारत में है. हज कमेटी इसके लिए किराया देती है.
दिल्ली हज कमेटी पर दिल्ली में विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी का है. इस मुलाकात के बाद दिल्ली बीजेपी के कार्यालय में कौसर जहान ने पार्टी की प्रवक्ता शाज़िया इल्मी के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को भी संबोधित किया.
कौसर जहान ने अरविंद केजरीवाल की सरकार पर हज कमेटी को परेशान करने का आरोप लगाया. बीजेपी नेताओं के आरोप पर डीयूएसआईबी या फिर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की तरफ़ से कोई जवाब अभी तक नहीं आया है.
कौसर जहान ने बताया कि डीयूएसआईबी ने हज कमेटी को नोटिस जारी कर तुर्कमान गेट के पास हज मंजिल की इमारत से दफ़्तर खाली करने को कहा है साथ ही लाइसेंस फी और ब्याज के मद में एक लाख रुपये की मांग भी की गई है.
शाज़िया इल्मी ने कहा कि दिल्ली सरकार की एक एजेंसी द्वारा ये नोटिस भेजा जाना शर्मनाक है क्योंकि हज कमेटी मुसलमानों की तीर्थयात्रा का देखरेख करती है.
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाया कि डीयूएसआईबी का नोटिस बदले की राजनीति है क्योंकि कौसर जहान हज कमेटी की निर्वाचित प्रतिनिधि हैं.(bbc.com/hindi)
नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा हो गए हैं.
रोड रेज के एक मामले में सिद्धू को एक साल की सजा हुई थी.
लेकिन दस महीने जेल में रहने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है.
सिद्धू ने कल ट्वीट कर कहा था कि उन्हें शनिवार को रिहा किया जा सकता है.
सिद्धू को पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने 1988 के रोड रेज केस में एक साल की सजा सुनाई थी.
इसके बाद सिद्धू ने सरेंडर कर दिया था.
सिद्धू की रिहाई को लेकर उनके वकील एपीएस वर्मा का कहना था कि पंजाब जेल नियमों के मुताबिक अच्छा व्यवहार करने वाले कैदी को सजा में छूट दी जा सकती है.
सिद्धू पर 27 दिसंबर,1988 को पटियाला में पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद 65 वर्षीय गुरनाम सिंह पर हमला करने का आरोप है.
गुरनाम सिंह की हमले में लगी चोटों से मौत हो गई थी.
निचली अदालत ने इस मामले में नवजोत सिद्धू को बरी कर दिया था, पीड़ित के परिवार वालों ने फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी.
हाई कोर्ट ने नवजोत सिद्धू को तीन साल कैद की सज़ा सुनाई थी.
इसके बाद सिद्धू ने हाई कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सुप्रीम कोर्ट ने 15 मई 2018 को हाईकोर्ट के इस फ़ैसले को पलट दिया था.
लेकिन पीड़ित के परिजनों ने मई 2018 में सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी.
इस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 19 मई 2022 को सिद्धू को एक साल की सज़ा सुनाई थी. साथ ही एक हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया गया था. (bbc.com/hindi)
जेल से रिहा होने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि देश में जब-जब तानाशाही आई है तो एक क्रांति भी आई है और इस बार इस क्रांति का नाम राहुल गांधी है.
उन्होंने कहा, ''हम सरकार को हिला कर रख देंगे.''
रोड रेज मामले में दस महीने की सजा काट कर पटियाला जेल से बाहर आए सिद्धू ने कहा कि उन्हें दोपहर को ही रिहा होना था लेकिन जेल प्रशासन की ओर से देर की गई. वे चाहते थे के मीडिया कि लोग चले जाएं.
सिद्धू ने कहा, "संविधान को मैं अपना ग्रंथ मानता हूं. तानाशाही हो रही है. जो संस्थाएं संविधान की ताकत थी वही आज गुलाम बन गई हैं. मैं घबराता नहीं हूं."
उन्होंने कहा, "मैं मौत से डरता नहीं हूं क्योंकि मैं जो करता हूं वो पंजाब की अगली पीढ़ी के लिए है.अभी लोकतंत्र नाम की कोई चीज नहीं है. पंजाब में राष्ट्रपति शासन लाने की साजिश की जा रही है, अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है." (bbc.com/hindi)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री का सवाल उठाया है.
केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्री के मुद्दे पर गुजरात हाई कोर्ट के फैसले ने उनकी शैक्षणिक योग्यता के दावों के प्रति संदेह और बढ़ा दिए हैं. अगर मोदी शिक्षित होते तो नोटबंदी जैसे कदम नहीं उठाते.
उन्होंने कहा, ''देश के प्रधानमंत्री का पढ़ा-लिखा होना ज़रूरी है. प्रधानमंत्री कई बार ऐसे बयान देते हैं उससे संदेह उठता है कि क्या हमारे देश के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे हैं.?''
केजरीवाल का ये बयान गुजरात हाई कोर्ट की ओर से सात साल पुराने केंद्रीय सूचना आयोग के उस आदेश को खारिज करने के बाद आया है, जिसमें उसने गुजरात यूनिवर्सिटी को पीएम मोदी की डिग्री से जुड़ी जानकारी देने को कहा था.
बीजेपी ने केजरीवाल के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री या तो अपना मानसिक संतुलन खोने के कगार पर पहुंच गए या फिर जांच एजेंसियों की ओर से उनकी सरकार के भ्रष्टाचार की जांच से बचने की ज़मीन तैयार कर रहे हैं. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 1 अप्रैल। आजाद चौक पुलिस ने धारदार चाकू के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि तीनों चाकू लहराकर लोगों को डरा-धमका रहे थे ।
जानकारी के अनुसार रामकुण्ड स्थित वंदना आटो शोरूम के पास चंद्रेश निषाद उम्र 33 वर्ष निवासी रामकुंड, आश्रम तिराहा स्थित अंग्रेजी शराब दुकान पास नंदकिशोर ढीमर उम्र 30 साल निवासी रामकुण्ड और उसी मोहल्ले में सामुदायिक भवन के पास धारदार चाकू लेकर आम लोगों को आतंकित करते नितेश कुमार धीवरउम्र 28 को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1-1 चाकू जब्त किया गया। तीनो आरोपियों के विरूद्ध धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट का अपराध दर्ज किया गया।
प्रदेशव्यापी सर्वेक्षण का स्वागत है
अपनी नाकामी पर पर्दा डालने दुर्भावनापूर्वक आंकड़े छुपा रही है मोदी सरकार, भाजपाई बताए आम जनगणना क्यों रोका गया है?
रायपुर, 1 अप्रैल। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आज से शुरू हुए प्रदेशव्यापी सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का स्वागत किया है । प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि सामाजिक न्याय कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता है। देश में हर 10 वर्ष के अंतराल में आम जनगणना की व्यवस्था रही है, लेकिन मोदी सरकार देश की पहली और इकलौती सरकार है जो अपनी नाकामी पर पर्दा डालने इरादतन, षडयंत्र पूर्वक आंकड़े छुपाने का काम कर रही है और इसी के चलते राष्ट्रीय जनगणना की अपनी जिम्मेदारियों से केंद्र की मोदी सरकार भाग रही है। केवल जनगणना ही नहीं एनएसएसओ सहित तमाम केंद्रीय एजेंसियां विगत 9 वर्षों से मोदी सरकार के कुशासन पर पर्दा डालने, केंद्र सरकार के दबाव में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, असमानता, वर्तमान आर्थिक नीतियों की जमीनी हकीकत और वास्तविक स्थिति को लेकर तमाम आंकड़े जारी करना बंद कर दिया है। उज्जवला योजना और शौचालय भी केवल सरकारी आंकड़ों में दर्ज है। उज्ज्वला योजना के हितग्राहीयों में से 90 प्रतिशत रिफिल कराने में अक्षम हैं। पीएम आवास के मामले में भी भाजपा का दावा पूरी तरह से झूठा निकला। विधानसभा में दिए गए लिखित आंकड़ों में यह प्रमाणित हुआ है कि छत्तीसगढ के लिए अब तक स्वीकृत कुल 18 लाख़ आवास में से पूर्ववर्ती रमन सरकार ने केवल 237000 ( मात्र 19 हज़ार शहरी और 2 लाख़ 18 हज़ार ग्रामीण) आवास बनाए थे, वर्तमान भूपेश बघेल सरकार ने विगत 4 वर्षों में छत्तीसगढ़ में 13 लाख़ (10 लाख़ 53 हज़ार ग्रामीण और 2 लाख़ 47 हज़ार शहरी क्षेत्रों में) आवास बनाएं हैं। 2011 के बाद से मोदी सरकार के द्वारा जनगणना और सर्वेक्षण की प्रक्रिया दुर्भावना पूर्वक रोक दी गई है, जिससे पात्र हितग्राहियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
रायपुर, 1 अप्रैल। शुक्रवार को जगदलपुर लोक तंत्र बचाओ मशाल जुलूस में गंभीर रूप से झुलसे कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं का डीकेएस में इलाज चल रहा है। इनकी सेहतपुर्सी के लिए प्रदेश प्रभारी शैलजा, अध्यक्ष मोहन मरकाम, मंत्री कवासी लखमा डीकेएस गए। इस दौरान उन्होने, घा़यलों का बेहतर इलाज निजी अस्पताल में करवाने के निर्देश दिए है।
रायपुर, 1 अप्रैल। एस एस पी प्रशांत अग्रवाल ने शनिवार को थाना अभनपुर, माना कैम्प एवं आजाद चौक का निरीक्षण किया। थाने के कामकाज की समीक्षा करते हुए थाना प्रभारी एवं विवेचकों के प्रकरणों में की जा रही कार्यवाही की जानकारी ली। लंबित अपराध, शिकायत, मर्ग व गुम इंसानों के प्रकरणों के डायरी एवं दस्तावेजों का अवलोकन कर लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण करने निर्देशित किया। इसके साथ ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा थाने में आने वाले फरियादियों व पीड़ितों से बेहतर व्यवहार रखने, किसी भी पीड़ित के शिकायत लेकर थाने आने पर पर तत्काल कार्यवाही करने हेतु निर्देश दिए।
अग्रवाल ने थाना अभनपुर में पदस्थ एएसआई हेमंत यादव द्वारा महिला आयोग से प्राप्त शिकायत पत्र को लंबे समय तक लंबित रखने तथा थाना आजाद चौक में पदस्थ प्र.आर. 139 लीलाराम ध्रुव एवं प्र.आर. 09 सियाराम चंदेल द्वारा एम.एल.सी. एवं अन्य दस्तावेजों के संधारण में लापरवाही बरतने के फलस्वरूप तीनों को शो कॉज नोटिस जारी किया है।
थाना आजाद चौक में पदस्थ . 1047 किरण मेश्राम द्वारा थाना में दर्ज गुम इंसान बरामदगी में अच्छा कार्य करने के फलस्वरूप पुरस्कृत किया गया।
रायपुर, 1 अप्रैल। आज दोपहर माना एयरपोर्ट और नया रायपुर के बीच सड़क हादसा हो गया। इसमें बीएसएफ की बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। BSF के डॉक्टरों को एयरपोर्ट से कैंप ले जाते वक्त यह हादसा हुआ। बीच सड़क पर अचानक एक गाय आ जाने से हादसा हुआ।हादसे में बोलेरो रोड डिवाइडर जा चढ़ी और फिर पलट गई। गाय को आई चोट आई। इसमें बोलेरो सवार सभी डॉक्टर सुरक्षित बताए गए हैं। बीएसएफ के अधिकारी और माना थाना पुलिस मौके पर पहुंच गए हैं।
अवैध निर्माण रोकने पहुंची बीएसपी टीम के खिलाफ एफआईआर के लिए अड़े लोग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 1 अप्रैल। भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 अस्पताल की जिस जमीन पर विवाद हो रहा है, उसी स्थान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने दूषित जल उपचार संयंत्र(एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट) बनाने का निर्देश दिया है और इसी स्थान पर विद्युत सब स्टेशन का भी निर्माण किया जाना है। अस्पताल के मरीजों को मिलने वाली दोनों सौगात से पहले ही इस पर कब्जा हो गया है।
बीएसपी की टीम ने कब्जा रोका, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। धड़ल्ले से युद्धस्तर पर डोम शेड निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसको लेकर निगम प्रशासन पर भी सवाल उठा दिया गया है, क्योंकि आज जब निर्माण कार्य रोकने बीएसपी टीम दल बल के साथ पहुंची तो मंदिर में मौजूद भक्त और पुजारी इसका विरोध करने लगे। समझाइश के दौरान ही दोनों पक्षों में झूमाझटकी और मारपीट तक हो गई।
बीएसपी ऑफिसर्स एसोसिएशन और ट्रेड यूनियन के नेताओं ने आरोप लगाया है कि सीएम भूपेश बघेल के प्रोजेक्ट पर ही लोग कब्जा कर रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए भिलाई निगम को सक्रियता दिखानी थी लेकिन वह खामोश बैठा है और अवांछनीय तत्व धड़ल्ले से खुलेआम अवैध निर्माण कर रहे हैं।
स्टील एग्जीक्यूटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया सेफी के चेयरमैन व बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एनके बंछोर ने कहा कि छत्तीसगढ़ पर्यावरण प्रदूषण बोर्ड द्वारा विवादित स्थान पर प्लांट बनाने का निर्देश दिया गया है। इसी स्थान के बगल में विद्युत सब स्टेशन भी बनाने का प्रस्ताव है। अस्पताल की जरूरतों को देखते हुए यह दोनों चीजों का होना अति आवश्यक है।
गौरतलब हो कि सेक्टर-9 हास्पिटल में कोरोना काल के दौरान अतिरिक्त आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की गई थी। नया आईसीयू तक बनाया गया था। इस तरह के अन्य महत्वपूर्ण गतिविधि के लिए बिजली की जरूरत है, उसकी पूर्ति के लिए यहां सब-स्टेशन प्रस्तावित है।
वहीं, एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ईटीपी)के बारे में बताया जा रहा है कि इसका टेंडर हो चुका है। जुलाई तक इसको मूर्त रूप देने की योजना है, ताकि मेडिकल कचरे से दूषित जल को संशोधित करने की योजना है।
ओए महासचिव परविंदर सिंह ने बताया कि प्रस्तावित स्थल पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा इसे धार्मिक रूप देने की कोशिश की जा रही है, जबकि हनुमान मंदिर इस स्थान से काफी दूर है। बीएसपी प्रबंधन ने बहुत पहले ही निगम के द्वारा बनाए जा रहे डोम शेड के लिए शिव मंदिर के बगल में डोम शेड बनाने के लिए अपनी तरफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया हुआ है।
इंटक के महासचिव वंश बहादुर सिंह, एटक महासचिव विनोद कुमार सोनी ने कहा कि बीएसपी की जमीन पर इस तरह की दबंगई कोई कैसे बर्दाश्त कर ले।
बहरहाल, सीएम की घोषणा बाद अनुमति न देने के बाद भी डोम शेड निर्माण को रोकने निगम को भी आगे आना था, पर बीएसपी अधिकारियों का मानना है कि निगम इस मामले में खामोश रहा। आज जब टीम अवैध निर्माण रोकने पहुंची तो आसामाजिक तत्वों ने अवैध कब्जे के समर्थन में विवाद किया है।
ज्ञात हो कि भिलाई स्टील प्लांट द्वारा संचालित सेक्टर-9 हॉस्पिटल परिसर में विद्युत सब स्टेशन के लिए चयनित जमीन पर अवैध डोम शेड निर्माण का मामला शांत होने के बजाय तूल पकड़ चुका है। निर्माण कार्य को युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। सारे हंगामे के बीच निर्माण कार्य किया जा रहा और जब शनिवार सुबह हंगामे के बाद कोतवाली में मौखिक समझौता होने चर्चा हुई तो उस पर भी पानी फिर गया है।
बीएसपी के खिलाफ कोतवाली में मारपीट और धक्का-मुक्की का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। मंदिर के पुजारी और महिलाओं के साथ बदसलूकी का आरोप लगाया गया है। पुलिस से कार्रवाई की मांग की गई है।
सर्वेक्षण से वंचित हितग्राही भी अब नवीन सूची में शामिल हो पाएंगे
रायपुर, 01 अप्रैल। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार सुबह ’छत्तीसगढ़ सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण-2023’ कार्य का शुभारंभ किया। उन्होंने इस दौरान सर्वेक्षण दल को हरी झण्डी दिखाकर प्रदेश के जिलों के लिए रवाना किया। सर्वेक्षण का कार्य पूरे प्रदेश में 30 अप्रैल तक चलेगा। इसके तहत सर्वेक्षण दल राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से सर्वे का कार्य करेंगे।
श्री बघेल ने कहा कि यह सर्वेक्षण नई-नई योजनाओं को बनाने और उनका बेहतर क्रियान्वयन कर लोगों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि सर्वेक्षण से विभिन्न योजनाओं से वंचित हितग्राही भी अब नवीन सूची में शामिल हो पाएंगे और उन्हें पात्रता के अनुसार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का भरपूर लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ में नवाचार का प्रयोग करते हुए जनता की आवश्यकता के अनुरूप नई-नई योजनाओं को लागू कर उनका बेहतर ढंग से संचालन जारी है। जिनकी सराहना देश के अन्य राज्यों में भी होने लगी है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस तारतम्य में यह भी बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में सड़कों की स्थिति और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के बेहतर संचालन की सराहना कर प्रोत्साहन स्वरूप 100 करोड़ रूपए की राशि प्रदाय करने की घोषणा की गई है।
कार्यक्रम को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा जनहित में की गई घोषणा के अनुरूप आज छत्तीसगढ़ में दो महत्वकांक्षी योजनाओं की शुरूआत हो गई है। यह लोगों के उत्थान तथा राज्य के विकास की दिशा में अहम साबित होंगे।
सिंहदेव ने एक बार फिर कहा- मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनना चाहूंगा?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर 1 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद बंद कमरे में क्या बातें हुई थी, किसी दिन बोलूंगा।
पत्रकारों के सवाल पर सिंहदेव ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मैं आज भी मुख्यमंत्री बनने की चाहत रखता हूं। पहले भी सीएम बनना चाहता था। मैं क्यों नहीं मुख्यमंत्री बन सकता। जिम्मेदारी मिलेगी तो उसको निभाऊंगा। मुझे लगता है कि मुझ में कुछ सीमाएं हैं लेकिन कुछ क्षमताएं भी हैं। मैं लोगों के संपर्क में हूं और लगता है कि छत्तीसगढ़ के लिए मैं भी काम कर सकता हूं। पर यह सब पार्टी के अंदर की बात है। जब हम लोगों ने मिलकर पिछला चुनाव लड़ा था, तो मुख्यमंत्री का कोई घोषित चेहरा नहीं था। चुनाव के बाद 4 लोगों को दिल्ली बुलाया गया। डॉ चरणदास महंत, ताम्रध्वज साहू, भूपेश बघेल और मुझे। तब यह बात आई थी कि इनमें से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाया जाए। आखिर में भूपेश बघेल का नाम फाइनल हुआ। ढाई-ढाई साल की बात मीडिया में चली, पर बंद कमरे में क्या हुआ, मैं बोलने के लिए स्वतंत्र नहीं हूं। किसी दिन बोलूंगा। मैं जानता हूं जो आंख से देखा और कानों से सुना।
सिंहदेव ने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि मुझे किसी भी पद की जिम्मेदारी मिलेगी उसको निभाऊंगा। मुझे विधायक की जिम्मेदारी तो निभाऊंगा, जिला कांग्रेस के मिलेगी तो निभाऊंगा। मंत्री की मिली तो निभाऊंगा, पीसीसी चीफ मिले, तो निभाऊंगा। जब तक मैं कांग्रेस में हूं पार्टी जो जिम्मेदारी देगी उसे निभाऊंगा।
सुविधा विस्तार के लिए 25 लाख भी दिए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 अप्रैल । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को रायपुर चौबे कॉलोनी स्थित महाराष्ट्र मंडल के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र मंडल के पदाधिकारियों की मांग पर भवन के सुविधा विस्तार के लिए 25 लाख रुपए की मंजूरी भी दी। कार्यक्रम की शुरुआत राजगीत से हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा रायपुर में जनहित के कार्य करने वाली पुरानी संस्था के रूप में इसकी पहचान है। यह 87 वर्ष पुरानी संस्था है। पुराने समय में रायपुर में महाराष्ट्र मंडल का एकमात्र सामाजिक भवन था, जिसका उपयोग धार्मिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक सहित अनेक आयोजनों में होता रहा है, जो अनेक लोगों के लिए अभी भी यादगार है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की भाषा, रिती रिवाज और संस्कृति का लाभ पूरे देश को मिल रहा है। महाराष्ट्रीयन समाज का सहकारिता, स्वतंत्रता आंदोलन, संगीत, गायन, खेल सहित अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान मिल रहा है।
रायपुर सांसद सुनील सोनी ने समाज सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और सांसद निधि से पांच लाख रूपये की स्वीकृति भी दी है। रायपुर दक्षिण के विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, महाराष्ट्र मंडल के अध्यक्ष अजय काले सहित पदाधिकारियों ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर महाराष्ट्र मंडल के पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई, 1 अप्रैल । भिलाई में सेक्टर 9 स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में शनिवार सुबह बीएसपी के कर्मचारियों और भक्तों के बीच जमकर मारपीट हुई। बीएसपी की टीम वहां बन रहे डोम शेड निर्माण को रोकने पहुंची थी। निर्माण रोकने पर वहां मौजूद पुजारी और भक्तों ने विरोध किया। विरोध इतना बढ़ गया कि बीएसपी की टीम ने भक्तों और पुजारी को पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाओं तक को बुरी तरह पीटा गया।
दरअसल बिना बीएसपी की अनुमति के डोम शेड का निर्माण किया जा रहा है। नगर सेवा विभाग के अधिकारी अपनी पूरी टीम के साथ डोम शेड निर्माण को रोकने पहुंचे थे। जैसे ही वो लोग निर्माण को रोकने लगे, वहां मौजूद पुजारी और भक्तों ने बीएसपी की कार्रवाई का विरोध किया। इस पर दोनों पक्षों झूमा झटकी हो गई। झगड़ा इतना बढ़ गया कि, बीएसपी की टीम ने वहां मौजूद महिलाओं और पुरुषों को बुरी तरह पीटा।
इस झगड़े को दौरान बीएसपी के अधिकारी केके यादव भी वहां मौजदू थे। जब उनसे इस संबंध में बात करने के लिए कॉल किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद बीएसपी के पीआरओ प्रशांत तिवारी को भी फोन किया गया तो उनके द्वारा भी कोई जवाब नहीं दिया गया।
थाने में की गई लिखित शिकायत पूरी घटना में जो लोग घायल हुए हैं, उन्होंने भिलाई नगर थाने में इसकी शिकायत की गई है। पुलिस ने उन्हें मुलाहिजा के लिए भेजा है।
मंदिर के पुजारी और भक्तों का आरोप है कि बीएसपी के अधिकारी पहले से ही मारपीट करने की प्लानिंग बनाकर आए थे। बीएसपी की टीम जब भी कहीं कार्रवाई करने जाती है। तो उनके साथ तहसीलदार और पुलिस की टीम रहती है। इस बार बीएसपी के अधिकारी बिना पुलिस के साथ पहुंची थी। इससे साफ है कि वो मारपीट करने की योजना के साथ वहां पहुंचे थे।
सडक़ों पर पीएम का ट्वीट
केंद्र सरकार लोगों के रहन-सहन में सुधार लाने के लिए क्या कर रही है, इसका प्रचार ठीक से तब नहीं हो पाता, जब राज्य में विरोधी दल की सत्ता हो। चुनावी साल में इसे बताना और जरूरी हो जाता है। प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर भाजपा ने इसीलिए हल्ला बोला है। अन्य भी केंद्रीय योजनाओं से फायदा लोगों को मिला है। ऐसे ग्रामीणों के साथ भाजपा नेता तस्वीरें खींच रहे हैं। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने समय में प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना शुरू की थी। इसी से जुड़े प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव के एक ट्वीट को हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिट्वीट किया है। इसमें एक वीडियो है जिसमें ग्रामीण बता रहा है कि उसके खेत तक सडक़ पहुंच गई। यह तो हुई तारीफ लेकिन सोशल मीडिया तो खुला मंच है। साव के ही इलाके के लोरमी, मुंगेली, पेंड्रारोड से ही लोगों ने जवाब में लिखा है कि हमारे यहां सडक़ की मंजूरी नहीं मिली और मिली तो काम शुरू नहीं हुआ। जीपीएम जिले का कुछ हिस्सा बिलासपुर संसदीय सीट में आता है। यहां से अखबारों की कतरन चिपकाकर बताया गया है कि किस तरह लोगों ने सरकार की अनदेखी के चलते श्रमदान करके सडक़ को चलने लायक बनाया है। बस्तर की केशकाल घाटी में सालों से अधूरी पड़ी सडक़ पर भी सवाल किया गया है। पर, ये सभी केंद्र की योजनाओं में शामिल नहीं हैं। कई जर्जर सडक़ों का प्रधानमंत्री योजना से संबंध नहीं है, राज्य की है या फिर एनएचएआई की। सांसद के ट्वीट और पीएम के रिट्वीट के चलते कम से कम लोगों को अपना दर्द बयान करने का मौका मिल गया, समस्या दूर हो चाहे न हो।
हो गया तुरंत तबादला...
खनिज और राजस्व अधिकारियों पर अक्सर आरोप लगता है कि वे रेत के अवैध परिवहन को संरक्षण देते हैं। कहीं-कहीं जनप्रतिनिधि कार्रवाई के लिए भिड़ जाते हैं तो कार्रवाई होने पर नाराज भी हो जाते हैं। पिछले साल खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने रेत माफियाओं के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी थी। कुछ अवैध खनन, परिवहन करने वालों पर उनके दबाव में एफआईआर दर्ज हुई लेकिन इस धंधे से जुड़े लोग भी वहां कम ताकतवर नहीं थे। विधायक के पति पर एफआईआर दर्ज हो गई। वह भी एट्रोसिटी एक्ट में, रेत ढो रही एक गाड़ी के ड्राइवर की शिकायत पर। कुछ दिनों के लिए जेल भी उनको जाना पड़ा। अब इधर का मामला बिल्कुल उल्टा है। बलौदाबाजार जिले के पलारी के तहसीलदार नीलमणि दुबे का अचानक तबादला हो गया। कुछ घंटे पहले ही बिना रायल्टी पर्ची के रेत की ढुलाई कर रही एक गाड़ी पर उन्होंने चालान किया था। तहसीलदार की मानें तो विधायक शकुंतला साहू इस कार्रवाई से भडक़ गईं। उन्होंने एक घंटे के भीतर तबादला कराने की चेतावनी दी। चेतावनी फिजूल नहीं थी। तीन घंटे बाद तबादले का आदेश आ भी गया। दुबे को राज्य निर्वाचन कार्यालय रायपुर भेज दिया गया। हालांकि विधायक का कहना है कि क्या मैंने उसे हटवाया? वह तहसीलदार बदतमीज था।
कोयल एक अलग रंग में
यह कोयल की एक प्रजाति है। आम काली कोयल से अलग। ग्रे कलर के पंख हैं, लेटिन नाम हेपेटिक मार्फ। घूमने फिरने का शौक रखने वाले अनुराग शुक्ला ने डोंगरगढ़ के पास यह तस्वीर इस नवरात्रि के दौरान ली। ([email protected])
नई दिल्ली, 1 अप्रैल । दिल्ली पुलिस ने शनिवार को कंझावला केस में सात अभियुक्तों के ख़िलाफ़ 800 पेज का आरोप पत्र दाखिल किया.
पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद सात लोगों को गिरफ़्तार किया गया था. पुलिस ने 117 गवाहों के आधार पर 800 पन्नों की चार्जशीट तैयार की है.
पुलिस ने इस मामले में दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्णा, मिथुन और मनोज मित्तल को गिरफ़्तार किया था. दो अन्य अभियुक्त आशुतोष भारद्वाज और अंकुश को अदालत जमानत दे चुकी है.
दीपक खन्ना ने जमानत के लिए याचिका दायर की थी लेकिन इसे खारिज कर दिया गया था.
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सान्या दलाल ने इस मामले की फाइनल रिपोर्ट पर विचार करने के लिए 13 अप्रैल की तारीख तय की है.
दिल्ली के सुल्तानपुरी में 1 जनवरी 2022 की रात कार सवार युवकों ने 20 साल की स्कूटी सवार युवती अंजलि को टक्कर मार दी थी.
उसके बाद उन्हें कार से 13 किमी तक घसीटा था. अंजलि को घसीटती हुई कार 13 किलोमीटर दूर कंझावाला ले गई थी. (bbc.com/hindi)