राष्ट्रीय
अयोध्या, 5 अगस्त। रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह राम के रंग में रंगे नजर आए। कार्यक्रम में पधारे संतों में भी काफी जोश देखने को मिला। भूमिपूजन में आये संतों ने एक स्वर में कहा कि अब राममंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। इसके बाद काशी और मथुरा की बारी है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने कहा कि यह दिन अद्भुत और ऐतिहासिक है। यह उत्सव का दिन है। मोदी और योगी ने इतिहास रच दिया। वह दोबारा कोई रचने वाला नहीं है। हम लोग खुश है।
उन्होंने कहा कि रामराज्य की स्थापना भारत में हो गई। मोदी ने दंडवत प्रणाम संतों को किया है। उनको दिल से आशीर्वाद है। उन्ही के नेतृत्व में ही कृष्ण भगवान मुक्त होंगे। काशी विश्वनाथ भी होंगे। प्रतीक्षा करें। हम लोग अयोध्या की तरह काशी मथुरा ले कर रहेंगे। वह भी न्यायोचित ढंग से। 3 साल में भव्य मंदिर बनेगा उसका भी उद्घाटन मोदी और योगी करेंगे। आज तक किसी प्रधानमंत्री ने संतों को इतना सम्मान नहीं दिया है। चाहे वो नेहरू हो या इंद्रकुमार गुजराल। हां नरसिम्हा राव ने जरूर दिया है। इसीलिए संतों का आशीर्वाद मोदी जी के साथ है।
चतुर विरक्त वैष्णव परिषद के महंत फूल डोल बिहारी दास वृन्दावन मथुरा के संत ने कहा कि राममंदिर निर्माण से पूरा विश्व खुश है। जो खुश नहीं है वो चमगादड़ है। वो राम की शरण में आएं उन्हें मुक्ति मिलेगी। विरोधियों को शुभकामनाएं हैं। राममंदिर का काम शुरू हो गया है। राम मंदिर के बाद अगला पड़ाव काशी होगा। सबका समय धीरे-धीरे आएगा।
वाराणसी के जितेंद्रनन्द सरस्वती ने कहा, "मैं 1986 से रामजन्मभूमि से जुड़ा हूं। मैं कोरोनाकाल में भी कामकाज देखने आता था। आज भूमिपूजन के बाद 1 हजार वर्ष की गुलामी का कलंक मिट गया। प्रधानमंत्री ने दिव्य मंदिर का भूमि पूजन किया है। यह मंदिर का पूजन नहीं है बल्कि एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार है। इस कार्य के बाद अगला लक्ष्य मथुरा काशी ही है।"
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष कन्हैया दास ने कहा कि आज रामजन्मभूमि में भूमिपूजन के बाद मन प्रसन्न है। जीवन की तपस्या सफल हुई। संघर्ष सफल हुआ। जैसे राम वन से लौटे थे। उनका राज्याभिषेक हुआ था वैसा ही महसूस हो रहा है। धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे।(ians)
रांची, 5 अगस्त। चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को कोरोनावायरस संक्रमण से बचाने के लिए 'राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' (रिम्स) के पेइंग वार्ड से हटाकर इसके निदेशक के घर में शिफ्ट कर दिया गया है। रिम्स के सुरक्षा गार्डो और कुछ मेडिकल कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जेल प्रशासन के निर्देश पर लालू को शिफ्ट किया गया।
इस बीच, हत्या के मामलों के सिलसिले में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद दो पूर्व मंत्रियों एनोस एक्का और राजा पीटर भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं, लेकिन उन्हें 52 अन्य कोरोनोवायरस पॉजिटिव कैदियों के साथ ही रखा जा रहा है।
कई कैदियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद, जेल में आम गतिविधियों और समूह कार्यों को रोक दिया गया है।
इस बीच, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 450 नए मामले सामने आने से राज्य में इस बीमारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 14,400 हो गई है। वर्तमान में, सक्रिय मामलों की संख्या 8,742 है। कोरोनावायरस से झारखंड में अब तक 129 लोगों की मौत हुई है।(ians)
नई दिल्ली, 5 अगस्त। कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के लिए किए गए भूमिपूजन का सावधानीपूर्वक स्वागत किया। कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भगवान राम की प्रशंसा की, जबकि कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, "भगवान श्री राम सभी के लिए न्याय का, सभी व्यवहारों में सही आचरण, निष्पक्षता और दृढ़ता, नैतिक सरलता और साहस का प्रतीक हैं।"
उन्होंने कहा, "इन मूल्यों की ऐसे अंधेरे समय में बहुत आवश्यकता है। यदि वे पूरे देश में फैलते हैं, तो रामराज्य कट्टरता के विजयोल्लास के लिए एक अवसर नहीं होगा। जयश्रीराम।"
पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने परोक्ष रूप से भूमिपूजन का उल्लेख करते हुए ट्वीट कर कहा कि आस्था का मामला। कुछ घटनाएं होनी तय होती हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, "राम मंदिर भूमिपूजन की शुभकामनाएं। आशा है कि त्याग, कर्तव्य, करुणा, उदारता, एकता, बंधुत्व, सद्भाव, सदाचार के रामबाण मूल्य जीवन पथ का रास्ता बनेंगे। जय सियाराम।"
पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उम्मीद जताई कि अयोध्या समारोह राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम के लिए एक अवसर होगा।
अयोध्या में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुभ मुहूर्त में संतों की उपस्थिति में भूमिपूजन किया गया। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।(ians)
नई दिल्ली, 5 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या के मंच से पाकिस्तान और चीन को सांकेतिक रूप से कड़ा संदेश दिया। राम चरित मानस के सुंदरकांड के एक दोहे के अंश 'भय बिन होय न प्रीत' को दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जितना ताकतवर होगा, उतनी ही शांति बनी रहेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में भगवान राम के संदेशों को एक-एक करके बताया। उन्होंने कहा, श्रीराम जी की नीति है- भय बिन होय न प्रीत। इसलिए हमारा देश जितना ताकतवर होगा, उतनी ही प्रीति और शांति बनी रहेगी। राम की यही रीति सदियों से चली आ रही है।
हालिया समय में चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान काफी अहम माना जा रहा है। जिस तरह से उन्होंने भारत के ताकतवर होने पर ही शांति होने की बात कही, उससे माना जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए इसमें कड़े संदेश छिपे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस दोहे के अंश का उच्चारण किया, वह पूरा दोहा यूं है, विनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीत। बोले राम सकोप तब भय बिन होय न प्रीत। राम चरित मानस के सुंदरकांड में यह दोहा उस प्रसंग से जुड़ा है, जब भगवान राम लंका जाने के लिए समुद्र से रास्ता देने की विनती कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रीराम की शिक्षा है- कोई भी दुखी और गरीब न हो। उनका सामाजिक संदेश है- नर और नारी सभी समान रूप से सुखी हों। श्रीराम का निर्देश है कि किसान, पशुपालक, सभी हमेशा खुश रहें। श्रीराम का आदेश है -बुजुर्गों, बच्चों, चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए। श्रीराम का आह्वान है कि जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है।(ians)
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)| दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को भारतीय सेना के अधिकारियों को सोशल नेटवर्किं ग साइट्स से अपने खातों को हटाने के आदेश को वापस लेने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। सोशल मीडिया अकाउंट्स को हटाने का आदेश सैन्य खुफिया महानिदेशक (डीजीएमआई) द्वारा दिया गया था। न्यायमूर्ति राजीव सहाय एंडलॉ और आशा मेनन की अध्यक्षता वाली उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने लेफ्टिनेंट कर्नल पी.के. चौधरी द्वारा दायर याचिका खारिज कर दी।
इससे पहले सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि वह देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आर्मी ऑफिसर्स से फेसबुक अकाउंट को डिलीट करने के लिए कहेगा।
याचिका में चौधरी ने दावा किया था कि एक बार जब वह अपना अकाउंट हटा देंगे तो वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने सभी संपर्कों को खो देंगे। खाते हटाने का प्रतिबंध और निर्देश भारतीय सेना की सभी रैंकों पर लागू है।
याचिका में कहा गया है, "सुदूर स्थानों पर तैनात सैनिक अपने परिवारों में होने वाले कई मुद्दों और वर्चुअल कनेक्शन के लिए फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर भरोसा करते हैं।"
दलील में आगे कहा गया है कि भारतीय सेना के जवान हर समय दुश्मन के हमले के खतरे के साथ दूरदराज के दुर्गम इलाकों में सेवाएं देते हैं। ये स्थितियां उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे में अपने परिवार, दोस्तों और प्रियजनों से जुड़े रहकर उन्हें तनाव कम करने में काफी मदद मिलती है।
भोपाल, 5 अगस्त (आईएएनएस)| देश-दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का संक्रमण बना हुआ है। इसके साथ ही बारिश का मौसम होने के कारण डेंगू और चिकनगुनिया का भी खतरा मंडरा रहा है। इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक अभियान भी शुरू कर दिया है। स्वस्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि वर्षा ऋतु के साथ डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू लार्वा की सघन जांच की जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने शहर के सभी लोगों से डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने को कहा है। किसी तरह की दिक्कत होने पर या डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण दिखने पर नजदीकी अस्पताल में जांच कराने के लिए कहा गया है।
डेंगू के लक्षणों को लेकर बताया गया है कि तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़े व नाक से खून बहना और शरीर पर लाल चकत्ते होते है तो डेंगू हो सकता है। वहीं चिकनगुनिया के लक्षण तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में सामान्य दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते आना है। ये लक्षण हों तो डेंगू, चिकनगुनिया हो सकता है, इसलिए नजदीकी उपचार केंद्र पर अपनी जांच कराएं।
स्वास्थ्य विभाग ने आमजनों से अपील की है कि डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक एडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में होता है और दिन के समय काटता है। इसलिए जरूरी है कि दिन में पूरी बाह के कपड़े पहने तथा पानी को जमा न होने दें। इससे बचने के लिए घरों के आसपास सफाई रखें, सभी कंटेनर जिनमें पानी भरा हो एवं कूलर के पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर उनमें नया पानी भरें, और दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
राजधानी में कोरोना का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। यहां कोरोना मरीजों की संख्या सात हजार के करीब पहुंच रही है। 10 दिन की पूर्णबंदी रही, मगर मरीजों की संख्या में ज्यादा कमी नहीं आई है। राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि अब कोरोना से बचने के लिए आम नागरिक से लेकर व्यापारी और अन्य लोगों को ही ख्याल रखना होगा।
लखनऊ, 5 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें मिलाकर उत्तर प्रदेश में इस वायरस से अब तक नौ मंत्री संक्रमित हो चुके हैं। दो दिन पहले प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और विधायक योगेंद्र उपाध्याय (आगरा) और विधान पार्षद देवेंद्र प्रताप सिंह (गोरखपुर) को रविवार को जांच में पॉजिटिव पाया गया था।
डॉ महेंद्र सिंह के अलावा, यूपी के आठ अन्य मंत्रियों को कोरोनावायरस जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया। उनका इलाज चल रहा है।
कोरोना पॉजिटिव मामलों में मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, धर्म सिंह सैनी, चेतन चौहान, उपेंद्र तिवारी, रघुराज सिंह और जय प्रताप सिंह शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश की मंत्री कमल रानी वरुण की रविवार को लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में कोरोनावायरस मौत हो गई।
जयपुर, 5 अगस्त (आईएएनएस)| राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन अनुष्ठान किया।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, "भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं। उनका जीवन हमें सच्चाई, न्याय, समानता, करुणा और भाईचारा सिखाता है। हमें प्रभु राम द्वारा दिए गए मूल्यों के आधार पर एक समतावादी समाज की स्थापना पर ध्यान देने की आवश्यकता है।"
उन्होंने कहा, "भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है।"
रजनीश सिंह
श्रीनगर, 5 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त हुए एक साल पूरा हो चुका है। इस बड़े बदलाव के बाद सरकार तेजी से विकास के मोर्चे पर फोकस करके लोगों का दिल जीतने में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि 'बैक टू विलेज' (बी टू वी) पहल, जिसमें लोगों के लिए 36 प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं, यह पर्याप्त तौर पर सफल होता दिख रहा है।
इस कार्यक्रम के तहत 20,000 विकास कार्यो को पहचाना गया है, जिससे लोग प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। इस कार्यक्रम ने ऐसा उत्साह पैदा किया कि शोपियां जिले के एक निवासी ने इसके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा, जिसके बाद उनके मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में इसका उल्लेख भी किया गया।
अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने लोगों तक पहुंचने के लिए पिछले साल जून में 'बैक टू विलेज' कार्यक्रम शुरू किया था। इसका उद्देश्य आम आदमी के सामने आने वाले मुद्दों का समाधान करना और गांवों में विकास की रफ्तार को तेज करना है। शासन को लोगों के घर-घर तक पहुंचाने और पंचायतों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत अफसर जम्मू-कश्मीर की विभिन्न पंचायतों में जाकर लोगों की शिकायत सुनते हैं।
सरकार का कहना है कि 'बी टू वी' ने न केवल ग्रामीणों की समस्याओं के निवारण के लिए प्रशासन और अधिकारियों को घर-घर पहुंचाने की उपलब्धि हासिल की, बल्कि सरकार के प्रति जनता के विश्वास को फिर से स्थापित किया है। इस प्रक्रिया के जरिए लोगों के बीच व्याप्त कई मिथक भी टूटे हैं।
बडगाम जिले में ब्लॉक बी. के. पोरा के निवासी अब्दुल हमीद डार ने टिप्पणी की कि उनके गांव में उनके जल निकायों को डी-सिल्ट करने (गाद निकालना) का मुद्दा था, जो कि रेत, गाद और पॉलिथीन की अत्यधिक मात्रा के कारण जाम (चोक) हो गया था।
उन्होंने कहा, "हमने इस संबंध में निचले स्तर से लेकर ऊपर तक कोशिश की, लेकिन किसी ने भी हमारी वास्तविक शिकायत दर्ज नहीं की थी। लेकिन इस अभियान के दौरान उन अधिकारियों द्वारा इस मुद्दे का संज्ञान लिया गया, जो दो दिनों के लिए हमारे गांव आए थे।"
जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस कार्यक्रम को अद्वितीय बताया है, जिसमें सभी स्तरों के लगभग 5,000 राजपत्रित अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें प्रत्येक पंचायत की जिम्मेदारी दी गई है। यह अधिकारी अपने संबंधित गांव में दो दिन और रात गुजारते हैं और वहां पर व्याप्त तमाम समस्याओं की जानकारी प्राप्त करके उनका समाधान खोजते हैं।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा, "बैक टू विलेज ने पंचायतों को सक्रिय करने, सरकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर प्रतिक्रिया जुटाने, विशिष्ट आर्थिक क्षमता पर गौर करने और गांवों की जरूरतों का आकलन करने जैसे चार सर्वोत्कृष्ट विषयों पर ध्यान केंद्रित किया है।"
सरकार ने कहा, "जैसे ही यह पहल शुरू हुई, इसे एक पूर्ण सफलता मिली। वास्तव में लोगों की इतनी अधिक प्रतिक्रिया रही कि व्यावहारिक रूप से हर आने वाले अधिकारी का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह वास्तव में इस कार्यक्रम द्वारा उत्पन्न उत्साह ही है कि शोपियां जिले के एक निवासी ने इस कार्यक्रम के बारे में प्रधानमंत्री को लिखा, जिसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में इसे 'विकास, जन भागीदारी और जन जागरूकता' का त्योहार कहा।"
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य सचिव बी. वी. आर सुब्रह्मण्यम ने भी बैक टू विलेज प्रोग्राम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम परिणाम-उन्मुख हैं।
इस कार्यक्रम के तहत सरकार ने सभी 4,483 पंचायत हलकों में राजपत्रित अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की। प्रत्येक अधिकारी को एक ग्राम पंचायत सौंपी गई, जहां पहले से चली आ रही प्रथाओं के विपरीत वे गांव में एक रात के ठहराव सहित कम से कम दो दिनों तक रहे। अधिकारी को पंचायत प्रतिनिधियों, बुजुर्गो और अन्य स्थानीय लोगों से उनकी चिंताओं, विकासात्मक जरूरतों और क्षेत्र की आर्थिक क्षमता के बारे में व्यापक प्रतिक्रिया प्राप्त करके पहले आकलन करना था।
इस पूरे अभियान के दौरान अधिकारी ग्रामीणों के साथ रहकर उनके दर्द और पीड़ा को पूरी तरह से समझते थे।
इस दौरान ग्राम सभाओं में सभी सामाजिक मुद्दों जैसे लिंगानुपात, साक्षरता दर, बालिका शिक्षा, जल संरक्षण और स्वच्छता के मुद्दों पर चर्चा की गई।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)| बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले में केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की सीबीआई जांच की सिफारिश मंजूर कर ली है।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)| राम मंदिर के भूमि पूजन के खास मौके पर रामलला के लंबे समय से वकील रहे केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को संविधान की मूल प्रति में मौजूद भगवान राम की एक तस्वीर साझा की। उन्होंने कहा, "भारत के संविधान की मूल प्रति में मौलिक अधिकारों से जुड़े अध्याय के आरम्भ में एक स्केच है जो मयार्दा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम, माता सीता और भाई लक्ष्मण के रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या वापसी का है। आज संविधान की इस मूल भावना को आप सभी से शेयर करने का मन हुआ।"
केंद्रीय मंत्री ने इस दिन को भारत के स्वाभिमान का दिन भी कहा।
प्रसाद ने अयोध्या भूमि विवाद मामले से संबंधित मुकदमे में याचिकाकर्ता राम लला का प्रतिनिधित्व किया था, जिस पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सितंबर 2010 में फैसला सुनाया था। न्यायालय ने विवादित स्थल को दावेदारों के बीच समान रूप से वितरित करने का आदेश दिया था।
न्यूज टेलीविजन पर सार्थक डिबेट करने वाले प्रसाद को भगवान राम के वकील के रूप में जाना जाने लगा। सुप्रीम कोर्ट के फैसले, जहां वकील के. परासरन ने राम लला की पैरवी की थी, को प्रसाद ने 'ऐतिहासिक फैसला' बताया था।
अयोध्या, 5 अगस्त (वार्ता)। भाजपा की फायर ब्रांड नेता एवं अयोध्या में राममंदिर निर्माण आंदोलन की अगुआ नेताओं में एक उमा भारती ने बुधवार को कहा कि भगवान राम की नगरी ने सभी को एक कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर के भूमिपूजन में भाग लेने पहुंची मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, अयोध्या ने सभी को एक कर दिया है, अब भारत पूरे विश्व में अपना माथा ऊंचा कर कहेगा कि यहां किसी तरह का भेदभाव नहीं होता है।
सुश्री भारती ने अयोध्या आने पर ट्वीट कर कहा, मैं मर्यादा पुरुषोत्तम राम की मर्यादा से बंधी हूं । मुझे राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी ने शिलान्यास स्थल पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया है इसलिए मैं इस कार्यक्रम में उपस्थित रहूंगी।
अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा ढहाये जाने के मुख्य आरोपियों में एक सुश्री भारती ने हाल ही में इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था। इस मामले में अन्य मुख्य आरोपियों भाजपा के वरिष्ठतम नेता एवं पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भी ब्यूरो के समक्ष अपना बयान दर्ज करा चुके हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार 31 अगस्त तक इस मुकदमे का निपटारा किया जाना है।
भोपाल 5 अगस्त (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बुधवार को अस्पताल से छुटटी दे दी गई है। वे कोरोना पॉजिटिव होने के बाद कोविड सेंटर अस्पताल में थे, स्थिति में सुधार होने और कोरोना के तय दिशानिर्देशों के मुताबिक उनके स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुटटी दे दी गई। भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख लोकेंद्र पाराशर ने बताया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चिकित्सालय से छुट्टी दे दी गई है। वे पूर्णत: स्वस्थ हैं। कोविड-19 गाइडलाइन के मुताबिक अगले सात दिन तक सावधानीपूर्वक अपने निवास में रहेंगे और स्वयं के स्वास्थ्य का परीक्षण भी करेंगे।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री चौहान 25 जुलाई को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और उसके बाद कोविड सेंटर चिरायु अस्पताल में भर्ती हुए थे। चिकित्सालय के मुताबिक चौहान के सभी क्लीनिकल पैरामीटर सामान्य है और उन्हें बीते तीन दिन से बुखार नहीं आया है।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। देश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 52,509 नए मामले सामने आए हैं और महामारी से इस दौरान 857 लोगों की मौत हो गई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार को पेश किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि देश में अब तक संक्रमण के कुल 19,08,254 मामले हैं और 39,795 लागों की मौत हो चुकी है।
देश ने सोमवार को 18 लाख का आंकड़ा पार कर लिया था और उसके दो दिन में ही ये आंकड़ा एक लाख और बढ़ गया। देश में अभी 5,86,244 सक्रिय मामले हैं और 12,82,215 लोग बीमारी से उबर चुके हैं। देश में अब रिकवरी दर 67.19 फीसदी हो गई है।
वैश्विक औसत की तुलना में भारत में सबसे कम केस फैटिलिटी रेट (सीएफआर) 2.08 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र 4,50,196 मामलों और 15,842 मौतों के साथ अब भी सबसे अधिक प्रभावित राज्य है। इसके बाद तमिलनाडु 2,63,222 मामलों और 4,241 मौतों के साथ दूसरे स्थान पर है।
वहीं दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, त्रिपुरा और उत्तराखंड में सक्रिय मामलों में गिरावट देखी गई।
कुल संख्या 65,704 हुई
गांधीनगर, 5 अगस्त (आईएएनएस)| गुजरात में कोरोना संक्रमण के 1,020 नए मामले सामने आए। इसके साथ संक्रमितों की कुल संख्या 65,704 हो गई। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार को कम से कम 898 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई। राज्य में अब तक 48,359 संक्रमित लोग उपचार से ठीक हैं।
अगस्त के इन चार दिनों में 4,266 पॉजिटिव मामले सामने आए।
राज्य में कोरोना से मौतों की कुल संख्या 2,534 हो गई है।
कुल आंकड़ा 1.7 लाख के पार
अमरावती, 5 अगस्त (आईएएनएस)| आंध्र प्रदेश में कोरोना के एक दिन में 9,747 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 1,76,333 तक जा पहुंची। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि मंगलवार को 64,147 जांच की गई। सोमवार को इससे कम 45,516 नमूनों की जांच की गई थी।
पूर्वी गोदावरी में सबसे ज्यादा 1,371 नए मामलों का पता चला। दूसरे स्थान पर अनंतपुर है, जहां 1,325 नए मामले सामने आए। प्रकाशम में सबसे कम 224 नए मामले मिले।
मंगलवार को संक्रमित 67 लोगों की मौत हो गई। ये मौतें 12 जिलों में हुई हैं। इसके साथ राज्य में वायरस से मौतों की कुल संख्या 1,604 हो गई।
मंगलवार को कम से कम 6,953 संक्रमित लोग अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए। इस समय 79,104 सक्रिय मामले हैं। अब तक 95,625 लोग संक्रमण मुक्त घोषित किए जा चुके हैं।
रांची, 4 अगस्त (आईएएनएस)| झारखंड की राजधानी के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद दो पूर्व मंत्री एनोस एक्का और राजा पीटर सहित 52 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी मंगलवार को दी। एक्का और पीटर हत्या के अलग-अलग मामलों में जेल में बंद हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना ने उनके आधिकारिक आवास में कार्यरत 17 कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने के बाद मंगलवार को दूसरी बार कोविड-19 जांच करवाई है। रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री के निजी सचिव भी कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं।
राज्य में बीते 24 घंटों में कोरोना के 800 से ज्यादा मामले सामने आए। इसके साथ संक्रमितों की कुल संख्या 13,700 हो गई है।
पूर्वी सिंहभूम जिले में तीन संक्रमितों की मौत हो जाने के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब 125 हो गई है। वायरस से मृत्युदर बढ़कर 0.93 हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़े के मुताबिक, राज्य में कोरोना के 8,581 सक्रिय मामले हैं। समूचे राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के कारण रिकवरी रेट गिरकर 35.50 फीसदी हो गई है।
राज्य में अब तक 3,53,004 नमूने एकत्र किए गए, जिनमें से 3,26,060 मामले निगेटिव मिले।
नई दिल्ली, 4 अगस्त (आईएएनएस)| राहुल गांधी के करीबी नेताओं और कांग्रेस के बुजुर्ग, वरिष्ठ नेताओं के बीच जारी घमासान के बीच सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर एक साल पूरा करने वाली हैं और पार्टी सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि सोनिया इस पद पर आगे भी बनी रह सकती हैं। सूत्रों ने कहा कि अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस के भीतर वर्तमान में न तो पार्टी द्वारा और न किसी व्यक्ति के द्वारा इस संबंध में कोई चर्चा शुरू की गई है।
सूत्रों ने कहा, "कोई चर्चा नहीं है, और कोई नियम नहीं है कि हमें एक नया अध्यक्ष नियुक्त करना है।"
सोनिया गांधी ने पिछले साल 10 अगस्त को अपने बेटे राहुल गांधी द्वारा 2019 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने के बाद फिर से शीर्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। हालांकि पार्टी ने राहुल को इस्तीफा नहीं देने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले पर डटे रहे, जिसके बाद कांग्रेस कार्यसमिति ने सोनिया को अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया।
सोनिया गांधी सबसे लंबे समय तक कांग्रेस अध्यक्ष रहीं और 2004 और 2009 में लगातार दो आम चुनावों में उन्हें पार्टी की जीत का श्रेय दिया गया।
कांग्रेस में सभी घटनाक्रमों की जानकारी रखने वाले पार्टी के एक नेता ने बताया कि सोनिया गांधी अभी अस्पताल से लौटी हैं और पार्टी भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए उनके पीछे खड़ी है। नेतान ने कहा, "पार्टी के सभी वर्गो के लिए वह नेतृत्व बिंदु हैं।"
सोनिया गांधी को नियमित परीक्षण और जांच के लिए पिछले सप्ताह सर गंगा राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था और रविवार अपराह्न् उन्हें छुट्टी दे दी गई थी।
पार्टी अध्यक्ष पद पर यथास्थिति बनाए रखने के कांग्रेस के रुख के बावजूद पार्टी कें अंदर एक नया अध्यक्ष नियुक्त करने को लेकर मांग उठती रही है। राहुल गांधी के करीबी नेताओं ने तीन मौकों पर मांग की है कि उन्हें वापस कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीडब्ल्यूसी की एक बैठक के दौरान यह मांग की थी। कांग्रेस के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों की जुलाई में हुई बैठकों में भी यह मांग उठी थी।
मथुरा, 03 अगस्त (वार्ता)। पांच अगस्त को जब मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में भूमि पूजन के समारोह से गुंजायमान हो रही होगी उसी समय मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित केशवदेव मंदिर में भगवान केशवदेव राम रूप में भक्तों को दर्शन दे रहे होंगे।
ऐसा इसलिए भी किया जा रहा है कि मथुरा में यदि कान्हा ने जन्म लिया तो अपने सच्चे भक्त तुलसीदास की मांग पर उन्होंने यहां पर राम रूप में उन्हें दर्शन दिये थे। मशहूर भागवताचार्य संजय कृष्ण सलिल ने बताया कि तुलसीदास पहले तुलसी राम दर्शन स्थल ज्ञान गुदड़ी वृन्दावन आए थे और वहां पर उन्होंने अपने आराध्य के दर्शन करना चाहा था किंतु वहां पर उन्होंने श्रीकृष्ण को ’’ मोर मुकुट कटि काछनी, कर मुरली उर माल’’ को देखा था।
इसके बाद तुलसी ने प्रभु से प्रार्थना करते हुए कहा था कि ’’का बरनउ छवि आपकी, भले बिराजे नाथ। तुलसी मस्तक तब नवैं जब धनुष बाण लेउ हाथ’’। तुलसी के इस अनुरोध पर वहां पर उन्हें प्रभु के राम रूप में दर्शन मिले थे।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी जब भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए मथुरा आए तो ठाकुरजी ‘‘बंशी लकुट काछनी काछे। मुकुट माथ भाल उर आहे’’ स्वरूप में भगवान श्रीकेशवदेव जी के दर्शन कर गोस्वामी जी भाव-विभोर हो गये और उन्होंने पुनः प्रार्थना की कि ‘‘का बरनऊ छवि आप की, भले बने होै नाथ, तुलसी मस्तक तब नवै, धनुष बाण लेऊ हाथ’’।
कोच्चि, 4 अगस्त (आईएएनएस)| पुलिस ने 75 वर्षीय एक महिला पर बेरहमी से हमला करने के आरोप में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार, यह घटना रविवार दोपहर को तब हुई जब वृद्ध महिला अपने घर के पास ही अपने दोस्त के घर पर थी।
इस घटना को लेकर पुलिस ने दुष्कर्म की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
वहीं केरल महिला आयोग ने भी इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है। आयोग के एक अधिकारी ने कहा, "पुलिस ने हमें बताया है कि जांच चल रही है।"
ऐसा समझा जा रहा है कि महिला के पड़ोस में जहां घटना घटी, वहां उसे खनी खिलाने का वादा करके लाया गया था।
रक्तस्राव के थोड़ी देर बाद महिला को उसके घर वापस ले जाया गया और बाद में उसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
वहां से उसे कोलेनचेरी के निजी मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया और उसका एक आपातकालीन ऑपरेशन किया गया। उसकी निगरानी कर रहे डॉक्टरों ने उसकी स्थिति को गंभीर बताया है।
उसके सिर पर किसी नुकीली चीज वस्तु के गंभीर घाव हैं और उसके प्राइवेट पार्ट में भी चोट के निशान हैं।
स्थानीय ग्राम परिषद के अध्यक्ष के.के. राजू ने मीडिया को बताया कि किसी को नहीं पता कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। पुलिस को अभी इसकी जांच करनी है।
श्रीनगर, 4 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर के 500 से ज्यादा सरकारी कर्मचारी जांच के दायरे में हैं और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर उन्हें बर्खास्त किया जा सकता है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासन ने बीते सप्ताह ऐसी गतिविधियों में शामिल सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों को नौकरी से निकालने की अनुशंसा के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया।
सूत्रों ने कहा कि करीब 500 कर्मचारी/अधिकारी जांच के दायरे में हैं और समिति द्वारा उनके पिछले रिकॉर्ड खंगालने के बाद सिफारिश करने के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
इस उच्चस्तरीय समिति की अध्यक्षता जम्मू एवं कश्मीर के मुख्य सचिव कर रहे हैं, जिसमें सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव, गृह एवं कानून विभाग के सचिव, डीजीपी और एडीजीपी(सीआईडी) शामिल हैं।
इस समिति का गठन भारतीय संविधान के अनुच्छेद 311(2)(सी) को लागू करने के तत्काल बाद किया गया, जोकि कुछ पूर्व निर्धारित आधार पर केंद्रशासित प्रदेशों और राज्यों से सिविल क्षमता में कार्य कर रहे कर्मचारी को हटाने, निलंबित करने या पदावनति करने का अधिकार देता है।
यह अनुच्छेद उनलोगों पर भी बिना जांच कार्रवाई करने का अधिकार देता है, जो राष्ट्रविरोधी गतिविधि में सलिप्त हैं। सरकार अगर इस बात से संतुष्ट होती है कि किसी अधिकारी को हटाने की कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में है तो वह वह ऐसा कदम उठा सकती है।
यह अनुच्छेद जम्मू एवं कश्मीर में अुनच्छेद 370 की वजह से प्रभावी नहीं था। लेकिन पिछले वर्ष 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 और 35ए को हटा दिया गया था, जिसके बाद यह प्रभावी हो गया।
इसके तहत, भारतीय प्रशासनिक सेवा(आईएएस) और भारतीय पुलिस सेवा(आईपीएस) के अधिकारियों को भी देश-विरोधी गतिविधि में संलिप्त पाए जाने पर किसी भी दंडात्मक कार्रवाई से छूट नहीं मिलेगी।
----------------
पटना, 4 अगस्त (आईएएनएस)| बिहार में बाढ़ का पानी अब नए क्षेत्रों में भी बढ़ता जा रहा है। राज्य की अधिकांश प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण राज्य के 14 जिलों के लोग बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के सीतामढ़ी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सारण, समस्तीपुर सहित 14 जिलों की 56 लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ की विभीषिका झेल रही है। इन बाढ़ प्रभावित इलाकों में घटी विभिन्न घटनाओं में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच हालांकि सरकार राहत और बचाव कार्य का दावा कर रही है।
जल संसाधन विभाग की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कोसी के जलस्तर में घटने का रुख है। वीरपुर बैराज के पास मंगलवार की सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 1़ 97 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे घटकर 1़ 91 लाख क्यूसेक हो गया। इधर, गंडक नदी का जलस्तर स्थिर बना हुआ है। गंडक का जलस्राव वाल्मीकिनगर बराज पर सुबह आठ बजे 1़ 55 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया।
राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा व घाघरा कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार के 14 जिलों के कुल 114 प्रखंडों की 1082 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं। इन क्षेत्रों में करीब 56़ 53 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इन इलाकों में 19 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 17 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 1,358 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन नौ लाख से ज्यादा लोग भोजन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 4,18,490 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है।
अपर सचिव ने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को बतौर राहत राशि 6,000 रुपये दिए जा रहे हैं। अभी तक 2,71,407 परिवारों के बैंक खातों में कुल 162़ 84 करोड़ रुपये की राहत राशि भेजी जा चुकी है। ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में बाढ़ से जुड़ीं विभिन्न घटनाओं में 13 लोगों की मौत हुई है।
अयोध्या, 4 अगस्त (आईएएनएस)| अयोध्या में नए राम मंदिर के लिए 'भूमि पूजन' करने के लिए शुभ समय तय करने वाले पुजारी विजयेंद्र (75) को फोन पर धमकियां मिली है, जिसके बाद कर्नाटक के बेलगावी में उनके आवास पर सुरक्षा प्रदान की गई है। सूत्रों ने यहां कहा कि बेलगावी के शास्त्री नगर इलाके में रहने वाले पुजारी को धमकी मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लयिा है और उनके आवास पर पुलिस की तैनाती कर दी गई है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने कहा, "यह गंभीर चिंता का विषय है कि जो पुजारी ' मुहूर्त' तय करते हैं, उन्हें भी उन लोगों द्वारा नहीं बख्शा जा रहा है जो मंदिर का निर्माण नहीं चाहते हैं।"
विजयेंद्र ने पत्रकारों को बताया कि एक कॉलर ने उनसे पूछा कि उन्होंने 'भूमिपूजन' की तारीख क्यों निर्धारित की है। 'उसने कहा' 'आप इन सब में क्यों पड़ना चाहते हैं?' मैंने कहा कि आयोजकों ने मुझसे 'भूमिपूजन' के लिए शुभ तारीख बताने के लिए अनुरोध किया था और मैंने उन्हें बता दिया। फोन करने वाले ने अपना नाम प्रकट नहीं बताया। विभिन्न नंबरों से कॉल आ रहे हैं।
विजयेंद्र पिछले कई वर्षों से राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे हैं। इस वर्ष फरवरी में, उन्हें ट्रस्ट द्वारा मंदिर निर्माण कार्य के शुभारंभ के लिए उपयुक्त समय की गणना करने और सूचित करने के लिए कहा गया था।
हालांकि, वह कोरोनोवायरस महामारी के कारण 'भूमिपूजन' समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।
'भूमिपूजन' समारोह बुधवार को दोपहर में होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे।
संदीप पौराणिक
भोपाल, 4 अगस्त (आईएएनएस)| राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की आधार शिला रखी जा रही है। मंदिर निर्माण के पूरे हो रहे अभियान में अनेक लोगों का योगदान रहा है। मध्य प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) राजा बाबू सिंह भी उन्हीं में से एक हैं, जिन्होंने छात्र जीवन में वर्ष 1992 में अयोध्या में कारसेवक की भूमिका निभाई थी।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के निवासी राजोबाबू सिंह वर्तमान में पुलिस मुख्यालय में सामुदायिक पुलिस के एडीजी हैं। वे उन दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र हुआ करते थे और हजारों कारसेवक अयोध्या गए थे। उनके कई साथी छात्र भी वहां गए तो सिंह भी उनके साथ अयोध्या जा पहुंचे।
सिंह वर्ष 1992 के दौर केा याद करते हुए कहते हैं, " श्रीराम जन्मभूमि को देखने और रामलला के दर्शनों की अभिलाषा हमेशा से मन में थी। अयोध्या जाने का मौका मिला नहीं था। कारसेवा के समय अपने साथियों के साथ अयोध्या केा चल दिए क्योंकि रामजन्म भूमि और रामलला के दर्शनों की मन उठ रही हिलोरे वहां जाने के लिए मजबूर कर रही थीं। ईश्वर के प्रति अगाध आस्था हमेषा रही और उस अवसर ने प्रेरित करने का काम किया।"
उन्होंने बताया कि मत्था टेककर रामलला के दर्शन भी किये और उनसे प्रार्थना भी की कि आपकी कृपा से आपका यहां भव्य मंदिर बने। अब वह सपना पूरा हो रहा है जब 28 साल बाद पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करेंगे।
एडीजी सिंह का कहना है समूचे देशवाशियों चाहें वह किसी भी जाति या समुदाय का हो, सभी के लिए गर्व का विषय है। भारतीय संस्कृति के लिये क्लाइमेक्स का समय है, जब प्रधानमंत्री आधारशिला रखेंगे।
सिंह भले ही अब प्रदेश के पुलिस महकमे के बड़े औहदे पर हो मगर आनन्दित हैं और रोमांचित भी। उनका कहना है कि आखिर ऐसा हो भी क्यों न क्योंकि उनका ही नहीं हर देशवासी का सपना जो साकार हो रहा।