राष्ट्रीय
एटा (उत्तर प्रदेश), 9 अगस्त (आईएएनएस) । उत्तर प्रदेश के एटा जिले के जलेसर कस्बे में कारीगरों की एक टीम अयोध्या में नए राम मंदिर के लिए 2,100 किलोग्राम वजन की घंटा बना रही है। घंटी को अयोध्या भेजने से पहले अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
50 वर्षीय दाऊ दयाल और 56 वर्षीय इकबाल मिस्त्री इस 'अष्टधातु' के घंटे की डिजाइनिंग, ग्राइंडिंग और पॉलिशिंग समेत सभी कार्यों के प्रभारी हैं। उन्होंने बताया कि जीवन में पहले बार उन्होंने इतने बड़े आकार का घंटा बनाया है।
दाऊ दयाल ने कहा, "इस घंटे की खास बात यह है कि यह एक ही टुकड़ा है, इसमें कहीं भी टुकड़े जोड़कर वेल्डिंग नहीं की गई है। इसके कारण इसे बनाना कठिन था। कई लम्बे चरण के साथ इस घंटे की ढलाई की गई। मोल्ड में धातु डालने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया गया था।'"
'अष्टधातु' के इस घंटे में - सोना, चांदी, तांबा, जस्ता, सीसा, टिन, लोहा और पारा का संयोजन है।
देश के 'सबसे बड़ी घंटों' में शुमार इस घंटे को बनाने के लिए हिंदुओं और मुसलमानों की 25 कारीगरों की टीम ने एक महीने तक हर दिन 8 घंटे काम किया है।
जलेसर नगर परिषद के अध्यक्ष और इस वर्कशॉप के मालिक विकास मित्तल ने कहा, "यह घंटा राम मंदिर को दान किया जाएगा।"
वहीं विकास के भाई आदित्य मित्तल कहते हैं, "हमारा मानना है कि कुछ दैवीय कारणों के चलते यह काम हमारे पास आया। इसीलिए हमने इस घंटे को मंदिर को दान करने का फैसला किया है।"
घंटे की लागत 21 लाख रुपये आई है और इसे बनाने की प्रारंभिक योजना से लेकर बनकर तैयार होने तक में 4 महीने का समय लगा।
बता दें कि मित्तल को यह घंटा तैयार करने का आदेश निर्मोही अखाड़े से मिला था, जो कि कोर्ट में चले अयोध्या विवाद में एक वादी था।
जयपुर, 9 अगस्त (एजेंसी )| राजस्थान के जोधपुर में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां लोड़ता हरिदासोता गांव के पास एक साथ 11 शव मिलने से हड़कंप है. इन में चार महिलाओं, दो बच्चों और 5 पुरुष शामिल है. मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है.
ये सभी मृतक लोग एक ही कमरे में सो रहे थे.
ये 11 लोग पाकिस्तानी शरणार्थी बताए जा रहे हैं. ये सभी यहां खेती का काम करते थे.
पुलिस ने कहा, "11 लोग मृत पाए गए, जबकि एक जीवित था। हालांकि, उसे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसने दावा किया कि वह बाहर सो रहा था और पता नहीं क्या हुआ था। उसने कहा कि जब वह अपने घर के अंदर गया, तो उसने अपने परिवार के सदस्यों के शव देखे और मदद के लिए चिल्लाया।"
जिला पुलिस अधीक्षक (जोधपुर ग्रामीण) राहुल बरूथ और अन्य अधिकारी घटना स्थल पर थे और जांच कर रहे थे। पुलिस ने घर और उसके आसपास के इलाके को सील कर दिया है।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे जांच करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या मरने वालों ने जहर खाया था, या जहरीली गैस का रिसाव हुआ था, या कहीं उनकी हत्या तो नहीं कर दी गई।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने रविवार को उन पर कटाक्ष करते हुए उनकी घोषणा को 'फुसफुसाहट' करार दिया। चिदंबरम ने एक बयान में कहा, "रक्षा मंत्री ने रविवार सुबह एक 'धमाके' का वादा किया, जो 'फुसफुसाहट' के साथ खत्म हो गया!"
इससे पहले दिन में राजनाथ ने कहा, "रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत की पहल में एक बड़ा योगदान देने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने रक्षा उपकरणों के उत्पादन में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए 101 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।"
चिदंबरम ने बताया कि भारत में रक्षा उपकरणों का एकमात्र आयातक रक्षा मंत्रालय है। उन्होंने कहा, "किसी भी आयात पर रोक वास्तव में खुद पर रोक है। रक्षा मंत्री ने अपनी रविवार की ऐतिहासिक घोषणा में जो कहा वह केवल एक कार्यालयीन आदेश था।"
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि 'इम्पोर्ट एम्बार्गो' (आयात पर रोक) केवल 'शब्दजाल' है। इसका मतलब यह है कि हम 2 से 4 साल में वही उपकरण (जो हम आज आयात करते हैं) बनाने की कोशिश करेंगे और उसके बाद उनका आयात करना बंद कर देंगे!"
बता दें कि 101 उपकरणों की सूची में न केवल आसान उपकरण, बल्कि आर्टिलरी गन, असॉल्ट राइफल, सोनार सिस्टम, परिवहन विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर और रडार जैसे हाई टेक हथियार और सिस्टम भी शामिल हैं।
लखनऊ, 9 अगस्त (आईएएनएस)| माफिया डॉन से राजनेता बने मुख्तार अंसारी का करीबी सहयोगी और खूंखार शूटर राकेश पांडे को रविवार सुबह उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की एक टीम ने लखनऊ के बाहरी इलाके में मार गिराया है। अधिकारियों ने बताया कि शूटर राकेश पांडे उर्फ हनुमान पांडे पर 1 लाख रुपये का इनाम था।
एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश ने कहा कि जब पांडे अपने एक साथी से मिलने के लिए सरोजनीनगर पुलिस थाने की सीमा के एक इलाके में गया तो वहां एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की। इसी दौरान हुई जवाबी फायरिंग में पांडे को गोली लगी।
पुलिस ने कहा कि पांडे पिछले 23 वर्षों में अंसारी के गिरोह द्वारा की गई कई हत्याओं और गोलीबारी की घटनाओं में शामिल था। उस पर भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप था, जिनकी 2005 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लेकिन पांडे को अधीनस्थ अदालत में मुकदमे के बाद बरी कर दिया गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पांडे के खिलाफ 1993 और 2010 के बीच कम से कम 10 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे और अपराधी पिछले 10 वर्षों से फरार था।
आईजी ने कहा कि पुलिस पिछले कई महीनों से उसे लगातार ट्रैक करने की कोशिश कर रही थी।
मुंबई, 9 अगस्त (आईएएनएस)| सुशांत सिंह राजपूत मामले में अपनी जांच को जारी रखते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के भाई शोविक चक्रवर्ती को वित्तीय लेनदेन के संबंध में दूसरी बार सवालों के घेरे में लाया गया। शनिवार को दोपहर के करीब शोविक ईडी के कार्यालय में उपस्थित हुए थे और उन्हें 18 घंटे से भी ज्यादा समय के बाद रविवार को सुबह सात बजे के आसपास वहां से वापस निकलते हुए देखा गया।
अधिकारियों के मुताबिक, उनसे पूछताछ कर रही ईडी की टीम को कथित तौर पर उन्होंने गोलमोल या असंतुष्टिजनक जवाब दिए, जिसके चलते उन्हें सोमवार को फिर से तलब किए जाने की संभावना है।
इसके अलावा, रिया चक्रवर्ती को भी ईडी के द्वारा सोमवार को एक और दौर पूछताछ करने के लिए बुलाया जाएगा। शुक्रवार को उनसे आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई थी।
दिवंगत अभिनेता के पिता कृष्ण किशोर सिंह के द्वारा अपने बेटे के वित्तीय मामलों से संबंधित कुछ विषयों पर सवाल करने के लिए पटना पुलिस के साथ शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद ईडी अन्य बातों के साथ ही साथ मनी-लॉन्ड्रिंग के एंगेल को भी टटोल रही है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (वार्ता)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोरोना वायरस को मात दे दी है। दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने रविवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी। श्री तिवारी ने लिखा, देश के यशस्वी गृह मंत्री अमित शाह जी का कोविड रिपोर्ट आया निगेटिव।
श्री शाह दो अगस्त को कोरोना संक्रमित होने के बाद उपचार के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए थे। उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।
संत कबीर नगर (उप्र), 9 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले के एक गांव के पास एक 55 वर्षीय वकील का शव शनिवार को आम के पेड़ से लटका मिला।
मृतक अनिल यादव जिला सिविल कोर्ट में वकील थे और उनका शव महुली इलाके के बशिया गांव में उनके घर से करीब 500 मीटर दूर पाया गया।
यादव के एक रिश्तेदार ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार शाम वकील का अपनी पत्नी और बेटे के साथ बहस हुआ था।
हालांकि, यादव के बेटे ने पुलिस को बताया, "मेरे पिता शुक्रवार शाम को किसी बात को लेकर परेशान थे और रात के खाने के बाद जब मैंने उनसे पूछने की कोशिश की तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और शाम को टहलने निकल गए। उनकी मौत संदिग्ध है और यह एक हत्या हो सकती है।"
महुली पुलिस स्टेशन के एसएचओ, प्रदीप सिंह ने कहा कि प्रथम ²ष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन जांच के बाद ही चीजें स्पष्ट होंगी।
सिंह ने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रविवार को देश में कृषि से जुड़ी सुविधाएं तैयार करने के लिए एक लाख करोड़ रुपए के विशेष फंड को लॉन्च किए जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा है कि इससे हर जिले के मशहूर उत्पादों को देश और दुनिया से जोड़ा जा सकेगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को कहा, "कृषि से जुड़ी सुविधाएं तैयार करने के लिए एक लाख करोड़ का विशेष फंड लॉन्च करने तथा साढ़े 8 करोड़ किसान परिवारों के खातों में 17,000 करोड़ रुपए ट्रांसफर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का धन्यवाद।"
जेपी नड्डा ने कहा, "सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से गांवों में बेहतर भंडारण, आधुनिक कोल्ड स्टोरेज चेन व रोजगार के अवसर तैयार करने में मदद मिलेगी। इस योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हर जिले के मशहूर उत्पादों को देश व दुनिया से जोड़ा जा सकेगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को एक लाख करोड़ का विशेष फंड जारी करते हुए कहा कि अब आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत किसान और खेती से जुड़े इन सारे सवालों के समाधान ढूंढे जा रहे हैं। एक देश, एक मंडी के जिस मिशन को लेकर बीते 7 साल से काम चल रहा था, वो अब पूरा हो रहा है। आज जो एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्च र फंड लॉन्च किया गया है, इससे किसान अपने स्तर से भी गांवों में भंडारण की आधुनिक सुविधाएं बना पाएंगे।
मुंबई, 9 अगस्त (वार्ता)। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार छठे सप्ताह बढ़ता हुआ 31 जुलाई को समाप्त सप्ताह में अब तक रिकार्ड स्तर 534.56 अबर डॉलर पर पहुंच गया।
इससे पिछले सप्ताह में यह 522 अरब डॉलर के पार पहुंचा था। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा का देश का भंडार 11.93 अरब डॉलर बढक़र 534.56 अरब डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति और स्वर्ण भंडार में बड़ी वृद्धि के कारण विदेशी मुद्रा भंडार में करीब 12 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 31 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान 10.34 अरब डॉलर बढक़र 490.82 अरब डॉलर हो गई। इसी अवधि में स्वर्ण भंडार 1.52 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 37.62 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 5.4 करोड़ डॉलर बढक़र 4.63 अरब डॉलर पर और विशेष आहरण अधिकार 1.2 करोड़ डॉलर बढक़र 1.47 अरब डॉलर पर रहा।
अब दो मुट्ठी अनाज के लिए जद्दोजहद
मुजफ्फरपुर, 9 अगस्त (आईएएनएस)| बिहार के 38 में से 16 जिले बाढ़ प्रभावित हैं। कई क्षेत्रों में अब बाढ़ का पानी कुछ कम हुआ है, लेकिन अभी भी लोग दो मुट्ठी अनाज के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। मुजफ्फरपुर जिले के भरतुआ में बागमती नदी और धरफ री गांव में गंडक नदी के पानी में आया उफान भले ही अब कुछ शांत हो गया हो लेकिन बाढ़ के कारण पैदा हुईं मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। बाढ़ की तबाही से बेचैन लोग किसी तरह जान बचाकर अभी भी ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।
ऐसे लोग अपनी जिन्दगी को तो सुरक्षित कर रहे हैं परंतु भूख की मार से बेजार लोगों को दो मुट्ठी अनाज के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। आशियाना के नाम पर ऐसे लोग 'ढमकोल' की चारदीवारी और पॉलिथिन से छत बनाकर पूरे परिवार के साथ दिन गुजार रहे हैं।
कई अन्य वर्षो की तरह इस साल भी मुजफ्फरपुर में बाढ़ ने कहर बरपाया है। यहां के 14 प्रखंडों के 240 पंचायतों में गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, लखनदेई, वाया सहित कई छोटी नदियों ने जमकर कहर ढाया।
मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड के कुछ गांवों में नदी की धार कहर बरपा कर कुछ कम हुई है, लेकिन आज भी इस गांव में एक से दो फीट पानी है और ऐसे हालातों में ही लोग अपनी जिन्दगी की गाड़ी को खींच रहे हैं। बाढ़ का पानी धरफरी गांव के महादलित परिवारों की तीन दर्जन झोपड़ियों को बहाकर ले गई, तब से ये पविार खनाबदोशों की तरह जिंदगी गुजार रहे हैं।
गांव की रहने वाली अंजना देवी कहती हैं कि गंडक ने तो गांव और बधार सब कुछ उजाड़ दिया है। हम लोग तो अब गांव के बाहर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं।
वे कहती हैं कि अबोध बच्चों के लिए ना दूध मिल पा रहा है ना ही बुर्जुगों के लिए दवा उपलब्ध हो पा रही है, परंतु इसे देखने वाला कोई नहीं है। सब नेता वोट मांगने आते हैं लेकिन हर बाढ़ की तरह इस साल की बाढ़ में भी कोई नेता अब तक नहीं आया।
इधर, गांव के लेाग जिला प्रशासन के उस दावे को भी खोखला बता रहे हैं, जिसमें प्रशासन ने राहत सामग्री बांटने की बात कही है। भरतुआ, बेनीपुर, मोहनपुर, विजयी छपरा गांवों के कई परिवारों के लोग अभी भी ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।
बाढ़ पीड़ितों के लिए शरणस्थली बनी कुछ जगहों में बुनियादी सुविधाएं नहीं है। गांव के लोगों का कहना है कि इलाकों में सामुदायिक रसाईघर चल रहा है लेकिन वहां से एक समय का ही भोजन दिया जा रहा है।
अब अपनी समस्याओं को लेकर लोग सड़कों पर भी उतरने लगे हैं। विजयी छपरा सहित आसपास के गांव के लोगों ने दो दिन पहले राष्ट्रीय राजमार्ग 77 को अवरूद्घ कर बाढ़ पीड़ितों को सहायता देने की मांग की थी। वहीं शुक्रवार को मुजफ्फरपुर-दरभंगा रोड को बाढ़ पीड़ितों ने जाम कर दिया था।
मोहनपुर गांव के रामेश्वर कहते हैं कि आधे से ज्यादा खेतों में लगी फ सलें बाढ़ के पानी में डूबकर बर्बाद हो गई हैं। अब बची-खुची फ सल बचाने के लिए लोग अपनी जिंदगी को दांव पर लगा रहे हैं। वे कहते हैं कि खेत में लगी फ सल तो बर्बाद हो गई है परंतु अब आशियाना ना बहे, इसके लिए जतन किए जा रहा हैं।
इधर, सरकार खेतों में बर्बाद हुई फ सल का सर्वेक्षण कराने में जुटी है। मुजफ्फरपुर कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामकृष्ण पासवान भी मानते हैं कि बाढ़ से फ सलों को खासा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले में 40 से 70 प्रतिशत फ सलों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है, उसके बाद ही नुकसान का सही आंकड़ा सामने आ पाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ष बाढ़ से मुजफ्फरपुर जिले की 14 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन का दावा है कि जिले के बाढ़ प्रभवित इलाकों में 348 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें 2.41 लाख से अधिक लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं।
पालघर (महाराष्ट्र), 9 अगस्त (आईएएनएस)| महाराष्ट्र की अपराध जांच शाखा (सीआईडी) ने पालघर में 16 अप्रैल को भीड़ द्वारा दो साधुओं और उनके ड्राइवर को पीट-पीटकर मार डालने के मामले में ठाणे जिले के भिवंडी में एक किशोर अदालत में दो नाबालिग आरोपियों के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दर्ज की है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। हालांकि, इस मामले में कुल 11 किशोर आरोपी हैं, लेकिन सीआईडी ने केवल दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है और जल्द ही शेष नौ के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।
सीआईडी ने गुरुवार को इस मामले में 47 और आरोपियों के खिलाफ अपना तीसरा आरोप पत्र दायर किया था, जिन्हें 13 मई को गिरफ्तार किया गया था।
उन पर सरकारी अधिकारियों को ड्यूटी में बाधा पहुंचाने और हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है, क्योंकि उन्होंने मौके पर पहुंची एक पुलिस टीम पर पथराव किया था।
जुलाई के मध्य में सीआईडी ने दो अलग-अलग आरोप पत्र दायर किए थे, जो लगभग 11,000 पन्नों के थे, जिसमें कुल 154 व्यक्तियों में से 126 को दो अलग-अलग मामलों में सामान्य अभियुक्त के रूप में नामित किया गया था। यह आरोप पत्र दहानू कोर्ट मजिस्ट्रेट एम. वी. जवाले के सामने दायर किए गए थे।
16 अप्रैल की रात जूना अखाड़ा के साधू कल्पवृक्षगिरी महाराज (70), उनके सहायक सुशीलगिरि महाराज (35) और इनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े (30) राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान मुंबई से सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। इन्हें बीच रास्ते लोगों की भीड़ ने रोककर लाठी-डंडों से खूब पीटा जिसके बाद इन्होंने दम तोड़ दिया।
कोरोना केयर सेन्टर बनाया था
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में स्वर्ण पैलेस नाम के एक होटल में आग लग गई है. अग्निशमन विभाग के अनुसार अब तक हादसे में सात लोगों की मौत हुई है.
कोविड पॉज़िटिव लोगों को रखने के लिए एक प्राइवेट अस्पताल इस होटल का इस्तेमाल केयर सेन्टर के रूप में कर रहा था.
आंध्र प्रदेश गृह राज्य मंत्री मेकाथोटी सुचरिता ने बताया है कि आग शॉर्ट सर्किट के करण लगी है.
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार शंकर के अनुसार जब आग लगी उस वक्त होटल में क़रीब 40 लोग मौजूद थे.
अग्निशमन विभाग के अनुसार अब तक हादसे में सात लोगों की मौत हुई है.(bbc)
जम्मू,9 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय ने एक फैसले में गर्भवती हुई एक दुष्कर्म पीड़िता का गर्भपात कराने का आदेश दिया। 17 साल उम्र की एक दुष्कर्म पीड़िता को गर्भपात कराने के लिए हाईकोर्ट की अनुमति लेने की जरूरत पड़ गई, क्योंकि कानून मात्र 20 हफ्तों के गर्भ को गिराने की अनुमति देता है, जबकि इस दुष्कर्म पीड़िता का गर्भ 26 हफ्तों का हो चला है।
न्यायमूर्ति जावेद इकबाल वानी ने जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज और शहर के एसएमजीएस अस्पताल के अधिकारियों को डॉक्टरों के बोर्ड से पीड़िता की नए सिरे से जांच कराने तथा पीड़िता के चिकित्सीय गर्भपात से पहले एक मनोचिकित्स से सलाह लेने के निर्देश दिए।
अदालत ने यह निर्देश भी दिया कि डॉक्टरों का बोर्ड पीड़िता के गर्भपात का फैसला लेते समय यह सुनिश्चित करे कि भ्रूण का डीएनए सुरक्षित रखा जाएगा, क्योंकि वह भविष्य में सबूत के तौर पर काम आ सकता है।
अदालत ने गर्भपात के लिए पीड़िता को मुफ्त चिकित्सीय सहायता देने का आदेश भी दिया।
पीड़ित लड़की के बयान के मुताबिक, पिछले साल डोडा जिले में 12 दिसंबर को अशोक कुमार नामक युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। आरोपी पुलिस हिरासत में है।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को परिवार निर्भर पार्टी बताते हुए कहा है कि सत्ता में रहते लूट और विपक्ष में रहते झूठ ही कांग्रेस की कुल जमा पूंजी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने कई मुद्दों पर कांग्रेस की गलत बयानियों को लेकर शनिवार को विपक्षी पार्टी पर हमला बोला। भाजपा के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव ने कहा, "देश आत्मनिर्भर भारत की तरफ बढ़ चला है और कांग्रेस परिवार-निर्भर पार्टी की सोच से ही नहीं निकल पा रही, क्योंकि सत्ता में थे तो 'लूट' और विपक्ष में हैं तो 'झूठ', यही कांग्रेस की राजनीति की कुल जमा पूंजी है।"
भाजपा के शीर्ष रणनीतिकारों में शुमार भूपेंद्र यादव ने इससे पहले भी कांग्रेस पर हमला बोला था। जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महबूबा मुफ्ती की रिहाई की मांग करते हुए कहा था कि "जब केंद्र सरकार अवैध रूप से नेताओं को नजरबंद करती है, तब भारत का लोकतंत्र खतरे में पड़ जाता है।"
इसका जवाब देते हुए राज्यसभा सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा था, "शेख अब्दुल्ला को 11 साल तक जेल में रखा गया। बस कुछ इतिहास की बातें मैं राहुल गांधी को खुद से अवगत कराना चाहता हूं।"
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)| पूरी दुनिया कोरोनावायरस से जूझ रही है. इस महामारी से बचने के तमाम प्रयासों के बीच विशेषज्ञों का कहना है कि गुटखा और सिगरेट का सेवन करने वालों को कोरोना संक्रमण होने का खतरा ज्यादा रहता है. खैनी, गुटखा खाने वाले लोग कई गैरसंचारी रोगों के भी आसानी से शिकार बन जाते हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और शोधकर्ताओं ने भी चेतावनी दी है कि तम्बाकू से कमजोर हुए फेफड़े कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहे हैं.
तंबाकू से कोरोना संक्रमण का खतरा अधिक
केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर अरविंद मिश्रा ने बताया, “तंबाकू का किसी भी रूप में उपयोग करना नुकसानदेह ही है. यह ना सिर्फ प्रयोग करने वालों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि उनके आस-पास के लोगों को भी गंभीर रूप से प्रभावित करता है. उस पर से कोरोना वायरस चूंकि फेफड़ों को प्रभावित करता है, इसलिए सिगरेट, हुक्का या वाटरपाइप जैसी चीज का सेवन करने वालों के लिए यह और भी गंभीर खतरा हो सकता है.”
उन्होंने बताया कि तम्बाकू खाने के दौरान इंसान हाथ मुंह को छूता है. यह भी संक्रमण फैलने का अहम जरिया है. कोरोना हाथ के जरिए मुंह तक पहुंच सकता है या हाथों में मौजूद कोरोनावायरस तम्बाकू में जाकर मुंह तक पहुंच सकता है. तम्बाकू चबाने के दौरान मुंह में अतिरिक्त लार बनती है, ऐसे में जब इंसान थूकता है तो यह संक्रमण दूसरों तक पहुंच सकता है.
तंबाकू सेवन से मृत्यु दर का अंदेशा 38 प्रतिशत ज्यादा
डॉ. अरविंद ने बताया, “तंबाकू (Tobacco) सेवन करने वालों में गैरसंचारी रोग- दिल और फेफड़े की बीमारी, कैंसर और डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. कोरोना संक्रमित होने पर ऐसे लोगों की जान जाने के मामले काफी संख्या में सामने आए हैं.”
रिपोर्ट के मुताबिक तंबाकू में जहरीले केमिकल मिले होते हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. इससे सेवन करने वाले व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है. टीबी के ऐसे मरीज जो तंबाकू का सेवन करते हैं उनमें मृत्यु का अंदेशा 38 प्रतिशत अधिक हो जाता है.
स्मोकिंग से सीधा फेफड़ों पर पड़ता है असर
स्मोकिंग करने से भी कोविड-19 (Covid-19) होने का खतरा अधिक है. स्मोकिंग और किसी भी रूप में तम्बाकू लेने पर सीधा असर फेफड़े के काम करने की क्षमता पर पड़ता है. इससे सांस संबंधी बीमारियां बढ़ती हैं. संक्रमण होने पर कोरोना सबसे पहले फेफड़ों पर ही अटैक करता है, इसलिए इसका मजबूत होना बेहद जरूरी है. वायरस फेफड़े की कार्यक्षमता को घटा देता है.
रिसर्च के मुताबिक धूम्रपान करने वाले लोगों में वायरस का संक्रमण और मौत दोनों का खतरा ज्यादा है. सिगरेट, सिगार, बीड़ी, वाटरपाइप और हुक्का पीने वालों पर कोविड-19 का रिस्क ज्यादा है. सिगरेट पीने के दौरान हाथ और होंठ का इस्तेमाल होता है और संक्रमण का खतरा रहता है. वहीं एक ही हुक्का को कई लोग इस्तेमाल करते हैं जो कोरोना का संक्रमण सीधे तौर पर एक से दूसरे इंसान में पहुंचा सकता है.
8 अगस्त | राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि जब जब देश भावुक हुआ, फाइलें गायब हुईं। माल्या हो या राफेल, मोदी या चोक्सी... गुमशुदा लिस्ट में लेटेस्ट हैं चीनी अतिक्रमण वाले दस्तावेज। ये संयोग नहीं, मोदी सरकार का लोकतंत्र-विरोधी प्रयोग है।
राहुल ने कहा कि आशा कार्यकर्ता देशभर में घर-घर तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंचती हैं। वो सच मायने में स्वास्थ्य वॉरीयर्स हैं लेकिन आज खुद अपने हक के लिए हड़ताल करने पर मजबूर हैं। सरकार गूंगी तो थी ही, अब शायद अंधी-बहरी भी है।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (वार्ता)। गिरीश चंद्र मुर्मू ने शनिवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) पद की शपथ ली।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्री मुर्मू को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
श्री मुर्मू देश के 14वें कैग प्रमुख हैं। उन्होंने राजीव महर्षि के स्थान पर यह जिम्मेदारी संभाली है। श्री मुर्मू ने ईश्वर के नाम पर हिंदी में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
ओडिशा के मयूरभंज में 21 नवंबर 1959 को जन्में श्री मुर्मू 1985 बैच के गुजरात से भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल उन्हें केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का पहला उपराज्यपाल नियुक्त किया था। वह इस पद पर पिछले साल 31 अक्टूबर को नियुक्त हुए और इस साल पांच अगस्त तक रहे।
प्रधानमंत्री के भरोसेमंद नौकरशाह श्री मुर्मू, श्री मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके प्रधान सचिव की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं। उनका कार्यकाल छह वर्ष अथवा 65 वर्ष की आयु, जो भी पहले हो, तक रहेगा।
भुवनेश्वर, 8 अगस्त (आईएएनएस)| ओडिशा के गंजम और गजपति जिलों में शनिवार को रिक्टर स्केल पर 3.8 की तीव्रता वाले भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। किसी के भी हताहत होने या नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, भूकंप सुबह सात बजे बेरहामपुर से 73 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में आया।
उन्होंने कहा, "इसका केंद्र गजपति जिले के परीभेटा और तडीगुडा के पास था, जोकि आर. उदयगिरी क्षेत्र के पास है।"
भूकंप के झटके गंजम जिले के पतरपुर, चिकिटी, दिगापहंडी और गजपति जिले के मोहाना क्षेत्र में महसूस किए गए।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (वार्ता)। केरल के कोझिकोड में हुए विमान हादसे के बाद सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया और उसकी इकाई एयर इंडिया एक्सप्रेस ने सोशल मीडिया पर अपना लोगो काला कर लिया है।
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने फेसबुक और ट््िवटर पर अपने लोगो को काले और सफेद रंग में कर दिया है। इसमें पृष्ठभूमि को पूरी तरह काला कर दिया गया है। कोझिकोड के दु:खद विमान हादसे के बाद मृतकों को श्रद्धांजलि स्वरूप लोगो में यह बदलाव किया गया है। आम तौर पर एयर इंडिया समूह का लोगो गहरे लाल रंग में होता है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान शुक्रवार रात दुबई से कोझिकोड पहुँचा था। चालक दल के छह सदस्य और 10 शिशुओं सहित विमान में 190 लोग सवार थे। तेज बारिश के बीच रात 7.41 बजे लैंडिंग के समय विमान फिसलकर रनवे पार करता हुआ खाई में जा गिरा। हादसे में दोनों पायलट समेत कम से कम 18 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से अधिक लोग अस्पताल में उपाचाराधीन हैं।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (वार्ता)। देश में कोरोना संक्रमण की दिनोंदिन बिगड़ती स्थिति के बीच लगातार दूसरे दिन 61 हजार से अधिक नये मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या 20.89 लाख हो गयी है और 933 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 42,518 पर पहुंच गई है।
स्वस्थ होने वालों की दर में निरंतर हो रही वृद्धि के बावजूद संक्रमण के नये मामले बढऩे से देश में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों में 11,704 की बढ़ोतरी हुई जिससे इनकी संख्या 6,19,088 हो गयी है। राहत की बात यह है कि इस दौरान 48,900 लोगों के स्वस्थ होने से संक्रमणमुक्त होने वालों की संख्या भी 14,27,006 लाख पर पहुंच गयी।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण के 61,537 मामले आने से इनकी संख्या 20,88,612 हो गयी है। शुक्रवार को 62,538 मामले सामने आये थे। मंत्रालय के अनुसार स्वस्थ होने वालों की दर 68.32 प्रतिशत पर पहुंच गयी है और मृत्यु दर 2.04 प्रतिशत है।
कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या 723 कम होने से सक्रिय मामले 1,45,889 हो गये तथा 300 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 17,092 हो गया। इस दौरान 10,906 लोग संक्रमणमुक्त हुए जिससे स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढक़र 3,27,281 हो गयी। देश में सर्वाधिक सक्रिय मामले इसी राज्य में हैं।
आंध्र प्रदेश में मरीजों की संख्या 2488 बढऩे से सक्रिय मामले 84,654 हो गये हैं। राज्य में अब तक 1842 लोगों की मौत हुई है, वहीं 7,594 लोगों के स्वस्थ होने से कुल 1,20,464 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। दक्षिणी राज्य कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान मरीजों की संख्या 2618 बढ़ी है और यहां अब 77694 सक्रिय मामले हैं। मरने वालों का आंकड़ा 101 बढक़र 2998 पर पहुंच गया है। राज्य में अब तक 84232 लोग स्वस्थ हुए हैं। तमिलनाडु में सक्रिय मामले 727 घटकर 52,759 रह गये हैं तथा 4690 लोगों की मौत हुई है। वहीं राज्य में अब तक 2,27,575 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।
आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान मरीजों की संख्या 909 बढ़ी है जिससे 44563 सक्रिय मामले हो गये हैं तथा इस महामारी से 1981 लोगों की मौत हुई है जबकि 66,834 मरीज ठीक हुए हैं। सक्रिय मामलों में इसके बाद बिहार का स्थान है, जहां यह संख्या 26453 हो गयी है। राज्य में 369 लोगों की मौत हुई है जबकि 44482 लोग संक्रमणमुक्त भी हुए हैं।
देश के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस के 24652 सक्रिय मामले हैं था 1,954 लोगों की मौत हुई है, वहीं अब तक 63,060 लोग स्वस्थ हुए हैं।
तेलंगाना में कोरोना के 22568 सक्रिय मामले हैं और 615 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 54330 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं। गुजरात में सक्रिय मामले 14,443 हो गये हैं तथा 2,605 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 51720 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामले 61 बढक़र 10,409 हो गये हैं। वहीं संक्रमण के कारण मरने वालों की संख्या 4082 हो गयी है तथा अब तक 1,28,232 मरीज रोगमुक्त हुए हैं। कोरोना महामारी से अब तक मध्य प्रदेश में 962, राजस्थान में 767, पंजाब में 539, हरियाणा में 467, जम्मू-कश्मीर में 449, ओडिशा में 247, झारखंड में 151, असम में 132, उत्तराखंड में 112, केरल में 102, छत्तीसगढ़ में 87, पुड्डुचेरी में 75, गोवा में 70, त्रिपुरा में 37, चंडीगढ़ में 23, अंडमान निकोबार द्वीप समूह में 19, हिमाचल प्रदेश में 14, मणिपुर में 10, लद्दाख में नौ, नागालैंड में सात, मेघालय में पांच, अरुणाचल प्रदेश में तीन, दादर-नागर हवेली एवं दमन-दीव में दो तथा सिक्किम में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
चेन्नई, 8 अगस्त (आईएएनएस)| एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान हादसे में अबतक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं विमान विशेषज्ञों ने शनिवार को कहा कि फिसलन भरा रनवे, तेज हवा, खराब मौसम की स्थिति और नियमित स्थान से आगे विमान का उतरना, ये सब मिलाकर एक घातक संयोजन हो सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप कोझिकोड में एयर इंडिया एक्सप्रेस की स्किडिंग हुई होगी। दुबई से उड़ान भरने वाला एयर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान शुक्रवार शाम कोझिकोड में उतरते समय रनवे से फिसल गया और नीचे गहरी घाटी में जा गिरा। इस दुर्घटना में दो पायलटों सहित करीब 18 लोग मारे गए।
विमान में छह क्रू टीम के सदस्यों सहित 190 यात्री सवार थे। विमान के शुक्रवार शाम 7.41 बजे लैंडिंग के दौरान भारी बारिश हो रही थी।
एक पायलट ने अपना नाम न बताते हुए आईएएनएस को बताया, "यह टायर और रनवे के बीच घर्षण की कमी के कारण हो सकता है। बारिश के कारण जलभराव भी प्रमुख कारण (हाइड्रोप्लेनिंग) हो सकता है।"
पायलट ने कहा कि हाइड्रोप्लेनिंग एक ऐसी स्थिति है, जिसमें पानी की उपस्थिति के कारण सतह से पहिए का संपर्क टूट जाता है और पहिया पिसलने लगता है। इससे ब्रेक लगाना असंभव हो जाता है और विमान की गति लैंडिंग के बाद कम नहीं हो सकती है।
पूर्व भारतीय वायु सेना (आईएएफ) नेविगेटर ने आईएएनएस को बताया कि मानक 9,000 फीट का कोझिकोड रनवे इस तरह के विमान के लिए कोई समस्या उत्पन्न नहीं कर सकता है।
पूर्व नेविगेटर ने कहा, "संभवत:, विमान थ्रेशोल्ड या सामान्य स्थान से आगे उतरा, खराब ²श्यता, मजबूत अनुकूल हवा और फिसलन भरे रनवे के कारण यह दुर्घटना हुई।"
तिरुवनंतपुरम, 8 अगस्त (आईएएनएस)| केरल के इडुक्की जिले में हुए भीषण भूस्खलन के बाद 50 से अधिक लोगों के लापता होने की सूचना है, इन्हें ढूंढ़ने के लिए शनिवार को लोगों और उपकरणों की सहायता से बड़े पैमाने पर एक खोज अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार मध्यरात्रि को राजामलाई में हुई इस त्रासदी में 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि एक दर्जन से अधिक लोगों को बचाया गया है जिनका इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
मुन्नार के लोकप्रिय पर्यटन स्थल से लगभग 30 किमी की दूरी पर यह हादसा उस समय हुआ, जब एस्टेट हाउस की चार लाइनों पर बड़े-बड़े पत्थर गिर गए।
इस जिले से ताल्लुक रखने वाले राज्य में वर्तमान बिजली मंत्री एमएम मणि ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कोशिश करेगी।
मणि ने कहा, "लापता हुए व्यक्तियों की सही संख्या का पता चाय कंपनी को लगाना होगा, चूंकि यह आवासीय लाइनें हैं तो स्थानीय ग्राम परिषद को भी उनके साथ काम करना होगा। मलबे में अब किसी के दबे होने की संभावना कम है।"
एनडीआरएफ, केरल पुलिस, फायर फोर्स, स्थानीय लोगों और स्वयंसेवक कर्मियों की बड़ी संख्या के साथ इस खोज अभियान को अंजाम दिया जा रहा है।
केरल सरकार ने जहां मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 2-2 लाख रुपये देने का ऐलान किया है।
अयोध्या, 8 अगस्त (आईएएनएस)| श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ऐसा मंदिर बनेगा, जिसमें रामलला एक हजार वर्ष तक सुरक्षित रहेंगे। फिलहाल रामलला मंदिर की नींव की ड्राइंग बनकर तैयार है। निर्माण के लिए एलएनटी कंपनी तैयार है। चंपत राय ने यहां शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का काम चंद रोज में शुरू हो जाएगा। राम मंदिर निर्माण कार्य के बारे में जानकारी देते हुए राय ने बताया कि अब तकनीकी काम है। यह मंदिर 1000 साल तक इस सृष्टि के आंधी-तूफान को सहता रहेगा। इसलिए निर्माण में उसी तरह की तकनीकी का इस्तेमाल भी होगा।
उन्होंने कहा कि लार्सन टूब्रो के लोग नींव की ड्राइंग तैयार करने आए थे। निर्माण में लोहे का प्रयोग नहीं होगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण से 70 एकड़ भूमि में जितना निर्माण हो सकता है, उसका नक्शा पास होगा।
राय ने कहा कि निर्माण कंपनी ने अभी तक ट्रस्ट के सामने ड्राइंग पेश नहीं की है। ड्राइंग देखने के बाद नींव खोदाई और उसको भरने का कार्य शुरू होगा। मंदिर की नींव दो सौ फीट नीचे होगी।
उन्होंने कहा, "इसके साथ ही आप सभी को जानकारी दे दें कि इस मंदिर की नींव में लोहे का प्रयोग नहीं होगा। इसकी नींव की खुदाई में जो भी कुछ मिलेगा, उसके लिए ट्रस्ट सतर्क रहेगा। ट्रस्ट अब विकास प्राधिकरण से यहां के संपूर्ण 70 एकड़ क्षेत्र का नक्शा पास कराएगा।"
चंपत राय ने कहा, "रामलला की जन्मभूमि पर बड़ी संख्या में प्राचीन अवशेष मिलने की उम्मीद है। हम उसको सहेज के रखेंगे।"
उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए बड़ी संख्या में दानदाता सामने आ रहे हैं। जब राम जन्मभूमि परिसर की जिम्मेदारी ट्रस्ट को सौंपी गई ती तो रामलला के पास मात्र 12 करोड़ रुपये की जमा पूंजी थी। अब यह 30 करोड़ के करीब पहुंच गई है। शिला-पूजन के दिन रामलला को 49,000 रुपये का दान मिला था।
राय ने स्पष्ट रूप से कहा कि "हम अभी विदेशों से दान नहीं लेंगे।"
ट्रस्ट के महासचिव ने कहा,कि ट्रस्ट में अब तक 30 करोड़ रुपये आ चुके हैं। इसमें से 12 करोड़ रुपये ट्रस्ट के पास पहले से ही थे। उन्होंने यह भी बताया कि "शिवसेना की पर्ची मिली है और एक करोड़ रुपये आ गए हैं, जिसको मैं समझता हूं कि उद्धव ठाकरे के सहयोग से आया होगा और उनका संदेश हमें प्राप्त हुआ है कि अभी और पैसा वे भेजेंगे।"
चंपत राय ने कहा कि मोरारी बापू के सहयोग से 4 दिन में 11 करोड़ रुपये ट्रस्ट में आए। गुजरात के एक बनवासी संत हैं, उन्होंने 51 लाख रुपये देने की बात कही है और 11 लाख रुपये 5 तारीख को दे भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि जगत गुरु रामभद्राचार्य ने भी एक करोड़ 51 लाख रुपये लिख लेने को कह दिया है, अभी प्राप्त नहीं हुआ है।
बाबा रामदेव ने कितना दिया? यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा,"बाबा रामदेव हमारे घर के हैं, हमने अभी उनसे मांगा नहीं है, जल्द मांगेंगे।"
इतालवी मरीन मामला
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)| इटली के दो नौसैनिकों द्वारा केरल के मछुआरों की हत्या मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से कहा कि जब इटली की ओर से पीड़ितों को मुआवजा मिल जाएगा, तब वह मुकदमे को वापस लेने की अनुमति दे सकते हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि वह पीड़ितों के परिवार का पक्ष सुने बिना इस मामले को बंद नहीं करेंगे। प्रधान न्यायाधीश एस. ए. बोबडे, न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रह्मण्यन ने केंद्र का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा, चेक (मुआवजे की राशि) और पीड़ितों के परिजनों को यहां लाएं।
पीठ ने उल्लेख किया कि शीर्ष अदालत तब तक इतालवी नौसैनिकों के लिए किसी राहत के बारे में नहीं सोच सकती है, जब तक कि उनके अभियोजन को केरल की अदालत में वापस नहीं लिया जाता है। मेहता ने कहा कि केंद्र दोनों नौसैनिकों के खिलाफ मुकदमा वापस लेने के लिए याचिका दायर करने को तैयार है।
प्रधान न्यायाधीश ने जवाब दिया, लेकिन पीड़ितों के परिवार को एक समस्या होगी। उन्हें सुनना होगा।
मेहता ने शीर्ष अदालत के समक्ष दलील दी कि केंद्र भारत में इतालवी नौसैनिकों के खिलाफ मुकदमा वापस लेने के पक्ष में है, क्योंकि इटली उन पर मुकदमा चलाने के लिए तैयार है। पीठ ने कहा कि मृतक के परिजन को सुने बिना वह मामला बंद नहीं कर सकते।
सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल मेहता को एक सप्ताह के भीतर पीड़ितों के परिवारों को मामले में शामिल करने के लिए आवेदन दायर करने के लिए कहा। शीर्ष अदालत ने दो इतालवी नौसैनिकों - मैसिमिलियानो लाटोरे और सल्वाटोर गिरोन द्वारा दायर लंबित याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी।
उल्लेखनीय है कि 15 फरवरी, 2012 को मछली पकड़ने के जहाज सेंट एंटोनी में सवार दो भारतीय मछुआरों को कथित तौर पर केरल के तट से दूर इतालवी टैंकर 'एनरिका लेक्सी' में सवार दो इतालवी नौसैनिकों ने मार डाला था।
इसके बाद भारतीय नौसेना ने इतालवी टैंकर को रोक दिया और दोनों नौसैनिकों को हिरासत में ले लिया। इन नौसैनिकों में एक सैनिक दो साल और एक सैनिक चार बाद रिहा हुआ, जिसके बाद वह अपने देश इटली लौटे। यह मामला भारत की अदालत से होता हुआ अंतर्राष्ट्रीय अदालत तक भी पहुंचा।
नई दिल्ली, 8 अगस्त (आईएएनएस)| दिल्ली की जामिया मस्जिद के बाहर उर्दू बाजार में आजादी से पहले की दुकानें हैं, जहां आज भी उर्दू की किताबें मिलती हैं और शहर के कोने-कोने से लोग उर्दू की किताबें खरीदने आते हैं। हालांकि ये जान कर हैरानी होगी कि नई पीढ़ी के लोग उर्दू की किताबों में ज्यादा दिलचस्पी रखते हैं और यहां हर धर्म के युवक-युवतियां आते हैं।
नई पीढ़ी के लोगों में शायरी, उपन्यास, कहानियों में ज्यादा रुचि है। मशहूर शायरों का मानना है कि सोशल मीडिया ने उर्दू शायरी को जिंदा रखा हुआ है।
उर्दू की किताब बेचने वाले दुकानदारों का मानना है कि उर्दू भाषा हमेशा जिंदा थी और जिंदा रहेगी। उर्दू की किताबें पहले से ज्यादा अब बिकती हैं। यही नहीं, पहले लोग महंगी किताब नहीं खरीदते थे, लेकिन अब 3 हजार तक की किताब खरीदते हैं।
जामिया मस्जिद के बाहर उर्दू बाजार में आजादी से पहले की भी दुकाने हैं, लेकिन इस इलाके से उर्दू की किताबों वाली दुकानें धीरे-धीरे खत्म हो गईं या यहां से कहीं और जा बसीं। कई दुकानदारों ने तो यह कारोबार भी बंद कर दिया।
उर्दू बाजार में मकतबा जामिया लिमिटेड नाम की एक बहुत पुरानी दुकान है। यहां उर्दू भाषा में सभी किताब मिलती हैं। इस दुकान के ब्रांच इंचार्ज अली खुसरो जैदी ने आईएएनएस को बताया, "उर्दू एक सदाबहार जिंदा जुबान है, उर्दू जिंदा हौ ओर जिंदा रहेगी। उर्दू की अपनी मिठास है, अपनी चाशनी है, उसी के बलबूते पर यह जिंदा है और जिंदा रहेगी, चाहे जितना भी इसे मुसलमानों की जुबान बता दो, लेकिन ये एक हिंदुस्तानी जुबान है। एक मुल्क की जुबान है, उर्दू को आप बांट नहीं सकते।"
उन्होंने कहा, "आज भी हमारे पास सभी धर्म के लोग आते हैं, हिंदी के जरिये, अंग्रेजी के जरिये उर्दू को सीखने के लिए। उर्दू एक मुकम्मल तहजीब है। ये एक गुलशन है, जिसमें अहमद फराज, मुनव्वर राणा, गुलजार देहलवी सरीखे हर तरह के फूल हैं।"
जैदी ने कहा कि उर्दू की किताबें आज भी बिकती हैं और पहले से कहीं ज्यादा बिक रही हैं। नई पीढ़ी के लोग ज्यादा पसंद करते हैं, चाहे वो किसी भी धर्म से हों।
उन्होंने कहा कि शेर-ए-अदब, फिक्शन, पोएट्री, मुनव्वर राणा, जॉन एलिया, समाजी नॉवेल ये सभी आज की तारीख में नई पीढ़ी की पसंद हैं।
जैदी ने कहा कि वक्त के साथ उठक-पटक होती रहती है। जामिया मस्जिद के बाहर उर्दू बाजार में पहले सिर्फ उर्दू दुकानों से भरी हुई थी, लेकिन अब काफी दुकानें इधर-उधर हो गईं या किसी ने कारोबार ही खत्म कर दिया।
उन्होंने कहा, "मैं 1978 से यहां हूं, यहां से करीब 10 से 12 उर्दू किताबों की दुकानें खत्म हो गईं। इस बाजार में 70 साल से पुरानी दुकानें मौजूद हैं। लेकिन अब यहां से उठकर मटिया महल में सारी दुकानें बस गई हैं।"
जैदी ने कहा कि पहले लोगों में कुव्वत नहीं होती थी। छह रुपये की किताबें भी लोग नहीं खरीद पाते थे। लेकिन अब लोग हजारों की किताबें खरीकर ले जाते हैं। दरअसल, कानों को उर्दू के लफ्ज अच्छे लगते हैं।
उन्होंने बताया कि भारत में उर्दू की ज्यादा किताबें छपती हैं, ज्यादा मुशायरे होते हैं, उर्दू की 12-13 अकादमियां हैं, गालिब अकादमी है, गालिब इंस्टीट्यूट है, साहित्य अकादमी भी उर्दू के लिए काम करती है, पब्लिकेशन डिवीजन भी उर्दू के लिए काम करता है।
उर्दू बाजार में 1939 से उर्दू किताबों की दुकान चलाने वाले निजामुद्दीन ने आईएएनएस से कहा, "मेरी दुकान आजादी से पहले की है। पहले मेरे पिताजी दुकान चलाते थे। हालांकि अभी फिल्मों की वजह से उर्दू जिंदा है। उर्दू के अब जब प्रोग्राम होते हैं तो नई उम्र के बच्चे आते हैं। लेकिन उर्दू की लिपि अब रोमन भी हो गई है। उर्दू को अब लोग रोमन भाषा में भी पढ़ते हैं। लाइब्रेरियों में उर्दू की किताबें न होने पर नई पीढ़ी अंग्रेजी में उर्दू पढ़ रही है।"
उर्दू शायरों में कुछ बड़े नाम जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता- मिर्जा गालिब, फैज अहमद फैज, राहत इंदौरी, मुनव्वर राणा, बशीर बद्र, निदा फाजली, दाग देहलवी, अकबर अलाहाबादी, कैफी आजमी और गुलजार वगैरह।
मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने आईएएनएस को बताया, "उर्दू ने अपनी लिपि बदल ली है, कुछ लोग अब नागरी में लिखते हैं। शायरी की बदौलत उर्दू की शोहरत ज्यादा हुई। फर्क ये हुआ कि लोग उर्दू जानते नहीं हैं, उर्दू बोलते हैं, लेकिन उर्दू लिख नहीं पाते। कहीं न कहीं ये नुकसान हुआ। लेकिन सोशल मीडिया ने उर्दू को एक नया मुकाम दिया। शायरी की तरफ रुख मोड़ दिया। अब शायरों को लोग जानने, पढ़ने लगे हैं।"
उन्होंने कहा, "उर्दू को 2 3 बार नुकसान उठाना पड़ा। कुछ लोगों द्वारा कहा गया कि उर्दू पाकिस्तान की जुबान है, लेकिन आज भी पाकिस्तान में जो उर्दू बोली जाती है वो बनावटी है। वो उर्दू नहीं है। असल उर्दू आज भी हिंदुस्तान में बोली जाती है।"
हाल ही में दिल्ली की मशहूर लेखिका सादिया देलहवी के निधन पर मुनव्वर राणा ने आईएएनएस को बताया, "ये बड़े घराने से ताल्लुकात रखती थीं। इनका और इनके परिवार का बहुत बड़ा योगदान रहा है। जो भी महफिल हुआ करती थी, उनमें वो शामिल होती थीं। उनके रहने से, उनकी मौजूदगी में शेर सुनाने में मजा आता था। ये लोग शायरी की खूबसूरती, शायरी की महक को महसूस करते हैं। उनके इंतकाल से उर्दू शायरी को बहुत नुकसान हुआ है।"