अंतरराष्ट्रीय
बेरूत, 15 अक्टूबर । शीबा फार्म्स को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हमलों में लेबनानी सैन्य समूह हिजबुल्ला का एक लड़ाका मारा गया। शिया समूह के एक बयान के अनुसार, हमलों में दो आम नागरिकों की भी मौत हो गई।
लेबनानी सैन्य सूत्रों ने शनिवार को समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि दक्षिण-पूर्व लेबनान के शेबा शहर के बाहरी इलाके में एक व्यक्ति के घर पर गोला गिरने से उसकी और उसकी पत्नी की मौत हो गई। इस इलाके में हिजबुल्ला और इजरायली बलों के बीच गोलाबारी तेज हो गई है।
सैन्य सूत्रों ने कहा कि 155 मिमी के कई गोले सीधे 85 वर्षीय नागरिक खलील असद अली के घर पर गिरे जिससे उनकी और 74 वर्षीय उनकी पत्नी जुबैदा अकौम की मौत हो गई।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान में इजरायली हमलों की शुरुआत के बाद से मारे गए लेबनानियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है, जिनमें तीन हिजबुल्ला लड़ाके और रॉयटर्स के लिए काम करने वाला एक पत्रकार शामिल है।
दक्षिणी लेबनान में शनिवार दोपहर को शेबा-कफ़रचौबा पर हिज़्बुल्लाह और इज़रायली बलों के बीच मिसाइल और तोपखाने की गोलाबारी देखी गई।
हिज़्बुल्ला समूहों ने विवादित शेबा फ़ार्म्स क्षेत्र और रुवैसत अल-आलम, अल-समाका, ज़िब्दीन और रामथा सहित कफरचौबा पहाड़ियों में इजरायली स्थलों पर निर्देशित मिसाइलों और मोर्टार गोले से हमला किया, जिससे इजरायली सेना को कफरचौबा, शेबा, अल-मारी, अल-मजीदिया, और शनौह और बस्तरा फार्म के बाहरी इलाकों में बमबारी करके जवाब देना पड़ा।
हमास द्वारा 7 अक्टूबर को शुरू किए गए "ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड" के समर्थन में हिजबुल्लाहद्वारा शेबा फार्म्स में सैन्य स्थलों की ओर रविवार सुबह दसियों रॉकेट दागे जाने के बाद लेबनानी-इजरायल सीमा पर स्थिति बिगड़ गई। (आईएएनएस)
दमिश्क, 15 अक्टूबर । सीरिया के उत्तरी प्रांत अलेप्पो में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर एक बार फिर इजरायली मिसाइल हमला हुआ है, जिससे हाल ही में मरम्मत किए गए रनवे को नुकसान पहुंचा है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने शनिवार को बताया कि गुरुवार को राजधानी दमिश्क और अलेप्पो में हवाई अड्डों पर इजरायली हमले के बाद तीन दिन के भीतर अलेप्पो हवाई अड्डे पर यह दूसरा हमला है।
सीरियाई नागरिक उड्डयन के प्रमुख बासेम मंसूर के अनुसार, हमले के कारण हवाईअड्डे पर विमानों का परिचालन अस्थायी रूप से रुक गया है, क्योंकि इससे रनवे को फिर से नुकसान हुआ है।
पिछले हमले के बाद मरम्मत के बाद हवाईअड्डे ने शनिवार को सेवा शुरू की थी।
इज़रायल और हमास के बीच जारी भीषण संघर्ष के बीच इजरायल ये हमले कर रहा है। (आईएएनएस)
काहिरा, 15 अक्टूबर । गाजा पट्टी के लिए डब्ल्यूएचओ से चिकित्सा आपूर्ति से भरा एक विमान मिस्र के सिनाई प्रायद्वीप में एल अरिश हवाई अड्डे पर पहुंचा।
मिस्र की रेड क्रिसेंट नॉर्थ सिनाई शाखा के प्रमुख खालिद जायद ने शनिवार को फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट के समन्वय में एक लैंड ब्रिज के माध्यम से गाजा को तत्काल मानवीय सहायता की डिलीवरी की पुष्टि की।
गाजा के सत्तारूढ़ गुट फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) द्वारा एक सप्ताह पहले इजरायल पर किए गए हमले के जवाब में 9 अक्टूबर से गाजा को इजरायली बलों ने पूरी तरह से घेर लिया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमास-इजरायल संघर्ष में अब तक दोनों पक्षों के हजारों लोग हताहत हुए हैं।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेसियस ने गाजा में तत्काल स्वास्थ्य जरूरतों का समर्थन करने के लिए एल अरिश हवाई अड्डे पर विमान भेजने की घोषणा की।
घेबियस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "क्रॉसिंग के माध्यम से मानवीय पहुंच स्थापित होते ही हम आपूर्ति भेज देंगे।"
शुक्रवार को, इजराइल ने उत्तरी गाजा के दस लाख से अधिक लोगों को दक्षिण की ओर जाने को कहा था।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने एक्स पोस्ट में कहा, "हम (गाजा में) 1.1 मिलियन लोगों को निकालने के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए इजराइल से अपनी अपील जारी रखते हैं। यह एक मानवीय त्रासदी होगी।"
इजराइल के सामूहिक निकासी आदेश को मिस्र, सऊदी अरब और तुर्की सहित कई देशों के साथ अरब लीग और संयुक्त राष्ट्र सहित क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी अस्वीकार कर दिया था।
गुरुवार से, मिस्र के एल अरिश हवाई अड्डे को जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की से गाजा के लिए सहायता सामग्री ले जाने वाले विमान प्राप्त हुए हैं। (आईएएनएस)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 15 अक्टूबर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने फलस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास की ओर से इजराइल पर हमला किए जाने के बाद जारी युद्ध के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और फलस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की।
अमेरिका ने ‘यूएसएस ड्वाइट डी आइजनहोवर कैरियर स्ट्राइक ग्रुप’ (सीएसजी) को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर भेजना भी शुरू कर दिया है।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडन ने अब्बास के साथ बातचीत में इजराइल पर हमास के क्रूर हमलों की निंदा की और कहा कि आतंकवादी समूह ‘‘फलस्तीन के लोगों के सम्मान और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए खड़ा नहीं है।’’
व्हाइट हाउस ने बताया कि बाइडन ने नेतन्याहू के साथ बातचीत में उन्हें अमेरिकी सैन्य सहयोग के बारे में अद्यतन जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की मंशा रखने वालों को भी चेताया।
राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘आज दोपहर राष्ट्रपति बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अमेरिकी सैन्य समर्थन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने संघर्ष को बढ़ावा देने की कोशिश करने वालों को भी चेतावनी दी।’’
इसमें कहा गया है कि बाइडन ने पानी, भोजन और चिकित्सा देखभाल तक निर्दोष नागरिकों की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र, मिस्र, जॉर्डन, इजराइल और क्षेत्र के अन्य सहयोगियों के साथ अमेरिका के समन्वय पर नेतन्याहू के साथ चर्चा की।
बाइडन ने अब्बास से बात की और इजराइल पर हमास के हमलों की निंदा की।
व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘अब्बास ने बाइडन को क्षेत्र में अपनी भागीदारी और फलस्तीनी लोगों, विशेषकर गाजा में तत्काल आवश्यक मानवीय सहायता पहुंचाने के अपने प्रयासों के बारे में जानकारी दी। बाइडन ने अब्बास और फलस्तीनी प्राधिकरण को इन प्रयासों में अपना पूरा समर्थन देने की बात कही।’’
गाजा में अपने सैनिकों को भेजने की इजराइल की संभावित योजना के बीच अमेरिका ने दुनिया भर के देशों से बातचीत तेज कर दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को अपने चीनी समकक्ष वांग यी से बात की थी।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘इजराइल के साथ खड़े होने और हमास द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों की निंदा करने के बाइडन प्रशासन के राजनयिक प्रयासों के तहत मंत्री ने इजराइल की अपनी रक्षा करने के अधिकार के प्रति अमेरिकी समर्थन दोहराया और हमास से हमलों को तत्काल रोकने तथा सभी बंधकों को रिहा करने की मांग की।’’
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने शनिवार को सीएसजी को पूर्वी भूमध्य सागर की ओर बढ़ने का निर्देश दिया था। (भाषा)
इसराइल-फ़लस्तीन संघर्ष के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू और फ़लस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से फ़ोन पर बातचीत की है.
दोनों नेताओं से हुई अलग बातचीत में राष्ट्रपति ने दोनों ही पक्षों से आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है.
बाइडन ने जहां इसराइली प्रधानमंत्री को अपना समर्थन जारी रखने का भरोसा दिया, वहीं महमूद अब्बास से बीते शनिवार हमास की तरफ़ से इसराइल पर हुए हमले की निंदा करने की अपील की है.
उन्होंने अब्बास से कहा है कि वो बयान जारी कर हमास की निंदा करें.
उन्होंने अब्बास से मानवीय सहायता से जुड़े मुद्दों पर भी बात की और कहा कि इस मामले में फ़लस्तीनी प्राधिकरण को उनका पूरा सहयोग जारी रहेगा. (bbc.com/hindi)
अफ़ग़ानिस्तान में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
उत्तरी अफ़ग़ानिस्तान के हेरात शहर में स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजकर छह मिनट पर 6.3 तीव्रता का भूकंप आया है.
अफ़ग़ानिस्तान के टोलो न्यूज़ ने बताया है कि इससे पहले भी इस क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
बीते शनिवार को हेरात प्रांत में 6.3 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद 2500 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई थी. (bbc.com/hindi)
न्यूज़ीलैंड के आम चुनाव में सेंटर-राइट नेशनल पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है.
पार्टी ने पिछले छह सालों से सत्ता पर क़ाबिज़ लेबर सरकार को हराकर यह जीत सुनिश्चित की है.
अब देश के अगले प्रधानमंत्री क्रिस्टोफ़र लक्सन होंगे. लक्सन का कहना है कि सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी दक्षिणपंथी एसीटी पार्टी के साथ गठबंधन करेगी.
लक्सन ने जीत के बाद न्यूज़ीलैंड के नागरिकों से कहा, ''हमारी सरकार न्यूज़ीलैंड के हर नागरिक के लिए काम करेगी. क्योंकि हम अर्थव्यवस्था को फिर से खड़ा करेंगे और टैक्स में छूट देंगे."
"हम कॉस्ट ऑफ लिविंग कम करेंगे और क़ानून का राज स्थापित करेंगे. हम बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराएंगे, बच्चों को शिक्षा देंगे ताकि वह बड़े होकर वो ज़िंदगी जी सकें, जिसका उन्होंने सपना देखा था.''
इस साल की शुरुआत में न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. इसके बाद लेबर पार्टी के ही क्रिस हिपकिंस को देश का कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया था. तब क्रिस्टोफर देश के नेता प्रतिपक्ष थे.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की तरफ़ से रिपोर्ट किए गए फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में ग़ज़ा पट्टी में लगभग 300 फ़लस्तीनी मारे गए हैं.
मंत्रालय का कहना है कि इनमें ज़्यादातर छोटे बच्चे और महिलाएं हैं.
ग़ज़ा के हालात पर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उत्तरी ग़ज़ा के अस्पतालों को ख़ाली करने के इसराइल के आदेश की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि ये मौत की सज़ा देने जैसा है.
इसराइल ने उत्तरी ग़ज़ा के 22 अस्पतालों में इलाज करा रहे 2000 मरीज़ों को इलाक़ा खाली करने का निर्देश दिया है. (bbc.com/hindi)
दीर अल बलाह (गाजा पट्टी), 14 अक्टूबर। इजराइल की सेना ने कम से कम 10 लाख फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा को खाली करके सुदूर दक्षिण की ओर जाने का आदेश दिया, जिसके बाद लोगों ने बड़ी संख्या में क्षेत्र से पलायन शुरू कर दिया है। नागरिकों से निकलने के लिए इजराइल की चेतावनी के बीच, जमीनी कार्रवाई की आशंका बढ़ गई है।
वहीं, मिस्र के अधिकारियों ने कहा कि विदेशी नागरिकों को बाहर निकलने की अनुमति देने के लिए दक्षिणी राफा सीमा कई दिनों में पहली बार शनिवार के बाद खुलेगी। इजराइल ने कहा है कि फलस्तीनी स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक सुरक्षित रूप से दो मुख्य मार्गों से यात्रा कर सकते हैं।
इजराइल की ओर से शुक्रवार को जारी हमलों के बीच लोग कार, ट्रक और खच्चरों पर परिजनों के अलावा जरूरत का कुछ सामान लाद कर दक्षिण में मुख्य सड़कों की तरफ निकल पड़े। हालांकि, हमास ने गाजा के निवासियों से अपने घरों में ही रहने का आग्रह किया है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य सहायता समूहों ने कहा है कि इतनी तेजी से पलायन से अनगिनत मानवीय पीड़ा होगी, अस्पताल के मरीज़ और अन्य लोग स्थानांतरित होने में असमर्थ होंगे।
हजारों फलस्तीनी पहले ही दक्षिण की ओर जा चुके हैं। लेकिन आबादी का बड़ा हिस्सा 20 किलोमीटर दूर तक फैला हुआ है। हवाई हमलों से कई सड़कें ध्वस्त हो गईं और ईंधन की भी कमी हो गई है। हजारों लोग निकासी क्षेत्र के दक्षिण में दीर अल-बलाह में संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित स्कूल-आश्रय में गए हैं।
इजराइल की सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने आतंकवादियों के सफाए के लिए गाजा में अस्थायी छापे मारे और लगभग एक सप्ताह पहले इजराइल पर हमास के हमले के बाद अगवा किए गए लगभग 150 लोगों की तलाश की।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि क्षेत्र में 724 बच्चों और 458 महिलाओं समेत 2,200 से अधिक लोग मारे गए हैं। इजराइल की सरकार ने कहा कि हमास के हमले में 1,300 से अधिक इजराइली मारे गए, जिनमें से अधिकतर आम नागरिक थे और लड़ाई के दौरान लगभग 1,500 हमास आतंकवादी मारे गए।
फलस्तीनियों के बड़े पैमाने पर पलायन की आशंका से मिस्र के अधिकारियों ने भारी सुरक्षा वाली राफा सीमा पर मिस्र की तरफ ‘‘अस्थायी’’ दीवारें खड़ी कर दीं। यह सीमा इजराइली हवाई हमलों के कारण कई दिनों से बंद है।
शुक्रवार को गाजा में छापेमारी इस बात का पहला संकेत है कि हमास के हमले के प्रतिशोध में सेना द्वारा चौबीसों घंटे बमबारी शुरू करने के बाद से इजराइली सैनिक इस क्षेत्र में प्रवेश कर गए हैं। लड़ाई शुरू होने के बाद से फलस्तीनी उग्रवादियों ने इजराइल पर 5500 से ज्यादा रॉकेट दागे हैं। सेना ने कहा कि सैनिक छापेमारी के बाद लौट गए।
इजराइल ने गाजा के साथ लगी सीमा पर लगभग 360,000 रिजर्व और बड़े पैमाने पर सैनिकों और टैंकों की लामबंदी की है, लेकिन जमीनी हमले शुरू करने के बारे में कोई निर्णय घोषित नहीं किया गया है।
घनी आबादी वाले गाजा में हमले से दोनों पक्षों के और भी अधिक हताहत होने की संभावना है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार रात कहा, ‘‘हम हमास को बर्बाद कर देंगे।’’
हमास ने कहा है कि इजराइल के हवाई हमलों में विदेशी नागरिकों समेत 13 बंधकों की मौत हो गई। इजराइल की सेना ने दावे से इनकार किया। हमास और अन्य फलस्तीनी आतंकवादियों को उम्मीद है कि वे इजराइली जेलों में बंद हजारों फलस्तीनियों के लिए बंधकों का आदान-प्रदान करेंगे।
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को रियाद में सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान से मुलाकात की और दोनों ने इजराइल से गाजा में नागरिकों की रक्षा करने का आह्वान किया।
मिस्र के अधिकारियों ने कहा कि मिस्र, इजराइल और अमेरिका गाजा में विदेशी नागरिकों को राफा सीमा के जरिये मिस्र में प्रवेश करने की अनुमति देने पर सहमत हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि इजराइल उन क्षेत्रों पर हमला करने से परहेज करने पर सहमत हो गया है, जहां से विदेशी नागरिक फलस्तीनी क्षेत्र से बाहर निकलते समय गुजरेंगे।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हमास के हमले के बाद से इजराइली हवाई हमलों में बृहस्पतिवार तक कम से कम 4,23,000 लोगों को अपने घरों से बेदखल होने को मजबूर होना पड़ा है। (एपी)
जेरूसलम, 14 अक्टूबर । इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के लोगों को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच दो मार्गों का उपयोग करके दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा है। एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, एक्स पर अरबी में पोस्ट किए गए एक बयान में, इज़राइल रक्षा बल (आईडीएफ) के प्रवक्ता अविचाई अद्राई ने कहा कि उक्त अवधि के बीच मार्गों का उपयोग "बिना किसी नुकसान के" किया जा सकता है।
गाजा शहर में रहने वालों को इजरायली सेना के संभावित जमीनी हमले से पहले, बेत हनौन से खान यूनिस तक दक्षिण की ओर जाने की सलाह दी गई है।
आद्राई ने कहा कि समुद्र तट के पास और ओलिव के पश्चिम में रहने वाले लोगों को भी दलदुल और अल-साना सड़कों पर सलाह अल-दीन और अल-बह्र की ओर जाने की अनुमति दी जाएगी।
शुक्रवार को, आईडीएफ ने "अपनी सुरक्षा और संरक्षण के लिए गाजा शहर के सभी नागरिकों को उनके घरों से दक्षिण की ओर निकालने और वाडी गाजा के दक्षिण क्षेत्र में जाने" का आह्वान किया था।
वाडी गाजा, जो अपनी तटीय आर्द्रभूमि और जैव विविधता के लिए जाना जाता है, गाजा पट्टी के केंद्र के चारों ओर स्थित एक नदी घाटी है, जो इसकी पूरी चौड़ाई में बहती है और भूमध्य सागर में समाप्त होती है।
सेना ने कहा था, ''आप गाजा शहर में तभी लौट पाएंगे जब इसकी अनुमति देने वाली कोई और घोषणा की जाएगी।'' सेना ने कहा है कि हमास के आतंकवादी शहर के नीचे सुरंगों और नागरिकों से भरी इमारतों के अंदर छिपे हुए हैं।
इसने नागरिकों से "अपनी और अपने परिवारों की सुरक्षा के लिए शहर खाली करने और हमास आतंकवादियों से दूरी बनाने का आग्रह किया, जो आपको मानव ढाल के रूप में उपयोग कर रहे हैं।"
"आने वाले दिनों में, आईडीएफ गाजा शहर में महत्वपूर्ण रूप से काम करना जारी रखेगा और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए व्यापक प्रयास करेगा।"
लेकिन इस घोषणा की हमास-नियंत्रित क्षेत्र में पहले से ही खराब मानवीय स्थिति के बढ़ने की आशंकाओं पर व्यापक आलोचना हुई है।
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि उत्तरी गाजा की पूरी 1.1 मिलियन आबादी को दक्षिण की ओर निकालने का इजरायली सैन्य आदेश बड़े मानवीय परिणामों के बिना "असंभव" है।
संयुक्त राष्ट्र ने इस आदेश को रद्द करने की पुरजोर अपील करते हुए कहा है कि इससे ''विपत्तिपूर्ण स्थिति'' पैदा हो सकती है।
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा है कि उत्तरी गाजा में लोगों के लिए इज़राइल के निकासी आदेश को "क्रियान्वित करना पूरी तरह से असंभव" है।
इजराइल द्वारा संभावित जमीनी हमले से पहले लोगों को क्षेत्र छोड़ने के लिए कहने के बाद कल हजारों नागरिक गाजा के दक्षिण की ओर भागने लगे।
बोरेल ने चीन की तीन दिवसीय राजनयिक यात्रा के अंतिम दिन कहा, "यह कल्पना करना कि आप गाजा जैसी स्थिति में 24 घंटे में दस लाख लोगों को स्थानांतरित कर सकते हैं, केवल मानवीय संकट हो सकता है।"
यूरोपीय संघ द्वारा इज़राइल के प्रति समर्थन की अभिव्यक्ति के बावजूद, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि वह अपनी रक्षा की प्रक्रिया में अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का पालन करने के लिए भी बाध्य है।
बोरेल ने कहा, "स्थिति स्पष्ट है।" "लेकिन, किसी भी अधिकार की तरह, इसकी एक सीमा है। और यह सीमा अंतरराष्ट्रीय कानून है।"
संयुक्त राष्ट्र सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स ने कहा है, "उत्तरी गाजा से 11 लाख लोगों को निकालने का आदेश युद्ध के नियमों और बुनियादी मानवता की अवहेलना करता है।"
ग्रिफिथ्स ने एक्स, पूर्व में ट्विटर पर कहा,“गाजा पर भीषण बमबारी हो रही है। सड़कें और घर मलबे में तब्दील हो गए हैं. वहां जाना कहीं भी सुरक्षित नहीं है।''
"महिलाओं और बच्चों समेत डरे हुए और सदमे में आए नागरिकों को एक घनी आबादी वाले इलाके से दूसरे इलाके में जाने के लिए मजबूर करना, बिना लड़ाई में रुके और बिना मानवीय सहायता के, खतरनाक और अपमानजनक है।"
उन्होंने दोहराया कि "सुरक्षित मार्ग और बुनियादी सेवाओं तक पहुंच के बिना, नागरिकों के ऐसे बड़े पैमाने पर विस्थापन के विनाशकारी मानवीय परिणाम और दीर्घकालिक प्रभाव होंगे।
गौरतलब है कि इज़राइल ने भीड़भाड़ वाले गाजा की "पूर्ण घेराबंदी" का आदेश दिया है - जिसमें बिजली, भोजन, पानी और ईंधन की आपूर्ति रोकना शामिल है - साथ ही हमास के 7 अक्टूबर के विनाशकारी आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध में घनी आबादी वाले क्षेत्र पर बमबारी भी कर रहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में लगभग लगातार गोलाबारी से कम से कम 1,900 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, इनमें पत्रकार, चिकित्सक और अन्य नागरिक शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि निकासी चेतावनी से पहले, 400,000 से अधिक फिलिस्तीनियों को आंतरिक रूप से विस्थापित किया गया था। (आईएएनएस)।
वाशिंगटन, 14 अक्टूबर। अमेरिकी खुफिया समुदाय ने कम से कम दो आकलन किए हैं, जो आंशिक रूप से इजरायल द्वारा प्रदान की गई खुफिया जानकारी पर आधारित हैं, जिसमें राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन को दक्षिणी इजरायल पर 7 अक्टूबर के हमास हमले से पहले के हफ्तों में फिलिस्तीनी-इजरायल संघर्ष के बढ़ते जोखिम की चेतावनी दी गई थी।
सीएनएन ने सूत्रों के हवाले से बताया, ''28 सितंबर के एक अपडेट में, खुफिया जानकारी की कई स्ट्रीम के आधार पर चेतावनी दी गई थी कि आतंकवादी समूह हमास सीमा पार रॉकेट हमलों को बढ़ाने के लिए तैयार है।
सीआईए के 5 अक्टूबर के वायर में आम तौर पर हमास द्वारा हिंसा की बढ़ती संभावना के बारे में चेतावनी दी गई थी।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, फिर हमले से एक दिन पहले 6 अक्टूबर को अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल से हमास द्वारा असामान्य गतिविधि का संकेत देते हुए रिपोर्ट प्रसारित की- संकेत जो अब स्पष्ट हैं।
सूत्रों ने कहा कि किसी भी अमेरिकी आकलन ने 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए ऑपरेशन के व्यापक दायरे, पैमाने और सरासर क्रूरता के बारे में कोई सामरिक डिटेल या संकेत नहीं दिया।
यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इनमें से कोई भी अमेरिकी आकलन इजरायल के साथ साझा किया गया था, जो कि बहुत सी खुफिया जानकारी प्रदान करता है जिसके आधार पर अमेरिका अपनी रिपोर्टें बनाता है।
सीएनएन ने ब्रीफिंग प्राप्त करने वाले एक व्यक्ति के हवाले से कहा कि इजरायल, गाजा और वेस्ट बैंक भी लगभग हर दिन वरिष्ठ अधिकारियों के लिए खुफिया ब्रीफिंग में शामिल 'हॉट स्पॉट' सूची में हैं।
नीति निर्माताओं को सूचित करने और उन्हें निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए खुफिया समुदाय द्वारा खुफिया आकलन लिखे जाते हैं। खुफिया जानकारी से परिचित एक सूत्र ने कहा, "समस्या यह है कि इसमें से कुछ भी नया नहीं है।"
यह कुछ ऐसा है जो ऐतिहासिक रूप से हमास और इजरायल के बीच आदर्श रहा है। मुझे लगता है कि ऐसा हुआ कि सभी ने रिपोर्टें देखी और कहा, 'हां बिल्कुल'। लेकिन हम जानते हैं कि यह कैसा दिखेगा। (आईएएनएस)।
पोर्टलैंड (अमेरिका), 14 अक्टूबर अमेरिका के कई इलाकों में शनिवार को एक दुर्लभ सूर्यग्रहण ‘रिंग ऑफ फायर’ दिखेगा। यह खगोलीय घटना अमेरिका के ऑरेगन से ब्राजील तक दिखेगी।
इस सूर्यग्रहण को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। हालांकि, लोगों को मौसम को लेकर भी कुछ चिंताएं भी हैं क्योंकि आसमान में बादल छाये रहने की स्थिति में उन्हें सूर्यग्रहण नहीं दिखेगा।
पूर्ण सूर्यग्रहण के विपरीत ‘रिंग ऑफ फायर’ ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढकता। इस खगोलीय घटना के दौरान चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है तथा सूर्य के चारों ओर एक चमकदार वलय दिखता है।
यह दुर्लभ घटना अमेरिका में ओरेगन, नेवादा, यूटा, न्यू मैक्सिको, टेक्सास के साथ ही ब्राजील में भी दिखेगी। हालांकि, सूर्यग्रहण के दौरान अमेरिका के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहने के कारण इसे देखने में दिक्कत हो सकती है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और अन्य समूहों ने इस खगोलीय घटना का सीधा प्रसारण करने की योजना बनाई है। (एपी)
रामल्ला, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। रामल्ला स्थित फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वेस्ट बैंक में इजरायलियों के साथ झड़पों में कम से कम 14 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने शुक्रवार को शिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि फ़िलिस्तीनी इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन (हमास) और इज़राइल के बीच हिंसा के नए दौर के सातवें दिन नब्लस, तुल्कर्म, हेब्रोन और अन्य वेस्ट बैंक शहरों में झड़पें हुईं।
मंत्रालय ने कहा कि तुल्कर्म शहर में कम से कम पांच फिलीस्तीनी मारे गए।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली मीडिया ने कहा कि पुलिस अधिकारियों ने तुल्कर्म के पास वेस्ट बैंक सुरक्षा अवरोध को तोड़ने के एक प्रयास में चार फिलिस्तीनियों की गोली मारकर हत्या कर दी।
इस बीच, गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने और गाजा में चल रहे इजरायली सैन्य अभियान की निंदा करने के लिए वेस्ट बैंक के शहरों में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए।
मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर से लेकर अब तक वेस्ट बैंक में इजरायली सैनिकों ने 44 फिलिस्तीनियों को मार डाला है।
मंत्रालय के अनुसार, गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक पर इजरायली हमलों में मरने वालों की संख्या 1,843 हो गई है, जबकि 6,638 अन्य घायल हुए हैं।
इज़रायली मीडिया ने सूत्रों के हवाले से शुक्रवार को बताया कि 7 अक्टूबर से अब तक इज़रायली मृतकों की संख्या 1,300 तक पहुँच गई है, जबकि लगभग 3,400 घायल हुए हैं।
बेरूत, 14 अक्टूबर । मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लेबनान के दक्षिणी गांव अल्मा अल-शाब पर इजरायली हमले में एक लेबनानी फोटोग्राफर की मौत हो गई और छह अन्य पत्रकार घायल हो गए।
इजराइली बलों ने पत्रकारों को ले जा रहे एक वाहन पर हमला किया। हमले मेें रॉयटर्स के लिए काम करने वाले एक लेबनानी फोटोग्राफर इस्साम अब्दुल्ला की मौत हो गई, और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के लिए काम करने वाले छह अन्य पत्रकार घायल हो गए, इनमें एजेंस फ्रांस-प्रेसे (एएफपी) और अल-जज़ीरा टीवी चैनल शामिल हैं।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक लेबनान के मंत्रिपरिषद द्वारा जारी एक बयान में, प्रधान मंत्री नजीब मिकाती ने लेबनान पर हमलों में पत्रकारों को निशाना बनाने के लिए इज़राइल की निंदा की, और घायल पत्रकारों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
लेबनान की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी (एनएनए) के अनुसार, इज़राइल ने शुक्रवार को अल-धाहिरा, अल्मा अल-शाब और यारिन शहरों के आसपास के क्षेत्र पर बमबारी करके दक्षिणी लेबनान पर अपना हमला तेज कर दिया।
एनएनए के मुताबिक, अल्मा अल-शाब के बाहरी इलाके में बमबारी से भीषण आग लग गई।
जवाब में, हिजबुल्लाह ने घोषणा की कि उसके लड़ाकों ने कई दक्षिणी लेबनानी शहरों पर शुक्रवार के हमलों के जवाब में चार इजरायली सीमा स्थलों पर हमला किया।
7 अक्टूबर की सुबह हमास द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए अचानक हमले के समर्थन में हिजबुल्लाह द्वारा 8 अक्टूबर को शेबा फार्म्स में सैन्य स्थलों की ओर दर्जनों मिसाइलें दागने के बाद लेबनानी-इजरायल सीमा पर तनाव बढ़ गया।
9 अक्टूबर को स्थिति फिर से बिगड़ गई, जब फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद आंदोलन (पीआईजे) की सैन्य शाखा अल-कुद्स ब्रिगेड के सदस्यों ने लेबनान से उत्तरी इज़राइल में घुसपैठ की और इजरायली बलों के साथ झड़प की, इससे इजरायलियों को दक्षिणी लेबनान के कई क्षेत्रों पर हमला कर हिजबुल्लाह के तीन सदस्यों की हत्या कर दी।
जवाब में हिजबुल्लाह ने 9 अक्टूबर की शाम को मिसाइलों और मोर्टार गोले से उत्तरी इज़राइल में हमला किया। (आईएएनएस)।
सैन फ्रांसिस्को, 14 अक्टूबर । यूरोपीय आयुक्त थियरी ब्रेटन ने अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को एक पत्र भेजा है, इसमें उन्हें ईयू के डिजिटल सेवा अधिनियम (डीएसए) के बारे में याद दिलाया गया है ताकि इजरायल-हमास युद्ध.से संबंधित अवैध सामग्री और गलत सूचनाओं को यूट्यूब पर साझा होने से रोका जा सके।
पत्र में, यूट्यूब के सीईओ नील मोहन को भी संबोधित करते हुए, ब्रेटन ने कहा कि इज़राइल के खिलाफ हमास द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों के बाद, "हम कुछ प्लेटफार्मों के माध्यम से यूरोपीय संघ में अवैध सामग्री और गलत सूचना का प्रसार देख रहे हैं।"
आयुक्त ने शुक्रवार देर रात कहा, "मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि यूरोपीय संघ में आपके प्लेटफार्मों का उपयोग करने वाले लाखों बच्चों और किशोरों को बंधक बनाने और अन्य ग्राफिक वीडियो को दर्शाने वाली हिंसक सामग्री से बचाने का आपका विशेष दायित्व है।"
उन्होंने कहा, इसका मतलब है कि नाबालिगों के लिए उच्च स्तर की गोपनीयता, सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित और आनुपातिक उपाय किए जाएं।
ब्रेटन ने पहले ही एक्स, मेटा और टिकटॉक को अपने संबंधित प्लेटफार्मों से आतंकवादी प्रचार और हेरफेर की गई सामग्री, जैसे कि पुनर्निर्मित वीडियो या क्लिकबेट्स को हटाने की चेतावनी दी है।
उन्होंने पिचाई से कहा कि "जब आपको यूरोपीय संघ में अवैध सामग्री के नोटिस मिलते हैं, तो आपको कार्रवाई करने और आवश्यकता पड़ने पर प्रासंगिक सामग्री को हटाने के लिए समय पर, मेहनती और उद्देश्यपूर्ण होना चाहिए।"
ब्रेटन ने कहा, "तत्कालता को देखते हुए, मैं आपसे यह भी अपेक्षा करता हूं कि आप संबंधित कानून प्रवर्तन अधिकारियों और यूरोपोल के संपर्क में रहें और सुनिश्चित करें कि आप उनके अनुरोधों पर तुरंत प्रतिक्रिया दें।"
चुनावों के संदर्भ में, उन्होंने पिचाई से कहा कि डीएसए की आवश्यकता है कि चुनावों को प्रभावित करने के इरादे से उत्पन्न नकली और हेरफेर की गई छवियों और तथ्यों के प्रसार के जोखिम को शमन उपायों के संदर्भ में बेहद गंभीरता से लिया जाए।
ब्रेटन ने कहा,"मैं आपको मेरी टीम को पोलैंड, नीदरलैंड, लिथुआनिया, बेल्जियम, क्रोएशिया, रोमानिया और ऑस्ट्रिया में आगामी चुनावों और यूरोपीय संसद चुनावों के मद्देनजर किसी भी डीपफेक को कम करने के लिए उठाए गए उपायों के विवरण के बारे में सूचित करने के लिए आमंत्रित करता हूं। ”
उन्होंने कहा, "जैसा कि आप जानते हैं, संभावित जांच शुरू होने और गैर-अनुपालन का पता चलने पर जुर्माना लगाया जा सकता है।"
इससे पहले, मेटा ने कहा था कि इजराइल पर हमास के आतंकवादी हमलों और गाजा में इजराइल की प्रतिक्रिया के बाद से, “हमारी कंपनी की विशेषज्ञ टीमें हमारे प्लेटफार्मों की निगरानी के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं, साथ ही महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए हमारे ऐप्स का उपयोग करने की लोगों की क्षमता की रक्षा कर रही हैं।”
सोशल नेटवर्क ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, "7 अक्टूबर के बाद के तीन दिनों में, हमने हिब्रू और अरबी में इन नीतियों का उल्लंघन करने के लिए 795,000 से अधिक सामग्री को हटा दिया या परेशान करने वाले के रूप में चिह्नित किया।"
मेटा ने कहा, दो महीने पहले की तुलना में, 7 अक्टूबर के बाद के तीन दिनों में, "हमने अकेले हिब्रू और अरबी में हमारी खतरनाक संगठनों और व्यक्तियों की नीति का उल्लंघन करने के लिए दैनिक आधार पर सात गुना अधिक सामग्री को हटा दिया है।" (आईएएनएस)।
पेरिस, 14 अक्टूबर । फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने उत्तरी शहर अर्रास के एक स्कूल में एक हमलावर द्वारा एक शिक्षक की चाकू मारकर हत्या करने और तीन अन्य लोगों को घायल करने के बाद देश को उच्चतम सुरक्षा अलर्ट पर रखा है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हमला शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे गैम्बेटा हाई स्कूल में हुआ।
पुलिस ने हमलावर की पहचान चेचन मूल के 20 वर्षीय रूसी नागरिक मोहम्मद मोगुचकोव के रूप में की है। वह फिलहाल पुलिस की हिरासत में है।
बोर्न ने शुक्रवार देर रात सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, "वर्तमान संदर्भ में और अर्रास में आतंकवादी हमले के बाद, मैंने सुरक्षा को आपातकालीन स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है।"
फ्रांसीसी सार्वजनिक टेलीविजन टीएफ1 से बात करते हुए, आंतरिक मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि सरकार उन स्थानों की निगरानी के लिए "कुछ हजार और" सुरक्षा बलों को जुटाएगी जहां जनता इकट्ठा होती है।
उस संदिग्ध के बारे में जिसने चाकू से हमला किया और अब पुलिस हिरासत में है, दर्मैनिन ने कहा कि अपराधी को कट्टरपंथ के लिए फ्रांसीसी सुरक्षा सेवाओं द्वारा चिह्नित किया गया है।
मंत्री ने टीएफ1 को बताया, "हमें कुछ संदेह है," उन्होंने कहा कि घटना से पहले कई दिनों तक उस व्यक्ति का फोन टैप किया गया था, लेकिन योजनाबद्ध हमले का कोई संकेत नहीं था।
आतंकवाद विरोधी मामलों को देखने वाले सरकारी वकील जीन-फ्रेंकोइस रिकार्ड ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हमलावर स्कूल का पूर्व छात्र है।
रिकार्ड ने कहा, हमलावर ने पहले स्कूल के सामने मौजूद शिक्षक को चाकू मारा, फिर पीड़ित की मदद के लिए आए एक अन्य व्यक्ति को चाकू मारा।
फिर इमारत में घुसने के बाद अपराधी ने स्कूल में काम करने वाले दो और लोगों को घायल कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमले के दौरान हमलावर ने "अल्लाहु अकबर" चिल्लाया।
हमले के बाद, राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने स्कूल का दौरा किया और "इस्लामिक आतंकवाद की बर्बरता" की निंदा की।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने फ्रांसीसी लोगों से हमले का सामना करने के लिए "एकजुट" रहने, "आतंकवाद के आगे न झुकने या किसी भी चीज़ को हमें विभाजित करने न देने" का आह्वान किया।
शुक्रवार का हमला पेरिस के बाहर उनके स्कूल में एक अन्य शिक्षक सैमुअल पैटी की हत्या और सिर काटने की घटना के लगभग तीन साल बाद हुआ है। (आईएएनएस)।
बर्लिन, 14 अक्टूबर । बवेरियन पुलिस के अनुसार, दक्षिणी जर्मनी के बवेरिया में एक राजमार्ग जंक्शन पर प्रवासियों को ले जा रही एक वैन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से सात लोगों की मौत हो गई और 16 घायल हो गए।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मृतकों में छह साल का एक बच्चा भी शामिल है, जबकि कुछ घायलों की हालत गंभीर है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह दुर्घटना ऑस्ट्रियाई सीमा के पास ए94 मोटरवे पर हुई जब ड्राइवर ने पुलिस जांच से बचने के लिए कार की गति 180 किमी प्रति घंटा कर दी।
जर्मन अखबार बिल्ड के मुताबिक, वैन में 23 लोग सवार थे, जबकि इसमें केवल नौ लोग बैठ सकते थे।
पुलिस ने कहा कि अधिकारी घायल ड्राइवर की जांच कर रहे हैं, जिस पर लोगों की तस्करी का संदेह है।
जर्मन आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर ने सोशल मीडिया पर कहा, यह दुर्घटना दिखाती है कि मानव तस्कर किस क्रूर तरीके से लोगों की जान जोखिम में डालते हैं।
उन्होंने कहा, "हमें तस्करी गिरोहों के क्रूर कारोबार को नष्ट करना होगा।"
बवेरिया के आंतरिक मंत्री जोआचिम हेरमैन ने जर्मन प्रेस एजेंसी (डीपीए) को बताया कि यह घटना दिखाती है कि तस्करों को रोकने के लिए सीमा नियंत्रण को और मजबूत करना कितना महत्वपूर्ण है। (आईएएनएस)।
बर्लिन, 14 अक्टूबर । बवेरियन पुलिस के अनुसार, दक्षिणी जर्मनी के बवेरिया में एक राजमार्ग जंक्शन पर प्रवासियों को ले जा रही एक वैन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से सात लोगों की मौत हो गई और 16 घायल हो गए।
पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मृतकों में छह साल का एक बच्चा भी शामिल है, जबकि कुछ घायलों की हालत गंभीर है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह दुर्घटना ऑस्ट्रियाई सीमा के पास ए94 मोटरवे पर हुई जब ड्राइवर ने पुलिस जांच से बचने के लिए कार की गति 180 किमी प्रति घंटा कर दी।
जर्मन अखबार बिल्ड के मुताबिक, वैन में 23 लोग सवार थे, जबकि इसमें केवल नौ लोग बैठ सकते थे।
पुलिस ने कहा कि अधिकारी घायल ड्राइवर की जांच कर रहे हैं, जिस पर लोगों की तस्करी का संदेह है।
जर्मन आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर ने सोशल मीडिया पर कहा, यह दुर्घटना दिखाती है कि मानव तस्कर किस क्रूर तरीके से लोगों की जान जोखिम में डालते हैं।
उन्होंने कहा, "हमें तस्करी गिरोहों के क्रूर कारोबार को नष्ट करना होगा।"
बवेरिया के आंतरिक मंत्री जोआचिम हेरमैन ने जर्मन प्रेस एजेंसी (डीपीए) को बताया कि यह घटना दिखाती है कि तस्करों को रोकने के लिए सीमा नियंत्रण को और मजबूत करना कितना महत्वपूर्ण है। (आईएएनएस)।
बेरूत, 14 अक्टूबर । लेबनान के प्रधान मंत्री नजीब मिकाती ने हमास-इजरायल संघर्ष के बाद इजरायल के साथ बढ़ते सीमा तनाव के बीच लेबनान को युद्ध में जाने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया है।
लेबनानी टीवी चैनल अल जदीद के साथ एक साक्षात्कार में मिकाती ने यह संकेत देते हुए कि हिजबुल्लाह, अपना निर्णय ले सकता है, कहा कि युद्ध में जाने या शांति बनाए रखने का निर्णय सरकार द्वारा नहीं किया जाता है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इस बात पर जोर देते हुए कि लेबनान में स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखना उनकी प्राथमिक चिंता है, लेबनानी प्रधान मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि इजरायल को हिजबुल्लाह को भड़काना बंद करना चाहिए।
मिकाती ने कहा कि लेबनानी सेना क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के प्रयास में दक्षिणी लेबनान में अग्रिम पंक्ति में है।
7 अक्टूबर की सुबह हमास द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए हमले के समर्थन में हिजबुल्लाह द्वारा 8 अक्टूबर को शेबा फार्म्स में सैन्य स्थलों की ओर दर्जनों मिसाइलें दागने के बाद लेबनानी-इजरायल सीमा पर तनाव बढ़ गया।
इज़रायल ने शुक्रवार को अल-धाहिरा, अल्मा अल-शाब और यारिन शहरों के आसपास के क्षेत्र पर बमबारी करके दक्षिणी लेबनान पर अपना हमला तेज कर दिया, इसमें रॉयटर्स के लिए काम करने वाले एक लेबनानी फोटोग्राफर की मौत हो गई और छह अन्य पत्रकार घायल हो गए। (आईएएनएस)।
बेरूत, 13 अक्टूबर । ईरान ने इजरायल को गाजा पट्टी पर हमले जारी रखने के लिए बड़ी चेतावनी दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्री ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर गाजा पट्टी पर इजराइल के हमले तुरंत नहीं रुके तो हिंसा मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों में फैल सकती है।
न्यूज अरब की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दोल्लाहियन इन दिनों बेरूत, बगदाद के साथ-साथ सीरिया की राजधानी दश्मिक की यात्रा पर निकले हैं। विदेश मंत्री बगदाद से लेबनानी की राजधानी बेरूत पहुंचे हैं। ईरान इस क्षेत्र में शक्तिशाली आतंकवादी समूहों जैसे लेबनान में हिजबुल्लाह और इराक में पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज के समूहों को प्रायोजित करता है।
अब्दोल्लाहियन ने लेबनानी के विदेश मंत्री के साथ बैठक के बाद बेरूत में पत्रकारों से बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने गाजा पर इजरायल के हमलों को समाप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के साथ-साथ कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती और संसद के अध्यक्ष से भी मुलाकात की।
द न्यू अरब की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसी चिंताएं हैं कि युद्ध लेबनान की सीमा तक फैल सकता है, जहां शनिवार को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले के बाद हिजबुल्लाह लड़ाके अलर्ट पर हैं, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे।
गुरुवार को इजरायल की सेना ने दमिश्क और अलेप्पो में सीरिया के दो मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर हमला किया, जिससे वे सेवा से बाहर हो गए। उड़ानों को तटीय प्रांत लताकिया के एक हवाईअड्डे की ओर मोड़ दिया गया। ये हमले सीरिया से इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स में गोले दागे जाने के बाद हुए।
द न्यू अरब की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दिनों लेबनान-इज़राइल सीमा पर हिंसा की छिटपुट घटनाओं में सोमवार को तीन हिज़्बुल्लाह लड़ाके मारे गए। इजरायली सेना ने कहा कि बुधवार को एंटी टैंक मिसाइल हमले में एक इजरायली सैनिक मारा गया। (आईएएनएस)।
(शिरीष बी प्रधान)
काठमांडू, 14 अक्टूबर। नेपाल में मनांग एयर का एक हेलीकॉप्टर शनिवार को एक पर्वतीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसका पायलट घायल हो गया।
नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के उप निदेशक जगन्नाथ निरुला ने बताया कि एवरेस्ट आधार शिविर के पास लुकला के समीप उड़ान भरने वाला हेलीकॉप्टर 9एन एएनजे थोड़ा पलट गया और उत्तर-पूर्वी नेपाल के लोबुचे में उतरने की कोशिश करने के दौरान उसमें आग लग गई।
निरुला के मुताबिक, हेलीकॉप्टर में केवल पायलट प्रकाश सेधई सवार थे, जिन्हें हादसे में चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि घायल पायलट को इलाज के लिए विमान से काठमांडू ले जाया गया है। हादसे की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है।
मनांग एयर का एक हेलीकॉप्टर जुलाई में सोलुखुंबु जिले में लिखुपाइक ग्रामीण नगरपालिका के लामजुरा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार छह लोगों की मौत हो गई थी।
कैप्टन चेत बहादुर गुरुंग और मेक्सिको के पांच नागरिकों के साथ उड़ान भरने वाला हेलीकॉप्टर का 11 जुलाई की सुबह संपर्क टूट गया था और बाद में वह जीरी और फापलु के बीच लामजुरा में दुर्घटनाग्रस्त पाया गया था।
मनांग एयर काठमांडू की एक हेलीकॉप्टर सेवा कंपनी है, जिसकी स्थापना 1997 में की गई थी। यह नेपाल नागरिक उड्डयन प्राधिकरण नियमन के तहत नेपाली क्षेत्र के बीच वाणिज्यिक हवाई परिवहन सेवा उपलब्ध कराती है। कंपनी को चार्टर्ड सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए भी जाना जाता है। (भाषा)
इसराइली सेना ने शुक्रवार को ग़ज़ा में अपनी ज़मीनी छापेमारी के दौरान कुछ इसराइली नागरिकों के शव बरामद किए हैं.
इसराइली अख़बारों ने दावा किया है कि ये शव उन लोगों के हैं, जिन्हें हमास ने बंधक बनाया था.
इसराइली अख़बार 'हारित्ज़' और 'यरुशलम पोस्ट' ने इसराइल डिफेंस फोर्सेज़ के हवाले से ख़बर दी है कि सेना को कई अज्ञात लाशें मिली हैं. इन्हें इसराइली क्षेत्र में लाया जा रहा है. बंधक बनाए गए इन लोगों के कुछ सामान भी ग़ायब हैं.
'यरुशलम पोस्ट' ने लिखा है कि शुक्रवार को हमास के ठिकानों पर शुरू हुई छापेमारी में इसराइल की पैदल सेना और हथियारबंद यूनिटों ने हिस्सा लिया था.
इस दौरान हमास के एक ठिकाने पर दबिश के दौरान इसराइली इलाके पर एंटी टैंक मिसाइलों से हमला किया गया.
इसराइल ने उत्तरी ग़ज़ा में रह रहे 11 लाख लोगों से 24 घंटों के अंदर दक्षिणी ग़ज़ा की ओर से कूच करने को कहा है.
हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने इसराइल के इस फरमान की आलोचना करते हुए कहा है कि इससे ये त्रासदी और भयावह रूप ले लेगी.
दूसरी ओर, हमास ने लोगों से कहा है कि इसराइल के इस 'फर्जी प्रोपेगेंडा' के झांसे में न आएं. (bbc.com/hindi)
इसराइल पर हमास के हमले को कवर करने पहुंचे बीबीसी के पत्रकारों को इसराइली पुलिस ने पहले बंदूक की नोंक पर रोका और फिर उनके साथ धक्का-मुक्की की.
उनके साथ ये घटना इसराइली शहर तेल अवीव में हुई. बीबीसी के मुताबिक़ बीबीसी की अरबी सेवा के पत्रकार मुहन्नद तुतुनजी और हेतम अबुदियाब को उस वक्त रोक दिया गया जब वे अपनी कार से एक होटल जा रहे थे.
उन्हें कार से खींच कर निकाला गया और तलाशी ली गई. इस दौरान उन्हें एक दीवार की ओर धकेला गया. जिस कार से वो सफर कर रहे थे उस पर लाल टेप से 'टीवी' लिखा हुआ था. रोके जाने पर तुतुनजती और अबुदियाब ने पुलिसवालों को अपना आईडी कार्ड भी दिखाया था.
तुतुनजी ने बताया कि जब तलाशी के दौरान उन्होंने इसका वीडियो बनाना चाहा तो पुलिस ने उन्हें धक्का देकर ज़मीन पर गिरा दिया. इस दौरान उनकी गर्दन पर चोट लग गई.
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बीबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ''पत्रकारों को इसराइल-ग़ज़ा से बगैर किसी अड़चन के रिपोर्टिंग करने देना चाहिए.''
घटना के बारे में और ज्यादा जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने बताया, ''बीबीसी न्यूज़ की अरबी सेवा की एक टीम तेल अवीव में तैनात थी. इस टीम की कार पर साफ शब्दों में मीडिया लिखा था. लेकिन इसराइली पुलिस ने पिछली रात उन्हें रोका और उनके साथ मारपीट की.''
बीबीसी ने इस घटना पर इसराइली पुलिस का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क किया है.
पिछले शनिवार को इसराइल पर हमास के हमले के बाद इसराइली सेना ने जवाबी अभियान शुरू किया है. (bbc.com/hindi)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 14 अक्टूबर। अमेरिका के प्रभावशाली सांसदों ने कहा है कि हमास की ओर से किया गया हमला यूरोप में यहूदियों के जनसंहार के बाद से उन पर किया गया सबसे जानलेवा हमला है।
सांसदों ने यह बात इजराइल का समर्थन कर रहे भारतीय-अमेरिकियों से कही।
सांसद जैमी रस्किन ने ‘फउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘इजराइल में नागरिकों के ऊपर हमास की ओर से किए गए आतंकी हमले यूरोप में यहूदियों के नरसंहार के बाद से सबसे अधिक व्यापक और जानलेवा हैं।’’
भारतीय-अमेरिकियों के एक समूह को संबोधित करते हुए रस्किन ने कहा कि हमास और फलस्तीन के लोगों के बीच फर्क करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमास फलस्तीन के लोगों के लिए नहीं बोलता है और फलस्तीन के लोग हमास के अपराधों के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।’’
इस कार्यक्रम को भारतीय-अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने भी संबोधत किया।
उन्होंने इस हमले को यहूदियों के जनसंहार के बाद से यहूदियों पर सबसे घातक हमला बताया और कहा कि इजराइल के लिए अमेरिका में द्विदलीय समर्थन है।
थानेदार ने कहा, ‘‘हम हर संभव तरीके से इजराइल का समर्थन करने जा रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इजराइल इन आतंकवादियों से लड़ने और हमास को पूरी तरह से खत्म करने में सक्षम हो। हम नागरिकों, महिलाओं, पुरुषों, शिशुओं पर इस तरह के भयावह हमले होते नहीं देख सकते...।’’
श्री थानेदार ने कहा, ‘‘वे (हमास) स्पष्ट तौर पर आतंकवादी हैं और उन्हें रोके जाने की जरूरत है।
अमेरिकी यहूदी समिति के सदस्य जेसन इसैकसन ने संकट के इस वक्त में इजराइल का साथ देने के लिए भारतीय-अमेरिकी समुदाय की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘इस घोर संकट के वक्त में, भयभीत करने वाले वक्त में यह जानना कि भारतीय-अमेरिकी समुदाय के हमारे भाई-बहन हमारे साथ हैं, हमारे लिए बहुत मायने रखता है।’’
इसैकसन ने कहा, ‘‘मुझे यह भी कहना है कि पिछले शनिवार सात अक्टूबर को हुए हमलों के कुछ ही घंटों के भीतर प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी द्वारा की गई टिप्पणियों से हममें से बहुत से लोग काफी प्रभावित हुए हैं।’’
ओहायो राज्य के सांसद नीरज अटानी ने कहा, ‘‘हमास वैश्विक इस्लामी जिहादियों का एक नेटवर्क है।’’ (भाषा)
पनामा सिटी, 14 अक्टूबर। अमेरिका में पनामा सिटी से फ्लोरिडा के टेम्पा शहर के लिए उड़ान भरने वाले एक विमान को बम होने की सूचना मिलने के बाद आनन-फानन में तोकुमेन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लौटना पड़ा। हालांकि, बाद में पता चला कि जिस वस्तु को बम समझा जा रहा था, असल में वह किसी वयस्क का डायपर था।
विमान में बम होने की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार सुबह इसे वापस पनामा सिटी हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा।
पनामा की सिविल एयरोनॉटिक्स अथॉरिटी ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर बताया कि बोइंग 737-800 स्थानीय समयानुसार सुबह 11 बजे हवाई अड्डे पर उतरा और उसे एक अलग-थलग हवाई पट्टी पर ले जाया गया, जहां विमान से 144 यात्रियों को उतारा गया। विस्फोटक रोधी दल ने विमान की तलाशी ली।
हवाई अड्डे के सुरक्षा दल के प्रमुख जोस कास्त्रो ने बताया कि विमान के एक शौचालय में रखी संदिग्ध वस्तु असल में किसी वयस्क का डायपर निकली।
कास्त्रो ने कहा, ‘‘हमारे पास एक सुरक्षित रनवे था, जहां पुलिस के विशेष श्वान दल और विशेष बलों ने संदिग्ध वस्तु की जांच की और बाद में पता चला कि यह किसी वयस्क का डायपर है।’’
गोला पारुल पारुल 1410 0942 पनामासिटी (एपी)