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दिल्ली, 14 अगस्त। समाजसेवी और वरिष्ठ पत्रकार जॉन राजेश पॉल को राष्ट्रीय एकता सम्मान (नेशनल यूनिटी अवार्ड) दिया गया है। सम्मान समारोह दिल्ली में 13 अगस्त रविवार को कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में दिल्ली सरकार के ओबीसी कमीशन द्वारा देश की आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित किया गया। कमीशन के चेयरमेन जगदीश यादव मुख्य अतिथि थे। कमीशन के सदस्य श्री भरत झा और कोऑर्डिनेटर अनूप चावला ने कई राज्यों की नामी हस्तियां को देश की सेवा में अविस्मरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया। इसके पूर्व भी पॉल को राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर और दैनिक भाकर ग्रुप का एक्सीलेंसी अवार्ड भी मिल चुका है। कार्यक्रम में मणिपुर, असम, महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, मध्यप्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों की हस्तियों का सम्मान किया गया।
कोरबा एसपी ने किया खुलासा, लेन-देन व चरित्र शंका के चलते की गई थी सलमा की हत्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 अगस्त । पांच साल पहले न्यूज एंकर सलमा सुलतान के रहस्यमय ढंग से गायब होने का राज पुलिस ने खोल दिया है। सलमा की बेरहमी से हत्या कर लाश जमीन में गाड़ दी गई थी घटना को अंजाम देने वाला उसका प्रेमी ही था। पुलिस में आरोपी की दो अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक उदय किरण ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 20 जनवरी 2019 को सलमा सुल्ताना लस्कर के पिता का देहांत हुआ था अंतिम संस्कार में सलमा उपस्थित नहीं हुई। काफी दिनों से सलमा के परिजनों का सलमा से संपर्क नहीं था। अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में सलमा के अनुपस्थित रहने से उनके परिजनों ने कुछ अनहोनी की आशंका में कुसमुण्डा थाने में गुम इंसान की एफआईआर दर्ज कराई। मार्च 2023 में राज्य स्तरीय आपरेशन मुस्कान में गुम इंसान, महिलाओं एवं बच्चों की तलाश करने के लिए विशेष प्रयास किया जा रहा था। इसी कड़ी में सलमा सुल्ताना की केस डायरी का भी बारीकी से अवलोकन किया गया। यह बात सामने आई कि परिवार के कुछ सदस्यों का बयान लिया जाना शेष है। बयान लिया गया तो पता चला कि यूनियन बैंक से सुल्ताना ने लोन लिया था। यूनियन बैंक से जानकारी ली गई तो पता चला कि अभी भी उसके बैंक एकाउंट में पैसा डिपोजिट हो रहा है और यह ईएमआई के तौर पर गंगाश्री जिम के मालिक एवं इंस्ट्रक्टर मधुर साहू जमा कर रहा है। कुसमुण्डा पुलिस ने मधुर साहू की तलाश की तो पाया कि वह फरार है। मधुर साहू और सलमा के सभी दोस्तों एवं जान पहचान वालों का बयान लेना पुलिस ने शुरू किया। साथ ही सलमा सुल्ताना के 5 वर्ष पूर्व के सीडीआर की एनालिसिस की गई। बयान लेने के दौरान दो महिलाओं एवं तीन पुरुषों के कथन में विरोधाभास सामने आया। कड़ाई से पूछताछ करने पर यह बात सामने आई कि 21 अक्टूबर 2018 को शारदा विहार के मकान एलजी 17 में मधुर साहू एवं कौशल श्रीवास ने सलमा सुल्ताना की गला घोटकर हत्या कर दी थी। यह भी जानकारी आई कि अतुल शर्मा की मदद से शव को भवानी मंदिर के सामने कोहडिया पुल के आस-पास दफना दिया गया। जहां शव दफनाया गया, उनकी वास्तविक जानकारी सिर्फ तीन लोगों को ही थी। प्रारंभिक पूछताछ में मिली जानकारी अनुसार संभावित जगह के आस-पास सेटेलाईट डेटा, थर्मल इमेजिंग एवं ग्राउंड पेनिट्रेशन रडार मशीन से कंकाल या शव का पता करने का प्रयास किया गया, किन्तु उस स्थान पर अब नेशनल हाईवे बन चुका है।
एसपी ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर आरोपियों मधुर साहू एवं कौशल को पुलिस ने हिरासत में लिया और उनसे कड़ाई से पूछताछ की। उन्होंने आपसी संबंधों में अनबन होने एवं चरित्र शंका के कारण सलमा सुल्ताना का गला घोटकर हत्या करना स्वीकार कर लिया। प्रकरण में आरोपी के पास से हार्ड डिस्क एवं लैपटाप जब्त किया गया है। इनकी जांच करने पर कुछ आडियो क्लिप मिले। जिस वाहन से शव को दफनाने ले जाया गया. उसे भी जब्त किया जा चुका है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 14 अगस्त। छत्तीसगढ़ में हुए कथित 21 सौ करोड़ रुपए के शराब घोटाले में गिरफ्तार कारोबारी नितेश पुरोहित और त्रिलोक सिंह ढिल्लन को 4 सप्ताह के लिए हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत दी है।
विदित हो कि अनवर ढेबर को मेडिकल ग्राउंड पर जमानत दी गई थी, वहीं इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश दिया था कि अगले आदेश तक ईडी शराब घोटाले में आरोपियों के विरुद्ध कोई दंडात्मक कार्रवाई न करे। कुछ आरोपी सरकारी अफसरों को भी इस आदेश के तहत संरक्षण मिल गया है। आज हाईकोर्ट ने त्रिलोक सिंह उर्फ पप्पू ढिल्लन तथा नितेश पुरोहित को स्वास्थ्य खराब होने और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आधार पर जमानत दी है। इस समय पुरोहित को इलाज के लिए एम्स रायपुर में दाखिल कराया गया है। इसके अलावा अनवर ढेबर की अंतरिम जमानत भी 4 सप्ताह के लिए बढ़ा दी गई है। इन सभी की जमानत की अवधि पर अगली सुनवाई 4 सप्ताह के बाद होगी।
अभियुक्तों की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता नित्य रामकृष्णन और मतीन सिद्दीकी ने पैरवी की।
पीजी ग्राउंड, धरमपुरा, जगदलपुर में होगा आयोजन
रायपुर, 14 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर संभाग के युवाओं से बुधवार 16 अगस्त को भेंट-मुलाकात करेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन पीजी ग्राउंड, धरमपुरा, जगदलपुर में होगा। मुख्यमंत्री इस मौके पर युवाओं से ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ पर चर्चा करेंगे। उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग में युवाओं से भेंट मुलाकात का आयोजन हो चुका है। इन आयोजनों में युवाओं ने प्रदेश के विकास के संबंध में अपनी आकांक्षाओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा है। इन भेंट-मुलाकात कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री ने युवा हित में अनेक बड़ी घोषणाएं भी की हैं।
रायपुर, 14 अगस्त। दपूमरे मंडल में विभाजन विभीषिका दिवस मनाया गया जिसका उद्देश्य वर्तमान एवं भावी पीढ़ियों को विभीषिका के दौरान लोगों द्वारा सही गई वेदना और यातना का स्मरण कराना है। रेलवे स्टेशन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मोहन एन्टी तथा अतिथियों के रूप मे सुरेन्द्र सिंह छाबड़ा, पुहूल जेठानी अर्जुन दास ओचवानी तथा रेलवे के अधिकारी राहुल गर्ग, मंडल कार्मिक अधिकारी (प्रभारी), सुश्री रूहीना तुफ़ैल ख़ान, सहायक कार्मिक अधिकारी-।। एवं श्रीमती निकिता अग्रवाल सहायक, कार्मिक अधिकारी-।।। उपस्थित थे।
कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों के स्वागत के साथ किया गया । स्वागत संबोधन एवं कार्यक्रम का संक्षिप्त परिचय श्री राहुल गर्ग, मंडल कार्मिक अधिकारी (प्रभारी), द्वारा प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात् अतिथियों का संबोधन हुआ, मुख्य अतिथि श्री मोहन एन्टी ने अपने संबोधन मे कहा कि भारत का विभाजन किसी विभीषिका से कम नही है, हमें एकता और भाईचारे के साथ आगे बढ़ना है तथा विधटनकारी शक्तियों को परास्त करना है। इस कार्यक्रम में भारत स्काउट एवं गाईड द्वारा नुक्कड़ नाटक ‘सफ़र’ की प्रस्तुति की गई, इस उत्कृष्ट प्रस्तुति को उपस्थित सभी अतिथियों एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा सराहा गया। स्टेशन परिसर में देश के विभाजन के संबध में प्रदर्शनी भी लगाई गई है कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन सुश्री रूहीना तुफ़ैल ख़ान और संचालन फरीदी निसार अहमद, मुख्य कर्मचारी एवं कल्याण निरीक्षक ने किया ।
रायपुर, 14 अगस्त। शिक्षा विभाग में संयुक्त संचालक के पद पर आखिरकार नई नियुक्ति हो गयी है।दुर्ग के डीईओ आरएल संयुक्त संचालक दुर्ग बनाया गया है।
वहीं आरपी आदित्य को बिलासपुर का संयुक्त संचालक बनाया गया है। वहीं जशपुर के डीईओ संजय गुप्ता को सरगुजा का जेडी बनाया गया है एचआर सोम को बस्तर को संयुक्त संचालक बनाया गाय है।हिमांशु भारती को रायपुर का डीईओ बनाया गया है।वहीं भारती शर्मा जांजगीर की डीईओ होंगी। पुराने डीईओ को शिक्षक पदोन्नति और पोस्टिंग घोटाले में निलंबित कर दिया गया था।
गोताखोरों ने निकाला, शिनाख्त नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 अगस्त। आज दोपहर रायगढ़ जिले के खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली मांड नदी में एक महिला व उसके दो बच्चों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। भूपदेवपुर पुलिस ने सूचना मिलने के बाद तत्काल मौके पर पहुंचकर तीनों की लाश को गोताखोरों के सहयोग से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृत महिला की उम्र करीब लगभग 35 से 40 साल है और उसके बच्चों की उम्र भी करीब 6 से 7 साल एवं 4 से 5 साल बताई जा रही है। घटना के मामले में पुलिस को प्रारंभिक जांच में यह लग रहा है कि महिला ने अपने बच्चों के साथ नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या की है, लेकिन असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी। भूपदेवपुर थाना प्रभारी व उसकी टीम ने महिला व दोनों बच्चों की शिनाख्त के लिये आसपास के इलाकों के लोगों से पूछताछ कर रही है।
आज दोपहर करीब 12 बजे खरसिया क्षेत्र के ग्राम रक्शापाली से लगे इलाके में मांड नदी पर तीन लाश को स्थानीय ग्रामीण ने पहले देखा था, उसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी।
भूपदेवपुर पुलिस ने आसपास मिले साक्ष्यों को इक_ा करना शुरू कर दिया है। बहरहाल पुलिस के सामने पहली चुनौती महिला व उसके दोनों बच्चों की पहचान की है।
विधायक यूडी मिंज ने किया स्वागत
जशपुरनगर, 14 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सरकार की नीतियों ने भाजपाई नेताओं को कांग्रेस की ओर ले आया आज उन्होंने विधायक यूडी मिंज और जिलाध्यक्ष मनोज सागर यादव के समक्ष फरसाबाहर क्षेत्र के 55 भाजपा समर्थित नेताओं ने कांग्रेस ज्वाइन किया ज्ञात हो कि सभी कांग्रेस ज्वाइन करने वाले भाजपा के गढ़ फरसाबाहर से है जिन्होंने कांग्रेस के प्रति अपनी आस्था दिखाई है। विधायक यूडी मिंज के समर्थकों ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज सागर यादव के नेतृत्व में जोरदार स्वागत किया।
कांग्रेस प्रवेश करने वाले नेताओं ने कहा कि विधायक यूडी मिंज की जनता के प्रति समर्पित और क्षेत्र के लिए लगातार काम कर रहें है। विकास कार्यों से उनका मन परिवर्तित हो रहा है, और विधायक की कार्यशैली से आकर्षित होकर भाजपा से मोहभंग हो रहा है और कांग्रेस प्रवेश किये है।
विधायक यूडी मिंज लगातार क्षेत्र में सक्रिय रहकर जनता से जुड़े हुए हैं और उनकी कर्मठता के कारण आज विकास के कार्य हो रहे हैं, क्षेत्र की जनता को ऐसे ही सक्रिय जन जन तक पहुंच रखने वाले जनप्रतिनिधि की जरूरत है, जो कि क्षेत्र की जनता की भावनाओं को समझ कर उसी अनुरूप काम करें। मैं उनकी कार्यशैली से अत्यधिक प्रभावित हूँ और कांग्रेस के साथ अपनी आगे की शुरूआत कर रहा हूँ।
रायपुर, 14 अगस्त। राज्य सरकार ने आबकारी विभाग में बड़े संख्या में तबादले किए हैं। इनमें उपायुक्त, सहायक आयुक्त, जिला,सहायक आबकारी अधिकारी और उप निरीक्षक शामिल है।
देखें आदेश
ग्रामीणों ने रिटायर्ड फौजी पर की कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 14 अगस्त। जिले के विकासखंड मनोरा के ग्रामीणों ने मनोरा निवासी शिव मंगल भगत पर आरोप लगाया है कि उसने अपने खेत में घर में पाल रहे पक्षी और वन पक्षियों को मारने के उद्देश्य से अपने खेत में जहरीला पदार्थ का छिडक़ाव किया, जिससे 200 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई।
ज्ञात हो कि वन एवं वन्य जीव संरक्षण में विगत 15 सालों से कार्य कर रहे विनोद भगत, श्रवण भगत, चंद्रशेखर स्वर्णकार सहित दर्जन भर ग्रामीण शिवमंगल भगत के पास बात करने गए। जिस पर शिवमंगल भगत द्वारा बताया गया कि उसके खेत में धान के बीजों को पक्षियों द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा था, जिससे वो आहत हुआ और पक्षियों को सबक सिखाने की नीयत से उसने जान बूझकर जहरीली दवा का छिडक़ाव किया था, जिससे दो सौ से अधिक पक्षियों की मौत हो गई।
विनोद भगत ने बताया कि जहरीली दवा उसने जशपुर स्थित विकास बीज भंडार से खरीदी गई थी। शिवमंगल भगत रिटायर्ड फौजी है। फौज से रिटायर होने के बाद उसने गृह ग्राम मनोरा गडिय़ों टोगरी में रहकर खेती बाड़ी का कार्य शुरू किया है।
विनोद भगत ने बताया कि शिवमंगल के खिलाफ जशपुर वन विभाग के कार्यालय में मुख्य वन मण्डलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में उन्होंने जितेंद्र उपाध्याय को बतलाया कि आरोपी शिवमंगल ने पक्षियों की निर्मम हत्या करने की बात स्वीकार किया है।
विकास बीज भंडार से जहरीला दवा खरीद छिडक़ाव करने की बात भी कही है, उन्होंने वन विभाग के जशपुर प्रमुख अधिकारी से आग्रह किया गया है कि जिले में स्थित सभी बीज भंडार के दुकानदारों को ऐसी जहरीली दवा बेचने पर उनपर कड़ी कार्रवाई की जाए। जिसपर वन मण्डलाधिकारी जितेंद्र उपाध्याय द्वारा कहा गया कि सभी दुकानदारों को बुलाकर उन्हें समझाइश दी जाएगी कि ऐसी कोई दवा न बेची जाए जिससे किसी बेजुबान की मौत हो, साथ ही उन्होंने पक्षियों को जानबूझकर मारने वाले आरोपी शिवमंगल भगत पर उचित और कड़ी कार्रवाई करने आश्वासन दिया।
सुधीर सक्सेना वसुंधरा सम्मान से सम्मानित
रायपुर, 14 अगस्त। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सोमवार को अपने निवास में स्वर्गीय श्री देवीप्रसाद चौबे की स्मृति में आयोजित वसुंधरा सम्मान समारोह में शामिल हुए।
इस अवसर पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत डॉ. रामसुंदर दास, राज्य योग सेवा आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, पद्मश्री ममता चन्द्राकर एवं पूर्व में वसुंधरा सम्मान से सम्मानित सदस्य भी उपस्थित रहे।मुख्यमंत्री ने लोकजागरण के लिए वरिष्ठ पत्रकार-लेखक सुधीर सक्सेना को प्रशस्ति पत्र, शाल और श्रीफल भेंट कर वसुंधरा सम्मान से सम्मानित किया।
इस मौके पर श्री सक्सेना ने कहा कि किसी भी पुरस्कार की महत्ता का आकलन इस बात से होता है कि वो निरंतरता रचती है या नहीं। इसका निर्धारण इस बात से भी होता है कि यह पुरस्कार किन लोगों को पूर्व में सम्मानित किया जा चुका है। इस दृष्टि से यह पुरस्कार मेरे लिए संतोष का विषय है।मैं जब भी यहां आता हूँ तो लगता है मैं घर लौटा हूँ।इस सम्मान से बड़ी जिम्मेदारी भी आई है। निरंतर सरोकारों से जुड़े रहने की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि
श्री सुधीर का सम्मान किया गया है। राजेश बादल जी को भी इस अवसर पर सुना है।
आज इस जगह में पत्रकार भी हैं, साहित्यकार भी हैं। इतिहासकार भी हैं।शब्दों को संजोना एक कठिन विधा है। उसमें भावनाएं पिरोना और भी कठिन है। छत्तीसगढ़ी समाज बहुत सरल सहज है लेकिन यह सहजता आसान नहीं है। देवी प्रसाद चौबे जी ने बहुत सरल जीवन जिया है। यह छत्तीसगढ़िया भोलापन है जो एक बार आता है उसे जोड़ लेता है। सबका इस धरती से अपनापन हो जाती है। ये हमारी पूंजी है।पढ़ना बहुत जरूरी है। इससे ही आप मूल स्रोत तक पहुंच सकते हैं। सत्य को परखना आसान काम नहीं है। सत्य की बारीकी में जाएंगे तो पाएंगे कि आज जो सत्य के नाम पर बात बताई जा रही है वो सही नहीं है।
. जो स्वांतःसुखाय और जनहित में लिखते हैं। उन्हें नियमित लिखना चाहिए ताकि सत्य निरंतर लोगों तक पहुंचे। यह आपकी जिम्मेदारी है।
स्वतंत्रता दिवस पर राज्यपाल श्री हरिचंदन ने शुभकामनाएं दी
रायपुर, 14 अगस्त। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने प्रदेशवासियों सेना के जवानों और स्वतंत्रता सेनानियों को शुभकामनाएं दी हैं।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने अपने संदेश में कहा कि 15 अगस्त को भारत गौरवशाली आजादी के 77 वर्ष पूरा कर रहा है। हमारी आजादी की लड़ाई लंबी और कठिन थी और इसमें असंख्य बहादुर लोगों ने अपना बलिदान दिया। हमें उन असंख्य सेनानियों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए। इस आजादी को कायम रखने के लिए हमारी सेना के वीर जवानों और पुलिस कर्मियों ने भी अपनी शहादत दी है। उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
श्री हरिचंदन ने युवा पीढ़ी से भी आहवान किया कि भारत की एकता और अखण्डता को मजबूत करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभायें।
रायपुर, 14 अगस्त। कल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह पुलिस ग्राउंड रायपुर में आयोजित है । परेड ग्राउंड में परेड एवं स्कूली छात्र- छात्राओं के आकर्षक कार्यक्रम होंगे।समारोह में सम्मिलित होने एवं देखने आने वाले आगंतुकों के वाहनों के लिए मार्ग एवं पार्किंग व्यवस्था निम्नानुसार की गई है।
01.लाल कार पास धारी वाहन:- लाल कार पास धारी वाहन पीडब्ल्यूडी चौक -छत्तीसगढ़ कॉलेज -कुंदन पैलेस- पीडब्ल्यूडी कॉलोनी होकर एमटी वर्कशॉप गेट से वायरलेस ऑफिस के सामने हैंडबॉल ग्राउंड या स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के पास वाहन पार्क कर सकेंगे।
02.हरा कार पास धारी वाहन:- हरा कार पास धारी वाहनों के लिए पार्किंग सेंट पॉल स्कूल ग्राउंड में निर्धारित की गई है,01. पीडब्ल्यूडी चौक की ओर से आने वाले छत्तीसगढ़ कॉलेज चौक- कुंदन पैलेस - आर आई ऑफिस गेट से दाहिने टर्न कर सेंट पॉल स्कूल गेट से अंदर प्रवेश कर सेंट पॉल स्कूल मैदान में पार्किंग कर सकेंगे। 02. महिला थाना की ओर से आने वाले वाहन चालक अपना वाहन सेंट पॉल स्कूल मैदान में पार्क कर आर आई ऑफिस गेट से प्रवेश कर पैदल कार्यक्रम स्थल प्रवेश करेंगे।
03. परेड में शामिल होने वालों पुलिस जवानों के वाहन एवं स्कूल बसों का मार्ग एवं पार्किंग :- परेड में शामिल होने वाले पुलिस जवानों एवं छात्र-छात्राओं का परिवहन करने वाले बस पुलिस लाइन पिछला गेट से प्रवेश कर स्केटिंग ग्राउंड के बगल मैदान में किनारे पार्क करेंगे, रोड पर बसों की पार्किंग नहीं होगी।
04.मीडिया-ओबी वैन मार्ग एवं पार्किंग:- मीडिया एवं ओबी वैन पुलिस लाइन पिछला गेट होकर प्रवेश करेगा एवं हेलीपैड के बगल मैदान में पार्किंग होगी।
05. यातायात डायवर्सन:- 01. पेंशन बाड़ा चौक से पुलिस लाइन की ओर सभी प्रकार के वाहन, 02. पीडब्ल्यूडी चौक एवं महिला थाना चौक से पुलिस लाइन की ओर बिना पास धारी वाहन एवं स्कूल बस, उपरोक्त मार्गों से पुलिस लाइन की ओर जाने वाले अन्य वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर सकेंगे।
ये वस्तुएं प्रतिबंधित - माचिस, लाइटर, ज्वलनशील पदार्थ, छाता, बोर्ड, वाद्य यंत्र, आग्नेय अस्त्र, फटाका, चाकू, कटार, तलवार, कैंची, ब्लैड्स, काटने वाले तेज धारदार वस्तु, खतरनाक वस्तु, भड़काऊ एवं संकट पैदा करने वाले संकेत, गेंद, लकड़ी की लाठी, हॉकी स्टिक, प्रचार उत्पाद सामग्री, लाउड हेलर, रेडियो, पालतू जानवर, गुटका, तंबाकू, बीड़ी,सिगरेट शराब इत्यादि।
ढेबर की बेल भी चार सप्ताह आगे बढ़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 14 अगस्त। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने शराब घोटाले में ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए एक और आरोपी नितेश पुरोहित की जमानत अर्जी मंजूर कर ली है।
जमानत याचिका में पुरोहित की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता नित्य रामकृष्णन और मतीन सिद्दीकी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश तथा पुरोहित के स्वास्थ्य का ब्यौरा देते हुए जमानत की अपील की, जिसे जस्टिस दीपक कुमार तिवारी सिंगल बेंच ने स्वीकार कर लिया। मामले की अगली सुनवाई 4 सप्ताह बाद होगी।
दूसरी ओर एक अन्य आरोपी अनवर ढेबर की जमानत को भी 4 सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया। ढेबर को भी स्वास्थ्यगत कारणों से जमानत मिल चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 14 अगस्त। प्रवर्तन निदेशालय ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर शराब घोटाले में राज्य सरकार की भूमिका की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
याचिका में ईडी ने कहा है कि राज्य सरकार अपनी पुलिस के जरिये उस पर निगरानी कर रही है।
याचिका में कहा गया है कि ईडी राज्य में हुए शराब घोटाले और कोयले पर लेवी वसूली की जांच कर रही है। इसमें कुछ गिरफ्तारियां भी की गई हैं। जेल में बंद आरोपियों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। राज्य सरकार को इन घोटालों के संबंध में संज्ञान लेने के लिए पत्र लिखा गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
याचिका फिलहाल पेश की गई है इस पर सुनवाई के संबंध में अभी कोर्ट ने कोई निर्णय नहीं लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अगस्त। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से बिलासपुर हाईकोर्ट में शराब घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर आज एक पिटिशन दायर किया है। इस पर सुनवाई की डेट 16 को निर्धारित होने के संकेत हैं।
ईडी के अधिवक्ता डॉ. सौरभ पांडे ने छत्तीसगढ़ से कहा कि इसमें हमने कहा है कि ईडी ने लिकर स्कैम से जुड़े जो तथ्यात्मक जानकारी शेयर की थी। उस पर कोई कार्रवाई राज्य सरकार ने नहीं की है। जबकि यह काग्निजेएबल अफेंस है। इसे देखते हुए ही ईडी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए याचिका लगाई है।
बता दें कि ईडी कुछ माह पहले छत्तीसगढ़ में 2100 करोड़ के शराब घोटाले का खुलासा किया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अगस्त। वन विभाग ने राज्य वन सेवा के 51 सहायक वन संरक्षकों के तबादले किए हैं।
देखें आदेश-
डीआईजी हटना चाहते हैं
स्वतंत्रता दिवस के बाद पुलिस महकमे में एक बड़ा बदलाव हो सकता है। चर्चा है कि फील्ड में पोस्टेड तीन डीआईजी स्तर के अफसर मौजूदा दायित्व से अलग पोस्टिंग चाह रहे हैं। इस समय रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, जशपुर, और बस्तर में डीआईजी स्तर के अफसर एसएसपी के पद पर हैं। रायपुर में तो राज्य बनने के बाद डीआईजी ही एसएसपी रहे हैं।
बताते हैं कि दो एसएसपी अपने व्यक्तिगत कारणों से रायपुर आना चाहते हैं। इनमें से एक तो प्रमोट होकर अगले साल आईजी बन जाएंगे। बस्तर एसएसपी जितेन्द्र सिंह मीणा ने केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए आवेदन दे दिया है।
चर्चा है कि केन्द्र ने सहमति भी दे दी है, और पोस्टिंग का इंतजार हो रहा है। इन सबके अलावा पीएचक्यू में भी कुछ अफसर इधर से उधर हो
सकते हैं।
सीट की अदला-बदली की हसरत
चर्चा है कि सरकार के एक मंत्री, और संसदीय सचिव अपनी सीट की अदला-बदली चाहते हैं। दोनों का विधानसभा क्षेत्र आसपास ही है। कहा जा रहा है कि सर्वे रिपोर्ट में दोनों की पोजिशन खराब बताई गई है। यही वजह है कि दोनों ही एक-दूसरे की सीट पर शिफ्ट होना चाह रहे हैं।
कहा जा रहा है कि मंत्रीजी को तो सीट बदलने की अनुमति मिल सकती है। मगर संसदीय सचिव को दूसरी सीट से लडऩे की अनुमति शायद ही मिल पाए। संसदीय सचिव को लेकर यह कहा जा रहा है कि सीट बदलने पर भी कोई फायदा नहीं होगा। सीट गंवानी पड़ सकती है। ऐसे में किसी नए चेहरे को मौका देने से पार्टी को फायदा हो सकता है। देखना है आगे क्या कुछ होता है।
उजड़े जंगल में भटकता हाथी
हाथियों के विचरण क्षेत्रों में एक के बाद कोयला खदानों के खुलने से हुए असर को सोशल मीडिया पर जारी हुए एक वीडियो से महसूस किया जा सकता है। इसे सूरजपुर जिले के एसईसीएल खदान का बताया जा रहा है जहां एक हाथी कोयला खदान के भीतर घुस आया है। वीडियो में सुनाई देता है कि हाथी धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है लेकिन जैसे ही ग्रामीण कोलाहल कर उसे ललकारते हैं वह एकाएक घबरा जाता है और तेजी से दौडक़र पहाडिय़ों के बीच एक पेड़ के पीछे जाकर छिप जाता है।
टिकट के लिए मीडिया की मदद
भले ही अनुशासन की कार्रवाई हो जाए, पर टिकट की दावेदारी कमजोर नहीं पडऩी चाहिए। सीतापुर की महिला जनपद अध्यक्ष शांति देवी कांग्रेस से ही जुड़ी हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने स्थानीय विधायक व प्रदेश सरकार के मंत्री अमरजीत भगत के लिए प्रचार भी किया था, पर इस बार वे टिकट की खुद दावेदारी कर रही हैं। उन्होंने मंत्री के खिलाफ बकायदा प्रेस कांफ्रेंस ली। यह कहा कि इनके लिए बाहरी लोग ही सब कुछ हैं। स्थानीय कार्यकर्ताओं को उन्होंने बाहर कर दिया है। प्रत्याशी को बदला जाए। शांति देवी विश्व आदिवासी दिवस के उस कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुईं, जिसमें भगत मुख्य अतिथि थे। उन्होंने अलग से कार्यक्रम रखा।
बिलासपुर जिले में भी कोटा विधानसभा क्षेत्र के कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष संदीप शुक्ला ने प्रदेश अध्यक्ष से जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी की शिकायत की है और उसकी कॉपी सार्वजनिक कर दी है। इसमें आरोप लगाया गया है कि अपना जन्मदिन धूमधाम मनाने के लिए अध्यक्ष ने एक स्कूल का बाउंड्री वाल तोड़वा दिया ताकि वहां एक भव्य स्वागत द्वार बन सके। संदीप शुक्ला और विजय केशरवानी दोनों ही उन दर्जनों कांग्रेसजनों में से एक हैं जो कोटा विधानसभा सीट से चुनाव लडऩा चाहते हैं। संदीप शुक्ला कोटा इलाके में ही रहते हैं, जबकि केशरवानी बिलासपुर में।
यह कांग्रेस ही है जहां खुलेआम अपनी ही पार्टी के मंत्री के खिलाफ प्रेस कॉफ्रेंस करने और टिकट की दावेदारी करने का मौका मिल सकता है।
शिक्षा विभाग में अधूरी कार्रवाई
स्कूल शिक्षा विभाग के चार संयुक्त संचालकों को निलंबित करने के बाद पदोन्नति के बाद पोस्टिंग घोटाले में आगे की कार्रवाई लगभग रुक गई है, जबकि विभाग के मंत्री ने पैसे लेकर की गई पोस्टिंग को निरस्त करने तथा दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की घोषणा की थी। पदोन्नति के बाद पोस्टिंग में गड़बड़ी के कारण कई स्कूल अतिशेष वाले हो गए हैं, तो कई में एक दो शिक्षक ही रह गए हैं। इस मामले की शिकायत गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से की थी। शिकायत में बताया गया था कि इस जिले के ट्राइबल स्कूलों में एक एक पोस्टिंग के लिए डेढ़ लाख से दो लाख रुपये की वसूली की गई। गौर करने की बात है कि शिकायत के बाद यहां के ज्वाइंट डायरेक्टर एस के राय भी निलंबन की चपेट में आ गए। मगर अब उन्हें उससे भी बड़ी जगह बिलासपुर में इसी पद का प्रभार दे दिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 14 अगस्त। नगर के समीप ग्राम थरगांव के मुहाने पर हाथी के हमले से एक युवक की मौत हो गई जबकि एक गम्भीर रूप से घायल हो गया है। घायल को प्रथम उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायपुर भेज दिया गया है। हाथी के हमले से मृत कुसगढ़ निवासी गोवर्धन बताया जा रहा है जबकि घायल, थरगांव निवासी धुराऊ साहू है। बहरहाल वन अमला मौके पर पहुंचकर कार्रवाई में जुट गया है।
जानकारी के अनुसार वन परिक्षेत्र अर्जुनी अंतर्गत थरगांव सर्किल में एक बार फिर हाथी द्वारा हमला किये जाने की खबर है। बताया जाता है कि थरगांव के समीप अपने खेतों में कीटनाशक दवा छिडक़ाव कर रहे दो किसान हाथी की चपेट में आ गए। अपने किसानी में व्यस्त किसानों को पता ही नहीं चला कि कब हाथी उनके करीब तक पहुंच गया। अकेले हाथी को अपने बिल्कुल करीब देख दोनों किसान भागे परन्तु एक किसान घुराऊ जैसे तैसे हाथी की पटखनी से बच कर भाग निकला जिससे वह बुरी तरह घायल हो चुका था। परन्तु समीप के कुशगढ़ निवासी गोवर्धन को हाथी ने पकड़ कर पटक दिया, जिससे घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गयी।
ज्ञात हो कि हाथी विचरण करते सोमवार को वन परिक्षेत्र अर्जुनी पहुंच गया सहायक परीक्षेत्राधिकारी थरगांव के अनुसार हाथी रात्रि में साकरा महासमुंद वन मंडल से बरपानी भानपुर, सोनपुर, जोक नदी पार करके गोलाझर गांव के खेत में प्रवेश किया था एवं वर्तमान में 7.30 को सुबह जोक नदी पार करके फिर थरगांव के पास आ गया। लेकिन खेत में कीटनाशक दवा का छिडक़ाव कर रहे दो किसानों पर अचानक हमला कर दिया जहां मौके पर कुशगढ़ निवासी गोवर्धन नामक व्यक्ति की मौत हो गयी वहीं दूसरा घायल बताया जा रहा है, जिसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल रायपुर भेज गया है। थरगाव बीट गार्ड धरम सिंह बरिहा ने बताया कि वर्तमान में हाथी थरगांव परिसर के राजस्व ग्राम के खेत में पेड़ के नीचे में है लोगों को बार-बार अलर्ट किया जा रहे हैं कि हाथी के पास ना जावे एवं पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
हरियाणा की खबरें बहुत परेशान करने वाली हैं। आज एक पखवाड़ा हो गया है जब वहां एक अभूतपूर्व साम्प्रदायिक तनाव खड़ा हुआ, और जिससे निपटने के नाम पर प्रदेश की भाजपा सरकार ने ऐसी कार्रवाई की जिसे वहां के हाईकोर्ट ने खुद नोटिस लेकर एक नस्लीय-सफाया करार दिया, और बुलडोजरों से मुस्लिमों के मकान-दुकान गिराना रोका। हालांकि सरकार ने अदालत में अपने जवाब में कहा है कि वह किसी धर्म के आधार पर तोडफ़ोड़ नहीं कर रही है। इस बीच हरियाणा से वहां छाए हुए तनाव के बीच से यह खबर भी आ रही है कि वहां हिन्दू संगठनों की कोई महापंचायत हुई है जिसमें फतवा दिया गया है कि हिन्दू हथियार खरीदें, और 28 अगस्त को एक धार्मिक जुलूस निकालने की बात भी कही गई है। यह जिक्र जरूरी है कि एक पखवाड़े पहले साम्प्रदायिक हिंसा एक धार्मिक जुलूस के दौरान ही शुरू हुई थी जिसमें आधा दर्जन मौतें हुईं, और बहुत से इलाकों में आगजनी और दीगर हिंसा हुई। वैसे हरियाणा में अब फिर से एक धार्मिक जुलूस के लिए हथियारबंद होने की ऐसी बैठक होना, और ऐसी तैयारी होना परेशान करने वाली बात तो है ही।
लेकिन आज की एक लंबी-चौड़ी खबर है कि इस हरियाणा के फतेहाबाद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के घोषित एक कार्यक्रम के तहत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जाने वाला है जिसे कि सरकारी स्तर पर किया जा रहा है, और जो सरकार की अपनी घोषणा के मुताबिक भारत-पाकिस्तान विभाजन की दुख-दर्द भरी यादों को ताजा करने का एक काम है। यह बात जाहिर है कि 1947 के विभाजन के उस दौर में भारत और पाकिस्तान की नई सरहद के आरपार एक-दो करोड़ लोगों की बेदखली हुई थी, और पांच-दस लाख लोग साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए थे। इनमें हिन्दू, मुस्लिम, और सिक्ख सभी समुदायों के लोग थे। ऐसे में सरहद के दोनों तरफ की सरकारों, और लोगों की गिनती और हिसाब अलग-अलग हो सकते हैं, उनके लाशों के ढेर अलग-अलग हो सकते हैं। आज उस विभाजन की पौन सदी बाद अगर उन जख्मों को सरकार देश भर में ताजा करना चाहती है, तो यह निहायत गैरजरूरी है, और अगर नई पीढ़ी को इतिहास के नाम पर इन जख्मों को देकर, और इन्हें छीलने का काम होना है, तो उससे सरहद के दूसरी तरफ चाहे जो हो, सरहद के हिन्दुस्तान की तरफ इससे एक अनावश्यक साम्प्रदायिक नफरत फैलेगी, जो कि किसी के हित में नहीं हैं। विभाजन के उस पूरे दौर को दुनिया भर के इतिहासकारों ने अपने-अपने नजरिए से लिखा है, और उनमें से कोई भी किताब प्रतिबंधित नहीं है। इतिहास के उस जटिल दौर को समझने के लिए इतिहास की एक व्यापक पढ़ाई और समझ जरूरी है। लेकिन महज तस्वीरों की प्रदर्शनी के मार्फत अगर लोगों को विभाजन के जख्म साझा करने कहा जा रहा है, तो यह समझ साझा करने का काम नहीं है, यह अज्ञान साझा करने का काम है, नासमझी साझा करने का काम है।
हैरानी की बात यह है कि मोदी सरकार अभी पिछले दो-तीन बरस में ही भारत की स्कूली किताबों से गुजरात दंगों को हटा चुकी है, गांधी हत्या को हटा दिया गया है, या कम कर दिया गया है, और इस तरह के कई फेरबदल किए गए हैं। दूसरी तरफ देश भर की स्कूलों में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का जो हुक्म केन्द्र सरकार ने दिया है, वह एक किस्म से स्कूली किताबों के बाहर एक भयानक पाठ्यक्रम जोडऩे का काम है। और हरियाणा की सरकार सार्वजनिक रूप से पहले से धार्मिक उत्तेजना से गुजर रहे बालिग लोगों के बीच सरकारी-सार्वजनिक कार्यक्रम करके इन्हीं जख्मों को बांटने का काम कर रही है। हो सकता है कि भाजपा के राज वाले कुछ और प्रदेशों में भी ऐसा किया जा रहा हो, जिसकी खबरें अब तक हमारी नजर में नहीं आई हैं। यह समझने की जरूरत है कि विभाजन के वक्त देश का जो नुकसान हुआ है, और उसी किस्म का जो नुकसान पड़ोसी देश पाकिस्तान का हुआ है, उसे पौन सदी हो चुकी है, और अब उससे उबरकर आगे बढऩे की जरूरत है। वैसे भी इन दोनों देशों के बीच फैला हुआ तनाव कम नहीं है, और चूंकि पाकिस्तान एक मुस्लिम देश है, और हिन्दुस्तान की बड़ी मुस्लिम आबादी उस वक्त पाकिस्तान गई थीं, इसलिए हिन्दुस्तान में साम्प्रदायिक राजनीति करने वाले लोग बड़ी आसानी से इस देश के मुस्लिमों को इशारे-इशारे में पाकिस्तान से जोड़ते रहते हैं, और आज जब विभाजन के जख्मों को सरकारी कार्यक्रमों के रास्ते लोगों के सामने रखा जा रहा है, तो वह एक किस्म से हिन्दुस्तान के भीतर बसे हुए मुस्लिमों के खिलाफ एक नापसंदगी, नाराजगी, या नफरत पैदा करने के अलावा और कुछ नहीं है।
हिन्दुस्तान को अपने देश और अपने नागरिकों की फिक्र पहले करनी चाहिए, अपने लोगों के भविष्य की फिक्र पहले करने चाहिए, बजाय एक गुजर चुके इतिहास को इस्तेमाल करके आज देश में तनाव खड़ा करने के। ऐसा तनाव किसी चुनाव में एक साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण तो शर्तियां पैदा कर सकता है, लेकिन क्या देश की कीमत पर, यहां के साम्प्रदायिक सद्भाव की कीमत पर किसी चुनाव जीतने की नीयत से ऐसा करना जायज भी है? अब ऐसा लगता है कि हिन्दुस्तान में ऐसी तमाम कोशिशों के लिए कुछ राजनीतिक दलों में किसी भी किस्म की झिझक खत्म हो चुकी है। और यह भी एक खतरनाक नौबत है कि आबादी के बहुसंख्यक तबके के एक बड़े हिस्से का इतना मानसिक साम्प्रदायिक ब्रेनवॉश हो चुका है कि उन्हें मुस्लिम-विरोध की हर बात हिन्दुत्व लगती है, राष्ट्रवाद लगती है, और राष्ट्रहित लगती है। बड़ी कोशिशों से हाल के बरसों में लोगों की लोकतांत्रिक सभ्यता को खत्म किया गया है ताकि उनके बीच मानवीय मूल्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों की जगह खत्म हो जाए, और साम्प्रदायिकता आसानी से उनके खाली दिमागों में भर सके। आज हिन्दुस्तान ऐसे बहुत बड़े खतरे से गुजर रहा है, और मानो इसी को बढ़ाने के लिए विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया जा रहा है ताकि लोगों में भाईचारे की कोई जड़़ अगर बाकी रह भी गई हो, तो भी उसे उखाडक़र फेंका जा सके। जिस देश को वर्तमान और भविष्य की फिक्र करनी चाहिए, वह महज इतिहास को खोदकर, उसके पसंदीदा हिस्सों को छांटकर, उन्हें अपनी तैयार की गई कहानी के साथ पेश कर रहा है। स्कूलों में ऐसी प्रदर्शनी देखने वाली नई पीढ़ी हो सकता है कि उसी दिन से एक नई नफरत का शिकार हो जाए।
हरियाणा के कैथल में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को बीजेपी को वोट देने वाले लोगों और पार्टी के समर्थकों को राक्षस प्रवृत्ति का बताया.
सुरजेवाला के इस बयान पर विवाद शुरू हो गया है.
अब बीजेपी ने कांग्रेस और सुरजेवाला पर पलटवार किया है.
राज्य के मुख्मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राक्षस प्रवृत्ति के परिवार से आने वाला ही ऐसे बयान दे सकता है.
उन्होंने कहा, “एक राक्षसी प्रवृत्ति वाले परिवार में जन्मा व्यक्ति ही ये सोच सकता है. इस तरह की अभद्र भाषा बोलना मैं समझता हूं कि असंसदीय है. इसका संज्ञान हम लेंगे.”
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी सुरजेवाला के इस बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “जब नाश मनुष्य पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है. ये कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि जनता राक्षस है, बीजेपी को वोट देने वाले करोड़ों-करोड़ लोग राक्षस हैं? सोनिया जी, राहुल जी क्या आप जनता को राक्षस मानते हैं? भारतीय जनता पार्टी, हम लोग जनता को भगवान मानते हैं.”
“मैं हमेशा कहता हूं मध्य प्रदेश मेरा मंदिर है और यहां की जनता मेरी भगवान है. उस जनता के हम पुजारी हैं. आप जनता को भगवान नहीं मानते, आप स्वयं को भगवान मानते हैं और श्राप दे रहे हैं. क्या यहां आपकी मोहब्बत की दुकान है.” (bbc.com)