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ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक रविवार की सुबह दिल्ली में यमुना नदी किनारे स्थित अक्षरधाम मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की.
उनके साथ उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति भी थीं.
शनिवार की रात दिल्ली में अच्छी बारिश हुई. उसके बावजूद पुलिसकर्मी शहर की सुरक्षा में मुस्तैद दिखे.
अक्षरधाम मंदिर के बाद वे राजघाट पहुंचेंगे, जहां दुनिया के नेताओं के साथ वे महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचने के बाद समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है.
उनके अनुसार, उन्होंने रक्षाबंधन का त्योहार अच्छे से मनाया, लेकिन व्यस्तताओं के कारण वे जन्माष्टमी के लिए वक़्त नहीं निकाल सके.
उन्होंने उम्मीद जताई थी कि भारत के दौरे के दौरान अगर समय मिला तो वे यहां के किसी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करेंगे.
रविवार को जी-20 शिखर सम्मेलन का आख़िरी दिन है. आज तीसरे और अंतिम सत्र 'वन फ्यूचर' का आयोजन होगा.
शनिवार को जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन दो सत्र 'वन अर्थ' और 'वन फैमिली' का आयोजन किया गया था.
रात में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अतिथियों के लिए शानदार डिनर का आयोजन किया था. (bbc.com/hindi)
जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने नई दिल्ली पहुंचे राष्ट्राध्यक्ष और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों का महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर आना जारी है.
राजघाट पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनका खादी से बना अंगवस्त्र ओढ़ाकर स्वागत कर रहे हैं.
वहां पर साबरमती आश्रम का बैकग्राउंड पिक्चर लगाया गया है. पीएम मोदी अतिथियों को इस तस्वीर के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
क्या है आज का कार्यक्रम?
सुबह 8:15 से 9 बजे: सदस्य देशों के नेता और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि 'राजघाट' पहुंचेंगे.
सुबह 9:00 से 9:20 बजे तक: इसके बाद नेता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. इस दौरान महात्मा गांधी के पसंदीदा भक्ति गीतों का प्रदर्शन किया जाएगा.
सुबह 9:20 बजे: देशों के नेता और प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख इसके बाद भारत मंडपम के 'लीडर्स लाउंज' की ओर रवाना होंगे.
विजयवाड़ा, 9 सितंबर। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के विपक्षी नेता एन. चंद्रबाबू नायडू शनिवार को नांदयाल से नौ घंटे की सड़क यात्रा के बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे विजयवाड़ा के कुंचनपल्ली में स्थित सीआईडी कार्यालय पहुंचे।
नायडू को कौशल विकास निगम कथित घोटाले के सिलसिले में शनिवार को नांदयाल से गिरफ्तार किया गया है।
सीआईडी कार्यालय में आधिकारिक प्रक्रियाओं के बाद, नायडू को कुछ घंटे में अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है।
नायडू की यात्रा के दौरान तेदेपा समर्थकों ने कई स्थानों पर सड़कों पर जमा होकर नारे लगाए और काफिले का रास्ता रोकने की भी कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने उन्हें हटा दिया।
आंध्र प्रदेश सीआईडी के प्रमुख संजय ने पत्रकारों से कहा, “हमने उन्हें (नायडू को) (विजयवाड़ा लाने के लिए) एक हेलिकॉप्टर की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया और वह सड़क मार्ग से यात्रा करना चाहते थे।”
उन्होंने कहा कि विभाग ने नायडू की उम्र और उनकी आधिकारिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए हर चीज का ख्याल रखा।
नायडू को ‘जेड-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है।
विजयवाड़ा के पुलिस आयुक्त के. रतन टाटा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमने (सीआईडी कार्यालय), अदालत और अस्पताल के रास्ते में दो से तीन घेरों की सुरक्षा सहित विभिन्न इंतजाम किए हैं। हमने लगभग 600 पुलिस अधिकारियों तैनात किए हैं।”
उन्होंने कहा कि कड़ी सुरक्षा कुछ समय तक जारी रह सकती है। हालांकि उन्होंने इसकी कोई समयसीमा नहीं बताई। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 सितंबर। उच्चतम न्यायालय ने 1995 में बिहार के सारण (छपरा) जिले में विधानसभा चुनाव के दौरान दो लोगों की हत्या के दोषी राज्य के पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई है। शीर्ष अदालत ने साथ ही टिप्पणी की कि राज्य ने निष्पक्ष तरीके से अभियोजन का पक्ष नहीं रखा और साथ ही पूरे कालखंड में आरोपी की मदद की।
न्यायालय ने 18 अगस्त को निचली अदालत और पटना उच्च न्यायालय के मामले में सिंह को बरी करने के फैसले को पलटते हुए उन्हें दोषी करार दिया था। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की अध्यक्षता वाली पीठ ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता को कारावास की सजा सुनाने के साथ उनपर 25 लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया है।
मुआवजे के आदेश से संबंधित दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 357 का उल्लेख करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा कि धारा का खंड(ए) मुकदमे पर आए खर्चों की भरपाई करने का भी प्रावधान करता है।
पीठ ने एक सितंबर को दिए फैसले में कहा, ‘‘ हम इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए राज्य को ऐसा कोई भी खर्च देने के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि राज्य ने वास्तव में मामले पर निष्पक्ष रूप से मुकदमा नहीं चलाया, बल्कि पूरे मामले में आरोपियों की सहायता की।’’ इस पीठ में न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति विक्रम सेठ भी शामिल थे।
फैसले में शीर्ष अदालत ने कहा कि राज्य के आचरण और पीड़ित परिवार को हुई परेशानी एवं उत्पीड़न के स्तर को देखते हुए उसका विचार है कि सीआरपीसी की धारा 357 के तहत दिए जाने वाले मुआवजे के अलावा सीआरपीसी की धारा 357-ए के तहत अतिरिक्त मुआवजा दिया जाना चाहिए।
पीठ ने कहा, ‘‘बिहार राज्य दोनों मृतकों के वैध उत्तराधिकारियों और मामले में घायल के जीवित होने पर उन्हें या उनके उसके वैध उत्तराधिकारियों को जुर्माने की राशि देगा यानी मृतक राजेंद्र राय और दारोगा राय के कानूनी उत्तराधिकारियों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देगा जबकि घायल देवी या उनके कानूनी उत्तराधिकारियों को पांच लाख रुपये का मुआवजा देगा।’’
पीठ ने एक सितंबर के फैसले में कहा, ‘‘ मामले के तथ्यों,परिस्थितियों और हमारे निष्कर्षों पर गौर करते हुए और इस तथ्य को भी ध्यान में रखते हुए कि घटना वर्ष 1995 की है, लगभग 28 साल पुरानी है, मौत की सजा देना उचित नहीं होगा और इसलिए हम प्रतिवादी संख्या-दो (सिंह) को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत आजीवन कारावास की सजा देते हैं और 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाते हैं।’’
पीठ ने सिंह को हत्या के प्रयास के मामले में भी सिंह को सात साल कैद और पांच लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई। शीर्ष अदालत ने कहा कि दोनों सजाएं साथ-साथ चलेंगी।
फैसले में कहा गया है कि जुर्माना और मुआवजे की राशि दो महीने के भीतर निचली अदालत में जमा कराई जाए, ऐसा नहीं होने पर निचली अदालत उक्त राशि भू-राजस्व के बकाया के तौर पर वसूलेगी।
सिंह को दोषी ठहराते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि वह एक ऐसे मामले की सुनवाई कर रही है जो ‘‘हमारी फौजदारी न्याय प्रणाली का असाधारण दर्दनाक प्रकरण’ था।
शीर्ष अदालत ने कहा था कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि सिंह ने अपने खिलाफ सबूतों को ‘मिटाने’ के लिए हर संभव प्रयास किए। पीठ ने टिप्पणी कि एक आपराधिक मुकदमे के तीन मुख्य हितधारक - जांच अधिकारी, सरकारी अभियोजक और न्यायपालिका अपने-अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में ‘पूरी तरह से विफल’ रहे हैं।
सिंह 1995 में बिहार की राजधानी पटना के उच्च-सुरक्षा वाले इलाके में जनता दल के विधायक अशोक सिंह की उन्हीं के आवास पर हत्या करने के दोषी ठहराए जाने के बाद हजारीबाग जेल में बंद हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 सितंबर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां शिखर सम्मेलन स्थल भारत मंडपम में जी20 नेताओं और प्रतिनिधियों के लिए आयोजित भव्य रात्रिभोज में उनका स्वागत किया।
रात्रिभोज शुरू होने से पहले उन्होंने एक मंच पर अतिथियों का स्वागत किया, जिसकी पृष्ठभूमि में बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नवाशेष और भारत की अध्यक्षता में जी20 की थीम- 'वसुधैव कुटुम्बकम्- एक पृथ्वी, एक कुटुम्ब, एक भविष्य' को दर्शाया गया।
नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल हैं। यह विश्वविद्यालय दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक था।
राष्ट्रपति मुर्मू भारत मंडपम में जी20 नेताओं, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के लिए औपचारिक रात्रिभोज की मेजबानी कर रही हैं।
नवनिर्मित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र तथा इसके हरे-भरे 'लॉन' रात में रंगीन रोशनी से जगमगाते नजर आए तथा इसके फव्वारों और अत्याधुनिक इमारत के सामने रखी 'नटराज' की मूर्ति ने आयोजन स्थल पर भव्यता को और निखार दिया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस, भारतीय पारंपरिक पोशाक सलवार कुर्ता पहने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष क्रिस्टालिना जॉर्जीवा, विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा और उनकी पत्नी रितु बंगा तथा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना प्रगति मैदान में नवनिर्मित कन्वेंशन सेंटर में सबसे पहले पहुंचने वालों में शामिल रहे।
जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार को भारत मंडपम में शुरू हुआ और यह रविवार को संपन्न होगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने और टिकाऊ ऊर्जा प्रणालियों में परिवर्तन के वित्तपोषण के लिए वैश्विक सहयोग की तत्काल आवश्यकता पर शनिवार को जोर दिया।
जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के पहले सत्र में मोदी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए 21वीं सदी की दुनिया में समावेशी ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय आवश्यकताओं को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, "जलवायु परिवर्तन की चुनौती को ध्यान में रखते हुए, ऊर्जा के स्रोतों में बदलाव 21वीं सदी की दुनिया की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। समावेशी ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए अरबों अमेरिकी डॉलर की आवश्यकता है। स्वाभाविक रूप से, विकसित देश इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु वित्त के वास्ते 100 अरब अमेरिकी डॉलर की प्रतिबद्धता को पूरा करने की इच्छा के लिए विकसित देशों की सराहना की।
साल 2009 में कोपेनहेगन संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में विकसित देशों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने में विकासशील देशों का समर्थन करने के लिए 2020 तक प्रति वर्ष 100 अरब अमेरिकी डॉलर मुहैया करने की प्रतिबद्धता जताई थी। हालाँकि, धनी राष्ट्र इस प्रतिबद्धता को पूरा करने में बार-बार विफल रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने टिकाऊ और हरित विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए जी20 द्वारा 'हरित विकास समझौता' अपनाए जाने की भी सराहना की।
उन्होंने वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन की शुरुआत की भी घोषणा की और वैश्विक स्तर पर पेट्रोल के साथ इथेनॉल मिश्रण को 20 प्रतिशत तक ले जाने की अपील के साथ जी20 देशों से इस पहल में शामिल होने का आग्रह किया।
उन्होंने वैकल्पिक सम्मिश्रण विकसित करने में सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया, जो जलवायु सुरक्षा के मुद्दे का समाधान करते हुए स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।
यह उल्लेख करते हुए कि ‘कार्बन क्रेडिट’ पर चर्चा मुख्य रूप से नकारात्मक दृष्टिकोण के साथ दशकों से जारी है, मोदी ने "ग्रीन क्रेडिट" कहे जाने वाले अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण की ओर बढ़ने का प्रस्ताव किया।
उन्होंने जी20 देशों से सकारात्मक पर्यावरणीय प्रयासों को बढ़ावा देने और रचनात्मक पहल को प्रोत्साहित करने के लिए 'ग्रीन क्रेडिट पहल' पर काम शुरू करने का आग्रह किया।
भारत ने अपने पर्यावरणीय कार्यों के लिए व्यक्तियों, निजी क्षेत्रों, लघु उद्योगों, सहकारी समितियों, वानिकी उद्यमों और किसान-उत्पादन संगठनों द्वारा किए गए स्वैच्छिक पर्यावरणीय कार्यों को प्रोत्साहित करने के वास्ते "ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम" तैयार किया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 सितंबर। जी20 नेताओं द्वारा शनिवार को समूह की शिखर बैठक में ‘नयी दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लरेशन’ को अपनाए जाने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह एक इतिहास रचा गया है। साथ ही उन्होंने जी20 देशों के नेताओं का उनके समर्थन और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट में कहा, ‘‘नयी दिल्ली घोषणापत्र (नयी दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लरेशन) अपनाने के साथ ही इतिहास रचा गया है। सर्वसम्मति और उत्साह के साथ एकजुट होकर हम एक बेहतर, अधिक समृद्ध और सामंजस्यपूर्ण भविष्य के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने का संकल्प लेते हैं। जी20 के सभी साथी सदस्यों को उनके समर्थन और सहयोग के लिए मेरा आभार।’’
जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के दूसरे सत्र की शुरुआत में, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणापत्र अपनाने की घोषणा की, जो यूक्रेन संघर्ष को लेकर बढ़ते तनाव और भिन्न विचारों के बीच भारत की जी20 अध्यक्षता के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 सितंबर। भारत ने ‘वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन’ की शनिवार को घोषणा की और वैश्विक स्तर पर पेट्रोल में इथेनॉल के सम्मिश्रण को बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने की अपील के साथ जी20 देशों से इस पहल में शामिल होने का आग्रह किया।
इस गठबंधन की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन से इतर की। इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी सहित कई वैश्विक नेता मौजूद थे।
भारत के अलावा, इस गठबंधन की शुरुआत करने वाले सदस्य देशों में अर्जेंटीना, बांग्लादेश, ब्राजील, इटली, मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात और अमेरिका शामिल थे, जबकि कनाडा और सिंगापुर पर्यवेक्षक देश हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘एक पृथ्वी’ सत्र को संबोधित करते हुए ‘पर्यावरण और जलवायु अवलोकन के लिए जी20 उपग्रह मिशन’ शुरू करने का प्रस्ताव भी किया। उन्होंने जी20 नेताओं से ‘ग्रीन क्रेडिट’ पहल पर भी काम शुरू करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘आज समय की मांग है कि ईंधन सम्मिश्रण के क्षेत्र में सभी देश मिलकर काम करें। हमारा प्रस्ताव पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण को 20 प्रतिशत तक ले जाने के लिए वैश्विक स्तर पर पहल करने का है।’’
इस सत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत विश्व के कई नेताओं ने भाग लिया।
मोदी ने कहा, ‘‘वैकल्पिक रूप से, हम व्यापक वैश्विक कल्याण के लिए एक और सम्मिश्रण पहल पर काम कर सकते हैं, जो स्थिर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ जलवायु सुरक्षा में भी सहायक होगी।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती को देखते हुए ऊर्जा पारगमन 21वीं सदी की दुनिया की एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि समावेशी ऊर्जा पारगमन के लिए खरबों डॉलर की आवश्यकता है और विकसित देश इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के साथ-साथ ‘ग्लोबल साउथ’ के सभी देश इस बात से खुश हैं कि विकसित देशों ने इस वर्ष, 2023 में सकारात्मक पहल की है। विकसित देशों ने पहली बार जलवायु वित्त के लिए 100 अरब अमेरिकी डॉलर की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने की इच्छा व्यक्त की है।’’
‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के विकासशील देशों के लिए किया जाता है।
विकसित देशों ने 2009 में कोपेनहेगन संयुक्त राष्ट्र जलवायु वार्ता में जलवायु परिवर्तन से निपटने में विकासशील देशों का समर्थन करने के लिए 2020 तक प्रति वर्ष 100 अरब अमेरिकी डॉलर प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई थी। संपन्न राष्ट्र हालांकि इस प्रतिबद्धता को पूरा करने में बार-बार विफल रहे।
‘ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस’ सभी की पहुंच के भीतर स्वच्छ एवं सस्ती सौर ऊर्जा लाने के लिए 2015 में नई दिल्ली और पेरिस द्वारा संचालित अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) को प्रतिबिंबित करता है।
इस महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री मोदी ने एक विशेष साक्षात्कार में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था कि 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के समूह के सदस्यों के बीच जैव ईंधन पर वैश्विक गठबंधन के लिए भारत का प्रस्ताव वैश्विक ऊर्जा पारगमन के समर्थन में स्थायी जैव ईंधन की दिशा में तेजी लाने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा था, ‘‘इस तरह के गठबंधनों का उद्देश्य विकासशील देशों के लिए अपने ऊर्जा पारगमन को आगे बढ़ाने के लिए विकल्प तैयार करना है।’’
मोदी ने कहा था, ‘‘जैव ईंधन चक्रीय अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। बाजार, व्यापार, प्रौद्योगिकी और नीति अंतरराष्ट्रीय सहयोग के सभी पहलू ऐसे अवसर पैदा करने में महत्वपूर्ण हैं।’’
जैव ईंधन ऊर्जा का एक नवीकरणीय स्रोत है जो बायोमास से प्राप्त होता है। भारत धीरे-धीरे पराली और ठोस अपशिष्ट जैसी वस्तुओं से ईंधन का उत्पादन करने की क्षमता का निर्माण कर रहा है। (भाषा)
शिमला, 9 सितंबर। सनातन धर्म पर द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेताओं की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शनिवार को कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत सनातन धर्म का उन्मूलन नहीं कर सकती और जिन्होंने ऐसी कोशिश की, वे कभी सफल नहीं हुए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता की यह प्रतिक्रिया द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा दिए बयान को लेकर मचे बवाल के बीच आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म लोगों में विभाजन और भेदभाव को बढ़ावा देता है और इसका उन्मूलन किया जाना चाहिए।
द्रमुक नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना ‘कुष्ठ रोग’ और ‘एचआईवी’ जैसी बीमारियों से की थी, जो सामाजिक कलंक हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के नेता ‘हिंदुओं के प्रति घृणा के भाव से ग्रस्त हैं।’’
ठाकुर ने यहां जारी एक बयान में कहा कि तथाकथित बुद्धिजीवी और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के नेता चुप रहकर ऐसी टिप्पणियों का समर्थन कर रहे हैं।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा का मिलकर मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों ने मिलकर ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया)’ का गठन किया गया है और कांग्रेस एवं द्रमुक इसके घटक हैं।
ठाकुर ने कांग्रेस और उसके सहयोगियों पर सनातन धर्म को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मानसिकता उजागर हो गई है। उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं को सनातन धर्म को बदनाम करने के अपने एजेंडे को बंद करना चाहिए।
ठाकुर ने कहा, ‘‘ सनातन धर्म पर हमला करने और उसे बदनाम करने की कोशिश करने वालों को ज्ञात होना चाहिए कि इस तरह के प्रयास पिछले एक हजार साल से किए जा रहे हैं, लेकिन ऐसा करने वाले कभी सफल नहीं हुए।’’ उन्होंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू से इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
ठाकुर ने कहा, ‘‘ दुनिया की कोई भी ताकत सनातन धर्म का उन्मूलन नहीं कर सकती और जिन आक्रांताओं ने सनातन धर्म का उन्मूलन करने की कोशिश की, वे खुद ही खत्म हो गए।’’
उन्होंने सुक्खू को यह भी याद दिलाया कि कांग्रेस ऐसे राज्य में सत्ता में है, जहां 97 फीसदी आबादी हिंदू है। (भाषा)
भोपाल, 9 सितंबर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह पर छेड़छाड़ किए गए एक वीडियो के माध्यम से झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
सिंह के एक पोस्ट का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए चौहान ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘कांग्रेस को झूठ का सहारा है, लेकिन इस बार झूठे और फर्जी सहारे काम नहीं आयेंगे। इसलिए कांग्रेस को 'जन आक्रोश' झेलना पड़ता है।’’
सिंह ने इस पोस्ट में लिखा था कि एक समाचार चैनल का यह पहला ‘ओपिनियन पोल’ है और जनता मध्य प्रदेश की सत्तारूढ भाजपा को इस साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में हराने का मन बना चुकी है। मुख्यमंत्री ने समाचार चैनल के अधिकारियों के ट्वीट के स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किए, जिसमें सिंह और अन्य कांग्रेस नेताओं द्वारा साझा किए गए ‘ओपिनियन पोल’ को पुराना बताया गया है और कहा गया है कि यह पुराने ओपिनियन पोल के साथ छेड़छाड़ कर बनाया गया ग्राफिक्स है। चौहान के मुताबिक चैनल के अधिकारियों का कहना है कि ऐसा कोई सर्वे/ओपिनियन पोल चैनल ने नहीं करवाया है।
मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह हार की हताशा से बचने के लिए और कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर फर्जी सर्वे चला रहे हैं। अगर चैनल के अधिकारी इस संबंध में शिकायत दर्ज कराते हैं तो कानूनी कदम उठाए जाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दिग्विजय सिंह सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर राजनीति को विकृत रूप दे रहे हैं। उन्होंने एबीपी के हवाले से एक फर्जी चुनाव सर्वेक्षण चलाया, जबकि समाचार चैनल के मैनेजिंग एडिटर ने इसे फर्जी करार दिया। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने ऐसा किया है।’’ मिश्रा के अनुसार, दिग्विजय सिंह ने पहले कहा था कि मध्य प्रदेश में नूंह जैसी हिंसा हो सकती है और उन्होंने "एक मस्जिद पर भगवा झंडा" की तस्वीर साझा करते हुए दावा किया था कि यह खरगोन का है। हरियाणा के नूंह में हाल ही में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने मुरैना में मीडिया से कहा, ‘‘कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में हार के डर से बौखलाकर एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल की बाईट को जिस प्रकार से एडिट करके झूठ परोसने का काम किया है और जिस तरह से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मिस्टर बंटाधार (दिग्विजय सिंह) के द्वारा ट्वीट किया गया है, उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस हार के डर से बौखला गई है।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता इनके झूठ का जवाब देने के लिए प्रत्येक बूथ पर सजग प्रहरी बनकर खड़ा है और कमलनाथ तथा दिग्विजय सिंह का झूठ मध्य प्रदेश में नहीं चलेगा क्योंकि भाजपा इसका कड़ा जवाब देगी।
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के के मिश्रा ने कहा कि "ओपिनियन पोल" से संबंधित वीडियो पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर चल रहा था।
मिश्रा ने शनिवार सुबह कथित तौर पर क्लिप साझा किया और बाद में इसे हटा दिया था।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को दोष देने के बजाय उन्हें ऐसे लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए जो पिछले दो दिनों से क्लिप प्रसारित कर रहे हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 9 सितंबर। भारत की अध्यक्षता में शक्तिशाली जी20 समूह ने आतंकवाद के सभी रूपों की शनिवार को निंदा की और आतंकवादी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह और भौतिक या राजनीतिक समर्थन से वंचित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की कि सदस्य देशों के बीच सहमति के साथ जी20 ने नयी दिल्ली घोषणापत्र (नयी दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन) को अपनाया है।
घोषणापत्र में कहा गया है कि आतंकवाद की कोई भी कार्रवाई आपराधिक और अनुचित है, चाहे ऐसी कार्रवाई कहीं भी घटित हुई हो और किसी ने भी की हो।
जी20 नेताओं ने वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) और एफएटीएफ जैसी संस्थाओं की बढ़ती संसाधन जरूरतों को पूरा करने की भी प्रतिबद्धता जताई।
घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘हम शांति के लिए सभी धर्मों की प्रतिबद्धता को स्वीकार करते हैं और नस्लवाद तथा असहिष्णुता के अन्य रूपों समेत आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है।’’
जी20 नेताओं ने महत्वपूर्ण ऊर्जा प्रतिष्ठानों सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों के खिलाफ सभी आतंकवादी कृत्यों की कड़ी निंदा की।
नेताओं ने कहा कि प्रभावी आतंकवाद रोधी उपाय, आतंकवाद के पीड़ितों के लिए समर्थन और मानवाधिकारों की रक्षा परस्पर विरोधी लक्ष्य नहीं हैं, बल्कि पूरक हैं।
घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर एक समग्र दृष्टिकोण अपनाकर आतंकवाद का प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सकता है। आतंकवादी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह और भौतिक या राजनीतिक समर्थन से वंचित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया गया है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘हम छोटे हथियारों और हल्के हथियारों की अवैध तस्करी के बारे में भी चिंता व्यक्त करते हैं। इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय सहयोग महत्वपूर्ण है।’’
जी20 शिखर सम्मेलन के नतीजों पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि जी20 नेताओं ने आतंकवाद और धनशोधन का मुकाबला करने के विषय पर भी बात की।
उन्होंने कहा कि नेताओं ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की और माना कि यह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है।
जी20 नेताओं ने घोषणापत्र में एफएटीएफ और एफएटीएफ जैसी संस्थाओं की बढ़ती संसाधन जरूरतों को पूरा करने की भी प्रतिबद्धता जताई गई।
घोषणापत्र में कहा गया है, ‘‘हम ‘यात्रा नियम’ सहित अपने मानकों के वैश्विक कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए एफएटीएफ की पहल का समर्थन करते हैं।’’ (भाषा)
मुंबई, 9 सितंबर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार खेमे ने शनिवार को कहा कि उसने निर्वाचन आयोग को बता दिया है कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए कुछ शरारती लोगों के छोड़कर जाने के अलावा पार्टी में कोई विवाद नहीं है।
उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले बागी समूह के संदर्भ में यह बात कही।
पूर्व केंद्रीय मंत्री के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक बयान में कहा कि निर्वाचन आयोग (ईसी) ने अजित पवार द्वारा दायर एक याचिका पर उसका जवाब मांगा था। पार्टी ने निर्वाचन आयोग को अपना ‘प्रारंभिक जवाब’ सौंपा है।
शरद पवार खेमे ने कहा, ‘‘हमने अजीत पवार के विरोधाभासी रुख को साबित किया है और यह भी बताया कि उन्होंने कैसे बिना किसी कानूनी अधिकार के निर्वाचन आयोग के समक्ष दावा किया।’’
इसने कहा, ‘‘हमने निर्वाचन आयोग को बताया है कि कुछ शरारती लोगों के अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए पार्टी से दलबदल करने के अलावा इसमें (पार्टी में) कोई विवाद नहीं है।’’
इसने कहा कि संगठन अक्षुण्ण है और यह पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के साथ मजबूती से खड़ा है।
अजित पवार और राकांपा के आठ अन्य विधायक इस साल जुलाई में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया। इसके बाद में अजित पवार ने राकांपा पर अपना दावा किया था। (भाषा)
लंदन/नयी दिल्ली, 9 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शनिवार को नयी दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक के दौरान एक "ऐतिहासिक" मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की दिशा में तेजी से काम करना जारी रखने पर सहमति जतायी।
बैठक को लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ की ओर जारी एक बयान में कहा गया कि रक्षा प्रौद्योगिकी, नवाचार के क्षेत्र और वाणिज्य दूतावास संबधी कुछ मुद्दों पर सहयोग बैठक के एजेंडे में शामिल था।
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के तौर पर भारत की पहली यात्रा के दौरान सुनक को मिले "गर्मजोशीपूर्ण स्वागत" का भी उल्लेख किया।
‘डाउनिंग स्ट्रीट’ के प्रवक्ता ने कहा, "नेताओं के बीच ब्रिटेन-भारत मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत के बारे में सार्थक बातचीत हुई।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री (सुनक) ने एक ऐतिहासिक व्यापार समझौता करने की ब्रिटेन की महत्वाकांक्षा दोहरायी, जिससे दोनों देशों में उद्योगों और कर्मियों को लाभ होगा और वस्तुओं और सेवाओं दोनों में हमारा व्यापार बढ़ेगा। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि मंत्री और वार्ता दल एक एफटीए की दिशा में तेजी से काम करना जारी रखेंगे।’’
शुक्रवार को यहां पहुंचे सुनक ने जी20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के बाद मोदी से बातचीत की। इससे पहले, जब कार्यक्रम स्थल पर मोदी ने उनका स्वागत किया तो इसके जवाब में सुनक ने उन्हें नमस्ते किया।
मोदी ने बैठक के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलकर बहुत अच्छा लगा। हमने व्यापार संबंधों को गहरा करने और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।’’
मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन एक समृद्ध और टिकाऊ ग्रह के लिए काम करते रहेंगे।
बताया जाता है कि सुनक ने इस वर्ष जी20 में भारत की "उत्कृष्ट अध्यक्षता" के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इसने देश के ‘‘महत्वपूर्ण वैश्विक नेतृत्व और प्रभाव’’ को प्रदर्शित किया है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने ब्रिटेन और भारत के बीच घनिष्ठ और बढ़ते संबंधों को उल्लेखित किया। दोनों नेता इस बात पर सहमत हुए कि अतीत की प्रगति को आधार बनाते हुए भविष्य पर ध्यान केंद्रित करना, अत्याधुनिक रक्षा प्रौद्योगिकी, व्यापार और नवाचार में आधुनिक साझेदारी को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। दोनों नेताओं ने वाणिज्यि दूतावास संबधी कई मुद्दों पर भी चर्चा की।’’
डाउनिंग स्ट्रीट ने यह संकेत करते हुए कि ब्रिटेन के भारतीय मूल के नेता सुनक की निकट भविष्य में भारत की एक और यात्रा हो सकती है, कहा कि दोनों नेताओं ने ‘‘फिर से मिलने के अवसर को लेकर उत्सुकता जतायी।’’
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने सफल जी20 शिखर सम्मेलन आयोजित करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को एक बार फिर बधाई दी।’’ (भाषा)
न्यूयॉर्क, 9 सितंबर । एक चौंकाने वाले अध्ययन से पता चला है कि यदि दुनिया में तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है, तो 50 प्रतिशत ग्लेशियर गायब हो जाएंगे और सन् 2100 तक समुद्र के स्तर में नौ सेमी की वृद्धि होगी।
जर्नल साइंस में प्रकाशित अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि दुनिया के ग्लेशियर सन् 2100 तक अपने द्रव्यमान का 40 प्रतिशत तक खो सकते हैं।
अमेरिका के पिट्सबर्ग में कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के ग्लेशियरों का मॉडल तैयार किया - ग्रीनलैंड और अंटार्कटिक बर्फ की चादरों की गिनती नहीं करते हुए - यह अनुमान लगाने के लिए कि वैश्विक तापमान में औद्योगिक युग से पहले की तुलना में 1.5 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से वे कैसे प्रभावित होंगे।
अध्ययन में पाया गया कि 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने पर दुनिया के आधे ग्लेशियर गायब हो जाएंगे और 2100 तक समुद्र के स्तर में 3.5 इंच की बढ़ोतरी होगी।
यदि तापमान 2.7 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ता है तो मध्य यूरोप, पश्चिमी कनाडा और अमेरिका के लगभग सभी ग्लेशियर (अलास्का सहित) पिघल जायेंगे।
यदि तापमान वृद्धि चार डिग्री सेल्सियस तक होती है, तो दुनिया के 80 प्रतिशत ग्लेशियर गायब हो जाएंगे और समुद्र के स्तर में 15 सेंटीमीटर की वृद्धि होगी।
कार्नेगी के सहायक प्रोफेसर डेविड राउंस ने कहा, "तापमान में जितनी भी वृद्धि हो, ग्लेशियरों को बहुत नुकसान होने वाला है। यह अपरिहार्य है।"
राउंस और टीम का अध्ययन पहला मॉडलिंग अध्ययन है जो दुनिया के सभी 2,15,000 ग्लेशियरों का वर्णन करने वाले उपग्रह-व्युत्पन्न बड़े पैमाने पर परिवर्तन डेटा का उपयोग करता है।
अलास्का विश्वविद्यालय और ओस्लो विश्वविद्यालय में ग्लेशियोलॉजी के प्रोफेसर रेजिन हॉक ने कहा, टीम के परिष्कृत मॉडल में "नए उपग्रह व्युत्पन्न डेटासेट का उपयोग किया गया जो पहले वैश्विक स्तर पर उपलब्ध नहीं थे"।
इसमें नासा के टेरा उपग्रह पर जापान के उन्नत स्पेसबोर्न थर्मल एमिशन और रिफ्लेक्शन रेडियोमीटर (एएसटीईआर) के साथ-साथ यूएसजीएस-नासा लैंडसैट 8 और ईएसए के सेंटिनल उपग्रहों का डेटा शामिल था।
मॉडल में ग्लेशियर के मलबे के आवरण को शामिल किया गया है, जिसमें ग्लेशियर की सतह पर पाई जाने वाली चट्टानें, तलछट, कालिख, धूल और ज्वालामुखीय राख शामिल हैं।
अलग-अलग मोटाई के कारण हिमनदों के मलबे को मापना आमतौर पर मुश्किल होता है, लेकिन यह एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह हिमनदों के पिघलने को प्रभावित कर सकता है: मलबे की एक पतली परत पिघलने की गति बढ़ा सकती है, जबकि एक मोटी परत इसे रोक सकती है और इसे कम कर सकती है।
सुदूर क्षेत्रों में ग्लेशियर - मानवीय गतिविधियों से दूर - जलवायु परिवर्तन के विशेष रूप से शक्तिशाली संकेतक हैं।
तेजी से पिघलते ग्लेशियर मीठे पानी की उपलब्धता, परिदृश्य, पर्यटन, पारिस्थितिकी तंत्र, खतरों की आवृत्ति तथा गंभीरता और समुद्र के स्तर में वृद्धि को प्रभावित करते हैं।
नासा की सी लेवल चेंज टीम के नेता बेन हैमलिंगटन ने कहा, "समुद्र स्तर में वृद्धि सिर्फ कुछ विशिष्ट स्थानों के लिए समस्या नहीं है।"
"यह पृथ्वी पर लगभग हर जगह बढ़ रहा है।"
राउंस ने कहा, "हम इसे इन ग्लेशियरों के नुकसान पर एक नकारात्मक दृष्टिकोण के रूप में पेश करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, बल्कि इसके बजाय कि हम कैसे बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं।"
"मुझे लगता है कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण संदेश है - आशा का संदेश।" (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 9 सितंबर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को दिल्ली के भारत मंडपम में जी20 नेताओं के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया।
मेनू की शुरुआत यह दर्शाती है कि भारत अपनी सारी विविधता के साथ 'स्वाद' से कैसे जुड़ा है।
मेनू में लिखा है, "परंपराओं, रीति-रिवाजों और जलवायु का मिश्रण, भारत कई मायनों में विविध है, स्वाद हमें जोड़ता है।"
पात्रम: फॉक्सटेल बाजरा पत्ती के कुरकुरे टुकड़े के ऊपर योगर्ट का गोला और मसालेदार चटनी डाली जाती है।
मेन कोर्स:
वनवर्णम: ग्लेज़्ड फॉरेस्ट मशरूम के साथ परोसा गया कटहल का गैलेट, बाजरे के छोटे क्रिस्प, और करी पत्ता के साथ पकाये हुये केरल के लाल चावल
भारतीय ब्रेड:
मुंबई पाव: प्याज के बीज के स्वाद वाला मुलायम बन।
बकरखानी: इलायची के स्वाद वाली मीठी फ्लैटब्रेड।
मिठाई:
मधुरिमा 'सोने का बर्तन': इलायची की सुगंध वाला बार्नयार्ड बाजरा का हलवा, अंजीर-आड़ू का मिश्रण और अम्बेमोहर चावल के क्रिस्प।
पेय पदार्थ:
कश्मीरी केहवा, फ़िल्टर कॉफ़ी और दार्जिलिंग चाय।
पान के स्वाद वाली चॉकलेट की पत्तियाँ। (आईएएनएस)
रबात, 9 सितंबर । मोरक्को में शुक्रवार रात आए तेज भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,037 हो गई है। देश के गृह मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के लेटेस्ट अपडेट के अनुसार, भूकंप में कम से कम 1,204 लोग घायल भी हुए हैं।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि मोरक्को में शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार रात 11:11 बजे भूकंप आया। भूकंप 18.5 किमी की गहराई में था और रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 मापी गई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र मराकेश से लगभग 70 किमी दक्षिण पश्चिम में अल हौज प्रांत के इघिल कस्बे के पास था। भूकंप रबात और कैसाब्लांका सहित मोरक्को के कई शहरों में महसूस किया गया। स्थानीय मीडिया ने बताया कि तरौदंत और मराकेश शहरों में कई घर ढह गए।
मराकेश में रहने वाले एक विदेशी चीनी झांग काई ने कहा, ''भूकंप से मराकेश के पुराने शहर में कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। कई निवासियों को संभावित झटकों के डर से खुली जगह में रात बितानी पड़ी।''
उआरज़ाज़ेट के एक निवासी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पहले भी भूकंप आए हैं, लेकिन उनमें से कोई भी इस भूकंप जितना शक्तिशाली नहीं था। उआरज़ाज़ेट से भूकंप के केंद्र तक रास्ते में, पहाड़ों और इमारतों से चट्टानें और मलबे सड़क पर बिखरे हुए देखे गए।
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए बचावकर्मियों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। रेड क्रॉस सोसाइटी ऑफ चाइना (आरसीएससी) ने शनिवार को घोषणा की कि वह मोरक्कन रेड क्रिसेंट को उसके बचाव कार्यों में सहायता के लिए आपातकालीन मानवीय सहायता के रूप में 200,000 अमेरिकी डॉलर नकद प्रदान करेगी।
आरसीएससी ने कहा कि वह मोरक्को में राहत जरूरतों से अवगत रहेगा और अपनी सर्वोत्तम क्षमता से सहायता प्रदान करने का वचन दिया। अरब लीग (एएल), मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात, फिलिस्तीन, सऊदी अरब, कतर, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया और लेबनान सहित अरब देशों और संगठनों ने शनिवार को विनाशकारी भूकंप पर मोरक्को के प्रति संवेदना व्यक्त की।
काहिरा स्थित एएल के महासचिव अहमद अबुल-घेइत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मोरक्को जल्द ही संकट से उबर जाएगा। उत्तरी अफ़्रीकी देश में आए तेज़ भूकंप के कुछ घंटों बाद, इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को अपनी सरकार को मोरक्को के लिए सहायता तैयार करने का निर्देश दिया, जिसमें क्षेत्र में एक सहायता प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना भी शामिल थी। (आईएएनएस)
कुमारी सैलजा ने ली नवनियुक्त प्रवक्ताओं की बैठक
रायपुर, 9 सितंबर। राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग की बैठक प्रभारी कुमारी सैलजा ने लिया। सैलजा ने संचार विभाग के नए प्रवक्तओं से सुझाव लिए और कुछ निर्देश भी दिया।
कुमारी सैलजा ने बैठक में उपस्थित वरिष्ठ प्रवक्ताओं, प्रवक्ताओं, टीवी पैनलिस्ट और मीडिया कोऑर्डिनेटरों से कहा कि भाजपा में प्रवक्ता से लेकर बड़े नेता यहां तक की मोदी भी बेझिझक झूठ बोलते हैं। कांग्रेस पार्टी का संस्कार झूठ बोलने का नहीं है इसलिए हम झूठ नहीं बोल सकते लेकिन हमें पूरी दमदारी से और मजबूती से सच के साथ होकर उनकी झूठी बातों का खंडन करना है। मीडिया पर अपने द्वारा कही गई बातों को सोशल मीडिया पर भी अधिक से अधिक प्रसारित करना है। सभी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रेस वार्ताओं और तात्कालिक राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मुद्दों की जानकारी रखना है।
कुमारी सैलजा ने कहा भाजपा के 15 साल के कार्यकाल की असफलता और हमारे 5 साल के कार्यकाल की उल्लेखनीय सफलता को जन-जन तक पहुंचना है।
इस बैठक मे अखिल भारतीय संयुक्त सचिव एवं सह-प्रभारी विजय जांगिड़, प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू, प्रदेश संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, वरिष्ठ प्रवक्ता आर.पी. सिंह, धनंजय सिंह ठाकुर, घनश्याम राजू तिवारी, मीडिया पेनलिस्ट प्रमोद दुबे, अजय साहू, वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र वर्मा, नीता लोधी, प्रवक्ता नितिन भंसाली, क्रांति बंजारे, प्रकाश मणी वैष्णव, सत्यप्रकाश सिंह, अजय गंगवानी, आशीष यादव, मोहन लाल निषाद, टीवी पेनलिस्ट विकास विजय बजाज, सुजित घिदौडे, शारिक रईस खान, शिवेस सिंह, पुष्पा साहू, सौरभ सोनकर, सतनाम सिंह पनाग, विनय शुक्ला, विनय शील, अनिल सिंह चौहान, विजय चोपड़ा, मीडिया को-ऑडिनेटर परवेज अहमद, ऋषभ चंद्राकर, रवि गवलानी, अंशुल मिश्रा, शाहरूख अशरफी उपस्थित थे।
कई अहम दस्तावेज व उपकरण जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 सितंबर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को छीसगढ़ व तेलंगाना राज्य के आठ जगहों पर छापा मारकर कई अहम दस्तावेज व उपकरण जब्त किए है। हालांकि इसकी पुष्टि स्थानीय पुलिस ने नहीं की है।
जून व जुलाई 2023 के एक मामले को लेकर तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में विस्फोटक सामग्री, ड्रोन और प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से जुड़ी एक लेथ मशीन की बरामदगी के सिलसिले में शनिवार को एनआईए ने छापेमारी की है।
चेरला ड्रोन मामले में अपनी जारी जांच के तहत, एनआईए ने आज दो राज्यों तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में आठ स्थानों पर छापेमारी की हैं। तेलंगाना के वारंगल में पांच स्थानों और भद्राद्री कोठागुदम में दो स्थानों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक स्थान पर आरोपियों के परिसरों की तलाशी में कई डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हंै, वहीं बीजापुर जिले के पामेड़ व तेलंगाना के गुंजूपल्ली व चेरला में टीम ने छापा मारा हैं।
सूत्रों के मुताबिक टीम के बाहर आने से इस पूरे मामले का खुलासा होगा। हालांकि इस खबर की पुष्टि बीजापुर पुलिस ने नहीं की है। इस बारे में बीजापुर के एडिशनल एसपी चंद्रकांत गोवर्ना से पूछने पर उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 सितंबर। ट्रेनों की लेटलतीफी और रद्द करने से हो रही परेशानी को देखते हुए कांग्रेस ने आज से चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया है। इसके तहत 13 सितंबर को हर जिले में रेल रोको आंदोलन चलाने का निर्णय भी लिया गया है। इस बीच दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से कहा गया है कि सभी यात्री गाड़ियों का नियमित परिचालन अपने निर्धारित समयानुसार किया जा रहा है। ट्रेनों की लेटलतीफी पर रेलवे ने कोई आंकड़ा नहीं दिया है।
रेलवे ने आंकड़े दिए हैं कि कोरोना काल के दौरान बंद किए गए सभी ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही अब तक विभिन्न स्टेशनों में अलग-अलग ट्रेनों के 53 ठहराव दिये गए हैं। छोटे-छोटे स्टेशन भी शामिल है । रेल यात्रियों को अधिकाधिक कनफर्म सीट उपलब्ध कराने के लिए गत वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं इस वर्ष के अप्रैल माह से अब तक 78 स्थायी रूप से तथा साथ ही भीड़भाड़, त्योहारों एवं छुट्टियों में 2550 अस्थायी अतिरिक्त कोच लगाए गए ।
रेलवे ने कहा कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में प्रतिदिन औसत 247 मेल, एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन किया जाता है । इन 6 महीनों में 35 दिनों के कार्य के दौरान कुल 28 ट्रेनों को कैंसिल किया गया, जो कि प्रतिदिन चलने वाली गाड़ियों का माज एक प्रतिशत से भी कम है । अभी हाल ही में सक्ती यार्ड में किए जा रहे कार्य के दौरान रद्द किए गए 7 ट्रेनों को रक्षाबंधन पर्व को देखते हुए रेलवे ने पुनः परिचालित किया।
रेलवे ने कहा कि उस पर दिन प्रतिदिन यात्री एवं माल यातायात का दबाव बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में बढ़ने वाली रेल ट्रैफिक की मांग व जरूरतों को ध्यान में रखकर दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वृहद स्तर बुनियादी संरचना और क्षमता वृद्धि के कार्य निरंतर किए जा रहे है, जिसका लाभ आने वाले दिनों में इस क्षेत्र को मिलेगा। तेजी से नई रेल लाइन, दोहरीकरण, तिहरीकरण एवं चौथी लाइन के कार्य किए जा रहे हैं। इन निर्माण कार्यों में केवल नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के ही दौरान आवश्यकता होने पर ही कुछ ट्रेनों का परिचालन रद्द, मार्ग परिवर्तित या पुनर्निर्धारित कर कार्य को पूर्ण किया जाता है ।
रेलवे के अनुसार 2023-24 में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेल विकास कार्यों (नॉन-इंटरलॉकिंग) के दौरान अप्रैल माह में दुर्ग-भिलाई एवं एच केबिन, स्टेशनों में कुल 6 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.06 प्रतिशत ट्रेनों को कैंसिल किया गया। इसी प्रकार मई माह में रायपुर एवं आरवीएच स्टेशनों के मध्य 2 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.23 प्रतिशत, जून माह में झारीडीह स्टेशन यार्ड में 2 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.09 प्रतिशत, जुलाई माह में नैला, गुदमा एवं कांप्टी स्टेशनों में 10 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.47 प्रतिशत, अगस्त माह में सक्ती एवं जी केबिन स्टेशनों में 6 दिनों के कार्य में प्रतिदिन चलने वाली औसत ट्रेनों में से केवल 0.49 प्रतिशत, सितंबर माह में बधवावारा व कुम्हारी एवं भिलाई स्टेशनों में 9 दिनों के कार्य में केवल 2.23 प्रतिशत ट्रेनों को रद्द किया गया।
विधानसभा चुनाव के पहले अवैध परिवहन को लेकर मुस्तैद हुई पुलिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 9 सितंबर। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चल रही चेकिंग के दौरान आज पुलिस ने तीन वाहनों से करीब 600 साड़ियों सहित 5.60 लाख रुपये के कपड़े जब्त किए। इनमें 200 साड़ियां बस में लावारिस मिली। वहीं बेलगहना में एक कार से 6 लाख रुपये जब्त कर जांच में लिया गया है।
विधानसभा चुनाव की आचार संहिता अभी लागू नहीं हुई है। अधिकांश सीटों पर प्रत्याशी भी घोषित नहीं किए गए हैं लेकिन संदिग्ध सामान और नगदी के परिवहन पर पुलिस प्रशासन ने निगरानी और चेकिंग बढ़ा दी है। इसी सिलसिले में तखतपुर के समीप मोढ़े गांव के पास एक टाटा मैजिक से 1489 साड़ियां और अन्य 163 अन्य रेडीमेड कपड़े जब्त किए गए। इसे हरनाचाका का राजेश कश्यप लेकर जा रहा था।
इसी तरह ग्राम चौरहा नवागांव में बिलासपुर से लोरमी की ओर जा रही एक स्विफ्ट कार की तलाशी ली गई, जिसमें 248 साड़ियां मिली। इसकी कीमत करीब 3 लाख रुपये है। इसे जूना बिलासपुर का पवन माखीजा लेकर जा रहा था। दोनों ही मामलों में बिल नहीं होने के कारण पुलिस ने जब्ती की कार्रवाई की है।
इधर रतनपुर पुलिस ने बिलासपुर से मरवाही जा रही एक बस की तलाशी ली। इसमें से भी 200 नग साड़ियां लावारिस हालत में मिली है। साड़ियां बस के केबिन के ऊपर सफेद बोरी में रखी थी, जिसका कोई दावेदार सामने नहीं आया है।
बेलगहना पुलिस ने चेकिंग के दौरान मध्य प्रदेश के रजिस्ट्रेशन वाली एक कार को रोका जिसमें तिरुमलागिरी हैदराबाद का सत्यनारायण प्रसाद सवार था। उसके पास प्लास्टिक के बैग में 500-500 रुपये के 6 लाख रुपये मिले। उसने खुद को ठेकेदार व राशि को लेबर पेमेंट के लिए रखने की बात कही, लेकिन रकम के स्त्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं देने पर पुलिस ने उसे जब्त कर लिया। इस रकम पर कार्रवाई के लिए इनकम टैक्स विभाग को लिखा जाएगा।
भाजपा का राजभवन जाना भाजपा की अवसरवादिता
रायपुर, 9 सितंबर। कथित कानून व्यवस्था और महिला अपराधों के लिये भाजपा का राजभवन जाना अवसरवादिता है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद महिलाओं के प्रति अपराधों में कमी आई है। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं 2018 के बाद छत्तीसगढ़ में महिलाओं के प्रति अपराधों में 68 प्रतिशत तक कमी आई है। संगठित अपराधों में 72 प्रतिशत तक कमी आई है। राज्य में नक्सल अपराधों तक में 80 प्रतिशत तक कमी आई है। रमन राज की अपेक्षा बलात्कार और छेड़छाड़ की घटनाएं घटी है।
शुक्ला ने कहा कि भाजपाई तथाकथित अपराधों को लेकर राजभवन गये थे। प्रदेश की जनता भूली नहीं कि कैसे रमन राज में झलियामारी, आमाडोला जैसी घटनाएं होती थी। झलियामारी में तो 6 से 14 तक की मासूम बच्चियों के साथ महीनों अनाचार हुआ और रमन सरकार घटना की रिपोर्ट नहीं होने दे रही थी, कांग्रेस के आंदोलन के बाद एफआईआर हुआ था। रमन राज में 27000 से अधिक बच्चियां लापता हो गयी थी, हर रोज 6 बलात्कार की घटनाएं भाजपा शासन काल में होती थी जिसमें अब कमी आई है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा बलात्कार जैसे अपराधों में भी घटना के आधार पर सेलेक्टिव पॉलिटिक्स करती है। जब नेता प्रतिपक्ष का बेटा आदिवासी महिला के साथ दुराचार करता है तो पूरी भाजपा बचाव में उतर जाती है। भाजपा ब्रम्हानंद नेताम जैसे मासूम बच्ची के दुराचारी को प्रत्याशी बनाती है। आरंग में भाजपा मंडल के उपाध्यक्ष का बेटा सामूहिक दुराचार करता है तो भाजपा चुप रहती है। दिल्ली में महिला पहलवान धरना देती है केंद्र सरकार भाजपा के सांसद के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करती उल्टे पूरी भाजपा छेड़खानी के आरोपी का बचाव करती है। कठुआ, उन्नाव में पूरी भाजपा बलात्कारियों के साथ खड़ी थी। मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया जाता है तो भाजपा एक शब्द भी नहीं बोलती यह भाजपा का मूल चरित्र है।
रायपुर, 9 सितंबर। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने शहर के दो थानेदार बदले हैं। शाम को जारी आदेश के मुताबिक श्रुति सिंह को सरस्वती नगर से कबीर नगर, भेखूलाल चंद्राकर को रिजर्व लाइन से सरस्वती नगर पदस्थ किया है।
मुंबई, 9 सितंबर । बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार, जो अपनी अपकमिंग फिल्म 'मिशन रानीगंज' की तैयारी कर रहे हैं, अपने जन्मदिन पर उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर गए।
एक्टर ने मंदिर में फिल्म 'मिशन रानीगंज' के लिए प्रार्थना भी की। पूजा एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित यह फिल्म स्वर्गीय जसवन्त सिंह गिल (अक्षय कुमार द्वारा अभिनीत) के नेतृत्व में रानीगंज कोयला क्षेत्र बचाव मिशन पर आधारित है।
जसवंत सिंह गिल ने 1989 में रानीगंज के बाढ़ ग्रस्त कोयला खदान में फंसे खनिकों को बचाने में अहम भूमिका निभाई थी। इस मिशन को दुनिया के सबसे सफल बचाव अभियानों में से एक के रूप में दर्ज किया जा चुका है।
फिल्म में परिणीति चोपड़ा, कुमुद मिश्रा, पवन मल्होत्रा, रवि किशन, वरुण बडोला, दिव्येंदु भट्टाचार्य, राजेश शर्मा, वीरेंद्र सक्सेना, शिशिर शर्मा, अनंत महादेवन, जमील खान, सुधीर पांडे, बचन पचेरा, मुकेश भट्ट और ओंकार दास मानिकपुरी भी हैं।
'मिशन रानीगंज' मानवीय भावना, दृढ़ संकल्प और वीरता का प्रतीक है।
वाशु भगनानी, जैकी भगनानी, दीपशिखा देशमुख और अजय कपूर द्वारा निर्मित, टीनू सुरेश देसाई द्वारा निर्देशित 'मिशन रानीगंज' 6 अक्टूबर, 2023 को सिनेमाघरों में उतरेगी।
अक्षय की पिछली फिल्म 'ओएमजी 2' ने सनी देओल-स्टारर 'गदर 2' से कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद बॉक्स-ऑफिस पर शानदार कारोबार किया था। (आईएएनएस)
गुवाहाटी, 9 सितंबर । असम के बोंगाईगांव जिले में शनिवार को बिहार के एक पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) नई दिल्ली से अगरतला आ रही त्रिपुरा सुंदरी एक्सप्रेस की नियमित तलाशी ले रही थी।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, आरोपी नकली सोने की खेप के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहा था।
आरपीएफ ने उसकी तलाशी लेने पर नकली सोना जब्त कर लिया और उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी की पहचान चंदन पासवान के रूप में हुई है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
मामले में आगे की जांच जारी है। (आईएएनएस)