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नई दिल्ली, 22 अगस्त | शराब घोटाले में सीबीआई छापे और एफआईआर के बाद भाजपा ने आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर राजनीतिक हमला तेज कर दिया है। भाजपा के दिल्ली प्रदेश के दिग्गज नेताओं से लेकर दिल्ली के सभी लोकसभा सांसद, प्रवक्ता और केंद्रीय मंत्री तक लगातार प्रेस कांफ्रेंस कर शराब घोटाले के लिए सीधे-सीधे अरविंद केजरीवाल को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। राजनीतिक बयानबाजी और हमले से आगे बढ़ते हुए अब भाजपा ने केजरीवाल के खिलाफ 'वीडियो वार' छेड़ दिया है। भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से 3 मिनट 37 सेकंड का एक वीडियो शेयर करते हुए केजरीवाल सरकार की कई उपलब्धियों पर सवाल उठाए हैं। वीडियो में केजरीवाल के 'रेवड़ी कल्चर' पर निशाना साधते हुए यह आरोप भी लगाया गया है कि आप मुखिया दिल्ली और पंजाब को श्रीलंका बनाने पर तुले हैं। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी समेत कई भाजपा नेताओं ने इस ट्वीट को रिट्वीट भी किया है।
इस वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा ने लिखा है, "गोलमाल है भाई, सब गोलमाल है। रेवड़ीवाल है, भाई सब गोलमाल है।"
इस वीडियो में मनीष सिसोदिया को लेकर अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी खबर को विज्ञापन करार देते हुए दिल्ली के टैक्सपेयर्स के पैसों की बर्बादी का आरोप लगाया गया है। इसके साथ ही दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिक नीति, रेवड़ी कल्चर, विज्ञापन में पैसों की बर्बादी सहित अन्य कई मुद्दों को उठाते हुए आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा गया है। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 22 अगस्त | उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के एक पंक्ति के ट्वीट ने राज्य के राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दिया है। मौर्य ने रविवार को ट्वीट किया, "संगठन सरकार से बड़ा है।"
हालांकि, ट्वीट में किसी विशेष घटना का उल्लेख नहीं किया गया था, लेकिन इसने अटकलों को हवा दी गई, क्योंकि उत्तर प्रदेश के मंत्री ने हाल ही में नई दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
यह ट्वीट ऐसे समय में आया है, जब उत्तर प्रदेश भाजपा को पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष का इंतजार है।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, "ट्वीट से ऐसा लगता है कि मौर्य को इस पद के लिए चुना गया है और यह समर्थकों को बताने का उनका नया तरीका है।"
प्रभावशाली ओबीसी नेता मौर्य ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान उत्तर प्रदेश भाजपा प्रमुख के रूप में कार्य किया था।
उन्हें हाल ही में स्वतंत्र देव सिंह के स्थान पर विधान परिषद में भाजपा विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया था।
उत्तर प्रदेश कैबिनेट में मंत्री रहे स्वतंत्र देव सिंह ने इससे पहले राज्य भाजपा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि, योगी सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री ने महसूस किया कि इस तरह के ट्वीट अनावश्यक हैं और पार्टी रैंकों में भ्रम पैदा करने कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि संगठन सर्वोच्च है और इस समय इस तथ्य को रेखांकित करने की कोई जरूरत नहीं थी।" (आईएएनएस)|
सहारनपुर, 22 अगस्त | उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक महिला ने नाजायज रिश्ते का विरोध करने पर अपने प्रेमी के साथ मिलकर कथित तौर पर अपने पति की हत्या कर दी। महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने सोमवार को बताया कि सुनीता और उसके प्रेमी मनोज ने 18 अगस्त को 28 वर्षीय मोनू कुमार की हत्या कर शव को साखन नहर के किनारे गड्ढे में फेंक दिया। उन्होंने कहा कि बाद में शव बरामद कर लिया गया।
एसएसपी ने आगे कहा कि आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने मोनू की हत्या की, क्योंकि वह उनके रिश्ते के खिलाफ था।
पुलिस ने कहा कि सुनीता के कुछ समय पहले पड़ोस में रहने वाले मनोज के साथ संबंध विकसित हुए और उसके पति ने इसका कड़ा विरोध किया था। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 22 अगस्त (आईएएनएस)| योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के शैक्षणिक बुनियादी ढांचे में आमूल-चूल परिवर्तन करने का बेड़ा उठाया है। इसके लिए उन्होंने अमेरिका जैसे देशों की तर्ज पर देश की पहली एजुकेशन टाउनशिप उत्तर प्रदेश में विकसित करने का निर्देश दिया है। प्रदेश सरकार की ओर से बताया गया है कि सिंगल एंट्री मल्टीपल एग्जिट (कोरे कागज की तरह आइए और कई हुनर लेकर जाइए) के विचार पर बनने वाली इस टाउनशिप का फोकस अच्छी और सस्ती शिक्षा पर रहेगा, जो भारत ही नहीं बल्कि अफ्रीकी, लैटिन अमेरिकी और मध्य एशियाई देशों के छात्रों को भी आकर्षित करेगी।
इस बाबत मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुतिकरण हो चुका है और उन्होंने प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। इससे उच्च श्रेणी की शिक्षा मिलेगी और युवा दक्ष होंगे। मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए सलाहकार कंपनी डेलाइट इंडिया के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में प्रदेश में पांच एजुकेशन टाउनशिप स्थापित करने को लेकर वृहद कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। इससे एक ही जगह पर छात्रों को सभी प्रकार की शिक्षा मिलेगी। साथ ही उन्हें विभिन्न तरह के स्किल की ट्रेनिंग भी मिल सकेगी।
इस एजुकेशन टाउनशिप में निजी क्षेत्र की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। इसमें देश और दुनिया के प्रतिष्ठित सरकारी और निजी विश्वविद्यालय अपना कैम्पस खोल सकेंगे। साथ ही एक ही जगह पर अटल आवासीय विद्यालय जैसे प्राथमिक विद्यालय और माध्यमिक विद्यालय भी होंगे। वहीं, स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई के लिए विश्वविद्यालय और कॉलेज की स्थापना की जाएगी। इसमें मैनेजमेंट, तकनीक, विधि और मेडिकल से जुड़े पाठ्यक्रमों की पढ़ाई और रिसर्च आदि होंगे।
देश और प्रदेश में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे- नीट, आईआईटी, संघ लोक सेवा आयोग आदि में ज्यादा से ज्यादा छात्र सफल हो सकें, इसके लिए इन एजुकेशन टाउनशिप में अभ्युदय जैसे कई अन्य कोचिंग संस्थान भी शुरू किए जाएंगे। साथ ही इस टाउनशिप में छात्रों और अध्यापकों के लिए आवास की भी व्यवस्था रहेगी। इसके अलावा युवाओं के कौशल विकास के लिए स्किल विश्विद्यालय भी खोले जाएंगे, जहां युवाओं को विभिन्न प्रकार की स्किल की ट्रेनिंग दी जाएगी।
अमेरिका के पीट्सबर्ग शहर में ऐसी व्यवस्था है। वहीं संयुक्त अरब अमीरात के शहर दुबई में नॉलेज सिटी और शारजहा के नॉलेज विलेज में ऐसी सुविधाएं हैं, जहां दुनिया के कई देशों के प्रतिष्ठित विश्विद्यालयों के कैम्पस हैं। प्रदेश में 'सिंगल एंट्री, मल्टीपल एग्जिट' व्यवस्था शुरू होने से यहां छात्रों को सस्ती और अच्छी शिक्षा मिलेगी, जिससे युवाओं को पढ़ाई के बाद नौकरी या स्वरोजगार शुरू करने में काफी आसानी होगी। इससे दुनिया भर के छात्र यहां आने के लिए आकर्षित भी होंगे।
सरकार के एजुकेशन टाउनशिप के विचार का देश के कई शिक्षाविदों ने स्वागत किया है। उनमें से राष्ट्रीय शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष और राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित का कहना है कि एजुकेशनल टाउनशिप की संकल्पना भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की बुनियाद को और मजबूत करेगी। भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सभी विकासशील और अविकसित देश इस समय हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की ओर आशा भरी नजरों से देख रहे हैं। दरअसल, ये सस्ती शिक्षा, अच्छी शिक्षा के कॉन्सेप्ट को पूरा करेगा।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) स्थित भारत अध्ययन केंद्र के फाउंडर चेयर प्रोफेसर डॉ. राकेश उपाध्याय के अनुसार एजुकेशनल टाउनशिप में नर्सरी से लेकर अलग-अलग विषयों में उच्च शिक्षा से लेकर रिसर्च तक की सुविधा एक ही स्थान पर मिलेगी। ऐसी व्यवस्था कुछ विकसित देशों में पहले से है। भारत में इस वक्त तेजी से विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ रही है। यूपी का ग्रेटर नोएडा इसका बड़ा सेंटर बनकर उभर रहा है। यूपी में एजुकेशनल टाउनशिप की संकल्पना भारत के लिए काफी यूनिक है।
(आईएएनएस)|
लखनऊ, 22 अगस्त | उत्तर प्रदेश की राजधानी में दो दिन पहले रेलवे ट्रैक पर मृत मिली एक महिला के पति और ससुराल वालों को दहेज मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने एक ट्रेन चालक के बयान लेने के बाद गिरफ्तारी की, जिसने चलती ट्रेन के सामने फेंकी गई एक महिला के शव को देखा था।
पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज कर पीड़िता के पति विवेक यादव, उसके माता-पिता सीताराम यादव व बादल को गिरफ्तार कर लिया है।
मृतक की पहचान 25 वर्षीय सरिता के रूप में हुई है।
मामले में नामित अन्य लोगों में जितेंद्र यादव, सुनील यादव और रुचि यादव (विवेक के भाई और बहन) हैं। ये सभी फरार हैं।
अपर डीसीपी ईस्ट अब्बास अली ने बताया कि बाराबंकी निवासी सरिता के पिता रामशंकर यादव की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। सरिता और विवेक ने 2016 में शादी की थी।
राम शंकर यादव ने कहा, "शादी के बाद उसे दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था। लेकिन हमें, बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि वे उसे चलती ट्रेन के सामने फेंककर मार डालेंगे।"
उन्होंने कहा कि आरोपी सदस्यों ने पहले उसकी बेरहमी से पिटाई की और फिर इलाके में तेरा खास इलाके में रेलवे ट्रैक पर चलती इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन (15070) के सामने रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि विवेक और अन्य आरोपी सरिता की शादी के बाद से दहेज के रूप में एक लाख रुपये की मांग कर रहे थे। (आईएएनएस)|
बदायूं (उत्तर प्रदेश), 22 अगस्त | उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के अलापुर इलाके स्थित काकराला पावर हाउस के पास हाईटेंशन बिजली की लाइन गिरने से दो बाइक सवारों की करंट लगने से मौत हो गई। घटना रविवार शाम की है, जब शाकिर अली (58) और उसका चचेरा भाई कैसर अली (55) अपने पोते आहिल के साथ किसी काम से काकराला शहर जा रहे थे।
इस दौरान वह बिजली की लाइन के संपर्क में आए, जो लकड़ी के खंभे पर लटकी हुई थी और हवा के कारण उखड़ गई थी।
शाकिर अली और कैसर अली गंभीर रूप से झुलस गए और इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया, जबकि उनका पोता इस घटना में बच गया।
पीड़ितों के परिवार ने बिजली निगम लिमिटेड के खिलाफ अलापुर थाने में लिखित शिकायत दी है। वहीं पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
अलापुर थाने के एसएचओ संजय सिंह ने कहा, पीड़ित अपना अमरूद का बाग देखने जा रहे थे, तभी एक हाईटेंशन बिजली की लाइन उन पर गिर गई। (आईएएनएस)|
न्यूयॉर्क, 22 अगस्त | भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में न्यूयॉर्क शहर में वार्षिक भारत दिवस परेड आयोजित की गई, जो कि देश के बाहर सबसे बड़े कार्यक्रम के रूप में हुआ था।
तेलुगू मेगास्टार अल्लू अर्जुन रविवार को परेड में ग्रैंड मार्शल थे। इस दौरान मैडिसन एवेन्यू पर मार्ग के किनारे दर्शकों के रूप में 150,000 लोगों की अनुमानित संख्या देखी गई थी।
उत्सव का आयोजन करने वाले फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन की त्रि-राज्य क्षेत्र इकाई ने दावा किया कि परेड में दो कार्यक्रमों ने गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्डस में प्रवेश किया।
एफआईए के अध्यक्ष अंकुर वैद्य ने कहा कि "ये रिकॉर्ड वैश्विक भारतीय समुदाय को समर्पित हैं।"
तिरंगा, भारतीय ध्वज को सम्मानित करने के इस वर्ष के विषय को ध्यान में रखते हुए झंडों का प्रदर्शन, दुनियाभर के राष्ट्रों के झंडों को शामिल करके भारत की सार्वभौमिकता का प्रदर्शन करता है।
परेड का नेतृत्व करने वालों में न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स थे। वहीं गायक और संगीतकार कैलाश खेर ने सामूहिक गायन 'हिंदुस्तान मेरी जान' का नेतृत्व किया।
भारतीय संगठनों के साथ-साथ अमेरिकी व्यवसायों जैसे डंकिन डोनट्स और ईएसपीएन और हुलु जैसी मनोरंजन कंपनियों से चालीस से अधिक प्रतिनिधि पहुंचे।
परेड के दौरान और बाद में भारतीय ध्वज को ले जाने वाला एक विमान शहर के ऊपर से नीचे उड़ गया। (आईएएनएस)|
जेरुसलम, 22 अगस्त | इजरायल में पिछले चार दिनों में 11 मामले सामने आए हैं, जिससे इजरायल में मंकीपॉक्स के कुल मामले 208 हो गए हैं। यह जानकारी देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। मंत्रालय ने रविवार को नोट किया कि अब तक इसराइल में 2,000 से अधिक लोगों को वायरस के खिलाफ दोहरी खुराक वाले टीके के साथ टीका लगाया गया है।
जुलाई के अंत में इजराइल ने जोखिम भरी आबादी के लिए एक टीकाकरण कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें डेनिश फर्म बवेरियन नॉर्डिक द्वारा उत्पादित 5,600 खुराक का शिपमेंट था।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अन्य 4,400 खुराक की शिपमेंट सितंबर में आने की उम्मीद है।
इसको लेकर मंत्रालय ने कहा कि वह सभी खुराकों के उपयोग को बढ़ाने के साथ-साथ अतिरिक्त वैक्सीन खुराक खरीदने की अनुमति देने के लिए टीकाकरण मानदंड का विस्तार करने पर विचार कर रहा है। (आईएएनएस)|
झांसी (उत्तर प्रदेश), 22 अगस्त | उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में फर्जी नियुक्ति पत्रों के आधार पर काम करते पाए जाने के बाद दो महिलाओं समेत हाई स्कूल के पांच शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रयागराज में उच्च अधिकारियों द्वारा जांच के दौरान एक मामले का खुलासा हुआ।
रिपोर्टों के अनुसार, आजमगढ़ के पांच शिक्षक, जुलाई 2022 से झांसी जिले के तीन अलग-अलग स्कूलों में काम कर रहे हैं।
इनके खिलाफ संबंधित प्रिंसिपल द्वारा जिले के मौरानीपुर और गरोठा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
इनकी पहचान पंचदेव, नरेंद्र कुमार मौर्य और रणविजय विश्वकर्मा के रूप में हुई है, जो गरोठा तहसील के खररूरा शासकीय हाई स्कूल बम्होरी सुहागी में मैनावती और मौरानीपुर तहसील के वीरा स्थित शासकीय हाई स्कूल अमृता कुशवाहा में नियुक्त हैं।
सभी पांचों पर आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
झांसी जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने कहा, "उच्च स्तर पर जांच के दौरान सभी पांच नियुक्तियां गलत और फर्जी पाई गईं। शिक्षा निदेशालय प्रयागराज से जैसे ही मामला मेरी जानकारी में आया, मैंने पुलिस कार्रवाई का आदेश दिया। अब हम सभी नई नियुक्तियों की जांच कर रहे हैं।"
इन स्कूलों के प्रिंसिपल को भी नोटिस दिया गया है कि उन्होंने जिला शिक्षा विभाग की सहमति के बिना शिक्षकों को कैसे नियुक्त किया। (आईएएनएस)|
तेल अवीव, 22 अगस्त | इजराइल यात्री ओवरलोड को कम करने और प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए 2023 से शुरू होने वाले बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के डिजिटल परिवर्तन की सुविधा के लिए 50 मिलियन शेकेल (15 मिलियन) से अधिक का निवेश करेगा। इस बात की घोषणा इजराइल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने की है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने रविवार को एक बयान में आईएए के हवाले से कहा कि लक्ष्य यात्रियों के लिए राजधानी तेल अवीव के बाहर देश के मुख्य हवाईअड्डे पर एक स्वतंत्र 'टच एंड फ्लाई' प्रस्थान प्रक्रिया के साथ विदेश यात्रा करना आसान बनाना है।
परियोजना के हिस्से के रूप में नए चेक-इन कियोस्क की स्थापना के लिए 2 मिलियन शेकेल आवंटित किए जाएंगे, जो यात्रियों को अधिक वजन का भुगतान करने और बैग टैग प्रिंट करने के विकल्प के साथ स्वतंत्र रूप से सामान का वजन करने की अनुमति देते हैं, ताकि वे अपना सामान भेज सकें।
आईएए के अनुसार, कैरी-ऑन लगेज चेक-इन प्रक्रिया को तेज करने के लिए प्रस्थान हॉल में अधिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा।
आईएए के अनुसार, इस साल अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में सवार लगभग 1 करोड़ यात्री बेन गुरियन हवाईअड्डे से गुजरे हैं।
यात्रियों की बड़ी संख्या के कारण चेक-इन काउंटरों पर लंबी कतारें कई बार प्रस्थान टर्मिनलों के बाहर फुटपाथों पर पहुंच गईं। (आईएएनएस)|
पीफैस केमिकल नॉन-स्टिक बर्तनों में मौजूद होता है जिनमें रोज खाना बनता है. इन जहरीले रसायनों को खत्म करना बहुत मुश्किल है. इसलिए एक छोटी सी सफलता के भी बड़े मायने हैं.
डॉयचे वैले पर विवेक कुमार की रिपोर्ट-
नई दिल्ली, 22 अगस्त । अंग्रेजी में ‘फॉरेवर केमिकल्स' कहे जाने वाले शाश्वत बने रहने वाले रसायनों को सेहत के लिए गंभीर खतरा माना जाता है. नॉन-स्टिक बर्तनों आदि में इस्तेमाल होने वाले इन रसायनों को खत्म करना बेहद मुश्किल होता है क्योंकि कचरे के रूप में इनका निवारण बहुत कठिन होता है और ये काफी जहरीले होते हैं.
अमेरिका और चीन के वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने आखिरकार पीएफएएस (PFAS) नामक इन जहरीले रसायनों में से एक श्रेणी के निवारण का तरीका खोज लिया है. रसायनशास्त्रियों ने आमतौर पर प्रयोग होने वाले सामान्य यौगिकों के जरिए ही इन रसायनों के विघटन में सफलता पाई है.
साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि जलवायु, इंसानों और मवेशियों को लंबे समय से नुकसान पहुंचा रहे इन रसायनों की समस्या का संभावित हल खोज लिया गया है. शोध के लेखक नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के विलियम डिचल ने पत्रकारों को बताया, "असल में इसी वजह से मैं वैज्ञानिक हूं ताकि मैं संसार पर एक सकारात्मक प्रभाव डाल सकूं.”
क्या है पीफैस?
पोलीफ्लुओरोअल्काइल सब्सटांस या पीएफएएस (PFAS) सबसे पहले 1940 के दशक में विकसित किए गए थे. तब से इनका प्रयोग लगातार बढ़ा है और अब ये घरों में रोजमर्रा की जिंदगी में प्रयोग होने वाले उत्पादों में पाए जाते हैं. नॉन-स्टिक बर्तन, वॉटर-प्रूफ कपड़े और आग बुझाने वाली झाग में तो आम दिखने वाली चीजे हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि पीएएफएस अब इतने आम हो चुके हैं कि घर की 50-60 फीसदी चीजों में मौजूद हैं.
इन रसायनों की व्यापकता के बारे में पिछले हफ्ते स्टॉकहोम यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक शोध प्रकाशित किया था. इस शोध में कहा गया कि धरती पर कहीं भी बारिश का पानी पीना खतरनाक हो सकता है क्योंकि उसमें पीएफएएस होते हैं.
इनकी मौजूदगी खतरनाक क्यों है, इस बारे में विशेषज्ञ कहते हैं कि पीएफएएस हमारे शरीर में जमा होकर प्रोटीन के साथ प्रतिक्रिया करता है और कंपाउंड बनाता है. डीडब्ल्यू हिंदी से बातचीत में एक विशेषज्ञ ने बताया, "जब पीएफएएस हमारे शरीर में जाते हैं तो वे लिवर या किडनी आदि उन हिस्सों में पहुंचते हैं जहां प्रोटीन के टिश्यू होते हैं. प्रोटीन के टिश्यू में प्रतिक्रिया कर यह कॉम्पलेक्स बना देता है और बायोएक्यम्युलेशन हो जाता है, जिसके कारण यह शरीरा से निकल नहीं पाता.”
वह कहते हैं कि पीएफएएस मनुष्य के शरीर पर कितना असर डालते हैं, इसकी अभी भी पूरी जानकारी नहीं है. वह कहते हैं, "यह एक नया क्षेत्र है और दो दशक में ही इसमें ज्यादा प्रगति हुई है. इसलिए अभी पीएफएएस के असर की पूरी जानकारी नहीं है और इस बारे में अभी भी शोध हो ही रहा है लेकिन इतना कहा जा सकता है कि पीएफएएस के किडनी, लिवर और टेस्टिक्यूलर कैंसर जैसे गंभीर परिणाम देखे गए हैं. साथ ही यह रोग प्रतिरोधक क्षमता कम कर देता है.”
क्यों मुश्किल है खात्मा?
यूं तो पीएफएस रसायनों को पानी में से फिल्टर किया जा सकता है लेकिन उन्हें खत्म करना टेढ़ी खीर है. पीएफएएस को नष्ट करने के मौजूदा तरीके कठोर हैं. जैसे कि बहुत ऊंचे तापमान पर जलाना या अल्ट्रासोनिक किरणों द्वारा उन्हें नष्ट करना आदि इनमें शामिल हैं.
दरअसल, पीएफएएस का रसायनिक बॉन्ड इतना मजबूत है कि उसे तोड़ना मुश्किल हो जाता है. वह बताते हैं, "कार्बन और फ्लोरीन का बॉन्ड सबसे मजबूत रसायनिक बंधों में से एक है. फ्लोरीन के एटम का साइज कार्बन की तुलना में इतना बड़ा है कि बिल्कुल जगह नहीं छोड़ता कि उस जगह में कोई घुस पाए. इसलिए उसे तोड़ना और खत्म कर पाना लगभग नामुमकिन हो जाता है.”
डॉ. डिचेल और उनकी टीम ने एक खास वर्ग के पीएफएएस में इस बॉन्ड को तोड़ने का एक नया तरीका खोजा है. उन्होंने मॉलीक्यूल्स की लंबी चेन में उस कमजोर कड़ी को खोज निकाला है, जहां से इसे तोड़ना आसान है. डॉ. डिचले बताते हैं कि इस चेन के एक सिरे पर ऑक्सीजन के एटम होते हैं जिन्हें आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले सॉल्वेंट और रीएजेंट से निशाना बनाया जा सकता है. इसके लिए 80-120 डिग्री सेल्यिस पर सामान्य सॉल्वेंट या रीएजेंट का प्रयोग किया जा सकता है.
डॉ. डिचेल बताते हैं, "जब ऐसा होता है तो (बॉन्ड के भीतर घुसने के लिए) नए रास्ते खुल जाते हैं, जिनके बारे में पहले जानकारी नहीं थी. इससे पूरा मॉलीक्यूल ही धराशायी किया जा सकता है.”
इस अध्ययन के दूसरे हिस्से में पहले हिस्से में शामिल रसायनिक क्रियाओं के पीछे की क्वॉन्टम मकैनिक्स को समझा गया है. इस अध्ययन में 10 पीफैस रसायन शामिल थे जिनमें प्रमुख प्रदूषक जेनएक्स भी एक है. इसी जेनएक्स ने अमेरिका के नॉर्थ कैरोलाइना में केप फीयर निदी को प्रदूषित कर दिया है.
लेकिन ये 10 रसायन तो नाममात्र हैं. अमेरिकी पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी ने 12,000 से ज्यादा पीफैस रसायन चिन्हित किए हैं. डॉ. डिचेल ने कहा, "ऐसी और श्रेणियां हैं जिनमें ऐसा एकिलीज हील नहीं होता, लेकिन हरेक की कोई कमजोरी होती है. अगर हम उन्हें पहचान पाएं तो हम जानते हैं कि कैसे उन्हें सक्रिय कर नष्ट किया जा सकता है.” (dw.com)
मांड्या (कर्नाटक), 22 अगस्त | कर्नाटक पुलिस ने राज्य के मांड्या जिले में एक आरएसएस नेता को कथित रूप से हनी ट्रैप में फंसाने और उनसे मोटी रकम वसूलने के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ता सलमा बानो को आरएसएस नेता निद्दोदी जगन्नाथ शेट्टी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, शेट्टी की दक्षिण कन्नड़ जिले में श्रीनिधि गोल्ड ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। वह प्रभावशाली राजनेता हैं।
आरोप के मुताबिक, सलमा बानो ने अपने गिरोह के साथ मिलकर शेट्टी से 50 लाख रुपये की जबरन वसूली की। साथ ही और पैसे की मांग कर रही थी।
शेट्टी ने पुलिस से संपर्क किया, जिसके बाद पुलिस ने अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
इसी साल 26 फरवरी को, शेट्टी को एक वाहन में मांड्या से मैसूरु के लिए लिफ्ट की पेशकश की गई। वाहन में पहले से ही चार व्यक्ति थे। वो उन्हें मैसूर के एक होटल में ले गए।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उनकी एक महिला के साथ तस्वीरें खींच लीं और वीडियो भी बना लिया।
वीडियो वायरल नहीं करने पर आरोपी ने उनसे मौके पर ही 4 करोड़ रुपये की मांग की। शेट्टी ने उन्हें 50 लाख रुपये का भुगतान किया और मामला सुलझा लिया।
लेकिन आरोपी उनसे अधिक पैसे की मांग करते रहे, जिससे परेशान होकर वह पुलिस के पास मदद के लिए पहुंचे। (आईएएनएस)|
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में तीन पत्रकारों ने स्वास्थ्य विभाग की तथाकथित पोल खोलती हुई खबर दिखाई थी. अब जिला के कलेक्टर ने इन तीनों पत्रकारों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज करवा दिया है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
नई दिल्ली, 22 अगस्त । इन तीन पत्रकारों ने एंबुलेंस की अनुपलब्धता के कारण एक व्यक्ति को अपने बीमार पिता को ठेले पर ले जाने के लिए मजबूर होने की खबर दिखाई थी.
न्यूज18 के पत्रकार अनिल शर्मा, पत्रिका के कुंजबिहारी कौरव और लल्लूराम डॉट कॉम के एनके भटेले पर जिला प्रशासन ने आईपीसी की धारा 420 और 505 और धारा 59, 2008 के तहत मामला दर्ज किया था.
पत्रकारों ने शुक्रवार को दबोह के ग्यारस प्रसाद विश्वकर्मा के वीडियो और तस्वीरें इस कहानी के साथ प्रकाशित कीं कि उन्हें उनके बेटे हरकिशन विश्वकर्मा द्वारा हाथ ठेले में अस्पताल ले जाया गया, जो 5 किमी दूर है. उन्होंने यह भी दावा किया कि कोई एंबुलेंस नहीं आई और परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है.
ट्विटर पर यह वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा सकता है कि ग्यास प्रसाद को उनके परिजन ठेले पर ले जा रहे हैं.
इस रिपोर्ट के बाद जिला कलेक्टर सतीश कुमार ने जांच के आदेश दिए. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लहर के प्रभारी डॉ. राजीव कौरव ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि जांच में पता चला है कि परिवार ने किसी एंबुलेंस से संपर्क नहीं किया और परिवार को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल रहा था.
मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. तीनों पत्रकारों ने दावा किया कि उन्हें प्रशासन द्वारा झूठे मामले में फंसाया गया जा रहा है. पत्रकारों का कहना है, "हमने केवल सच दिखाया."
यह रिपोर्ट लल्लूराम डॉट कॉम, पत्रिका और न्यूज18 ने दिखाई थी. जांच के बाद प्रशासन ने दावा किया कि परिवार ने एंबुलेंस सर्विस (108) से संपर्क करने की कोशिश नहीं की. पीड़ित पत्रकारों कहना है कि प्रशासन ने परिवार पर दबाव डाला है और कहा है कि जो सरकार की तरफ से सुविधाएं मिल रही हैं उनको वापस ले लेंगे.
भारत में इस तरह की रिपोर्टिंग करने पर कई बार फ्रीलांस पत्रकारों को प्रशासन की तरफ से कार्रवाई झेलनी पड़ती है. इसी तरह का एक मामला काफी चर्चित हुआ था जिसमें स्वतंत्र पत्रकार पवन जायसवाल ने यूपी के मिर्जापुर के एक प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को नमक रोटी परोसे जाने का मामला उजागर किया था.
उनके द्वारा बनाया गया वीडियो काफी चर्चित हुआ था और कई मीडिया संस्थानों ने इस पर खबर भी छापी थी. हालांकि, मिड डे मील में नमक रोटी की रिपोर्ट दुनिया के सामने लाने के बाद प्रशासन की ओर से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. साथ ही, पवन जायसवाल के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया गया था. इसी साल जायसवाल की कैंसर से मौत हो गई थी.
हाल ही में पत्रकार मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया था और उसके बाद उनपर एक के बाद कई और मामले दर्ज कर लिए गए थे.
इसी साल जारी वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 142 से आठ स्थान गिरकर 150 हो गई. नेपाल और चीन को छोड़कर उसके बाकी सारे पड़ोसियों की रैंकिंग भी गिरी है. (dw.com)
नई दिल्ली, 22 अगस्त | दिल्ली एयरपोर्ट पर हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) साइकोएक्टिव पदार्थ के परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को ड्यूटी से हटा दिया है। सूत्रों ने बताया कि उन्हें एविएशन रेगुलेटर ने ड्यूटी से हटा दिया है।
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (आईडीआईए) में तैनात एक फ्लाइट क्रू का ड्रग टेस्ट किया गया। 18 अगस्त को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्रवाई करते हुए कर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है।
जनवरी 2022 में साइकोएक्टिव पदार्थो के लिए क्रू और एटीसी के परीक्षण का नियम लागू हुआ था।
जांच करने पर वह व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया। परीक्षण रिपोर्ट 18 अगस्त को प्राप्त हुई थी और उन्हें एयर ट्रैफिक कंट्रोल ऑफिसर (एटीसीओ) ड्यूटी से हटा दिया गया था।
साइकोएक्टिव पदार्थो के सेवन के लिए विमानन कर्मियों की जांच की प्रक्रिया का विवरण देने वाली नागरिक उड्डयन आवश्यकता (सीएआर) 31 जनवरी से लागू हुई थी। फ्लाइट चालक दल और एटीसी का परीक्षण किया जाता है।
टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कर्मचारी को संगठन द्वारा नशामुक्ति केंद्र में भेजा जाएगा। (आईएएनएस)|
नोएडा, 22 अगस्त | नोएडा के ट्विन टॉवर के ध्वस्तीकरण को अब 6 दिन ही बाकी रह गए हैं। 28 अगस्त को ट्विन टावर ढहा दिया जाएगा। ट्विन टॉवर के आस-पास के लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट करने का काम जारी है। आसपास की बिल्डिंगों को धूल से बचाने के लिए फाइबर शीट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। टावर में विस्फोटक लगाने का काम अभी भी जारी है। एडिफिस कम्पनी और नोएडा प्राधिकरण तैयारियों में जुटा हुआ है। जिसके लिए सुपर टेक ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण की तैयारियां परखने के लिए अलग-अलग विभाग के अधिकारी सोमवार को संयुक्त दौरा करेंगे। टावर के विस्फोट की पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली जाएगी, साथ ही टावर गिरने के दौरान धूल के गुबार से निपटने के इंतजाम भी परखे जाएंगे।
प्राधिकरण के अलावा सीबीआरआई, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विद्युत निगम, गेल इंडिया, ट्रैफिक विभाग व सिविल विभाग के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी ट्विन टावर के आसपास की सोसायटी का भी दौरा करेंगे। टावरों के ध्वस्त करने वाली एजेंसी एडिफिस और जेट डिमोलिशन के प्रतिनिधि भी विभाग के लोगो के साथ मौजूद रहेंगे। 29 मंजिला सियान टावर में विस्फोटक लगाने का काम पूरा किया जा चुका है। 32 मंजिला अपैक्स की आठवीं मंजिल तक विस्फोटक लगाए जा चुके हैं। इस बिल्डिंग का भी काम 24 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। रविवार को हुई त्यागी समाज की महापंचायत के चलते पलवल से विस्फोटक नहीं आ पाया जिसके कारण विस्फोटक लगाने का काम बंद रहा। सोमवार से फिर शुरू हो गया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 22 अगस्त | भारत में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 9,531 नए मामले दर्ज किए गए। यह आंकड़ा रविवार को सामने आए 11,539 संक्रमण से कम है। इसकी सूचना केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को दी। इसी अवधि में, कोरोना वायरस से 36 लोगों की मौत हुई। जिससे मरने वालों की संख्या 5,27,368 हो गई। वहीं 11,726 मरीज महामारी से ठीक भी हुए। जिसके चलते रिकवरी रेट 98.59 प्रतिशत रहा।
इस बीच, डेली पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 4.15 प्रतिशत हो गया है, जबकि वीकली पॉजिटिविटी रेट 3.59 प्रतिशत रहा।
इसी अवधि में, कुल 2,29,546 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसके चलते यह आंकड़ा बढ़कर 88.27 करोड़ से पार पहुंच गया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 22 अगस्त | किसान संगठनों ने बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर सोमवार को जंतर मंतर पर किसान महापंचायत का आयोजन किया है। इसको लेकर किसानों का दिल्ली के जंतर मंतर पर आना शुरू हो गया है। संयुक्त किसान मोर्चा समेत कई संगठनों ने किसान महापंचायत का ऐलान किया है। इसी के चलते अलग अलग राज्यों से किसानों का दिल्ली के जंतर मंतर पर आना शुरू हो गया है। कई किसान पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से दिल्ली पहुंचे हैं। महापंचायत के बाद किसानों का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपने की भी तैयारी है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने किसानों को कानून व्यवस्था का हवाला देकर प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। जंतर मंतर पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
दिल्ली पुलिस ने शहर के अंदर दाखिल होने वाले सभी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है। सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजियाबाद बॉर्डर पर सभी वाहनों की जांच की जा रही है। कई जगह पुलिस ने बैरिकेड भी लगाए हैं, ताकि किसी भी असामाजिक तत्वों को रोका जा सके। इसके चलते कई जगह लंबा ट्रैफिक जाम भी देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा और कई किसान संगठन बेरोजगारी, लखीमपुर खीरी मामले में न्याय सहित कई मुद्दों को लेकर एक दिन का प्रदर्शन करना चाहते हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 22 अगस्त | भारतीय स्मार्टफोन उपयोगकर्ता प्रतिदिन 30 मिनट मीम्स देखने में बिताते हैं। सोमवार को एक नई रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है। रणनीति परामर्श फर्म रेडसीर की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश उपयोगकर्ता तनाव को दूर करने के एक अच्छे तरीके के रूप में मीम्स का आनंद लेते हैं, 50 प्रतिशत लोगों को लगता है कि वो मीम्स पर खपत करने वाले समय में इजाफा कर सकते हैं।
मृगंक गुटगुटिया, पार्टनर, रेडसीर ने कहा है, "मीम्स को शेयर करने की क्षमता उन्हें समान रुचि वाले समूहों में लोकप्रिय बनाती है क्योंकि अधिकांश लोग उन्हें उसी तरह से संबंधित पाते हैं। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि पिछले वर्ष करीब 80 प्रतिशत लोगों ने मीम्स पर समय बिताने में वृद्धि की है।"
मीम्स अब एंटरटेनमेंट सेक्टर के चरम पर पहुंच गया है।
इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, कई सारे मीम्स क्रिएशन प्लेटफॉर्म आ गए हैं, यह दर्शाता है कि ये उद्योग फल फूल रहा है।
गुटगुटिया ने कहा, "नब्बे फीसदी उपभोक्ता खुद मीम बनाना चाहते हैं, जो मीम्स बनाने वाले ऐप्स की बड़ी मांग को दर्शाता है।"
सोशल मीडिया मीम्स तक पहुंच का प्राथमिक स्रोत है, इसके बाद दोस्तों और परिवारों से पता चलता है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, "सोशल मीडिया ने सभी को सामग्री निर्माण में अपना हाथ आजमाने की अनुमति दी है, इस प्रकार, इसने मीम्स निर्माण ऐप्स और प्लेटफार्मों के उदय का मार्ग प्रशस्त किया है।"
लोग ब्रांड निर्माण के लिए और रचनात्मक आउटलेट के रूप में मीम्स का उपभोग करना या बनाना चाहते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, "एक महत्वपूर्ण पहलू जो मीम्स को कम समय में इतनी बड़ी लोकप्रियता हासिल कराता है, वह यह है कि कोई भी व्यक्ति उनसे जुड़ सकता है और यह ब्रांड निर्माण और मार्केटिंग के लिए बहुत अच्छा काम करता है।" (आईएएनएस)|
चेन्नई, 22 अगस्त | पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) और सीपीआई-एम ने तमिलनाडु के कल्लाकुरिची में एक प्राइवेट स्कूल के हॉस्टल में कक्षा 12वीं की छात्रा की आत्महत्या की विस्तृत जांच की मांग की है। सीपीआई-एम के राज्य सचिव के. बालकृष्णन ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि स्कूल प्रशासकों के बयानों में कई गड़बड़ियां हैं, जो हमारी फैक्ट-फाइडिंग टीम ने नोटिस की है। इसलिए हम चाहते हैं कि इस मामले में पुलिस से विस्तार से जांच हो ताकि पता चले कि छात्रा की आत्महत्या के पीछे क्या कारण थे।
पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) ने रविवार को एक बयान में कहा कि सीबी-सीआईडी को विस्तृत जांच करनी चाहिए और छात्रा की मौत के पीछे की सच्चाई को सामने लाने के लिए उसके सहपाठियों और स्कूल के चौकीदारों के बयान भी लिए जाने चाहिए।
कल्लाकुरिची के एक प्राइवेट स्कूल की क्लास 12वीं की छात्रा 13 जुलाई को छात्रावास परिसर के पास मृत पाई गई, जिसके कारण व्यापक विरोध हुआ था।
16 जुलाई को बड़े पैमाने पर आगजनी हुई थी और लगभग 30 स्कूली बसों को और एक पुलिस वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया। स्कूल में तोड़फोड़ की गई, जिसमें लगभग बेंच, डेस्क, पंखे और अन्य बिजली के उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए।
पीयूसीएल ने बयान में कहा, हमारी फैक्ट-फाइडिंग रिपोर्ट के अनुसार, लड़की की मां के बयान में और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि लड़की के हाथ या पैर में कोई फ्रैक्चर नहीं था। लेकिन उसके शरीर पर कोई चोट के कई निशान थे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मामले में मेडिको-लीगल केयर के दिशा-निर्देश और प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया।
पीयूसीएल ने वास्तविक प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के साथ-साथ उन बदमाशों का पता लगाने का भी आह्वान किया, जिन्होंने स्कूल बसों को आग लगायी थी। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 21 अगस्त | उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने शुक्रवार देर रात मथुरा के श्री बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है, जिसमें दो लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। इस कमेटी का नेतृत्व पूर्व पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह करेंगे।
समिति उन परिस्थितियों की जांच करेगी, जिनमें घटना हुई थी और यह भी सुझाव देगी कि इस घटना को दोबारा होने से कैसे रोका जाए।
मंडलायुक्त अलीगढ़ गौरव दयाल समिति के सदस्य होंगे।
कमेटी अपनी जांच पूरी कर 15 दिन के अंदर सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस घटना पर आदेश जारी किया है।
जन्माष्टमी के मौके पर मंदिर में मची भगदड़ में दम घुटने से दो लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए।
श्री बांके बिहारी मंदिर परिसर में जब घटना हुई, उस समय मंदिर की ऊपरी मंजिल पर जिलाधिकारी, एसएसपी और नगर आयुक्त के तीन वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
अधिकारी और उनके परिवार मंदिर की बालकनी से 'दर्शन' कर रहे थे।
घटना के वक्त कथित तौर पर मंदिर का एक निकास द्वार बंद कर दिया गया था। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 21 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के चौंसठ जिलों में इस मानसून सामान्य से कम बारिश हुई है। इनमें से कई जिले सूखा जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, राज्य के 75 में से केवल 11 जिलों में 19 अगस्त तक सामान्य बारिश हुई है।
हालांकि, एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि आने वाले दिनों में बारिश इस कमी को पूरा करेगी।
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और अभी भी सूखा घोषित करना जल्दबाजी होगी।
उन्होंने कहा, "हम मानसून के हर पहलू को करीब से देख रहे हैं और दैनिक आधार पर डेटा एकत्र किया जा रहा है। बारिश कम हुई है लेकिन सूखे की घोषणा करना जल्दबाजी होगी क्योंकि हम अभी भी बुवाई के मौसम में हैं।"
जौनपुर उन जिलों में शामिल है जहां इस मॉनसून में सबसे कम बारिश हुई है।
आईएमडी के आंकड़े कहते हैं कि जिले में 74 फीसदी कम बारिश हुई है। 19 अगस्त तक 471.5 मिमी की लंबी अवधि के औसत (एलपीए) की तुलना में इस मानसून में केवल 123.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई है और यह बड़े घाटे वाले क्षेत्रों की श्रेणी में आता है।
विशेषज्ञों की राय है कि रोपाई के बाद लगभग एक महीने तक धान के खेतों में कम से कम कुछ इंच पानी भर जाना चाहिए। वर्षा की कमी से खरपतवार की वृद्धि होती है और पौधे का विकास प्रभावित होता है।
राज्य के पूर्वी हिस्सों में बारिश एलपीए से 50 फीसदी कम है।
फरु खाबाद में 80 फीसदी कम बारिश हुई है, जबकि राज्य के 39 जिलों में 50 फीसदी से कम बारिश हुई है।
सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि जिला स्तर के अधिकारियों को किसानों और कृषि वैज्ञानिकों से संपर्क बनाए रखने के लिए कहा गया है, ताकि स्थिति से निपटने के तरीकों पर किसानों को सही जानकारी दी जा सके।
उन्होंने कहा, "सूखा घोषित करने पर कोई भी निर्णय अक्टूबर में मानसून के बाद निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार लिया जाएगा।"
देहरादून, 21 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले के बाद उत्तराखंड में पूर्व की परीक्षा में फर्जीवाड़ा और धांधली की शिकायतें खुलकर सामने आ रही हैं। ऐसे ही उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की साल 2018 में हुई उत्तराखंड अधीनस्थ शिक्षा 'प्रवक्ता संवर्ग- समूह ग' (लेक्चरर) परीक्षा मामले पर एक महिला ने आयोग के एक सदस्य पर आरोप लगाते हुए डीजीपी को शिकायती पत्र के साथ साथ सबूत भी सौंपा है। डीजीपी अशोक कुमार ने पूरे मामले की जांच देहरादून एसएसपी दलीप सिंह रावत को सौंप दी है। जानकारी के मुताबिक, महिला का कहना है कि वर्ष 2018 में उत्तराखंड अधीनस्थ शिक्षा (प्रवक्ता संवर्ग- समूह ग) की लिखित परीक्षा पास करने के बाद उन्हें महिला व सामान्य वर्ग में साक्षात्कार के लिए चयनित किया गया। आरोप है कि साक्षात्कार के बाद आयोग के सदस्य ने उन्हें दस्तावेज दुरुस्त करने के नाम पर फोन किया और पैसों की मांग की।
शिकायतकर्ता महिला ने जब लोक आयोग के आरोपित सदस्य से फोन पर बातचीत की तो सामने वाले ने महिला को आश्वासन देते हुए कहा कि आने वाली अन्य भर्तियों में उनका काम हो जाएगा। ऐसे में महिला ने इस तरह धोखाधड़ी की शिकायत देहरादून एसएसपी और डीजीपी अशोक कुमार को मोबाइल व्हाट्सएप के माध्यम से एक फोन बातचीत का ऑडियो क्लिप सहित शिकायत पत्र भेजा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे प्रकरण की जांच डीजीपी अशोक कुमार ने देहरादून एसएसपी दलीप सिंह रावत को सौंपी है।
मुंबई, 21 अगस्त | बॉलीवुड स्टार ऋतिक रोशन ऑनलाइन फूड डिलीवरी फर्म जोमैटो के विज्ञापन के बाद एक नए विवाद में फंस गए हैं। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी - कैट) ने अभिनेता और फूड डिलीवरी ऐप पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को गुमराह करने और धोखा देने का आरोप लगाया है। कैट ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी पत्र लिखकर ऋतिक और जोमैटो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
अभिनेता पर आरोप है कि, उन्होंने विज्ञापन में धार्मिक भावनाओं को आहत किया है। जहां वह यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्हें उज्जैन में एक 'थाली' खाने का मन कर रहा है और इसलिए वह महाकाल से ऑर्डर करते हैं।
कैट ने बयान में कहा, "महाकाल की प्रसाद थाली सदियों से मुफ्त में परोसी जाती है लेकिन मंदिर परिसर में एक निर्दिष्ट स्थान के भीतर ही। मंदिर के बाहर किसी को भी प्रसाद थाली देने का सवाल ही नहीं उठता।"
उज्जैन में शिव का महाकालेश्वर या महाकाल मंदिर 12 ज्योतिलिंर्गों में से एक है और यह पूरे भारत से सैकड़ों हजारों भक्तों को आकर्षित करता है। इससे पहले मंदिर के पुजारियों ने कहा था कि जोमैटो को तुरंत विज्ञापन वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
कैट के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जोमैटो ने कहा, "यह विज्ञापन उज्जैन के कुछ पिनकोड में चलने वाला विज्ञापन 'महाकाल रेस्तरां' में 'थाली' को संदर्भित करता है, न कि श्रद्धेय श्री महाकालेश्वर मंदिर को।"
महाकाल रेस्तरां, जोमैटो ने बताया, "उज्जैन में हमारे उच्च ऑर्डर-वॉल्यूम रेस्तरां भागीदारों में से एक है और थाली इसके मेनू पर एक प्रशंसित आइटम है।"
कंपनी के बयान में कहा गया है, "वीडियो एक अखिल भारतीय अभियान का हिस्सा है जिसके लिए हमने प्रत्येक शहर में लोकप्रियता के आधार पर शीर्ष स्थानीय रेस्तरां और उनके शीर्ष व्यंजनों की पहचान की है।"
"महाकाल रेस्तरां उज्जैन में अभियान के लिए चुने गए रेस्तरां में से एक है। हम उज्जैन के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं और विचाराधीन विज्ञापन अब नहीं चल रहा है। हम अपनी ईमानदारी से क्षमा चाहते हैं क्योंकि यहां इरादा कभी किसी की आस्था और भावनाओं को आहत करने का नहीं था।"
इस बीच, अपने बयान में कैट ने आरोप लगाया कि, "यह घटना यह दिखाती है कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से समर्थित कंपनियां भारत के कानून और सिस्टम का कैसे मजाक बना रही हैंै।"
ऋतिक पर निशाना साधते हुए कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि, "मशहूर हस्तियां खूब पैसे लेती हैं और इसलिए कंपनी की बिक्री बल का हिस्सा बन जाती हैं।"
उन्होंने कहा, "वे अपने दायित्व से इनकार नहीं कर सकते हैं और इसलिए अभिनेता ऋतिक रोशन के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिन्होंने विज्ञापन में अभिनय की सामग्री को सत्यापित किए बिना दिखाया है कि पैसा कमाना ब्रांड एंबेसडर और मशहूर हस्तियों का एकमात्र मानदंड है।"
कैट ने विज्ञापन जारी होने के बाद जोमैटो को मिले ऑर्डरों की संख्या और महाकाल प्रसाद थाली की आड़ में ऑर्डर कहां से पूरे किए, इसकी भी जांच की मांग की।
फूड डिलेवरी ऐप की विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए जोमैटो ने इस विज्ञापन को काफी पहले ही शूट किया था।
यह दूसरा मौका है जब ऋतिक ने इस तरह के विवाद में फंस गए हैं। हाल ही में ऋतिक ने ट्विटर पर बॉयकॉट ट्रेंड के खिलाफ आमिर खान की 'लाल सिंह चड्ढा' का सपोर्ट किया था। इसके चलते ऋतिक की सैफ अली खान के साथ आने वाली फिल्म 'विक्रम वेधा' को बहिष्कार झेलना पड़ा। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 21 अगस्त| कांग्रेस अपने नए अध्यक्ष का चुनाव करने की तैयारी कर रही है, ऐसे में कई नामों पर विचार किया जा रहा है। इस बीच पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोबारा इस पद पर आसीन होने से इनकार कर दिया है। राहुल गांधी के इनकार के बाद अब पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कई नाम सामने आ रहे है, जिनमें अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक और कुमारी शैलजा शामिल हैं।
हालांकि, पार्टी नेताओं को अभी भी उम्मीद है कि राहुल गांधी पार्टी का नेतृत्व करने के लिए राजी हो सकते है, क्योंकि पार्टी बुरे दौर का सामना कर रही है। कुछ लोग प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम भी उछाल रहे हैं, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं है, क्योंकि वह उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं।
इसके अलावा, सोनिया गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में जारी रखने और प्रत्येक क्षेत्र के लिए एक कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है।
सोनिया गांधी के वफादार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी नाम चर्चा में है। लेकिन गहलोत ने कथित तौर पर शीर्ष पद से इनकार किया और कहा कि राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदभार संभालना चाहिए।
पार्टी के चुनाव प्राधिकरण ने जानकारी देते हुए बताया है कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच पार्टी प्रमुख का चुनाव कर लिया जाएगा। कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की अंतिम तारीख को लेकर मंजूरी दी जाएगी। लेकिन यह तय माना जा रहा है कि 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कभी भी चुनाव हो सकता है।
अनुसूचित जाति के जिन नेताओं को शीर्ष पद दिया जा सकता है, उनमें सुशील कुमार शिंदे, मल्लिकार्जुन खड़गे और मीरा कुमार शामिल हैं। खड़गे राहुल गांधी के विश्वासपात्र हैं और कर्नाटक चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य यूनिट्स के साथ कई बैठकें की हैं। उन्होंने आम चुनावों से पहले देश के हर जिले का दौरा करने की भी योजना बनाई है। योजना को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है।
बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। राहुल के इनकार ने पार्टी को दुविधा में डाल दिया है। उनके करीबी नेता उन्हें फिर से पद संभालने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। (आईएएनएस)|
श्रीनगर, 21 अगस्त | जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को रविवार को श्रीनगर में उनके आधिकारिक आवास में नजरबंद कर दिया गया। पीडीपी के प्रवक्ता सुहैल बुखारी ने आईएएनएस को बताया कि वह रविवार को शोपियां जिले के छोटिगम गांव जाने वाली थीं, जहां 16 अगस्त को आतंकवादियों ने एक स्थानीय कश्मीरी पंडित सुनील कुमार की हत्या कर दी थी।
अपनी नजरबंदी पर प्रतिक्रिया देते हुए, मुफ्ती ने अपने ट्विटर पेज पर कहा, भारत सरकार कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा को नजरअंदाज करना चाहती है क्योंकि उसकी कठोर नीतियों की वजह उन लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण टारगेट किलिंग हुई, जिन्होंने वहां से जाने का विकल्प नहीं चुना। सरकार हमें दुश्मन समझ रही है, जिस वजह से मुझे घर में नजरबंद कर दिया है।
महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किए जाने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। (आईएएनएस)|