अंतरराष्ट्रीय
तुर्की, 14 अक्टूबर । तुर्की की संसद में नए मीडिया क़ानून को मंज़ूरी दी गई है जो पहले से ज़्यादा सख़्त है. इसके तहत फ़ेक न्यूज़ फ़ैलाने वाले रिपोर्टर्स और सोशल मीडिया यूजर्स को तीन साल तक की सज़ा हो सकती है.
समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक तुर्की में आठ महीने बाद होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले ये नया क़ानून लाया गया है.
इस क़ानून में 40 संशोधन किए गए और हर संशोधन पर अलग-अलग वोट लिया गया. ये प्रस्ताव राष्ट्रपति रेचेप तैयप्प अर्दोआन की एकेपी पार्टी ने पेश किया था जिसका मुख्य विपक्षी समूहों ने विरोध किया.
इस क़ानून के तहत सोशल नेटवर्क्स और इंटरनेट साइट्स को फ़र्जी जानकारी देने वाले यूजर्स की निजी जानकारियां देना ज़रूरी होगा.
कोर्ट फ़ेक न्यूज़ के लिए दोषी पाए गए प्रमाणित रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया यूजर्स को भी एक से तीन साल की सज़ा सुना सकता है.
सरकार ने एक साप्ताहिक ''डिसइन्फॉर्मेशन बुलेटिन'' प्रकाशित करना भी शुरू किया है जिसमें फर्जी ख़बरों की जानकारी दी जाएगी.
इस बदलाव को लेकर यूरोप राइट्स ग्रुप की काउंसिल ने कहा है कि 'डिसइन्फॉर्मेशन' की अस्पष्ट परिभाषा और जेल की धमकी सेल्फ-सेंसरशिप को बढ़ावा देगा, खासतौर पर जून 2023 में आने वाले चुनावों को देखते हुए. (bbc.com/hindi)
वॉशिंगटन, 14 अक्टूबर । अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने भारत की आर्थिक वृद्धि की तारीफ़ करते हुए कहा कि भारत अंधरे में उजाले की किरण की तरह है.
आईएमएफ़ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टलिना गियोरग्येवा ने कहा कि भारत इस अंधेरे में एक उजली किरण कहलाने लायक है क्योंकि ये मुश्किल समय में भी तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रहा है. सबसे महत्वपूर्ण ये है कि ये वृद्धि संरचनात्मक सुधारों की नीव पर हुई है.
क्रिस्टलिना गियोरग्येवा से एक प्रेस ब्रीफ़िंग में जी20 अध्यक्षता को लेकर भारत से उम्मीदों को लेकर सवाल पूछा गया था.
क्रिस्टलिना ने भारत की इस सफलता के लिए डिजिटलीकरण को वजह बताया है.
उन्होंने कहा कि भारत को डिजिटलीकरण में उल्लेखनीय सफ़लता मिली है चाहे वो डिजिटल आईडी हो या डिजिटल पहुंच के आधार पर सभी सेवाएं और सहयोग देना. ये भारत की सफ़लता में एक बड़ा कारण बना है.
उन्होंने कहा, ''देश जी20 में नेतृत्व की ओर बढ़ रहा है. मुझे पूरी तरह भरोसा है कि भारत अगले साल अपनी अध्यक्षता में आने वाले सालों के लिए दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा.''
अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में आईएमएफ़ और विश्व बैंक की बैठक चल रही है.
इससे पहले, आईएमएफ़ ने विभिन्न देशों की विकास दर का अनुमान जारी किया था जिसमें भारत के लिए वर्ष 2022-23 में 6.8 प्रतिशत और वर्ष 2023-24 में 6.1 प्रतिशत का अनुमान लगाया गया था.
भारत अगले साल एक दिसंबर, 2022 से एक साल के लिए जी20 की अध्यक्षता करने वाला है. (bbc.com/hindi)
इसराइली, 14 अक्टूबर । इस्लामिक देशों के संगठन ऑर्गेनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) ने वेस्ट बैंक के शहर हेब्रोन में पवित्र कुरान जलाने की कड़ी निंदा की है.
शहर में एक मस्जिद के पास सोमवार को इसराइली बस्ती में रहने वाले लोगों ने मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ क़ुरान की प्रतियाँ फाड़ी और जलाई थीं.
मिस्र की सबसे बड़े धार्मिक संस्थान अल-अजहर अल-शरीफ़ ने इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी ज़िम्मेदार बताया. वहीं, इस्लामिक देशों के संगठन (आईआईसी) ने भी कुरान जलाने के ख़िलाफ़ कड़ा बयान जारी किया.
अल-अजहर अल-शरीफ़ ने कहा, ''पवित्र क़ुरान को जलाना ज़ायोनीवाद की बर्बरता, आतंकवाद और घृणित नस्लवाद को दिखाता है. ये अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अस्वीकार्य चुप्पी के तहत हो रहा है.''
ओआईसी ने कहा, "ओआईसी का महासचिवालय कट्टरपंथियों के इब्राहिमी मस्जिद में पवित्र क़ुरान की कॉपियों को फाड़ने और जलाने की कड़ी निंदा करता है.''
द सियासत डेली के मुताबिक फ़लस्तीनी समाचार एजेंसी वाफ़ा को हेब्रोन एंडोमेंट के निदेशक निदल अल-जाबरी ने बताया कि इसराइल की बस्ती में रहने वाले लोगों ने कुरान की कई कॉपियां जलाईं और उन्हें इब्राहिमी मस्जिद के पास कचरे में फेंक दिया.
उन्होंने बताया कि कुरान की सात कॉपियां कचरे में फटी हुई मिलीं, उनमें से एक जलाई गई थी. इससे पहले बस्ती के लोगों ने इब्राहिमी मस्जिद और उसके आसपास के घरों पर हमला किया था.
यरुशलम के ग्रैंड मुफ़्ती और अल-अक्सा मस्जिद के मौलवी शेख मोहम्मद हुसैन ने भी क़ुरान जलाने का विरोध किया है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि ये घृणित कार्य इस्लाम के ख़िलाफ़ नस्लवादी व्यवहार को दिखाता है. ये लोगों में नफ़रत और हिंसा को भड़काएगा और तनाव को बढ़ावा देगा. उन्होंने ऐसे हमलों पर रोक लगाने की अपील की.
फ़लस्तीन के न्यायाधीश महमूद अल-हब्बाश ने कहा कि ये क्रूर कदम और इस्लाम के ख़िलाफ़ लड़ाई दुनियाभर में दो अरब मुसलमानों की भावनाओं पर जबरदस्त हमला है और उन्हें अपमानित करना है.
कुरान जलाने की घटना के जवाब में हेब्रों की केतुन मस्जिद में सोमवार को प्रार्थना के लिए लोगों को बुलाया गया. इसके लिए ट्वीटर पर सार्वजनिक न्योता दिया गया. (bbc.com/hindi)
सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका), 14 अक्टूबर। अमेरिका में इस महीने की शुरुआत में आठ महीने की बच्ची समेत भारतीय मूल के सिख परिवार के अपहरण और हत्या के आरोपी ने बृहस्पतिवार को अपना जुर्म कबूल नहीं किया।
गौरतलब है कि जीसस सालगाडो ने तीन अक्टूबर को आठ महीने की आरूही धेरी, उसके माता-पिता तथा एक रिश्तेदार का बंदूक का भय दिखाकर कथित तौर पर अपहरण कर लिया था।
प्राधिकारियों का आरोप है कि वर्षों पहले सिख परिवार की ट्रक कंपनी में काम करने वाले सालगाडो ने परिवार के अपहरण के एक घंटे के भीतर ही उनकी हत्या कर दी थी। उनके शव अपहरण के दो दिन बाद एक दूरवर्ती इलाके से बरामद किए गए थे।
‘केएफएसएन टीवी’ ने बताया कि 48 वर्षीय आरोपी ने दोष स्वीकार नहीं किया। उस पर अगले महीने से मुकदमा चलने की संभावना है और वह अभी जेल में है।
सालगाडो के लिए अदालत द्वारा नियुक्त किए वकील डगलस फोस्टर ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
कैलिफोर्निया की सैन जोआकिन वैली में बादाम के बाग में एक किसान ने आरूही, उसकी मां 27 वर्षीय जसलीन कौर, उसके पिता 36 वर्षीय जसदीप सिंह और जसदीप के भाई 39 वर्षीय अमनदीप सिंह के शव बरामद किए थे।
सालगाडो पर हत्या के चार आरोप लगाए गए हैं। उस पर आगजनी तथा हथियार रखने का भी आरोप लगाया गया है। अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे ताउम्र कैद की सजा हो सकती है।
इस बीच, आरूही के रिश्तेदारों ने बताया कि मृतकों का टर्लोक में शनिवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार में केवल परिवार के सदस्य शामिल होंगे लेकिन परिवार का समर्थन करने वाले लोग अंत्येष्टि स्थल के बाहर एकत्र हो सकते हैं। (भाषा)
अमेरिका के उत्तर कैरोलिना में गुरुवार को हुई गोलीबारी की घटना में पाँच लोगों की मौत हो गई है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक मरने वालों में एक पुलिस अधिकारी भी शामिल है.
ख़बरों के मुताबिक घटना स्थानीय समयानुसार शाम करीब 5 बजे हुई.
नॉर्थ कैरोलिना की मेयर मैरी एन बाल्डविन ने बताया कि गोलीबारी की इस घटना में दो अन्य लोग घायल भी हुए हैं, जिसमें से एक पुलिस अधिकारी है.''
मेयर ने घटना के बारे में और ज़्यादा जानकारी तो नहीं दी, लेकिन कहा, "हमें अमेरिका में इस पागलपन वाली हिंसा को रोकना होगा."
माना जा रहा है कि संदिग्ध हमलावर एक गोरा किशोर है और उसने एक लंबी बंदूक से गोलियां चलाईं. इस शख़्स के अलावा अभी किसी और को हिरासत में नहीं लिया गया है.
इस्लामाबाद, 13 अक्टूबर। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक बस में आग लगने से आठ बच्चों और नौ महिलाओं समेत कम से कम 18 बाढ़ पीड़ितों की जलने से मौत हो गई।
पुलिस अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि हादसा प्रांत के नूरीबाद थाना क्षेत्र में बुधवार रात को हुआ। वातानुकूलित बस क्षमता से अधिक भरी थी।
जियो टीवी के मुताबिक, बस में 80 बाढ़ पीड़ित सवार थे और यह दादू जिले के खैरपुर नाथन शाह से कराची की ओर जा रही थी।
खबर में बताया गया है कि जामशोरो के उपायुक्त ने पुष्टि की है कि मृतक संख्या 18 हो गई है तथा मरने वालों में आठ बच्चे और नौ महिलाएं शामिल हैं।
खबर में पुलिस अधिकारियों के हवाले से कहा गया है, “ हो सकता है कि एयर कंडीशनर में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी हो।”
पुलिस ने बताया कि कुछ सवारियों ने आग से बचने के लिए बस से छलांग लगा दी।
पुलिस के मुताबिक, बचाव का काम जारी है और दमकल कर्मी आग को बुझाने के लिए मौके पर पहुंच गए हैं जबकि घायलों को जामशोरो और नूरीबाद के स्थानीय अस्पतालों में भर्ती किया गया है।
सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने जामशोरो के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को बचाव कार्य तेज करने की हिदायत दी है।
मुराद ने घटना पर रिपोर्ट भी तलब की है।
सिंध प्रांत में बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित जिलों में दादू भी शामिल है। (भाषा)
ओपेक प्लस देशों के तेल उत्पादन घटाने के फ़ैसले को लेकर कुछ आलोचनाओं के बाद सऊदी अरब ने अब बयान जारी किया है. इसमें खासतौर पर अमेरिका को निशाना बनाया गया है.
सऊदी अरब ने रूस का पक्ष लेने और अमेरिका के ख़िलाफ़ राजनीति करने के आरोपों का खंडन किया है.
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने कहा, ''ओपेक+ के फ़ैसले के बाद सऊदी अरब को लेकर आए बयानों में कहा गया है कि सऊदी अरब अंतरराष्ट्रीय टकरावों में पक्ष ले रहा है और वो अमेरिका के ख़िलाफ़ राजनीतिक रूप से प्रेरित है.''
''सऊदी अरब इन बयानों को पूरी तरह ख़ारिज करता है जो तथ्य पर आधारित नहीं है और ओपेक+ के फ़ैसले को आर्थिक संदर्भ के इतर दिखाती हैं. ये फ़ैसला ओपेक+ समूह के सभी सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से लिया है. ये फ़ैसला किसी एक देश का नहीं है. ये फ़ैसले आर्थिक आधार पर लिए जाते हैं ताकि तेल बाज़ार में मांग और आपूर्ति का संतुलन बना रहे.''
बयान में कहा गया है, ''सऊदी सरकार ने अमेरिकी प्रशासन से लगातार हो रही बातचीत में स्पष्ट किया था कि ओपेक+ के फ़ैसले को एक महीना टालने के नकारात्मक आर्थिक परिणाम होंगे. इस फ़ैसले को टालने का सुझाव दिया गया था. यूक्रेन संकट के संदर्भ में सऊदी अरब की स्थिति को लेकर तथ्यों से छेड़छाड़ करना दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे सऊदी अरब की स्थिति नहीं बदलेगी. इसमें रूस-यूक्रेन संघर्ष में संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करना भी शामिल है.''
विदेश मंत्रालय ने कहा, ''सऊदी अरब देशों के संप्रभु इलाक़ों में किसी भी तरह के हमले को खारिज करता है. सऊदी अरब जहां अपने मित्र देशों के साथ मजबूत रिश्तों का पैरोकार है वहीं वैश्विक अर्थव्यवस्था की सुरक्षा के अच्छे उद्देश्य को तोड़ने-मरोड़ने के किसी के हुक्म, कार्रवाई और कोशिशों को खारिज करता है.
ओपेक प्लस ने पाँच अक्टूबर को इस बात की घोषणा की थी कि तेल उत्पादन में प्रति दिन 20 लाख बैरल की कमी की जाएगी. तेल उत्पादन पहले की तरह जारी रखने की कई अमेरिकी कोशिशों के बावजूद सऊदी अरब समेत ओपेक प्लस देशों ने उत्पादन घटाने का फ़ैसला किया.
ओपेक+ के फ़ैसले के बाद अमरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने सऊदी अरब को चेतावनी दी थी कि तेल उत्पादन घटाने के ओपेक प्लस के फ़ैसले के ‘गंभीर परिणाम’ होंगे.
अमेरिका ने ओपेक+ पर रूस का पक्ष लेने का आरोप भी लगाया था. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन-जीन-पियरी ने मंगलवार को कहा था, "ये साफ़ नज़र आ रहा है कि ओपेक प्लस रूस के साथ हैं.”
उन्होंने कहा कि वो विस्तार से बाद में बताएंगी कि इससे अमेरिका-सऊदी के रिश्तों पर क्या असर पड़ेगा. (bbc.com/hindi)
अपने ट्वीट्स से अक्सर चर्चा में रहने वाले टेस्ला के मालिक एलन मस्क एक बार फिर ख़बरों में हैं लेकिन इस बार ना तो टेस्ला, ना स्पेस एक्स और ना ट्विटर इसकी वजह है.
एलन मस्क इस बार अपने परफ़्यूम की वजह से चर्चा में हैं. वो अब परफ़्यूम कारोबार में उतरे हैं और उन्होंने ट्विटर प्रोफ़ाइल में खुद को 'परफ़्यूम सेल्समैन' बना लिया है.
एलन मस्क ने 'बर्न्ट लाइट' नाम का परफ़्यूम लॉन्च किया है और उन्होंने इसकी जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर दी है.
उन्होंने ट्वीट किया, ''मेरे जैसे नाम का सुगंध के कारोबार में आना तय था - मैं इससे इतने लंबे समय तक क्यों लड़ता रहा?''
एलन मस्क ने बताया कि ये परफ़्यूम ओम्नीजेंडर होगा यानी इसे महिला और पुरुष दोनों इस्तेमाल कर सकते हैं.
रॉयटर्स के मुताबिक 'बर्न्ट हेयर' परफ़्यूम की कुछ ही घंटों में 10 हज़ार शीशियां बिक गईं जिनकी कीमत 10 लाख डॉलर (लगभग आठ करोड़ 22 लाख रुपये) थी.
इस परफ़्यूम की शीशी की कीमत 100 डॉलर (करीब 8 हज़ार रुपये) है और साल 2023 के पहली तिमाही में ये लोगों को मिलनी शुरू होगी.
इससे पहले एलन मस्क टकीला का अपना खुद का ब्रांड 'टेस्ला टकीला" लॉन्च कर चुके हैं. उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर को खरीदने की भी चर्चा रही है. हालांकि, इस सौदे को लेकर निश्चित तौर पर कुछ सामने नहीं आया है. (bbc.com/hindi)
पश्चिमी नेपाल में बीते सप्ताह भारी बाढ़ और भूस्खलन के कारण कम से कम 33 लोगों की मौत हुई है. स्थानीय मीडिया ने इन मौतों की पुष्टि की है.
अधिकारियों के मुताबिक़, उत्तर-पश्चिम के कर्णाली प्रांत में मॉनसून की भारी बारिश हुई है जिसके कारण हज़ारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है.
हिमस्खलन और बाढ़ में सैकड़ों घरों को नुक़सान पहुंचा है. इस प्रांत में कम से कम 22 लोग लापता हैं जबकि घायलों की संख्या और भी अधिक हो सकती है.
बचावकर्मियों का कहना है कि लगातार बारिश के कारण इस पहाड़ी प्रांत में बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही हैं.
अन्नापूर्णा पोस्ट अख़बार ने एक पुलिस प्रवक्ता के हवाले से कहा है, “हमने ज़मीन पर पुलिस अफ़सरों को उतारा है. सुर्खेत में हवाई रास्ते से बचाव के लिए हमने हेलीकॉप्टर का इंतज़ाम किया है.”
“हालांकि, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मौसम ठीक न होने की वजह से जिस तरह की प्रगति होनी चाहिए थी वो हो नहीं पाई है.”
कालीकोट ज़िले से लोगों के लापता होने की अधिक रिपोर्टें आई हैं. भारी बारिश की चेतावनी के बीच हज़ारों लोगों को उनके घरों से सुरक्षित निकाला गया है. (bbc.com/hindi)
यरूशलम, 12 अक्टूबर। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका ने इजराइल और लेबनान के बीच “ऐतिहासिक समझौता” कराया है, जिससे दोनों देशों के बीच साझा समुद्री सीमा को लेकर चला आ रहा विवाद खत्म हो जाएगा। साथ ही दुश्मन माने जाने वाले इन दोनों देशों के बीच प्राकृतिक गैस उत्पादन का रास्ता साफ होगा और युद्ध का खतरा कम हो जाएगा।
अमेरिका की मध्यस्थता में महीनों चली वार्ता के बाद हुए इस समझौते को इजराइल और लेबनान के बीच संबंधों के लिहाज से बड़ी सफलता माना जा रहा है। साल 1948 में इजराइल की स्थापना के बाद से दोनों देशों के बीच औपचारिक रूप से युद्ध की स्थिति है। हालांकि इस समझौते को इजराइल में कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है, जिनमें कानूनी और राजनीतिक चुनौतियां शामिल हैं।
बाइडन की घोषणा से पहले ही इजराइल ने इस समझौते का स्वागत किया है। लेबनान के नेताओं ने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है। हालांकि उन्होंने संकेत दिया है कि वे समझौते को स्वीकार करेंगे।
वाशिंगटन में, बाइडन ने कहा कि इजराइल और लेबनान ने अपने समुद्री विवाद को “औपचारिक रूप से खत्म” करने पर सहमति जताई है।
बाइडन ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बात की थी और उन्हें बताया गया कि वे आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।
बाइडन ने कहा कि समझौते के तहत ऊर्जा क्षेत्र का विकास किया जाएगा, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा। साथ ही इससे क्षेत्र में और अधिक स्थिरता व समृद्धि लाने का मंच तैयार होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “अब यह महत्वपूर्ण है कि सभी पक्ष अपने वादों पर कायम रहें और उन पर अमल करने की दिशा में काम करें।”
लेबनान और इजराइल भूमध्यसागर के 860 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर अपना-अपना दावा जताते हैं। दोनों देश समुद्र के भीतर प्राकृतिक गैस भंडार खोजने के अधिकार को लेकर आमने-सामने रहे हैं।
लेबनान को उम्मीद है कि गैस की खोज देश को बढ़ते आर्थिक संकट से बाहर निकालने में मदद करेगी। इजराइल भी लेबनान के साथ तनाव को कम करते हुए गैस भंडारों का लाभ उठाने की उम्मीद कर रहा है।
समझौते के तहत, विवादित जलक्षेत्र को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण “काना” प्राकृतिक गैस क्षेत्र के निकट एक रेखा के साथ विभाजित किया जाएगा।
वार्ता में शामिल इजराइली अधिकारियों ने कहा कि लेबनान को उस क्षेत्र से गैस का उत्पादन करने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन इजराइल की ओर से गैस निकाले जाने पर इजराइल को ‘रॉयल्टी’ का भुगतान करना होगा। (एपी)
संयुक्त राष्ट्र, 12 अक्टूबर | संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और अफ्रीकी संघ (एयू) के बीच अब तक के सर्वश्रेष्ठ सहयोग की सराहना करते हुए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चेतावनी दी है कि आगे बड़ी चुनौतियां हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गुटेरेस ने संयुक्त राष्ट्र और एयू के बीच सहयोग पर सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा कि अपनी स्थापना के 20 वर्षों में, अफ्रीकी संघ ने महाद्वीप पर एकीकरण, शांति और समृद्धि की दिशा में काम करने का ²ढ़ संकल्प दिखाया है।
उन्होंने कहा कि, "संयुक्त राष्ट्र और अफ्रीकी संघ के बीच सहयोग कभी मजबूत नहीं रहा, लेकिन बड़ी चुनौतियां बनी हुई हैं, जिनमें संघर्ष और असंवैधानिक सरकार परिवर्तन शामिल हैं। कई अफ्रीकियों के लिए, जलवायु परिवर्तन कोई दूर का खतरा नहीं है, बल्कि एक दैनिक वास्तविकता है।"
उन्होंने कहा है, "जैसा कि हम अगले महीने मिस्र में सीओपी27 की तैयारी कर रहे हैं, मैं नेताओं से, विशेष रूप से जी20 देशों से, जो कि 80 प्रतिशत ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं, अंत में तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।"
उन्होंने कहा, "विकसित देशों को भी अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना चाहिए, जिसकी शुरूआत विकासशील देशों के लिए सालाना 100 अरब डॉलर और अनुकूलन के लिए डबल फंडिंग प्रदान करने की उनकी प्रतिज्ञा से होती है।"
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि जलवायु सम्मेलन को नुकसान और क्षति पर भी ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। "यह केवल विकसित और विकासशील देशों के बीच भरोसे का मामला नहीं है। कई देशों के लिए और विशेष रूप से अफ्रीका में, यह अस्तित्व का सवाल है।" (आईएएनएस)|
इस्लामाबाद, 12 अक्टूबर | स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा है कि सितंबर 2022 में महीने दर महीने आधार पर विदेशी पाकिस्तानी कामगारों द्वारा भेजे जाने वाले प्रेषण में 10.5 फीसदी की कमी आई है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, "केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को अपने आधिकारिक आंकड़ों में कहा कि श्रमिकों के प्रेषण में पिछले महीने के 2.7 बिलियन डॉलर के आंकड़े की तुलना में सितंबर में 2.4 बिलियन डॉलर की आमद दर्ज की गई, जिसमें साल-दर-साल आधार पर 12.3 प्रतिशत की कमी आई।"
2023 के वित्तीय वर्ष में जुलाई-सितंबर की अवधि के दौरान 7.7 बिलियन डॉलर के संचयी प्रवाह के साथ, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में प्रेषण में 6.3 प्रतिशत की कमी आई है, जैसा कि आंकड़े दिखाते हैं।
सितंबर में, प्रेषण मुख्य रूप से सऊदी अरब से 616.6 मिलियन डॉलर, संयुक्त अरब अमीरात से 474.3 मिलियन डॉलर, यूके में 307.8 मिलियन डॉलर और यूएस 268.1 मिलियन डॉलर के साथ बैंक के अनुसार आया था।
श्रमिकों का भेजा हुआ धन पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि वे विदेशी मुद्रा के प्रमुख स्रोतों में से एक हैं। (आईएएनएस)|
कोच्चि, 11 अक्टूबर । केरल में दो महिलाओं की हालिया मौत काला जादू के लिए कथित तौर पर मानव बलि दिए जाने से संबंधित है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने मंगलवार को इस सिलसिले में एक दंपती सहित तीन लोगों को यहां हिरासत में लिया है।
पुलिस ने बताया कि जिन महिलाएं की हत्या की गई, वे सड़क पर लॉटरी टिकट बेच कर अपनी आजीविका चलाती थीं। आरोपियों ने अपनी आर्थिक तंगी दूर करने और समृद्धि प्राप्त करने के लिए कथित तौर पर उनकी बलि दे दी।
पुलिस ने आरोपियों के हवाले से बताया कि महिलाओं का पहले गला रेता गया और फिर उनके शरीर के टुकड़े किये गए तथा उन्हें पथनमथिट्टा जिले के तिरुवल्ला में दो अलग स्थानों पर दफना दिया गया।
पुलिस ने बताया कि महिलाओं की उम्र 50 से 55 वर्ष के बीच थी। इनमें से एक कदवंथरा और दूसरी नजदीक स्थित कालडी की रहने वाली थी। वे इस साल क्रमश: सितंबर और जून में लापता हो गईं थी। उनकी तलाश में जुटी पुलिस को तफ्तीश के दौरान घटना के कथित तौर पर मानव बलि से जुड़े होने की जानकारी मिली।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान भगवंत सिंह, उसकी पत्नी लैला और रशीद उर्फ मोहम्मद शफी के तौर पर हुई है। यह संदेह है कि रशीद ही इन महिलाओं को दपंती के घर ले गया था।
कोच्चि शहर के पुलिस आयुक्त नागराजू चाकिलम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ कदवंथरा की लापता महिला की तलाश के दौरान पता चला कि दंपती ने तिरुवल्ला स्थित अपने घर में उसकी हत्या कर दी और उसके शव को टुकड़े कर दफना दिया गया है। दंपती ने आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए उसकी बलि दी।’’
पुलिस आयुक्त ने बताया कि मामले की जांच करने पर पता चला कि आरोपियों ने जून में भी इसी तरह एक अन्य महिला की ‘‘बलि’’ दी थी।
उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस का एक दल जल्द तिरुवल्ला पहुंच कर शवों के अवशेषों को कब्र खोद कर निकालेगा।
पुलिस महानिदेशक (दक्षिण क्षेत्र) पी. प्रकाश ने बताया कब्र की खुदाई कर शवों के टुकड़े निकालने, पूछताछ करने और पोस्टमार्टम के बाद ही अतिरिक्त जानकारी दी जा सकेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रथम दृष्टया, यह आर्थिक लाभ हासिल करने के लिए मानव बलि देने का मामला प्रतीत होता है। पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है।’’ (भाषा)।
लास तेजेरियास (वेनेजुएला), 11 अक्टूबर। मध्य वेनेजुएला में एक भीषण भूस्खलन में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 34 हो गयी है।
बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों की ड्रोन एवं प्रशिक्षित श्वान दस्तों की मदद से तलाश कर रहे हैं।
निवासियों ने पानी और मिट्टी के सैलाब से बाल-बाल बच निकलने की खौफनाक दास्तां सुनायी।
जोस मेडिना ने बताया कि लास तेजेरियास शहर में उनके घर में पानी कमर के स्तर तक घुस आया था। वह और उनका परिवार इसमें फंस गए थे लेकिन किसी तरह बाहर निकलने में कामयाब रहे। मेडिना ने अपने परिवार के बच निकलने को ‘‘चमत्कार’ बताया।
लास तेजेरियास में कई पर्वतीय इलाकों में तूफान ‘जूलिया’ के कारण मूसलाधार बारिश आयी, जिसे बाढ़ आ गयी और मिट्टी धंस गयी।
वेनेजुएला के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि बाढ़ में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गयी है और 60 अन्य लोग लापता हैं।
नकदी के संकट से जूझ रहे इस दक्षिण अमेरिकी देश में हाल के वर्षों में यह सबसे खराब प्राकृतिक आपदा है।
इस बीच, बचावकर्मियों ने मलबे में दबे लोगों का पता लगाने के लिए ड्रोन और श्वान दस्तों का इस्तेमाल किया।
देश की उपराष्ट्रपति डेल्सी रोड्रिगेज ने भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अब भी ऐसे लोगों के मिलने की उम्मीद है जिन्हें बचाया जा सकता है।’’
वेनेजुएला के प्राधिकारियों ने बताया कि लास तेजेरियास में 317 मकान मिट्टी धंसने से ढह गए और 750 अन्य मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
वेनजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने रविवार को पीड़ितों के लिए तीन दिन के शोक की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि बाढ़ से देश के 11 राज्यों को नुकसान पहुंचा है। (एपी)
ग्वाटेमाला सिटी (अमेरिका), 11 अक्टूबर (एपी)। अमेरिका में अब एक उष्णकटिबंधीय दबाव में बदल चुके तूफान जूलिया के प्रभाव के कारण ग्वाटेमाला और अल सल्वाडोर में सोमवार को मूसलाधार बारिश हुई।
इस तूफान के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष परिणाम के रूप में कम से कम 19 लोगों के मारे जाने की सूचना है।
ग्वाटेमाला की आपदा निवारण एजेंसी ने कहा कि अल्टा वेरापाज़ प्रांत में एक घर पर एक पहाड़ी के गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई।
अल साल्वाडोर में अधिकारियों ने कहा कि कोमासागुआ शहर में एक घर में एक दीवार गिरने से साल्वाडोर सेना के पांच सैनिकों की मौत हो गई, जहां उन्होंने शरण ली हुई थी।
गुआताजियागुआ के पूर्वी अल सल्वाडोर शहर में दो अन्य लोगों की मौत हो गई, जब भारी बारिश के कारण उनके घर की दीवार गिर गई।
अल साल्वाडोर में एक अन्य व्यक्ति की मौत करंट की चपेट में आने से हो गई जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौत उस पर पेड़ गिरने से हुई।
यूक्रेन की राजधानी कीएव पर हुए रूस के मिसाइल हमलों की दुनिया के कई देशों ने निंदा की है.
अमेरिका ने कहा कि रूस ने असैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, इनमें यूनिवर्सिटी और बच्चों के प्लेग्राउंड भी शामिल हैं. अमेरिका ने यूक्रेन को मदद जारी रखने का भरोसा दिया है.
संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटारेस ने कहा कि इस हमले से वो ‘बेहद हैरान’ हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि ये हमले शनिवार को क्राइमिया को रूस से जोड़ने वाले एक मात्र पुल पर हुए धमाके का जवाब हैं.
यूक्रेन ने दावा किया है कि रूस ने सोमवार को 83 मिसाइलें दागीं जिनमें से 43 को एयर डिफ़ेंस सिस्टम से निष्क्रिय कर दिया गया.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘यूक्रेन को डरा नहीं सकते. इन सब चीज़ों से वो और एकजुट होगा.’’
''रूस ने किया युद्ध अपराध''
राजधानी कीएव के अलावा यूक्रेन के लवीव, खारकीएव, द्नीप्रो, ज़पोरिज्ज़िया पर भी रूस ने हमले किए. ये शहर पहले भी रूस के निशाने पर थे और बीते महीनों में यहां काफ़ी तबाही हुई.
एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को हुए इन हमलों में करीब 14 लोगों की मौत हुई है और कई लोग जख्मी हैं.
हमलों की वजह से कई शहरों में बिजली और पानी की सप्लाई बाधित हो गई है.
यूरोपियन यूनियन ने कहा कि रूस ने युद्ध अपराध किया है और उसने आतंक और क्रूरता दिखाई है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनिया के कई देशों के नेताओं ने यूक्रेन के राष्ट्रपति से बात की. बाइडन ने इन हमलो को बेहद क्रूर बताया और कहा कि अमेरिका यूक्रेन की मदद करता रहेगा और अडवांस एयर डिफ़ेंस सिस्टम उपलब्ध कराएगा.
उधर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि ये हमले शनिवार को कर्च ब्रिज पर हुए धमाके का जवाब हैं और वो यूक्रेन पर ‘भीषण’ हमले का आदेश देने वाले थे. वहीं रूसी सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी हेड दमित्री मेतवेदेव ने कहा कि ‘‘ये महज हमले का पहला एपिसोड है. बाकी एपिसोड भी आएंगे.’’(bbc.com/hindi)
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी ने कहा है कि सेना की राजनीति में कोई भूमिका नहीं है और ये संविधान में स्पष्ट है.
अल्वी ने पाकिस्तान के एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि सेना प्रमुख ने सेना की भूमिका को लेकर हाल में जो कुछ कहा है उससे वो पूरी तरह सहमत हैं.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा था कि जत्थों को आर्थिक और राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. राष्ट्रपति अल्वी ने कहा, "बिल्कुल सही. इसके अलावा उन्हें कुछ कहना भी नहीं चाहिए. सेना प्रमुख के शब्द बिल्कुल संवैधानिक हैं."
ये पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तानी सेना तटस्थ है? आरिफ़ ने कहा, "उनको होना ही चाहिए. सियासत के अंदर पाकिस्तान के संविधान में उसकी कोई भूमिका नहीं है."
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पिछले दिनों कहा था कि पाकिस्तान की फौज को तटस्थ नहीं रहना चाहिए. तो क्या आप इमरान ख़ान से सहमत नहीं हैं, राष्ट्रपति अल्वी ने कहा, "ये तो आप ख़ान साहब से पूछिए कि उनका क्या मतलब था. वो आपको बेहतर बता सकते हैं कि उनका कहने का क्या मतलब था. मैं उनका वकील नहीं हूँ. बेशक, वो मेरे नेता थे और हैं. राष्ट्रपति पद के लिए उन्होंने ही मुझे नॉमिनेट किया था. इमरान ख़ान के साथ मैंने 22 साल तक राजनीतिक संघर्ष किया है."
उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के बीच नफ़रत का माहौल नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा, "नफ़रत इस कदर नहीं होनी चाहिए कि कौम भुगते. अभी मुल्क के अंदर बहुत सारे मुद्दे हैं और मेरी कोशिश है कि राजनीतिक दलों के बीच बातचीत हो." (bbc.com/hindi)
दुबई, 10 अक्टूबर (एपी)। ईरान में 22 वर्षीय एक महिला की मौत की घटना के बाद से लगातार जारी विरोध प्रदर्शन के बीच सोमवार को एक पश्चिमी शहर की सड़कों पर गोलियों और विस्फोटों की आवाज़ें सुनाई दीं। साथ ही, पास के एक गांव में एक व्यक्ति कथित तौर पर सुरक्षा बलों द्वारा मारा गया। कार्यकर्ताओं ने यह जानकारी दी।
गौरतलब है कि नैतिकता पुलिस (मॉरिलिटी पुलिस) ने हिजाब सही तरीके से नहीं पहनने के आरोप में सितंबर में महसा अमीनी को हिरासत में लिया था। वह थाने में बेहोश हो गईं और इसके तीन दिन बाद उनकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से ईरान के कईं शहरों, कस्बों और गांवों में विरोध प्रदर्शन जारी है।
पुलिस का कहना है कि अमीनी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई और उनके साथ किसी तरह की बदसलूकी नहीं की गई थी।
अधिकारियों द्वारा इंटरनेट पर प्रतिबंध के बावजूद तेहरान और अन्य जगहों से विरोध प्रदर्शन के ऑनलाइन वीडियो सामने आए हैं। महिलाओं को बिना हिजाब के सड़कों पर मार्च करते हुए देखा जा सकता है। बीते चार सप्ताह से सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है।
‘हेंगॉ ऑर्गनाइजेशन फॉर ह्यूमन राइट्स’ नामक एक कुर्द समूह के अनुसार, सोमवार को तड़के ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत की राजधानी सानंदज के साथ-साथ इराक की सीमा के पास सालास बाबाजानी गांव में भी हिंसा की कईं घटनाएं हुईं।
महसा अमीनी कुर्द थीं और ईरान के कुर्द इलाकों में उनकी मौत को लेकर खासा आक्रोश है। यहां 17 सितंबर को अमीनी को सुपुर्द-ए-ख़ाक़ किए जाते समय विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे जो देश के विभिन्न हिस्सों में फैलते गए।
यूक्रेन की राजधानी कीएव पर सोमवार सुबह हुए हमलों में आठ आम नागरिक मारे गए हैं और 24 घायल बताए जा रहे हैं. ये हमले कीएव के बीचोंबीच में हुए हैं.
यूक्रेन के गृह मंत्री ने एक फ़ेसबुक पोस्ट में बताया कि हमले में छह कारों में आग लगी और करीब 15 वाहनों को नुकसान पहुंचा है.
इसके पहले बीती रात यूक्रेन के दक्षिणी इलाकों में रूस ने हमले तेज किए. दक्षिणी शहर द्नीप्रो और ज़पोरीज्जिया में रातभर हमले हुए.
बीते कुछ समय से ज़पोरीज्जिया लगातार रूस के निशाने पर रहा है और अब तक यहां दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस उसे मिटा देना चाहता है.
एक टेलीग्राम पोस्ट में उन्होंने लिखा,‘‘रूस हमें तबाह करना चाहता है, वो हमें धरती से मिटा देना चाहता है. पूरे यूक्रेन में अलार्म बज रहा है.’’
ज़ेलेंस्की ने कीएव के अलावा लवीव, द्नीप्रो और ज़पोरीज्जिया में हमलों का ज़िक्र करते हुए कहा, ‘‘दुर्भाग्य से वहां लोगों की मौत हुई है. वहां घायल लोग हैं.’’ उन्होंने लोगों से बंकरों में रहने की अपील की है.
यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेज़नीकोव ने कहा कि दुश्मन की मिसाइल यूक्रेन की हिम्मत नहीं तोड़ सकती, भले ही वो राजधानी पर हमला क्यों न करें.
उन्होंने ट्वीट किया,‘‘जो चीज़ वो ध्वस्त कर रहे हैं वो है रूस का भविष्य, जो बदला नहीं जा सकता. विश्व स्तर पर तिरस्कृत आतंकवादी देश का भविष्य.’’
यूक्रेन पर हो रहे हमलों को लेकर रूस ने अब तक कोई बयान नहीं जारी किया है.
कीएव, द्नीप्रो और ज़पोरीज्जिया के अलावा यूक्रेन के पश्चिमी इलाके लवीव पर भी हमले हुए हैं.
स्थानीय गवर्नर ने टेलीग्राम पर हमले की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पोलैंड के सीमा के करीब बसे इस शहर पर सुबह हवाई हमले हुए हैं.
गवर्नर ने लोगों से बम शेल्टर में रहने और बाहर न निकलने की अपील की है.
कीएव के स्थानीय सैन्य प्रशासन ने बताया कि कीएव पर हमले अब भी जारी हैं इसलिए लोग बाहर न निकलें.
टेलीग्राम पर एक संदेश में ओलेक्सी कुलेबा ने बतायाकि एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सक्रिय है लेकिन उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि एयर अलर्ट सिस्टम अब भी चालू है.
उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिन इमारतों और जगहों पर हमले हुए हैं या जहां मिसाइलें गिरी हैं उनकी तस्वीरें और वीडियोग्राफी न करें.
उन्होंने कहा, ‘लोगों की ज़िंदगी इस पर टिकी है.’ (bbc.com/hindi)
रूस, 10 अक्टूबर । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आज सुबह यूक्रेन में कई जगहों पर हमलों की पुष्टि की है.
वीडियो संबोधन में व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस की लंबी दूरी की मिसाइलों ने यूक्रेन के ऊर्जा, सैन्य और संचार सुविधाओं को अपना निशाना बनाया है.
पुतिन ने दोहराया कि रूसी क्षेत्र में किसी भी "आतंकवादी" गतिविधियों का "कड़ा" जवाब दिया जाएगा.
उम्मीद है कि पुतिन आज रूस की सुरक्षा परिषद की बैठक में हिस्सा लेंगे और रूस को क्राइमिया से जोड़ने वाले पुल पर हमले की चर्चा करेंगे. (bbc.com/hindi)
यूक्रेन, 10 अक्टूबर । यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने हमलों में पूरे देश में ऊर्जा के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है.
ज़ेलेंस्की ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा कि "वो दहशत और अराजकता फैलाना चाहते हैं, वे हमारी ऊर्जा प्रणाली को ध्वस्त करना चाहते हैं. वो निराश हैं,"
जेलेंस्की ने कहा, "रूस का दूसरा निशाना आम लोग हैं. वो चुन चुन कर ऐसी जगहों को निशाना बना रहे हैं ताकि ज़्यादा से ज़्यादा नुकसान पहुंचाया जा सके."
जेलेंस्की ने लोगों से बंकरों में रहने की अपील की है.
इससे पहले, रूस ने यूक्रेन की राजधानी में सुबह से कई हवाई हमले किए. कीएव के अलावा यूक्रेन के कई अन्य शहरों पर भी हमले हो रहे हैं.
यूक्रेन के सेना प्रमुख ने बताया है कि रूस ने सुबह से अब तक 75 मिसाइलें दागी हैं.
जनरल वलेरी जालुज्नयी ने ट्वीट करके बताया कि 75 में से 41 मिसाइलों को एयर डिफ़ेंस सिस्टम के जरिए निष्क्रिय कर दिया गया है.
लेकिन बीबीसी इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं कर सका है. (bbc.com/hindi)
इस्लामाबाद, 10 अक्टूबर | पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) ने चेतावनी जारी की है कि भारतीय हैकर इस्लामाबाद के विदेश स्थित राजनयिक मिशनों से डेटा चुराने की कोशिश कर रहे हैं।
समा टीवी ने पीटीए के हवाले से बताया कि ब्रुनेई, नेपाल, अर्जेटीना और अजरबैजान में पाकिस्तानी मिशनों को वायरस से संक्रमित ईमेल मिले हैं।
अथॉरिटी के मुताबिक, हमले का मकसद वाणिज्य दूतावासों और जासूसी का डेटा चुराना है।
पीटीए ने संदिग्ध ईमेल और सोशल इंजीनियरिंग से निपटने के लिए राजनयिक कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया है।
समा टीवी ने बताया, इसने कहा कि हैकर समूह ईमेल के माध्यम से दुर्भावनापूर्ण लिंक और वायरस भेजता है।
प्राधिकरण ने दावा किया कि वे आधिकारिक सरकारी वेबसाइटों के समान दिखने वाली वेबसाइटों के लिंक भेजते हैं और पीड़ितों को इसे क्लिक करने के लिए लुभाते हैं।
पीटीए ने संस्थानों से दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में शामिल ईमेल पतों की रिपोर्ट करने और नकली और संदिग्ध वेबसाइटों की पहचान करने को कहा है। (आईएएनएस)|
कीएव, 10 अक्टूबर । यूक्रेन की राजधानी कीएव में एक के बाद एक कई धमाके हुए हैं. स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 8 बजे ये धमाके हुए.
कीएव पर ये हमले कई महीनों बाद हुए हैं.
रूस को क्राइमिया से जोड़ने वाले एकमात्र पुल पर धमाके के दो दिन बाद कीएव पर ये सीरियल धमाके सुनाई दिए हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पुल पर हुए धमाके लिए यूक्रेन पर आरोप लगाए थे.
शनिवार को हुए इस हमले में तीन लोग मारे गए थे.
सोमवार को कीएव में हुए मिसाइल हमले इसी की प्रतिक्रिया माने जा रहे हैं.
कीएव में मौजूद बीबीसी संवाददाता पॉल एडम्स ने बताया कि धमाके के 90 मिनट पहले हवाई हमले के सायरन बजने लगे थे.
कीएव में पहले भी हमले हुए हैं लेकिन इस बार ये हमला काफी केंद्रित लग रहा है.
द्नीप्रो और ज़पोरीज्जिया में भी रात में हमले हुए हैं.
बीबीसी संवाददाता ह्यूगो बाचेगा यूक्रेन से लाइव रिपोर्टिंग कर रहे थे जब तेज़ धमाके की आवाज़ आई.
यूक्रेन की राजधानी पर कई महीनों बाद मिसाइल से हमले हुए हैं.
सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही तस्वीरों और वीडियो में कीएव की कई इमारतों से उठते धुएं का गुबार देखा जा सकता है. इमारतें और कारें भी आग की लपटों से घिरी दिखी हैं.
सेंट्रल कीएव में हुए हमलों में कई लोगों के मारे जाने की आशंका है.
आपातकालीन सेवाओं ने फिलहाल स्पष्ट आंकड़े नहीं दिए हैं. (bbc.com/hindi)
विएना, 10 अक्टूबर | ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन के दूसरे कार्यकाल जीतने की पूरी संभावना है। राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिलने का अनुमान है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार रात ऑस्ट्रियाई ब्रॉडकास्टर ओआरएफ के अनुमानों से पता चला कि वान डेर बेलेन ने चुनाव में 56 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल किए, जिसमें सात उम्मीदवार शामिल थे।
वान डेर बेलेन के प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रिया की फ्रीडम पार्टी के वाल्टर रोसेनक्रांज को लगभग 18 प्रतिशत वोट मिलने की उम्मीद है।
78 वर्षीय अपने दूसरे कार्यकाल में ऑस्ट्रियाई राष्ट्रपति के रूप में 6 साल और सेवा देंगे।
ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर ने रविवार रात वान डेर बेलेन को सोशल मीडिया पर फिर से चुने जाने के संकेतों पर बधाई दी और कहा कि वह ऑस्ट्रियाई राष्ट्रपति के साथ अच्छा सहयोग जारी रखने के लिए तत्पर हैं।
दिसंबर 2016 में, वैन डेर बेलेन ने राष्ट्रपति पद की दौड़ में फ्रीडम पार्टी के उम्मीदवार नॉर्बर्ट होफर को हराया था।
ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति के पास संविधान के तहत राष्ट्रीय परिषद, संसद के निचले सदन को भंग करने की शक्ति है। (आईएएनएस)|
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए लंबे समय बाद राहत की ख़बर आई.
डॉलर के मुक़ाबले लगातार गिर रहे पाकिस्तानी रुपये ने ज़ोरदार वापसी की है और देखते ही देखते एक हफ्ते में 3.9 प्रतिशत का सुधार किया है. पाकिस्तानी रुपया दुनिया की सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली करेंसी बन गई है.
सात अक्टूबर को खत्म हुए कारोबारी हफ्ते में एक डॉलर की कीमत 221 पाकिस्तानी रुपये थी. समाचार एजेंसी आईएएनएस ने आरिफ़ हबीब लिमिटेड के रिसर्च हेड ताहिर अब्बास के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान में विदेशी निवेश बढ़ने की उम्मीदों के कारण रुपये ने तेज़ रिकवरी की है.
पाकिस्तानी रुपये ने पिछले कुछ दिनों से लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. 11 कारोबारी सत्रों में पाकिस्तानी रुपये ने डॉलर के मुक़ाबले बढ़त बनाए रखी. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेतृत्व वाले गठबंधन की सरकार बनने पर 11 अप्रैल को एक डॉलर की कीमत 182 रुपये थी.
इसके बाद भी डॉलर की कीमत बढ़ती गई और 30 जून को ख़त्म हुए वित्त वर्ष में कीमत बढ़कर 205 पाकिस्तानी रुपये हो गई.
जुलाई में पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले 240 तक के स्तर तक लुढ़क चुका था. तब कहा गया था कि कुछ वाणिज्यिक बैंकों ने अपने निहित स्वार्थों के चलते रुपये को गिरने दिया. इस मामले की जाँच अभी जारी है.(bbc.com/hindi)