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देश में आपात काल लगाने संविधान में करीब 80 बार संशोधन कांग्रेस ने किया
रायपुर, 25 अप्रैल। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष एवं लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक शिवरतन शर्मा ने कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाले और संविधान में करीब 80 बार संशोधन करने वाली कांग्रेस को अब संविधान को लेकर चिंता हो रही है। अब भाजपा पर संविधान बदल देने का आरोप लगा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव चंदन यादव पर पलटवार करते हुए शर्मा ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को चुनाव में पराजित करने स्वयं पं. जवाहर लाल नेहरू आमसभा चुनाव करने गए थे। ये लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं कांग्रेसी। देश में आपातकाल लगाने का काम कांग्रेस ने किया। ये संविधान बदलने की बात करते हैं। सर्वाधिक संविधान बदलने का काम कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ है। हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान की शपथ लेकर दूसरी बार चुनकर आए तो सबसे पहले संविधान की पुस्तक के सामने अपना माथा टेका। भारतीय जनता पार्टी संविधान की रक्षा करने संकल्पित है। लोकतंत्र की रक्षा करने संकल्पित है ।
शर्मा ने बताया कि कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू किया था। जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तो उसने संविधान और बाबा साहेब की भावना के विरुद्ध कांग्रेस ने जो निर्णय लिया था, उसे उखाड़ फेंका। दलितों, आदिवासियों का आरक्षण वापस किया। कर्नाटक की सरकार ने मुस्लिम समुदाय की जातियों को ओबीसी बना दिया। ऐसा कर कांग्रेस ने सामाजिक न्याय, भारत के सेक्यूलरजियम की हत्या की ।
रायपुर, 25 अप्रैल। कांग्रेस के एक और बड़े पदाधिकारी ने पार्टी छोड़ दी है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भेजे पत्र के जरिए किसान कांग्रेस के अध्यक्ष रामविलास ने इस्तीफा दिया है। साहू ने पत्र मेंअल्पसंख्यकों के लिए तुष्टिकरण नीति पर आपत्ति जताते हुए धारा 370 हटाए जाने की तारीफ भी की। समझा जा रहा है कि रामविलास भाजपा में जा सकते हैं ।
मोदी बोले- राकेट की गति से चल रही है विष्णु सरकार, भ्रष्टाचार, नक्सवाद पर सख्ती सराहनीय
रायपुर, 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय प्रवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्बोधनों में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की खूब सराहना की। सरगुजा में उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को पूरे अंक देते हुए कहा कि साय सरकार रॉकेट की गति से काम कर रही है। देश के प्रधानमंत्री मोदी के मुख से निकले ये शब्द निश्चित रूप से “विष्णु के सुशासन की सरकार” के लिए उत्साहवर्धक साबित होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम विष्णु देव साय को अपना साथी और भाई कहकर संबोधित किया उन्होंने कहा कि भाई विष्णु जी विकास के लिए बहुत तेजी से काम कर रहे हैं। अभी ज्यादा समय नहीं हुआ, बहुत कम समय में उन्होंने रॉकेट की गति से सरकार चलाई है। साय सरकार की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इतने कम समय में साय सरकार ने धान पर किसानों को दी हुई गारंटी पूरी कर दी। तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी अब ज्यादा पैसा मिलेगा और तेंदूपत्ता की खरीद भी तेजी से होगी। यहां की माताओं को भी महतारी वंदन योजना से लाभ हुआ है, साथ ही उन्होंने कहा की “छत्तीसगढ़ मे जिस तरह कांग्रेस के घोटालेबाजों पर एक्शन हो रहा है ये पूरा देश देख रहा है”।
प्रधानमंत्री मोदी ने सक्ती के जेठा की सभा मे साय सरकार की कामयाबी का जिक्र करते हुए भूपेश सरकार की नाकामी बताई, उन्होंने साय और बघेल सरकार के बीच अंतर समझाया । उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने जनहित के सारे काम रोक दिए थे लेकिन अब विष्णु देव साय जी हैं तो सारे काम मुझे पूरे करने हैं। उन्होंने साय सरकार के पूरी टीम की तारीफ की और कहा कि छत्तीसगढ़ वासियों के लिए हमने जो गारंटी दी थी उसे हमारे नए मुख्यमंत्री भाई विष्णु देव साय और उनकी टीम ने आते ही 'कमाल' कर दिया। सरकार मे आते ही प्रमुख गारंटियों को प्राथमिकता से पूरा किया। प्रधानमंत्री के “भाई” जैसे आत्मीयता भरे शब्द “ साय सरकार “ पर भरोसे का प्रतीक है। यह बताता है कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रधानमंत्री मोदी के भरोसे पर खरी उतरी है।
धमतरी के श्यामतराई की सभा मे भी प्रधानमंत्री मोदी ने विष्णु देव साय की जमकर तारीफ की और कहा कि 4 जून को चुनाव के नतीजे आने के बाद तीसरी बार मेरी सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ में रोड, रेल, सिंचाई और इंटरनेट कनेक्टिविटी का और तेजी से विस्तार किया जायेगा इससे जुड़ी सारी जानकारियां विष्णु देव साय जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की सरकार लगातार दिल्ली भेज रही है। यह कहकर मोदी ने केंद्र सरकार से लगातार जीवंत संपर्क एवं विकास को लेकर सतत् प्रयास किए जाने की पुष्टि की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र में नई सरकार बनने के पहले 100 दिन में छत्तीसगढ़ के लिए जो फैसले होंगे उसके लिए इससे मदद मिलेगी। उन्होंने नक्सल उन्मूलन की दिशा मे साय सरकार के प्रयासों की सराहना तो की ही साथ ही भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध की गई कार्यवाही की भी तारीफ की। मोदी ने कहा भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार और नक्सली हिंसा दोनो को काबू किया है अब छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद तेजी से कम हो रहा है और मैं छत्तीसगढ़ को गारंटी देता हूं माओवाद को और नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करके रहूंगा । भाजपा ने छत्तीसगढ़ के धान किसानों को 3100 रुपए कीमत और 2 साल का बकाया बोनस देने की गारंटी दी थी यहां विष्णु देव जी की सरकार ने इतने कम समय में ही ये गारंटी पूरी कर हजारों करोड़ों रुपए किसानों तक पहुंचा दिए हैं।
स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विष्णु की सरकार के काम-काज से पूरी तरह संतुष्ट हैं, उन्होंने सार्वजनिक रूप से जनता के बीच सकारात्मक समीक्षा कर यह साफ कर दिया। यह भी सही है कि महज सौ दिन की सरकार ने छत्तीसगढ़ मे जिस तरह से ‘सांय सांय’ फैसले लिए हैं उससे विष्णु देव साय की छवि ‘काम काजी मुख्यमंत्री’ के रूप मे निखर कर आई है। पूत के पाँव पालने के कहावत की तर्ज पर विष्णु सरकार ने जो बेहतरीन आगाज किया है, उसका अंजाम छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता के लिए बेहद सुकून भरा होगा, इसमे कोई संदेह नहीं है।
रायपुर, 24 अप्रैल। महादेव ऐप घोटाला मामले में ईडी द्वारा जेल में बंद निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, हवाला कारोबारी सुनील दम्मनी और सतीश चंद्राकर की कोर्ट ने 30 अप्रैल तक पुलिस रिमांड पर ईओडब्ल्यू को सौंपा है। 6 दिन ईओडब्ल्यू तीनों को दिल्ली और पुणे से गिरफ्तार राहुल वकटे और रितेश यादव के साथ आमने सामने करेगी पूछताछ करेगी।
कांग्रेस को बड़ा झटका
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष रामविलास साहू ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को भेजा है। अपने इस्तीफे में रामविलास साहू ने कांग्रेस की नीतियों को खुलकर आलोचना की है।
रामविलास साहू के इस्तीफे से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने अपने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों और किसानों की उपेक्षा की गई है। इस वजह से उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ा है। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दिया है।
रामविलास साहू ने आरोप लगाया कि पार्टी सिर्फ अल्पसंख्यकों को खुश करने लिए बहुसंख्यक हिन्दुओं को अपमानित कर रही है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण को पार्टी नेताओं ने ठुकराया है।
बरेली, 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बरेली के आंवला में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि मैं यूपी के ओबीसी समाज को गारंटी दे रहा हूं कि मैं आपके आरक्षण का अधिकार सपा और कांग्रेस को छीनने नहीं दूंगा। यह मोदी की गारंटी है।
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन किसी भी हद तक जा सकता है। कांग्रेस का खतरनाक पंजा आपका हक छीनने वाला है। ओबीसी, एससी के आरक्षण का एक हिस्सा कांग्रेस के एक खास वोट बैंक को दिया जाएगा। यह जानकारी सपा को है, लेकिन, उन्होंने चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस का इरादा है कि ओबीसी का आरक्षण छीनकर उनके खास पसंद वालों को दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी के इन इरादों पर सपा के शहजादे ने भी चुप्पी साध रखी है, यानी उनका कांग्रेस के इस इरादे पर पूरा-पूरा समर्थन है।
उन्होंने कहा कि मातृशक्ति अपने बच्चों के लिए सोना-चांदी, घर बना रही है। इस पर कांग्रेस-सपा की नजर पड़ गई है। यह मंगलसूत्र छीनने की बात करते हैं। कोई मां-बहन मंगलसूत्र छीनने देगी क्या। इनकी नियत ठीक नहीं है। कांग्रेस ने कहा है कि आपकी मृत्यु के बाद आपकी संपत्ति आपके बच्चों को नहीं मिलेगी। ऐसा टैक्स लगाएंगे कि आपकी संपत्ति जब्त हो जाएगी। अगर चार कमरे हैं तो दो कमरे कांग्रेस और सपा वाले दबोच लेंगे। दस बीघा जमीन में पांच बीघा दबोच लेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में सपा के ठेकेदार जो खुद को यदुवंशी बताते हैं, ऐसे सपा के परिवारवादी श्रीकृष्ण की बेइज्जती करने वालों की आरती उतार रहे हैं। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है। सपा-कांग्रेस का इंडी गठबंधन तुष्टीकरण के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। सपा-कांग्रेस वाले पहले आए दिन कहते थे कि भाजपा वाले बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वो हमारा मजाक उड़ाते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तिथि नहीं बताएंगे और गालियां देते थे। लेकिन आपके आशीर्वाद से हमने मंदिर भी बनवाया, प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई। हमने उन्हें निमंत्रण भी दिया, लेकिन उन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया।
उन्होंने आगे कहा कि पहले आपके हक का पैसा भ्रष्टाचारी लूट लेते थे। आज बरेली और बदायूं के किसानों को ही पीएम किसान सम्मान निधि के 600 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। ऐसा काम तब होता है जब विकास सर्वोपरि होता है। 2024 का ये चुनाव एक हजार वर्ष की गुलामी की मानसिकता से मुक्त करने का चुनाव है। यह चुनाव भारत के स्वाभिमान को नई बुलंदी देने वाला चुनाव है। आज यूपी की पहचान नए अवसरों के तौर पर बन रही है। सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी का भाग्य बदल रहा है और यूपी के सांसद के नाते मेरे लिए भी ये गर्व की बात है। अब 70 साल से अधिक आयु के बुजुर्गों की जिम्मेदारी भी मोदी ने उठाने का निर्णय लिया है, अब किसी बुजुर्ग को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा, क्योंकि दिल्ली में आपका बेटा मोदी बैठा है।
उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी तक, हिंदुस्तान की अनेक जगहों पर चुनाव भ्रमण के लिए गया और जनसभा करने का मौका मिला। हर तरफ से एक ही आवाज आ रही है कि फिर एक बार, मोदी सरकार। आप जो ये स्नेह और प्यार बरसाते हैं, यही मेरी पूंजी है। आपका ये प्यार ही मेरे जीवन की ऊर्जा है। विशेष रूप से माताएं-बहनें इतनी विशाल संख्या में यहां आई हैं, मोदी आपकी सेवा में जीवन का पल-पल और शरीर का कण-कण खपाने के लिए निकला हुआ है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अप्रैल । चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन का संज्ञान लिया है और पार्टी से जवाब मांगा है।
आयोग ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे नोटिस में मामले में 29 अप्रैल तक जवाब देने को कहा है।
भाजपा ने चुनाव आयोग से की शिकायत में कहा था कि राहुल गांधी ने 18 अप्रैल को कोट्टायम (केरल) में अपने भाषण में कहा था, "अगर एक बेटी किसी विश्वविद्यालय से स्नातक होती है, तो उसके माता-पिता उसे मलयालम में बधाई देते हैं। जब एक भाई दूसरे भाई को खो देता है, तो वह इसे मलयालम में बताता है।" इस प्रकार, केरल मलयालम है, और मलयालम केरल है। मुझे आश्चर्य होता है जब मैं प्रधानमंत्री को भाषण देते हुए सुनता हूं। वे एक राष्ट्र, एक भाषा और एक धर्म की बात करते हैं। आप तमिल लोगों को तमिल न बोलने के लिए कैसे कह सकते हैं क्या केरल के लोगों को मलयालम नहीं बोलना चाहिए? हर एक भारतीय भाषा अन्य भाषाओं जितनी ही महत्वपूर्ण है। भाजपा को जब भी मौका मिलता है, वह भाषा, स्थान, जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करती है।''
भाजपा ने चुनाव आयोग की शिकायत में कहा, "हम आपसे अनुरोध करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ राहुल गांधी के उपहासपूर्ण और अप्रिय बयानों के संबंध में उन्हें पहले जारी कारण बताओ नोटिस को दोबारा जारी किया जाए। राहुल गांधी ने आदतन प्रधानमंत्री पर एक बार फिर झूठ दुर्भावनापूर्ण आरोप लगाए हैं।"
चुनाव आयोग ने खड़गे को लिखे अपने पत्र में कहा कि स्टार प्रचारकों से अपेक्षा की जाती है कि वे भाषणों में राजनीतिक मर्यादा का पालन करेंगे।
आयोग ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी से राजनीतिक विमर्श में उच्च मानक स्थापित करने की अपेक्षा की जाती है।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । ईओडब्लू सी टीम दुर्ग भिलाई शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह (पप्पू) ढिल्लन को कोर्ट 2 मई तक रिमांड पर एसीबी को सौंप दिया है। पप्पू को एसीबी ने कल ही कोच्चि से हिरासत में लेकर आज रायपुर पहुंची और कोर्ट में पेश किया।
पिछले दिनों एसीबी ईओडब्लू की छापेमारी के दौरान वह घर पर नहीं मिला था। पप्पू को कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के करीबियों में गिना जाता है
इस बीच इसी घोटाले में बिहार से गिरफ्तार एपी त्रिपाठी को भी आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। 6 दिनों की उसकी ऱिमांड आज खत्म होने के बाद पेश किया था।। कोर्ट ने उसे 9 मई तक तक रिमांड दिया है ।
नई दिल्ली, 25 अप्रैल । गुरुवार को विश्व मलेरिया दिवस पर विशेषज्ञों ने कहा कि मलेरिया के ट्रांसमिशन पैटर्न को बदलने में जलवायु महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मच्छर जनित बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम में दुनिया भर में मलेरिया के खिलाफ लड़ाई को तेज करना है। विश्व स्तर पर कई लोगों के पास मलेरिया का पता लगाने और इलाज करने के लिए गुणवत्तापूर्ण समय पर उपचार और सस्ती सेवाओं तक पहुंच नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, 2022 में मलेरिया ने दुनिया भर में अनुमानित 608,000 लोगों की जान ले ली और 249 मिलियन नए मामले सामने आए।
मलेरिया पर 2022 के लैंसेट अध्ययन में यह बात सामने आई है कि तापमान में वृद्धि से मलेरिया परजीवी तेजी से विकसित हो सकते हैं और इसलिए मलेरिया के ट्रांसमिशन और बोझ में वृद्धि हो सकती है। केवल 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से भी बीमारी की चपेट में आने वाली आबादी में 5 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है, जो 700 मिलियन से अधिक लोगों के बराबर है।
वडोदरा के भाईलाल अमीन जनरल हॉस्पिटल के कंसल्टेंट फिजिशियन डॉ. मनीष मित्तल ने आईएएनएस को बताया, ''विशेष रूप से जून से नवंबर तक मानसून और प्री-मानसून सीजन के दौरान जलवायु परिवर्तन मलेरिया के ट्रांसमिशन पैटर्न को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बारिश से जलभराव हो जाता है, जो मलेरिया परजीवियों के वाहक मादा एनोफिलीस मच्छर के लिए प्रजनन का स्थान बन जाता है। ऐसे में इस जमा पानी में मच्छरों के पनपने से मलेरिया के मामलों में वृद्धि हो जाती है।''
उन्होंने कहा, "मलेरिया के प्रभाव को कम करने के लिए शीघ्र निदान और उपचार जरूरी है। इसको लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है, जिसने लोगों को बुखार के लक्षणों के प्रति गंभीर होने और रक्त परीक्षण कराने के लिए जागरूक किया है।''
एक नए अध्ययन में फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दिखाया कि विभिन्न मच्छर और परजीवी तापमान और भविष्य में बढ़ते तापमान के साथ रुक-रुक कर संबंध प्रदर्शित करते हैं और भविष्य में बढ़ते तापमान के तहत, कुछ वातावरणों में ट्रांसमिशन क्षमता बढ़ने की संभावना है।
नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से यह भी पता चलता है कि ठंडे तापमान पर परजीवी अधिक तेजी से विकसित हो सकते हैं और परजीवी विकास की दर पहले की तुलना में तापमान में बदलाव के प्रति कम संवेदनशील हो सकती है।
होली फैमिली हॉस्पिटल मुंबई के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. राजीव बौधनकर ने आईएएनएस को बताया, ''इस समस्या के प्राथमिक समाधान के तौर पर निर्माण स्थलों सहित अन्य जगहों पर रुके हुए पानी को तुरंत साफ किया जाना चहिए। इसके अतिरिक्त बर्तन और पुराने टायर जैसी चीजों को हटा देना चाहिए, साथ ही यात्रा के दौरान खुद को ढकना चाहिए।''
डॉ. मनीष ने मच्छर मार दवाएं और लोगों को व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए मच्छरदानी इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
(आईएएनएस)
नरेंद्र नगर, 25 अप्रैल। उत्तराखंड में 10 मई से विधि-विधान के साथ चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। 12 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट भी भक्तों के लिए खोले जाएंगे।
इसके साथ ही गुरुवार को टिहरी नरेश के नरेंद्र नगर राजमहल में भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह और सुहागिन महिलाओं द्वारा तिलों का तेल पिरोने की रस्म विधि-विधान से पूरी हुई। इस अवसर पर महारानी सहित महिलाओं ने पीतांबर वस्त्र धारण किए थे।
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि ऊखल में महिलाओं ने तिलों को कूटा और उसके बाद हाथों से तिलों का तेल पिरोकर तेल को चांदी के कलश में रखा गया।
इसके बाद आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने राजमहल में स्थित मां भगवती दुर्गा के मंदिर में भी पूजा अर्चना कर देवी-देवताओं का आह्वान किया। दोपहर में तेल कलश (गाडू घड़ा) को डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत प्रतिनिधियों के सुपुर्द किया गया।
इसके बाद गाडू घड़ा तेलकलश यात्रा को महाराजा मनुजयेंद्र शाह ने राजमहल नरेंद्र नगर से बद्रीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करवाया। शाम में गाडूघड़ा तेलकलश यात्रा प्रथम पड़ाव मंदिर समिति के रेलवे रोड स्थित धर्मशाला ऋषिकेश पहुंची।
शुक्रवार को यह यात्रा पौराणिक शत्रुघ्न मंदिर मुनि की रेती में रात्रि विश्राम के लिए पहुंचेगी। फिर शनिवार को यात्रा श्रीनगर के लिए रवाना होगी। शुक्रवार सुबह से दोपहर तक गाडू घड़ा तेल कलश मंदिर समिति की रेलवे रोड ऋषिकेश स्थित चेलाचेतराम धर्मशाला में श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रहेगा।
दोपहर बाद समारोह पूर्वक तेलकलश शत्रुघ्न मंदिर राम झूला मुनि की रेती प्रवास हेतु प्रस्थान होगा। गाडू घड़ा तेलकलश हेतु तेल पिरोने के समय राजमहल में डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, बीकेटीसी पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, दिनेश डिमरी, सहित श्रद्धालु बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अप्रैल। भारतीय मूल के शोधकर्ताओं ने डिप्रेशन और हृदय रोग (सीवीडी) की स्थितियों के बीच लंबे समय से अनुमानित संबंध को उजागर किया है। शोध में कहा गया है कि डिप्रेशन और हृदय रोग आंशिक रूप से एक ही जीन मॉड्यूल से विकसित होते हैं।
1990 के दशक से यह अनुमान लगाया जाता रहा है कि दोनों बीमारियां किसी तरह संबंधित हैं। दुनिया भर में लगभग 280 मिलियन लोग डिप्रेशन से पीड़ित हैं, जबकि, 620 मिलियन लोग सीवीडी से पीड़ित हैं।
फिनलैंड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दोनों के बीच नैदानिक संबंध को जानने के लिए रक्त जीन विश्लेषण का उपयोग किया।
फ्रंटियर्स इन साइकाइट्री जर्नल में प्रकाशित उनके परिणाम से पता चला कि डिप्रेशन और सीवीडी में कम से कम एक कार्यात्मक 'जीन मॉड्यूल' समान है। अध्ययन डिप्रेशन और सीवीडी के लिए नए मार्करों की पहचान करने के साथ-साथ दोनों बीमारियों को लक्षित करने वाली दवाएं ढूंढने में मदद कर सकता है।
जीन मॉड्यूल को विभिन्न स्थितियों में समान अभिव्यक्ति पैटर्न वाले जीन के समूह के रूप में परिभाषित किया जा सकता है और इसलिए कार्यात्मक रूप से संबंधित होने की संभावना है।
फिनलैंड में टाम्परे विश्वविद्यालय में पोस्टडॉक्टरल शोधकर्ता, लेखिका बिनिशा एच मिश्रा ने कहा, ''हमने डिप्रेशन और सीवीडी से पीड़ित लोगों के रक्त में जीन अभिव्यक्ति प्रोफाइल को देखा और एक जीन मॉड्यूल में 256 जीन पाए जिनकी अभिव्यक्ति औसत से अधिक या कम स्तर पर लोगों को दोनों बीमारियों के अधिक जोखिम में डालती है।''
टीम ने 34 से 49 वर्ष के बीच के 899 महिलाओं और पुरुषों के रक्त में जीन अभिव्यक्ति डेटा का अध्ययन किया।
साझा मॉड्यूल में अन्य जीन अल्जाइमर पार्किंसंस और हंटिंगटन रोग जैसे मस्तिष्क रोग शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ''हम इस मॉड्यूल में जीन का उपयोग डिप्रेशन और हृदय रोग के लिए बायोमार्कर के रूप में कर सकते हैं। अंततः ये बायोमार्कर दोनों बीमारियों के लिए दोहरे उद्देश्य वाली निवारक रणनीतियों के विकास की सुविधा प्रदान कर सकते हैं।''
(आईएएनएस)
कहा- देश के लोगों की संपत्ति-संसाधन आदिवासी, दलित, पिछड़ों, गरीबों के हैं, विदेशी घुसपैठियों रोहिंग्याओं के नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने विरासत टैक्स मामले मे कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस ने भारतीय समाज की उस पारिवारिक संरचना पर सीधा प्रहार किया है जो संपत्तियों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तांतरित करती है और पारिवारिक रिश्तों को जोड़ने की मजबूत कड़ी है।
श्री साय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने देश के टुकड़े किए फिर उसे जातियों मे बांटा, उसके बाद धार्मिक तुष्टीकरण करने के लिए देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का बताया। अब कांग्रेस कह रही है की आगे वो सत्ता मे आई तो कानून बना कर लोगों के मरने के बाद उनकी संपत्ति सरकार के जरिए हड़प लेगी। सैम पित्रोदा के बयान ने इसकी पुष्टि की है। यह बेहद शर्मनाक है।
श्री साय ने कहा है कि कांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरण मे इतनी अंधी हो गई है की वो देश के सनातन परंपरा और परिवार परंपरा पर सीधा चोट कर रही है। उनकी मंशा है की देश के लोगों की जायदाद राजसात कर उसे उनके बीच बाँट दे जिनके ज्यादा बच्चे हैं या घुसपैठिए हैं। इस देश और छत्तीसगढ़ की जनता को यह कतई स्वीकार नहीं है।
श्री साय ने कड़ी शब्दों मे कहा है कि देश के लोगों की संपत्ति विदेशी घुसपैठियों के लिए नहीं है, यहाँ के संसाधन भी रोहिंग्याओं के लिए नहीं है। यह संपत्ति-संसाधन हमारे आदिवासी, दलित, पिछड़ों, और गरीबों का है। इस पर कांग्रेस की बुरी नीयत को हम सहन नहीं करेंगे।
8 सटोरिए गिरफ्तार,10 करोड़ का ट्रांजेक्शन मिला, 10 लाख के मोबाइल, लैपटॉप और अन्य उपकरण जब्त
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । आई.पी.एल. क्रिकेट मैच के दौरान सट्टा आपरेट करने वाले 5 अंतर्राज्यीय सहित 8 सटोरिये गिरफ्तार किए गए हैं। ये लोग गोवा में बैठकर एम डी 143 आई.डी. से सट्टा खिला रहे थे। इन लोगों ने 25 लाख रूपये में एम डी 143 आई.डी. ली थी। इनसे 1 कैमरा जब्त किया गया है जिससे जरिए ये सट्टा संचालन पर नजर रखते थे। इनके अलावा 4 लैपटॉप, 01 नग कैमरा, 01 कैल्क्यूलेटर, 27 मोबाईल फोन, 01 राउटर एवं लिंक कनेक्टर कुल कीमत 10,00,000/- रूपये तथा 11 ए.टी.एम. कार्ड एवं 1 चेक बुक भी जब्त किया गया है। इनके मोबाईल फोन में लगभग 10 करोड़ो रूपये के लेन-देन का हिसाब भी मिला है। इन सटोरियों के विरूद्ध गंज पुलिस ने धारा 4(क) जुआ एक्ट एवं छ.ग. जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 7 का अपराध दर्ज किया गया है । इन आठ के अतिरिक्त जय, करण एवं मोहित नामक सटोरिए भी संलिप्त हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
रेलवे स्टेशन पास एक व्यक्ति अपने मोबाईल फोन में आई.पी.एल क्रिकेट मैच के दौरान ऑनलाईन सट्टा खेल रहा है। मुखबीर की इस सूचना पर मौके पर गई टीम ने हुलिये के व्यक्ति को चिन्हित कर पकड़ा । उसके पास रखें मोबाईल फोन को चेक करने पर सट्टा खेलना पाया गया।
चूंकि रायपुर पुलिस की टीम माना के प्रकरण मेंएक आरोपी पतासाजी के लिए महाराष्ट्र में मौजूद थी। उसे गोवा में कैम्प कर कार्यवाही करने कहा। इस पर टीम के सदस्यों ने गोवा के एम.व्ही.आर. होम्स स्थित एक फ्लैट में रेड कार्यवाही किया गया। जहां 8 व्यक्ति उपस्थित थे, जो लैपटॉप व मोबाईल फोन के माध्यम से सेटअप तैयार कर ऑनलाईन सट्टा संचालित कर रहे थे।
सभी8 सटोरियों को गिरफ्तार कर उनसे जब्तियां की गई। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि एम डी 143 आई.डी. को 25 लाख रूपये में लिया था। जय, करण एवं मोहित वाईफाई कैमरे के माध्यम से गोवा के फ्लैट में उपस्थित गिरफ्तार सटोरियों पर नजर रखते थे। अंशु तथा करीम नामक व्यक्ति चेकर थे, जो यू.ए.ई. से इन सबकी गतिविधियों पर नजर रखते थे, यह जानकारी प्राप्त हुई है। गिरफ्तार आरोपी अपने पास 07 की-पेड का नया डब्बा पैक मोबाईल फोन रखे थे जिन्हें वे बदल-बदल कर सट्टा संचालन में उपयोग करने वाले थे।
गिरफ्तार आरोपी
01. तनुल गुरनानी 29 साल निवासी महारानी लक्ष्मी वार्ड सिंधी कालोनी सिवनी (म.प्र.)।
02 शुभम माथुर 27 साल निवासी विक्रम स्कुल के पास सालासर रोड थाना कोतवाली सीकर (राजस्थान)।
03. नीरज मूलचंदानी 21 साल निवासी गली नंबर 02 महादेव मंदिर के पास थाना तेलीबांधा रायपुर।
04. श्याम सुंदर जगत 35 साल निवासी ग्राम भैंसतरा थाना बलौदा जिला जांजगीर-चांपा।
05. पवन कुमार शेखावत 31 साल निवासी ग्राम पोस्ट कबीरसर थाना बिसाहू जिला झुनझुनु मण्डावा (राजस्थान)।
06. रोहित आहुजा 30 साल निवासी माधवनगर कुंदनदास स्कुल शांति नगर कालोनी थाना माधवनगर कटनी (म.प्र.)।
07. शुभम बजाज 25 साल निवासी रानी रोड जयभोले प्रोडक्ट गनवारपारा लक्ष्मण बेकरी के पास थाना कोतवाली जिला कोरबा।
08. प्रदीप शर्मा 28 साल निवासी इच्छापुर बालाजी मंदिर के पास जयपुर रोड थाना उद्योग नगर जिला सीकर (राजस्थान)।
नई दिल्ली, 25 अप्रैल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस बात से इनकार किया है कि दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी अन्य आरोपियों के देर से विरोधाभासी या जबरन लिए गए बयानों पर आधारित है।
मामले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका के जवाब में ईडी ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में एक हलफनामा पेश किया।
ईडी ने हलफनामे में दावा किया कि सीएम केजरीवाल ने दिल्ली पीएमएलए अदालत के समक्ष दलील दी थी कि उन्हें हिरासत/रिमांड बढ़ाए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है।
हलफनामे में कहा गया है, “याचिकाकर्ता को आज की तारीख में अपनी हिरासत पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। उनकी हिरासत अवैध नहीं है। इस आधार पर उनकी याचिका खारिज की जा सकती है।”
एजेंसी ने दावा किया कि 21 मार्च को पूछताछ के दौरान सीएम केजरीवाल से उनके मोबाइल फोन का पासवर्ड मांगा गया था और फिर ईडी की हिरासत के दौरान उनसे दोबारा पासवर्ड मांगा गया, लेकिन उन्होंने इसे बताने से इनकार कर दिया।
इसमें कहा गया है, “हिरासत के दौरान याचिकाकर्ता ने सवालों का गोलमोल जवाब दिया।”
ईडी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आवास पर दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद हैं।
ईडी ने सीएम केजरीवाल को कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता करार दिया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अप्रैल । भाजपा के लिए राजनीतिक लिहाज से लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दूसरे चरण के तहत लोकसभा की जिन 88 सीटों पर शुक्रवार को मतदान होने जा रहा है, उसमें से सबसे ज्यादा 52 सीटें भाजपा के पास हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का दामन थामने वाले दो निर्दलीय सांसदों को मिला लिया जाए तो यह आंकड़ा 54 पर पहुंच जाता है।
एनडीए गठबंधन के बैनर तले चुनाव लड़ रहे दलों की बात करें तो इनमें से 4 सीटों पर जेडीयू, 3 पर शिवसेना (शिंदे गुट) और 1-1 सीट पर जेडीएस और एनपीएफ को पिछली बार जीत मिली थी, यानी 88 में से 63 सीटों पर एनडीए गठबंधन का कब्जा है और इसे बरकरार रखना निश्चित तौर पर पार्टी के लिए बड़ी चुनौती है।
भाजपा के कार्यकर्ता रणनीति के तहत दोपहर से पहले ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं को बूथ तक लेकर जाने की कोशिश करेंगे, जिससे गर्मी की मार से बेहाल मतदाता दोपहर से पहले ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें। जो मतदाता सुबह पोलिंग बूथ तक नहीं पहुंच पाएंगे, उसे बीजेपी के बूथ स्तर के कार्यकर्ता और स्थानीय नेता शाम के समय पोलिंग बूथ तक ले जाएंगे। पार्टी की कोशिश खासतौर से महिला और युवा मतदाताओं पर रहेगी।
दरअसल, पहले चरण में हुए मतदान के कम प्रतिशत को देखते हुए पार्टी ने कई योजनाएं बनाई थी, जिसे शुक्रवार को बूथ स्तर पर धरातल पर उतारने का प्रयास किया जाएगा।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है। कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, उत्तर प्रदेश की 8, महाराष्ट्र की 8, मध्य प्रदेश की 6, असम की 5, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 3, पश्चिम बंगाल की 3 और त्रिपुरा, मणिपुर के साथ जम्मू कश्मीर की 1-1 सीट सहित 88 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है।
पिछले चुनाव में केरल में एक भी सीट नहीं जीत पाने वाली भाजपा इस बार केरल पर काफी ध्यान दे रही है। पार्टी का दावा है कि इस बार केरल में चौंकाने वाले नतीजे सामने आ सकते हैं।
भाजपा छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक जैसे राज्यों में पिछले प्रदर्शन को दोहराने का प्रयास कर रही है। पार्टी की कोशिश है कि इन सीटों में से पिछले चुनाव में कांग्रेस को असम, बिहार और कर्नाटक में मिली एक-एक सीट को भी इस बार छिना जाए और उत्तर प्रदेश में बसपा को मिली एक सीट अमरोहा पर भी जीत का परचम लहराया जाए।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 25 अप्रैल। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कवर्धा में कहा कि राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र से भूपेश बघेल चुनाव लड़ रहे हैं। इनको वोट देना यानी कि मो. अकबर को वोट देना है। पांच साल तक उन्होंने सरकार नहीं चलाई है, सरकार ढेबर-अनवर ने चलाई है। कवर्धा और बिरनपुर की सुध लेने वाला कोई नहीं था।
भाजपा की जारी विज्ञप्ति में कहा कि यह सभी को पता है कि भूपेश बघेल के नवाज खान से बेहद करीबी रिश्ते रहे हैं और कई मामलों में नवाज खान के ऊपर मामले भी दर्ज हैं। राजनांदगांव लोकसभा के कई लोगों की जमीन हड़पने के उनके ऊपर आरोप है। कई लोगों पर अत्याचार करना, गुंडागर्दी करने के आरोप लगते रहे है और यह चर्चा का विषय रहा कि भूपेश बघेल का संरक्षण होने की वजह से उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। ऐसे ही भूपेश बघेल की उप सचिव रही सौम्या चौरसिया का भी नाम चर्चा में चल रहा है और भाजपा का कहना है कि 16 महीने से जेल में बंद सौम्या चौरसिया की भूपेश बघेल वकालत करते रहे हैं जिन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है
कवर्धा में भगवा का अपमान, बिरनपुर में मासूम भुनेश्वर साहू की बरर्बता से हत्या इनकी सरकार किनके संरक्षण में हुई? अकबर-ढेबर सरकार चलाते रहे।
अत: भूपेश को वोट देना यानी छत्तीसगढ़ को लूटने वालों को वोट देना, भ्रष्टाचारियों को वोट देना, नवाज खान, अकबर, ढेबर और सौम्या चौरसिया को वोट देना।
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले 87000 रसोइयों की भी चुनावी ड्यूटी लगाई गई है। इन रसोइयों ने इसके लिए पारिश्रमिक भुगतान की मांग की है।
स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की वजह से ये रसोइए भी छुट्टी पर हैं। इस बीच जिला निर्वाचन अधिकारियों ने इनकी ड्यूटी मतदान दलों के लिए भोजन व्यवस्था के लिए लगा दी है। दूसरे चरण के तीन संसदीय क्षेत्र के मतदान केंद्रों में इनकी 25,26 तारीख़ के लिए ड्यूटी लगाई गई है। इसके एवज में मानदेय को लेकर जिला निर्वाचन, डीईओ सभी अधिकारी मौन है। इन रसोइयों ने पारिश्रमिक सी मांग की है। इनकी अध्यक्ष नीलू ओगरे ने आज सीईओ और संचालक स्कूल शिक्षा से मिलकर ,अन्य चुनावी कर्मियों की तरह मानदेय देने कहा है। अन्यथा आंदोलन किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । अगले तीन चार दिन एक बार फिर देश के दिग्गज नेताओं की सभाएं छत्तीसगढ़ में होंगी। इनमें पीएम नरेंद्र मोदी 28 तारीख को कोरबा में सभा लेंगे। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 28 को चांपा जांजगीर में और राहुल गांधी 29 को बिलासपुर में सभा करेंगे। इनसे पहले कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बेमेतरा में सभा लेने आ रहे हैं।
रेणुका से पूछताछ
पीएम नरेंद्र मोदी ने अंबिकापुर में सभा के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह से कुछ देर अलग से चर्चा की, तो वहां कानाफूसी शुरू हो गई। रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया था। रेणुका सिंह को जीत के बाद सीएम का दावेदार माना जाने लगा था। मगर सीएम बनना तो दूर मंत्री बनने से भी रह गईं।
सुनते हैं कि पीएम ने रेणुका सिंह से सरगुजा, रायगढ़ और कोरबा लोकसभा का हाल जाना। चर्चा है कि विधानसभा चुनाव के वक्त भी अंबिकापुर प्रवास के दौरान पीएम ने ग्राम दतिमा हेलीपेड पर रेणुका सिंह से चुनाव की स्थिति को लेकर चर्चा की थी।
रेणुका सिंह ने उन्हें बताया था कि सरगुजा संभाग की 14 में से 12 सीटें भाजपा जीत सकती हैं। चुनाव नतीजे रेणुका के अनुमान से भी बेहतर रहा, और सभी 14 सीटें भाजपा की झोली में चली गई। इस बार भी उन्होंने पीएम को तीनों लोकसभा सीटों को लेकर आश्वस्त किया है। देखना है कि तीनों सीटों के नतीजे रेणुका सिंह के अनुमान के मुताबिक आते हैं, या नहीं।
नड्डा-योगी की सभाओं का हाल !
भाजपा के स्टार प्रचारकों की ताबड़तोड़ सभाएं हो रही है। अब तक पीएम नरेंद्र मोदी की 4 सभाएं हो चुकी है। इसके अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तीन-चार सभाएं हो चुकी है। इनमें से नड्डा, और योगी आदित्यनाथ की एक-एक सभा को छोडक़र बाकियों में अच्छी खासी भीड़ जुटी है।
नड्डा की दुर्ग, रायपुर के चंदखुरी, और बिलासपुर में सभा थी। चंदखुरी, और बिलासपुर तो भीड़ के लिहाज से सफल रही, लेकिन दुर्ग की सभा में डेढ़ हजार लोग भी नहीं थे। 90 फीसदी कुर्सियां खाली रही। इससे नड्डा भी खफा हो गए, और चर्चा है कि प्रदेश संगठन ने स्थानीय नेताओं को तलब भी किया है।
कुछ यही हाल योगी आदित्यनाथ की कोरबा की सभा का भी रहा। भाजपा के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ के यहां प्रशंसकों की कमी नहीं है। उनकी कवर्धा, और बिलासपुर की सभा में अच्छी खासी भीड़ जुटी। मगर कोरबा में तो हजार लोग भी नहीं पहुंचे। पार्टी संगठन ने भीड़ कम आने पर स्थानीय नेताओं से पूछताछ की है। आने वाले दिनों में जिन इलाकों में सभाएं होनी है, वहां भीड़ सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त संसाधन भेजे जा रहे हैं। फिर भी अब तक प्रचार के मामले में भाजपा, कांग्रेस से बीस नजर आई है।
विधायकों की जरूरत नहीं
रायपुर लोकसभा सीट में भाजपा के तमाम विधायकों को दूसरे क्षेत्रों में प्रचार के लिए भेजा गया है। रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत राजनांदगांव, दुर्ग समेत अन्य लोकसभा क्षेत्र के क्लस्टर प्रभारी हैं, लिहाजा वो अलग-अलग क्षेत्रों में दौरा कर रहे हैं।
रायपुर उत्तर के विधायक पुरंदर मिश्रा की ड्यूटी बसना में लगाई गई है। जबकि मोतीलाल साहू को महासमुंद भेजा गया है। इसी तरह अभनपुर के विधायक इंदरसाव को धमतरी में ध्यान देने के लिए कहा गया है। धरसीवां के विधायक अनुज शर्मा के कार्यक्रम पूरे प्रदेशभर में हो रहे हैं। इस वजह से वो भी अपने क्षेत्र में ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं। ये अलग बात है कि प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल की समानांतर टीम पूरे लोकसभा क्षेत्र में काम कर रही है, और वो प्रचार के मामले में काफी आगे भी चल रहे हैं। उत्साही बृजमोहन समर्थक प्रदेश में सबसे ज्यादा वोटों से जीत का दावा कर रहे हैं। देखना है कि आगे क्या होता है।
पीआरओ के कमरे में आईपीएस
छत्तीसगढ़ गठन के बाद पहली बार ऐसी स्थिति बनी है, जब पुलिस मुख्यालय में कई सीनियर अफसर खाली बैठे हैं। भाजपा की सरकार बनने के बाद जब आईपीएस अफसरों के तबादले हुए, तब सभी को पुलिस मुख्यालय अटैच किया गया, लेकिन कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। इस वजह से एडीजी से लेकर एसपी तक के पास काम नहीं है। खुफिया विभाग के दो-दो अफसर खाली हैं। एक-दो को ही स्थानीय स्तर पर जिम्मेदारी दी गई है। अफसरों की इतनी संख्या के कारण बैठने के लिए भी जगह नहीं है। एक आईपीएस को पीआरओ के कमरे में बैठाया गया है। वैसे, कांग्रेस की सरकार में भी दो अफसर कुछ महीनों के लिए खाली थे, लेकिन बाद में उन्हें अच्छी पोस्टिंग भी मिली थी।
अब हर घर योगी-मोदी का भाषण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन का तूफानी दौरा करके लौट गए हैं। इसके पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभाएं हुईं। ये दोनों नेता भाजपा के स्टार प्रचारकों से भी बढक़र हैं। उन्हें सुनने के लिए भीड़ उमड़ती है। दोनों के भाषणों से यह साफ हो चुका है कि भाजपा की उन मुद्दों पर बड़ी निर्भरता है जिनका मोदी और योगी आदित्यनाथ ने अपने ओजपूर्ण भाषणों में जिक्र किया। कांग्रेस के घोषणा पत्र के संबंध में, अल्पसंख्यकों की तुष्टिकरण और राम मंदिर निर्माण के संबंध में। इनकी जनसभाओं में भीड़ भी अच्छी उमड़ी, डिजिटल, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में जबरदस्त कवरेज भी हुआ। पर, क्या इतने से माहौल बनेगा? पार्टी के वार रूम में उनके छत्तीसगढ़ में दिए गए भाषणों की छोटी-छोटी क्लिप तैयार की जा रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों के कुछ क्लिप भी तैयार किए जा रहे हैं। कुछ क्लिप दूसरे चरण के मतदान के पहले तैयार हो चुके और वायरल भी हो गए हैं।
प्रदेशभर में भाजपा और हिंदुत्ववादी संगठनों के हजारों वाट्सएप ग्रुप हैं और उनमें लाखों की संख्या में लोग जुड़े हैं। ये क्लिप लोगों को मोबाइल फोन पर भेजे जा रहे हैं। फिर जिन्हें मिल रहा है इसे वे और आगे फॉरवर्ड कर रहे हैं। मोदी और योगी के भाषणों में कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर कई विवाद थे। कांग्रेस ने कहा है कि जो तथ्य दोनों नेताओं ने रखे वे पूरी तरह झूठ हैं। विशेषकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के संबंध में किए गए दावे पर कि उन्होंने देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का बताया था। कांग्रेस ने बताया कि मंगलसूत्र छीनने, लोगों की संपत्ति का सर्वे कराने और मुस्लिमों में बांटने वाला बयान सिरे से गलत है। पर, यह बयान कितने लोगों तक पहुंचा? मोदी-योगी का भाषण हर किसी के मोबाइल पर आ रहा है, और कांग्रेस की जवाबी सफाई एक दिन की सुर्खी लेने के बाद मीडिया से गायब !
सेहत बिगाडऩे की मामूली सजा
शहद सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। बहुत से लोगों की सुबह की खुराक में यह शामिल है। पर यदि कोई 100 प्रतिशत शुद्ध बताकर शहद या ऐसी कोई दूसरी खाद्य सामग्री बेचे तो?
सन् 2020 में कोरिया जिले के एक जागरूक ग्राहक ने खाद्य विभाग से शिकायत की थी कि यहां की दुकानों में 100 प्रतिशत शुद्ध बताकर जो शहद बेची जा रही है, वह नकली है। शहद के अलावा भी दूसरी चीजें मिलाई जाती हैं। शिकायत खाद्य सुरक्षा व मानक अधिनियम 2006 के तहत दर्ज की गई। चार साल एसडीएम की कोर्ट में केस चला। अभियुक्त विक्रेता, थोक विक्रेता और निर्माता पर कितना जुर्माना लगा? सिर्फ 5-5 हजार रुपये का।
जितनी कमाई भ्रामक जानकारी देकर शहद बेचने से हुई होगी, उसके मुकाबले इस जुर्माने का उनकी सेहत पर क्या असर होने वाला है? कानून ही ऐसा है। ऐसे मामलों में बहुत अधिक जुर्माना होगा तो 25 हजार रुपये का। गंभीरता को देखते हुए अधिक से अधिक 6 माह की सजा। सजा और जुर्माने के खिलाफ अपील भी हो सकती है।
जब शिकायत की जांच और सजा की प्रक्रिया में चार साल लगें और सिर्फ 5-5 हजार जुर्माने से आरोपी छूट जाते हों तो लोगों को शिकायत करने में रुचि ही कहां से आए? यह तो एक शहद का मामला है, जाने कितनी ही तरह के रोजाना इस्तेमाल में लाई जानी चीजों पर ग्राहकों को संदेह होता है। पर यदि शिकायत करने की ठान भी लें तो मिलने वाली सजा से निराशा हो सकती है।
संतोष के खिलाफ असंतोष...
राजनांदगांव सीट पर भाजपा के स्टार प्रचारकों की कई सफल सभाएं हो चुकीं। पर मौजूदा सांसद के खिलाफ एंटीइंकमबेंसी भी दिखाई दे रही है। कई गांवों की अलग-अलग तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें दिखाया गया है कि गांव पहुंचने के रास्ते पर बैरियर लगा दिए गए हैं और सांसद संतोष पांडेय को निष्क्रिय बताते हुए उन्हें गांव में प्रवेश करने से मना किया गया है।
विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 से 3 बजे तक मतदान होगा
सभी मतदान केंद्रों में पंडाल और कूलर लगेंगे, आयोग ने 15 करोड़ जारी किए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 25 अप्रैल। प्रदेश की तीन लोकसभा सीट राजनांदगांव, महासमुंद, और कांकेर में शुक्रवार को मतदान होगा। इसकी सारी तैयारियां पूरी हो चुकी है। शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, और सुरक्षाबलों की करीब सवा दो सौ कंपनियां तैनात की गई है। भीषण गर्मी को देखते हुए चुनाव आयोग ने प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों में कूलर और बाहर पंडाल के इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए 15 करोड़ रुपये जिलों को जारी कर दिए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने मीडिया से चर्चा में बताया कि चुनाव के लिए कांकेर और गरियाबंद जिले के दुर्गम और संवेदनशील मतदान केन्द्रों में हेलीकॉप्टर से मतदान कर्मियों को भेजा गया है। कांकेर में 72 और गरियाबंद जिले के दो मतदान केन्द्रों के 15 मतदान कर्मियों को हेलीकॉप्टर से भेजा गया है। शेष 6556 मतदान दल को बस के जरिए मतदान केन्द्रों को भेजा गया है।
दूसरे चरण की तीनों सीटों पर कुल मिलाकर 6567 मतदान केन्द्र हैं जिनमें से 3243 मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है जिससे भारत निर्वाचन आयोग उन मतदान केन्द्रों पर नजर रखेगा।
कांकेर लोकसभा में 9, महासमुंद में 17, और राजनांदगांव लोकसभा में कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। तीनों सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच है। राजनांदगांव से पूर्व सीएम भूपेश बघेल का मुकाबला भाजपा प्रत्याशी संतोष पांडेय से है, तो महासमुंद में पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और भाजपा प्रत्याशी रूपकुमारी चौधरी के बीच टक्कर है।
कांकेर में भाजपा से पूर्व विधायक भोजराज नाग का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी वीरेश ठाकुर से है। द्वितीय चरण की तीनों लोकसभा क्षेत्र के कुल 24 विधानसभा क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे। राजनांदगांव के मानपुर-मोहला में सुबह 7 से 3 बजे तक, महासमुंद के बिन्द्रानवागढ़ और कांकेर के अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, और केशकाल में भी सुबह 7 से 3 बजे तक वोटिंग होगी। बाकी विधानसभा में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा।
प्रचार के आखिरी दिन गुरूवार को सभी प्रत्याशियों ने घर-घर जाकर वोट मांगे। और ज्यादा से ज्यादा वोटिंग करने की अपील की है। बस्तर में पहले चरण में कुल मिलाकर 68.29 फीसदी मतदान हुआ था जो पिछले 2019 के चुनाव से दो फीसदी अधिक है।
राजस्थान के पिछले कांग्रेसी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक सबसे भरोसेमंद ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने लोकसभा चुनाव मतदान के बीच गहलोत पर उनके कार्यकाल के दौरान गंभीर गलत काम करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने यह तक कहा है कि गहलोत ने पार्टी के भीतर अपने प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट के फोन टेप कराए थे। उन्होंने यह भी कहा कि किस तरह से मुख्यमंत्री सचिवालय, और पुलिस-प्रमुख जैसे लोग फोन टैप करने में शामिल थे। लोकेश शर्मा ने यह भी कहा कि पेपर लीक कराने के मामले में भी गहलोत सरकार शामिल थी। यह तो राजस्थान का ताजा मामला हुआ, छत्तीसगढ़ में कल तक कांग्रेस पार्टी में रहे एक मंझले नेता ने आज पिछले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर उद्योगपतियों से हजारों करोड़ रूपए रिश्वत लेकर उन्हें टैक्समाफी देने का आरोप लगाया है। इसी तरह दूसरे प्रदेशों में भी देखें तो जहां-जहां कोई सत्तारूढ़ पार्टी जब गर्दिश में पड़ती है, तो उसमें सत्ता के कई भरोसेमंद लोग तरह-तरह के भांडाफोड़ करते हैं। पश्चिम बंगाल में ममता बैनर्जी की तृणमूल कांग्रेस छोडक़र निकलने वाले बहुत से नेताओं ने भाजपा में जाने के बाद सरकार के भ्रष्टाचार का भांडाफोड़ किया है।
अब सवाल यह उठता है कि सत्ता जब कोई भी गलत काम बिना कई लोगों के शामिल हुए नहीं कर सकती है, तो फिर वह, या उसके बड़े लोग किस तरह के हौसले के साथ अंधाधुंध, उगाही करने लगते हैं, जुर्म के दर्जे की साजिशें करने लगते हैं, और खतरा भी उठाते हैं? छत्तीसगढ़ के पिछले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस मायने में अब तक खुशकिस्मत बने हुए हैं कि उनके चारों तरफ के लोग ईडी के शिकंजे में आ चुके हैं, उनकी सरकार हांकने वाले अविश्वसनीय ताकतवर अफसर आज जेल में हैं, लेकिन किसी ने भूपेश बघेल के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है, कम से कम अब तक तो ऐसा सामने नहीं आया है। अब सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री के दाएं हाथ से लेकर बाएं हाथ तक, उनके कानों से लेकर उनकी आंखों तक, तमाम लोग जब जेल में पहुंचे हुए हैं, या अदालत के कटघरे में हैं, तो नौबत इतनी खराब होने क्यों दी गई थी? देश के दूसरे प्रदेशों के मुकाबले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी आज भी कुछ जाहिर और कुछ रहस्यमय वजहों से एक बनी हुई है, लेकिन राजस्थान के पिछले सीएम गहलोत के ओएसडी सरीखे एक-दो लोग भी अगर इस प्रदेश में निकल आएंगे, तो क्या होगा? लेकिन सत्ता से मिलने वाली बददिमागी बड़ी भयानक होती है। एक किसी शायर ने लिखा था- तुमसे पहले ओ जो इक शख्स यहां तख्त-नशीं था, उसको भी अपने खुदा होने पे इतना ही यकीं था।
न सिर्फ सरकारी भ्रष्टाचार के मामले में बल्कि सरकारी बददिमागी और राजनीतिक रंजिशों के मामले में भी लोगों को अक्ल नहीं आती है कि किसी दिन उनकी सत्ता नहीं भी रहने वाली है। ऐसा इमरजेंसी के दौरान भी हुआ था जब इंदिरा और उनके तानाशाह बेटे ने यह मान लिया था कि आपातकाल की ताकत जिंदगी भर रहने वाली है। जिन लोगों ने छत्तीसगढ़ के पिछले पांच बरस देखे हैं, उन्हें भी सत्ता के कुछ ऐसे ही यकीं देखने मिले थे। और आज देश के कई नेताओं के बयान सुनें तो भी यही लगता है कि उन्हें कभी सत्ता खत्म होने की कोई आशंका है ही नहीं। जबकि दुनिया में बहुत बड़े-बड़े राजा-महाराजा आए-गए हो गए हैं, जिनके आज कोई नामलेवा भी नहीं बचे हैं। कुछ इसी अंदाज में लोग भ्रष्टाचार में भी लगे रहते हैं। कई पार्टियां तो ऐसी रहती हैं कि सत्ता में आते ही पिछली सरकार के भ्रष्ट तंत्र का इस्तेमाल तुरंत शुरू कर देती हैं, और वहां से आगे फिर अपनी कल्पनाशीलता दिखाती हैं, नए-नए रास्ते और निकालती हैं। सरकार बनती नहीं हैं कि उसके भ्रष्ट होने की पुख्ता कहानियां हवा में तैरने लगती हैं। उन लोगों को देखकर लगता है कि या तो ये तमाम बदनामी के साथ सारे राजनीतिक पूंजीनिवेश का मुनाफा पांच बरस में निकाल लेना चाहते हैं। और ऐसा करने के लिए जाहिर है कि उन्हें आसपास के बहुत से लोगों को राजदार बनाना पड़ता है, और ऐसे ही राजदार आगे जाकर किसी दूसरी पार्टी में दाखिल होकर, या अदालत में वायदा माफ गवाह बनकर जुर्मों का जिक्र करने लगते हैं, सुबूत देने लगते हैं। हमको इसमें नुकसान का कुछ नहीं दिखता। जो नेता और अफसर जुर्म करते हैं उनके खिलाफ बेवफाई करने वालों को हम गद्दार कहना नहीं चाहेंगे क्योंकि उससे देश का और कानून का तो भला ही हो रहा है। और किसी एक व्यक्ति के जुर्म के साथ वफादार रहने के बजाय देश के कानून के साथ वफादारी बेहतर है। ऐसा जितना अधिक से अधिक हो, जनता के हित में उतना ही अच्छा है। और जब सौ-पचास लोग अपने पुराने साथियों के भांडाफोड़ की वजह से जेल जाएंगे, तभी लोगों का हौसला गिरोहबंदी करके जुर्म करने पर से कम होगा। इंसानी रिश्तों में नेक काम के लिए अगर वफादारी निभती है, तो वह काम की है, जब नेता, पार्टियां, और सरकारें संगठित मुजरिम गिरोहों की तरह काम करने लगते हैं, तब तो उनके बीच के बेवफा लोग ही लोकतंत्र के प्रति वफादार कहे जा सकते हैं। इसलिए हम ऐसी किसी निजी वफादारी की कमी गहलोत के ओएसडी के भांडाफोड़ में नहीं देखते। चारों तरफ इसी तरह का भांडाफोड़ होते रहना चाहिए, और उसी से सत्ता के जुर्म घट सकते हैं।
आगरा, 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आगरा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन का नया प्लान सामने आया है। याद रखना कांग्रेस की लूट जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तय किया है कि 27 प्रतिशत जो ओबीसी का आरक्षण है, उसमें से कुछ चोरी कर लिया जाए और धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाए। कांग्रेस का इरादा कर्नाटक जैसा हाल यूपी में भी करने का है। देश में जहां-जहां मौका मिला, वह पिछले दरवाजे से चोरी-छिपे यही कर रही है। यहां कांग्रेस को सपा का पूरा साथ मिल रहा है। आप याद कीजिए 2012 में यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ऐसी ही कोशिश की थी। इन्होंने ओबीसी के आरक्षण का एक हिस्सा धर्म के आधार पर देने का फैसला किया था।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब के संविधान में यह लिखा है कि वह धर्म के आधार पर आरक्षण की अनुमति नहीं देता है। कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से खेल खेलना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने ठान लिया है कि धर्म के आधार पर रिजर्वेशन लाकर रहेगी। इसलिए, उसने तरीका निकाला है। 27 प्रतिशत ओबीसी का कोटा है, क्योंकि मैं भी उसी समाज से आता हूं। मुझे इसकी पूरी जानकारी है। कांग्रेस ने तय किया है कि उसमें से कुछ चोरी कर लिया जाए। चुपचाप छिन लिया जाए। धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया जाए। क्या आपको यह मंजूर है?
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं की क्षमताओं को बर्बाद किया है। हमारे पड़ोस राजस्थान में, वहां कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। वो कह रहे हैं कि राजस्थान में जो पेपर लीक हुआ, उसमें कांग्रेस की गहलोत सरकार खुद शामिल थी। इससे बड़ा धोखा क्या हो सकता है। राजस्थान में कांग्रेस का पेपर लीक हो गया है। ये ही कांग्रेस की सच्चाई है।
उन्होंने आगे कहा कि तुष्टीकरण को समाप्त करके संतुष्टीकरण की तरफ देश बढ़ रहा है। हमने तुष्टीकरण की राजनीति बहुत देखी है। मोदी तुष्टीकरण की नहीं, संतुष्टीकरण की राजनीति करता है। कांग्रेस के इस बार के मेनिफेस्टो पर शत-प्रतिशत मुस्लिम लीग का ठप्पा लगा है। कांग्रेस का मेनिफेस्टो वोट बैंक और हमारा मेनिफेस्टो देश को मजबूत कर रहा है। मोदी की गारंटी सबका साथ, सबका विकास की है। लेकिन, सपा-कांग्रेस के इंडी-गठबंधन के लिए अपना वोटबैंक ही खास है। पिछले 10 वर्षों में चार करोड़ पक्के घर बनाए हैं। इनमें से तीन करोड़ घर माताओं-बहनों को मिले हैं। बहनों के जनधन खाते खुलवाए, जिससे योजना का सीधा पैसा उनके खाते में जाए। अब वादा है कि तीन करोड़ दीदी को लखपति बनाया जाएगा।
(आईएएनएस)
आगरा, 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आगरा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की बढ़ती हुई शक्ति कुछ ताकतों को पसंद नहीं आ रही है।
उन्होंने कहा कि यहां डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। यह देश की सेना को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है। डिफेंस कॉरिडोर से सेना मजबूत होगी। जो लोग बैठकर मलाई खा रहे थे, वह देश में शस्त्र बनने से बौखला गए हैं। वह नहीं चाहते कि भारत की सेना आत्मनिर्भर बने। इसलिए वह मोदी के खिलाफ एकजुट हो गए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनियाभर में जो हथियारों के दलाल हैं। जो पुरानी सरकारों को घूस देकर अपने काम कराने में एक्सपर्ट हो गए। जिन पुरानी सरकारों में बैठे लोगों को मलाई खाने को मिलती थी, वो अब बौखला गए हैं। बहुत नाराज हैं। वो नहीं चाहते हैं कि भारत की सेना आत्मनिर्भर बने। इसलिए वे एकजुट हो गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति ने देश को बांटकर रख दिया है। आज मोदी तुष्टीकरण को समाप्त करके संतुष्टीकरण की ओर आगे बढ़ रहा है। कांग्रेस ने मेनिफेस्टो जारी किया है, उस पर शत-प्रतिशत मुस्लिम लीग का ठप्पा लगा है। आज मैं आपसे मांगने के लिए आया हूं। मैं आपसे विकसित भारत के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। देश एकजुट होकर कह रहा है - फिर एक बार, मोदी सरकार। भाजपा गांव-गरीब के लिए बड़े विजन और बड़े लक्ष्यों के साथ आगे बढ़ रही है।
(आईएएनएस)