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रांची, 25 अप्रैल । कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चाईबासा के एमपी-एमएलए कोर्ट में उनके खिलाफ चल रहे मानहानि केस में बड़ी राहत मिली है। झारखंड हाईकोर्ट ने एमपी-एमएलए कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर रोक लगा दी है।
कोर्ट ने केस के शिकायतकर्ता को नोटिस जारी करते हुए दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है। चाईबासा जिला स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 27 फरवरी को गैरजमानती वारंट जारी किया था। इस पर रोक लगाने के लिए राहुल गांधी ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।
चाईबासा निवासी प्रताप कटियार नामक शख्स ने राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया है कि उन्होंने वर्ष 2018 में कांग्रेस के अधिवेशन में भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी।
राहुल गांधी ने कहा था कि कांग्रेस में कोई हत्यारा राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बन सकता है। कांग्रेसजन किसी हत्यारे को राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वीकार नहीं कर सकते हैं, यह भाजपा में ही पॉसिबल है।
इस शिकायत वाद पर चाईबासा कोर्ट ने राहुल गांधी के खिलाफ अप्रैल 2022 में जमानती वारंट जारी किया था। इस पर राहुल गांधी की ओर से कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इसके बाद कोर्ट ने फरवरी, 2024 में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
राहुल गांधी के अधिवक्ता ने इस पर कोर्ट में आवेदन देकर सशरीर उपस्थित होने की छूट मांगी थी, लेकिन उनका आवेदन खारिज कर दिया गया था। इसके बाद वह हाईकोर्ट पहुंचे।
(आईएएनएस)
जोन 2 , 4 और 7 में स्मार्ट सिटी के कार्यों से एमडी नाखुश
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । निगम प्रशासन मालवीय रोड और सदर बाजार में ट्रैफिक को लेकर एक बार फिर प्रयोग करने की तैयारी कर रहा है। मालवीय रोड पर अंडरग्राउंड केबलिंग का काम हाल में ही पूरा किया गया है । निगमायुक्त ने सदर और मालवीय रोड में चौपहिया बैन करने पर भी चर्चा की।
यहां बता दें कि बीते दो दशकों से हर नए निगमायुक्त ने सदर ,मालवीय रोड. चारपहिया वाहनों पर बैन,गांधी मैदान में पार्किंग जैसे कई प्रयोग किए गए। किंतु सराफा कारोबारी सबका विरोध करते रहे हैं। और यह सड़क ट्रैफिक जाम से जूझती रहती है।
बहरहाल निगम मुख्यालय भवन में कल देर शाम श्री मिश्रा ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों की बैठक ली। जिसमें निगम के अधीक्षण अभियंता राजेश शर्मा, स्मार्ट सिटी के उप प्रबंधक पी के पंचायती , जोन क्रमांक 6 के कार्यपालन अभियंता अतुल चोपड़ा तथा स्मार्ट सिटी में पूर्व के कार्य कर चुके उप अभियंता अंशुल शर्मा समेत स्मार्ट सिटी के अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक में श्री मिश्रा ने कहा कि जोन क्रमांक 2 , 4 और 7 में बहुत सारे कार्य अधूरे हैं। वहां कई ऐसे भी कार्य भी जिनके कर देने से उन जगहों की दशा बदल जाएगी और वह जगह सुंदर दिखने लगेगी। बूढ़ापारा के धरनास्थल के सौंदर्यीकरण और महराज बन्ध तालाब फेस 2 के तथा अन्य कार्यों की उन्होंने समीक्षा की। जून महीने में स्मार्ट सिटी के कार्यों के लिए आए पैसे लेप्स हो जाएंगे। इस पर उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य के पैसे लेप्स ना, इसलिए जल्द से जल्द सारे कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित किया। किसी कार्य के लिए भारत सरकार से यदि 50 लाख रुपए की स्वीकृत मिल कर उसे कार्य की किस्त 20 लाख मिल गई हो तो उस कार्य को पूर्ण कर बाकी रकम प्राप्त करने हेतु कार्यवाई की जाए। निगम के जोन क्रमांक 2 , 4 और 7 में स्मार्ट सिटी के द्वारा किये जा रहे कार्यों से एमडी अबिनाश मिश्रा नाखुश दिखे। उन्होंने इन जगहों के साथ ही बाकी जगहों के कार्य तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।
बैठक में सदर बाजार और मालवीय रोड की ट्रैफिक व्यवस्था के लिए भी विचार किया गया। इन दोनों मार्गों में चौपहिया वाहनों के आवाजाही रोकने योजना बनाने कहा गया। इन जगहों के दुकानदारों और रहवासियों के वाहनों के लिए पास देने और पुल बोर्ड बनाने पर भी विचार किया। निगम के पुरानी बिल्डिंग की जगह पर किसी बहुमंजिला योजना आने तक उस जगह का उपयोग पार्किंग के लिए करने पर भी विचार किया गया।
मुरैना, 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मुरैना में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी यहां मुरैना, ग्वालियर और भिंड संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
पीएम मोदी ने कहा, "इन दिनों कांग्रेस के शहजादे को आए दिन मोदी का अपमान करने में मजा आ रहा है। वो कुछ भी बोलते जा रहे हैं। इससे कुछ लोग दुखी हैं कि देश के प्रधानमंत्री के लिए ऐसी भाषा का प्रयोग क्यों किया जा रहा है। मेरी सबसे विनती है कि कृपया कर आप दुखी मत होइए, गुस्सा मत कीजिए, आपको पता है कि वे नामदार हैं और हम कामदार हैं।"
उन्होंने कहा, "आजकल कांग्रेस के शाही परिवार के शहजादे पूरे देश में बढ़-चढ़कर कह रहे हैं कि अब आपकी संपत्ति का एक्स-रे होगा। हमारी माताओं-बहनों के पास जो पवित्र स्त्रीधन होता है, कांग्रेस उसे जब्त कर अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए, उसे बांटने की सार्वजनिक घोषणा कर रही है, मेनिफेस्टो में बता रही है। मैं आज देश के सामने पहली बार एक दिलचस्प तथ्य रखना चाहता हूं। जब देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा जी नहीं रही, तो उनकी जो प्रॉपर्टी उनकी संतानों को मिलनी थी, लेकिन पहले ऐसा कानून था कि उनको संपत्ति का हिस्सा मिलने से पहले सरकार एक हिस्सा ले लेती थी। तब चर्चा थी कि जब इंदिरा जी नहीं रही और उनके बेटे राजीव गांधी को ये प्रॉपर्टी मिलनी थी, तब अपनी उस प्रॉपर्टी को बचाने के लिए, उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पहले जो इनहेरिटेंस कानून था, उसको समाप्त कर दिया था।"
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाजपा सरकार में हुए विकास को भिंड, मुरैना, ग्वालियर के वो लोग और ज्यादा अनुभव कर रहे हैं, जिन्होंने कांग्रेस का काला दौर देखा है। भाजपा के लिए देश से बड़ा कुछ भी नहीं है, वहीं कांग्रेस के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने जवानों के जो हाथ बांध रखे थे, हमने उन्हें भी खुली छूट दे दी। हमने कहा, एक गोली आती है तो 10 गोली चलनी चाहिए, अगर एक गोला आता है तो 10 तोप चलनी चाहिए।
पीएम मोदी ने मंच से आगे कहा कि आजादी के समय कांग्रेस ने धर्म के नाम पर देश का विभाजन स्वीकार किया था। मां भारती के हाथों की जंजीर काटने की बजाय मां भारती की भुजाएं ही काट दी थी। देश के टुकड़े कर दिए थे, लेकिन कांग्रेस सुधरने को तैयार नहीं है। कांग्रेस को लगता है, यही उसके फायदे के लिए सरल रास्ता है। आज एक बार फिर कांग्रेस कुर्सी के लिए छटपटा रही है। अब कुर्सी पाने के लिए भांति-भांति के खेल खेल रही है। देश के नागरिकों की आंखों में धूल झोंक कर सत्ता हथियाने के लिए आपके भविष्य को बर्बाद करने पर तुली हुई है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने मुसलमानों को ओबीसी वर्ग में शामिल कर दिया। उन्होंने रातों-रात एक कागज निकाल कर उन सबको ओबीसी घोषित कर दिया। सरकारी नौकरी और शिक्षा में ओबीसी के लोगों को जो आरक्षण मिलता था उसमें यह नए लोग डाल दिए गए। इस तरह ओबीसी समाज को जो आरक्षण मिलता था, वह चोरी छुपे छीन लिया गया।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस दलितों का, पिछड़ों का, आदिवासियों का हक छीनने का षडयंत्र लंबे समय से कर रही है। 19 दिसंबर, 2011 को तब की कांग्रेस की केंद्र सरकार धर्म के नाम पर आरक्षण देने का एक नोट कैबिनेट में लेकर आई थी।
इस कैबिनेट नोट में कहा गया था कि ओबीसी समाज को जो 27 प्रतिशत आरक्षण मिलता है, उसका एक हिस्सा काटकर, मजहब के नाम पर दिया जाएगा। सिर्फ 2 दिन बाद 22 दिसंबर, 2011 को इसका आदेश भी निकाल दिया गया। बाद में आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने कांग्रेस सरकार के इस आदेश को रद्द कर दिया। ये सुप्रीम कोर्ट गए, लेकिन राहत नहीं मिली। 2014 में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में लिखा कि धर्म के आधार पर आरक्षण देने के लिए कानून बनाना पड़े, तो कानून भी बनाएंगे। लेकिन, 2014 में दलित, ओबीसी और आदिवासी समाज जाग गया और उसके बाद सभी समाजों ने एक होकर कांग्रेस के सपनों को मिट्टी में मिला दिया, उनको सत्ता से बाहर कर दिया।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 अप्रैल। पैसे मांगने पर नहीं देने के कारण आक्रोशित होकर पुत्र ने अपनी मां की हत्या कर उसकी लाश को घर के कुएं में फेंकने और मां के पहने गहने को लेकर फरार होने वाले आरोपी पुत्र को पुलिस ने दुर्ग जिले के उतई क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार 23 अप्रैल की सुबह घुमका पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम बिजेतला निवासी 65 वर्षीय कांतिबाई साहू की संदेहास्पद मृत्यु हुई है। उसके शव को मृतिका के घर में स्थित कुएं से निकाला गया। घुमका पुलिस मौके पर पहुंचकर मर्ग कायम कर जांच कार्रवाई प्रारंभ की।
घटनास्थल व शव निरीक्षण के दौरान प्रथम दृष्टया मृतिका कांतिबाई साहू को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भारी वस्तु से उसके सिर, माथे, चेहरे व गर्दन में गंभीर चोट पहुंचाकर हत्या करना तथा शव को छिपाने के उद्देश्य से मृतिका के घर के कुएं में फेंकना पाए जाने पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा-302, 201 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया था।
जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि घटना के बाद से मृतिका का छोटा पुत्र टुमन परिजनों की जानकारी के बिना कहीं फरार है एवं मृतिका का पहना हुआ चांदी का करधन भी गायब है।
घुमका थाना प्रभारी निरीक्षक विनय कुमार पम्पार के नेतृत्व में तत्काल घुमका पुलिस द्वारा आरोपी की पतासाजी प्रारंभ की गई। पतासाजी के दौरान आरोपी टुमन साहू का लोकेशन दुर्ग जिले के उतई क्षेत्र में मिलने से टीम गठित कर आरोपी के लोकेशन में पहुंचे, जहां आरोपी टुमन मोटर साइकिल से बालोद की ओर भागने का प्रयास कर रहा था, जिसे पूछताछ के लिए 23 अप्रैल को हिरासत में लेकर थाना लाए।
पूछताछ में आरोपी टुमन ने बताया कि उसे बैगा-गुनिया से इलाज के लिए 36 हजार रुपए की आवश्यकता थी। आरोपी द्वारा घटना 23 अप्रैल के करीब 7 बजे जब आरोपी की माता व आरोपी दोनों घर पर थे, उस समय आरोपी पुत्र ने अपनी मां से पैसों की मांग की। मां कांतिबाई द्वारा शराब पीकर उड़ा देते हो, कहकर नहीं दूंगी कहकर डांटने लगी, इसी बात से आरोपी पुत्र आक्रोशित होकर अपनी मां को घर के परछी में रखे हथौड़े से लगातार सिर, माथे व चेहरे पर वारकर हत्या करना तथा मृतिका के पहने चांदी के करधन को निकालकर अपने पास रख लिए। शव को छिपाने के उद्देश्य के घर के ही कुएं में फेंककर चांदी के करधन को लेकर मोटर साइकिल से फरार होकर धमधा क्षेत्र के गांव पेंड्रावन में ज्वेलर्स के पास मृतिका के करधन को बेचकर पैसे लेकर वहां से बालोद तरफ भागने की फिराक में था।
आरोपी के कथन के आधार पर घटना में प्रयुक्त लोहे का हथौडा, खून से सना हुआ आरोपी का कपड़ा, मोटर साइकिल, चांदी का करधन व नगदी 40,280 रुपए बरामद कर जब्त किया गया। आरोपी के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य सबूत पाए जाने पर आरोपी टुमन साहू को 24 अप्रैल को गिरफतार कर न्यायिक रिमांड हेतु न्यायिक मजिस्ट्रेट राजनांदगांव के समक्ष पेश कर जेल दाखिल किया गया ।
मुरैना, 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने प्रवास के दूसरे दिन मध्य प्रदेश के मुरैना में एक बार फिर कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि भाजपा के लिए देश से बढ़कर कुछ नहीं, वहीं कांग्रेस के लिए परिवार ही सब कुछ है।
उन्होंने कहा, भाजपा के लिए देश से बड़ा और कुछ भी नहीं है, वहीं कांग्रेस के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। कांग्रेस की योजना है कि जो सबसे ज्यादा योगदान करे, सबसे ज्यादा मेहनत करे, सबसे ज्यादा समर्पण करे, उसे सबसे पीछे रखो। इसलिए कांग्रेस ने इतने वर्षों तक सेना के जवानों की वन रैंक वन पेंशन जैसी मांग पूरी नहीं होने दी। हमने सरकार बनते ही वन रैंक वन पेंशन को लागू किया। सीमा पर खड़े जवानों की सुविधा की भी चिंता की। कांग्रेस सरकार ने जवानों के जो हाथ बांध रखे थे, हमने उन्हें खुली छूट दे दी। हमने कहा एक गोली आती है तो 10 गोली चलानी चाहिए, अगर एक गोला आता है तो 10 तोप चलनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने मुरैना क्षेत्र की चर्चा करते हुए कहा कि मुरैना ने हमेशा उसका साथ दिया, जिनके लिए राष्ट्र प्रथम है। यह वही स्थान है जो न कभी अपने संकल्प से डिगा है न आगे भी डिगेगा। मध्य प्रदेश के लोग जानते हैं कि समस्या से एक बार पीछा छूट जाए तो फिर उसे समस्या से दूर ही रहना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ऐसी ही विकास विरोधी एक बहुत बड़ी समस्या है। चंबल के लोग कांग्रेस का वह दौर कैसे भूल सकते हैं। कांग्रेस ने चंबल की पहचान खराब व्यवस्था के क्षेत्र के तौर पर बना दी थी, उस दौर में कांग्रेस ने एमपी को बीमारू राज्यों की लाइन में खड़ा कर दिया था। भाजपा की सरकार में कांग्रेस के बने गड्ढों को भरने के बाद एमपी और चंबल को नई पहचान दिलाई है।
ग्वालियर चंबल इलाके में चल रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भाजपा सरकार में चंबल, काली सिंध, पार्वती लिंक परियोजना से सिंचाई की समस्या दूर होगी, पानी की समस्या को दूर करने के लिए हम परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। रेलवे परियोजना हो, आधुनिक अधोसंरचना के विकास के काम हो, इस क्षेत्र की तस्वीर बदल रहे हैं। भाजपा सरकार में हुए विकास कामों को भिंड, मुरैना, ग्वालियर के वो लोग और ज्यादा अनुभव कर रहे हैं जिन्होंने कांग्रेस का वह काला दौर भी देखा है।
महिला सशक्तिकरण के लिए किया जा रहे काम की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में महिलाओं की मदद के लिए स्व सहायता समूह के जरिए काम कर रहे हैं। गांव-गांव में शौचालय बनाकर माता बहनों के सम्मान की रक्षा की है। अब अगले 5 वर्षों के लिए 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है। 3 करोड़ महिलाएं जब लखपति दीदी बनती हैं तो उस परिवार की, उस गांव की सारी अर्थव्यवस्था तेज गति से दौड़ने लग जाती है।
कांग्रेस की नीतियों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आजादी के समय कांग्रेस ने धर्म के नाम पर देश का विभाजन स्वीकार किया था। मां भारती के हाथों की जंजीर काटने की बजाय मां भारती की भुजाएं ही काट दी थी। देश के टुकड़े कर दिए थे, लेकिन कांग्रेस सुधरने को तैयार नहीं है। कांग्रेस को लगता है यही उसके फायदे का रास्ता है। आज एक बार फिर कांग्रेस कुर्सी के लिए छटपटा रही है। अब कुर्सी पाने के लिए भांति भांति के खेल खेल रही है। देश के नागरिकों की आंखों में धूल झोंक कर सत्ता हथियाना के लिए आपके भविष्य को बर्बाद करने पर तुली हुई है। ये लोग फिर से धार्मिक तुष्टीकरण को मोहरा बना रहे हैं। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने मुसलमानों को ओबीसी वर्ग में शामिल कर दिया। उन्होंने रातों-रात एक कागज निकाल कर उन सबको ओबीसी घोषित कर दिया। सरकारी और शिक्षा में ओबीसी के लोगों को जो आरक्षण मिलता था, उसमें ये नए लोग डाल दिए। इस तरह ओबीसी समाज को जो आरक्षण मिलता था, वह चोरी छुपे छीन लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर थे। उन्होंने बुधवार को सागर और बैतूल में जनसभा को संबोधित किया ,उसके बाद शाम को भोपाल में रोड शो किया। गुरुवार को प्रधानमंत्री ने मुरैना में जनसभा को संबोधित किया।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अप्रैल। शहर के लालबाग तिराहे के पास बुधवार की रात को एक तेज रफ्तार कार व बाइक सवार के बीच भिड़ंत हो गई। हादसे में बाइक चालक आरक्षक के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे बेहतर उपचार के लिए मेकाज ले जाया गया। यहां घटना की जानकारी लगते पुलिस टीम के साथ ही परिजन भी पहुंचे।
मामले के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि रक्षित केंद्र में पदस्थ सुनील सिदार अपनी बाइक से होकर लालबाग की ओर जा रहा था कि अचानक से लालबाग तिराहा में सामने से आ रही एक तेज रफ्तार कार से दोनों की आमने-सामने भिड़ंत हो गई।
घटना के तत्काल बाद घायल को पहले महारानी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि आरक्षक के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उसे मेडिकल कॉलेज डिमरापाल भेज दिया गया है।
हथियारबंद नक्सलियों की सूचना पर निकले थे जवान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 25 अप्रैल। दंतेवाड़ा-नारायणपुर के सीमावर्ती इलाके में नक्सल गश्त पर निकली सर्चिंग के दौरान दुर्घटनावश एक जवान के बंदूक से गोली चलने (एक्सीडेंटल फायरिंग) से डीआरजी दंतेवाड़ा का एक जवान शहीद हो गया, जबकि एक जवान घायल है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जिला दंतेवाड़ा थाना बारसूर क्षेत्र के अंतर्गत हांदावाड़ा, हितावड़ा क्षेत्र में बंदूकधारी नक्सलियों की मीटिंग के साथ ही भारी संख्या में नक्सलियों के जमा होने की सूचना पर 24 अप्रैल को दंतेवाड़ा एवं नारायणपुर के सीमावर्ती क्षेत्र में डीआरजी एवं बस्तर फाइटर्स दंतेवाड़ा की संयुक्त टीम नक्सल गश्त सर्चिंग अभियान में निकली थी।
24 अप्रैल की रात को नक्सल गश्त सर्चिंग के दौरान लगभग 11 बजे गलती से गोली चलने से डीआरजी दंतेवाड़ा के आरक्षक जोगराज कर्मा व आरक्षक परसूराम अलामी घायल हो गए। घायल आरक्षक जोगराज कर्मा की शरीर से अधिक खून बह जाने से मृत्यु हो गई एवं घायल आरक्षक परसूराम अलामी का प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए एयरलिफ्ट कर रायपुर रवाना किया गया है।
घटना की जानकारी लगते ही आला अधिकारियों की टीम मौके पर जा पहुंची, वहीं घटना के बारे में जांच की जा रही है, साथ अधिकारियों का कहना है कि इस मामले को लेकर जानकारी ली जा रही है, जिसके बाद अलग से पूरी जानकारी जारी की जाएगी।
नई दिल्ली, 25 अप्रैल । भाररत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट की आईसीटी (सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी) सेवाओं के साथ व्हाट्सएप मैसेजिंग सेवाओं के एकीकरण का ऐलान किया।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने अदालत में बार के सदस्यों को बताया, "अब वादियों, पक्षकारों और एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड (एओआर) को ई-फाइलिंग, रजिस्ट्री द्वारा उठाई गई आपत्तियों, कॉज लिस्ट एवं आदेशों तथा निर्णयों को अपलोड करने के संबंध में ऑटोमेटिक मैसेज मिलेंगे।"
उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप ने एक पावरफुल कम्युनिकेशन टूल की भूमिका निभाई है। इस छोटी पहल का बड़ा प्रभाव होगा। कॉज लिस्ट को न्यायाधीशों को व्हाट्सएप पर भी भेजा जाएगा। इस तरह की डिजिटल पहल से न केवल कागज की बचत होगी बल्कि हमारे ग्रह पृथ्वी को भी फायदा होगा।
वहीं सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि व्हाट्सएप मैसेजिंग सुविधा का एकीकरण सुप्रीम कोर्ट द्वारा उठाया गया एक और क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने इसके लिए आभार जताया।
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । देश भर के इंजीनियरिंग कॉलेज और एनआईटी में प्रवेश के लिए आयोजित संयुक्त परीक्षा जेईई मेन सेशन-2 रिजल्ट जारी कर दिया गया ।नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने ओवर ऑल, जेंडर वाइज और स्टेट वाइज टॉपर्स की लिस्ट जारी की है।इस बार के जेईई मेन में सबसे अधिक टॉपर तेलंगाना ने दिए हैं। हालांकि ऑल इंडिया नंबर-1 रैंक हासिल करने वाले नीलकृष्ण निर्मल कुमार और रैंक-2 पाने वाले संजय मिश्रा दोनों टॉपर महाराष्ट्र से हैं। जबकि हरियाणा के आरव भट्ट ने पूरे देश में तीसरा स्थान हासिल किया है। छत्तीसगढ़ में भाव्यांश साही ने टॉप किया है।इस बार 100 पर्सेंटाइल स्कोर करने वाले कुल 56 कैंडिडेट्स हैं। जिसमें से अकेले 15 तेलंगाना के हैं,हालांकि इन 56 कैंडिडेट्स में सिर्फ दो लड़कियां हैं जिन्होंने 100 पर्सेंटाइल स्कोर प्राप्त किया है।साथ ही टॉप 10 लिस्ट में कोई लड़की शामिल नहीं है।
धनबाद, 25 अप्रैल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक की जांच करने धनबाद पहुंचे एडीजी संजय आनंद लाटकर बाल-बाल बच गए।
ऑफिस से बाहर निकलते समय संजय आनंद लाटकर ने अपनी गाड़ी में बैठने जा रहे थे। इस दौरान, उनकी गाड़ी अचानक से आगे बढ़ गई, वो तो गनीमत रही कि एडीजी व उनका गार्ड वाहन की चपेट में आने से बच गया। इसके बाद एडीजी आईजी की गाड़ी से रवाना हुए।
बता दें, 1 मार्च को सिंदरी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक हुई थी। एडीजी इसी की जांच करने पीएमओ के निर्देश पर धनबाद पहुंचे थे।
एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर, सचिव डॉ मनीष रंजन व विशेष सचिव अंजनी कुमार मिश्रा पीएमओ के निर्देश पर पहुंचे थे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 25 अप्रैल । एक संदिग्ध गैंगवार और जेल के अंदर वर्चस्व की लड़ाई में दिल्ली तिहाड़ की जेल नंबर 3 के अंदर कैदियों के दो समूह आपस में भिड़ गए। इस झड़प में चार कैदी घायल हो गए।
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि घटना बुधवार सुबह की है। पुलिस ने घटना के संबंध में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के अनुसार, घायल अलग-अलग समूहों से थे। हमले का कारण जेल के अंदर वर्चस्व स्थापित करना था।
अधिकारी ने कहा, "घायलों को दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में भर्ती कराया गया और बाद में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।"
(आईएएनएस)
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। शादी के मंडप में उस वक्त हंगामा मच गया जब एक युवती ने वहां पहुंचकर बताया कि जिस लड़के की शादी हो रही है, वह मुझे धोखा दे रहा है। मैं उसके बच्चे की मां बनने वाली हूं। सच्चाई सामने आते ही लड़की वालों ने दूल्हे तथा बारातियों की जमकर पिटाई कर दी। पुलिस ने हस्तक्षेप कर किसी तरह मामला शांत कराया और बारातियों को सुरक्षित वापस लौटाया।
पेंड्रा इलाके के तरईगांव के एक यादव परिवार में क्षेत्र के ही अमारू गांव का अजय यादव बारात लेकर शादी करने पहुंचा था। मंडप पर शादी की रस्म पूरी की ही जा रही थी कि एक युवती वहां पहुंच गई। उसने लड़की वालों को बताया कि जो लड़का शादी कर रहा है उसने मेरे साथ प्रेम संबंध बना रखा है। मैं तीन माह की गर्भवती हूं और उसके बच्चे की मां बनने वाली हूं। युवती की बात सुनते ही वहां हड़कंप मच गया। युवती के साथ आए लोगों और कुछ बारातियों से बातचीत के बाद लड़की वालों को समझ में आ गया कि वह ठीक बोल रही है। लड़की पक्ष के लोगों ने बारातियों के साथ जमकर मारपीट कर दी और दूल्हे को भी नहीं बख्शा। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची और उसने मारपीट रुकवाई। दूल्हा तथा उनके परिवार के लोगों ने दंडवत होकर तथा उठक-बैठक कर माफी मांगी। बारातियों को पुलिस की सुरक्षा में वहां से निकालना पड़ा। लड़की वाले पुलिस से मांग कर रहे थे कि लड़की की शादी में आए खर्च को दूल्हे से वसूल कर दिया जाए। पुलिस ने इस पर असमर्थता जताई और कहा कि वसूली के लिए उनको कोर्ट जाना पड़ेगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । महादेव सट्टा एप मामले में जेल में बंद निलंबित पुलिस एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, हवाला कारोबारी सुनील दम्मानी और सतीश चंद्राकर का प्रोडक्शन वारंट किया दाखिल किया।कोर्ट ने कल सुबह तीनों आरोपियों को जेल से कोर्ट में पेश करने के दिए आदेश दिया है।इन्हे ईडी ने गिरफ्तार किया था।ईओडब्ल्यू तीनों को पुलिस रिमांड पर लेने का आवेदन पेश कर सकती है। एसीबी ईओडब्ल्यू के स्पेशल कोर्ट ने आदेश दिए।
इससे पहले कल दिल्ली, गोवा से गिरफ्तार दोनों आरोपियों रितेश यादव और राहुल वकटे को कोर्ट ने 6 दिन 30 अप्रैल तक पुलिस रिमांड की स्वीकार किया है। कोर्ट ने दोनो आरोपियों को रिमांड पर ईओडब्ल्यू को सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
रायपुर, 25 अप्रैल । ईओडब्लू सी टीम दुर्ग भिलाई शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह (पप्पू) ढिल्लन को रायपुर लेकर पहुंची। पप्पू को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। और आज कोर्ट में पेश को किया जा सकता है। त्रिलोक सिंह ढिल्लन की किसी दक्षिणी राज्य संभवतः कर्नाटक से गिरफ्तार किया गया था। ईओडब्लू सुबह फ्लाइट से लेकर पहुंची है । पिछले दिनों एसीबी ईओडब्लू की छापेमारी के दौरान वह घर पर नहीं मिला था। पप्पू को कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के करीबियों में गिना जाता है
इस बीच इसी घोटाले में बिहार से गिरफ्तार एपी त्रिपाठी को भी आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। 6 दिनों की उसकी ऱिमांड आज खत्म हो रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश जस्टिस राकेश मोहन पांडेय को स्थायी जज के रूप में नियुक्त करने के संबंध में केंद्र सरकार से अनुशंसा की है। इसके अलावा अतिरिक्त न्यायाधीश जस्टिस सचिन सिंह राजपूत तथा जस्टिस राधाकिशन अग्रवाल की सेवाओं में एक वर्ष के विस्तार की भी सिफारिश की गई है। इस संबंध में बुधवार को आदेश जारी कर दिया गया।
सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की कॉलेजियम ने आदेश में कहा कि हाईकोर्ट की ओर से आए प्रस्ताव के रिकॉर्ड की जांच और मूल्यांकन के पश्चात जस्टिस पांडेय को स्थायी जज नियुक्त करने तथा जस्टिस राजपूत व जस्टिस अग्रवाल को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में एक वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त करने का पात्र पाया गया है।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने पिछले साल नवंबर में ही इस संबंध में सिफारिश भेज दी थी।
-प्रभाकर मणि तिवारी
"हमने तो कोई ग़लती नहीं की थी. मुझे तो लिखित परीक्षा और इंटरव्यू में मिले अंकों के आधार पर चुना गया था. जब मैंने नौकरी के लिए कोई ग़ैर-क़ानूनी तरीका नहीं अपनाया था तो आख़िर मुझे क्यों सज़ा मिली? हम तो गेहूं के साथ घुन की तरह पिस गए"- यह कहना है सागर मंडल का जिन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट के फै़सले के बाद शिक्षक की अपनी नौकरी गंवा दी है.
कलकत्ता हाईकोर्ट की एक खंडपीठ ने सोमवार को शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित याचिकाओं की सुनवाई के बाद साल 2016 में स्कूल सेवा आयोग की ओर से चुने गए क़रीब 25 हज़ार से अधिक शिक्षकों और गै़र-शिक्षण कर्मचारियों को नौकरियों से हटा दिया.
अदालत ने उस साल की पूरी भर्ती प्रक्रिया ही रद्द कर दी है. इससे अपनी मेरिट के बल पर नौकरी पाने वाले उम्मीदवारों में भारी हताशा और नाराज़गी है.
कोर्ट ने ये भी कहा है कि 2016 के नियुक्ति पैनल की मियाद ख़त्म होने के बाद जिन लोगों को नौकरी मिली उन्हें 12 फ़ीसदी सूद के साथ पैसे सरकार को लौटाने होंगे.
इसके बाद राज्य के विभिन्न ज़िलों से आए कुछ शिक्षकों और ग़ैर-शिक्षण कर्मचारियों ने इस फै़सले के ख़िलाफ़ मंगलवार से कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में धरना शुरू किया है. इन लोगों ने कोर्ट के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की भी बात की है.
धरने पर बैठे शिक्षक
शहीद मीनार के पास धरने पर बैठे कई लोगों की आंखें बात पूरी होने से पहले ही डबडबाने लगती हैं. ज़्यादातर लोगों की आंखें इस बात की चुगली कर रही हैं कि उन्होंने सोमवार की रात करवटें बदलते हुए काटी हैं. उन्हें अपने भविष्य के सपने आंसुओं में धुलते नज़र आ रहे हैं.
धरने पर बैठी शुभ्रा घोष का कहना था कि कई साल की मेहनत के बाद उन्होंने परीक्षा पास कर मेरिट लिस्ट में जगह बनाई थी.
वो बताती हैं, "हमने फरवरी 2019 में नौकरी ज्वाइन की थी. लेकिन अब जब जीवन में कुछ स्थिरता आने लगी तो हमारे पैरों तले की ज़मीन ही खिसक गई."
उनका सवाल है कि कुछ लोगों की ग़लती या अपराध की सज़ा उन्हें क्यों मिल रही है?
धरने में शामिल लोगों में हाई स्कूल में पढ़ाने वाले अज़हरुद्दीन भी हैं. मीडिया के सामने वो अपनी ओएमआर शीट (उत्तर पुस्तिका) और मेरिट लिस्ट में अपना नाम दिखाते हैं.
वो कहते हैं, "मैंने तो ग़ैर-क़ानूनी तरीके से नौकरी नहीं हासिल की थी. तो फिर मुझे क्यों सज़ा भुगतनी पड़ रही है."
मामला ये है कि पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में 25,753 लोगों में से चार-पांच हज़ार पर अवैध तरीके से नौकरी हासिल करने का आरोप है. ये कहा जा रहा है कि उन्होंने बिना कुछ लिखे (ब्लैंक) उत्तर पुस्तिकाएं जमा की थीं.
धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि 2016 के घोटाले की जांच कर रही सीबीआई और ईडी इतने दिनों से किस बात की जांच कर रही थी.
विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे सैकत घोष कहते हैं कि अचानक नौकरी चले जाने से उनके परिवार का जीना दूभर हो जाएगा.
वहीं धरने पर बैठी एक महिला ने नाम न छापने की शर्त पर सवाल किया, "अगर किसी कक्षा में कुछ लोग फेल हो जाएं तो क्या सबको फेल कर देना चाहिए?"
बर्दवान से यहां पहुंचे प्रदीप मंडल अपने परिवार में अकेले कमाने वाले हैं. वो कहते हैं कि उनके कंधों पर बीमार और बुजु़र्ग माता-पिता के अलावा दो बहनों की भी ज़िम्मेदारी है.
वह कहते हैं, "मेरी ज़िंदगी तो रातों-रात बदल गई. अब समझ नहीं आ रहा है कि मैं घरवालों और पड़ोसियों को क्या मुंह दिखाऊंगा? इस फै़सले ने मुझे भी संदेह के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है."
उनका सवाल है कि नौकरी के दौरान जो वेतन मिला वह तो घर-परिवार चलाने में खर्च हो गया. अब कोर्ट के आदेश के अनुसार वो चार सप्ताह के भीतर इतनी बड़ी रकम का जुगाड़ कहां से करेंगे?
मोहम्मद इलियास को भी 2016 की एसएससी परीक्षा के आधार पर ही उत्तर बंगाल में अलीपुरदुआर के एक स्कूल में नौकरी मिली थी.
स्कूल में गर्मी की छुट्टियां होने के कारण उन्होंने सोमवार शाम को घर आने के लिए ट्रेन पकड़ी थी. रास्ते में उनको अदालत के फै़सले की जानकारी मिली.
वो कहते हैं, "अदालत के फ़ैसले के बारे में जानने के बाद से उनकी आंखों से नींद गायब हो गई. पूरी रात बेचैनी में गुज़ारने के बाद वो कोलकाता में सुबह ट्रेन से उतरे और सीधे शहीद मीनार पहुंचे."
उनका सवाल था कि "मैंने ग़ैर-क़ानूनी रास्ते नहीं अपनाए हैं, तो क्या नए सिरे से नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होने पर मुझे सीधे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा."
इमेज कैप्शन,सागर मंडल
लेकिन सबसे मुश्किल स्थिति में वो लोग हैं जिनकी नौकरी भी चली गई और जिन्हें चार सप्ताह के भीतर वेतन के तौर पर मिले लाखों की रक़म लौटानी होगी.
उनको समझ में नहीं आ रहा है कि वो अब करें तो क्या करें. हाईकोर्ट ने अपने फै़सले में कहा है कि जिन लोगों ने 2016 के नियुक्ति पैनल की मियाद ख़त्म होने के बाद नौकरी हासिल की उनको 12 फ़ीसदी सालाना सूद समेत पूरे पैसे लौटाने होंगे.
ऐसे एक उम्मीदवार कहते हैं, "मुझे तो 2022 में अदालत के निर्देश पर ही नौकरी मिली थी. अब समझ में नहीं आ रहा है कि अपना दुख किससे कहूं."
जिन 25,753 लोगों की नौकरियां गई हैं उनमें से कितनों को पैसे लौटाने होंगे, यह अभी साफ नहीं है. लेकिन मोटे अनुमान के मुताबिक़ यह तादाद चार से पांच हज़ार तक हो सकती है.
इनमें से हाईस्कूल यानी नौवीं-दसवीं के शिक्षकों को औसतन 22 लाख और हायर सेकेंडरी (11-12) के शिक्षकों को औसतन 28 से 30 लाख तक की रकम लौटानी पड़ सकती है.
सोमवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने अपने फ़ैसले में 25 हज़ार से शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया. खंडपीठ ने कहा कि उसके पास इसके सिवा कोई और रास्ता नहीं था.
ये फ़ैसला 2016 के शिक्षक भर्ती घोटाले से संबंधित मामलों की सुनवाई के बाद सुनाया गया है. अदालत ने कहा है कि स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) लोकसभा चुनाव के बाद नए सिरे से इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर सकती है.
2016 के पैनल में 25,754 लोगों ने नौकरियां हासिल की थीं. आरोप है कि इनमें से कई लोगों ने अवैध तरीके से नियुक्ति हासिल की थी. यह तमाम लोग स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की ओर से आयोजित परीक्षा के ज़रिए भर्ती हुए थे.
हाईकोर्ट ने मानवता के आधार पर सिर्फ सोमा दास नामक एक महिला की नौकरी बहाल रखने का निर्देश दिया है. वो कैंसर से पीड़ित हैं.
अदालत ने 282 पन्ने के अपने फै़सले में सीबीआई को राज्य सरकार से जुड़े उन लोगों से पूछताछ करने और ज़रूरी होने पर हिरासत में लेने का निर्देश दिया है जिन्होंने स्कूल सेवा आयोग के तहत अतिरिक्त पदों को मंजूरी दी थी और इससे संबंधित फै़सले लिए थे.
सीबीआई का आरोप है कि अवैध नियुक्तियों के तहत लोगों को खपाने के लिए कई अतिरिक्त पद बनाए गए थे. अदालत ने सीबीआई से इस घोटाले की जांच जारी रखने को कहा है.
इमेज कैप्शन,कलकत्ता हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ धरना देते शिक्षक
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन लोगों के समर्थन में खड़े रहने और इस फै़सले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का भरोसा दिया है. उनका सवाल है कि आख़िर यह लोग चार सप्ताह के भीतर इतना पैसा कहां से चुकाएंगे. स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने की बात कही है.
ममता अपनी चुनावी सभाओं में इस मुद्दे को ज़ोर-शोर से उठा रही हैं और इसके लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहरा रही हैं.
सोमवार को रायगंज की रैली के बाद उन्होंने मंगलवार को बीरभूम की एक सभा में कहा कि हम नौकरियां दे रहे हैं और वो (बीजेपी) एक झटके में हज़ारों नौकरियां छीन रहे हैं. मुख्यमंत्री का कहना था कि अगर पहले बताया गया होता कि कुछ ग़लती हुई है तो उसे सुधार लिया गया होता.
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने माना कि कुछ ग़लतियां हुई हैं. वहीं ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी की निगाह में यह मामला आने के बाद कार्रवाई की गई है.
घोष का कहना था कि अदालत के फै़सले ने हज़ारों लोगों के जीवन में उथल-पुथल पैदा कर दी है और कुछ लोगों की वजह से सभी को मुश्किल झेलनी पड़ रही है.
विपक्षी दलों ने इस फै़सले के बाद तृणमूल कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर दिया है. बीजेपी सांसद शमीक भट्टाचार्य ने कहा है कि यह बंगाल का सबसे बड़ा घोटाला है. लोग चुनाव में इसका जवाब देंगे.
धरने पर बैठे शिक्षक
बीजेपी ने ममता बनर्जी से इस्तीफे़ की भी मांग की है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस की ग़लती के कारण एक झटके में इन 25 हज़ार के अधिक लोगों का भविष्य अंधकारमय हो गया है.
उनका कहना था कि अदालत के फै़सले से साबित हो गया है कि तृणमूल ने शिक्षक जैसे सम्मानित पेशे को गाय, बकरी और मुर्गियों की तरह बाज़ार में बेच दिया है.
सीपीएम नेता सुजन चक्रवर्ती भी इसे अब तक का सबसे बड़ा घोटाला बताते हैं. वह कहते हैं कि इस घोटाले में तृणमूल के नीचे से ऊपर तक के तमाम नेता शामिल हैं.
वह कहते हैं, "इसका प्रतिकूल असर पूरे समाज पर पड़ रहा है. अदालत ने जिनको पैसे लौटाने का निर्देश दिया है वो यह रकम कहां से ले आएंगे? ये पैसा तृणमूल कांग्रेस को ही लौटाना चाहिए." (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 24 अप्रैल। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एमसीडी महापौर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति की फाइल सीधे उपराज्यपाल कार्यालय भेजे जाने के बाद बुधवार को मुख्य सचिव से पूछा है कि उन्होंने किस कानूनी प्रावधान के तहत इस मामले में निर्वाचित सरकार की अनदेखी की। अधिकारियों यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि शहरी विकास मंत्री भारद्वाज ने बुधवार शाम छह बजे तक मुख्य सचिव से स्पष्टीकरण देने को कहा।
मंगलवार को ‘आप’ नेता ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि मुख्य सचिव ने उनकी अनदेखी करते हुए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) महापौर चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति से संबंधित फाइल सीधे उपराज्यपाल कार्यालय भेज दी।
पत्र में भारद्वाज ने सक्सेना से अनुरोध किया कि वह फाइल लौटाते हुए निर्देश दें कि यह शहरी विकास मंत्री के पास से होते हुए दोबारा भेजी जाए।
एमसीडी मेयर का चुनाव शुक्रवार को होना है, हालांकि पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति के लिए अब तक सक्सेना के कार्यालय से मंजूरी नहीं मिली है।
‘आप’ सरकार, पीठासीन अधिकारी के नाम वाली फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय के माध्यम से मंजूरी के लिए उपराज्यपाल के पास भेजती है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सात मई तक न्यायिक हिरासत में होने के कारण मामला लंबित था।
250 सदस्यीय एमसीडी पर 137 पार्षदों के साथ आप का शासन है जबकि भाजपा के 105 पार्षद हैं। (भाषा)
पुणे, 24 अप्रैल। महाराष्ट्र के पुणे जिले में बुधवार को बिजली बिल के विवाद में 33 वर्षीय व्यक्ति ने एमएसईडीसीएल की एक महिला तकनीशियन की कथित तौर पर हत्या कर दी। पुलिस ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
सुपा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि अभिजीत पोटे नामक व्यक्ति ने आज सुबह बारामती तहसील के मोरगांव में महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के कार्यालय के अंदर रिंकू थिटे (26) पर कथित तौर पर हमला किया।
पोटे ने पहले शिकायत की थी कि उन्हें 570 रुपये का बढ़ा हुआ बिल मिला, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पोटे सुबह एमएसईडीसीएल कार्यालय गया और दस दिन की छुट्टी के बाद लौटीं रिंकू पर धारदार हथियार से हमला कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि पोटे को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। (भाषा)
‘छत्तीसगढ़’ संवादाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। तोरवा क्षेत्र में दो साल पहले हुए 13 साल की बच्ची को अगवा कर उसके साथ गैंगरेप करने के मामले में दोषी चार आरोपियों की अपील हाईकोर्ट ने खारिज कर दी है। ट्रायल कोर्ट ने इन्हें 20-20 साल कैद की सजा सुनाई है।
अभियोजन के मुताबिक घटना जनवरी 2022 की है। लालखदान क्षेत्र में एक मंदिर से निकल रही 13 साल की पीड़िता को आरोपियों ने जबरदस्ती रोका और उन्हें सूनसान जगह पर ले गए। आरोपियों ने उनके साथ मारपीट भी की। दो युवकों ने बच्ची के साथ रेप किया जबकि बाकी दो उनकी रखवाली कर रहे थे। वे बच्ची को उसी हालत में छोड़कर वहां से भाग गए। बच्ची को मंदिर की ओर खोजने के लिए परिजन पहुंचे तो उन्हें रास्ते में जख्मी हालत में बैठे पाया। पीड़ित बच्ची उन चारों को पहचान रही थी। उनके खिलाफ तोरवा थाने में एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की गई। जुलाई 2023 में फास्ट्र ट्रैक कोर्ट ने आरोपी सूरज यादव, महेश पासी, सूरज सूर्यवंशी और दीपक निषाद को पॉक्सो एक्ट 5 जी (6) के तहत 20-20 साल की सजा सुनाई। आईपीसी की धारा 366 ए/ 34 में 10 साल तथा 363/34 में सात-सात साल की सजा सुनाई गई। अपनी सजा के खिलाफ दोषियों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी जिसे चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस रविंद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने खारिज कर दी है।
एक म्यूज़िकल थिएटर प्रोग्राम के लिए हिलेरी क्लिंटन के साथ साझेदारी पर घिरीं नोबेल विजेता मलाला यूसुफ़ज़ई ने इसराइल की निंदा करते हुए ग़ज़ा के प्रति अपने समर्थन को दोहराया है.
दरअसल, अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ एक इवेंट में हिस्सा लेने के लिए मलाला यूसुफ़ज़ई की उनके देश पाकिस्तान में ख़ूब आलोचना हो रही थी. हिलेरी क्लिंटन हमास के ख़िलाफ़ इसराइल की जंग की खुली समर्थक रही हैं.
इस म्यूज़िकल कार्यक्रम का शीर्षक 'सफ़्स' था, जिसमें अमेरिकी महिलाओं द्वारा 20वीं सदी में मताधिकार के लिए चलाए गए उनके आंदोलन को दिखाया गया है. बीते सप्ताह से ये अमेरिका के न्यूयॉर्क में दिखाया जा रहा है.
आलोचना के बाद मलाला यूसुफ़ज़ई ने एक्स पर एक बयान जारी किया.
उन्होंने कहा, "मैं चाहती हूं कि ग़ज़ा के लोगों के प्रति मेरे समर्थन के बारे में कोई भ्रम न रहे. हमें ये समझने के लिए कि संघर्षविराम तत्काल ज़रूरी है, और शव, बमबारी की ज़द में आए स्कूल और भूख से तड़पते बच्चों को नहीं देखना."
उन्होंने कहा, "मैं अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन करने और युद्ध अपराधों के लिए इसराइली सरकार की निंदा करती हूं और करती रहूंगी."
पाकिस्तान की जानी-मानी पत्रकार मेहर तरार ने एक्स पर लिखा, "हिलेरी क्लिंटन- जो फ़लस्तीनियों के नरसंहार को समर्थन देती रही हैं- के साथ मिलकर यूसुफ़ज़ई का थिएटर करना, एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के तौर पर उनकी विश्वसनीयता के लिए बड़ा धक्का है. मैं इसे बेहद दुःखद मानती हूं."
वहीं पाकिस्तानी लेखक निदा किरमानी ने कहा कि क्लिंटन के साथ साझेदारी करने का यूसुफ़ज़ई का फ़ैसला न सिर्फ़ दिमाग खराब करने वाला है बल्कि इससे दिल भी टूटा है. उन्होंने इसे बेहद निराशाजनक बताया. (bbc.com/hindi)
हाथरस (उप्र), 24 अप्रैल। हाथरस से मौजूदा भाजपा सांसद राजवीर दिलेर का दिल का दौरा पड़ने के बाद बुधवार शाम को एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे। पार्टी पदाधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक, दिलेर की मृत्यु की वजह हृदयाघात बताई गई है। शाम को सुरक्षा विहार स्थित आवास पर तबीयत बिगड़ने के बाद परिजन आनन-फानन उन्हें ट्रॉमा सेंटर लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिलेर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हाथरस लोकसभा क्षेत्र से सांसद राजवीर सिंह दिलेर जी का असामयिक निधन अत्यंत दुःखद एवं भाजपा परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।’’
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों और उनके समर्थकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
दिलेर 2019 में भाजपा के टिकट पर हाथरस सीट से चुने गए थे। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने उन्हें टिकट नहीं दिया और इस सीट से अनूप वाल्मीकि को अपना उम्मीदवार बनाया है।
राजवीर के पिता किशनलाल दिलेर हाथरस सीट से चार बार भाजपा सांसद रहे हैं। 2019 में पिता की विरासत वाली सीट से पार्टी ने राजवीर दिलेर को मैदान में उतारा था और वह हाथरस से सांसद का चुनाव रिकार्ड मतों से जीते थे। (भाषा)
औसग्राम/गलसी (पश्चिम बंगाल), 24 अप्रैल। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उस टिप्पणी को लेकर उनकी आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था कि दुनिया में कोई भी संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन को नहीं रोक सकता है।
उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि सिंह अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कृपा पर निर्भर नजर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा, “आप मोदी की दया पर टिके हुए हैं। आप अपनी कुर्सी बचाने के लिए रोज मोदी को सलाम कर रहे हैं। आप या नितिन गडकरी आज प्रधानमंत्री हो सकते थे। कोई समस्या नहीं होती...कम से कम कुर्सी पर एक सज्जन व्यक्ति तो होता जो न्यूनतम शिष्टाचार जानता हो।”
सिंह ने रविवार को मुर्शिदाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि दुनिया की कोई भी ताकत संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन को नहीं रोक पाएगी।
सिंह ने कहा था, “हमने बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों में अपने धर्म के कारण प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने के लिए कानून बनाया है। लेकिन ममता बनर्जी इसे लागू नहीं होने दे रही हैं। हम नागरिकता कानून लाएंगे। दुनिया की कोई भी ताकत इसके क्रियान्वयन को नहीं रोक सकती।”
बनर्जी ने सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का विरोध करने का संकल्प जताया है। उन्होंने कहा, “आपके प्रति पूरा सम्मान रखते हुए, मैं आपको बता रही हूं कि हम (तृणमूल) सीएए, एनआरसी और यूसीसी के कार्यान्वयन का विरोध करेंगे। हम देखेंगे कि आप कितने शक्तिशाली हैं।”
बनर्जी दुर्गापुर-बर्धमान लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार कीर्ति आजाद के लिए एक चुनावी रैली में बोल रही थीं।
मुख्यमंत्री ने आगामी चुनावों में भाजपा को हराने की जरूरत पर जोर दिया और राज्य के कुछ इलाकों में संकट के बीच लोगों से जल संरक्षण करने का आग्रह किया।
बोलपुर सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार असित मल के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने सवाल किया कि देश भर में भीषण गर्मी के बीच लोकसभा चुनाव सात चरणों में क्यों कराए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि आम चुनाव का कार्यक्रम “भाजपा को संतुष्ट करने” के लिए बनाया गया है।
तृणमूल प्रमुख ने दावा किया, “पहले, चुनाव प्रक्रिया 2 या 3 मई तक समाप्त हो जाती थी, लेकिन इस साल गंभीर मौसमी स्थितियों के बीच उन्होंने इसे तीन महीने तक खींच दिया है।”
बनर्जी ने कहा, “निर्वाचन आयोग ने भाजपा को संतुष्ट करने के लिए तीन महीने के लिए चुनाव की योजना बनाई है।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनका मकसद लोकसभा चुनाव में “भाजपा को हराना” है। (भाषा)
मुर्शिदाबाद (प.बंगाल), 24 अप्रैल। तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दस शीर्ष नेता उनकी पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हैं। भाजपा ने हालांकि इस दावे को निराधार बताया है।
मुर्शिदाबाद लोकसभा क्षेत्र में एक रोड शो करते हुए बनर्जी ने कहा कि पार्टी सही समय पर अपने दरवाजे खोलेगी और ‘‘भाजपा का राज्य से सफाया हो जायेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा पार्टियों को तोड़ने के खेल में शामिल होने की कोशिश कर रही है, लेकिन वह इसमें जीत नहीं पा रही है। उन्होंने हमारे दो सांसदों को अपने पाले में कर लिया और हमने उनके दो सांसदों, अर्जुन सिंह और बाबुल सुप्रियो को अपनी तरफ करके इसका जवाब दिया। हाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी के जरिए उन्होंने तापस रॉय को शामिल किया है। भाजपा के कम से कम 10 शीर्ष नेता तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की कतार में हैं।’’
बनर्जी के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद, ‘‘तृणमूल कांग्रेस ताश के पत्तों की तरह ढह जायेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ये कुछ और नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल में हार की हताशा में राजनीतिक बयानबाजी है। एक बार लोकसभा चुनाव खत्म हो जाएं तो तृणमूल कांग्रेस ताश के पत्तों की तरह ढह जाएगी।’’ (भाषा)
लखनऊ, 24 अप्रैल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने घर खरीदारों को धोखा देने और कथित बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़ी धनशोधन जांच के तहत बुधवार को उत्तर प्रदेश की एक रियल इस्टेट कंपनी के खिलाफ छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
ईडी के अधिकारियों ने तुलसियानी समूह के लखनऊ, मेरठ, नोएडा और प्रयागराज स्थित परिसरों के साथ ही हरियाणा के गुरुग्राम स्थित ठिकानों पर यह कार्रवाई की।
एजेंसी ने तुलसियानी समूह के खिलाफ जांच के तहत हरैया (बस्ती) से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अजय सिंह के एक रिश्तेदार के लखनऊ में गोमती नगर स्थित एक कार्यालय परिसर पर भी छापा मारा।
सूत्रों ने कहा कि तुलसियानी समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अनिल तुलसियानी और उनकी पत्नी पहले प्रयागराज की इस कंपनी के निदेशक थे और अब इस कंपनी में नए निदेशक जुड़ गए हैं, जो भाजपा विधायक से कथित रूप से जुड़े हैं।
सूत्रों ने कहा कि ईडी कंपनी और इसके कर्ताधर्ताओं द्वारा घर खरीदारों से धोखाधड़ी और बैंक ऋण धांधली के आरोपों पर सबूत जुटाने के लिए सभी परिसरों में तलाशी ले रही है।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें अपने लखनऊ स्थित दफ्तर में ईडी के छापों की जानकारी सुबह मिली थी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं। आयकर विभाग ने करीब तीन साल पहले भी छापे मारे थे। मैं भाजपा का समर्पित सिपाही हूं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘लोग कहते हैं कि भाजपा केवल विपक्षी दलों को निशाना बनाती है, लेकिन मेरे खिलाफ इस कार्रवाई से यह दावा गलत साबित हो गया है।’’
‘पीटीआई’ ने इस बाबत प्रतिक्रिया के लिए कंपनी को एक ईमेल भेजा, लेकिन अभी कोई जवाब नहीं मिला है।
अधिकारियों ने कहा कि तुलसियानी समूह और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ धनशोधन का मामला उत्तर प्रदेश पुलिस की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जो पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की शिकायत पर दर्ज की गई थी।
सूत्रों के अनुसार, पीएनबी ने कंपनी द्वारा 4.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाया है। तुलसियानी के खिलाफ घर खरीदारों को कथित रूप से ठगने के मामले में भी जांच चल रही है। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया था और इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने ईडी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 24 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार अभियान बुधवार शाम को थम गया। इस चरण में 26 अप्रैल को 13 राज्यों की 89 सीट पर मतदान होगा।
सात चरण में हो रहे चुनाव के पहले चरण में पिछले शुक्रवार को 21 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीट पर लगभग 65.5 प्रतिशत मतदान हुआ था।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में केरल की सभी 20, कर्नाटक की 28 में से 14, राजस्थान की 13, महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश की 8-8, मध्य प्रदेश की 7, असम और बिहार की 5-5, छत्तीसगढ़ व पश्चिम बंगाल में 3-3, मणिपुर, त्रिपुरा और जम्मू-कश्मीर में 1-1 सीट पर मतदान होगा।
इस चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (तिरुवनंतपुरम), भाजपा के तेजस्वी सूर्या (बेंगलुरु दक्षिण), हेमा मालिनी (मथुरा), अरुण गोविल (मेरठ), कांग्रेस नेता राहुल गांधी (वायनाड), शशि थरूर (तिरुवनंतपुरम), कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता डी.के. शिवकुमार के भाई डी.के. सुरेश (बेंगलुरु ग्रामीण) कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी (मांड्या) शामिल हैं।
केरल में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन विभिन्न राष्ट्रीय नेताओं ने प्रचार किया, जिनमें गृह मंत्री अमित शाह, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी शामिल थीं। इन नेताओं ने विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित किया।
केरल में अपनी पैठ बनाने के लिए सभी प्रयास कर रही भाजपा ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), 'लव जिहाद', 'द केरल स्टोरी' फिल्म से जुड़े विवाद, वायनाड में राहुल गांधी की उम्मीदवारी और सुल्तान बथेरी का नाम बदलकर गणपति वट्टोम करने के अपने वादे के इर्द-गिर्द चुनाव प्रचार किया।
चुनाव प्रचार के दौरान, सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) के विधायक पी.वी. अनवर ने राहुल गांधी को “चौथी श्रेणी का नागरिक” कहकर विवाद खड़ा कर दिया। अनवर ने कहा कि वह गांधी नाम का उपयोग करने के योग्य नहीं है और उन्हें “डीएनए परीक्षण कराना चाहिए।”
उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही और पूछा कि नेहरू परिवार से आने वाला कोई व्यक्ति इस तरह के बयान कैसे दे सकता है।
गांधी ने राज्य में अपने चुनाव अभियान के दौरान पूछा था कि विजयन को केंद्रीय एजेंसियों द्वारा पूछताछ और गिरफ्तारी से छूट क्यों दी गई, जबकि उनके खिलाफ कई आरोप सामने आ चुके हैं।
इसके जवाब में विजयन ने पूर्व मुख्यमंत्री वी.एस. अच्युतानंदन के एक दशक पुराने अभियान का हवाला देते हुए गांधी को "अमूल बेबी" कहा।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है। कांग्रेस ने जहां इस चरण की सभी 14 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं वहीं, भाजपा ने 11 जबकि जद(एस) ने तीन सीट पर उम्मीदवारों को टिकट दिए हैं।
पिछले कुछ दिन में हुए धुआंधार प्रचार अभियान के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा के लिए रैलियां और रोड शो किए। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, कुछ केंद्रीय मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी राज्य में प्रचार किया।
खरगे, वरिष्ठ नेताओं राहुल गांधी व प्रियंका गांधी, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस के लिए प्रचार किया।
जद (एस) के लिए पार्टी के संरक्षक व पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा (90) और पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने मोर्चा संभाला।
महाराष्ट्र में आठ लोकसभा सीट के लिए 204 उम्मीदवार मैदान में हैं। पश्चिमी विदर्भ में बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल-वाशिम, मराठवाड़ा में हिंगोली, नांदेड़ और परभणी लोकसभा सीट पर मतदान होगा। इन सीट कुल 1,49,25,912 मतदाता मतदान के पात्र हैं।
पश्चिम बंगाल की तीन लोकसभा सीट दार्जिलिंग, रायगंज और बालुरघाट के लिए भी प्रचार अभियान थम गया।
इन सीट पर कुल 51,17,955 मतदाता मतदान के पात्र हैं और चुनाव लड़ रहे 47 उम्मीदवारों में से तीन महिलाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और उनके भतीजे व पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी जैसे दिग्गजों नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया।
इस बीच, चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र ने रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए विवाद खड़ा कर दिया।
कांग्रेस के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए, उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल लोगों की मेहनत की कमाई और कीमती सामान "घुसपैठियों" और "अधिक बच्चे वालों" को देने की योजना बना रही है।
उन्होंने 2006 में पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के भाषण का हवाला देते हुए यह आरोप लगाया, जिन्होंने कहा था कि देश के संसाधनों पर अल्पसंख्यकों का "पहला दावा" होना चाहिए।
कांग्रेस ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में "निराशा" का सामना करने के बाद, प्रधानमंत्री लोगों का ध्यान वास्तविक मुद्दों से भटकाने के लिए "झूठ" और "घृणास्पद बयानबाजी" का सहारा ले रहे हैं।
पार्टी ने निर्वाचन आयोग से मोदी की टिप्पणियों के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई करने का भी आग्रह किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणियां 'विभाजनकारी', 'दुर्भावनापूर्ण' हैं और उन्होंने एक विशेष धार्मिक समुदाय को निशाना बनाकर ये दावे किए।
अगले दिन, मोदी ने फिर से कांग्रेस पर सत्ता में आने पर लोगों की संपत्ति बांटने की योजना बनाने का आरोप लगाया, लेकिन इस बार मुसलमानों का जिक्र नहीं किया।
बड़ी मुस्लिम आबादी वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निर्वाचन क्षेत्र अलीगढ़ में रैली को संबोधित करते हुए, मोदी ने कहा कि वह लोगों को कांग्रेस और विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के "इरादों" के बारे में "सतर्क" करना चाहते थे।
इस बीच ‘विरासत कर’ को लेकर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की टिप्पणियों से विवाद खड़ा हो गया। इसे आधार बनाकर मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं ने "संपत्ति बांटने" के आरोपों को लेकर कांग्रेस पर चौतरफा हमला शुरू कर दिया।
बुधवार को अपनी चुनावी रैलियों में, मोदी ने पित्रोदा की टिप्पणियों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। मोदी ने जोर देते हुए कहा कि उन्होंने (कांग्रेस) अपने छिपे हुए एजेंडे को उजागर कर दिया है।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस देश के सामाजिक व पारिवारिक मूल्यों से इतनी दूर हो गई है कि वह लोगों की वह संपत्ति तथा जीवन भर की बचत कानूनी रूप से लूटना चाहती है, जिसे लोग अपने बच्चों को देना चाहते हैं।
कांग्रेस ने पित्रोदा की टिप्पणियों से किनारा कर लिया।
शुक्रवार के चरण के बाद केरल, राजस्थान और त्रिपुरा में मतदान खत्म हो जाएगा। 19 अप्रैल को पहले चरण में तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान-निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नागालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) में मतदान के साथ लोकसभा चुनाव संपन्न हो गया था।
साल 2019 में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठंबधन (राजग) ने इन 89 में से 56 जबकि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) ने 24 सीट जीती थीं, इनमें से छह सीट पर परिसीमन हुआ है।
इन निर्वाचन क्षेत्रों के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि मतदान से 48 घंटे पहले कोई भी बाहरी व्यक्ति इन क्षेत्रों में न रहे। इसके अलावा किसी भी प्रकार के चुनाव प्रचार, जनसभाएं, राजनीतिक दलों द्वारा संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने, इलेक्ट्रॉनिक या प्रिंट मीडिया में साक्षात्कार और पैनल परिचर्चा पर भी सख्त पाबंदी लगा दी गई हैं।
सात मई को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 94 सीट पर मतदान होगा। (भाषा)