कारोबार
रायपुर, 30 जुलाई। हैदराबाद स्थित केयर हॉस्पिटल ग्रुप, जो टीपीजी ग्रोथ मैनेज्ड एवं केयर फंड का प्रमुख संस्थान है तथा भारत का प्रतिष्ठित अग्रणी हॉस्पिटल नेटवर्क है, ने आज महाराष्ट्र में अपनी उपस्थिति मजबूत की, जिसके अंतर्गत औरंगाबाद के सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स ने महाराष्ट्र में अपनी विस्तार करने की रणनिति के अंतगर्त प्रमुख भागीदार बनने की घोषणा की।
इस निवेश के द्वारा केयर हॉस्पिटल का यूनाईटेड सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स में मुख्य भागीदारी होगी और राज्य के 3 प्रमुख शहरो मे, उपस्थिति दर्ज होगी। केयर हॉस्पिटल्स नेटवर्क देश के 6 राज्यों के 8 शहरो मे 17 स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ फैला है।
केयर हॉस्पिटल वर्ष 1997 में एकमात्र कार्डियक हॉस्पिटल के रूप में हैदराबाद में प्रारंभ हुआ था जिसमें 100 बेड्स एवं 20 कार्डियोलॉजिस्ट शामिल थे। केयर ग्रुप आज भारत के अग्रणी मल्टी केयर हॉस्पिटल के रूप में उन्नति कर चुका है जिसमें 6 राज्यों में 15 हॉस्पिटल सम्मिलित है और 30 क्लीनिकल विशेषज्ञता उपलब्ध है और केयर ग्रुप नेटवर्क के 60त्न से अधिक बेड्स 2 टीयर शहरो में हैं।
यह भारत का पहला हॉस्पिटल समूह है जिसमें देश में 2 टीयर्स श्र्रेणी के शहरों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। औरंगाबाद स्थित 300 बेड्स वाला युनाइटेड सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल एक ख्याति प्राप्त, टर्थयरी हेल्थ केयर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल है, जो पिछले दशक मे मराठवाड़ा, महाराष्ट्र क्षेत्र का उत्कृष्ट स्वास्थ्य प्रदाता बन चुका है।
यह हॉस्पिटल आंकोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी तथा क्षेत्र का पहला रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराने वाला हॉस्पिटल है।
इस भागीदारी के बारे में केयर हॉस्पिटल समूह के सीईओ जसप्रीत सिंह ने बतलाया कि हम सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स को केयर ग्रुप में सम्मिलित होने का स्वागत करते हैं और क्लीनिकल केयर में, मरीजों को परस्पर विशेषज्ञता के उच्च सेवाओं को मराठावाड़ा, महाराष्ट्र में मरीजों तक पहुंचाने की अपार संभावनाओं से उत्साहित हैं।
देशभर में स्थापित केयर हॉस्पिटल की श्रृंखला 2 टियर शहरों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देने में अग्रणी स्थान प्राप्त है और हमारे हॉस्पिटल इन शहरों में, उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं देने में सबसे आगे रहा है।
सीआईआईजीएमए के साथ अपनी भागीदारी से देश के मध्य भाग के इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
संयुक्त सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स के डॉ. उमेश टाकलकर, मुख्य प्रबंध निर्देशक ने इस भागीदारी के संबंद्ध में कहा कि हम तेजी से उन्नति कर रहे सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स औरंगाबाद को और आगे बढ़ाने की केयर हास्पिटल ग्रूप की पहल का स्वागत करते हैं।
विगत 10 वर्षों से मराठावाड़ा क्षेत्र मे मरीजो को प्राथमिक्ता देते हुये उच्च स्तरीय प्रथमिक्ता प्रदान कर रहा है। इस नये जुड़ाव के साथ, हमारी टीम्स, केयर हास्पिटल के सीआईआईजीएमए हास्पिटल महाराष्ट्र व आस-पास के क्षेत्र, उन्नति की नई ऊॅचाइयों तक पहुँचाने के प्रयासों को पूरा सहयोग देने तत्पर है। केयर हास्पिटल के अध्यक्ष श्री विशाल बाली ने कहा कि "भारत के भविष्य की ग्रोथ 2 टीयर शहरो की उन्नति से ही जुड़ी है। ये शहर स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगे, इन 2 टीयर शहरो मे माँग-आपूर्ति के अनुसार 50,000 बेडस का अंतर बना हुआ है जो अगले 5 वर्षो में बढक़र 1,10,000 तक पहुँच जायेगा। केयर हास्पिटल्स देश के कई तीव्रगति से उन्नति कर रहे, 2 टीयर शहरो मे अपनी गहरी उपस्थित बनाये हुये हैं तथा इस क्षेत्र मे मरीजों की उन्नत देखभाल मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये पूरी तरह से तैयार है और इस क्षेत्र मे, अपनी उपस्थिति सुद्दढ़ बनाने के प्रयास निरंतर जारी रखेंगे। 2 टीयर शहरों की जीडीपी राष्ट्र की जीडीपी से ज्यादा पाई गई है।
केयर हॉस्पिटल ग्रुप से जुड़े 14 सौ से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर एवं 6600+ कर्मियों के साथ प्रतिवर्ष लाखों मरीजों का इलाज किया जाता है और पिछले 25 वर्षों में विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों जैसे कार्डियक साइंस, अंकोलाजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसाइंस, रीनल साइंस, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी व हियेटोलाजी, ऑर्थोपेडिक्स ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, बस्कुलर सर्जरी, इंटीग्रेटेड ऑर्गन ट्रांसप्लांट में उत्कृष्टता प्राप्त की है। केयर हास्पिटल ग्रूप द्वारा, देश मे पहली बार पहले स्वदेशी स्टेट का विकास देश का पहला हास्पिटल जिसने भ्रूण की हृदय की शल्यक्रिया की गई तथा 1000 से अधिक स्टेपीडोटॉमी (बहरापन का इलाज) जो केवल एक सर्जन द्वारा किये गये थे जिसे विश्व मे, सबसे अधिक की गई सर्जरी मे दूसरे स्थान पर होने का गौरव मिला- यह परिणाम केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा किये गये अध्ययन से बतलाया गया।
केयर हास्पिटल का परिचय-
केयर हास्पिटल ग्रूप, मल्टीस्पेशलिटी हेल्थकेयर प्रदाता के रूप मे 17 स्वास्थ्रू सेवाओं के साथ 6 राज्यों के 8 शहरो मे भारत में कार्यरत है इस श्रृंखला मे हैदराबाद, रायपुर, भुवनेश्वर, पूणे, विशाखापटनम, नागपुर एवं इंदौर जैसे शहर शामिल है। दक्षिण व मध्यभारत क्षेत्र मे अग्रणी तथा पूरे देश मे हास्पिटल चैन्स मे पहले 5 वें स्थान पर समग्र केयर हास्पिटल 30 विशेषज्ञ क्लिनिकल क्षेत्र मे, सेवाये प्रदान करता है, जिनमे 2700 से अधिक बेड्स उपलब्ध है। वर्तमान में केयर हास्पिटल एवं केयर ग्रूप के अंतर्गत कार्यरत है, इसके कोशिशो का परिणाम है कि यह साऊथ एशिया व अफ्रिका मे भी अपनी स्वास्थ्य सेवाओ का विस्तार कर रहा है।
रायपुर, 30 जुलाई। अग्रवाल सभा की इकाई अग्रवाल युवा मंडल रायपुर द्वारा ढोल बाजे गाजे डीजे एवं बोल बम के जयकारो के साथ श्रावण मास के अवसर पर भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन 31 जुलाई रविवार प्रात: 6.30 बजे चौबे कॉलोनी स्थित चिंताहरण हनुमान मंदिर से प्राचीन हाटकेश्वर नाथ मंदिर महादेव घाट जाएगी।
अग्रवाल युवा मंडल वर्तमान अध्यक्ष शैलेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कावड़ यात्रा का 18 वा वर्ष होगा कांवड़ यात्रा की शुरुआत समाज में पूर्व अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल के कार्यकाल से प्रारंभ की गई तत्पश्चात निवित्र मान अध्यक्ष आनंद गोयल के कार्यकाल से आज तक आयोजित होती आ रही है।
मंडल के महामंत्री अभिषेक अग्रवाल ने कहा कांवड़ यात्रा हमें निम्नलिखित सन्देश देती है-निस्वार्थ भाव से जरूरतमदों की सेवा करें। आपस में अपने बैर भूलकर शिव की भक्ति में रम जाएं और सभी का सम्मान करते हुए भाईचारा बना कर रखें। अपने जीवन में शत्रुता की जगह प्रेम को जगह दें। शिव के ध्यान में मग्न होकर सात्विकता को अपनाएं।अपने चरित्र को पवित्र और शुद्धता की तरह साफ़ रखें।जीवन में किये गए पापों के लिए महादेव भगवान शिव से क्षमा मांगें।
जानकारी देते हुए बताया गया कि कांवड़ यात्रा प्रारंभ करने के पूर्व चौबे कॉलोनी स्थित चिंताहरण हनुमान मंदिर में पूजा आरती अर्चना के पश्चात मंदिर से प्रारंभ होकर अग्रसेन चौक आमापारा लाखे नगर चौक सुंदर नगर होते हुए महादेव घाट जाएगी ।
कावड़ यात्रा में रामसागर पारा गुढिय़ारी चौबे कॉलोनी समता कॉलोनी पुरानी बस्ती शंकर नगर अशोका रतन अवंती विहार इस प्रकार अ_ारह मोहल्लों से महिला पुरुष बच्चे एवं मंडल के लगभग 120 युवा साथी सभी शामिल होंगे।
कांवड़ की व्यवस्था मंडल द्वारा सभी के लिए की गई है। रास्ते में फल प्रसादी चाय पानी की व्यवस्था एवं यात्रा समाप्ति के पश्चात भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी रखी गई है।
कावड़ यात्रा का शुभारंभ समाज के अध्यक्ष, महामंत्री विजय अग्रवाल मंडल के संरक्षक गण सुभाष अग्रवाल प्रकाश अग्रवाल रुपेश गोयल आनंद गोयल प्रमुख सलाहकार मनीष अग्रवाल के सानिध्य में प्रारंभ की जाएगी।
रायपुर, 30 जुलाई। श्री इमरान अमीन सिद्दीकी कार्यपालक निदेशक इंडियन बैंक ने 26.07.2022 को रायपुर शहर का दौरा किया श्री इमरान अमीन सिद्दीकी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के इंडियन बैंक स्टॉफ को संबोधित करने के लिए न्यू सर्किट हाउस में टाउन हॉल में बैठक आयोजित की गयी उन्होंने बैंक के विकास और छत्तीसगढ़ राज्य के आर्थिक विकास के लिए बेहतर ग्राहक सेवाओं पर भी जोर दिया।
उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में डिजिटलीकरण के महत्व पर जोर दिया इसलिये हमारे बैंक नें नवीनतम तकनीकी को अद्यतन किया गया है। बैठक श्री मनोज दास क्षेत्र महाप्रबंधक, भुवनेश्वर और श्री राजेन्द्र कुमार अंचल प्रमुख, रायपुर की उपस्थिति में आयोजित की गयी, जिसमें रायपुर सभी कर्मचारियों ने भौतिक रूप से बैठक में हिस्सा लिया और दुर्ग में मौजूद सभी शाखाओं तथा संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारी बेवेक्स के माध्यम से बैठक में जुड़े।
27 जुलाई को एमएसएमई के तहत कृषि और रिटेल क्षेत्र में मेगा ऋण शिविर का आयोजन किया गया । इस मेगा ऋण शिविर में कार्यपालक निदेशक ने एमएसएमई के तहत आवेदकों को रिटेल, कृषि उत्पादों के लिये कुल 90 करोड़ रूपये की कुल स्वीकृतियां वितरण की गयी।
इसके अलावा कार्यपालक निदेशक ने छत्तीसगढ़ चैबर ऑफ कॉमर्स और अन्य ग्राहकों से बातचीत की एवं बेहतर ग्राहक सेवा का आश्वासन दिया।
रायपुर , 30 जुलाई। कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय द्वारा ‘‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस’’ के अवसर पर 29 जुलाई को वेबिनार का आयोजन किया गया। उक्त वेबिनार में मुख्य वक्ता के रुप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक (म.प्र) के सहा. प्राध्यापक डॉ. के. श्रीनिवास राव उपस्थित थें।
उक्त वेबिनार में उपस्थित मुख्य वक्ता ने बताया कि ‘‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस’’ मनाने का मुख्य उद्देश्य वायरल हेपेटाइटिस के वैश्विक संकट के बारे में जागरूकता पैदा करता है। 1967 में नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारूक ब्लमबर्ग द्वारा हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज की गयी। उस वायरस के उपचार के लिए वैक्सीन विकसित की गयी।
यह मानव स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक घटना है। डॉ. के. श्रीनिवास राव ने हेपेटाइटिस, बीमारी के उपचार के पहलू, उनके प्रकार, सावधानियों, बीमारी में शामिल जटिलताओं के बारे में बताया। बीमारी के लिए एहतियाती उपाय के रूप में हमारे भोजन की आदतों में बदलाव पर बात की गई थी।
चिकित्सा विज्ञान की प्रगति के बाद भी पुराने हेपेटाइटिस के उपचार में एंटीवायरल दवाओं का प्रशासन शामिल होता है जिसके बदले में अत्यधिक दुष्प्रभाव भी होते हैं।
क्रोनिक हेपेटाइटिस के उपचार की खोज और निर्माण में आने वाली प्रमुख चुनौतियों में बदलती विशेषताएं शामिल हैं क्योंकि अधिकांश लैटिन अमेरिकी देशों में वायरल हेपेटाइटिस के समग्र अद्यतन जनसंख्या-आधारित महामारी विज्ञान अध्ययन अभी भी एक महत्वपूर्ण चुनौती है। यह बाधा क्षेत्र में स्वास्थ्य नीतियों को परिभाषित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्य वक्ता के द्वारा द्वारा बताई गई अन्य चुनौतियों में एचसीवी संक्रमण का निदान करना शामिल रहा। उन्होंने बताया कि इस रोग के लक्षण प्राय: दिखायी नहीं पड़ते हैं और यह कि व्यक्ति केवल तभी चिकित्सा की तलाश करते हैं जब वे लक्षण या यकृत रोग के लक्षण विकसित करते हैं।
बीमारी और उसके निदान से जुड़ी चुनौतियों के अलावा, नई दवा की खोज हेपेटाइटिस के इलाज में बाधा के रूप में एक प्रमुख भूमिका निभाती है।
उन्होंने बताया कि नई दवा की खोज में भारी निवेश के साथ-साथ समय का पहलू भी होता है, जिसके बाद भी सफलता की संभावना अनिश्चित होती है। विशेषज्ञ द्वारा शामिल एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु आयुर्वेद और पौधे आधारित औषधि पर आधारित वैकल्पिक दवा की आवश्यकता पर आधारित था।
हेपेटाइटिस सहित रोगों के उपचार के लिए फाइटो-फार्मास्युटिकल्स विकसित करने की आवश्यकता के कारण आयुर्वेद का विभिन्न रोगों के उपचार के लिए अभ्यास और परीक्षण किया जाता रहा है। पौधे आधारित दवा की आवश्यकता के लिए सहायक आवश्यकता पौधे आधारित दवा के मामले में पाए जाने वाले कम दुष्प्रभाव हैं। वार्ता में दवा विकास प्रक्रिया के बारे में स्पष्टीकरण के बारे में शामिल था, जो एक इंटरैक्टिव प्रश्नावली सत्र के साथ समाप्त हुआ, जिसने प्रतिभागी को अपने ज्ञान का विस्तार करने और हेपेटाइटिस के बारे में अपनी शंकाओं को दूर करने का मौका दिया।
उक्त आयोजन डॉ संदीप प्रसाद तिवारी (प्रिंसिपल) फार्मेसी संकाय के मार्गदर्शन में किया गया।उनके धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। उक्त कार्यक्रम का संचालन श्री प्रांजुल श्रीवास्तव (सहायक प्राध्यापक) और सुश्री सृष्टि नामदेव (सहायक प्राध्यापक) के द्वारा किया गया। आयोजन समिति में निम्नलिखित संकाय सदस्य श्री सुदीप मंडल, सुश्री रजनी यादव, श्री दीपेन्द्र सोनी, सुश्री खुशबू गुप्ता और श्री सौरभ शर्मा आदि शामिल थे।
कोरबा, 30 जुलाई। श्री अग्रसेन पब्लिक स्कुल में 31 वां स्थापना दिवस मनाया गया स्थापना दिवस के अवसर पर मंचीय कार्यक्रमों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों भी अयोजित किये गये।
श्री अग्रसेन पब्लिक स्कुल ने 31 वां स्थापना दिवस मनाया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल उपस्थित हुये।
कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती व महाराज अग्रसेन की पूजा अर्चना व दीपप्रज्जवलन के साथ कि गई। इस अवसर पर विद्यालय के द्वारा शाला नायक व शाला प्रतिनिधियों को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के द्वारा शपथ ग्रहण कराई।
श्री अग्रसेन शिक्षण समिति स्कुल के अध्यक्ष जयराम बंसल के द्वारा अपने उदबोधन में कहा कि 31 वर्ष पूर्व अग्रवाल सभा के द्वारा बच्चों कि शिक्षा संबंधीत निर्णय लिया गया।
बहुत ही कम समय में विद्यालय का निर्माण कार्य कराया गया हम चाहते है विद्यालय कोरबा में अपना अग्रम स्थान बनाये। इस अवसर पर अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्ष व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकुमार अग्रवाल ने अपने उदबोधन में कहा कि विद्यालय के 31 वां स्थापना दीवस के हार्दिक बधाई दी विद्यालय लगतार प्रगति कर रहा है।
समाज के द्वारा विद्यालय अपनी पहचान बनाये हुये है विद्यालय में लगातार बच्चों कि वृद्धि हो रही है विद्यालय के विकास में यह के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान व उनके मेहनत है वे भी बच्चों कि पढ़ाई व उनके बोद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है>
इसके साथ ही श्री अग्रवाल ने कहा कि बच्चों अपनी सहयोग से हम कई तरह की सफलता हासिल कर सकते है सहयोग से ही हमें सफलता निश्चित हो जाती है और जीवन में उन्नति का मार्ग पर चल सकते है।
कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं में विद्यालय में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान आने वाले विद्यार्थीयों को पुरूस्कार भी प्रदान किये गये साथ ही अपने महत्वपूर्ण संदेशों के साथ में लेकर नाटक व सास्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
नई दिल्ली, 29 जुलाई | भारत में 5जी युग की तैयारी के बीच, 5जी क्षमताओं वाले स्मार्टफोन का आधार 5 करोड़ को पार कर गया है। शुक्रवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। दूसरी तिमाही में 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट शेयर कुल शिपमेंट का 29 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे अधिक है।
शोध विश्लेषक शिल्पी जैन ने कहा, "5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी और व्यावसायिक उपलब्धता से यूजर्स के बीच 5जी स्मार्टफोन अपनाने में तेजी आएगी।"
सरकार 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की नीलामी के साथ 5जी तकनीक पेश करने में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।
काउंटरपॉइंट की मार्केट मॉनिटर सेवा के लेटेस्ट शोध के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत का कुल स्मार्टफोन आधार 600 मिलियन (60 करोड़) को पार कर गया, क्योंकि शिपमेंट 9 प्रतिशत (ऑन-ईयर) बढ़ा, लेकिन 5 प्रतिशत (ऑन-क्वार्टर) गिरकर लगभग 37 मिलियन यूनिट तक पहुंच गया।
वार्षिक वृद्धि मुख्य रूप से दूसरी कोविड-19 लहर के कारण 2021 की दूसरी तिमाही में निचले आधार से प्रेरित थी।
त्रैमासिक गिरावट उपभोक्ता मांग को प्रभावित करने वाले मैक्रोइकॉनॉमिक हेडविंड के कारण थी।
वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्रचिर सिंह ने कहा, "उपभोक्ता नई खरीदारी करने के बजाय अपने डिवाइस की मरम्मत करना या नवीनीकृत खरीदना पसंद कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति प्रवेश और बजट खंडों में अधिक दिखाई दे रही है। मांग में इस गिरावट के कारण, लगभग सभी ब्रांड इन्वेंट्री मुद्दों का सामना कर रहे हैं।"
जून के अंत में, भारत का स्मार्टफोन बाजार 10 सप्ताह से अधिक की इन्वेंट्री पर बैठा था, जो सामान्य इन्वेंट्री आकार के दोगुने से अधिक है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, "अपना खुद का ई-स्टोर, आईफोन एसई 2022 और अन्य मॉडलों पर ऑफर आने से आने वाली तिमाहियों में एप्पल के शिपमेंट को और बढ़ावा मिलेगा।"
स्मार्टफोन रिटेल एएसपी (औसत बिक्री मूल्य) में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उच्च मूल्य खंडों की बढ़ती हिस्सेदारी से प्रेरित था।
भारत का समग्र मोबाइल हैंडसेट बाजार 6 प्रतिशत (वर्ष दर वर्ष) बढ़ा, लेकिन तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत गिर गया।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मुख्य रूप से उपभोक्ता मांग में गिरावट के कारण फीचर फोन बाजार में 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
(आईएएनएस)
रायपुर, 29 जुलाई। 75 वर्षीय वृद्ध महिला को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। जिसे गंभीर संक्रमण के साथ सेप्सीस एवं इंफेक्टीव एंडोकार्डीयासिस (हृदय की लेयर्स मे संक्रमण) की बीमारी थी। इस संक्रमण का कारण यह था, कि उसे 6 वर्ष पहले हृदय मे पेस मेकर लगाया गया था।
यह संक्रमण खून मे फैल जाने के कारण सेप्सिस हो गया था। डॉ. जावेद परवेज, प्रतिष्ठित इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट (पेसमेकर विशेषज्ञ) की टीम ने मरीज की जॉच कर, उसकी स्थिति का आकलन किया। इसमें उन्हे पता चला कि, इस संक्रमण का मुख्य कारण पेसमेकर के तार (जिसे लीड कहा जाता है) की वजह से था।
इसके ऑपरेशन में मरीज के कमजोर स्वास्थ्य की कारण खतरा हो सकता था। इस बात को ध्यान में रखकर, विशेषज्ञो की टीम ने 6 वर्ष पुराने पेसमेकर की लीड को, बिना सर्जरी के निकालने का फैसला किया। इस प्रक्रिया में 3 घंटो का समय लगा, जिसमें विशेष उपकरणों की सहायता से कार्डियोलाजिस्ट की टीम ने, मरीज के शरीर से संक्रमित लीड को हटाने मे सफलता प्राप्त की।
डॉ. जावेद परवेज ने ‘प्रेस’ को बतलाया कि यह संक्रमण का एक दुर्लभ व जटिल मामला था, जिसमें मरीज की प्राण रक्षा के लिये पेसमेकर की लीड को निकालना जरूरी था। यह मध्यभारत क्षेत्र में जटिल लीड एक्सट्रेक्शन का पहला मामला था, जिसमें हमे सफलता मिली।
मरीज को जल्दी ही स्वास्थ्य लाभ होने के बाद एक सप्ताह में हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने पूरी टीम को इस सफलता के लिये बधाई दी और उनकी सराहना की।
उन्होने प्रेस को बताया कि लीड एक्स्ट्रेक्शन की प्रकिया अभी केवल महानगरों में ही की जाती है। लेकिन रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में, यह प्रकिया सफलतापूर्वक एवं सुरक्षित ढंग से कर, मरीज की प्राण रक्षा की गई जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
बालको, 29 जुलाई। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने साढ़े पांच दशकों में विश्वस्तरीय धातु उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता और उत्कृष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में मिसाल बनाई है। सामुदायिक विकास परियोजना के जरिए किसानों को आधुनिक खेती के अनेक आयामों से परिचित कराया है। बालको स्थानीय समुदाय के आर्थिक-सामाजिक विकास को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी के सामुदायिक विकास परियोजना ‘मोर जल मोर माटी’ का प्रमुख उद्देश्य सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने, फसल उत्पादन में वृद्धि, किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराने के साथ जल और मृदा प्रबंधन को उत्कृष्ट बनाना है। परियोजना का मुख्य घटक कृषि, जल प्रबंधन, पशुपालन, मत्स्य पालन, बाड़बंदी, वनोपज एवं वन संरक्षण और लाख की खेती शामिल है।
परियोजना 1200 एकड़ से अधिक भूमि के साथ 2000 किसानों तक अपनी पहुंच बना चुका है। 500 से अधिक किसानों ने आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाया है जिससे उनकी औसत वार्षिक आय के साथ-साथ उत्पादन में लगभग दो गुना वृद्धि हुई है।
तकनीकी सहयोग से लागत में 35 प्रतिशत की कमी आई है। आसपास के लगभग 60 प्रतिशत किसान आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। इस परियोजना से युवा कृषि को मुख्य व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित हुए हैं। मोर जल मोर माटी' पहल में लगभग 25 प्रतिशत लाभार्थी युवा किसान हैं।
बालको द्वारा कृषि उन्नयन को सदैव ही सर्वोपरि स्थान देने पर बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने कहा कि हमारे किसान देश के आर्थिक विकास के प्रमुख अंग हैं। कृषि और ग्रामीण विकास क्षेत्र में कंपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
बालको प्रशिक्षित किसानों ने जैविक खेती, कृषि नवाचार और नवीन तकनीकों की मदद से विभिन्न फसलों का उत्पादन बढ़ाने में सफलता पाई है। कृषि प्रोत्साहन परियोजना ‘मोर जल मोर माटी’ से किसानों को लाभ मिल रहा है। श्री पति कहा कि हम अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों किसानों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है।
स्थानीय किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं उनकी आय में बढ़ोत्तरी करने हेतु बालको ने कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में संसाधन उपलब्ध कराए हैं। कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए बालको की प्रतिबद्धता के अनुरूप बोरवेल (सौर संचालित), कुआं, तालाब, चेक डेम का निर्माण एवं नवीनीकरण के माध्यम से सुरक्षित सिंचाई को सुनिश्चित कर, बिजली और डीजल पंपों के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई।
ड्रिप सिंचाई प्रणाली और सौर संचालित पंपों को बढ़ावा देकर किसानों को जल प्रबंधन पालन के प्रति जागरूक किया है। सिस्टमेटिक राइस इंटेंसीफिकेशन (एसआरआई) और डीएसआर तकनीक से धान की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी, जैविक खेती तकनीक से रबी और साग-सब्जी के फसल तथा बाड़बंदी के माध्यम से फसल को जंगली जानवरों से बचाने में सहायक साबित हुआ है।
कृषि की अत्याधुनिक तकनीकों से ग्रामीणों को परिचित कराने के उद्देश्य से मॉडल एग्री-फार्म वेदांत एग्रीकल्चर रिसोर्स सेंटर (वीएआरसी) विकसित किया गया है। इसका संचालन कृषक उत्पादक संघ (एफ.पी.ओ.) द्वारा किया जाता है।
रायपुर, 29 जुलाई। पेटल्स ऐकेडमी केन्द्री न्यू रायपुर में हरेली के पावन अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस पर बच्चों के द्वारा पारम्परिक वेशभूषा में आरपा पेरी.. , हमन पढ़बो छत्तीसगढ़ीया जैसे गीतों में शानदार नृत्य की प्रस्तुति की गई , पेटल्स ऐकेडमी की संचालिका लीना सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा हरेली पर्व छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्व के रूप में जाना जाता है।
जिसमें किसान अपने हल सहित समस्त औजारों की पूजा करते है व बैलों को सजा कर और खेतों कर पारम्परिक व्यंजन भी चढ़ाया जाता है , जो कि हमारे राज्य की एक अनूठी पहचान है।
हम सबको हरेली का पर्व बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मानना चाहिए। इस अवसर पर पेटल्स ऐकेडमी के अध्यक्ष प्रशांत सिन्हा सहित समस्त छात्रों व शिक्षकों की उपस्थिति रही।
छत्तीसगढ़ एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन चुनाव
रायपुर, 29 जुलाई। ओंकर सिंह को छत्तीसगढ़ एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, साथ ही नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।
कोरोना महामारी को देखते हुए एड एजेंसी के चुनाव अधिकारी दीपक जैन, संरक्षक शिवाजी मंथानी व अजय जैन ने चुनाव कराने का निर्णय लिया, जिसका सभी सदस्यों ने समर्थन किया।
इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए सभी सदस्यों ने एक मत से अनुभवी ओंकर सिंह को सर्वसहमति से अध्यक्ष नियुक्त किया। एटवरटाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के नव निर्वाचित अध्यक्ष ओंकार सिंह ने नई कार्यकारिणी गठित की।
इस नई कार्यकारिणी में संरक्षक अजय जैन, दीपक जैन, शिवाजी मंथानी, महासचिव अफसर खान, उपाध्यक्ष अनूप वर्मा, सहसचिव विजय घोष, कोषाध्यक्ष हसन नकवी, जनसंपर्क अधिकारी विरेन्द्र शुक्ला के अलावा अन्य सदस्य इंदिरा जैन, अतुल जैन, प्रवीण देशलहरा, राजीव पाठक, राजेश दुग्गड एवं उमेश बंशी शामिल हैं।
होडिंग के लिए भी पांच सदस्यों की कमेटी गठित की गई है जिसमें मनमोहन पारख, शिवाजी मत्थनी, अजय जैन, दीपक जैन, एवं विजय देशमुख शामिल हैं।
रायपुर, 29 जुलाई। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिस्थापनीय लक्ष्य के अंतर्गत 17 लक्ष्य की सूची निर्धारित की गई हैं। इसका एजेंडा है कि हमारी सोच जितनी ऊँची होगी हमारे लक्ष्य प्राप्ति उतनी आसान होगी।
इस विषय मे विद्यार्थियों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्राचार्य कर्नल अविनाश सिंह द्वारा जशपुर हॉल में व्याख्यान दिया गया।
इसी कड़ी में जेंडर इक्वलिटी की विचारधारा को सशक्त रूप देने के लिए आज विद्यालय में शिक्षक एवं विद्यार्थियों के बीच फुटबॉल सदभावना मैच अयोजित किया गया।
जिसमें दोनों पक्ष की टीम में शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं ने संयुक्त रूप से मैच खेला।
सैन फ्रांसिस्को, 29 जुलाई | ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन ने 2 बिलियन डॉलर का त्रैमासिक शुद्ध घाटा दर्ज किया, लेकिन इसके बावजूद मजबूत राजस्व और अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) से इसके स्टॉक को घंटे के कारोबार में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी तिमाही में शुद्ध बिक्री 7 प्रतिशत बढ़कर 121.2 बिलियन डॉलर हो गई, जबकि पिछले साल की दूसरी तिमाही में यह 113.1 बिलियन डॉलर थी।
दूसरी तिमाही में शुद्ध घाटा 2 अरब डॉलर था, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में शुद्ध आय 7.8 अरब डॉलर थी।
कंपनी ने गुरुवार देर रात एक बयान में कहा कि दूसरी तिमाही में शुद्ध नुकसान में अमेजन के रिवियन ऑटोमोटिव में निवेश से गैर-परिचालन खर्चो में 3.9 बिलियन डॉलर का नुकसान शामिल है।
एडब्ल्यूएस ने 5.72 बिलियन डॉलर के राजस्व पर 19.74 बिलियन डॉलर की परिचालन आय की सूचना दी, जो एक साल पहले 14.81 बिलियन डॉलर के राजस्व पर 4.19 बिलियन डॉलर के परिचालन लाभ से ऊपर थी।
अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने कहा, "ईंधन, ऊर्जा और परिवहन लागत में निरंतर मुद्रास्फीति के दबाव के बावजूद, हम पिछली तिमाही में संदर्भित अधिक नियंत्रणीय लागतों पर प्रगति कर रहे हैं, विशेष रूप से हम पूर्ति नेटवर्क की उत्पादकता में सुधार कर रहे हैं।"
अमेजन ने अपने ई-कॉमर्स व्यवसाय में 101.5 बिलियन डॉलर के शुद्ध राजस्व पर 2.4 बिलियन डॉलर का परिचालन घाटा दर्ज किया।
उन्होंने कहा, "हम राजस्व में तेजी देख रहे हैं क्योंकि हम सदस्यों के लिए प्राइम को और भी बेहतर बनाना जारी रख रहे हैं, दोनों तेज शिपिंग गति में निवेश कर रहे हैं और अद्वितीय लाभ जोड़ रहे हैं।"
घंटों के कारोबार के बाद अमेजन के शेयरों ने 14 फीसदी बढ़त बनाई। (आईएएनएस)
दो शैक्षणिक संस्थाओं में रोपे 260 पौधे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 28 जुलाई। सीमान्त मुख्यालय (विशेष संकिया) सीमा सुरक्षा बल भिलाई ने छत्तीसगढ़ के महानिरीक्षक इंदराज सिंह के दिशा निर्देश पर वृक्षारोपण कार्यक्रम 2022 के तहत पर्यावरण को हरा भरा व सुरक्षित रखने के संदर्भ में भिलाई नगर स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-4 एवं महार्षि दयानन्द आर्य विद्यालय सेक्टर 6 भिलाई के परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान 260 फलदार एवं छायादार पौधे रोपे।
सीमा सुरक्षा बल नक्सल अभियान के साथ साथ पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है। सीमा सुरक्षा बल हर साल बरसात के मौसम में अपने आसपास के इलाके में वृक्षारोपण का कार्य करती है।
अरविन्दर सिंह, उपमहानिरीक्षक (पीएसओ), सीमान्त मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल, भिलाई ने यह संदेश दिया कि वन एवं पर्यावरण हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, उन्हें संरक्षित रखना हमारा परम कर्तव्य है। सभी को इसके लिए बढ़ चढक़र हिस्सा लेना चाहिए तथा सभी को अपने आस पास ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाकर धरा को समृध्द बनाना चाहिए। इस शुभ अवसर पर सरस्वती शिशु मन्दिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-4 भिलाई की प्राचार्या शुश्री संगीता पवार, शिवराम शुक्ला, समिति सचिव मनोज ठाकरे, सेल्यूट तिरंगा प्रदेश अध्यक्ष एवं महार्षि दयानन्द आर्य विद्यालय सेक्टर-6 के अध्यक्ष अवनी भूषण पूरण, प्रकाश कुमार पाण्डेय, उपप्रबन्धक शिक्षा विभाग सत्यनारायण स्वामी, सहायक उपप्रबन्धक शिक्षा विभाग उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 28 जुलाई। एसईसीएल के कुसमुंडा एरिया स्थित विकास नगर डिस्पेंसरी को डिजिटल डिस्पेंसरी बनाया जा रहा है। कोल इंडिया ने इसकी मंजूरी दी है। अब कोल कर्मियों को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से इलाज मिलेगा। कोल इंडिया की इस पहल से उन कोयला कर्मियों को भी रीजनल या सेंट्रल हॉस्पिटल के विशेषज्ञ डॉक्टरों का परामर्श मिल पाएगा, जो सुदूर खदानों में कार्य करते हैं।
डिजिटल डिस्पेंसरी में विशेषज्ञ डॉक्टर से मिले बिना मरीज को इलाज की सुविधा बेहद आसानी से मिलेगी। इसके लिए उन्हें सिर्फ डिजिटल डिस्पेंसरी तक पहुंचना होगा। डिजिटल डिस्पेंसरी में टेलीमेडिसिन टर्मिनल लगा होगा। डिस्पेंसरी का पैरा-मेडिकल स्टाफ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये इस टर्मिनल से मरीज को स्पेशलिस्ट डॉक्टर से चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराएगा।
टेलीमेडिसिन टर्मिनल में उपलब्ध क्लीनिकल डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के जरिये डॉक्टर मरीज की बीमारी को बेहतर तरीके से समझकर उनका इलाज कर पाएंगे। साथ ही डॉक्टर से मिली ई-पर्ची के आधार पर डिजिटल डिस्पेंसरी में लगी आईओटी मशीन से 15 मिनट के भीतर मरीज की आवश्यक जांच (एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड के अलावा) कर उसकी डिजिटल रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर विशेषज्ञ डॉक्टर मरीज को दवा देंगे। मरीज के डिस्पेंसरी आने से लेकर उसके इलाज, जांच एवं दवा दी जाने तक की प्रक्रिया 30 से 45 मिनट में पूरी कर ली जाएगी।
कोल इंडिया लिमिटेड ने अपने कर्मियों की स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठाया है। कोल इंडिया की विभिन्न अनुषंगी कंपनियों की 25 डिस्पेंसरी जल्द ही डिजिटल डिस्पेंसरी के रूप में कार्य करेंगी। इसके अंतर्गत सीसीएल की 11, एमसीएल की 6, ईसीएल की 6, एसईसीएल की 1 और डब्ल्यूसीएल की 1 डिस्पेंसरी में डिजिटल की जाएगी।
दुर्ग, 28 जुलाई। भारती विश्वविद्यालय में हरेली त्योहार के अवसर पर पौधरोपण एवं जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। भारती विश्वविद्यालय दुर्ग के हिन्दी विभाग द्वारा हरेली त्योहार के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया। साथ ही पर्यावरण जागरूकता के लिए रैली निकाली गयी। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एच के पाठक ने छात्रों को हरेली से जुड़ी अपनी यादें बतायी और कहा कि हरेली त्योहार हमारे समाज के वैज्ञानिकता का एक जीता जागता उदाहरण हैं। छत्तीसगढ़ एक कृषि प्रधान प्रदेश हैं जहां ज्यादातर लोग गांव में रहते हैं, पहले सडक़े नहीं होने के कारण बारिश में कीचड़ हो जाया करता था, जिससे बचने के लिये गेड़ी का आविष्कार किया गया। हरेली हमारी संस्कृति की धरोहर हैं और हमें इसे हर्षोल्लास के साथ मनाना चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुशील चन्द्राकर के मार्गदर्शन में एवं कुलसचिव डॉ। वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार के निर्देशन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. फुलेश्वर वर्मा और डॉ. निधि वर्मा एवं समन्वयन डॉ. समन सिद्दकी व डॉ. एम ए बारा ने किया।
कार्यक्रम के दौरान भारती विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक एवं छात्रगण शामिल हुए।
रायपुर, 28 जुलाई। सीबीएसई दसवीं कक्षा के परिणाम में, विचक्षण जैन विद्यापीठ, कुम्हारी के छात्रों ने उत्कृष्ट परिणाम हासिल किया।
राघव अग्रवाल 97.8 प्रतिशत अंक के साथ विवद्यालय में प्रथम रहा। भाविक जैन 97.4 प्रतिशत के साथ दूसरा, हरित चंचानी ने 94.4 प्रतिशत तीसरा, प्रखर कोचर 93.4 और दर्शना जैन 90.6 प्रशित अंक हासिल किये।
रायपुर, 28 जुलाई। दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायपुर के छात्रों ने बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए विद्यालय का गौरव बढ़ाया।
शैक्षणिक सत्र 2021-22 की कक्षा बारहवीें की बोर्ड परीक्षा में विद्यालय की कॉमर्स वर्ग की पाखी दुबे ने 98.6: अंक हासिल कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं विद्यालय के प्रतीक त्रिपाठी और रोहल हिंडोचा ने 97 प्रतिशत अंक हासिल किए।
कुल मिलाकर 35 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा में 90 प्रतिशत से अधिक प्राप्त किए हैं। वहीं 80 प्रतिशत छात्रों ने यह परीक्षा विशेष योगयता के साथ उत्तीर्ण कर अपनी उत्कृष्टता साबित की। कुल छात्रों में से 97: बोर्ड परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास कर विद्यालय का गौरव बढ़ाया। छात्रों ने अपनी सफलता में डी.पी.एस. रायपुर की उम्दा शिक्षण तकनीक और शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को महत्वपूर्ण बताया।
विदित हो कि कोरोना काल में ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन के साथ डीपीएस रायपुर के छात्रों का यह परिणाम विद्यालय की उन्नत शिक्षण प्रणाली और शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन का प्रमाण है।
विद्यालय के प्रोवाइस चेयरमेन श्री बलदेव सिंह भाटिया, महासचिव श्री विजय शाह एवं प्रबंधन के सदस्य श्री पुखराज जैन के साथ प्राचार्य श्री रघुनाथ मुखर्जी और शिक्षकों ने सभी टॉपर्स और सफल छात्रों के साथ अभिभावकों को बधाइयाँ दीं।
श्री मुखर्जी ने आशा जताई कि भविष्य में भी हमारे विद्यार्थी अपने उम्दा परिणामों से विद्यालय का गौरव बढ़ाएँगे और प्रतियोगी परीक्षाओं में भी ज़बरदस्त सफलता हासिल करेंगे।
दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायपुर के छात्रों ने सीबाएसई द्वारा घोषित दसवीं बोर्ड परीक्षाओं में भी उच्चतम अंक प्राप्त कर उल्लेखनीय प्रदर्शन किया। शैक्षणिक सत्र 2021-22 की कक्षा दसवीें की बोर्ड परीक्षा में विद्यालय के छात्र दीपायन विश् ास ने 99.2 प्रतिशत अंक हासिल कर विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं 98.4 प्रतिशत अंक के साथ भव्या सिंह और नवषीन कौर मल्होत्रा ने 98.2 प्रतिशत अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। विद्यालय के 18 छात्रों ने 97 और उससे अधिक अंक प्राप्त कर टॉपर्स की लिस्ट में अपना नाम दजऱ् करवाया। विद्यालय के 37 प्रतिशत छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए। 77 प्रतिशत छात्रों ने यह परी़क्षा विषेष योग्यता के साथ पास की है। छात्रों ने अपनी सफलता में डी.पी.एस. रायपुर की उम्दा शिक्षण तकनीक और शिक्षकों के कुशिल मार्गदर्शन को महत्वपूर्ण बताया।
रायपुर, 28 जुलाई। सफलता के ऊँचे लक्ष्यों का निर्धारण करना उन लक्ष्यों को हासिल करना और प्राप्त सफलता को सतत् कायम रखना यही एक सफल संस्थान की पहचान होती है। इस कसौटी में मध्यभारत का ख्याातिलव्ध विद्यालय ज्ञान गंगा एजु0 एके0 रायपुर हमेशा खरा उतरा है। सफलता के नित-नये आयामों को प्राप्त करते हुये इस वर्ष भी केन्द्रीय माध्यामिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणामों में विद्यालय के छात्र -छात्राओं ने सफलता की नई आख्यान लिख दिया है। इस वर्ष विद्यालय के 203 छात्र-छात्राएं कक्षा 12वीं के परीक्षा में सम्मिलित हुये थे जिसमें 120 छात्र-छात्राओं ने 70: से ज्यादा अंक अर्जित कर सफलता प्राप्त किए । प्रतिभाशाली छात्र अभिनदंन जैन ने 95.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर शाला को गौरवान्वित किया।
विद्यालय के विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर विद्यालय प्रबंधन, प्राचार्या तथा शिक्षकवृंद ने बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी।
इस वर्ष भी केन्द्रीय माध्यामिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणामों में विद्यालय के छात्र -छात्राओं ने सफलता की नई कहानी लिख दी है।
इस वर्ष विद्यालय के 156 छात्र-छात्राएं कक्षा 10वीं के परीक्षा में सम्मिलित हुये थे जिसमें 120 छात्र-छात्राओं ने 80: से ज्यादा अंक अर्जित कर सफलता प्राप्त किए।
विद्यालय के विद्यार्थियों की इस उपलब्धि पर विद्यालय प्रबंधन, प्राचार्या तथा शिक्षकगणों ने बधाई देते हुए छात्र-छात्राओ को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी।
सैन फ्रांसिस्को, 27 जुलाई | गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने अप्रैल-जून की अवधि के लिए उम्मीद से कमजोर कमाई और राजस्व की सूचना दी है। कंपनी ने अपने खोज कारोबार में ठोस वृद्धि दर्ज की। पिछले साल की समान तिमाही में राजस्व वृद्धि 62 प्रतिशत से घटकर 13 प्रतिशत रह गई।
कंपनी ने इस तिमाही में 13 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 69.7 अरब डॉलर का राजस्व दर्ज किया।
अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा, "दूसरी तिमाही में हमारा प्रदर्शन सर्च और क्लाउड द्वारा संचालित था। हमने एआई और कंप्यूटिंग में वर्षो से जो निवेश किया है, वह हमारी सेवाओं को उपभोक्ताओं के व्यवसायों के लिए अत्यधिक प्रभावी बनाने में मदद कर रहा है।"
पिचाई ने कहा कि कंपनी लंबे समय तक डीप कंप्यूटर साइंस में जिम्मेदारी से निवेश करना जारी रखेगी।
कंपनी ने कहा कि गूगल का सर्च और अन्य राजस्व 40.69 बिलियन डॉलर है, जो एक साल पहले 35.85 बिलियन डॉलर था।
यूट्यूब विज्ञापन राजस्व 7.34 बिलियन डॉलर बनाम 7.52 बिलियन डॉलर है, जो कि अपेक्षित है। जबकि गूगल क्लाउड राजस्व 6.28 बिलियन डॉलर बनाम 6.41 बिलियन डॉलर है।
अल्फाबेट ने कहा कि उसके कर्मचारियों की संख्या 21 प्रतिशत बढ़कर 174,014 हो गई है।
गूगल ने अपनी कर्मचारियों की संख्या की समीक्षा करने और भविष्य की कार्रवाई के बारे में निर्णय लेने के लिए दो सप्ताह के लिए काम पर रखने पर रोक लगा दी है। कंपनी ने पिछले हफ्ते बाकी साल के लिए हायरिंग को धीमा करने की भी घोषणा की थी।(आईएएनएस)
रायपुर, 27 जुलाई। ‘‘आहार में छिपा है स्वस्थ परिवार की खुशहाली का राज। जीवन निर्माण में जितनी माता-पिता की भूमिका होती है, उतनी ही भूमिका आहार की भी होती है। और हमारी सेहत और बीमारी का अगर कोई मूल आधार या कारण बनता है तो वह है हमारा आहार।’’
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग ‘जीने की कला’ के अंतर्गत स्वास्थ्य सप्ताह के द्वितीय दिवस मंगलवार को ‘कैसा करें आहार कि स्वस्थ रहे परिवार’ विषय पर व्यक्त किए।
शरीर की तरह आहार शुद्धि के लिए भी रहें जागरूक
विषयान्तर्गत संतप्रवर ने आगे कहा कि जैसा आहार-वैसा व्यवहार और वैसा विचार। जैसा आदमी का विचार होता है, वैसा ही उसका व्यवहार होता है। जैसा आदमी का व्यवहार होता है, वैसा ही उसका वचन होता है और जैसा आदमी का वचन होता है, वैसा ही उसका जीवन होता है। इसीलिए पुरानी कहावत है- जैसा खाए अन्न-वैसा रहे मन।
स्वस्थ शरीर, स्वस्थ विचार और स्वस्थ मन के लिए, अच्छी सेहत और अच्छे परिवार के लिए सबसे पहले इंसान को किसी चीज की जरूरत है तो वह यह कि उसका भोजन हमेशा सात्विक, संतुलित व निर्मल हो। अगर धर्म मार्ग पर बढऩा है तो इसके लिए पहली जरूरत है वह स्वस्थ शरीर का मालिक हो।
हर व्यक्ति को अपने शरीर की शुद्धि की तरह अपने आहार की शुद्धि के लिए भी जागरूक रहना चाहिए। जीवन तो वीणा के तारों की तरह है, वीणा के तार संगीत तभी पैदा करते हैं जब उसके तारों को साध दिया जाता है। यदि वीणा के तारों को ज्यादा कस दिया जाए या ज्यादा ढीला छोड़ दिया जाए तो वह संगीत पैदा नहीं कर पाता, ऐसे ही जीवन का न तो ज्यादा कसो और न ही उसे ढीला छोड़ दो। कहते हैं- जिंदगी तो रेन-बो की तरह भी है, इंद्रधनुष सात रंगों से बनता है, ऐसे ही जीवन में जब सारे रंग मिलते हैं तब जिंदगी आनंद से भर जाती है।
सुकून भरी जिंदगी ही सबसे बड़ी दौलत
संतश्री ने कहा कि 60 साल पहले के सुख में और आज के कृत्रिम सुविधाओं के सुख में अंतर हो सकता है। आज आपके पास सुविधाएं ज्यादा हैं पर उस जमाने में सुविधाएं भले कम थी लेकिन लोगों को सुकून ज्यादा रहा करता था।
उस सुविधाहीन जिंदगी में हमारे पास बहुत बड़ी दौलत थी और वह थी सुकून भरी जिंदगी। यदि कोई मुझे पूछे कि सबसे सुखी आदमी कौन? तो मैं कहुंगा कि जिसे तीन मिनट में नींद आ जाए तो मानकर चलो वह दुनिया का सबसे सुखी आदमी है। ‘सो जाते हैं फुटपाथ पर अखबार बिछाकर, मजदूर कभी नींद की गोली खाया नहीं करते।
’कई बार अमीरों को यह लगता है कि आज जब वे घर पर आते हैं, तब पत्नी-बच्चे सब मोबाइल, लेपटॉप पर मस्त हैं।
कोई भी खिल-खिलाकर, हिल-मिलकर आगंतुक का अभिवादन तक नहीं करता, तो इससे ज्यादा बुरे दिन आप अपनी जिंदगी में और क्या देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा- हो सकता है आज के जमाने में आप लोगों के लिए उन सातों सुखों का कोई महत्व न हो। क्योंकि आज लोगों ने सुख का आधार महंगे मोबाइल, महंगी कार, र्डयवर हो साथ, हर समय हवाई जहाज की टिकट हाथ हो, इन सबको जो मान रखा है। पहले लोग रात को सोते थे तो चैन की नींद सोया करते थे और घर पर प्रेम की रोटी खाया करते थे।
सात प्रकार के सुख कह गए बुुजुर्ग
संतश्री ने आगे कहा- पुराने जमाने में हमारे बड़े-बुजुर्ग सात प्रकार के सुख कह कर गए। तब के जमाने में पहला सुख कहा जाता था- निरोगी काया। निरोगी काया में सबसे बड़ी भूमिका हमारे संतुलित और शुद्ध आहार की होती है। दूसरा सुख- घर में माया। तीसरा सुख- सुलक्षणा नारी। चैथा सुख- पुत्र हो आज्ञाकारी। जवानी में संतान सुख तो सबको मिलता है पर वे किस्मत वाले होते हैं जिन्हें बुढ़ापे में संतान से सुख मिलता है। पांचवा सुख- स्वदेश में वासा। अपने गांव, अपने घर में रहने का जो आनंद है वह और कहीं नहीं। छठा सुख- राज का हो पासा। राजकाज में हमारी पहचान जरूर होनी चाहिए। एक डॉक्टर, एक वकील, एक पुलिस, एक प्रशासनिक व्यक्ति हमारा मित्र जरूर होना चाहिए। और सातवां सुख है-संतोषी जीवन। दुनिया में सबसे सुखी वही है जो संतोषी है। जीवन का निर्माण केवल स्कूली पढ़ाई से ही नहीं हुआ करता, पूर्वजों की पुण्याई और स्वयं के सत्कर्म से भी हुआ करता है।
संतश्री ने बताए नए सात सुख
बड़े-बुजुर्गों द्वारा बताए सात सुखों के अलावा संतश्री ने श्रद्धालुओं को स्वयं द्वारा रचित नए और सात सुखों की परिभाषा बताते कहा कि आठवा सुख है- सुख से चले व्यापार। नवां सुख- घर में सबका हो एक-दूजे से प्यार। दसवां सुख- शांत-निराकुल हो मन। ग्यारहवा सुख है- न बैर-विरोध हो स्वजन। बारहवां सुख है- मन लगे सबका धर्म में। तेरहवां सुख है- न फंसे कभी किसी कुकर्म में। और चैदहवां सुख है- सदा रहें शील व्रतधारी। और अंतिम पंद्रहवा सुख है- आओ हम बनते हैं अरिहंतों के पुजारी।
जीने के लिए खाना आराधना है
संतश्री ने बताया कि भोजन हम दो तरह के करते हैं एक साधु भोजन और एक स्वादु भोजन। एक होता है श्रेय भोजन और एक प्रेय भोजन। तो कौन सा भोजन हमारे शरीर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, जरा सोचें। जब आदमी यह तय करे कि उसका आहार, विहार, निहार, शयन, जागरण, संसार का उपभोग संयमित मात्रा में हो तो वह साधु आहार करने वाला हो जाता है। कहते हैं- जीने के लिए खाना आराधना है और खाने के लिए जीना विराधना है। संयम के लिए जीना-खाना, इसी का नाम साधना है। केवल खाना-पीना ही जिंदगी नहीं है। हमारी भारतीय संस्कृति, हमारा स्वास्थ्य खाने-पीने पर नहीं टिका है, स्वस्थ-संतुलित-व्यस्थित, सादगीपूर्ण और सात्विक भोजन पर टिका है। स्वस्थ शरीर का मालिक बनने के लिए रोज सात्विक भोजन करें।
इन गुणों को अपनाकर बनें स्वस्थ जीवन के मालिक
स्वस्थ जीवन का मालिक बनाने वाले गुणों को अपनाने की सीख देते हुए संतश्री ने कहा कि जहां तक हो सके हमें बाजार के भोजन से जरूर बचना चाहिए। स्वस्थ जीवन के लिए बच सकते हो तो इससे जरूर बचो कि मैं बाजारू खाने से बचुंगा। बीमारी को पैदा करने का पहला कारण- बाजार का खाना। दूसरा कारण- माल-मलिंदों का खाना। तीसरा कारण- जीमण बारियों को खाना। चौथा कारण- रसोइयों के हाथ का खाना निरंतर खाना। स्वस्थ जीवन के लिए दूसरा नियम लें कि मैं हितकारी, सीमित, ऋतु अनुसार ही भोजन करूंगा। रासायनिक खाद्य पदार्थों, सुविधाभोगी स्वादु भोजन, ज्यादा नमक, तेल, तले पदार्थ, ज्यादा शक्कर, जंक, फॉस्ट फूड, नकली दूध, नकली घी लेने से बचें। और ज्यादा भागमभाग-माथाफोड़ी से भी बचिए, इससे ही टेंशन की बीमारी होती है। स्वस्थ काया के लिए तीसरा संकल्प लें कि मैं सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करूंगा। अर्थात् रात्रि भोजन का त्याग करें, यदि न हो सके तो रात्रि में केवल दूध, पानी, जूस ही लें। हम अपने आहार को जितना सात्विक, संयमित रखेंगे, उतना ही स्वस्थ रहेंगे। भोजन कभी भी जूते-चप्पल पहनकर न खाएं। जब भी थाली में भोजन आए तो किसान, भगवान और उसे बनाने वाली गृहिणी को धन्यवाद जरूर अदा करें।
भोजन कैसे करें इसके सूत्र देते हुए उन्होंने बताया कि सुबह नास्ते में तली चीजें, मिठाई, नमकीन न खाएं। उसके स्थान पर फल, गाय का दूध लें।यदि न हो सके तो तली हुईं चीजें सप्ताह में केवल एक बार ही खाएं। जब भी भोजन करें मौनपूर्वक करें। भोजन में मिर्च-मसाले, तेल कम से कम उपयोग करें। ज्यादा नमक, ज्यादा शक्कर और ज्यादा मैदे का उपयोग नुकसानदायी होता है। यह भी विवेक रखें कि स्वयं खाने से पहले किसी को खिलाने का भी आनंद लें। किसी भी सही आहार के लिए चार चरण होते हैं, नंबर एक- खेत में उगाना, नंबर दो चूल्हे पर पकाना, नंबर तीन- दांतों से चबाना और नंबर चार- आंतों में पचाना। यदि उगाना, पकाना, चबाना और पचाना सही हो तो वही सही आहार है। भोजन करते समय रखे जाने वाले विवेक की चर्चा करते हुए संतश्री ने बताया कि एक कौर को 32 बार चबाएं, भूख से थोड़ा कम खाएं, थाली में कभी भी जूठा न छोड़ें, मोबाइल पर बात करते हुए या टीवी देखते हुए भोजन न किया करें और भोजन करने के बाद अपनी थाली अपने हाथों से धोना शुरू कर दें। खाने के बाद थोड़ी देर वज्रासन कर लें अथवा पैदल टहलें।
हर व्यक्ति यदि गाय पालना शुरू कर दे तो गौहत्या पूरी तरह बंद हो जाएगी
संतश्री ने धर्मानुयायियों से आह्वान कर कहा कि आज घरों में चार-चार कारें तो पल रहीं हैं पर एक गाय नहीं पल रही है। यह हमारा दुर्भाग्य है कि हमने गायें पालनी हमने बंद कर दीं और कारें पालना शुरू कर दिया है। मैं आगाह करना चाहुंगा कि देश का हर जैन और हर हिन्दु एक काम कर ले कि अपने घर में एक गाय पालनी शुरू कर दे तो पूरे देश में गौहत्या अगले ही दिन से बंद हो जाएगी। अगर हर व्यक्ति अपने घर में गाय पालनी शुरू कर दे तो गाय बाहर मिलेगी कहां। पुराने जमाने में किसी परिवार के वैभव-संपत्ति का मूल्यांकन उसकी जमीन-जायजाद, हीरे-सोने से नहीं होता था, उस समय मूल्यांकन उसके घर में कितनी गायें और कितना गौधन है इससे किया जाता था।
धर्मसभा के आरंभ में श्रद्धेय संतश्री ने मारवाड़ी भाव गीत ‘माटी री या काया आखिर, माटी में मिल जावे हेे, क्या रो गर्व करे रे मनवा, क्या पर तू इतरावै हे ...’ के गायन से श्रद्धालुओं को स्वस्थ सुखी जीवन जीने की प्रेरणा दी।
तन मन बुद्धि और हृदय हो स्वस्थ: डॉ. मुनि शांतिप्रियजी
दिव्य सत्संग के पूर्वार्ध में डॉ. मुनिश्री शांतिप्रिय सागरजी ने कहा कि हमारे चार महत्वपूर्ण अंग- तन, मन, बुद्धि और हृदय ये यदि स्वस्थ हैं तो ही मानकर चलिए कि हम स्वस्थ हैं। हम अपने खान-पान के साथ-साथ मेहनत करने और अपने विचारों को अच्छा रखने की आदत डालें। स्वस्थ बने रहने के लिए अपनी जीवन शैली को व्यवस्थित करें। जितना जरूरी खाना है उतना ही जरूरी पचाना भी होता है। नित्यप्रति योग, प्राणायाम व ध्यान करें। अपना खान-पान व्यस्थित रखिए। रोज कम से कम एक हजार कदम जरूर चलें। सुबह-सुबह दस मिनट के लिए दीर्घ श्वांस लेने की आदत डालें। अपने हृदय व दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन दस मिनट योग निद्रा का अभ्यास अवश्य करें।
तपस्वियों का हुआ बहुमान
धर्मसभा में आज मासक्षमण तप कर रहे विजय संचेती के 19वें उपवास एवं राकेश बागरेचा के आज 15वें उपवास के प्रसंग पर उनका बहुमान किया गया। तपस्वियों का बहुमान मंदिर श्रीऋषभदेव मंदिर ट्र्स्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली, ट्र्स्टीगण तिलोकचंद बरडिय़ा, राजेंद्र गोलछा व उज्जवल झाबक के हाथों किया गया।
इन अतिथियों ने किया दीप प्रज्जवलित
सोमवार की दिव्य सत्संग सभा का शुभारंभ अतिथिगण श्यामसुंदर बैदमुथा, सुरेश बाघमार, पदम डाकलिया, पारसचंद मुणोत, संतोषचंद दुग्गड़, वैभव शाह, संतोष गोलछा, मुकेश चोपड़ा, विजय संचेती, संतोष उज्जवल झाबक ने दीप प्रज्जवलित कर किया। अतिथि सत्कार श्रीऋषभदेव मंदिर ट्र्स्ट के कार्यकारी अध्यक्ष अभय भंसाली द्वारा किया गया। सभी अतिथियों को श्रद्धेय संतश्री के हस्ते ज्ञानपुष्प स्वरूप धार्मिक साहित्य भेंट किये गये। सूचना सत्र का संचालन चातुर्मास समिति के महासचिव पारस पारख ने किया।
आज प्रवचन ‘मन की शांति पाने के लिए क्या करें’ विषय पर
दिव्य चातुर्मास समिति के अध्यक्ष तिलोकचंद बरडिय़ा, महासचिव पारस पारख, प्रशांत तालेड़ा, कोषाध्यक्ष अमित मुणोत व स्वागताध्यक्ष कमल भंसाली ने संयुक्त जानकारी देते बताया कि स्वास्थ्य सप्ताह के तृतीय दिवस बुधवार 27 जुलाई को सुबह 8:45 बजे से ‘मन की शांति पाने के लिए क्या करें’ विषय पर प्रवचन होगा। श्रीऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट एवं दिव्य चातुर्मास समिति ने श्रद्धालुओं को चातुर्मास के सभी कार्यक्रमों व प्रवचन माला में भाग लेने का अनुरोध किया है।
रायपुर, 27 जुलाई। 44वां चेस ओलंपियाड इस महीने 28 जुलाई से चेन्नई के पास महाबलिपुरम में शुरू हो रहा है. इस चेस ओलंपियाड पर दुनिया भर के फैन्स की निगाहें रहने वाली हैं. इस विश्व स्तरीय आयोजन के लिए छत्तीसगढ़ ओलिंपिक संघ के अध्यक्ष माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और महासचिव गुरुचरण सिंह होरा को आमंत्रण मिला है।
महासचिव गुरुचरण सिंह होरा शतरंज ओलंपियाड ऑफिसियल नियुक्त
छत्तसीगढ़ राज्य खेल जगत के लिए गर्व की बात है की महासचिव गुरुचरण सिंह होरा को 44 वी शतरंज ओलंपियाड के लिए ऑफिसियल नियुक्त किया गया है।
महासचिव गुरुचरण सिंह होरा ने बताया की 44वें चेस ओलंपियाड का आयोजन चेन्नई में 28 जुलाई से 10 अगस्त 2022 तक किया जाएगा। यह प्रतियोगिता 1927 से ही आयोजित की जा रही है।
यह भारत में पहली बार आयोजित किया जा रहा है जबकि एशिया 30 साल बाद इसकी मेजबानी करेगा। इस बार के ओलंपियाड में कुल 188 देश हिस्सा ले रहे हैं। यह संख्या अब तक आयोजित किसी भी ओलंपियाड से ज्यादा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में 28 जुलाई को 44वें शतरंज ओलंपियाड का उद्घाटन करेंगे।
44वे शतरंज ओलंपियाड का भारत आना अपने आप में एक इतिहासिक घटना है और जिसकी उम्मीद हर शतरंज प्रेमी को थी उससे कहीं ज्यादा ऊँचाइयाँ इस खेल को हर रोज मिल रही है ।
जब फीडे नें शतरंज ओलंपियाड मशाल की शुरुआत भारत से करने की घोषणा की तो यह मौका भारत के लिए इतना बड़ा बन जाएगा यह किसी नें भी नहीं सोचा था पर भारतीय शतरंज संघ के प्रयासो से शतरंज मशाल का उदघाटन खुद देश के प्रधानमंत्री नें करते हुए जब इसे देश के महानतम शतरंज खिलाड़ी पाँच बार के विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद को सौपा तो जैसे देश की शतरंज नें एक नयी दौड़ लगा दी ।
अगले दिन दिल्ली के लाल किले से होते हुए यह मशाल , लद्दाख ,श्रीनगर ,जम्मू ,धर्मशाला और शिमला का सफर तय कर करते हुए 16 जुलाई को रायपुर पहुंची, यहाँ भव्य स्वागत करते हुए हैदराबाद के लिए रवाना किया गया था यह मशाल भारत के 75 शहरो का सफर तय करते हुए चेन्नई के महाबलीपुरम पहुंचेगी।
इस ऐतहासिक पल के लिए महासचिव गुरुचरण सिंह होरा को राज्य खेल संघ के पदाधिकारी विजय अग्रवाल, गजराज पगारिया, बशीर अहमद खान, शरद शुक्ला, संजय मिश्रा, अखिल धगत, कैलाश मुरारका, जी एस बामरा,रूपेंद्र सिंह चौहान , विष्णु कुमार श्रीवास्तव, अभिजीत मिश्रा, अतुल शुक्ला, डॉ एक फरिश्ता ने बधाई एवं शुभकामनाये दी।
रायपुर, 27 जुलाई। नेताजी सुभाश महावि. अभनपुर के रा.से.यो. ईकाई एवं यूथ रेडक्रास सोसायटी व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अभनपुर के संयुक्त तत्वाधान में महावि. में एक दिवसीय बूस्टर डोज षिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस शिविर में लगभग 130 बूस्टर डोज लगाये गये। जिसमें महावि. के प्राध्यापक गण /छात्र छात्राओं तथा आसपास के लोगों को टीकाकरण किया गया।
इस शिविर का उद्देष्य सभी लोगों को कोविड-19 के बचाव कि लिए आवष्यक डोज लगवाने हेतु जागरूक करना था। शिविर कार्यक्रम में महावि. के प्राचार्य डॉ. व्ही. के. मिश्रा एवं समस्त प्राध्यापक गण उपस्थित थे।
रायपुर, 27 जुलाई। ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसियेशन के द्वारा डॉ उज्जवल पाटनी भारत के मशहूर, मोटिवेशनल स्पीकर बिजनेसमैन, यूटूबर और लेखक को आमंत्रित किया जिसमे दो प्रेरक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके तहत डीलर कर्मचारियों के लिए मैक कॉलेज व राडा सदस्यों के परिवार के लिए दूसरा कार्यक्रम होटल हयात में आयोजित किया गया।
रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसियेशन के द्वारा मैक कालेज समता कालोनी मे प्रेरक संगोष्ठी का आयोजन प्रात: 11 बजे किया गया। कार्यक्रम में रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसियेशन के अंतर्गत आने वाले डीलर्स के कर्मचारियों को आंमत्रित किया गया कार्यक्रम का उद्देश कर्मचारियों के व्यक्त्वि एवं कार्यक्षमता का विकास करना था।
रायपुर ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसियेशन द्वारा दूसरी बार अपने कर्मचारियों के लिए इस तरह का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश व शहर के 550 कर्मचारियों ने भाग लिया कार्यक्रम में डॉ उज्जवल पाटनी ने कर्मचारियों को सफलता के मंत्र के बारे में बताया कि अपने व्यवहारिक जीवन में किस तरह बदलाव करते हुए आनंद के साथ अपने कार्य को किया जा सकता है और सफलता को प्राप्त किया जा सकता है।
जिसके लिए अपने व्यवहारिक जीवन में थोडा परिवर्तन करने की जरुरत होती है बस फिर सफलता आपके कदम चूमेगी जब आप अपने डीलरशीप में काम करते है तो अपने ग्राहक की संतुष्टि के लिए छोटी छोटी सी चीजो को करने से आपके व्यक्तिव का विकाश होगा और आपके किसी कार्य को कर मिटने की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
कोई कर्मचारी जब किसी संस्था मे कार्य करता है तो उस संस्था को अपनाकर उस संस्था को उच्च स्थान पर ले जाने का प्रयास करते हुए अपना विकास करे। डॉ उज्जवल पाटनी जी ने बताया कि कर्मचारियो का कठिन परिश्रम करते हुए अपने भविष्य का निर्धारण सही रास्ते पर करना होगा।
उन्होने कई तरह के उदाहरण देकर बताया कि कैसे कठिन परिश्रम, सत्य निष्ठा व् आत्मविश्वास के साथ कार्य करने से सफलता को प्राप्त किया जा सकता है। दैनिक स्व लेखा परीक्षा प्रारूप व्यापार मूल्यांकन प्रश्नावली का मन्त्र देकर बताया की जीवन के लिए इन चमत्कारी आदतें इनको करने से आपके जीवन में चमत्कारी परवर्तन देखने को मिलेगा।
रायपुर, 27 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया।
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स एवं कैट सीजी चेप्टर के संयुक्त तत्वाधान में व्यापारी संघ टाटीबंध के द्वारा एक दिवसीय नि:शुल्क कोरोना बुस्टर डोज टीकाकरण शिविर अग्रसेन भवन, टाटीबंध, रायपुर में आयोजित किया गया। इस कैम्प में नि:शुल्क मुख्य दंत चिकित्सक एवं नेत्र चिकित्सक का भी कैम्प लगाया गया था।
इस शिविर में क्षेत्र के निवासियों में बहुत उत्साह दिखा। कोरोना वैक्सीन का लाभ 430 लोगों ने लिया साथ ही लगभग 500 लोगों ने नेत्र एवं दंत चिकित्सा का भी लाभ उठाया। कार्यक्रम में स्वल्पाहार एवं फल वितरण किया गया।
चेंबर प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने कहा कि अभी त्योहारी सीजन में कोरोना महामारी के फैलने की संभावनाएं अधिक हैं। पूर्व में भी चेम्बर ने कोरोना को रोकने वैक्सीनेशन, मास्क वितरण, सेनेटाइजर वितरण जैसे जनसेवा कार्य किया गया जो तीसरी लहर रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चेंबर कार्यकारी अध्यक्ष श्री विक्रम सिंहदेव ने समस्त व्यापारी एवं आम नागरिकों से अपील की है कि कोरोना महामारी से बचाव हेतु बुस्टर डोज अवश्य लगवायें एवं आसपास के लोगों को बुस्टर डोज टीकाकरण हेतु प्रेरित करें।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, उपाध्यक्ष राकेश अग्रवाल, मंत्री-शंकर बजाज, दिलीप इसरानी, कैट सीजी चेप्टर महामंत्री सुरिन्दर सिंह, मंत्री अवनीत सिंह, व्यापारी संघ टाटीबंध के संरक्षक ज्ञानी जी।
हरदीप सिंह बेनीपाल, रामा प्रसाद सरावगी, चेयरमेन राकेश अग्रवाल, अध्यक्ष नीरज कुमार कंसल, महामंत्री संदीप अग्रवाल, कोषाध्यक्ष गुनीश सिंह, उपाध्यक्ष प्रभात गुप्ता, ललित बड़घरे, विशाल शाह, सचिव अजय नागदेव मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
नई दिल्ली, 26 जुलाई| 23 से 24 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित दो दिवसीय जीएसटी परिषद की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में जीएसटी परिषद के मंत्रियों के समूह (जीओएम) ने ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री पर 18 से 28 प्रतिशत कर की दरों पर चर्चा की गई थी। ऑनलाइन खेलों में कसीनो, होर्स रेसिंग, लॉटरी, सट्टेबाजी और अन्य मौका-आधारित खेलों के साथ जोड़ा जा रहा है। यह, संपूर्ण प्रतियोगिता प्रविष्टि राशि (सीईए) पर लगाए जा रहे कर दरों में वृद्धि ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री में उथल-पुथल का कारण बना है।
अभी तक, खिलाड़ियों द्वारा कौशल-आधारित खेलों पर कम मात्रा में निवेश किए गए धन के पूल से लिए गए प्लेटफॉर्म के कमीशन पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया जाता है, जिसे सकल गेमिंग राजस्व के रूप में जाना जाता है।
हालांकि, नई कर नीतियों पर चर्चा होने के साथ, पूर्ण प्रतियोगिता प्रवेश राशि पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगाया जा सकता है। टैक्स स्लैब में वृद्धि गेमिंग प्लेटफॉर्म के प्रॉफिट मार्जिन और समग्र गेमिंग इकोसिस्टम को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है।
इसके अलावा, नई कराधान नीतियों के लिए कौशल-आधारित खेलों को मौका-आधारित खेलों के साथ मिलाने से दोनों के बीच का अंतर फिका पड़ सकता है, जिसे भारतीय अदालतों ने 60 से अधिक वर्षों से बरकरार रखा है। दोनों कानून के साथ-साथ अभ्यास के मामले में भिन्न हैं और इसलिए एक दूसरे के साथ समान व्यवहार नहीं किया जा सकता है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के नेतृत्व में जीओएम ने ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री के कामकाज को समझने के प्रयास किए हैं और कर दरों पर पुनर्विचार करने के लिए उनके द्वारा उठाई गई चिंताओं को दूर करने के लिए उद्योग जगत के नेताओं के साथ बैठकें की हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन मुद्दों को ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (एआईजीएफ) ने जीओएम के साथ बैठक के दौरान उठाया था, जिसके प्रतिनिधियों ने कहा कि इस तरह का कराधान गेमिंग उद्योग के लिए विनाशकारी होगा और समाप्त हो जाएगा। भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान देने के लिए उद्योग की थोड़ी सी संभावना है।
टैक्स दरों पर पुनर्विचार के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। हालांकि, जीओएम अगस्त के पहले सप्ताह में फिर से बैठक करेगा और उन्हें अपनी अंतिम रिपोर्ट जमा करने के लिए 10 अगस्त तक का समय दिया गया है और इंडस्ट्री को भी अंतिम निर्णय का इंतजार है। (आईएएनएस)