कारोबार
रायपुर, 31 जुलाई। मध्य भारत के सबसे बड़े रियल स्टेट बिल्डर अविनाश ग्रुप द्वारा उनके उरकुरा स्थित प्रोजेक्ट अविना-रु39या वाटिका में लोन पर 50: ई एम आई पर छूट ऑफर दिया जा रहा है, इस ऑफर में जब तक आपको घर का पजे-रु39यान नहीं मिलता है।
तब तक आपके लोन ई एम आई का 50: किस्त का भुगतान अविना-रु39या ग्रुप द्वारा किया जायेगा इस ऑफर के अंतर्गत आप अपना मनपसंद 1,2 व 3 बीएचके फ्लैट बुक करा सकते हैं। यह ऑफर सीमित समय के लिये है।
वर्तमान में 86 से अधिक परिवार यहॉं निवासरत है। अविना-रु39या ग्रुप का यह प्रोजेक्ट आका-रु39यावाणी के पास उरकुरा में स्थित है यहॉ पर लेण्डस्केप गार्डन, बेडमिंटन कोर्ट, क्लब, मल्टीपरपस हॉल, मंदिर, किड्स प्ले एरिया, पॉवर बेकअप इन कॉमन एरिया, सीसी टीवी सिस्टम जैसी सुविधायें हैं।
यहॉ 1 बीएचके फ्लैट की कीमत 16.60 लाख से आरंभ है। अगर आप भी लोन लेकर अपने सपनों का घर बुक करना चाहते हैं, तो यह सही समय है अविना-रु39या वाटिका में अपना घर बुक करने का। अधिक जानकारी के लिये 8882299099 पर संपर्क कर सकते हैं।
रायपुर, 31 जुलाई। मध्य भारत के सबसे बड़े रियल स्टेट डेवलेपर्स अविनाश ग्रुप द्वारा उनके नया रायपुर स्थित प्रोजेक्ट न्यू काउन्टी सेक्टर -ंउचय30 में फ्लैट की बुकिंग पर फर्नीचर फ्री ऑफर दिया जा रहा है यह ऑफर न्यू काउन्टी के 2 एवं 3 बीएचके फ्लैट पर दिया जा रहा है।
फ्लैट की कीमत 29.18 लाख से आरंभ है एवं यह ऑफर सीमित समय के लिये है। प्रोजेक्ट के पास स्कूल, कॉलेज, हास्पिटल एवं मार्केट की सुविधा उपलब्ध है।
इस प्रोजेक्ट में क्लब, मिनी थियेटर, स्विीमिंग पुल, टेरेस गार्डन, जकुजी, एम पी थियेटर, जिम, स्कवे-रु39या कोर्ट, सीसी टीवी, मंदिर, गार्डन जैसी सुविधायें उपलब्ध है।
वर्तमान में 350 से अधिक परिवार न्यू काउन्टी में निवासरत हैं अधिक जानकारी के लिये आप 7411781686 पर संपर्क कर सकते हैं।
बालकोनगर, 31 जुलाई। बालको महिला मंडल ने तीज महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कोरबा कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा की धर्मपत्नी श्रीमती रंजना झा और कोरबा पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नी श्रीमती वंदना सिंह थीं।
श्रीमती झा ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर लुत्फ उठाया। उन्होंने उत्कृष्ट आयोजन के लिए बालको महिला मंडल उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता शर्मा एवं सदस्याओं की खूब प्रशंसा की। बालको महिला मंडल उपाध्यक्ष श्रीमती संगीता शर्मा ने अतिथियों की अगवानी की। श्रीमती संगीता और श्रीमती सोनिया गुप्ता ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया।
श्रीमती झा और श्रीमती सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में अतिथियों ने झूला झूलने का आनंद उठाया। श्रीमती संगीता शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में बालको महिला मंडल के विभिन्न सामाजिक कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि महिला मंडल समय-समय पर महिलाओं और बच्चों के प्रतिभा विकास के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करता है। बालकोनगर क्षेत्र के सांस्कृतिक उत्थान में महिला मंडल का महत्वपूर्ण योगदान है।
श्रीमती रंजना झा ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि आयोजन अत्यंत मनोरंजक रहा। उन्होंने कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यों द्वारा स्थानीय क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दे रहा है।
वही श्रीमती सिंह ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बालको महिला मंडल की सदस्याओं ने उत्कृष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
‘सावन क्वीन’ का चयन प्रमुख आकर्षण - सावन क्वीन का चयन अनेक चरणों में किया गया। प्रथम चरण में कैटवॉक का आयोजन किया गया। निर्णायकों ने प्रतिभागियों की वेशभूषा, श्रृंगार, प्रस्तुति आदि के आधार पर अंक दिए।
बाह्य सुंदरता और प्रतिभा के मेल से व्यक्तित्व निखर उठता है, इस भावना से दूसरे चरण में प्रतिभागियों की प्रतिभा परखी गई। प्रत्येक प्रतिभागी को एक मिनट में विभिन्न विधाओं में प्रस्तुति के अवसर दिए गए।
प्रतिभागियों ने केश सज्जा, नृत्य, मेहंदी, ड्रॉइंग, रंगोली, गायन आदि की प्रस्तुति दी। तीसरे चरण में प्रतिभागियों की वाक पटुता और सूझबूझ को परखा गया।
निर्णायक मंडल ने एक ही सवाल सभी प्रतिभागियों से पूछे। प्रतिभागियों के उत्तर के आधार पर उन्हें अंक दिए गए। ‘सावन क्वीन’ के लिए तीन प्रतिभागियों जिसमें प्रथम शिपी अग्रवाल, द्वितीय ममता कटकवार और तृतीय स्थान के लिए सीमा साहू को विजेताओं को चुना गया।
कार्यक्रम की शुरूआत में महिला मंडल की सदस्याओं ने नृत्य और मल्हार लोक गीत की बेहतरीन प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। विभिन्न स्टॉल, झूला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सदस्याओं ने उत्कृष्ट भागीदारी की।
कार्यक्रम के सफल आयोजन पर श्रीमती सिमरन कौर ने महिला मंडल की सभी सदस्याओं और मुख्य अतिथि के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि बालको महिला मंडल अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम से बालकोनगर के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है।
रायपुर, 31 जुलाई। मैट्स यूनिवर्सिटी के पंडरी स्थित सिटी कैम्पस में स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा दी डिज़ाइन फेस्ट-2022 का शनिवार को शुभारंभ हुआ। 30 जुलाई से 1 अगस्त तक आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी में विभाग के विद्यार्थियों के कौशल का शानदार प्रदर्शन किया गया है।
मैट्स स्कूल ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग एंड टेक्नोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष श्रीमती परविंदर कौर ने बताया कि प्रदर्शनी का शुभारम्भ छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की सचिव डॉ. मनीषा शुक्ला और मैट्स विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमति प्रियंका पगरिया ने किया।
इस अवसर पर मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, उपकुलपति श्रीमती दीपिका ढांड, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
इस प्रदर्शनी में बैचलर ऑफ़ साइंस इंटीरियर डिजाइनिंग के प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों ने 14 अलग-अलग प्रॉडक्ट निर्मित कर प्रदर्शित किये हैं जो अद्भुत और अलौकिक हैं। इनमें लोअर सिटिंग, झूला, फॉल सीयलिंग, वूडेन आर्ट, प्लांट कंटेनर, सेल्फी जोन पेंटिंग प्रमख रूप से शामिल हैं।
इसी तरह बैचलर ऑफ़ साइंस इंटीरियर डिजाइनिंग के द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने लकड़ी, कबाड़ और बोटल के अनुपयोगी समान का उपयोग करके एक वूड कैफ़े डिज़ाइन किया है जो सभी के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कैफ़े बनाने में विद्यार्थियों ने लकड़ी, रस्सी, पेपर रोल्स का इस्तेमाल किया किया है।
लकड़ी से अनेक वस्तुओं का निर्माण भी किया गया है। इन विद्यार्थियों द्वारा एक मंच भी बनाया गया है जिसमे स्टैंड अप कॉमेडियन या संगीत के कार्यक्रम आयोजित करवाए जा सकते हैं।
बैचलर ऑफ़ साइंस इंटीरियर डिजाइनिंग के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों लैंडस्केप डाइनिंग टेबल एवं बैठने के लिए आकर्षक टेबल एवं कुर्सी का निर्माण किया है। दी डिज़ाइन फेस्ट-2022 में प्रदर्शित की गई सभी वस्तुओं का निर्माण विद्यार्थियों ने किया है। व्यावसायिक पाठ्यक्रम में पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों के लिए रोजगार एवं व्यवसाय के बहुत सारे रास्ते खुल रहे हैं।
विद्यार्थियों ने कोसा सिल्क में ब्राइडल वेयर एवं ड्रेसेस भी प्रदर्शित की है। छत्तीसगढ़ी थीम, गुजरात की प्रसिद्ध टाई और डाई कलाकारी, मुराल एवं पेंटिंग के माध्यम से प्रकृति के चल चित्र, नीट वेयर में बुनाई से निर्मित विभन्न प्रकार के वस्त्र, राजस्थानी ड्रेसेस आदि का प्रदर्शन भी किया गया है। उद्घाटन अवसर पर समस्त सम्मानीय अतिथियों ने विद्यार्थियों के कार्यों को सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
‘आपकी नई उर्जावान सोच और नीतियों से छत्तीसगढ़ निरंतर प्रगति के पथ पर है अग्रसर’-मनीष सिंघानिया
रायपुर, 31 जुलाई। एसोसियेशन (फाड़ा) के उपाध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया, चेम्बर ऑफ़ कामर्स के अध्यक्ष अमर परवानी, रायपुर ऑटोमोबाइल के अध्यक्ष विवेक गर्ग एवं फाड़ा व् राडा के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सौजन्य मुलाकात की।
फेडरेशन ऑफ़ ऑटोमोबाईल डीलर्स एसोसियेशन (फाड़ा) के द्वारा वार्षिक सम्मलेन (्रत्ररू) का आयोजन किया जा रहा है उसी कर्म में इस वर्ष इसका आयोजन दिनांक 24/08/2022 को रायपुर शहर के मे फेयर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए सादर निवेदन किया कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारकर आप हमें आशीर्वाद प्रदान कर हमें अनुग्रहित करें।
फेडरेशन ऑफ़ ऑटोमोबाईल डीलर्स एसोसियेशन (फाड़ा) के उपाध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने बताया की फाड़ा देश का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल संगठन है इस कार्यक्रम में देश भर के ऑटोमोबाईल व्यवसाई सम्मलित होगे जो की हमारे प्रदेश के लिए गर्व की बात है माननीय मुख्यमंत्री जी आपकी नई उर्जावान सोच से और नीतियों से प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
करोना काल में आपके द्वारा प्रदेश की जनता व् व्यवसायियों का जिस तरह ध्यान रखा वह सराहनीय है और आपके द्वारा समय समय पर लिये गये ऐतिहासिक निर्णय के कारण आज प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत है।
शासन की नीतियों और व्यवसायियों के सामंजस्य के कारण ऑटोमोबाइल व्यवसाय में निरंतर ग्रोथ दर्ज की जा रही है। आपके द्वारा प्रदेश के ऑटोमोबाईल व्यवसायियों के हितो को ध्यान में रखा उसके लिए हमारी एसोसियेशन आपको ह्रदय से धन्यवाद देते हुवे आपका सम्मान करना चाहती है।
इस विषय पे माननीय मुख्यमंत्री जी ने उपस्थित प्रतिनिधियों को कहा की फाड़ा जैसे देश के सबसे बड़े संघटन के कार्यक्रम का हमारे प्रदेश में होना हमारे लिए गर्व की बात है और मुझे अत्यंत प्रसन्ता हुई मै आपको आश्वस्त करता हूँ की इस वृहद कार्यक्रम में जर्रूर सम्मलित होउंगा।
(शिल्पी पांडेय)
नयी दिल्ली, 31 जुलाई। संपत्ति प्रबंधन कंपनियों ने जुलाई में दो दर्जन से अधिक म्यूचुअल फंड योजनाओं (एनएफओ) की पेशकश की है। इससे पहले करीब तीन माह तक नई योजनाओं की पेशकश (एनएफओ) का बाजार ठंडा रहा था।
लगभग सभी खंडों में जुलाई में नई योजनाएं लाई गई हैं। इनमें इक्विटी कोष, ऋण, इंडेक्स कोष, एक्सचेंज ट्रेडेड कोष (ईटीएफ) शामिल हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि एनएफओ बाजार में ईटीएफ का दबदबा बना हुआ है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अप्रैल में म्यूचुअल फंड कंपनियों को उद्योग द्वारा उसके कुछ नियमों के अनुपालन तक नई योजनाएं लाने से रोक दिया था। ये नियम मध्यवर्तियों और वितरकों द्वारा निवेशकों के कोष की ‘पूलिंग’ से संबंधित थे। इन नए दिशानिर्देशों के क्रियान्वयन की समयसीमा एक जुलाई थी।
इसके अलावा नियामक ने म्यूचुअल फंड कंपनियों से निकासी के लिए दोहरे सत्यापन, म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए खाते के स्रोत के सत्यापन संबंधी दिशानिर्देशों को भी लागू करने को कहा था। ये उपाय निवेशकों के हितों के संरक्षण और म्यूचुअल फंड में निवेश को लेकर उनका भरोसा बढ़ाने के मकसद से किए गए हैं।
उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में 18 संपत्ति प्रबंधन कंपनियों ने कुल 28 म्यूचुअल फंड योजनाएं पेश की हैं। इनमें से 24 योजनाएं अभी चल रही हैं जबकि चार बंद हो गई हैं।
अभी जो एनएफओ जारी हैं उनमें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल निफ्टी आईटी इंडेक्स फंड, आदित्य बिड़ला सन लाइफ निफ्टी 200 क्वॉलिटी 30 ईटीएफ, बड़ौदा बीएनपी परिबा फ्लेक्सी कैप फंड, केनरा रोबेको बैंकिंग एंड पीएसयू डेट फंड शामिल हैं।
इसके अलावा डीएसपी निफ्टी मिडकैप 150 क्वॉलिटी 50 इंडेक्स फंड, एचडीएफसी निफ्टी 100 ईटीएफ, मोतीलाल ओसवाल एसएंडपी बीएसई क्वॉलिटी इंडेक्स फंड, आईडीएफसी मिडकैप फंड, मिराई एसेट बैलेंस्ड एडवांटेज फंड, क्वॉन्टम निफ्टी 50 ईटीएफ फंड ऑफ फंड, यूनियन गिल्ट फंड और क्वॉन्ट लार्ज कैप फंड अभी जारी हैं।
इसके अलावा करीब एक दर्जन एनएफओ अगले महीने आने की संभावना है। लगभग ढाई साल बाद फ्रैंकलिन टेंपलटन नई योजना लाने की तैयारी में है।
आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख निवेश उत्पादन एवं परामर्श अमर रानू ने कहा कि हाल में जितने भी एनएफओ आए हैं उनके लिए पूंजी बाजार नियामक के पास आवेदन तीन माह के प्रतिबंध से पहले किया गया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा)। लगातार नौ माह तक बिकवाली करने के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजारों में लौट आए हैं। जुलाई में एफपीआई ने शेयर बाजारों में करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। डॉलर इंडेक्स के नरम पड़ने और कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों के बाद एफपीआई एक बार फिर लिवाल बन गए हैं।
इससे पहले जून में एफपीआई ने शेयरों से 50,145 करोड़ रुपये निकाले थे। यह मार्च, 2020 के बाद किसी एक माह में सबसे अधिक निकासी है। उस समय एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों से 61,973 करोड़ रुपये निकाले थे।
यस सिक्योरिटीज के प्रमुख विश्लेषक-इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज हितेश जैन का मानना है कि अगस्त में भी एफपीआई का प्रवाह सकारात्मक बना रहेगा। इसकी वजह यह है कि रुपये का सबसे खराब समय अब बीत चुका है और कच्चे तेल के दाम भी एक दायरे में कारोबार कर रहे हैं।
इसके अलावा भारतीय कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बेहतर रहे हैं।
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 4,989 करोड़ रुपये का निवेश किया। माह के दौरान नौ दिन वे शुद्ध लिवाल रहे।
इससे पहले पिछले लगातार नौ माह से एफपीआई बिकवाल बने हुए थे। पिछले साल अक्टूर से इस साल जून तक वे भारतीय शेयर बाजारों से 2.46 लाख करोड़ रुपये निकाल चुके हैं।
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘जुलाई में एफपीआई के प्रवाह की वजह फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पावेल का बयान है। पावेल ने कहा कि है कि अमेरिका अभी मंदी में नहीं है। पावेल के बयान के बाद धारणा में सुधार हुआ है और वैश्विक स्तर पर निवेशक अब जोखिम उठाने को तैयार दिख रहे हैं।’’
हालांकि, जुलाई में एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार से 2,056 करोड़ रुपये की निकासी की है। श्रीवास्तव का मानना है कि आगे एफपीआई का रुख क्या रहेगा, इसको अनुमान लगाने में अभी कुछ समय लगेगा।
सोल, 30 जुलाई | चिप निर्माता क्वालकॉम ने पुष्टि की है कि अगली पीढ़ी की सैमसंग गैलेक्सी एस23 सीरीज विशेष रूप से स्नैपड्रैगन चिपसेट का उपयोग करेगी, दक्षिण कोरियाई तकनीकी दिग्गज ने कहा कि वह एक्सीनोस प्रोजेक्ट को नहीं छोड़ रही है। गिज्मोचाइना की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कहा कि वह अपने एक्सीनोस निर्माण व्यवसाय को बंद नहीं करेगी और एक्सीनोस ब्रांड की प्रतिस्पर्धात्मकता का विस्तार करने पर काम कर रही है।
सैमसंग ने कहा कि वह अन्य आईपी व्यवसायों के साथ सहयोग करने और अपने प्रमुख ग्राहकों की बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए शुरुआती विकास शुरू करने की उम्मीद करता है।
कंपनी विशेष रूप से गैलेक्सी एस सीरीज के लिए एक प्रीमियम प्रोसेसर विकसित करने की भी संभावना है।
हाल ही में, क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो अमोन ने कहा कि गैलेक्सी एस23 सीरीज स्नैपड्रैगन 8 जेनरेशन 2 का विशेष रूप से उपयोग करेगी।
इस बीच, क्वालकॉम ने यह भी घोषणा की है कि उसने सैमसंग गैलेक्सी उपकरणों के लिए अग्रणी प्रीमियम उपभोक्ता अनुभव देने के लिए सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत किया है।
दोनों टेक दिग्गज भविष्य के प्रीमियम सैमसंग गैलेक्सी प्रोडक्टस के लिए स्नैपड्रैगन प्लेटफॉर्म के साथ अपने सहयोग का विस्तार करने के लिए सहमत हुए हैं, जिसमें स्मार्टफोन, पीसी, टैबलेट, विस्तारित वास्तविकता और बहुत कुछ शामिल हैं।
टेक दिग्गज ने हाल ही में सर्वर चिप्स की मजबूत मांग के दम पर अपनी दूसरी तिमाही में 8.5 अरब डॉलर का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो एक साल पहले की तुलना में 15.2 प्रतिशत अधिक है।
(आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 30 जुलाई | डेवलपर्स को अपने एप को यूजर्स द्वारा खोजे जाने के अधिक अवसर देने के लिए टेक दिग्गज एप्पल जल्द ही ऐप स्टोर पर नए विज्ञापन प्लेसमेंट की एक जोड़ी का परीक्षण करने की योजना बना रहा है। एप्पल इंसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, नए विज्ञापन स्लॉट में ऐप स्टोर टुडे पेज पर प्लेसमेंट और ऐप के उत्पाद पेज के 'यू माइट ऑल्सो लाइक' सेक्शन में एक स्लॉट शामिल हैं। दोनों प्लेसमेंट को ऑर्गेनिक और संपादकीय अनुशंसाओं के बीच अंतर करने के लिए विज्ञापनों के रूप में चिह्न्ति किया जाएगा।
टेक दिग्गज के हवाले से कहा गया, "एप्पल सर्च विज्ञापन सभी आकार के डेवलपर्स को अपना व्यवसाय बढ़ाने के अवसर प्रदान करता है।"
आगे कहा गया, "हमारी अन्य विज्ञापन पेशकशों की तरह, ये नए विज्ञापन प्लेसमेंट एक ही नींव पर बनाए गए हैं, इनमें केवल ऐप के स्वीकृत ऐप स्टोर उत्पाद पृष्ठों की सामग्री होगी जो समान कठोर गोपनीयता मानकों का पालन करेंगे।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि नए विज्ञापन प्लेसमेंट कब शुरू होंगे, लेकिन एप्पल ने कहा कि वह जल्द ही स्लॉट का परीक्षण शुरू कर देगा।
पहले, ऐप स्टोर पर केवल दो विज्ञापन स्पॉट उपलब्ध थे और वे दोनों तभी दिखाई देते थे जब उपयोगकर्ता नए ऐप्स की खोज करते थे।
टेक दिग्गज के अनुसार, नए विज्ञापन स्लॉट गोपनीयता और पारदर्शिता पर कंपनी के फोकस को बनाए रखेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे भी अधिक, एप्पल ने मई में विज्ञापनदाताओं को बताया था कि ऐप स्टोर पर 78 प्रतिशत खोज मात्रा उन उपकरणों से आई है जिनमें फर्स्ट-पार्टी डेटा कलेक्शन बंद है।
इसके बावजूद, एप्पल ने कहा कि उसकी गोपनीयता की रक्षा करने वाली विज्ञापन तकनीक व्यवसायों के लिए उतनी ही प्रभावी है।
(आईएएनएस)
रायपुर, 30 जुलाई। ‘‘पवित्र-निर्मल-उज्जवल बनाने जैसी यदि कोई चीज है तो वह है हमारा मन। सन्मार्ग पर चलने के लिए देश बदला, परिवेश बदला, वेश बदला और सब कुछ बदल दिया पर मन न बदला, मन संसार में ही अटका रहा तो सब कुछ बेकार हो जाता है। मन की दशाएं न बदलीं तो सारे बदलाव व्यर्थ हो जाते हैं। मन की बदलती दशाओं के नियामक हम खुद हैं।’’
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग ‘जीने की कला’ के अंतर्गत स्वास्थ्य सप्ताह के पंचम दिवस शुक्रवार को ‘मन के दोषों को कैसे करें दूर’ विषय पर व्यक्त किए।
राष्ट्र्संत चंद्रप्रभजी द्वारा रचित प्रेरक गीत ‘जिया कब तक उलझेगा संकल्प-विकल्पों में, कब तक यूं भटकेगा तू मन के द्वंद्वों में...’ के बोधगम्य गान से दिव्य सत्संग का शुभारंभ करते हुए संतप्रवर ने कहा कि मन की चंचलता-उसकी बदलती दशाओं के नियामक हम खुद हैं।
ये मत कहो कि मुझे गुस्सा आ गया, गुस्से को आपने खुद पैदा किया है। हमारे मन की दशा मंथन के दौरान सृजक बने समुद्र की तरह है, जो अपने में से अमृत देता है तो जहर भी देता है। आदमी का मन भी बड़ा गजब का है, कभी इसमें से अमृत निकलकर आता है और कभी जहर निकलकर आता है।
इस दुनिया में जो अमृत पीते हैं वे देव, जो जहर पीते हैं वे महादेव और जो बेचारे अमृत और विष दोनों को पीते हैं वे इंसान कहलाते हैं। मन की भावदशाओं अर्थात् मन की बदलती दशाओं का परिणाम ऐसा घातक भी हो सकता है कि आराधनाएं भी विराधना में बदल सकती हैं।
मन की भावदशाएं बदल जाएं तो खुद को जीतने निकला संन्यासी-संत भी संसार की आसक्तियों से हार सकता है। जीवन की अंतिम सांस तक जिसके मन में परम वैराग्य के भाव बने रहते हैं वह संत होता है।
उसकी साधना सफल हो जाती है।
कोई राम तो कोई रावण, यह मन की दशा का खेल
संतश्री ने कहा कि ये मन की दशा का खेल है- मन सुधरा तो एक इंसान राम बन जाता है, मन बिगड़ा तो एक इंसान रावण बन जाता है।
रायपुर, 30 जुलाई। ‘‘तपस्या तन की साधना है पर वह मन को साधे बिना नहीं हो सकती। लंबी-लंबी तपस्याएं केवल मन के बलबूते हुआ करती हैं। तपस्या ही व्यक्ति के कर्म को काटती है। नए कर्म न बंधें, इसके लिए व्यक्ति को तप चारित्र््य पालन करना पड़ता है पर पुराने कर्म अर्थात् पूर्व निकाचित कर्मों को काटने के लिए केवल तप ही एक मार्ग है।
यह जिनशासन की धन्यता है कि इसमें सदियों पूर्व से त्याग-तपस्या की परम्परा रही है। त्यागी-तपस्वियों की जो सेवा-सुश्रुषा करता है वह भी पुण्य का भागी बन जाता है, उसकी सेवा कभी व्यर्थ नहीं जाती। वैभव को भोगने वाले भुला दिए जाते हैं मगर त्याग करने वाले हमेशा याद किए जाते हैं।’’
ये प्रेरक उद्गार राष्ट्रसंत महोपाध्याय श्रीललितप्रभ सागरजी महाराज ने आउटडोर स्टेडियम बूढ़ापारा में जारी दिव्य सत्संग ‘जीने की कला’ के अंतर्गत स्वास्थ्य सप्ताह के चतुर्थ दिवस गुरूवार को ‘तपस्या: मिटाएगी तन-मन की समस्या’ विषय पर व्यक्त किए।
जिंदगी में डरना है तो अशुभ कर्मों से डरो
विषयान्तर्गत संतप्रवर ने आगे कहा कि जिंदगी में डरना है तो अशुभ-अनिष्टकारी कर्मों से डरो क्योंकि कर्मों ने तो भगवान को भी नहीं छोड़ा, कर्म उनके पीछे भी पड़े रहते हैं। हमें हमारे देश की माटी पर गौरव है क्योंकि इस माटी ने जब-जब भी सम्मान-श्रद्धा दी है, तब-तब त्याग और तप को ही सम्मान-श्रद्धा दी है। सिकंदर के पास वैभव ज्यादा रहा और भगवान महावीर के पास त्याग ज्यादा है, यदि दोनों की मूर्ति आपके सामने है तो आगे आकर किसे प्रणाम करने का आपका मन करेगा?
वैभव कितना भी महान क्यों न हो पर त्याग के सामने वह हमेशा बौना होता है। इतिहास में वैभव-संपत्ति, सत्ता-सुंदरी के गर्व में जीने वाले हजारों राजा हुए जो काल के गाल में समा गए। लेकिन महावीर और बुद्ध जैसे त्याग-तप व संयम को जीने वालों की दुनिया में आज भी पूजा होती है।
दुनिया में आदमी चेहरे से नहीं चरित्र से महान हुआ करता है। महावीर की अहिंसा, बुद्ध की करूणा, राम की मर्यादा और कृष्ण के निष्काम कर्मयोग को जन्म देने का सौभाग्य इसी देश की माटी को है। हमारे देश में हीरे वे नहीं हैं जो जमीन से निकलकर आते हैं, हीरे वे हैं जो तप-त्याग, तपस्या-साधना के प्रताप से महान हुए हैं।
लोगों का दिल जीतने में चेहरे की भूमिका केवल 10 परसेंट होती है पर चरित्र ही उसमें 90 परसेंट भूमिका अदा करता है। चेहरे की अवस्था को बदलना हमारे वश में नहीं है पर हमारे जीने का ढंग कैसा हो यह तो हमारे हाथ में अवश्य है।
कर्मों को खपाती और रोगमुक्त करती है तपस्या
संतश्री ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में त्याग और तपस्या को जरूर जोड़ लेना चाहिए। तपस्या ही आपके पूर्व निकाचित कर्मों को काटती अर्थात् खपाती है और तपस्वी को रोगमुक्त भी करती है।
रायपुर, 30 जुलाई। कृष्णा पब्लिक स्कूल कमल विहार रायपुर के दो छात्र मनन सेठिया एवं ईशांत तलरेजा ने फिट इंडिया क्विज के स्टेट विजेता होने के बाद नेशनल राउंड में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया जो अभी मुंबई में चल रहा है।
दिनांक 21 जुलाई को मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में दोनों छात्रों को केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा सम्मानित किया गया।
मंत्रालय द्वारा एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि देश भर के 72 छात्रों और 36 स्कूलों को 99 लाख रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया है ।
फिट इंडिया क्विज भारत के समृद्ध खेल इतिहास के बारे में छात्रों के बीच जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से रूङ्घ्रस् द्वारा आयोजित अपनी तरह की पहली राष्ट्रव्यापी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता है।
कृष्णा पब्लिक स्कूल रायपुर रीजन के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री आशुतोष ने दोनों छात्रों की सफलता के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए बताया कि विद्यालय की ओर से सदा ही इन प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को उचित सुविधा एवं यथा योग्य प्रशिक्षण दिए जाने का हर संभव प्रयास किया जाता रहा है ।शाला की प्राचार्य श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की ।शाला के अन्य पदाधिकारियों एवं शिक्षकगणों ने दोनों विद्यार्थियों को अनेकानेक शुभकामनाएं प्रेषित की।
विद्यालय में कुशल प्रशिक्षकों के निरंतर समर्थन, मार्गदर्शन और प्रेरणा ने छात्रों को यह उपलब्धि हासिल करने में मदद की। कृष्णा पब्लिक स्कूल, रायपुर क्षेत्र के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री आशुतोष और स्कूल की प्राचार्या श्रीमती प्रियंका त्रिपाठी ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की, उन्हें बधाई दी और कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों के समग्र ज्ञान और कौशल को बढ़ाने में मदद करती हैं। फिट इंडिया अभियान इस दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है।
रायपुर, 30 जुलाई। हैदराबाद स्थित केयर हॉस्पिटल ग्रुप, जो टीपीजी ग्रोथ मैनेज्ड एवं केयर फंड का प्रमुख संस्थान है तथा भारत का प्रतिष्ठित अग्रणी हॉस्पिटल नेटवर्क है, ने आज महाराष्ट्र में अपनी उपस्थिति मजबूत की, जिसके अंतर्गत औरंगाबाद के सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स ने महाराष्ट्र में अपनी विस्तार करने की रणनिति के अंतगर्त प्रमुख भागीदार बनने की घोषणा की।
इस निवेश के द्वारा केयर हॉस्पिटल का यूनाईटेड सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स में मुख्य भागीदारी होगी और राज्य के 3 प्रमुख शहरो मे, उपस्थिति दर्ज होगी। केयर हॉस्पिटल्स नेटवर्क देश के 6 राज्यों के 8 शहरो मे 17 स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ फैला है।
केयर हॉस्पिटल वर्ष 1997 में एकमात्र कार्डियक हॉस्पिटल के रूप में हैदराबाद में प्रारंभ हुआ था जिसमें 100 बेड्स एवं 20 कार्डियोलॉजिस्ट शामिल थे। केयर ग्रुप आज भारत के अग्रणी मल्टी केयर हॉस्पिटल के रूप में उन्नति कर चुका है जिसमें 6 राज्यों में 15 हॉस्पिटल सम्मिलित है और 30 क्लीनिकल विशेषज्ञता उपलब्ध है और केयर ग्रुप नेटवर्क के 60त्न से अधिक बेड्स 2 टीयर शहरो में हैं।
यह भारत का पहला हॉस्पिटल समूह है जिसमें देश में 2 टीयर्स श्र्रेणी के शहरों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है। औरंगाबाद स्थित 300 बेड्स वाला युनाइटेड सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल एक ख्याति प्राप्त, टर्थयरी हेल्थ केयर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल है, जो पिछले दशक मे मराठवाड़ा, महाराष्ट्र क्षेत्र का उत्कृष्ट स्वास्थ्य प्रदाता बन चुका है।
यह हॉस्पिटल आंकोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी तथा क्षेत्र का पहला रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराने वाला हॉस्पिटल है।
इस भागीदारी के बारे में केयर हॉस्पिटल समूह के सीईओ जसप्रीत सिंह ने बतलाया कि हम सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स को केयर ग्रुप में सम्मिलित होने का स्वागत करते हैं और क्लीनिकल केयर में, मरीजों को परस्पर विशेषज्ञता के उच्च सेवाओं को मराठावाड़ा, महाराष्ट्र में मरीजों तक पहुंचाने की अपार संभावनाओं से उत्साहित हैं।
देशभर में स्थापित केयर हॉस्पिटल की श्रृंखला 2 टियर शहरों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देने में अग्रणी स्थान प्राप्त है और हमारे हॉस्पिटल इन शहरों में, उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सुविधाएं देने में सबसे आगे रहा है।
सीआईआईजीएमए के साथ अपनी भागीदारी से देश के मध्य भाग के इस क्षेत्र में अपनी स्थिति को और अधिक मजबूत बनाते हैं।
संयुक्त सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स के डॉ. उमेश टाकलकर, मुख्य प्रबंध निर्देशक ने इस भागीदारी के संबंद्ध में कहा कि हम तेजी से उन्नति कर रहे सीआईआईजीएमए हॉस्पिटल्स औरंगाबाद को और आगे बढ़ाने की केयर हास्पिटल ग्रूप की पहल का स्वागत करते हैं।
विगत 10 वर्षों से मराठावाड़ा क्षेत्र मे मरीजो को प्राथमिक्ता देते हुये उच्च स्तरीय प्रथमिक्ता प्रदान कर रहा है। इस नये जुड़ाव के साथ, हमारी टीम्स, केयर हास्पिटल के सीआईआईजीएमए हास्पिटल महाराष्ट्र व आस-पास के क्षेत्र, उन्नति की नई ऊॅचाइयों तक पहुँचाने के प्रयासों को पूरा सहयोग देने तत्पर है। केयर हास्पिटल के अध्यक्ष श्री विशाल बाली ने कहा कि "भारत के भविष्य की ग्रोथ 2 टीयर शहरो की उन्नति से ही जुड़ी है। ये शहर स्वास्थ्य सेवाओं के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगे, इन 2 टीयर शहरो मे माँग-आपूर्ति के अनुसार 50,000 बेडस का अंतर बना हुआ है जो अगले 5 वर्षो में बढक़र 1,10,000 तक पहुँच जायेगा। केयर हास्पिटल्स देश के कई तीव्रगति से उन्नति कर रहे, 2 टीयर शहरो मे अपनी गहरी उपस्थित बनाये हुये हैं तथा इस क्षेत्र मे मरीजों की उन्नत देखभाल मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये पूरी तरह से तैयार है और इस क्षेत्र मे, अपनी उपस्थिति सुद्दढ़ बनाने के प्रयास निरंतर जारी रखेंगे। 2 टीयर शहरों की जीडीपी राष्ट्र की जीडीपी से ज्यादा पाई गई है।
केयर हॉस्पिटल ग्रुप से जुड़े 14 सौ से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर एवं 6600+ कर्मियों के साथ प्रतिवर्ष लाखों मरीजों का इलाज किया जाता है और पिछले 25 वर्षों में विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों जैसे कार्डियक साइंस, अंकोलाजी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसाइंस, रीनल साइंस, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी व हियेटोलाजी, ऑर्थोपेडिक्स ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, बस्कुलर सर्जरी, इंटीग्रेटेड ऑर्गन ट्रांसप्लांट में उत्कृष्टता प्राप्त की है। केयर हास्पिटल ग्रूप द्वारा, देश मे पहली बार पहले स्वदेशी स्टेट का विकास देश का पहला हास्पिटल जिसने भ्रूण की हृदय की शल्यक्रिया की गई तथा 1000 से अधिक स्टेपीडोटॉमी (बहरापन का इलाज) जो केवल एक सर्जन द्वारा किये गये थे जिसे विश्व मे, सबसे अधिक की गई सर्जरी मे दूसरे स्थान पर होने का गौरव मिला- यह परिणाम केम्ब्रिज यूनिवर्सिटी द्वारा किये गये अध्ययन से बतलाया गया।
केयर हास्पिटल का परिचय-
केयर हास्पिटल ग्रूप, मल्टीस्पेशलिटी हेल्थकेयर प्रदाता के रूप मे 17 स्वास्थ्रू सेवाओं के साथ 6 राज्यों के 8 शहरो मे भारत में कार्यरत है इस श्रृंखला मे हैदराबाद, रायपुर, भुवनेश्वर, पूणे, विशाखापटनम, नागपुर एवं इंदौर जैसे शहर शामिल है। दक्षिण व मध्यभारत क्षेत्र मे अग्रणी तथा पूरे देश मे हास्पिटल चैन्स मे पहले 5 वें स्थान पर समग्र केयर हास्पिटल 30 विशेषज्ञ क्लिनिकल क्षेत्र मे, सेवाये प्रदान करता है, जिनमे 2700 से अधिक बेड्स उपलब्ध है। वर्तमान में केयर हास्पिटल एवं केयर ग्रूप के अंतर्गत कार्यरत है, इसके कोशिशो का परिणाम है कि यह साऊथ एशिया व अफ्रिका मे भी अपनी स्वास्थ्य सेवाओ का विस्तार कर रहा है।
रायपुर, 30 जुलाई। अग्रवाल सभा की इकाई अग्रवाल युवा मंडल रायपुर द्वारा ढोल बाजे गाजे डीजे एवं बोल बम के जयकारो के साथ श्रावण मास के अवसर पर भव्य कावड़ यात्रा का आयोजन 31 जुलाई रविवार प्रात: 6.30 बजे चौबे कॉलोनी स्थित चिंताहरण हनुमान मंदिर से प्राचीन हाटकेश्वर नाथ मंदिर महादेव घाट जाएगी।
अग्रवाल युवा मंडल वर्तमान अध्यक्ष शैलेश अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कावड़ यात्रा का 18 वा वर्ष होगा कांवड़ यात्रा की शुरुआत समाज में पूर्व अध्यक्ष प्रकाश अग्रवाल के कार्यकाल से प्रारंभ की गई तत्पश्चात निवित्र मान अध्यक्ष आनंद गोयल के कार्यकाल से आज तक आयोजित होती आ रही है।
मंडल के महामंत्री अभिषेक अग्रवाल ने कहा कांवड़ यात्रा हमें निम्नलिखित सन्देश देती है-निस्वार्थ भाव से जरूरतमदों की सेवा करें। आपस में अपने बैर भूलकर शिव की भक्ति में रम जाएं और सभी का सम्मान करते हुए भाईचारा बना कर रखें। अपने जीवन में शत्रुता की जगह प्रेम को जगह दें। शिव के ध्यान में मग्न होकर सात्विकता को अपनाएं।अपने चरित्र को पवित्र और शुद्धता की तरह साफ़ रखें।जीवन में किये गए पापों के लिए महादेव भगवान शिव से क्षमा मांगें।
जानकारी देते हुए बताया गया कि कांवड़ यात्रा प्रारंभ करने के पूर्व चौबे कॉलोनी स्थित चिंताहरण हनुमान मंदिर में पूजा आरती अर्चना के पश्चात मंदिर से प्रारंभ होकर अग्रसेन चौक आमापारा लाखे नगर चौक सुंदर नगर होते हुए महादेव घाट जाएगी ।
कावड़ यात्रा में रामसागर पारा गुढिय़ारी चौबे कॉलोनी समता कॉलोनी पुरानी बस्ती शंकर नगर अशोका रतन अवंती विहार इस प्रकार अ_ारह मोहल्लों से महिला पुरुष बच्चे एवं मंडल के लगभग 120 युवा साथी सभी शामिल होंगे।
कांवड़ की व्यवस्था मंडल द्वारा सभी के लिए की गई है। रास्ते में फल प्रसादी चाय पानी की व्यवस्था एवं यात्रा समाप्ति के पश्चात भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी रखी गई है।
कावड़ यात्रा का शुभारंभ समाज के अध्यक्ष, महामंत्री विजय अग्रवाल मंडल के संरक्षक गण सुभाष अग्रवाल प्रकाश अग्रवाल रुपेश गोयल आनंद गोयल प्रमुख सलाहकार मनीष अग्रवाल के सानिध्य में प्रारंभ की जाएगी।
रायपुर, 30 जुलाई। श्री इमरान अमीन सिद्दीकी कार्यपालक निदेशक इंडियन बैंक ने 26.07.2022 को रायपुर शहर का दौरा किया श्री इमरान अमीन सिद्दीकी द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य के इंडियन बैंक स्टॉफ को संबोधित करने के लिए न्यू सर्किट हाउस में टाउन हॉल में बैठक आयोजित की गयी उन्होंने बैंक के विकास और छत्तीसगढ़ राज्य के आर्थिक विकास के लिए बेहतर ग्राहक सेवाओं पर भी जोर दिया।
उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में डिजिटलीकरण के महत्व पर जोर दिया इसलिये हमारे बैंक नें नवीनतम तकनीकी को अद्यतन किया गया है। बैठक श्री मनोज दास क्षेत्र महाप्रबंधक, भुवनेश्वर और श्री राजेन्द्र कुमार अंचल प्रमुख, रायपुर की उपस्थिति में आयोजित की गयी, जिसमें रायपुर सभी कर्मचारियों ने भौतिक रूप से बैठक में हिस्सा लिया और दुर्ग में मौजूद सभी शाखाओं तथा संपूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य के कर्मचारी बेवेक्स के माध्यम से बैठक में जुड़े।
27 जुलाई को एमएसएमई के तहत कृषि और रिटेल क्षेत्र में मेगा ऋण शिविर का आयोजन किया गया । इस मेगा ऋण शिविर में कार्यपालक निदेशक ने एमएसएमई के तहत आवेदकों को रिटेल, कृषि उत्पादों के लिये कुल 90 करोड़ रूपये की कुल स्वीकृतियां वितरण की गयी।
इसके अलावा कार्यपालक निदेशक ने छत्तीसगढ़ चैबर ऑफ कॉमर्स और अन्य ग्राहकों से बातचीत की एवं बेहतर ग्राहक सेवा का आश्वासन दिया।
रायपुर , 30 जुलाई। कलिंगा विश्वविद्यालय के फार्मेसी संकाय द्वारा ‘‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस’’ के अवसर पर 29 जुलाई को वेबिनार का आयोजन किया गया। उक्त वेबिनार में मुख्य वक्ता के रुप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक (म.प्र) के सहा. प्राध्यापक डॉ. के. श्रीनिवास राव उपस्थित थें।
उक्त वेबिनार में उपस्थित मुख्य वक्ता ने बताया कि ‘‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस’’ मनाने का मुख्य उद्देश्य वायरल हेपेटाइटिस के वैश्विक संकट के बारे में जागरूकता पैदा करता है। 1967 में नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ बारूक ब्लमबर्ग द्वारा हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज की गयी। उस वायरस के उपचार के लिए वैक्सीन विकसित की गयी।
यह मानव स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक घटना है। डॉ. के. श्रीनिवास राव ने हेपेटाइटिस, बीमारी के उपचार के पहलू, उनके प्रकार, सावधानियों, बीमारी में शामिल जटिलताओं के बारे में बताया। बीमारी के लिए एहतियाती उपाय के रूप में हमारे भोजन की आदतों में बदलाव पर बात की गई थी।
चिकित्सा विज्ञान की प्रगति के बाद भी पुराने हेपेटाइटिस के उपचार में एंटीवायरल दवाओं का प्रशासन शामिल होता है जिसके बदले में अत्यधिक दुष्प्रभाव भी होते हैं।
क्रोनिक हेपेटाइटिस के उपचार की खोज और निर्माण में आने वाली प्रमुख चुनौतियों में बदलती विशेषताएं शामिल हैं क्योंकि अधिकांश लैटिन अमेरिकी देशों में वायरल हेपेटाइटिस के समग्र अद्यतन जनसंख्या-आधारित महामारी विज्ञान अध्ययन अभी भी एक महत्वपूर्ण चुनौती है। यह बाधा क्षेत्र में स्वास्थ्य नीतियों को परिभाषित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
मुख्य वक्ता के द्वारा द्वारा बताई गई अन्य चुनौतियों में एचसीवी संक्रमण का निदान करना शामिल रहा। उन्होंने बताया कि इस रोग के लक्षण प्राय: दिखायी नहीं पड़ते हैं और यह कि व्यक्ति केवल तभी चिकित्सा की तलाश करते हैं जब वे लक्षण या यकृत रोग के लक्षण विकसित करते हैं।
बीमारी और उसके निदान से जुड़ी चुनौतियों के अलावा, नई दवा की खोज हेपेटाइटिस के इलाज में बाधा के रूप में एक प्रमुख भूमिका निभाती है।
उन्होंने बताया कि नई दवा की खोज में भारी निवेश के साथ-साथ समय का पहलू भी होता है, जिसके बाद भी सफलता की संभावना अनिश्चित होती है। विशेषज्ञ द्वारा शामिल एक अन्य महत्वपूर्ण बिंदु आयुर्वेद और पौधे आधारित औषधि पर आधारित वैकल्पिक दवा की आवश्यकता पर आधारित था।
हेपेटाइटिस सहित रोगों के उपचार के लिए फाइटो-फार्मास्युटिकल्स विकसित करने की आवश्यकता के कारण आयुर्वेद का विभिन्न रोगों के उपचार के लिए अभ्यास और परीक्षण किया जाता रहा है। पौधे आधारित दवा की आवश्यकता के लिए सहायक आवश्यकता पौधे आधारित दवा के मामले में पाए जाने वाले कम दुष्प्रभाव हैं। वार्ता में दवा विकास प्रक्रिया के बारे में स्पष्टीकरण के बारे में शामिल था, जो एक इंटरैक्टिव प्रश्नावली सत्र के साथ समाप्त हुआ, जिसने प्रतिभागी को अपने ज्ञान का विस्तार करने और हेपेटाइटिस के बारे में अपनी शंकाओं को दूर करने का मौका दिया।
उक्त आयोजन डॉ संदीप प्रसाद तिवारी (प्रिंसिपल) फार्मेसी संकाय के मार्गदर्शन में किया गया।उनके धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। उक्त कार्यक्रम का संचालन श्री प्रांजुल श्रीवास्तव (सहायक प्राध्यापक) और सुश्री सृष्टि नामदेव (सहायक प्राध्यापक) के द्वारा किया गया। आयोजन समिति में निम्नलिखित संकाय सदस्य श्री सुदीप मंडल, सुश्री रजनी यादव, श्री दीपेन्द्र सोनी, सुश्री खुशबू गुप्ता और श्री सौरभ शर्मा आदि शामिल थे।
कोरबा, 30 जुलाई। श्री अग्रसेन पब्लिक स्कुल में 31 वां स्थापना दिवस मनाया गया स्थापना दिवस के अवसर पर मंचीय कार्यक्रमों के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों भी अयोजित किये गये।
श्री अग्रसेन पब्लिक स्कुल ने 31 वां स्थापना दिवस मनाया गया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल उपस्थित हुये।
कार्यक्रम का शुभारंभ माता सरस्वती व महाराज अग्रसेन की पूजा अर्चना व दीपप्रज्जवलन के साथ कि गई। इस अवसर पर विद्यालय के द्वारा शाला नायक व शाला प्रतिनिधियों को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के द्वारा शपथ ग्रहण कराई।
श्री अग्रसेन शिक्षण समिति स्कुल के अध्यक्ष जयराम बंसल के द्वारा अपने उदबोधन में कहा कि 31 वर्ष पूर्व अग्रवाल सभा के द्वारा बच्चों कि शिक्षा संबंधीत निर्णय लिया गया।
बहुत ही कम समय में विद्यालय का निर्माण कार्य कराया गया हम चाहते है विद्यालय कोरबा में अपना अग्रम स्थान बनाये। इस अवसर पर अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्ष व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकुमार अग्रवाल ने अपने उदबोधन में कहा कि विद्यालय के 31 वां स्थापना दीवस के हार्दिक बधाई दी विद्यालय लगतार प्रगति कर रहा है।
समाज के द्वारा विद्यालय अपनी पहचान बनाये हुये है विद्यालय में लगातार बच्चों कि वृद्धि हो रही है विद्यालय के विकास में यह के कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान व उनके मेहनत है वे भी बच्चों कि पढ़ाई व उनके बोद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है>
इसके साथ ही श्री अग्रवाल ने कहा कि बच्चों अपनी सहयोग से हम कई तरह की सफलता हासिल कर सकते है सहयोग से ही हमें सफलता निश्चित हो जाती है और जीवन में उन्नति का मार्ग पर चल सकते है।
कार्यक्रम में कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं में विद्यालय में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान आने वाले विद्यार्थीयों को पुरूस्कार भी प्रदान किये गये साथ ही अपने महत्वपूर्ण संदेशों के साथ में लेकर नाटक व सास्कृतिक कार्यक्रम बच्चों के द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
नई दिल्ली, 29 जुलाई | भारत में 5जी युग की तैयारी के बीच, 5जी क्षमताओं वाले स्मार्टफोन का आधार 5 करोड़ को पार कर गया है। शुक्रवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। दूसरी तिमाही में 5जी स्मार्टफोन शिपमेंट शेयर कुल शिपमेंट का 29 प्रतिशत तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे अधिक है।
शोध विश्लेषक शिल्पी जैन ने कहा, "5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी और व्यावसायिक उपलब्धता से यूजर्स के बीच 5जी स्मार्टफोन अपनाने में तेजी आएगी।"
सरकार 5जी स्पेक्ट्रम के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की नीलामी के साथ 5जी तकनीक पेश करने में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है।
काउंटरपॉइंट की मार्केट मॉनिटर सेवा के लेटेस्ट शोध के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत का कुल स्मार्टफोन आधार 600 मिलियन (60 करोड़) को पार कर गया, क्योंकि शिपमेंट 9 प्रतिशत (ऑन-ईयर) बढ़ा, लेकिन 5 प्रतिशत (ऑन-क्वार्टर) गिरकर लगभग 37 मिलियन यूनिट तक पहुंच गया।
वार्षिक वृद्धि मुख्य रूप से दूसरी कोविड-19 लहर के कारण 2021 की दूसरी तिमाही में निचले आधार से प्रेरित थी।
त्रैमासिक गिरावट उपभोक्ता मांग को प्रभावित करने वाले मैक्रोइकॉनॉमिक हेडविंड के कारण थी।
वरिष्ठ शोध विश्लेषक प्रचिर सिंह ने कहा, "उपभोक्ता नई खरीदारी करने के बजाय अपने डिवाइस की मरम्मत करना या नवीनीकृत खरीदना पसंद कर रहे हैं। यह प्रवृत्ति प्रवेश और बजट खंडों में अधिक दिखाई दे रही है। मांग में इस गिरावट के कारण, लगभग सभी ब्रांड इन्वेंट्री मुद्दों का सामना कर रहे हैं।"
जून के अंत में, भारत का स्मार्टफोन बाजार 10 सप्ताह से अधिक की इन्वेंट्री पर बैठा था, जो सामान्य इन्वेंट्री आकार के दोगुने से अधिक है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है, "अपना खुद का ई-स्टोर, आईफोन एसई 2022 और अन्य मॉडलों पर ऑफर आने से आने वाली तिमाहियों में एप्पल के शिपमेंट को और बढ़ावा मिलेगा।"
स्मार्टफोन रिटेल एएसपी (औसत बिक्री मूल्य) में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उच्च मूल्य खंडों की बढ़ती हिस्सेदारी से प्रेरित था।
भारत का समग्र मोबाइल हैंडसेट बाजार 6 प्रतिशत (वर्ष दर वर्ष) बढ़ा, लेकिन तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत गिर गया।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि मुख्य रूप से उपभोक्ता मांग में गिरावट के कारण फीचर फोन बाजार में 17 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
(आईएएनएस)
रायपुर, 29 जुलाई। 75 वर्षीय वृद्ध महिला को रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। जिसे गंभीर संक्रमण के साथ सेप्सीस एवं इंफेक्टीव एंडोकार्डीयासिस (हृदय की लेयर्स मे संक्रमण) की बीमारी थी। इस संक्रमण का कारण यह था, कि उसे 6 वर्ष पहले हृदय मे पेस मेकर लगाया गया था।
यह संक्रमण खून मे फैल जाने के कारण सेप्सिस हो गया था। डॉ. जावेद परवेज, प्रतिष्ठित इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट (पेसमेकर विशेषज्ञ) की टीम ने मरीज की जॉच कर, उसकी स्थिति का आकलन किया। इसमें उन्हे पता चला कि, इस संक्रमण का मुख्य कारण पेसमेकर के तार (जिसे लीड कहा जाता है) की वजह से था।
इसके ऑपरेशन में मरीज के कमजोर स्वास्थ्य की कारण खतरा हो सकता था। इस बात को ध्यान में रखकर, विशेषज्ञो की टीम ने 6 वर्ष पुराने पेसमेकर की लीड को, बिना सर्जरी के निकालने का फैसला किया। इस प्रक्रिया में 3 घंटो का समय लगा, जिसमें विशेष उपकरणों की सहायता से कार्डियोलाजिस्ट की टीम ने, मरीज के शरीर से संक्रमित लीड को हटाने मे सफलता प्राप्त की।
डॉ. जावेद परवेज ने ‘प्रेस’ को बतलाया कि यह संक्रमण का एक दुर्लभ व जटिल मामला था, जिसमें मरीज की प्राण रक्षा के लिये पेसमेकर की लीड को निकालना जरूरी था। यह मध्यभारत क्षेत्र में जटिल लीड एक्सट्रेक्शन का पहला मामला था, जिसमें हमे सफलता मिली।
मरीज को जल्दी ही स्वास्थ्य लाभ होने के बाद एक सप्ताह में हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने पूरी टीम को इस सफलता के लिये बधाई दी और उनकी सराहना की।
उन्होने प्रेस को बताया कि लीड एक्स्ट्रेक्शन की प्रकिया अभी केवल महानगरों में ही की जाती है। लेकिन रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में, यह प्रकिया सफलतापूर्वक एवं सुरक्षित ढंग से कर, मरीज की प्राण रक्षा की गई जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
बालको, 29 जुलाई। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने साढ़े पांच दशकों में विश्वस्तरीय धातु उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता और उत्कृष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में मिसाल बनाई है। सामुदायिक विकास परियोजना के जरिए किसानों को आधुनिक खेती के अनेक आयामों से परिचित कराया है। बालको स्थानीय समुदाय के आर्थिक-सामाजिक विकास को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
कंपनी के सामुदायिक विकास परियोजना ‘मोर जल मोर माटी’ का प्रमुख उद्देश्य सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने, फसल उत्पादन में वृद्धि, किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों से अवगत कराने के साथ जल और मृदा प्रबंधन को उत्कृष्ट बनाना है। परियोजना का मुख्य घटक कृषि, जल प्रबंधन, पशुपालन, मत्स्य पालन, बाड़बंदी, वनोपज एवं वन संरक्षण और लाख की खेती शामिल है।
परियोजना 1200 एकड़ से अधिक भूमि के साथ 2000 किसानों तक अपनी पहुंच बना चुका है। 500 से अधिक किसानों ने आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाया है जिससे उनकी औसत वार्षिक आय के साथ-साथ उत्पादन में लगभग दो गुना वृद्धि हुई है।
तकनीकी सहयोग से लागत में 35 प्रतिशत की कमी आई है। आसपास के लगभग 60 प्रतिशत किसान आधुनिक कृषि तकनीकों का उपयोग कर रहे हैं। इस परियोजना से युवा कृषि को मुख्य व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित हुए हैं। मोर जल मोर माटी' पहल में लगभग 25 प्रतिशत लाभार्थी युवा किसान हैं।
बालको द्वारा कृषि उन्नयन को सदैव ही सर्वोपरि स्थान देने पर बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति ने कहा कि हमारे किसान देश के आर्थिक विकास के प्रमुख अंग हैं। कृषि और ग्रामीण विकास क्षेत्र में कंपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
बालको प्रशिक्षित किसानों ने जैविक खेती, कृषि नवाचार और नवीन तकनीकों की मदद से विभिन्न फसलों का उत्पादन बढ़ाने में सफलता पाई है। कृषि प्रोत्साहन परियोजना ‘मोर जल मोर माटी’ से किसानों को लाभ मिल रहा है। श्री पति कहा कि हम अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों किसानों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है।
स्थानीय किसानों को आत्मनिर्भर बनाने एवं उनकी आय में बढ़ोत्तरी करने हेतु बालको ने कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में संसाधन उपलब्ध कराए हैं। कृषि तकनीकों को बढ़ावा देने के लिए बालको की प्रतिबद्धता के अनुरूप बोरवेल (सौर संचालित), कुआं, तालाब, चेक डेम का निर्माण एवं नवीनीकरण के माध्यम से सुरक्षित सिंचाई को सुनिश्चित कर, बिजली और डीजल पंपों के माध्यम से सूक्ष्म सिंचाई।
ड्रिप सिंचाई प्रणाली और सौर संचालित पंपों को बढ़ावा देकर किसानों को जल प्रबंधन पालन के प्रति जागरूक किया है। सिस्टमेटिक राइस इंटेंसीफिकेशन (एसआरआई) और डीएसआर तकनीक से धान की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी, जैविक खेती तकनीक से रबी और साग-सब्जी के फसल तथा बाड़बंदी के माध्यम से फसल को जंगली जानवरों से बचाने में सहायक साबित हुआ है।
कृषि की अत्याधुनिक तकनीकों से ग्रामीणों को परिचित कराने के उद्देश्य से मॉडल एग्री-फार्म वेदांत एग्रीकल्चर रिसोर्स सेंटर (वीएआरसी) विकसित किया गया है। इसका संचालन कृषक उत्पादक संघ (एफ.पी.ओ.) द्वारा किया जाता है।
रायपुर, 29 जुलाई। पेटल्स ऐकेडमी केन्द्री न्यू रायपुर में हरेली के पावन अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस पर बच्चों के द्वारा पारम्परिक वेशभूषा में आरपा पेरी.. , हमन पढ़बो छत्तीसगढ़ीया जैसे गीतों में शानदार नृत्य की प्रस्तुति की गई , पेटल्स ऐकेडमी की संचालिका लीना सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा हरेली पर्व छत्तीसगढ़ के प्रथम पर्व के रूप में जाना जाता है।
जिसमें किसान अपने हल सहित समस्त औजारों की पूजा करते है व बैलों को सजा कर और खेतों कर पारम्परिक व्यंजन भी चढ़ाया जाता है , जो कि हमारे राज्य की एक अनूठी पहचान है।
हम सबको हरेली का पर्व बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मानना चाहिए। इस अवसर पर पेटल्स ऐकेडमी के अध्यक्ष प्रशांत सिन्हा सहित समस्त छात्रों व शिक्षकों की उपस्थिति रही।
छत्तीसगढ़ एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन चुनाव
रायपुर, 29 जुलाई। ओंकर सिंह को छत्तीसगढ़ एडवरटाइजिंग एजेंसी एसोसिएशन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, साथ ही नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।
कोरोना महामारी को देखते हुए एड एजेंसी के चुनाव अधिकारी दीपक जैन, संरक्षक शिवाजी मंथानी व अजय जैन ने चुनाव कराने का निर्णय लिया, जिसका सभी सदस्यों ने समर्थन किया।
इस चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए सभी सदस्यों ने एक मत से अनुभवी ओंकर सिंह को सर्वसहमति से अध्यक्ष नियुक्त किया। एटवरटाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के नव निर्वाचित अध्यक्ष ओंकार सिंह ने नई कार्यकारिणी गठित की।
इस नई कार्यकारिणी में संरक्षक अजय जैन, दीपक जैन, शिवाजी मंथानी, महासचिव अफसर खान, उपाध्यक्ष अनूप वर्मा, सहसचिव विजय घोष, कोषाध्यक्ष हसन नकवी, जनसंपर्क अधिकारी विरेन्द्र शुक्ला के अलावा अन्य सदस्य इंदिरा जैन, अतुल जैन, प्रवीण देशलहरा, राजीव पाठक, राजेश दुग्गड एवं उमेश बंशी शामिल हैं।
होडिंग के लिए भी पांच सदस्यों की कमेटी गठित की गई है जिसमें मनमोहन पारख, शिवाजी मत्थनी, अजय जैन, दीपक जैन, एवं विजय देशमुख शामिल हैं।
रायपुर, 29 जुलाई। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिस्थापनीय लक्ष्य के अंतर्गत 17 लक्ष्य की सूची निर्धारित की गई हैं। इसका एजेंडा है कि हमारी सोच जितनी ऊँची होगी हमारे लक्ष्य प्राप्ति उतनी आसान होगी।
इस विषय मे विद्यार्थियों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्राचार्य कर्नल अविनाश सिंह द्वारा जशपुर हॉल में व्याख्यान दिया गया।
इसी कड़ी में जेंडर इक्वलिटी की विचारधारा को सशक्त रूप देने के लिए आज विद्यालय में शिक्षक एवं विद्यार्थियों के बीच फुटबॉल सदभावना मैच अयोजित किया गया।
जिसमें दोनों पक्ष की टीम में शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्र-छात्राओं ने संयुक्त रूप से मैच खेला।
सैन फ्रांसिस्को, 29 जुलाई | ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन ने 2 बिलियन डॉलर का त्रैमासिक शुद्ध घाटा दर्ज किया, लेकिन इसके बावजूद मजबूत राजस्व और अमेजन वेब सर्विसेज (एडब्ल्यूएस) से इसके स्टॉक को घंटे के कारोबार में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी तिमाही में शुद्ध बिक्री 7 प्रतिशत बढ़कर 121.2 बिलियन डॉलर हो गई, जबकि पिछले साल की दूसरी तिमाही में यह 113.1 बिलियन डॉलर थी।
दूसरी तिमाही में शुद्ध घाटा 2 अरब डॉलर था, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में शुद्ध आय 7.8 अरब डॉलर थी।
कंपनी ने गुरुवार देर रात एक बयान में कहा कि दूसरी तिमाही में शुद्ध नुकसान में अमेजन के रिवियन ऑटोमोटिव में निवेश से गैर-परिचालन खर्चो में 3.9 बिलियन डॉलर का नुकसान शामिल है।
एडब्ल्यूएस ने 5.72 बिलियन डॉलर के राजस्व पर 19.74 बिलियन डॉलर की परिचालन आय की सूचना दी, जो एक साल पहले 14.81 बिलियन डॉलर के राजस्व पर 4.19 बिलियन डॉलर के परिचालन लाभ से ऊपर थी।
अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने कहा, "ईंधन, ऊर्जा और परिवहन लागत में निरंतर मुद्रास्फीति के दबाव के बावजूद, हम पिछली तिमाही में संदर्भित अधिक नियंत्रणीय लागतों पर प्रगति कर रहे हैं, विशेष रूप से हम पूर्ति नेटवर्क की उत्पादकता में सुधार कर रहे हैं।"
अमेजन ने अपने ई-कॉमर्स व्यवसाय में 101.5 बिलियन डॉलर के शुद्ध राजस्व पर 2.4 बिलियन डॉलर का परिचालन घाटा दर्ज किया।
उन्होंने कहा, "हम राजस्व में तेजी देख रहे हैं क्योंकि हम सदस्यों के लिए प्राइम को और भी बेहतर बनाना जारी रख रहे हैं, दोनों तेज शिपिंग गति में निवेश कर रहे हैं और अद्वितीय लाभ जोड़ रहे हैं।"
घंटों के कारोबार के बाद अमेजन के शेयरों ने 14 फीसदी बढ़त बनाई। (आईएएनएस)
दो शैक्षणिक संस्थाओं में रोपे 260 पौधे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 28 जुलाई। सीमान्त मुख्यालय (विशेष संकिया) सीमा सुरक्षा बल भिलाई ने छत्तीसगढ़ के महानिरीक्षक इंदराज सिंह के दिशा निर्देश पर वृक्षारोपण कार्यक्रम 2022 के तहत पर्यावरण को हरा भरा व सुरक्षित रखने के संदर्भ में भिलाई नगर स्थित सरस्वती शिशु मन्दिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-4 एवं महार्षि दयानन्द आर्य विद्यालय सेक्टर 6 भिलाई के परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान 260 फलदार एवं छायादार पौधे रोपे।
सीमा सुरक्षा बल नक्सल अभियान के साथ साथ पर्यावरण की सुरक्षा के लिए कृत संकल्प है। सीमा सुरक्षा बल हर साल बरसात के मौसम में अपने आसपास के इलाके में वृक्षारोपण का कार्य करती है।
अरविन्दर सिंह, उपमहानिरीक्षक (पीएसओ), सीमान्त मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल, भिलाई ने यह संदेश दिया कि वन एवं पर्यावरण हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, उन्हें संरक्षित रखना हमारा परम कर्तव्य है। सभी को इसके लिए बढ़ चढक़र हिस्सा लेना चाहिए तथा सभी को अपने आस पास ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाकर धरा को समृध्द बनाना चाहिए। इस शुभ अवसर पर सरस्वती शिशु मन्दिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेक्टर-4 भिलाई की प्राचार्या शुश्री संगीता पवार, शिवराम शुक्ला, समिति सचिव मनोज ठाकरे, सेल्यूट तिरंगा प्रदेश अध्यक्ष एवं महार्षि दयानन्द आर्य विद्यालय सेक्टर-6 के अध्यक्ष अवनी भूषण पूरण, प्रकाश कुमार पाण्डेय, उपप्रबन्धक शिक्षा विभाग सत्यनारायण स्वामी, सहायक उपप्रबन्धक शिक्षा विभाग उपस्थित रहे।