कारोबार
डॉ. अंकुल सिंघल
रायपुर, 5 दिसंबर। रामकृष्ण केयर अस्पताल ने बताया कि जोड़ प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. अंकुल सिंघल ने मिनीमम कट तकनीक द्वारा 105 किलो वाले मरीज का सफल रिवीजन नी-रिप्लेसमेन्ट (टीकेआर) परफॉर्म किया। इस सर्जरी की खास बात यह थी मरीज का वजन 105 कि.ग्रा. था। ज्यादा वजनी का ऑपरेशन ना सिर्फ कठिन होता है इसमें, इंफेक्शन की संभावनाएं अधिक होती है।
अस्पताल ने बताया किमरीज का प्राइमरी सर्जरी लगभग 15 वर्ष पहले हुआ था और लगभग 1 वर्ष तक चलने में भी तकलीफ हो रही थी तथा जोड़ भी लूज हो गया था। तत्पश्चात वह डॉ. सिंघल से मिली और उन्होंने मरीज का सफल रि-ऑपरेशन किया। आज मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है एवं अपनी सामान्य जीवन-यापन कर रहा है तथा उसका घुटना पूरी तरह ठीक हो गया है।
डॉ. सिंघल ने बताया कि रिवीजन नी रिप्लेसमेन्ट टीकेआर एक अपने आप में जटिल क्रिया है जिसमें कोई भी खराब घुटने को मिनीमम कट तकनीक द्वारा फिर से ठीक किया जाता है। यह रिवीजन नी रिप्लेसमेन्ट टीकेआर बहुत जटिल एवं काम्प्लेक्स होता है जिसको करने के लिये व्यापक ट्रेनिंग की जरूरत पड़ती है। डॉ. सिंघल ने इस सर्जरी के लिये विदेश जैसे इग्लैण्ड एवं अमेरिका में ट्रेनिंग लिया है।
डॉ. अंकुल सिंघल ने बताया कि मरीजों में उनके द्वारा इजात की हुई इस मिनिमम कट तकनीक से 8000 से भी ज्यादा सफल जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी की है। इस तकनीक से मरीजों की रिकवरी फास्ट होती है और जटिल से जटिल सर्जरी आसानी से की जा सकती है। इस तकनीक से मरीज न सिर्फ केवल कुछ घंटें बाद चल सकता है बल्कि अपनी सामान्य जीवन में तेजी से वापस लौट सकता है।
रायपुर, 5 दिसंबर। दिल्ली आईएएस अकादमी ने बताया कि सीजीपीएससी-2023 के परिणाम में दिल्ली आईएएस अकादमी के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन रहा। संस्थान के मुताबिक 242 पदों के लिए आयोजित परीक्षा में अकादमी से जुड़े 100 से अधिक छात्रों के चयन की संभावना है। टॉप-20 में 12 और टॉप-50 में 30 विद्यार्थी अकादमी के विभिन्न कोर्स से जुड़े हुए थे।
अकादमी ने बताया कि प्रमुख रैंकधारी में किरण राजपूत (रैंक-4), नंदिनी (रैंक-5), सोनल यादव (रैंक-6), शशांक कुमार (रैंक-8) और पुनीत वर्मा (रैंक-1) शामिल हैं। डिप्टी कलेक्टर, जिला आबकारी अधिकारी, लेखा अधिकारी और महिला बाल विकास अधिकारी सहित 25 नायब तहसीलदार और 16 सीटीआई के पदों पर चयन की संभावना है। संस्थान के संस्थापक और शिक्षाविद् सौरभ चतुर्वेदी ने विद्यार्थियों की सफलता में मार्गदर्शन का अहम योगदान दिया। उन्होंने बताया कि स्मार्ट स्टडी और समसामयिक घटनाओं पर आधारित रणनीति ही सफलता का मूलमंत्र है।
अकादमी ने बताया किअकादमी में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम दोनों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली कक्षाएं और अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जाती हैं।
रायपुर, 5 दिसंबर। भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर (भा.प्र.सं. रायपुर) ने बताया कि मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई में एक अभिनव और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
आईआईएम ने बताया कि इस समझौते के तहत, भा.प्र.सं. रायपुर मानव तस्करी के मूल कारणों, सामाजिक-आर्थिक प्रभावों और पीडि़तों की पुनर्वास आवश्यकताओं को समझने के लिए गहन अध्ययन करेगा। इस भारतीय प्रबंध संस्थान रायपुर साझेदारी के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में मानव तस्करी को कम करने के लिए व्यापक कार्य योजनाओं और डेटा-आधारित नीतियों का विकास किया जाएगा।
आईआईएम ने बताया कि अध्ययन के परिणाम सामाजिक हस्तक्षेप और कानून प्रवर्तन पहलों की प्रभावशीलता को बढ़ाएंगे। इस एमओयू के तहत मुख्य लक्ष्यों में शामिल हैं- छत्तीसगढ़ में मानव तस्करी के कारणों की पहचान करना। यह सुनिश्चित करना कि पुनर्वासित पीडि़त फिर से तस्करी का शिकार न बनें।
आईआईएम ने बताया कि मानव तस्करी को रोकने और विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को सहायता प्रदान करने के लिए एक मजबूत नीति तैयार करना। इन लक्ष्यों का उद्देश्य दीर्घकालिक समाधान सुनिश्चित करना है, जो पीडि़तों के सशक्तिकरण और पुनर्वास पर केंद्रित हैं। समारोह के दौरान अधिकारियों ने कहा कि यह सहयोग समाज के सबसे कमजोर वर्गों की सुरक्षा और सशक्तिकरण को मजबूत करेगा।
रायपुर, 5 दिसंबर। एसबीएच कॉस्मेटिक गायनेकोलॉजी अस्पताल ने बताया कि महिलाओं के स्वास्थ्य और उनकी समस्याओं को हल करने की दिशा में एक नई पहल शुरू की है। कॉस्मेटिक गायनोकोलॉजी एक नया और महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो महिलाओं को उनके शरीर के प्रति आत्मविश्वास महसूस करने में मदद करता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, महिलाओं के शरीर के आंतरिक अंगों में हुए बदलावों को सुधारा जा सकता है, जिससे वे फिर से पहले जैसी महसूस कर सकें।
अस्पताल ने बताया कि यह अस्पताल विशेष रूप से महिलाओं में योनि रिसाव (वजाइनल लीकेज), आंतरिक ढीलापन दांपत्य आनंद में कमी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करता है। यह एक आम लेकिन संवेदनशील समस्या है, जो कई महिलाओं को प्रभावित करती है। एसबीएच अस्पताल के स्मेटिक गायनेकोलॉजी विभाग में अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के साथ इस समस्या का सटीक निदान और प्रभावी उपचार उपलब्ध है।
अस्पताल ने बताया कि अस्पताल की निदेशक, डॉ. स्वाति महोबिया ने महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए इस विशेष सुविधा की स्थापना की है। डॉ. महोबिया ने कहा, हमारा उद्देश्य महिलाओं को उनकी समस्याओं के लिए न केवल चिकित्सा सहायता प्रदान करना है, बल्कि उनके आत्मविश्वास और जीवन की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाना है। कॉस्मेटिक गायनेकोलॉजी विभाग में महिलाओं की हर समस्या को गोपनीयता और संवेदनशीलता का पूरा ध्यान रखा जाता है साथ ही अस्पताल उन्नत सुविधाओं और अनुभवयुक्त डॉक्टरों की टीम से सुसज्जित है।
6 दिसम्बर को लॉन्च
रायपुर, 5 दिसंबर। रहेजा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय रहेजा ने बताया कि रहेजा ग्रुप अपने प्रीमियम रेसिडेंशियल प्लॉटिंग प्रोजेक्ट रहेजा निर्वाणा के तीसरे सीजन का भव्य शुभारंभ करने जा रहे हैं। राजधानी के कचना स्थित इस बेहतरीन प्लॉटिंग प्रोजेक्ट के तीसरे फेज़ का शुभारंभ 6.7 और 8 दिसंबर 2024 को किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट का सबसे बड़ा आकर्षण है यहाँ आने वाला मिनी वाटर पार्क जो कि पहली बार राजधानी रायपुर के किसी रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट में उपलब्ध होने जा रहा है। इस संबंध में मीडिया को अवगत कराने के लिए रहेजा ग्रुप द्वारा होटल लैंडमार्क में एक प्रेस संगोष्ठी का आयोजन कराया गया।
श्री रहेजा ने बताया कि रहेजा ग्रुप द्वारा निर्मित यह प्रोजेक्ट सभी आय वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए प्राइम लोकेशन पर प्रीमियम सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है। रहेजा निर्वाणा के नजदीक मल्टीस्पेशलिस्ट हॉस्पिटल्स, स्कूल, मॉल, एडवेंचर पार्क जैसी अनेक सुविधाएं है। साथ ही एयरपोर्ट और नेश्नल हाईवे, नया रायुपर, विधानसभा रोड से शानदार कनेक्टिविटी है जिसकी वजह से यह प्रोजेक्ट ग्राहकों के निवेश के लिए बिल्कुल सही है। रहेजा निर्वाणा-3 में आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ स्वच्छ वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता का संतुलन बनाया गया है। लोगों की सभी आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर बनाया गया यह शानदार प्रोजेक्ट है।
रहेजा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय रहेजा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में हम बच्चों के मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए पहली बार मिनी वाटर पार्क जैसी सुविधाएं लेकर आ रहे हैं, जिससे यह प्रोजेट्क एक सुंदर रिज़ॉर्ट की तरह महसूस होगा। रहेजा ग्रुप अपने क्वालिटी और समयसीमा में प्रोजेक्ट की डिलीवरी के लिए जाना जाता है। इसी भरोसे को कायम रखते हुए रहेजा निर्वाणा के तीसरे फेज को लेकर हम आए हैं और हमें पूरा विश्वास है कि लोगों का प्यार जो पहले और दूसरे फेज में हमें मिला वैसा ही प्रतिसाद हमें तीसरे फेज यानी तीसरे सीजऩ में भी मिलेगा।
रहेजा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय रहेजा ने बताया कि रहेजा निर्वाणा 3 में आपको शानदार लैंडस्केप्ड गार्डन्स, क्लब हाउस, स्पोर्टस फैसिलिटीज, जिम, योगा गार्डन, किड्स प्ले एरिया, स्विमिंग पूल, बास्केटबॉल कोर्ट जैसी अनके सुविधाएं मिलेंगी। यह प्रोजेक्ट रेरा रजिस्टर्ड एवं सभी शासकीय मानदंडों से अप्रूव्ड है। इस प्रोजेक्ट में श्री राम मंदिर का निर्माण भी किया गया है। इस मंदिर के स्थापना के साथ ही सर्वसुविधा युक्त रहेजा निर्वाणा के तीसरे सीजन की शुरुआत की जा रही है। रहेजा ग्रुप छत्तीसगढ़ के रियल एस्टेट सेक्टर में भरोसेमंद नाम है।
रहेजा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर संजय रहेजा ने बताया कि आज तक जितने भी प्रोजेक्ट इस ग्रुप ने मार्केट में लाए हैं उन्हें अपने ग्राहकों को पूरी गुणवत्ता के मापदंड पर खरा उतरते हुए निर्धारित समयसीमा के पहले ही पूरा कर के अपना भरोसा कायम किया है। इससे पहले रहेजा ग्रुप ने अनेक रेसिडेन्शियल और कामर्शियल प्रोजेक्ट्स की सौगात इस शहर को दी है। रहेजा निर्वाणा के पहले और दूसरे फेज को लोगों का भरपूर प्रतिसाद मिला है। शहर के भीड़-भाड़ और तेज रफ्तार की जिंदगी में हम सभी को अपने घर में सुकून और शांति की तलाश रहती है।
मुंबई, 5 दिसंबर । भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हरे निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में निफ्टी आईटी सेक्टर में खरीदारी देखी गई। सुबह करीब 9:41 बजे सेंसेक्स 103.11 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 81,059.44 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 21.20 अंक या 0.09 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,488.65 पर कारोबार कर रहा था। बाजार का रुख सकारात्मक रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,291 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 993 शेयर लाल निशान में थे। बाजार के जानकारों का कहना है कि अमेरिकी बाजार तेजी में है। फेड के प्रमुख पॉवेल ने टिप्पणी कि 'अर्थव्यवस्था अच्छी स्थिति में है' अमेरिकी बुल्स के लिए एक प्रेरणा है।
हालांकि, इस बात की चिंता है कि अमेरिका में वैल्यूएशन बढ़ रहा है। उच्च वैल्यूएशन की यह चिंता भारत के लिए भी बनी हुई है। उन्होंने कहा कि बुल मार्केट में वैल्यूशन बढ़ सकता है, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। एफआईआई की बिक्री के बारे में जानकारों ने कहा, "एफआईआई का खरीदार बनना बाजारों के लिए खासकर लार्ज कैप के लिए सकारात्मक है। बैंकिंग शेयरों में मजबूती से बैंक निफ्टी को अब तक के उच्चतम स्तर पर ले जाने की क्षमता है।" उन्होंने कहा कि इससे निफ्टी को भी ऊपर जाने में मदद मिल सकती है। निफ्टी बैंक 53.40 अंक या 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 53,213.50 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 94.15 अंक या 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,206.55 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 67.90 अंक या 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,241.45 पर था।
एक्सिस सिक्योरिटीज के अक्षय चिंचलकर ने कहा, "कल निफ्टी में लगातार चौथे दिन तेजी रही, यह सिलसिला 27 सितंबर के रिकॉर्ड शिखर से एक दिन पहले देखा गया था।" सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, टीसीएस, भारती एयरटेल, अल्ट्रा टेक सीमेंट, टाइटन, टेक महिंद्रा, अदानी पोर्ट्स, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक टॉप गेनर्स रहे। एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक और मारुति टॉप लूजर्स रहे। एशियाई बाजारों में चीन और जापान के बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। जबकि सोल, जकार्ता, बैंकॉक और हांगकांग लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। पिछले कारोबारी दिन अमेरिकी शेयर बाजार हरे निशान में बंद हुए थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 4 दिसंबर को 1,797 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 900 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 5 दिसंबर । दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने 1,00,000 डॉलर की ऐतिहासिक उछाल दर्ज की है। इसका श्रेय उद्योग विशेषज्ञ बाजार गतिशीलता, अमेरिका की ओर से दी जा रही नियामक स्पष्टता और बिटकॉइन ईटीएफ के जरिए इंस्टीट्यूशनल एडॉप्शन को देते नजर आए। बिटकॉइन 4.39 प्रतिशत की बढ़त के बाद 1,03,095 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। बिनेंस में क्षेत्रीय बाजारों के प्रमुख विशाल सचेंद्रन के अनुसार, दुनिया भर की सरकारें और संस्थान ब्लॉकचेन तकनीक को अपना रहे हैं, इससे क्रिप्टोकरेंसी बाजार में सकारात्मकता का संचार हुआ है। साथ ही डिजिटल एसेट को अपनाने और निवेश का मार्ग प्रशस्त हो रहा है।" उन्होंने कहा, "यह नया उत्साह निरंतर विकास के लिए तैयार एक मैच्योर इकोसिस्टम को दिखाता है।" यूएस स्ट्रैटेजिक बिटकॉइन रिजर्व और कॉरपोरेट ट्रेजरी इंटीग्रेशन को लेकर चर्चाएं इसे मुख्यधारा में लाए जाने का संकेत देती हैं।
सचेंद्रन ने कहा, "आने वाला साल बेहतर रेगुलेटरी फ्रेमवर्क, अधिक पारदर्शिता और डीईएफआई, टोकेनाइज्ड एसेट और ब्लॉकचेन इंटरऑपरेबिलिटी में इनोवेशन लाने को लेकर अहम होगा।" जेबपे के सीईओ राहुल पगिदिपति ने कहा कि बिटकॉइन अब प्रभावी रूप से दुनिया की टॉप 10 सबसे मूल्यवान संपत्तियों में से एक है, जो सोने को छोड़कर सभी वस्तुओं से ऊपर है और अधिकांश कंपनियों से अधिक है।
उन्होंने कहा, "क्रिप्टो बाजार का कुल पूंजीकरण भी 3.5 ट्रिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है, जो इस क्षेत्र में रुचि और व्यापक रूप से अपनाने के पैमाने को दर्शाता है।" डेवेरे ग्रुप के निगेल ग्रीन ने एक महीने पहले कहा था कि डोनाल्ड ट्रंप के फिर से चुनाव जीतने और संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के बाद बिटकॉइन 1,00,000 डॉलर तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा था, "मेरा मानना है कि 2025 की पहली तिमाही में बिटकॉइन 1,20,000 डॉलर तक पहुंच सकती है। डिजिटल गोल्ड के रूप में बिटकॉइन की तेजी को नजरअंदाज करना असंभव होता जा रहा है। इसे मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव और पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन के एक टूल के रूप में देखा जा रहा है।"(आईएएनएस)
मुंबई, 5 दिसंबर । भारतीय रिजर्व बैंक ने मोबाइल फोन के जरिए इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम को बढ़ावा देते हुए यूपीआई लाइट के लिए वॉलेट लिमिट को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये करने की घोषणा की है। इसके अलावा, प्रति ट्रांजैक्शन की लिमिट को भी 500 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया गया है। आरबीआई के अनुसार, यूपीआई लाइट के जरिए अब एक व्यक्ति को एक बार में अधिकतम 1,000 रुपये भेजे जा सकते हैं। रिजर्व बैंक सर्कुलर में कहा गया है, "यूपीआई लाइट के लिए बढ़ी हुई लिमिट प्रति लेनदेन 1,000 रुपये होगी और किसी भी समय कुल सीमा 5,000 रुपये होगी।" यूपीआई पेमेंट के लिए यूजर को यूपीआई पिन की जरूरत होती है।
यूपीआई लाइट के जरिए स्मार्टफोन यूजर को कम कीमत वाले लेनदेन बिना यूपीआई पिन के करने की सुविधा मिलती है। यूपीआई लाइट एक कस्टमर-फ्रेंडली अप्रोच है, जो कि रियल टाइम में बैंक के कोर बैंकिंग सिस्टम पर निर्भर नहीं रहती। यूपीआई लाइट व्यक्ति-से-व्यक्ति भुगतान, व्यक्ति-से-व्यापारी भुगतान और छोटे व्यापारी भुगतान के लिए ऑफलाइन लेनदेन को सपोर्ट करता है। यूपीआई लाइट के साथ यूजर को पेमेंट के लिए ऑफलाइन डेबिट की सुविधा मिलती है, लेकिन क्रेडिट के लिए ऑनलाइन रहना जरूरी है। अधिकांश यूपीआई मर्चेंट लेनदेन स्थिर या गतिशील क्यूआर कोड का इस्तेमाल करते हैं, जिसके लिए भुगतान पूरा करने के लिए प्राप्तकर्ता तक ऑनलाइन संदेश पहुंचना जरूरी है।
यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब आरबीआई उन टेक्नोलॉजी की पायलेट टेस्टिंग कर रहा है, जो उन स्थितियों में खुदरा डिजिटल भुगतान को सक्षम बनाती हैं, जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी कम है या उपलब्ध नहीं है। पिछली बार अक्टूबर में, आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति के हिस्से के रूप में इन यूपीआई पेमेंट लिमिट को एडजस्ट करने का इरादा जताया था। केंद्रीय बैंक ने विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर अपने बयान में कहा था, "ऑफलाइन डिजिटल मोड में छोटे मूल्य के भुगतान की सुविधा के लिए रिजर्व बैंक द्वारा जारी रूपरेखा, जिसके तहत यूपीआई लाइट को सक्षम किया गया है, में उचित संशोधन किया जाएगा।" -(आईएएनएस)
मुंबई, 4 दिसंबर । भारतीय शेयर बाजार बुधवार को पीएसयू बैंक और रियल्टी सेक्टर में खरीदारी के चलते हरे निशान में बंद हुए। निवेशकों की निगाहें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक पर टिकी हैं। एमपीसी शुक्रवार को रेपो रेट के बारे में फैसला सुनाएगी। केंद्रीय बैंक द्वारा सीआरआर में कटौती की संभावना के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव भरे सत्रों के बीच बैंकिंग शेयरों में तेजी आई।
सेंसेक्स 110.58 अंक या 0.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,956.3 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 10.30 अंक या 0.04 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,467.45 पर बंद हुआ। सीआरआर में कटौती की उम्मीद ने बैंकिंग शेयरों को चढ़ा दिया, जिससे बैंक निफ्टी सूचकांक में 1 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। वहीं, पीएसयू बैंकिंग सूचकांक ने अपने निजी क्षेत्र के समकक्ष से बेहतर प्रदर्शन किया, क्योंकि आरबीआई की मौद्रिक नीति बैठक की घोषणा से पहले निवेशक आशावादी हो गए। निफ्टी मिडकैप-100 इंडेक्स 603.40 अंक या 1.05 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 58,112.40 पर बंद हुआ। जबकि, निफ्टी स्मॉलकैप-100 इंडेक्स 170 अंक या 0.89 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 19,173.55 पर बंद हुआ। जानकारों के अनुसार, दक्षिण कोरिया की स्थिति के कारण एशियाई बाजारों में मिश्रित भावनाओं से उत्पन्न कुछ अस्थिरता के बावजूद घरेलू बाजार ने सकारात्मक रुख बनाए रखा। बाजार के जानकारों ने कहा, "व्यापक सूचकांकों ने मजबूत प्रदर्शन दिखाया, बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्रों ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया। इसके विपरीत, नवंबर के बिक्री परिणामों के मिश्रित रहने से ऑटो स्टॉक प्रभावित हुए। फेड चेयर का आगामी भाषण बाजार की भावनाओं को प्रभावित कर सकता है।"
सेक्टोरल फ्रंट में, निफ्टी पीएसयू बैंक, रियल्टी, फाइनेंशियल सर्विस, आईटी, मीडिया, प्राइवेट बैंक और पीएसई हरे निशान में बंद हुए। वहीं, निफ्टी ऑटो, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी, और इंफ्रा लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स पैक में एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व, टाइटन, टीसीएस, टेक महिंद्रा और बजाज फाइनेंस टॉप गेनर्स रहे। वहीं, भारती एयरटेल, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, मारुति, रिलायंस और आईटीसी टॉप लूजर्स रहे। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,383 शेयर हरे निशान और 1,582 शेयर लाल निशान में बंद हुए। जबकि, 105 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक दे के अनुसार, आरबीआई की मौद्रिक नीति घोषणा से पहले निवेशकों द्वारा सावधानी बरतने के कारण निफ्टी का पूरा दिन उतार-चढ़ाव भरा रहा। उन्होंने कहा, "24,700 से ऊपर का कदम निफ्टी की गति को जारी रख सकता है। इसके विपरीत, 24,350 से नीचे की गिरावट बाजार की धारणा को कमजोर कर सकती है।" -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 दिसंबर । भारत का किफायती आवास बाजार 2030 तक 67 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें क्यूमलेटिव मांग 31.2 मिलियन यूनिट होने की संभावना है। बुधवार को आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। नाइट फ्रैंक इंडिया और सीआईआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में किफायती आवास सेगमेंट की मौजूदा कमी और आगामी मांग 2030 तक 30.7 मिलियन यूनिट होने का अनुमान है। शहरीकरण और रोजगार के अवसरों जैसे कारकों के कारण, देश के शहरी केंद्रों में 22.2 मिलियन यूनिट आवास की आवश्यकता होगी।
रिपोर्ट में बताया गया है कि इस मांग का लगभग 95.2 प्रतिशत, जो 21.1 मिलियन यूनिट के बराबर है, किफायती आवास सेगमेंट में केंद्रित होगा। मांग का 45.8 प्रतिशत हिस्सा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के परिवारों के बीच केंद्रित होगा, क्योंकि पहले से ही 10.1 मिलियन इकाइयों की कमी है। भारत में किफायती आवास ऋण बाजार का वर्तमान पोर्टफोलियो 13 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जिसमें हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (एचएफसी) का हिस्सा 6.9 लाख करोड़ रुपये और शेड्यूल कमर्शियल बैंक (एससीबी) का हिस्सा 6.2 लाख करोड़ रुपये है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, "जैसे-जैसे शहरीकरण तेज होता है और आय का स्तर बढ़ता है, किफायती आवास देश के रियल एस्टेट परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की स्थिति में है।" उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर सार्वजनिक-निजी भागीदारी, नीतिगत हस्तक्षेप और निर्माण प्रौद्योगिकियों में प्रगति सहित इनोवेटिव रणनीतियों की आवश्यकता होगी, जिससे किफायती आवास न केवल एक सामाजिक अनिवार्यता बन जाएगा, बल्कि आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण चालक भी बन जाएगा। किफायती आवास की बढ़ती मांग के कारण इस कैटेगरी के ऋण बाजार में विस्तार होने का अनुमान है। भारत में प्रीमियम की तुलना में किफायती आवास सेक्टर में ऋण पर निर्भरता अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आवास क्षेत्र में बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (एचएफसी) के लिए वित्तपोषण अवसर 45 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 दिसंबर । फोनपे ने मंगलवार को डेंगू और मलेरिया के लिए एक नया और किफायती बीमा प्लान लॉन्च किया है, जिसकी शुरुआत सिर्फ 59 रुपये प्रति वर्ष से होती है। यह स्वास्थ्य बीमा प्लान डेंगू, मलेरिया और अन्य वायु व मच्छर जनित बीमारियों के लिए एक लाख रुपये तक का कवर प्रदान करता है। खासतौर पर टियर-2 और टियर-3 शहरों में रहने वाले लोग इस बीमा के जरिए सालभर किसी भी अप्रत्याशित मेडिकल खर्च से बच सकते हैं। यह प्लान 10 से अधिक बीमारियों को कवर करता है, जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, फाइलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, टाइफाइड, पल्मोनरी ट्यूबरक्लोसिस और मेनिन्जाइटिस।
इसमें अस्पताल में भर्ती, टेस्ट और आईसीयू में इलाज का खर्च भी शामिल है। अन्य बीमा योजनाओं की तरह यह प्लान केवल मानसून तक सीमित नहीं है। यह साल भर सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे फोनपे उपयोगकर्ता किसी भी समय बीमा का लाभ ले सकते हैं। इस प्लान को फोनपे ऐप पर तुरंत खरीदा, प्रबंधित और क्लेम किया जा सकता है। 100% डिजिटल प्रोसेस होने के कारण क्लेम जल्दी और आसानी से सुलझाए जाते हैं। यहां तक कि जिनके पास पहले से कॉर्पोरेट स्वास्थ्य बीमा है, वे भी इस प्लान को अतिरिक्त सुरक्षा के लिए चुन सकते हैं। फोनपे बीमा ब्रोकिंग सर्विसेज के सीईओ, विशाल गुप्ता ने कहा, “हमारा उद्देश्य बीमा को हर किसी के लिए सुलभ और किफायती बनाना है।
यह नया प्लान उपयोगकर्ताओं को पूरे साल व्यापक सुरक्षा प्रदान करने के हमारे संकल्प को दर्शाता है। इससे लोग स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों को बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं और आर्थिक बाधाओं से बच सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “हम डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर देश के लोगों को उनकी जरूरतों के हिसाब से बीमा समाधान प्रदान करना चाहते हैं, ताकि हर भारतीय को मानसिक शांति मिल सके।” यह बीमा फोनपे ऐप पर "इंश्योरेंस" सेक्शन में जाकर और "डेंगू और मलेरिया" विकल्प चुनकर खरीदा जा सकता है। उपयोगकर्ता प्लान की डिटेल्स, बीमा राशि और प्रीमियम विकल्प देख सकते हैं। पॉलिसीधारक की जानकारी भरकर और भुगतान प्रक्रिया पूरी कर के बीमा मिनटों में प्राप्त किया जा सकता है। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 दिसंबर । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) की बैठक बुधवार से शुरू हो गई है। इस बैठक में केंद्रीय बैंक की कोशिश आर्थिक विकास और महंगाई दर में बैलेंस स्थापित कर देश की अर्थव्यवस्था की गति को तेजी से आगे बढ़ाने पर होगा। जानकारों कहा है कि बैठक में एक बार फिर फोकस रेपो दर पर है जो पिछली नौ एमपीसी बैठकों से 6.5 प्रतिशत पर स्थिर है। इस बार भी यथावत रहने की संभावना है।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) अक्टूबर में 6.21 प्रतिशत था, जो आरबीआई के 4.8 प्रतिशत के अनुमान से अधिक था। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने अपने नोट में कहा कि आरबीआई के वृद्धि अनुमान में गिरावट और महंगाई दर के अनुमान में बढ़त होने की उम्मीद है। इस कारण रेपो रेट में कटौती की कोई संभावना नहीं है। बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, आरबीआई का लक्ष्य आर्थिक प्रगति से समझौता किए बिना महंगाई पर नियंत्रण करना है. ब्रोकरेज ने कहा, "भारत की जीडीपी मजबूत बनी हुई है।
ऐसे में विकास और महंगाई के बीच नीतिगत संतुलन महत्वपूर्ण होगा और एक 'न्यूट्रल' रुख एक संतुलित आर्थिक दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करेगा।" आगे कहा कि इस बैठक के नतीजे पर बाजार और विश्लेषकों की बारीकी से नजर रहेगी, क्योंकि यह विकास और महंगाई की जटिल गतिशीलता के प्रबंधन के लिए आरबीआई के दृष्टिकोण पर और मार्गदर्शन प्रदान करेगा। वित्त वर्ष 25 के लिए यह पांचवीं एमपीसी बैठक है। पिछली बैठक के दौरान आरबीआई ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा और अपना रुख "न्यूट्रल" कर दिया था। आरबीआई द्वारा आखिरी बार रेपो रेट में बदलाव फरवरी 2023 में किया गया था। उस समय केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इसके बाद से रेपो रेट यथावत बना हुआ है। -(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 दिसंबर । केंद्र सरकार ने बुधवार को जानकारी दी कि स्टेट लीगल मेट्रोलॉजी डिपार्टमेंट और सरकार के पोर्टल को एक यूनिफाइड नेशनल सिस्टम में इंटीग्रेट करने की तैयारी है। इसके लिए नेशनल लीगल मेट्रोलॉजी पोर्टल (ई-एमएएपी) को डेवलप किया जा रहा है। सरकार ने बताया कि इस पोर्टल की मदद से निष्पक्ष व्यापार और उपभोक्ताओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सकेगा। उपभोक्ता मामले विभाग की इस पहल का उद्देश्य लाइसेंस जारी करने, सत्यापन करने और प्रवर्तन और अनुपालन के मैनेजमेंट को आसान बनाना है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने कहा कि एक सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस बनाकर ‘ई-एमएएपी’ हितधारकों को कई राज्य पोर्टलों पर रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत को खत्म करता है, जिससे व्यापार करने में आसानी होती है और पारदर्शिता बनी रहती है। वर्तमान में, राज्य सरकारें पैकेज्ड वस्तुओं के रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस जारी करने और नाप-तौल इंस्ट्रूमेंट के वेरिफिकेशन/स्टैंपिंग के लिए खुद के पोर्टल का उपयोग कर रही हैं। हालांकि, प्रवर्तन गतिविधियां और अपराधों का समाधान की सुविधा ऑनलाइन नहीं मिलती है। इसलिए, उपभोक्ता मामले विभाग सभी राज्य पोर्टलों को ‘ई-एमएएपी’ में इंटीग्रेट कर रहा है, जिसमें प्रवर्तन सहित कानूनी माप विज्ञान के सभी कार्य शामिल होंगे और यूनिफाइड डेटा बेस प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
व्यापारियों और उद्योगों के लिए, यह अनुपालन बोझ को कम करता है, कागजी कार्रवाई को कम करता है और कानूनी माप विज्ञान अधिनियम, 2009 और उसके तहत बनाए गए नियमों के प्रावधानों का समय पर पालन सुनिश्चित करता है, जिससे एक पारदर्शी और अनुकूल कारोबारी माहौल बनता है। सरकार ने कहा कि पोर्टल से दक्षता और जवाबदेही को बढ़ावा देकर मैन्युफैक्चरिंग को भी काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसमें कहा गया है, "उपभोक्ताओं के लिए, ई-एमएएपी यह सुनिश्चित करता है कि व्यापार इंस्ट्रूमेंट सटीकता के लिए सत्यापित किए गए हैं, जिससे बाजार के लेन-देन में विश्वास बढ़ता है।
यह एक पारदर्शी कानूनी माप विज्ञान प्रणाली प्रदान करता है, जिससे प्रमाणपत्रों तक आसान पहुंच मिलती है और अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ती है।” यह निर्णय उद्योगों और उद्योग संघों एवं राज्य कानूनी माप विज्ञान विभागों के प्रतिनिधियों जैसे प्रमुख हितधारकों को शामिल करते हुए कई परामर्शों के बाद लिया गया। 'ई-एमएएपी' लाइसेंस जारी करने, रिन्यू करने और संशोधन करने जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को सरल बनाता है, साथ ही वजन और माप इंस्ट्रूमेंट, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और अपील आदि के वेरिफिकेशन और स्टैमपिंग को आसान बनाता है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 दिसंबर । सरकारी आंकड़ों के अनुसार, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के निवेश कोष में कुल राशि पिछले पांच वर्षों में दोगुनी से अधिक होकर वित्त वर्ष 2023-2024 में 24.75 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो 2019-20 में 11.1 लाख करोड़ रुपये थी। ईपीएफओ वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग द्वारा अधिसूचित निवेश के पैटर्न के अनुसार धन का निवेश करता है। ये निवेश निर्धारित पैटर्न के अनुसार डेट सिक्योरिटीज और एक्सचेंज-ट्रेडड फंड में किए गए हैं। 31 मार्च, 2015 को आयोजित केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी), ईपीएफ की 207वीं बैठक की मंजूरी के अनुसार, ईपीएफओ ने अगस्त 2015 से एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड में निवेश शुरू किया।
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने लोकसभा को बताया कि 31 मार्च, 2024 तक ईपीएफओ द्वारा प्रबंधित विभिन्न फंडों का कुल कोष 24.75 लाख करोड़ रुपये था। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "ईपीएफओ नियमित रूप से बीएसई-सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी-50 सूचकांकों को देखते हुए एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के माध्यम से इक्विटी बाजारों में निवेश करता है। इसके अलावा, ईपीएफओ ने समय-समय पर ऐसे ईटीएफ में भी निवेश किया है, जिन्हें विशेष रूप से भारत सरकार के निकाय कॉरपोरेट्स में शेयरधारिता के विनिवेश के लिए बनाया गया है।" केंद्रीय मंत्री द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, ईपीएफओ ने 2024-25 में अक्टूबर 2024 तक की अवधि के दौरान ईटीएफ में 34,207.93 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
ईपीएफओ बोर्ड ने सदस्यों की आय बढ़ाने के लिए ईटीएफ के लिए रिडेम्प्शन नीति को मंजूरी दी 30 नवंबर को श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में ईपीएफओ केंद्रीय न्यासी बोर्ड की बैठक में ईपीएफ योजना के 'ब्याज खाते' के लिए अधिक आय उत्पन्न करने के लिए सीपीएसई और भारत 22 में एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) निवेश के लिए रिडेम्प्शन नीति को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, नीति में न्यूनतम पांच साल की होल्डिंग, सरकारी प्रतिभूतियों से अधिक रिटर्न और सीपीएसई और भारत 22 सूचकांकों से अधिक प्रदर्शन अनिवार्य किया गया है। सीबीटी ने भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड द्वारा विनियमित सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू) प्रायोजित इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट)/रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (आरईआईटी) द्वारा जारी इकाइयों में निवेश के लिए दिशा-निर्देशों को भी मंजूरी दी। -(आईएएनएस)
बालकोनगर, 4 दिसंबर। बालको अस्पताल ने बताया कि बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) के सहयोग से समुदाय के लिए नि:शुल्क कैंसर जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया। कैंसर विशेषज्ञ के नेतृत्व में विभिन्न सत्रों का आयोजन तथा ओपीडी एवं मोबाइल कैंसर जांच वैन के माध्यम से स्क्रीनिंग की गई। इस अभियान के माध्यम से समुदाय में कैंसर संबंधित बीमारी के शीघ्र पहचान के बारे में जागरूकता बढ़ाई गई। कैंसर शिविर में 140 से अधिक समुदाय के सदस्यों एवं बालको कर्मचारियों ने परामर्श लिया। इन्हीं में से 33 लोगों की वैन की मदद से स्क्रीनिंग की गई।
अस्पताल ने बताया कि तीन दिवसीय कैंसर जांच एवं परामर्श शिविर में विभिन्न प्रकार के कैंसर स्तन, गर्भाशय सर्वाइकल, सिर एवं गर्दन के कैंसर की जांच तथा विशेषज्ञ परामर्श दी गई। मोबाइल कैंसर वैन में मैमोग्राफी, पैप स्मीयर टेस्ट, ब्रश साइटोलॉजी, एफएनएसी, वीआईए परीक्षण की सेवाएँ प्रदान करती है। जरूरत पडऩे मरीज को बालको मेडिकल सेंटर में रेफर करने की सुविधा। इसके साथ ही बीएमसी ने पिछले महीने स्तन कैंसर जागरुकता माह के दौरान शर्म छोड़ो, गाँठों पर बोलो थीम पर व्यापक अभियान चलाया।
स्मार्ट कम्प्यूटर रूम का उद्घाटन समारोह
रायपुर, 4 दिसंबर। शाला विकास समिति के अध्यक्ष हरख मालू ने बताया कि शहर की प्राचीनत्तम स्कूल माधवराव सप्रे उच्चतर माध्यमिक शाला को पीएमश्री योजना में शामिल कराए जाने की घोषणा रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने की, ताकि यहां के बच्चों को भी गुणवत्तापरख उच्च शिक्षा मिल सके। अगले सत्र से कॉमर्स आर्ट्स साइंस मैथ्स सहित सभी संकाय की सुविधा यहां होगी. इसके लिए सभी आवश्यक प्रकिया पूरा करने के निर्देश उन्होंने शाला परिसर में ही जिला शिक्षा अधिकारी श्री खंडेलवाल को दिए।
श्री मालू ने बताया कि स्मार्ट कंप्यूटर रूम के उद्घाटन अवसर पर उन्होने यह भी कहा कि जल्द ही यहां स्मार्ट लाइब्रेरी भी बनेगी। माधवराव सप्रे उच्चतर माध्यमिक शाला में नव निर्मित स्मार्ट कंप्यूटर रूम के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस स्कूल की अपनी अलग ही पहचान है। यहां से पढक़र निकले छात्रों ने अलग-अलग क्षेत्रों में नाम रौशन किया है। सन एंड सन ग्रुप के सहयोग से तैयार स्मार्ट कंप्यूटर रूम के लिए धन्यवाद देते हुए उन्होने कहा कि शिक्षा व सामाजिक सरोकार से जुड़े कई उल्लेखनीय कार्य इनके द्वारा किए गए हैं।
श्री मालू ने बताया कि स्मार्ट कंप्यूटर रूम तो बन गया है अब जल्द ही यहां स्मार्ट लाइब्रेरी भी बनाया जायेगा। नव निर्वाचित विधायक सुनील सोनी ने भी शाला के विकास में हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। शाला विकास समिति की ओर से सांसद बृजमोहन अग्रवाल और श्री सुनील सोनी व राजेंद्र शर्मा को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। स्वर्गीय लक्ष्मीकांत, स्वर्गीय कैलाशचंद्र व स्वर्गीय बृजमोहन शर्मा की स्मृति में सन एंड सन ग्रुप के सहयोग से यह स्मार्ट कंप्यूटर रुम साकार हो पाया है। यहां कुल 15 कंप्यूटर लगाये गए हैं। 30 छात्रों के बैठने की यहां व्यवस्था है। यह भी बता दें कि शाला के विस्तारीकरण योजना के लिए सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पिछले दिनों 50 लाख रुपए देने की घोषणा की थी। जिस पर जगह व ड्राइंग डिजाइन सब तैयार हो गया है,शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा।
श्री मालू ने बताया कि इस अवसर पर सन एंड सन ग्रुप शर्मा परिवार के राजेंद्र शर्मा, शाला विकास समिति की सचिव व प्राचार्य डा. अनूपमा श्रीवास्तव, सदस्य महादेव नायक व संतोष सोनी, प्रमित नियोगी, जिला शिक्षा अधिकारी खंडेलवाल, आत्मानंद स्कूल प्रभारी श्री पटले व विशिष्टजन उपस्थित थे।
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं होने पर लगेगा जुर्माना
रायपुर, 4 दिसंबर। ऑटोमोबाईल एसोसियेशन (फाडा) एवं डीलर्स एसोसियेशन (राडा) के संयुक्त तत्वाधान में चर्चा का आयोजन किया गया। इस चर्चा में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 2019 से पहले की गाडिय़ों के नम्बर प्लेट बदले जाएंगे। केंद्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 एवं केंद्रीय मोटर यान 1989 के प्रावधानों पर सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के परिपालन पर चर्चा की गयी। 1 अप्रैल 2019 से पहले विक्रय सभी वाहनों पर एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाने के लिए प्रदेश के सभी अधिकृत ऑटोमोबाइल डीलर को इसे लगाने के लिये अधिकृत किया गया है।
परिवहन सचिव एस. प्रकाश और उपस्थित अधिकारियों ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया के लिए 120 दिनों की समयावधि तय की गई है। ्र्रेनए वाहनों के अलावा 2019 के पूर्व खरीदे गए वाहन चालकों को अपने गाड़ी का नंबर प्लेट बदलवाने होंगे। दोपहिया वाहनों के लिए 365 रुपए, चारपहिया वाहनों के लिए 656 रुपए, तीन पहिया वाहनों के लिए 427 रुपए और व्यावसायिक वाहनों के लिए 705 रुपये शुल्क तय किया गया हैं।
इसके लिए गाड़ी मालिक चालक गाड़ी नंबर, चेसिस नंबर, इंजन नंबर और मोबाइल नंबर डालकर नंबर प्लेट बदलवाने के लिए आरटीओ की वेबसाईट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा परिवहन सेवा केंद्रों के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है।
सिक्योरिटी फीचर
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट में इंटरनेशनल रजिस्ट्रेशन कोड होता है।
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट में लेजर युक्त यूनिक सीरियल नंबर होता है।
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट में अशोक चक्र का 3ष्ठ होलोग्राम होता है।
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट की बाई और के ऊपरी कोने पर क्रोमियम बेस्ट होलोग्राम होता है।
इसमें भी काल आईडेंटिफिकेशन नंबर लेजर ऐड कोडेड होता है ।
इस हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में दो बॉन रियुजेबल लॉक होते हैं।
नई दिल्ली, 4 दिसंबर । भारत में एंट्री-लेवल निर्माताओं की देश के ग्रामीण इलाकों में बढ़ती पहुंच के साथ ग्रामीण खपत में बीते साल जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। इस उछाल के कारण भारत ने 2023 में चीन से ज्यादा दोपहिया वाहन बेचे। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में चीन में 16.6 मिलियन यूनिट दोपहिया वाहन बेचे गए, जबकि सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वाहन डेटाबेस के अनुसार कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए भारत में रजिस्टर्ड कुल दोपहिया वाहन 17.10 मिलियन थे।
सरकार ने 15 सितंबर, 2021 को ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी थी, जिसमें एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (एएटी) प्रोडक्ट के घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और ऑटोमोटिव मैन्युफैक्चरिंग वैल्यू चेन में निवेश आकर्षित करने के लिए 25,938 करोड़ रुपये का बजटीय खर्च शामिल है। केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में जानकारी दी कि 26 नवंबर तक, इस योजना के तहत पांच टू-व्हीलर ओरिजिनल इक्विप्मेंट मैन्युफैक्चरर्स (ओईएम) को मंजूरी दी गई है।
एएटी दोपहिया वाहन भी इस योजना के तहत निर्धारित बिक्री मूल्य पर 13 प्रतिशत से 18 प्रतिशत तक के प्रोत्साहन के लिए पात्र हैं। एडवांस केमिस्ट्री सेल (एसीसी) के निर्माण के लिए पीएलआई योजना को 18,100 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ 12 मई, 2021 को मंजूरी दी गई थी। इस योजना में 50 गीगावाट घंटे की क्यूमलेटिव एसीसी बैटरी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी स्थापित करने बात रखी गई है।
भारत में इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 15 मार्च को एसपीएमईपीसीआई को अधिसूचित किया गया था। इस योजना के तहत, स्वीकृत आवेदकों को देश में इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना के तहत 5 वर्षों के लिए 15 प्रतिशत की कम सीमा शुल्क पर पूरी तरह से बिल्ट-इन यूनिट का आयात करने की अनुमति दी जाएगी। केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि 28 नवंबर तक, पीएलआई-ऑटो योजना के तहत 82 स्वीकृत आवेदक हैं, जिनके पास पूरे भारत में कई मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं और इंजीनियरिंग रिसर्च और डिजाइन यूनिट हैं। -(आईएएनएस)
मुंबई, 3 दिसंबर । भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को हरे निशान में बंद हुए। कारोबार के अंत में पीएसयू बैंक और मीडिया सेक्टर में भारी खरीदारी देखी गई। अदाणी पोर्ट्स बीएसई के बेंचमार्क में टॉप गेनर के साथ 73.20 रुपये या 6.02 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,288.80 रुपये पर बंद हुआ। सेंसेक्स 597.67 अंक या 0.74 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,845.75 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50181.10 अंक या 0.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,457.15 पर बंद हुआ। पीएल कैपिटल के विक्रम कासट ने कहा, "भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांकों में मंगलवार को बढ़त दर्ज की गई, जिससे लगातार तीसरे सत्र में भी बढ़त जारी रही।
एशियाई बाजारों से सकारात्मक संकेतों ने निवेशकों की धारणा को बढ़ाया।" उन्होंने आगे कहा, "मुख्य रूप से मेटल और फाइनेंशियल स्टॉक में बढ़त दर्ज की गई, जो इस महीने के अंत में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा 25 आधार अंकों की दर में कटौती की उम्मीदों से प्रेरित थी। बाजार की व्यापकता मजबूत रही, जिसमें बढ़त वाले शेयरों ने गिरावट वाले शेयरों को पीछे छोड़ दिया।" निफ्टी मिडकैप-100, 508.15 अंक या 0.89 प्रतिशत की बढ़त के साथ 57,509 पर बंद हुआ। जबकि, निफ्टी स्मॉलकैप-100, 132.15 अंक या 0.83 प्रतिशत की बढ़त के साथ 19,003.55 पर बंद हुआ। एलकेपी सिक्योरिटीज के रूपक दे ने कहा, "निफ्टी में तेजी का एक और दिन देखने को मिला, क्योंकि सूचकांक 26,277 से 23,263 पर पिछली गिरावट के 38.20 प्रतिशत फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर से ऊपर चला गया।"
उन्होंने आगे कहा, "सूचकांक दैनिक चार्ट पर हाल के कंसोलिडेशन फेज से बाहर निकल गया है, जो तेजी की भावना में वृद्धि का संकेत देता है।" निफ्टी सेक्टोरल फ्रंट पर पीएसयू बैंक, मीडिया, मेटल, एनर्जी, इंफ्रास, पीएसई, कमोडिटीज, ऑटो, आईटी और फाइनेंशियल सर्विस हरे निशान में बंद हुए। वहीं, निफ्टी फार्मा और एफएमसीजी लाल निशान में बंद हुए। सेंसेक्स पैक में अदाणी पोर्ट्स, एनटीपीसी, एसबीआई, एक्सिस बैंक, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, टाटा मोटर्स और एचडीएफसी बैंक टॉप गेनर्स रहे। वहीं, भारती एयरटेल, आईटीसी, सनफार्मा, एशियन पेंट्स और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप लूजर्स रहे। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 3 दिसंबर । वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत हाई-वैल्यू प्रोडक्ट्स के निर्यात में दुनिया के शीर्ष दस देशों में शामिल हो गया है। आधिकारिक बयान के मुताबिक, कीमती पत्थरों के वैश्विक बाजारों में अपना प्रभुत्व स्थापित करने के बाद देश अब सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिकल उपकरणों के निर्यात में अपनी जगह बना रहा है। भारत का निर्यात प्रदर्शन देश की बढ़ती आर्थिक ताकत को दिखा रहा है।
भारत की ओर से इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर पर फोकस किए जाने के बेहतर परिणाम आए हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, देश से 2023 में इन उत्पादों का निर्यात बढ़कर 1.91 अरब डॉलर हो गया है, जो 2014 में 0.23 अरब डॉलर था। ग्लोबल मार्केट में भारत की हिस्सेदारी बढ़कर 1.40 प्रतिशत हो गई है। इस कारण इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर निर्यात में भारत दुनिया में नौवें स्थान पर आ गया है, जो कि पहले 2014 में 20वें स्थान पर था। बयान में आगे कहा गया है कि यह प्रगति दिखाती है कि सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला में देश की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है। कीमती और अर्ध-कीमती पत्थरों के निर्यात में भारत ने खुद को ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित किया है। इस कारण ग्लोबल मार्केट में देश की हिस्सेदारी बढ़कर 2023 में 36.53 प्रतिशत हो गई है, जो कि पहले 2014 में 2.64 प्रतिशत थी। इसकी एक्सपोर्ट वैल्यू 1.52 अरब डॉलर रही है।
इलेक्ट्रिक मोटर और जनरेटर के पुर्जों के निर्यात में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो 2023 में 1.15 अरब डॉलर तक पहुंच गई है और इसमें भारत की वैश्विक हिस्सेदारी 4.86 प्रतिशत है। इस कारण इलेक्ट्रिक मोटर और जनरेटर के पुर्जों के निर्यात में भारत की रैंकिंग छठे स्थान पर पहुंच गई है, जो कि 2014 में 21वीं थी। पेट्रोलियम के निर्यात में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। 2023 में यह बढ़कर 84.96 अरब डॉलर हो गया है, जो कि 2014 में 60.84 अरब डॉलर था। पेट्रोलियम निर्यात के वैश्विक बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़कर 12.59 प्रतिशत हो गई है। एग्रोकेमिकल सेक्टर में भी भारत के निर्यात में इजाफा हुआ है। 2023 में यह बढ़कर 4.32 अरब डॉलर हो गया है।
वैश्विक मार्केट में देश की हिस्सेदारी बढ़कर 10.85 प्रतिशत हो गई है, जो कि 2014 में 5.89 प्रतिशत थी। भारत के चीनी निर्यात में भी असाधारण वृद्धि देखी गई है, देश की गन्ना या चुकंदर से बनी चीनी के वैश्विक बाजार में हिस्सेदारी 2014 में 4.31 प्रतिशत से बढ़कर 2023 में 12.21 प्रतिशत हो गई है। इसका निर्यात मूल्य 2023 में 3.72 अरब डॉलर रहा है, जिससे भारत की दूसरे सबसे बड़े चीनी निर्यातक के रूप में स्थिति मजबूत हुई। भारत का कोल टार डिस्टिलेशन उत्पादों का निर्यात 2023 में 1.71 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जिससे वैश्विक बाजार में देश की हिस्सेदारी बढ़कर 5.48 प्रतिशत हो गई है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 3 दिसंबर । भारत में ऊर्जा खपत नवंबर 2024 में 5.14 प्रतिशत बढ़कर 125.44 अरब यूनिट्स (बीयू) रही। पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 119.30 बीयू था। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली। बिजली की मांग में वृद्धि अर्थव्यवस्था में होने वाली वाणिज्यिक और औद्योगिक गतिविधि के उच्च स्तर को दर्शाती है। आईसीआरए की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरुआती महीनों में वृद्धि में नरमी देखी गई थी, लेकिन पूरे साल की मांग में वृद्धि दर 5.5 से 6 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। मांग में गिरावट की वजह उच्च आधार और मानसून बारिश का प्रतिकूल प्रभाव को माना जा रहा है।
दिन में होने वाली उच्चतम आपूर्ति नवंबर 2024 में 207.42 गीगावाट रही है, जो पिछले साल समान अवधि में 204.56 गीगावाट थी। नवंबर में बिजली संयंत्रों में कोयले के स्टॉक में सुधार हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, बिजली संयंत्रों में कोयले के स्टॉक का स्तर 26 नवंबर तक 13 दिनों तक पहुंच गया, जो कि 31 अक्टूबर तक 11.6 दिनों तक था। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि हालांकि, स्टॉक मानक स्तरों से नीचे बना हुआ है, लेकिन एक साल पहले के आंकड़े से बेहतर है।
धीमी मांग वृद्धि और जल एवं परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से उत्पादन में सुधार के कारण भारतीय ऊर्जा एक्सचेंज (आईईएक्स) के डे-अहेड मार्केट (डीएएम) में औसत टैरिफ नवंबर 2024 में 3.3 रुपये प्रति यूनिट रहा, जो अक्टूबर 2024 के 3.9 रुपये प्रति यूनिट से काफी कम है। रिपोर्ट में बताया गया है कि नवंबर में हाजिर बिजली दरें तीन साल के निचले स्तर पर थी और यह 3 से 3.5 रुपये प्रति यूनिट के दीर्घकालिक ऐतिहासिक औसत के करीब थी। मई में बिजली की अधिकतम मांग लगभग 250 गीगावाट के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। इससे पहले 243.27 गीगावाट की सर्वकालिक उच्चतम मांग सितंबर 2023 में दर्ज की गई थी। (आईएएनएस)
रायपुर, 3 दिसंबर। मौसम में बदलाव के साथ इम्युनिटी को मजबूत करने बादाम का सेवन जरूरी हो गया है। कैलिफोर्निया आमंड्स, जिनमें 15 जरूरी पोषक-तत्व होते हैं। बादाम के कई तरह से उपयोग किया जा सकता है। ऋतिका समद्दर, रीजनल हेड- डायटेटिक्स, मैक्स हेल्थकेयर न बताया कि कैलिफोर्निया आमंड्स में प्रोटीन, फाइबर और हेल्थी फैट्स जैसे पोषक-तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। सेहत को उनसे मिलने वाले लाभों के बारे में व्यापक जानकारी दी। फूड सेफ्टी एण्ड स्टैण्डर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) बादाम को प्राकृतिक रूप से इम्युनिटी बढ़ाने के लिये डाइट में आवश्यक रूप से शामिल करने पर जोर देती है। इसमें विटामिन ‘ई’ प्रचुर मात्रा में होता है: बादाम में विटामिन ‘ई’ बहुत होता है। यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो पल्मोनरी इम्युन फंक्शन में सहयोग देता है और वायरस तथा बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमणों से सुरक्षा देता है।
रायपुर, 3 दिसंबर। टीवीएस 3 व्हीलर्स का एक्सक्लुजिव शोरूम देवपुरी मेन रोड लालपुर में स्थित साईं टीवीएस के संचालक ने बताया कि रियल व्हील्स शोरूम में अब ग्राहकों को टीवीएस 3 व्हीलर्स की खरीदी पर बीमा मुफ्त प्रदान किया जा रहा है। टीवीएस 3 व्हीलर्स के नए मॉडल्स किंग डीलक्स, किंग ड्यूरामैक्स प्लस,एवं किंग कार्गो का एक्स शोरूम कीमत 2,51,488/- रुपए से शुरू किया गया है। यह विशेष ऑफर केवल 30 नवंबर तक जारी रहेगी, इन ऑटो की बुकिंग प्रारंभ कर दी गई है इन ष्टहृत्र ऑटो में शानदार माइलेज कम प्रदूषण एवं शानदार प्रदर्शन का लाभ ग्राहकों को मिलता है। साईं टीवीएस में टीवीएस किंग का शानदार प्रदर्शन कर गाडिय़ों की डिलिवरी भी शुरू कर दी है।
रायपुर, 3 दिसंबर। कलिंगा यूनिवर्सिटी ने बताया कि बी.एड. प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए भव्य स्वागत समारोह आरंभ 2024 का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम छात्रों को विश्वविद्यालय के शैक्षणिक माहौल, परंपराओं और मूल्यों से परिचित कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया, जो उनके शैक्षणिक जीवन की नई शुरुआत का प्रतीक बना। कार्यक्रम की शुरुआत तिलक और आरती जैसे पारंपरिक स्वागत से हुई, जिसमें छात्रों का आत्मीयता से अभिनंदन किया गया।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि इसके बाद विश्वविद्यालय की उपलब्धियों और दृष्टिकोण को दर्शाने वाली एक प्रेरणादायक वीडियो प्रस्तुति दी गई।कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. संदीप गांधी (कुलसचिव), डॉ. राहुल मिश्रा (डीन, अकादमिक मामलों), डॉ. श्रृद्धा वर्मा (अध्यक्ष ,शिक्षा संकाय), और लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर (डीन, छात्र कल्याण) शामिल थे। सभी अतिथियों का औपचारिक परिचय और स्वागत किया गया।कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जो ज्ञान और प्रेरणा का प्रतीक था।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि डॉ. संदीप गांधी, (कुलसचिव) ने अपने स्वागत भाषण में छात्रों को विश्वविद्यालय के मिशन, दृष्टिकोण और अवसरों के बारे में जानकारी दी।डॉ. राहुल मिश्रा, डीन अकादमिक ने शैक्षणिक दिशा-निर्देशों पर एक प्रेरक सत्र आयोजित किया, जिसमें छात्रों को उनकी जिम्मेदारियों और विश्वविद्यालय के नियमों के बारे में बताया गया। डॉ. श्रृद्धा वर्मा, डीन शिक्षा संकाय, ने शिक्षा विभाग का परिचय दिया और विभाग के उद्देश्यों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि खेल निदेशक डॉ. डी. कालीदोस, डॉ. लुभावनी त्रिपाठी, डॉ. सरोज नैय्यर, डॉ. संजीव कुमार यादव, सुश्री हर्षा शर्मा, श्री गुलसन कुमार बेहरा, श्री प्रीतम, सुश्री अनामिका की गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की शोभा बढ़ा दी।
बालकोनगर, 3 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने बताया कि अपनी मासिक सुरक्षा पहल सुरक्षा संकल्प के तीन साल पूरा कर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस कार्यक्रम में कर्मचारियों और व्यावसायिक साझेदारों दोनों की भागीदारी शामिल है, जिसने संयंत्र में सुरक्षा प्रोटोकॉल को मजबूत करने और सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। परिणामस्वरूप संयंत्र परिसर के भीतर सुरक्षा मानकों में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है।
बालको ने बताया कि दिसंबर 2021 से आरंभ सुरक्षा संकल्प कार्यक्रम का उद्देश्य कोचिंग, कॉउंसिलिंग, मॉनिटिरिंग और त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने में निहित सुरक्षा संस्कृति का पोषण करना है। प्रत्येक महीने के पहले दिन आयोजित होने वाले व्यापक प्रशिक्षण सत्रों ने कर्मचारियों को कार्यस्थल पर रचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करते हुए सुरक्षा-प्रथम व्यवहार को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लगातार तीसरने वर्ष में आयोजित 36वें प्रशिक्षण में 1500 से अधिक कर्मचारियों और व्यावसायिक साझेदारों ने हिस्सा लिया। सभी इस पहल के माध्यम से सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने की दिशा में तीन वर्षों के समर्पित प्रयासों का जश्न मना रहे थे।
बालको ने बताया कि सुरक्षा संकल्प कार्यक्रम अपने संचालन के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई विभिन्न प्रकार की थीम को शामिल करता है। कंपनी सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में शिक्षित करने के साथ विभिन्न टीमों के भीतर सुरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कर्मचारियों को पुरस्कृत कर उन्हें प्रोत्साहित किया है। पुरस्कृत व्यक्ति अपने विभागों के भीतर सुरक्षा जागरूकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाई है और दूसरों को कार्यस्थल में सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया है।
बालको ने बताया कि बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि कंपनी में हम जीरो हार्म के अपने दृष्टिकोण का पालन पूरी प्रतिबद्धता के साथ करते हैं। सुरक्षा संकल्प’ एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने में सहायक रहा है जो हमारे कर्मचारियों और व्यावसायिक साझेदारों की भलाई को प्राथमिकता देने के साथ एक सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करता है। हम अपने सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने के लिए आधुनिक तकनीकों को अपना रहे हैं। इस पहल की निरंतरता और लगातार सुदृढ़ीकरण से सुरक्षा मानसिकता को विकसित करने तथा सुरक्षा व्यवहार में परिवर्तन लाने में सहायक साबित हुआ।
बालको ने बताया कि मजबूत सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करने के लिए कंपनी कई अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया है। जैसे- ऑगमेंटेड एंड वर्चुअल रिएलिटी आधारित प्रशिक्षण केंद्र, वीडियो एनालिटिक्स, सस्टेनेबेलिटी मोबाइल ऐप और ई-लर्निंग पाठ्यक्रम जैसे डिजिटलीकरण के माध्यम से कर्मचारियों को सुरक्षा संस्कृति से जोड़ा गया है। सुरक्षा क्षेत्र में बालको अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर की मदद से यातायात एवं सडक़ सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला सहित विभिन्न सुरक्षा कार्यों में बेहतर निर्णय लेने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस और डेटा अंतर्दृष्टि का लाभ उठा रहा है।
बालको ने बताया कि रियल टाइम डेटा की निगरानी, कोयला यार्ड में हॉट स्पॉट डिटेक्शन सिस्टम जैसी परियोजनाओं सहित एंड-टू-एंड डिजिटल डैशबोर्ड की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए थर्मल निरीक्षण का उपयोग करना शामिल है।