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विष्णु पोखरेल
जैसे-जैसे अयोध्या में बनाए गए राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का दिन क़रीब आ रहा है, वैसे – वैसे इस मंदिर में राम की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल से आईं शिलाओं को लेकर रुझान बढ़ता जा रहा है.
राम मंदिर के निर्माण का काम पूरा होने के बाद फरवरी में नेपाल के कालीगंडकी तट से दो शिलाएं अयोध्या लाई गईं थीं.
इन दो शिलाओं का वजन 14 और 27 टन था. कालीनदी तट से सङ्कलित इन शिलाओं को जनकपुर के जानकी मंदिर के माध्यम से अयोध्या भेजा गया था.
शुरुआत में इन शिलाओं से राम मूर्ति बनाए जाने की बात सामने आई. लेकिन बाद में पता चला कि इन शिलाओं को राम मूर्ति बनाने के लिए उचित नहीं पाया गया.
ख़बरों के मुताबिक़, कुछ संतों का मानना था कि इन पत्थरों को मूर्ति निर्माण में इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि कालीनदी की चट्टानों को तोड़ा नहीं जाना चाहिए क्योंकि वे शालिग्राम के बराबर हैं.
हालांकि, अयोध्या पहुंचे नेपाली प्रतिनिधियों के मुताबिक़, इन शिलाओं की तकनीकी जांच के बाद मूर्तिकारों ने कहा कि ‘ऐसी शिला से मूर्ति तराशना संभव नहीं है.’ इसके बाद दूसरे पत्थरों से मूर्तियां बनाई गयीं.
नेपाली प्रतिनिधियों के मुताबिक़, 27 टन वजनी शिला पर मूर्ति तराशने की कोशिश की गयी थी. क्योंकि 14 टन वजनी शिला को शालिग्राम माना गया.
लेकिन 27 टन वाली शिला भी उपयुक्त न पाए जाने के बाद दोनों शिलाओं को राम मंदिर निर्माण स्थल के पास रखा गया है.
भारतीय मीडिया के मुताबिक़, राम मंदिर के गर्भगृह में रखने के लिए देश की अलग-अलग जगहों से लाए गए पत्थरों से तीन मूर्तियां बनाई गई हैं.
इनमें से सबसे अच्छी मूर्ति का चयन कर उसे गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा.
अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर का काम देख रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा.
ट्रस्ट ने इसकी तैयारी के लिए मेहमानों को आमंत्रित करना शुरू कर दिया है.
मंदिर के गर्भगृह के निर्माण का काम चौबीसों घंटे चल रहा है और काम समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश-विदेश से ख़ास मेहमान अयोध्या पहुंचेंगे. नए मंदिर के लिए पुजारियों का चयन भी चल रहा है.
नेपाल से भेजी गई शिलाओं से मूर्तियां नहीं बनाए जाने के बाद बीबीसी ने नेपाल और भारतीय अधिकारियों से बात करके ये समझने की कोशिश की है कि ये शिलाएं कहां रखी गयी हैं और इनका किस तरह इस्तेमाल किया जा रहा है.
ये ख़बर लिखे जाने तक इन शिलाओं की स्थिति के बारे में कोई पुख़्ता जानकारी नहीं मिल सकी है.
लेकिन नेपाल से इन शिलाओं को अयोध्या भेजने का प्रस्ताव लाने वाले पूर्व उप-प्रधानमंत्री और पूर्व गृह मंत्री तथा नेपाली कांग्रेस के नेता बिमलेंद्र निधि ने बताया है कि उन्हें जानकारी मिली है कि पत्थरों को सुरक्षित रखा गया है.
उन्होंने कहा, ''उस शिला से मूर्ति बनाना उपयुक्त नहीं था, इसलिए मुझे जानकारी मिली है कि वह उस स्थान पर सुरक्षित रखा गया है जहां राम मंदिर बनाया जा रहा है.''
"भले ही मूर्ति न बनी हो, लेकिन कहा गया है कि पवित्र शिला को गरिमापूर्ण तरीके से मंदिर परिसर में स्थापित किया जाएगा ताकि लोग इसकी पूजा कर सकें."
अयोध्या से लोगों के लिए शादी के दिन जनकपुर के जानकी मंदिर में आने की प्रथा है.
उसी परंपरा को जारी रखते हुए, सुप्रीम कोर्ट द्वारा भारत के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ करने के बाद, नेपाल ने कालीगंडकी का शिलाएं भेजने का प्रस्ताव रखा.
बेनी नगर पालिका जहां से शिलाएं भेजे गए थे, वहां के मेयर सुरत केसी का कहना है कि ये शिलाएं कांग्रेस नेता बिमलेंद्र निधि की पहल पर भेजे गए थे और इन्हें मूर्तियां बनाने के लिए नेपाल से अयोध्या ले जाया गया था.
हालांकि, उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर दुख हुआ कि मूर्तियां नहीं बनी थीं.
उन्होंने कहा, "मैंने इन शिलाओं को भेजने वालों से कहा है कि अगर इन शिलाओं से मूर्ति नहीं बनी है तो उन्हें वापस लाया जाना चाहिए. इन शिलाओं से मूर्ति बनाए जाने का दबाव होने के बाद भी मूर्ति नहीं बनी.”
"हमारा कहना ये है कि इन शिलाओं को हमने जिस तरह भेजा है, उसके बाद उन्हें सम्मानपूर्वक जगह दी जानी चाहिए.”
शिलाओं को भेजने का फ़ैसला
नेपाल की ओर से प्रस्ताव भेजे जाने के बाद अयोध्या की राम मंदिर निर्माण समिति ने जानकी मंदिर को पत्र लिखकर शिलाएं उपलब्ध कराने को कहा.
इसके आधार पर ही नेपाल सरकार ने इन शिलाओं को भारत भेजने का औपचारिक फ़ैसला किया.
इसके बाद नेपाल के गंडकी प्रांत की सरकार ने जानकी मंदिर प्रबंधन के समन्वय से इन शिलाओं को अयोध्या भेजा गया.
इस प्रक्रिया में राम मंदिर निर्माण का काम देख रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अधिकारी भी नेपाल आए और इन पत्थरों को अयोध्या भेजे जाने से पहले उनकी पहचान करने के लिए कुछ दिनों तक रुके.
अधिकारियों ने बताया कि जब इन शिलाओं को अयोध्या भेजा गया था तो उनके साथ एक ताम्रपत्र भी भेजा गया था.
इसी ताम्रपत्र की तीन प्रतियां नेपाल की संघीय सरकार, गंडकी प्रांत की सरकार और जानकी मंदिर को भेजी गई हैं.
इस ताम्रपत्र में लिखा गया है कि इन शिलाओं को मूर्ति बनाने के लिए भेजा गया है.
गत साल के12 जनवरी की तारीख़ वाले इस ताम्रपत्र में लिखा है - ''नेपाल सरकार के समझौते एवं गंडकी प्रांत की सरकार के फ़ैसले के मुताबिक़ कालीगंडकी नदी के आसपास के क्षेत्र से (बेनी नगर पालिका वार्ड नंबर 6 ठूलोबगर) भारत में अयोध्या धाम की श्री रामलीला प्रतिमा के निर्माण के लिए म्याग्दीकी ओर से दो शिलाएं प्रदान की जाएंगी. मुख्यमंत्री श्री खगराज अधिकारी की ओर से जनकपुरधाम में जानकी मंदिर को प्रदान करने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है.''
शिला पर सरकारी अधिकारी क्या कहते हैं?
शिला भेजने वाली गंडकी राज्य सरकार की सामाजिक विकास मंत्री सुशीला सिंखडा से जब इस बारे में पूछा गया कि शुरुआत में मूर्ति बनाने के लिए भेजी गई थी और ताम्रपत्र में भी इसका जिक्र था, लेकिन अयोध्या पहुंचने के बाद मूर्ति नहीं बनी, तो उन्होंने इस पर अनभिज्ञता जताई.
उसने कहा, "मुझे अभी इस बारे में जानकारी नहीं है. मैं आपको बाद में इससे अवगत कराऊंगी.”
बीबीसी ने जनकपुर के जानकी मंदिर के पुजारी रामरोशन दास से भी इस बारे में पूछा.
हालांकि, उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें नेपाल से लिए गए पत्थरों की ताजा स्थिति की जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा, ''मैं इसके बारे में कुछ नहीं जानता.''
शिला का उपयोग कैसे किया जाता है?
नेपाल के कुछ प्रतिनिधियों का कहना है कि इन शिलाओं से भले भी मूर्ति का निर्माण न किया गया हो लेकिन उनकी शालिग्राम के रूप में पूजन किया जाएगा.
इन शिलाओं को भेजने की प्रक्रिया से जुड़े रहे कुलराज चालीसे ने बताया है कि उन्हें पता चला है कि इन शिलाओं को मंदिर परिसर में ही रखा जाएगा.
चालीसे को शालिग्राम का सांस्कृतिक महत्व समझने वाले विद्वानों में गिना जाता है.
उन्होंने कहा है कि ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया है कि छोटी शिला को शालिग्राम और बड़ी शिला को उसके आधार के रूप में स्थापित किया जाएगा.
हालांकि, बीबीसी उनकी ओर से दी गई जानकारी की ट्रस्ट के पदाधिकारियों से पुष्टि नहीं कर सकी है.
बीबीसी की ओर से ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से संपर्क करने की बार-बार कोशिशें असफल रहीं.
चालीसे के मुताबिक़, वह एक नेपाली भूविज्ञानी के साथ पिछली जून में अयोध्या गए थे जहां उन्होंने इस शिला की स्थिति को देखा था.
उनका कहना है कि जब मूर्तिकारों ने बड़ी शिला पर मूर्ति तराशने की कोशिश की तो पता चला कि वह ज्यादा कठोर नहीं है.
उन्होंने कहा कि ‘वह मानते हैं कि इन शिलाओं को सम्मानजनक ढंग से रखा जाएगा. लेकिन अगर मूर्तियां बनाने के लिए भेजी गई शिलाओं को दूसरे ढंग से इस्तेमाल किया जा रहा है तो सरकार को इसकी जानकारी देनी चाहिए.’
उन्होंने कहा, “इस शिला को जानकी मंदिर प्रबंधन की ओर से अयोध्या स्थित राम मंदिर को गोधुवा उपहार के रूप में दिया गया था जिसमें नेपाली करदाताओं का पैसा ख़र्च हुआ. बेटी को दिया गया दहेज वापस नहीं लिया जा सकता. लेकिन गोधुवा का किस तरह इस्तेमाल किया जा रहा है, उसके बारे में मैती पक्ष को अवगत कराना चाहिए.”
हालाँकि चालीसे का कहना है कि यदि मूर्ति बनाई जाती तो ये केवल मूर्ति बनकर रहने से चट्टान की पहचान मिट जाती, लेकिन इसे चट्टान के रूप में रखने से इसका महत्व बढ़ जाता है.
उन्होंने कहा, ''उन्होंने कहा है कि देवशिला को उसी सम्मान के साथ रखा जाएगा जैसे उसे लाया गया था.''
राम मंदिर बनाने का फैसला
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी थी.
साल 1992 में बाबरी मस्जिद को ढहा दिया गया था जिसके बाद हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष के बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लंबी क़ानूनी लड़ाई चली.
इसके बाद नवंबर 2019 में ऐतिहासिक फैसला सुनाया और आदेश दिया कि अयोध्या में विवादित ज़मीन पर मंदिर बनाया जाए.
इस फ़ैसले में ये भी शामिल था कि केंद्र सरकार मस्जिद के निर्माण के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड की पांच एकड़ वैकल्पिक जमीन उपलब्ध कराए. (bbc.com)
जनता दल यूनाइटेड के नेता केसी त्यागी ने शुक्रवार को कहा है कि पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर शाम पांच बजे से पहले कोई घोषणा नहीं होगी.
इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई ने त्यागी के हवाले से ख़बर देते हुए बताया था कि नीतीश कुमार पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष पद के लिए चुन लिए गए हैं.
हालांकि, त्यागी ने अपने रुख में बदलाव करते हुए बताया कि वह या कोई अन्य शख़्स इस मुद्दे पर टिप्पणी करने के लिए अधिकृत नहीं है.
इसके साथ ही जदयू नेता और बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा है कि ललन सिंह ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है, जिसे नीतीश कुमार ने स्वीकार कर लिया.
हालांकि, नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बारे में उन्होंने कहा कि इसका प्रस्ताव राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आ गया है.
उनके अनुसार, अभी राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी, अगर वो इस प्रस्ताव को अनुमोदित कर देगा, तो स्वाभाविक रूप से वो राष्ट्रीय अध्यक्ष हो जाएंगे. (bbc.com)
रायपुर, 29 दिसंबर। पूर्व मंत्री मो अकबर ने भाजपा सरकार से मांग की थी कि सरकार बन गई तो कवर्धा में रोहिंग्या मुसलमानों की बसाहट की जांच कराए। उनका कहना था कि भाजपा ने कवर्धा चुनाव के दौरान इनकी बसाहट के आरोप लगाए थे। इस चुनौती को स्वीकारते हुए भाजपा अब से कुछ देर में खुलासा करने जा रही है । भाजपा कार्यालय से जारी सूचना में कहा गया है कि
चार संगठन मिलकर कवर्धा राष्ट्रवादी जनविचार मंच के बैनर तले इस महत्वपूर्ण विषय पर रायपुर , प्रेस क्लब में आज शुक्रवार 12:30 बजे पत्रकार वार्ता आयोजित है। ।
-मोहर सिंह मीणा
जयपुर में 26 दिसंबर के तड़के गाड़ी से कुचलकर युवती की हत्या करने के मामले में पुलिस ने एक और गिरफ़्तारी की है.
इसके अलावा, देर रात तक शराब पिलाने के आरोप में होटल एवरलैंड के बार संचालक के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है.
जवाहर सर्किल थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बीबीसी से कहा, "मुख्य अभियुक्त मंगेश अरोड़ा के दोस्त गौरव को हत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ़्तार किया है. मंगेश को कोर्ट के समक्ष पेश कर दो जनवरी तक रिमांड पर लिया गया है."
मालवीय नगर एसीपी संजय शर्मा ने बीबीसी हिंदी को बताया, "मंगेश के दोस्त ने उन्हें उकसाया और कहा कि इतना गाली गलौच सुनकर जा रहे हो. उसके बाद मंगेश ने राजकुमार और युवती पर गाड़ी चढ़ा दी."
थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया, "मंगेश अरोड़ा के दोस्त जितेंद्र से घटना में उपयोग की गई गाड़ी और 9 लाख रुपए बरामद हुए थे. मंगेश को फरार करने में भी जितेंद्र ने सहयोग किया था. जितेंद्र से पूछताछ के बाद उन्हें ज़मानत मिल गई है. पूछताछ के लिए फिर उन्हें बुलाया जाएगा."
उनके अनुसार, "घटना के दौरान वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शी होटल स्टाफ और मृतक उमा सुतार ने बुक किए गए कैब के ड्राइवर से भी पूछताछ की जाएगी."
दलबीर सिंह बताते हैं, "घटना के दौरान अभियुक्त मंगेश अरोड़ा के साथ उनकी एक महिला मित्र भी साथ थीं. हमने उनकी पहचान कर ली है. जल्द ही उनसे पूछताछ की जाएगी."
पुलिस ने बार संचालक के खिलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करते हुए बार का लाइसेंस निरस्त करने के लिए जयपुर शहर के ज़िला आबकारी अधिकारी को पत्र लिखा है.
मंगलुरु, 29 दिसंबर। मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (एमआईए) प्राधिकारियों ने एक विमान में विस्फोटक होने का दावा करने वाला ई-मेल मिलने के बाद हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच की। पुलिस ने यह जानकारी दी।
आतंकवादी समूह होने का दावा करने वाले ‘फनिंग’ नाम के एक प्रेषक ने मंगलुरु समेत देश के कई हवाई अड्डों को मंगलवार रात को इसी प्रकार के ई- मेल भेजे थे।
ई-मेल में लिखा है, ‘‘आपके एक विमान में विस्फोटक हैं। आपके हवाई अड्डे में भी विस्फोटक हैं। विस्फोटक को छुपा कर रखा गया है और कुछ ही घंटों में इनमें विस्फोट हो जाएगा। मैं आप सभी को मार दूंगा। हम एक आतंकवादी समूह हैं जिसका नाम ‘फनिंग’ है।’’
हवाई अड्डे के प्राधिकारियों ने बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजकर 20 मिनट पर ईमेल देखा और शहर पुलिस को इस बारे में तुरंत सूचित किया। इसके बाद पुलिस ने हवाई अड्डे की विस्तृत तलाशी ली।
शहर के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने बताया कि अतिरिक्त जांच चौकी स्थापित करके हवाई अड्डे के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बम का पता लगाने और उसे निष्क्रिय करने वाले दस्ते ने सुरक्षा जांच की।
बाजपे के पुलिस निरीक्षक ने हवाई अड्डा प्राधिकारियों के साथ बैठक भी की। स्थानीय अदालत से अनुमति मिलने के बाद बाजपे पुलिस ने अडाणी हवाई अड्डे के प्राधिकारियों की एक शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 507 के तहत मामला दर्ज किया। (भाषा)
वाशिंगटन, 29 दिसंबर। विश्व की जनसंख्या पिछले साल सात करोड़ 50 लाख बढ़ी और नववर्ष के दिन कुल वैश्विक आबादी के आठ अरब से अधिक हो जाने का अनुमान है। अमेरिकी जनगणना ब्यूरो द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
जनगणना ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल दुनिया भर में जनसंख्या की वृद्धि दर एक प्रतिशत से कम रही। वर्ष 2024 की शुरुआत में दुनिया भर में हर सेकंड में 4.3 लोगों का जन्म और दो लोगों की मौत होने का अनुमान है।
अमेरिका की जनसंख्या की वृद्धि दर पिछले वर्ष 0.53 प्रतिशत थी, जो दुनिया भर की वृद्धि दर से आधी है। अमेरिका की आबादी इस साल 17 लाख बढ़ी और नववर्ष पर इसकी कुल जनसंख्या 33 करोड़ 58 लाख हो जाएगी।
‘ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन’ में जनसांख्यिकी विशेषज्ञ विलियम फ्रे ने कहा कि जनसंख्या में वृद्धि की मौजूदा गति यदि इस दशक के अंत तक बरकरार रही, तो 2020 का दशक जनसंख्या में बढ़ोतरी के लिहाज से अमेरिकी इतिहास में सबसे धीमी गति का दशक हो सकता है और 2020 से 2030 तक 10 साल की अवधि में वृद्धि दर चार प्रतिशत से कम रह सकती है।
एपी सिम्मी सिम्मी 2912 0818 वाशिंगटन (एपी)
पणजी, 28 दिसंबर। तटरक्षक (आईसीजी) ने गोवा के तट से लगभग 80 समुद्री मील दूर इतालवी ध्वज वाले क्रूज लाइनर कोस्टा सेरेना से एक भारतीय यात्री को बृहस्पतिवार को सफलतापूर्वक निकाला। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
आईसीजी के प्रवक्ता ने कहा कि क्रूज़ लाइनर ने दोपहर 3:20 बजे एक अलर्ट जारी कर दिल से संबंधित बीमारी से पीड़ित एक यात्री के लिए चिकित्सा सहायता मांगी।
उन्होंने कहा, “स्थिति की तात्कालिकता को समझते हुए, गोवा में आईसीजी समुद्री बचाव उप समन्वय केंद्र (एमआरएससी) ने तुरंत अभियान शुरू किया और समन्वय किया।”
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही एक आईसीजी इंटरसेप्टर बोट सी-158 को तुरंत कार्रवाई में लगाया गया, जो पहले से ही उस क्षेत्र में मौजूद थी।
अधिकारी ने बताया कि अत्यधिक सावधानी और विशेषज्ञता के साथ, क्रूज जहाज के चिकित्सा कर्मियों की सहायता से सी-158 ने मरीज को उसकी पत्नी और उसके साथ आई नर्स के साथ सुरक्षित निकाला और उसे पणजी के एक अस्पताल में भर्ती कराया। (भाषा)
पुणे, 28 दिसंबर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की कार्यकारी अध्यक्ष एवं बारामती से लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके सामने सत्ता और संघर्ष के दो विकल्प थे और उन्होंने संघर्ष का चयन किया।
सुले ने इंदापुर में एक सार्वजनिक बैठक में कहा, ‘‘मेरे पास दो विकल्प थे- सत्ता और संघर्ष। संघर्ष के पक्ष में मेरे पिता थे और सत्ता के पक्ष में (केंद्रीय गृहमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता) अमित शाह थे। मुझे सत्ता और संघर्ष के बीच चयन करना था। मैंने संघर्ष का चयन किया।’’
उन्होंने इस साल दो जुलाई को राकांपा में विभाजन का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा, ‘‘उस व्यक्ति को मत भूलिए जिसने आपको जन्म दिया है। किसी न किसी को तो सच कहना ही होगा। अगर हम सब डर गए तो देश में कोई लोकतंत्र नहीं रहेगा। आज हमारे साथ तोड़फोड़ की गई। कल आपका भी यही हश्र होगा।’’
अजित पवार और आठ विधायक एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए, जबकि सुले और कई अन्य ने पार्टी संस्थापक शरद पवार के साथ रहना स्वीकार किया।
सुले ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार को सूचित कर दिया है कि वह अगले 10 महीने तक बारामती में रहेंगी और मुंबई नहीं आएंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपने पति और बच्चों से कहा कि मैं अक्टूबर तक बारामती में रहूंगी। मैंने उनसे कहा कि मैं मुंबई नहीं आऊंगी और उनसे अपना ध्यान रखने के लिए कहा है।’’ (भाषा)
रायपुर 29 दिसंबर। राजधानी में सामूहिक आत्महत्या की खबर से सनसनी मच गयी। घटना रायपुर के मठपुरैना स्थित बीएसयूपी कॉलोनी की है, जहां में एक ही परिवार के तीन लोगों ने आत्महत्या कर लिया। घटना की सूचना पर टिकरापारा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं पुलिस जांच कर रही है।
मृतकों में लखन लाल सेन पिता भोज राम सेन उम्र 48 वर्ष, रानू सेन् पति लखन लाल सेन उम्र 42 वर्ष और पायल सेन पिता लखन लाल सेन् उम्र 14 वर्ष शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक ये सभी बीएसयूपी के ब्लॉक नंबर 2 कमरा नंबर 05 में रहते थे। पुलिस के मुताबिक तीनो ने एक ही पंखे के हुक से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस के मुताबिक लखनलाल सेन एक कारोबारी के यहां ड्राइवर था। पिछले तीन चार दिनों से पड़ोसियों ने पूरे परिवार को नहीं देखा था। इसी बीच सुबह से घर से तेज बदबू आने लगी। पहले तो लोगों को किसी अन्य चीज की बदबू लगी, लेकिन जैसे ही शाम हुई, बदबू और तेज हो गयी, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी । पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ा, तो घर के अंदर लोगों की लाश मिली। शव तीन से चार दिन पूुराना होना बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस की टीम जांच कर रही है। अभी आत्मतहत्या की वजह सामने नहीं आयी है। पुलिस के मुताबिक मृतक की तीन बेटियां थी, जिसमें से दो की शादी कर चुका था, जबकि तीसरी बेटी उसके साथ ही रहती थी।
क्रिकेटर शिखर धवन के अपने बेटे जोरावर से न मिल पाने के दुख को लेकर फ़िल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने उन्हें सांत्वना दी है. अक्षय कुमार ने धवन को हौसला रखने की सलाह दी है.
शिखर धवन के पोस्ट के जवाब में उन्हें टैग करते हुए अक्षय कुमार ने गुरुवार को सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर लिखा, "मैं इस पोस्ट को देखकर वाक़ई बहुत दुखी हो गया. बतौर एक पिता, मैं जानता हूं कि अपने बच्चे को न देख पाने या उनसे न मिल पाने से ज्यादा दुखद कुछ भी नहीं होता."
धवन का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने लिखा, "हौसला रख शिखर... हम जैसे लाखों लोग आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं कि आप जल्द से जल्द अपने बेटे से मिलें. भगवान भला करे."
क्या है मामला?
शिखर धवन ने 26 दिसंबर को अपने नौ साल के बेटे ज़ोरावर के जन्मदिन पर इंस्टाग्राम पर एक भावुक करने वाला पोस्ट लिखा था.
उस पोस्ट में उन्होंने अपने बेटे से न मिल पाने के दुख को व्यक्त किया, जिसकी सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा हुई.
धवन ने उस पोस्ट में अपने बेटे से कहा कि भले ही वो उनसे एक साल से नहीं मिले हैं लेकिन दिल से हमेशा वो उनके पास ही हैं.
अपनी पत्नी आयशा मुखर्जी का नाम लिए बिना उन्होंने बताया कि पिछले तीन महीने से उन्हें हर उस माध्यम पर ब्लॉक कर दिया गया, जिसके ज़रिए वे अपने बेटे ज़ोरावर से संपर्क कर सकते थे.
बेटे के लिए धवन ने ये लिखा था
धवन ने अपनी पोस्ट में लिखा, "तुमसे एक साल से नहीं मिला हूँ और अब तीन महीने से ज़्यादा समय से मुझे हर जगह से ब्लॉक कर दिया गया है. इसलिए मैं पुरानी तस्वीर ही पोस्ट करके शुभकामनाएं दे रहा हूं. मेरे बच्चे, जन्मदिन मुबारक हो."
"मैं सीधे तुमसे मिल नहीं सकता लेकिन दुनिया में टेलीपैथी नाम की भी चीज होती है, मैं तुमसे दिल से जुड़ा हुआ हूँ. मुझे तुम पर बहुत गर्व है, मुझे पता है कि तुम अच्छा कर रहे हो और अच्छे से बड़े हो रहे हो. पापा तुम्हें हमेशा याद करते हैं और तुमसे प्यार करते हैं. वो हमेशा सकारात्मक हैं. भगवान की कृपा से जब हम मिलेंगे तो तुम मुझे मुस्कान के साथ इंतज़ार करते पाओगे. नटखट बनो लेकिन हानि पहुंचाने वाला नहीं. लोगों की मदद करो, दयालु बनो, धैर्य रखना सीखो और मज़बूत बनो."
"तुम्हें न देखने के बाद भी मैं तुम्हें रोज़ मैसेज लिखता हूं, मैं उसमें तुमसे तुम्हारे रोज़ के जीवन के बारे में पूछता हूँ, तुम्हें बताता हूं कि मैं क्या कर रहा हूं.
बहुत बहुत प्यार ज़ोरा"
- पापा
अक्टूबर में हुआ था धवन का तलाक़
इससे पहले इस साल अक्टूबर में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने धवन और उनकी पत्नी आयशा के तलाक़ को मंज़ूरी दे दी थी. दोनों कुछ साल से एक दूसरे से अलग रह रहे थे.
कोर्ट ने कहा था कि शिखर धवन को उनके बेटे से सालों तक अलग रखकर पत्नी ने उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी. उसने मानसिक प्रताड़ना के आधार पर ही धवन को तलाक़ की इजाज़त दी.
कोर्ट ने धवन को उनके बेटे से भारत और ऑस्ट्रेलिया में मिलने की अनुमति भी दी थी. (bbc.com/hindi)
मिज़ोरम ने अपने राज्य में किसी भी मामले की जांच सीबीआई से कराने पर लगाई गई रोक हटा ली है.
राज्य के नए मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने गुरुवार को गज़ट में प्रकाशित इस निर्णय को पोस्ट करते हुए ये एलान किया.
उनके इस एलान का मतलब यह हुआ कि सीबीआई अब फिर से मिज़ोरम में किसी मामले की जांच कर सकती है.
मिज़ोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, "मिज़ोरम सरकार, मिज़ोरम राज्य में अपराधों की सीबीआई जांच पर सहमति देती है. हमारी सरकार अपने नागरिकों के कल्याण के लिए भ्रष्टाचार ख़त्म करने के लिए अडिग है."
मिज़ोरम के ताज़ा फ़ैसले के बाद सीबीआई को जांच की अनुमति वापस लेने वाले राज्यों की संख्या 10 से घटकर नौ रह गई है.
सीबीआई की स्थापना दिल्ली स्पेशल पुलिस इस्टैब्लिशमेंट (डीएसपीई) एक्ट, 1946 के तहत हुई है.
इस एक्ट की धारा 6 के अनुसार, किसी भी राज्य में सीबीआई तभी जांच कर सकती है, जब वो राज्य अपने यहां जांच की इजाज़त संस्था को दे.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कार्मिक मंत्रालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया था कि देश के 10 राज्यों ने अपने यहां सीबीआई से जांच कराने पर दी गई सहमति वापस ले ली है.
उनके अनुसार ऐसे राज्य हैं- पंजाब, झारखंड, केरल, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, मेघालय, तमिलनाडु और मिज़ोरम.
उन्होंने यह भी बताया था कि केंद्र सरकार का डीएसपीई एक्ट, 1946 की धारा 6 में संशोधन करने का कोई इरादा नहीं है. (bbc.com/hindi)
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का नाम ईडी की पीएमएलए केस की चार्जशीट में शामिल किए जाने पर कांग्रेस के नेताओं ने केंद्र पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस की रैली के लिए नागपुर पहुंचे लोकसभा में विपक्ष के अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "सरकार बदले की राजनीति में अंधी हो गई है. ये राजनीतिक प्रतिशोध के कारण हो रहा है."
मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि ज़मीन ख़रीद बिक्री के मामले में ईडी ने अपनी चार्जशीट में प्रियंका गांधी का नाम पहली बार शामिल किया है.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “अभी चुनाव से पहले देखिए ये क्या क्या करते हैं. अभी तो ये शुरुआत है. वो आज पहली बार थोड़े ही कर रहे हैं. जब भी चुनाव आता है वे इसी तरह के षड्यंत्र रचते हैं, रचने दीजिए."
कर्नाटक के कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने कहा, “उन्हें(भाजपा) लगता है कि हम जेल जाने से डरते हैं. किसी को कोई डर नहीं है. हमें क़ानून पता है. वे संस्थाओं का इस्तेमाल हमें डराने के लिए नहीं कर सकते. भारत और लोकतंत्र को बचाने के लिए हम संघर्ष कर रहे हैं.”
कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा की घोषणा के बाद ही ईडी की कार्यवाही पर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर लिखा, "चुनावों से पहले बीजेपी सरकार की धमकाने और बदले की राजनीति के नए निशाने पर प्रियंका गांधी हैं. भारत न्याय यात्रा की घोषणा के तुरंत बाद ईडी की कार्यवाही सिर्फ संयोग नहीं है."
क्या है मामला
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरियाणा के फ़रीदाबाद में एक ज़मीन खरीद बिक्री के मामले में दायर चार्जशीट में प्रियंका गांधी का नाम शामिल किया है.
चार्जशीट के अनुसार, 2006 में एक रीयल इस्टेट एजेंट एचएल पाहवा से फ़रीदाबाद में पांच एकड़ कृषि ज़मीन खरीदी गई और 2010 में उसे उन्हीं को बेच दिया गया.
एएनआई ने ईडी के हवाले से कहा है कि फ़रीदाबाद के अमीपुर गांव में पहवा से ज़मीन ख़रीदी गई थी. इसी रीयल इस्टेट एजेंट से प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने अमीरपुर गांव में 2005-2006 के दौरान 40.08 एकड़ के क़रीब तीन ज़मीन ख़रीदी और दिसम्बर 2010 में उन्हें ही बेच दिया.
ईडी ने अपने पहले की चार्जशीट में रॉबर्ट वाड्रा का नाम शामिल किया था. (bbc.com/hindi)
क़तर की जेल में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों की सज़ा-ए-मौत को क़तर की अदालत ने कम कर दिया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, “दहरा ग्लोबल केस मामले में आज क़तर की अदालत का आदेश आया है, जिसमें सज़ा को कम कर दिया गया है. हमें पूरे आदेश का इंतज़ार है. क़तर में हमारे राजदूत और अन्य अधिकारी सज़ा पाए लोगों के परिजनों के साथ आज अदालत में मौजूद थे.”
बयान के अनुसार, “शुरू से ही हम उन लोगों के साथ खड़े हैं और हम उन्हें कांसुलर और क़ानूनी मदद पहुंचाई जाएगी. हम इस मामले को क़तरी प्रशासन के साथ भी उठाएंगे.”
क्या है मामला
सितंबर 2022 में क़तर सरकार ने 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को गिरफ़्तार किया था. मार्च में इन पर जासूसी के आरोप तय किए गए थे.
गिरफ़्तार किए गए आठ भारतीय नागरिक नौसेना के पूर्व अधिकारी हैं और क़तर की दाहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टिंग सर्विसेज़ कंपनी में काम करते थे.
ये कंपनी सबमरीन प्रोग्राम में क़तर की नौसेना के लिए काम कर रही थी. इस प्रोग्राम का मक़सद रडार से बचने वाले हाईटेक इतालवी तकनीक पर आधारित सबमरीन हासिल करना था.
कंपनी में 75 भारतीय नागरिक कर्मचारी थे. इनमें से अधिकांश भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी थे. मई में कंपनी ने कहा था कि वो 31 मई 2022 से कंपनी बंद करने जा रही है.
जासूसी के आरोप में गिरफ़्तार आठ कर्मचारियों को पहले ही बर्ख़ास्त कर दिया गया और उनके वेतन का हिसाब-किताब भी कर दिया गया.
बीते मई में क़तर ने कंपनी को बंद करने का आदेश दिया और इसके लगभग 70 कर्मचारियों को मई 2023 के अंत तक देश छोड़ने का निर्देश दिया.
भारतीय मीडिया और अन्य ग्लोबल मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़, इन पूर्व नौसैनिकों पर आरोप है कि उन्होंने कथित तौर पर अति उन्नत इतालवी पनडुब्बी को ख़रीदने से संबंधित क़तर के ख़ुफ़िया कार्यक्रम के बारे में इसराइल को जानकारी दी थी. यानी इन नौसैनिकों पर इसराइल के लिए जासूसी करने के आरोप भी लगाए जा सकते हैं. (bbc.com/hindi)
दिल्ली पुलिस ने एक 25 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर को पाँच सितारा होटल के साथ पाँच लाख रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोप में गिरफ़्तार किया है.
अभियुक्त का नाम मृणांक सिंह है, जो हरियाणा के फ़रीदाबाद के रहने वाले हैं. वह हरियाणा के लिए अंडर-19 क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके हैं. पुलिस के अनुसार मृणांक सिंह ने दावा किया है कि वह आईपीएल में भी एक टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई की ख़बर के अनुसार मृणांक सिंह पर कई लग्ज़री होटलों और उसके मैनेजरों के साथ खुद को आईपीएस बताकर ठगी करने का आरोप है. इन ठगे गए लोगों में एक जाने-माने भारतीय क्रिकेटर का नाम भी है.
पुलिस ने बताया कि अभियुक्त अलग-अलग तरीकों से खुद को आईपीएस अधिकारी बताते हुए पाँच सितारा होटलों और रिज़ॉर्ट्स के साथ ठगी कर रहे थे. उन्होंने खुद को आईपीएल की एक टीम का खिलाड़ी बताया और अपने 'स्टारडम' का इस्तेमाल कर कई महिलाओं को ठगा.
सिंह ने खुद को अंतरराष्ट्रीय स्पोर्ट्स ब्रांडों का एंबेसेडर बताकर खेल का सामान बेचने वाले कई शोरूमों में भी ठगी की. पुलिस ने ये भी कहा कि सिंह ने कई भारतीय क्रिकेटरों के साथ करीबी का भी दावा किया.
पुलिस के अनुसार 22 अगस्त 2022 को दिल्ली के चाणक्यपुरी पुलिस थाने में सेंट्रल दिल्ली के एक पांच सितारा होटल के डायरेक्टर ऑफ़ सिक्योरिटी की ओर से शिकायत की गई. शिकायत में ये कहा गया कि खुद को क्रिकेटर बताकर मृणांक सिंह 22 से 29 जुलाई तक होटल में रहे.
वह होटल का 5.53 लाख रुपये का बिल चुकाए बिना ही वहां से चले गए. जब उनसे पेमेंट करने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि स्पॉन्सर बिल भर देंगे. इसके बाद होटल ने अपने बैंक डिटेल शेयर किए.
कैसे खुला मामला?
होटल को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से दो लाख रुपये भेजे गए लेकिन इसका यूटीआर नंबर संदिग्ध लगा. इसके बाद होटल ने सिंह और उनके मैनेजर गगन सिंह से संपर्क किया.
मृणांक सिंह ने कहा कि वो अपने ड्राइवर के हाथों कैश भेज देंगे लेकिन कोई नहीं आया.
उनसे कई बार संपर्क साधने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने होटल को हर बार फर्ज़ी वादा किया और गलत जानकारियां दी.
इसके बाद चाणक्यपुरी थाने में आईपीसी की धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया.
जाँच के दौरान ये पता लगा कि उन्हें जिस पते पर नोटिस भेजा गया वहां मृणांक सिंह हैं ही नहीं. उनका मोबाइल फ़ोन स्विच्ड ऑफ़ था.
पुलिस ने बताया कि मृणांक सिंह के ख़िलाफ़ गैर-ज़मानती वारंट और लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया.
उन्हें बुधवार को इंदिरा गांधी हवाईअड्डे से उस समय गिरफ़्तार किया गया जब वह हॉन्ग-कॉन्ग जाने की कोशिश कर रहे थे.
हिरासत में लिए जाने के बाद भी सिंह ने जाँच अधिकारियों को आईपीएस ऑफिसर बनकर प्रभावित करने की कोशिश की. सिंह को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है. (bbc.com/hindi)
कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवसपर महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित पार्टी की मेगा रैली 'हैं तैयार हम’ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्री स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर देश को पीछे ले जाने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, "आज़ादी से पहले हिंदुस्तान की जनता, महिलाओं के कोई अधिकार नहीं थे. छुआछूत थी, यह आरएसएस की विचारधारा है. ये हमने बदला है और वे फिर इसे वापस लाना चाहते हैं, हिंदुस्तान आज़ादी से पहले जहां था वे वहां उसे लौटाना चाह रहे हैं."
राहुल गांधी ने कहा, "एक तरफ युवाओं पर आक्रमण किया जा रहा है और दूसरी तरफ हिंदुस्तान के 2-3 अरबपतियों को देश का पूरा धन दिया जा रहा है. डेढ़ लाखयुवाओं को हिंदुस्तान की सेना और वायु सेना के लिए चुन लिया गया था. मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लागू की और इन युवाओं को आर्मी और वायु सेना में नहीं आने दिया गया."
उन्होंने कहा, "देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है, लोगों को लगता है कि यह राजनैतिक लड़ाई है, जो सही है लेकिन इस लड़ाई की नींव विचारधारा है. बहुत सारी पार्टियां एनडीए और इंडिया गठबंधन में है लेकिन लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है."
रैली में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "केवल कांग्रेस पार्टी ही देश को एकजुट रख सकती है और गांधी परिवार ने हमेशा कांग्रेस को एकजुट रखा है. कांग्रेस पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता किसी भी स्तर तक पहुंच सकता है. यह पार्टी की व्यापकता को दर्शाता है."
कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सोनिया गांधी की तबीयत ठीक नहीं है इसलिए वो रैली में शामिल नहीं हो रही हैं और प्रियंका गांधी भी नहीं पहुंच रही हैं. (bbc.com/hindi)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है कि लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल बीजेपी के ख़िलाफ़ लड़ाई की अगुवाई टीएमसी करेगी.
उत्तरी 24 परगना ज़िले में पार्टी कार्यकर्ताओं की एक मीटिंग में उन्होंने कहा, "इंडिया गठबंधन पूरे देश में भगवा कैंप के खिलाफ़ लड़ेगा जबकि पश्चिम बंगाल में बीजेपी के ख़िलाफ़ लड़ाई की अगुवाई टीएमसी करेगी."
कांग्रेस को लेकर ममता का बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा की घोषणा हुई है. यह यात्रा 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू होकर 14 राज्यों में होते हुए मार्च में मुंबई पहुंचेगी.
ममता बनर्जी ने कहा कि 'बीजेपी विपक्षी नेताओं पर चोर का ठप्पा लगा रही है और उसने देश को सेंट्रल एजेंसियों द्वारा संचालित लोकतंत्र में तब्दील कर दिया है.'
बांग्लादेश सीमा के जुड़े इलाक़े में लोगों के साथ जुड़ने के अभियान के दौरान ममता बनर्जी ने बीजेपी पर राजनीतिक लाभ के लिए नागरिकता के मुद्दे को तोड़ने मोड़ने का आरोप लगाया.(bbc.com/hindi)
आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह के ख़िलाफ़ मंगलवार को अहमदाबाद की मेट्रोपॉलिटन कोर्ट ने प्रोडक्शन वारंट जारी किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षिक डिग्री को लेकर उनकी टिप्पणी को लेकर मानहानि के एक मामले में ये आदेश दिया गया है.
एडीशनल चीफ़ मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट एसजे पांचाल की अदालत ने यह आदेश जारी किया.
संजय सिंह के वकील ने कोर्ट को बताया कि दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद रहने के कारण उनके मुवक्किल की ओर से उन्हें कोई निर्दश नहीं मिले हैं.
संजय सिंह को दिल्ली में कथित शराब घोटाले से संबंधित लॉन्ड्रिंग केस में बीते 5 अक्टूबर को गिरफ़्तार किया गया था. तबसे वो तिहाड़ जेल में बंद हैं. (bbc.com/hindi)
इसरो चेयरमैन एस सोमनाथ ने गुरुवार को कहा कि ख़ुफ़िया सूचनाएं इकट्ठा करने के लिए भारत अगले पांच साल में 50 सैटेलाइट लॉन्च करेगा.
इन सैटेलाइट को अलग अलग कक्षाओं में स्थापित किया जाएगा और हज़ारों किलोमीटर के दायरे में सेना की गतिविधि और तस्वीरों को लेने की इनकी क्षमता होगी.
आईआईटी बॉम्बे की ओर आयोजित सालाना साइंस एंड टेक्नोलॉजी कार्यक्रम टेकफ़ेस्ट के दौरान उन्होंने कहा कि ऐसे सैटेलाइट का होना महत्वपूर्ण है जो बदलावों को पहचान सकें ताकि आर्टीफ़िशियल इंटेलिजेंस द्वारा डेटा विश्लेषण की क्षमता को बढ़ाया जा सके.
ये सैटेलाइट देश की सीमाई इलाक़ों और पड़ोसी क्षेत्रों पर नज़र रखने में सक्षम होंगे. (bbc.com/hindi)
राजस्थान में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी हत्याकांड के कथित शूटर रोहित राठौड़ के घर पर बुलडोज़र चलाने की कार्रवाई की गई है.
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार मोहर सिंह मीणा अनुसार, राठौड़ की अवैध संपत्ति पर जयपुर निगम ने बुलडोजर चलाया है.
जयपुर के खातीपुरा इलाके में सुंदरवन कॉलोनी में किया गया अवैध निर्माण ग्रेटर नगर निगम ने तोड़ दिया. इस दौरान मौक़े पर भारी पुलिस बल मौजूद था.
राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जयपुर में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी.
श्याम नगर इलाक़े में उनके घर मिलने के बहाने आए तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं.
इस घटनाक्रम में एक हमलावर की भी मौत हो गई थी.
बीते 12 दिसम्बर को पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया था. (bbc.com/hindi)
मद्रास हाई कोर्ट ने एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि इस्लामिक क़ानून एक पति को बहुविवाह का अधिकार तो देता है लेकिन उन्हें अपनी सारी पत्नियों के साथ एक समान व्यवहार करना पड़ता है.
जस्टिस आरएमटी टीका रमण और जस्टिस पीबी बालाजी की पीठ ने क्रूरता के आधार पर शादी को निरस्त करने के एक फ़ैमिली कोर्ट के आदेश को भी बरक़रार रखा. फ़ैमिली कोर्ट के आदेश के ख़िलाफ़ पति ने हाई कोर्ट का रुख किया था.
बेंच ने माना कि इस मामले में पति और उसके परिवार ने पहली पत्नी को प्रताड़ित किया. इसके बाद शख्स ने दूसरी शादी कर ली और फिर दूसरी पत्नी के साथ ही रहने लगा.
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, " उन्होंने (पति) ने अपनी पहली और दूसरी पत्नी के साथ एक जैसा व्यवहार नहीं किया, जो इस्लामिक क़ानून के तहत ज़रूरी है. इस्लामिल कानून के अंतर्गत पति एक से अधिक शादी कर सकता है लेकिन उसे अपनी सभी पत्नियों के साथ एक समान व्यवहार करना होगा."
वहीं, मामले में पत्नी ने अपने पति, सास और ननद पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगाया था. महिला ने कहा कि जब वह गर्भवती थीं, तब उनके पति और ससुरालवालों ने उनकी देखभाल नहीं की और उन्हें ऐसा खाना दिया गया जिससे उन्हें एलर्जी थी. महिला ने कहा कि जब उनका मिसकैरिज हुआ तो उनकी ननद ने उन्हें प्रताड़ित किया.
पति ने इन सभी आरोपों को खारिज किया. लेकिन कोर्ट ने सभी उपलब्ध सामग्रियों को रिकॉर्ड पर लेने के बाद ये माना कि पत्नी अपने आरोपों को साबित करने में सफल रही.
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, "हमारी नज़र में पति ने दोनों पत्नियों के साथ एक जैसा व्यवहार नहीं किया और पहली पत्नी ने साफ़ तौर पर ये दिखाया कि उनके पति ने क्रूरता की और उनका भरण-पोषण नहीं कर सके. इसलिए हम फ़ैमिली कोर्ट की ओर से शादी को रद्द करने के फ़ैसले को सहित मानते हैं और इसमें कोई दखल देने की ज़रूरत नहीं है."(bbc.com/hindi)
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफ़े की अटकलों के बीच पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज (शुक्रवार को) नई दिल्ली में होने जा रही है.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के साथ राष्ट्रीय परिषद की बैठक भी रखी गई है.
इन बैठकों में शामिल होने के लिए जदयू के अधिकतर शीर्ष नेता गुरुवार को ही नई दिल्ली पहुंच चुके हैं.
मौजूदा राजनीतिक हालात के कारण इस बैठक का महत्व काफ़ी बढ़ गया है.
राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म है कि पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह अपने पद ले इस्तीफ़ा देने वाले हैं. हालांकि ललन सिंह ने इस ख़बर को कोरी अफ़वाह क़रार दिया.
गुरुवार को उन्होंने कहा कि ये राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की नियमित बैठक है.
ललन सिंह के मीडिया पर आरोप
उन्होंने मीडिया पर भाजपा के इशारे पर नैरेटिव सेट करने का आरोप लगाया.
ललन सिंह ने तंज़ कसते हुए कहा, "हमें जब इस्तीफ़ा देना होगा तो आप लोगों को बुला लेंगे और परामर्श कर लेंगे. परामर्श करने के बाद इस्तीफ़ा में क्या-क्या लिखना है, वो भी आप लोगों से आग्रह करेंगे."
उन्होंने मीडिया पर बीजेपी के इशारों पर चलने का आरोप लगाते हुए कहा, "हम आप लोगों को दोष नहीं दे रहे हैं. आप मजबूर हैं. आप का जो मैनेजमेंट बीजेपी के नियंत्रण में है. बीजेपी जो नैरेटिव सेट करती है, उस पर आपका मैनेजमेंट आपको निर्देश देता है और आपको उसे फॉलो करना है. आप मजबूर हैं."
उनके अनुसार, "नीतीश कुमार इस पार्टी के सर्वमान्य नेता हैं. जनता दल यूनाइटेड एक है, एक रहेगा. आप, आपका मैनेजमेंट और बीजेपी चाहे जितना प्रयास कर लें, आपको कुछ नहीं मिलने वाला."
जदूय के प्रवक्ता केसी त्यागी ने बताया कि गुरुवार को 11.30 बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी और 3.30 बजे राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी. उसमें जो प्रस्ताव आएंगे, उस पर चर्चा की जाएगी.(bbc.com/hindi)
परम पूज्य औघड़ संभव राम जी (गुरुपद) से ग्रहण किया आशीर्वाद
प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की
रायपुर, 28 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज जशपुर प्रवास के दौरान सोगड़ा आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने मां काली की प्रतिमा का विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री साय ने परमपूज्य अवधूत भगवान राम जी की प्रतिमा के दर्शन किए तथा सोगड़ा आश्रम के वर्तमान उत्तराधिकार परम पूज्य औघड़ संभव राम जी (गुरुपद) से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती रायमुनी भगत और श्रीमती गोमती साय सहित सर्वश्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, कृष्णा राय, राजू गुप्ता तथा श्रद्धालु मौजूद थे।
जशपुर नगर जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थापित सोगड़ा आश्रम लोगों की आस्था का केंद्र है। विश्वप्रसिद्ध इस आश्रम का दर्शन करने पूरी दुनिया से लोग यहां पर आते हैं। परमपूज्य अवधूत भगवान राम जी इस आश्रम के संस्थापक के साथ ही श्री सर्वेश्वरी समूह, बाबा भगवान राम ट्रस्ट और अघोर परिषद ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष भी रहे हैं।
अयोध्या (उप्र), 28 दिसंबर। राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता राम विलास वेदांती ने उत्तर प्रदेश सरकार से पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को आगामी 22 जनवरी को अयोध्या स्थित राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में लाने की व्यवस्था करने का आग्रह किया है।
वेदांती ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘राम जन्म भूमि आंदोलन में लाल कृष्ण आडवाणी का बहुत बड़ा योगदान है। ऐसे में जब रामलला विराजमान हो रहे हैं तो आडवाणी अपनी आंखों से ऐसा होते हुए देखें। यह देश की नहीं बल्कि पूरे विश्व के हिंदुओं की इच्छा है। भाजपा आज जहां है वहां तक पहुंचाने में अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का बहुत बड़ा योगदान है।’’
पूर्व सांसद ने कहा कि आडवाणी ने सोमनाथ से अयोध्या तक अपनी रथ यात्रा के जरिए राम मंदिर आंदोलन में हिंदुत्व की अलख जगाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि जब रामलला विराजमान हों और उनका अभिषेक किया जा रहा हो, उस वक्त उत्तर प्रदेश सरकार खासकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आडवाणी को गर्भगृह तक लाने की व्यवस्था करनी चाहिए।’’
गौरतलब है कि राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चम्पत राय ने हाल ही में कहा था कि ट्रस्ट ने अधिक उम्र और खराब स्वास्थ्य को देखते हुए आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में नहीं आने का अनुरोध किया था, जिसे दोनों ने स्वीकार भी कर लिया था।
इसे लेकर विवाद उठने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने आडवाणी को प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया था। (भाषा)
रायपुर, 28 दिसंबर। राखी पुलिस ने फर्जी तरीके से आम मुख्तियार नामा बनाकर नवा रायपुर में जमीन की रजिस्ट्री करने वाले अनवर आलम सुपेला दुर्ग से गिरफ्तार
किया गया है । यह जमीन दिल्ली निवासी श्रीमती कमलेश जैन के मालिकाना हक की है और उसकी देखरेख पेंशनबाड़ा रायपुर निवासी लखन किल्लेकर करता है। लखन को गत दिवस जानकारी मिली थी कि ग्राम तंदुल में स्थित श्रीमती कमलेश जैन के जमीन को आकाश जैन नामक व्यक्ति आम मुख्तियार नाम बनवाकर अनवर आलम पिता सरवर आलम के नाम रजिस्ट्री की थी। इसकी जानकारी प्राप्त होने पर एक लिखित आवेदन थाने में दी गई। आवेदन के अवलोकन के बाद आकाश जैन के विरुद्ध धारा 420 467,68 471 120 बी के तहत पुलिस विवेचना रही थी। इसी दौरान आरोपी आकाश जैन के आधार कार्ड और रजिस्ट्री में उल्लेख नाम पता रायपुरा निषाद पारा डीडी नगर रायपुर जाने पर उक्त व्यक्ति के रहने के संबंध में कोई जानकारी प्राप्त नहीं होने पर निवास स्थान पंचनामा तैयार किया गया बाद क्रेता अनवर आलम के निवास स्थान जिला दुर्ग थाना सुपेला कृष्णा नगर जाकर सुपेला के पुलिस के सहयोग से आरोपी अनवर आलम को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। उसने पूछताछ में बताया कि षड्यंत्र पूर्वक आम मुख्तियानामा आकाश जैन के नाम से तैयार कर 21 दिसंबर 23 को नया रायपुर स्थित पंजीयन कार्यालय में रजिस्ट्री कराया ।रजिस्ट्री के गवाह मोहन जोशी , प्रदीप सिंह, व जमीन की वास्तविक खाता धारक श्रीमती कमलेश जैन सभी के आधार कार्ड के नंबर किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर कूट रचित दस्तावेज बनाया। इस संबंध में आधार सेवा केंद्र से जानकारी लेने पर सभी आधार कार्ड अन्य व्यक्ति के नाम का उपयोग करना पाया गया ।आरोपी ने रजिस्ट्री दिनांक को 10-10 लाख का 20 चेक विक्रय अभिलेख में अपने आईसीआईसीआई बैंक के खाता से क्रेता को देना बताया । आरोपी के बैंक के खाता का डिटेल निकालने पर पाया गया कि उसके खाते में केवल 17 लाख ही थे जबकि उसने दो करोड़ का चेक विक्रेता को देना विक्रय अभिलेख में उल्लेख किया है। विवेचना के दौरान अनवर आलम उर्फ चौधरी ने षड्यंत्र रचकर रजिस्ट्री में गलत नाम वाला आधार कार्ड का उपयोग किया। और सही दस्तावेज के रूप में उपयोग कर बैंक खाते में पर्याप्त राशि ना होने उसके बावजूद चेक के माध्यम से विक्रय अभिलेख में क्रेता को संपूर्ण राशि का भुगतान करना गलत पाए जाने व कुट रचित दस्तावेज बनाया । इस तरह से धोखाधड़ी के पर्याप्त साक्ष्य पर गिरफ्तार कर 15 दिन की रिमांड पर न्यायालय रायपुर भेजा गया है।
नाम आरोपी अनवर आलम उर्फ चौधरी पिता सरवर आलम 39 वर्ष निवासी फरिदिया मस्जिद के पास कृष्णा नगर सुपेला जिला दुर्ग
गिरफ्तारी दिनांक 28/12/23 के 13.10 बजे
प्रकरण लखन किल्लेकर निवासी पेंशन बाडा द्वारा श्रीमती कमलेश जैन के नाम की ग्राम तंदुल में स्थित जमीन की देख रेख करता है वास्तविक भू स्वामि श्रीमती कमलेश जैन दिल्ली में रहती हैं ।
जम्मू, 28 दिसंबर। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों की चोटी पर स्थित वैष्णो माता मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने आवास प्रबंधन प्रणाली शुरू की है। एक पदाधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पदाधिकारी ने बताया कि एसएमवीडीएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने कटरा पर पूछताछ और आरक्षण काउंटर पर इस नयी प्रणाली की शुरुआत की।
कटरा मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आधार शिविर है।
उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य भक्तों को सर्वोत्तम तीर्थयात्रा अनुभव प्रदान करना है।
पदाधिकारी ने बताया कि इस आवास प्रबंधन प्रणाली के साथ तीर्थयात्रियों का 'चेक-इन' और 'चेक-आउट' आसान हो जाएगा। साथ ही इस पूरी प्रक्रिया में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही आरक्षण के भुगतान से संबंधित वित्तीय लेनदेन भी सुरक्षित होगा।(भाषा)