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व्यापारियों और प्रशासन पर लखोली के मजदूरों को काम न देने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जुलाई। कोरोना से घिरे शहर के लखोली इलाके के बाशिंदों ने व्यापारियों और प्रशासन पर 5 वार्डों के मजदूरों के साथ छूत जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया है। वहीं व्यापारियों और प्रशासन की अंदरूनी सांठगांठ होने का दोषारोपण करते मोहल्ले के लोगों ने जानबूझकर लखोली समेत 5 वार्डों के दिहाड़ी मजदूरों को काम नहीं देने का भी गंभीर आरोप लगाया है।
कोरोना हॉटस्पॉट यह बस्ती पूरी तरह से संक्रमित होने के बाद अब तेजी से सामान्य होने की दिशा में है। हालांकि रूक-रूककर लखोली से कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। पिछले एक माह से लखोली को कंटेनमेंट जोन में रखा गया। इस क्षेत्र के दिहाड़ी मजदूरों और रोजमर्रा के कामगारों को घर बैठना पड़ गया। शहर के दूसरे हिस्सों को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है। वहां की स्थिति सामान्य हो गई है। लखोली की हालत में अब भी काफी सुधार होना बाकी है। यही कारण है कि अब लखोली के 5 वार्डों के लोगों ने आज धरना प्रदर्शन कर व्यापारियों पर इस क्षेत्र के साथ छूत जैसा बर्ताव करने का आरोप लगाया है।
पार्षद प्रतिनिधि आशीष डोंगरे का आरोप है कि एक षडयंत्र के तहत लखोली के लोगों को प्रताडि़त करने की नियत से व्यापारी रोजगार नहीं दे रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण पूरी दुनिया में फैला है। ऐसी स्थिति में लखोली के लोगों के साथ भेदभाव करना न्यायोचित नहीं है, इसलिए आज क्षेत्र के लोगों ने सडक़ पर प्रदर्शन कर अपनी आवाज उठाई है।
पार्षद मनीष साहू ने कहा कि लखोली में क्षेत्र से कोरोना मरीज मिल रहे हैं, केवल उसी क्षेत्र को बंद किया जाए, बाकी क्षेत्र को खोलकर लोगों को रोजगार दिया जाए। इस दौरान क्षेत्र के लोगों ने नारेबाजी करते जिला प्रशासन से व्यापारियों द्वारा किए जा रहे दुव्र्यवहार पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की। नारेबाजी करते हुए महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और अन्य वर्ग के लोगों ने लखोली नाका चौक में बैठकर अपनी पीड़ा को लेकर आवाज उठाई। उधर प्रदर्शन की खबर के बाद एसडीएम मुकेश रावटे, कोतवाली थाना प्रभारी विरेन्द्र चतुर्वेदी समेत अन्य प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
बीजिंग/जिनेवा/नई दिल्ली, 10 जुलाई । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का कहर दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है और अब तक इसकी चपेट में 1.22 करोड़ से अधिक लोग आ चुके हैं तथा इससे 5.54 लाख से ज्यादा की मौत हो चुकी है।
कोविड-19 के मामले में अमेरिका दुनिया भर में पहले, ब्राजील दूसरे और भारत तीसरे स्थान पर है। वहीं इस महामारी से हुई मौतों के आंकड़ों के मामले में अमेरिका पहले, ब्राजील दूसरे और ब्रिटेन तीसरे स्थान पर है।
अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार विश्व भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,2232 745 हो गयी है जबकि 5,54304 लोगों ने जान गंवाई है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना से अब तक 3114846 लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा 1,33,241 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील में अब तक 17,55,779 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं जबकि 69,184 लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 26,506 नये मामले सामने आये हैं और अब कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 7,93802 हो गई है। इसी अवधि में कोरोना वायरस से 475 लोगों की मृत्यु होने से मृतकों की संख्या बढक़र 21604 हो गई है। देश में इस समय कोरोना के 2,76685 सक्रिय मामले हैं और अब तक 4,95,513 लोग इस महामारी से निजात पा चुके हैं।
रूस कोविड-19 के मामलों में चौथे नंबर पर है और यहां इसके संक्रमण से अब तक 6,99,749 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 10,650 लोगों ने जान गंवाई है। पेरु में लगातार हालात खराब होते जा रहे है वह इस सूची में पांचवें नम्बर पर पहुंच गया है। यहां संक्रमितों की संख्या 3,16,448 हो गई तथा 11,314 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमण के मामले में चिली विश्व में छठे स्थान पर आ गया हैं। यहां अब तक कोरोना वायरस से 3,06,216 लोग संक्रमित हुए हैं और मृतकों की संख्या 6682 है।
ब्रिटेन संक्रमण के मामले में सातवें नंबर पर आ गया है। यहां अब तक इस महामारी से 2,89,154 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 44,687 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के मामले में मेक्सिको स्पेन से आगे निकल कर आठवें स्थान पर आ गया है और यहां संक्रमितों की संख्या 2,82,283 पहुंच गई है और अब तक इस वायरस से 33,526 लोगों की मौत हुई है। वहीं स्पेन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 253,056 है जबकि 28,401 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से प्रभावित खाड़ी देश ईरान में दसवें स्थान पर है यहां संक्रमितों की संख्या 2,50,258 हो गई है और 12,305 लोगों की इसके कारण मौत हुई है।
यूरोपीय देश इटली में इस जानलेवा विषाणु से 2,48,363 लोग संक्रमित हुए हैं त था 34,926 लोगों की मौत हुई है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या सवा दो लाख से अधिक हो गयी है और यहां अब तक 2,40,848 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 4983 लोगों की मौत हो चुकी है। एक अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में 175494 लोग कोरोना की चपेट में आए हैं जबकि 2238 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
दक्षिण अफ्रीका ने कोरोना संक्रमण के मामले में सऊदी अरब और तुर्की को पीछे छोड़ दिया है। यहां संक्रमितों की संख्या 2,39,339 हो गई है और 3720 लोगों की मौत हो चुकी है। सऊदी अरब में कोरोना संक्रमण से अब तक 223327 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 2100 लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2,09,962 हो गयी है और 5300 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 207,356 हैं और 29,982 लोगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में 1,99,001 लोग संक्रमित हुए हैं और 9057 लोगों की मौत हुई है।
वैश्विक महामारी कोरोना के उद्गमस्थल चीन में अब तक 84,992 लोग संक्रमित हुए हैं और 4,641 लोगों की मृत्यु हुई है। कोरोना वायरस से बेल्जियम में 9778, कनाडा में 8797 , नीदरलैंड में 6156, स्वीडन में 5500, इक्वाडोर में 4900 , मिस्र 3617, इंडोनेशिया 3417, इराक 2882, स्विट््जरलैंड में 1966, आयरलैंड में 1743, पुर्तगाल में 1644 और अर्जेटीना में 1720 लोगों की मौत हुई है।(वार्ता)
अब तक कुल 7,93,802 संक्रमित, 21,604 मौतें
नई दिल्ली, 10 जुलाई । देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के पिछले 24 घंटों में 26,506 मामले सामने आये हैं जो अब तक एक दिन में सर्वाधिक हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश भर में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 26,506 नये मामले सामने आये हैं जिससे संक्रमितों की संख्या 7,93,802 हो गयी है। इससे एक दिन पहले सर्वाधिक 24,879 मामले सामने आये थे।
संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों के बीच राहत की बात यह है कि इससे स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ी है तथा इस दौरान 19,135 रोगी स्वस्थ हुए हैं, जिन्हें मिलाकर अब तक कुल 4,95,513 लोग रोगमुक्त हो चुके हैं। देश में अभी कोरोना संक्रमण के 2,76,685 सक्रिय मामले हैं। देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 475 लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 21,604 हो गई है।
कोरोना महामारी से सर्वाधिक प्रभावित महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में संंक्रमण के 6,875 मामले दर्ज किये गये जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 2,30,599 पर पहुंच गया है तथा 219 लोगों की मौत हुई है जिसके कारण मृतकों की संख्या बढक़र 9,667 हो गयी है। राज्य में 1,27,259 लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं।
संक्रमण के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंचे तमिलनाडु में संक्रमितों की संख्या सवा लाख के पार हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के मामले 4,231 बढक़र 1,26581 पर पहुंच गये हैं और इसी अवधि में 65 लोगों की मौत से मृतकों की संख्या 1765 हो गयी है। राज्य में 78,161 लोगों को उपचार के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना महामारी की स्थिति अब कुछ नियंत्रण में है और यहां संक्रमण के मामलों में वृद्धि की रफ्तार थोड़ी कम हुई है। राजधानी में अब तक 1,07,051 लोग कोरोना की चपेट में आये हैं तथा इसके कारण मरने वालों की संख्या 3,258 हो गयी है। यहां 82,226 मरीज रोगमुक्त हुए हैं।
देश का पश्चिमी राज्य गुजरात कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या मामले में चौथे स्थान पर है, लेकिन मृतकों की संख्या के मामले में यह महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद तीसरे स्थान पर है। गुजरात में अब तक 39,194 लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 2,008 लोगों की मौत हुई है। राज्य में 27,718 लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं।आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के अब तक 32,362 मामले सामने आए हैं तथा इस वायरस से 862 लोगों की मौत हुई है जबकि 21,127 मरीज ठीक हुए हैं।
दक्षिण भारतीय राज्यों में कर्नाटक और तेलंगाना में कोरोना संक्रमण के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। कर्नाटक में 31,105 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 486 लोगों की इससे मौत हुई है। राज्य में 12,833 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। तेलंगाना में संक्रमितों की संख्या 30,946 हो गयी है और 331 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 18,192 लोग अब तक इस महामारी से ठीक हो चुके है।
पश्चिम बंगाल में 25,911 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 854 लोगों की मौत हुई है और अब तक 16,826 लोग स्वस्थ हुए हैं। आंध्र प्रदेश में संक्रमितों की संख्या में तेज वृद्धि के कारण यह सूची में राजस्थान से ऊपर आ गया है। राज्य में 23,814 लोग संक्रमित हुए हैं तथा मरने वालों की संख्या 277 हो गयी है। राजस्थान में भी कोरोना का प्रकोप जोरों पर है और यहां संक्रमितों की संख्या 22,563 हो गयी है और अब तक 491 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17,070 लोग पूरी तरह ठीक हुए है। हरियाणा में 19,369 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं तथा 287 लोगों की मौत हुई है।
इस महामारी से मध्य प्रदेश में 634, पंजाब में 183, जम्मू-कश्मीर में 154, बिहार में 115, ओडिशा में 52, उत्तराखंड में 46, केरल में 27, झारखंड में 23, असम में 22, छत्तीसगढ़ में 15, पुड्डुचेरी में 14, हिमाचल प्रदेश में 11, गोवा में नौ, चंडीगढ़ में सात, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में दो तथा त्रिपुरा और लद्दाख में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।(वार्ता)
नई दिल्ली, 10 जुलाई । कोरोना वायरस से महाराष्ट्र और तमिलनाडु में अब तक 357180 लोग संक्रमित हुए हैं, जो देश में अब तक इस जानलेवा विषाणु की चपेट में आई कुल आबादी का 58.51 प्रतिशत है।
कोविड-19 से जहां महाराष्ट्र में 230599 लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं तमिलनाडु में अब तक 126581 लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 26506 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढक़र 7,97802 हो गई है। देश में अब तक इस महामारी से 21,604 लोगों की मौत हुई है तथा 4,95513 लोग स्वस्थ हुए हैं। देश में इस समय कोरोना वायरस के 2,76685 सक्रिय मामले हैं।(वार्ता)
रीवा, 10 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मध्यप्रदेश के रीवा जिले में स्थित विश्व की बड़ी सौर परियोजनाओं में शामिल रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर परियोजना को राष्ट्र को समर्पित की।
परियोजना से उत्पादित 24 प्रतिशत बिजली दिल्ली मेट्रो रेल परियोजना को दी जा रही है। शेष 76 प्रतिशत बिजली का उपयोग मध्यप्रदेश में होगा।
श्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से साढ़े सात सौ मेगावाट की क्षमता वाली इस परियोजना का लोकार्पण किया। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल लखनऊ से और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से शामिल हुए। लोकार्पण कार्यक्रम में केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा आर.के. सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और थावरचंद गेहलोत भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 22 दिसम्बर 2017 को इस परियोजना का शिलान्यास किया था। इस परियोजना को लगभग ढाई साल के रिकार्ड समय में पूरा किया गया। परियोजना से सस्ती बिजली का उत्पादन हो रहा है। इस परियोजना को विश्व बैंक का ऋण राज्य शासन की गारंटी के बिना क्लीन टेक्नालॉजी फण्ड के अंतर्गत सस्ती दरों पर दिया गया है। यह परियोजना इस मायने में भी महत्वपूर्ण है क्योकि इसमें प्रति यूनिट की क्रय दर 2 रूपये 97 पैसे है, जो अब तक की न्यूनतम दर है।
सौर परियोजना को पर्यावरण की दृष्टि से देखे तो रीवा सौर परियोजना से प्रतिवर्ष 15.7 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उर्त्सजन को रोका जा रहा है जो 2 करोड़ 60 लाख पेड़ों को लगाने के बराबर है।
रीवा जिले के गुढ़ में स्थापित वृहद सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना 1590 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थापित है। यह दुनिया के सबसे बड़े सिंगल साइड सौर संयंत्रों में से एक है। इस सौर ऊर्जा प्लांट में कुल तीन इकाइयां शामिल हैं। प्रत्येक इकाई में 250 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है। परियोजना से उत्पादित विद्युत का 76 प्रतिशत अंश प्रदेश की पावर मैनेजमेंट कम्पनी और 24 प्रतिशत दिल्ली मेट्रो को प्रदान किया जा रहा है। (वार्ता)
आज से शुरू की जा रही है गांव-गांव में चाय चौपाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 जुलाई। मरवाही उप-चुनाव में कार्यकर्ताओं की एकजुटता के लिये बुलाई गई कांग्रेस की बैठक में हुए विवाद के दौरान जमकर अपशब्दों का प्रयोग हुआ और हाथापाई की नौबत आ गई। विवाद यहां गांव गांव में शुरू होने वाले चाय चौपाल कार्यक्रम के पोस्टर में सांसद ज्योत्सना महंत की तस्वीर नहीं होने के कारण उठा था। बैठक में मौजूद लोगों ने किसी तरह विवाद शांत कराया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित पार्टी के तमाम नेता कह चुके हैं कि इस बार मरवाही उप चुनाव में कांग्रेस की जीत को सुनिश्चित करना है। इसी सिलसिले में वहां पार्टी नेताओं ने बड़ी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। हाल ही में राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया। दो दिन पहले ही नगरीय प्रशासनमंत्री डॉ. शिव डहरिया और कवासी लखमा ने यहां दौरा किया। महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सांसद फूलो देवी नेताम भी यहां बैठकें ले रही हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम दौरा कर चुके हैं और इस समय प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव भी लगातार वहां पहुंच रहे हैं।
पार्टी ने 10 जुलाई यानी आज शुक्रवार से 15 दिन तक कार्यकर्ताओं से सम्पर्क मजबूत करने और ग्रामीणों की समस्या का निराकरण करने के लिये चाय चौपाल योजना शुरू की जा रही है। पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेता इसमें शामिल होने पहुंचेंगे। इसकी तैयारी के लिये कांग्रेस पदाधिकारियों की पेंड्रा में कल 9 जुलाई को बैठक बुलाई गयी थी।
बताया गया है कि बैठक शुरू होने पर पेन्ड्रा ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास ने इस बात पर आपत्ति की कि कार्यक्रम के लिये लगाये जा रहे पोस्टर-बैनर में क्षेत्रीय सांसद ज्योत्सना महंत की फोटो नहीं है। वैसे इसमें फोटो डॉ. चरण दास महन्त की भी होनी चाहिये। जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि इस बारे में राजस्व मंत्री अग्रवाल से बात हो चुकी है। महंत की फोटो के बगैर ही पोस्टर्स लगाने हैं। श्रीवास ने इस पर कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है वे हमारे क्षेत्र के महत्वपूर्ण सांसद व नेता हैं। अगर उनकी फोटो नहीं होगी तो अपने क्षेत्र में वे पोस्टर नही लगायेंगे।
इस बात से विवाद इतना बढ़ा कि दो पक्षों में बंटे कांग्रेसियों के बीच हाथापाई हो गई और एक दूसरे के खिलाफ जमकर अपशब्दों का इस्तेमाल करने लगे। वे सामान उठाकर एक दूसरे पर हमला भी करने लगे।
कुछ तटस्थ पार्टी कार्यकर्ताओं ने दोनों पक्षों को शांत कराया। दोनों ही पक्षों ने पार्टी नेताओं से एक दूसरे की शिकायत करने की बात कही है।
बताया जाता है कि जिला बनने के बाद ब्लॉक अध्यक्ष श्रीवास, जिला अध्यक्ष बनने के लिये प्रयासरत थे लेकिन पार्टी ने मौका दिया मरवाही ब्लॉक अध्यक्ष गुप्ता को। इसे लेकर कार्यकर्ता यहां दो गुटों में बंटे हुए हैं।
मरवाही चुनाव को गंभीरता से ले रहे प्रदेश संगठन के लिये यह घटना नुकसानदेह रही। कांग्रेस यहां से ऐसे माहौल में चुनाव को निकालने की कोशिश कर रही है जहां पिछले चुनाव में जोगी के होने के कारण कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई थी और पार्टी इस समय सत्ता में है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 10 जुलाई। दंतेवाड़ा से एक जवान छुट्टी मनाने के लिये अपने घर मस्तूरी के खोरसी गांव पहुंचा था। सर्दी, खांसी, बुखार की शिकायत पर उसका सैम्पल लिया गया तब कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद अब तक उनके परिवार के 16 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
जवान के संक्रमित होने के बाद उसके परिवार के बाकी लोगों को सैम्पल लिया गया था। पहले 13 लोगों में संक्रमण फैलने की रिपोर्ट आई बाद में तीन और लोग इसकी चपेट में आ गये।
जून के आखिरी हफ्ते में जिले में कोरोना पर करीब-करीब काबू पा लिया गया था। 100 बिस्तर कोविड अस्पताल में केवल एक मरीज का इलाज चल रहा था जबकि 6 का इलाज एम्स रायपुर में चल रहा था। इसके बाद प्रकरण लगातार बढ़ते गये। एक जुलाई की स्थिति में एक्टिव मरीजों की संख्या 34 पहुंच गई। शुक्रवार सुबह तक की स्थिति में जिले में इस माह कुल 94 नये मरीज मिले। इनमें से 85 केस अब भी एक्टिव हैं। कोविड अस्पताल में 53 लोगों को भर्ती किया गया है शेष का इलाज रायपुर में चल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 जुलाई। ओ एल एक्स में विज्ञापन देख कर कार खरीदने आए दो लोगो ने टेस्ट ड्राइव के बहाने कार ले कर भाग गए। पुलिस ने रायगढ़ के तमनार से दोनो आरोपी को गिरफ्तार कर कार बरामद कर ली है।
मामला रजगामार थाना क्षेत्र का है। भावना श्रृंगार सदन के संचालक विष्णु प्रसाद राठौर ने 20 जून को ओ एल एक्स एप पर अपनी टाटा टीआगो कार क्रमांक सीजी12-बीए-7869 को विक्रय करने हेतु विज्ञापन डाला था।
विज्ञापन को देखकर तमनार निवासी महेश थवाईत अपने साथी चित्रसेन यादव के साथ रजगामार आकर उक्त कार का सौदा 6 लाख 55 हजार में तय किया। सौदा तय होने के बाद आरोपियों ने टेस्ट ड्राइव करने की बात कही। कार मालिक ने विश्वास में आकर टेस्ट ड्राइव के लिए आरोपियों को कार देने के लिए तैयार हो गया। टेस्ट ड्राइव के दौरान देखते ही देखते दोनो आरोपी कार लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी देते हूए कार मालिक विष्णु ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई।
जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक, रामगोपाल करियारे के नेतृत्व में चौकी प्रभारी रजगामार उप निरीक्षक मयंक मिश्रा की टीम ने तकनीकी सूचना एकत्रित कर रायगढ़ के तमनार में छापा मारा। तमनार में पुलिस द्वारा घेराबंदी कर आरोपी महेश राम थवाईत उम्र 33 वर्ष निवासी बासनपाली को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त मोटर सायकल व मोबाइल को बरामद कर जप्त किया गया। साथ ही आरोपी चित्रसेन यादव 21 वर्ष निवासी बासनपाली के कब्जे से टाटा टीआगो कार जप्त किया गया। दोनो आरोपियों को चौकी रजगामार के अप.क. 314/20, धारा 420, 201, 34 भादवि में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल किया गया।
भिलाई से सोनडोंगरी की फैक्ट्री में काम करने आ रहे थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जुलाई। राजधानी रायपुर के टाटीबंध चौक के समीप रिंग रोड-2 पर आज सुबह तेज रफ्तार ट्रक टैंकर ने बाइक सवार दो लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इसमें एक की घटना स्थल पर और दूसरे की एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे के बाद से ट्रक टैंकर चालक अपना वाहन लेकर फरार हो गया, पुलिस जांच जारी है।
मृतकों में रामजनक राय(52) जवाहर नगर भिलाई व उसका साथी साहेब राज यादव(52) हाउसिंग बोर्ड कालोनी भिलाई निवासी शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक एक बाइक पर सवार होकर दोनों भिलाई से आज सुबह सोनडोंगरी की एक फैक्ट्री में काम करने आ रहे थे। इस दौरान पीछे से तेज रफ्तार ट्रक टैंकर ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद आमानाका पुलिस मौके पर पहुंच कर पूछताछ में लगी रही।
पुलिस का कहना है कि सडक़ हादसे के बाद आसपास के लोगों की मदद से एक घायल को एम्स पहुंचाया गया, जहां कुछ देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया। बाइक सवार दोनों मृतकों के परिजनों को खबर दे दी गई है। दूसरी तरफ टक्कर मारने वाले वाहन और उसके चालक का भी पता लगाया जा रहा है। फिलहाल आरोपी ट्रक चालक पकड़ से बाहर है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 जुलाई। एसईसीएल की भूमीगत कोयला खदान में गुरुवार को मिस फायर बलास्ट होने से तीन मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद खदान में अफरा-तफरी मची गई । घायल मजदूरों को उपचार के लिए विभागीय अस्पताल लाया गया। जहां एक मजदूर की गंभीर हालत को देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार उपरांत बिलासपुर अपोलो रेफर किया गया है।
एसईसीएल भूमिगत खदान में कर्मचारी रीड्रिलिंग का काम कर रहे थे। एकाएक हुए मिस फायर के बाद खदान में अफरा-तफरी मच गई। बलास्ट से तीन मजदूर घायल हो गए जिन्हें अन्य कर्मियों ने खदान से बाहर निकाला। सभी को विभागीय वाहन से अस्पताल रवाना किया गया। दो घायल वरूण कुमार व कांशीराम को ढेलवाडीह के विभागीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि एक अन्य मजदूर सरजू को बिलासपुर अपोलो रेफर किया गया है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की जाँच डीजीएमएस के द्वारा की जाएगी।
क्या है मिस फायर बलास्ट
भूमिगत और खुली खदानों में निरंतर विस्फोट कर चट्टानों को तोड़ा जाता है। इसके लिए लगभग 7 से 8 फीट की गहराई कर चट्टानों में छेद किया जाता है। इन्ही छेद में 6 से 7 फीट तक बारूद भरा जाता है। अमूमन ब्लास्ट में सभी बारूद फट जाते हैं पर कभी-कभी कुछ बारूद उन गड्ढों में रह जाते हैं। ऐसी परिस्थिति में दूसरी बार होने वाली ड्रीलिंग के दौरान अचानक विस्फोट हो जाता है जिसे मिस फायर ब्लास्ट कहा जाता है।
दोनों मृतक एक-दूसरे के पड़ोसी थे, जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जुलाई। मंदिर हसौद के खम्हरिया गांव में आज सुबह रॉड मारकर दो लोगों की हत्या कर दी गई। दोनों मृतक एक-दूसरे के पड़ोसी हैं। घटना के बाद से आरोपी फरार है। दूसरी तरफ, घटना के बाद से सेमरिया-आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। आरोपी फिलहाल पुलिस पकड़ से बाहर है, जांच जारी है।
मृतकों में परमानंद निषाद(55) और उल्लास वर्मा (25) शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक दोनों की हत्या गांव के तालाब के पास लोहे की रॉड मारकर की गई है। घटना के बाद आरोपी एक ऑटो में सवार होकर फरार हो गया। गांव के कुछ लोगों की नजर आरोपी पर पड़ी है और वह गांव का ही बताया जा रहा है। पुलिस उसकी पहचान कर तलाश में लगी है।
घटना के बाद मंदिर हसौद पुलिस मौके पर पहुंच कर गांववालों और आसपास के लोगों से पूछताछ में लगी है। इस दौरान यह भी पता लगाया जा रहा है कि हत्या की वजह क्या है। पुलिस का कहना है कि आरोपी गांव का ही है और वह जल्द पकड़ लिया जाएगा। इसके बाद पूरी घटना का खुलासा हो पाएगा।
पुलिस लाइन कॉलोनी का ब्लॉक सील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 जुलाई। गुरुवार को जिले में कोरोना के 8 नए मरीज सामने आए हैं। इनमें पुलिस लाइन में निवासरत एक जवान भी शामिल है। इन सभी नए मरीजों को सावधानीपूर्वक विशेष कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जिले के क्वारेंटाइन सेंटरों में ठहराए गए प्रवासी मजदूरों के जांच हेतु भेजे गए सेंपलों की रिपोर्ट आने के साथ ही कोरोना के मामले भी सामने आ रहे हैं। आज जिले में 8 नए मामले सामने आए। देर शाम पाए गए मामलों में एनटीपीसी और करतला के क्वारेंटाइन सेंटर में ठहराए गए प्रवासी लोगों में से 7 पुरुष शामिल हैं।
इसी कड़ी में पुलिस लाइन में करीब 30 वर्षीय एक आरक्षक जिसकी ड्यूटी 11 अन्य पुलिस जवानों के साथ ईएसआईसी अस्पताल डिंगापुर में निर्मित क्वारेंटाइन सेंटर में लगी हुई थी, उसने स्वास्थ्यगत कारणों से शंका समाधान के लिए अपना कोरोना टेस्ट कराया था। आज उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पुलिस लाइन के उस ब्लॉक को, जहां वह पत्नी व पुत्री के साथ रहता है, उसे सील कर दिया गया है। तीन मंजिला इस ब्लॉक में कुल 12 परिवार रहते हैं और सभी को कंटेनमेंट जोन से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी गई है। जवान के प्राथमिक संपर्क में आए पत्नी व पुत्री समेत ब्लॉक के अन्य लोगों का सेंपल जांच के लिए लेने की कार्रवाई स्वास्थ्य टीम के द्वारा की गई है।
पुलिस लाइन में मुनादी कराया जाकर सभी को सावधानी बरतने कहा गया है। सूचना के बाद यहां एडीएम संजय अग्रवाल, प्रभारी एसडीएम कमलेश नंदिनी साहू, नायब तहसीलदार पवन कोसमा, डीएसपी मुख्यालय रामगोपाल करियारे, रक्षित निरीक्षक संजय साहू व अन्य पुलिस अधिकारी यहां पहुंच गए थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 जुलाई। चोरी के एक मामले में आरोपियों की जमानत लेने के लिए अधिवक्ता ने एक मृत भूस्वामी की पुत्री और उसके रिश्तेदार को न्यायालय में खड़ा कर दिया। जमानतकर्ता का फोटो के स्थान पर एक अन्य प्रकरण की महिला का फोटो चिपका दिया गया। पूरे मामले में विवेचना बाद अधिवक्ता सहित 3 लोगों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर लिया गया है।
मामला पाली थाना क्षेत्र का है जहां न्यायिक मजिस्ट्रेट भगवान दास पनिका के न्यायालय में फर्जी जमानतदार के द्वारा जमानत ली गई थी। पाली थाना प्रभारी लीलाधर राठौर ने बताया कि पुलिस चौकी हरदीबाजार के इश्तगाशा क्रमांक 5/20 धारा 41 (1-4) जा.फौ. तथा 379 भादवि के प्रकरण में 21 फरवरी 2020 को आरोपी पवन कुमार श्रीवास्तव 24 वर्ष निवासी छपरा व जमीर अहमद मंसूरी 46 वर्ष निवासी मुंबई हाल मुकाम पोड़ीबहार का जमानत आवेदन पेश किया गया।
आरोपियों की तरफ से अधिवक्ता कमलेश साहू व राजेश राठौर उपस्थित हुए। राजेश राठौर ने पाली के वार्ड क्र. 11 निवासी मनटोरा बाई को बुलाकर उसकी स्व. मां इतवारा बाई का मूल ऋण पुस्तिका जमानत हेतु प्राप्त किया गया। मनटोरा बाई को प्रलोभन देकर एवं रिश्तेदार कुंवरिया बाई को भरोसे में लेकर न्यायालय में इतवारा बाई का ही नाम बताने की सांठ-गांठ की।
जमानत लेने से पहले दोनों महिलाओं का शपथ पत्र अधिवक्ता कमलेश साहू के साथ आए मुंशी आशीष कुमार साहू को फर्जी जमानतदार तथा पहचानकर्ता का नाम व पता गलत बताकर शपथ अन्य अधिवक्ता बीएल जायसवाल से नोटरी कराया गया। उक्त दस्तावेज प्रस्तुत कर दोनों आरोपियों की जमानत ले ली गई। जमानत के दौरान न्यायालय द्वारा जमानतदार इतवारा बाई (जो कि वास्तव में मृत है) का आधार कार्ड मांगा जो अशिक्षित होने व जल्दबाजी में नहीं लाना बताकर दूसरे दिन स्वयं प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया। बाद में आज कल कहकर न्यायालय को गुमराह किया गया।
न्यायालय द्वारा जांच कराने हेतु आदेशित करने पर षडय़ंत्रपूर्वक एक अन्य पक्षकार श्रीमती निर्मला सारथी द्वारा अपने पति स्व. जगन्नाथ सारथी की सडक़ दुर्घटना में मौत होने पर बीमा क्लेम हेतु दिए गए फोटो को न्यायालय के रिकार्ड में मनटोरा बाई के स्थान पर चस्पित कर दिया गया। इस पूरे मामले में विवेचना पश्चात एसआई अशोक शर्मा के द्वारा कूटरचना कर फर्जी रूप से मृत महिला के नाम पर उसकी पुत्री को खड़ा कर व अन्य महिला को पहचान हेतु मूल पता न बताकर अपराधिक षडय़ंत्र करने का दोषी पाया गया। आरोपी अधिवक्ता राजेश राठौर निवासी टॉवर मोहल्ला, श्रीमती मनटोरा बाई निवासी वार्ड-11 एवं श्रीमती कुंवरियां बाई निवासी ग्राम बगदरा पाली के विरूद्ध धारा 193, 419, 420, 468, 469, 470, 471, 120 बी व 34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर प्रकरण विवेचना में लिया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 जुलाई। सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत की पहल से संसदीय क्षेत्र अंतर्गत नवनिर्मित जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में मेडिकल कॉलेज स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। सांसद के आग्रह पर अब मुख्यमंत्री ने जमीन तलाशने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
सांसद श्रीमती महंत ने 25 जनवरी को एक पत्र केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को प्रेषित कर नवनिर्मित जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए पहल शुरू की थी। तत्संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संज्ञान लेकर कार्यवाही को आगे बढ़ाया।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा सांसद के लगातार प्रयासों को सार्थक कर मरवाही में मेडिकल कॉलेज की सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर स्थापना के संबंध में आदेश जारी किया गया। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से इस हेतु स्वीकृति मिलने पश्चात सांसद श्रीमती महंत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पुन: एक पत्र प्रेषित कर गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिला में मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिए राज्य सरकार की ओर से विस्तृत प्रस्ताव शीघ्र ही केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजने का आग्रह किया।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री सचिवालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया के द्वारा एक आदेश जारी कर अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग छग शासन को राज्य सरकार की ओर से विस्तृत प्रस्ताव केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने व कार्यवाही से मुख्यमंत्री सचिवालय एवं सांसद को भी अवगत कराने निर्देशित किया है।
सांसद के लगातार प्रयासों और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा दिखाई गई गंभीरता एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री के द्वारा इस संबंध में लिए गए त्वरित निर्णय से मरवाही में मेडिकल कॉलेज खोलने का रास्ता साफ हो गया है। सांसद के आग्रह पर मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन तलाशने के भी निर्देश दे दिए हैं। सांसद ने इसके लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति लोकसभा क्षेत्र की जनता की तरफ से आभार जताया है।
कोरबा मेडिकल कॉलेज के लिए 325 करोड़
कोरबा में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग कोरबा प्रवास पर आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने की थी। जिसके बाद सांसद के प्रयासों से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरबा में मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति देते हुए केन्द्र व राज्य से 325 करोड़ की राशि की स्वीकृति भी मिल चुकी हैं। कोरबा मेडिकल कॉलेज के लिए 25 एकड़ भूमि का भी चिन्हांकन किया जा चुका है।
डॉ. महंत के प्रयासों को अमलीजामा पहनाने जुटी सांसद
भारत सरकार के पूर्व केन्द्रीय मंत्री व विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के अशासकीय पत्र पर तत्कालीन केन्द्रीय कोयला मंत्री ने मनेन्द्रगढ़ में मेडिकल कॉलेज स्थापना हेतु स्वीकृति प्रदान करते हुए 100 करोड़ की राशि भी जारी कर दी थी। बावजूद तत्कालीन भाजपा सरकार के द्वारा जमीन उपलब्ध न कराए जाने की दिशा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना और 100 करोड़ की राशि का उपयोग नहीं हो सका।
कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि मेरा किसी राजनीतिक दल पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं है लेकिन कोरोना कोविड-19 के इस वैश्विक महामारी के दौर में स्वास्थ्य सेवाओं की कितनी आवश्यकता पड़ रही हैं, इससे हम सभी भली-भांति परिचित है। सांसद का कहना है कि कोरबा के पूर्व सांसद डॉ. महंत के मेडिकल कॉलेज और कैंसर हास्पिटल खोलने के प्रयासों व कोरिया-बैकुंठपुर जिले में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं जिसका परिणाम जल्द सामने आएगा।
15 मौतें, 748 एक्टिव, 2903 डिस्चार्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जुलाई। प्रदेश में कोरोना मरीज बढक़र साढ़े 36 सौ से अधिक हो गए हैं। बीती रात मिले 133 नए पॉजिटिव के साथ प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 36 सौ 66 दर्ज की गई है। इसमें कल एम्स में मृत अंबिकापुर की एक बुजुर्ग महिला समेत 15 की मौतें हो चुकी हैं। 748 एक्टिव हैं और इन सभी का कोरोना अस्पतालों में इलाज जारी है। 29 सौ 3 ठीक होने पर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
राजधानी रायपुर समेत प्रदेश में कोरोना मरीजों के आकड़े तेजी के साथ बढ़ते जा रहे हैं। बीती रात में रायपुर जिले से 56, नारायणपुर से 38, बीजापुर से 13, कोरबा से 9, सरगुजा से 6, बलरामपुर, बिलासपुर से 5-5, जांजगीर-चांपा से 3, दंतेवाड़ा, कांकेर, बेमेतरा से 2-2, दुर्ग, राजनांदगांव, कवर्धा, सूरजपुर व जशपुर से 1-1 पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद देर रात दुर्ग जिले से 4, बालोद, रायपुर, बलौदाबाजार, बिलासपुर व कांकेर से 1-1 पॉजिटिव और मिले। ये सभी मरीज आसपास के कोरोना अस्पताल में भर्ती कराए जा रहे हैं।
बताया गया है कि कल नारायणपुर से पाए गए 38 पॉजिटिव सैम्पल में 22 रिपीट से थे। ऐसे में नारायणपुर से 16 पॉजिटिव की पहचान हुई थी। स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में जिस रफ्तार के साथ कोरोना मरीज सामने आए हैं, उसे देखते हुए जांच का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। माना जा रहा है कि आगे और भी कोरोना मरीज सामने आ सकते हैं।
4 दुर्ग, 1 भिलाई से
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 10 जुलाई। जिले में आज सुबह प्राप्त रिपोर्ट में पांच नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है। सभी पांचों संक्रमित मरीज रहवासी क्षेत्रों से हैं । पांचों मरीजों को ट्रेस कर कोविड-19 हॉस्पिटल में दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।
जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि आज सुबह प्राप्त रिपोर्ट में जिले से पांच संक्रमित मरीजों की पुष्टि की गई है। यह सभी रहवासी क्षेत्रों से हैं । डॉ ठाकुर ने बताया कि यह मरीज सुभाष नगर दुर्ग कैलाश नगर दुर्ग सारंगी पारा गोकुल नगर तथा भिलाई के वैशाली सेक्टर से है। सभी मरीजों को प्रेस करके अस्पताल में दाखिल करने की तैयारी की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 जुलाई। दिल्ली से लौटने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने शुक्रवार को यहां कहा कि निगम-मंडलों की पहली सूची जल्द जारी कर दी जाएगी। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने पार्टी हाईकमान को सूची प्रस्तुत कर दी है।
श्री मरकाम ने मुख्यमंत्री-मंत्रियों और पार्टी के अन्य प्रमुख नेताओं से चर्चा के बाद अंतिम रूप से तैयार निगम-मंडलों के नामों को लेकर दिल्ली गए थे। मीडिया से चर्चा में उन्होंने बताया कि इन सभी नामों पर प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने विस्तार से चर्चा की है।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि उन नामों को प्रदेश प्रभारी श्री पुनिया ने हाईकमान को भेज दिया है। हाईकमान की मंजूरी के बाद जल्द ही पहली सूची जारी कर दी जाएगी। उम्मीद है कि उन नामों पर मुहर लगेगी, जिस पर विस्तार से चर्चा हो चुकी है।
पुल के नीचे सुबह मिली लाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 जुलाई। पेशे से एक अधिवक्ता की सोमनी इलाके में बीती रात को जघन्य किए जाने का मामला सामने आया है। सुबह गांव के बाहर पुल के नीचे वकील की लाश खून से लथपथ मिली। वहीं शरीर के कुछ हिस्सों के ताबड़तोड़ वार से टुकड़े कर दिए गए हैं। घटना की खबर के बाद सीएसपी मणिशंकर चंद्रा और प्रशिक्षु डीएसपी रूचि वर्मा दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गई।
मिली जानकारी के मुताबिक सोमनी से सटे फरहद गांव के संजय साहू नामक युवक बीती रात को रात्रि भोजन के बाद सैर करने के लिए निकला। बताया जाता है कि आज सुबह उक्त युवक की पुल के नीचे खून से सनी लाश मिली। इस खबर से गांव में दहशत फैल गई। बताया गया है कि संजय साहू राजनांदगांव स्थित जिला न्यायालय में बतौर अधिवक्ता प्रेक्टिस करता था। वह रोज की तरह रात में खाना खाने के बाद मोबाइल से बात करते हुए टहलने की पुल की ओर गया और रातभर घर नहीं लौटा।
आज सुबह गांव के कुछ लोगों ने पुल से गुजरने के दौरान संजय साहू की लाश देखने के बाद परिजनों को सूचित किया। घटना की खबर मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। इस बीच पुलिस ने पूछताछ के लिए गांव की ही एक महिला को थाना में बुलाया है।
सूत्रों का कहना है कि एक महिला से प्रेम प्रसंग के चलते युवक की हत्या हुई है। जबकि मृतक शादीशुदा था। सूत्रों का कहना है कि युवक के गैर महिला से संबंध होने के कारण परिवार में तनातनी भी चल रही थी। इधर वकील के शरीर के कई हिस्सों के टुकड़े कर दिए गए हैं। जिससे पता चलता है कि हत्या करने वाले आरोपी ने निर्ममतापूर्वक घटना को अंजाम दिया है।
घटना के संबंध में प्रशिक्षु डीएसपी व सोमनी थाना प्रभारी रूचि वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि हत्या को लेकर कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल हत्या की असली वजह की अधिकृत जानकारी सामने नहीं आई है।
स्वरा भास्कर के घर में लॉकडाउन के बीच ही शहनाईयां बजीं और पूरे परिवार ने जमकर एक साथ मस्ती की। दरअसल, लॉकडाउन के दौरान स्वरा भास्कर के मामा ने तय किया कि स्वरा की मामी को घर ले आया जाए और बस पूरा परिवार शादी की शहनाइयों में डूब गया। स्वरा ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में अपने घर में हुए जश्न की तस्वीरें साझा की और इन तस्वीरों में वो बेहद खूबसूरत लग रही हैं। स्वरा ने अपनी मामी की मेहंदी सेरेमनी पर सादी सी साड़ी पहनी।
स्वरा की ये तस्वीरें इंटरनेट पर तेज़ी से वायरल हो रही हैं।
स्वरा के घर शादी ठहाकों के बीच स्वरा परिवार के साथ काफी मस्ती करती नज़र आईं और ये तस्वीरें उनकी मस्ती का सुबूत हैं।
नई सदस्य स्वरा ने अपनी मामी के साथ तस्वीर शेयर करते हुए कहा कि फाईनली वो दिन आ ही गया जब आप आधिकारिक तौर पर मेरी मामी बन गईं।
विकास दुबे कानपुर के टॉप 10 अपराधियों में भी नहीं था
-विकास बहुगुणा
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे आखिरकार पुलिस के शिकंजे में आ ही गया. पुलिस के मुताबिक उसकी गिरफ्तारी मध्य प्रदेश के उज्जैन में हुई. बताया जा रहा है कि वह सुबह करीब आठ बजे शहर के मशहूर महाकाल मंदिर में गया था. एक स्थानीय दुकानदार ने उसे पहचान लिया और पुलिस को खबर कर दी. जब वह मंदिर से बाहर निकला तो सिक्योरिटी गार्डों ने उससे पूछताछ की. इसके बाद उसे पकड़ लिया गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया. उज्जैन के कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक विकास दुबे से पूछताछ की जा रही है.
बीते हफ्ते उत्तर प्रदेश के कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथियों ने छापा मारने आई पुलिस की एक टीम पर हमला कर दिया था. इसमें एक डीएसपी सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस की 25 टीमें विकास दुबे की तलाश में जुटी थीं. बीते दो दिनों में अलग-अलग मुठभेड़ों में उसके तीन सहयोगी मारे गए थे.
विकास दुबे पर हत्या सहित कई गंभीर आरोपों में 60 से भी ज्यादा मामले दर्ज हैं. आरोप है कि स्थानीय थानाध्यक्ष सहित कई पुलिसकर्मियों की उसके साथ मिलीभगत थी और उनमें से ही किसी ने उसे छापे के बारे में पहले ही सूचना दे दी थी. इस घटना की वजह से पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है और 68 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है.
इस मामले में रोज ही नई और हैरान करने वाली जानकारियां सामने आ रही हैं. सोमवार को सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी वायरल होने के बाद हंगामा मच गया. बताया गया कि यह चिट्ठी विकास दुबे पर छापे का नेतृत्व करने वाले डीएसपी देवेंद्र मिश्रा ने मार्च में लिखी थी. देवेंद्र मिश्रा भी इस मुठभेड़ में शहीद हो गए थे.
video source : The Quint (youtube channel)
कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी को लिखी गई इस चिट्ठी में स्थानीय थानाध्यक्ष विनय तिवारी और विकास दुबे की मिलीभगत का दावा किया गया है. इसमें कहा गया है कि विकास दुबे के खिलाफ दर्ज एक मामले की जांच करने वाले एक पुलिसकर्मी ने मामले में धारा बदल दी थी. चिट्ठी के मुताबिक पूछने पर उसने बताया कि ऐसा थानाध्यक्ष के कहने पर किया गया. चिट्ठी में आगे कहा गया है, ‘यदि थानाध्यक्ष ने अपनी कार्यप्रणाली में परिवर्तन न किया तो गंभीर घटना घटित हो सकती है.’ ताजा खबर यह है कि विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उधर, पुलिस का कहना है कि यह चिट्ठी किसी रिकॉर्ड में नहीं है. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा है कि डिस्पैच और रिसीविंग सेक्शन में जांच की गई है, लेकिन अभी तक इस चिट्ठी का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए आईजी (कानपुर रेंज) मोहित अग्रवाल का कहना था, ‘इस तरह के आरोप हैं कि कुछ पुलिसकर्मी विकास दुबे के संपर्क में थे. इस संबंध में जांच हो रही है. चौबेपुर में एक नई पुलिस टीम की नियुक्ति की गई है.’
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विकास दुबे के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो साफ पता चलता है कि वह पुलिस, अपराध और राजनीति के उस गठजोड़ का लाभार्थी रहा है, जिसने बीते कुछ दशक के दौरान उत्तर प्रदेश में गहरी जड़ें जमा ली हैं. बीबीसी से बातचीत में कानपुर में नवभारत टाइम्स के पत्रकार प्रवीण मोहता कहते हैं कि विकास दुबे किसी राजनीतिक पार्टी में भले ही न रहा हो, लेकिन सभी पार्टियों के नेताओं से उसके अच्छे संबंध थे.’ वे आगे कहते हैं कि तमाम आपराधिक गतिविधियों में नाम सामने आने के बावजूद अगर यह अपराधी कानून की निगाहों से बचता रहा और अपना आर्थिक साम्राज्य बढ़ाता रहा तो यह बिना राजनीतिक पहुंच के संभव नहीं है.
विकास दुबे कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव से ताल्लुक रखता है. इस गांव के पास ही शिवली नाम का एक कस्बा है. यहां की नगर पंचायत के अध्यक्ष रहे लल्लन वाजपेयी ने दैनिक भास्कर को बताया कि विकास दुबे ने 17 साल की उम्र में पहली हत्या की थी. उनके मुताबिक इस हत्याकांड में उसे कोई सजा नहीं हुई जिसके बाद वह बेकाबू हो गया. लल्लन वाजपेयी के मुताबिक विकास दुबे उन पर भी कई बार जानलेवा हमला करवा चुका है.
बताया जाता है कि कानून अपने हाथ में लेने की विकास दुबे की इस प्रवृत्ति ने उन्हीं दिनों इलाके के एक वरिष्ठ राजनेता को प्रभावित किया. उस समय सत्ताधारी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले इस राजनेता ने विकास दुबे को संरक्षण दिया. यह सफलता उसके लिए अहम थी. उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी रहे जावेद अहमद कहते हैं, ‘इससे विकास दुबे स्थानीय सत्ता तंत्र में दाखिल हो गया. धीरे-धीरे उसने इस तंत्र की बारीकियां समझना शुरू किया. अगले 25-30 साल उसने इसी समझ को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया. जो भी पार्टी सत्ता में होती वह उसके करीब हो जाता. 1990 और 2000 के दशक में यह एक जरूरी प्रतिभा हुआ करती थी. इस बीच विकास दुबे ने तेजी से शहर में तब्दील हो रहे इलाके में बेबस और असहाय लोगों को जमीनें कब्जाना भी जारी रखा. कोई ईमानदार पुलिस अधिकारी उसके खिलाफ कार्रवाई भी करना चाहता तो राजनीतिक संरक्षण उसे बचा लेता.’
जानकारों के मुताबिक थोड़े समय बाद विकास दुबे को अहसास हुआ कि जब तक इलाके में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता संतोष शुक्ला सक्रिय हैं उसकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं पूरी नहीं होंगी. शुक्ला भी ब्राह्मण समुदाय से थे और उनका भी कोर वोट बैंक वही था जिस पर विकास दुबे की नजर थी. इसके अलावा राजनीतिक वरिष्ठता की वजह से भी हालात उनके पक्ष में थे. जावेद अहमद कहते हैं, ‘विकास दुबे ने संतोष शुक्ला की हत्या कर दी. उसे पूरा भरोसा था कि राजनीतिक समर्थन के चलते वह बच जाएगा. राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त संतोश शुक्ला की हत्या 2001 में शिवली नाम के एक इलाके के थाने में हुई थी.’
मामला हाई प्रोफाइल था. जांच शुरू हुई. विकास दुबे को आरोपित बनाया गया. चार्जशीट दाखिल हुई. लेकिन मुकदमे के दौरान सभी गवाह मुकर गए. इनमें से ज्यादातर उत्तर प्रदेश पुलिस के कर्मचारी थे. आखिर में सबूतों के अभाव में विकास दुबे को बरी कर दिया गया. प्रवीण मोहता कहते हैं, ‘इतनी बड़ी वारदात होने के बाद भी किसी पुलिस वाले ने विकास के खिलाफ गवाही नहीं दी. कोर्ट में विकास दुबे के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं पेश किया जा सका जिसकी वजह से उसे छोड़ दिया गया.’
जानकारों के मुताबिक सरकार में शामिल लोगों के सहयोग के बिना चाहे ऐसा नहीं हो सकता था. जावेद अहमद कहते हैं, ‘सवाल उठता है कि अभियोजन पक्ष क्या कर रहा था. जिला गवर्नमेंट काउंसिल, जो एक राजनीतिक नियुक्ति मानी जाती है, से पूछताछ होनी चाहिए थी. अभियोजन के प्रभारी जिला मजिस्ट्रेट से भी सवाल किए जाने चाहिए थे. इसके बजाय फैसला हुआ कि विकास दुबे को बरी किए जाने के खिलाफ ऊपरी अदालत में कोई अपील नहीं की जाएगी.’ बीबीसी से बातचीत में लखनऊ में टाइम्स ऑफ इंडिया के राजनीतिक संपादक सुभाष मिश्र कहते हैं, ‘यह बिना सरकार की इच्छा के संभव नहीं था.’ वे आगे जोड़ते हैं, ‘पुलिस उस वक़्त भी उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई थी. विकास दुबे ने जब सरेंडर किया था. उस वक्त बीजेपी की सरकार थी.’ इसके बावजूद पार्टी के ही एक ऐसे वरिष्ठ नेता की हत्या के मामले में, जिसे राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त था, कुछ नहीं किया जा सका.
इसके बाद विकास दुबे पर एक और मुकदमा हुआ. यह साल 2000 में एक स्कूल के प्रधानाचार्य की हत्या का मामला था. इसमें 2004 में उसे उम्र कैद की सजा सुनाई गई. लेकिन हैरानी की बात है कि हत्या जैसे आरोपों में 60 से भी ज्यादा मुकदमों और गैंगस्टर एक्ट का सामना कर रहे इस अपराधी को थोड़े ही समय बाद जमानत भी मिल गई. 2017 में कानपुर में ही दर्ज दो मामलों में फरार चल रहे विकास दुबे को एसटीएफ़ ने लखनऊ के कृष्णानगर स्थित उसके घर से पकड़ा था. लेकिन इस मामले में भी उसे जमानत मिल गई. सबसे नए मामले की बात करें तो विकास दुबे 2018 में गिरफ्तार हुआ था. उस पर अपने ही एक चचेरे भाई पर जानलेवा हमला करने का आरोप था. लेकिन इसी साल फरवरी में उसे एक बार फिर से जमानत मिल गई थी.
बीते तीन दशक के दौरान उत्तर प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा तीनों राजनीतिक दलों की सरकारें रहीं. इन सभी ने अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाए, लेकिन विकास दुबे इन सभी अभियानों से बचा रहा. बल्कि एक समय तो उसे पुलिस की सुरक्षा भी मिली हुई थी. ऐसा क्यों हुआ, यह एक बड़ा सवाल है. असल में भले ही विकास दुबे के काले कारनामों की चर्चा अब दुनिया भर में हो रही हो लेकिन, इस वारदात से पहले तक खुद उसके जिले की पुलिस भी उसे लेकर बहुत गंभीर थी, ऐसा नहीं लगता है. इसका एक उदाहरण यह भी है कि ताजा वारदात से पहले तक विकास दुबे कानपुर के शीर्ष 10 अपराधियों में भी शामिल नहीं था.
अब यह जानकारी भी सामने आ रही है कि आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने से दो या तीन पहले ही कानपुर में एक नए एसएसपी की तैनाती हुई थी और उन्होंने भगोड़े घोषित विकास दुबे पर 25 हजार रु के ईनाम का ऐलान किया था. इससे पहले तक इस दुर्दांत अपराधी पर कोई ईनाम नहीं था. उत्तर प्रदेश में कोई अपराधी कितना बड़ा है, इसका एक पैमाना उस पर घोषित ईनाम भी होता है. लेकिन विकास दुबे का एक लंबे समय तक इससे बचे रहना काफी कुछ बताता है. जावेद अहमद कहते हैं, ‘असल में पुलिस अब कानून और व्यवस्था कायम रखने वाली मशीनरी नहीं रही. उसका काम सिर्फ व्यवस्था कायम रखने का हो गया है.’
राजनीतिक रसूख
बताया जाता है कि चौबेपुर के दो दर्जन से भी ज्यादा ब्राह्मण समुदाय के प्रभुत्व वाले गांवों में विकास दुबे की तूती बोला करती है. इन गांवों में सिर्फ वही प्रधान बनता रहा है जिसे विकास दुबे चाहता था. उसकी यह ताकत सत्ता के साथ उसकी करीबी से आती थी और इस ताकत की वजह से ही वह सत्ता के करीब भी रहा करता था. जावेद अहमद कहते हैं, ‘आखिर जो 20 प्रधानों को निर्विरोध चुनवा सकता हो, वह करीब एक लाख वोट दिलवाने का माद्दा तो रखता ही है. इतने वोट एक विधानसभा सीट जीतने और एक लोकसभा सीट के परिणामों को निर्णायक तरीके से प्रभावित करने के लिए काफी होते हैं.’
सुभाष मिश्र का भी मानना है कि विकास दुबे जैसे लोगों की राजनीतिक दलों में खूब उपयोगिता होती है. वे कहते हैं, ‘चुनाव जीतने में ये महत्वपूर्ण कारक होते हैं, यह बात किसी से छिपी नहीं है. सबको मालूम है कि ये ‘जिताऊ लोग’ हैं. इनके पास पैसा, बाहुबल और कभी-कभी जातीय समीकरण भी ऐसा फिट बैठता है कि नेताओं के लिए उपयोगी साबित होते हैं. इसीलिए नेताओं के चुनाव जीतने के बाद ये अपने योगदान की वसूली भी करते हैं.’
जानकारों के मुताबिक इससे पहले विकास दुबे के खिलाफ पुलिस की कभी शिकंजा कसने की हिम्मत नहीं हुई क्योंकि हर पार्टी उसे राजनीतिक संरक्षण देती थी. क्या भाजपा, क्या सपा और क्या बसपा, हर पार्टी के नेताओं या झंडे वाले पोस्टरों के साथ विकास दुबे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. इसके बाद हर पार्टी उससे पल्ला झाड़ने में जुटी है.
इस पूरे मुद्दे को लेकर उठने वाले कई सवालों में से एक यह भी है कि पिछले करीब तीन दशक से पुलिस, राजनीति और अपराध के गठजोड़ का फायदा उठा रहे विकास दुबे ने आखिर पुलिस टीम पर इतना घातक हमला क्यों किया? जावेद अहमद कहते हैं, ‘इस अपराधी ने बिना किसी उकसावे के ऐसा क्यों किया, यह सवाल अब भी मुझे हैरान किए हुए है... आखिर उसने वह संतुलन क्यों बिगाड़ा जो उसे एक साथ अपराधी, भूमाफिया, राजनीतिक दलाल और ब्राह्मण रॉबिनहुड होने का मौका दे रहा था?’
सवाल और भी हैं. जैसे इतने कुख्यात गैंगस्टर को पकड़ने के लिए निकली टीम ने अपनी सुरक्षा का पर्याप्त ध्यान क्यों नहीं रखा? खबरों के मुताबिक डीएसपी समेत तमाम पुलिसकर्मी मौके पर प्रोटेक्टर और हेलमेट के बगैर गए थे. ज्यादातर लोगों के सिर और सीने पर गोलियां लगी हैं. यानी अगर वे सावधानी बरतते तो इनमें से कुछ लोग बच सकते थे. सवाल यह भी है कि घटना के तत्काल बाद कानपुर जिले की सीमा सील क्यों नहीं की गई. जानकारों के मुताबिक अगर ऐसा हुआ होता तो विकास दुबे और उसके सहयोगियों को खोजने के अभियान का दायरा काफी कम होता और उसे अब तक पकड़ लिया गया होगा. खबरें आ रही हैं कि मुठभेड़ वाली रात विकास दुबे ने दो दर्जन से ज्यादा शूटरों को गांव स्थित अपने घर पर बुलाया था. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में लोगों के हथियारों के साथ आने की लोकल इंटेलिजेंस को खबर कैसे नहीं हुई?
ऐसे बहुत से सवाल हैं, लेकिन जवाबों के नाम पर फिलहाल अंधेरा है. (satyagrah.scroll.in)
संचालक पॉक्सो में गिरफ्तार
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के शुक्रताल आश्रम पर छापा मारकर पूर्वोत्तर के बच्चों को छुड़ाया है। आश्रम में इन बच्चों का यौन शोषण हो रहा था। पुलिस ने आश्रम के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर पॉक्सो एक्ट के तहत भी मामला दर्ज हुआ है।
-आस मोहम्मद कैफ
आश्रम नगरी कहे जाने वाले मुजफ्फरनगर जनपद के तीर्थस्थल शुक्रताल के एक आश्रम में बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है। यहां आश्रम के संचालक अनाथ बच्चों का यौन शोषण कर रहे थे। चाइल्ड हेल्पलाइन की टीम ने छापा मारकर बच्चों को छुड़ाया है। मेडिकल जांच में चार बच्चों के यौन शोषण की पुष्टि हुई है। इन सभी बच्चों की उम्र दस साल से कम है। पुलिस ने मुक़दमा दर्ज कर आश्रम के मुख्य संचालक और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है।
इस शर्मनाक कांड का खुलासा एक बच्चे की हिम्मत और समझदारी से हुआ। आश्रम में रहने वाले मिजोरम के 9 साल के इस बच्चें ने चाइल्ड हेल्पलाइन पर फोन कर बच्चों पर हो रहे जुल्म की जानकारी दी थी। इसके बाद टीम वहां पहुंची और जांच पड़ताल शुरु की। इस आश्रम का नाम गौड़िया मठ है और यह जनपद के फिरोजपुर रोड स्थित शुक्रताल में है जो फिरोजपुर थाना क्षेत्र में हैं। पुलिस ने जांच के दौरान हुए खुलासे और बच्चों की मेडिकल जांच के आधार पर आश्रम संचालक भक्ति भूषण गोविंद महाराज को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक इस आश्रम में मिज़ोरम, त्रिपुरा और मणिपुर के यह मासूम बच्चें धार्मिक शिक्षा ग्रहण करने आए थे। बुधवार को मुज़फ्फरनगर में 1098 पर आई शिकायत के आधार पर चाइल्ड हेल्प लाइन की टीम ने तीर्थ नगरी के नाम से विख्यात शुकतीर्थ स्थित इस आश्रम पर छापा मारा। टीम को जानकारी मिली थी कि गोड़िया मठ आश्रम में मिजोरम और त्रिपुरा को 10 बच्चो को बंधक बनाकर रखा गया है और उनसे आश्रम में चिनाई के काम के साथ साथ पशुओं का चारा भी जंगल से मंगाया जाता था। टीम को बच्चों ने बताया कि काम न करने पर उनकी पिटाई की जाती थी।
चाइल्ड हेल्प लाइन की अध्यक्ष पूनम शर्मा ने बताया कि “हमारे पास 1098 से रजिस्टर्ड होकर सूचना आई थी कि यहां पर जो गोडिया मठ आश्रम है इसमें बच्चों को बंधक बना रखा है। हमने वहां जाकर देखा तो वहां 8 - 10 बच्चे थे उन्होंने बच्चों को इतना डरा रखा था कि सब बच्चे महंत जी की तरफ से ही बोल रहे थे लेकिन बच्चों की घबराहट को देखकर हमें शक हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है, जिसके बाद हमने बच्चों को विश्वास में लेकर उनसे बात की। इसके बाद बच्चों ने सबकुछ बताना शुरू कर दिया।“
पूनम शर्मा ने बताया कि आश्रम के लोगों ने टीम को शुरु में बच्चों से बात करने से रोका और बच्चों को छिपाने की भी कोशिश की। उन्होने बताया कि जब उन्होंने आश्रम के लोगों को बताया कि वे कोई कार्यवाही नहीं करेंगे बल्कि सिर्फ पूछताछ करेंगे तब कहीं जाकर उन्होंने बच्चों सामने किया। पूनम शर्मा का कहना है कि आश्रम के लोगों ने दो बच्चों को कहीं छिपा दिया है, और टीम 8 बच्चों को ही मुक्त कराकर लाई है। उन्होंने बताया कि एक बच्चे की उम्र करीब 12 साल है, उससे आश्रम में खाना बनाने का काम लिया जाता था और बर्तन भी धुलवाए जाते थे। पूनम शर्मा के मुताबिक बच्चों के शरीर पर उत्पीड़न के निशान मिले हैं।
पुलिस ने आश्रम के संचालक के खिलाफ धारा 323, 504, 377 और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इलाके के पुलिस सीओ राजेश द्विवेदी ने बताया कि मेडिकल जांच में यौन उत्पीड़न की पुष्टि होने के बाद अप्राकृतिक यौन शोषण का मामला भी दायर किया गया है।
..राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।
विकास दुबे के मुठभेड़ पर अखिलेश यादव बोले- ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई
समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर योगी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, “दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।”
एसटीएफ काफिले की गाड़ी पलटने से 4 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं: कानपुर आईजी
कानपुर आजीजी ने बताया कि गाड़ी पलटने से पुलिस के चार लोग घायल हुए हैं, उनका इलाज चल रहा है।
विकास दुबे ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, इस दौरान मारा गया: पुलिस
10 Jul 2020, 7:49 AM
विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही STF की गाड़ी पलटी, गाड़ी में विकास था सवार
कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। बताया जा रहा है कि जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उसमें विकास दुबे भी सवार था। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ है।
10 Jul 2020, 7:59 AM
मुठभेड़ में मारा गया गैंगस्टर विकास दुबे, STF की गाड़ी पलटने के बाद एनकाउंटर
एनकाउंटर में विकास दुबे की मारे जाने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। खबरों के मुताबिक इसी दौरान पुलिस की गोली का विकास दुबे शिकार हो गया।
कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उसमें विकास दुबे भी सवार था। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ है।
10 Jul 2020, 8:24 AM
यूपी पुलिस ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि की
यूपी पुलिस ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि कर दी है। कानपुर पश्चि के एसपी ने मीडिया से बात करते हुए बताया “विकास दुबे को जब लाया जा रहा था तब गाड़ी पलट गई, इसमें जो पुलिसकर्मी घायल हुए उसने उनका पिस्टल छीनने की कोशिश की। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर कर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की, जिसमें उसने जवाबी फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की। इस दौरान गोली लगने से वह घायल हो गया। विकास को अस्पाल ले जाया गया, जहां पुलिस ने उसे मृत घोषित कर दिया।”
विकास दुबे ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की, इस दौरान मारा गया: पुलिस
यूपी पुलिस ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि की
यूपी पुलिस ने विकास दुबे की मौत की पुष्टि कर दी है। कानपुर पश्चि के एसपी ने मीडिया से बात करते हुए बताया “विकास दुबे को जब लाया जा रहा था तब गाड़ी पलट गई, इसमें जो पुलिसकर्मी घायल हुए उसने उनका पिस्टल छीनने की कोशिश की। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर कर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की, जिसमें उसने जवाबी फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस ने फायरिंग की। इस दौरान गोली लगने से वह घायल हो गया। विकास को अस्पाल ले जाया गया, जहां पुलिस ने उसे मृत घोषित कर दिया
मुठभेड़ में मारा गया गैंगस्टर विकास दुबे, STF की गाड़ी पलटने के बाद एनकाउंटर
एनकाउंटर में विकास दुबे की मारे जाने की खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। खबरों के मुताबिक इसी दौरान पुलिस की गोली का विकास दुबे शिकार हो गया।
कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे को मध्य प्रदेश से कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उसमें विकास दुबे भी सवार था। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ है
विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही STF की गाड़ी पलटी, गाड़ी में विकास था सवार
कानपुर शूटआउट के मास्टरमाइंड विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। बताया जा रहा है कि जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उसमें विकास दुबे भी सवार था। हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ है। (ANI)
वर्क फ्राॅम होम खत्म
गृह मंत्रालय ने यूनिवर्सिटी, काॅलेज और सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने की छूट दे दी है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय की गुजारिश पर गृह मंत्रालय ने यूनिवर्सिटी और काॅलेज समेत देश के उच्च शिक्षण संस्थानों को खोलने की छूट दे दी है। परीक्षाओं के आयोजन, उनसे जुड़ी गतिविधि, मूल्यांकन के लिए संस्थान खोलने की इजाजत दी गई है। इसके साथ ही MHRD ने वर्क फ्राॅम होम का आदेश खत्म कर दिया गया है। इस ओदश के बाद यूनिवर्सिटी अब अपने फाइनल एग्जाम करा सकती हैं।
इसके बारे में अंडर सेक्रेटरी विद्या सागर राय ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। मंत्रालय की ओर से यूजीसी, ऑल इंडिया काउंसिल फाॅर टेक्निकल एजूकेशन (AICTE) और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी व अन्य संस्थानों को जारी इस दिशा-निर्देश में कहा गया है कि फाइनल टर्म एग्जाम कराने और उनके मूल्यांकन से जुड़ी गतिविधियों के लिए शिक्षण संस्थान खोले जाएंगे। एडमिशन समेत इन सभी कामकाज से जुड़े अधिकारी, फेकल्टी और नाॅन-टीचिंग स्टाफ पर अब वर्क फ्राॅर्म होम के आदेश लागू नहीं होंगे।
मंत्रालय ने 6 जुलाई को यूजीसी की बैठक के बाद फाइनल एग्जाम कराने के आदेश के तहत ये नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से शिक्षण संस्थान खोलने की अनुमति मांगी थी जिसके लिए अनलाॅक-2 की प्रक्रिया में भी छूट दे दी गई है। अब संस्थान खोले जा सकते हैं और फेकल्टी-स्टाफ बुलाया जा सकता है। अभी क्लास नहीं चलेंगी जबकि ऑनलाइन एजूकेशन जारी रहेगी।
इस आदेश के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में अब परीक्षाओं की तैयारियां शुरू करनी है। एडमिशन की प्रक्रिया भी जारी है। इन नए आदेशों से साफ है कि यूनिवर्सिटी-काॅलेजों से जुड़े फेकल्टी और स्टाफ को ऑफिस से काम करना होगा। शिक्षण संस्थानों के लिए भी अपने प्रशासनिक कामकाज अब ऑफिस से शुरू करने होंगे।
दरअसल, केंद्र सरकार की ओर अनलाॅक-2 की गाइडलाइन जारी करने के बाद एमएचआरडी ने 30 जून को नए दिशा-निर्देश जारी किए थे। उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे की ओर से जारी इस पत्र में कहा गया था कि यूजीसी, एआईसीटीई और एमएचआरडी के अंतर्गत आने वाले संस्थानों की फेकल्टी, टीचर, रिसर्चर और नाॅन-टीचिंग स्टाफ को 31 जुलाई तक वर्क फ्राॅम होम की इजाजत दी जाएगी। 31 जुलाई तक इन्हें ऑन ड्यूटी माना जाएगा।
अब यूजीसी की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद मंत्रालय के नए आदेश के मुताबिक परीक्षा संबंधी कामकाज, मूल्यांकन या एडमिशन प्रक्रिया से जुड़ा स्टाफ-फेकल्टी को वर्क फ्राॅम होम का नियम लागू नहीं होगा। इनके घर से काम को ऑन ड्यूटी नहीं माना जाएगा। इससे साफ है कि अब इन्हें ऑफिस आकर कामकाज करना होगा। इन्हें घर से काम की छूट नहीं दी जाएगी। देश भर केंद्रीय विश्वविद्यालयों को भी अपने ऑफिस से कामकाज करना होगा। (theuniversity.in)
डीजीपी अवस्थी ने दिया इन्द्रधनुष पुरस्कार, गृहमंत्री ने भी दी बधाई
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
रायगढ़, 9 जुलाई। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की खरसिया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले किरोड़ीमल नगर स्थित आजाद चौक में 3 जुलाई शुक्रवार की दोपहर दो बजे फिल्मी स्टाईल में गोली चलाकर एटीएम वैन चालक की हत्या व गार्ड को गोली मारकर 14 लाख रुपए से भी अधिक लूट मामले में रायगढ़ पुलिस ने मात्र 10 घंटे के भीतर दोनों आरोपियों को नगद राशि सहित तीन हथियार तथा 26 जिंदा कारतूस के अलावा अन्य सामान के साथ बरामद करते हुए बडी कामयाबी हासिल की थी। छत्तीसगढ़ में पहली बार 10 घंटे के भीतर हत्या व लूट के खूंखार अपराधियों को दबोचने वाली रायगढ़ पुलिस को पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी द्वारा सफलता पर धन्द्रधनुष पुरस्कार से सम्मानित करने रायपुर बुलाया गया था। कार्यक्रम के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू अपने रायपुर निवास में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह एवं उनकी टीम को बुलाकर इस सफलता पर बधाई देते हुए पीठ थपथपाई है।
आज सुबह पुलिस मेस रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में इन्द्रधुनष योजना के तहत जिला रायगढ़ एटीएम लूट की घटना का खुलासा करने वाले पुलिस अधिकारी व जवानों को इन्द्रधनुष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुलिस महानिदेशक श्री अवस्थी ने कहा कि रायगढ़ पुलिस द्वारा प्रोफेशनल गिरोह को 10 घंटे के भीतर हथियार एवं लूट की पूरी रकम के साथ साहस और जोखिम उठाकर उत्कृष्ट कार्य कुशलता से पकड़े, ऐसा कार्य प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल से पुलिस अधीक्षक तक एक साथ मिलकर कार्य करते हैं तो रिजल्ट अच्छा आता है। रायगढ़ एटीएम लूट में कांस्टेबल से एसपी, आईजीपी तक सही दिशा में कार्य करने पर शीघ्र सफलता मिली है। वे राज्य के सभी जिलों में पुलिसिंग के कार्य पर संतोष जताया।
इनका हुआ इंद्रधनुषी सम्मान
रायगढ़ के एटीएम लूट की घटना का शीघ्रतापूर्वक खुलासा पर इन्द्रधनुष पुरस्कार के लिये इन 33 अधिकारी व कर्मचारियों का चयन हुआ- दीपांशु काबरा, आईजी बिलासपुर, संतोष कुमार सिंह, एसपी रायगढ़, अभिषेक वर्मा, ए.एस.पी. रायगढ़, अविनाश ठाकुर सीएसपी रायगढ़, पुष्पेंद्र सिंह बघेल, डीएसपी यातायात रायगढ़, निरीक्षक एस.एन. सिंह, निरीक्षक युवराज तिवारी, निरीक्षक विवेक पाटले, निरीक्षक अमित सिंह, निरीक्षक अमित शुक्ला, निरीक्षक डी.एस. मारकंडे, उपनिरीक्षक कमल किशोर पटेल, सउनि डीपी भारद्वाज, सउनि सोहनलाल साहु, सउनि अर्जुन चंद्रा, प्र.आर. 628 राजेश पटेल, प्र.आर. 578 दुर्गेश सिंह, प्र.आर. 68 धनेश्वर उरांव, प्र.आर. 06 लोमेश राजपूत, प्र.आर. 292 राजेंद्र पटेल, आरक्षक 592 बृज लाल गुर्जर, आर. 629 मुकेश साहू, आर. 639 भूपेंद्र सिंह, आर. 107 हेमप्रकाश सोन, आर. 428 बालचंद राव, आर. 624 धर्मेंद्र सिंह ठाकुर, आर. 254 राहुल सिदार, आर. 628 अभिषेक द्विवेदी, आर. 278 विनय तिवारी, आर. 411 विकास सिंह, आर. 444 महेश पंडा, आर. 199 मुरली मनोहर पटेल, आर. 252 भुनेश्वर पटेल, जिला रायगढ़।