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सवा 21 लाख के नकली नोट समेत 5 बंदी, सभी बलौदाबाजार के
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 जुलाई। महासमुंद पुलिस ने 21 लाख 27 हजार नकली नोट सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। नकली नोट छापकर खपाने वाले इस गिरोह का सरगना एक प्रिंटिंग प्रेस का संचालक है। सभी आरोपी थाना सरसींवा जिला बलौदाबाजार के निवासी हैं। मामले का खुलासा आज दोपहर डेढ़ बजे स्थानीय कंट्रोल रूम में आयोजित एक प्रेस वार्ता में एसपी प्रफुल्ल ठाकुर और एएसपी मेघा टेम्भुरकर ने किया।
पुलिस के मुताबिक नकली नोटों की बड़ी खेप महासमुंद के रास्ते गुजरने की खबर मिली तो पुलिस की टीम नदीमोड़ घोड़ारी के पास सिविल ड्रेस में तैनात थी। इसी दरमियान रायपुर की ओर से एक दुपहिया तेज गति से आ रही थी। रोकने पर उसमें सवार दोनों युवकों ने अपने पास थैले में रखे नकली नोटों का खुलासा कर दिया। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में इस मामले में संलिप्त तीन और आरोपियों के शामिल होने की जानकारी दी। दोनों की निशानदेही पर महासमुन्द पुलिस बलौदाबाजार सरसींवा पहुंची और उन्हें गिरफ्तार किया है।
आरोपियों से पुलिस ने 100 तथा 500 के 21 लाख 27 हजार नकली नोट, एक फोटो कापी मशीन, एक कम्प्यूटर, एक सीपीयू, एक टोनर, पेपर कटिंग मशीन, कटर ब्लेड, कैंची, पेन ड्राइव, बांड पेपर और बाइक बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम कलाराम नायक, मुन्ना लाल भारती, दुर्गा राम कुर्रे, रेशम कोसले और भूपेन्द्र जांगड़े है।
नई दिल्ली, 28 जुलाई। केरल की विवादास्पद कार्यकर्ता रेहाना फातिमा, जिन पर अपने अर्ध-नग्न शरीर पर अपने बच्चों को पेंटिंग दिखाते हुए एक वीडियो पर मामला दर्ज किया गया, उन्होंने केरल हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। केरल हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी से पहले जमानत देने से इनकार कर दिया था। रेहाना फातिमा की इस दलील को हाईकोर्ट ने नामंज़ूर कर दिया था कि यौन शिक्षा देने के लिए उन्होंने उस वीडियो को प्रकाशित किया जिसमें उनके बच्चे को उनके नग्न शरीर पर पेंटिंग करते दिखाया गया है। कोर्ट ने रेहाना को इस आधार पर अग्रिम ज़मानत देने से मना कर दिया।
केरल हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति पीवी कुन्हीकृष्णन ने कहा कि वह अपने 14 साल के बेटे और 8 साल की बेटी को जिस तरह से चाहें अपने घर के अंदर यौन शिक्षा देने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन इस बारे में कोई वीडियो जारी करना, जिसमें उनके बच्चे को उनके शरीर पर पेंटिंग करते दिखाया गया है, प्रथम दृष्टया बच्चों को अश्लील तरीके से पेश करने का अपराध है। फातिमा के वीडियो से काफी हंगामा मचा था और इस बारे में दो एफआईआर दर्ज कराई गई हैं। उन पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम, 2012 की धारा 13, 14 और 15, सूचना तकनीक अधिनियम, 2000 की धारा 67बी (डी) और जुवेनाइल जस्टिस (देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 की धारा 75 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
रेहाना फातिमा ने अग्रिम जमानत के लिए आवेदन दिया था और अपनी दलील में कहा कि उसका उद्देश्य बच्चों को शरीर और उसके विभिन्न अंगों के बारे में बताना था, ताकि वे शरीर को एक अलग नजरिए से देखें न कि सिर्फ यौन उपकरण के रूप में। उच्च न्यायालय के फैसले पर सवाल उठाते हुए रेहाना ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में तर्क दिया कि सिर्फ नग्नता को अपने-आपमें अश्लीलता नहीं माना जा सकता। इस संबंध में अवीक सरकार बनाम पश्चिम बंगाल राज्य में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भरोसा किया, जिसमें कहा गया कि केवल सेक्स से संबंधित सामग्री उत्तेजक वासनापूर्ण विचार को ही अश्लील माना जा सकता है।
उन्होंने कहा कि वीडियो अपने बच्चों के लिए शरीर के महिला रूप को सामान्य बनाने और उनके दिमाग में व्याप्त विकृत विचारों को न आने देने के लिए एक संदेश फैलाने के इरादे से बनाया और अपलोड किया गया था। याचिका में कहा गया है कि याचिकाकर्ता ने अर्ध-नग्न होते हुए अपने शरीर को अपने बच्चों को एक कैनवास के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी और एक विकृत मानसिकता के अलावा शायद ही और कोई व्यक्ति हो जो, जिसमें इस प्रकृति की कला को देखकर कामुक इच्छा से जागे।
हाईकोर्ट द्वारा पॉस्को की धारा 13 के आह्वान को चुनौती देते हुए याचिका में कहा गया है : इस मामले में किसी भी बच्चे का कोई अभद्र या अश्लील प्रतिनिधित्व नहीं किया गया है - वास्तव में, वे केवल एक बेतरतीब तरीके से पेंट कर रहे हैं क्योंकि बच्चे ऐसा करने के लिए अभ्यस्त हैं। इसलिए यह निष्कर्ष निकालना असंभव है कि यह किसी भी बच्चे का यौन संतुष्टि के लिए उपयोग किया गया था। रेहाना फातिमा के बच्चों की विशेषता वाला वीडियो - 14 साल की उम्र का एक लडक़ा और 8 साल की एक लडक़ी - ने व्यापक रूप से आक्रोश पैदा किया था, जिसके कारण बच्चों के अश्लील प्रतिनिधित्व के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। याचिका में कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत व्यक्तिगत स्वतंत्रता के संदर्भ में निम्नलिखित मुद्दे सामने आते हैं : महिला नग्नता (भले ही दिखाई न दे) अपने आप में अश्लीलता का गठन करती है। क्या माता के शरीर पर चित्रकारी करने वाले बच्चों को इन कड़े कानूनों के तहत यौन संतुष्टि और बाल शोषण के रूप में निष्कर्ष निकाला जा सकता है। (hindi.livelaw.in)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 28 जुलाई। मंगलवार को शहीद सप्ताह के पहले दिन तोयनार थाना क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन पुलिस ने नक्सलियों के तीन कैम्प को ध्वस्त कर वहां से बड़ी संख्या में सामान बरामद किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक 28 जुलाई से नक्सली शहीद सप्ताह मना रहे हैं। नक्सलियों के शहीद सप्ताह को देखते हुए जिला मुख्यालय से सोमवार की रात डीआरजी की टीम को तोयनार क्षेत्र में रवाना किया गया था। मंगलवार की सुबह डीआरजी की टीम सर्चिंग करते हुए तोयनार थाना क्षेत्र के गुमनेर जंगल में पहुंची ही थी कि यहां कैम्प लगाये नक्सलियों ने जवानों को दूर से ही देखते उन पर हमला कर दिया। जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की।
दोनों तरफ से कुछ देर चली मुठभेड़ के बाद माओवादी कैम्प छोडक़र भाग निकले। जवानों ने मौके से 3 नग टेंट, 10 नग पिट्ठू बैग, 1 नग कुकर बम, मेडिसिन, माओवादी साहित्य, रोजमर्रा की सामग्री बरामद की है। सूत्रों ने बताया कि करीब 10 से 12 माओवादी गुमनेर के जंगल में कैम्प लगाए हुए थे।
फ्लाईओवर में तडक़े हुआ सडक़ हादसा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 जुलाई। ट्रक के पहिए की हवा चेक करने उतरे चालक की पीछे से आ रही एक ट्रक के चपेटे में आने से मौके पर ही मौत हो गई। मंगलवार तडक़े राजनांदगांव शहर के मध्य स्थित फ्लाईओव्हर में हादसे की वजह से करीब एक घंटे जाम की स्थिति रही। घटना की खबर के बाद पहुंची यातायात पुलिस को दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को रास्ते से हटाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
बताया जाता है कि तडक़े तीन बजे के आसपास फ्लाईओव्हर के नागपुर-रायपुर लेन में अनीस मेहता नामक चालक अपनी ट्रक से उतरकर पहियों की जांच कर रहा था। इसी बीच नागपुर की ओर से आ रही एक ट्रक ने चालक को रौंद दिया।
बताया जाता है कि खड़ी ट्रक के किनारे खड़े चालक पर पीछे से आ रही ट्रक चालक की नजर नही पड़ी। इसी के चलते हादसे में मारे गए चालक का शव फ्लाईओव्हर के दीवार के पास जा गिरा।
बताया जाता है कि मृत चालक अनीस मेहता पुणे से सामान लेकर रायपुर जा रहा था। हादसे से पहले वह अपनी ट्रकों के पहियों की हवा की जांच कर रहा था। इसी बीच पीछे आ रही ट्रक ने उसे कुचल दिया। हादसे के बाद दूसरी ट्रक का चालक फरार हो गया। दुर्घटना के चलते फ्लाईओवर में जाम लग गया। यातायात प्रभारी नीलकंठ वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि सडक़ हादसे में खड़ी ट्रक के चालक की मौत हो गई। पुलिस ने दूसरे ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बताया जाता है कि दूसरी ट्रक भी गेंहू लेकर रायपुर जा रही थी। हादसे के बाद ट्रक चालक के मालिक को सूचना देकर पुलिस ने मौके पर बुलाया। पीछे से ठोकर मारने की वजह से दूसरी ट्रक का सामने का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। जिसके चलते ट्रक बंद हो गई।
बीजिंग, 28 जुलाई (एजेंसियां)। चीन में प्रारंभ में कोरोना वायरस के मामलों का पता लगाने वाले एक चीनी डॉक्टर ने स्थानीय प्रशासन पर उसके केंद्र वुहान में इस महामारी की प्रारंभिक स्तर पर लीपापोती करने का आरोप लगाया। डॉक्टर ने कहा कि जब वे जांच के लिए गये तब सबूत पहले ही नष्ट कर दिया गया था।
हांगकांग के सूक्ष्मजीवविज्ञान एवं चिकित्सक प्रोफेसर क्वोक-यंग युएन ने बीबीसी से कहा कि हुनान के वन्यजीव बाजार में सबूत नष्ट कर दिया गया और चिकित्सकीय निष्कर्ष के प्रति जवाबी कार्रवाई बहुत धीमी थी। युएन ने चीनी शहर वुहान में कोविड-19 महामारी के फैलने की जांच में मदद की थी।
बीबीसी के अनुसार उन्होंने कहा, जब हम हुनान सुपरमार्केट में गये तब वाकई वहां देखने के लिए कुछ था ही नहीं क्योंकि बाजार की पहले ही सफाई कर दी गयी थी। ऐसे में आप कह सकते हैं कि अपराधदृश्य में पहले ही गड़बड़ी कर दी गयी थी क्योंकि सुपरमार्केट साफ था। हम ऐसा कुछ नहीं पहचान पाए जो इंसानों में इस वायरस को पहुंचा रहा है।
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि जब हम हुनान के सुपर मार्केट में गए तब वाकई वहां देखने के लिए कुछ था ही नहीं, क्योंकि बाजार की पहले ही सफाई कर दी गई थी। हम ऐसा कुछ नहीं पहचान पाए जो इंसानों में इस वायरस को पहुंचा रहा हो।
उन्होंने कहा, मुझे संदेह है कि वे वुहान में स्थानीय स्तर पर कुछ लीपा-पोती की गयी हैं। जिन स्थानीय अधिकारियों को तत्काल सूचना आगे भेजवानी थी, उन्होंने उसे उतनी तत्परता से ऐसा होने नहीं दिया जितनी तत्परता से होनी चाहिए।
कोरोना वायरस पिछले साल दिसंबर में वुहान के हुनान वन्यजीव बाजार से फैला था और अब वह दुनियाभर में 1.6 करोड़ लोगों को संक्रमित कर चुका है। इस संक्रमण के चलते दुनिया में 648,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और विश्व अर्थव्यवस्था का पहिया थम गया है।
जॉन होपकिंस के आंकड़े के अनुसार चीन में कोविड-19 के 86,570 मामले सामने आए और 4,652 मौतें हुईं। अमेरिका समेत कई देशों ने इस बीमारी की गंभीरता के बारे में दुनिया को अवगत नहीं कराने को लेकर चीन की आलोचना की। लेकिन चीन ने सूचना रोकने के आरोप से इनकार किया है।
चीन पर डॉ ली वेनलियांग और अन्य ऐसे लोगों को सताने का आरोप है जिन्होंने इस जानलेवा वायरस के बारे में चिकित्साकर्मियों को चेतावनी देन का प्रयास किया। पिछले साल दिसंबर में ली पहले एसे व्यक्ति थे जिन्होंने इस वायरस के बारे में रिपोर्ट किया था। वह संक्रमित होकर फरवरी में मर गये।
आज ही करें आवेदन, आखिरी तारीख 31 अगस्त 2020
आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं बल्कि ऑफलाइन है।
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) ने इंस्पेक्टर, सब-इंस्पेक्टर, असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल के पदों के लिए नौकरियां निकाली हैं। हाल ही में, उन्होंने नौकरियों के लिए विज्ञापन जारी किया है। सीआरपीएफ में ग्रुप-B एवं C नॉन – गजेटेड और कॉम्बैटाइज्ड पैरामेडिकल स्टाफ के तहत 789 पदों पर भर्तियां की जाएंगी।
अधिक जानकारी के एवं विज्ञापन देखने के लिए यहाँ पर क्लिक करें:
इन सभी पदों के लिए इच्छुक उम्मीदवार ऑफलाइन मोड में अप्लाई कर सकते हैं। इन पदों के लिए कोई ऑनलाइन आवेदन नहीं है। छात्रों को एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करके उसका प्रिंटआउट लेना होगा और फिर इसे अच्छे से भरकर और सभी ज़रूरी दस्तावेज इसके साथ लगाकर पोस्ट करना होगा।
फॉर्म भरने के दिशा निर्देश एवं एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड करने के लिए क्लिक करें:
आवेदन प्रक्रिया 20 जुलाई 2020 से शुरू हो चुकी हैं, और आवेदन पत्र पहुँचने की आखिरी तारीख 31 अगस्त 2020 है।
इन पदों के लिए परीक्षा की तारीख फ़िलहाल 20 दिसंबर 2020 तय की गई है।
सीआरपीएफ पैरामेडिकल परीक्षा 2020 के माध्यम से भर्ती किये जाने वाले पदों के लिए चयन प्रक्रिया में शारीरिक मानक परीक्षा (पीएसटी), शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी), लिखित परीक्षा, ट्रेड टेस्ट / स्क्रीनिंग ऑफ डॉक्यूमेंट्स और मेडिकल एग्जाम के चरण शामिल हैं।
इन पदों पर होनी है भर्ती :
1. इंस्पेक्टर (डाइटीशियन)- 01
2. सब-इंस्टेपक्टर (स्टाफ नर्स)- 175
3. सब-इंस्पेक्टर (रेडियोग्राफर)- 08
4. असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (फार्मासिस्ट)- 84
5. असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (फीजियोथेरेपिस्ट)- 05
6. असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (डेंटल टेक्नीशियन)- 04
7. असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (लेबोरेटरी टेक्नीशियन)- 64
8. असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर/इलेक्ट्रो कार्डियोग्राफी टेक्नीशियन- 01
9. हेड कॉन्स्टेबल (फीजियोथेरेपी असिस्टेंट/नर्सिंग असिस्टेंट/Medic)- 88
10. हेड कॉन्स्टेबल (एएनएम/मिडवाइफ)- 03
11. हेड कॉन्स्टेबल (डायलाइसिस टेक्नीशियन)- 08
12. हेड कॉन्स्टेबल (जूनियर एक्स-रे असिस्टेंट)- 84
13. हेड कॉन्स्टेबल (लेबोरेटरी असिस्टेंट)- 05
14. हेड कॉन्स्टेबल (इलेक्ट्रीशियन)- 01
15. हेड कॉन्स्टेबल (स्टीवार्ड)- 03
16. कॉन्स्टेबल (Masalchi)- 04
17. कॉन्स्टेबल (कुक)- 116
18. कॉन्स्टेबल (सफाई कर्मचारी)- 121
19. कॉन्स्टेबल (धोबी/वाशरमैन)- 05
20. कॉन्स्टेबल (W/C)- 03
21. कॉन्स्टेबल (टेबल ब्वॉय)- 01
22. हेड कॉन्स्टेबल (वेटेरिनरी)- 03
23. हेड कॉन्स्टेबल (लैब टेक्नीशियन)- 01
24. हेड कॉन्स्टेबल (रेडियोग्राफर)- 01
ग्रुप-B के पदों पर आवेदन करने के लिए 200 रुपये फीस है, जबकि ग्रुप-C के पदों के लिए 100 रुपये फीस है। एससी/ एसटी/ महिला वर्ग के लिए आवेदन की कोई फीस नहीं है। इस आवेदन शुल्क का भुगतान इंडियन पोस्टल ऑर्डर या बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से करना होगा। बैंक ड्राफ्ट आप ‘DIGP, Group Centre, CRPF, Bhopal payable at SBI-Bangrasia’ पर भेजें।
आवेदन करने से पहले विज्ञापन में दिए गए सभी दिशा-निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ें और फिर अप्लाई करें। आप यहाँ जाकर एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। इसके बाद फॉर्म में मांगी गई जानकारी भरें और साथ ही दो नए पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ के साथ मांगे गए सभी दस्तावेज व प्रमाणपत्र की फोटो कॉपी आवेदन पत्र के साथ संलग्न करके पोस्ट करें।
आवेदन पत्र भेजने का पता: ‘DIGP, Group Centre, CRPF, Bhopal, Village-Bangrasia, Taluk-Huzoor, District-Bhopal, M.P.-462045’
ध्यान रहे कि आप फॉर्म के लिफाफे के ऊपर “Central Reserve Police Force Paramedical Staff Examination, 2020” ज़रूर लिखें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 28 जुलाई। अनानास की बोरियों के नीचे छुपाकर 100 किलो गांजा ले जा रहे दो युवकों को पुलिस ने आज सुबह गिरफ्तार किया है। जब्त गांजा की कीमत करीब 5 लाख रुपए बताई जा रही है। दोनों तस्कर ओडिशा से गांजा खरीदी कर उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जा रहे थे।
कोमाखान थाना प्रभारी प्रशिक्षु डीएसपी तिलेश्वर यादव ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक पिकअप वाहन में गांजा की तस्करी हो रही है। यह गाड़ी ओडिशा से बागबाहरा की ओर आ रही है। सूचना के आधार पर टीम एनएच 353 टेमरी वन नाका के पास घेराबंदी कर वाहन के आने का इंतजार कर रही थी। तभी यूपी की एक कार आती दिखी। रोककर पूछताछ की गई और तलाशी ली गई तो कार में अनानास की बोरियां थीं। बोरियों को हटाते ही उसमें गांजे के 33 पैकेट मिले। प्रत्येक पैकेट में 3-3 किलोग्राम एवं 1 पैकेट में 1 किलोग्राम, कुल 100 किलोग्राम गांजा मिला।
मामले में पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 लाख रुपए कीमत का गांजा और साढ़े 4 लाख रुपए कीमत का पिकअप वाहन, 2 मोबाइल और 5700 रुपए नगद मिलाकर कुल 9 लाख 58 हजार 700 रुपये का सामान जब्त किया है। आरोपियों ने अपना नाम अलीगढ़ उत्तरप्रदेश निवासी राजकुमार शर्मा और मदन मोहन शर्मा बताया है। ये दोनों ओडिशा से गांजा लेकर अलीगढ़ यूपी जा रहे थे। पुलिस को शक न हो इसके लिए अनानास की बोरियां गांजा के ऊपर रखकर यह खेप गंतव्य तक पहुंचार्ई जा रही थी।
मौतें-45, एक्टिव-2763, डिस्चार्ज-5172
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 जुलाई। प्रदेश में कोरोना मरीज 8 हजार के करीब पहुंच गए हैं। बीती रात मिले 362 नए पॉजिटिव के साथ इनकी संख्या बढक़र 7 हजार 980 हो गई है। इसमें 45 की मौत हो चुकी हैं। 27 सौ 63 एक्टिव हैं और इन सभी का इलाज जारी है। 5 हजार 172 मरीज ठीक होकर घर लौट गए हैं। प्रदेश के अलग-अलग जगहों से आए सैंपलों की जांच जारी है।
प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार जारी है। खासकर पिछले करीब 15 दिनों में राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बुलेटिन के मुताबिक बीती रात साढ़े 8 बजे प्रदेश में 245 नए पॉजिटिव की पहचान की गई। इसमें रायपुर जिले से 88, बिलासपुर से 50, दुर्ग से 49, राजनांदगांव से 18, बलौदाबाजार से 14, महासमुंद से 5, बेमेतरा व कबीरधाम से 4-4, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कोरिया, बस्तर व कांकेर से 2-2 एवं रायगढ़, बालोद व सरगुजा से 1-1 मरीज शामिल हैं।
इसके बाद रात 11 बजे 117 और नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें रायपुर जिले से 91, बिलासपुर से 22, गरियाबंद से 2 एवं बालोद व कबीरधाम से 1-1 मरीज शामिल रहे। प्रदेश में कल मिले 362 सभी मरीज आसपास के अस्पतालों में भर्ती किए जा रहे हैं। संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान जारी है। दूसरी तरफ कल 2 मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसमें एक शदाणी दरबार का 50 वर्षीय पुरूष एवं मस्तूरी बिलासपुर 35 वर्षीय महिला शामिल रहीं।
स्वास्थ्य अफसरों का कहना है कि प्रदेश में फिलहाल करीब 5 हजार सैंपलों की जांच की जा रही है। आने वाले कुछ दिनों में जांच का यह दायरा बढ़ाकर 10 हजार करने की तैयारी है। ऐसे में यहां कोरोना मरीजों के आंकड़े और बढ़ सकते हैं। हालांकि सरकार ने राजधानी रायपुर समेत भीड़ वाले शहरों में लॉकडाउन जारी रखा है, ताकि संक्रमण कम से कम हो सके। उनका कहना है कि बीती रात 228 मरीज ठीक होने पर डिस्चार्ज किए गए। अस्पतालों में भर्ती और भी मरीज इसी तरह ठीक होकर जल्द अपने घर लौट सकते हैं।
नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)| दुनिया भर में बिगड़ते जलवायु संकट से निपटने के मकसद से वैश्विक कार्रवाई किए जाने पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को नियमित रूप से सलाह देने के लिए 18-28 साल तक की आयु के सात युवा नेताओं में एक भारतीय भी शामिल है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्णय लेने संबंधी और नियोजन प्रक्रियाओं में अधिक युवा नेताओं को शामिल किए जाने के संगठन के इस नए प्रयास को चिह्न्ति करने के लिए गुटेरेस द्वारा यह घोषणा की गई और ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि संयुक्त राष्ट्र कोविड-19 से उबरने के प्रयासों के एक हिस्से के रूप में जलवायु कार्रवाई में गति लाने की दिशा में काम कर रहा है।
अर्चना सोरेंग वकालत व अनुसंधान में अनुभवी हैं। वह स्वदेशी समुदायों के पारंपरिक ज्ञान और सांस्कृतिक प्रथाओं को समर्थन देने, उन्हें संरक्षित करने और उनका प्रसार के काम से जुड़ी हैं।
अन्य युवा जलवायु नेता सूडान, फिजी, मोल्दोवा, अमेरिका, फ्रांस और ब्राजील से हैं।
महासचिव ने सोमवार को जलवायु परिवर्तन पर युवा सलाहकार समूह की स्थापना की घोषणा करते हुए एक वीडियो में कहा, "हम एक जलवायु आपातकाल की स्थिति में हैं। हमारे पास विलासिता के लिए समय नहीं है। कोविड-19 से बेहतर ढंग से उबरने, अन्याय और असमानता का सामना करने और जलवायु व्यवधान की रोकथाम करने के लिए हमें तत्काल कार्रवाई करने की आवश्यकता है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने जलवायु कार्रवाई के फ्रंटलाइन में युवाओं को देखा है जो हमें दिखाते हैं कि एक साहसिक नेतृत्व कैसा दिखता है इसीलिए मैं आज जलवायु परिवर्तन पर अपने युवा सलाहकार समूह को पेश कर रहा हूं - जो जलवायु कार्य योजना में अपने ²ष्टिकोण, विचार और समाधान प्रदान कर हमारी मदद करेंगे।"
GAVI vaccine alliance के चीफ एग्जिक्युटिव सेट बर्कले जो COVAX फसिलटी को देख रहे हैं, उनका कहना है कि वर्तमान में वैक्सीन को लेकर कोई टार्गेट प्राइस नहीं रखा गया है। यह संभव है कि वैक्सीन को अलग-अलग देशों को अलग-अलग कीमत पर मिले। गरीब देशों को यह सस्ती कीमत पर मिले और अमीर देशों को इसके लिए ज्यादा कीमत चुकानी पड़े।
COVAX फसिलटी क्या है?
कोवैक्स फसिलटी कोरोना वैक्सीन को लेकर एक ग्लोबल कोलैबोरेशन है। इसका मकसद वैक्सीन डिवेलपमेंट, प्रॉडक्शन और हर किसी तक इसकी पहुंच बनाने की है। इस कोलैबोरेशन का नेतृत्व Gavi की तरफ से किया जा रहा है। Gavi एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (CEPI) और WHO का गठजोर है। WHO की वेबसाइट पर 15 जुलाई को उपलब्ध जानकारी के मुताबिक 75 देशों ने COVAX फसिलटी ज्वाइन करने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जमा किया है।
कोवैक्स फसिलटी का मकसद क्या है?
एकबार जब कोरोना वैक्सीन तैयार हो जाएगी, कोवैक्स फसिलटी अपने सदस्य देशों तक इसकी पहुंच का काम करेगा। इसने 2021 के अंत तक 200 करोड़ डोज अपने सदस्य देशों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
कीमत को लेकर अभी आखिरी फैसला नहीं
सेट बर्कले ने यूरोपियन यूनियन की उस खबर का खंडन किया जिसमें कहा गया कि कोवैक्स फसिलटी अमीर देशों के लिए कोरोना वैक्सीन की कीमत मैक्सिमम 40 डॉलर तय किया है। यूरोपियन यूनियन की तरफ से कहा गया था कि वह कोवैक्स फसिलटी के अलावा सस्ती कीमत पर वैक्सीन मिलने की संभावना तलाशेगा।
वैक्सीन की दिशा में फिलहाल आंशिक सफलता
बर्कले ने यह भी कहा कि कोरोना वैक्सीन की दिशा में अभी जो सफलता मिली है वह आंशिक है। ऐसे में हम यह नहीं जानते हैं कि इसकी कीमत कितनी हो सकती है। कीमत इस बात पर भी निर्भर करती है कि किस वैक्सीन को आशातीत सफलता मिली है। ऐसे में हम अभी संभावनाओं के आधार पर कीमत को लेकर नतीजों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। असल में कीमत का पता तभी लग पाएगा जब कोई वैक्सीन पूरी तरह तैयार हो जाएगी और कारगर होगी।(navbharat)
दो दर्जन से ज्यादा कैदी, एक दर्जन प्रहरी
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 28 जुलाई। कोरोना का फैलाव रोकने के लिये लॉकडाउन से गुजर रहे बिलासपुर जिले में रविवार की शाम 50 नये मामलों की पुष्टि हुई जो देर रात बढ़कर 76 पहुंच गई। प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को सबसे बड़ी चिंता केन्द्रीय जेल को लेकर है, जहां दो दर्जन से ज्यादा कैदी और एक दर्जन प्रहरी तथा स्टाफ कोरोना की चपेट में आ गये हैं।
कल रात आई टेस्ट रिपोर्ट के अनुसार केन्द्रीय जेल में 29 लोग संक्रमित पाये गये हैं। इनमं 22 कैदी और 7 प्रहरी हैं। चिंताजनक यह भी है कि सिर्फ 23 कैदियों के परीक्षण में 22 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें से एक कैदी को 85 वर्ष का भी बताया जा रहा है। इससे पहले एक कैदी, 8 जेल के स्टाफ, एक ड्राइवर और जेल के अस्पताल का एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जेल के एक कर्मचारी ने स्वयं होकर अस्पताल में जाकर अपना टेस्ट कराया उसे भी हल्का लक्षण मिला है जिसने घर पर ही क्वारांटीन रहना तय किया है।
केन्द्रीय जेल में कोरोना के फैलाव विस्फोट स्थिति पैदा कर सकता है। यहां 2200 कैदी निरुद्ध हैं, जबकि जेल की क्षमता 1600 ही है। स्थिति यह है कि बाकी जगहों की तरह जेल के भीतर कोई कंटेनमेन्ट जोन नहीं बनाया जा सकता न ही कैदियों के सम्पर्क में आने वालों को इतनी बड़ी संख्या में क्वारांटीन करने की कोई व्यवस्था की जा सकती है। बताया जाता है कि स्थिति की जानकारी जेल महानिदेशक को दी गई है। आज इस पर कोई निर्णय हो सकता है। जेल में अन्य कैदियों का भी सैम्पल कलेक्शन कल से किया जा रहा है।
जिले में सर्वाधिक मामले मस्तूरी जिले से आ रहे हैं। आज यहां से फिर 20 मरीजों की पुष्टि हुई है। यहां करीब एक लाख प्रवासी मजदूर दूसरे प्रांतों से आये थे। शेष मरीज बिल्हा और चकरभाठा के बताये गये हैं। कोटा का भी एक मरीज है। सिम्स चिकित्सालय की एक और स्त्री रोग चिकित्सक कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। हाईकोर्ट का एक कर्मचारी और उनके परिवार के दो लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
जिले में अब तक 617 कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। रविवार को यहां से 58 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया था। आज भी 16 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है। अब जिले में कोरोना के 223 एक्टिव केस हैं।
बिलासपुर में नौ दिन के लिये लॉकडाउन घोषित किया गया था जो 31 जुलाई की शाम चार बजे तक के लिये है। इसके अगले ही दिन बकरीद का त्यौहार है। इसके बाद तीन अगस्त को रक्षाबंधन पर्व है। जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर से अलग-अलग मुलाकात कर लॉकडाउन की स्थिति के बारे में चर्चा की थी। कलेक्टर ने संक्रमण के फैलाव की स्थिति को देखते हुए निर्णय की बात कही थी। इसके बाद केबिनेट की बैठक में तय किया गया कि संक्रमण के ज्यादा मामले सामने आने के कारण रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग आदि जिलों में लॉकडाउन 6 अगस्त तक बढ़ाया जा सकता है। बाद में कलेक्टर ने पुष्टि की है कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा रही है। आज इस बारे में आदेश जारी किया जायेगा। इस स्थिति में एक अगस्त को बकरीद और 3 अगस्त को रक्षाबंधन पर लोगों को अतिरिक्त छूट नहीं मिलेगी। वे 12 बजे दोपहर तक ही खरीददारी कर सकेंगे और त्यौहार मना सकेंगे।
बिलासपुर जिले से लगे गौरैला-पेन्ड्रा-मरवाही में स्थिति में कुछ सुधार आया है। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के अनुसार अब तक 14 संक्रमण के केस यहां मिले जिनमें से 9 स्वस्थ हो चुके हैं और 5 का इलाज चल रहा है। मुंगेली जिले में इस समय 32 एक्टिव केस हैं। यहां अब तक 166 संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें से 134 स्वस्थ भी हुए हैं।
नयी दिल्ली 27 जुलाई (वार्ता)। फर्जी बिल के माध्यम से 600 करोड़ रुपये से अधिक के इनपुट टैक्स क्रेडिट के माध्यम से कर चोरी करने के मामले में डीजीजीआई डीआरआई ने तीन कंपनियों फॉर्च्यून ग्राफिक्स लिमिटेड, रीमा पॉलीकेम प्राइवेट लिमिटेड और गणपति एंटरप्राइजेज के खिलाफ मामला दर्ज कर इनके निदेशकों को गिरफ्तार किया है।
वित्त मंत्रालय ने आज यहां जारी बयान में कहा कि ये कंपनियां वस्तुओं की किसी वास्तविक आपूर्ति के बिना ही इन्वॉयस जारी करने में लिप्त पाई गई थीं। डीजीजीआई –डीआरआई द्वारा अनुचित आईटीसी के बल पर फर्जीवाड़े से आईजीएसटी के रिफंड का दावा करने वाले विभिन्न निर्यातकों के खिलाफ सितंबर 2019 में शुरू किए गए अभियान के तहत एक निर्यातक कंपनी अनन्या एक्जिम के खिलाफ दर्ज किए गए मामले से जुड़े डेटा का विश्लेषण करने पर अधिकारियों को इस मामले का पता चला और फिर उन्होंने इस पर आगे काम किया। डीजीजीआई मुख्यालय द्वारा की गई जांच के दौरान यह जानकारी सामने आई है कि उपर्युक्त तीनों कंपनियों ने 4,100 करोड़ रुपये से भी अधिक मूल्य के चालान (इन्वॉयस) जारी किए हैं, जिनके तहत 600 करोड़ रुपये से ज्यादा की कर राशि को आईटीसी क्रेडिट के रूप में विभिन्न निकायों को फर्जीवाड़े से हस्तांतरित कर दिया गया है।
इस संबंध में जीएसटी अधिनियम के तहत विभिन्न तरह के अपराध करने के मद्देनजर तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से दो, जो फरार थे और डीजीजीआई मुख्यालय में अपनी पेशी से बच रहे हैं। तीसरा व्यक्ति एबी प्लेयर्स एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक और उन विभिन्न अन्य निर्यात फर्मों/कंपनियों का नियंत्रक है, जिन्होंने इन फर्मों द्वारा जारी किए गए फर्जी चालान (इन्वॉयस) के बल पर आईजीएसटी के रिफंड का दावा किया है।
इन तीनों व्यक्तियों को सीजीएसटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत विभिन्न तरह के अपराध करने के मद्देनजर डीजीजीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया है और फिर उन्हें मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक हिरासत के लिए रिमांड पर लिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
दुनियाभर में साढ़े छह लाख से ज्यादा मौतें ,संक्रमितों का आंकड़ा 1.66 लाख पार
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कोविड-19 संक्रमण दुनिया भर के लिए अब तक की सबसे गंभीर आपातकालीन स्थिति है. अब तक इस महामारी की चपेट में दुनिया भर के एक करोड़ 63 लाख से ज़्यादा लोग आ चुके हैं, जबकि छह लाख पचास हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है.
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओब्रायन कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. वे अमरीका में अब तक के सबसे शीर्ष अधिकारी हैं जो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
हॉन्गकॉन्ग में एक दिन में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड मामले सामने आए हैं. इसको देखते हुए बेहद सख़्ती से लॉकडाउन लागू किया गया है.
दूसरी ओर, स्पेन ने दोहराया है कि कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों के बावजूद पर्यटकों के लिए देश सुरक्षित है. दरअसल ब्रिटेन ने स्पेन से लौटने वाले लोगों के लिए 14 दिन तक क्वारंटीन में रहना अनिवार्य कर दिया है. इससे स्पेन के पर्यटन उद्योग पर असर पड़ा है.
उत्तरी कोरिया में कोरोना का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है. सरकारी मीडिया के मुताबिक दक्षिण कोरिया से पिछले सप्ताह लौटे एक शख़्स में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं.
इन सबके बीच अमरीका कोरोना वायरस संक्रमण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है, दुनिया भर के कोरोना संक्रमण मामलों में करीब 20 प्रतिशत मामले केवल अमरीका में ही सामने आए हैं.(bbc)
कैच ब्यूरो|
दुनियाभर में कोरोन वायरस का कहर जारी है. कोरोना संक्रमितों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. वहीं कोविड-19 संक्रमितों से मरने वालों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है. कोरोना वैक्सीन बनाने में जुटे दुनिया के कई देशों के कामयाबी के करीब पहुंचने की खबरें आ रही हैं, लेकिन अभी इंतजार खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि जब तक कोरोना वायरस की कोई वैक्सीन पर डब्ल्यूएचओ मुहर नहीं लगा देता तब तक उसे बाजार में नहीं लाया जा सकता.
वैक्सीन न आने तक दुनियाभर के देशों को कोरोना से दो चार होते रहना पड़ेगा. अमेरिका ब्राजील , भारत , रूस और दक्षिण अफ्रीका पांच ऐसे देश हैं जहां हर दिन कोरोना के मरीजों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो रही है. सबसे खराब हालात अमेरिका के हैं जहां हर दिन 50 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं वहीं भारत और ब्राजील इस मामले में करीब-करीब बराबर है, यहां भी हर दिन करीब पचास हजार कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं.
दुनियाभर में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 66 लाख 42 हजार 264 हो गई है. जिनमें से 6 लाख 56 हजार 488 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि इलाज के बाद दुनियाभर में अब तक एक करोड़ 23 लाख एक हजार 567 मरीज ठीक हो चुके हैं. हालांकि अभी भी दुनियाभर में 57 लाख 54 हजार 209 लोग कोरोना से पीड़ित है. बीते चौबीस घंटों के दौरान दुनियाभर में दो लाख 24 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं वहीं इस दौरान 4600 से ज्यादा लोगों की जान भी गई है. सबसे खराब हालात अमेरिका के बने हुए हैं. यहां अब तक 44 लाख 33 हजार 410 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
जिनमें से 150,444 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 21 लाख 36 हजार 603 मरीज इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं. हालांकि अमेरिका में अभी भी 21 लाख 46 हजार 363 लोग कोरोना का दंश झेल रहे हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान यहां 61,571 नए मामले सामने आए हैं और 596 लोगों की मौत हुई है. अमेरिका के बाद ब्राजील में कोरोना ने सबसे अधिक तांडव मचाया है. यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24 लाख 43 हजार 480 हो गई है. जिनमें से 87 हजार 679 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 16 लाख 67 हजार 667 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं. लेकिन यहां अभी भी 6 लाख 88 हजार 134 लोग कोरोना से पीड़ित बने हुए हैं.
बीते चौबीस घंटों के दौरान यहां 23,579 नए मामले सामने आए हैं और 627 लोगों की मौत हुई है. ब्राजील के बाद भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है. यहां कोविड-19 संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14 लाख 82 हजार 503 हो गई है. जिनमें से 33,448 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 9 लाख 53 हजार 189 लोग इलाज के बाद ठीक भी हो चुके हैं. हालांकि यहां अभी भी 4 लाख 95 हजार 866 लोग कोरोना का दंश झेल रहे हैं. पिछले चौबीस घंटों के दौरान यहां 46,484 नए मामले सामने आए हैं और 636 लोगों की जान गई है. भारत (India) के बाद कोरोना वायरस ने सबसे अधिक रूस में तांडव मचाया है.
रूस में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 8 लाख 18 हजार 120 पहुंच गई है. इनमें से 13,354 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 6 लाख 3,329 लोग इलाज के बाद ठीक भी हुए हैं. यहां अभी भी 201,437 लोग कोरोना से पीड़ित है. बीते चौबीस घंटों के दौरान रूस में 5,635 नए मामले सामने आए हैं और 85 लोगों की मौत हुई है. रूस के बाद दक्षिण अफ्रीका में कोरोना संक्रमितों की संख्या सबसे अधिक है. यहां अब तक 4 लाख 52 हजार 529 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जिनमें से 7,067 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 2 लाख 74 हजार 925 लोग ठीक हो चुके हैं. हालांकि यहां अभी भी 170,537 लोग कोरोना से पीड़ित है. बीते चौबीस घंटों के दौरान यहां 7,096 नए मामले सामने आए हैं और 298 लोगों की मौत हुई है.(catch)
बीजिंग (आईएएनएस)| चीन के शनचन शहर में डॉग चिप आरोपण की सामुदायिक कार्यवाही 26 जुलाई को फू थिए जिले के चिंग मी सामुदायिक पार्क में आयोजित हुई। शनचन शहर सितंबर के अंत से पहले कुत्तों के मालिकों से आग्रह करेगा कि वे अपने कुत्तों में इलेक्ट्रॉनिक चिप्स इंजेक्ट करने की पहल करें। अक्टूबर से, चिप प्रत्यारोपित करने में विफल रहने वालों को बिना लाइसेंस वाला कुत्ता माना जाएगा।
सूत्रों के अनुसार 2020 के अंत से पहले शनचन शहर में डॉग चिप प्रबंधन की पूरी कवरेज हासिल करेगा। आंकड़ों के अनुसार अब तक शनचन शहर में 2 लाख 20 हजार डॉग है। डॉग चिप 15-अंकीय अंतर्राष्ट्रीय अद्वितीय डिजिटल कोडों का एक स्ट्रिंग रिकॉर्ड करता है। चिप की वैधता अवधि 15 वर्ष से अधिक होगी।
पटना, 27 जुलाई (आईएएनएस)| बिहार की राजधानी पटना के गंगा के तट पर स्थित बांस घाट शवदाह गृह में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति का शव जलाने को लेकर विरोध-प्रदर्शन करने, सरकारी अनुमति के बिना जुलूस निकालने और सामाजिक दूरी का पालन नहीं करने के आरोप में बुद्धा कॉलोनी थाने में एक प्राथमिक दर्ज कराई गई है। इस प्राथमिकी में छह लोगों को नामजद और 15 से 20 अन्य अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
बुद्धा कलोनी थाना प्रभारी रवि शंकर सिंह ने सोमवार को बताया कि शवदाह गृह में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के शव के अंतिम संस्कार को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था और जुलूस निकाला था। इसके लिए किसी प्रकार का सरकारी आदेश भी नहीं लिया गया था।
उल्लेखनीय है कि बिहार में 31 जुलाई तक बंदी की घोषणा की गई है।
थाना प्रभारी सिंह ने बताया कि बांसघाट में प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी चंदन प्रसाद के लिखित बयान पर बुद्धा कॉलोनी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें छह को नामजद और 15 से 20 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
प्रदर्शनकारी कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति का शवदाह अन्य शवों से दूर किए जाने की मांग कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि पटना में कोरोना संक्रमित लोगों की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए बांसघाट लाया जा रहा है।
लंदन (आईएएनएस)| लगातार लंबे चले अभियान के बाद, ब्रिटेन के सिक्कों पर पहली बार अश्वेत, एशियाई और जातीय अल्पसंख्यक (बीएएमई) समूहों की प्रसिद्ध हस्तियों की तस्वीर प्रदर्शित होगी।
'द बैंकनोट्स ऑफ कलर' अभियान ने सरकार से सिक्के या करेंसी पर अश्वेत लोगों की तस्वीर को छापने के बारे में विचार करने के लिए कहा था।
ब्रिटेन में आजतक किसी भी अश्वेत हस्ती की तस्वीर सिक्के या नोट पर छापी नहीं गई है।
इस अभियान की अगुवाई पूर्व कंजरवेटिव पार्लियामेंट्री कैंडिडेट जेहर जैदी ने की है।
जैदी ने इंडिपेंडेंट अखबार से कहा कि सरकार की इसमें रुचि ढाई साल के कठिन परिश्रम का परिणाम है।
उन्होंने कहा, "ब्रिटेन को बनाने में सभी पृष्ठभूमि के लोगों ने मदद की है। 'वी टू बिल्ट ब्रिटेन' अभियान समूह समावेशी इतिहास दिखाना चााहता था और सभी जातीय व सामाजिक पृष्ठभूमि व सभी क्षेत्रों के लोगों ने ब्रिटेन को बनाने में मदद की है।"
जैदी ने कहा, "अगर आप बैंक ऑफ इंग्लैंड और रॉयल मिनी वेबसाइट्स में नोट्स और सिक्कों को देखेंगे तो उन लोगों का प्रतिबिंब होना चाहिए, जिन्होंने हमारे इतिहास, और संस्कृति का निर्माण किया है।"
उन्होंने कहा, "हमारे अभियान ने यह महसूस किया कि उन जातीय लोगों को शामिल किया जाना बेहद जरूरी है, जिन्होंने काफी कुछ हासिल किया है। हम उम्मीद करते हैं कि यह युवाओं को प्रेरित करने और एक देश के रूप में एकजुट करने में मदद करेगा और यह एहसास दिलाएगा कि समाज में हमारा बराबर योगदान है।"
राजकोष मंत्री जॉन ग्लेन ने द संडे टेलीग्राफ को कहा है कि चांसलर ऋषि सुनक बीएएमई समुदाय से प्रभावशाली व्यक्तियों को सिक्के पर प्रदर्शित करने के बारे में विचार कर रहे हैं।
जिन लोगों के करेंसी में दिखने की संभावना है, उनमें द्वितीय विश्व युद्ध के एजेंट नूर इनायत खान, ब्रिटिश-जमैका क्रीमियाई युद्ध की नर्स मैरी सिकोल और विक्टोरिया क्रास से नवाजे जाने वाले पहले भारतीय और गोरखा सैनिक हैं।
ट्रेजरी ने रॉयल मिंट को संभावित सिक्के की डिजाइन को बनाने के लिए प्रोत्साहित किया है।
....और मस्जिद निर्माण के लिए जल्द ट्रस्ट
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया के बीच रामलला की दर्शन अवधि में बदलाव किया गया है और दर्शन के समय को एक घंटा के लिए बढ़ा दिया गया है। इस बीच अयोध्या में मस्जिद के निर्माण के लिए भी हलचल तेज हो गई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड बैठक करके जल्द ही ट्रस्ट का गठन करेगा।
सोमवार को अयोध्या में प्रथम पाली में रामलला के दर्शन का समय एक घंटा बढ़ाया गया है। अब प्रथम पाली में रामलला के दर्शन सुबह 7 बजे से 12 बजे तक हो सकेंगे। पहले प्रथम पाली में 7 बजे से 11 बजे तक दर्शन होते थे। वहीं विश्राम के बाद दूसरी पाली में दो बजे से छह बजे तक दर्शन होते हैं। राम मंदिर निर्माण की हलचलों की बीच यहां श्रद्धालुओं की आमद भी बढ़ गई है, जिसके कारण अयोध्या में भक्तों भीड़ देखी जा रही है।
राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण शनिवार और रविवार को लॉकडाउन होने के कारण उन दिनों केवल स्थानीय लोग ही राम लला का दर्शन करते हैं। यहां पर बाहर से आने वालों के लिए सिर्फ पांच दिन ही दर्शन सुलभ हो पाता है। इसी कारण पांच दिन काफी भीड़ होती है। पांच दिन तक बढ़ती भीड़ के कारण रामलला की दर्शन अवधि में बदलाव किया गया है। दर्शन के लिए बढ़ाया गया यह समय अग्रिम आदेश तक लागू रहेगा।
वहीं राम मंदिर निर्माण का काम तेज होने के बीच अयोध्या में मस्जिद के निर्माण की हलचल बढ़ गई है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड बैठक करके जल्द ट्रस्ट का गठन करेगा।सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी ने बताया कि अगले 15 दिनों के अन्दर रौनाही में मिली जमीन पर मस्जिद निर्माण को लेकर काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए सबसे पहले एक ट्रस्ट का ऐलान होगा। यह ट्रस्ट रौनाही में बनने वाली मस्जिद, इस्लामिक एजुकेशनल संस्था और लाइब्रेरी का निर्माण कराएगी। निर्माण संबंधी पूरी जिम्मेदारी इसी ट्रस्ट की होगी।
उन्होंने बताया कि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड जल्द ही लखनऊ में बैठक करने के बाद ट्रस्ट का औपचारिक गठन करेगा। ट्रस्ट यह बैठक वीडियो कन्फ्रेंसिंग से करेगा। सभी सदस्य इसमें वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल होंगे। माना जा रहा है कि बोर्ड की इस बैठक में 15 सदस्य शमिल होंगे। इस बैठक में ट्रस्ट का गठन होगा और इसके गठन के बाद निर्माण की रूपरेखा तय होगी। इसमें इस्लामिक एजुकेशनल संस्थान के साथ ही साथ लाइब्रेरी का भी निर्माण होगा।
गौरतलब हो कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अयोध्या में रामजन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। वहीं कोर्ट के आदेश के अनुसार सरकार ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन आवंटित कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुरूप शासन की ओर से सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को अयोध्या जनपद की परिधि में स्थित धन्नीपुर ग्राम सभा में 5 एकड़ जमीन मस्जिद निर्माण के लिए दी गई है।(IANS)
नई दिल्ली, 27 जुलाई (आईएएनएस)| भारत पांच अगस्त को जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने की पहली वर्षगांठ मनाने की तैयारी में है, वहीं सीमा के दूसरी तरफ एक दूसरे तरह की योजना बन रही है।
पाकिस्तान सरकार अपनी बदनाम गुप्तचर एजेंसी इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के साथ करीबी समन्वय में भारत को अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के सामने गलत रूप में पेश करने के लिए और खुद को कश्मीरियों का मसीहा बताने के लिए पांच अगस्त के दौरान कई सारे कार्यक्रमों की योजना बना रखी है।
इस विशेष योजना की शुरुआत पीआर डिविजन द्वारा नियंत्रण रेखा पर विदेशी मीडिया के दौरे के आयोजन के साथ पहले ही कर दी गई है। आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, इस दौरे का उद्देश्य यह दिखाना है कि भारत अधिकृत कश्मीर में मुक्त आवाजाही/रिपोर्टिग सुलभ नहीं है।
पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में स्थित आईएसआई का पीआर डिविजन चार अगस्त को भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) का एक दौरा आयोजित करेगा यह दिखाने के लिए कि पाकिस्तान के हिस्से वाले कश्मीर में तो मुक्त आवाजाही की अनुमति है, लेकिन घाटी के भारतीय हिस्से में कथित प्रतिबंध हैं।
इसके अलावा पाकिस्तान ने पांच अगस्त को काला दिवस मनाने की योजना बनाई है, जिस दिन भारत ने जम्मू-कश्मीर को विकास की मुख्य धारा से जोड़ना सुनिश्चित किया था।
दस्तावेज के अनुसार, दिन की शुरुआत आईएसआई की पीआर शाखा, आईएसपीआर के महानिदेशक द्वारा कश्मीरियों के समर्थन में एक ट्वीट के साथ होगी।
इमरान खान सरकार की आईएंडबी मंत्रालय को सभी प्रमुख उर्दू और अंग्रेजी दैनिकों में विशेषांक लाने की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि पीआर डिविजन से यह सुनिश्चित कराने के लिए कहा गया है कि सभी पाकिस्तानी न्यूज चैनल के लोगो दिनभर के लिए काले कर दिए जाएं।
पाकिस्तान के सभी चैनलों को इस विषय पर विशेष कार्यक्रम प्रसारित करने का निर्देश दिया गया है, जिसे "अवैध भारतीय कब्जे के खिलाफ संघर्ष" कहा गया है। प्रोडक्शन डिविजन द्वारा कश्मीरियों के लचीलेपन पर एक विशेष गीत जारी किया गया है।
भारत के आलोचक कश्मीरी राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को पाकिस्तान की तरफ से इस साल पांच अगस्त को एक रॉयल ट्रीटमेंट दिया जाएगा।
यही नहीं इमरान खान उस दिन मुजफ्फराबाद जाएंगे और "आत्मनिर्णय के कश्मीर के संघर्ष" के साथ एकजुटता पर पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर की विधानसभा को संबोधित करेंगे, जिसका जीवंत प्रसारण होगा।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के संदर्भ में पर्चे भी बांटे जाएंगे।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय और आईएसआई भारत और पाकिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को एक श्वेतपत्र भी सौंपेंगे।
भारत की आलोचना करने वाली मीडिया रपटों के पैकेज बनाने और फ्लैग रैलियां निकाले जाने की भी योजना है।
इसे एक अंतर्राष्ट्रीय रंग देने के लिए पाकिस्तान के सभी दूतावासों से कहा गया है कि वे पूरी दुनिया में कार्यक्रम और रैलियां आयोजित करें। यह आदेश पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ओर आईएसआई द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया है।
पाकिस्तान ने इस्लामिक सहयोग संगठन से भी उम्मीद लगा रखी है कि वह भारत विरोधी बयान जारी करेगा, और तुर्की के राष्ट्रपति, मलेशिया के प्रधानमंत्री और चीनी विदेश विभाग से उम्मीद है कि वे कुछ ऐसे ट्वीट करेंगे, जो पाकिस्तान के रुख को जायज ठहराएंगे।
रायपुर 88, बिलासपुर 50
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 जुलाई। प्रदेश में आज शाम 8.30 बजे तक 245 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है और 228 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं।
245 नए मरीजों में जिला रायपुर 88, बिलासपुर 50, दुर्ग 49, राजनांदगांव 18, बलौदाबाजार 14, महासमुंद 5, बेमेतरा और कबीरधाम 4-4, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा, कोरिया, बस्तर, और कांकेर 2-2, रायगढ़, बालौद, और सरगुजा 1-1 मरीज मिले हैं।
आज 2 मौतें
शदाणी दरबार रायपुर के 50 वर्षीय पुरूष को 25 जुलाई की शाम मृत अवस्था में एम्स लाया गया था। मृतक का कोविड टेस्ट पॉजिटिव पाया गया।
बिलासपुर के मस्तूरी में 35 वर्षीय महिला बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। 25 जुलाई को उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया। उसे एचसीवी, एचआईवी और क्रिप्टोकॉकच लिम्फ एडिनोसिस से पीडि़त थी। आइसोलेशन वार्ड में भर्ती उक्त मरीज की मृत्यु हो गई। इनका कोविड सैंपल भी पॉजिटिव पाया गया।
मुंबई, 27 जुलाई। कोरोना काल में देश में चांदी की कीमत दोगुनी हो गई, जबकि सोना लगातार नई उंचाई को छू रहा है। घरेलू वायदा बाजार में सोमवार को चांदी का भाव 66,164 रुपये किलो तक उछला, जोकि बीते 18 मार्च के भाव से तकरीबन दोगुनी है। जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चांदी दोगुनी से ज्यादा उछली है। एमसीएक्स पर सोना भी सोमवार को 52,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया। सोने का भाव भी 16 मार्च के बाद करीब 36 फीसदी उछला है।
कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते चांदी की खनन बाधित होने और दुनिया के विभिन्न देशों में औद्योगिक गतिविधियां पटरी पर लौटने से चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ने की उम्मीदों से इसकी कीमतों में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में चांदी की कीमत 18 मार्च को 12 डॉलर प्रति औंस से भी नीचे गिर गई थी, जबकि इस समय चांदी कॉमेक्स पर 24 डॉलर प्रति औंस से उपर चल रही है।
देश के सबसे बड़े वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर शाम 18.30 बजे चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र से 3,430 रुपये यानी 5.60 फीसदी की तेजी के साथ 64,653 रुपये प्रति किलो पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले चांदी का भाव एमसीएक्स पर कारोबार के दौरान 66,164 रुपये प्रति किलो तक उछला। कोरोना काल में 18 मार्च को चांदी का भाव एमसएक्स पर 33,580 रुपये प्रति किलो तक टूटा था, जिसके बाद कीमतों में तकरीबन दोगुनी उछाल आई है।
एमसीएक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र की क्लोजिंग से 812 रुपये यानी 1.59 फीसदी की तेजी के साथ 51,847 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव 52,220 रुपये प्रति 10 ग्राम तक उछला, जोकि अब तक का रिकॉर्ड स्तर है। सोने का भाव 16 मार्च 2020 को 38,400 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जिसके बाद 35.94 फीसदी की तेजी आई है।
कमोडिटी बाजार विश्लेषक बताते हैं कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर बनी चिंता से निवेशकों का रुझान निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ है, इसलिए महंगी धातु के दाम में उछाल आया है।
अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार कॉमेक्स पर सोने के अगस्त वायदा अनुबंध में सोमवार को पिछले सत्र से 34.05 डॉलर यानी 1.79 फीसदी की तेजी के साथ 1931.55 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था, जबकि इससे पहले सोने का भाव 1941.65 डॉलर प्रति औंस तक उछला, जोकि कॉमेक्स पर सोने के वायदा भाव का एक नया रिकॉर्ड है।
वहीं, सोने का हाजिर भाव वैश्विक बाजार में 1945.26 डॉलर प्रति औंस तक उछला जोकि एक नया रिकॉर्ड है। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने के हाजिर भाव का रिकॉर्ड स्तर 1,921.17 डॉलर प्रति औंस था। इस प्रकार, कोरोना काल में सोने ने अब तक सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
कॉमेक्स पर चांदी के सितंबर अनुबंध में पिछले सत्र से मुकाबले 1.55 डॉलर यानी 6.81 फीसदी की तेजी के साथ 24.405 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले चांदी का भाव कॉमेक्स पर कारोबार के दौरान 24.797 डॉलर प्रति औंस तक उछला। कॉमेक्स पर चांदी का भाव 18 मार्च को 11.68 डॉलर प्रति औंस तक टूटा था।
सर्राफा बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि मेक्सिको में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने से खनन कार्य बाधित है जिससे चांदी की आपूर्ति घटने की आंशंका बनी हुई है जबकि इसकी औद्योगिक मांग आने वाले दिनों में और बढ़ने की संभावना है।
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता ने बताया कि डॉलर में आई कमजोरी से सोने को सपोर्ट मिला है। दुनिया की छह प्रमुख मुद्रा के मुकाबले डॉलर की ताकत का सूचक डॉलर इंडेक्स 18 मई को 100.43 पर था, जोकि फिसलकर 93.76 पर आ गया है। बीते सात सत्रों से डॉलर इंडेक्स में कमजोरी बनी हुई है।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने बताया कि कोरोना के गहराते प्रकोप के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर को लेकर चिंता बनी हुई है और शेयर बाजार में भी अस्थिरता का माहौल है, जिससे निवेशकों का रुझान बहरहाल निवेश के सुरक्षित साधन की तरफ है, यही कारण है कि महंगी धातुओं के दाम में लगातार तेजी का रुख बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में भारी इजाफा होना होने से बाजार में चिंता का माहौल है।
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, बुलियन को बहरहाल कोरोना के कहर और अमेरिका-चीन के बीच तकरार से पैदा हुए भूराजनीतिक तनाव से सपोर्ट मिल रहा है।(ians)
मुंबई, 27 जुलाई। सलमान खान ने सोशल मीडिया पर अपने भतीजों आहिल और निरवान और भतीजी आयत के साथ एक तस्वीर पोस्ट की है। सलमान ने इंस्टाग्राम पेज पर फोटो पोस्ट की है। इसमें वह आहिल को गोद में लिए हुए हैं, जबकि निरवान आयत को गोद में लिए हुए हैं। आहिल अपनी छोटी बहन को एक किस करने की कोशिश कर रहा है, जो कि निरवान की गोदी में लेटी हुई है।
सलमान खान ने इस फोटो को कैप्शन दिया, "भाई-बहन .. एट द रेट निरवान खान15।"
निरवान, सलमान के भाई सोहेल खान के बेटे हैं, जबकि आहिल और आयत, सलमान की सबसे छोटी बहन अर्पिता खान के बच्चे हैं।
सलमान आजकल सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय हो गए हैं। वह पनवेल के अपने फार्महाउस की झलकियां साझा करते रहते हैं।
हाल ही में अभिनेता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया था, जिसमें वह अपने खेत में धान के पौधे लगाते देखे जा सकते हैं।
काम को लेकर बात करें तो सलमान अब 'राधे' में दिखाई देंगे। इसके साथ ही वह 2009 में आई फिल्म 'वांटेड' और पिछले साल की गई 'दबंग 3' के बाद निर्देशक प्रभुदेवा के साथ फिर से वापसी करेंगे।(ians)
नई दिल्ली, 27 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जनवरी में देश में कोरोना के टेस्ट के लिए जहां मात्र एक सेंटर था, आज करीब 1300 प्रयोगशाला पूरे देश में काम कर रही हैं। आज भारत में 5 लाख से ज्यादा टेस्ट हर रोज हो रहे हैं। आने वाले हफ्तों में इसको 10 लाख प्रतिदिन करने की कोशिश हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नोएडा, मुंबई और कोलकाता में हाईटेक कोविड-19 टेस्टिंग लैब का वीडियो कांफ्रेंसिंग से शुभारंभ करते हुए कहा कि देश में जिस तरह सही समय पर सही फैसले लिए गए, आज उसी का परिणाम है कि भारत अन्य देशों के मुकाबले, काफी संभली हुई स्थिति में है। आज हमारे देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु, बड़े-बड़े देशों के मुकाबले, काफी कम है। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुए इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी ऑनलाइन शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कोरोना के खिलाफ इस बड़ी और लंबी लड़ाई के लिए सबसे महत्वपूर्ण था कि देश में तेजी के साथ कोरोना स्पेसिफिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्च र का निर्माण हो। इसी वजह से बहुत शुरूआत में ही केंद्र सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान कर दिया था।"
आइसोलेशन सेंटर हों, कोविड स्पेशल हॉस्पिटल हो, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रैकिंग से जुड़ा नेटवर्क हो, भारत ने बहुत ही तेज गति से अपनी क्षमताओं का विस्तार किया। आज भारत में 11 हजार से ज्यादा कोविड फेसिलिटीज हैं, 11 लाख से ज्यादा आइसोलेशन बेड्स हैं।
कोरोना महामारी के दौरान हर कोई सिर्फ एक ही संकल्प के साथ जुटा है कि एक-एक भारतीय को बचाना है। इस संकल्प ने भारत को हैरतअंगेज परिणाम दिए हैं। विशेषकर पीपीई, मास्क और टेस्ट किट्स को लेकर भारत ने जो किया, वो एक बड़ी सक्सेस स्टोरी है।
सिर्फ 6 महीना पहले देश में एक भी पीपीई किट मैन्यूफैक्च रर नहीं था। आज 1200 से ज्यादा मैन्यूफैक्च रर हर रोज 5 लाख से ज्यादा पीपीई किट बना रहे हैं। एक समय भारत एन-95 मास्क भी बाहर से ही मंगवाता था। आज भारत में 3 लाख से ज्यादा मास्क हर रोज बन रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक और बड़ा चैलेंज था, कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए देश में ह्यूमन रिसोर्स को तैयार करना। जितने कम समय में हमारे पैरामेडिक्स, आशावर्कर्स, एएनएम, आंगनबाड़ी और दूसरे हेल्थ और सिविल वर्कर्स को प्रशिक्षित किया गया, वो भी अभूतपूर्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आज हम उस स्थिति पर आ चुके हैं, जहां हमारे पास जागरूकता की कमी नहीं है, साइंटिफिक डेटा का विस्तार हो रहा है और संसाधन भी बढ़ रहे हैं। हमें मिलकर नया हेल्थ इंफ्रा तो तैयार करना ही है, जो हमारे पास गांव-गांव में सरकारी और प्राइवेट डिस्पेंसरीज हैं, क्लीनिक हैं, उनको ज्यादा सक्षम भी बनाना है। ये हमें इसलिए भी करना है, ताकि हमारे गांवों में कोरोना से लड़ाई कमजोर न पड़े।"
उन्होंने कहा, "आने वाले समय में बहुत से त्यौहार आने वाले हैं। हमारे ये उत्सव, उल्लास का कारण बनें, लोगों में संक्रमण न फैले, इसके लिए हमें हर सावधानी रखनी है। हमें ये भी देखते रहना होगा कि उत्सव के इस समय में गरीब परिवारों को परेशानी ना हो।"(ians)
छतरपुर/भोपाल 27 जुलाई। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में सोमवार को मोटरसाइकिलों और स्कार्पियो के बीच हुई जबरदस्त टक्कर में आठ लोगों की मौत हो गई। इस हादसे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ और क्षेत्रीय सांसद व भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने दुख व्यक्त किया है। पुलिस के अनुसार, बमीठा थाने की चंद्रनगर पुलिस चौकी क्षेत्र में जखीरा टेक के पास दो मोटरसाइकिलों की सामने की ओर से आ रही स्कार्पियो से आमने-सामने की टक्कर हो गई। स्कार्पियो पन्ना जा रही थी, वहीं दो मोटरसाइकिलों पर सवार लोग पन्ना से छतरपुर की तरफ आ रहे थे। टक्कर के बाद तीनों वाहन खाई में जा गिरे। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "छतरपुर में सड़क हादसे में 8 लोगों की असामयिक मृत्यु होने का हृदय विदारक समाचार मिला है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें और उनके परिवार के सदस्यों को इस असीम दुख को सहने की शक्ति दें। हादसे में कुछ लोग घायल हुए हैं, जिनके इलाज की उचित व्यवस्था की जा रही है। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
क्षेत्रीय सांसद और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, "छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र के चंद्रनगर के पास एक सड़क हादसे में आठ लोगों की असमय मौत की दुखद खबर मिली। परम पिता परमेश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं शोकाकुल परिवार को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति दें।"
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए सरकार से पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करने का आग्रह किया है।(ians)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 जुलाई। राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आज शाम तक 148 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके पहले हमने एक दूसरे अधिकृत सूत्र के अनुसार 179 कोरोना पॉजिटिव होने की खबर पोस्ट की है, जो सही है। सरकारी एजेंसियों के पास अलग-अलग जिलों के आंकड़े अलग-अलग पहुंच रहे हैं।
आज शाम 7 बजे तक राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग में पहुंचे आंकड़ों के मुताबिक दुर्ग जिले में 65, बिलासपुर 45, रायपुर 15, राजनांदगांव 10, जांजगीर-चांपा, कोरिया, बस्तर, कांकेर 2-2, और बालौद, बलौदाबाजार, महासमुंद, गरियाबंद, सरगुजा में 1-1 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
हमने एक घंटे पहले सरकार की एक दूसरी एजेंसी से हासिल किए जो आंकड़े दिए हैं उनके मुताबिक-
प्रदेश में आज शाम करीब 6 बजे 179 नए पॉजिटिव मिले हैं। इसमें रायपुर से 103, बिलासपुर से 61, बेमेतरा से 4, बालोद, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद से 2-2 एवं जशपुर, रायगढ़, सरगुजा से 1-1 मरीज शामिल हैं। इन सभी मरीजों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रदेश में मरीजों आंकड़े रात तक और बढ़ सकते हैं। फिलहाल जो नए मरीज सामने आए हैं, उनसे संपर्क में आने वालों की जांच-पहचान जारी है।
-ललित मौर्य
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि यदि अगले 10 वर्षों में 19,90,757 करोड़ रुपए (26,600 करोड़ डॉलर) का निवेश वन्यजीवों और जंगलों की रक्षा के लिए किया जाए तो इससे भविष्य में कोरोनावायरस जैसी महामारियों से बचा जा सकता है। इसे कोविड-19 से हुए नुकसान के मुकाबले देखें तो यह केवल उसके 2 फीसदी के ही बराबर है। अनुमान है कि कोरोनावायरस के कारण अब तक 8,60,66,575 करोड़ रुपए (11,50,000) करोड़ डॉलर का नुकसान हो चुका है जिसमें आर्थिक और जीवन क्षति दोनों को शामिल किया गया है। यह जानकारी प्रिंसटन यूनिवर्सिटी द्वारा किये एक शोध में सामने आई है जो अंतराष्ट्रीय जर्नल साइंस में प्रकाशित हुआ है।
वहीं इस शोध से जुड़े प्रमुख शोधकर्ता और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर एंड्रयू डॉब्सन के अनुसार “यदि भविष्य में इस तरह की महामारियों से बचने की वार्षिक लागत को देखें, तो वह दुनिया के 10 सबसे अमीर देशों द्वारा सेना पर खर्च की जा रही धनराशि के केवल 1 से 2 फीसदी के बराबर है। ऐसे में यदि हम कोरोना महामारी को यदि एक युद्ध की तरह देखें तो यह निवेश बहुत साधारण है।”
हर साल औसतन 2 वायरस करते हैं इंसानों पर हमला
यदि पिछले 100 वर्षों में देखें तो हर साल करीब 2 वायरस अपने प्राकृतिक आवास से निकलकर इंसानों में फैले हैं। लेकिन जिस तेजी से आज प्रकृति का विनाश हो रहा है, उनके और ज्यादा तेजी से इंसानों में फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। इंसान अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए तेजी से जंगलों को नष्ट कर रहा है, जानवरों को मार रहा है या फिर अपना पालतू बना रहा है। इनका व्यापर तेजी से सारी दुनिया में फैलता जा रहा है। ऐसे में इंसानों के इनके संपर्क में आने का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। हम खुद इन वायरसों को फैलने का मौका दे रहे हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार यदि पिछले 50 वर्षों में देखें तो 4 प्रमुख जूनोटिक डिजीज ने इंसानों को बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है जो कोविड-19, इबोला, सार्स और एड्स हैं। इनमें से दो महामारियां तो जंगलों के विनाश और वन्यजीवों के व्यापार के कारण ही इंसानों में फैली हैं। यदि चमगादड़ों को देखें तो इनसे कोविड-19, सार्स और इबोला जैसे अनेकों वायरस होते हैं। लेकिन अंधेरे जंगलों में रहने वाले यह चमगादड़ आमतौर पर महामारी नहीं फैलाते पर जब इनके आवासों को नष्ट किया गया या इनको प्रभावित किया गया तभी इनसे वो वायरस इंसानों में फैले हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार अब तक जो भी साक्ष्य मिले हैं उनके अनुसार कोविड-19 महामारी के फैलने में चीन की फ़ूड मार्किट का बहुत बड़ा हाथ है क्योंकि यह वायरस भोजन के लिए व्यापार किये जाने वाले चमगादड़ की प्रजाति से ही फैला है। दुनियाभर में जंगली जीवों को भोजन से लेकर कई चीजों के लिए क़ानूनी और गैरक़ानूनी तरीके से ख़रीदा और बेचा जाता रहा है। इन वन्यजीवों को जिन परिस्थितियों में रखा जाता है वो कहीं से भी सुरक्षित नहीं होती है। ऊपर से न ही वहां नियमों का कोई ध्यान रखा जाता है और न ही साफ सफाई का, ऐसे में वायरस के फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है।
बीमारियों की निगरानी और रोकथाम के लिए पड़ेगी हर वर्ष 1,856 करोड़ रुपए की जरूरत
चीन में यदि वन्यजीवों के व्यापार को देखें तो यह करीब 149,681करोड़ रुपए (2,000 करोड़ डॉलर) का व्यापार है| यह करीब 1.5 करोड़ लोगों को रोजगार देती है| शोधकर्ताओं के अनुसार चीन में वन्यजीवों के मांस व्यापार को रोकने के लिए हर वर्ष करीब 145,190 करोड़ रुपए (1940 करोड़ डॉलर) की जरूरत पड़ेगी।
शोधकर्ताओं का मानना है कि अवैध तरीके से किए जा रहे वन्यजीवों के व्यापार पर निगरानी रखना जरूरी है। साथ ही इसके लिए कड़े नियम भी जरूरी हैं| अनुमान है कि इस पर हर वर्ष करीब 3,742 करोड़ रुपए (50 करोड़ डॉलर) का खर्च आएगा जो कोविड-19 की तुलना में बहुत कम है। इनसे फैलने वाली बीमारियों की निगरानी और रोकथाम के लिए करीब 1,856 करोड़ रुपए (24.8 करोड़ डॉलर) की जरूरत है।
पिछले कुछ वर्षों में मवेशियों से भी कई वायरस जैसे एच5एन1, एच1एन1, निपाह वायरस और स्वाइन फ्लू इंसानों में फैले हैं, इसलिए इन पर भी ध्यान देना जरूरी है। शोध के अनुसार, इसके लिए हर वर्ष 4,969.4 करोड़ रुपए (66.4 करोड़ डॉलर) की जरूरत पड़ेगी| जंगलों के विनाश के कारण इंसानों तक फैलने वाली इन महामारियों की रोकथाम के लिए जंगलों को भी बचाना जरुरी है। शोध के अनुसार इसके लिए हर वर्ष करीब 41,910.7 करोड़ रुपए (560 करोड़ डॉलर) की जरूरत होगी जिससे 40 फीसदी प्रमुख स्थानों पर जंगलों के विनाश को रोका जा सके।
वन्यजीवों और जंगलों को बचाने पर किया निवेश न केवल हमें इन महामारियों के खतरे से सुरक्षित रखेगा, बल्कि इसके साथ ही इससे पर्यावरण पर बढ़ते दबाव, प्रदूषण को कम करने और जलवायु परिवर्तन के खतरे को सीमित करने में भी मदद मिलेगी। जंगल हमारी धरती के फेफड़े हैं, यदि यह सुरक्षित रहते हैं तो हमारा वातावरण भी सुरक्षित रहेगा। (downtoearth)