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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 सितंबर। मंगलवार को जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी की रीति-नीति से प्रभावित होकर 32 लोगों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
यहां विधायक विक्रम मंडावी की मौजूदगी में बीजापुर के युवा व्यवसायी राजीव सिंह समेत 32 लोगों ने कांग्रेस पार्टी की रीतिनीति से प्रभावित होकर कांग्रेस प्रवेश कर लिया। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ भी शामिल थीं।
विधायक विक्रम मंडावी व अन्य कांग्रेस नेताओं ने नवप्रवेशियों को फूल माला एवं कांग्रेस पार्टी का गमछा पहनाकर पार्टी में प्रवेश कराया।
कांग्रेस प्रवेश करने के बाद राजीव सिंह ने कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार लगातार लोगों के कल्याण के काम कर रही है। जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है। वहीं विधायक मंडावी की कार्यकुशलता से भी प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस प्रवेश किया हैं।
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि मोदी सरकार की ग़लत नीतियों के कारण देश में आज महंगाई आसमान छू रही है, लेकिन केंद्र की भाजपा और मोदी सरकार लोगों को अब तक राहत नहीं दे पाई।
कांग्रेस प्रवेश करने वालों में मुख्य रूप से गोपाल दुर्गम, अभिषेक दुर्गम,विनय दुर्गम,श्रीमती मरियम पोडियम, राधा उद्दे, संध्या पोंगटी, लक्ष्मी जर्ऱे, सुकली कोर्षा, सरिता जुमड़े, बबिता जुमार, कमला कुडियम, अंजना मिंज, पुण्या पावरे, सुगन्ति जुमड़े, सुनीता समतुल, पदमा पुल्ला, श्रीमती सरोजनी कावटी,पामेला चेन्नूर, रीना ताती, कमला कुडियम, सीता कुडियम, कमला बेडके, रुक्मणि पोंदि, रामे हेमला, सूक्मती वेको,रोनी हेमला, सन्नी माड़वी, देवी वाचम, कमला नीलकंठ, समैया जुमार और पाण्डु झाड़ी हंै।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण परिषद के सदस्य बसन्त राव ताटी, प्रवक्त ज्योति कुमार, मीडिया प्रभारी राजेश जैन सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
स्वास्थ्य अमले ने मारूड़बाका, लिंगापुर और नेलाकांकेर में पहुंचकर टीका लगाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 सितंबर। लोगों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने स्वास्थ्य विभाग की टीम मुश्किल हालातों के बीच भी दुर्गम और दूरस्थ अंचलों में पहुंच रही है। स्वास्थ्य अमला ने जान जोखिम में डालकर तीन नदियों को पार कर गांव पहुंचे और ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए टीके लगाये।
बीजापुर जिले के मारूड़बाका उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने वाले तीन गांवों लिंगापुर, नेलाकांकेर और मारूड़बाका में कोरोना से बचाव का टीका लगाने स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन-तीन नदियों को पार कर पहुंची। अचानक हुई बारिश के कारण लौटते समय इन तीनों नदियों का जलस्तर सीने तक पहुंच चुका था। दल सीने तक भरी नदियों को ग्रामीणों की सहायता से पैदल पार कर वापस पहुंची।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर से उप स्वास्थ्य केन्द्र मारूड़बाका की दूरी करीब 30 किलोमीटर है। मारूड़बाका उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत नौ आश्रित गांव हैं। ये सभी गांव नदी के दूसरी तरफ हैं और अतिसंवेदनशील क्षेत्र में आते हैं। इनमें से अधिकांश गांवों की उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दूरी 30-35 किलोमीटर है। दो गांव करीब 50 किलोमीटर दूर हैं।
कोविड वैक्सीनेशन के लिए तीन नदियों राला वागु, इल्का और कोंगा वागु को पार कर लिंगापुर, नेलाकांकेर और मारूड़बाका पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी (आरएचओ) श्रीमती ज्योति सिदार, श्रीमती नागमणी चिलमुल, रमेश गड्डेम और शिक्षक आनन्द राव यालम शामिल थे। उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गांव जाते समय इन नदियों में करीब घुटने तक पानी था।
वापसी के समय अचानक बारिश होने के कारण पानी का स्तर बहुत बढ़ गया। कोंगा वागु नदी में छाती तक पानी भरा होने के कारण टीम पार नहीं कर पा रही थी।
कुछ समय इंतजार करने के बाद भी नदी का जलस्तर कम नहीं होता देख टीम के सदस्यों ने पास में ही मवेशी चरा रहे लोगों के माध्यम से गांव में खबर भिजवाई। ग्रामीणों के पहुंचने पर उनकी सहायता से टीम ने सुरक्षित नदी पार किया। कोंगा वागु नदी पार करने के बाद दल को आगे दो और नदियां इल्का और राला वागु भी पैदल पार करना पड़ा। तीनों नदियों को पार कर स्वास्थ्य विभाग की टीम कीचडय़ुक्त पगडण्डी रास्ते से पैदल चलकर भूषापुर से पहाड़ी रास्ते से शाम करीब सात बजे गलगम पहुंची।
वहां मोबाइल का नेटवर्क मिलने पर टीम ने सेक्टर प्रभारी हरिशंकर ध्रुव से संपर्क किया। उनके द्वारा एम्बुलेंस भेजने के बाद टीम रात आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर पहुंची।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 सितंबर। ग्राम पंचायत पेद्दाकोडेपाल में मनरेगा योजना, 14वें वित्त और 15वें वित्त आयोग की योजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सरपंच, पंच व सर्व आदिवासी समाज ने सचिव और तकनीकी सहायक पर कार्रवाई की मांग की है।
बीजापुर ब्लॉक के पेद्दाकोडपाल में पंचायत सचिव व तकनीकी सहायक के खिलाफ सरपंच व पंचों ने मोर्चा खोल दिया है। सचिव रामबत्ती भोगामी पर 14वें वित्त, 15वें वित्त आयोग और मनरेगा योजना की राशि का आहरण कर बंदरबांट करने का आरोप लगाया गया है।
सरपंच व पंचों ने इस मामले को लेकर प्रशासन को एक लिखित रूप से शिकायत भी की है, लेकिन अब तक सचिव और तकनीकी सहायक पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है।
पेद्दाकोडेपाल की सरपंच पार्वती कोरसा व वार्ड के पंच बुधराम कोरसा, सुकलूराम कुडियम, लक्ष्मी कोरसा, मंगूराम कोरसा आलम रूकमणी, पांडूराम कोरसा सुन्दरलाल लेकाम, शांति कोरसा, विमला कोरसा आलम पांडू और मोहन लेकाम ने आरोप लगाते बताया कि सचिव रामबत्ती भोगामी और तकनीकी सहायक की मिलीभगत से वर्ष 2021-22 में किये गये 14वें वित्त, 15वें वित्त आयोग और मनरेगा योजना के चौबीस लाख रुपए की राशि का आहरण कर बंदरबाट किया गया है, जिसकी शिकायत लिखित रूप से प्रशासन दी गई थी, लेकिन दोषियों पर अब तक कार्रवाई नहीं की गई है।
सर्व आदिवासी समाज का एक दल पहुंचा पेद्दाकोडेपाल
इस मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अशोक तलांडी के नेतृत्व में बीते दिनों ग्राम पंचायत पेद्दाकोडेपाल में बैठक की गई।
सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष अशोक तलांडी ने बताया कि तीन सितंबर को पेद्दाकोडेपाल के ग्रामीणों के द्वारा सर्व आदिवासी समाज को एक पत्र लिखा था। जिसमें सचिव रामबत्ती भोगामी और तकनीकी सहायक की मिलीभगत से ग्राम पंचायत पेद्दाकोडेपाल में किये गये कार्य 14वें वित्त, 15वें वित्त, डबरी और मनरेगा योजना के राशि का आहरण कर बंदरबांट किया है। तलांडी ने कहा कि प्रशासन से जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
इस दौरान दोरला समाज के संम्भागीय अध्यक्ष अनील बुरका दोरला समाज के जिला अध्यक्ष ककेम नारायण, सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक बी एस नागेश, गोड़वाना समाज के ब्लाक अध्यक्ष फकलू तेलम ,हल्बा समाज के अध्यक्ष गुज्जाराम पवार, कुरूख उरांव प्रगतिशील समाज के सहकोषाध्यक्ष जिलूयस तिर्की, भतरा समाज के अध्यक्ष के अलावा अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
2 घंटे तक चला बचाव अभियान, पेगड़ापल्ली पुल पर फँसे थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 सितंबर। जिले में दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश से जन जीवन अस्त -व्यस्त हो गया था। दर्जनों गाँवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया था, वहीं रविवार को अत्यधिक बारिश की वजह से भोपालपटनम तहसील के पेगड़ापल्ली पंचायत के पास बसों में सवार 100 से अधिक लोग बाढ़ के पानी की वजह से पेगड़ापल्ली पुल पर फँस गए थे।
यात्रियों को लगा कि पानी जब उतर जाएगा तो वे निकल जायेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। तब बाढ़ में फँसे लोगों ने विधायक विक्रम मंडावी को इसकी जानकारी दी, तब विधायक ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से बात की और फँसे हुए लोगों का रेसक्यू करने को कहा।
नगर सेना के प्रभारी निर्मल साहू ने बताया कि मेरे पास विधायक विक्रम मंडावी ने फ़ोन किया औऱ कहा कि पेगड़ापल्ली में फँसे हुए यात्रियों की जानकारी दी। तभी हम नगर सेना के 10 जवानों के साथ 2बोट लेकर हम पेगड़ापल्ली पहुँच गए। हमारे साथ विधायक विक्रम मंडावी, जिला पंचायत सीईओ रवि साहू मौजूद रहे। हमने बाढ़ में फँसे लोगों को निकालने के लिए रात कऱीब 11.30 बजे रेसक्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया औऱ यह ऑपरेशन लगभग रात के 2.30 बजे तक चलता रहा। हमने बाढ़ में फँसे सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
विधायक विक्रम मंडावी ने बताया कि मेरे पास सूचना आयी थी कि दो बसों में सवार कुछ लोग पेगड़ापल्ली के पास बाढ़ के पानी में फँस गए हैं, वे यात्री काफ़ी डरे सहमे हुए थे। मैंने तत्काल नगर सेना की टीम को फ़ोन लगाया औऱ लोगों को रेसक्यू करने के लिए कहा और दो घंटों की मशक्कतके बाद लोगों का रेसक्यू किया गया। सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाकर उनके भोजन औऱ रहने की व्यवस्था की गई।
तीन गांवों के 100 बच्चों के हाथ में पहुंची कॉपी कलम और किताब
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 सितंबर। अनगिनत बाधाओं और चुनौतियों को पार कर नक्सलगढ़ के ग्रामीण अपने 3 गांव में 17 साल बाद स्कूल खोलने में कामयाब हुए हैं। साल 2005 के सलवा जुडूम अभियान के बाद ये गांव आतंक और दहशत की गिरफ्त में सरकार की पहुंच से दूर होकर मुख्यधारा से कट गए थे। छतीसगढ़ सरकार की विश्वास बढ़ाने और अंतिम छोर तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने की नीति ने एक बार फिर माओवाद प्रभावित इलाके में ग्रामीणो के दिल जीतने में कामयाबी पाई और मोसला कचिलवार व गुण्डापुर जैसे नक्सलगढ़ में फिर अ आ इ ई की गूंज सुनाई देने लगी है।
कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने बताया कि ज्ञानदूतों के माध्यम से झोपड़ी में स्कूल संचालित किये जा रहे हैं। इन ज्ञानदूतों को पहले एक सप्ताह का ट्रेनिंग दिया जाएगा। फिर महीने के 2 दिन इन्हें ट्रेनिग दी जाएगी। कलेक्टर कटारा के मुताबिक शासन से व्यवस्था हो जाने के बाद यहां रेगुलर टीचरों की पोस्टिंग की जा जाएगी। गांव वालों के सहयोग से स्कूल शेड जल्द ही बनवा दिया जाएगा। बच्चों को मीड डे मील, कॉपी, किताब, स्कूल ड्रेस व खेल सामान भी देंगे। उन्होंने बताया कि प्रशासन बेहतर शिक्षा के प्रयास कर रहा है। साथ ही मैदानी स्तर पर सरकार की योजनाओं को पहुंचाने में फायदा होगा। विश्वास बढ़ेगा।
दरअसल, बीजापुर जिला माओवादी प्रभाव की दृष्टि से देश का अतिसंवेदनशील इलाका है । आज भी यहां के सैकड़ों गांव सरकार, सरकारी अमले और सरकारी योजनाओं से कोसों दूर हैं । साल 2005 में नक्सल विरोधी सलवाजुड़ुम अभियान ने यहां दहशत और आतंक का माहौल पैदा कर सैकड़ो गांव और नागरिकों को विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर कर दिया था । इस दौरान जिले में 350 स्कूल बंद हो गए और हजारों बच्चों के भविष्य पर ग्रहण लग गया।
सरकार की पहल और शिक्षा विभाग के प्रयासों से जिले में बीते 3 साल में 160 से ज्यादा स्कूल तो खुले लेकिन मोसला कचिलवार और गुण्डापुर की चुनौतियों से पार नही पाया जा सका। बीते 3 साल से ग्रामीणों से लगातार संपर्क कर विश्वास बहाली की मुहिम को अमली जामा पहनाने में शिक्षा विभाग की टीम अब जाकर सफल हुई, जब ग्रामीणों की रज़ामन्दी के बाद झोपड़ी में स्कूल फिर से शुरू किए गए हैं। इस दौरान गांव के मुखिया और पुजारी ने स्थानीय रीति रिवाज से पूजा अर्चना की और बच्चों के साथ राष्ट्रगीत गाया। स्कूल शुरू करवाकर लौटे बीईओ मोहम्मद ज़ाकिर खान ने बताया कि बीजापुर ब्लाक का ग्राम पंचायत कैका दुर्गम और अतिसंवेदनशील इलाका है। जहां आम नागरिक या सरकारी अमले का पहुंच पाना एक चुनौती है। कैका के आश्रित गांव मोसला कचिलवार और गुण्डापुर के लिए 45 किलोमीटर का सफर कई बाधाओं को पार कर पहुचना होता है। रास्ते मे दहशत और नदी नालों को पार कर कीचड़ भरे रास्तो पर पैदल चलने की चुनौती मुहिम में बाधक बनती हैं। बावजूद शासन, प्रशासन के मार्गदर्शन में सभी बच्चों को शिक्षा के अधिकार से जोडऩे तमाम चुनौतीयों के बीच बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे की मुहिम को आगे बढाने में कोशिश कर रहे है। बीईओ मोहम्मद जाकिर खान आगे बताया कि मोसला में 34, कचिलवार में 32 और गुण्डापुर में 34 बच्चों का दाखिला कराया गया हैं।जिनके पढऩे की जगह कुटिया के रूप में ग्रामीणो द्वारा तैयार किया गया है। यहां बच्चों को कॉपी कलम, किताब और स्कूल ड्रेस सरकार ने मुहैया कराई है।
कैसे खुलते हैं नक्सलगढ़ के बंद स्कूल
जिले के ज्यादातर इलाके माओवादियो के प्रभाव में आते हैं । ऐसे में सीधे गांव में घुसकर कोई भी काम कर पाना मुमकिन नही होता हैं । इस मुहिम में शिक्षा विभाग की टीम गांव के पढ़े लिखे बेरोजगारों से लगातार संपर्क करती है और उन्हें ग्रामीणों के साथ बात के लिए तैयार किया जाता है । ग्रामीणों से बातचीत का रास्ता तैयार होने के बाद शिक्षा विभाग की टीम गांव जाकर स्कूल खोलने की पहल कर शिक्षा से होने वाले लाभ बताकर सहमति लेती है । ग्रामीण तय करते हैं कि ज्ञानदूत कौन होगा। ये तय करने के बाद ग्राम पंचायत के प्रस्ताव पर उनका चयन किया जाता है। स्कूल की सहमति मिलने के बाद शिक्षा विभाग की टीम आला अफसरों को इसकी जानकारी देकर स्कूल खोलने की मुहिम को अमली जामा पहनाती है । ग्रामीण जहाँ झोपड़ी बनाने की जिम्मेदारी खुद उठाते हैं।वही शिक्षा विभाग ड्रेस,कॉपी, कलम, किताब टाटपट्टी रजिस्टर ब्लैकबोर्ड मध्यान्ह भोजन की व्यवस्था करता है । इन सारी कवायद के बीच यहां के ज्यादातर स्कूल नदी नालों को पार पहाड़ी इलाके में बसे होने से पहुँचविहीन इलाके में शुमार किये जाते हैं।
नक्सल प्रभावित इलाका होने से दहशत का दबाव भी बना रहता है । इन हालातों में ये खोले गए स्कूल माओवाद इलाक़े के बदलते हालात और सरकार की विश्वास बहाली की मुहिम को मजबूती प्रदान करती है।
ज्ञानदूत संवारेंगे बच्चों का भविष्य
सत्रह साल बाद खोले गए स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई के लिये ज्ञानदूत की व्यवस्था की गई है । ये ज्ञानदूत इन इलाकों के स्थानीय शिक्षित बेरोजगार हैं,जो गांव में रहकर बच्चों को शिक्षा देने का काम करेंगे । जिला प्रशासन ने इनकी नियुक्ति डीएमएफ मद से की है। जिन्हें बाकायदा डाइट के माध्यम से प्रशिक्षण दिये जाने की व्यवस्था की गई है । बारिश के बाद सरकार इन जगहों पर झोपड़ी की जगह शेड निर्माण के स्वीकृति देगी। जिसके बाद इन गांव में शिक्षा की बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ सरकार की मौजूदगी भी प्रभावी बन सकेगी ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 सितंबर। कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने के बाद लंबे समय से फरार चल रहे नक्सलियों को बीजापुर पुलिस ने पड़ोसी राज्य तेलंगाना से गिरफ्तार कर लिया हैं। ये नक्सली वहां नाम बदलकर रह रहे थे। दोनों नक्सलियों को गिरफ्तारी के बाद न्यायालय में पेश किया गया हैं।
जिले के अंतिम छोर पर बसे पामेड़ इलाके में बड़ी नक्सली वारदात को अंजाम देने के बाद फरार नक्सली माड़वी देवा तेलंगाना के दक्षिण गोदावरी जिले के थाना कुकनूर के गांव लंकापल्ली गांव में नाम बदलकर रह रहा था। जिसे पामेड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं कोबरा 204 की सूचना पर धरमावरम में ग्रामीण के घर से लूट की घटना में शामिल रही महिला नक्सली काका लच्छी निवासी धर्ममावरम को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। लच्छी भी लंबे से नाम बदलकर पड़ोसी राज्य के वद्दीपेटा उंजापल्ली थाना चेरला में रह रही थी। पुलिस ने सूचना पर दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया गया हैं। लच्छी के विरुद्ध पामेड़ थाना में 1 स्थाई वारंट लंबित हैं।
इन वारदातों में शामिल रहा देवा
नक्सली माड़वी देवा ने कई बड़े वारदातों को अंजाम दिया था। वर्ष 2004 में पामेड स्थित छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल की छावनी पर हमला, तोंग गुड़ा और तिपापुरम के बीच पुलिस पार्टी को नुकसान की नियत से ब्लास्ट करने, 2005 में पामेड़ थाना पर फायरिंग, तोंगगुड़ा नाला के पास बम लगाने, पामेड़ से 3 किमी की दूरी पर निकली पुलिस पार्टी को निशाना बनाते आईईडी ब्लास्ट करने जैसी बड़ी घटनाओं में वह शामिल था. माड़वी के खिलाफ थाना पामेड़ में 9 स्थाई वारंट लंबित है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 6 सितंबर। शिक्षक दिवस के अवसर पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण पुरस्कार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कन्या रेसीडेंसियल स्थित आडिटोरियम बीजापुर में आयोजित हुई, जिसमें जिले के दूरस्थ एवं दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार कर गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने वाले उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया गया। जिसके अन्तर्गत प्राथमिक शाला के प्रत्येक ब्लाक 3 शिक्षकों को ‘‘शिक्षा दूत‘‘ सम्मान दिया गया जिसमें 5 हजार की राशि का चेक, शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। वहीं माध्यमिक स्कूलों के उत्कृष्ट सेवा देने वाले प्रत्येक ब्लाक के 1 शिक्षक का चयन कर ज्ञानदीप अलंकरण से सम्मानित किया गया। उक्त सम्मान के अन्तर्गत 7 हजार की राशि का चेक शाल, श्रीफल और प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उत्कृष्ट प्रधानपाठक के रूप में प्रत्येक ब्लाक से 1 संस्था प्रमुख को भी सम्मानित कर 1 हजार रूपये का चेक वितरण किया गया। पुरस्कृत शिक्षकों में प्राथमिक शाला के शिक्षक शिक्षादूत अलंकरण से सम्मानित विकासखण्ड भोपालपटनम से पुष्पलता मड़े, बी. शकुंतला, श्री कोंड्रा राजकुमार, विकासखण्ड भैरमगढ़ से जयपाल निषाद, नरसिंग सिन्हा, किरण मंडावी, विकासखण्ड बीजापुर से सत्यवती पुनेम, शशिकला मिंज एवं तुलसी पटेल एवं विकासखण्ड उसूर से बी रमेश, नेवेन्द्र बुरका, सविता नेताम इसी तरह माध्यमिक स्कूल के शिक्षक जिन्हें ज्ञानदूत अलंकरण से सम्मानित किया गया, भानु शंकर नाग, उसूर शाहीन परवीन बीजापुर, लक्ष्मीनारायण ओडवल भोपालपटनम से।
उत्कृष्ट प्रधानाठक के रूप में संस्था प्रमुख कमला गांधरला, चरण सिंह सलाम, वासम नारायण, मट्टी नागैया, सविंदा शिक्षक स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल बीजापुर से साधना जैन, उसूर से मनोज झाड़ी भोपालपटनम से श्री यशवंत सिन्हा एवं भैरमगढ़ से कुमारी अंकिता देशमुख।
जिले में बंद पड़े स्कूलों को पुन: संचालन किया गया है। उन स्कूल संचालन स्थानीय युवा शिक्षादूत के रूप में कार्य कर रहे हैं, जिन्हें सम्मानित किया गया-उसूर से डोडी कमलेश, भोपालपटनम से तलांडी कान्तैया, बीजापुर के विजय गोंदें, भैरमगढ़ के राजूराम डोंडी, निजी स्कूल के शिक्षक रितु चौहान, राजेन्द्र टोप्पो, श्रीमती वेल्मा सपापना रावतिया सहित केन्द्रीय विद्यालय के अजित कुमार, नवोदय विद्यालय के गौरव सोनकर, डीएव्ही स्कूल के शिक्षक नरेश कुमार सहित जिले के सेवानिवृत्त वरिष्ठ शिक्षक फिरतुराम बघेल, जेआर तुमरेटी, ई संताराव सडमेक, वेडजा प्रताप, देव चंद नाग, एल सुधाकर, आत्रम शंकर, के निमैय्या, झाड़ी पोचैया, एम शरण देवी, कुंडकुल लक्ष्मी नारायण, डी. नागेश्वर, रैमनदास झाड़ी, लक्ष्मी भारद्वाज, रामगोपाल शर्मा, सीएस सलाम, डीसी सोरी को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अतिथि जिला पंचायत एवं कृषक कल्याण बोर्ड के सदस्य श्री बसंत राव ताटी ने सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने जिले के शिक्षकों को ‘‘जयगुरू‘‘ अभिवादन के साथ शुभकामनाएं देते हुऐ बीजापुर जैसे सुदूर अंचल में शिक्षा का अलख जगाने के लिए प्रोत्साहित किया कलेक्टर श्री कटारा ने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी जिले के नौनिहालों को शिक्षित करना बहुत ही सौभाग्य का कार्य है।
शिक्षा ही एक सशक्त माध्यम है जिसमें अंतिम व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है। शिक्षा के अभाव में नकारात्मक विचारधारा के प्रति लोग आकृष्ट होते हैं जिसे हम सब मिलकर शिक्षा देकर सही रास्ते पर ला सकते हैं। इस दौरान कलेक्टर ने बताया स्कूलों मे अद्योसंरचना कार्य हो रहा है। ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने के लिए जिला प्रशासन कार्य कर रही है, शिक्षा में गुणवत्ता लाना हमारी पहली प्राथमिकता है। ताकि शिक्षा के क्षेत्र में जिले का नाम रौशन करें।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य बी पुष्पाराव, जनपद अध्यक्ष बीजापुर बोधी ताती, सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू, एसडीएम बीजापुर पवन कुमार प्रेमी, सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग प्रशांत कुशवाह, जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण, मीडिया प्रतिनिधि व जिले के सुदूर क्षेत्रों से आए शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 सितंबर। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन बीजापुर की पहल पर आज 5 सितंबर शिक्षक दिवस पर जिले के सहायक शिक्षकों ने रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया।
शिक्षक दिवस पर जिले में पहली बार सहायक शिक्षक फेडरेशन के संगठन की पहल पर एकजुटता व मानवता का परिचय देते हुए व अन्य शिक्षक संगठन को प्रेरित करने रक्त दान के इच्छुक सहायक शिक्षको ने जिला अस्पताल पहुँच कर स्वेच्छा से रक्त दान किया।
जिले में पहली बार किसी शिक्षक संगठन ने शिक्षक दिवस पर रक्त दान करने की पहल की जिससे और भी कई शिक्षक संगठन रक्त दान हेतु प्रेरित हो सके।
रक्त दाता में प्रमुख रूप से बाबूलाल गांधरला,राजेन्द्र ठाकुर, पुरषोत्तम झाड़ी,गोपाल पांडे,मोहसिन खान,रमेश कारम,महेश शेट्टी, राजन्ना अनाकारी, प्रदीप साहनी, प्रेमलाल नक्का, कृष्ण मुर्ति ककेम, राजेश मिश्रा ने रक्त दान किया।
रक्त दान शिविर में प्रमुख रूप से सहायक शिक्षक फ़ेडरेशन जिला बीजापुर व नरवेद सिंह जिला संगठन आयुक्त(भारत स्काउट/ गाइड), संतोषी कावरे, ओमप्रकाश झाड़ी, पवन जैन,प्रेम आइला,प्रेम सागर,रमेश कट्टम का सहयोग रहा।
बीजापुर, 5 सितंबर। छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय निर्देशानुसार बीजापुर जिला ईकाई द्वारा सोमवार को शिक्षक दिवस पर वेतन विसंगति दूर करने के संबंध में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष राजेश मिश्रा ने बताया कि भूपेश बघेल सरकार ने चुनाव के समय जनघोषणा पत्र में वादा किया था कि यदि हमारी सरकार सत्ता में आती है तो प्रदेश के एक लाख नौ हजार सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को शीघ्र ही दूर करेंगे, लेकिन साढ़े तीन साल बीत जाने के बावजूद भी सरकार वेतन विसंगति दूर नहीं कर पाई।
सरकार ने वेतन विसंगति दूर करने हेतु एक कमेटी गठित किया था।जिसका कार्यकाल एक वर्ष बीत जाने के बावजूद आज तक सरकार को रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है। साथ ही वेतन विसंगति को दूर करने के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले पूर्व में राजधानी रायपुर में 18 दिन का ऐतिहासिक हड़ताल हुआ था।इस समय भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वेतन विसंगति को दूर करने का आश्वासन दिया था।इस ओर ध्यान आकृष्ट करने आज 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा गया।
आज 5 सितम्बर को सहायक शिक्षक फ़ेडरेशन ने संगठन का विस्तार करते हुए कुछ पदों पर नए लोगो को शामिल किया गया।जिसमे जिला सचिव सुशील हेमला,जिला संगठन मंत्री राजन्ना अनकारी,जिला कोषाध्यक्ष मोहसिन खान व कार्यकारिणी सदस्य में कमलेश जुर्री,अरकेश परतागीरी,रमेश कारम,आर.पवन को शामिल कर संगठन का विस्तार किया गया।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राजेश मिश्रा, पुरषोत्तम झाड़ी,गोपाल पाण्डे, राजन्ना अनाकारी,महेश शेट्टी, कमल नारायण कुंजाम,शांति लाल वर्मा,शेखर अप्पाजी राव,महेश यालम व अन्य शिक्षक साथी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 सितंबर। जिले के भोपालपटनम ब्लॉक 13 गांवों में स्टाप डैम मरम्मतीकरण के नाम पर हुए घोटाले का आरोप लगाने के बाद राज्य युवा आयोग के सदस्य ने अब जल संसाधन विभाग के प्रभारी ईई पर एफआईआर की मांग कर बीजापुर थाना प्रभारी के नाम आवेदन दिया है।
प्रेस को जारी किये आवेदन में राज्य युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने कहा है कि डैम मरम्मत कार्य के लिए नरेगा मद से 4 लाख 50 हजार व डीएमएफ मद से 4 लाख 50 हजार कुल 9 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी कर जल संसाधन विभाग बीजापुर को कुल 13 निर्माण कार्यो की स्वीकृति 1 करोड़ 17 लाख जारी कर कार्य एजेंसी बनाया गया। उक्त कार्य में बरसात की वजह से जुन से आज तक यह कार्य करना संभव नहीं हैं। बावजूद जल संसाधन के कार्यपालन यंत्री ने बिना माप पुस्तिका में दर्ज किये बिना जालसाजी कर सरकारी राशि का षड्यंत्र पूर्वक गबन 1861430 रुपये का आहरण कोर्राम गणपत के खाते में स्थानान्तरण किया गया।
कोर्राम गणपत के जीएसटी पर बिल लगाकर सरकारी राशि का बिना काम के स्थानान्तरण कर राशि का गबन किया गया।
युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह का कहना है कि कोर्राम गणपत के जीएसटी की जांच की जानी आवश्यक है, चूंकि गणपत का किसी भी तरह का कारोबार नहीं हैं, और न ही क्रय विक्रय का बिल हैं। अजय सिंह का कहना का कहना है कि कार्यपालन यंत्री जालसाजी कर फर्जी जीएसटी लगाकर फर्जी बिल पर सरकारी राशि का आचरण बिना काम के करना अपराध के श्रेणी में आता है। अजय सिंह ने आगे कहा है कि जल संसाधन के तत्कालीन एसडीओ एमएल टंडन के विरुद्ध पूर्व में भी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भोपालपटनम ने अपनी जांच रिपोर्ट के 2967000.00 रुपये के गबन पर एफआईआर दर्ज कर राशि वसूली की कार्रवाई का जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत किया है। श्री सिंह ने कहा कि बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जो दुर्भाग्यपूर्ण है। थाना प्रभारी को दिए आवेदन में उन्होंने मांग की है कि जल संसाधन विभाग के ईई के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर शासकीय राशि वसूली करने की मांग की है।
पूर्व मंत्री ने विधायक व प्रशासन पर साधा निशाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 5 सितंबर। युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह द्वारा स्टाप डैम मरम्मत के नाम पर किये गये घोटाले के आरोप के बाद बीजापुर की राजनीति गरमा गई है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा भी मुखर हो गई है। वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने भ्रष्टाचार को लेकर स्थानीय विधायक व प्रशासन पर निशाना साधते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाये हैं।
यहां प्रेस क्लब भवन में आयोजित पत्रवार्ता में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने आरोप लगाया गया कि बीजापुर जिले में पंचायत व अन्य कार्यों की राशि विधायक व कांग्रेस नेताओं के फंड में जा रही हैं। शिकायत के बावजूद प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। गागड़ा ने विधायक व प्रशासन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये हैं। उनका कहना था कि जो आरोप पहले विभिन्न माध्यमों से भाजपा लगा रही थी। अब वही आरोप उनके ही युवा आयोग के सदस्य ने अपने विधायक पर लगाया हैं।
उन्होंने कहा कि विधायक निधि के कार्यों में भी विधायक निधि मद के पैसे का दोहन हो रहा है। प्रशासन से कई बार भ्रष्टाचार को लेकर मौखिक शिकायतें की गई है, लेकिन अब तक न कोई जांच हुई और न ही कोई कार्रवाई। जिले में सारे नियमों को दरकिनार कर बिना निविदा के कार्य कराया जा रहा है।
गागड़ा ने आरोप लगाया है कि जल संसाधन विभाग एक माह में बरसात में तालाब का काम पूरा कराती हैं। उन्होंने कहा कि शिकायतों के बाद भी कार्रवाई न होना यहां न्याय की उम्मीद करना बेईमानी हैं।
उन्होंने पंचायत और डीएमएफ मद की राशि का दुरुपयोग को लेकर डीओपीटी, पीएमओ व केंद्रीय पंचायत मंत्री से शिकायत कर न्यायालय जाने की बात कही हैं। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कहा कि डीएमएफ व मनरेगा के पचास पचास फीसदी हिस्सेदारी से जिले के भोपालपटनम ब्लाक के 13 ग्रामों में स्टाप डैम मरम्मतीकरण के नाम पर जल संसाधन विभाग ने बगैर काम के 18 लाख 61 हजार 430 रुपये का आहरण कर लिया ।
उन्होंने बताया कि इसकी जांच के लिए भाजपा की ओर से आठ सदस्यायी जांच दल का गठन किया गया हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर पार्टी न्यायालय के शरण मे जाकर कार्रवाई की मांग करेगी। पत्रवार्ता के दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता जी वेंकट, जिला महांमत्री सत्येंद्र सिंह ठाकुर भी मौजूद रहे।
ये है जांच के सदस्य
भोपालपटनम ब्लाक 13 ग्रामों में जल संसाधन विभाग द्वारा स्टाप डैम मरम्मत के नाम किये गए भ्रष्टाचार की हकीकत जानने भाजपा ने आठ सदस्यायी जांच दल का गठन किया है। जिसमें सत्येंद्र सिंह ठाकुर, लवकुमार रायडू, फूलचन्द गागड़ा, जया देवी चिडेम, यालम वेंकट, राकेश केतारप, रिंकी परस्ते व रंजना उद्दे शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 4 सितंबर। डीए व एचआरए की मांग को लेकर कर्मचारी अधिकरी फेडरेशन की 22 अगस्त से चली रही अनिश्चितकालीन हड़ताल कैबिनेट मंत्री के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन बीजापुर जिला इकाई ने बयान जारी कर बताया है कि उनका आंदोलन अभी समाप्त नहीं हुआ है। सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रवक्ता रविन्द्र चौबे के आश्वासन के बाद फिलहाल इसे स्थगित किया गया हैं। मंत्री ने फेडरेशन को आश्वस्त किया है कि उनकी मांगों पर सरकार गंभीरता पूर्वक विचार कर रही हैं। मंत्री ने पत्रकारवार्ता में कहा कि है अधिकांश मांगों पर सहमति बन चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि राज्योत्सव या दीपावली पर 6 प्रतिशत डीए के साथ डीए की एटियर्स राशि जीपीएफ में जमा की जाएगी तथा एचआरए के लिए कमेटी के गठन करने के आधार पर हड़ताल स्थगित की गई है।
फेडरेशन ने जारी बयान में बताया कि समय समय पर फेडरेशन के प्रांतीय पदाधिकारी सरकार से वार्ता करते रहेंगे। वादा पूरा नहीं होने की स्थिति में कभी भी हड़ताल किया जा सकता है।
फेडरेशन पदाधिकारी केडी राय, जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान, महेश शेट्टी, लोकेश रेड्डी, गनपत गुरला, श्रीनिवास मरकेला, वीरा राजा बाबू, मनोज कडमूल, यामिनी बंजारे, रेशमा गोड्डे, संगीता उप्पल, रागिनी देवांगन, ए सुधारक, राजेन्द्र, बालेन्द्र, अरविंद कोर्राम, केआर कश्यप, शंकर लाल कतलाम, बेमर सिंह नाग, रविन्द्र झाड़ी, अनिल झाड़ी, रमेश मढ़ी, राजेन्द्र बुरका, कमल सिंह कोर्राम, मोहन सिंह, वेंकट राजू, व सचिव कैलाश रामटेके ने आंदोलन में समर्थन के लिए राजनीतिक दलों व मीडिया का आभार व्यक्त किया हैं। कैलाश रामटेके ने बताया कि आगामी 6 सितंबर को होने वाली केबिनेट की बैठक पर फेडरेशन की नजर होगी।
बीजापुर ब्लाक का हुआ पुर्नगठन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 सितंबर। तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ बीजापुर का पुर्नगठन किया गया, जिसमें बृजलाल पुजारी को बीजापुर ब्लाक का नया अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।
यहां विगत 11 दिनों से डीए व गृहभाड़ा भत्ता की मांग को लेकर बेमियादी आंदोलन पर बैठे कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के सैकड़ों कर्मचारियों की मौजूदगी व तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष व फेडरेशन अध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान के मार्गदर्शन एवं तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष बीराराजा बाबू की उपथिति में बीजापुर ब्लाक इकाई का पुर्नगठन करते हुए तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ बीजापुर ब्लाक अध्यक्ष के पद पर बृजलाल पुजारी को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया हैं। साथ ही डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ से भोलाराव भट्ट उपाध्यक्ष, पटवारी संघ से रविन्द्र पुजारी सचिव, वन कर्मचारी संघ सोनाधर मांझी कोषाध्यक्ष पद पर मनोनीत किये गये हैं।
वही संघ में महिला शक्ति को मजबूत करने के लिए जिला उपाध्यक्ष पद के लिए आईसीडीएस की पर्यवेक्षिका श्रीमती प्रियंका देहारी व ब्लाक उपाध्यक्ष पटवारी श्रीमती रेणुका नेताम को सर्व सम्मति से चुना गया हैं।
इस अवसर पर नवनियुक्त ब्लाक अध्यक्ष बृजलाल पुजारी ने संगठन के प्रति समर्पित भाव से काम करने की बात कही हैं। ज्ञात हो कि जिलाध्यक्ष बनने के बाद बीराराजा बाबू ने गुरुवार को बीजापुर से ब्लाकों के गठन की प्रक्रिया की शुरुआत कर दी हैं। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में भैरमगढ़ उसूर व भोपालपटनम ब्लाक का भी गठन कर दिया जाएगा। नवनियुक्त पदाधिकारियों को कर्मचारियों ने बधाई दी हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 27 अगस्त। जिले के सीमावर्ती भोपालपटनम वन परिक्षेत्र में अवैध सागौन तस्करी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती रात वन अमले ने तारलागुड़ा से सागौन से भरी एक पिकअप वाहन को पकड़ा है, पर वाहन चालक व उसमें सवार अन्य लोग वन अमले के हाथ नहीं लग सके।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजापुर वनमंडल के सीमावर्ती भोपालपटनम वन परिक्षेत्र के तारलागुड़ा फारेस्ट नाका से शुक्रवार की रात गश्त के दौरान वन अमले ने अंतरराज्यीय तस्करी करते सागौन लकड़ी से भरी एक पिकअप वाहन को पकड़ा। हालांकि वाहन चालक व अन्य लोग भाग निकलने में कामयाब हो गये।
फारेस्ट सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए सागौन लकड़ी की अनुमानित कीमत 4 लाख रुपये आंकी गई है। पकड़े गए वाहन को भोपालपटनम डिपो लाया गया है।
बताया गया है कि भोपालपटनम से यह वाहन सागौन भरकर तेलंगाना की ओर जा रही थी। वाहन में नंबर अंकित नहीं है। उसमें महज एपी लिखा हुआ हैं।
हर बार सागौन की तस्करी के लिए चर्चा में रहने वाला भोपालपटनम वनपरिक्षेत्र तेलंगाना, आंध्र व महाराष्ट्र का सीमावर्ती क्षेत्र हैं। इस वजह से जंगलों को बेख़ौफ़ काटकर सागौन की अन्तरराज्यीय तस्करी की जा रही है। वर्षों से इस क्षेत्र में जंगलों की अवैध कटाई होती आ रही है। ज्ञात हो कि पखवाड़े भर पहले भोपालपटनम में सरकारी वाहन से सागौन चिरान परिवहन करते वेटनरी अधिकारी पकड़ा गया था। मामले के तूल पकडऩे के बाद विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया हैं।
सीआरपीएफ जवानों के लिए बस से ले जा रहे थे
बीजापुर, 27 अगस्त। नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों के लिए राशन लेकर जा रही एक यात्री बस को रोककर उसमें से राशन लूट लिया। राजपेटा के करीब नक्सलियों ने यह वारदात को अंजाम दिया है।
बीजापुर से सिलगेर की ओर जा रही यात्री बस को शाम करीब 4 बजे के दरमियान 15 से 20 हथियार बंद नक्सलियों ने बासागुड़ा व सिलगेर के बीच राजपेटा गांव के पास रोक लिया। इसमें सीआरपीएफ जवानों के लिए रखे रसद को नक्सलियों लूट कर अपने साथ ले गए। सूत्रों के मुताबिक मुक्कुर कैम्प में पदस्थ जवानों के लिए यह राशन भेजा जा रहा था। घटना बासागुड़ा थाना क्षेत्र की बताई गई हैं।
इस संबंध में एसपी अंजेय वाष्णेय ने बताया कि शाम करीब 4 बजे यह घटना हुई है। नक्सलियों ने बस से क्या कुछ ले गया है। इसका पता लगाया जा रहा है।
बीजापुर, 23 अगस्त। मंगलवार को ग्राम पंचायत ईटपाल के जैतालूर के गौठान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जन्मदिन युवा कांग्रेस ने श्रमिकों के साथ केक काटकर मनाया, वहीं युवा कांग्रेसियों ने बच्चों को काफी व पेन का वितरण भी किया।
बीजापुर युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अध्यक्ष एजाज सिद्दीकी व मनोज अवलम के नेतृत्व में युवा काग्रेसियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्मदिन के अवसर पर जैतालूर गौठान में श्रमिकों के साथ मिलकर केक काटकर सभी को बधाई दी। साथ ही यहां बच्चों को कॉपी व कलम का वितरण किया, वहीं हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी युवा कांग्रेसियों ने जिला अस्पताल पहुंचकर जरूरतमंदों के लिए रक्तदान किया।
इस दौरान नगर पालिका परिषद बीजापुर की पार्षद सोनमती ताती, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहम्मद एजाज अहमद सिद्दीकी, मनोज अवलम मुन्ना कुरसम, विनोद तालुकदार, मचा रामबाबू विनोद बढ़दी, बाबू हरिश आदि मौजूद थे।
अस्तित्व बचाने ताटी कर रहे अनर्गल बयानबाजी
बीजापुर, 22 अगस्त। भाजपा की जन अधिकार पदयात्रा को मिल रहे व्यापक समर्थन को देखकर विधायक व कांग्रेस कार्यकर्ता बौखला गये हैं। जिस तरह से पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश गागड़ा के जन अधिकार पदयात्रा में जन सैलाब उमड़ रहा है, उसे देखकर विधायक विक्रम मंडावी व कांग्रेसियों के होश फाकता हो गए हैं। उक्त बातें भोपालपटनम के भाजपा मंडल अध्यक्ष वेंकट यालम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही हैं।
मंडल अध्यक्ष वेंकट यालम ने प्रेस को बयान जारी कर कहा कि विधायक अपने कार्यकर्ताओं से अनाप-शनाप बयानबाजी करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बसन्त राव ताटी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे एक जनप्रतिनिधि है और उन्हें ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिए। वेंकट यालम ने कहा कि बसंत राव ताटी जनप्रतिनिधि कम और ठेकेदार ज्यादा नजऱ आते हैं। भोपालपटनम के चंदनगीरी में पीएमजीएसवाय सडक़ में जिस तरह भ्रष्टचार किया गया हैं। उसे देखकर समझा जा सकता है।
जारी बयान में यालम ने कहा है कि कांग्रेस के बसंत राव ताटी एक जनप्रतिनिधि होने के कारण उन्हें क्षेत्र की जनता के समस्याओं से अवगत होकर उन्हें हर समस्या का समाधान करना चाहिए, किंतु वे ऐसा नहीं कर रहे हैं। क्षेत्र में उनकी अवैध जमीन की शिकायत, विरोध आए दिन लोगों द्वारा किया जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक के इशारे पर इस तरह के बयानबाजी करने से पहले उनके कृत्यों को देखे। बहुत जल्द भारतीय जनता पार्टी उनके द्वारा किए गए भ्रष्टाचार, अवैध रूप से जमीन हड़पना जैसे कृत्यों पर कार्रवाई होते तक जमीनी स्तर पर उनके खिलाफ उग्र आंदोलन पर उतरेगी।
मंडल अध्यक्ष का कहना है कि जन अधिकार रैली के दौरान भाजपा के समर्थन में क्षेत्रवासियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इसे देखकर विधायक व कांग्रेसियों में बौखलाहट हैं।
उन्होंने कहा है कि हाल ही में नगर पंचायत चुनाव में जीतने के बाद विधायक ने जिस तरीके से ताटी को दरकिनार किया है।
उससे वे फिर से भाजपा और आप पार्टी के संपर्क में हैं।
सरकारी गाड़ी से सागौन तस्करी करते पकड़ाए थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अगस्त। भोपालपटनम से सरकारी गाड़ी में सागौन की अवैध तस्करी करते पकड़ाए उपसंचालक पशु चिकित्सक सेवाएं को विभाग के अवर सचिव निलंबित कर दिया हैं। निलंबन अवधि में उपसंचालक का मुख्यालय संयुक्त संचालक जगदलपुर कार्यालय निर्धारित किया गया है।
ज्ञात हो कि वन विभाग ने पशु चिकित्सा सेवाएं बीजापुर के उपसंचालक लल्लन सिंह को सरकारी गाड़ी में अवैध सागौन परिवहन करते पकड़ा था। वन विभाग ने वन अपराध प्रकरण 9712/ 16 के तहत 31 जुलाई को दर्ज होने से पशु धन विकास विभाग के अवर सचिव ने डॉ. लल्लन सिंह को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा नियम - 1966 के नियम -9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में डॉ. सिंह का मुख्यालय संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं जगदलपुर निर्धारित किया गया है।
जिपं अध्यक्ष ने साधा पूर्व मंत्री पर निशाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अगस्त। बीजापुर में भाजपा व कांग्रेस नेताओं में जुबानी जंग तेज होती जा रही है। जिस तरह से पूर्व मंत्री महेश गागड़ा भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर विधायक व प्रशासन पर तीखे हमले बोलकर लगातार उन पर निशाना साध रहे हैं, वहीं कांग्रेस के नेता भी पूर्व मंत्री व भाजपा पर जवाबी हमले कर रहे हैं।
बीजापुर के जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म ने भाजपा और पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा और महेश गागड़ा का जन अधिकार यात्रा केवल नौटंकी रहा। उनके जन अधिकार यात्रा से क्षेत्र की जनता स्वयं ही दूर रही। उन्होंने कहा कि जनता का समर्थन नहीं मिलने से गागड़ा व भाजपा पूरी तरह हताश, निराश और परेशान है। इसी कारण वे विधायक विक्रम मंडावी और जि़ला प्रशासन पर अनर्गल बयान बाज़ी कर मीडिया में बने रहना चाहते हंै।
जि़ला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम ने अपने विज्ञप्ति में आगे कहा कि भाजपा और मंत्री रहे महेश गागड़ा की सरकार में पंचायतों के अधिकारों को लगभग ख़त्म कर दिया गया था।बीजापुर जि़ले के पंचायतों को विभिन्न योजनाओं से आबंटित होने वाली राशि का उपयोग राजधानी रायपुर में टॉवर लगाने के लिए खर्च किया जाता था।जिससे की जिले के पंचायतों का अस्तित्व ही समाप्त हो। पूर्व विधायक महेश गागड़ा को क्षेत्र की जनता और जिले भर के सरपंचों को यह बताना चाहिए कि बीजापुर जिले के पंचायतों के पैसे से राजधानी रायपुर में टॉवर लगाने के पीछे इनकी मंशा क्या थी..?
जि़ला पंचायत अध्यक्ष कुडियम ने आगे कहा कि जब से प्रदेश में भूपेश बघेल की सरकार बनी है, तब से जिले के पंचायतों में विकास को गति मिली है। पंचायत प्रतिनिधि अब सीधे अपने विधायक व जि़ला प्रशासन से विकास कार्यों को लेकर मिल रहे है। क्षेत्र का लगातार विकास हो रहा है।
पूर्व विधायक महेश गागड़ा को क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों को और जनता को यह भी बताना चाहिए कि वे मंत्री रहते अपने कार्यकाल में पंचायतों के लिए क्या क्या कार्य किए हंै और कितने बार पंचायतों के प्रतिनिधियों से मिले है ? उनकी कितनी समस्याओं का समाधान किया है ?
आज जब प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की सरकार ने पंचायतों के अधिकारों को सुरक्षित करने की मक़सद से पंचायतों को और अधिक अधिकार दे रही है तो भाजपा और महेश गागड़ा जानबूझकर पंचायतों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर पंचायतों एवं पंचायतों के जनप्रतिनिधियों का अपमान करने में लगे हंै।
फेडरेशन की आज से बेमियादी हड़ताल शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 अगस्त। प्रांतीय आव्हान पर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने सोमवार से बेमियादी हड़ताल की शुरुआत कर दी है। बीजापुर में हड़तालियों को भाजपा के पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने अपना समर्थन देकर उनकी मांगों को जायज बताया है।
कलम रख, मशाल उठा के तहत अपनी दो सूत्रीय मांगों लेकर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर जिले के कर्मचारी अधिकारी सोमवार से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले गये हैं। कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता तथा सातवें वेतन में गृहभाड़ा भत्ता को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन जिला मुख्यालय सहित भैरमगढ़, भोपालपटनम व उसूर ब्लॉक मुख्यालय में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है, वहीं अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हड़तालियों के धरना स्थल पहुंच कर पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने उन्हें अपना समर्थन दिया।
धरना स्थल पहुंचे गागड़ा ने कहा कि जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, तब भूपेश बघेल ने हड़ताल करने वाले अधिकारी कर्मचारियों से कहा था कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी तो अधिकारी कर्मचारियों को रोड़ में उतरना नहीं पड़ेगा और हड़ताल करने का मौका नहीं मिलेगा। आज कांग्रेस की सरकार बनते ही झूठ बोलकर ठगने का काम कर रहे है। इतना ही नहीं गागड़ा ने कहा कि शर्म की बात यह है कि हड़ताल में उतर रहे अधिकारी कर्मचारी के संगठन वालों को धमकी दी जा रही है और मीडिया के माध्यम से भी धमकी दे रहे हैं।
पूर्व मंत्री गागड़ा हुए आक्रामक, कहा - सरकार आने पर भ्रष्टाचार की होगी जांच
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 अगस्त। जन अधिकार पदयात्रा का पहला चरण बीजापुर में समाप्त होने के बाद पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रेसवार्ता लेकर स्थानीय विधायक व प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर जांच कराने की बात कही है।
शुक्रवार को पूर्व मंत्री महेश गागड़ा व भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार के नेतृत्व में तारलागुड़ा से शुरू हुई भाजपा की जन अधिकार पदयात्रा के तीसरे दिन बीजापुर पहुंचने पर यात्रा का समापन किया गया। इसके बाद यहां पत्रकार भवन में पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रेसवार्ता लेकर स्थानीय विधायक पर भ्रष्टाचार को लेकर कई गंभीर आरोप लगाये।
पूर्व मंत्री गागड़ा ने कहा कि विधायक और सरकार से जनता पीडि़त है। उनके दर्द को खत्म करने जन अधिकार यात्रा कर रहे हैं और इस यात्रा को जनता का भरपूर सहयोग मिल रहा है। वहीं विधायक पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक ने पंचायत का अधिकार छीनकर अपना अधिकार जमा लिया है।चौदहवें और पंद्रहवीं वित्त में आपातकाल में खर्च के लिए पैसे नही बचे हैं। उन पैसों का विधायक ठेकेदारी के माध्यम से अपना जेब भरने का काम कर रहे है। गागड़ा ने कहा कि पुरे क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। ग्रामीणों को दवाई नही मिल पा रही है।सरकार कर्ज में दबी है। वृध्दापेंशन,बेरोजगारी भत्ता ऐसे तमाम घोषणा पत्र के वादे है जो हवा-हवाई है।
उन्होंने कहा कि खनिज न्यास निधि मद से भद्राकाली में कार्य कराया जा रहाहै। जिसकी एजेंसी बोर्ड में पंचायत को बताया गया है। परंतु इसकी जानकारी वहां के सरपंच को नही है। इससे अंदाजा लगाया ज सकता है कि विधायक किस स्तर तक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं,वहीं दूसरी ओर मिट्टी कार्य बारिश के मौसम में कराया जा रहा है जबकि यह कार्य नियम अनुसार मानसून से पूर्व बंद हो जाना चाहिए था। संगमपल्ली पंचायत में मजदूरी व वाहन से कराए गए कार्य का भुगतान आज तक नही हुआ है। जबकि सारे पैसे निकाल लिए गए हैं।
गागड़ा ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की आने पर सरकार के पैसों का जितना बंदरबांट किया जा रहा है। उसका पाई-पाई हिसाब होगा। साथ ही विधायक और प्रशासन की भ्रष्टाचार की जांच होगी। उन्होंने कहा कि वे विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं और जनता की हर परेशानी को लेकर प्रशासन को अवगत करवा रहे हैं परंतु कलेक्टर विधायक के दबाव में कोई कार्य के स्थिति में नही है।
महेश गागड़ा ने कहा कि विधायक जनता की बात नही सुनते ऐसा ग्रामीणों का शिकायत हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार और सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ व युवा,किसान,कर्मचारियों के हित में लड़ाई है,यह जन अधिकार यात्रा के दौरान जनता का समर्थन बयां कर रही है। आने वाला समय बदलाव का है।
पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, पूर्व जिला अध्यक्ष जी वेंकट, जिला अध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, संजय लुक्कड़, सुखलाल पुजारी, लवकुमार रायडू मौजूद रहे।
कलेक्टर की अनुशंसा पर कमिश्नर ने की कार्रवाई
बीजापुर, 19 अगस्त। भोपालपटनम जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को बस्तर कमिश्नर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। शासकीय कार्यों में लापरवाही बरतने के चलते यह कार्रवाई की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में अनियमितता व अन्य शासकीय कार्यों में अनियमितता के चलते भोपालपटनम जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय नारायण तिवारी को निलंबित कर दिया गया है।
बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा द्वारा भोपालपट्टनम जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विजय नारायण तिवारी के विरुद्ध गौठानों में वास्तविक खाद उत्पादन का प्रतिशत कम होने, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत कार्यो को समय पर पूर्ण नहीं करने, बजट समय पर प्रस्तुत नहीं करने एवं अन्य अनियमितताओं के संबंध में जानकारी देते हुए दंडात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी। बस्तर कमिश्नर श्याम धावड़े द्वारा शासकीय सेवक के रूप में सीईओ तिवारी के कृत्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम -3 के विपरीत होने के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ सिविल सेवा ( वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) 1966 के नियम 9 ( क) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
आवास, शिक्षा सहित विभिन्न मांगों पर दी सहमति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 अगस्त। विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया के माध्यम से बीजापुर से लगभग 15 किलोमीटर दूर पापनपाल में 5 अनाथ बच्चों की समस्याओं को दिखाया गया। उनके माता-पिता नहीं है, न ही रोजगार के साधन है, यहां तक उनका एक छोटा सा घर था, वह भी बारिश के कारण गिर गया। इसकी खबर लगने पर क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पीडि़त बच्चों से मिले और उनकी समस्याओं से अवगत होकर त्वरित आवास स्वीकृत करने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत को दिए। साथ बच्चों की शिक्षा व उनके रोजगार के बारे में जानकारी ली। जनपद सीईओ को आजिविका योजना के तहत राशि प्रदाय करने को कहा।
एक बच्ची 12वीं उत्तीर्ण हो चुकी है और वह नर्सिंग की पढ़ाई करना चाहती है। उसे प्रवेश दिलाने नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। विधायक मंडावी ने हरसंभव मदद करने की बात कही है। विधायक ने किसी भी समस्या पर व्यक्तिगत रूप से संपर्क करने अपना मोबाईल नंबर दिया। इस दौरान बच्चों के दैनिक जरूरतों की सामान कपड़ा, कंबल, राशन सामान दिया गया।
विधायक ने सीईओ, सरपंच, सचिव को आवश्यक मदद करने के लिए निर्देश देते हुए त्वरित मदद करने की कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म सहित जनप्रतिनिधिगण सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू, एसडीएम बीजापुर पवन कुमार प्रेमी, जनपद सीईओ फागेश सिन्हा सहित जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 अगस्त। गुरुवार को पूर्व मंत्रीमहेश गागड़ा ने पत्रकारवार्ता लेकर स्वास्थ्य विभाग पर मच्छरदानी नहीं बांटने सहित प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये थे। इसके बाद क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी ने पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के आरोपों को झूठा करार देते हुए उनसे माफी मांगने की बात कही हैं।
शुक्रवार को यहां कांग्रेस भवन में पे्रसवार्ता को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक विक्रम मंडावी ने पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा के आरोपों पर पलटवार करते हुए महेश गागड़ा और भाजपा पर जमकर बरसे।
विधायक मंडावी ने कहा कि जिले का स्वास्थ्य अमला जो दिन रात लोगों की सेवा में लगा रहता है। जिले के अंदरूनी क्षेत्र में जाकर लोगों की सेवा करता है। ऐसे सेवा भावी विभाग के लोगों पर उनके मनोबल को कमजोर करने की नीयत से जानबूझकर स्वास्थ्य अमले पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाना महेश गागड़ा और भाजपा के स्वास्थ्य अमले के प्रति इनके नफऱत को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए महेश गागड़ा और भाजपा जिले के स्वास्थ्य अमले से तत्काल माफ़ी मांगे। विक्रम मंडावी ने कहा कि पूरा बीजापुर के जि़ला अस्पताल के डॉक्टर, नर्स, अस्पताल के पूरे कर्मचारियों ने टीम भावना से लोगों की सेवा करते है सुविधाएँ उपलब्ध करवाते है। यही कारण है कि बीजापुर का जि़ला अस्पताल ‘कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना’ के तहत पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया जिन्हें महेश गागड़ा और भाजपा ने बधाई देना भी उचित नहीं समझा।
विक्रम मंडावी ने कहा कि लगातार पंद्रह सालों तक भाजपा के पूर्व जि़ला अध्यक्ष वेंकट गुज्जा, संजय लुंकड़, गोपाल पवार और दयाशंकर पटेल जैसे ठेकेदारों से मिलकर भ्रष्टाचार करने वाले महेश गागड़ा आज किस मुँह से भ्रष्टाचार की बात कर रहे है, क्या महेश गागड़ा पिछले पंद्रह सालों के भ्रष्टाचार की जाँच की माँग करेंगे?
उन्होंने कहा कि महेश गागड़ा और भाजपा को लगता है, कि जिले में भ्रष्टाचार हो रहा है, तो प्रमाणित दस्तावेज के साथ कलेक्टर, कमिश्नर, राज्य सरकार या महामहिम राज्यपाल से शिकायत करें, भ्रष्टाचारियों पर अवश्य कार्रवाई होगी, लेकिन महेश गागड़ा ऐसा नहीं करेंगे।
विधायक मंडावी ने आगे कहा कि आज प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर तक भाजपा के पास न तो नेतृत्व है और न ही नेता है। वे अपना खोया हुआ जनाधार पाने के लिए और केवल मीडिया में बने रहने के लिए तथ्यों से परे होकर उलूल-जुलूल बयानबाज़ी करते रहते है। जिसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं होता है।
प्रेसवार्ता के दौरान जि़ला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, जि़ला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, कृषक कल्याण परिषद सदस्य व जिला पंचायत सदस्य बसन्त राव ताटी, प्रवक्ता ज्योति कुमार, मीडिया प्रभारी राजेश जैन सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 अगस्त। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने शासन प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजापुर जिला अब मात्र कमीशन खोरी का अड्डा बनकर रह गया है। यहां विकास के नाम पर महज खाना पूर्ति कर विधायक व कलेक्टर भ्रष्टाचार में लगे हुए हैं।
यहां अटल सदन में पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि बीते दिनों वे जिले के स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण पर गये हुए थे। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ सुविधाओं को लेकर गंभीर नहीं हैं।
गागड़ा ने कहा कि इस वक्त जिले में डेंगू, मलेरिया से लोग पीडि़त होकर परेशान हो रहे हैं। साथ ही हाल ही में डेंगू से मौतें भी हो चुकी है। लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अब तक मच्छरदानी लोगों को नहीं बांटी है।
उन्होंने कहा कि स्कूल, छात्रावास,आश्रम, पोटाकेबिनो व अंदरूनी क्षेत्रों में अब तक मच्छरदानी नहीं बांटी गई है। इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन अब सप्लाई और ठेके के कमीशन में सिमट कर रह गई है। पूर्व मंत्री गागड़ा ने आगे कहा कि वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ बाढ़ पीडि़त परिवारों से मिलने कांडला भी गए थे। वहां भाजपा ने लोगों को मच्छरदानिया बांटी। जिले के अस्पतालों में दवाइयों की कमी हैं। इतना ही नहीं अवधि समाप्त दवाइयां भी लोगों को दिया जा रहा हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमरे में आंकड़े गिनाने में व्यस्त हैं।
पूर्व मंत्री का कहना हैं जिला प्रशासन अब विधायक के सामने कठपुतली बनकर रह गया है। प्रेस वार्ता में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुकलाल पुजारी, जिला महामंत्री सत्येंद्र सिंह ठाकुर, गोपाल पवार मौजूद रहे।