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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 सितंबर। जिले के धुर नक्सल प्रभावित फरसेगढ़ थाना क्षेत्र के चेटपल्ली गांव में नक्सलियों ने 35 वर्षीय युवक की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी है।
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक चेटपल्ली निवासी रमेश गोटा को शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे हथियारबंद लोग मीटिंग के नाम से बुला कर ले गए थे। मृतक की पत्नी आयती गोटा ने बताया कि रात को कुछ लोग उनके घर आ कर पहले नाम पूछा और उसके बाद पास में मीटिंग होने बात कही।
आयती ने जब उनसे कहा की वो भी उनके साथ चलेगी तो उसे आने से मना कर दिया। रात को रमेश फिर वापस नहीं लौटा। शनिवार सुबह घर से करीब 200 मीटर दूर रमेश का शव पड़ा मिला। मृतक के भाई मंगल गोटा ने बताया की गांव में रहने के कारण उस पर हमेशा दबाव रहता था।
मामले की फरसेगढ़ थाने में अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी गई है। मृतक का शव कुटरू में पोस्ट मार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
बीजापुर एसपी आंजनेय वाष्र्णेय ने बताया कि अभी तक नक्सली घटना के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं, आपसी रंजिश का भी मामला हो सकता है। जांच अभी जारी है।-
सीएमएचओ ने कहा किसी संक्रमण से मौत जैसी नहीं मिली जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 सितंबर। बीजापुर और नारायणपुर जिले के सरहदी गांवों में किसी गंभीर बीमारी से मौत होने की जानकारी के बाद स्वास्थ्य अमला ताकीलोड़ और आसपास के गांवों में हेल्थ कैंप लगानी शुरू कर दी है।
ग्रामीणों द्वारा सूजन और बुखार से तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आने के बाद प्रशासन ने ऐसे किसी संक्रमण फैलने से इंकार किया है तथा इलाके में हेल्थ कैंप लगा कर ग्रामीणों के मौत की जानकारी जुटाई जा रही है।
बीएमओ भैरमगढ़ डॉ. आदित्य साहू ने बताया कि ताकीलोड में हुए हेल्थ कैंप में 165 मरीजों का उपचार किया गया। जिसमें 9 मलेरिया, 6 रक्तअल्पता, 1 दस्त, 30 सर्दी खांसी शेष स्किन व अन्य मौसमी बीमारी से पीडि़त रहे। डॉ आदित्य साहू ने बताया की माह अप्रैल में ताकीलोड व आसपास में दो बुजुर्गो की सामान्य मौत हुई थी तथा अगस्त महीने में चार माह के शिशु की मौत होने की बात ग्रामीणों ने बताया है। वही डॉक्टर आदित्य साहू के मुताबिक पेटा में डॉ. नीलकंठ के नेतृत्व में भेजी गई मेडिकल टीम ने 52 मरीजों का इलाज किया। इसमें बुखार के 10, सर्दी खांसी के 18, स्किन 12, दस्त के 2 सहित अन्य 2 मौसमी बीमारियों का उपचार किया गया। आसपास बीते डेढ़ माह में किसी के मौत की जानकारी से ग्रामीणों ने इंकार किया है। किसी तरह के संक्रमण के फैलने की रिपोर्ट नही है।
सीएमएचओ डॉ. सुनील भारती ने बताया कि 20 सदस्यीय मेडिकल टीम गठित कर गांवों के लिए रवाना कर दिया गया हैं। सीएमएचओ भारती ने बताया कि जिन इलाकों में टीम गई है। वह मोबाइल नेटवर्क कव्हरेज से बाहर है। जिसके कारण अभी कुछ कहना जल्द बाजी होगी। मेडिकल टीम 25 सितंबर तक वापस लौटेगी। जिसके बाद ही कुछ कहा जा सकता हैं।
डॉ. सुनील भारती ने बताया कि अभी तक जो जानकारी मिली है किसी तरह के संक्रमण के फैलने से मौत होने की जानकारी नहीं मिली है। सामान्य मौत के दो चार मामले की जानकारी मिल रही है।
भूपेश सरकार ने विकास की एक भी ईंट नहीं रखी- चंदेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 सितंबर। भूपेश सरकार ने चार साल के भीतर छत्तीसगढ़ को अपराध का गढ़ बना दिया हैं। यहाँ भ्रष्टाचारियों व माफियाओं को खुली छूट मिली हुई। इतना ही नहीं सरकार ने छत्तीसगढ़ को कर्ज में डुबो दिया हैं। यह बात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार बीजापुर पहुंचे अरुण साव ने भूपेश सरकार पर जुबानी हमले किये। यहां अटल सदन में पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ को अपराध का गढ बना दिया गया हैं। भूपेश सरकार ने रेत, भू और शराब माफियाओं को खुली छूट देकर रखी है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने कहा, कि भारतीय जनता पार्टी का छत्तीसगढ़ में संगठनात्मक ईकाई का ढांचा बेहद मजबूत हुआ है। उन्होने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार ने अपने जनघोषणा पत्र को हाथ में लेकर गंगाजल की कसम खाई थी आज एक भी मांग पूरी नहीं हुई, हर वर्ग ठगा हुआ महसूस कर रहा है । छत्तीसगढ़ में अराजकता का माहौल बना हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, कि आने वाले दिनों में भाजपा सडक़ से लेकर सदन तक की लड़ाई लड़ेगी। मिशन 2023 में प्रदेश में कमल खिलेगा।
शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल एक दिवसीय प्रवास पर बीजापुर पहुंचे थे। यहां आगमन पर नगर में जगह जगह चौक चौराहो से काफिले के गुजरने पर भाजपा मंडल व मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उनका जोशीला स्वागत किया। इससे पूर्व नेलसनार चौक पर वरिष्ठ नेताओ व भैरमगढ मंडल ने आत्मीय स्वागत किया । नगर में भाजयुमो की बाईक रैली व भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष का काफिला भाजपा कार्यालय अटल सदन पहुंचा। जहां फाटखे व ढोल नृत्य की अगुवाई में प्रदेश अध्यक्ष का आत्मीय स्वागत हुआ।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने भी पत्रवार्ता में भूपेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। पत्रवार्ता में चंदेल ने कहा कि भूपेश सरकार को पौने चार साल से ज्यादा समय हो गया पूरे प्रदेश में साढे चार लाख अधिकारी कर्मचारी पिछले महीनो से आंदोलनरत् है।सब लोग इस सरकार से नाखुश है। उन्होने कहा, भूपेश सरकार ने विकास की एक भी ईट नही रखी, पूरे जनमानस में इस सरकार से हताशा और निराशा है। छत्तीसगढ में नित निये किस्म के नये अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हंै। जितने अपराध बढ रहे हैं। कांग्रेस के नेताओं के संरक्षण में अपराध फलफूल रहा है।
उन्होंने कहा, कि इस समय सरकार खंगाली के कगार पर खडी है,51 हजार करोड रुपये कर्जा सरकार ने लिया है। वही ब्याज चुकाने के लिए सरकार को कर्जा लेना पड रहा है।उन्होने कहा ,कि पूरे बस्तर संभाग में जो कार्य हुए हैं। भाजपा के समय हुआ।इस दौरान महामंत्री केदार कश्यप, पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा,पूर्व संगठन महामंत्री किरण देव, प्रदेश मंत्री ओजस्वी मंडावी, जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, पूर्व अध्यक्ष जी वेंक्ट सहित भाजपा नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 सितंबर। सितंबर के महीने में ड्यूटी जाते वक्त जशपुर में एनएचएम योजना में कार्यरत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी देवकी चक्रेष की अज्ञात लोगों ने निर्ममता पूर्वक हत्या कर दी गई। उसी तरह रायपुर मंत्रालय परिसर में एक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी ने खुदकुशी कर ली थी। इन दोनों घटना के कारण कर्मचारी संगठनों में काफी आक्रोश है।
एक ओर जहां 23 सिंतबर को राजधानी में छत्तीसगढ़ सर्व संविदा कर्मचारी महासंघ ने न्याय पदयात्रा का आह्वान किया है वही दूसरी ओर जिला स्तर पर पर भी संविदा कर्मचारी दिवंगत आत्माओं के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर स्व कु.देवकी चक्रेष के हत्यारों को तत्काल गिरफ्तारी कर मृतक एवं उनके परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।
वहीं सर्वविभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के जिला पदाधिकारी रमाकांत पुनेठा ने बताया कि मंत्रालय परिसर में शहीद साथी योगेष वानखेड़े को भी न्याय मिलना चाहिए, परिजनों को अनुकम्पा अनुग्रह राषि के रूप में 50 लाख रू तत्काल प्रदान व परिवार में से किसी एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान किये जाने चाहिए। यह सरकार का कर्तव्य है कि वह अपने नागरिकों के हितों की रक्षा करे।
अमृत साहू, मनीष सोनवानी, ललित दास मानिकपुरी, विक्रम वर्मा, प्रशांत यादव, पदूम साहू, तोरण लाल उर्वशा, श्रीमती रूखमणी श्रीवास्तव ने दिवंगत परिवार को दुख सहने की क्षमता प्रदान करने के साथ अपनी संवेदना व्यक्त की है।
टीम के वापस लौटने के बाद होगा कारणों का खुलासा- सीएमएचओ
स्वास्थ्य टीम को रवाना कर दिया गया है-कलेक्टर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 सितंबर। बीते दो महीनों से हो रही बारिश और बाढ़ ने आदिवासी इलाकों में तबाही मचा दी है। अंदरूनी इलाके में ग्रामीण सुविधाओं के अभाव में मौत के आगोश में समा रहे हैं। छत्तीसगढ़ के दो जिले बीजापुर और नारायणपुर में 2 माह में बीमारियों से 3 दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। यहां मरने वालों में ज्यादा जनसंख्या आदिवासियों की है, जो बुखार और शरीर मे सूजन की शिकायत के बाद मौत हुई है।
इंद्रावती नदी पार मर्रामेटा , रेकावाया ,पेंटा, गुडरा ,पीडियाकोट और बड़े पल्ली क्षेत्र में महामारी सी स्थिति निर्मित हो चुकी है। दो माह के भीतर ही बीजापुर जिले के मर्रामेटा पंचायत में 12 ग्रामीणों की , पेंटा पंचायत में 3 , पीडियाकोट पंचायत में 7 , बड़े पल्ली पंचायत में 7 लोगों की शरीर फूलने और तेज बुखार के कारण मौत हो गई है। वहीं नारायणपुर जिले के अंतर्गत आने वाली ग्राम रेकावाया में 10 लोगों की इन्हीं लक्षण वाली बीमारियों के कारण मौत हो गई है । इन क्षेत्रों में अब भी 50 से अधिक ग्रामीण इन्हीं बीमारियों के चपेट में है। बीते 5 माह से कोई भी स्वास्त्य अमला इन क्षेत्रों में नहीं पहुंचा है।
इन गांवों में शिक्षा का प्रसार भी वैसा नहीं हुआ है। जैसा होना चाहिए, यही वजह है कि ये आज भी हिंदी नही बल्कि गोंडी और मुरिया बोली ही बोलते हैं। मजबूरन मरीज गांव में ही बैगा-गुनिया से अपना उपचार करवा रहे हैं। परिजन अपने बीमार रिश्तेदारों को धीरे - धीरे मौत के आगोश में जाते देख रहे हैं। ग्रामीण यह मान चुके हंै कि उनकी जिंदगी सरकार के नजरों में कीड़े - मकोड़े से ज्यादा कुछ नहीं है । कोई भी जनप्रतिनिधि उन क्षेत्रों के ओर रुख करने का कभी सोचते ही नही है ।
सिरहा गुनिया से इलाज कराने वाले के भी अपने तर्क हैं। उनका मानना है कि कुछ बीमारियां सिरहा गुनिया ठीक करते हैं।
बीजापुर के कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने माना कि मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है। हमारी स्वास्थ्य टीम को यहां के लिए रवाना कर दिया गया है।
सीएमएचओ सुनील भारती ने कहा कि उन्हें इस घटना की जानकारी गुरुवार को जैसे ही लगी एक टीम गठित कर घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।
सीएमएचओ भारती ने कहा कि ग्रमीणों की मौत की जानकारी उन्हें लगी है। कलेक्टर द्वारा टीम गठित कर घटनास्थल भेजा गया है। टीम के वापस लौटने के बाद ही किन कारणों से और कितनी मौतें हुई है, इसका कारण स्पष्ट हो गया। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
कार्डेक्स वायर, जिलेटिन राड व डेटोनेटर बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 21 सितंबर। पुलिस ने तालपेरू पेट्रोल पम्प के पास काले रंग की मोटर साइकिल में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री परिवहन करते दो नक्सली सहयोगियों को गिरफ्तार किया है।
मुखबिर की सूचना पर आवापल्ली थाना निरीक्षक धरमा राम तिर्की की अगुवाई में तालपेरू पेट्रोल पम्प के पास काले रंग की मोटर साइकिल पेशन प्रो में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री परिवहन करते हेमला संतोष (23) एवं बाबूराव कारम (31) दोनों निवासी पेगड़ापल्ली थाना तर्रेम को भागने का प्रयास करते हुये पुलिस ने पकड़ा। संतोष हेमला के पास रखे बैग की तलाशी लेने पर बैग में 5 मीटर लाल रंग कार्डेक्स वायर, 5 जिलेटिन एवं डेटोनटर बरामद हुआ। उक्त विस्फोटक के परिवहन के संबंध में दस्तावेजों के बारे में पूछे जाने पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। बारिकी से पूछताछ पर अज्ञात माओवादी द्वारा विस्फोटक सामग्री दिया जाना एवं उक्त विस्फोटक को तर्रेम पेगड़ापल्ली के सक्रिय माओवादियों को देने जाना बताया गया।
पकड़े गये माओवादियों के विरूद्ध थाना आवापल्ली में वैधानिक कार्रवाई उपरान्त न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया जाएगा।
सिलगेर से सुकमा तक 100 किमी की यात्रा होगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 20 सितंबर। राज्य सरकार की वादा खिलाफी, आदिवासियों को न्याय दिलाने व पेशा कानून लागू किये जाने की मांग को लेकर सीपीआई की सिलगेर से सुकमा तक की प्रस्तावित पदयात्रा का शंखनाद हो गया हैं। पदयात्रा में मावा नाटे मावा राज के नारे गूंजते रहे।
मंगलवार को सिलगेर से सुकमा तक 100 किमी की पदयात्रा आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सीपीआई के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम की अगुवाई में शुरू हो गया है। पदयात्रा में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी शामिल हुए। पदयात्रा में सीपीआई की राष्ट्रीय सचिव एनी राजा भी शामिल हुईं।
सिलगेर से निकले पदयात्रियों के मावा नाटे मावा राज के नारों की गूंज दूर तक सुनाई दे रही थी। पदयात्रा का पहला पड़ाव चिंतागुफा होगा। यहां रात रुकने के बाद पदयात्रा बुधवार की सुबह आगे बढ़ेगी। 100 किलोमीटर से ज्यादा यह पदयात्रा दर्जनभर गांवों से होकर गुजरेगी और छठवें दिन सुकमा पहुंचेगी। पदयात्री अपने साथ राशन बर्तन लेकर निकले हैं।
अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सीपीआई ने मंगलवार से सिलगेर से पदयात्रा शुरू कर दिया है। सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के साथ राष्ट्रीय सचिव एनी राजा, बीजापुर के जिला सचिव कमलेश झाड़ी, आराधना मरकाम, मंजू कवासी, रामा सोढ़ी, कोवाराम, जेम्स कुडियम, राजू तेलम, रिंकू सहित सैकड़ों सीपीआई समर्थक इस पदयात्रा में शामिल हंै।
सीपीआई के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम का कहना है कि सरकार की वादा खिलाफी, आदिवासियों को न्याय व पेशा कानून को लागू किये जाने को लेकर यह पदयात्रा निकाली जा रही है। उनका कहना है कि आदिवासियों को न्याय नहीं मिल रहा है। क्षेत्र के बेरोजगारों को नौकरी नही मिल रही है। स्थानीय युवकों प्राथमिकता नहीं दी जा रही है। उसी तरह अन्य विभागों तथा शिक्षकों की भर्ती में प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
सीपीआई नेता का कहना है कि जल जंगल जमीन आदिवासियों का है। क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य हो तो ग्रामीणों से सहमति लिया जाना चाहिए। कांग्रेस की सरकार ने अपने वादे अब तक पूरे नहीं किए है। जेल में बंद निर्दोष आदिवासियों को लेकर शासन गंभीर नहीं है। जेल से रिहाई के वादे भी अधूरे है। आदिवासी क्षेत्रों के लिए बनाये गये पेशा कानून भी लागू नहीं हो पाया है। इन्हीं मुद्दों को लेकर हमारी पदयात्रा शुरू हुई है।
मनीष कुंजाम ने बताया कि पदयात्रा की अनुमति प्रशासन ने नहीं दी है। बावजूद पदयात्रा की जा रही है। सीपीआई नेता कुंजाम का कहना है कि आदिवासियों के साथ क़़ई घटनाएं हुई, पर सरकार मौन है। यह मानवाधिकार का उलंघन है।
सीपीआई नेता मनीष कुंजाम व साथी बिना सुरक्षा के अपनी पदयात्रा पर निकल पड़े हंै। विदित हो कि म़़ई माह में सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने सुकमा प्रशासन से पदयात्रा को लेकर अनुमति मांगी थी, लेकिन नही मिली।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 20 सितंबर। पहली बार छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक, सदस्य नीता विश्वकर्मा व अर्चना उपाध्याय ने महिला उत्पीडऩ के प्राप्त प्रकरणों की सुनवाई करने के लिए यहां पहुंची थी।
जिला कार्यालय के सभाकक्ष में महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने महिलाओं के प्रकरणों को सुना औऱ उनका बयान लिया। साथ ही साथ अनावेदकगण का भी बयान दर्ज किया गया।
किरणमयी ने पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा की राज्य की महिलाओं को घरेलु हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ ही शिकायत करने के लिए आगे आ रही महिलाओं को तत्काल न्याय दिलाया जा रहा है। ताकि महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़े औऱ वे सम्मान के साथ अपना जीवन जी सकें। इसके अलावा कामकाजी महिलाओं के साथ होने वाले अशोभनीय व्यवहार पर कार्रवाई करके महिलाओं को उत्पीडऩ से बचाया जा रहा है। हर जिले में मानव तस्करी के रोकथाम के लिए प्रदेश स्तर पर वर्कशाप की तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि बीजापुर जिले की सखी सेंटर का हमने कार्यालय देखा औऱ नवनिर्मित सी मार्ट में जाकर वहां से कुछ खरीददारी भी की। उन्होंने कहा कि बीजापुर जिले में हम पहली बार पहुंचे है। जिले में काफ़ी विकास हुआ है।
महतारी न्याय रथ से महिलाओं को किया जा रहा जागरूक
महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी ने कहा कि मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ के माध्यम से राष्ट्रीय विविध जागरूकता पर बनी लघु फिल्मों को न्यायालय से अनुमति लेकर दिखाया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से टोनही प्रताडऩा, भूर्णहत्या, नशामुक्ति, मानव तस्करी, पॉक्सो एक्ट, घरेलु हिंसा, गुडटच, बेडटच, घरेलू हिंसा औऱ नशा, बालश्रम, नाबालिग विवाह जैसी फिल्मों को दिखाया जा रहा है। महिला आयोग ने हर जिले से डीएमएफ फण्ड से 10 लाख का फण्ड माँगा है, जिससे यह रथ हर जिले में चले औऱ महिलाओं को जागरूक किया जा सके।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 सितंबर। जिले के फरसेगढ़ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रविवार को कुछ असामाजिक तत्वों ने अस्पताल में घुसकर तोडफ़ोड़ की है।
फरसेगढ़ हेल्थ एंड वेलनेस प्रभारी पुष्कर त्रिपाठी ने बताया कि मेडिसिन रूम के दरवाजे को तोडक़र बदमाशों ने अंदर प्रवेश किया। कमरे से शुगर जांच मशीन, कुछ दवाइयों की चोरी की गई है। साथ ही कमरे में टाइल्स को तोडफ़ोड़ कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि रविवार को अवकाश था, जिसकी वजह से अस्पताल में कोई मौजूद नहीं था। बदमाशों ने छुट्टी के दिन अस्पताल में उपद्रव और तोडफ़ोड़ की है। सरपंच और ग्रामीणों के साथ मिलकर अस्पताल प्रभारी ने कार्रवाई करने फरसेगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 सितंबर। भैरमगढ़ ब्लॉक के छोटे तुमनार में ग्रामीणों को जाति प्रमाण पत्र का वितरण किया गया।
कलेक्टर बीजपुर की मंशा के अनुरूप एसडीएम भैरमगढ़ के निर्देश पर जाति प्रमाण पत्रों का वितरण कार्यक्रम आयोजित किया। सोमवार को छोटे तुमनार में क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य संतकुमारी मंडावी व जनपद सदस्य सुधो राम मंडावी के द्वारा 158 ग्रामीणों को जाति प्रमाण पत्रों का वितरण किया गया। इस अवसर पर सरपंच, उप सरपंच, शिक्षक व अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।
दर्जनों गांव से होकर गुजरेगी सीपीआई की 100 किमी की पद यात्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 सितंबर। सीपीआई की सिलगेर से सुकमा तक कि प्रस्तावित पद यात्रा मंगलवार से शुरू हो रही है। हालांकि इस पद यात्रा के लिए प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं दी गई है। फिर भी पद यात्रा निकल रही हैं।
यहां सिलगेर जाने से पहले पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव पूर्व विधायक व आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष कुंजाम ने कहा कि प्रशासन की तरफ से पदयात्रा की अनुमति नहीं दी गई है। लेकिन यह यात्रा होगी। उन्होंने बताया कि उनके मुद्दे पहले से तय है। यात्रा का उद्देश्य ग्राम स्वराज का रास्ता है। जिसे गांधी जी बताया था। उनका सपना था कि स्वराज मिलना चाहिए। गांव और आदिवासियों के लिए यह कानून बना हैं। लेकिन सरकार है कि वह अधिकार गांव को दे नहीं रही है।
पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि सरकार में बैठे हुए लोगों ने चार साल पहले वादा किया था कि नक्सल मामलों में जेलों में बंद आदिवासियों को छुड़वाएँगे। लेकिन उस पर अब तक कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि सिलगेर की घटना में चार लोगों की मौत हो गई। साथ ही कई लोग घायल हो गए।
कुंजाम ने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच हुई। हालांकि मजिस्ट्रियल जांच का कोई मतलब नहीं। फिर भी जांच रिपोर्ट अब तक सामने नहीं आया हैं। जबकि रिपोर्ट लोगों के सामने लाना चाहिए। वही उन्होंने रोजगार पर अपनी बात कहते हुए कहा कि हजारों छात्र व नौजवान बेरोजगार बैठे है। सरकार कुछ कर नहीं रही है। उन्होंने कहा कि भर्ती में बस्तर के हर जिले के स्थानीय युवाओं को लिया जाना चाहिए। इसमें कोई अलग से पात्रता नहीं मांगनी चाहिए। कुंजाम ने आगे कहा कि आजादी के पहले गांधी जी ने दांडी यात्रा की और वर्तमान दिनों में राहुल गांधी पद यात्रा कर रहे है। लेकिन यहाँ राज्य सरकार आदिवसियों के 100 किमी के पद यात्रा से डर कर इसे रोकना चाह रही हैं।
मनीष कुंजाम ने साफ तौर पर कहा कि उनकी यह यात्रा होकर रहेगी।उनकी पदयात्रा का दायरा तकरीबन 107 किलोमीटर का होगा और यह दर्जनभर गांव स्व होकर गुजरेगी। इस पदयात्रा में सैकड़ो आदिवासी जुटेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 सितंबर। बीजापुर जिले में प्राप्त प्रकरणों की सुनवाई हेतु 20 सितंबर को कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में पहली बार छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के अध्यक्ष श्रीमती किरणयमी नायक तथा सदस्य श्रीमती नीता विश्वकर्मा व अर्चना उपाध्याय द्वारा जिले में महिलाओं के उत्पीडऩ से संबंधित प्राप्त प्रकरणों की सुनवाई कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में प्रात 11:00 बजे से 5:00 बजे तक किया जाना है। सुनवाई व्यवस्था महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पूर्ण कर लिया गया है।
यह पहली बार है कि आयोग द्वारा पीडि़तों के स्थान पर उपस्थित होकर ही न्याय दिलाने के कार्य किया जावेगा जिला बीजापुर में कुल 3 प्रकरण है जिस पर 20 सितंबर को सुनवाई होना है पहला प्रकरण कार्यस्थल पर प्रताडऩा के संबंध पर है दूसरा व तीसरा प्रकरण मानसिक प्रताडऩा को लेकर है जिस पर सुनवाई किया जाना है। महिला आयोग के इस पहल से शासन के प्रति सकारात्मक संदेश जाएगा और वंचित शोषित पीडि़त महिलाओं उचित न्याय मिलेगी।
बीजापुर, 18 सितंबर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर भारतीय जनता युवा मोर्चा राष्ट्रीय एवं प्रदेश नेतृत्व में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम 17 दिसंबर से 2 अक्टूबर तक निरंतर चलेगा।
इस अवसर पर भारतीय जनता युवा मोर्चा जिला बीजापुर ने जिला हॉस्पिटल में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें युवा मोर्चा के समस्त कार्यकर्ताओं ने जिले में पहली बार बड़ी संख्या में भाग लेकर रक्तदान किया। इस कार्यक्रम में विशेष रुप से भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं ने भी शिविर में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग प्रदान किये।
भाजयुमो के जिलाध्यक्ष बलदेव उरसा ने रक्तदान कर कैंप का शुभारंभ किया। उन्होंने क्षेत्र के सभी युवाओं को संदेश देते हुए यह कहा, कि रक्तदान महादान मानव सेवा के लिए पुण्य का काम है। और इस रक्तदान कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में जुडक़र मानवता की सेवा का मिसाल पेश करें।
इस शिविर में विशेष रुप से भाजयुमो के जिला प्रभारी सुमित भदोरिया , संजू लुक्कड़ ,पार्षद नंदकिशोर राणा , मैथ्यूस कुजुर, तीरथ जुमार, सोनल गुप्ता, हितेंद्र नाग, रामाराम मिच्चा, बिरबल मडवी, गोलू नाग एवं समस्त जिला एवं मंडल के पदाधिकारी कार्यकर्ता की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 सितंबर। नक्सलियों ने स्टेट हाईवे में सुरक्षा बलों के लिए सब्जी ले कर जा रही वाहन में आग लगा दी है। इस दौरान नक्सलियों ने ड्राइवर का मोबाइल भी लूट लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को सारकेगुड़ा सीआरपीएफ कैंप से 2 किलोमीटर दूर स्टेट हाइवे पर सशस्त्र नक्सलियों ने पिकअप को आग लगा दी। इस वाहन में मोक्कुर सीआरपीएफ कैंप के लिए सब्जियां भेजी जा रही थी।
दोपहर साढ़े तीन बजे के करीब 10 से 15 नक्सलियों ने सब्जी से भरे वाहन को रोका। उसके वाहन चालक से मोबाइल फोन छीन कर मारपीट की। फिर पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 18 एच 0803 में आग लगा दी। वाहन चालक के अनुसार उसके साथ मारपीट कर नक्सलियों ने उसके आंखों को गमछे से बांध दिया था। आग लगाने से पहले कुछ सब्जियों की बोरी नक्सली उतार लिए थे। वाहन बीजापुर के सब्जी विक्रेता की बताई जा रही है।
बीजापुर एसपी आंजनेय वाष्र्णेय ने बताया कि सब्जी ले जाते वाहन में आगजनी हुई है तथा लूट जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। सब्जियों को सडक़ पर बिखेर दिया था।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 सितंबर। रेत खुदाई को लेकर प्रकाशित खबर के बाद प्रशासन ने रेत माफियाओं पर कार्रवाई की है। रेत परिवहन कर रहे तीन गाडिय़ों को तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व अमले ने जब्त किया है। साथ ही दस घनमीटर रेत भी बरामद किया गया है। इस कार्रवाई में खनिज विभाग का कोई भी कर्मी मौजूद नहीं रहा।
ज्ञात हो कि शनिवार को ‘छत्तीसगढ़’ में पाबंदी का कोई असर नहीं, डंके की चोट पर हो रहा रेत उत्खनन शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। जिसे संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने एसडीएम व तहसीलदारों को गौण खनिज के अवैध खनन व परिवहन पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
रविवार को बीजापुर तहसीलदार डीआर ध्रुव एवं उसकी टीम ने पोंजेर नाला से अवैध रेत परिवहन करने वालों पर कार्रवाई करते हुए एक मेटाडोर और 2 ट्रैक्टर सहित 10 घनमीटर अवैध रेत को जब्त कर बीजापुर थाना पहुंचाया गया है। उक्त अवैध तस्करी पर नियमानुसार गौण खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार डीआर ध्रुव ने बताया कि मेटाडोर आनन्द राव पागे शांति नगर बीजापुर, ट्रैक्टर गोपाल झाड़ी शांति नगर बीजापुर व ट्रेक्टर संदीप हेमला पोंजेर की थी। उन्होंने बताया कि आगे की चालानी कार्रवाई जिला कार्यालय से की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि इस पूरी कार्रवाई में खनिज विभाग का कोई भी कर्मी मौजूद नहीं था। इस अवसर पर तहसीलदार के साथ राजस्व निरीक्षक शंकर लाल कतलाम पटवारी बीरा राजाबाबू और मिच्चा पेरैय्या शामिल थे।
बीजापुर, 17 सितंबर। जिला अस्पताल बीजापुर में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी बीजापुर के सौजन्य से ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया गया।
ब्लड बैंक बीजापुर ने पहले दिन 25 यूनिट ब्लड डोनेशन कलेक्ट किया है। ब्लड डोनेशन करने वालो में ट्रैफिक पुलिस, बैंक कर्मचारी सहित युवा शामिल थे। कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित करने में ब्लड बैंक जिला अस्पताल बीजापुर के कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा। भारतीय रेड क्रास सोसायटी द्वारा ब्लड डोनेशन के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है।
सिविल सर्जन सह जिला अस्पताल अधीक्षक डॉ. अभय सिंह तोमर ने बताया की यह ब्लड डोनेशन और कलेक्शन पूरे सप्ताह भर चलेगी। आज युवाओं, बैंक कर्मियों सहित ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने ब्लड डोनेट किया है। हमारा लक्ष्य 250 यूनिट ब्लड कलेक्शन का है। जिसमें पहले दिन 25 यूनिट कलेक्ट किया गया हैं।
खनिज विभाग बना मूकदर्शक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 सितंबर। पर्यावरण को हो रहे नुकसान से बचाने सरकार ने नदियों से रेत निकाले जाने पर पाबंदी लगाई हुई है। बावजूद डंके की चोट पर रेत निकालकर नियमों को ठेंगा दिखाया जा रहा हैं।
इस बारे सहायक खनिज अधिकारी हेमंत चेरपा ने बताया कि उनकी यहां नई पोस्टिंग होने से उन्हें क्षेत्र की ज्यादा जानकारी नहीं हैं। उन्होंने खनिज इंपेक्टर से दिखवाने की बात कही हैं।
दरअसल, राज्य सरकार ने 10 जून से 15 अक्टूबर तक के लिए नदियों से रेत निकालने पर पाबन्दी लगाई हैं। मगर बीजापुर जिले में सरकारी नियम कायदों की परवाह किये बिना डंके की चोट पर नदियों से रेत का उत्खनन कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
बीजापुर ब्लाक के पोंजेर व पदेडा नदी से ट्रेक्टर व 407 वाहन से रेत खनन कर उसका परिवहन किया जा रहा हैं। इससे नदियों के तट पर कटाव हो रहा है।
पोंजेर से रेत लेकर जा रही 407 वाहन के चालक से बात की गई तो उसने बताया कि रेत निकालने के एवज में गांव में प्रत्येक गाड़ी का 600 रुपये देते हैं। चालक से रॉयल्टी पटाने की बात पूछने पर उसने इससे अनभिज्ञता जाहिर की।
ज्ञात हो कि चेरपाल व पोंजेर ही नहीं जिले के अन्य ब्लाकों में स्थित नदियों से भी पाबंदी के बावजूद इन दिनों रेत का उत्खनन बेरोक टोक जारी है। एक तरफ़ रेत उत्खनन कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ खनिज विभाग द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं किये जाने से मानो उनकी मौन स्वीकृति समझी जा रही है।
ज्ञात हो कि ये बात निस्संदेह कही जा सकती है कि रेत नदी के पारिस्थिति की तंत्र का अनिवार्य हिस्सा है। नदी के जल-प्रवाह और मछलियों की ही तरह यह नदियों को सेहतमंद रहने में मदद करता है। यह भू-जल के पुनर्भरण के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है और प्रवाही जल में पोषक-तत्वों की आपूर्ति करता है। नदियों में जल-प्रवाह की कमी के दिनों में रेत जल-प्रवाह को बनाये रखने में मदद करता है। विभिन्न प्रकार के जलीय जीव-जंतुओं के प्राकृतिक वास के लिहाज से भी रेत महत्वूर्ण है।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चीता प्रोजेक्ट आई चर्चा में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 सितंबर। देश से लगभग विलुप्त हो चुके चीते एक बार फिर से देश में दिखने लगेंगे। केंद्र सरकार ने चीता प्रोजेक्ट के तहत आठ चीते नामीबिया से भारत मंगवाएं हैं। जिन्हें मध्यप्रदेश के कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में रखा जाएगा।
भैरमगढ़ स्थित एकलव्य संस्था में वन परिक्षेत्र अधिकारी योगेश रात्रे की अगुवाई में चीता प्रोजेक्ट को लेकर प्रकृति प्रेमियों सर्पमित्रों की टीम प्रकृति और हम( ए जेड एन) ने बच्चों को जानकारी देते उन्हें जागरूक किया।
बताया गया है कि 17 सितंबर को केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी चीता प्रोजेक्ट के तहत नामीबिया से 8 चीते भारत लाये जाएंगे। इन्हें मध्यप्रदेश के कूनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में रखा जाएंगे। इस राष्ट्रीय उद्यान को चुनने के पीछे एक मात्र वजह थी कि कूनो उद्यान ऐसी जगह थी, जहां भारत की बड़ी बिल्लियों की चारों प्रजातियां बाघ, शेर, चिता व तेंदुआ साथ रहते थे। सब कुछ ठीक रहा तो भारत के जंगल में फिर से चीते दिखने लगेंगे।
बताया गया है कि अभी फिलहाल 8 चीतों को लाये जाएंगे। यहां चीतों के ढलने की काबिलियत व संख्या को देख आने वाले सालों में चीते मंगवाएं जाएंगे।
जानकारी में बताया गया कि सन 1948 में भारत की बड़ी बिल्ली का अंतिम बार शिकार हुए था। वहीं सन 1952 के सर्वे में यह विलुप्त घोषित किये गए। इसके बाद चीता के पुनर्वास का लगातार प्रयास किया गया। लेकिन लंबी अवधि के बाद यह वर्तमान में केंद्र सरकार के कार्यकाल में संभव हो पाया। शनिवार 17 सितंबर को अफ्रीका महाद्वीप के नामीबिया से 8 चीते भारत पहुंच रहे हैं। जिससे देश में उत्सुकता का माहौल हैं।
इस अवसर पर भैरमगढ़ परिक्षेत्र अधिकारी योगेश रात्रे, पर्यावरण कार्यकर्ता अमित मिश्रा, अक्षय मिश्रा, मनोज हलधर, दीपक ठाकुर, मनोज कश्यप व कमल किशोर रावत ने व्याख्यान दिया।
मद्देड़ थाना में भाजपाइयों ने की शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 सितंबर। बांध मरम्मत में भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद वस्तुस्थिति जानने गुरुवार को भाजपा का जांच दल अंगमपल्ली पहुंची था। यहां ग्रामीणों से चर्चा कर डैम देखने जा रही जांच दल को गांव के कन्हैया वासम नामक व्यक्ति ने आगे जाने से रोक दिया। उक्त व्यक्ति ने किसी भी शर्त पर आगे जाने नहीं देने की बात कहते हुए अड़ा रहा।
ग्रामीणों से चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने डैम पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं होने की बात कही थी, परंतु कन्हैया नामक व्यक्ति आकर चर्चा के बीच कार्य पूर्ण होने की बात कहते हुए आगे जाने से साफ मना कर दिया। जिसके बाद डैम तक जाने के लिए तैयार हुए अन्य ग्रामीण भी इस व्यक्ति से डरकर जाने एवं बयान देने से पीछे हट गये। इसके बाद भाजपा की जांच टीम मद्देड़ थाना पहुंच कर एफआईआर दर्ज कराने आवेदन दिया।
इस दौरान भाजपा उपाध्यक्ष लव कुमार रायडू, महांमत्री सतेंद्र ठाकुर, कार्यसमिति सदस्य फूलचन्द गागड़ा, रंजना उद्दे सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 सितंबर। गुरुवार को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल कुटरु का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम शाह मंडावी के कर कमलों से हुआ।
विधायक ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण, किसान एवं सुदूर अंचल के बच्चों की बेहतर शिक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत है। हर पालक चाहता है, उसका बच्चा अच्छे से अच्छे अंग्रेजी स्कूल में पढ़े, किन्तु प्राईवेट स्कूलों की मोटी फीस बाधा बनती। जिससे गरीबों के बच्चे अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा से वंचित हो जाते हैं। गरीब, किसान, आदिवासी जैसे बच्चों की शिक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में 172 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल खोला गया है।
बीजापुर में पहले चारों ब्लाक में 1-1 स्कूल खुला थे। जिसके बाद लगातार ग्रामीण पालकों की मांग आ रही है। मुख्यमंत्री ने कुटरु और मद्देड़ को नवीन आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल की सौगात दी। जिससे जिले के पालकों में खुशी की लहर है। आने वाले दिनों में और भी स्कूल खुलेंगे, जिससे आदिवासी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे अब अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। कुटरु जैसे सुदूर क्षेत्र नक्सलगढ़ के नाम से जाना जाता था जो अब शिक्षा के गढ़ के रूप में तब्दील हो रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर ने बताया कि कुटरु व आस-पास के बेदरे, फरसेगढ़, गुदमा जैसे गांवों के बच्चे पढऩे आते हंै। स्कूल में मध्यान्ह भोजन, गणवेश स्कूल बैग, पुस्तक सहित नि:शुल्क शिक्षा दी जा रही है। इस दौरान विधायक मंडावी ने स्वच्छता ही सेवा स्वच्छता रथ को जिले में स्वच्छता संबंधी जागरुकता हेतु हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू, जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर, सीईओ जनपद पंचायत जेआर अरकरा, बीईओ मोहम्मद जाकिर खान, प्राचार्य स्वामी आत्मानंद स्कूल एच आर सोरी सहित गणमान्य नागरिक अधिकारी-कर्मचारी शिक्षक सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
सरकार शांति पदयात्रा करने वाले आदिवासियों से डरती है, तय समय पर होगी पद यात्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 सितंबर। सिलगेर में चले गोलियों से निर्दोष आदिवासियों की मौत पर बने न्यायिक जांच आखिर कब अपना रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। बस्तर में आदिवासियों पर हमले और हिंसा से जुड़े मामलों पर जांच के लिए कमेटियां तो बनती रही हैं, पर रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं होती, जिनके रिपोर्ट आ भी जाते हैं तो सरकार के हाथ बंध जाते हैं। उक्त बातें अखिल भारतीय आदिवासी महा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने बीजापुर प्रेस क्लब में एक अनौपचारिक चर्चा में कही।
मनीष कुंजाम ने बताया कि सिलगेर से सुकमा तक की पद यात्रा को लेकर अब तक प्रशासनिक अनुमति नहीं मिल सकी है, फिर भी सीपीआई प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत 19 से 26 तक पदयात्रा करेगी।
मनीष कुंजाम ने कहा कि भूपेश सरकार शांति पूर्वक पद यात्रा से डरती है। पदयात्रा को लेकर हमने सुरक्षा की मांग की थी पर सरकार सुरक्षा उपलब्ध कराने में सक्षम नहीं होने की बात कहती है। मनीष कुंजाम ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पदयात्रियों से शासन-प्रशासन डर रही है।
सिलगेर और आसपास इलाके के युवाओं को पेसा की जानकारी भारत जन आंदोलन से जुड़े विजय भाई द्वारा दी जा रही है।
सीपीआई नेता ने कहा कि बस्तर में बीते 15 सालों के पुलिसिया राज आज भी कायम है। इस दौरान उनके साथ भारत जन आंदोलन के नेता विजय भाई, सीपीआई के जिला परिषद सचिव कमलेश झाड़ी सहित अन्य सीपीआई कार्यकर्ता मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 15 सितंबर। छत्तीसगढ़ मध्यान्ह भोजन रसोइया संयुक्त महासंघ के बैनर तले जिले के 1300 से ज्यादा मध्यान्ह भोजन रसोइये पिछले छह दिनों से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। रसोइयों के हड़ताल पर होने से बच्चों के लिए मध्यान भोजन बनाने में खासी दिक्कत पेश आ रही है। हालांकि समूह इसकी व्यवस्था कर रही है।
10 सितंबर से विभिन्न मांगों को लेकर रसोइया संघ सांस्कृतिक भवन मैदान में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। रसोइयों के हड़ताल पर जाने से जिले के पोटाकेबिनों, मिडिल और प्राथमिक स्कूलों में मध्यान्ह भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई है। मध्यान्ह भोजन रसोइया संघ की श्रीमती ज्योति डारा ने बताया कि 50 रुपये रोजी से विगत कई वर्षो से हम काम कर रहे है। इस मंहगाई के दौर में यह बहुत ही कम है। वर्तमान में हम रसोइया श्रमिकों को प्रतिमाह 1500 रूपये के हिसाब से दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि उनकी मांग है कि सरकार उन्हें कलेक्टर दर पर मानदेय और एरियर्स के रूप में 300 रूपये प्रतिमाह दें। इतना ही नहीं उन्होने यह भी बताया कि बिना वजह के रसोइया श्रमिकों को उनके कार्य से उन्हें निकाला जाता है जो सही नहीं है, उस पर रोक लगाई जाये। वर्तमान में जिले में 1300 सौ से ज्यादा रसोइया श्रमिक स्कूलों में कार्यरत हैं।
इस दौरान जिलाध्यक्ष रम्भा झा, उपाध्यक्ष उमेश यादव सचिव सरोजनी सीपी, ज्योति डारा, मुन्ना ताती विनय तेलम के अलावा सैकड़ों की संख्या में रसोइया श्रमिक मौजूद रहे।
दो सौ से ज्यादा लोग जुटे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 सितंबर। भैरमगढ़ एरिया जेल रिहाई मंच बैनर तले कल ग्रामीणों ने जेल की अव्यवस्था के खिलाफ पोन्दुम इलाके में रैली निकाली। प्रदर्शन में केशकुतुल, पोमरा, हल्लुर व पिटेतुंगाली आदि गांवों के दो सौ से ज्यादा लोग जुटे थे। ग्रामीणों की मांगों का समर्थन सरपंच व जनप्रतिनिधियों ने भी किया है।
अपनी मांगों को लेकर ग्रामीण भैरमगढ़ ब्लॉक मुख्यालय आ रहे थे, लेकिन सुरक्षागत कारणों से पुलिस ने उन्हें भैरमगढ़ से 5 किलो पहले ही रोक दिया। जिससे ग्रामीण पोन्दुम गांव में ही धरने पर बैठ गए।
उनकी मांग है कि जेलों में खाने पीने, कपड़े के साथ जेलों में बंद लोगों से मिलने में काफी परेशानी होती है। जेलों में बंद लोगों से दूरदराज से मिलने आये परिजनों को मिलने भी नहीं दिया जाता है। साथ ही जो खाना ले जाया जाता है, वह भी आधा अधूरा ही मिल पाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि जेल में काफी अव्यवस्था है। वहां पर कैदियों को सही भोजन नहीं मिल रहा है, साथ ही भोजन की मात्रा भी कम और गुणवत्ताहीन है। जेल में बंद लोगों से मिलने में परिजनों को परेशानी होती है।
ग्रामीणों की मांग है कि सरकार जेल में बंद लोगों को सही मात्रा में ताजा और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएं। कैदियों को हो रही दिक्कतों को सरकार ध्यान में रखकर उन्हें दूर करें।
वहीं भैरमगढ़ एसडीओपी तारेश साहू का कहना है कि मंगलवार को ग्रामीणों ने सरपंचों के नेतृत्व में एक सभा की थी, जिसमें जेल में बंद कैदियों को नित्य उपयोग में आने वाली वस्तुओं के नहीं मिलने और गुणवत्ताहीन भोजन मिलने के विषय में चर्चा की गई तथा ग्रामीण सभा के माध्यम से प्रशासन से मांग कर रहे हंै कि जेल में कैदियों से मिलने का समय भी बढ़ाया जाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 सितंबर। मंगलवार को जिला मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी की रीति-नीति से प्रभावित होकर 32 लोगों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
यहां विधायक विक्रम मंडावी की मौजूदगी में बीजापुर के युवा व्यवसायी राजीव सिंह समेत 32 लोगों ने कांग्रेस पार्टी की रीतिनीति से प्रभावित होकर कांग्रेस प्रवेश कर लिया। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ भी शामिल थीं।
विधायक विक्रम मंडावी व अन्य कांग्रेस नेताओं ने नवप्रवेशियों को फूल माला एवं कांग्रेस पार्टी का गमछा पहनाकर पार्टी में प्रवेश कराया।
कांग्रेस प्रवेश करने के बाद राजीव सिंह ने कहा कि प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार लगातार लोगों के कल्याण के काम कर रही है। जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है। वहीं विधायक मंडावी की कार्यकुशलता से भी प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस प्रवेश किया हैं।
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि मोदी सरकार की ग़लत नीतियों के कारण देश में आज महंगाई आसमान छू रही है, लेकिन केंद्र की भाजपा और मोदी सरकार लोगों को अब तक राहत नहीं दे पाई।
कांग्रेस प्रवेश करने वालों में मुख्य रूप से गोपाल दुर्गम, अभिषेक दुर्गम,विनय दुर्गम,श्रीमती मरियम पोडियम, राधा उद्दे, संध्या पोंगटी, लक्ष्मी जर्ऱे, सुकली कोर्षा, सरिता जुमड़े, बबिता जुमार, कमला कुडियम, अंजना मिंज, पुण्या पावरे, सुगन्ति जुमड़े, सुनीता समतुल, पदमा पुल्ला, श्रीमती सरोजनी कावटी,पामेला चेन्नूर, रीना ताती, कमला कुडियम, सीता कुडियम, कमला बेडके, रुक्मणि पोंदि, रामे हेमला, सूक्मती वेको,रोनी हेमला, सन्नी माड़वी, देवी वाचम, कमला नीलकंठ, समैया जुमार और पाण्डु झाड़ी हंै।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, छत्तीसगढ़ कृषक कल्याण परिषद के सदस्य बसन्त राव ताटी, प्रवक्त ज्योति कुमार, मीडिया प्रभारी राजेश जैन सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
स्वास्थ्य अमले ने मारूड़बाका, लिंगापुर और नेलाकांकेर में पहुंचकर टीका लगाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 सितंबर। लोगों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने स्वास्थ्य विभाग की टीम मुश्किल हालातों के बीच भी दुर्गम और दूरस्थ अंचलों में पहुंच रही है। स्वास्थ्य अमला ने जान जोखिम में डालकर तीन नदियों को पार कर गांव पहुंचे और ग्रामीणों को कोरोना से बचाव के लिए टीके लगाये।
बीजापुर जिले के मारूड़बाका उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत आने वाले तीन गांवों लिंगापुर, नेलाकांकेर और मारूड़बाका में कोरोना से बचाव का टीका लगाने स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन-तीन नदियों को पार कर पहुंची। अचानक हुई बारिश के कारण लौटते समय इन तीनों नदियों का जलस्तर सीने तक पहुंच चुका था। दल सीने तक भरी नदियों को ग्रामीणों की सहायता से पैदल पार कर वापस पहुंची।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर से उप स्वास्थ्य केन्द्र मारूड़बाका की दूरी करीब 30 किलोमीटर है। मारूड़बाका उप स्वास्थ्य केन्द्र के अंतर्गत नौ आश्रित गांव हैं। ये सभी गांव नदी के दूसरी तरफ हैं और अतिसंवेदनशील क्षेत्र में आते हैं। इनमें से अधिकांश गांवों की उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दूरी 30-35 किलोमीटर है। दो गांव करीब 50 किलोमीटर दूर हैं।
कोविड वैक्सीनेशन के लिए तीन नदियों राला वागु, इल्का और कोंगा वागु को पार कर लिंगापुर, नेलाकांकेर और मारूड़बाका पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम में ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी (आरएचओ) श्रीमती ज्योति सिदार, श्रीमती नागमणी चिलमुल, रमेश गड्डेम और शिक्षक आनन्द राव यालम शामिल थे। उसूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गांव जाते समय इन नदियों में करीब घुटने तक पानी था।
वापसी के समय अचानक बारिश होने के कारण पानी का स्तर बहुत बढ़ गया। कोंगा वागु नदी में छाती तक पानी भरा होने के कारण टीम पार नहीं कर पा रही थी।
कुछ समय इंतजार करने के बाद भी नदी का जलस्तर कम नहीं होता देख टीम के सदस्यों ने पास में ही मवेशी चरा रहे लोगों के माध्यम से गांव में खबर भिजवाई। ग्रामीणों के पहुंचने पर उनकी सहायता से टीम ने सुरक्षित नदी पार किया। कोंगा वागु नदी पार करने के बाद दल को आगे दो और नदियां इल्का और राला वागु भी पैदल पार करना पड़ा। तीनों नदियों को पार कर स्वास्थ्य विभाग की टीम कीचडय़ुक्त पगडण्डी रास्ते से पैदल चलकर भूषापुर से पहाड़ी रास्ते से शाम करीब सात बजे गलगम पहुंची।
वहां मोबाइल का नेटवर्क मिलने पर टीम ने सेक्टर प्रभारी हरिशंकर ध्रुव से संपर्क किया। उनके द्वारा एम्बुलेंस भेजने के बाद टीम रात आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उसूर पहुंची।