छत्तीसगढ़ » बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक यातायात विनीत साहू के नेतृत्व में एवं यातायात प्रभारी के ग्रेट हाल बीजापुर में यातायात जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। जिसके परिप्रेक्ष्य में यातायात जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्कूली बच्चों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई।
उप पुलिस अधीक्षक यातायात विनीत साहू ने बताया कि जानकारी के अभाव में दुर्घटनाएं घटित होती है। इन दुर्घटनाओं से बचाव हेतु चौराहा पार करने का नियम, ट्रेफिक सिग्नल लाइट, हाथों के संकेतों के माध्यम से यातायात व्यवस्था का संचालन, हेलमेट और सीट बेल्ट की अनिवार्यता, दो पहिया वाहन में तीन सवारी न चलाना, वाहन चलाते समय मादक द्रव्यों का सेवन न करना, तेज गति एवं लापरवाही पूर्वक वाहन न चलाना, प्रेशर हार्न का उपयोग न करना, वाहन चलाते समय मोबाईल फोन का उपयोग नहीं करना, जेब्रा क्रॉसिग, गुड सेमेरिटन, लायसेंस बनवाने के नियम, दुर्घटना के कारण व दुर्घटना घटित होने पर चालक के कर्तव्य, सडक़ पर वाहन चलाने का सही तरीका, मोटर व्हीकल एक्ट की विभिन्न धाराओं व उसमें निर्धारित जुर्माने की राशि के साथ यातायात के अनिवार्य, चेतावनी व सूचनात्मक संकेतों का ज्ञान होना चाहिये । जिससे देश का कोई भी नागरिक, चाहे वह किसी भी उम्र का हो यदि वह सडक़ का प्रयोग करता है तो उसे यातायात नियमों की जानकारी ही नहीं अपितु नियमों का पालन करना चाहिए ।
छ.ग. में प्रतिवर्ष लगभग 14,500 सडक़ दुर्घटना होती है।जिसमें से मृत्यु 4,500 लोग मारे जाते हैं एवं 13,000 लोग गंभीर रूप से घायल होते है, उसी प्रकार जिला बीजापुर में जनवरी से जून 2022 तक 64 सडक़ दुर्घटना हुई है जिसमें 30 लोगो का मृत्यु हुआ है एवं 88 लोग गंभीर रूप से घायल हुई है। वर्ष 2021 की अपेक्षा मृत्यु दर में 20 प्रतिशत की वृध्दि हुई जो चिन्ताजनक है व अधिकांश सडक़ दुर्घटनाओं दोपहर 12:00 बजे से रात्रि 21:00 बजे के मध्य घटित हो रही है। जिले में अधिकांश सडक़ दुर्घटनाओं दोपहिया वाहन से हो रही है ।
इसका मेन कारण है तेज रफ्तार एवं शराब पीकर वाहन चलाने से होता है, सडक़ पर अगले वाहन से सुरक्षित दूरी बनाकर चले दोपहिया वाहन चलाते समय मोबाईल फोन का उपयोग नहीं करने बताकर यातायात नियमों का पालन करने का अपील की गई ।
राज्य के इतिहास में पहली बार कर्मचारी संघ का कलम बंद हड़ताल- मुदलियार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की पांच दिनी काम बंद कलम बंद हड़ताल के समर्थन में भाजपा भी उतर आई हैं। फेडरेशन के धरना स्थल पहुंचकर भाजपा पदाधिकारियों ने उनकी जायज मांगों को जल्द पूरा किये जाने की मांग की है।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की मांग को वाजिब करार देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कहा कि देश के हर राज्य में कर्मचारियों को 34 प्रतिशत डीए व सातवां वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा महंगाई भत्ता मिल रहा है, पर छत्तीसगढ़ की धोखेबाज कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ के कर्मचारी अधिकारी वर्ग को धोखा दिया है। सीएम ने छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों के साथ अन्याय किया है। उनको 34 प्रतिशत डीए मिलना चाहिए, जबकि राज्य सरकार सिर्फ 22 प्रतिशत दे रही हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में कर्मचारियों को सातवां वेतनमान का गृह भाड़ा भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को ये नहीं भूलना चाहिए कि यही कर्मचारियों ने आपको गद्दी पर बिठाया है और वे आपकी गद्दी छीनना भी जानते हैं।
धरना का समर्थन करने भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष लव कुमार रायडू,घासी राम नाग,भाजपा जिला महामंत्री सत्येंद्र ठाकुर ,तिरुपति कटला ,भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा,सूचना अधिकार प्रकोष्ठ जिला प्रभारी सतीश यादव, माया झाड़ी , पूजा पोंदी , उर्मिला तोकल ,बसंती लिंगम सहित सभी मोर्चों प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
विधायक मंडावी ने सीएम और नगरीय प्रशासन मंत्री का जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 26 जुलाई। संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग नवा रायपुर अटल नगर ने विधान सभा क्षेत्र क्रमांक 89-बीजापुर, जि़ला बीजापुर के अंतर्गत आने वाले नगर पालिका परिषद बीजापुर, नगर पंचायत भोपालपटनम और नगर पंचायत भैरमगढ़ के लिए अधोसंरचना मद से निर्माण कार्यों के लिए 1055.51 लाख के 88 निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी है। जिसके तहत नगर पालिका परिषद बीजापुर के लिए 496.12 लाख के 45 नग कार्य, नगर पंचायत भोपालपटनम के लिए 267.30 लाख के 23 नग कार्य एवं नगर पंचायत भैरमगढ़ के लिए 292.09 लाख के 20 नग निर्माण कार्य शामिल है।
इस बड़ी सौग़ात के लिए बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया का बीजापुर क्षेत्र की जनता की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार का 1055.51 लाख रुपये के विकास कार्यों का यह सौग़ात नगरपालिका परिषद बीजापुर, नगर पंचायत भोपालपटनम और नगर पंचायत भैरमगढ़ के लिए ऐतिहासिक है इससे बीजापुर जिले के नगरीय क्षेत्रों के विकास को एक नई दिशा मिलेगी।
229 बटालियन केरिपुबल में हर्ष का माहौल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 जुलाई। सीआरपीएफ के 229 बटालियन बीजापुर में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक जीडी रमेश चंद्र की पुत्री हिमांशी शर्मा का चयन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में है।
केरिपुबल परिवार की बेटी हिमांशी शर्मा ने इस वर्ष हुए इंटरमीडिएट की परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होने के साथ साथ राष्ट्रीय रक्षा अकादमी परीक्षा 2022 में देश भर में चौथा स्थान प्राप्त कर एक मिसाल कायम की है। वहीं उनके पिता सहायक उप निरीक्षक जीडी रमेश चंद्र ने बीजापुर जैसे संवेदनशील इलाके में अपने कार्य का निर्वहन करने के साथ-साथ सामाजिक व पारिवारिक कर्तव्यों का उच्चतम स्तर पर निर्वहन करने का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
डीआईजी कोमल सिंह ने पिता व पुत्री को दी शुभकामनाएं
इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक कोमल सिंह व 229 बटालियन के कमान्डेंट पुष्पेंद्र कुमार ने बटालियन में पदस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों की ओर से हिमांशी के पिता जीडी रमेश चंद्र को भेंट स्वरूप पुष्पगुच्छ देते हुए शुभकामनाएं दी और उनकी पुत्री हिमांशी को लक्ष्य प्राप्ति पर स्मृतिचिन्ह भेंट स्वरूप देते हुए शुभकामनाओं सहित उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस उपलब्धि से सीआरपीएफ के 229 बटालियन और बीजापुर के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल परिवार में हर्ष का माहौल है।
नक्सलियों ने दिया वारदात को अंजाम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 25 जुलाई। गंगालूर मार्ग पर चेरपाल से पहले पदेड़ा गांव में नक्सलियों ने बीएसएनएल का फाइबर केबल बिछाने गई तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हालांकि पुलिस ने नक्सल घटना की पुष्टि नहीं की है।
रविवार को बीजापुर थाना से करीब 15 किलोमीटर दूर पदेड़ा गांव के स्कूलपारा में आंगनबाड़ी में फाइबर केबल बिछाने गई बीएसएनएल की 1 जीबीसी व 2 पिकअप वाहन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने यहां काम कर रहे मजदूरों को पहले धमकाकर भगाया, फिर वाहनों में आग लगा दी। शाम करीब 5 बजे इस घटना को अंजाम दिया गया है। दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त हो गया है। हालांकि पुलिस ने नक्सल वारदात होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन वह भी प्रथम दृष्टया इसे नक्सल घटना ही मान रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 25 जुलाई। कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। जिले के बंद पड़े स्कूलों जिसे पुन: शुरू किया गया है। जिसे शिक्षादूत के माध्यम से संचालित की जा रही है। बैठक में शिक्षादूत शामिल हुए थे।
प्राथमिक शिक्षा के महत्व को बताते हुऐ कलेक्टर श्री कटारा ने कहा कि प्राथमिक स्तर के शिक्षा अगर मजबूत रहेगा तब बच्चे आगे की कक्षाओं को बेहतर ढंग से पढ़ पाएंगे और शाला त्यागी की समस्या उत्पन्न नहीं होगी। अंदरूनी क्षेत्रों में बंद पड़े स्कूलों को ग्रामीणों की मदद से पुन: संचालित की जा रही है। जिसमें स्थानीय युवा शिक्षादूत के रूप में अध्यापन कार्य करा रहे हैं।
शिक्षादूतों की समस्याओं और वस्तुस्थिति के बारे में कलेक्टर ने जानकारी ली और शिक्षा में गुणवत्ता लाने हेतु आवश्यक प्रशिक्षण जल्द कराने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद ठाकुर को निर्देश दिए। प्रशिक्षण में सहायक शिक्षण सामग्री का उपयोग, गतिविधि आधारित शिक्षा, रोचक ढंग से बच्चों को शिक्षा के प्रति रूचि उत्पन्न कराने सहित महत्वपूर्ण बारीकी सिखाया जाएगा।
बैठक में जाति प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए वहीं राजस्व एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी समन्वय स्थापित कर प्रमाण पत्र बनाने को कहा। दस्तावेजों के अभाव में जाति प्रमाण पत्र के प्रकरण वापस नहीं की जाएगी बल्कि ग्राम सभा के प्रस्ताव एवं सरलीकरण के आधार पर सभी पात्र छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। एपीसी, सीएसी सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, शिक्षादूत, अनुदेशक शामिल थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 जुलाई। यहां से करीब 25 किलोमीटर तोयनार के तेलमपारा नाले में डूबने से एक छह साल की बच्ची की मौत हो गई।
बीजापुर तहसीलदार डीके ध्रुव ने बताया कि सुबह 8 बजे के दरमियान छह वर्षीय कवेली तेलम निवासी तेलमपारा तोयनार अपनी सहेली के साथ नाले के पास खेल रही थी, तभी उसका पैर फिसल गया और वह नाले में गिर पड़ी।
इसकी खबर उसके पिता राजेन्द्र तेलम को दी गई। इसके बाद बच्ची को ढूंढने काफी मशक्कत के बाद बच्ची नाले में पड़ी मिली, जिसकी डूबने से मौत हो चुकी थी। तहसीलदार ध्रुव के मुताबिक परिजनों को मुआवजा देने प्रकरण तैयार किया जा रहा है।
भोपालपटनम, 24 जुलाई। भैरमगढ़ ब्लॉक के कुटरू, बेदरे एवं दरबा क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति का अवलोकन करने डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा एवं पुलिस अधीक्षक आंजनेय वाष्र्णेय पहुंचे। जहां बेदरे में नदी उफान पर चल रही है।
नदी का अवलोकन कर ग्रामीणों को एहतियात बरतने सहित आवश्यक समझाइश दिया गया, वहीं कुटरू में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। सीएएफ कैम्प दरबा में कैम्प अंदर पानी घुसने की सूचना मिलने पर जवानों से बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली एवं सुरक्षित स्थान पर रहने सहित आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
दरबा में निर्मित पुल का निर्माण कार्य अंतिम पड़ाव पर है जिसे जल्द पूर्ण करने के निर्देश डीआईजी कमलोचन कश्यप ने मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों को दी। इस दौरान पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
नक्सलियों ने दिया वारदात को अंजाम?
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 जुलाई। गंगालूर मार्ग पर चेरपाल से पहले पदेड़ा गांव में नक्सलियों ने बीएसएनएल का फाइबर केबल बिछाने गई तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हालांकि पुलिस ने नक्सल घटना की पुष्टि नहीं की है।
रविवार को बीजापुर थाना से करीब 15 किलोमीटर दूर पदेड़ा गांव के स्कूलपारा में आंगनबाड़ी में फाइबर केबल बिछाने गई बीएसएनएल की 1 जीबीसी व 2 पिकअप वाहन को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने यहां काम कर रहे मजदूरों को पहले धमकाकर भगाया, फिर वाहनों में आग लगा दी। शाम करीब 5 बजे इस घटना को अंजाम दिया गया है। दिनदहाड़े हुई इस घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त हो गया है। हालांकि पुलिस ने नक्सल वारदात होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन वह भी प्रथम दृष्टया इसे नक्सल घटना ही मान रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 जुलाई। कुटरू क्षेत्र में बहने वाले गन्नमनाला को पार करते बहे ग्रामीण का शव 15 घण्टे के बाद सोमनपल्ली व रानीबोदली के बीच मिला। मृत ग्रामीण का शव कुटरू लाया गया है। यहां पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया गया।
कुटरू तहसीलदार फनेश्वर सोम ने बताया कि शनिवार की शाम 4 बजे के दरमियान ग्रामीण हूँगाराम कोपा ( 45) अपने 7 वर्षीय पुत्र विशाल को पेट में बांधकर उफनते गन्नम नाला को पार करने की कोशिश कर रहा था। ग्रामीण हूँगाराम की पत्नी ने उसे नाला पार नहीं करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना और नदी के तेज बहाव में पिता-पुत्र बहने लगे। विशाल करीब आधा किलोमीटर तक बहकर झाडिय़ों को पकड़ कर बच निकला। लेकिन उसके पिता नदी के तेज बहाव में बहे गये।
तहसीलदार सोम के मुताबिक घटना स्थल से करीब 4 किलोमीटर दूर सोमनपल्ली व रानिबोदली के बीच रविवार की सुबह करीब 7 बजे ग्रामीण हूँगाराम का शव मिला हैं। उन्होंने बताया कि शव कुटरू ले आया गया है। एफआईआर हो गई है। यहां पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
25 से 29 तक होगा कलम बंद काम बंद हड़ताल
बीजापुर, 23 जुलाई। छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने 25 से 29 तक काम बंद कलम बंद हड़ताल किये जाने से पहले समस्त विभागों में घूम-घूमकर छुट्टी आवेदन के प्रारूप बांटे। प्रदेश भर में इस हड़ताल में करीब 5 लाख कर्मचारी अपनी सहभागिता निभाएंगे।
फेडरेशन के जिला सचिव कैलाश रामटेके ने बताया है कि प्राँतीय आह्वान पर प्रदेश के समस्त कर्मचारी व अधिकारी आगामी 25 से 29 जुलाई तक घोषित कार्यक्रम के अनुसार अपनी दो सूत्रीय मांग डीए व सातवें वेतनमान पे गृहभाड़ा भत्ता को लेकर काम बंद कलम बंद हड़ताल करेंगे। जिसमें बीजापुर जिले के समस्त कर्मचारी व अधिकारी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि इस संबंध में पूर्व में कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक व अनुविभागीय दण्डाधिकारी बीजापुर को भी प्रतिलिपि सूचना देकर अवगत करा दी गई है। आंदोलन के दूसरे चरण 29 जून को भी जिला प्रशासन को प्रतिलिपि सूचना दे दी गई। दो चरणों के आंदोलन मे प्रदेश के कर्मचारियों ने शासन -प्रशासन को एक माह का समय दिया गया, किंतु शासन द्वारा उनकी माँगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे कर्मचारी आक्रोशित हैं।
अब वे तीसरे चरण के आँदोलन हेतु वे बाध्य हैं। इस संबंध मे 20 जुलाई को जिला संयोजक केडी राय,जिला अध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान, सचिव कैलाश रामटेके ,राजेश मिश्रा ,विश्वनाथ माँझी आदि पदाधिकारियों ने कार्यालयों मे संपर्क कर अवकाश आवेदन प्रारूप बाँटा। साथ ही सभी कर्मचारी व अधिकारीयों से अपील किया गया है चाहे वे प्रथम श्रेणी के हों या द्वितीय श्रेणी के यदि वे राज्य मद से डीए प्राप्त करते हैं तो सभी हड़ताल मे शामिल होवें।
सचिव रामटेके ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार राज्य के पाँच लाख कर्मचारी इस आंदोलन में शिरकत करेंगे, वहीं छग शालेय शिक्षक संघ, टीचर्स एसोसिएशन व नवीन शिक्षक संघ ने 25 जुलाई से ही अनिश्चतकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है।
शुक्रवार को हुई थी पिता-2 बेटों की संदिग्ध मौत
बीजापुर, 23 जुलाई। शुक्रवार को जांगला थाना क्षेत्र के जैगुर गांव में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हुई मौत का खुलासा पोस्टमार्टम में भी सामने नहीं आ पाया है। डॉक्टरों ने मौत का कारण जानने तीनों का बिसरा फॉरेंसिक जांच के लिए जगदलपुर भेजा है। अब बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा।
ज्ञात हो कि जिले के संवेदनशील गांव जैगुर में गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात एक परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध मौत हो गई थी। इनमें पिता बोमड़ा माड़वी, पुत्र मुगरु व रामू शामिल हैं। ये तीनों रात में खाना खाकर सोये और फिर नहीं उठे। सुबह जब इनकी मौत की खबर लगी तो गांव में हडक़ंप मच गया।
सचिव इकबाल अंसारी ने बताया कि मृतकों के परिजनों को प्रशासन की ओर से खबर भेजी गई कि वे मृतकों का पीएम करवा लें, ताकि पता चल सके कि उनकी मौत किस वजह से हुई है और उन्हें मुआवजा भी दिया जा सके। परिजन पहले तो पीएम के लिए राजी नहीं हो रहे थे। बाद में समझाने पर वे ट्रैक्टर से शवों को माटवाड़ा लाये। यहां से शवों को भैरमगढ़ ले जाया गया। भैरमगढ़ अस्पताल में तीनों शवों का पोस्टमार्टम किया गया। लेकिन ग्रामीणों के मौत का कारण पता नहीं लग पाया।
सीएमएचओ सुनील भारती व बीएमओ भैरमगढ़ आदित्य साहू ने बताया कि तीनों के शव का पीएम किया गया है, लेकिन मौत की असल वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। तीनों मृतकों का बिसरा फॉरेंसिक जांच के लिए जगदलपुर भेजा गया है। बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चल पाएगा।
बीएमओ साहू ने बताया कि पीएम के बाद शवों को पुलिस को सौंप दिया गया हैं। इधर जांगला थाना प्रभारी आरएन गौतम ने बताया कि तीनों के शव अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजन गांव ले गये हैं।
बाढ़ में फंसे एक ही परिवार के 10 को सुरक्षित निकाला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 23 जुलाई। जिले में बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है। भोपालपटनम ब्लॉक के तारलागुड़ा क्षेत्र में बाढ़ से आई तबाही से पूरी तरह राहत भी नहीं मिल पाई थी कि शुक्रवार रात से दोबारा शुरू हुई बारिश ने बीजापुर, भैरमगढ़ व कुटरू ब्लॉक में कहर ढहाना शुरू कर दिया है। दरभा के सीएएफ कैम्प में भी मिंगाचल के बाढ़ का पानी घुस गया, वहीं झाड़ीगुट्टा बाढ़ में फंसे सभी 10 लोगों को आपदा प्रबंधन की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया गया है।
शुक्रवार की रात से शुरू हुई भारी बारिश से जिला मुख्यालय बीजापुर से दर्जनों गांवों का सडक़ संपर्क एक बार फिर से टूट गया है। कुटरू ब्लॉक के झाड़ीगुट्टा में बाढ़ की चपेट में आकर एक ही परिवार के 10 सदस्य फंस गए थे। उन्हें तहसीलदार व एसडीओपी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया गया है.
भैरमगढ़ तहसीलदार जुगल किशोर पटेल ने बताया कि बीती रात से मिरतुर नाले में करीब आधा फीट पानी नाले के ऊपर से बह रहा है, जिससे इस मार्ग पर आवागमन बंद है।
उन्होंने आगे बताया कि कोडोली में बारिश की वजह से तीन मकान ढह गये हैं। उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है। फिलहाल वे सभी अपने दूसरे मकान में शिफ्ट हो गए हैं। तहसीलदार पटेल ने आगे बताया कि नगर सेना के जवानों ने इस आपदा में मिसाल पेश की है। दरअसल मदपाल की रहने वाली एक महिला ने जगदलपुर में एक मृत शिशु को जन्म दिया था।
शनिवार को मृत शिशु को अंतिम संस्कार के लिए गांव ले जाया जा रहा था, लेकिन परिजन बाढ़ में फंस गए। जिन्हें नगर सेना की टीम ने सुरक्षित तरीके से नदी पार करवाकर गांव की ओर रवाना कराया।
बीजापुर तहसीलदार डीके ध्रुव ने बताया कि धनोरा से कुटरू जाने वाली मार्ग पर नाला में बाढ़ आने से यह मार्ग बंद है। शुक्रवार की रात से चेरपाल नदी में पानी भरे होने से यह मार्ग भी बंद था।
तहसीलदार ध्रुव ने बताया कि शनिवार को पुल से पानी नीचे उतरने लगा है। देर शाम तक यह मार्ग बहाल हो जाएगा। जिले में इन दिनों औसत से ज्यादा बारिश हो गई है। अब दोबारा शुरू हुई बारिश से एक बार फिर जन जीवन अस्त-व्यस्त होने लगा हैं।
इधर, कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा व एसपी आंजनेय वाष्र्णेय ने बीजापुर व भैरमगढ़ ब्लॉक के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इंद्रावती नदी का जलस्तर 5.730 पर मीटर चल रहा है।
शुक्रवार की रात से हो रही भारी बारिश से एक बार फिर मिंगाचल स्थित सीआरपीएफ कैम्प में बाढ़ का पानी भरने लगा है। सुरक्षा की दृष्टि से सीआरपीएफ 222 बटालियन कैम्प के बैरकों को खाली करवा दिया गया है। दरभा के सीएएफ कैम्प में भी मिंगाचल के बाढ़ का पानी घुस गया है।
जिले में अब तक 1037 सोख्ता गड्ढा बनकर तैयार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 23 जुलाई। आजादी के 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आजादी के अमृत महोत्सव स्थायित्व एवं सुजलाम अभियान की कार्ययोजना बनाई गई है। जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी हैंड पम्पों के सामने सोख्ता गड्ढा का निर्माण करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस अभियान के अंतर्गत जिले में कुल 1037 सोख्ता गड्ढे का निर्माण कर लिया गया है। भू-जल स्तर में वृद्धि के साथ इस कार्य से जल जनित रोगों के फैलाव में कमी आएगी। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रवि साहू ने बताया कि कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के मार्गदर्शन में जिले में कुल 2 करोड़ की लागत से 2723 सोख्ता गड्ढे की स्वीकृति प्रदान की है। जिसमें से 1037 सोख्ता गड्ढे पूर्ण कर लिए गए हैं।
प्रगतिरत शेष सोख्ता गड्ढों को जल्द से जल्द पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है। इस कार्य का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा सोख्ता गड्ढ़ों का निर्माण करते हुए गांव में बह रहे ग्रेवाटर की सुरक्षित प्रबंधन किया जाना है। प्रतिनग 8 हजार रूपये की लागत से बनने वाले सोख्ता गड्ढे में महात्मा गांधी नरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण एवं 15वें वित्त आयोग की राशि का अभिसरण किया गया है।
सोख्ता गड्ढे के कई फायदे
1 इससे पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होता।
2 गांव में बह रहे ग्रेवाटर के समुचित प्रबंधन से जल-जनित रोगों जैसे हैजा, डायरिया, डेंगू, मलेरिया पीलिया व दूषित जल से होने वाले अन्य रोगों के संक्रमण से बचा जा सकता है।
3 हैंड पम्प के नजदीक बनने से जल स्तर में सुधार होता है।।
4 आस-पास कीचड़ होने की संभावना नहीं होगी साथ ही सडक़ कटाव से बचा जा सकता है जिसके कारण आवागमन में सुविधा होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 23 जुलाई। एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव में भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने पर भाजपाइयों ने ढोल, नगाड़ों के साथ नगर भ्रमण कर जश्न मनाया।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा, पूर्व विधायक राजाराम तोड़ेम, संगठन सह प्रभारी धनीराम बारसे व भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार एवम अन्य भाजपाई नगर में ढोल नगाड़ों के साथ जश्न करते नजर आए।
पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा यह हम सभी के लिए एवम जन जातीय वर्ग के लिए गौरांवित पल है, इस अद्भुत पल को हर्षोल्लास के साथ समस्त भाजपाई पूरे नगर में ढोल नगाड़ों के साथ मना रही है। आदिवासी क्षेत्रों में उनके राष्ट्रपति बनने पर खुशी का माहौल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 जुलाई। सीबीएसई द्वारा आयोजित 10वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया, जिसमें जवाहर नवोदय विद्यालय बीजापुर के छात्र-छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। जवाहर नवोदय विद्यालय बीजापुर से कक्षा दसवीं में 80 छात्र छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे तथा सभी 80 छात्र छात्राओं ने परीक्षा में प्रथम श्रेणी हासिल करके परीक्षा उत्तीर्ण किया। नवोदय विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा।
विद्यालय के छात्र मास्टर हिरवेंद्र मंडावी ने 90.80 प्रतिशत अंक हासिल कर विद्यालय में प्रथम स्थान हासिल किया। मास्टर गौरव कुंजाम ने 89.6त्न अंक हासिल कर द्वितीय तथा शबनम कुमारी ने 88.6त्न अंक हासिल कर तृतीय स्थान हासिल किया।
जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने छात्र-छात्राओं द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन पर उन्हें तथा उनके पालकों को हार्दिक बधाइयां एवं शुभकामनाएं प्रेषित की। साथ ही विद्यालय के कर्मठ शिक्षक-शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने दिन रात एक कर छात्र छात्राओं को एक अभिभावक की तरह पठन-पाठन के लिए प्रेरित किया उनका उचित मार्गदर्शन किया।
प्राचार्य द्वारा जिलाधीश राजेंद्र कुमार कटारा जो कि विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हैं, रवि साहू सीईओ जिला पंचायत एवं नामित अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधन समिति तथा प्रमोद ठाकुर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा समय-समय पर उचित मार्गदर्शन तथा भरपूर सहयोग के लिए कृतज्ञता एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि आप सभी के सहयोग से विद्यालय इस उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम को हासिल कर सका।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 जुलाई। पीसीसी के निर्देश पर शुक्रवार को जि़ला कांग्रेस कमेटी बीजापुर ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी के समन के विरोध में जि़ला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान जि़ला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर ने कहा कि ईडी भाजपा की एजेंट की तरह काम कर रही है। ईडी की भूमिका मोदी सरकार में भाजपा की प्रचार-प्रचार तंत्र के अलावा कुछ नहीं है। ईडी भाजपा की एजेंट की तरह काम करना बंद करे। लालू राठौर ने आगे कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, मोदी सरकार से सवाल पूछते हैं, जो जनता से जुड़े एवं देश के भविष्य से संबंधित होते हंै। सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सवाल का जवाब देने से बचने मोदी सरकार ईडी का नोटिस भेजती है। कांग्रेस भाजपा का डट कर मुकाबला करेगी।
धरना प्रदर्शन में जिला कांग्रेस ब्लाक कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई के पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
स्वास्थ्य विभाग पहुंचा घटनास्थल, ग्रामीण पीएम कराने को तैयार नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 जुलाई। जिले के जांगला थाना क्षेत्र के संवेदनशील गांव जैगुर से एक बड़ी घटना सामने आई है। यहां एक ही परिवार के तीन सदस्यों की संदिग्ध तरीके से मौत हो गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार की रात जांगला थाना से करीब 12 किलोमीटर दूर जैगुर में बोमड़ा माड़वी व उसके दो पुत्रों मुगरु व रामु की मौत से गांव में मातम छा गया है। एक ही परिवार से तीन लोगों की हुई मौत की खबर से जिले में हडक़ंप मच गया है। मौत का कारण अज्ञात है।
सीएमएचओ सुनील भारती ने बताया कि उन्हें जैसे ही घटना की खबर लगी, वे बीएमओ भैरमगढ़ आदित्य साहू के साथ घटना स्थल पहुंचकर परिवार से मिलकर उनसे घटना के संबंध में बात की। सीएमएचओ ने बताया कि उन्हें परिवार के अन्य सदस्यों ने रात में कोलियरी भाजी व चावल खाकर सोने की बात बताई है। सीएमएचओ का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारण का पता चल पाएगा, लेकिन ग्रामीण व परिवार वाले पोस्टमार्टम करवाने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
सीएमएचओ ने परिवार के सदस्यों को पोस्टमार्टम करवाने की समझाइश दी है। इससे मौत के कारण का पता लगेगा और अगर मुआवजा का प्रावधान होगा तो वह भी दिया जाएगा।
जांगला थाना प्रभारी आरएन गौतम ने बताया कि उन्हें भी इस घटना की सूचना मिली है। शनिवार की सुबह ही घटना की वस्तुस्थिति का पता चल पाएगा।
भोपालपटनम, 21 जुलाई। कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा 28 एवं 29 जून 2012 को सुरक्षा बलों की मुठभेड़ घटना के पीड़ीत 5 घायल व्यक्तियों को 25 लाख रूपये की स्वीकृति दी गई है। उक्त घटना में घायल हुए प्रत्येक सदस्य को 5-5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। घायल व्यक्तियों में काका रमेश, इरपा चिनक्का, छोटू सपका, मडक़म सोमा एवं काका चंटी शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 21 जुलाई। बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा पुलिस नक्सली मुठभेड़ में मृत 10 व्यक्तियों के वारिसों को 2 करोड़ रूपए की सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
प्रत्येक मृतक के वारिस को 20 लाख की सहायता राशि स्वीकृत की गई है। जिसमें मृतक स्व. माड़वी आयतु के वारिस एवं उनकी पत्नी कमली माड़वी, मृतक सारके रमन्ना के वारिस एवं उनकी पत्नी सोमली, मृतक कुंजाम मल्ला के वारिस एवं उनकी माता कुंजाम हिरमें, मृतक स्व. इरपा दिनेश की वारिस एवं उनकी पत्नी जानकी, स्व. इरपा धरमैया की वारिस एवं उसकी पत्नी इरपा भीमे, मृतक स्व. मडक़म सुरेश की वारिस एवं उसकी पत्नी मडक़म सम्मी, मृतक स्व. काका राहूल की वारिस एवं उसकी पत्नी काका लक्ष्मी, मृतका काका अनिता के वारिस एवं उसके पिता काका रामा, मृतक स्व. मडक़ाम रामविलास की वारिस एवं उसकी माता नगम्मा मडक़ाम, मृतक स्व. काका समैया की वारिस एवं पत्नी काका नागी को 20-20 लाख रूपए आर्थिक सहायता राशि की स्वीकृति दी गई है।
प्रभावित गांव पहुंच पूर्व मंत्री ने बढ़ाये मदद के हाथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 जुलाई। भारी बारिश की जद में आकर तबाह हुए तारलागुड़ा क्षेत्र के अटुकपल्ली पंचायत के आश्रित गांव कांदला के ग्रामीण गांव छोडक़र पहाड़ पर शरण लिए हुए हैं। अब ये ग्रामीण वापस गांव न जाकर पहाड़ पर या फिर सडक़ किनारे बसने की तैयारी कर रहे हैं।
जिले में औसत से ज्यादा हुई बारिश से सर्वाधिक तबाही का मंजर भोपालपटनम ब्लाक के तारलागुड़ा क्षेत्र में देखने को मिला। मंगलवार को बारिश थमते ही धूप निकल आई है। नदी-नालों का जलस्तर अब उतरने लगा है। महाराष्ट्र व तेलंगाना का रास्ता खुलते ही इस मार्ग पर आवागमन पूर्व की तरह शुरू हो गया है।
इंद्रावती नदी का जलस्तर भी तेजी से गिर रहा है। पहले से हालात में कुछ सुधार जरूर हुआ है, लेकिन अभी भी अंदरूनी क्षेत्र की वास्तविक स्थिति का पता नहीं चल पाया हैं।
मंगलवार को बाढ़ से प्रभावित होकर पहाड़ पर डेरा डाले कांदला गांव के 22 परिवारों के 90 ग्रामीणों से मिलने व उन्हें रसद सहित जरूरत के सामान मुहैया कराने पहुंचे पूर्व मंत्री व क्षेत्र के पूर्व विधायक महेश गागड़ा के सामने ग्रामीणों ने कहा कि वे अब अपने गांव कांदला वापस नहीं लौटना चाहते। उनका वहां सब कुछ तबाह हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि वे अब इसी पहाड़ी पर रहेंगे या फिर मुख्यमार्ग के किनारे बसेंगे। कुछ ग्रामीण तो मुख्यमार्ग के किनारे बसने पहुंच भी गये हैं, लेकिन उन्हें वन विभाग के अमले ने यह कहते हुए रोक दिया है कि ये क्षेत्र वन विभाग के अधीन है। पहाड़ पर टेंट लगाकर पिछले करीब दस दिनों से रह रहे ग्रामीणों को प्रशासन कच्चा राशन मुहैया करा रहा है।
इससे पहले विधायक विक्रम मंडावी ने भी प्रभावितों तक पहुंचकर उन्हें मदद मुहैया करवाई थी। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को बारिश थमी रही। मौसम खुला रहा। बीजापुर जिले अन्य हिस्सों में भी हालात सामान्य होने लगे हैं। फिलहाल बाढ़ की स्थिति कही नहीं है।
इस संबंध में एसडीएम हेमेंद्र भुआर्य ने बताया कि अभी प्रभावित ग्रामीण जहां रह रहे हैं, वह रिजर्व फारेस्ट की जमीन है। विस्थापित ग्रामीणों के लिए राजस्व भूमि का सर्वे किया जा रहा है। जल्द ही ग्रामीणों की व्यवस्था कर दी जाएगी। फिलहाल प्रशासन ग्रामीणों तक राशन-पानी पहुंचा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 जुलाई। सावन के पहले सोमवार को यहां महादेव घाटी में स्थित शिव मंदिर में भक्तों की भीड़ सुबह से उमड़ी रही। हर-हर महादेव के जयकारों के बीच श्रद्धालुओं ने शिवलिंग का जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की।
श्रद्धालुओं ने शिवालयों में गंगाजल, दूध, दही से जलाभिषेक कर बेलपत्र, चावल व पुष्प से भगवान शिव की पूजा की। नगर के अन्य शिव मंदिरों में भी जलाभिषेक को लेकर सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
महादेव घाट मंदिर समिति के सदस्य पप्पू चौहान के मुताबिक श्रावण मास व शिव का भारतीय संस्कृति से गहरा मेल है। श्रावण के आते ही शिव भक्तों में पूजा अर्चना के लिए नई उमंग का संचार हो जाता है। शास्त्रों और पुराणों का कहना है कि श्रावण मास भोले बाबा को अत्यंत प्रिय है। इस माह में शिव अर्चना के लिए प्रमुख सामग्री बेलपत्र और धतूरा सहज सुलभ हो जाता है। शिव ऐसे देवता हैं, जिनकी पूजा-अर्चना की सामग्री के लिए किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती। अगर कोई सामग्री उपलब्ध न हो, तो जल ही काफी है। भक्ति भाव के साथ जल अर्पित कीजिए और भगवान शिव को प्रसन्न कीजिए सावन का पहला सोमवार आज है। हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण कृष्ण पक्ष तृतीया और सावन का पहला सोमवार है। हिंदू धर्म में सावन मास के साथ ही इसके सोमवार का भी विशेष महत्व होता है। इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। सावन शुरू होते ही मंदिर व शिवालयों में हर-हर महादेव का उद्घोष उठने लगे , भक्तो ने सावन के पहले सोमवार को रुद्राभिषेक व जलाभिषेक कर मंदिरों में भगवान शिव की विधि विधान से पूजा की।
भोपालपटनम से तारलागुड़ा मार्ग बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 जुलाई। रविवार रात से दोबारा शुरू हुई बारिश से इंद्रावती नदी का जलस्तर फिर से बढऩे लगा है। भोपालपटनम क्षेत्र में रुक-रुककर हो रही बारिश से भोपालपटनम-तारलागुड़ा मार्ग बंद हो गया है, वहीं महाराष्ट्र व तेलंगाना का सडक़ संपर्क अब भी टूटा हुआ है।
शुक्रवार को बारिश के थमने के बाद जिले के छोटे बड़े नदी-नालों से पानी उतरने लगा था, और रास्ते खुल रहे थे। लेकिन रविवार रात से दोबारा शुरू हुई बारिश से स्थिति पहले जैसे ही बनती जा रही है। भोपालपटनम से तारलागुड़ा जाने वाले मार्ग पर रामपुरम में फिर से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो जाने से रास्ता बंद हो गया है।
रविवार की रात शुरू हुई बारिश से एक बार फिर इंद्रावती नदी का जलस्तर बढऩे लगा है। सोमवार की शाम तक इंद्रावती का जलस्तर बढक़र 13.480 मीटर पर आ गया है, जो डेंजर लेबल से महज 4 मीटर नीचे है।
तुपाकुलगुडम बैराज के बैक वाटर से पानी में डूबे तारलागुड़ा के हालात में फिलहाल ज्यादा कुछ सुधार नहीं हो पाया है। गांव खाली करके पहाड़ में शरण लिए ग्रामीण अब भी पहाड़ में ही टेंट में दिन रात काट रहे हैं। छग से महाराष्ट्र व तेलंगाना का रास्ता अभी भी नहीं खुल पाया है।
जिले में सर्वाधिक वर्षा बीजापुर में
जिले में अब तक हुई कुल 1105.9 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। इसमें सर्वाधिक बीजापुर तहसील में 1867.9 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। इसके अलावा भैरमगढ़ तहसील में 1023.5 मिलीमीटर, भोपालपटनम तहसील में 1071.9 मिलीमीटर व उसूर तहसील में 895.8 मिलीमीटर, कुटरू तहसील में 789 .5 मिलीमीटर व गंगालूर तहसील में 977.5 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 18 जुलाई। पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की दण्डाधिकारी जांच शुरु हो गई है। घटना के संबंध में कोई भी किसी प्रकार की जानकारी रखते हो तो न्यायालय अनुविभागीय दण्डाधिकारी भैरमगढ़ में 22 जुलाई तक उपस्थित होकर लिखित या मौखिक जानकारी साक्ष्य दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं।
21 जून को पुलिस अधीक्षक बीजापुर के दिशा-निर्देश में तैयार ऑप्स प्लॉन के ब्रिफिंग पश्चात स्थानीय आसूचना पर मदपाल व कुडमेर के जंगल, पहाड़ में भैरमगढ़ एरिया कमेटी का डीव्हीसी एम माओवादी संजय उर्फ मोहन कड़ती, सचिव भैरमगढ़ एरिया कमेटी सुमित्रा कड़ती पति मोहन कड़ती, एलओएस कमाण्डर बलेदव कोरसा, मिलिशिया कमाण्डर शंकर मडक़म, एलओएस सदस्य शंकर कारम, रवि कारम, मिलिट्री इंटेलिजेंस इंचार्ज सोनू ओयाम, एरिया मिलिशिया कमाण्डर सीतू मडक़म तथा मोहन कड़ती का अंग रक्षक राकेश कतलाम उर्फ कमलू के उपस्थित होने तथा किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की उद्देश्य से एकत्रित होने की सूचना पर 97 नफर बल, डीआरजी बीजापुर और ग्रेहाउण्स से 46 नफर बल, थाना मिरतुर से 3 नफर बल कुल 97 नफर बल को लेकर ऑप्स प्लॉन के 2 स्ट्रॉईक में बेचापाल से 21 जून की प्रात: 5 बजे ग्राम मदपाल व कुड़मेर की ओर रवाना होकर प्लान के मुताबिक जंगल-झाड़ी, नदी-नाला, पहाड़ी का सर्च करते हुए वापस आ रहे थे।
घटना स्थल लगभग 85 किलोमीटर पूर्व ग्राम कुड़मेर व मदपाल के मध्य जंगल पहाड़ में पहुचे थे, तभी लगभग 25-30 की संख्या में अज्ञात पुरूष व महिला सशस्त्र वर्दीधारी व सादे वेशभूषा में माओवादियों द्वारा एक राय होकर जान से मारने एवं हथियार लूटने की नियत से स्वचालित हथियार से पुलिस पार्टी के जवानों के उपर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे।
जिससे मौके पर जवानों द्वारा उचित आड़ लेकर पुलिस की उपस्थिति बताते हुए फायरिंग बंद करने व आत्मसमर्पण करने हेतु माओवादियों को जोर-जोर से आवाज दिया गया। किन्तु माओवादियों द्वारा पुलिस पार्टी की बातों को अनसुना करते हुए लगातार स्वचालित हथियारों से फायरिंग करते रहे जिस पर जवाबी कार्रवाई करते हुए दांए एवं बांए ओर से घेराबंदी किया गया। जिसके बाद माओवादी जंगल की आड़ में भाग गये।
मुठभेड़ लगभग 25 से 30 मिनट तल चलती रही, फायरिंग बंद होने के पश्चात घटनास्थल का बारिकी से सर्चिंग करने पर घटना स्थल पर एक अज्ञात पुरूष माओवादी उम्र करीबन 25 वर्ष का शव पड़ा हुआ मिला, जिसके समीप ही एक 7.85 एमएम पिस्टल एवं 04 नग जिन्दा राउण्ड, 02 नग 7 वायर लाल रंग का लगभग 12 मीटर, वाकी-टाकी बोफेन कंपनी का काले रंग का 1 चाकू, 3 टार्च काले रंग का 4 नग, 01 नग लाल रंग का रेडियों हाडनिंग कंपनी का, 01 नग ब्लूटूथ स्पीकर नीले रंग का, 01 नग सोलर प्लेट 02 नग, दवाईया 01 बड़ा प्लास्टिक बाक्स में, पि_ू बैग काले व भूरे रंग का, 06 नग मैक्जीन पोच, 02 नग बर्तन, पानी बोतल 10 नग, कम्बल व साल 10 नग पॉलोथीन नीले रंग का 3 नग, नक्सल साहित्य 5 नग एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री घटना स्थल से बरामद हुआ।
घटना स्थल के आस-पास जगह-जगह पेड़ पत्तों, झाडिय़ों पर खून के धब्बे लगे हुए एवं घसीटने का निशान दिखाई दे रहे थे जिससे दो-तीन अन्य माओवादी के मारे जाने व घायल होने की प्रबल संभावना है। माओवादियों की ओर से स्वचालित हथियार से करीबन 70 से 80 राउण्ड फायर किया गया है एवं मुठभेड़ के दौरान आत्मसुरक्षार्थ विभिन्न स्वाचिालित हथियारों से पुलिस पार्टी द्वारा कुल 121 राउण्ड फायर किया गया। घटना स्थल से पुलिस पार्टी द्वारा फायर किये गए एके-47 का फायर केश 05 नग बरामद किया गया शेष राउण्ड का खाली खोखा घने जंगल झाड़ी होन से बरामद नहीं किया जा सका बाद में सम्पूर्ण पुलिस पार्टी सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए घटना स्थल से मृतक माओवादी के शव के पास से सादी व खून आलूदा मिट्टी लेकर तथा बरामद सामग्री एवं 01 अज्ञात पुरूष माओवादी के शव को ससम्मान लेकर वापस जिला मुख्यालय आये। जिसका अपराध क्रमांक 00/2022 धारा-147, 148, 149, 307 भादवि 25, 27 आर्म्स एक्ट कायम किया गया। घटना के संबंध में कोई भी किसी प्रकार की जानकारी रखते हो तो न्यायालय अनुविभागीय दण्डाधिकारी भैरमगढ़ में दिनांक 22 जुलाई 2022 तक उपस्थित होकर लिखित या मौखिक जानकारी साक्ष्य दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 जुलाई। सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला इकाई बीजापुर ने वेतन विसंगति को लेकर 22 जुलाई को विधानसभा घेराव करने का ऐलान किया है। बैठक में इसका निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया हैं।
सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला ईकाई बीजापुर की बैठक रविवार को बीआरसी कार्यालय में आहुत की गई। बैठक में चारों ब्लॉक से आये पदाधिकारियों व शिक्षकों ने 22 जुलाई को होने वाले सहायक शिक्षक फेडरेशन की एक सूत्रीय मांग वेतन विसंगति को लेकर एक दिवसीय विधानसभा घेराव को लेकर चर्चा की गई।
चर्चा के बाद सभी पदाधिकारियों ने आपस में सलाह मशविरा कर 22 जुलाई को विधानसभा घेराव की रणनीति बनाई, जिसमें जिले से लगभग 40 वाहनों में 250 से 300 शिक्षकों के शामिल होने की संभावना जताई गई है।
ज्ञात हो कि सहायक शिक्षक फ़ेडरेशन द्वारा इसके पहले भी वेतन विसंगति को लेकर कई बार विधानसभा घेराव व अनिश्चितकालीन आंदोलन के साथ अन्य मंच में शामिल होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा मांगों को लेकर बार-बार सिर्फ आश्वासन देकर नजरंदाज किया गया। जिसके चलते फ़ेडरेशन आज मजबूर होकर फिर से आंदोलन के लिए बाध्य है।
राज्य शासन द्वारा जारी की गई 9.45 से 4 तक की शाला समय सारिणी को लेकर फ़ेडरेशन ने चर्चा की,जिसमें सभी ने कहा कि ये समय सारणी जनहित व छात्र हित के साथ शिक्षकों के हित में नहीं है। जिले व ब्लाक में बहुत से शाला ऐसे हैं, जो कि मुख्यालय से 20 से 25 किलोमीटर है जहाँ आने जाने वाले मार्ग पहुँच विहीन है। साथ ही ऐसे शालाओं के पास शिक्षक आवास भी उपलब्ध नहीं है। जिससे कई शिक्षक मुख्यालय से ही आवागमन करते हंै। फेडरेशन ने शासन से 10 से 4 तक की शाला समय सारिणी का समर्थन करते हुए लागू करने की मांग की है।
बैठक में प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष पुरषोत्तम झाड़ी,जिला सचिव राजेश मिश्रा, चारो ब्लाक अध्यक्ष,महेश शेट्टी,गोपाल पांडे, रमेश कारम,व मोहसिन खान,रमन झा, सुनील झाड़ी,शांति लाल वर्मा ,दिनेश कोलमूल, राजेन्द्र ठाकुर,लछिन्दर हेमला, बुधराम कोरसा व अन्य शिक्षक-शिक्षकाएं उपस्थित रहे।