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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 29 दिसंबर। सुकमा जिले के छिन्दगढ़ विकासखण्ड में 21 एवं 22 दिसम्बर को पोटाकेबिन रोकेल एवं हायर सेकंंडरी स्कूल तोंगपाल में पीएलसी वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें विकासखण्ड के कुल 46 पीएलसी ने भाग लेकर बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में आने वाली स्थानीय समस्यस्यों को दृष्टिगत रखते हुए विषय एवं पाठ्यक्रम से जोडक़र प्रोजक्ट तैयार कर शिक्षकों द्वारा प्रजेंटेन्सन किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में जिले की प्रमुख समस्या एक शिक्षकीय शाला, पलकों/अभिभावकों का अशिक्षित होना एवं भाषायी समस्या के आधार पर पीएलसी द्वारा उसके निदान का भी सुझाव देते हुए प्रोजेक्ट तैयार किया गया था जिसे उक्त वर्कशॉप में प्रदर्शन किया गया।
वर्कशॉप के प्रथम दिवस 21 दिसंबर को जिला शिक्षा अधिकारी जे.के.प्रसाद द्वारा बालक पोटाकेबिन रोकेल में आयोजित वर्कशॉप में दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी सुकमा ने पीएलसी सदस्यों द्वारा लर्निंग आउटकम आधारित तैयार कर लाए प्रोजेक्ट का अवलोकन कर पीएलसी के कार्यों उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए नए शिक्षा नीति में पीएलसी के महत्व को समझाया एवं कार्य करने कहा
डीएमसी एस. एस. चौहान ने बताया कि जिले में कुल 110 पीएलसी का गठन किया गया है राज्य कार्यालय के अनुसार बच्चों में लर्निंग आउटकम (सीखने के प्रतिफल) प्राप्त करने की क्षमता सबकी भिन्न होती है। अलग-अलग जिलों एवं विकासखण्ड में अलग अलग समस्या होती है जिसे पीएलसी द्वारा चिन्हांकित कर स्थानीय स्तर पर उसके निदान पर कार्य किया जाना है जो कि हमारे शिक्षक साथी बखूबी करते आरहे हैं। इसी कार्य को गति देने जिले के तीनों विकासखण्ड में 15 दिसंबर से बारी-बारी से वर्कशॉप का आयोजन किया गया था जिसका समापन छिन्दगढ़ ब्लॉक में किया गया।
बीआरसी वसीम खान ने बताया कि राज्य कार्यलय से प्राप्त निर्देशों का एपीसी सीताराम राणा एवं आकांक्षी जिला फेलो सुश्री सिओना के मार्गदर्शन में यह वर्कशॉप आयोजित किया गया जिसमें पीएलसी हेड के नेतृत्व में सभी सदस्यों की सहभागिता एवं सहयोग से बच्चों में लर्निंग आउटकम (सीखने के प्रतिफल)आधारित प्रोजेक्ट तैयार करवाये गए तथा नवम्बर 2021 में होने वाले राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण को आधार मानते हुए कार्य करने के निर्देश पीएलसी को दिए गए।
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कमलेश श्रीवास्तव ने पीएलसी सदस्यों को इस वर्कशॉप के माध्यम से बच्चों को आगामी राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण में बेहतर प्रदर्शन हेतु वर्तमान में चल रहे मोहल्ला क्लास में सभी बच्चों की नियमित उपस्थिति एवं बच्चों को उनके स्तर के अनुरूप पढ़ाते हुए उसके आधार पर समझ की जानकारी लेने नियमित रूप से विभिन्न प्रश्न पूछ कर परीक्षण करते हुए उनमें सुधार करने की बात कही।
छिंदगढ़, 28 दिसम्बर। छत्तीसगढ़ प्रदेश पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर छिन्दगढ़ के समस्त सचिव कलमबंद,कामबंद कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले 25 वर्षों से हम 29 विभागों के कार्य का निर्वहन जमीनी स्तर पर कर रहे हैं सचिव ही एकमात्र ऐसा कर्मचारी है जो शासन की सारी योजनाओं की जानकारी जमीनी स्तर पर पहुंचाता है। परन्तु शासन में रहते हुए किसी भी सरकार ने सचिवों की मांगों पर समाधान कारक विचार नहीं किया जिससे व्यथित होकर पूरे छत्तीसगढ़ स्तर पर सचिव संघ केवल एक सूत्रीय मांग, 2 वर्ष की परिवीक्षा अवधि को पूर्ण करने के पश्चात शासकीय करण किया जावे को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर हैं।
विदित हो कि ग्राम पंचायतों में सारे कार्य सचिव के द्वारा ही किए जाते हैं। उनके हड़ताल पर जाने से मनरेगा के कार्य,मजदूरी भुगतान,बुजुर्गों, महिलाओं व दिव्यांग जनों को मिलने वाली पेंशन की राशि नहीं मिल रही है जिसकी वजह से ग्रामीणों में भी बहुत रोष है व ग्रामीणों ने भी प्रशासन से अपील की कि जल्द ही सचिवों की मांग मानकर हड़ताल को समाप्त करवा दिया जावे जिससे पंचायत में सभी कार्य सुचारू रूप से चल सकें।
सचिवों में प्रमुख रूप से बृजलाल कर्मा,विमल पटेल,लक्ष्मण कश्यप,अर्जुन श्रीवास,लोकनाथ कश्यप,सुखराम मांझी,हीरा सिंह सेठिया,जमुना प्रसाद,ब्रम्हानंद यादव,महादेव नेगी,भिखारी राम मांझी,गंगाराम मांझी,अंजली चौहान,कमला करटम,प्रमिला मरकाम आदि ने अपनी बातें कही।
कोंटा में सीता-राम की निकाली पालकी शोभायात्रा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा/दोरनापाल, 27 दिसंबर। सुकमा जिले के कोण्टा में आतिशबाजी, ढोल नगाड़ों की थाप और शहनाइयों के बीच नौका विहार उत्सव कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
तेलंगाना की सीमाओं से जुड़े दक्षिण छत्तीसगढ़ के प्रवेश द्वार त्रिवेणी संगम और विभिन्न संस्कृतियों से परिपूर्ण ताड़ वनों का द्वीप श्री श्री श्री माणिकेश्वर स्वामी की पुण्य धरा शबरी के तट पर बसा कोण्टा प्रारम्भ से ही विशिष्ट सृजनात्मक क्षमताओं,कला रंगमंच की वजह से हमेशा एक नई पहचान बनाता रहा है। इन दिनों कोण्टा में जिस प्रकार का आध्यात्मिक माहौल निर्मित हुआ है उसके बेहतर परिणाम सामने आने लगे है। यहां के युवाओं के इसी आध्यात्मिक सोच ने कोण्टा को पुन: भक्तिमय बनाने की दिशा में अपने प्रयासों में और तेज़ी लाया है।
मोक्षदा एकादशी के अवसर पर कोण्टा में 25 दिसम्बर को ‘‘तेप्पोत्सवम’’ नौका उत्सव का भक्तिमय कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस आध्यात्मिक भक्तिमय कार्यक्रम में हजारों की संख्या में नगरवासी एवं पड़ोसी प्रांत के सैकड़ों भक्त शामिल होकर भगवान श्री राम चन्द्र जी, श्री माणिकेश्वर स्वामी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
‘‘मोक्षदा एकादशी’’ को सुबह 4 बजे श्री श्री श्री मणिकेश्वरी शिव मन्दिर में ‘‘उत्तर द्वार दर्शन’’ का कार्यक्रम रखा गया जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु इस द्वार दर्शन में भाग लेकर शिव केशव जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
तत्पश्चात संध्या 4 बजे सीता राम चन्द्र जी की पालकी शोभा यात्रा की शुरुआत मणिकेश्वर मन्दिर के प्रांगण से शुरू किया गया। शोभायात्रा में आंध्रप्रदेश से आए कलाकारों के द्वारा शिव तांडव,अघोरा नृत्य, एवम् आध्यात्मिक गीतों में नृत्य प्रदर्शन का कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहा।
आतिशबाजी के बीच पालकी शोभायात्रा पूरे कोंटा नगर में भ्रमण के पश्चात शबरी तट पर पहुंचा, जहां श्री सीता राम चन्द्र स्वामी तथा शिव पार्वती की पूजा-अर्चना किया गया, तत्पश्चात श्री सीता राम चन्द्र जी को हंस वाहिनी नौका विहार यात्रा जय श्री राम के नारों के बीच शबरी नदी में पूरे 3 चक्कर लगाया गया। इस दौरान जबरदस्त आतिशबाजी की गई।
शबरी नदी में नौका विहार के बाद शबरी माता की भव्य महा आरती सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सैकड़ों भक्त अपने घर से साथ में लाए आरती थाली लेकर समूह आरती में शामिल हुए।
विदित हो कि इस प्रकार का आयोजन प्रति वर्ष सीमावर्ती भद्राचलम में सम्पन्न होता है, इसके अनुरूप गत चार वर्षों से इस आयोजन को कोण्टा नगरी के शबरी तट पर किया जा रहा है। माणिकेश्वर स्वामी ट्रस्ट के युवाओं के द्वारा पी.विजय के नेतृत्व में गोपाल कृष्ण नायडू,सुभाष चतुर्वेदी, साई श्रीनिवास, राम शास्त्री, वीरभद्र, प्रसाद रेड्डी, जे.मोहन, रामबाबु, दीपक, नवीन, पवन,एम.श्रीनिवास, एम.विजय, के.श्रीनिवास, गोपेश एवं अन्य सदस्यों का विशिष्ठ योगदान रहा।
मणिकेश्वर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पी. विजय ने कहा कि कोंटा नगर हमेशा आध्यात्मिक कार्यक्रमों में आगे रहता है चाहे दुर्गा उत्सव हो शिवरात्रि हो रामनवमी हो, बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं विगत 4 वर्ष से मोक्षदा एकादशी को मनाते आ रहे हैं कोंटा में श्री श्री श्री मणिकेश्वर मन्दिर 400 वर्ष पुरानी है और त्रिवेणी संगम के बीच शबरी तट पर बसा कोंटा नगरी के लोगों पर शिव केशव का आशीर्वाद सदा बने रहता है शबरी नदी बारह माही बहने वाली जीवंत नदी है जिसके जल में बहुत ही मिठास रहता है ऐसी धरा पर जीवन व्यापन करने वाले सभी कोंटा वासियों को ये सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
वैसी जीवंत शबरी नदी में इस प्रकार के कार्यक्रम करके शबरी माता का महाआरती में भाग लेकर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे है। आशा करते है कि शिव केशव का आशीर्वाद सदा कोंटा नगरी के भक्तों में बनी रहे ताकि आने वाले दिनों में भी वरिष्ठ लोगों के मार्गदर्शन से ऐसे पुनीत कार्यों को भव्य रूप से संपन्न करते जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन टी.श्रीनिवास वासु ने किया। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा की बेहतरीन व्यवस्था कोण्टा पुलिस विभाग ने किया।