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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोन्टा, 14 जनवरी। सोमवार को केंद्रीय रिज़र्व पुलिस फ़ोर्स 212 बटालियन के कमाण्डेन्ट जगदीश प्रसाद बलाई द्वारा विशेष सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत बनाये गये सामुदायिक भवन का औपचारिक उद्घाटन कर किस्टाराम क्षेत्र की जनता को समर्पित किया।
विगत दो-तीन महीनों से 212 बटा. के किस्टाराम कैम्प में स्थानीय युवाओं एवं महिलाओं के लिए विविध कार्य क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम सीआरपीएफ द्वारा चलाए जा रहे थे। जिसके समापन की घोषणा सोमवार को करते हुए कंपनी कमाडेंट बलाई ने सीआरपीएफ की तरफ से प्रशिक्षण प्राप्त 6 महिलाओं को सिलाई मशीन,10 युवाओं को राज मिस्त्री से संबंधित सभी टूल्स एवं 10 युवाओं को ड्राइविंग में दक्षता के बाद लाइसेंस एवं प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया।
कार्यक्रम में 208 कोबरा बटालियन के कमाण्डेन्ट अमित कुमार, द्वितीय कमान अधिकारी विशाल पाटीदार, सहायक कमांडेंट परख राजवंशी, सहायक कमाण्डेन्ट घनश्याम पाल जादौन, किस्टाराम थाना प्रभारी भावेश एवं किस्टाराम के सरपंच उपस्थित रहे। कार्यक्रम में किस्टाराम, बेडपाड वेल्कनगुडा, फैदागुडम, लगोराराम एवं अन्य नजदीकी गांवों के लोगों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया एवं सीआरपीएफ के द्वारा आयोजित किए गए स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम की भारी प्रशंसा की।
कंपनी कमाडेंट ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि निकट भविष्य में भी आप लोगों के लिए कौशल विकास व जीवनधारा से समग्र होने के लिए उत्प्रेरित किया गया एवं आश्वस्त किया कि आपको हर संभव मदद कर सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास हमारी ओर से हर समय किया जाएगा।
देर रात ओडिशा से लाए गए मुर्गियों को वापस भिजवाया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 13 जनवरी। सुकमा जिले के दोरनापाल में पशुधन विभाग ने बाहर से मुर्गियां लाने वाले चिकन दुकानों पर कार्रवाई की। कल देर रात सीमा इलाकों में कड़ी निगरानी के बीच मना करने के बावजूद ओडिशा से मुर्गियों से भरी गाड़ी दोरनापाल पहुंची। जिसकी जानकारी मिलते ही पशुधन विभाग के उपसंचालक डॉ. जहीरुद्दीन ने मौके पर पहुंच सभी मुर्गियों को वापस ओडिशा भिजवाया। साथ ही सभी चिकन मार्केट को बंद करवाया।
सुकमा जिले में कलेक्टर विनीत नन्दनवार के निर्देश पर बर्ड फ्लू से निपटने कड़ी एहतियात बरती जा रही है जिसको देखते हुए सीमाओं पर निगरानी भी बढ़ाई गई है इसके अलावा चिकन मार्केट को भी बंद करवाया गया है ।
ज्ञात हो कि बर्ड फ्लू का कहर इस वक्त पूरे देश में है, जिसके लिए केंद्र व राज्य सरकार पहले से ही सजग हो चुकी है। कई जगह पर अलर्ट जारी हो गया है तो वहीं सुकमा में भी प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए अपने सभी बॉर्डरों को मुर्गी, बदक गाडिय़ों के लिए सील कर दिया है व चप्पे-चप्पे पर अपने कर्मचारी पशु विभाग में तैनात कर रखे हैं। प्रशासन का पूरा जोर है कि किसी भी तरह से बाहर से मुर्गी और बदखकी गाडिय़ां जिले में प्रवेश ना कर पाए।
पूरे जिले में मुर्गी व बतख की दुकानें को प्रशासन ने बंद करवा दिया है। वर्तमान गाइडलाइन भी जिला प्रशासन ने जारी कर दी है। फिर भी गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए दोरनापाल के व्यापारी लगातार अपनी मनमानी कर रहे थे और बाहर से मुर्गियों और बदख की गाड़ी नगर में प्रवेश कर रही थी। जिसकी सूचना पशु विभाग के सहायक संचालक जहीरूद्दीन खान को लगी।
श्री खान ने मामले को गंभीरता लेते हुए तत्काल दोरनापाल पहुंचकर मुर्गी व्यापारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हाल ही में बाहर से आई मुर्गियों को जहीरुद्दीन ने गाड़ी में लोड करवा कर जिले से बाहर करवाया व व्यापारी को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अगली बार यदि मुर्गी या बदख बाहर से लाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी, वहीं जहीरूद्दीन खान ने हिदायत देते हुए दुकानों को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर के पुलिस व नायब तहसीलदार से भी इस मामले में गंभीरता बरतने की बात कही। उन्होंने कहा कि कोशिश यही है कि बाहर से गाडिय़ां ना आ सके ।
उपसंचालक डॉ. जहीरुद्दीन ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन व पशुधन विकास विभाग द्वारा एक निर्देश जारी किया गया है कि बर्ड फ्लू को देखते हुए ओडिशा व आंध्र प्रदेश से किसी भी मुर्गी गाडिय़ों के परिवहन पर प्रतिबंध लगाया गया है और अनावश्यक रूप से जो मुर्गियां कट रही है इससे इंफेक्शन फैलने का खतरा है। बर्ड फ्लू जब तक समाप्त ना हो जाए हमने पूरे जिले में प्रतिबंध लगाया हुआ है। हमारी पूरी कोशिश है कि आंध्र व ओडिशा से किसी भी तरह मुर्गी गाडिय़ां जिले में ना आ पाए, क्योंकि यह कोरोना जैसा ही महामारी है। बर्ड फ्लू मनुष्यों में भी होने की संभावना होती है। इसी वजह से कड़े एहतियात बरते जा रहे हंै और कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
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कोन्टा, 13 जनवरी। पदभार संभाले कुछ ही दिन हुए संभागीय आयुक्त जीआर चुरेंद्र का सुकमा जिला दौरा रहा । इस दौरान उन्होंने बीते दिन ब्लॉक मुख्यालय कोंटा में निर्माणाधीन आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल का निरीक्षण किया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रत्येक ब्लॉकों के नगरीय क्षेत्रों में अंग्रेजी माध्यम सीबीएसई कोर्स स्कूलों का संचालन करने जा रहीं हैं । जिस के लिए निविदा आमंत्रित कर भवन निर्माण भी चालू कर दिए गये हैं। सुकमा जिला के तीनो ब्लॉक में निर्माणाधीन भवनों का निरिक्षण करने संभागीय आयुक्त का दौरा रहा।
कोंटा पहुंच आयुक्त ने हाई स्कूल प्रांगण में निर्माणाधीन आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल भवन का निरिक्षण करते, जिला शिक्षा अधिकारी जे.के.प्रसाद खंड शिक्षा अधिकारी एस के दीप, तहसीलदार देवेंद्र सिरमौर, संकुल समन्वयक बीआरसी महेन्द्र बहादुर सिंह व आला अधिकारियों के साथ बैठक कर उक्त स्कूल संचालन हेतू आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंधित चर्चा करते हुए सभी शैक्षणिक संस्थाओं में बागवानी करने के निर्देश दिए ।
पत्रकारों से रूबरू होकर क्षेत्र के समस्याओं को जाना
लम्बे समय के बाद संभागीय आयुक्त के दौरे की जानकारी मिलने पर कोंटा नगर के पत्रकार मिलने पहूंचे । इस दौरान संभागीय आयुक्त ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए क्षेत्र के बारे में जानकारी लेते पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया । पत्रकारों ने विगत दिनों में समाचारों में प्रकाशित विभिन्न मुद्दों एवं समस्याओं को संभागीय आयुक्त को जानकारी दी । जिसमें बंडा रोड़, ढोंढऱा ग्राम में चल रहे क्रेशर प्लांट से होने वाले ग्रामीणों के नुकसान, सेतू विभाग द्वारा कोंटा-मोटू पुल निर्माण कार्य धीमें गति से चलने, विकास कार्यों की गुणवत्ता, पंचायत सचिवों के हड़ताल, कर्मचारियों द्वारा ठेकेदारी, कोंटा के ईटा भट्टियों से गुणवत्ता स्वरूप ईटों की जानकारी दी गई । जिस पर संभागीय आयुक्त ने तहसीलदार व एसडीएम के द्वारा पृथक पृथक सभी कार्यों की निरिक्षण कर जानकारी बना कर देने को लेकर आदेशित किया गया है। पत्रकारों से चर्चा करते हुए संभागीय आयुक्त ने क्षेत्र के विकास एवं समस्याओं को मिलकर निराकरण करने की आश्वासन दी गई।
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कोंटा, 10 जनवरी। सुकमा सुरक्षाबलों द्वारा हाल ही में खोले गए मिनपा गांव के नए कैम्प के विरोध में मिनपा इलाक़े के जंगलों में सैकड़ों की संख्या ग्रामीण एकत्रित हुए, साथ ही गुरूवार को कैम्प का विरोध करने ग्रामीण मिनपा की ओर भी निकले। यहां पहुंचकर रैली निकालते हुए धरना-प्रदर्शन किया, रविवार को भी जारी रहा।
वहीं इससे पहले बुधवार को मिनपा से लगे इलाक़े में सैकड़ों की संख्या में आदिवासी ग्रामीणों ने एक सभा की, जहां केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। सभा में ग्रामीणों ने मिनपा कैम्प को हटाने की मांग करते हुए आदिवासियों पर पुलिस द्वारा अत्याचार करने का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने माँग की है कि ग्राम सभा के अनुमोदन के बिना कैम्प ना खोला जाए, वहीं ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें कैम्प नहीं बल्कि शिक्षा व स्वास्थ्य की सुविधा चाहिए।
ग्रामीणों के मांग अनुसार वन संसाधनों पर आदिवासियों का ही अधिकार हो, जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जल जंगल ज़मीन के अधिकारों से उन्हें वंचित किया जा रहा है, वहीं ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार की न्यायिक जाँच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की भी माँग की है। ग्रामीणों ने भाजपा सरकार द्वारा लाई गई तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की माँग भी की है।
सुकमा/जगदलपुर, 10 जनवरी। अहिंसा यात्रा के अंतर्गत आज जैन आचार्य, राष्ट्र संत महाश्रमण जी के चरण सुकमा नगर पर पड़े। संत के स्वागत अभिनन्दन में सभी समाज,सभी धर्म के लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक रेखचन्द जैन ने अपने पिताश्री जो 92वर्ष की अवस्था में हैं, के साथ गुरुदेव का भावपूर्ण वंदन एवं अभिनन्दन किया और आचार्य श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। बस्तर के पारंपरिक नृत्य के साथ स्वागत किया गया।
नगर प्रवेश उपरांत आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम एवं प्रवचन सभा में आचार्य महाश्रमण जी ने कहा कि जब व्यक्ति कष्ट में होता है तो नजदीकी लोग, मित्र, रिश्तेदार या कोई भी अन्य व्यक्ति उन दुखों को बांट नहीं सकता, व्यक्ति को उसके कर्म अनुसार ही जब पाप कर्म का उदय हो, तो यह कष्ट उसे सहने पड़ते हैं और ऐसे समय में वह व्यक्ति अकेला ही होता है, दूसरा कोई त्राण शरण नहीं बन सकता, केवल धर्म ही शरण त्राण बन सकता है व्यक्ति को कष्ट आते हैं तो मुख्य रूप से वह तीन रूप में आते हैं, एक बीमारी दूसरा बुढ़ापा और तीसरा मृत्यु।
आचार्य श्री ने आज प्रवचन के माध्यम से लोगों को अहिंसा का संदेश देते हुए अपनी बातें मुख्य रूप से रखी कि व्यक्ति के जीवन में सद्भावना, नैतिकता और नशा मुक्ति का होना बहुत जरूरी है, आज सभा के दौरान सुकमा नगर वासियों सहित उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को आचार्य श्री ने यह शपथ दिलाई कि हम किसी भी प्रकार का नशा अपने जीवन में नहीं करने का संकल्प लेते हैं। साथ ही उन्होंने नैतिकता और सद्भावना संबंधित शपथ भी लोगों को दिलाई।
अभिनंदन कार्यक्रम में संसदीय सचिव रेखचंद जैन, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष करण देव, नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू दुर्गेश राय, शेख सज्जाद, मनोज चौरसिया, श्रीमती आयशा हुसैन, रम्मू राठी,भोमराज टाटिया,विमल सुराना, विजय नाहटा,रामलाल बैद, कैलाश जैन, राजेश नारा, सुरेंद्र चांडक, राजकुमार लोढ़ा,अनिल बुरड़,अनिल जैन,श्रीपाल तातेड़, किशन लाल डाकलिया,बंशीलाल नाहटा,कानमल जैन,बभूतमल तातेड़, अशोक बुरड़,धीरज बाफना,अनिल कागोत, संदीप कागोत एवं राजेश टाटिया सहित बड़ी संख्या में जगदलपुर, गीदम, राजनंदगांव,एवं उड़ीसा के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए श्रद्धालु उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 10 जनवरी। नक्सलियों के द्वारा बड़े केडवाल में रह रहे 3 परिवार को गांव छोडऩे का फरमान सुना दिया। जिसके बाद यह परिवार तत्काल गांव से छोड़ कर परिजनों के पास पहुंचकर शरण ली। वहीं एक परिवार के सदस्य की बीते नवंबर में पुलिस मुखबिरी के आरोप में जन अदालत लगाकर माता-पिता एवं पत्नी के सामने ही हत्या कर दी थी। जिसके बाद से यह परिवार सदमे में है।
पीडि़त परिवारों ने बताया कि 17 नवंबर 2020 को पोडियामी बलराम की हत्या माओवादी के द्वारा जन अदालत लगाकर कर दी गई थी, जिसके बाद परिवार को गांव से छोडक़र जाने के लिए कह दिया। परिजनों ने बताया कि बलराम गाय चराने के लिए गया हुआ था इस दौरान उसने नक्सली उठाकर ले गए नक्सलियों के द्वारा परिजनों एवं आसपास के गांव के लोगों को सूचना दी और जन अदालत लगाया गया। जन अदालत में बलराम को पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया गया और उसकी गला रेतकर हत्या कर दी।
गांव छोड़ चुके परिवार ने बताया कि इस इलाके में अक्सर लोगों पर मुखबिरी एवं किसी ना किसी तरह का आरोप लगाकर नक्सली मारपीट करते आ रहे हैं और किसी ना किसी को गांव छोडक़र जाना पड़ रहा है अब तक कई परिवार गांव छोडक़र जा चुके हैं जिसमें से कई लोगों को रातों-रात ही गांव छोडक़र भागने पर मजबूर होना पड़ा है। वहीं अगर किसी को गांव से बाहर भी जाना पड़े तो इसके लिए वह नक्सलियों से अनुमति लेना पड़ता है यहां तक कि कोई गांव में बीमार होता है तो उसके इलाज के लिए की अनुमति लेने की जरूरत पड़ती है तब जाकर कहीं लोग इलाज के लिए गांव से बाहर जा पाते हैं।
पीडि़त परिवार ने बताया कि नक्सलियों के द्वारा उन्हें गांव छोडऩे के लिए 1 सप्ताह का अल्टीमेटम दिया था। वहीं पिछले शनिवार को नक्सलियों द्वारा उन्हें गांव छोडऩे के लिए शुक्रवार तक का वक्त दिया था। जिस पर पीडि़त परिवारों ने गुरुवार को 5 ट्रैक्टर लेकर गए और शुक्रवार को सामान लादकर पीडि़त परिवार वापस अपने परिजन यहाँ पहुँचे है। उसमें से दो परिवार ओडिशा के बटनवाड़ा गए और एक परिवार कुडक़ेल में है।
एसपी केएल ध्रुव ने बताया कि बड़ेकेडवाल के 3 परिवारों को नक्सलियों ने गांव से भगा दिया है। जानकारी मिली है, जिसमें से एक परिवार के सदस्य की बीते माह नवम्बर नक्सलियों ने हत्या कर दी गई थी।
दोरनापाल,10 जनवरी। सुकमा जिले के दोरनापाल थाना अंतर्गत पोलमपल्ली मार्ग पर श्मशान में एक व्यक्ति की अधगली लाश पेड़ की टूटी हुई टहनी से लटकी मिलने से सनसनी फैल गई।
इस घटना की जानकारी आत्महत्या के 10 से 12 दिन बाद पुलिस को लग पाई, क्योंकि अज्ञात व्यक्ति द्वारा नगर से काफी दूर जंगल में श्मशान में फांसी लगाकर आत्महत्या की गई थी, जहां लोगों की आवाजाही काफी कम होती है शनिवार को लकड़ी काटने गए हुए बच्चों और महिलाओं ने शव को देखा, जिसके बाद डर की वजह से नहीं बता पाए।
रविवार को आखिरकार पुलिस को जानकारी दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव की पहचान कर ली और परिजनों को भी बुलवाया। परिजनों से पूछताछ जारी है। दोरनापाल थाना क्षेत्र के अन्तर्गत रविवार सुबह पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति की लाश की सूचना मिली थी।
जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल की तो जगरगुंडा मार्ग पर अस्पताल से करीब 400 मीटर की दूरी पर श्मशान के अंदर एक व्यक्ति ने फांसी लगाया हुआ पाया। पुलिस ने महज एक घंटे के अंदर पहचान कर ली।
जानकारी मिली कि युवक का नाम पदाम सन्ना (35 वर्ष) देवारपल्ली का रहने वाला था। मृतक युवक के लडक़े ने बताया कि उसके पिता मानसिक रोगी थे, पिछले कुछ दिनों से लापता थे जिसके बाद आज पता चला कि दोरनापाल में उसने फांसी लगा ली है। मृतक युवक ने एक लाल रंग के शर्ट और पहना हुए था उसने अपने ही शर्ट को पेड़ पर बांद फांसी लगा लिया
आदिवासी समाज ने निकाली रैली, सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 8 जनवरी। अनुसूचित क्षेत्र में धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए सख्त कानून बनाने व दर्ज सभी एफआईआर को शून्य घोषित करने की मांग करते हुए आज आदिवासी समाज ने विशाल रैली निकाल कर मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख है कि बस्तर संभाग अधिसूचित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। यहां के मूल निवासी पूर्णत: प्रकृति, पुरखा, पुनेम व रुढिज़न्य परंपरा प्रथाओं के द्वारा नियंत्रण व संचालित होते हैं। बस्तर में ईसाई मिशनरी संस्थाओं के प्रचारकों द्वारा मूल निवासी बस्तरिया समुदाय जो कि भोले-भाले व निरक्षर होते हंै, उन्हें बीमारियों व अन्य समस्याओं से मुक्ति दिलाने के नाम पर प्रलोभन देकर अपने धार्मिक क्रियाकलापों से शामिल कर मतान्तारित किया जा रहा है, और गांव-गांव में स्थानीय बेरोजगार युवकों को पास्टर व कार्यकर्ता बनाया जा रहा है, जिसके कारण परिवार व गांव में धार्मिक तनाव एवं कलह की स्थिति निर्मित हो रही है। इस असंवैधानिक धर्मांतरण का विरोध करने पर गांव के परंपरागत सियान पेरमा, गायता, पटेल, पुजारी, वडडे, सरपंच व अन्य समाज प्रमुखों के नाम पर थाने में झूठा व मनगढ़ंत एफआईआर करवाया जाता है। जिसके कारण स्थानीय मूल निवासी समुदाय में रोष है।
शुक्रवार को जिला सुकमा के साथ ही बस्तर संभाग के मूल निवासी समाज द्वारा एक दिवसीय आंदोलन व रैली निकाल कर जबरन धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए विशेष कानून बनाने तथा फर्जी (एफआईआर )को शून्य घोषित करने की मांग की और मुख्यमंत्री के नाम अपर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
कोंटा। पोलावरम परियोजना का मुख्य बांध का निर्माण तेजी से जारी है। एक माह पहले इस परियोजना स्थल का दौरा करने के बाद आंध्र के मुख्यमंत्री वायएस जगनमोहन रेड्डी ने मीडिया को बताया था कि 2022 के खरीफ फसल के लिए इस परियोजना से पानी दिया जाएगा। विगत छग विस में यह परियोजना चर्चा का विषय रहा। इन दिनों यह परियोजना आंध्र के साथ साथ छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए एक टूरिस्ट स्पॉट बन गया है।
सुकमा, 7 जनवरी। जिले के तीनों विकासखंड में आज सुबह 10 बजे से कोविड-19 वैक्सीनेशन का मॉक ड्रिल किया गया। सुकमा विकासखंड में मॉक ड्रिल कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में किया गया। इसके साथ ही कोंटा विकासखंड एवं छिंदगढ़ विकासखंड में भी कोविड-19 वैक्सीनेशन का मॉकड्रिल हुआ। मॉकड्रिल में वैक्सीनेशन के दौरान की जाने वाली पूरी प्रक्रिया की रिहर्सल की गई। वैक्सीनेशन के लिए 3 कक्ष बनाए गए हैं। हितग्राहियों की जांच, पहचान पत्र वेरिफिकेशन उपरांत प्रवेश कक्ष में अपनी बारी का इंतजार करेंगे। इसके पश्चात वैक्सीनेशन कक्ष में वैक्सीनेटर ऑफिसर हितग्राही को कोविड वैक्सीन की डोज लगाएंगे। अंतत: हितग्राही को ऑब्जरवेशन कक्ष में लगभग 30 मिनट रखा जाएगा।
कलेक्टर विनीत नंदनवार ने मॉकड्रिल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि जिले में कार्यरत समस्त सवास्थ्य कर्मियों को वैक्सीनेशन के पहले चरण में वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में मॉकड्रिल का जायजा लिया और स्वास्थ्य कर्मियों को सफल मॉकड्रिल के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए जिले में पूरी तैयारी कर ली गई है और जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पूरी तरह मुस्तैद है।
तीन चरण में होगा टीकाकरण
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सी बी पी बंसोड़ ने बताया कि वेक्सिनेशन तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा, दूसरे चरण में 60 वर्ष की आयु से अधिक के आम नागरिकों तथा तृतीय चरण में 60 वर्ष की आयु से कम उम्र के नागरिकों को टीका लगाया जाएगा।
मॉकड्रिल में 25 सवास्थ्य कर्मियों का चयन कर वैक्सीनेशन किया गया। प्रत्येक सेंटर पर 1 वैक्सीनेटर ऑफिसर और चार वैक्सीनेशन ऑफिसर द्वारा सेवा दिया गया। प्रत्येक सेंटर पर प्रतीक्षा कक्ष, टीकाकरण कक्ष, निगरानी कक्ष बनाकर कोविड-19 के दिशा निर्देशानुसार टीकाकरण किया गया। इसके लिए कोविड-19 के दिशा निर्देशानुसार मास्क, सोशल-डिस्टेंसिंग इत्यादि का पालन करते हुए सेवाएं दी गई। तीनो सेंटरों में टीकाकरण उपरांत किसी भी प्रकार का विपरीत प्रतिक्रिया होने के दशा में किस प्रकार प्रबंधन किया जाना है की भी जानकारी दी गई। टीकाकरण के बाद प्रत्येक व्यक्ति को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंटा, 7 जनवरी। कोंटा के स्थानीय विश्राम गृह में कांग्रेस ने प्रेस वार्ता ली। जिसमे नपा अध्यक्ष कोंटा मौसम जया , जनपद पंचायत अध्यक्ष सुन्नम नागेश व मंत्री प्रतिनिधि जनपद पंचायत कोंटा अम्बठ्ठी देवी व अन्य लोग उपस्थित रहे । कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष सुधीर पांडेय ने कहा कि
मोदी सरकार के तीन काले कानून के खिलाफ देशभर ने किसान आंदोलन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों का धान समर्थन मूल्य में खरीद रही है, 20 लाख से अधिक किसानों से अभी तक 54 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने जा रही है । ऐसे में किसान विरोधी भाजपा और भाजपा के नेता नरेंद्र मोदी सरकार के तीन किसान विरोधी काला कानून से जनता का ध्यान हटाने के लिए छत्तीसगढ़ में किसानों के धान खरीदी के नाम से राजनीति कर रहे है किसानों के शुभचिंतक होने का ढोंग कर रहे है। मोदी भाजपा के किसान विरोधी चरित्र से छत्तीसगढ़, ही नही पूरे देश भर के किसान जान हो चुके हैं।
धान खरीदी पर भाजपा के नेता लगातार झूठ का सहारा ले रहे है। किसानों के हित में ठोस काम करने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा अभी से झूठा प्रचार करने लगी है। 2018 विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा नेताओं की सारी याददाश्त चली गयी है क्या? कांग्रेस सरकार ने किसानों और धान का सम्मान किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों का धान समर्थन मूल्य में खरीदा है। पहले साल 80 लाख टन से अधिक और दूसरे साल 83 लाख टन धान की खरीदी की है। भाजपा की 15 साल की सरकार में तो 15 लाख से भी कम किसानों से औसत 50 लाख टन धान ही प्रतिवर्ष खरीदा गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने पहले साल 2018- 19 में 15 लाख 71 हजार किसानों 80 लाख टन से अधिक धान खरीदा और दूसरे साल 2019- 20 में 19 लाख 52 हजार किसानों का पंजीयन हो चुका है । कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया है जिसकी सोच ही कभी भाजपा के पास नही थी ।
धान का समर्थन मूल्य देने वाली कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ भाजपा नेता सीधे- सीधे जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश है। धान खरीदी पर भाजपा किस मुँह से बोल रही है ? भाजपा को किसानों और ग्रामीण मतदाताओं से अब कोई समर्थन इसलिये नही मिलेगा क्योंकि छत्तीसगढ़ के लोग भाजपा के किसान विरोधी, गरीब विरोधी, मजदुर विरोधी चरित्र को बखूबी समझ चुके है।
भाजपा ने कहा था कि स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशो लागू करेंगे, किसानों को फसल की लागत पर डेढ़ गुना जोडक़र दाम देंगे, नहीं दिया। भाजपा ने कहा था 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करेंगे, अभी तक किसानों की आय बढ़ाने के लिये कुछ भी नही किया। 2100रू. समर्थन मूल्य व 300 रु. 300 रु. बोनस का झूठा वादा भी भाजपा ने किया था । भाजपा ने तो किसानों के साथ धोखाधड़ी ही कि है। भाजपा किसान हितैषी बनने का सवांग रचती रही है और किसानों के लिये घडिय़ाली आंसू बहाती है। भाजपा के किसान विरोध चरित्र को छत्तीसगढ़ के किसान बखूबी जानते, समझते है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के किसान हितैषी कार्यों से छत्तीसगढ़ के किसान खुशहाल हुए है किसानों के कर्ज माफी का लाभ 20 लाख किसान परिवार को मिला । धान का समर्थन मूल्य एवं राजीव गांधी न्याय योजना के जरिये धान, मक्का और गन्ना उत्पादक किसानों को प्रति एकड़ 10 हजार रु. की प्रोत्साहन राशि मिलने से छत्तीसगढ़ खुशहाल हुआ है। भाजपा निरंतर किसान विरोधी कृत्यों में लगी हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के छवि खराब करने भाजपा षड्यंत्र प्रपंच झूठे एवं मनगढ़ंत आरोप किसानों को बरगलाने का प्रयास कर रही है । भाजपा द्वारा किसानों को बरगलाने चलाएं भात पर बात और वर्तमान में खेत सत्याग्रह को किसानों ने ठेंगा दिखा दिया । भाजपा के राजनीतिक नौटंकी को किसानों का समर्थन नही मिला। छत्तीसगढ़ के किसान भली- भांति समझ गए हैं यह वही भाजपा है जो 15 साल तक राज्य में सत्ता में रही लेकिन धान को रखने के लिए चबूतरा और गोदाम का निर्माण तक नहीं करा पाई वादा के अनुसार किसानों को 2100रु धान की कीमत और 300 रु क्विंटल बोनस पांच साल तक नही दिया ।
राज्य निर्माण के बाद रमन भाजपा का 15 साल का शासन काल धान के कटोरा, अन्नदाता और अन्न के लिए आपदा से कम नहीं था। उस दौरान किसानों के ऊपर बेइंतिहा अत्याचार हुए खेत के लिए पानी मंगने वालों पर लाठी बरसाई गई, किसानों का शोषण किया गया। किसानों के लिए बनाये गए जलाशय की पानी को उद्योगपातियों को बेचा गया। किसानों से सीधा धान खरीदने के बाजए सीमावर्ती राज्यों से तस्करी कर लाये गये धान की रमन सरकार के संरक्षण में सरकारी खरीद होती थी। रमन भाजपा ने किसानों के बेतहर कल के लिये एवं अन्ना को सुरक्षित रखने के लिए कोई उपाय नहीं किया है। रमन भाजपा यदि किसानों के किए वादे को पूरा करते तो छत्तीसगढ़ के 20 लाख किसान कर्ज से दबे हुए नही होते । हजार किसानों की आत्महत्या की घटनाएं नही होती । रमन भाजपा ने किसानों के साथ वादाखिलाफी दगाबाजी की जिसके चलते किसान आपने खेत खिलहान पशुधन और स्त्रीधन को बेचने मजबूर थे । रमन भाजपा की कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार चलते ही छत्तीसगढ़ के खजने पर 41 हाजर करोड़ कर्जभार बढ़ा । जो विरासत में वर्तमान सरकार को मिला जिसका ब्याज भी वर्तमान सरकार चुका रही है। धान और चावल घोटाला भाजपा सरकार की ही देन है ।
किसान के अन्न का अपमान तो भाजपा करती थी जब 2100रु बोलकर नही दिया किसान और धान का अपमान भाजपा की फितरत है ।रुरु
राज्य सरकार के द्वारा एफ़ सी आई से चावल जमा करने के अनुरोध पर राजीव गांधी किसान न्याय योजना में किसानों को बोनस तो नही दे रहे ? यह सवाल केंद्रीय खाद्य मंत्री क्यों पूछ रहे ? जबकि राज्य सरकार ने साफ कर दिया था कि यह किसानों की सहायता राशि है न की धान का बोनस । धान खरीदी प्रति व्विंटल में होती है। न्याय योजना की सहायता प्रति एकड़ में दी जा रही ।
नागेश ने कहा भाजपा की प्रदेश प्रभारी पुरंदेश्वरी गलत बयान दे रही कि केंद्र ने धान खरीदी के लिए 9000 करोड़ का अग्रिम भुगतान किया है ।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 7 दिसंबर। सुकमा जिले के दोरनापाल में धान खरीदी को लेकर दोरनापाल ब्लॉक कांग्रेस कमेटी द्वारा ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश सिंह चौहान की अध्यक्षता में नगर पंचायत अध्यक्षा बबिता माड़वी ,उपाध्यक्ष यूथपति यादव ,पार्षद शिवभारती, कवासी हुर्रा , लयो दुर्गा की मौजूदगी में प्रेस वार्ता ली गई।
जिसमें कहा गया कि धान पर प्रमुख बिन्दु 6 जनवरी मोदी सरकार के तीन काले कानून के खिलाफ देशभर में किसान आंदोलन कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार किसानों का धान समर्थन मूल्य खरीद रही है . 20 लाख से अधिक किसानों से अभी तक 5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी होने जा रही है । ऐसे में किसान विरोधी भाजपा और भाजपा के नेता नरेन्द्र मोदी सरकार के तीन किसान विरोधी काला कानून से जनता का ध्यान हटाने के लिए छत्तीसगढ़ में किरानों के धान खरीदी के नाम से राजनीति कर रहे हैं किसानों के शुभचिंतक होने का ढोंग कर रहे है । मोदी भाजपा के किसान विराधी चरित्र से छत्तीसगढ़ , ही नहीं पूरे देश भर के किसान जान्न हो चुके है । पर भाजपा के नेता लगातार झूठ का सहारा ले है । किसानों के हित में ठोस काम करने वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ भाजपा अभी से झूठा प्रचार करने लगी है ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों का धान समर्थन मूल्य में खरीदा है । पहले साल 80 लाख टन से अधिक और दूसरे साल 83 लाख टन धान की खरीदी की है । भाजपा की 15 साल की सरकार में तो 15 लाख से भी कम किसानों से औसत 50 लाख टन धान ही प्रतिवर्ष रखरीदा गया । मुख्यमन्त्री भूपेश बघेल की सरकार ने पहले साल 2018-19 में 16 लाखा 1 हजार किसानों से 80 लाख टन से अधिक धान खरीदा और दूसरे साल 2019-20 में 10 लाख 52 हजार किसानों से 83 लाख टन से अधिक धान खरीदा गया । इस साल 2 लाख 50 हजार से अधिक किसानों का पंजीयन हो चुका है । कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया है जिसकी सोच ही कभी भाजपा के पास नहीं थी । धान का समर्थन मूल्य देने वाली कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ भाजपा नेता सीधे - सीधे जनता की आँखों में धूल झोकने की कोशिश है । धान खरीदी पर भाजपा किस मुंह से बोल रही है?
कांग्रेसियों ने किसानों के बीच पहुंच शुरू किया धान और पैसे का संकलन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 6 जनवरी। ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश सिंह चौहान एवं नगर पंचायत अध्यक्ष बबिता माड़वी, व कार्यकर्ताओं द्वारा धान उपार्जन केन्द्रों में किसानों के बीच जाकर एक रुपया एक पैली धान, देकर बढ़ाएं किसानों का सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत की। इसमें किसानों ने समर्थन देकर केंद्र के कृषि कानून का विरोध जताया।
ब्लाक अध्यक्ष सुरेश सिंह चौहान ने बताया कि क्षेत्र के किसान, किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस के लोगों को अपने किसान भाइयों का साथ देने के लिए 1 के जगह 3 से 5 पैली धान एवं 1 रुपए से अधिक धन राशि भी अपनी स्वेच्छा से प्रदान कर रहे हैं, केंद्र सरकार के काले कानून के बारे में किसान भी भली भांति समझ चुके हैं, जिसके फलस्वरूप वह हमारे आंदोलन में बढ़-चढ़ कर सहयोग प्रदान कर रहे हंै और कानून के खिलाफ डट कर खड़े है।
किसानों द्वारा दी गई सहायता राशि से ब्लाक कांग्रेस दिल्ली बार्डर में बैठे किसानों के लिए गरम कपड़े एवं कंबल जैसी वस्तुएं खरीद कर भेजेगी। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष बबिता माड़वी, ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुरेश सिंह चौहान, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष माड़वी देवा, रितेश फिलिप, पार्षद झरना दुर्गा, सोयम मंगमा व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
दोरनापाल, 6 जनवरी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने ब्लाक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की घोषणा कर दी है, जिसके अंतर्गत दोरनापाल निवासी सुरेश सिंह चौहान को दोरनापाल ब्लाक कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। नवनियुक्त अध्यक्ष ने कहा, मुझ पर संगठन में विश्वास कर यह जिम्मेदारी पुन: दी है जिसे मैं पूरी निष्ठा से निभाने का एवं संगठन को मजबूत करने का प्रयास करूंगा। साथ ही उन्होंने प्रदेश के मंत्री कवासी लखमा व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, जिला अध्यक्ष माहेश्वरी बघेल, पूर्व जिला अध्यक्ष करण सिंह देव, का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमेशा कांग्रेस को मजबूत करने का कार्य करता रहूंगा।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
सुकमा, 6 जनवरी। कलेक्टर विनित नंदनवार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शिक्षा विभाग सत्र 2020-21 की समीक्षा बैठक स्वामी विवेकानन्द बहुउद्देशीय सभागार सुकमा में संपन्न हुई। बैठक में विद्यालयीन बच्चों में कक्षानुरूप (दक्षता) को प्रोत्साहित करने हेतु शिक्षकों को कक्षावार/ विषयवार/माहवार प्रशिक्षण प्रदान करने एवं मोटिवेशन क्लास संचालित करने, पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम द्वारा वर्चुअल कक्षाओं के संचालन जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
जिले के स्कूली छात्रों द्वारा आगामी नवम्बर 2021 में होने वाली नेशनल अचीवमेन्ट परीक्षण में तीसरी, पाँचवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों के बेहतर प्रदर्शन के लिये ब्लाक, व संकुल स्तर पर पीएलसी के माध्यम से सतत् माँनीटरिंग एवं बच्चों को ओएमआर शीट का अभ्यास कराने के निर्देश दिए गये। इसके साथ ही कक्षा 1 से 12वीं तक उपचारात्मक शिक्षण पद्धति के लिये कार्य-योजना का क्रियान्वयन एवं कक्षा 6वीं से 12वीं तक प्रगति कार्यक्रम लागू किया गया।
कलेक्टर ने छात्रों में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी विषय के प्रति रुची बढ़ाने के उद्देशय से हाई-स्कूल एवं हायर सेकेण्ड्री स्तर में पीएलसी नोडल के मार्गदर्शन में गणित, विज्ञान, अंग्रेजी क्लब का गठन किये जाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी जेके प्रसाद, एसएस चैहान जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा सुकमा सहित जिले के समस्त बीईओ, एपीसी, एबीईओ, बीआरसी, प्रिंसिपल, नोडल पढ़ई तुंहर दुआर, विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।
छिंदगढ़, 5 जनवरी। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की घोषणा कर दी है जिसके अंतर्गत कनकापाल निवासी लक्ष्मण कश्यप को तोंगपाल ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। नवनियुक्त अध्यक्ष ने कहा कि मुझ पर संगठन ने विश्वास कर यह जिम्मेदारी दी है जिसे मैं पूरी निष्ठा से निभाने का एवं सगठन को मजबूत करने का प्रयास करूंगा ,साथ ही उन्होंने प्रदेश के मंत्री कवासी लखमा व जिला पंचायत अध्यक्ष कवासी हरीश का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं मंत्री कवासी लखमा एवं कवासी हरीश का भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि उन्होंने जो विश्वास मुझ पर किया है मैं हमेशा कांग्रेस को मजबूत करने का कार्य करता रहूंगा।
छिंदगढ़, 5 जनवरी। सुकमा जिले के ग्राम झलियारास में पूजा-अर्चना कर शीतकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में खिलाडिय़ों एवं ग्रामवासियों के उत्साह वर्धन हेतु समाज सेविका व अधिवक्ता दीपिका शोरी भी पहुंची। इस आयोजन में क्षेत्र की लगभग 16 टीमें भाग ले रही हैं। कार्यक्रम में पहुंची दीपिका ने कहा कि क्रिकेट हो या कोई भी खेल युवाओं से जुडऩे का व स्वस्थ रहने व एक दूसरे को जानने पहचानने का सबसे सशक्त माध्यम है, साथ ही सभी खिलाडिय़ों से खिलाड़ी भावना के साथ इस टूर्नामेंट के सभी मैच को खेलने हेतु अपील की। ग्रामवासी भी अपने बीच समाज सेविका को पाकर बेहद खुश नजर आ रहे थे, उन्होंने समाज सेविका का स्वागत करते हुए आभार भी व्यक्त किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 4 जनवरी। विकासखंड शिक्षा अधिकारी सुखराम चिंतूर के सेवानिवृत्त होने पर सहायक शिक्षक फेडरेशन एवं शालेय शिक्षक संघ ने विदाई समारोह का आयोजन किया। यह कार्यक्रम भोपालपट्टनम के हृदय स्थल में बने सांस्कृतिक भवन में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चिंतूर सुखराम, अध्यक्षता प्रभारी बी ई ओ कमलेश धु्रव, विशिष्ट अतिथि बी आर सी मिर्जा खान एवं ब्लाक के मुख्यकार्यपालन अधिकारी मनोज बंजारे रहे। सहायक शिक्षक फेडरेशन एवं शालेय शिक्षक संघ की ओर से अतिथियों का स्वागत फूलमाला व पुष्पगुच्छ देकर किया गया। व्याख्याता अग्गी कमेश्वर ने उनके विद्यार्थी जीवन से लेकर उनके सेवानिवृत्त होने तक के कार्यों पर प्रकाश डाला।
सभा को सम्बोधित करते हुए सभी संगठनों के अध्यक्षों ने कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा विकासखण्ड में अच्छे कार्य किये गए। उनका व्यवहार सभी शिक्षक शिक्षिकाओं के प्रति सम्मान पूवर्क रहा।
सेवानिवृत्त बी ई ओ सुखराम ने कहा कि आप सभी के सहयोग से ही सभी कार्यों को सफलता पूर्वक कर पाए और सभी शिक्षक शिक्षिकाएं अपने अपने दायित्व बखूबी निभाये तो यह क्षेत्र शिक्षा के क्षेत्र में और आगे बढ़ेगा। ततपश्चात शालेय शिक्षक संघ एवं सहायक शिक्षक फेडरेशन के पदाधिकारियों के द्वारा सेवानिवृत्त बी ई ओ सुखराम को शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
सहसम्मानपूर्वक उनके ग्रह निवास नयापारा रॉलपल्ली सभी शिक्षक साथी डीजे बाजे गाजे के साथ पहुंचाय गया। इस कार्यक्रम में बीजापुर के बी ई ओ जाकीर खान, उसूर के बी ई ओ लक्ष्मण ठाकुर जिला संगठन के पदाधिकारी प्रहलाद जैन कैलाश रामटेके पुरुषोत्तम झाड़ी राजेश मिश्रा त्रितीय वर्ग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष, सुधाकर शालेय शिक्षक संघ अध्यक्ष करण सिंह सहायक शिक्षक फेडरेशन अध्यक्ष महेश सेट्टी हाईस्कूल के प्राचार्य गण प्रधान अध्यापक ब्लाक के सभी शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 4 जनवरी। सुकमा जिले के विकासखंड छिन्दगढ़ के पालेम के प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों का मकान 3-4 साल बाद भी पूरा ही नहीं हुआ है। हितग्राहियों का आरोप है कि यहां के पूर्व सरपंच ने अपने कार्यकाल में प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत स्वीकृत आवासों को ठेके पर दे दिया था व ठेकेदार की लापरवाही के कारण अधूरे पड़े हैं।
यहां के लगभग 70 वर्षीय बुजुर्ग हड़मा राम की आंखे पीएम आवास के इंतजार में पथरा गई है। उन्होंने बताया कि लगभग 4 वर्षों पूर्व मेरा मकान स्वीकृत हुआ था, तब मैं बहुत खुश था कि अबकी बरसात में मुझे एक पक्का मकान मिलेगा, परन्तु पंचायत की लापरवाही के कारण मेरा मकान अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है व मैं आज भी टूटे फूटे मकान में रहने को मजबूर हूँ जबकि मेरे खाते से पूरी राशि निकल गई है।
वहीं पालेम के ही बामन पिता सुकड़ा की आवास का इंतजार करते करते मृत्यु हो गई। उसके पुत्र ने बताया कि लगभग तीन वर्ष पहले मेरे पिता की मृत्यु हो गई है, तबसे अभी तक मकान पूर्ण नहींं हुआ है। सरपंच व सचिव से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी मकान की हालत वैसी की वैसी ही है।
कलेक्टर ने कहा होगी जांच
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने सुकमा कलेक्टर विनीत नन्दनवार को जब अवगत कराया, तब उन्होंने कहा कि आवास के सम्बन्ध में जांच होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छिंदगढ़, 3 जनवरी। आज कुकानार परगना के ग्राम कातलमिरी में गादी दियारी (गादी लांदा भीमूल लांदा) त्यौहार मनाया जा रहा है। दो दिनों तक गांव-गांव में धूमधाम से त्यौहार मनाया जाता है।
ज्ञात हो कि यह आदिवासियों का पारंपरिक त्यौहार जो आदिकाल व पुरखों के रीति नियम को बरकरार रखते तथा हर वर्ष जनवरी में पूरे खेत खलिहान का काम समाप्त कर धन लक्ष्मी धान, खोदो, कोसरा, मूँग दाल, राहर दाल, जैसे अन्य अनाज जो साल भर मेहनत कर पैदा किया जाता है, उनको इकट्ठा कर घरों के अन्दर रखते हैं उसके बाद गांव के जिम्मेदारिन यायो जागा प्राकृतिक देवी देवता सात बहनी देवताओं को गांव जागा पेरमा पुजारी के द्वारा सेवा अर्जी कर देवताओं को भोग देकर प्राकृतिक देवताओं से धन लक्ष्मी, माल लक्ष्मी से नर नारी पशु पक्षी माल माता, धन दौलत को अनन्त काल देते रहने के लिए आशीर्वाद मांगा जाता है और इसे मनाया जाता है।
बताया जाता है कि यह आदिवासियों का पारम्परिक त्योहार रीति रिवाज संस्कृति नियम प्रकृति से जुड़ा हुआ है। जैसे-जैसे प्रकृति संतुलन बनाती है, वैसे ही आदिवासियों की पारम्परिक रीति है। यह एक अदभुत परम्परा है, जो प्रकृति से जुड़ा नियम है। पूजा-अर्चना के बाद साल भर में मेहनत कर अनाज को सभी गांव वाले अपने-अपने घर से लाकर सभी मिल बांटकर खाते हैं तथा नया धान का लांदा बनाकर परोसा जाता है।
इस अवसर पर गांव के पटेल (पेदा) देवा मरकाम ने बताया कि ये त्यौहार हमारे आदिवासियों के पुरखों का त्यौहार है, जो हमारे पूर्वजों के द्वारा प्रकृति से जुड़े देवताओं को अनन्त काल से मनाया जाता रहा है। पुरखों के नियम को हमें जिम्मेदारी के साथ मानना है और ये हमारी जिम्मेदारी भी है।
गांव के जागा भूमि के पेरमा मंगड़ू मरकाम कहते हंै कि ये हमारा जागा प्रकृति ये ही हमारे माता पिता भगवान है, हम इसी पर फले फुले हैं, जीवन यापन इसी से है इसलिए प्रकृति ही हमारा देवता है, इन्हें भगवान मानना हमारा परम कर्तव्य है। इसलिए हर वर्ष प्रकृति देवी देवता से सुख शांति के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।
इस अवसर पर हिड़मा राम कुंजाम, (जागा माता का कामदार जिम्मेदार पुजारी) ने बताया कि साल भर का मेहनत के बाद सारा धान घरों में जमा कर एक साथ गांव के सभी ग्रामीण अपनी थकान व पीड़ा को भुलाकर खुशियां लाने के लिए प्राकृतिक देवता से सेवा अर्जी कर नर नारी, धन माल, पशु पक्षी को खुशहाल रखने के लिए आशीर्वाद मांगते हैं और खेत खलिहानों में मरम्मत, खरपतवारों की सफाई, जड़ी-बूटी को काटने के लिए गांववासियों को अनुमति के रूप में जागा देवता के द्वार पर छोटे-छोटे पौधे को काट कर अनुमति दी जाती है। दूसरे दिन चावल का लांदा कुटुम परिवार से एक जगह जमा कर मिलकर साथ में नाच गान किया जाता है, जिसे भीमूल लांदा कहा जाता है।
सुकमा, 1 जनवरी। नये साल के अवसर पर लोगों ने पिकनिक स्थल पहुंचकर जश्न मनाया। सुकमा के शबरी नदी किनारे और राजवाड़ा पार्क में पिकनिक मनाते हुए लोगों ने नए साल का भरपूर आनंद लिया, वहीं दिन भर शहरी इलाकों से पर्यटक आते रहे। लोगों ने कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए 2021 के पहले दिन का स्वागत जोरदार तरीके से किया
ग्रामीणों की समस्या का किया निराकरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 1 जनवरी। सुकमा जिले के धुर नक्सलप्रभावित इलाके जगरगुंडा,चिंतलनार चिंतागुफा में कोण्टा एसडीएम बनसिंग नेताम द्वारा दौरा किया गया।
इस दौरान एसडीएम द्वारा जगरगुंडा ,अस्पताल, व निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया, वही इलाके को लोगों की समस्या जानकर मौके पर उनका निराकरण कर ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जल्द उपतहसील जगरगुंडा में ही कामकाज शुरु होगा। इसके अलावा एसडीएम द्वारा जगरगुंडा से वापसी के दौरान चिंतागुफा धान खरीदी केंद्र का जायज़ा लिया गया। इस दौरान तहसीलदार पीएल नाग व बीआरसी महेंद्र सिंह समेत पटवारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे ।
ज्ञात हो कि जिस तरह अरनपुर रास्ता खुलते ही जगरगुंडा के विकास की उम्मीद जागी है उसी तरह जिला प्रशासन अब हर एक बुनियादी सुविधाएं जगरगुंडा तक मुहैया कराने में लगा हुआ है।
कलेक्टर के निर्देश पर अब अधिकारियों द्वारा लगातार निरीक्षण जारी है । इसी बीच कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम बेनसिंग नेताम ने जगरगुंडा का औचक निरीक्षण किया तो ग्रामीणों ने भी अपनी मूल समस्या से एसडीएम को अवगत कराया। एसडीएम ने मौके पर उसका निराकरण करते हुए जल्द समस्या दूर करने का आश्वासन दिया । एसडीएम ने वापसी के दौरान चिंतागुफा धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया वहां भी किसानों से बात की उनकी समस्या जानी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 31 दिसंबर। सुकमा जिले के दोरनापाल में 31 दिसम्बर व नया साल को ध्यान में रखते हुए दोरनापाल पुलिस द्वारा कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील करते हुए नगर में फ्लैग मार्च निकाला गया । उप निरीक्षक नरेश रावते की अगुवाई में थाना परिसर से मुख्यमार्ग पर जवानों द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया जिसमें महिलाएं भी शामिल रही। पुलिस द्वारा नगरवासियों को यह कार्यक्रम बिना किसी विवाद के शांतिपूर्ण ढंग से मनाने की अपील भी करते नजर आए।
उपनिरीक्षक नरेश रावटे ने बताया कि कैंडल मार्च निकालकर लोगों से शांतिपूर्ण रहने की अपील की गई है इसके अलावा दल बल रात में पेट्रोलिंग करेगी। अपील के बावजूद अगर किसी तरह के झगड़े या विवाद से नगर की शांति प्रभावित होती है तो उनसे सख्ती से निपट कार्यवाही भी की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दोरनापाल, 31 दिसंबर। सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष कवासी हरीश एवं सुकमा नगरपालिका अध्यक्ष जगन्नाथ राजू साहू ने 2020 के अंतिम दिन में तेलंगाना के भद्राचलम के पवित्र गोदावरी नदी में स्नान कर ऐतिहासिक श्री राम मंदिर के दर्शन कर सुकमा जिले एवं प्रदेश वासियों के लिए आने वाले नववर्ष में सुख शांति एवं समृद्धि की प्राथना एवं कामना की।
इस दौरान कोंटा के जनपद उपाध्यक्ष माड़वी देवा, उपजेल सुकमा के संदेशक मनोज चौरसिया,कोत्तागुडम के आदिवासी नेता संतोष करतम, खेल कूद प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रोहित पांडे, कोंटा ब्लाक युवा कांग्रेस के अध्यक्ष वैहदुल्ला खान, सोनाकुकानार के सरपंच कोसा मरकाम, रुद्रा कुमार, सत्तू, लयो दुर्गा, एवं साथीगण रहे मौजूद।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 30 दिसंबर। जिले में ट्रांसपोर्टरों द्वारा लगातार आठवें दिन भी अवैध वसूली के खिलाफ हड़ताल जारी है। भाकपा कार्यकर्ताओं ने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन देकर इस संबंध में अवगत कराया।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि एक तो दूसरे राज्यों में रेत का परिवहन अभी भी जारी है। सुकमा जिले के लोगों को ही इतनी महंगी दामों में लेना पड़ रहा है। मशीनरी से कार्य करना बिल्कुल गलत है। इस तरह मशीनरी से काम करने से मजदूरों का आय का साधन भी छिन रहा है, उनकी रोजी रोटी भी ठेकेदार ने छिन लिया। इसके खिलाफ आने वाले दिनों में कारवाई नहीं होगी, तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला परिषद सुकमा सडक़ पर उतर कर प्रदर्शन करेगी।
इस दौरान पूर्व विधायक मनीष कुंजाम, भाकपा जिला सचिव रामा सोडी़, हड़मा मरकाम, महेश कुंजाम, राजेश नाग ने डिप्टी कलेक्टर रवि साहू को ज्ञापन देकर अवगत कराया।