खेल
ब्राज़ील के स्टार फ़ुटबॉल खिलाड़ी पेले को श्रद्धांजलि देने के लिए लाखों लोग उनके पुराने सैंटोस फ़ुटबॉल क्लब में जुट रहे हैं जहां उनका पार्थिव शरीर रखा हुआ था.
पार्थिव शरीर को स्टेडियम से निकल कर सैंटोस शहर की सड़कों से होते हुए परिवार के पास दफ़नाने के लिए जाएगा.
वहां मौजूद बीबीसी संवाददाता के मुताबिक, "स्टेडियम में कई लोगों की आखों में आंसू थे, कई तालियां बजा रहे हैं तो कई ज़मीन पर लेटकर अपने 'भगवान' को नमन कर रहे थे."
ब्राज़ील के नए राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा भी श्रद्धांजलि देनी पहुंचे. लूला, जिन्होंने रविवार को कार्यभार संभाला था, वो श्रद्धांजलि समारोह में पहुंचे जिसकी शुरुआत एक मिनट के मौन से हुई.
बीबीसी की फ्रांसिस मायो के मुताबिक, "ऐसा लग रहा है जैसे पूरा शहर विला बेलमीरो स्टेडियम की तरफ़ आ रहा है." (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, तीन जनवरी। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) मार्च में होने वाली महिला इंडियन प्रीमियर लीग (डब्ल्यूआईपीएल) के शुरुआती सत्र के लिए टीमों के स्वामित्व और संचालन के लिए मंगलवार को बोलियां आमंत्रित की है।
महिला आईपीएल का उद्घाटन सत्र तीन से 26 मार्च तक खेले जाने की संभावना है। इसके बाद पुरुषों के आईपीएल का आयोजन होगा।
बीसीसीआई से जारी बयान के मुताबिक, ‘‘ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने महिला इंडियन प्रीमियर लीग में टीम के स्वामित्व और संचालन के अधिकार के लिए निविदा आमंत्रण (आईटीटी) जारी करने की घोषणा की।’’
इसके मुताबिक, ‘‘ आईपीएल की संचालन समिति एक निविदा प्रक्रिया के माध्यम से महिला इंडियन प्रीमियर लीग में एक टीम के स्वामित्व और संचालन का अधिकार प्राप्त करने के लिए प्रतिष्ठित संस्थाओं से बोली आमंत्रित करती है।’’
आईटीटी 21 जनवरी तक पांच लाख रुपये के गैर-वापसी योग्य शुल्क पर खरीद के लिए उपलब्ध होगा।
बोर्ड ने बताया, ‘‘कोई भी इच्छुक पार्टी जो बोली जमा करना चाहती है, उसके लिए आईटीटी खरीदना आवश्यक है। ’’
बीसीसीआई ने कहा, ‘‘बीसीसीआई के पास अपने विवेक से किसी भी स्तर पर बोली प्रक्रिया को रद्द करने या संशोधित करने का अधिकार सुरक्षित है।’’
मीडिया अधिकारों के लिए आईटीटी की समय सीमा 31 दिसंबर को समाप्त हो गई। (भाषा)
भारत और श्रीलंका के बीच आज (मंगलवार को) तीन ट्वेंटी-20 मैचों की सिरीज़ का पहला मैच खेला जा रहा है.
श्रीलंका के कप्तान दासुन शनका ने जीता है और पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया है.
ये मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा है. इस मैच में भारत की कप्तान हार्दिक पांड्या कर रहे हैं.
हार्दिक पांड्या ने कहा कि वो टॉस जीतते तो बल्लेबाज़ी ही चुनते.
शिवम मावी और शुभमन गिल आज के मैच से अपने इंटरनेशनल टी-20 करियर की शुरुआत कर रहे हैं.
ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप सेमीफ़ाइनल में पहुंची भारतीय टीम का हिस्से रहे रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ियों को इस टीम में जगह नहीं दी गई है.
ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप में दमदार प्रदर्शन करने वाले सूर्यकुमार यादव को उप कप्तान बनाया गया है.
ट्वेंटी-20 सिरीज़ का दूसरा मैच पांच जनवरी और तीसरा मैच सात जनवरी को खेला जाएगा.
10 जनवरी से तीन मैचों की वनडे सिरीज़ शुरु होगी. वनडे टीम की कप्तानी रोहित शर्मा करेंगे. वनडे टीम में हार्दिक पांड्या को उपकप्तान बनाया गया है. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 3 जनवरी। भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा आईटीटीएफ विश्व रैंकिंग में मंगलवार को तीन स्थान के फायदे से करियर की सर्वश्रेष्ठ 35वीं रैंकिंग पर पहुंच गईं।
इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने नवंबर में एशियाई कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को उसका अब तक का पहला पदक दिलाया था। बैंकॉक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के दौरान मनिका ने जापान की दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी हिना हयाता और चीन की दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी चेन शिंगटोंग को हराया।
मनिका को इस प्रदर्शन से 175 रैंकिंग अंक मिले जिससे वह रैंकिंग में आगे बढ़ने में सफल रहीं। मनिका ने हंगरी और स्लोवेनिया में दो डब्ल्यूटीटी कंटेंडर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में भी जगह बनाई।
मनिका ने पीटीआई से कहा, ‘‘एशियाई कप में मेरा प्रदर्शन राष्ट्रमंडल खेल 2018 के साथ मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में शामिल है। मैंने अपने खेल का लुत्फ उठाया और बेहद आश्वस्त थी।’’
बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों से खाली हाथ लौटने के बाद मनिका ने एशियाई कप में पदक जीता। मनिका ने इससे चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में दो स्वर्ण पदक सहित चार पदक जीते थे।
मनिका अब दोहा में विश्व चैंपियनशिप के एशियाई क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी। वह इसी महीने दोहा में डब्यूटीटी कंटेंडर और फिर अगले महीने गोवा में डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर में हिस्सा लेंगी।
पुरुष रैंकिंग में जी साथियान 39वें स्थान पर बरकरार हैं जबकि अनुभवी शरत कमल तीन स्थान के नुकसान से 47वें स्थान पर खिसक गए। (भाषा)
दुनिया के सबसे चर्चित फ़ुटबॉल खिलाड़ियों में शामिल क्रिस्टियानो रोनाल्डो मंगलवार सुबह सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे हैं.
रोनाल्डो ने सऊदी अरब के फ़ुटबॉल क्लब अल-नसर के साथ 177 मिलियन पाउंड (1773 करोड़ रुपये) की डील साइन की है जिसके तहत रोनाल्डो अल-नसर के साथ 2025 तक रहेंगे.
रोनाल्डो का मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ क़रार ख़त्म होने के बाद उनके भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं.
सोशल मीडिया में यहां तक लिखा जा रहा था कि ये रोनाल्डो के करियर का सूरज ढलने जैसा वक़्त है.
लेकिन सऊदी अरब के फ़ुटबॉल क्लब के साथ इतनी महंगी डील होने के बाद इन अटकलों पर कुछ समय के लिए विराम लग गया है.
रोनाल्डो के शामिल होने के बाद नौ सऊदी प्रो लीग जीत चुके इस क्लब की टीम में मज़बूती आने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. (bbc.com/hindi)
श्रीलंका सिरीज़ के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा है कि उनके लिए नए साल का संकल्प विश्व कप जीतना है.
ऑलराउंडर पंड्या को रोहित शर्मा की जगह श्रीलंका के साथ टी20 दौरे के लिए कप्तान नियुक्त किया गया है. टीम में इस दौरान विराट कोहली भी शामिल नहीं होंगे.
हालांकि दोनों ही तीन वनडे मैचों के लिए टीम में वापसी करेंगे. श्रीलंका सिरीज़ से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंड्या ने कहा, "इस नए साल का सबसे बड़ा संकल्प वर्ल्ड कप जीतना है."
साल 2023 का विश्व कप भारत में अक्टूबर-नवंबर में खेला जाएगा. (bbc.com/hindi)
बेंगलुरु, 2 जनवरी। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के फॉरवर्ड सुखजीत सिंह ने कहा कि इस महीने भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले विश्व कप में टीम एफआईएच प्रो लीग में स्पेन और इंग्लैंड तथा राष्ट्रमंडल खेलों में वेल्स के खिलाफ खेलने के अनुभव का फायदा उठाने की कोशिश करेगी।
उन्होंने इसके साथ ही कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी धरती पर खेली गई पांच मैचों की श्रृंखला से टीम के कई सकारात्मक पहलू सामने आए और उसे उन क्षेत्रों का भी पता चला जिन पर काम करने की जरूरत है।
भारत 13 से 29 जनवरी के बीच विश्वकप की मेजबानी करेगा जिसमें दुनिया भर की 16 टीमें भाग लेंगी। भारत को इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ ग्रुप डी में रखा गया है।
हॉकी इंडिया की विज्ञप्ति के अनुसार सुखजीत ने कहा,‘‘ हमारे पूल में स्पेन, इंग्लैंड और वेल्स हैं। हम पिछले साल प्रो लीग में स्पेन और इंग्लैंड के खिलाफ खेले थे। इसके अलावा हमने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में वेल्स का सामना किया था। इसलिए हम अपने उन मैचों के प्रदर्शन पर गौर करेंगे तथा सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं को ध्यान में रखकर उसी अनुसार तैयारी करेंगे।’’
भारत अपने अभियान की शुरुआत 13 जनवरी को स्पेन के खिलाफ करेगा। भारतीय टीम 27 दिसंबर से ही राउरकेला में अभ्यास कर रही है।
पहली बार विश्वकप में खेलने जा रहे सुखजीत ने कहा,‘‘ हमने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेली। इस दौरे के कई सकारात्मक पहलू रहे लेकिन कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें हमें सुधार की जरूरत है। इसलिए हम अभ्यास में उन क्षेत्रों पर काम कर रहे हैं।’’ (भाषा)
एडिलेड, 2 जनवरी | चेक युवा लिंडा नोस्कोवा ने पहली बार शीर्ष-10 टेनिस खिलाड़ी को अपना शिकार बनाया, जब सोमवार को एडिलेड इंटरनेशनल में डारिया कसात्किना को पहले दौर में मात दी। एडिलेडइंटरनेशनल डॉट कॉम डॉट एयू की रिपोर्ट के अनुसार, 18 वर्षीय टेनिस खिलाड़ी ने उन्हें 6-3, 6-7 (2), 6-3 से हराया।
हाल ही में अगस्त तक दुनिया में नंबर 87 रैंकिंग पर आने के बाद, नोस्कोवा 2022 में एक ब्रेकआउट बनाने पर आमादा थी, जिसमें उन्होंने रोलां गैरो और फ्लशिंग मीडोज में अपने पहले दो ग्रैंड स्लैम मुख्य ड्रॉ के लिए क्वालीफाई किया और टूर-लेवल सेमीफाइनल में जगह बनाई।
नोस्कोवा ने कहा, यह काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है लेकिन मुझे लगता है कि यह वास्तव में अच्छा सीजन था। मैंने लगभग 300 रैंकिंग के आसपास शुरू किया और अब में शीर्ष-100 के अंदर आ चुकी हूं।"
निश्चित रूप से मुझे (शीर्ष) 100 में वापस आने के लिए इसमें थोड़ा सुधार करने की जरूरत है लेकिन उम्मीद है कि मैं इस साल इसे हासिल कर लूंगी।
पिछले साल यूएस ओपन में, नोस्कोवा ने हमवतन लूसी हर्डेका के साथ मिलकर वीनस और सेरेना विलियम्स को हराया था, जो संभवत: 14 बार के ग्रैंड स्लैम युगल चैंपियन का एक साथ आखिरी मैच था।
नोस्कोवा ने अपने 2022 हाइलाइट्स के बारे में कहा, प्राग ओपन मेरे लिए वास्तव में एक सफल टूर्नामेंट था, लेकिन एक टूर्नामेंट के अनुभव के रूप में मैं निश्चित रूप से यूएस ओपन कहूंगी। मैंने क्वालीफाई किया, पहला मैच खेला, जो अच्छा भी था, और फिर डबल्स खेला। (आईएएनएस)|
मुंबई, 2 जनवरी भारतीय टी20 क्रिकेट टीम श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की श्रृंखला में विराट कोहली, रोहित शर्मा और केएल राहुल के बिना नए पथ पर अग्रसर होगी जिसमें हार्दिक पंड्या टी20 टीम के पूर्णकालिक कप्तान की अपनी पारी की दमदार शुरुआत करके ‘मिशन 2024’ के लिए मजबूत नींव रखने की कोशिश करेंगे।
भारतीय क्रिकेट प्रेमी हार्दिक की कप्तानी की झलक पहले ही देख चुके हैं जब उनके नेतृत्व में टीम ने न्यूजीलैंड में बारिश से प्रभावित टी20 श्रृंखला में जीत दर्ज की थी।
इस साल वनडे विश्व कप खेला जाना है और ऐसे में खेल का सबसे छोटा प्रारूप भारतीय टीम के लिए प्राथमिकता नहीं है लेकिन इससे हार्दिक को भविष्य के लिए विशेष रूप से 2024 में होने वाले टी20 विश्वकप के लिए अपनी रणनीति तैयार करने में मदद मिलेगी।
भारत के चोटी के तीन बल्लेबाज रोहित, कोहली और राहुल टीम का हिस्सा नहीं है और उनके टी20 में भविष्य को ध्यान में न रखते हुए भी टीम को उनके बिना आगे बढ़ने के लिए तैयार रहना चाहिए।
भारतीय टीम की हाल में सबसे बड़ी समस्या यह रही है कि वह बेपरवाह क्रिकेट नहीं खेल पाई। भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज खुलकर खेलने में नाकाम रहे जिसका खामियाजा टीम को टी20 विश्वकप में भुगतना पड़ा।
अगर टीम संयोजन की बात करें तो पिछले सप्ताह कार दुर्घटना में घायल होने वाले ऋषभ पंत ने न्यूजीलैंड में ईशान किशन के साथ पारी का आगाज किया था। पंत को हालांकि श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला के लिए टीम में नहीं चुना गया था जिससे पूरी संभावना है कि वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले पहले टेस्ट मैच में किशन के साथ रुतुराज गायकवाड पारी की शुरुआत करेंगे।
किशन और गायकवाड पिछले कुछ वर्षों से आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं और यह उनके लिए टीम में अपने स्थान की चिंता किए बिना अपना कौशल दिखाने का वास्तविक मौका है।
अगला टी20 विश्व कप 18 महीने बाद खेला जाना है और ऐसे में इन दोनों को पर्याप्त मौके मिलने की संभावना है हालांकि इस वर्ष 15 से भी कम टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जाएंगे क्योंकि टीम प्रबंधन वनडे को अधिक प्राथमिकता देगा।
अब तक टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण नहीं कर पाने वाले शुभमन गिल सलामी बल्लेबाज के रूप में हार्दिक के पास एक और विकल्प हैं।
तीसरे नंबर पर विश्व के नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव पर कप्तान भरोसा जता सकते हैं। हार्दिक अंतिम एकादश में छह गेंदबाजों को रखने के पक्ष में हैं और ऐसे में पहले मैच में दीपक हुड्डा को मौका मिल सकता है।
टीम प्रबंधन को मध्यक्रम में संजू सैमसन और अब तक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेल पाने वाले राहुल त्रिपाठी में से किसी एक को चुनना होगा। त्रिपाठी पिछले कुछ समय से अंतिम एकादश में जगह नहीं बना पाए हैं और श्रीलंका के खिलाफ भी उन्हें बाहर ही रहना पड़ सकता है क्योंकि सैमसन को उनके अनुभव के आधार पर प्राथमिकता मिल सकती है।
टीम में भले ही शिवम मावी और मुकेश कुमार को शामिल किया गया है लेकिन तेज गेंदबाजी आक्रमण में अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल और उमरान मलिक को ही चुने जाने की संभावना है।
भारत के पास वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल के रूप में ऑलराउंडर के विकल्प मौजूद है। श्रृंखला के पहले मैच में विशेषज्ञ स्पिनर यजुवेंद्र चहल को मौका मिलने की संभावना है।
मौजूदा एशिया कप चैंपियन श्रीलंका भारत को उसकी धरती पर कड़ी चुनौती देने की कोशिश करेगा। श्रीलंका ने लंका प्रीमियर लीग में अच्छा प्रदर्शन करने वाले अविष्का फर्नांडो, चमिका करुणारत्ने और सदीरा समरविक्रमा को टीम में रखा है।
फर्नांडो और करुणारत्ने ने टीम में वापसी की है और वह अपना प्रभाव छोड़ने के लिए बेताब होंगे। श्रीलंका को मध्यक्रम में भानुका राजपक्षे से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत: हार्दिक पंड्या (कप्तान), इशान किशन (विकेटकीपर), रुतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव (उप कप्तान), दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, संजू सैमसन, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, हर्षल पटेल, उमरान मलिक, शिवम मावी, मुकेश कुमार।
श्रीलंका: दासुन शनाका (कप्तान), पाथुम निसंका, अविष्का फर्नांडो, सदीरा समरविक्रमा, कुसाल मेंडिस, भानुका राजपक्षे, चारिथ असलंका, धनंजय डी सिल्वा, वानिंदु हसरंगा, एशेन बंडारा, महेश तीक्ष्णा, चमिका करुणारत्ने, दिलशान मदुशंका, कसुन राजिथा, डुनिथ वेलालेज, प्रमोद मदुशन, लाहिरू कुमारा, नुवान तुषारा। (भाषा)
देहरादून, 2 जनवरी | राजधानी देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती क्रिकेटर ऋषभ पंत को लेकर अच्छी खबर सामने आई है। ऋषभ पंत को अब आईसीयू से निकाल कर प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम चौबीसों घंटे उनकी सेहत पर नजर रखे हुए है। मैक्स अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि ऋषभ पंत काफी तेजी से रिकवर कर रहे हैं। साथ ही ऋषभ पंत के पैर के लिगामेंट का इलाज कहां होगा, इसका निर्णय बीसीसीआई को लेना है।
भारतीय क्रिकेट टीम के धुंआधार बल्लेबाज ऋषभ पंत का दो दिन पहले दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर कार का एक्सीडेंट हो गया था। उनकी कार सड़क के डिवाइडर से टकरा गई और उसके पलटने के बाद कार में आग लग गई जिसमें पंत बाल-बाल बच गए।
रुड़की के पास हुए इस हादसे में घायल पंत को रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद उनको देहरादून के मैक्स अस्पताल में रैफर कर दिया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। (आईएएनएस)|
नयी दिल्ली, 1 जनवरी। जाते साल के आखिरी दिन खबरों से भरपूर रहे। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां का निधन, दुनियाभर में फुटबॉल के भगवान माने जाने महान पेले का निधन और सड़क दुर्घटना में ऋषभ पंत के घायल होने जैसी बड़ी खबरों के बीच खेल के पन्ने पर छपी एक कॉलम की खबर देखने में तो छोटी थी, पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना के लिए बहुत बड़ी थी। दरअसल उन्हें एक बार फिर आईसीसी महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है।
कहने को यह नामांकन भर है और बाएं हाथ की सलामी बल्लेबाज के सामने दुनिया की बेहतरीन खिलाड़ियों से बाजी मार लेने की चुनौती है। आईसीसी ने 2022 के लिए ‘वुमन क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड’ के लिए कुल चार महिला खिलाड़ियों को नामांकित किया है। इनमें मंधाना के अलावा इंग्लैंड की ऑलराउंडर नैट सीवर, न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर अमेलिया केर और ऑस्ट्रेलिया की सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
वैसे मंधाना के इस साल के प्रदर्शन को देखें तो उनके विजेता होने के आसार ज्यादा नजर आते हैं। मंधाना ने 2022 में भारत के लिए टी20 में 594 रन बनाए और उनसे ज्यादा रन दुनिया में किसी ने नहीं बनाए। इसी तरह एकदिवसीय क्रिकेट में 696 रन के साथ वह दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनीं। स्मृति ने इस साल दो बड़े टूर्नामेंट- महिला वनडे वर्ल्ड कप और राष्ट्रमंडल खेलों में अपने बल्ले का जौहर दिखाया। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन किया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा की बात करें तो महाराष्ट्र के एक मारवाड़ी परिवार से ताल्लुक रखने वाली स्मृति मंधाना का जन्म 18 जुलाई 1996 को मुंबई में श्रीनिवास और स्मिता मंधाना के यहां हुआ। स्मृति बहुत छोटी थीं, जब उनका परिवार सांगली जिले के माधवनगर में जाकर बस गया। उन्होंने अपने पिता और भाई को बहुत छुटपन से ही जिला स्तर पर क्रिकेट खेलते हुए देखा तथा बैट, बॉल, विकेट, पैड और ग्लव्ज के साथ उनकी पहचान बहुत जल्दी हो गई।
पहचान हो तो दोस्ती होते वक्त नहीं लगता। देखते ही देखते स्मृति ने बल्ले के साथ अपनी दोस्ती बढ़ा ली और उनके भाई ने उनके लिए गेंदबाजी करके उन्हें बल्लेबाजी का अभ्यास कराया। इसी का नतीजा था कि मात्र नौ साल की उम्र में उन्हें महाराष्ट्र की अंडर 15 टीम में चुन लिया गया। अभी 11 बरस की ही हुई थीं कि महाराष्ट्र की अंडर-19 टीम में उनका चयन हो गया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन और आक्रामक बल्लेबाजी को देखते हुए उन्हें 2014 में महिला टेस्ट क्रिकेट टीम में शामिल किया गया।
स्मृति का परिवार उनके खेल को बेहतर बनाने के लिए अपनी ओर से लगातार प्रयास करता है। मां स्मिता जहां उनकी डाइट, उनके कपड़े और अन्य जरूरतों का ख्याल रखती हैं, वहीं भाई अब भी नेट में गेंदबाजी करते हैं। पिता केमिकल का कारोबार करने के साथ साथ स्मृति के क्रिकेट कार्यक्रम का प्रबंधन करने की जिम्मेदारी भी संभालते हैं। (भाषा)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में स्मृति मंधाना की शानदार बल्लेबाजी की चमक जब तब दिखाई देती रहती है और बहुत मुमकिन है कि एक बार फिर वह आईसीसी की तरफ से वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर करार दी जाएं।
पुर्तगाल की फ़ुटबॉल टीम के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो अब सऊदी अरब के फ़ुटबॉल क्लब अल-नस्र से खेलेंगे.
रोनाल्डो का अल-नस्र क्लब के साथ दो साल यानी 2025 तक के लिए अनुबंध हुआ है.
37 साल के रोनाल्डो ने इसी साल इंग्लैंड का मैनचेस्टर यूनाइटेड क्लब छोड़ दिया था.
रोनाल्डो को इस अनुबंध के तहत 1771 करोड़ रुपये (177 पाउंड) हर साल मिलेंगे. इसके बाद रोनाल्डो फ़ुटबॉल में सबसे ज़्यादा वेतन पाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं.
अल-नस्र क्लब ने इस अनुबंध की जानकारी देते हुए ट्वीट किया है, ''इतिहास बन रहा है. ये अनुबंध ना सिर्फ़ हमारे क्लब को बल्कि लीग, देश और भावी पीढ़ी को भी और बड़ी सफ़लता के लिए प्रेरित करेगा. क्रिस्टियानो रोनाल्डो अपने नए घर में आपका स्वागत है.''
इस अनुबंध को लेकर रोनाल्डो ने कहा, ''मैं किस्मत वाला हूं कि मैंने यूरोपीय फ़ुटबॉल में वो सब पा लिया जो मैं चाहता था. अब मुझे लगता है कि ये सही समय है कि अपना अनुभव एशिया के साथ बांटू.''
इसी साल रोनाल्डो ने सऊदी टीम 'अल हिलाल' की 305 मिलियन पाउंड की पेशकश ठुकरा दी थी क्योंकि वो मैनचेस्टर यूनाइटेड के साथ खुश थे. (bbc.com/hindi)
देहरादून, 31 दिसंबर। बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर और अनुपम खेर ने शनिवार को देहरादून के मैक्स अस्पताल पहुंचकर क्रिकेटर ऋषभ पंत से मुलाकात की। पंत एक सड़क हादसे में घायल हो गए थे और उनका यहां के इस अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
पंत शुक्रवार तड़के अपनी मर्सीडीज बेंज कार से देहरादून जा रहे थे, तभी दिल्ली-देहरादून मार्ग पर झपकी लगने के कारण उनकी कार सड़क पर डिवाइडर से टकरा गई, जिससे उसमें आग लग गई। पंत कार का शीशा तोड़कर बाहर निकले और अपनी जान बचाई।
मैक्स अस्पताल से बाहर निकलने के बाद अनिल कपूर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पंत की स्थिति ठीक है। हम उनसे प्रशंसकों के रूप में मिले। आइए हम प्रार्थना करें कि वह जल्द ठीक हो जाएं और हम उन्हें फिर से खेलते हुए देखें।’’
अनिल कपूर के साथ पंत से मिलने अस्पताल पहुंचे अनुपम खेर ने कहा कि उन दोनों ने युवा क्रिकेटर को खूब हंसाया।
खेर ने कहा, ‘‘सब कुछ ठीक है। हम पंत, उनकी मां और रिश्तेदारों से मिले। वे सब ठीक हैं। हमने उन्हें खूब हंसाया।’’
हादसे में पंत के सिर, पीठ और पैर में चोटें आई हैं। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि पंत की हालत स्थिर है। (भाषा)
लंदन, 31 दिसंबर। पुर्तगाल के सुपर स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो मोटी धनराशि पर सऊदी अरब के फुटबॉल क्लब अल नासर से जुड़ गए हैं जिसे मध्य पूर्व के फुटबॉल के लिए बड़ी घटना माना जा रहा है लेकिन इससे यूरोप का दिग्गज खिलाड़ी खेल के शीर्ष मंच से गायब हो जाएगा।
अल नासर ने पांच बार के बैलन डिओर विजेता रोनाल्डो की तस्वीर सोशल मीडिया पर जारी की है जिसमें वह टीम की जर्सी पकड़े हुए हैं। रोनाल्डो ने इससे पहले इस क्लब के साथ जून 2025 तक करार किया।
क्लब ने कहा,‘‘ इस करार से न सिर्फ क्लब को अच्छी सफलताएं हासिल करने की प्रेरणा मिलेगी बल्कि इससे हमारी लीग, हमारे देश और भविष्य की पीढ़ियों को भी सर्वश्रेष्ठ करने की प्रेरणा मिलेगी।’’
इस 37 वर्षीय फुटबॉल स्टार का यह करियर का अंतिम करार हो सकता है जिसके लिए उन्हें मोटी धनराशि मिलेगी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पुर्तगाल का यह स्टार इस करार से प्रतिवर्ष 200 मिलियन डॉलर की कमाई कर सकता है जिससे वह फुटबॉल के इतिहास में सर्वाधिक भुगतान पाने वाला खिलाड़ी बन जाएगा।
रोनाल्डो ने एक बयान में कहा कि वह एक अलग देश में नई फुटबॉल लीग का अनुभव हासिल करने के लिए उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं भाग्यशाली हूं कि मैंने यूरोपीय फुटबॉल में वह सब हासिल किया जो मैं कर सकता था और मुझे लगता है कि एशिया में अपना अनुभव साझा करने का यह सही समय है।’’
रोनाल्डो के लिए कतर में खेला गया विश्व कप निराशाजनक रहा था जहां उन्हें नॉकआउट दौर के मैचों में शुरूआती एकादश में शामिल नहीं किया गया था। पुर्तगाल की क्वार्टर फाइनल में मोरक्को के हाथों हार के बाद वह रोते हुए मैदान से बाहर निकले थे।
रोनाल्डो इससे पहले मैनचेस्टर यूनाइटेड और रियाल मैड्रिड जैसे चोटी के फुटबॉल क्लबों की तरफ से खेलते रहे हैं जिनके साथ उन्होंने चैंपियंस लीग के खिताब भी जीते। (एपी)
कराची, 30 दिसंबर। पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच पहले टेस्ट मैच के आखिरी दिन शुक्रवार को अंतिम सत्र का रोमांचक खेल खराब रोशनी की भेंट चढ़ गया।
पाकिस्तान ने अपनी दूसरी पारी को आठ विकेट पर 311 रन पर घोषित कर दिलेरी दिखाई जिससे न्यूजीलैंड को 15 ओवर में जीत के लिए 138 रन का लक्ष्य मिला। न्यूजीलैंड की टीम ने आठ ओवर में एक विकेट पर 61 रन बना लिये थे तभी खराब रोशनी के कारण खेल को रोकना पड़ा।
पाकिस्तान ने चाय के बाद सात विकेट पर 249 रन से आगे खेलना शुरू किया। इस समय टीम के पास 75 रन की बढ़त थी और लेग स्पिनर ईश सोढ़ी (86 रन पर छह विकेट) की शानदार गेंदबाजी से न्यूजीलैंड के पास जीत दर्ज करने का मौका था।
बायें हाथ के बल्लेबाज सउद शकील ने 55 रन की नाबाद पारी खेलने के अलावा पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ शानदार साझेदारी की। उन्होंने मोहम्मद वसीम (43) के साथ आठवें विकेट के लिए 71 रन की साझेदारी की और फिर मीर हमजा (नाबाद तीन रन) के साथ नौवें विकेट के लिए 44 रन की अटूट साझेदारी की।
बाबर आजम से इस समय पारी घोषित कर सब को चौका दिया।
न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी को नौ विकेट पर 612 रन पर घोषित किया था। टीम ने 15 ओवर में 138 रन का लक्ष्य हासिल करने की कोशिश में तेज शुरुआत की।
मैच को रोके जाते समय टॉम लाथम 35 और डेवोन कोंवे 18 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे। खराब रोशनी ने पाकिस्तान को घरेलू सरजमीं पर लगातार पांचवें मैच में हार का सामना करने से बचा लिया।
पाकिस्तान ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 77 रन से की लेकिन नौमान अली बीते दिन के चार रन के अपने स्कोर में बिना कोई इजाफा किये मिशेल ब्रेसवेल (82 रन पर दो विकेट) का शिकार बन गये।
बाबर भी 14 रन बनाकर सोढ़ी की गेंद पर पगबाधा हो गये। इसके बाद सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक (96) को सरफराज अहमद (53) का अच्छा साथ मिला। दोनों की पांचवें विकेट के लिए 85 रन की साझेदारी को सोढ़ी ने तोड़ा। सोढ़ी ने पारी के 70वें और 72वें ओवर में अगा सलमान (छह रन) और इमाम को आउट कर न्यूजीलैंड की जीत की उम्मीदें जगा दी।
इसके बाद शकील ने हालांकि निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ सूझबूझ की पारी खेली। (एपी)
दुबई, 30 दिसंबर। आईसीसी वर्ष के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर के पुरस्कार की दौड़ में महिला और पुरूष दोनों वर्गों में सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना अकेली भारतीय हैं ।
मंधाना का सामना इंग्लैंड की नेट स्किवेर , न्यूजीलैंड की एमेलिया केर और आस्ट्रेलिया की बेथ मूनी से होगा ।
पुरूष वर्ग में पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम, इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स, जिम्बाब्वे के हरफनमौला सिकंदर रजा और न्यूजीलैंड के टेस्ट कप्तान टिम साउदी दौड़ में हैं ।
स्टोक्स वर्ष के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर के पुरस्कार की दौड़ में भी हैं । उनके अलावा इंग्लैंड के ही जॉनी बेयरस्टॉ, आस्ट्रेलिया के उस्मान ख्वाजा और दक्षिण अफ्रीका के कैगिसो रबाडा भी दौड़ में हैं ।
पुरस्कार के लिये मतदान अगले सप्ताह शुरू होगा जिसमें दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमी और आईसीसी की एलीट मतदान समिति वोट डाल सकेगी । इस समिति में अनुभवी मीडिया प्रतिनिधि शामिल होंगे ।
वर्ष 2021 में आईसीसी की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर रह चुकी मंधाना एक बार फिर पुरस्कार की दौड़ में है । सभी प्रारूपों में मिलाकर वह भारत के लिये सर्वाधिक रन बना चुकी है । टी20 में उन्होंने पिछले साल 594 रन और वनडे में 696 रन बनाये ।
महिला विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों में भी उनका प्रदर्शन सराहनीय रहा ।
पुरूष वर्ग में स्टोक्स पुरस्कार के प्रबल दावेदार हैं । स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड ने दस में से नौ टेस्ट जीते हैं । उन्होंने 870 रन भी बनाये जिसमें दो शतक शामिल है । इसके अलावा पिछले साल उन्होंने 26 विकेट लिये ।
आईसीसी पुरस्कारों के लिये नामांकन सूची :
वर्ष का सर्वश्रेष्ठ पुरूष क्रिकेटर : बाबर आजम, सिकंदर रजा, टिम साउदी, बेन स्टोक्स
वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर : एमेलिया केर, स्मृति मंधाना, बेथ मूनी, नेट स्किवेर
वर्ष के सर्वश्रेष्ठ पुरूष टेस्ट क्रिकेटर : जॉनी बेयरस्टॉ, उस्मान ख्वाजा, कैगिसो रबाडा, बेन स्टोक्स
वर्ष के सर्वश्रेष्ठ पुरूष वनडे क्रिकेटर : बाबर आजम, शाइ होप, सिकंदर रजा, एडम जाम्पा
वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे क्रिकेटर : एलिसा हीली, शबनम इस्माइल, एमेलिया केर, नेट स्किवेर
वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला टी20 क्रिकेटर : निदा दार, सोफी डेवाइन, स्मृति मंधाना , ताहलिया मैकग्रा
वर्ष के सर्वश्रेष्ठ पुरूष टी20 क्रिकेटर : सैम करेन, सिकंदर रजा, मोहम्मद रिजवान, सूर्यकुमार यादव
उदीयमान पुरूष क्रिकेटर : फिन एलेन, मार्को जेनसेन, अर्शदीप सिंह, इब्राहिम जदरान
उदीयमान महिला क्रिकेटर : यस्तिका भाटिया, डारसी ब्राउन, एलिस केपसे, रेणुका सिंह। (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर। सात साल पहले दिल्ली आये महान फुटबॉलर पेले ने कहा था ,‘‘ मेरे लिये दुनिया के सबसे बड़े खेल का आनंद भारत में बच्चों के साथ लेना फख्र की बात है ।’’
पेले अक्टूबर 2015 में दिल्ली आये थे और फुटबॉल के अपने फन के कारण नहीं बल्कि अपनी विनम्रता और इस खूबसूरत खेल के दूत के रूप में लोगों का दिल जीत लिया था ।
दो दिन की यात्रा पर उन्होंने भारतीय फुटबॉलप्रेमियों और लोगों से बात की थी । वह 17 अक्टूबर 2015 को अंबेडकर स्टेडियम पर सुब्रोतो कप अंडर 17 इंटर स्कूल फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में मुख्य अतिथि थे । वह कोलकाता से दिल्ली आये थे । वह 2018 में फिर दिल्ली आये लेकिन एक मीडिया समूह के कार्यक्रम में ।
कोलकाता ने जहां पेले के फन का जादू देखा तो दिल्ली ने फुटबॉल के दूत के रूप में उनके व्यक्तित्व का एक दूसरा पहलू जाना । वह फुटबॉल में अपनी पहचान बनाने की कोशिश में जुटे ‘एक बेहद खास देश’ की मदद करना चाहते थे ।
उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा था ,‘‘ आपको बेस बनाना होगा । भारत बहुत खास देश है और यहां के प्रशंसक जबर्दस्त हैं । मुझे उम्मीद है कि मेरी यात्रा से भविष्य के चैम्पियन खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी ।’’
दिल्ली फुटबॉल संघ के पूर्व अध्यक्ष और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के मौजूदा महासचिव शाजी प्रभाकरण ने कहा ,‘‘ पेले ने दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित किया । हमने कोलकाता और दिल्ली में उनके लिये फुटबॉलप्रेमियों की दीवानगी देखी ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ उनका जन्मदिन दिल्ली में ग्रासरूट्स डेवलपमेंट डे के रूप में मनाया जाता है । फुटबॉल दिल्ली ने पिछले साल यह फैसला लिया था ।’’ (भाषा)
नई दिल्ली, 30 दिसम्बर | बीसीसीआई के मानद सचिव जय शाह ने कहा कि भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत के दाहिने घुटने, पीठ समेत कई जगह पर चोट लगने के अलावा उनके माथे पर दो कट लगे हैं। बीसीसीआई ने शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान जारी किया। शुक्रवार सुबह 25 वर्षीय पंत की कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क डिवाइडर से टकरा गयी और उसमें आग लग गयी। उन्हें देहरादून में मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पंत रूड़की में अपने घर लौट रहे थे।
शाह ने ट्वीट किया, "मेरी प्रार्थनाएं पंत के साथ हैं जो अपनी चोट से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैंने उनके परिवार और उनका इलाज कर रहे डाक्टरों से बात की है। ऋषभ स्थिर हैं और स्कैन से गुजर रहे हैं। हम उन पर नजदीकी नजर रखे हुए हैं और उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध कराएंगे।"
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रोहन जेटली ने कहा, "हम अस्पताल के संपर्क में हैं और उन्होंने बताया है कि ऋषभ की प्रगति अच्छी चल रही है। हम उनके परिवार को सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराएंगे। हम उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।"
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के अध्यक्ष वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट कर कहा, "शुक्र है कि वह खतरे से बाहर हैं। हम उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।"
पंत की आईपीएल टीम दिल्ली कैपिटल्स के प्रमुख कोच रिकी पोंटिंग ने पंत के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।
पूर्व भारतीय ओपनर वीरेंदर सहवाग ने कहा, "बहुत जल्दी स्वस्थ हो जाओ।" भारतीय ओपनर अभिनव मुकुंद और पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने पंत के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की है जबकि अफगानिस्तान के टी20 कप्तान राशिद खान ने पंत के जल्द स्वस्थ होने की दुआ की है।
पंत भारत टेस्ट टीम का हिस्सा थे, जिसने कुछ दिन पहले ढाका में बांग्लादेश पर 2-0 से सीरीज जीत दर्ज की थी, जहां उन्होंने शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 93 रनों की मैच विनिंग पारी खेली थी। श्रीलंका के खिलाफ 3 जनवरी से शुरू होने वाले मैचों के लिए उन्हें भारत के टी20 और वनडे टीम में नामित नहीं किया गया था। (आईएएनएस)|
-फर्नेंडो डुआर्टे
1977 में खेल से रिटायरमेंट लेने वाले पेले, आज भी दुनिया के सबसे मशहूर खिलाड़ियों में शामिल पेले का निधन हो गया है. वे 82 साल के थे और पिछले कुछ समय से किडनी और प्रोस्टेट की बीमारियों जूझ रहे थे.
पेले तीन फ़ुटबॉल विश्व कप जीतने वाली टीमों का हिस्सा रहे हैं. ऐसा करने वाले वो दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं. अपने करियर में 1363 मैच खेलने वाले पेले ने रिकॉर्ड 1281 गोल किए.
उनके खेल और रिकॉर्ड से जुड़े सैंकड़ों किस्से दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं लेकिन इतिहास के इस सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी से जुड़ी कुछ ऐसी बाते हैं जो कई लोगों को नहीं पता. पढ़िए ऐसे ही कुछ रोचक किस्से.
( बीबीसी हिंदी पर यह कहानी पहली बार अक्टूबर, 2020 में प्रकाशित हुई थी.)
पेले के कारण रेफ़री को बाहर जाना पड़ा
18 जून 1968 को बोगोटा की बात है. पेले के क्लब सैंटोस और कोलंबियन ओलंपिक स्वॉड के बीच एक फ्रेंडली मैच चल रहा था. इस दौरान रेफ़री गूइलेरमों वेलासक्वेज़ ने पेले को मैदान से बाहर जाने के लिए कहा. (रेड कार्ड का इस्तेमाल 1970 में शुरू हुआ था). उन पर फाउल करने का आरोप था. वेलाक्वेज़ के मुताबिक पेले ने उनके साथ बदतमीज़ी की थी.
लेकिन रेफ़री के इस फ़ैसले पर बहुत बड़ा विवाद हो गया और इसका विरोध शुरू हो गया. सैंटोस के खिलाड़ियों ने रेफ़री को घेर लिया. मैच की तस्वीरों में देखा जा सकता था कि वेलाज़क्वेज़ की आंखे काली हो गईं थीं.
वहां मौजूद दर्शकों ने भी उनका विरोध किया. 2010 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. अपनी सीटी उन्होंने एक लाइन्समैन को दे दी और पेले को गेम में वापस बुला लिया गया.
1960 के दशक में पेले की सैंटोस एफ़सी दुनिया के सबसे मशहूर फ़ुटबॉल क्लबों में से एक थी. इसका फ़ायदा उठाकर ये टीम दुनियाभर में कई फ़्रेंडली मैच खेला करती थी. ऐसा ही एक मैच नाईजीरिया के युद्धग्रस्त क्षेत्र में 4 फ़रवरी 1969 को खेला गया था. इस मैच में सैंटोस क्लब ने बेनिनि सिटी के एक स्थानीय क्लब को 2-1 से मात दी थी.
उस वक्त नाईजीरिया में एक ख़ूनी गृहयुद्ध चल रहा था. इतिहासकार ग्यूहरमें गॉरचे के मुताबिक़ ब्राज़ील के खिलाड़ी और अधिकारी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, इसलिए दोनों पक्षों ने युद्धविराम का फ़ैसला किया.
इस कहानी की सत्यता को लेकर अलग-अलग बातें कही जाती हैं. पेले की पहली आत्मकथा जो कि 1977 में छपी थी, उसमें इस बारे में कुछ नहीं लिखा गया था.
लेकिन 30 सालों के बाद छपी एक दूसरी आत्मकथा उन्होंने इसका ज़िक्र ज़रूर किया था. उन्होंने लिखा कि खिलाड़ियों को बताया गया था कि, "गृहयुद्ध एक एक्ज़ीबिशन गेम के लिए ख़त्म हो सकता था. "
पेले ने लिखा, "मुझे नहीं पता कि ये पूरी तरह से सही है या नहीं, लेकिन नाइजीरीया ने ये ज़रूर सुनिश्चित किया कि जिस वक़्त हम वहां मौजूद थे, उस समय वहां किसी तरह की घुसपैठ न हो."
कैसे पेले ने 'बीटल्स को नीचा दिखाया'
1975 में पेले न्यू यॉर्क कॉसमॉस के लिए खेलने अमरीका के न्यू यॉर्क चले गए. उन्होंने वहा अंग्रेज़ी सीखना शुरू किया.
एक बार वो बीटल्स के पूर्व गायक और गिटारिस्ट जॉन लेनन से टकरा गए. उनके बारे में पेले ने 2007 में लिखा, "लेनन उस समय जापानी भाषा सीख रहे थे."
पेले के मुताबिक़ लेनन ने बताया था कि वो और बीटल्स के उनके दूसरे साथियों ने एक बार इंग्लैंड के एक होटल में ब्राज़ील की टीम से मिलने की कोशिश की थी. पेले ने लिखा था कि उन लोगों को ब्राज़ील फुटबॉल एसोशिएशन के डायरेक्टर ने मिलने से रोक दिया.
यूरोप के क्लब के लिए क्यों नहीं खेले पेले?
पेले के आलोचकों का कहना है कि उनका यूरोप के किसी क्लब के लिए नहीं खेलना, उनके लिए फ़ायदेमंद साबित हुआ.
दिक़्क़त ये थी कि ब्राज़ील के कई दूसरे छोटे-बड़े खिलाड़ियों की तरह जब वो अपने करियर के चरम पर थे, तब उन्हें विदेश जाने से रोका गया.
सैंटोस क्लब ने रियल मैड्रिड और एसी मिलान जैसे क्लब के ऑफ़र ठुकरा दिए थे. उस समय खिलाड़ी कहां खेलेंगे, ये फ़ैसला उनके हाथ में नहीं होता था.
उन्हें ब्राज़ील में ही रखने का दबाव सरकार की तरफ़ से भी था. 1961 में तत्कालीन राष्ट्रपति जैनियो क्वॉड्रोस ने ऐलान किया कि पेले एक "राष्ट्रीय संपत्ति हैं" और उन्हें "एक्सपोर्ट" नहीं किया जा सकता.
हालांकि 1975 पेले एक विदेशी क्लब का हिस्सा बने, उन्होंन न्यू यॉर्क कॉसमॉस नाम की टीम के लिए खेला.
50 साल की उम्र में बने ब्राज़ील के कप्तान
पेले सिर्फ़ एक बार ब्राज़ील के कप्तान बने, इससे पहले हर बार क्लब और देश दोनों की ही टीमों के कप्तानी के ऑफ़र उन्होंने ठुकरा दिए.
राष्ट्रीय टीम से रिटायर होने के 19 सालों के बाद, 1990 में उन्होंने बतौर कप्तान एक दोस्ताना मैच में हिस्सा लिया. ब्राज़ील का मुकाबला 'रेस्ट ऑफ़ द वर्ल्ड' टीम से हुआ.
ये मैच पेले के 50वें जन्मदिन पर खेला गया था. पेले मैच के पहले 45 मिनट के लिए मैदान पर उतरे थे.
जब पेले को 'किडनैप' कर लिया गया
सैंटोस क्लब के खिलाड़ी 5 सिंतबर 1972 को त्रिनिदाद और टोबैगो में खेले जाने वाले एक मैच को लेकर नाखुश थे.
टीम के डिफ़ेंडर ओबेरेदान ने ब्राज़ील के एक अख़बार को 2010 में बताया था, "हम लोग इस बात के लिए तैयार थे गेम को तेज़ी से खेलना है ताकि हम हम अपनी प्लेन में वापस जा सकें."
लेकिन पेले के 43वें मिनट में किए गए गोल के बाद पोर्ट ऑफ़ स्पेन स्टेडियम के दर्शक बेक़ाबू हो गए.
दर्शक मैदान के अंदर घुस गए और थोड़ी ही देर बार पेले को कंधे पर उठा कर सड़कों पर चलने लगे, जश्न के इस माहौल के बीच पेले को वहां से वापस लाना आसान नहीं था, इसमें कई मिनट लग गए.
सिलवेस्टर स्टेलॉन पड़े फ़ीके
1980 तक सिलवेस्टर स्टेलॉन एक मशहूर नाम बन चुके थे. उनकी फ़िल्म 'एस्केप टू विक्टरी' की शूटिंग 1980 में शुरू हुई थी. ये फ़िल्म दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाज़ियों और कैदियों के टीम के बारे में एक काल्पनिक कहानी थी.
कई पूर्व फ़ुटबॉल खिलाड़ी और तब खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ पेले भी इसका हिस्सा था. पेले ने एक सीन में एक्रोबैटिक बाइसाइकिल शॉट भी मारा था.
पेले ने ब्राज़ील की वेबसाइट यूओएल को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि शॉट असल में स्टेलॉन को मारना था.
उन्होंने कहा, "स्क्रिप्ट के मुताबिक़ स्टेलॉन को शॉट मारना था और मैं गोलकीपर था."
पेले ने ज़ोर से हंसते हुए कहा, "लेकिन वो बॉल मार ही नहीं पाए."
अगर पेले गोलकीपर बने होते, तब भी शायद निराश नहीं करते. सैंटोस क्लब के साथ खेलते हुए उन्होंने चार मैचों में ये भूमिका निभाई थी. इसमें 1964 में खेल गया ब्राज़ीलियन कप का सेमीफाइनल भी है. ब्राज़ील ने सारे मैच जीते, पेले ने किसी भी मैच में एक भी गोल नहीं होने दिया.
दुनिया में सिर्फ़ एक पेले नहीं
पेले के फैन्स "देयर इज़ ओनली वन पेले" (दुनिया में पेले सिर्फ़ एक है) गाना गाते हैं लेकिन ये सच नहीं है.
पेले नाम के दुनियाभर में कई लोग हैं, फ़ुटबॉल के मैदान पर भी और बाहर भी. अफ़्रीका के मशहूर खिलाड़ी जिनका नाम अबेदी एयू है, वो अबेदी पेले के नाम से मशहूर है, वो घाना और यूरोप के कई क्लबों के लिए खेलते हैं.
इंग्लैंड के केप वर्डे के डिफेंडर पेड्रो मॉन्टेरो, जो 2006 में साउथ हैंप्टन से जुड़ गए थे, पेले नाम से जाते हैं. ये नाम उन्हें बचपन में दिया गया था.
पेले के मशहूर होने का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि एडसन, वो नाम जिससे पेले को बैप्टाइज़ किया गया था वो भी बहुत मशहूर हुआ.
ब्राज़ीलियन इंस्टीट्यूट ऑफ ज्योग्राफ़ी एंड स्टैटिस्टिक के मुताबिक ब्राज़ील में 1950 के दशक में 43,511 लोगो का नाम एडसन था. दो दशक बाद, जब पेले के गोल की संख्या 1000 पार कर चुकी थी, इस नाम की संख्या 1,11,000 हो गई थी.
एक 'राजा'जो राष्ट्रपति बन सकता था?
1990 में पेले ने ऐलान किया था कि वो 1994 के ब्राज़ील के राष्ट्रपति चुनाव में उतरने के बारे में सोच रहे हैं.
ये कभी सच नहीं हो पाया लेकिन पेले ने राजनीति में एंट्री ज़रूरी मारी. 1995 से 1998 तक वो ब्राज़ील के खेल मंत्री रहे.
उन्होंने उस क़ानून को बनाने में अहम भूमिका निभाई जो ब्राज़ील के फ़ुटब़ॉल खिलाड़ियों को क्लब चुनने की अधिक आज़ादी देता है - ऐसा जब वो खेलते थे, तब मुमकिन नहीं था.(bbc.com/hindi)
-प्रदीप कुमार
ब्राज़ील के महान फ़ुटबाल खिलाड़ी पेले का निधन हो गया है. वे 82 साल के थे और पिछले कुछ समय से किडनी और प्रोस्टेट की बीमारियों जूझ रहे थे.
विश्व कप फुटबॉल की सबसे कामयाब टीम ब्राज़ील है. पांच बार की विश्व विजेता ब्राज़ील की इस कामयाबी में जिस खिलाड़ी का सबसे बड़ा योगदान है, दुनिया उन्हें पेले के नाम से जानती है.
पेले ने तीन मौकों पर अपनी टीम को वर्ल्ड कप का ख़िताब दिलाया. वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे, दुनिया भर के खेल प्रेमी उनके जल्दी ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं, लेकिन गुरुवार को शरीर के अंगो के काम करना बंद करने से उनका निधन हो गया.
पेले का करिश्मा
फुटबॉल के जादूगर कहलाने वाले पेले का करिश्मा कुछ ऐसा रहा है जिसकी बराबरी आज तक कोई फुटबॉलर नहीं कर पाया है.
उनकी मौजूदगी में ब्राज़ील ने 1958, 1962 और 1970 में फुटबॉल का विश्व कप जीता था. तीन वर्ल्ड कप हासिल करने वाले पेले दुनिया के इकलौते फुटबॉलर हैं.
इसके साथ ही सबसे कम उम्र में विश्व कप में गोल दागने, हैट्रिक बनाने और फ़ाइनल मुक़ाबला खेलने का रिकॉर्ड 60 साल बाद भी पेले के नाम पर बना हुआ है.
ब्राज़ील ही नहीं दुनिया भर में फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने वाले पेले के करिश्मों जितनी ही दिलचस्प कहानी उनके नाम की भी है.
सबसे दिलचस्प बात तो यही है कि दुनिया भर में पेले के नाम से मशहूर शख़्स का ना तो नाम पेले था और ना ही निकनेम.
(पेले के नाम की दिलचस्प कहानी को बीबीसी हिंदी पर पहली बार जून, 2018 में प्रकाशित किया गया था.)
ब्राज़ील के छोटे से शहर मिनास गेराइस में 23 अक्टूबर, 1940 को पेले का जन्म हुआ था. पिता क्लब स्तर के फुटबॉलर थे और मां हाउसवाइफ़. मां बाप ने अपने बेटे का नाम एडसन रखा था.
इस नाम को रखने की वजह के बारे में पेले ने अपने संस्मरण 'व्हाई सॉकर मैटर्स' में बताया है, ''जिस वक़्त मेरा जन्म हुआ था, ठीक उसी दौरान हमारे शहर में बिजली का बल्ब पहुंचा था, मेरे माता पिता बल्ब की रोशनी से अभिभूत थे, तो उन्होंने इसे बनाने वाले थामस एल्वा एडिसन के सम्मान में मेरा नाम रखा एडिसन पर ग़लती से वो स्पेलिंग में आई शब्द नहीं रख पाए.''
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इस तरह से पेले का नाम हो गया एडसन. पूरा नाम एडसन एरेंटस डो नासिमेंटो. ब्राज़ील में इसी तरह से नाम लंबे चौड़े रखे जाते हैं, लिहाजा लोगों के निकनेम भी चलन में आ जाते हैं.
ब्राज़ील में अमूमन हर इंसान के एक-दो निकनेम ज़रूर होते हैं, जिससे उनके घरवाले उन्हें बुलाते हैं.
बेटे को फुटबॉलर बनाने का सपना
एडसन यानी पेले का भी निकनेम रखा गया - डिको. पेले के माता-पिता, भाई-बहन या जानने वाले दोस्त उन्हें डिको के नाम से बुलाते रहे.
डिको के पिता ख़ुद भी फुटबॉल खेलते थे, लेकिन महज 25 साल की उम्र में चोटिल होने की वजह से उनका फुटबॉल करियर क्लब स्तर से आगे नहीं बढ़ पाया था, लिहाजा उन्होंने अपने बेटे को फुटबॉलर बनाने का सपना देखा.
उनका परिवार अब साउ पाउलो के बाउरू शहर में रहने आ गया था.
बचपन से मिली ट्रेनिंग के चलते पेले की ख़ासियत की चर्चा गली मुहल्लों में होने लगी थी, लेकिन संसाधनों का अभाव था.
पेले कभी फटे पुराने कपड़ों से गेंद बनाकर फुटबॉल खेलते थे और कभी पड़ोस के स्टेशन से गुड्स ट्रेन का सामान ग़ायब करके उसे बेचकर गेंद के लिए पैसा जमा करते थे.
9-10 साल की उम्र में डिको अपने साथियों को तेज़ी से छकाने लगे थे और उन्हें कोई पकड़ नहीं पाता था, लिहाजा उनका नया नाम पड़ गया, गैसोलिना.
इस नाम की वजह ये थी वे गैस की तरह से तेज़ भागते थे. पेले के मुताबिक ये नाम उन्हें कुछ हद तक पसंद भी आया.
लेकिन उनका नाम पेले कैसे पड़ा. इसको लेकर कई तरह के दावे किए जाते हैं. जो दावा जोरशोर से किया जाता है, वो ये है कि गेलिक भाषा में पेले का मतलब फुटबॉल होता है, लिहाजा उनका नाम पेले पड़ गया.
लेकिन इस दावे को सच नहीं माना जा सकता, क्योंकि गेलिक आयरलैंड के आसपास की भाषा है और उसका कोई शब्द उस ज़माने में हज़ारों मील दूर बाउरू, ब्राज़ील कैसे पहुंच गया होगा, इसका कोई ठोस आधार नहीं मिलता.
पेले शब्द हिब्रू भाषा में भी है, जहां उसका मतलब चमत्कार है. लेकिन फ़लीस्तीनी और इसराइल के किसी शब्द का उस वक्त ब्राज़ील तक पहुंचना भी असंभव था.
ऐसे में सवाल यही है कि पेले का नाम, पेले कैसे पड़ गया. उस दौर में ब्राज़ील में पुर्तगाली भाषा का चलन था और उसमें पेले शब्द का कोई मतलब नहीं निकलता था.
लेकिन बावजूद इसके जब 15 साल की उम्र में ब्राज़ील के मशहूर क्लब सैटोंस से पेले जुड़े तो उनका नाम पेले पड़ चुका था.
पेले नाम रखने जाने के सच के बारे में पेले ने 'व्हाई सॉकर मैटर्स' में बताया था, "कोई ठीक-ठीक नहीं बता पाता है कि पेले नाम कहां से आया. लेकिन मेरे मामा जॉर्ज ने जो बताया है, उस पर विश्वास किया जा सकता है."
पेले के मामा जॉर्ज, उनके साथ ही रहते थे और कई साल तक उनकी नौकरी के चलते ही पेले के परिवार का भरन-पोषण होता रहा.
पेले
जॉर्ज के मुताबिक़, बाउरू की स्थानीय फुटबॉल क्लब टीम के एक गोलकीपर का नाम था बिले, ये वही क्लब था जिसमें पेले के पिता भी खेलते थे. बिले अपनी शानदार गोलकीपिंग के चलते बेहद लोकप्रिय थे.
''दूसरी ओर बचपन में डिको को कई मुकाबलों में गोलकीपर की भूमिका भी निभानी होती थी, जब वे शानदार बचाव करते थे, तो लोग कहने लगे थे कि ये दूसरा बिले है, या देखो ये ख़ुद को बिले मानने लगा है.''
''देखते-देखते ये बिले कब पेले में बदल गया है, इसका किसी को अंदाज़ा भी नहीं हुआ. हालांकि ये वो दौर था जब डिको, साथियों से भिड़ जाया करते थे कि किसने मुझे पेले बुलाया, क्यों बुलाया, मेरा नाम तो ठीक से लो.''
बहरहाल, आस पड़ोस के लोग उन्हें पेले के नाम से जानने लगे थे, लेकिन आधिकारिक तौर पर पेले कहने का चलन उनके सैंटोस क्लब से जुड़ने के बाद ही शुरू हुआ.
अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं है कि सैंटोस के प्रबंधकों ने पेले को एक ब्रैंड के तौर पर बदलने में अहम भूमिका निभाई.
इसका ज़िक्र करते हुए पेले ने व्हाई सॉकर मैटर्स में लिखा था, "पेले एक अलग पहचान बन चुका था, एडसन बाउरू से आने वाला एक ग़रीब लड़का था, जिसे अपने घर परिवार की याद आती थी, लेकिन दूसरी ओर पेले था जो टीनएज में ही राइजिंग स्टार था, जिससे उम्मीद की जा रही थी कि वो दुनिया का सबसे बड़ा एथलीट बनेगा."
"एडसन जहां अपने में सिमटा और संकोची लड़का था, वहीं पेले हज़ारों की भीड़ में कैमरे के सामने सहज ढंग से मुस्कुरा सकता था, एक ही आदमी के दो रूप थे, दो भिन्न वास्तविकताएं. एक को मैं जानता था, दूसरा नया था, बदल रहा था और मुझे डराता भी था."
16 साल की उम्र में सैंटोस ने जिस पेले ब्रैंड को बनाया, उसकी चमक आज छह दशक बाद भी कायम है और पेले 82 साल की उम्र में निधन के बाद भी दुनिया भर में पेले फुटबॉल के ब्रैंड एम्बैस्डर के तौर पर देखे जाते रहेंगे. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर। फुटबॉल खेलना अगर कला है तो उनसे बड़ा कलाकार दुनिया में शायद कोई दूसरा नहीं हुआ । तीन विश्व कप खिताब, 784 मान्य गोल और दुनिया भर के फुटबॉलप्रेमियों के लिये प्रेरणा का स्रोत बने पेले उपलब्धियों की एक महान गाथा छोड़कर विदा हुए ।
यूं तो उन्होंने 1200 से अधिक गोल दागे थे लेकिन फीफा ने 784 को ही मान्यता दी है ।
खेल जगत के पहले वैश्विक सुपरस्टार में से एक पेले की लोकप्रियता भौगोलिक सीमाओं में नहीं बंधी थी । एडसन अरांतेस डो नासिमेंटो यानी पेले का जन्म 1940 में हुआ । वह फुटबॉल की लोकप्रियता को चरम पर ले जाकर उसका बड़ा बाजार तैयार करने वाले पुरोधाओं में से रहे ।
उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि 1977 में जब वह कोलकाता आये तो मानों पूरा शहर थम गया था । वह 2015 और 2018 में भी भारत आये थे ।
भ्रष्टाचार, सैन्य तख्तापलट , सेंसरशिप और दमनकारी सरकारों को झेल रहे देश में उनका जन्म हुआ । सत्रह बरस के पेले ने हालांकि 1958 में अपने पहले ही विश्व कप में ब्राजील की छवि बदलकर रख दी ।
स्वीडन में खेले गए टूर्नामेंट में उन्होंने चार मैचों में छह गोल किये जिनमें से दो फाइनल में किये थे । ब्राजील को उन्होंने मेजबान पर 5 . 2 से जीत दिलाई और कामयाबी के लंबे चलने वाले सिलसिले का सूत्रपात किया ।
फीफा द्वारा महानतम खिलाड़ियों में शुमार किये गए पेले राजनेताओं के भी पसंदीदा रहे । विश्व कप 1970 से पहले उन्हें राष्ट्रपति एमिलियो गारास्ताजू मेडिसि के साथ एक मंच पर देखा गया जो ब्राजील की सबसे तानाशाह सरकार के सबसे निर्दयी सदस्यों में से एक थे ।
ब्राजील ने वह विश्व कप जीता जो पेले का तीसरा विश्व कप भी था । ब्राजील की पेचीदा सियासत के सरमाये में मध्यम वर्ग से निकला एक अश्वेत खिलाड़ी विश्व फुटबॉल परिदृश्य पर छा गया ।
उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि 1960 के दशक में नाइजीरिया के गृहयुद्ध के दौरान 48 घंटे के लिये विरोधी गुटों के बीच युद्धविराम हो गया ताकि वे लागोस में पेले का एक मैच देख सकें ।
वह कोस्मोस के एशिया दौरे पर 1977 में मोहन बागान के बुलावे पर कोलकाता भी आये । उन्होंने ईडन गार्डंस पर करीब आधा घंटा फुटबॉल खेला जिसे देखने के लिये 80000 दर्शक मौजूद थे ।
उस मैच के बाद मोहन बागान की मानो किस्मत बदल गई और टीम जीत की राह पर लौट आई ।
उसके बाद वह 2018 में आखिरी बार कोलकाता आये और उनके लिये दीवानगी का आलम वही था ।
पेले के 80वें जन्मदिन पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा था ,‘‘ आपने कभी ओलंपिक नहीं खेला लेकिन आप ओलंपिक खिलाड़ी हैं क्योंकि पूरे कैरियर में ओलंपिक के मूल्यों को आपने आत्मसात किया ।’’
फुटबॉल जगत में यह बहस बरसों से चल रही है कि पेले , माराडोना और अब लियोनेल मेस्सी में से महानतम कौन है । डिएगो माराडोना ने दो साल पहले दुनिया को अलविदा कहा और मेस्सी ने दो सप्ताह पहले ही विश्व कप जीतने का अपना सपना पूरा किया ।
पेले जैसे खिलाड़ी मरते नहीं , अमर हो जाते हैं । अपने असाधारण हुनर के दम पर । (भाषा)
प्रिटोरिया, 29 दिसंबर। भारत और दक्षिण अफ्रीका की महिला अंडर-19 टीम के बीच दूसरा टी20 मुकाबला गुरुवार को यहां मैदान गीला होने के कारण एक भी गेंद फेंके बिना रद्द करना पड़ा।
शुरुआत में बारिश के कारण टॉस में विलंब हुआ लेकिन स्टेन सिटी मैदान के निरीक्षण के बाद मैदान गीला होने के कारण मैच को रद्द कर दिया गया।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय खिलाड़ियों की दक्षिण अफ्रीका की खिलाड़ियों के साथ हाथ मिलाते हुए तस्वीर साझा की है।
बीसीसीआई ने ट्वीट किया, ‘‘भारत अंडर-19 महिला और दक्षिण अफ्रीका अंडर-19 महिला टीम के बीच प्रिटोरिया के स्टेन सिटी मैदान पर होने वाला दूसरा टी20 मुकाबला मैदान गीला होने के कारण रद्द कर दिया गया है।’’
यहां 27 दिसंबर को पहले मैच में 54 रन की जीत के बाद भारतीय अंडर-19 टीम पांच मैच की श्रृंखला में 1-0 से आगे चल रही है।
दोनों टीम के बीच तीसरा मैच इसी मैदान पर 31 दिसंबर को होगा।
यह दौरा भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में आईसीसी महिला टी20 विश्व कप 14 जनवरी से शुरू होगा।
भारत सहित 12 टीम को टूर्नामेंट में सीधे प्रवेश मिला है जबकि चार टीम क्वालीफायर के जरिए टूर्नामेंट में जगह बनाएंगी। (भाषा)
(सोमोज्योति एस चौधरी)
नयी दिल्ली, 29 दिसंबर। चोटों से उबरने और घरेलू क्रिकेट में खुद को साबित करने के बाद तेज गेदबाज शिवम मावी भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या से श्रीलंका के खिलाफ आगामी घरेलू श्रृंखला में एक मौका चाहते हैं जिससे कि वह अपनी छाप छोड़ सकें।
आईपीएल की छोटी नीलामी में गुजरात टाइटंस ने मावी को छह करोड़ रुपये में खरीदा जिसके एक हफ्ते के बाद उन्हें अपने करियर की एक और बड़ी खबर मिली जब उन्हें मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ तीन जनवरी से शुरू हो रही तीन टी20 मैच की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया।
चौबीस साल के इस तेज गेंदबाज को भरोसा है कि वह हार्दिक को निराश नहीं करेंगे।
मावी ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘हार्दिक पंड्या प्रत्येक खिलाड़ी का समर्थन करता है। वह शानदार कप्तान है। पहले ही प्रयास में आईपीएल चैंपियन बनना बहुत मुश्किल है लेकिन उसने ऐसा कर दिखाया। उसने आगे बढ़कर गुजरात टाइटंस की अगुआई की और टीम को चैंपियन बनाया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कप्तान के रूप में हार्दिक बेहद चतुर और शानदार रणनीतिकार है। उसे पता है कि किससे कब गेंदबाजी करानी है और किसे बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजना है। मुझे पता है कि यह मेरे लिए आसान नहीं होने वाला लेकिन मुझे उम्मीद है कि मुझे मैच खेलने को मिलेगा, मैं उसमें प्रदर्शन करूंगा और भारत के लिए नियमित रूप से खेलूंगा।’’
आईपीएल 2022 में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाने वाले मावी के लिए राष्ट्रीय टीम का सफर आसान नहीं रहा। नाइट राइडर्स ने मावी को सात करोड़ 25 लाख रुपये में खरीदा लेकिन वह छह मैच में 10.31 के इकोनोमी रेट से पांच विकेट ही चटका पाए।
मावी ने इसके बाद नेट पर कड़ा अभ्यास किया और उन्होंने उत्तर प्रदेश की ओर से सीमित ओवरों की घरेलू प्रतियोगिताओं में प्रभावित किया। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट में 10 विकेट चटकाने के बाद विजय हजारे ट्रॉफी में 14 विकेट हासिल किए।
मावी ने कहा, ‘‘मैंने कुछ भी अलग नहीं किया। मैं सिर्फ नेट पर कड़ी मेहनत की। मुझे पता है कि मैं तेज गति हासिल कर सकता हूं इसलिए सिर्फ अपनी गेंदबाजी में विविधता लाने पर ध्यान केंद्रित किया। इसका फायदा मिला क्योंकि इस साल मेरे प्रदर्शन में अधिक निरंतरता रही।’’
शुभमन गिल और पृथ्वी साव के साथ मिलकर 2018 अंडर-19 विश्व कप में भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाने वाले मावी ने कहा कि धैर्य रखने का उन्हें फायदा मिला।
मावी ने कहा, ‘‘यह शानदार अहसास और देश का प्रतिनिधित्व करने का गौरवपूर्ण लम्हा है। शुभमन और पृथ्वी ने भारत के लिए मेरे से पहले पदार्पण किया लेकिन मुझे पता है कि यह सब सही समय पर निर्भर करता है। प्रत्येक व्यक्ति का भाग्य होता है और उसका समय आता है।’’
मावी को हालांकि आईपीएल में अच्छी राशि मिलने की उम्मीद थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हां, मुझे पांच से छह करोड़ रुपये के बीच मिलने की उम्मीद थी। यह मेरे लगातार अच्छे प्रदर्शन का इनाम है। मैं हमेशा गुजरात टाइटंस का हिस्सा बनना चाहता था क्योंकि मैंने सुना है कि उनका प्रबंधन काफी अच्छा है। गुजरात टाइटंस के पास हार्दिक और (आशीष) नेहरा हैं जिनके पास खेल में दो सबसे चतुर दिमाग हैं।’’ (भाषा)
दुबई, 29 दिसंबर। भारतीय बल्लेबाजों सूर्यकुमार यादव और स्मृति मंधाना को वर्ष 2022 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग में वर्ष के टी20 क्रिकेटर पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
सूर्यकुमार को टी20 विश्व कप विजेता इंग्लैंड के ऑलराउंडर सैम करेन, पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान और जिम्बाब्वे के बल्लेबाजी ऑलराउंडर सिकंदर रजा के साथ पुरुष वर्ग में शीर्ष सम्मान के लिए नामित किया गया है।
महिला वर्ग में मंधाना को पाकिस्तान की गेंदबाजी ऑलराउंडर निदा डार, न्यूजीलैंड की सोफी डिवाइन और ऑस्ट्रेलिया की ताहलिया मैकग्रा की चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
सूर्य कुमार ने 2022 में क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया तथा वह टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक वर्ष में 1000 से अधिक रन बनाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने।
उन्होंने इस वर्ष टी20 अंतरराष्ट्रीय में 1164 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 187.43 रहा। उन्होंने इस साल 68 छक्के लगाए जो कि टी20 अंतरराष्ट्रीय में एक कैलेंडर वर्ष में सर्वाधिक छक्के का रिकॉर्ड है। वह इस वर्ष टी20 रैंकिंग में विश्व के नंबर एक बल्लेबाज भी बने।
पिछले साल आईसीसी की वर्ष की टी20 महिला क्रिकेटर चुनी गई मंधाना ने सबसे छोटे प्रारूप में फिर से अच्छा प्रदर्शन किया। चाहे वह भारतीय महिलाओं में सबसे तेज अर्धशतक (23 गेंद पर) हो या फिर इस प्रारूप में 2500 से अधिक रन बनाना हो, मंधाना ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया। (भाषा)
नई दिल्ली, 29 दिसम्बर| लेग स्पिन आलराउंडर राशिद खान को गुरुवार को टी20 प्रारूप के लिए अफगानिस्तान का नया कप्तान नियुक्त किया गया है। राशिद ने सीनियर आफ स्पिन आलराउंडर मोहम्मद नबी की जगह ली, जिन्होंने आस्ट्रेलिया में आईसीसी टी20 वल्र्ड कप 2022 के बाद कप्तानी की भूमिका छोड़ दी थी। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के एक आधिकारिक बयान में राशिद ने कहा, "कप्तानी एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मेरे पास पहले अपने देश का नेतृत्व करने का अनुभव है। ऐसे लोगों का एक बड़ा समूह है जिनके साथ मेरी अच्छी समझ है और मैं काफी सहज महसूस करता हूं। हम एक साथ रहने की कोशिश करेंगे, चीजों को रखने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे।"
अफगानिस्तान के टी20 कप्तान के रूप में राशिद का यह दूसरा कार्यकाल होगा, जब उन्होंने टी20 विश्व कप 2021 के लिए टीम की घोषणा के तुरंत बाद टीम के कप्तान के रूप में पद छोड़ दिया था, केवल दो महीने के लिए शीर्ष पर रहे।
उन्होंने कहा, "राशिद खान अफगानिस्तान क्रिकेट में एक बड़ा नाम है। उनके पास दुनिया भर के प्रारूप को खेलने का विशाल अनुभव है जो उन्हें टीम को प्रारूप में एक नए स्तर पर ले जाने में मदद करेगा।"
एसीबी अध्यक्ष मीरवाइज अशरफ ने कहा, "राशिद खान के पास पहले तीनों प्रारूपों में अफगानिस्तान का नेतृत्व करने का अनुभव है और हम उन्हें फिर से टी20 प्रारूप के लिए अपने कप्तान के रूप में पाकर खुश हैं। मुझे यकीन है कि वह शीर्ष पर आएंगे और देश को अधिक गौरवान्वित करेंगे।"
राशिद ने अब तक 74 टी20 मैचों में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व किया है और प्रारूप में उनके नाम पर 122 विकेट हैं, जो उन्हें न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज टिम साउदी (134) और बांग्लादेश के बाएं हाथ के स्पिनर शाकिब अल हसन (128) के बाद प्रारूप में तीसरा सबसे अधिक विकेट लेने वाला खिलाड़ी बनाता है।
2015 के बाद से दुनिया भर में 15 अलग-अलग टीमों के लिए 361 टी20 मैच खेलते हुए फ्रेंचाइजी क्रिकेट में भी उनकी बहुत अधिक मांग रही है और उन्होंने 491 विकेट हासिल किए हैं, जो उन्हें ड्वेन ब्रावो (614) के बाद सबसे अधिक विकेट लेने वाला दूसरा गेंदबाज बनाता है। (आईएएनएस)