कारोबार
रायपुर, 2 फरवरी। डाक विभाग की बहुत ही अच्छा और फायदेमंद योजनाओं में से एक डाक जीवन बीमा योजना का आज स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। 01 फरवरी 1884 को डाक तार विभाग के कर्मचारियों के लिए प्रारम्भ की गई इस योजना का विस्तार आज शासकीय, अर्द्ध शासकीय कर्मचारियों सहित ग्रेजुएट्स डिग्री एवम् डिप्लोमा होल्डर्स के लिए विस्तारित कर दिया गया है। कम प्रिमियम और अधिक बोनस दर के ट्रैक रिकॉर्ड के साथ यह योजना पूरे देश भर में काफी लोकप्रिय योजना है। आज के दिन को देशभर के अन्य स्थानों के साथ ही छत्तीसगढ़ परिमण्डल के मुख्यालय संभाग, रायपुर डाक संभाग के द्वारा भी पैरा मिलिट्री फोर्सेस (सीआरपीएफ) के 211 वीं बटालियन के ऑफिसर्स और जवानों के बीच मनाया गया।
जिसमें माननीय निदेशक डाक सेवाएं छत्तीसगढ़ परिमण्डल रायपुर के मुख्य आतिथ्य, प्रवर अधीक्षक डाकघर रायपुर संभाग श्री बी एल जांगड़े साहब की अध्यक्षता, श्री जे एस पारधी डीडीएम पीएलआई, श्री सौरभ श्रीवस्तव एएसपी, श्री ओ पी पटेल एएसपी रायपुर के विशिष्ट आतिथ्य में सीआरपीएफ 211वीं वाहिनी के कैम्पस एक समारोह आयोजित कर डाक जीवन बीमा सहित डाक विभाग की अन्य योजनाओं को विस्तार से जानकारी देकर बताया गया।
जिसका सीआरपीएफ के 50 से भी अधिक ऑफिसर्स और जवानों ने पीएलआई की पॉलिसी कराया और बचत खाता, सुकन्या सहित पीपीएफ और आईपीपीबी के खाते खुलवाने में अपनी रुचि दिखाई। आज के इस कार्यक्रम में सीआरपीएफ 211 वीं वाहिनी के सेनानी श्री संजीव रंजन सहित सीआरपीएफ के ऑफिसर्स और जवान बडी संख्या में शामिल हुए।
रायपुर, 2 फरवरी। अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में उमंग-2023 के तहत आज इंटर-स्कूल डांस कम्पीटिशन में विभिन्न शालाओं के प्रतिभागियों ने फि़ल्मी और पारंपरिक लोक नृत्यों के साथ-साथ आधुनिक नृत्यों पर रंगारंग प्रस्तुति दी. खूबसूरत पोशाकों में सजे इन प्रतिभागियों ने समूह नृत्य के जरिये अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए दर्शकों की भरपूर वाहवाही लूटी।
प्रतियोगिता में राजधानी की सुपरिचित नृत्य प्रशिक्षक सुमित तिवारी और आशीष ठाकुर निर्णायक के रूप में आमंत्रित थे. इन सभी ने नृत्य की प्रस्तुति, ताल और संयोजन के आधार पर सर्वश्रेष्ठ प्रतियोगियों का चयन किया. श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर एकल वर्ग में ऐश्वर्य धीवर (अग्रसेन पब्लिक स्कूल) को प्रथम और आयशा परवीन (वीर छत्रपति शिवाजी स्कूल) को उपविजेता चुना गया।
वहीँ समूह नृत्य में साक्षी ग्रुप (जे.के. दानी स्कूल) को विजेता होने का गौरव मिला और भारतमाता ई स्कूल के संजना डांस ग्रुप को उपविजेता चुना गया।आज के आयोजन में श्रेष्ठ प्रदर्शन का खिताब जेके दानी स्कूल को दिया गया।
इस मौके पर जैतू साव मठ के न्यासी महेंद्र अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. तथा छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के नव-निर्वाचित अध्यक्ष एवं अग्रसेन शिक्षण समिति के तकनीकी सलाहकार अनुराग अग्रवाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
वहीँ महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी एवं एन.आई.टी. के पूर्व निदेशक डॉ के.के. सुगंधी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थ।
इन सभी ने स्कूली बच्चों के प्रदर्शन की मुक्त-कंठ से सराहना की. कार्यक्रम के समापन पर एकल और समूह वर्ग में विजेता, उपविजेता प्रतिभागियों को ट्राफी एवं प्रमाण पत्र वितरित किये गए. आज के विजेताओं को पुरस्कार प्राप्त करने के लिए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी के अग्रवाल, प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत एवं एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उनकी प्रस्तुति को शानदार बताया. सभी अतिथियों ने कहा कि अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ सांस्कृतिक तथा रचनात्मक कार्यक्रमों में सहभागिता बढाने में ऐसे आयोजन प्रेरक की भूमिका निभाते हैं. आज के कार्यक्रम के संचालन में डॉ डॉली पाण्डेय, प्रो. विकास शर्मा ने अपनी भूमिका निभाई. वहीँ अन्य प्राध्यापकों ने कार्यक्रम के संयोजन और समन्वय में अपना योगदान दिया. वार्षिक-उत्सव उमंग-2023" के तहत कल आनंद मेला और एल्यूमिनी मीट का आयोजन किया जायेगा.
रायपुर, 2 फरवरी। मैट्स यूनिवर्सिटी, रायपुर के हिन्दी विभाग द्वारा ’तृतीय लिंग विमर्श: कल, आज और कल’ विषय दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमीनार का आयोजन किया जा रहा है।
देश व प्रदेश के उभयलिंगी समुदाय के उत्थान के उद्देश्य से आयोजित इस सेमीनार में छत्तीसगढ़ सहित देश व विदेश के प्रसिद्ध साहित्यकार, विषय विशेषज्ञ तथा तृतीय लिंग समुदाय के प्रतिनिधिगण हिस्सा ले रहे हैं। तृतीय लिंग विमर्श पर आयोजित किया जाने वाला यह छत्तीसगढ़ का प्रथम अंतरराष्ट्रीय सेमीनार है।
मैट्स यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष एवं सेमीनार की संयोजक डॉ. रेशमा अंसारी ने बताया कि इस सेमीनार का आयोजन 3 एवं 4 फरवरी 2023 को किया जा रहा है।
रायपुर, 2 फरवरी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बताया कि कल संसद में पेश हुए बजट को लेकर कैट सी.जी. चैप्टर ने लाइव प्रतिक्रिया दी गई जिसमे प्रदेश भर से व्यापारी जगत के विभिन्न व्यापारिक संगठनो के प्रमुख उपस्थित रहे।
प्रस्तुत बजट सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम वर्ग के व्यापारी से लेकर उच्च वर्ग के व्यपारियों एवं उद्योगपतियों के लिए एक संतुलित बजट रहा। श्रीमती निर्मला सीतारमन के अनुसार समावेशी विकास हेतु आगामी वर्ष का ब्लूप्रिंट है यह बजट। लेकिन यह देखने की बात होगी कि की गई बड़ी-बड़ी घोषणाओं को धरातल पर किस प्रकार अमलीजामा पहनाया जाएगा।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश प्रभारी अध्यक्ष श्री परमानन्द जैन ने कहा कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट में व्यापारियों-उद्योगपतियों के साथ साथ किसान, युवा, नौकरीपेशा, महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से दूरगामी लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया संतुलित बजट है।
इनकम टैक्स में अब 7 लाख तक सरकार द्वारा व्यापारियों और नागरिकों को छूट प्रदान की गई है जिसका कैट सी.जी. चैप्टर स्वागत करता है किन्तु डीजल, पेट्रोल और गैस में राहत की उम्मीद थी ।
जीएसटी कर ढांचे के सरलीकरण और युक्तिकरण के संबंध में कुछ भी ठोस घोषणा नहीं की गई है जो एक बाजार-एक कर" के सिद्धांत के विपरीत है और एवं इसके साथ ही ई-कॉमर्स में विदेशी कंपनियों द्वारा किए जा रहे मनमाने रवैये पर भी कोई बात न कहने से व्यापारियों में बहुत निराशा है।
श्री पारवानी एवं श्री जैन ने आगे कहा कि बजट में घोषित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बाजार में पैसा आएगा जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना में 79000 करोड़, रेलवे में 2.4 लाख करोड़, शहरी अधोसंरचना पर 10000 हजार करोड़, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन में 19700 करोड़, ट्रांसपोर्ट अधोसंरचना हेतु 75000 करोड़ का प्रावधान किया गया है जो व्यापर एवं उद्योग क्षेत्र के विकास के लिए एक आधार स्तम्भ की तरह कार्य करेगा।
केंद्र सरकार द्वारा एमएसएमई प्रोडक्ट पर 1 प्रतिशत से कम ब्याज दर किया गया जिसका कैट स्वागत करता है साथ ही बजट में एक महत्वपूर्ण योजना 1 जिला 1 प्रोडक्ट योजना का उल्लेख किया गया जिसके द्वारा स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रिय स्तर पर पहचान मिलेगी ।
रायपुर, 2 फरवरी। प्रतिवर्षानुसार प्रगति महाविद्यालय में दो दिवसीय क्रीड़ोत्सव का आयोजन 30 एवं 31 जनवरी 2023 को हुआ। इस क्रीड़ोत्सव में बैंडमिन्टन, टेबल टेनिस, कैरम और शंतरज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर ने उद्घाटन अवसर में खेल एवं खेल का मानव जीवन में महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि स्पर्धा मानव जीवन का एक आवश्यक अंग है बिना स्पर्धा के मानव जीवन नीरस है अत: स्पर्धा का होना अति आवश्यक है, किसी भी स्पर्धा में पूरे मन व जोश से उतरना चाहिए चाहे परिणाम कुछ भी रहे। खेल में भाग लेना ज्यादा महत्वपूर्ण है, खेल में जीतने या हारने से।
डॉ. सौम्या नैयर ने सभी खिलाडिय़ों को अनुशासन व खेल को खेल भावना से खेलने के लिए प्रेरित किया। डॉ. सौम्या नैयर ने अपने भाषण में खेल और स्वास्थ्य पर महत्व देते हुए उन्होंने स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन निवास करता है और स्वस्थ शरीर के लिए खेल अति आवश्यक है।
खेल से विद्यार्थी का सर्वागींण विकास होता है। खेल जहाँ एक ओर अनुशासन सीखाता है वही दूसरी ओर नेतृत्व के गुणों का विकास करता है।
वार्षिक क्रीड़ोत्सव में बैंडमिंटन प्रतियोगिता पुरूष वर्ग सिंगल में कुश सिंह वर्ष विजेता रहे तथा हर्ष यादव ठण्ब्वउण्प् वर्ष उप-विजेता रहे। बैंडमिन्टन प्रतियोगिता पुरूष वर्ग के डबलस में कुश सिंह ठण्ब्वउण्प् वर्ष और बुरहानुद्वीन वनक ठब्।ण्प्प्प् वर्ष विजेता रहे तथा हर्ष यादव वर्ष और अमन तिवारी वर्ष उप-विजेता रहे।
शतंरज प्रतियोगिता के अंतर्गत पुरूष वर्ग में अक्षत महोबिया ठब्।ण्प् वर्ष विजेता तथा रीत्विक राज ठब्।ण् प्प्प् वर्ष उप-विजेता रहे। टेबल टेनिस प्रतियोगिता के अंतर्गत पुरूष वर्ग सिंगल में रोशन देंवागन ठैबण्प् वर्ष विजेता रहे और बुरहानुद्वीन वनक ठब्।ण्प्प्प् वर्ष उप-विजेता रहे।
टेबल टेनिस प्रतियोगिता के अंतर्गत महिला वर्ग के सिंगल में निकिता टोप्पो ठैबण् प्प्प् वर्ष विजेता और अनुज्ञा लकरा ठण्ैबण् प्प् उप-विजेता रही।
कैरम प्रतियोगिता के अंतर्गत पुरूष वर्ग सिंगल में ऋषभ विश्वकर्मा ठण्ैबण्प्प् वर्ष विजेता रहे। तथा मोहम्मद जमान ठण्ब्वउण्प् वर्ष उप-विजेता रहे। कैरम प्रतियोगिता के अंतर्गत पुरूष वर्ग के डबलस प्रतियोगिता में मोहम्मद जमान ठण्ब्वउण् प् वर्ष तथा मानव सिंह राजपुत ठब्।ण्प्प् वर्ष विजेता रहे तथा ऋषभ विश्वकर्मा ठण्ैबण्प्प् वर्ष तथा प्रियांश सिंह परिहार ठब्।ण् प् वर्ष उप-विजेता रहे। कैरम प्रतियोगिता के अंतर्गत महिला वर्ग के सिंगल में अनुज्ञा लकरा ठण्ैबण्प्प् वर्ष विजेता रही तथा टिंवकल बिजलानी ठठ।ण्प्प् वर्ष उप-विजेता रही।
वार्षिक क्रीड़ोत्सव के समंापन के अवसर पर प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर द्वारा विजेताओं और उप-विजेताओं को ट्राफी और सर्टिफिकेट देकर पुरूस्कृत किया गया।
इस आयोजन के अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य सहित समस्त स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
बिलासपुर, 2 फरवरी। एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर से सेवानिवृत्त होने वाले 4 कर्मियों को मुख्यालय बिलासपुर स्थित सीएमडी कक्ष में उन्हें शाल, श्रीफल, पुष्पहार से सम्मानित कर, समस्त भुगतान का चेक प्रदान कर भावभीनी विदाई दी गयी।
मुख्यालय प्रशासनिक भवन के कान्फ्रेन्स हाल में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा, निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.एन. कापरी, निदेशक (कार्मिक) श्री देबाशीष आचार्या, महाप्रबंधक (कार्मिक-प्रशासन/कल्याण) डा. के.एस. जार्ज, विभिन्न विभागाध्यक्षगण, अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति की मौजूदगी में श्री एम.के. ठाकुर महाप्रबंधक (विद्युत/यांत्रिकी), श्री बी. ठाकुर महाप्रबंधक (सिविल), श्री एस.के. यादव कार्यालय अधीक्षक औद्योगिक संबंध विभाग, श्री सी.एल. साहू इलेक्ट्रिशियन नगर प्रशासन विभाग वसंत विहार को सेवानिवृत्ति पर विदाई दी गयी।
इस अवसर पर शीर्ष प्रबंधन ने अपने-अपने उद्बोधन में कहा कि सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी अपने ज्ञान व अनुभव से सदैव कम्पनी को लाभान्वित किया तथा अपने कार्यस्थल में स्वस्थ्य एवं निष्पक्ष कार्यदशाएँ कायम कर आपसी सामंजस्य एवं सहयोग से कार्य सम्पादित किया।
अंत में उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मियों के सपरिवार उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की।
बालकोनगर, 2 फरवरी। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने 44वें पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलन, भोपाल में सर्वश्रेष्ठ जन जागरूकता कार्यक्रम श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हासिल किया।
मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री कैलाश विश्वास सारंग के हाथों द्वारा श्री विजय वाजपेयी सह प्रबंधक कंपनी संवाद विभाग, बालको को पुरस्कार प्रदान किया गया जो संचार के माध्यम से समुदाय को संवेदनशील बनाने में बालको के योगदान को दर्शाता है।
यह पुरस्कार ‘सारिका-दोंद्रो की नई किरण’ के माध्यम से समुदायों में माहवारी से जुड़े मिथकों को दूर करने के लिए उद्देश्यपूर्ण संचार का उपयोग करने में बालको के प्रयासों को मान्यता देता है। लघु फिल्म की मुख्य किरदार सारिका कंवर की कहानी जो बालको के प्रोजेक्ट नई किरण के अंतर्गत माहवारी के प्रेरक अभियान का अनुसरण करती है और स्थानीय समुदायों के बीच इसके प्रभाव के प्रति लोगों को जागरूक करती हैं।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने पुरस्कार के लिए बालको परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। कंपनी अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय के लोगों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पुरस्कार विभिन्न अवसरों पर अनेक इंटरैक्टिव गतिविधियों में नागरिकों को शामिल करके क्षेत्र में महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के हमारे प्रयासों का प्रमाण है।
सारिका केवल एक लघु फिल्म नहीं है बल्कि परिवर्तन की एक किरण है जो पूरे क्षेत्र और राज्य में सभी मिथकों को दूर कर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का काम कर रही है। बालको में हम माहवारी से जुड़े मिथकों को दूर करने और माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने के अपने प्रयासों के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हम अपने सामुदायिक विकास कार्यों से क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन लाने हेतु कटिबद्ध हैं।
बालको ने सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से वर्ष 2019 में ‘नई किरण’ परियोजना की शुरूआत की। कोरबा जिले के 45 गांव इस अभियान में शामिल हो चुके हैं। इस परियोजना ने लगभग 600 किशोर लड़कियों, स्वयं सहायता समूहों की 200 महिलाओं और अब तक लगभग 60 फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के साथ क्षमता निर्माण और नेतृत्व सत्र शुरू किया है। उन्हें ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित किया गया है जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूकता फैलाने में अग्रणी हो। एक समावेशी कदम में परियोजना ने पुरुषों को भी संवेदनशील बनाने की दिशा में काम किया है। 2022 में माहवारी स्वास्थ्य और स्वच्छता संबंधी मुद्दों पर परामर्श प्रदान करने और माहवारी से संबंधित प्रश्नों के समाधान के लिए गांवों में चार स्वास्थ्य सुविधा केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। अबतक परियोजना से लगभग 45,000 महिलाओं, पुरुषों एवं किशोरी बालक और बालिकाओं को नुक्कड़ नाटक, जागरूकता अभियान द्वारा संवेदनशील बनाया गया है।
पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) जनसंपर्क के क्षेत्र में कार्यरत पेशेवरों का राष्ट्रीय संगठन है। वर्ष 1958 में संगठन की स्थापना के बाद जनसंपर्क व्यवसाय के प्रति जागरूकता के संचार के क्षेत्र में देश ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां पाई हैं। इसने एक पेशे के रूप में जनसंपर्क की मान्यता को बढ़ावा देने और रणनीतिक प्रबंधन कार्य के रूप में जनसंपर्क के उद्देश्यों और संभावनाओं को जनता के लिए तैयार करने और व्याख्या करने के लिए अथक रूप से काम किया है।
रायपुर, 2 फरवरी। आम बजट पर छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि संसद में पेश हुए बजट को लेकर चेंबर भवन में लाइव प्रतिक्रिया दी गई जिसमे प्रदेश भर से व्यापारी जगत के विभिन्न व्यापारिक संगठनो के प्रमुख उपस्थित रहे।
प्रस्तुत बजट सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम वर्ग के व्यापारी से लेकर उच्च वर्ग के व्यपारियों एवं उद्योगपतियों के लिए एक संतुलित बजट रहा। श्रीमती निर्मला सीतारमन के अनुसार समावेशी विकास हेतु आगामी वर्ष का ब्लूप्रिंट है यह बजट। लेकिन यह देखने की बात होगी कि की गई बड़ी-बड़ी घोषणाओं को धरातल पर किस प्रकार अमलीजामा पहनाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट में व्यापारियों-उद्योगपतियों के साथ साथ किसान, युवा, नौकरीपेशा, महिलाओं एवं वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से दूरगामी लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया संतुलित बजट है ।
इनकम टैक्स में अब 7 लाख तक सरकार द्वारा व्यापारियों और नागरिकों को छूट प्रदान की गई है जिसका चेंबर स्वागत करता है।
किन्तु डीजल, पेट्रोल और गैस में राहत की उम्मीद थी । जीएसटी कर ढांचे के सरलीकरण और युक्तिकरण के संबंध में कुछ भी ठोस घोषणा नहीं की गई है जो "एक बाजार-एक कर" के सिद्धांत के विपरीत है और एवं इसके साथ ही ई कॉमर्स में विदेशी कंपनियों द्वारा किए जा रहे मनमाने रवैये पर भी कोई बात न कहने से व्यापारियों में बहुत निराशा है ।
श्री पारवानी ने आगे कहा कि बजट में घोषित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बाजार में पैसा आएगा जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना में 79000 करोड़, रेलवे में 2.4 लाख करोड़, शहरी अधोसंरचना पर 10000 हजार करोड़, ग्रीन हाइड्रोजन मिशन में 19700 करोड़, ट्रांसपोर्ट अधोसंरचना हेतु 75000 करोड़ का प्रावधान किया गया है जो व्यापर एवं उद्योग क्षेत्र के विकास के लिए एक आधार स्तम्भ की तरह कार्य करेगा । केंद्र सरकार द्वारा द्वह्यद्वद्ग प्रोडक्ट पर 1त्न से कम ब्याज दर किया गया जिसका चेंबर स्वागत करता है साथ ही बजट में एक महत्वपूर्ण योजना 1 जिला 1 प्रोडक्ट योजना का उल्लेख किया गया जिसके द्वारा स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रिय स्तर पर पहचान मिलेगी ।
इस अवसर पर चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष-राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल, कार्यकारी महामंत्री विकास आहूजा, उपाध्यक्ष-मनोज जैन, पृथ्वी पाल सिंह छाबड़ा, संगठन मंत्री महेन्द्र कुमार बगरोडिय़ा, मंत्री-शंकर बजाज, राजेन्द्र खटवानी, कीर्ति व्यास, कार्यकारिणी सदस्य सतीश श्रीवास्तव, उद्योग चेम्बर अध्यक्ष अश्विन गर्ग, नीरज अग्रवाल, सुनील जैन, युवा चेम्बर महामंत्री कांति पटेल, युवा चेम्बर प्रभारी जय नानवानी, उपाध्यक्ष विपुल पटेल, हिमांशु वर्मा, महिला चेम्बर अध्यक्ष मधु अरोरा, कोषाध्यक्ष प्रेरणा भट्ट, उपाध्यक्ष- स्वाति सोनी, निष्ठा चतुर्वेदी, ट्रांसपोर्ट चेम्बर अध्यक्ष अमरीक सिंह सहित विभिन्न एसोसियेशन के प्रतिनिधि, कैट के कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, संगठन मंत्री जयराम कुकरेजा,कैट एडवायजरी बोर्ड के विजय गोयल, कैट युवा अध्यक्ष अवनीत सिंह, महामंत्री अमर धिंगानी, कर विशेषज्ञ सी.ए. मुकेश मोटवानी, सतीश तवानिया, उरला इंडस्ट्रीज एसोसियेशन के ज्ञानेन्द्र सिंह, दी रायपुर थोक कपड़ा व्यापारी संघ के जयचंद नवानी, मूलचंद खत्री, शेखर बंका, आप्टिकल एसोसियेशन के सचिव विक्रांत राठौर, दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष संजय रावत, रायपुर मशीनरी एसोसियेशन के अमित अग्रवाल, तथा जमताराम, हसमल देवड़ा, नरेश चैधरी, दुर्जन सिंह, पताराम, विनय अग्रवाल सहित समस्त प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार एवं फोटोग्राफर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
रायपुर, 2 फरवरी। हाल ही दिल्ली में हेल्थ केयर समिट का आयोजन हुआ वहां छत्तीसगढ़ से डॉ निखिल मोतीरामानी को उनके द्वारा कार्डियोलॉजी और स्वास्थ्य के छेत्र में किए गए कार्यों के लिए सम्मानित किया गया, छत्तीसगढ़ से इस कार्यक्रम डॉ निखिल मोतीरामानी ने हिस्सा लिया जिसमे उनके द्वारा किए स्वास्थ्य छेत्र में किए गए कार्य के लिए हेल्थकेयर प्रोफेशनल ऑफ द ईयर कार्डियोलॉजी से सम्मानित किया गया।
ये सम्मान उन्हें डॉ किरीट सोलंकी (लोकसभा सदस्य ), राजेंद्र अग्रवाल (लोकसभा सदस्य ),अर्जुन लाल मीणा( लोकसभा सदस्य ), भाग्यश्री (बॉलिवुड अभिनेत्री) द्वारा दिया गया। ज्ञात रहे डॉ निखिल मोतीरामानी रायपुर के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ है , जिनका क्लिनिक शंकर नगर में स्थित है ।
वर्ल्डवाइड अचीवर्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य संबंधित चर्चा हुई , विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना के बाद अब दिल की बीमारी से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है. लोगों की जीवनशैली में अचानक आए बदलाव के कारण हृदय रोग मौत का प्रमुख कारण है और ये मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
पहले सिर्फ बुजुर्ग ही हृदय रोग के शिकार होते थे, लेकिन आजकल युवा भी हार्ट अटैक के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं। इसके दौरान, स्वास्थ्य क्षेत्र में नई तकनीकों और मरीजों के डेटा की गोपनीयता की रक्षा करने के तरीकों पर भी चर्चा की गई।
विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि पिछले दो सालों में इस तरह की मौतों का चलन बढ़ा है।इस अवसर पर भाग्यश्री ( बॉलीवुड अभिनेत्री)क्चभाग्यश्री ने कहा, "मूवमेंट मेडिसिन है।" "हमारे शरीर को बहुत अधिक गति की आवश्यकता होती है। जिम जाना ही व्यायाम का एकमात्र तरीका नहीं है, व्यायाम करने के कई तरीके हैं जैसे घर की सफाई करना, खेलकूद में रुचि लेना, टहलना, बच्चों के साथ खेलना आदि। जिससे वे अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते हैं, इसलिए उनके लिए अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
इन पुरस्कारों का उद्देश्य है स्वास्थ्य छेत्र में किए कार्यों को प्रोत्साहन देना और उनका सम्मान करना "
मुंबई, 1 फरवरी। संसद में वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश होने के दिन बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में खासा उतार-चढ़ाव देखा गया। बाजार के ऊपरी स्तर पर जाने के बाद मुनाफावसूली हावी होने से दोनों ही प्रमुख सूचकांक मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 158.18 अंक यानी 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 59,708.08 अंक पर बंद हुआ। बजट भाषण पेश होने के समय सेंसेक्स 1,223.54 अंक तक उछल गया था लेकिन बाद में बिकवाली होने से इसने अपनी अधिकांश बढ़त गंवा दी।
इसके उलट एनएसई के सूचकांक निफ्टी में 45.85 अंक यानी 0.26 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। निफ्टी 17,616.30 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में आईटीसी, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक लाभ की स्थिति में रहे।
वहीं बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बजट में खपत और पूंजीगत व्यय पर खासा जोर दिया गया है। इससे बाजार में उम्मीदों को बल मिला लेकिन अपराह्न कारोबार में निवेशकों का ध्यान अडाणी प्रकरण और फेडरल रिजर्व की बैठक पर चले जाने से उठापटक का दौर शुरू हो गया।’’
नायर ने कहा कि सरकार की तरफ से नई कर प्रणाली को बढ़ावा देने से जीवन बीमा कंपनियों के कम आकर्षक रह जाने की आशंका में जमकर बिकवाली हुई।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) धीरज रेली ने कहा कि बजट में कोई बड़ी नकारात्मक घोषणा न होने से बाजार ने अच्छी प्रतिक्रिया दी लेकिन अब निवेशकों की नजर फेडरल रिजर्व की मौद्रिक घोषणा पर टिकेगी।
इस बीच, वैश्विक बाजारों में कुल मिलाकर सकारात्मक रुझान रहने से भी निवेशकों को बल मिला। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग मजबूती के साथ बंद हुए।
यूरोप के शेयर बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार भी मंगलवार को लाभ में रहे थे।
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.05 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85.42 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों से निकासी जारी रखी है। शेयर बाजारों के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 5,439.64 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की। (भाषा)
बजट संतुलित बजट है- परमानंद जैन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 फरवरी। प्रदेश के उद्योगपतियों, और व्यापारियों ने बजट को सराहा है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि बजट की रियायतों से उद्योग व्यापार में वृद्धि होगी।
कैट के प्रदेश अध्यक्ष परमानंद जैन ने बजट पर कहा कि इसमें विभिन्न प्रकार के कैपिटल निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया गया है, चाहे वह पीएम आवास योजना हो ,नई रेलवे की योजनाएं हो, ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर हो, 50 नए एयरपोर्ट, पुराने वाहनों को बदलने के लिए सहायता हो इससे रोजगार, व्यापार, उद्योग, ट्रांसपोर्ट सहित सभी में विकास होगा और देश की जीडीपी नई ऊंचाई को छू लेगी। एमएसएमई में जो फेल हो चुके हैं उनके लिए नई योजना 95 पर्सेंट पूंजी लौटाने की है जोकि द्वह्यद्वद्ग के लिए अच्छी बात है आयकर स्लैब में बढ़ोतरी की गई है जिससे आय पर कम टैक्स लगेगा। ऑडिट का स्लैब दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ किया गया है यह एक अच्छी शुरुआत है ।मुफ्त अन्न योजना अगले 1 वर्ष तक के लिए बढ़ाया गया है इससे राइस मिल व्यवसाय के लिए अच्छी बात है।
वाहनों की बिक्री बढ़ेगी-सिंघानिया
फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मोदी सरकार का पिछला पूर्ण बजट हर तरह से लोकलुभावन रहा है क्योंकि इससे ऑटो की बिक्री को चारों तरफ बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि इंफ्रा खर्च में 10 लाख करोड़ रुपये का पूंजी परिव्यय निश्चित रूप से सीवी बिक्री में मदद करेगा, राज्य सरकारों की सहायता से सभी पुराने सरकारी वाहनों को स्क्रैप करने का लक्ष्य सभी सेगमेंट की बिक्री को बढ़ावा देगा।
सिंघानिया ने कहा कि इसके अलावा, अलग-अलग टैक्स स्लैब में कमी से बीमार एंट्री लेवल 2डब्ल्यू और पीवी सेगमेंट को फायदा होगा। उच्चतम कर अधिभार को 37फीसदी से घटाकर 25फीसदी करने से भी लक्जऱी वाहनों की बिक्री को लाभ होगा। विद्युतीकरण पर ध्यान देने के साथ, लिथियम आयन बैटरी के आयात शुल्क में छूट से ईवी की कीमत कम करने में मदद मिलेगी, इस प्रकार यह जनता के लिए सस्ती हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि व्यापार के मोर्चे पर, एमएसएमई जगत का हिस्सा होने के नाते, क्रेडिट गारंटी की लागत में 1 फीसदी की कमी आएगी, जिससे ऑटो डीलरों को धन जुटाने में मदद मिलेगी।
बुनियादी ढांचे के विकास को गति मिलेगी-मृणाल गोलछा
क्रेडाई के अध्यक्ष मृणाल गोलछा ने कहा कि 23-24 के केंद्रीय बजट के माध्यम से, सरकार युवाओं, महिलाओं, ओबीसी और किसानों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। विकासोन्मुखी बजट के साथ देश के भविष्य पर गहन ध्यान देने के साथ, हम बुनियादी ढांचे के लिए एक समावेशी और सतत विकास विकास चार्ट को सक्षम करने के वित्त मंत्री के दृष्टिकोण की सराहना करते हैं।
उन्होंने कहा कि पूंजी परिव्यय में लगातार तीसरे साल 10 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है, जो जीडीपी का 3.3फीसदी है, पीएम आवास योजना के लिए 66 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 79,000 करोड़ रुपये से अधिक और एमएसएमई के लिए 9000 करोड़ क्रेडिट गारंटी योजना, आर्थिक विकास पर सकारात्मक गुणक प्रभाव और सभी के लिए आवास के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कल के लिए स्थायी शहरों को विकसित करने के लिए शहरी नियोजन सुधारों पर अपना ध्यान जारी रखते हुए, बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एनएचबी को 10,000 करोड़ रुपये का आवंटन, 2.4 लाख करोड़ रुपये का अब तक का सबसे अधिक रेलवे परिव्यय, और 50 और अतिरिक्त हवाई अड्डों के माध्यम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में वृद्धि, साथ ही अन्य कनेक्टिविटी परियोजनाएं भी क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी और विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों में बुनियादी ढांचे के विकास को गति देंगी, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को वैश्विक मंदी से कम प्रभावित रहने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय बजट सभी वर्गों को राहत पहुंचाने वाला-श्रीचंद सुन्दरानी
रायपुर उत्तर के पूर्व विधायक एवं छ.ग.चैम्बर ऑफ़ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष श्रीचंद सुन्दरानी ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गए केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा घाटे को कम करने वाला बजट मंदी से उभारने वाला रोजगार देने वाला कृषि को बढ़ावा देने वाला, लघु माध्यम एवं सूक्षम उद्योगों को बढ़ावा देने के प्रयास वहीँ रेलवे के विस्तार, 50 नए एयरपोर्ट बनाने की योजना, सडकों के लिए बजट में प्रावधान आयकर की छूट की सीमा बढ़ाई गई वहीँ प्रधान मंत्री आवास योजना में 66 प्रतिशत का इजाफा किया गया, एक साल तक गरीबों को मुफ्त में राशन देने, प्रति व्यक्ति आय पिछले 8 वर्षों में दोगुनी हुई है वहीँ भारत की ग्रोथ 7 प्रतिशत रहने का अनुमान बजट में रखा गया है निश्चित रूप से भारत को ऊंचाई प्रदान करने वाला यह कदम मध्यम वर्गीय, छोटे व्यापारी, छोटे उद्योगपति, किसान, मजदूर को प्रत्यक्ष फायदा पहुँचाने वाला यह बजट प्रगति के पंख भारत की जनता को लगेंगे वहीँ भारत विकसित देशों की पंक्ति में खड़ा होगा ।
बजट में सभी वर्ग का ध्यान रखा-ललित जैसिंघ
व्यापारी नेता ललित जैसिंघ ने कहा की आम और खास बजट में सब को दिया गया है। बहुत कुछ सात लाख तक टैक्स में बड़ी छूट दी गई है। इसमें मध्यमवर्गीय को होगा फायदा सरचार्ज में भी बड़ी राहत दी गई है। महिला एवं बड़े बुजुर्ग को भी राहत दी गई है। पहचान पत्र के तौर पर पैन कार्ड को लाना ये भी बड़ा कदम है।
नई दिल्ली, 1 फरवरी (आईएएनएस)| मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने बुधवार को कहा कि उसने नए आईटी नियम 2021 के अनुपालन में दिसंबर 2022 के महीने में भारत में 36 लाख से अधिक 'आपत्तिजनक' अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अधिक जिम्मेदारियां डालने के लिए संशोधन किया जा रहा है।
कंपनी ने कहा कि 1 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच 3,677,000 व्हाट्सएप खातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और इनमें से 1,389,000 खातों को उपयोगकर्ताओं की किसी भी रिपोर्ट से पहले सक्रिय रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
मैसेजिंग प्लेटफॉर्म, जिसके देश में 400 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं, उसे देश में दिसंबर में 1,607 शिकायत रिपोर्ट मिलीं और 'कार्रवाई' के रिकॉर्ड 166 थे।
व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा, "आईटी नियम 2021 के अनुसार, हमने दिसंबर 2022 के महीने के लिए अपनी रिपोर्ट प्रकाशित की है। जैसा कि लेटेस्ट मासिक रिपोर्ट में दर्ज किया गया है, व्हाट्सएप ने दिसंबर के महीने में 3.6 मिलियन से अधिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है।"
उन्नत आईटी नियम 2021 के तहत, 5 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं वाले प्रमुख डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मासिक अनुपालन रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी।
इस बीच, एक खुले, सुरक्षित, विश्वसनीय और जवाबदेह इंटरनेट की दिशा में एक प्रमुख बढ़ोतरी देते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने 'डिजिटल नागरिक' के अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से कुछ संशोधनों को अधिसूचित किया है।
संशोधन उपयोगकर्ताओं को ऐसे कंटेंट अपलोड करने से रोकने के लिए उचित प्रयास करने के लिए मध्यस्थों पर कानूनी दायित्व डालते हैं।
नई दिल्ली, 31 जनवरी | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश किए गए 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण में रेखांकित किया गया है कि भारत का विकास समावेशी रहा है, क्योंकि इसमें रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
भारत सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के मामले में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और बाजार विनिमय दरों में पांचवीं सबसे बड़ी है। सर्वेक्षण में उल्लेख किया गया है, जैसा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने वित्त वर्ष 2023 में जो कुछ खोया था, उसे लगभग वापस पा लिया है, जो रुका हुआ था उसे नवीनीकृत किया, और महामारी के दौरान और यूरोप में संघर्ष के बाद से जो धीमा हो गया था उसे फिर से सक्रिय कर दिया।
सर्वेक्षण ने भारत के समावेशी विकास पर अपने अध्याय में उल्लेख किया है, आधिकारिक और अनौपचारिक दोनों स्रोत इस बात की पुष्टि करते हैं कि चालू वित्त वर्ष में रोजगार के स्तर में वृद्धि हुई है, जैसा कि आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) से पता चलता है कि 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी बेरोजगारी दर सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 9.8 प्रतिशत से घटकर एक साल बाद 7.2 प्रतिशत हो गई। यह श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) में सुधार के साथ-साथ 2022-23 की शुरूआत में महामारी-प्रेरित मंदी से अर्थव्यवस्था के उभरने की पुष्टि करता है।
दस्तावेज में कहा गया है कि 2020-21 में, सरकार ने आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) की घोषणा की थी, जो सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को वित्तीय संकट से बचाने में सफल रही।
सीआईबीआईएल की एक हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए, आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि ईसीएलजीएस ने एमएसएमई को कोविड झटके का सामना करने में समर्थन दिया, जिसमें 83 प्रतिशत कर्जदारों ने ईसीएलजीएस का लाभ उठाया, जो सूक्ष्म उद्यम हैं। इन सूक्ष्म इकाइयों में आधे से अधिक का समग्र जोखिम 10 लाख रुपये से कम था।
इसके अलावा, सर्वेक्षण में उल्लेख किया गया है कि सीआईबीआईएल डेटा यह भी दर्शाता है कि ईसीएलजीएस उधारकर्ताओं की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति दरें उन उद्यमों की तुलना में कम थीं, जो ईसीएलजीएस के लिए पात्र थे, लेकिन इसका लाभ नहीं उठाया। इसके अलावा, 2020-21 में गिरावट के बाद एमएसएमई द्वारा भुगतान किया गया जीएसटी तब से बढ़ रहा है और अब वित्त वर्ष 2020 के पूर्व-महामारी स्तर को पार कर गया है, जो छोटे व्यवसायों की वित्तीय लचीलापन और एमएसएमई के लिए लक्षित सरकारी हस्तक्षेप की प्रभावशीलता को दर्शाता है।
इसके अलावा, मनरेगा किसी भी अन्य श्रेणी की तुलना में व्यक्तिगत भूमि पर काम के संबंध में तेजी से अधिक संपत्ति बना रहा है। इसके अलावा, पीएम-किसान जैसी योजनाएं, जो आधी ग्रामीण आबादी को कवर करने वाले परिवारों को लाभान्वित करती हैं, और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना ने देश में गरीबी को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जुलाई 2022 की यूएनडीपी की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, सर्वेक्षण में कहा गया है कि भारत में हाल ही में मुद्रास्फीति के प्रकरण में अच्छी तरह से लक्षित समर्थन के कारण गरीबी पर कम प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा, भारत में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) 2015-16 से 2019-20 तक बेहतर ग्रामीण कल्याण संकेतक दिखाता है, जिसमें लिंग, प्रजनन दर, घरेलू सुविधाओं और महिला सशक्तिकरण जैसे पहलुओं को शामिल किया गया है।
सर्वे में कहा गया, भारत ने अपने आर्थिक लचीलेपन में देश के विश्वास को मजबूत किया है क्योंकि इस प्रक्रिया में विकास की गति को खोए बिना रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण बाहरी असंतुलन को कम करने की चुनौती का सामना किया है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा निकासी से अप्रभावित, कैलेंडर ईयर 2022 में भारत के शेयर बाजारों में शानदार वापसी हुई। कई उन्नत देशों और क्षेत्रों की तुलना में भारत की मुद्रास्फीति दर बहुत ऊपर नहीं गई। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 जनवरी (आईएएनएस)| 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण में मंगलवार को कहा गया कि 5जी सेवाओं की शुरुआत नए आर्थिक अवसरों को खोल सकती है और देश को विकास के लिए पारंपरिक बाधाओं को दूर करने, स्टार्टअप्स और व्यावसायिक उद्यमों द्वारा नवाचारों को बढ़ावा देने और 'डिजिटल इंडिया' के ²ष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश किए गए सर्वेक्षण में कहा गया है कि 5जी उपभोक्ताओं को उच्च डेटा ट्रांसफर गति और कम विलंबता के माध्यम से सीधे प्रभावित कर सकता है, और शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रमिक सुरक्षा और स्मार्ट कृषि में टेलीकॉम और स्टार्ट-अप द्वारा विकसित मामलों का उपयोग अब पूरे देश में किया जा रहा है।
इसमें कहा गया, "डिजिटलीकरण की व्यापक लहर, स्मार्टफोन की बढ़ती पैठ और प्रौद्योगिकी को अपनाने ने पारंपरिक और नए युग दोनों क्षेत्रों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं।"
वर्तमान में, रिलायंस जियो और एयरटेल जैसे टेलीकॉम देश भर में तेजी से 5जी सेवाएं शुरू कर रहे हैं।
रिलायंस जियो ने मंगलवार को 34 अतिरिक्त शहरों में अपनी ट्र 5जी सेवाओं की शुरूआत की घोषणा की। इसके साथ, 225 शहरों में जियो उपयोगकर्ता अब जियो ट्र 5जी सेवाओं का आनंद ले रहे हैं।
हालाँकि, आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, यात्रा अभी पूरी नहीं हुई है और इसकी वास्तविक क्षमता का एहसास करने के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
नेशनल फ्ऱीक्वेंसी एलोकेशन प्लान 2022 (एनएफएपी) एक व्यापक नियामक ढांचा प्रदान करता है, जो यह पहचानता है कि सेलुलर मोबाइल सेवाओं, वाई-फाई, साउंड और टेलीविजन प्रसारण, विमान और जहाजों के लिए रेडियो नेविगेशन और अन्य वायरलेस संचार के लिए कौन से फ्ऱीक्वेंसी बैंड उपलब्ध हैं।
रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के अनुसार, भारत में वर्तमान में 5जी के लिए लगभग 35 प्रतिशत टावर फाइबरयुक्त हैं और बैकहॉल इंफ्रास्ट्रक्च र पर अगले 4-5 वर्षों में 3 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे।
- निखिल इनामदार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फ़रवरी को वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश करेंगी. 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले ये मोदी सरकार का आख़िरी पूर्ण बजट होगा.
लेकिन माना जा रहा है कि सरकार बजट में लोकलुभावन क़दम उठाने से बचेगी क्योंकि उसके सामने वित्तीय अनुशासन बनाए रखने यानी राजकोषीय घाटे को काबू में रखने की बड़ी चुनौती है.
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि कोविड के बाद इकोनॉमी में अब तक की रिकवरी का रिकॉर्ड ज़्यादा अच्छा नहीं रहा है. लिहाज़ा समाज के कमज़ोर वर्ग को मदद की ज़रूरत है.
कोविड के दो साल बाद दुनिया का एक तिहाई हिस्सा मंदी के मुहाने पर खड़ा है. इस माहौल में 2023 में भारत की अर्थव्यवस्था में तुलनात्मक तौर पर रफ़्तार देखने के मिल सकती है. इसे ग्लोबल इकोनॉमी में 'ब्राइट स्पॉट' माना जा रहा है.
भारत के इस साल के जीडीपी टारगेट में संशोधन किया गया है फिर भी इसके दुनिया की सबसे तेज़ रफ़्तार वाली अर्थव्यवस्था बने रहने की संभावना है. ऐसा लगातार दूसरा साल होगा. इस साल (2022-23) विकास दर 6 से 6.5 फ़ीसदी रह सकती है, जो हर लिहाज़ से काफ़ी प्रभावी आंकड़ा है.
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी ख़बर क्या
पहले अर्थव्यवस्था के चमकदार पहलुओं की बात कर लेते हैं. भारत में पिछले कुछ समय में महंगाई घटी है. पेट्रोल-डीज़ल और गैस के दाम में बढ़ोतरी की रफ़्तार भी थम गई है. विदेशी निवेशकों का निवेश बढ़ा है और उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
भारत को मैन्युफ़ैक्चरिंग सेक्टर में 'चाइना प्लस वन' स्ट्रैटेजी से फ़ायदा मिलने की उम्मीद है क्योंकि ऐपल जैसी कंपनियां अपनी मैन्युफ़ैक्चरिंग को डाइवर्सिफ़ाई करने की रणनीति के तहत यहां अपनी मैन्युफ़ैक्चरिंग बढ़ा सकती हैं.
दरअसल ऐपल अपनी सप्लाई चेन के लिए चीन पर निर्भरता कम करना चाहती है. इसीलिए वो भारत में अपनी मैन्युफ़ैक्चरिंग को रफ़्तार देना चाहती है.
लेकिन विशेषज्ञों का मानना है है कि एशिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था भारत को अपनी क्षमताओं में और इज़ाफ़ा करना होगा. उसे आर्थिक गतिविधियों का दायरा और बढ़ाने की ज़रूरत है.
चिंता क्या है?
स्विट्ज़रलैंड के दावोस में हाल में ख़त्म हुई वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की बैठकों में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) की चीफ़ इकोनॉमिस्ट गीता गोपीनाथ ने दो टूक कहा, ''राजनेताओं को अपनी राजकोषीय नीति ऐसी बनानी होगी जिससे समाज के सबसे कमज़ोर तबके को मदद मिले.''
भारत की आर्थिक विकास दर बेहतर रहने की भले ही संभावना जताई जा रही हो, लेकिन देश में बेरोज़गारी दर लगातार ऊंचे स्तर पर बरक़रार है. सेंटर फ़ॉर मॉनिटरिंग द इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के दिसंबर 2022 के आंकड़ों के मुताबिक़ शहरों में बेरोज़गारी दर बढ़ कर 10 फ़ीसदी से अधिक हो गई है.
K शेप्ड रिकवरी से बढ़ी परेशानी
ब्रिटिश चैरिटी ऑक्सफ़ैम की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के शीर्ष एक फ़ीसदी लोगों के पास देश की संपत्ति का 40 फ़ीसदी है. हालांकि इसके आंकड़ों पर सवाल उठाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि ऑक्सफ़ैम के गणना करने के तरीकों में ख़ामियां हैं.
लेकिन कई ऐसे आंकड़े हैं जिनसे पता चलता है कि सस्ते मकानों की मांग घट रही है. टू-व्हीलर की तुलना में लग्ज़री कारों की बिक्री बढ़ रही है. सस्ते सामानों की तुलना में प्रीमियम कंज़्यूमर सामानों सेल बढ़ी है.
ये महामारी के बाद अंग्रेजी के K शेप्ड रिकवरी का संकेत दे रही है. K शेप्ड रिकवरी का मतलब है अमीर और अमीर होते जा रहे हैं और ग़रीब और ग़रीब.
देश के विशाल और सुदूर ग्रामीण इलाकों में लोगों का आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है. वे परेशान दिख रहे हैं.
सामाजिक सुरक्षा का क्या है हाल
बीबीसी ने हाल में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया ज़िले के कई गांवों का दौरा किया था. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ यहां केंद्र और राज्य के बीच राजनीतिक झगड़े की वजह से मनरेगा के तहत मिलने वाले काम की मज़दूरी का भुगतान एक साल से भी अधिक वक्त से पीछे चल रहा है.
यहां रहने वाली सुंदर और उनके पति आदित्य सरदार ने मनरेगा के तहत चार महीने तक एक तालाब खोदा था. इन लोगों ने बीबीसी को बताया कि खाने-पीने की चीज़ें जुटाने के लिए उन्होंने क़र्ज़ लिया है. मज़दूरी देरी से मिलने का नतीजा ये हुआ कि उन्हें अपने बेटे को स्कूल से निकालना पड़ा.
इस इलाके के कई आदिवासी गांवों में हमने परेशानियों की ऐसी ही कहानियां सुनीं.
सामाजिक कार्यकर्ता निखिल डे ने बीबीसी से कहा, ''केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में एक करोड़ कामगारों का मनरेगा का पेमेंट एक साल से रोक रखा है. आर्थिक बदहाली और भारी बेरोज़गारी के इस दौर में ये अमानवीय है. देरी से मज़दूरी का भुगतान करने से जुड़े एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने इसे 'बंधुआ मज़दूरी' क़रार दिया है.''
मनरेगा की मज़दूरी में ये देरी का मामला सिर्फ़ पश्चिम बंगाल तक ही सीमित नहीं है. पूरे देश में इस तरह की समस्या है. केंद्र सरकार को पूरे देश के मनरेगा मज़दूरों को अभी भी 4100 करोड़ रुपये देने हैं.
अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज़ कहते हैं कि केंद्र सरकार सामाजिक सुरक्षा की स्कीमों में ख़र्च घटाना चाहती है. लिहाज़ा मनरेगा की मज़दूरी बकाया जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं.
द्रेज़ कहते हैं,'' एक वक़्त था जब मनरेगा में काम देने के लिए जीडीपी के एक फ़ीसदी तक ख़र्च बढ़ाया गया था, लेकिन अब ये घट कर एक फ़ीसदी से भी कम रह गया है. अगर इस बार के बजट में इसे फिर बढ़ा कर एक फ़ीसदी कर दिया जाए तो मुझे बड़ी ख़ुशी होगी. इसके साथ ही इस स्कीम में भ्रष्टाचार के लिए और ज़्यादा कोशिश करनी होगी.''
मोदी सरकार ने मनरेगा के तहत गांवों में मिलने वाले रोज़गार के लिए किया जाने वाला ख़र्च घटा दिया है. इसके साथ ही खाद्य और फ़र्टिलाइज़र सब्सिडी में भी ख़र्च का प्रावधान घटाया गया है.
हालांकि कोविड के समय शुरू की गई आपात सहायता स्कीमों और ग्लोबल जियोपॉलिटिक्स से लगे झटकों को कम करने के लिए पूरक आवंटन बढ़ाया गया है.
बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की चुनौती क्या है
मोदी सरकार के कार्यकाल में राजकोषीय संतुलन बिगड़ा हुआ है. लिहाज़ा निर्मला सीतारमण का काम कठिन हो गया है. उन्हें सामाजिक सुरक्षा स्कीमों को प्राथमिकता देने और आर्थिक विकास की रफ़्तार तेज़ करने वाले पूंजीगत ख़र्चों को बढ़ाने के बीच संतुलन कायम करना होगा. उन्हें राजकोषीय घाटा कम करने की कोशिश करनी होगी.
भारत का बजटीय राजकोषीय घाटा 6.4 फ़ीसदी है. पिछले दशक में ये औसतन 4 से 4.5 फ़ीसदी हुआ करता था. पिछले चार साल में मोदी सरकार का क़र्ज़ दोगुना बढ़ा है.
रॉयटर्स की इकोनॉमिस्ट पोल में कहा गया है कि सरकार खाद्य और उर्वरक सब्सिडी एक चौथाई घटा सकती है. सरकार ने कोविड में बांटे जाने वाले मुफ़्त राशन को ख़त्म कर दिया है.
इसके साथ ही चालू खाते का घाटा भी बढ़ता जा रहा है. यह देश के निर्यात और आयात का अंतर होता है. यानी निर्यात से कमाई की तुलना में आयात का खर्चा बढ़ रहा है. यह भी सरकार के लिए चिंता का विषय बना हुआ है.
सरकार क्या कर सकती है?
डीबीएस ग्रुप रिसर्च की एक रिपोर्ट में चीफ़ इकोनॉमिस्ट तैमूर बेग़ और डेटा एनालिस्ट डेजी शर्मा ने कहा है, ''भारतीय अर्थव्यवस्था इस वक्त बाहरी मांग, विदेशी निवेशक के सेंटिमेंट और क्षेत्रीय व्यापार के बदलते रुख़ से प्रभावित है.''
चूंकि पश्चिमी देश मंदी के दौर में पहुंच गए हैं इसलिए भारतीय निर्यात पर इसका असर पड़ सकता है
घरेलू मोर्चे पर वित्तीय हालात ज़्यादा अच्छे नहीं हैं. लिहाज़ा घरेलू अर्थव्यवस्था में मांग ज़्यादा बढ़ती नहीं दिखती. आरबीआई फ़रवरी में ब्याज दरें बढ़ा सकता है. हालांकि अगले एक साल तक इस पर रोक लगने की उम्मीद है.
मोदी सरकार के सामने इस वक्त कड़ी आर्थिक चुनौतियां हैं. भले ही भारतीय अर्थव्यवस्था ने दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बढ़िया प्रदर्शन किया हो. सरकार को भारतीय अर्थव्यवस्था में लगातार ढांचागत सुधारों पर ज़ोर देना होगा. बजट के इतर भी उसे इसके लिए एलान करने होंगे ताकि सरकार के पास लगातार कम हो रहे पैसे का अधिकतम इस्तेमाल हो सके.
रायपुर, 31 जनवरी। बैंक ऑफ महाराष्ट्रने मुख्य अतिथि आशीष पाण्डेय के कर कमलों से आदर्श नगर दुर्ग में अपनी अत्याधुनिक सेवायुक्त शाखा का उद्घाटन किया।
क्षेत्र में सुचारू और समय पर ग्राहक सेवा की सुपुर्दगी, ऋण सुपुर्दगी में सुधार और रिटेल, एग्री तथा एमएसएमई क्षेत्रों के लिए टर्नअराउंड समय में कमी से ग्राहक अनुभव में वृद्धि होगी। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की अब राज्य में कुल 42 शाखाएं और 33 एटीएम हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के एक अग्रणी बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने आज छत्तीसगढ़ में आदर्श नगर दुर्ग में अत्याधुनिक सेवायुक्त नई शाखा का शुभारंभ किया। इस शाखा के शुभारंभ के साथ अब छत्तीसगढ़ राज्य में बैंक ऑफ महाराष्ट्र की कुल 42 शाखाएँ और 33 एटीएम हो गए हैं।
शाखा सभी बुनियादी बैंकिंग संव्यवहार करने के साथ ही ग्राहकों की विशिष्ट बैंकिंग आवश्यकताओं को भी पूरा करेगी, रिटेल, कृषि और एमएसएमई क्षेत्रों को कवर करने वाली वित्तीय सेवाएं तथा बैंकिंग उत्पादों का पूरा स्पेक्ट्रम भी प्रदान करेगी। बैंक अपने ग्राहकों को उनकी ज़रूरतों के आधार पर अन्य बातों के साथ ही विभिन्न विशिष्ट उत्पाद प्रदान करता है, जैसे एटीएम सह डेबिट कार्ड, सुरक्षित इंटरनेट बैंकिंग, 24/7 ग्राहक सेवा केंद्र और मोबाइल बैंकिंग।
मुख्य अतिथि, श्री आशीष पाण्डेय , कार्यपालक निदेशक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने इस अवसर पर कहा कि &ह्नह्वशह्ल; आदर्श नगर दुर्ग में बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र की अत्याधुनिक नई शाखा स्थानीय लोगों के लिए उनकी सभी बैंकिंग और वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक होगी।
अंचल प्रमुख श्री प्रशांत कुमार राजू ने कहा, क्षेत्र में एक नई शाखा खोलने से तथा शाखाओं और अन्य चैनलों के तेजी से विस्तारित होते हुए नेटवर्क के माध्यम से, रिटेल ग्राहकों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता को पूरा करने की हमें अत्यधिक खुशी है।
यह ग्राहक की बैंकिंग जरूरतों के लिए वन-स्टॉप शॉप होगी और इस शाखा के माध्यम से हमारे ग्राहकों के अनुभव में संवर्धन होगा"। उन्होने बताया की बैंक अपनी शाखाओं के माध्यम से देश के हर कोने तक अपनी पहुँच स्थापित कर रही है । उन्हें उम्मीद है की छत्तीसगढ़ में अपने निरंतर शाखा विस्तारिकरण से बैंक राज्य की प्रगति में भागीदार बनेगी ।
वर्तमान में, बैंक अपनी 2117 शाखाओं और 2271 एटीएम के माध्यम से भारत के 28 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों में 27 मिलियन ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। इसका विजऩ देश का पसंदीदा और लाभप्रद सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बनना है, जो सभी ग्राहकों और समुदायों को विश्व स्तर के उत्पादों की पेशकश करने वाला सर्वसमावेशी डिजिटल बैंक होगा।
हाल ही में प्राप्त पुरस्कार और सम्मान
• इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा दिसंबर, 2019 में डिजिटल संव्यवहारों के लिए
बैंक को सभी बैंकों के बीच पहली रैंक प्रदान की गई है।
• कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राज के कैबिनेट मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों बैंक को
आरसेटी के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला बैंक अवार्ड प्राप्त हुआ।
• राजभाषा हिंदी के बेहतर कार्यान्वयन के लिए माननीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के कर कमलों से बैंक को राजभाषा
कीर्ति पुरस्कार प्राप्त हुआ।
• ईएएसई (ईज) में सार्वजनिक क्षेत्र के सभी बैंकों के बीच &ह्नह्वशह्ल;फ्रंट रनर्स इन टॉप इम्प्रूवर&ह्नह्वशह्ल; श्रेणी में शीर्ष 3 बैंकों में से एक
हमारा बैंक रहा।
• बैंक के ट्रेजरी डिवीजन को ईटी द्वारा वर्ष की प्रतिष्ठित टीम अवार्ड से सम्मानित किया गया।
नई खुली शाखा का पता है: बैंक ऑफ महाराष्ट्र, आदर्श नगर दुर्ग शाखा, पोटिया चौक के पास, राजनन्दगाँव बाइपास
मेन रोड, आदर्श नगर दुर्ग छत्तीसगढ़
रायपुर को फिर मिला रीजनल काउंसिल में प्रतिनिधित्व
रायपुर, 31 जनवरी। सी.एस. इंस्टिट्यूट के चुनाव संपन्न हुए। इसमें रायपुर के सी.एस वाई.सी.राव, आईसीएसआई के रीजनल कौंसिल के वाईस चेयरमैन चुने गए।
वही रायपुर चैप्टर प्रबंधन समिति के चुनावो में सी.एस. शरद कंकानी ,चेयरमैन , सी.एस. तनवीर कौर टुटेजा, वाईस चेयरमैन, सी.एस. शुभम कंकानी, सचिव, सी.एस. नेहा अग्रवाल, कोषाध्यक्ष एवं सी.एस. आकाश साहू, सी.एस. वैभव मोहदीवाले, सी.एस. प्रिंस पांडेय, मेंबर्स के पद पर चुने गए।
इन सदस्यों का कार्यकाल 19 जनुअरी से शुरू होगा ये वर्ष 2023-2026 तक के लिए चुने गए प्रतिनिधि है। सी.एस. आशीष जैन एवं सी.एस. शरद कंकानी ने बताया की छत्तीसगढ़ में यह पहला मौका है जब कोई रीजनल कौंसिल में वाईस चेयरमैन के पद में चुने गए है।
रायपुर, 31 जनवरी। दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायपुर के छात्रों अनुष्क सिंह और आराधिता अरावलिया ने राजकोट में आयोजित इनसेफ़ नेशनल साइंस फ़ेयर में अपने पोमोग्रेनेट की पत्तियों से बने ऑर्गेनिक पेस्टीसाइड का प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया।
दोनों ही छात्रों ने यह प्रोजेक्ट विद्यालय के अटल टिंकरिंग लैब में विद्यालय के शिक्षक श्री अभिषेक चंद्राकर एवं श्री सुजीत दास के के मार्गदर्शन में पूरा किया।
छात्रों में विज्ञान और तकनीक के प्रति बुनियादी स्तर पर रूचि जाग्रत करने के उद्देश्य से साइंस सोयायटी आफ़ इंडिया के तत्वाधान में इंडियन साइंस एंड इंजीनियरिंग फ़ेयर का आयोजन प्रतिवर्ष रीजऩल और नेशनल लेवल पर किया जाता है।
इस वर्ष रीजऩल लेवल पर यह प्रतियोगिता शहर के कृष्णा पब्लिक स्कूल में आयोजित की गई थी जिसमें दोनों ही छात्रों के अनार से बने पेस्टासाइड को पॉपुलर च्वाइस और ‘ज्यूरीज् अवार्ड‘ से सम्मानित किया गया।
नेशलन लेवल के लिए चयनित किया गया। नेशनल लेवल पर देश-विदेश के 19 प्रतिभागी फ़ायनलिस्ट्स में से अनुष्क और आराधिता के प्रोजेक्ट को गोल्ड मेडल मिला।
इस पेस्टीसाइड से केमिकल मुक्त ऑर्गेनिक फसलों का उत्पादन किया जा सकेगा। ज्यूरी में शामिल देश के जाने-माने वैज्ञानिक तथा विभिन्न क्षेत्रों के एक्सपट्र्स अत्यंत प्रभावित हुए।
और दोनों ही उभरते वैज्ञानिकों को उनके आइडिया के लिए शुभकामनाएँ दीं।
अब ये दोनों ही छात्र अप्रैल माह में यूएसए में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल फ़ेयर में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे और अपने मॉडल का प्रदर्शन करेंगे।
विद्यालय के प्रोवाइस चेयरमैन श्री बलदेव सिंह भाटिया ने अनुष्क और आराधिता की इस सफलता उन्हें और उनके अभिभावकों को बधाइयाँ दीं। मैनेजमेंट मेम्बर श्री विजय शाह एवं पुखराज जैन ने अपने बधाई संदेश में दोनों ही छात्रों को यूएसए में अपने मॉडल प्रस्तुत करने और जीत के लिए बधाई दी। प्राचार्य श्री रघुनाथ मुखर्जी ने अपने बधाई संदेश में कहा कि डीपीएस रायपुर के छात्रों का मॉडल अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित होगा, यह विद्यालय के साथ-साथ प्रदेश के लिए भी गौरव की बात है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि मानवता की सेवा के लिए बनाया गया यह मॉडल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी दोनों छात्रों को जीत दिलाएगा ऐसा मेरा विश्वास है।
रायपुर, 31 जनवरी । किसी भी व्यक्ति का पहला प्रभावा उसके व्यक्तित्व से पड़ता हैए उसका ड्रेस सेंसए हेयर स्टाइलएस्किल उसके व्यक्तित्व को प्रभावी बनाता है।
इस क्षेत्र में आ रही जागरूकता को देखते हुए फ्रूट औरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी की शुरूआत शहर के मध्य समता कॉलोनी में 1 फरवरी से होन जा रही है। जहां छत्तीसगढ के नवयुवा राष्ट्रीय स्तर पर नई सोंच के साथ बेहतर कैरियर की शुरूआत कर सकते हैं।
यह जानकारी संयुक्त पत्रकारवार्ता में फ्रूट औरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी के संचालक गण वरूण शर्माएखुश्बु मिश्राएउन्नति तिवारीएआकाश तिवारीए नुपुर शर्माएभारती दुबे ने दी इस अवसर पर अकादमी की संरक्षक श्रीमती सीमा शर्मा भी उपस्थित थी।
संचालक वरूण शर्मा ने बताया कि फ्रूट औरा फाउंडेशन से छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त संस्थान हे जिसके अंर्तगत फ्रूटऔरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी की स्थापना कर संचालन किया जा रहा है।
इसके पीछे उनका मूल उद्धेश्य छत्तीसगढ़ के युवा वर्ग को राष्ट्रीय स्तर पर अपना कैरियर बनाने के लिये एक मंच प्रदान करना है जिससे कि वे अपने जीवन के बेहतर ढंग से प्रबंधन और निर्वहन कर सके।
वरूण शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में किसी भी क्षेत्र में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है केवल उन्हें तराशने और उमने आत्मविश्वास बढाऩे की आवश्यकता है। शहर की तुलना में ग्रामीण प्रतिभाएं बड़े संस्थानों में पहुंचकर भी पीछे रह जाती है उसका मुख्य कारण उनमें आत्मनिर्भर की कमी और प्रशिक्षण का अभाव देखने को मिलता है।
इन्ही खामियों की वजह से यहां के युवाओं को वह वेतन नहीं मिल पाता जिसके वे हकदार होते हैं जबकि बाहर से आये लोग उसी क्षेत्र में रहते हुए उनसे अधिक वेतन प्राप्त करते हैं। सही अर्थों में इन लोगों को आर्थिक दृष्टिकोण से आत्मस्वालंबी बनाना है।
उन्होंने बताया कि फ्रूटऔरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटरअकादमी छत्तीसगढ़ए ओडिशा और मध्यप्रदेश का एम मात्र अकादमी है जिसमें सौंदर्यता के साथ ही व्यक्तित्व विकास पर भी प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस प्रकार की अकादमी देश के चुनिंदा महानगरों में ही संचालित हैं। यहां के युवाओं को यहीं पूर्ण प्रशिक्षण मिले और पूरी तरह से दक्ष होने के बाद उन्हें रोजगार मिल सके इस अकादमी के माध्यम से यह हमारा प्रयास है। इसमें प्रवेश लेने वाले सभी छात्रों को पहले एक स्तर पर लाने के लिये उन्हें एक माह का निरूशुल्क व्यक्तित्व विकास का कोर्स कराया जायेगा और उसके बाद उनका प्रशिक्षण व आगे का पाठय़क्रम शुरू होगा। वरूण शर्मा ने बताया कि फ्रूटऔरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी में प्रवेश लेने वाले छात्रों को अकादमी की ओर से प्लेसमेंट की पुख्ता व्यवस्था की जायेगी।
संचालक खुश्बु मिश्रा ने बताया कि वर्तमान परिवेश में युवा वर्ग के साथ ही साथ महिला हो चाहे पुरूष अपनी सौंदर्यता की ओर विशेष ध्यान देते हैं और ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर में जाते हैं। जानकारी और कुशलता के अभाव के कारण उनके व्यवसाय में एक प्रकार की स्थिरता देखने को मिलती है। इसी को ध्यान में रखते हुए फ्रूटऔरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी में पूरा यूनिफाईड कोर्स तैयार किया गया जो उनके व्यवसाय के लिये सहायक होगा। इस अकादमी में प्रवेश के लिये युवक.युवतियों को न्यूनतम शिक्षा 10 वीं पास होना अनिवार्य है इसके अलाव इसमें वो महिलाएं और पुरूष भी प्रवेश ले सकतेे हैं जो सौंदर्यता के क्षेत्र में कार्य करने के इच्छुक हैं। फ्रूटऔरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी मेंं प्रवेश लेने वाले अपना स्वंय का व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। खुश्बु ने बताया कि अकादमी में पहले 6 माह तक बेसिक पाठ्यक्रम की जानकारी दी जायेगी। इस पाठय$कम में प्रवेश के लिये डेढ़ लाख रूपये शुल्क देना होगा। जिनमें ब्यूटीएहेयरएनेल आर्टएमेकअप की जानकारी दी जायेगी और उसके बाद प्रवेशार्थियों को परीक्षा देनी होगी जिसके बाद फैशन शो का आयोजन कर उन्हें संस्था की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा। इसके बाद एक वर्ष का मास्टर डिग्री पाठ्यक्रम है जिसमें प्रवेश लेने वाले छात्रों को दो लाख बीस हजार रूपये देने होगें। इसमें प्रारंभिक जानकारी के साथ ही साथ नई आधुनिक तकनीक व मशीनों के उपयोग के बारे में उन्हें अवगत कराते हुए प्रशिक्षित किया जायेगा। यह भी सर्टिफिकेट कोर्स है जिसमें छात्रों को परीक्षा देनी होगी।
संचालकगण आकाश तिवारी ने बतलाया कि फ्रूटऔरा इंस्टीट्यूट ब्यूटी एंड वेलनेस सेंटर अकादमी को इस बात का भी एहसास है कि अध्ययन के लिये यह राशि सभी लोगों को वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए एक साथ दे पाना काफी मुश्किल है इसलिये उन्होंने छात्रों को ईएमआई की सुविधा उपलब्ध कराई है ताकि वे अपना अध्ययन पूरा का सके। उन्होंने बताया कि बाहर से प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिये हॉस्टल की सुविधा और अकादमी परिसर में कैंटिन की सुविधा भी उपलब्ध कराई है ताकि उन्हें खाने के लिये भाग.दौड़ न करना पड़े।
रायपुर, 31 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक द्वारा बैंक स्तरीय खेल महोत्सव का आयोजन दिनांक 28/01/2023 को प. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर में किया गया, जिसमे बैंक के सभी 10 क्षेत्रीय कार्यालयों से चयनित 200 से अधिक खिलडिय़ों ने विभिन्न प्रतिस्पर्धाओं में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।
ष्टक्रत्रक्च खेल महोत्सव का शुभारंभ बैंक के अध्यक्ष श्री आई के. गोहिल ने शांति एवं सौहार्द का संदेश देते हुए गुब्बारे उड़ा कर किया। इस अवसर पर श्री आई के गोहिल ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक परिवार के सभी खिलाडिय़ों को पूरे उत्साह एवं खेल भावना के साथ सभी प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेते हुये विजयी होने की शुभकामनाएँ दी।
खेल महोत्सव में दौड़ (महिला/पुरुष), बैडमिंटन(महिला/पुरुष), कैरम(महिला/पुरुष), शतरंज(महिला/पुरुष) एवं ष्टक्रत्रक्च चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट(पुरुष) जैसे विभिन्न प्रतिस्पर्धाएं आयोजित की गई।
बैंक के अध्यक्ष महोदय ने सर्वप्रथम दौड़ प्रतियोगिता को हरी झंडी दिखाकर खेल महोत्सव की शुरूआत की गई ।
इस अवसर पर बैंक के महाप्रबंधक श्री विजय अग्रवाल, महाप्रबंधक श्री ए के निराला, महाप्रबंधक श्री मित्तल, सहायक महाप्रबंधक श्री सतीश कश्यप, खेल संयोजक श्री डी के ध्रुव, क्षेत्रीय प्रबंधकगण, प्रधान कार्यालय के विभाग प्रमुख एवं बड़ी संख्या में बैंक के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहें।
कार्यक्रम का समापन अध्यक्ष महोदय के कर कमलों द्वारा विजयी खिलाडिय़ों को पुरस्कार वितरण कर किया गया।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से 50 से अधिक उम्र के खिलाडिय़ों के लिए 100 मीटर दौड़ की प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई जिसके विजेता बैंक के महाप्रबंधक श्री ए के निराला एवं रनरअप सहायक महाप्रबंधक श्री सतीश कश्यप रहे।
बिलासपुर, 31 जनवरी। एसईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन आगन्तुक कक्ष में ’’शहीद दिवस’’ के उपलक्ष्य में अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा, महाप्रबंधक (कार्मिक-प्रशासन/ कल्याण) डा. के.एस. जार्ज, विभिन्न विभागाध्यक्षो, अधिकारियों, कर्मचारियों, श्रमसंघ प्रतिनिधियों, महिलाकर्मियों की उपस्थिति में देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को स्मरण करते हुए सम्मान स्वरूप 02 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
रायपुर, 31 जनवरी। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा इस वर्ष के बजट को प्रस्तुत करने को लेकर दिल्ली सहित देश भर के व्यापारियों में बहुत उत्सुकता है जिसको देखते हुए कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के सुझाव पर देश भर के व्यापारी संगठन बजट के दिन 1 फऱवरी को देश के सभी राज्यों के प्रमुख शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर बड़ी स्क्रीन लगा कर बजट को लाइव देखे जाने की व्यवस्था कर रहे हैं।
दिल्ली सहित देश भर में यह आयोजन एक हज़ार से अधिक स्थानों पर एक साथ होगा।
कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया की राजधानी दिल्ली में यह कार्यक्रम दिल्ली के प्रसिद्ध बाज़ार ख़ान मार्केट की एसोसिएशन ख़ान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के सहयोग से ख़ान मार्केट में किया जा रहा है जहां एक बड़ी एलईडी स्क्रीन लगा कर केंद्रीय बजट का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
कैट ने बजट को देखने के लिए दिल्ली के सभी प्रमुख व्यापारी संगठनों के शीर्ष नेताओं, पत्रकारों, रिटेल एक्सपर्ट, अर्थ विशेषज्ञ, चार्टर्ड अकाउंटेंट, लघु उद्योग, ट्रांसपोर्ट, किसान, महिला उद्यमी, स्टार्ट अप, उपभोक्ता आदि संगठनों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है। कैट इस कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया की बजट के तुरंत बाद विभिन्न वर्गों के लोग देश भर में उसी स्थल पर बजट की समीक्षा करेंगे और अपनी राय ज़ाहिर करेंगे।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा की इस वर्ष के बजट से व्यापारी वर्ग को बहुत आशाएँ हैं । जहां विभिन्न बस्तियों में जीएसटी की दरों में कमी की उम्मीद की जा रही हैं वहीं दूसरी ओर वन नेशन - वन टैक्स की तजऱ् पर वन नेशन - वन लाइसेंस की घोषणा किए जाने की उम्मीद हैं। उन्होंने यह भी कहा की व्यापार पर लगे सभी क़ानून की समीक्षा किए जाने तथा डिजिटल व्यवस्था को अपनाने पर इंसेंटिव दिए जाने की भी उम्मीद की जा रही है वहीं आय कर में टैक्स स्लैब की दरों को भी कम किए जाने की संभावना है। उन्होंने यह भी कहा की व्यापारियों एवं एमएसएमई क्षेत्र के लिए कुछ विशेष प्रोत्साहन योजनाएँ घोषित होने की भी बड़ी संभावना है। उन्होंने यह भी कहा की ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापार के ज़रिए किस प्रकार रोजग़ार को बढ़ावा मिले, इस पर भी बजट में कोई नीति की घोषणा किए जाने की बड़ी उम्मीद है।
रायपुर, 31 जनवरी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा विधानसभा रोड स्थित शासकीय प्रयास आवासीय विद्यालय में व्याख्यान आयोजित किया गया। विषय था- एकाग्रता से सफलता।
माउण्ट आबू से प्रकाशित मासिक पत्रिका ज्ञानामृत की सम्पादक ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी ने बतलाया कि यदि आप जीवन में सफलता पाना चाहते हैं तो एकाग्रता को अपनाना होगा। छात्र जीवन में मोबाईल, टी.वी. और सोशल मीडिया में समय देना उसे व्यर्थ गंवाना है।
यह सभी क्षणिक आकर्षण हैं जो कि जीवन में कुछ काम नहीं आने वाले हैं। जाने वाला समय वापिस लौटकर नहीं आएगा। समय बीत जाने के बाद पछताने के सिवाय कुछ नहीं बचेगा।
उर्मिला दीदी ने आगे बतलाया कि अगर मन भटकता है और पढ़ाई में मन नहीं लगता है। शिक्षक द्वारा बतलाई गई बातें याद नहीं रहती हैं तो इसका मतलब यह है कि हमारे जीवन में एकाग्रता की कमी है।
हमारी आँख, कान, नाक, जिव्हा और मुख आदि कर्मेन्द्रियों का आकर्षण भी हमारी एकाग्रता को भंग करता है। हमें इन कर्म इन्द्रियों का गुलाम नहीं बनना है बल्कि इन इन्द्रियों के आकर्षणों पर जीत प्राप्त करनी होगी।
उन्होंने फिल्मी हीरो का जिक्र करते हुए कहा कि हीरो वह नहीं जो चेहरे से सुन्दर हो। बल्कि हीरो वह है जो अनेकों का जीवन संवार दे। बहुत सारे लोगों का सहारा बने। उन्होंने बच्चों को अपने फील्ड में हीरो बनने की सलाह देते हुए कहा कि आप अपनी क्लास के हीरो बनो।
अपने गांव के हीरो बनो।
लोग आपको देखकर कहें कि वाह बच्चा हो तो ऐसा हो। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए इन्द्रियों के आकर्षण को जीतना होगा। शान्ति, धीरज और प्रेमपूर्वक रहना सीखना होगा।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी अदिति और श्रीमती रेणु बहन भी उपस्थित थीं।
रायपुर, 30 जनवरी। केपीएस डुडं ा रायपरु के छात्रों नेहाल ही मेंनई दि ल्ली मेंसपं न्न सीबीएसई हेरि टेज क्वि ज 2022 मेंनेशनल रनर अप बनकर अवि श्वसनीय सफलता हासि ल की है। यह छात्रों की कड़ी मेहनत, समर्पणर्प और ज्ञान तथा उनके प्रशि क्षकों के मार्गदर्ग र्शनर्श का एक उदाहरण है।
लगातार तीन वर्षों तक देश के शीर्ष तीन मेंशामि ल होना वास्तव मेंस्कूल, शहर और हमारेराज्य के लि ए गर्व का क्षण है। यह उपलब्धि केपीएस डुडं ा रायपरु मेंदी जानेवाली शि क्षा की गणु वत्ता और उनके छात्रों की क्षमता को दर्शा ती है।
कृष्णा पब्लि क स्कूल, रायपरु का प्रति नि धि त्व करतेहुए श्रीअशं नायडू, अथर्व शर्मा , मनन सेठि या की वि जेता टीम नेहि स्ट्री टीवी18 सीबीएसई हेरि टेज इंडि या क्वि ज 2022 के फाइनल मेंअपनी जगह सनिुनिश्चि त करनेके लि ए ज्ञान, टीम वर्क, रणनीति और दृढ़ सकं ल्प का एक अनकु रणीय प्रदर्शनर्श कि या।
सरदार पटेल वि द्यालय, नई दि ल्ली मेंहुए सेमी फाइनल राउंड के बाद शीर्ष 4 फाइनलि स्ट टीमों में सेमीफाइनल में2683 सीबीएसई स्कूलों के शीर्ष 16 जोनल वि जेताओंद्वारा कड़ी टक्कर दी गई, जि न्होंनेपहलेऑनलाइन पजं ीकरण के माध्यम सेअपनी प्रवि ष्टि यांभेजी थींऔर योग्य टीमों नेअपने सबं धिं धित जोनल प्रति योगि ता जीतनेके लि ए प्रति स्पर्धा की थी।
राष्ट्रीय फाइनल में, टीम केपीएस नेराष्ट्रीय उपवि जेता बननेके लि ए बहुत धर्यै र्यऔर साहस दि खाया ।
सीबीएसई द्वारा 2001 मेंशरूु कि या गया हेरि टेज क्वि ज आज अखि ल भारतीय इंटर-स्कूल क्वि ज के लि ए बेंचमार्क हैऔर वि भि न्न प्रति ष्ठि त सीबीएसई स्कूलों के प्रति भाशाली , बद्ुधि मान यवु ाओं को आकर्षि तर्षि करता है। इसकी सफलता का अदं ाजा इस बात सेलगाया जा सकता हैकि 8049 सेअधि क छात्रों नेप्रारंभि कएलि मि नेशन राउंड मेंभाग लि या और उसके बाद क्षेत्रीय/ज़ोनल राउंड मेंभाग लि या। आजादी के 75 वर्ष पर्णू र्णहोने पर इसके लोगों, सस्ं कृति , परंपराओंऔर उपलब्धि यों के गौरवशाली इति हास को मनानेके लि ए 'आजादी का अमतृमहोत्सव' के केंद्रीय वि षय के साथ प्रश्नोत्तरी प्रति योगि ता के लि ए देश भर के स्कूलों को आमत्रिं त्रित कि या गया था।
केपीएस प्रबधं न नेछात्रों, शि क्षकों और कर्मचर्म ारि यों को उनके अटूट प्रयासों और समर्थनर्थ के लि ए बधाई दी और वि श्वास दि लाया कि यह छात्रों के लि ए भवि ष्य मेंऔर अधि क ऊं चाई हासि ल करने की ओर एक और कदम होगा
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