कारोबार
रायपुर, 11 फरवरी। मघ्य भारत की अग्रणी एवं सुप्रसिध्द मैट्स विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंफार्मेशन टेक्नालाजी के तत्वधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 9 फरवरी से प्रारम्भ होकर 11 फरवरी तक चलेगा।
संगोष्ठी का विषय ’’फ्यूचरिस्टिक डेवलपमेंट ऑफ कम्प्यूटिंग टेक्नालाजी इन एजुकेशन आफ इंडिया: विजन 2030’’ है। संगोष्ठी के प्रथम दिवस 9 फरवरी को आई. आई. टी. भिलाई के डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आरम्भ माता सरस्वती की पूजा अर्चना के साथ अतिथयों का सम्मान पुस्तक और पौधा के साथ किया गया। प्रारम्भ में विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेश श्रीवास्तव ने स्वागत भाषण के दौरान मैट्स विश्वविद्यालय के विगत 17 वर्षो की यात्रा का संक्षिप्त उल्लेखन किया साथ ही संगोष्ठी की रूपरेखा तथा उद्देश्य की चर्चा की।
उन्होने शिक्षा के क्षेत्र में कम्प्यूटर तथा आई.सी.टी. की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। कुलसचिव श्री गोकुलानंद पण्डा ने शोधार्थियों को शुभकामानाएं प्रेषित की तथा शोघ कार्य की गंभीरता को समझ कर इस अनुरूप प्रदर्शन करने की सलाह दी।
बैलाडीला क्षेत्र में 25 के पार हुई मशीनों की संख्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 11 फरवरी। एनएमडीसी अपने उत्पादन क्षमता में वृद्धि करते हुए गत दिनों एनएमडीसी बचेली परियोजना में कोमास्तु कंपनी की हाइड्रोलिक एक्सकेवेटर शॉवेल मशीन का विधिवत पूजा कर शुभारंभ किया गया। इसके साथ बैलाडीला क्षेत्र में कोमास्तु की मशीनों की संख्या 25 हो गई है।
9 क्यूबिक मीटर क्षमता वाली इस मशीन की कीमत लगभग 12 करोड़ रूपये है। आधुनिक तकनीको से परिपूर्ण 976 हॉर्स पॉवर की मशीन जो सभी सुरक्षा उपकरणों से लैस है। एनएमडीसी के अधिकारियों ने बताया कि इन मशीनों से उत्पादन की नई गति मिलेगी।
पं. वेद प्रकाश पांडे द्वारा विधिवत पूजा कर एनएमडीसी बचेली के मुख्य महाप्रबंधक बी. वेंकटश्वर्लु को एलएंडटी लॉरेसेन एंड टुब्रो के वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक सुमित कुमार दत्ता और प्रबंधक आशुतोष पांडे द्वारा सांकेतिक चाबी सौंपी गई। इस दौरान एनएमडीसी के अधिकारी, कर्मचारी व श्रमिक संघ के पदाधिकारी व सदस्यो की मौजूदगी रही।
रायपुर, 10 फरवरी। छत्तीसगढ़ के संजीवनी कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने रोबोटिक कैंसर सर्जरी सिस्टम से जटिल पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी प्रोसीजर द्वारा मरीज के कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकालकर किडनी बचाने का सफल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया है। गौरतलब बात यह है कि, यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ में पहली बार रोबोट से हुआ है।
सीनियर सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ अर्पण चतुर्मोहता ने बताया की सर्जिकल टीम ने 61 वर्षीय महिला में अत्याधुनिक रोबोटिक एवं फ्रोजन तकनीक की सहायता से जटिल पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी प्रोसीजर द्वारा मरीज के कैंसर ग्रसित किडनी से ट्यूमर निकालकर एक तरफ की 85 प्रतिशत किडनी एवं दूसरे तरफ की पूरी किडनी को बचा लिया गया।
डॉ अर्पण ने बताया की तकरीबन 5 वर्ष पूर्व उनके करीबी रिश्तेदार को ऐसे ही केस में ऑपरेशन के द्वारा किडनी निकलवाने की जरूरत पड़ी थी जिससे उनके जीवनचर्या में काफी तकलीफ आई। डॉ अर्पण ने उसी समय यह सोच लिया था की ऐसे अत्याधुनिक सिस्टम की जरूरत है जिससे बिना किडनी निकाले यह इलाज संभव हो। उन्होंने साझा किया की अब यह रोबोटिक सिस्टम एवं फ्रोजन सेक्शन की सहायता से संजीवनी में संभव है।
यह छत्तीसगढ़ राज्य और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। पार्शियल नेफ्रेक्टॉमी जैसी जटिल प्रक्रियाओं में रोबोटिक सिस्टम का उपयोग तेजी से सामान्य होता जा रहा है, और उम्मीद है कि भविष्य में कैंसर मरीजों के परिणामों और रिकवरी समय में सुधार जारी रहेगा।
इन प्रक्रियाओं में नियंत्रण बढ़ाने के लिए रोबोटिक प्रणाली के उपयोग की अनुमति दी गई, जिसके परिणामस्वरूप छोटे चीरे के कारण कम ब्लड लॉस हुआ और मरीज की प्रोसीजर से रिकवरी भी सामान्य के मुकाबले बेहतर और जल्दी हुई। सर्जरी में रोबोटिक तकनीक का उपयोग आने वाले वर्षों में तेजी से सामान्य होने की उम्मीद है, क्योंकि यह पारंपरिक सर्जिकल तकनीकों की तुलना में कई फायदे प्रदान करता है।
पता लगाना हुआ और आसान, देखभाल का अंतर कम
रायपुर, 10 फरवरी। चिकित्सा के क्षेत्र में मेडिकल साइंस ने जो इलाज की जो नई-नई तकनीक इजाद की है उससे इन बीमारियों से लडऩे का हौसला बढ़ा है साथ ही असंख्य लोगों को जीने की नई राह दिखाई है।
दशक पूर्व कैंसर भी एक लाइलाज बीमारी थी लेकिन आज के इस युग में इसका इलाज भी संभव हो गया। आज कैंसर से डरने की नहीं लडऩे की व जागरूक की जरूरत है। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्व कैंसर दिवस को एक वैश्विक कार्यक्रम के रूप में चिह्नित किया जाता है जो हर वर्ष 4 फरवरी को व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाता है।
इसका मुख्य उद्देश्य कैंसर की रोकथाम, पहचान और उपचार के बारे में समाज में जागरूकता बढ़ाना है। इस वर्ष इस दिन की थीम है लोज द केयर गैप जिसके लिए बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में अपने स्थापना शैशवकाल से ही प्रयासरत है।
बाल्को मेडिकल सेंटर (बीएमसी) इसके इलाज व कैंसर की देखभाल में असमानताओं को दूर करने की आवश्यकता पर अपना ध्यान केंद्रित किया और यह सुनिश्चित किया कि हर किसी की आर्थिक स्थिति या क्षेत्र जहां वे रहते हैं, के बावजूद गुणवत्तापूर्ण कैंसर देखभाल तक पहुंच हो।
हाल के आंकड़ों पर यदि नजर डालें तो पता चलता है कि प्रत्येक 5 में से 1 व्यक्ति अपने जीवनकाल में कैंसर से ग्रस्त है और इसके दायरे में मुख्य रूप से भारत जैसे निम्न और मध्यम आय वर्ग के देशों के नागरिक आ रहे हैं।सिर और गर्दन, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा जैसे सामान्य कैंसर न केवल भारत जैसे देश में रोके जा सकते हैं, बल्कि समय रहते इसका पता चलने पर इलाज शुरू होने से आसानी से मरीज को निजात भी मिल जाती है।
बीएमसी ने अपनी स्थापना के समय से ही अपने रोगियों के लिए देखभाल के अंतर को कम करने के लिए सभी व्यापक कदम उठाए हैं ताकि उन्हें न केवल गुणवत्ता बल्कि समान देखभाल प्राप्त हो सके और समय-समय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। *तंबाकू और शराब के सेवन लोगों को कैसे दूर रहना चाहिए इसकी सलाह व उपाय बताये जाते हैं। *स्तनपान कराएं, जागरूक रहें, और हेपेटाइटिस बी और एचपीवी सी के खिलाफ टीका लगवाएं: शांत रहें *संतुलित आहार के बारे में जानकारी दी जाती है और ताजा आहार लेने की सलाह दी जाती है।
*रोजाना 30-45 मिनट व्यायाम करें एफ: पारिवारिक इतिहास जिसके बारे में आपको सब कुछ जानने की जरूरत है
*गर्भाशय ग्रीवा (एचपीवी/पैप स्मीयर), स्तन (मैमोग्राम क्लिनिकल परीक्षा), सिर और के लिए स्क्रीनिंग। प्रारंभिक
निदान के लिए गर्दन (नैदानिक ????परीक्षा), कोलन (मल गुप्त रक्त) और कैंसर चेतावनी संकेत होते हैं।
इसका उद्देश्य सभी स्थानीय स्कूलों के साथ काम करने के उद्देश्य से तम्बाकू समाप्ति क्लीनिकों, टीकाकरण क्लीनिकों के
माध्यम से रोकथाम को बढ़ावा देना है, जागरूकता पैदा करना और आसान पहुंच और स्वदेशी एचपीवी वैक्सीन की
उपलब्धता के साथ रोकथाम योग्य बीमारियों के जोखिम को कम करना है।
बीएमसी गांवों और अर्ध-शहरी क्षेत्रों सहित ग्रामीण स्तर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा, मितायनों के ड्राइविंग
प्रशिक्षण और शिक्षा में नंद घरों के साथ काम करके अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए मुफ्त स्क्रीनिंग शिविर आयोजित करती है। निदान किए गए मरीजों का उनकी वित्तीय स्थिति के बावजूद बीएमसी में इलाज किया जाता है। मैमोग्राफी वैन जो इस साल लॉन्च होने जा रही है, जो गांवों में घर-घर जाकर कैंसर स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान करके इस अंतर को पाटने में मददगार साबित होने वाली है। बीएमसी में सरकारी योजनाओं क्करू-छ्व्रङ्घ, आयुष्मान भारत और सभी के तहत मरीजों का इलाज किया जाता है। सरकारी योजना के साथ बीएमसी चैरिटेबल फंड के तहत इलाज किया जाता है। बीएमसी में कैंसर मरीजों का अत्याधुनिक उपकरणों उपचार किया जाता है। जिनमें अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण और रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी सहित कैंसर उपचार का पहलू जो मध्य भारत में अद्वितीय है। यह रोगियों के लिए देखभाल के
अंतर को बंद करता है क्योंकि उन्हें टीएमएच, मुंबई जैसे तृतीयक कैंसर केंद्रों की यात्रा नहीं करनी पड़ती है।
हालांकि केंद्र ने एक दूसरे से सीखने की अपनी अवधारणा को बेहतर बनाने की दिशा में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए टाटा मेमोरियल सेंटर के साथ एक हस्ताक्षरित ज्ञापन के समझौता किया है जिसके तहत, यह कैंसर देखभाल में
उत्कृष्टता लाने और केंद्र को प्रयास करने के लिए एक राष्ट्रीय बेंचमार्क देने के लिए वर्चुअल एनसीजी ट्यूमर बोर्ड आयोजित करता है।
बीएमसी राष्ट्रीय कैंसर दिशानिर्देशों का पालन पूरे आदर के साथ करता है और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और राष्ट्रीय कैंसर ग्रिड (हृष्टत्र) का हिस्सा भी है जो राष्ट्रीय स्तर पर एकीकृत कैंसर देखभाल प्रदान करने में केंद्र का समर्थन करता है और नेतृत्व करने में मदद करता है।
रोगी पक्ष समर्थन बीएमसी की संस्कृति के केंद्र में है जिसके लिए रोगी सहायता समूह विकसित किए गए हैं जो न केवल रोगियों को सशक्त बनाने में मदद करते हैं बल्कि कैंसर के उपचार के लिए रोगी शिक्षा, शक्ति और बेहतर अनुपालन दर भी बढ़ाते हैं। इन्हें बीएमसी में नियमित रूप से चलाया जाता है। देखभाल के अंतर को सक्रिय रूप से बंद करने के लिए यह एक मजबूत और बुद्धिमान पहल रही है ।क्योंकि इससे मरीजों को अनावश्यक परीक्षण या उपचार से बचाया जा सकेगा और परिणामों में सुधार होगा। विश्व कैंसर दिवस वैश्विक कैंसर संकटों को दूर करने के लिए आवश्यक सामूहिक प्रयासों के एक शक्तिशाली अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है। हममें से प्रत्येक के पास बदलाव लाने और एक ऐसी दुनिया बनाने में मदद करने की शक्ति है जहां कैंसर अब जीवन के लिए खतरा नहीं है।
कोरबा, 10 फरवरी। इस वैलेंटाइन डे के मौके पर रिलायंस ज्वेल्स अपने ग्राहकों से बस यही अनुरोध कर रहा है कि वे अपनी जि़ंदगी के सबसे अहम व्यक्ति, यानी खुद को नजऱअंदाज़ नहीं करें; वैलेंटाइन डे को अपने प्रियजनों के साथ-साथ खुद से प्यार करने के उत्सव के रूप में देखें और उसी तरह से इस अवसर का जश्न मनाएँ।
भारत में आभूषणों के अग्रणी ब्रांड, रिलायंस ज्वेल्स ने खुद के प्रति अपनी चाहत का जश्न मनाने के लिए एक अनोखा वैलेंटाइन्स डे कलेक्शन लॉन्च किया है। यह कलेक्शन उन लोगों के लिए है, जो खुद को प्यार करते हैं और गले लगाते हैं।
इस वैलेंटाइन डे के मौके पर, और चारों ओर अपनी ऐसी चमक बिखेरें कि दुनिया आपको देखकर हैरान हो जाए। खुद को भी अहमियत दें और बेझिझक होकर इस बात को दुनिया के सामने जाहिर करें।
प्यार के इस मौसम का जश्न मनाने के लिए रिलायंस ज्वेल्स ने सुडौल आकार और बेहतरीन रूपांकनों के साथ पेंडेंट, ब्रेसलेट और अंगूठियों का एक खूबसूरत डायमंड ज्वैलरी कलेक्शन लॉन्च किया है, जिनमें लगाए गए अलग-अलग तरह के हीरे उन आभूषणों को सॉलिटेयर का रूप देते हैं।
एक ही बिंदु से अलग-अलग सर्किल वाले डिज़ाइन का उपयोग सही मायने में खुद से असीमित प्रेम को दर्शाता है, जिसे हमेशा अपनाना चाहिए। इस कलेक्शन में पुरुषों और महिलाओं, दोनों के लिए खुद के प्रति प्रेम से प्रेरित हीरे जडि़त खूबसूरत ब्रेसलेट, पेंडेंट और अंगूठियां शामिल हैं।
ये सभी डिज़ाइन पारिवारिक जश्न और उत्सवों, कामकाज के दौरान पहनने तथा पार्टियों के लिए सबसे अच्छे विकल्प हैं, और आपके लुक को और भी ज्यादा खूबसूरत बना देंगे। इन आभूषणों को येलो गोल्ड और रोज़ गोल्ड, दोनों में तैयार किया गया है, साथ ही इनमें आईजीआई तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित चमकदार हीरे लगाए गए हैं।
इस नए कलेक्शन के अलावा, रिलायंस ज्वेल्स ने 'ड्रीम डायमंड सेल' नाम से एक खास ऑफर की भी घोषणा की है, जो 14 फरवरी तक चलेगी। इस दौरान ग्राहकों को रिलायंस ज्वेल्स में हीरे के आभूषणों के चालान मूल्य पर 25त्न तक की छूट का फायदा दिया जा रहा है। ग्राहक अपनी पसंदीदा डायमंड ज्वैलरी की खरीद पर भी इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं।
खुद के प्रति अपनी चाहत से प्रेरित बेहद खास कलेक्शन, यानी "खुद से भी प्यार करो- ए स्पेशल वैलेंटाइन्स डे कलेक्शन" को देखने के लिए इस लिंक https://bit.ly/xY}c|wG पर जाएँ, साथ ही पोस्ट कॉपी में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए https://www.instagram.com/p/CoMvwDatdzG/ के माध्यम से वेलेंटाइन डे प्रतियोगिता में भाग लें।
इस नए कलेक्शन के बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, रिलायंस ज्वेल्स के सीईओ, श्री सुनील नायक ने कहा, "प्यार के इस मौसम में, हम चाहते हैं कि हमारे मूल्यवान ग्राहक 'खुद के प्रति प्रेम' से प्रेरित इस वेलेंटाइन डे कलेक्शन के जरिए 'खुद को गले लगाने' का सही मतलब समझें और उसे अपनी जिंदगी में अपनाएँ। इस कलेक्शन के सादगी भरे और बेहद खूबसूरत डिजाइन वाले आभूषण खास लम्हों के लिए एकदम सही हैं। हमने हमेशा ही अपने ग्राहकों को सबसे बेहतर आभूषण प्रदान करने की कोशिश की है। हम दुनिया इस खूबसूरत विचार के साथ खुद से भरपूर प्यार करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं, ताकि आप भी अपने प्रियजनों के साथ प्रेम की इसी भावना को व्यक्त कर सकें और इस भाव को दूसरों तक पहुंचा सकें, साथ ही अपने रिश्ते को और मजबूत बना सकें।"
यह शानदार कलेक्शन देश भर में मौजूद रिलायंस ज्वेल्स फ्लैगशिप के सभी शोरूम में विशेष रूप से उपलब्ध होगा, और रिलायंस ज्वेल्स की वेबसाइट https://bit.ly/xJERkgv पर इस कलेक्शन की सीमित रेंज उपलब्ध होगी।
रायपुर, 10 फरवरी। अग्रसेन महाविद्यालय में पत्रकारिता विभाग द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के सहयोग से आज से तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारम्भ हुआ।
इस अवसर उद्घाटन सत्र में कुशाभाऊ ठाकरे विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो बल्देवभाई शर्मा ने कहा कि मीडिया को कानून के अनुपालन के साथ ही नैतिक आत्मसंयम भी जरुरी है. कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित नेहरु ग्राम बालभारती विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ राममोहन पाठक ने कहा कि आजादी से पहले हमारा मीडिया बहुत नैतिक था. हमें वहीँ से आगे का रास्ता तलाशना होगा.
इस अवसर पर स्वागत भाषण करते हुए महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि अपने प्रयोग में मीडिया अराजक न हो जाए, इसलिए मीडिया के लिए कानून का दायरा बनाना आवश्यक है। वहीँ आभार प्रदर्शन करते हुए प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि मीडिया का दायित्व समाज को जागरूक करने का है।
यदि इसमें कुछ बदलाव होता है, तो मीडिया को भी कानून का संयम मानना जरुरी हो जाता है. उन्होंने सभी वक्ताओं को उनके प्रेरक विचारों के लिए साधुवाद दिया. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि इस राष्ट्रीय सेमीनार से महाविद्यालय का दायरा बढ़ा है, और इसके बाद आगे भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे.
उद्घाटन सत्र के बाद पहले तकनीकी सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक अकादमी के सहायक प्राध्यापक डॉ सुरेशमणि त्रिपाठी ने "सूचना का अधिकार एवं मीडिया की भूमिका"- विषय पर अपनी पर प्रस्तुति में विभिन्न स्लाईड के जरिये कहा कि लोकतंत्र में जनता को शासन और प्रशासन के कामकाज के बारे में जानने का अधिकार निश्चित रूप से है. चूँकि जनता के टैक्स के पैसे से सभी को वेतन मिलता है, तो जनता के प्रति सभी की जवाबदेही होनी ही चाहिए. इसी भावना से सूचना का अधिकार लागू किया गया. लेकिन इसका दुरूपयोग नहीं होना चाहिए. इसीलिए इसमें कुछ धाराओं के तहत ऐसे प्रावधान किये गए हैं कि हर तरह की जानकारी जनता को नहीं दी जा सकती.
इसके बाद दूसरे तकनीकी सत्र में छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में विधि विषय के प्राध्यापक डॉ भूपेन्द्र करवंदे ने " मानहानि, अवमानना और निजता का अधिकार" विषय पर विस्तार से अपनी प्रस्तुति में कहा कि जब कोई बात ऐसी हो, जिससे किसी व्यक्ति या संस्था के सम्मान को ठेस लगे, तो वह प्रकाशन, कथन या प्रसारण अवमानना की श्रेणी में आता है. इसी तरह निजता का अधिकार भी व्यक्ति के मौलिक अधिकार के समकक्ष माना गया है.
अंत में दोनों सत्रों की अध्यक्षता करते हुए वर्धा स्थित महात्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ संदीप वर्मा ने कहा कि भारतीय मीडिया का कार्य आजादी के पहले बहुत ही नैतिक और मर्यादित रहा. लेकिन उसके बाद पिछले करीब तीन दशकों में चौबीस घंटे के चैनलों ने खबर को मनोरंजन बना दिया और मीडिया के मूल्य कहीं खोने लगे. आज भारतीय मीडिया उन्हीं नैतिक मूल्यों का ककहरा सीख रहा है, जिसे पश्चिम के मीडिया ने पचास साल पहले ही आत्मसात कर लिया था. उन्होंने दोनों वक्ताओं के विचारों को विषय के अनुरूप और प्रेरक बताते हुए कहा कि इनसे सेमिनार की दिशा तय करने में निश्चित ही मदद मिलेगी. अंत में सभी वक्ताओं को महाविद्यालय परिवार की ओर से स्म्रृति चिन्ह प्रदान किये गए. आज के दोनों सत्रों के समापन पर समाज कार्य संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. मो रफीक ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस तीन दिवसीय सेमिनार के दूसरे दिन कल के सत्रों में वक्ता के रूप में रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय रायपुर में पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार और कुसुमताई दाबके विधि महाविद्यालय रायपुर में सहायक प्राध्यापक डॉ प्रीति सत्पथी आमंत्रित रहेंगे. वहीँ दोनों सत्रों की अध्यक्षता के लिए पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में विधि विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ प्रिया राव तथा चाणक्य लॉ अकादमी के संचालक श्री नितिन नामदेव उपस्थित रहेंगे. दोनों सत्रों में शोध आलेखों और शोध पत्रों का वाचन होगा.
रायपुर, 10 फरवरी। प्रगति महाविद्यालय चौबे कालोनी रायपुर के शिक्षा विभाग के एम.एड., बी.एड. एवं डी.एल.एड. के प्रशिक्षणार्थियों का शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम ग्राम-पिपरौद, गरियाबंद में किया गया।
जिसमें शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरौद में बी.एड. एवं डी.एल.एड. के विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करके विद्यालय में अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को शिक्षा, मोबाइल का दुष्प्रभाव से जागरूक किया गया।
साथ ही साथ गांव में जागरूकता रैली के माध्यम से गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए ग्रामवासियों को स्वच्छ भारत अभियान से परिचित कराया एवं जागरूक किया गया। उसके पश्चात् पर्यटक स्थल चिंगरापगार एवं भूतेश्वरनाथ महादेव का दर्शन किया।
जिससे विद्यार्थी हमारी प्राचीन धरोहर से परिचित हुए। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सौम्या नैयर, शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.एन. गजपाल, प्रशासिका सुश्री ज्योति ठाकुर एवं समस्त प्राध्यापकगण तथा शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरौद के प्रधानाचार्य एवं शिक्षकगण उपस्थित रहे।
रायपुर, 9 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड़ इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि चेम्बर, व्यापारिक संगठन एवं व्यापारीगण के हितों के लिये, विधिक सलाहकार समिति का गठन किया गया है जो कि समय= पर व्यापार एवं उद्योग के अधिनियमों से संबंधित शंकाओं का समाधान करेंगे एवं सुझाव देंगे। विधिक सलाहकार समिति (लीगल एवं टेक्नीकल टीम) में निम्न सलाहकार शामिल हैं-
आयकर - सी.ए. आर.बी. दोशी, सी.ए. साक्षी अग्रवाल, सी.ए. किशोर बरडिय़ा, वित्त एवं सब्सिडी - सी.ए. अंकुश गोलछा, सी.ए. रवि ग्वालानी (सह समन्वयक), जीएसटी - सी.ए. मुकेश मोटवानी (सह समन्वयक), सी.ए. जितेंद्र खनूजा, आरओसी एवं जीएसटी - सी.एस. सतीश तवानिया, सी.एस. बृजेश अग्रवाल।
वेट एवं जीएसटी- अधिवक्ता दयाल राजपाल, अधिवक्ता सुनील अग्रवाल, रायगढ़,, उपभोक्ता -अधिवक्ता राजेश भावनानी, भविष्य निधि (पीएफ)/कर्मचारी राज्य बीमा योजना (इएसआईसी)-खुशीकांत सोलंकी, विधिक - अधिवक्ता आनंद मोहन ठाकुर, अधिवक्ता रामू व्यास।
प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने उपरोक्त विधिक सलाहकार समिति के सदस्यों को बधाई देते हुए यह उम्मीद की है कि सभी सदस्य प्रदेश के व्यापार एवं उद्योग के हित में कार्य करते हुए छत्तीसगढ़ चेम्बर को एक नयी ऊचांईयों पर लेकर जायेंगे।
रायपुर, 9 फरवरी। क्रीडा विभाग शास जे योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय द्वारा महाविद्यालय परिसर में वार्षिक खेल उत्सव का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमिताभ बनर्जी ने किया।
इस अवसर पर क्रीड़ा प्रभारी प्रो केके बिंदल, डॉ प्रमोद मेने वरिष्ठ क्रीड़ा अद्धिकारी संस्कृत कॉलेज ध्रुव पाण्डे, डॉ संजय चंद्राकर सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक एवम छात्र छात्राएं उपस्थित थे,क्रीड़ा अधिकारी रुपेंद्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि इन खेलों में लगभग चार सौ छात्र छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया।
परिणाम-गोला फेंक बॉयज -प्रथम प्रकाश माहेश्वरी ,द्वितीय रहमत हुसैन, तृतीय अमन पोदार, गर्ल्स - प्रथम ज्योति पटेल,द्वितीय सेवती घिवर, तृतीय अन्नपूर्णा गुप्ता एवम धनेश्वरी सिदार। तवा फेंक बॉयज - प्रथम प्रकाश माहेश्वरी ,द्वितीय रहमत हुसैन, तृतीय नितिन वर्मा।
गर्ल्स -प्रथम आशु खलको, द्वितीय पूजा सिंह, तृतीय धनेश्वरी सिदार। स्लो सायकल रेस बॉयज- प्रथम लोकमान्य साहू ,द्वितीय त्रिलोक साहू,तृतीय खिऱसिधु नागेशगर्ल्स - प्रथम महिमा बैद्य, द्वितीय पूजा सिंह, तृतीय अनुधनती साहू। रस्साकशी बॉयज -प्रथम साइंस फेकल्टी, द्वितीय आर्ट्स फेकल्टी एवम तृतीय लॉ फेकल्टी। गर्ल्स- प्रथम कॉमर्स फेकल्टी, द्वितीय साइंस फेकल्टी एवम तृतीय लॉ फेकल्टी।
नई दिल्ली, 9 फरवरी। देश में एल्यूमिनियम की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम की ओर से पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन (आईएसी-2023) का आयोजन कंपनी के झारसुगुड़ा स्थित प्रचालन परिसर में 9 और 10 फरवरी, 2023 को किया जाएगा। एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) के सहयोग से आयोजित सम्मेलन की थीम है - ‘‘भारत को बनाएं दुनिया की एल्यूमिनियम राजधानी’’।
आईएसी-2023 का उद्देश्य वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग और उनके स्टेकहोल्डरों को एक मंच पर लाना है। आयोजन में ग्राहकों, उपभोक्ताओ, एल्यूमिनियम उद्योग संबंधी तकनीक एवं कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं, सेवा प्रदाताओं और मूल्य श्रृंखला के अन्य भागीदारों को शामिल होने का अवसर मिलेगा।
सम्मेलन के दौरान एल्यूमिनियम उद्योग के नेतृत्वकर्ता श्रेष्ठ विचारों, कार्य संस्कृतियों एवं प्रक्रियाओं का आदान-प्रदान करेंगे। एल्यूमिनियम उद्योग के नवाचारों, प्रगति, सस्टेनिबिलिटी प्रोत्साहन और चक्रीय अर्थव्यवस्था की निरंतरता में उद्योग के योगदान से प्रतिभागी रूबरू होंगे।
सम्मेलन में विभिन्न प्रतिभागियों की तकनीकी प्रस्तुतियां होंगी। इनमें प्राथमिक धातु उत्पादकों, उपकरणों के आपूर्तिकर्ताओं, उत्पाद विकास करने वाली टीमों, शैक्षणिक संस्थाओं, अनुसंधान केंद्र और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएंगी। उद्योग के नेतृत्वकताओं की ओर से वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग के भविष्य एवं इसे मजबूत बनाने की रणनीतियों पर पैनल सत्रों के दौरान विचार साझा किए जाएंगे।
विनिर्माण क्षेत्र में वैश्विक निवेश आकर्षित करने की दिशा में भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग के समक्ष अवसर, उभरते क्षेत्रों में एल्यूमिनियम मिश्रधातुओं का इस्तेमाल, एल्यूमिनियम उद्योग को कार्बन मुक्त बनाने और हरित एल्यूमिनियम की संभावनाएं, एल्यूमिनियम के नए उत्पादों का विकास तथा विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ते प्रयोग और एल्यूमिनियम उद्योग में सस्टेनेबलिटी को प्रोत्साहन।
एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और वेदांता लिमिटेड के एल्यूमिनियम, पावर और पोर्ट बिजनेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राहुल शर्मा ने कहा कि ‘‘हमारा यह दृढ़ विश्वास है कि एल्यूमिनियम उद्योग में असीम संभावनाएं हैं और पहले अंतरराष्ट्रीय एल्यूमिनियम सम्मेलन की मेजबानी कर हम गौरवान्वित हैं। भारत में एल्यूमिनियम क्रांति के विचार को जन्म देना इसका उद्देश्य है।
आईएसी-2023 एल्यूमिनियम उद्योग बिरादरी की एकजुटता और सस्टेनेबल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ऩे का बेहतरीन अवसर है। दुनियाभर के उद्योगों के नेतृत्वकर्ताओं के झारसुगुड़ा में स्वागत के लिए हम तत्पर हैं। मुझे विश्वास है कि भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग का भविष्य हम मिलकर संवारेंगे।’’
भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के उद्देष्य से 1981 में एल्यूमिनियम एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएआई) की स्थापना की गई। प्राथमिक उत्पादकों और डाउनस्ट्रीम विनिर्माताओं से लेकर अंतिम उपभोक्ताओं तक तथा अनुसंधान एवं विकास संगठनों को एएआई भारतीय एल्यूमिनियम औद्योगिक परिदृश्य में प्रतिनिधित्व प्रदान करता है। एएआई का मिशन एल्यूमिनियम उद्योग और उसके भागीदारों का मंच तैयार करना है जो इस उद्योग की साझा नीतियां और रणनीतियां बना कर एल्यूमिनियम और उसके अनुप्रयोगों के विकास और बढ़ोत्तरी में योगदान दे।
वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22.7 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ‘भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।
रायपुर, 9 फरवरी। 4 फरवरी 2023 को महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज, समता कॉलोनी, रायपुर द्वारा विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। इसका उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने और इसकी रोकथाम और उपचार के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित किया गया था।
विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से होने वाली मौतों को कम करना है। यह आयोजन प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा के मार्गदर्शन में हुआ।
उन्होंने बीबीए के छात्रों को कैंसर के बारे में अपने शब्दों में संबोधित किया। अपने भाषण में, उन्होंने रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में भी अवगत कराया और एक सकारात्मक वातावरण बनाकर एक व्यक्ति कैसे उनसे लडऩे और खुद को ठीक करने में मदद कर सकता है के बारे में बताया।
छात्रों में टीम वर्क की विशेषताओं को विकसित करने के लिए कुछ गतिविधियाँ और खेल थे। क्रॉसिंग हैण्ड गेम जिसमें टीम निर्माण की विशेषता थी, बैलून ट्रेन जिसमें टीमवर्क और टीम समन्वय और न्यूज पेपर द्वारा टॉवर निर्माण शामिल था।
कार्यक्रम का आयोजन प्रबंधन विभाग द्वारा प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा व एडमिनिस्ट्रेटर श्री सिद्धार्थ सभरवाल के मार्गदर्शन में किया गया।
रायपुर, 9 फरवरी। मध्य भारत की सबसे बड़े रियल इस्टेट अविनाश ग्रुप के कुम्हारी स्थित प्लाट प्रोजेक्ट ‘‘अविनाश ट्विन सिटी‘‘ अपने नये क्लब का भव्य शुभारंभ रविवार 12 फरवरी को कर रहा है, रायपुर और भिलाई को जोड़ता हुआ यह प्रोजक्ट कुम्हारी टोल प्लाजा के सामने स्थित है।
225 एकड़ की ये एक मेगा टाउनशिप जहॉ पर वर्तमान में 2 फेज , फेज1 एवं फेज 2 है जिसके की फेज 1 के क्लब का शुभारंभ किया जा रहा है।
यह क्लब 23000 वर्गफीट का है जहॉ आपको जिम, योगा हॉल, बैडमिंटन कोट, किड्स प्ले रूम, इंडोर गेम, बैक्वेट हॉल, स्वीमिंग पुल के साथ और भी बहुत सारी एमेनिटीज आपको यहां पर मिलती है वर्तमान में 60 फीट की चौड़ी सडक़ें, स्ट्रीट लाईट, मंदिर, गार्डन, स्पोर्ट एरिना जैसी एमेनिटीज यहां पर है कुम्हारी जो कि अब तेजी से डेव्हलेप हो रहा है यह बहुत ही वेल प्लान रेसिडेन्शियल प्रोजेक्ट है।
खारून नदी के पास होने के कारण इस प्रोजेक्ट में पानी एवं हरियाली हमेशा ही आपको मिलेगी साथ ही सरकार द्वारा भी कुम्हारी क्षेत्र में बहुत सारे डेवलपमेन्ट हो रहे हैं जैसे-खारून रिवर फ्रन्ट, नई मरीन ड्राइव जिसका शुभारंभ जल्द ही होने वाला है।
माहामाया गार्डन एवं मास्टर प्लान के अनुसार नया ट्रान्सपोर्ट एवं कामर्शियल जोन ऐसी और भी बहुत से परियोजनायें यहॉ होनी है आने वाले समय में कुम्हारी में आपको यह सारे डेवलपमेन्ट आने वाले समय में यहॉं देखने को मिलेंगे।
टाटीबंध फ्लाई ओव्हर का कार्य भी जल्द ही पूर्ण हो जायेगा जिससे रायपुर-बिलासपुर, कुम्हारी, दुर्ग, भिलाई का यातायात और भी सुगम होगा।
अविनाश ट्विन सिटी में साइट विजिट की सुविधा भी उपलब्ध है जिससे की आप यहांॅ का डेवलेपमेन्ट एवं अपना पसंदीदा प्लाट देखकर बुक कर सकते हैं यह प्रोजेक्ट निवेश एवं रहने के लिये एक बेहतर विकल्प है। वर्तमान में लगभग 800 से अधिक लोगों ने यहॉ प्लाट लिया है। जहॉं उनके रहने के पूर्व ही अविनाश ट्विन सिटी उन्हें क्लब की सुविधा दे रहा है।
नई बढ़ी हुई शाखा का उद्घाटन, व्यक्तिगत ग्राहक सेवा और आकर्षक जमा ब्याज, किसानों, कृषि व्यवसायों और सूक्ष्म और लघु और के लिए बैंकिंग सेवाएं
रायपुर, 9 फरवरी। नई पीढ़ी के निजी क्षेत्र के बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में डीसीबी बैंक लिमिटेड ने रायपुर में अपनी शाखा का उद्घाटन किया। डीसीबी बैंक की रायपुर शाखा मोबिन मेंशन, खालसा स्कूल के सामने, पंडरी रोड पर स्थित है।
डीसीबी बैंक यह शाखा छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में व्यक्तियों, व्यापार मालिकों, किसानों, मध्यम और लघु उद्योग (एमएसएमई), छोटे व्यवसायों और व्यापारियों तक पहुंचने और अपनी मौजूदगी का विस्तार करने की लक्ष्य का एक हिस्सा है।
शाखा का उद्घाटन मुख्य अतिथि दिलराज प्रभाकर (आईएफएस) वन संरक्षक, अतिरिक्त निदेशक और श्री गुरचरण सिंह होरा, सचिव, छत्तीसगढ़ ओलंपिक एसोसिएशन और छत्तीसगढ़ टेनिस एसोसिएशन, श्री दुर्गाप्रसाद रथ, प्रमुख कृषि और समावेशी बैंकिंग शाखा बैंकिंग की उपस्थिति में किया गया। यह शाखा रिटेल बैंकिंग सेवाओं की एक विस्तृत रेंज देगी, जिसमें सभी आकार के लॉकर 25 लाख रुपए से 2 करोड़ रुपए के बीच की शेष राशि पर 7 प्रति वर्ष की आकर्षक ब्याज दर पर बचत बैंक खाता शामिल है। जहां तक डीसीबी सावधि जमा या फिक्स्ड डिपोजिट की बात है, बैंक भारत में निवास करने वाले भारतीयों के लिए 700 दिनों पर 8त्न प्रति वर्ष (गैर- प्रतिदेय) और 7.5ल प्रति वर्ष (प्रतिदेय) की पेशकश कर रहा है।
डीसीबी बैंक शाखा ग्राहकों को शाखा में और डिजिटल वैल्यू एडेड सावधि जमा, दोनों के माध्यम से बैंकिंग में आसान अनुभव देने का प्रयास करता है। डीसीबी सुरक्षा सावधि जमा खाता सावधि जमा की राशि के बराबर मुफ्त जीवन बीमा का लाभ प्रदान करता है। इस सावधि जमा की अवधि 3 वर्ष है और अधिकतम बीमा राशि 10 लाख रुपए है।
डीसीबी गोल्ड लोन के तहत दुकान मालिकों, व्यापारियों, कृषि उद्यमियों, व्यापार मालिकों, शिल्पकारों और अन्य लोगों को तुरंत ऋण दिया जाता है। डीसीबी बँक कृषि व्यवसाय पर भी केंद्रित है और ट्रैक्टर ऋण, बंधक ऋण, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), शैक्षणिक संस्थानों के लिए ऋण, निर्माण वित्त के लिए ऋण और बिल्डरों को इन्वेंट्री फडिंग प्रदान करता है।
डीसीबी रेमिट बच्चों की शिक्षा या कॉलेज की फीस के लिए विदेश में फंड भेजने या विदेश में रिश्तेदारों को फंड भेजने का पसंदीदा तरीका है। निवासी भारतीय विदेशों में चिकित्सा उपचार के लिए भुगतान करने के लिए डीसीबी रेमिट का उपयोग कर सकते हैं। भारत के निवासी और भारतीय बैंक खाते वाले व्यक्ति 22 देशों में विदेशों में अपने प्रियजनों को 25,000 अमरीकी डालर (प्रति वर्ष तक की धनराशि भेज सकते हैं। आकर्षक विदेशी विनिमय दर, विनिमय दर की पारदर्शिता और कोई छिपी हुई लागत नहीं जैसे आकर्षण डीसीबी रेमिट की खासियत है एक अनूठी विशेषता यह है कि इसे कोई भी अपने फोन या कार्यालय से उपयोग कर सकता है, इसके लिए केवल डेटा / इंटरनेट नेटवर्क की आवश्यकता होती है। किसी ग्राहक को किसी डीसीबी बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता नहीं है, बस घर या कार्यालय के आरामदायक माहौल से डीसीबी रेमिट लेनदेन बुक किया जा सकता है। नई शाखा पर टिप्पणी करते हुए डीसीबी बैंक में एबी एंड इन्क्लूसिव बैंकिंग के हेड नरेंद्रनाथ मिश्रा ने कहा, च्च्डीसीबी बैंक की छत्तीसगढ़ करेगी और व्यक्तियों, व्यवसायों, किसानों और में उपस्थिति सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान उद्यमियों के लिए अवसर पैदा करेगी। बचत खाते और सावधि जमा के लिए आकर्षक व्याज दर की पेशकशु करते हुए बैंक को खुशी हो रही है सरकार, किसानों और व्यापारियों के लिए रायपुर एक महत्त्वपूर्ण शहर और लोकल हब है। शाखा अपने सभी ग्राहकों के लिए इन ब्रांच और डिजिटल समाधानों के माध्यम से बैंकिंग में असाधारण आसानी देगी।
रायपुर, 9 फरवरी । सीएम भूपेश बघेल से बुधवार शाम उनके निवास कार्यालय में सेलेब्रिटी क्रिकेट लीग के फाउंडर और डायरेक्टर श्रीनिवासन ने मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री को 18 और 19 फरवरी को रायपुर में आयोजित सेलेब्रिटी क्रिकेट लीग में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का आमंत्रण दिया।
साथ आए आनंद बिहारी यादव ने बताया कि सीसीएल में लगभग 150 फिल्मी कलाकार भाग लेंगें। इनके बीच बनी टीम के मध्य ही मुकाबला होगा। इस लीग में सोनू सूद, मनोज तिवारी, दिनेश लाल यादव, रितेश देशमुख, बॉबी देवल, सोहैल खान, वेंकटेश और किच्चा सुदीप सहित अन्य फिल्म कलाकार भाग लेंगे।
रायपुर, 8 फरवरी। माता कौशल्या ज्योतिष साहित्य संस्कृति शोध पीठ, छत्तीसगढ़ एवं डॉ. माया ठाकुर फाउंडेशन, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में रायपुर के सिविल लाइन स्थित वृन्दावन सभागार में आयोजित व्यंग्य विमर्श एवं सम्मान समारोह में समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने हेतु "चरामेति फाउंडेशन को सम्मानित किया गया। यह सम्मान राजेन्द्र ओझा एवं डॉ. मृणालिका ओझा द्वारा प्राप्त किया गया।
श्री श्याम बैस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं अध्यक्षता विवेक आचार्य, संचालक, संस्कृति विभाग, छत्तीसगढ़ शासन थे।
संचालन रामकिशोर उपाध्याय तथा आभार प्रदर्शन फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र कुमार ठाकुर द्वारा किया गया। इस गरिमामय कार्यक्रम में सुभाष चन्दर, टीकाराम साहू, अमरनाथ त्यागी, डॉ. हेमू यदु, डॉ. सुधीर शर्मा, कुमार सुरेश, सुरेंद्र रावल, राजशेखर चौबे, डॉ. किशोर अग्रवाल, वीरेंद्र तिवारी, संजीव ठाकुर, वीरेंद्र सरल, लतिका भावे, एवं तेजपाल सोनी सहित अनेक ख्यातनाम आदि उपस्थित थे।
रायपुर, 8 फरवरी। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी रायपुर में 1 से 3 फरवरी 2023 तक इंटीरियर डिजाइन के छात्रों के लिए 3 दिवसीय कला कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सत्र की विशेषज्ञ सुश्री निबेदिता पांडा थीं, जिन्होंने पूरे तीन दिन सत्र लिया और छात्रों को विभिन्न रचनात्मक तकनीकों का उपयोग करके अलग-अलग कलाकृतियां बनाने के लिए निर्देशित किया। सुश्री पांडा 8 वर्षों से पिडिलाइट के साथ विशेषज्ञ कला परामर्शदाता हैं और पिछले 4 वर्षों से रायपुर में 300 से अधिक कार्यशालाएँ आयोजित कर चुकी हैं।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य प्रमाणित आर्ट मेंटर के मार्गदर्शन से छात्रों के व्याख्यात्मक कौशल में सुधार करना था। सत्रों में मिनिएचर पॉटरी, पेबल आर्ट और सिल्हूट आर्ट पर व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल था। डिजाइनों की परिकल्पना छात्रों द्वारा व्यक्तिगत रूप से उनकी संबंधित कलाकृतियों के लिए की गई थी और यह प्रक्रिया संरक्षक के मार्गदर्शन में थी।
कार्यशाला छात्रों के पाठ्यक्रम के अनुसार थी जिससे उन्हें 2डी और 3डी रचना के माध्यम से डिजाइन के सिद्धांतों को समझने में मदद मिली। सुश्री पांडा ने छात्रों को छोटे स्तर पर विभिन्न माध्यमों में पेंटिंग, मूर्तिकला और मिट्टी के बर्तनों जैसे कला के विभिन्न रूपों के बारे में जानने में मदद की और छात्रों को डिजाइन के विभिन्न तत्वों और विभिन्न संरचनाओं को बनाने के लिए उनके समामेलन को समझने में भी मदद की।
छात्रों ने कार्यशाला के दौरान अत्यधिक झुकाव किया और रोजमर्रा की जिंदगी के साथ-साथ अमूर्त कला के दिलचस्प डिजाइनों के साथ आए। कार्यशाला में विभाग के सभी छात्रों, एचओडी और संकाय सदस्यों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के चेयरमैन श्री राजेश अग्रवाल, प्राचार्य डॉ. एम एस मिश्रा और एडमिनिस्ट्रेटर श्री सिद्धार्थ सबरवाल के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक किया गया।
दिल्ली, 8 फरवरी। बैंक ऑफ महाराष्ट्र देश के सार्वजनिक क्षेत्र का अग्रणी बैंक है। बैंक द्वारा देश भर के सभी बैंकों,वित्तीय संस्थाओं और बीमा कंपनियों के लिए दिल्ली मेंडिजिटल बैंकिंग और भाषा विषय पर अखिल भारतीय हिंदी सेमिनार का आयोजन किया गया।
इस सेमिनार में सुश्री अंशुली आर्या, आई.ए.एस.,सचिव,राजभाषा विभाग,गृह मंत्रालय,भारत सरकारमुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं।बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए.एस.राजीव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
सेमिनार में श्री के. राजेश कुमार,महाप्रबंधक, मानव संसाधन प्रबंधन एवं राजभाषा,प्रधान कार्यालय तथा सुश्री चित्रा दातार, महाप्रबंधक व अंचल प्रबंधक, दिल्ली अंचल प्रमुखता से उपस्थित थे।
वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार श्री सुधीर श्याम ने विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित होकर सभी का मार्गदर्शन किया। सेमिनार में सभी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं और बीमा कंपनियों के शीर्ष कार्यपालकोंऔर राजभाषा प्राधिकारियों ने बड़ी संख्या में सहभाग लिया।
मुख्य अतिथि सुश्री अंशुली आर्या ने अपने संबोधन में कहा कि बैंक और वित्तीय संस्थान किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार हैं। उन्होंने बैंकर्स के लिए कहा कि बैंकिंग सेवा के माध्यम से आप राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं।
सुश्री अंशुली आर्या ने कहा कि डिजिटल बैंकिंग में हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं का प्रयोग आज बहुत आवश्यक है और इससे दूरदराज के ग्राहक भी लाभान्वित होंगे। इस दिशा में बैंक ऑफ महाराष्ट्र और अन्य बैंकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की उन्होंने सराहना की।
श्री के. राजेश कुमार,महाप्रबंधक, मानव संसाधन प्रबंधन एवं राजभाषा ने सभी उपस्थितों का स्वागत किया। सेमिनार में अतिथि वक्ताओं द्वारा महत्वपूर्ण विषयों पर सत्र लिए गए। मंच पर उपस्थित मान्यवरों द्वारा बैंक के विभिन्न हिन्दी ऐप और ब्रेल लिपि में पुस्तिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा आयोजित अखिल भारतीय हिंदी आलेख प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए.एस. राजीव ने कहा कि यह डिजिटलाइजेशन का दौर है। दूर- दराज के क्षेत्रों तक अपने विचारों और अपनी योजनाओं को पहुंचाने के लिए हिंदी और क्षेत्रीय भाषाएं सशक्त माध्यम हैं।
सुश्री चित्रा दातार, महाप्रबंधक एवं अंचल प्रबंधक, दिल्ली अंचल ने सभी के प्रति आभार प्रदर्शन किया। सेमिनार का सूत्र-संचालन डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा), प्रधान कार्यालय ने किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली / किरंदुल, 8 फरवरी। किरंदुल नगर में बैलाडीला कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा रविवार को स्थानीय मंगल भवन में स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनएमडीसी किरंदुल परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक विनय कुमार, एसडीएम अरुण कुमार सोम, एडिशनल एसपी आरके बर्मन, डिप्टी कलेक्टर अभिषेक तिवारी, आर्सेलरमित्तल महाप्रबंधक राघवेलु, वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा समेत अन्य अतिथि रहे।
सर्वप्रथम सभी अतिथियों द्वारा भगवान विश्वकर्मा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पुष्पगुच्छ के साथ सभी अतिथि का स्वागत के पश्चात कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल सिंह द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। मंच का संचालन एसोसिएशन के सचिव विपलव मालिक द्वारा शेरो शायरी के साथ मंच का संचालन कर सभी अतिथियों का मनोरंजन करते समा बांधे रखा।
कार्यक्रम के दौरान एनएमडीसी के सिविल विभाग के उप महाप्रबंधक लखबीर सिंह का दोणोमलाई स्थानांतरण व उप महाप्रबंधक सिविल एसआरके राव का हैदराबाद स्थानांतरण होने पर एसोसिएशन द्वारा शाल श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर विदाई दी गई साथ ही उनके कार्यकाल में मिले अच्छे सहयोग के लिए एसोसिएशन ने उनका धन्यवाद दिया।
पवन एंड ग्रुप द्वारा म्यूजिकल नाइट संगीत में संध्या आर्केस्ट्रा प्रारंभ कर सभी अतिथियों का मन मोह लिया गया पवन एंड ग्रुप के कलाकारों ने मनमोहन गीत गाकर सभी का मनोरंजन कराया। सभी ने भोजन करते हुए भी कार्यक्रम का लुफ्त उठाया।
कार्यक्रम के दौरान जनरल नॉलेज की छोटी-छोटी सवाल पूछे जा रही थी, जिन अतिथि द्वारा जवाब दिया जा रहा था उन्हें एसोसिएशन की तरफ से उपहार प्रदान किया गया।
बैलाडीला कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के चुनाव में निर्वाचित पदाधिकारियों द्वारा प्रथम बार भव्य स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया था सभी अतिथियों ने इस कार्यक्रम की भरपूर सराहना की।
कार्यक्रम में एनएमडीसी महाप्रबंधक उत्पादन एसबी सिंह, सिविल विभाग के विभागाध्यक्ष लखबीर सिंह, श्रीनिवास रामनाथ, महाप्रबंधक एसपी थ्री भान सिंह यादव, इंटेक्स सचिव एके सिंह, एसकेएमएस सचिव राजेश संधू,एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल सिंह सचिव विप्लव मलिक, उपाध्यक्ष हरिशंकर मुखर्जी, शशि भूषण तिवारी, कोषाध्यक्ष बाबूराव, सह सचिव अमन, विजय ऑफिस ऑफिस सेक्रेटरी माधवराव, अमृत सिंह सुरेंद्र नायक, बबलू सिद्दीकी, संजय सोनी, राजेश्वर प्रसाद, शरद मिश्रा, लक्ष्मी देवी, राजेंद्र सक्सेना, निशू त्रिवेदी, आशीष मिश्रा, विपुलराय, नवीन राय,सुरेश मनीष गुरु, आजाद सक्सेना, आरसी प्रसाद, मनोज सिंह, पंकज सोनी, दुर्जन सिंह, ए एन तिवारी, अमृत टंडन समेत अन्य अतिथि व कांट्रेक्टर उपस्थित रहे।
रायपुर, 7 फरवरी। चेम्बर अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने शहर के बाजारों को स्मार्ट बाजार में बदलने की घोषणा की थी जिसके परिपेक्ष्य में आज महापौर एजाज ढेबर और उनकी टीम तथा चेम्बर प्रतिनिधि मंडल ने शहर के व्यस्ततम प्रमुख पारंपरिक बाजारों को चिन्हांकित कर स्मार्ट बाजार के रूप में विकसित करने हेतु निरीक्षण किया।
श्री पारवानी ने बाजारों का उल्लेख करते हुए बताया कि प्रशासन एवं चेम्बर टीम ने पैदल भ्रमण करते हुए सदर बाजार, मालवीय रोड, बंजारी रोड, अमरदीप टॉकीज रोड होते हुए रवि भवन, शारदा चैक, एम जी रोड से गुरुनानक चैक पहुँच निरीक्षण किया कि किस तरह योजना बनाई जाए जिससे इन क्षेत्रों और बाजारों को कम से कम समय में स्मार्ट बाजार के रूप विकसित कर सकें।
श्री पारवानी ने यह भी कहा कि उक्त बाजारों के व्यापारियों और व्यापारिक संगठनों से चर्चा कर यह जानकारी भी ली गई कि बाजारों में क्या कमी है और उसे कैसे दूर कर सकते हैं। जिसमे सदर बाजार व्यापारी संघ, रायपुर सराफा एसोसिएशन, मालवीय रोड शारदा चैक व्यापारी संघ, बंजारी रोड व्यापारी संघ, अमरदीप टाकीज रोड व्यापारी संघ, गुरुनानक चैक व्यापारी संघ, रवि भवन व्यापारी संघ एवं एम जी रोड व्यापारी संघ द्वारा महापौर जी को ज्ञापन सौंप कर अपने बाजारों से सम्बंधित समस्याओं से अवगत कराया गया जिसपे संज्ञान लेते हुए माननीय महापौर श्री एजाज ढेबर जी ने उक्त समस्याओं का तत्काल निराकरण करने का आश्वासन दिया और कहा कि जल्द ही सारे कार्य किए जायेंगे।
श्री पारवानी ने कहा कि निरीक्षण करते हुए यह देखा गया कि बाजारों में अधिकतम समस्याएं एक जैसी है जैसे कि शौचालय, खुले हुए विद्युत वायरिंग, विद्युत व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग लाइन, पार्किंग व्यवस्था, गारबेज निपटारा तथा ट्रेफिक सिग्नल जिनमे सुधार करके स्मार्ट बाजार के निर्माण में एक छोटी सी पहल हो सकती है। एक अच्छा बाजार जहां व्यापारी, ग्राहक और आम नागरिक खुलकर अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण में अपना योगदान दे और स्वयं को सुरक्षित महसूस करे ऐसे बाजारों का निर्माण करना हमारा उत्तरदायित्व है।
बाजार भ्रमण के दौरान महापौर जी ने 7 स्थानों को शौचालयों हेतु चयनित कर तत्काल व्यवस्था बनाने अधिकारीयों को निर्देशित किया।
स्वादिष्ट एवं पौष्टिक आहार एवं मनोरंजक हेल्थी गेम्स स्टॉल
रायपुर, 7 फरवरी। गाँधी उद्यान में रायपुर की आहार विशेषज्ञों द्वारा ईट राइट हेल्थ भी स्वाद भी का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ अरुणा पलटा कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग एवं विशेष अतिथि ऐज़ाज़ ढेबर महापौर रायपुर नगर निगम ने मेले में स्वादिष्ट एवं पौष्टिक आहार एवं हेल्थी फ़ूड प्रोडक्ट एवं मनोरंजक हेल्थी गेम्स स्टाल का अवलोकन किया।
मेले में प्रतिभागियों ने मखाने का चाट, शकरकंद की चाट, मिक्स वेज का डोसा, मिलेट से बनी लिट्टी चोखा, स्प्राउटेड चाट, छत्तीसगढ़ी फरा, खुर्मी के साथ ही ,मिलेट पुलाव मिलेट खिचड़ी, मिलेट का दही भल्ला, मिलेट लड्डू, मिलेट केक, कटोरी चाट, मिलेट से बना ढोकला एवं महुआ के बने बहुत से खाद्य पदार्थ का प्रदर्शन एवं बिक्री किया गया मेले में नरिश लैंड सुपरफूड्स एवं वेट लॉस फूड डायबिटीज फूड डिवाइन अर्थ के लाइव स्टॉल ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया
कार्यक्रम का आयोजन डॉक्टर सारिका श्रीवास्तव, डॉक्टर श्वेता छाबड़ा, डॉक्टर रचना सक्सेना, डॉ शीला शर्मा, डॉक्टर वासु वर्मा एवं डॉ अभया जोगलेकर के द्वारा किया गया।
बिलासपुर, 7 फरवरी। एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा को आईआईटी-आईएसएम धनबाद ने प्रतिष्ठित विशिष्ट एलुमनी अवार्ड प्रदान किया है । ये सम्मान 05 फरवरी 2023 को संध्या आईएसएम धनबाद में आयोजित समारोह में दिया गया । इस अवसर पर एसईसीएल परिवार की प्रथम महिला श्रीमती पूनम मिश्रा की भी गरिमामयी उपस्थिति रही ।
विदित हो कि श्री मिश्रा ने इंडियन स्कूल ऑफ़ माइंस से वर्ष 1987 में बी टेक (माइनिंग) की डिग्री पूरी की । उन्होंने कुछ वर्ष पूर्व, इसी संस्थान से मैनेजमेंट में पीएचडी की उपाधि भी अर्जित की है ।
आईआईटी-आईएसएम द्वारा माइनिंग एवं मिनरल सेक्टर में असाधारण उपलब्धियों व कार्य निष्पादन के लिए पूर्व छात्रों को विशिष्ट एलुमनी अवार्ड दिया जाता है । इस अवार्ड के अहर्ता बिंदुओं में, माइनिंग एवं मिनरल सेक्टर अंतर्गत कार्य निष्पादन में असाधारण व मूल्यपरक योगदान, स्टेकहोल्डर्स के साथ प्रभावी समन्वय, प्रक्रियागत सुधार को बढ़ावा, लीडरशिप एवं विजन, प्रोजेक्ट के सफल कार्यान्वयन, सामान्य जवाबदेही से बढक़र सेवा क्षेत्र को योगदान आदि कारक प्रमुख हैं। श्री मिश्रा स्वयं वर्ष 2010-14 तक आईएसएम एलुमनी असोसिएशन के जेनरल सेक्रेटरी भी रहे।
आईआईटी आईएसएम धनबाद की शुरुआत वर्ष 1926 में तत्कालीन भारतीय वायसराय लॉर्ड इर्विन के द्वारा देश में खनन गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित इंजीनियर व कार्यबल तैयार करने के उद्देश्य से किया गया था वहीं वर्ष 1967 इसे यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया।
कोल इंडस्ट्री में डॉ प्रेम सागर मिश्रा की विशेष पहचान है । उनका अध्यवसायी व कर्मठ व्यक्तित्व, लीडरशिप स्किल, निर्णय क्षमता, संवाद शैली व इनोवेशन पर ज़ोर जैसे गुण अधीनस्थ कर्मियों को प्रेरित करते हैं । एसईसीएल से पूर्व वे कोल इंडिया की ईस्टर्न कोलफ़ील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के सीएमडी, उड़ीसा मिनरल डेवलपमेंट कम्पनी के निदेशक रहे हैं तथा कोल इंडिया की कई सब्सिडियरी कम्पनियों में सेवाएँ दी हैं ।
डॉ प्रेम सागर मिश्रा के नेतृत्व में, इस वित्तीय वर्ष में अबतक, एसईसीएल ने कोयला उत्पादन में, ग़त वर्ष समान अवधि की तुलना में, लगभग 20 मिलियन टन से अधिक तथा ओबीआर में 55 मिलियन क्यूबिक मीटर से ज़्यादा की ऐतहासिक वृद्धि दर्ज की है ।
एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा को प्राप्त इस अवार्ड से एसईसीएल अधिकारियों-कर्मचारियों में हर्ष है ।
सेवाओं का स्मरण करने स्वर्ण जयंती समारोह बुधवार को
सीएम, बृजमोहन, इटली व देशभर से शामिल होंगे कार्डिनल, आर्च बिशप व बिशप
रायपुर, 7फरवरी। रायपुर कैथोलिक आर्च डायसिस 8 फरवरी को पचास बरस की हो जाएगी। इस मौके पर धार्मिक समारोह अमलीडीह में सेंट टेरेसा चर्च परिसर में सुबह दस बजे से होगा। रायपुर के विकार जनरल फादर सेबेस्टियन पी. ने बताया कि परिच्यात्मक संबोधन के बाद प्रेयर सांग से स्वर्ण जयंती समारोह की शुरूआत होगी। इस मौके पर मुख्य अतिथि वैटिकन के भारत में राजदूत महामहिम लियोपोलोदो जिरेल्ली होंगे। वे इंडिया व नेपाल के राजदूत हैं।
अति विशिष्ट अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे। विशिष्ट अतिथि हैदराबाद के महामहिम कार्डिनल एंथोनी पुला, आर्च बिशप अनिल कुटो दिल्ली, आर्च बिशप भोपाल एएएस दुरईराज, कोलकाता के आर्च बिशप थॉमस डिसूजा, आगरा के आर्च बिशप रॉफी मंजिली, पटना के आर्च बिशप सेबेस्टियन कल्लपुरा व नागपुर के आर्च बिशप एलियास गॉनसालवेज होंगे। श्री कुटो कांफ्रेंस आफ कैथोलिक बिशप इन इंडिया के महासचिव भी हैं। छत्तीसग? के आर्च बिशप विक्टर हैनरी ठाकुर, आर्च बिशप जोसफ ऑगस्टिन, विधायक व पूर्वमंत्री बृजमोहन अग्रवाल विशिष्ट अतिथि होंगे। उद्घाटन भाषण सीएम बघेल देंगे। वे स्मारिका का विमोचन भी करेंगे। अतिथियों को इस मौके पर स्मृतिचिन्ह भी दिए जाएंगे। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। बाद में सेंट जोसफ महागिरजाघर में भी कार्यक्रम होंगे।
सेवा का गौरवशाली इतिहास -
रायपुर धर्म प्रांत जो आज छत्तीसग? का महाधर्म प्रांत है इसकी स्थापना 5 जुलाई 1973 को हुई थी। इसके पहले यह नागपुर महा धर्मप्रांत का हिस्सा था। इसे संत पिता पौलुस छठवें ने 28 जुलाई 1964 को एक अलग प्रेरितिक प्रांत के रूप में स्थापित किया। पलोटी धर्म समाज के पुरोहित श्रद्धेय फादर जॉन वाइडनर को इसका प्रथम प्रेरितिक धर्माधिकारी नियुक्त किया। किंतु दुर्भाग्यवश 17 अगस्त 1974 को उनकी मृत्यु हो गई। इसके बाद वेरनेर हॉल्ड को रायपुर धर्म प्रांत का अपास्टालिक एडमिनिस्ट्रेटर बनाया गया। वे 1983 तक कार्यरत रहे।
रायपुर महा धर्म प्रांत में प्रथम बिशप डॉ. फिलिप एक्का 6 जनवरी 1985 को अंबिकापुर डायसिस से स्थानांतरित होकर यहां आए। 15 फवरी 1991 को उन्होंने अस्वस्थता की वजह से त्यागपत्र दे दिया। 7 फरवरी 1993 को बिशप जोसफ ऑगस्टिन की नियुक्ति दूसरे बिशप के रूप में हुई। उनके कार्यकाल में 18 मार्च 2004 को रायपुर डायसिस को मेट्रोपॉलिटन आर्च डायसिस का दर्जा प्राप्त हुआ।वे पहले आर्च बिशप भी बने। उन्होंने 6 जून 2013 तक सेवाएं दीं। तब से आर्च बिशप डॉ. विक्टर हैनरी ठाकुर रायपुर महा धर्मप्रांत संभाल रहे हैं।
उन्होंने 19 सितंबर 2013 को चार्ज लिया। स्वर्ण जयंती वर्ष जुलाई 2023 तक चलेगा। रायपुर आर्च डायसिस के अंतर्गत छत्तीसग? में अंबिकापुर, जशपुर, रायग? व जगदलपुर डायसिसें भी सेवारत हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य व सेवा के क्षेत्र में कैथोलिक समाज ने अग्रणी भूमिका निभाई है। आपदाओं में सरकार के साथ मिलकर देश के प्रति अपने कर्तव्यों को भी निभाया है।
डीपीएस रायपुर में प्रतिभा सम्मान समारोह
रायपुर, 7 फरवरी। दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायपुर में वार्षिक सम्मान समारोह का गरिमामय आयोजन किया गया। समारोह में विद्यालय के उन छात्रों को सम्मानित किया गया जिन्होंने शैक्षणिक सत्र 2021-22 में उल्लेखनीय प्रदर्शान करते हुए अच्छे अंक हासिल किए तथा नृत्य, संगीत, खेल आदि क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन किया इस गरिमामय कार्यक्रम में वरिष्ठ आईपीएस आरिफ़ एच. शेख, आईजी, रायपुर डिवीजऩ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
प्रबंधन समिति के महासचिव श्री विजय शााह ने सम्मान पाने वाले छात्रों को बधाई देते हुए विशवास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में सम्मान पाने वाले छात्रों की सूची में उत्तरोत्तर वृद्धि होगी। उन्होंने अभिभावकों के सहयोग और विशवास के लिए उनका धन्यवाद किया।
समारोह को मुख्य अतिथि ने भी संबोधित किया। उन्होंने विद्यालय की प्रशांसा करते हुए कहा कि इस विद्यालय के छात्र अपनी मेहनत और लगन की बदौलत एक दिन सफलता के शिाखर पर पहुँचेंगे और अपने प्रदेशा का नाम रोशान करेंगे। विद्यालय की मूल्यवान संस्कृति और छात्रों की सीखने की आतुरता उन्हें अन्य विद्यालयों के छात्रों से अलग श्रेणी में खड़ा करती है।
रायपुर, 6 फरवरी। कैट ने बताया कि टीम कैट ने आज माननीय श्री अर्जुनराम मेघवाल जी, केन्द्रीय संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्यमंत्री से मुलाकात कर जीएसटी सरलीकरण तथा आम बजट हेतु आयकर सुझाव हेतु केन्द्रीय वित्तमंत्री माननीया श्रीमति निर्मला सीतारमण के नाम से ज्ञापन सौपा।
टीम कैट ने बताया कि ज्ञापन में जीएसटी सरलीकरण एवं विसंगतियो तथा आम बजट हेतु आयकर पर सुझाव प्रस्तुत किये जो निम्नानुसार है:-
जीएसटी सरलीकरण हेतु सुझाव
1. एक ही लेनदेन पर दो दो बार ब्याज :-जैसा कि विदित है कि यदि विक्रेता समय पर जीएसटीआर 1/ 3 बी रिर्टन फाईल नहीं करता है, तो उसे देरी से रिर्टन भरने के साथ विलंब शुल्क और ब्याज का भुगतान भी करना पड़ता है एंव चुकी विक्रेता ने समय पर रिटर्न फाईल नही करने पर अगर खरीददार इनपुट क्लेम करता है, तो उसे भी जीएसटीआर 2 बी मे इनपुट नहीं दिखने के कारण ब्याज का भुगतान करना पड़ता है।
ऐसी स्थिति मे समान लेनदेन पर दो बार ब्याज लगता है जो की प्राकृतिक नियम के विरुद्व है। अत: आप से निवेदन है, कि विक्रेता देर से रिर्टन भरने की स्थिति में शुल्क के साथ साथ ब्याज भी देतीं है, तो खरीददार के द्वारा इनपुट लेने पर खरीददार से ब्याज नहीं लेना चाहिए।
2.विक्रेता पर ही कार्यवाही की जानी चाहिए :-जैसा कि विदित है, कि यदि विक्रेता जीएसटी रिटर्न फ़ाइल नहीं करता है, तो खरीददार को इनपुट नहीं मिलता है, भले ही उसने इनपुट से सम्बधित सभी नियमां का पालन कर दिया हो, जैसे-विक्रेता को समय पर भुगतान, वस्तु की प्राप्ति आदि परंतु यह देखा जाता है, कि अगर खरीददार ने इनपुट ले लिया हैऔर इनपुट से सम्बधित सभी नियमां का पालन किया है, तो भी विभाग द्वारा विक्रेता रिटर्न फ़ाइल नहीं करने पर खरीददार को ही परेशान किया जाता है, जो कि प्राकृतिक नियम के विरुद्ध है।
क्योंकि विक्रेता की गलती के लिए विक्रेता को छोड़ कर खरीददार को पकड़ा जाता है, जिससे विक्रेता को ऐसी गतिविधि करने के लिए और हौसले बुलंद होते जा रही है जो कि सही नहीं है।
रायपुर, 6 फरवरी। अग्रसेन महाविद्यालय पुरानी बस्ती में वार्षिकोत्सव—उमंग 2023 के तहत आज सदाबहार फि़ल्मी गीतों सहित एकल और समूह नृत्य में विद्यार्थियों ने पूरे जोश के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. साल भर के इस सबसे बड़े उत्सव में सभी संकायों के विद्यार्थियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से दर्शकों की भरपूर सराहना हासिल की।
कार्यक्रम के आरम्भ में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित दुर्ग स्थित हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अरुणा पल्टा ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की. छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के पूर्व केन्द्रीय अध्यक्ष एवं अग्रसेन शिक्षण समिति के कोषाध्यक्ष अजय दानी, छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय समिति के नव-निर्वाचित अध्यक्ष एवं अग्रसेन शिक्षण समिति के तकनीकी सलाहकार अनुराग अग्रवाल, छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज के केन्द्रीय सचिव डॉ. जे.पी. अग्रवाल, श्री सीके अग्रवाल, श्री रामपाल अग्रवाल एवं श्री उमेश अग्रवाल सहित अन्य सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे. महाविद्यालय की ओर से सभी आमंत्रित अतिथियों का स्वागत और अभिनन्दन किया गया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि ने डॉ अरुणा पल्टा ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि कॉलेज का समय जीवन का सर्वश्रेष्ठ कालखंड होता है. इसलिए इसका अधिकतम उपयोग करें. उन्होंने कहा कि सफलता के लिए केवल ज्यादा नंबर पाना जरुरी नहीं है. बल्कि अपना आत्मविश्वास मजबूत रखते हुए तैयारी करें, तो सफलता निश्चित मिलती है. कार्यक्रम में आमंत्रित सभी अतिथियों ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में प्रतिभागी विद्यार्थियों की सराहना करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
अपने स्वागत भाषण में महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि यह संस्था साधन-विहीन विद्यार्थियों को शिक्षित करने का संकल्प लेकर कार्य कर रही है. संस्था का प्रतिवेदन पेश करते हुए प्राचार्य डॉ. युलेंद्र कुमार राजपूत ने कहा कि महाविद्यालय ने अध्ययन- अध्यापन के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में रचनात्मक गतिविधियों से अपनी विशेष पहचान कायम की है.
समारोह में मुख्य अतिथि तथा अन्य सभी अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका "संकल्प" का विमोचन किया गया. साथ ही पत्रकारिता विभाग द्वारा भोरमदेव के शैक्षणिक भ्रमण पर तैयार की गई डॉकुमेंट्री "धार्मिक पर्यटन स्थल- भोरमदेव"- का भी विमोचन किया गया. इसमें परिकल्पना एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल की थी. निर्देशन महाविद्यालय के डायरेक्टर डा वी.के. अग्रवाल तथा प्राचार्य डा. युलेंद्र कुमार राजपूत का था. विशेष मार्गदर्शन महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण के अध्यक्ष श्री शंकरहरि अग्रवाल, कोषाध्यक्ष श्री अजय दानी, एवं छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय समिति के नव-निर्वाचित अध्यक्ष श्री अनुराग अग्रवाल का था. आलेख एवं पार्श्व स्वर पत्रकारिता संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा, संयोजन प्रो राहुल तिवारी और प्रो सुरभि अग्रवाल का था. छायांकन पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने किया. वीडियो संपादन प्रो हेमंत सहगल ने किया.
कार्यक्रम के समापन सत्र में रायपुर के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा मुख्य अतिथि रहे. वहीँ वरिष्ठ समाजसेवी अजय तिवारी, जैतू साव मठ के न्यासी महेंद्र अग्रवाल एवं छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय समिति के नव-निर्वाचित अध्यक्ष श्री अनुराग अग्रवाल विशेष रूपसे उपस्थित रहे. श्री शर्मा ने आज के कार्यक्रम में अपना प्रदर्शन करने वाले सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. वहीँ अन्य अतिथियों ने भी प्रतिभागियों के प्रदर्शन कि सराहना की.
आज के सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुत गायन और नृत्य स्पर्धा के लिए कोरियोग्राफर श्री साहिल पाठक और श्री अविनाश सोनी निर्णायक के रूप में आमंत्रित थे. उन्होंने सभी प्रस्तुतियों के मूल्यांकन के बाद अपना निर्णय दिया. इसके तहत प्रस्तुति की श्रेष्ठता के आधार पर एकल नृत्य में संगीता सागर को प्रथम और रूचि विश्वकर्मा को दूसरा स्थान मिला. युगल नृत्य में ख़ुशी और लकी की जोड़ी प्रथम और शबनम और आस्था की जोड़ी द्वितीय रही. वहीँ, समूह नृत्य में कुणाल एंड ग्रुप द्वारा प्रस्तुत डांस ग्रुप को पहला तथा ऋतु एंड ग्रुप के डांस को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ. एकल गायन में सुब्रतो पाल प्रथम तथा आर्यन दूसरे स्थान पर रहे. इस मौके पर सभी निर्णायकगणों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गए.
आज का थीम डांस " आजादी के अमृत महोत्सव" पर केन्द्रित था, जिसमें प्रदेश के विविध लोक नृत्यों को एक सूत्र में पिरोकर पेश किया गया. इसमें विद्यार्थियों के साथ ही सभी प्राध्यापकों और अन्य स्टाफ ने भी तिरंगा आधारित पोशाक के साथ हाथों में तिरंगा ध्वज लेकर दर्शकों का अभिवादन किया. इस थीम डांस की मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों ने भरपूर प्रशंसा की.
कार्यक्रम के अंत में डायरेक्टर डा वी के अग्रवाल ने आगामी 08 फरवरी को होने वाले एक विशेष समारोह में उमंग-2023 की समस्त प्रतियोगिताओं के सभी विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की. आज के सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापकगण डॉ शोभा अग्रवाल एवं प्रो अभिनव अग्रवाल ने किया. कार्यक्रम के दूसरे और तीसरे भाग के सांगीतिक प्रस्तुतियों का संचालन विभिन्न संकायों के विद्यार्थियों- चन्द्रप्रकाश, आयुषी गोलछा, प्रिया राव, मोना चांदवानी, भूपेश और सेजल ने किया. कार्यक्रम के सफल संयोजन में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों अन्य सभी स्टाफ ने सक्रिय सहयोग किया.