राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 18 अप्रैल | दिल्ली में लगातार कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है इसके साथ साथ विपक्षी पार्टियों ने दिल्ली सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। दिल्ली से घर वापसी कर लोगों पर दिल्ली कॉंग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने आम आदमी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि, "कोरोना महामारी के चलते एक बार फिर से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। कारोबार, रोजगार व कोरोना बीमारी के अलावा मजदूरों को इलाज की सुविधा न मिलने का डर सता रहा है।" "दिल्ली बिना प्रवासी मजदूरों के अधूरी है, अगर ये चले गए तो दिल्ली की अर्थव्यवस्था व विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, दिल्ली देश की राजधानी है यहां पर सभी का इलाज बिना भेदभाव के होगा ये बातें मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से कहना चाहिए।"
हालांकि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल इस बात की जानकारी दे चुके हैं कि दिल्ली के अंदर पिछले 24 घंटे में कोरोना के लगभग 25,500 केस आए हैं। उसके पिछले 24 घंटे में 24,000 केस आए थे और उसके पिछले 24 घंटे में 19,500 केस आए थे।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि, "दिल्ली में कोरोना मामलों की जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है और केजरीवाल सरकार ने पिछले 6 सालों में एक भी नया अस्पताल नहीं बनाया और यहां तक कि केजरीवाल सरकार ने अस्पतालों में डॉक्टर, पारामेडिकल स्टाफ, नर्स इत्यादि के खाली हुए पदों तक को नहीं भरा।"
"दिल्ली सरकार के अस्पतालों में लगभग 29 फीसदी पारामेडिकल स्टाफ, 34 फीसदी मेडिकल स्टाफ की कमी है। वहीं भाजपा शासित नगर निगमों के अस्पतालों में 50 फीसदी पारमेडिकल स्टाफ, 21 फीसदी मेडिकल स्टाफ की कमी है।"
दरअसल दिल्ली में पिछले 24 घंटे में सकारात्मकता दर बढ़ कर करीब 30 फीसद हो गई है, जबकि यह उसके पिछले 24 घंटे में केवल 24 फीसद थी।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)| देश में लगातार बढ़ते कोरोना के खतरे के बीच केंद्र सरकार ने बेडों, आईसीयू आदि की संख्या बढ़ाने की दिशा में एक अहम पहल की है। अब मंत्रालयों और पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स(पीएसयू) के अधीन संचालित अस्पतालों में कोविड बेड का इंतजाम करने का निर्देश जारी हुआ है। रेलवे, लेबर एंड एंप्लॉयमेंट आदि मंत्रालयों और पीएसयू के पास अपने अच्छे अस्पताल हैं, जिनमें पिछले साल भी कोविड 19 मरीजों के इलाज की व्यवस्था हुई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मंत्रालयों को लिखे पत्र में कहा है कि पिछले साल संबंधित अस्पतालों को आईसीयू, वेंटिलेटर आदि की सुविधाओं के साथ कोविड डेडीकेटेड हास्पिटल में बदलकर मरीजों का इलाज शुरू हुआ था। अब कोरोना की दूसरी लहर के कारण उत्पन्न संकट को देखते हुए पिछली साल की तरह से फिर से इन अस्पतालों में कोविड इलाज की पहल करने की जरूरत है। स्वास्थय मंत्रालय ने कहा है कि मंत्रालयों के अस्पतालों में कोविड 19 के लिए अलग से ब्लॉक बनाए जाएं, जहां एंट्री और एग्जिट के अलग गेट हों।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव ने मंत्रालयों से अपने अस्पतालों में अधिकतम कोविड 19 बेड के इंतजाम करने के लिए कहा है। इन अस्पतालों में क्रिटिकल केयर यूनिटन, आईसीयू, वेंटिलेटर आदि की व्यवस्थाएं होनी जरूरी हैं। यह भी कहा गया है कि अस्पतालों में कोविड 19 के इलाज की सुविधा के बारे में सूचना सार्वजनिक की जाएं, ताकि जनता इसका लाभ उठाए।
कोलकाता, 18 अप्रैल | राज्य में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के मद्देनजर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तुरंत हस्तक्षेप करने और टीका, दवा और ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि टीकाकरण प्रक्रिया को बढ़ाया जा सके और उपचार प्रदान किया जा सके। मुख्यमंत्री ने अपने दो पन्नों के पत्र में उन तीन क्षेत्रों का उल्लेख किया है जहां राज्य केंद्र से सक्रिय सहयोग चाह रहा है।
ममता ने कहा, "टीकाकरण शीर्ष महत्व का है। विशेष रूप से हमारे राज्य में और विशेष रूप से महानगरीय कोलकाता में जहां जनसंख्या का घनत्व बहुत अधिक है, केंद्रित और आक्रामक टीकाकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। दुर्भाग्य से हमारे लिए, भारत सरकार की ओर से टीकों की आपूर्ति अनिश्चित है, जो हमारे टीकाकरण कार्यक्रमों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।"
उन्होंने कहा, "जबकि पश्चिम बंगाल टीकाकरण में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वालों में से एक है। हमें लगभग 2.7 करोड़ लोगों का टीकाकरण करना है, और इसके लिए हमें 5.4 खुराक की आवश्यकता है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक तत्काल हस्तक्षेप के लिए अनुरोध करते हैं, ताकि राज्य को जल्द से जल्द टीके की खुराक की आवश्यकता पूरी हो जाए।"
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, "रेमेडिसवीर और टोलिजुमेब (एक्टेमेरा) जैसी आवश्यक दवाओं की आपूर्ति आज बेहद दुर्लभ और अनिश्चित है, जो यहां के डॉक्टरों के लिए गंभीर चिंता का विषय है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री से ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाने का भी अनुरोध किया।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (आईएएनएस)| दक्षिण कोरियाई तकनीकी दिग्गज सैमसंग 4जी और 5जी दोनों संस्करणों में गैलेक्सी ए22 के लॉन्च के साथ अपनी गैलेक्सी ए-सीरीज के विस्तार की योजना बना रही है। जीएसएमऐरिना के अनुसार, हाल ही में एक निश्चित एसएम-ए225एएफ को भारतीय मानक ब्यूरो (बिस) वेबसाइट पर देखा गया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एसएम-ए225एफ/डीएस मॉनीकर से परे यह दर्शाता है कि फोन में डुअल-सिम स्पोर्ट होगा, ए224जी पर शायद ही कोई ऐसी अन्य जानकारी उपलब्ध हो।
उसी एसएम-ए225एफ मॉडल नंबर को एचटीएमएल5 परीक्षण सूची में भी देखा गया था, जो यह बताता है कि यह एंड्रॉइड 11 के बॉक्स से बाहर चला जाएगा।
हाल ही में, सैमसंग ने भारत में गैलेक्सी ए52, ए52 5जी और ए72 का अनावरण किया यह कहते हुए कि डिवाइस लोगों को उनकी कीमत के अनुरूप तकनीक का अनुभव करने में सक्षम बनाएंगे।
सुपर एमोल्ड डिस्प्ले के साथ नई गैलेक्सी ए सीरीज विश्व स्तर पर वायलेट, ब्लू, काले और सफेद रंगों में उपलब्ध होगी और गैलेक्सी ए52 और ए72 जल्द ही भारत में आएगी।
उपकरणों में 64एमपी उच्च-रिजॉल्यूशन वाला एक बहुमुखी क्वाड कैमरा है। उपयोगकर्ता 4के वीडियो स्नैप टूल के साथ अपने पसंदीदा पलों को 4के वीडियो से 8एमपी उच्च-रिजॉल्यूशन छवियों में बदल सकता है।
ए52 में 4,500 एमएएच की बैटरी है, वहीं ए72 में 5,000 एमएएच की बैटरी दी गई है जो लंबे समय तक चलने वाली है।
गैलेक्सी ए52 और ए72 गैलेक्सी स्पीकर्स सहित स्टीरियो स्पीकर और 1टीवी तक की बाहरी मेमोरी से लैस हैं।
चंडीगढ़, 18 अप्रैल | हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और उनकी पत्नी आशा हुड्डा रविवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता में भर्ती कराया गया था।
पार्टी के नेता ने कहा कि 73 वर्षीय नेता प्रतिपक्ष और उनकी पत्नी ने एहतियात के तौर पर खुद को अस्पताल में भर्ती कराया।
पिछले साल हुड्डा के बेटे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। (आईएएनएस)
दीपक शर्मा
नई दिल्ली, 18 अप्रैल | डी-कंपनी और आईएसआई के बीच सांठगांठ को दुनिया के सामने आने से बचाने के लिए, पाकिस्तान के शीर्ष अधिकारी ने कथित रूप से एफबीआई के एक गवाह पर दबाव बनाया। जिसके फलस्वरूप वह अपने बयान से पलट गया और लंदन में हाई प्रोफाइल प्रत्यर्पन मामले में दाऊद के फाइनेंसर जाबिर मोतीवाला के लिए जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ कर दिया। बीते सप्ताह अमेरिका ने जाबिर के खिलाफ प्रत्यर्पण केस में मामला वापस ले लिया था, जिससे भारत के सबसे बड़ें वांछित दाऊद को बड़ी राहत मिली थी।
एफबीआई के मुखबिर और ड्रग रैकेट में दाऊद के फाइनेंसर मोतीवाला को फंसाने वाले पाकिस्तानी-अमेरिकी कामरान फरीदी मामले में महत्वपूर्ण गवाह था, जिसे कथित तौर पर ब्रिटिश प्रत्यर्पण अदालत में आईएसआई के अधिकारियों द्वारा 'प्रभावित' किया गया था। इस वजह से दाऊद का दाहिना हाथ लंदन जेल से बाहर निकल सका।
भारतीय एजेंसियों के शीर्ष सूत्रों ने आईएएनएस को यह जानकारी दी। साथ ही यह बताया कि पाकिस्तानी प्रतिष्ठान ने कैसे डी-कंपनी को अमेरिकी अदालत में मुकदमे से बचा लिया।
इससे पहले बहुत मजबूत सबूतों के आधार पर, लंदन की अदालत ने दाऊद के फाइनेंसर को अमेरिका में प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दी थी। दाऊद के खिलाफ ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित सभी आरोप कोर्ट में स्थापित किए गए थे। हालांकि, बाद में जब उच्च न्यायालय मामले को अंतिम रूप दे रहा था, मुख्य गवाह कामरान फरीदी ने यह खुलासा करते हुए सभी को चौंका दिया कि एक फर्जी ड्रग्स मामले में डी-कंपनी के वित्त प्रमुख जाबिर मोतीवाला को फंसाने के लिए एफबीआई में उनके आकाओं द्वारा दबाव डाला गया था। प्रधान गवाह फरीदी के पूर्ण यू-टर्न ने एफबीआई को शर्मिदा कर दिया, जिससे अंतत: दाऊद के सहयोगी के खिलाफ आरोप हट गए।
भारतीय खुफिया अधिकारियों ने कहा कि ड्रग रैकेट में दाऊद के फाइनेंसर मोतीवाला को फंसाने वाला पाकिस्तानी-अमेरिकी, कामरान फरीदी एक पूर्व एजेंट और एफबीआई का मुखबिर था, जिनकी वित्तीय स्थिति वर्तमान में अच्छी नहीं है। उससे कथित तौर पर आईएसआई के लोगों ने संपर्क किया और उसपर दबाव बनाया। उच्च न्यायालय में अंतिम सुनवाई के करीब आईएसआई के गेम प्लान का हिस्सा एक प्रमुख पाकिस्तानी अखबार ने कामरान फरीदी का बयान प्रकाशित किया, जिसमें उन्होंने खुलासा किया कि दाऊद के सहयोगी को उनके द्वारा झूठे मामले में फंसाया गया है। फरीदी ने पाकिस्तानी अखबार को यह भी बताया कि डी-कंपनी को जाल में फंसाने के लिए एफबीआई ने उसे मजबूर किया था।
भारजीय एजेंसी में एक आईपीएस अधिकारी ने खुलासा किया, "डी-कंपनी और आईएसआई ने कामरान फरीदी को प्रभावित करने के लिए मिलकर काम किया। उनके लिए फरीदी ही एकमात्र आशा थी, क्योंकि जबीर मोतीवाला लगभग केस हार गए थे। आईएसआई के गुर्गों ने फरीदी को जाबिर के बारे में अपने स्वयं के खुलासे पर पलटने को मजबूर कर दिया। हमें पता चला है कि शुरुआत में कराची में कामरान के रिश्तेदारों से संपर्क किया गया था। पाकिस्तानी उच्चायोग में कुछ अधिकारियों और लंदन स्थित एक प्रमुख पाकिस्तानी टीवी चैनल के पत्रकार ने भी कामरान फरीदी के दबाव वाले बयान को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"
एक प्रमुख पाकिस्तानी समाचार चैनल, जियो टीवी ने दावा किया है, "मामले में सबसे महत्वपूर्ण हस्तक्षेप तब हुआ जब चैनल और उसके अंग्रेजी अखबार ने 19 मार्च, 2021 को एक कहानी प्रकाशित की जिसमें खुलासा हुआ कि संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के एक पूर्व मुखबिर को यूके के आव्रजन अधिकारियों ने यूके में प्रवेश करने से रोक दिया है, क्योंकि कामरान फरीदी उच्च न्यायालय के समक्ष अपनी गवाही दर्ज करना चाहता था। एफबीआई के पूर्व एजेंट ने अदालत के समक्ष गवाही देना चाहा था कि वह जाबिर मोतीवाला मामले में प्रक्रिया के दुरुपयोग में शामिल था।"
बरसों की जद्दोजहद के बाद, अमेरिका को जाबिर मोतीवाला के खिलाफ प्रत्यर्पण का अनुरोध वापस लेना पड़ा, जिसमें ड्रग तस्करी और दाऊद इब्राहिम के अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सौदें शामिल थे। 2018 में साइप्रस से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले जाबिर को एफबीआई के अनुरोध पर स्कॉटलैंड यार्ड ने गिरफ्तार किया था।
लंदन में प्रत्यर्पण ट्राइल के दौरान, एफबीआई के वकीलों ने अदालत को बताया था कि जाबिर मोतीवाला यूएई, ब्रिटेन और अन्य देशों में दाऊद इब्राहिम के धन का प्रबंधन कर रहा था।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल | भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,61,500 नए मामले दर्ज किए गए, जो अब तक का सबसे अधिक एकल-दिवसीय आंकड़ा है। देश में इसके साथ ही कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 1,47,88,109 हो गई है। यह डाटा स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को जारी किया। यह लगातार चौथा दिन है जब देश में दो लाख से अधिक कोविड मामले दर्ज किए गए हैं। भारत में शनिवार को 2,34,692 और गुरुवार को 2,00,739 और शुक्रवार ,को 2,17,353 मामले दर्ज किए।
इस बीच पिछले 24 घंटों में कोविड से 1,501 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही देश में अब मौत का आंकड़ा बढ़कर 1,77,150 हो गया है। वहीं सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 18,01,316 हो गई है।
इसी समय में कुल 1,38,423 मरीज रिकवर हुए हैं, जिसमें रिकवर होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,28,09,643 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कुल 15,66,394 नमूनों का परीक्षण किया गया।
देश में अब तक कुल 26,65,38,416 नमूनों का परीक्षण किया गया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इसी अवधि में कुल 26,84,956 लोगों को भी टीका लगाया गया है, जिसमें वैक्सीनेशन की संख्या बढ़कर 12,26,22,590 हो गई है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल | कोरोना महामारी के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाओं के बाद अब केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने जेईई की परीक्षा भी स्थगित करने का फैसला किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बारे में आवश्यक निर्देश जारी करते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को फिलहाल जेईई मेंस की परीक्षाएं न लेने का निर्देश दिया है। जेईई मेंस की यह परीक्षाएं इसी माह अप्रैल में होनी थी। शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक स्थिति सामान्य होने पर जब भी परीक्षा ली जाएगी तो उस से 15 दिन पहले छात्रों को परीक्षा की तारीख के बारे में अवगत कराया जाएगा।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस विषय में जानकारी देते हुए कहा, "जेईई (मुख्य) 2021 अप्रैल सत्र की तारीख बाद में घोषित की जाएगी। परीक्षा से कम से कम 15 दिन पहले की यह घोषणा की जाएगी और सभी छात्रों को इस बारे में सूचित किया जाएगा।"
निशंक ने कहा, "वर्तमान कोरोना महामारी के स्थिति को देखते हुए, मैंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को जेईई (मुख्य) 2021 अप्रैल सत्र की परीक्षा स्थगित करने की सलाह दी है। मैं इस बात को दोहराना चाहूंगा कि अभी हमारे छात्रों और उनके अकादमिक करियर की सुरक्षा मेरी प्रमुख चिंताएं हैं।"
मार्च में हुई जेईई मेन परीक्षा सीजन 2 के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं। यह परीक्षाएं पहली बार क्वालालंपुर और लागोस जैसे विदेशी शहरों में भी आयोजित की गई थी। भारत सरकार के सहयोग से इन परीक्षाओं को 12 विदेशी शहरों और 334 भारतीय शहरों में आयोजित किया गया था।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा ली गई इन परीक्षाओं में 13 छात्रों ने शत प्रतिशत अंक हासिल कर टॉप किया था। जेईई मेन परीक्षा, एनटीए द्वारा 16 से 18 मार्च 2021 तक आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में बी ई और बीटेक के लिए कुल 6.19 लाख से अधिक उम्मीदवार पंजीकृत थे। (आईएएनएस)
कानपुर (उत्तर प्रदेश), 18 अप्रैल | योगी आदित्यनाथ सरकार ने 265 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ पकड़े गए तीन व्यक्तियों के खिलाफ कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के प्रावधानों के तहत सजा देने का फैसला किया है। सरकारी प्रवक्ता ने कहा, "राज्य सरकार ने पुलिस को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है जो कोविड-19 दवाओं की कालाबाजारी करते हैं।"
पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने कहा कि संकट के इस समय में कोई भी गैरकानूनी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
उन्होंने कहा, "यह मानवता के खिलाफ एक अपराध है और हम गुरुवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किए गए तीन लोगों के खिलाफ एनएसए लगाकर कार्रवाई करेंगे।"
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार अपने लोगों को रेमडेसिविर दवाएं और अन्य कोविड से संबंधित दवाओं की उपलब्धता की सुविधा को आसान बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इस बीच एसटीएफ के सूत्रों ने कहा कि वे कोविड से जुड़ी दवाओं की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रहे हैं। हरियाणा के निवासी सचिन कुमार की सूचना के मुताबिक 265 रेमडेसिविर इंजेक्शन शीशियों को हरियाणा से स्थानीय दवा डीलरों द्वारा सप्लाई किया गया था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "हम स्थानीय फार्मा डिस्ट्रीब्यूटर्स पर निगरानी रख रहे हैं। हमें यह भी पता चला है कि इंजेक्शन कानपुर निवासी मोहन सोनी को पश्चिम बंगाल की अपूर्वा मुखर्जी द्वारा भेजा गया था, जो एक फार्मा कंपनी से जुड़ी हुई हैं। मोहन को अपूर्वा से एक लाख रुपये वापस लेना है जिसकी एवज में उसने उसे कोरोना की दवाई मुहैया करवाई।"
बता दें कि कानपुर की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने गुरुवार को 265 रेमडेसिविर इंजेक्शन के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, जो इसकी कालाबाजारी करने में शामिल थे।
रेमडेसिविर एक मुख्य दवा है, जिसका उपयोग कोरोनावायरस के उपचार में किया जाता है। लोगों की परेशानी का फायदा उठाकर कुछ लोग इसे ऊंचे दामों में बेच रहे हैं। (आईएएनएस)
अयोध्या (उत्तर प्रदेश), 18 अप्रैल | अयोध्या प्रशासन ने नवरात्रि के अंतिम दिन तीर्थयात्रियों के भारी भीड़ को आकर्षित करने वाले 'रामनवमी के मेले' को स्थगित करने का फैसला किया है। इस बार यह मेला 21 अप्रैल से शुरू होने वाला था। अयोध्या की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा और हरिद्वार कुंभ के संतों को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
रामनवमी पर राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा करने के लिए सैकड़ों की संख्या में संत अयोध्या आने वाले थे।
जिला प्रशासन ने भक्तों को घर पर ही रामनवमी मनाने का निर्देश दिया है और मंदिरों में मौजूद तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी की है।
जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने कहा, "हमारी प्राथमिकता कोरोना श्रृंखला को तोड़ने की है। हमने सभी एहतियाती कदम उठाए हैं और अयोध्या में सभी सभाओं पर प्रतिबंध लगाया है।"
राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, "महामारी के कारण इस साल 'राम नवमी' पर मंदिर में कोई भक्त नहीं होगा। केवल एक पुजारी, ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी और राम लला विराजमान होंगे।"
यह लगातार दूसरा वर्ष है जब महामारी के कारण रामनवमी का जश्न नहीं मनाया जाएगा।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट द्वारा नवंबर 2019 में मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाए जाने के बाद शहर में रामनवमी नहीं मनाई गई है।
सरयू कुंज मंदिर के मुख्य पुजारी महंत जुगल किशोर शरण शास्त्री ने कहा, "सिर्फ भक्त ही नहीं, महामारी के कारण अयोध्या के संत भी राम जन्मभूमि के मंदिर में पूजा-अर्चना करने नहीं जाएंगे। हरिद्वार कुंभ का आयोजन करना एक बड़ी भूल थी, लेकिन हम इसे अयोध्या में फिर से दोहरा नहीं सकते। (आईएएनएस)
मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश), 18 अप्रैल | यहां मवेशियों को जहर देने और फिर उनके मालिकों से शवों को ले जाने के एवज में मोटी रकम वसूलने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं। दोनों को स्थानीय निवासियों ने कुकरा गांव में पकड़ा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार, निवासियों ने बताया कि दोनों को गांव में स्कूटर पर घूमते हुए देखा गया था और जब उनसे पूछताछ की गई तो आरोपी अपनी पहचान बताने में नाकाम रहे।
ग्रामीणों ने उनके पास से एक 'जहरीला पदार्थ' भी बरामद किया था।
स्थानीय निवासियों ने कहा, "वे मवेशियों शव को ले जाने के लिए 2,000 रुपये लेते थे। पिछले कुछ महीनों में 20 मवेशी मारे गए हैं।"
दोनों आरोपी इनाम और आरिफ मूलरुप से मुजफ्फरनगर के खालापर के निवासी हैं।
दोनों पर एक ग्रामीण की शिकायत के बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 429 के तहत आरोप लगाए गए हैं।
उप पुलिस अधीक्षक, नई मंडी पुलिस स्टेशन हिमांशु शेखर ने कहा, "एक ग्रामीण द्वारा शिकायत दर्ज किए जाने के बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जांच जारी है।"
एक खबर के मुताबिक पिछले साल दिसंबर में सहारनपुर में एक गिरोह के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था जो कथित रूप से जीवित मवेशियों को निशाना बनाते थे और फिर उन्हें 'खतरनाक पदार्थ' देते थे फिर उनके मांस को क्षेत्र के कई प्रमुख होटलों में बेचते थे। (आईएएनएस)
लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), 18 अप्रैल | हाल की सबसे भीषण त्रासदियों में से एक कोरोना काल में 24 घंटे के अंदर ही तीन भाइयों की मौत हो गई। हालांकि, 53, 50 और 45 वर्ष की आयु के तीनों भाई निमोनिया से पीड़ित थे। परिवार ने कहा कि कोविड का इलाज नहीं करवाने के कारण हालत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई।
डॉक्टरों के अनुसार, भाइयों को निमोनिया था और उनकी स्थिति तेजी से बिगड़ रही थी। सांस फूलने की शिकायत के बाद उनकी मौत हो गई। जबकि सबसे बड़े भाई की घर पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
सूत्रों ने कहा कि उनकी कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव निकली थी, लेकिन परिवार के सदस्यों को एहतियात के तौर पर घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया था और क्षेत्र को सील कर दिया गया था।
एक निजी अस्पताल में दो भाइयों का इलाज करने वाले डॉक्टर ने कहा, "जब उन्हें यहां लाया गया था, तो उनकी हालत गंभीर थी। हमनें तुरंत उन्हें ऑक्सीजन पर रखा और उन्हें ठीक करने की कोशिश की। वे पिछले एक सप्ताह से बीमार थे और घर पर ही रहकर उपचार करा रहे थे और काम भी कर रहे थे। बीमार होने पर हम लोगों को उचित इलाज करवाने और पर्याप्त आराम करने की सलाह देते हैं।"
लखीमपुर खीरी के सीएमओ डॉ मनोज अग्रवाल ने कहा, "प्रारंभिक परीक्षण से यह पता नहीं चलता है कि मौतें कोविड की वजह से हुई थीं। हम आगे की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। पिछले 24 घंटों में जिले में केवल दो ही मौतें कोविड से हुई हैं।"
लखीमपुर खीरी में पिछले 48 घंटों में कोरोना के 1000 मामले आए हैं। डर है कि पंचायत चुनावों के कारण स्थिति और खराब हो सकती है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 18 अप्रैल | कोरोना से देशभर के साथ-साथ राजधानी दिल्ली का भी हाल बद से बदतर होता जा रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बात की और उन्हें कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर दिल्ली के हालातों पर जानकारी दी। उन्होंने कहा, "मैंने आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है और इस गंभीर स्थिति में ऑक्सीजन, बेड और अन्य आवश्यक सुविधाओं की आपूर्ति के लिए अनुरोध किया है।"
मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में बहुत कम आईसीयू बेड उपलब्ध हैं।
केजरीवाल ने कहा, "हमें तुरंत बेड और ऑक्सीजन की आपूर्ति की आवश्यकता है। दिल्ली सरकार अगले 3 दिनों में 6,000 बेड्स तैयार कर लेगी। कई स्कूलों, खेल परिसरों और अन्य सरकारी भवनों को कोविड केयर सेंटर में बदला जाएगा।"
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने केंद्र से अनुरोध किया है कि मरीजों की बढ़ती संख्या से निपटने के लिए सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में अधिक आईसीयू बेड उपलब्ध कराए जाएं।
दिल्ली में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 24,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए। (आईएएनएस)
मथुरा, 18 अप्रैल | मथुरा में एक महिला कांस्टेबल ने अज्ञात युवती के शव का अंतिम संस्कार किया। उन्होंने कहा कि हर मृत व्यक्ति सम्मान का हकदार होता है। युवती का शव 11 अप्रैल को नहर में मिला था। कोसीकलां पुलिस स्टेशन में तैनात 25 वर्षीय शालिनी वर्मा ने कहा कि युवती का मृत शरीर खराब हो चुका था और इसकी पहचान नहीं हो सकी थी। इसलिए उन्होंने युवती को सम्मानजनक विदाई देने का फैसला किया।
श्मशान के पुजारी ने उसे अज्ञात युवती की चिता को जलाने से रोकने की कोशिश की, और इसका विरोध किया। हालांकि, पुजारी के तर्क और विरोध के बावजूद, वर्मा ने अपने हाथों से उस महिला का अंतिम संस्कार कर दिया।
बुलंदशहर की रहने वाली शालिनी ने कहा, "हर मृत व्यक्ति सम्मान का हकदार है।"
शालिनी पहले कोविड-19 से संक्रमित थी और उन्होंने कहा कि उन्हें संकट के इस समय में अंतिम संस्कार करने से कोई डर नहीं था।
अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर, उन्होंने कहा कि समाज की रूढ़िवादी मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है कि अंतिम संस्कार एक महिला द्वारा नहीं किया जा सकता है या वे एक श्मशान भूमि का दौरा नहीं कर सकती।
उन्होंने आगे कहा, "मैंने किताबें पढ़ी हैं और तथ्य यह है कि महिलाएं डर की वजह से श्मशान घाट नहीं जाती हैं।"
एक किसान की बेटी शालिनी 2016 में पुलिस में शामिल हुई थी और प्रशिक्षण के बाद वह सितंबर 2017 में कोसीकलां में तैनात हुईं। उनकी एक छोटी बहन है जो अपने गृहनगर में पोस्ट-ग्रेजुएशन कर रही है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 अप्रैल | भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर अपने चरम पर है। इस बीच लाखों लोग एक बार फिर से दूरस्थ कार्य मोड पर वापस आ गए हैं, क्योंकि काफी कंपनियों ने अपने संचालन को दफ्तर से वर्क फ्रॉम होम में तब्दील कर लिया है। लोगों को बेहतर तरीके से दिनचर्या बिताने को लेकर सलाह देने वाले लाइफ कोच के अनुसार, घर पर रहकर कोविड की दूसरी लहर को हराकर स्वस्थ रहने के साथ ही एक स्वस्थ स्क्रीन समय के साथ भी जुड़ने की आवश्यकता है।
चूंकि कोविड-19 की दूसरी लहर की रफ्तार काफी तेज है और इस बीच विभिन्न वर्गों के लोगों के बीच भविष्य के प्रति अनिश्चितता और चिंता के साथ ही तनाव भी बनना शुरू हो गया है। चिंता और तनाव को दूर करने के लिए यह लाइफ कोच घर में रहकर स्वस्थ्य शारीरिक और मानसिक स्थिति के लिए सलाह दे रहे हैं।
मुंबई में लाइफ कोच और रिलेशनशिप काउंसलर शीतल शापरिया ने आईएएनएस से कहा, "महामारी सभी आयु वर्ग के लोगों में चिंता और घबराहट की भावना को जन्म दे रही है। ऐसी स्थिति में अपने विचारों को काबू करके सभी नकारात्मकता से छुटकारा पाना महत्वपूर्ण है और ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका है कि उन्हें लिखकर और उनसे निपटने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाए जाएं।"
अपने आप को व्यस्त रखने और मनोरंजन के लिए एक और तरीका है कि आप फिल्मों या टीवी/ओटीटी सीरीज देख सकते हैं। इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के साथ अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री के साथ कई ओटीटी प्लेटफार्म हैं, जिसकी मदद से आप अपनी अच्छी शाम बिता सकते हैं।
शीतल ने कहा कि अपने विचारों को लिखने से नकारात्मकता को दूर के साथ ही आपके दिल और दिमाग को हल्का करने में भी मदद मिल सकती है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक अच्छी तरह से लिखा गया उपन्यास भी आपको घर पर रहने के दौरान भी बाहरी दुनिया से जोड़ सकता है।
गुरुग्राम स्थित नारायण अस्पताल में वरिष्ठ सलाहकार और मनोचिकित्सक राहुल राय कक्कड़ के अनुसार, महामारी लोगों को मनोवैज्ञानिक रूप से भी प्रभावित कर रही है और इस दौरान मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना उतना ही महत्वपूर्ण हो गया है, जितना कि कोविड संबंधी स्वच्छता बनाए रखना।
विशेषज्ञों ने जोर दिया है कि उचित नींद लेना, समय प्रबंधन, शारीरिक व्यायाम आदि घर से काम करते समय महामारी ब्लूज को हराया जा सकता है।
घर से काम करते समय परिवार के सदस्यों के साथ कुछ अच्छा समय बिताने से भी आत्मविश्वास बनाने में मदद मिल सकती है।
स्वस्थ रहने के लिए, कक्कर ने कुछ चीजें बताईं जैसे कि नियमित नींद, दिन के समय में नींद से बचना, शाम 5 बजे के बाद कैफीन का सेवन करना आदि।
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि कभी-कभी अपने विचारों के जंजाल से बाहर आना मुश्किल होता है। इसलिए, पेशेवर मदद लेना उचित है। मनोचिकित्सक ने कहा कि मदद मांगना कमजोरी का संकेत नहीं है, यह ताकत का संकेत है।
विशेषज्ञों ने यह भी चेतावनी दी है कि आने वाले सप्ताह गंभीर होंगे, इसलिए हर किसी को केवल जरूरी काम से घर से बाहर निकलना चाहिए और पर्याप्त सावधानियां बरतनी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटों में 2,34,692 ताजा कोविड मामले दर्ज किए हैं, जो अब तक एक ही दिन में सबसे अधिक मामले हैं। शनिवार को देश में समग्र कोविड मामलों की संख्या 1,45,26,609 तक पहुंच चुकी है।(आईएएनएस)
कैनबरा, 17 अप्रैल | ऑस्ट्रेलिया के मेडिकल रेगुलेटर थेरेप्यूटिक गुड्स एडमिनिस्ट्रेशन (टीजीए) ने बताया कि एस्ट्राजेनेका कोरोनावायरस वैक्सीन का साइड इफेक्ट के चलते खून के थक्के जमने से 48 वर्षीय महिला की मौत हो गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू साउथ वेल्स की सेंट्रल कोस्ट की महिला को टीका लगने के चार दिन बाद खून के थक्के जमने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
टीजीए ने शुक्रवार शाम को पुष्टि की कि उसकी धमनियों और नसों में थक्के और उसकी कम प्लेटलेट थी, यह टीकाकरण से जुड़ी होने की संभावना थी।
टीजीए के वैक्सीन सेफ्टी इंवेस्टिगेशन ग्रुप (वीएसआईजी) ने कहा कि महिला की मौत की जांच मधुमेह और कुछ एटिपिकल विशेषताओं सहित अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों से जटिल थी।
ऑस्ट्रेलिया में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन लगभग 8,85,000 खुराकों में यह थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के साथ थ्रोम्बोसिस का तीसरा मामला है।
प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 8 अप्रैल को घोषणा की कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ऑस्ट्रेलियाई लोगों के लिए प्रतिबंधित होगी और 50 वर्ष से कम आयु के वयस्कों को टीजीए की सलाह पर इसका उपयोग करने से बचना चाहिए।
इससे पहले शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी पॉल केली ने आस्ट्रेलियाई लोगों से यह कहते हुए टीकाकरण करवाने का आग्रह किया कि इससे होने वाले लाभ खतरे को कम करते हैं।
हम इस समय ऑस्ट्रेलिया में बहुत ही असामान्य स्थिति में है, इस साल पूरे समुदाय में प्रसारण के मामले बहुत कम हैं।
"संक्रमित होने की संभावना बढ़ेगी, इसलिए टीका लगाया जाना न केवल अपने लिए, बल्कि उन लोगों के लिए भी एक सुरक्षा है, जिनकी आप देखभाल करते हैं।"(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 अप्रैल | कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर कपड़े की मांग को बाधित कर सकती है। इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) ने यह दावा किया है। इंड-रा ने कहा कि जनवरी 2021 में वोवन (बुने हुए) फैब्रिक प्रोडक्शन में मामली सुधार हुआ है, जबकि प्रति वर्ष दर वर्ष के हिसाब से यह 21 प्रतिशत कम रहा था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मिश्रित और बुने हुए कपड़े में जल्दी रिकवरी देखने को मिली। इसका कारण यह भी हो सकता है कि महामारी के दौरान घर से काम वाले दौर में इस तरह के कपड़ों पर लंबी अवधि तक कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा।
इसके अलावा बुने हुए कपड़ों की निर्यात मांग 2022 की पहली तिमाही में प्रमुख गंतव्य देशों में महामारी की दूसरी लहर के दौरान जूझ रही है।
इस बीच यह भी देखा गया कि रिटेलर्स द्वारा रिस्टॉकिंग के चलते दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच इंपोर्टेड फैब्रिक की डिमांड बढ़ी।
वैल्यू के आधार पर आयात की बात करें तो चीन, बांग्लादेश और वियतनाम से उच्च शिपमेंट के साथ नवंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच दोगुना हो गया।
तदनुसार, एजेंसी को उम्मीद है कि महामारी के बीच बन रही परिस्थितियों के कारण खासकर शहरों में रिटेल स्पेस, मॉल, शॉपिंग सेंटर के बंद होने से घरेलू मांग में देखी जाने वाली तेजी में देरी हो सकती है।
यानी कोरोना की दूसरी लहर के बीच मांग में कमी रहने की संभावना है। हाल ही में कई राज्य सरकारों ने कोविद -19 संक्रमण के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए स्थानीय लॉकडाउन लगाए हैं, जिससे आम नागरिकों के साथ ही उद्योगों की चिंता बढ़ गई है।
इसके अलावा, कई राज्य सरकारों ने पहले ही सप्ताहांत कर्फ्यू लागू कर दिया है।
इसके अतिरिक्त, मॉल, रेस्तरां और अन्य प्रकार के बाजारों को या तो बंद कर दिया गया है या उनके परिचालन समय में बदलाव किया गया है।(आईएएनएस)
कोलकाता, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक कथित ऑडियो क्लिप को भाजपा के आईटी सेल ने जारी किया, जिसे लेकर तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। भगवा पार्टी ने चुनाव आयोग से तृणमूल के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। भाजपा ने दावा किया कि बनर्जी मतदाताओं का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही हैं, वहीं सत्तारूढ़ तृणमूल ने भगवा ब्रिगेड पर मुख्यमंत्री के फोन टैप करके लोगों के निजता के अधिकार में घुसपैठ करने का आरोप लगाया।
भाजपा के राष्ट्रीय आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय द्वारा जारी कथित ऑडियो टेप में मुख्यमंत्री और तृणमूल के कूच बिहार के सीतलकुची के उम्मीदवार के बीच बातचीत है। ऑडियो में कथित रूप एक महिला की आवाज को सुना जा सकता है, जिसमें वह पार्था को शव को रखने के लिए कहती है, ताकि पार्टी मृतकों के साथ एक रैली कर सके।
इसके बाद आवाज सुनाई देती है, जिसमें कथित रूप से 'तृणमूल उम्मीदवार' को कहा जाता है कि वह 'परिवारों को शव घर नहीं ले जाने के लिए' कहें।
टेप में महिला की तरफ से कथित रूप से उम्मीदवार को वकील से संपर्क करने और एफआईआर करने के लिए कहा जाता है, ताकि कमांडेंट, आईसी,एसपी का तबादला किया जा सके।
महिला को कहते हुए सुना जा सकता है, "गोलीबारी में कौन मारे गए?"
दूसरे छोर से व्यक्ति की आवाज आती है,"दीदी, वे हमारे आदमी थे।"
इसके अलावा सीआरपीएफ के गोली चलाने से संबंधित सवाल भी पूछे गए।
तृणमूल ने टेप की सत्यता से इनकार नहीं किया और इसके बजाय, इसे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस (भाजपा मीडिया ब्रीफिंग में टेप जारी करने के बाद) के दौरान चलाया।
तृणमूल के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, "क्या भाजपा स्वीकार करती है कि राज्य के मुख्यमंत्री की भी टेलीफोन निगरानी में हैं।"
इस बीच, बनर्जी ने शनिवार को एक चुनावी रैली में कहा कि वह अपने फोन को टैप करने में शामिल सभी लोगों के बारे में पता लगाएगी और सीबीआई जांच का आदेश देगी।
भाजपा के नेता स्वपन दासगुप्ता ने मुख्यमंत्री के कथित वार्तालाप को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब से एक प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की। उन्होंने कहा,, "यह उदाहरण एक ज्वलंत उदाहरण है कि तृणमूल कांग्रेस चुनाव का ध्रुवीकरण करने की कोशिश कर रही है और हमने चुनाव आयोग को आगाह किया है और उनसे इस बाबत कड़े कदम उठाने को कहा है।"
तृणमूल के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात की और मुख्यमंत्री बनर्जी के फोन टैपिंग की शिकायत की।
मीडिया से बात करते हुए, तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, "पहले हमें यह सोचने की जरूरत थी कि इस टेप को कहां से जारी किया गया। यह भाजपा कार्यालय से जारी किया गया और इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं है कि भाजपा इस साजिश के पीछे है।
नई दिल्ली, 17 अप्रैल | देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, इसके रोकथाम के लिए कई राज्यों में नाइट और वीकेंड कर्फ्यू तक लगाया गया है। हालांकि इस दौरान दिल्ली से लोग अपने घरों की ओर वापसी तो कर रहे हैं, लेकिन कारण बताने से कतरा रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली में आज से वीकेंड कर्फ्यू शुरू हो गया है। आनंद विहार बस स्टैंड पर आज यात्रियों की संख्या में काफी गिरावट दिखी, लेकिन कुछ ऐसे यात्री भी मिले जो अपने घर काम न होने के कारण वापस जा रहे हैं।
दिल्ली में अनिल कुमार कपड़े सिलाई का काम करते थे, आनंद विहार बस स्टैंड पर कानपुर जाने के खड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि, "काम नहीं होगा तो मैं क्या करूंगा यहां रहकर? मकान मालिक पैसा मांगेगा ही, तो उसे देना पड़ेगा। पिछली बार भी 2 महीने का पैसा देना पड़ा था। अब तभी आऊंगा जब काम खुलेगा।"
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच शुक्रवार रात 10 बजे से ही शुरू हो चुका है और सोमवार सुबह 5.00 बजे तक चलेगा।
आनंद विहार बस स्टैंड से प्रवासी कामगार दूरदराज के गांवों में अपने घर जाने के लिए निकल रहे हैं। लेकिन जब इनके घर जाने का कारण पूछा जाए तो गांव में चुनाव और शादियों का जिक्र करते हैं।
क्या कोरोना के कारण घर वापसी तो नहीं हो रही ? ये पूछे जाने पर अधिकांश लोग कैमरे के सामने बोलने से मना कर देते हैं, सिर्फ चुनाव और घर में शादी का जिक्र ही कर रहे हैं।
बस स्टैंड पर खड़े बस चालकों की मानें तो लोगों में लॉकडाउन फिर से लग जाने का डर है। जिसके कारण अधिकांश लोग घर वापसी कर रहे हैं।
आनंद विहार बस स्टैंड पर खड़े कंडक्टर राम ब्रजेश ने आईएएनएस को बताया कि, "लोग पिछले साल के मुकाबले इस बार डरे हुए हैं। लोग सामान लेकर दिल्ली से अपने घरों की ओर निकल रहे हैं ताकि फिर लॉकडाउन न हो जाए। पिछले साल लोग पैदल, खाली पेट अपने घर रवाना हुए थे।"
"कुछ लोग चुनाव के कारण भी अपने गांव जा रहे हैं, लेकिन शादियां अभी शुरू नही हुई हैं। लोग कोरोना के कारण एक बार फिर लॉकडाउन न लग जाए इसलिए रवाना हो रहे हैं।"
बस चालक प्रवेश शर्मा ने आईएएनएस को बताया, "लोगों के मन में यही चिंता है कि कहीं लॉकडाउन न लग जाए, वैसे ही रोजगार के साधन समाप्त हो चुके हैं। घर जाकर खाने पीने का इंतजाम तो कर लेंगे।"
आनंद विहार बस स्टैंड पर खड़े यात्री बाल गोविंद सिंह ने बताया कि, "अपने गांव जा रहे हैं, क्योंकि घर में शादी है।" हालांकि जब पूछा गया कि कब तक आओगे तो बताया कि, "अब 2 महीने बाद आऊंगा।"
आनंद विहार से लखीमपुर जाने के लिए खड़े एक व्यक्ति ने आईएएनएस को बताया कि, "अपने गांव जा रहे हैं क्योंकि 19 अप्रैल को चुनाव है, प्रधान ने बुलाया है हम सभी को।"
हालांकि जब उनसे भी पूछा गया कि क्या कोरोना के कारण घर वापसी कर रहे हैं तो वह इस बात से इनकार कर दिया।
दरअसल आनंद विहार बस स्टैंड पर सामान्य दिनों में काफी भीड़ रहने लगी है, लोग अपना सामान लेकर गांव की ओर बढ़ रहे हैं। लेकिन इस बार लोग घर वापसी पर बात करने से कतरा रहे हैं, वहीं कारण बताने से भी बच रहे हैं।(आईएएनएस)
पटना, 17 अप्रैल | राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद के लंबे इंतजार के बाद झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जमनात दिए जाने के बाद राजद कार्यकर्ताओं में खुशी है। जमानत की खबर मिलने के बाद राजद के कई कार्यकर्ता पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचने लगे हैं।
इस बीच, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को कोरोना के कारण घर में रहने की अपील करते हुए किसी प्रकार का कोई भी जश्न नहीं मनाने को कहा है।
चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव को शनिवार को जमानत मिल गई है। इस खबर के पटना पहुंचने के बाद राजद कार्यकर्ताओं में खुशी है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचने लगे हैं।
इधर, राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कार्यकताओं को स्पष्ट निर्देश जारी करते हुए कहा कि इस समय पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है। ऐसे में ऐसा कुछ भी नहीं होना चाहिए जो कोरोना प्रोटोकॉल के खिलाफ है। उन्होंने अपने निर्देश में कहा है कि कोरोना के इस काल में किसी को भी पटना 10 सकरुलर रोड स्थित पूर्व मुख्यमंत्री आवास पर आने की जरूरत नहीं है।
राजद ने लालू समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए घर में रहने की अपील की है।
पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी ट्वीट कर लिखा, "राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद जी को जमानत मिली। सम्मानित शुभचिंतकों, समर्थकों और कार्यकर्ताओं से करबद्ध प्रार्थना है कि सभी कोरोना महामारी के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में ही रहें। किसी प्रकार का कोई भी जश्न नहीं मनाएं।"
एक अन्य ट्वीट में लिखा गया, "आपसे विशेष आग्रह है कि पटना स्थित आवास पर किसी भी प्रकार की कोई भीड़ जमा नहीं करें। माननीय नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी जी कोरोना गाइडलाइन्स के चलते विगत कई दिनों से मुलाकातियों से नहीं मिल रहे हैं।"(आईएएनएस)
काठमांडू, 17 अप्रैल | नेपाल की छह महिलाएं माउंट अन्नपूर्णा की 8,091 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंचकर रिकॉर्ड बनाया है। हिमालयी राष्ट्र के पर्यटन विभाग और अभियान आयोजन एक कंपनी ने यह जानकारी दी। पूर्णिमा श्रेष्ठ, शर्मिला तमांग, दावा फूटी शेरपा, दावा यांगजंग, पासांग लहामू शेरपा और माया शेरपा शुक्रवार को दोपहर बाद पहाड़ की चोटी पर चढ़ गईं। इन नेपाली महिलाओं ने पहली बार यह उपलब्धि हासिल की है।
पर्यटन विभाग के पर्वतारोहण खंड में अनुभाग अधिकारी भीष्म राज भट्टाराई ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि ये महिलाएं ऐसा करने के लिए सबसे पहले बनने वाले पहाड़ की चोटी पर पहुंच गईं।
साल 1978 में अमेरिका की दो महिला पर्वतारोही दुनिया के 10वें सबसे ऊंचे पर्वत की चोटी पर पहुंचने वाली पहली महिला बनी थीं।
अन्नपूर्णा की गिनती दुनिया की सबसे खतरनाक पहाड़ों में होती है। इसके एक चट्टान की 3,000 मीटर ऊंची दीवार बिल्कुल खड़ी है, जिस पर चढ़ना जोखिम भरा है।
टीएचडब्ल्यू की मंजूरी के लिए पांच अभियान आयोजन कंपनियों में से एक सात समिट ट्रेक की अध्यक्ष मिंगमा शेरपा ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि माउंटेन गाइड सहित कुल 68 पर्वतारोही शुक्रवार को अन्नपूर्णा की चोटी पर पहुंच गए, जो एक ही दिन में इतने लोगों के पहाड़ पर चढ़ना का ऊंचा रिकॉर्ड है।
इससे पहले, 1 मई, 2016 को 32 पर्वतारोहियों ने इस पहाड़ पर चढ़कर रिकॉर्ड कायम किया था, जो अब टूट गया।
पर्यटन विभाग अब तक 44 नेपाली और विदेशी पर्वतारोहियों को समिट अन्नपूर्णा के लिए परमिट जारी कर चुका है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 अप्रैल | देश में कोरोना वैक्सीनेशन की संख्या शनिवार को बढ़कर 12 करोड़ के आंकड़े को छू गई। बीते 24 घंटे में यहां वैक्सीन की 30 लाख खुराक दी गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, शनिवार को सुबह 7 बजे तक कुल मिलाकर 17,37,539 सत्रों के माध्यम से 11,99,37,641 वैक्सीन खुराक दी गई हैं।
इसमें 91,05,429 हेल्थ केयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यू) शामिल हैं, जिन्होंने पहली खुराक ली है और 56,70,818 ऐसे हेल्थ केयर वर्कर्स हैं, जिन्होंने दूसरी खुराक ली है।
कुल 1,11,44,069 फ्रंट लाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) को पहली खुराक दी गई है जबकि 54,08,572 एफएलडब्ल्यू को दूसरी खुराक दी गई है।
कुल आंकड़ा देखें तो, 60 वर्ष से अधिक उम्र के 4,49,35,011 लोगों को पहली खुराक और 34,88,257 को दूसरी खुराक दी गई है। 45 से 60 वर्ष की आयु के कुल 3,92,23,975 लाभार्थियों को पहली खुराक दी गई है और 9,61,510 को दूसरी खुराक मिली है।
मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 30 लाख से अधिक खुराक लोगों को दी गई।
टीकाकरण अभियान के 91वें दिन 30,04,544 वैक्सीन खुराक दी गई है।
जिसमें से 37,817 सत्रों में 22,96,008 लाभार्थियों को पहली खुराक दी गई और 7,08,536 लाभार्थियों को टीका की दूसरी खुराक मिली थी।
देश में अब तक दी गई कुल खुराक में से आठ राज्यों का 59.56 प्रतिशत योगदान है।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक 1,18,86,859 वैक्सीन की खुराक, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 1,05,38,702, राजस्थान में 1,05,23,372, गुजरात में 1,01,65,603, पश्चिम बंगाल में 86,09,305, मध्य प्रदेश में 71,15,737, कर्नाटक में 69,10,399 और केरल में 56,81,972 खुराकें दी गई हैं।
वहीं पिछले 24 घंटों में दर्ज किए गए 2,34,692 नए मामलों के साथ भारत में दैनिक संक्रमण की वृद्धि जारी रही है।
दस राज्यों, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान में कुल मामलों का 79.32 प्रतिशत मामला पाया गया है।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक दैनिक नए मामले 63,729 दर्ज किए गए। इसके बाद उत्तरप्रदेश में 27,360 और दिल्ली में 19,486 नए मामले सामने आए हैं।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 17 अप्रैल (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर राज्य में ऑक्सीजन की उपलब्धता को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए पटलवार किया। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि महाराष्ट्र को अब तक देश में सबसे अधिक ऑक्सीजन प्राप्त हुई है। इससे पहले मुख्यमंत्री ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर अन्य राज्यों से मेडिकल ऑक्सीजन को विमान के जरिए महाराष्ट्र को उपलब्ध कराने के लिए केंद्र की अनुमति मांगी थी।
शनिवार को गोयल ने कई ट्वीट्स किए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "ऑक्सीजन पर ठाकरे की नौटंकी देखकर दुख है। भारत सरकार सभी हितधारकों के साथ देश में अधिकतम ऑक्सीजन उत्पादन सुनिश्चित कर रही है। हम वर्तमान में ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता का 110 प्रतिशत उत्पादन कर रहे हैं।"
गोयल ने यह भी कहा कि सभी उपलब्ध ऑक्सीजन को औद्योगिक उपयोग से लेकर चिकित्सा उपयोग तक पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है।
एक अन्य ट्वीट में गोयल ने कहा, "महाराष्ट्र को अब तक भारत में सबसे अधिक मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त हुई है। केंद्र उनकी आवश्यकताओं का आकलन करने और सर्वोत्तम संभव तरीके से उनकी मदद करने के लिए दैनिक आधार पर राज्य सरकारों के साथ संपर्क में है।"
गोयल ने बताया कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने अपनी समीक्षा बैठक में कहा कि केंद्र और राज्यों को इस संकट में तालमेल के साथ काम करना चाहिए। गोयल ने कहा कि इस पृष्ठभूमि के साथ, ठाकरे द्वारा निभाई जा रही तुच्छ राजनीति को देखकर स्तब्ध और दुखी हूं।
मुबंई, 17 अप्रैल | अभिनेता सोनू सूद कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया पर अपने प्रशंसकों को इस बात की सूचना दी।
उन्होंने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें लिखा था: "सभी को नमस्ते, मैं आप सबको बताना चाहता हूं कि आज सुबह ही मैं कोविड से संक्रमित पाया गया हूं। मैंने खुद को क्वारंटीन कर लिया है और अपनी देखभाल कर रहा हूं। लेकिन चिंता न करें। आपकी समस्याओं को हल करने के लिए मुझे अब ज्यादा समय मिल गया है। याद रखें मैं हमेशा आप सभी की मदद केलिए तैयार हूं। - सोनू सूद।"
उन्होंने पोस्ट में कैप्शन दिया कि: "सुरक्षित रहें सावधान रहें।"
अभिनेता को हाल ही में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा पंजाब के कोविड टीकाकरण कार्यक्रम का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया था।
सोनू सूद लगातार कोरोना से निपटने के लिए लोगों की मदद कर रहे हैं। पिछले साल उन्होंने लॉकडाउन के दौरान हजारों प्रवासियों को उनके घरों तक पहुंचाने में मदद की और बेरोजगारों को ई-रिक्शा भी प्रदान किया।(आईएएनएस)
काईद नज्मी
मुंबई, 17 अप्रैल | कोविड-19 के लाखों मरीजों को बड़ी राहत देते हुए, सरकार ने जीवन रक्षक रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमतों में लगभग 50 प्रतिशत की कटौती की है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
कोरोनावायरस की दूसरी बड़ी लहर के बीच यह कोरोना मरीजों के लिए अच्छी खबर है। फिलहाल इस इंजेक्शन की कीमत 2,450 रुपये है।
शुक्रवार की देर शाम रसायन और उर्वरक मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स विभाग, एनपीपीए - सलाहकार (लागत), एन. आई. चौधरी ने सभी फार्मा कंपनियों को तत्काल और पूर्वव्यापी प्रभाव के साथ संशोधित मानदंडों का पालन करने का आदेश दिया है।
अधिसूचना में कहा गया है, "रेमडेसिविर के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में स्वैच्छिक कमी के संबंध में प्रस्तुत फॉर्म-वी के आधार पर, रेमडेसिविर के निर्माता/मार्केटर्स को इसके लिए वितरण श्रृंखला के दौरान संशोधित एमआरपी को लागू करने के लिए निर्देशित किया जाता है, जो कि 15 अप्रैल 2021 से प्रभावी है।"
महाराष्ट्र बैरिस्टर विनोद तिवारी द्वारा मांग की जाने के एक दिन बाद ही यह फैसला किया गया है, जिसमें कहा गया था कि केंद्र को इसकी कथित कमी को देखते हुए डीपीसीओ के शासन में तुरंत रेमडेसिविर लानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 25,000 करोड़ रुपये से अधिक के ब्लैकमार्केटिंग और भ्रष्टाचार के बीच इस इंजेक्शन की कोविड महामारी की दूसरी लहर में बहुत मांग है। आईएएनएस ने पहली बार 15 अप्रैल को विशेष रूप से इस मुद्दे पर प्रकाश डाला था।
केंद्र के इस कदम का स्वागत करते हुए, बैरिस्टर तिवारी ने कहा कि यह अच्छा है कि सरकार ने रेमडेसिविर पाने के लिए संघर्ष कर रहे लाखों लोगों की पीड़ा को महसूस किया है।
तिवारी को इससे कालाबाजारी पर लगाम कसे जाने की भी उम्मीद है। उन्होंने आईएएनएस से कहा कि अब कुछ कंपनियों द्वारा एमपीआर में आधे और उससे भी कम की गिरावट हुई है और लोग अब चैन की सांस ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह फार्मा सेक्टर को भोली जनता का शोषण करने से भी रोक देगा।
केंद्र के आदेश जिन ड्रग मेकर को भेजे गए हैं, उनमें कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड, सिप्ला लिमिटेड, डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड, हेटेरो लैब्स लिमिटेड, जुबिलेंट फार्मा लिमिटेड, माइलान लेबोरेटरीज लिमिटेड, सिनजेन इंटरनेशनल लिमिटेड शामिल हैं।
राज्य एफडीए के सूत्रों ने बताया कि नए मानदंडों के तहत, फार्मा कंपनियां संशोधित कीमतों के साथ बाजार में मौजूदा शेयरों को भी बेच देंगी, जो कि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के अलावा हताश रोगियों या उनके परिवारों को लाभान्वित करेगा।
यह कदम ऐसे समय पर काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भारत में दैनिक नए मामले निरंतर बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में 2,34,692 नए मामले दर्ज किए गए हैं।
महाराष्ट्र ने 63,729 दैनिक नए मामलों के साथ सर्वाधिक संख्या दर्ज कराई है। 27,360 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है, जबकि दिल्ली में 19,486 नए मामले दर्ज किए गए हैं।(आईएएनएस)