कारोबार
रायपुर, 16 मार्च। मैट्स यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान विभाग द्वारा मनोचिकित्सा परामर्श केन्द्र (ओ.पी.डी.) का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया जी के द्वारा दीप प्रजव्वलित कर किया गया।
परामर्श केन्द्र का उद्ददेश्य मानसिक स्वास्थ उन्नति कि दिशा में एक सराहनीय कदम बढ़ाते हुये विभिन्न प्रकार के मानसिक रोगों के उपचार हेतु सेवा उपलब्ध कराना। कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया जी, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया जी, प्रो. वी. सी. डॉ ़दिपिका ढांड मुख्य रूप से मौजूद थे।
रायपुर, 16 मार्च। छत्तीसगढ़ प्रदेश में छत्तीसगढ़ राज्य फार्मेसी काउंसिल के सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, तथा विधिवत होने वाले निर्वाचन में जहां दवा व्यवसाय से जुड़े प्रतिनिधि इसके निर्वाचन में भाग लेते हैं, तो वहीं वर्तमान में फार्मेसी काउंसिल कार्यालय रायपुर से मतपत्रों की पोस्टिंग का काम प्रारंभ हो चुका है एवं 10 अप्रैल 2023 के पूर्व मतदान डाक द्वारा काउंसिल तक पहुंचना निर्धारित किया गया है, एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश में राज्य फार्मेसी काउंसिल के सदस्यों के लिए चुनाव लड़ रही सीसीडीए फार्मासिस्ट पैनल के प्रत्याशियों ने सभी दवा व्यवसायियों से इस पैनल को अपना समर्थन देने की अपील की है।
बिलासपुर के प्रतिष्ठित जे बी हेल्थकेयर मेडिकल कंपलेक्स बिलासपुर एवं रुंगटा कॉलेज भिलाई से डी फार्मा भगत राम शर्मा जिनका मत पत्र क्रमांक-06 है, उन्होंने समस्त दवा व्यवसायियों से आग्रह करते हुए कहा है कि चुनाव में हमारे सदस्यों को फार्मेसी काउंसिल से होने वाली परेशानियों का समाधान करने हेतु एवं फार्मासिस्ट का सर्वांगीण उत्थान करने के लिए एवं हमारे व्यवसाय को संबंधित संस्था का परिचालन हमारे सदस्यों से हो, इस उद्देश्य से संस्था ने चुनाव में सहभागी होने का निर्णय लिया है, तथा आप सभी से आग्रह है कि फार्मेसी काउंसिल के उत्थान के लिए अधिक से अधिक इस चुनाव में भाग लेकर हमारे सदस्यों को विजयी बनाएं।
रायपुर, 16 मार्च। 15 मार्च को छग माहुरी समाज रायपुर के तत्वावधान में बहुत ही धूमधाम से कुल देवी माँ मथुरा सिनी पूजनोत्सव माँ महामाया मंदिर रायपुर में सम्पन्न हुआ। जिसमें समाज के सभी भक्तों की भारी संख्या में उपस्थिति रही।
माता रानी के जयकारे के साथ पूजन प्रारंभ हुआ, विधिवत पूजन आरती एवं उसके बाद भजन संध्या जेपी शर्मा एण्ड ग्रुप के द्वारा मधुर गीतों से सभी भक्ति रस में डूबकर भक्तिभाव से कार्यक्रम का समापन हुआ।
रायपुर, 14 मार्च। कलिंगा विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ की प्रतिभाओं के लिए भव्य फिल्म महोत्सव व अवार्ड नाइट का आयोजन करने जा रहा है। आयोजन की तैयारी जोरों पर है। इस सिलसिले में हाल ही में नई दिल्ली के वरिष्ठ फिल्म निर्माता समीक्षक और पत्रकार डॉ. सुनील पाराशर से एक अहम मुलाक़ात हुई। बैठक के दौरान फिल्म फेस्टिवल से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
डॉ. पराशर निम्न फिल्मों से जुड़े रह चुके हैं :- सिर्फ तुम, इश्क कयामत, दीवानापन, कोई मेरे दिल से पूछे, बस इतना सा ख्वाब है, अजनबी, तुम बिन, राज, अब होगा धारणा अनलिमिटेड आदि।
फैकल्टी ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट से डॉ जैस्मिन जोशी ने अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छ से किया। स्वागत भाषण कुलसचिव डॉ संदीप गांधी ने दिया। अतिथि और विश्वविद्यालय के विभाग के सदस्यों की उपस्थिति में कलिंगा विश्वविद्यालय फिल्म महोत्सव के आयोजन पर विस्तृत चर्चा की गई। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग और फिल्म निर्माण विभाग ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें पत्रकारिता विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री शेख अब्दुल कादिर, सुश्री तुहिना चौबे, सुश्री गीतिका ब्रम्हभट्ट और मोहम्मद यूनुस रिजवी उपस्थित थे।
बैठक के अंत में कुलसचिव डॉ संदीप गांधी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया। भव्य आयोजन अगस्त 2023 में प्रस्तावित है। यह पहली बार है कि कलिंगा विश्वविद्यालय फिल्म निर्माण के छात्रों के लिए इस तरह का आयोजन करने जा रहा है। फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड और फिल्म इंडस्ट्री की कई बड़ी और नामी हस्तियां शामिल होंगी।
उल्लेखनीय है कि कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान है। नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए, विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (हृ्र्रष्ट) द्वारा क्च+ मान्यता प्रदान की गई है। यह छत्तीसगढ़ का एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है, जो उत्कृष्ट 101-150 विश्वविद्यालयों की एनआईआरएफ रैंकिंग 2022 में शामिल है।
यहां छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले बहु-विषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वैश्विक बेंचमार्क के अनुसार छात्रों में नवाचार पैदा किया जा सके।
ताकि उनमें नेतृत्व शक्ति के विकास के साथ एक जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना का विकास हो सके।
हैदराबाद, 14 मार्च । श्री अमिताभ मुखर्जी, निदेशक (वित्त) ने एनएमडीसी लिमिटेड में अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक के रूप में अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया। एनएमडीसी लिमिटेड इस्पात मंत्रालय के तहत भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक और एक नवरत्न सीपीएसई है।
वे भारतीय रेलवे लेखा सेवा (आईआरएएस) के 1995 बैच के अधिकारी हैं। वे कोस्ट एकाउंटेंट भी हैं और उन्होंने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर से वाणिज्य में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।
निदेशक (वित्त) के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, एनएमडीसी ने रू 25,882 करोड़ रुपये के टर्नओवर, रू 12,981 करोड़ रुपये के कर पूर्व लाभ (पीबीटी) और वित्त वर्ष 22 में रू 9,398 करोड़ रुपये के कर पश्चात लाभ (पीएटी) के साथ कंपनी के इतिहास में अब तक का सबसे अच्छा वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया।
उन्होंने ईआरपी (एस 4/हाना ) के कार्यान्वयन का नेतृत्व किया है तथा माइन ट्रांसपोर्टेशन एंड सर्विलांस प्रणाली, फ्लीट मैनेजमेंट प्रणाली जैसी अन्य डिजिटलीकरण पहल कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में एनएमडीसी स्टील लिमिटेड से एनएमडीसी लिमिटेड का डीमर्जर समयबद्ध तरीके से पूरा हुआ और एनएसएल के शेयरों को 20.02.2023 को स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया। परियोजना प्रबंधन, डिजिटल पहल और नीति निर्माण उनकी विशेषता है।
उन्होंने एनएमडीसी के ऑस्ट्रेलिया प्रचालन को प्री-प्रोडक्शन स्टेज (गोल्ड) तक पहुंचाया है और आयरन ओर माइनिंग टेनेमेंट का मोनेटाइज करते हुए एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय खनन कंपनी हैनकॉक प्रॉस्पेक्टिंग के साथ एक रणनीतिक गठजोड़ को भी अंतिम रूप दिया है।
एनएमडीसी में पदभार ग्रहण करने से पूर्व , वे रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) में महाप्रबंधक (वित्त) के पद पर कार्यरत थे। 19967 -2016 से आईआरएएस में अपनी सेवा के दौरान, उन्होंने पूर्व रेलवे में महत्वपूर्ण पद पर कार्य किया । आईआरएएस में कार्यग्रहण करने से पूर्व, उन्होंने 1994-1997 तक इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) में कार्य किए ।
बिलासपुर, 14 मार्च। एसईसीएल प्रशासनिक भवन सीएमडी सभाकक्ष में दिनांक 13 मार्च 2023 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एसईसीएल विप्स द्वारा आयोजित कार्यक्रम का समापन एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा के मुख्य आतिथ्य।
निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.एन. कापरी, निदेशक (कार्मिक) श्री देबाशीष आचार्या के विशिष्ट आतिथ्य, विप्स अपेक्स पूर्व महासचिव श्रीमती कीर्ति तिवारी, मुख्यालय के महिलाकर्मियों एवं विभिन्न क्षेत्रों से आए महिलाकर्मियों की उपस्थिति में किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक डा. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा कि वर्तमान समय में महिलाओं की हर क्षेत्र में भागीदारी है। अपने सम्बोधन में उन्होंने डिजिट आल : लैंगिक समानता के लिए नवाचार एवं प्रौद्योगिकी विषय पर कहा कि नवाचार एवं प्रौद्योगिकी से महिला व पुरूष वर्ग में समानता आई हैं।
आज ऐसा कोई काम नहीं है जो महिला करने में सक्षम नहीं है। महिलाएँ एक जुनून, एक जज्बे, एक हौसले के साथ अपना कार्य सम्पादित करती है जो अत्यंत प्रशंसनीय है और समाज के सभी वर्गों के लिए प्रेरक है। प्रबंधन द्वारा महिलाओं के सतत विकास, क्षमता उन्नयन के लिए विविध प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं जिसमें अधिकाधिक भाग लेकर अपने को कार्यस्थल और समाज में और अधिक सक्षम बनाएँ।
इस अवसर पर अपने-अपने सम्बोधन में निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस.के. पाल, निदेशक (वित्त) श्री जी. श्रीनिवासन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) श्री एस.एन. कापरी, निदेशक (कार्मिक) श्री देबाशीष आचार्या ने कहा कि आदि काल से भारतीय समाज में महिलाएँ समाज व देश को सामाजिक एवं आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करने में अपनी महती भूमिका निभाती चली आ रही है। महिलाएँ राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
उन्होंने अपने-अपने सम्बोधन में पूर्व और वर्तमान समय के परिप्रेक्ष्य में महिलाओं की शिक्षा, नौकरी आदि विषयों पर आनुपातिक विश्लेषण करते हुए बताया कि आज समाज व राष्ट्र की उन्नति में महिलाओं की सशक्त भूमिका है। सभी क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पूर्व से बेहतर है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन श्रीमती कीर्ति तिवारी द्वारा प्रस्तुत किया गया उपरांत शपथ का पठन किया गया जिसे उपस्थितों ने दोहराया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के करकमलों से विप्स द्वारा आयोजित स्लोगन प्रतियोगिता-प्रथम-कृतांजली पाल, द्वीतीय-प्रिया पाण्डे, तृतीय-रूपल चतुर्वेदी एवं ख्याति नेताम, भाषण प्रतियोगिता-प्रथम-रूपल चतुर्वेदी, द्वीतीय-सी. अनुराधा, तृतीय-डा. संजीवनी पाणिग्रही एवं लक्ष्मी गोयल, रंगोली प्रतियोगिता-प्रथम-रूपल चतुर्वेदी, द्वीतीय-स्वाति नेताम, तृतीय-सोनप्रभा नायक एवं क्षेत्राीय कार्यालयों के एक-एक महिला अधिकारी एवं कर्मचारी को उनके बेहतर कार्यनिष्पादन हेतु पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम में उद्घोषणा का दायित्व डा. संजीवनी पाणिग्रही एवं श्रीमती सुधा सिंह द्वारा निभाया गया अंत में उपस्थितों को धन्यवाद ज्ञापित आरती बंजारे समन्विका विप्स द्वारा दिया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्रीमती शैलजा दाभाड़े, श्रीमती सविता निर्मलकर, श्रीमती नमिता दीक्षित, श्रीमती संगीता बझलवार, श्रीमती खिमिया मनवानी, श्रीमती रीना श्रीवास्तव, श्रीमती जया चौधरी, श्रीमती वीणा सिंह, श्रीमती रेहाना खान व अन्य सभी विप्स सदस्याओं का सक्रिय सहयोग रहा।
रायपुर, 14 मार्च। रायपुर वीआईपी रोड स्थित श्रीराम मंदिर में रामनवमीं महोत्सव के आयोजन को लेकर बैठक आयोजित हुई जिसमें 30 मार्च को रामनवमीं के आयोजन कार्यक्रम की वृहद योजना बनी।
सम्पूर्ण हिन्दू समाज के आराध्य हमर छत्तीसगढ़ के भांचा श्रीराम जी के जन्मोत्सव को लेकर योजना बनाई गई। बैठक में लगभग 150 कार्यकर्ताओं ने अपने सुझाव दिये। बैठक में निर्णय हुआ कि 30 मार्च को सुबह 9 बजे से रात 11 बजे तक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे जिसमें भजन मण्डली, कीर्तन मण्डली, महाआरती दीपदान, भव्य आतिशबाजी, प्रसाद वितरण किया जायेगा एवं मुख्य रूप से देश की सुप्रसिद्ध भजन गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर जी के भजन संध्या रात्रि 8 बजे से 11 बजे तक आयोजित होगी।
कार्यक्रम अलग-अलग टोली प्रमुख भी नियुक्त किये गये। जो पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था सम्हालेंगे, प्रशासन सम्पर्क मनोज गोपाल जी, पुष्पेन्द्र उपाध्याय जी, विवेक अग्रवाल जी देखेंगे।
भण्डारा प्रसाद प्रमोद खरेजी, पार्किंग व्यवस्था विनोद पंडित, सुरेशअश्री, विनय साहू, गेधू साहू, सशि व्यास जी एवं 350 कार्यकर्ता विभिन्न व्यवस्थाएं सम्हालेंगे।
इस्ट के अध्यक्ष बृजलाल गोयल जी ने, सभी कार्यकर्ताओं से व्यवस्था सहयोग की अपेक्षा के साथ कार्यक्रमों में सबकी सहभागिता का आग्रह किया। सचिव लीलाधर जी, भगवती शर्मा जी आदि वरिष्ठजनों के साथ पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की।
रायपुर, 14 मार्च। भारतीय रिजर्व बैंक दो दशक से ज्यादा समय से उपभोक्ता संरक्षण के लिए प्रयत्नशील है। इस दिशा में कदम उठाते हुए पहली बार 1995 में बैंकिंग लोकपाल योजना जारी किया गया था। तब से लेकर अबतक समय समय पर विनियमित संस्थाओं के कार्य पद्धति में होते बदलाव को देखते हुए लोकपाल योजना में भी बदलाव किया गया और सन 2021 में इसके पहले लागू तीन अलग अलग लोकपाल योजनाओं को एकीकृत कर वर्तमान स्वरूप में लाया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक का उदेश्य है इस एकीकृत लोकपाल योजना के जरिये विनियमित संस्थाओं द्वारा ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली सेवा में त्रुटि / कमी / अभाव से संबन्धित शिकायत का निवारण अथवा समाधान निशुल्क, निष्पक्ष और त्वरित किया जा सके। क्रक्चढ्ढह्र ( रिजर्व बैंक के लोकपाल) भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त अधिकारी होता है।
देश में कुल 20 लोकपाल हैं। शिकायत के प्रसंस्करण की प्रक्रिया में लोकपाल विनियमित संस्था की सेवा में त्रुटि सिद्ध होने की स्थिति में न सिर्फ विवाद के विषय को सुलझाता है और विवाद में निहित राशि ग्राहक को प्राप्त होती है।
रायपुर, 14 मार्च। प्रदेश के युवा कांग्रेसी नेता सुबोध हरितवाल ने बताया कि आज भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी वी श्रीनिवास द्वारा राष्ट्रीय प्रवक्ताओं की सूची जारी की गई जिसमे छग से सुबोध हरितवाल को स्थान मिला और वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पे जिम्मेदारी दी गई।
श्री हरितवाल ने बताया कि जारी की गई सूची में सीनियर राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय प्रवक्ता और राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट शामिल किए गए है ।
श्री हरितवाल ने बताया कि नवंबर 2022 में युवा कांग्रेस की मीडिया विभाग की सूची को भंग किया गया था जिसके बाद उसका पुनर्गठन किया गया और नए सिरे से प्रवक्ताओं की नियुक्ति की गयी। छग से *सुबोध हरितवाल* को यथावत रखते हुए वरिष्ठ राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है।
श्री हरितवाल ने इस नियुक्ति पर सुबोध हरितवाल ने राष्ट्रीय अध्यक्षा श्री मल्लिकार्जुन खडग़े, श्री राहुल गांधी, युवा कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी वी श्रीनिवास, पीसीसी अध्यक्ष श्री मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और राष्ट्रीय महासचिव पूर्णचंद कोको पाढ़ी का आभार व्यक्त किया है।
रायपुर, 13 मार्च। हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की सीएसआर शाखा हुंडई मोटर इंडिया फाउंडेशन (एचएमआईएफ) ने अपनी कला सीएसआर आर्ट फॉर होप 2023 के दूसरे संस्करण की घोषणा की, उन्होंने पूरे भारत के 25 कलाकारों का समर्थन किया। भिलाई, छत्तीसगढ़ की सारिका गोस्वामी विजुअल आर्टिस्ट और प्रिंटमेकर उनमें से एक हैं।
आर्ट फॉर होप 2023 ने 27 फरवरी से 5 मार्च तक बीकानेर हाउस नई दिल्ली में अपनी कलाकृति पेश करने का शानदार अवसर आयोजित किया और 16 मार्च से 19 मार्च तक इनको सेंटर चेनाई में भी प्रस्तुति देने जा रहा है।
सारिका गोस्वामी भिलाई, छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं। उन्होंने स्.स्.स्.स्.-4, भिलाई से पढ़ाई की। उसकी रुचि उसे और अधिक सीखने के लिए अपनी मातृभूमि से दूर ले जाती है। 2019 में ढ्ढ.्य.स्.ङ्क, खैरागढ़ से स्नातक और 2021 में बड़ौदा, वडोदरा के रू.स्. से पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया। अपनी पढ़ाई के बाद उन्होंने पूरे समर्पण और कड़ी मेहनत के साथ अपनी कला का अभ्यास जारी रखा, उन्होंने कार्यशालाओं, कला वार्ता और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों के लिए विभिन्न अवसर प्राप्त किए।
वर्तमान में वह ललित कला अकादमी की रिसर्च प्रिंटमेकिंग स्कॉलर (2021-22) हैं, उन्हें क्षेत्रीय केंद्र, भुवनेश्वर में काम करने के लिए स्कॉलरशिप मिली। सारिका गोस्वामी का काम जटिल मतभेदों के साथ सद्भाव की भावना व्यक्त करते हुए, विचारों को चित्रित करने, एक कहानी बताने, या एक रूपक की अवधारणा के लिए विषय के रूप में प्राकृतिक तत्वों और दृश्यों पर केंद्रित है।
उनके दृश्य आख्यान वनस्पतियों और जीवों के प्राकृतिक रूप को दर्शाते हैं जिनका सामना वह अपने दैनिक जीवन, समाज और इतिहास में करती हैं।
अपने परिवेश में देखे गए पक्षियों, जानवरों, कीड़ों और पौधों के आवर्ती व्यक्तिपरक रेखाओं, बनावट, व्यवहार और लयबद्ध रूपों की परस्पर क्रिया, बचपन से ही प्रकृति के साथ उनके भावनात्मक बंधन की कड़ी रही है। एक सूचित भविष्य की दिशा में काम करने के लिए कलाकार का आदर्श वर्तमान को हमारी पिछली जड़ों के निशान से जोडऩा है। सारिका प्रिंटमेकिंग की प्रक्रिया की पड़ताल और प्रयोग करती है, उकेरी हुई रेखाओं के उपयोग के माध्यम से अपने इरादे व्यक्त करती है, फीकी यादों की याद दिलाने वाली बनावट वाली उभरी हुई सतह, नक्काशीदार वुडकट्स, ड्रॉइंग और मिश्रित मीडिया।
सारिका गोस्वामी के दृश्य बहुत ही रोचक हैं, प्रिंटमेकिंग माध्यम में नेत्रहीन खोज और प्रयोग करते हैं और आधुनिक कला को एक नया आयाम देते हैं। उसकी दृश्य भाषा के बारे में बात करना प्रकृति के सौंदर्य से बहुत अधिक संबंधित है जिसकी वह आसपास से प्रशंसा करती है। यह सब भिलाई से आकर हमेशा जुड़ता है। उनका आदर्श वाक्य प्रकृति की अतीत और वर्तमान जड़ों को जोडऩा है और मानव प्रकृति के बीच प्रकृति के संबंधों को भी बढ़ाना है। वह अपने कला अभ्यास में बहुत अधिक शामिल है और इसे जारी रखना चाहती है।
छत्तीसगढ़ के कला परिदृश्य को बढ़ाने और छत्तीसगढ़ में रहने वाले हर कलाकार के लिए एक बेहतर तरीका स्थापित करने के लिए उनका एक बड़ा मकसद है। वह उन लोगों के लिए एक मंच बनाना चाहती हैं जो अपने काम को एक्सप्लोर करने के लिए समस्याओं का सामना करते हैं।
सारिका गोस्वामी का कहना है कि "उनकी उपलब्धि का श्रेय उनकी मां सुनीता गोस्वामी और उनके पिता रोशन साहब गोस्वामी को है। वे उनके आत्मविश्वास की रीढ़ हैं और उनकी प्रेरणा के पीछे वह अपनी बड़ी बहन मोनिका अमित गुप्ता की प्रशंसा करती हैं जिन्होंने उन्हें एक चिंगारी और दृष्टि दी। वह हमेशा अपने शिक्षकों और विभिन्न कलाकारों की आभारी हैं जिन्होंने हर कदम पर उनका मार्गदर्शन किया।
रायपुर, 13 मार्च। बी.सी.सी.आई. द्वारा आयोजित विज्जी ट्रॉफी 2022 का आयोजन 10 मार्च से प्रारम्भ हुआ। विज्जी ट्रॉफी 2022 टुर्नामेन्ट की मेजबानी छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ को सौपी गयी है। जिसमें विज्जी ट्रॉफी टुर्नामेन्ट का मैच 12 मार्च को रायपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएषन क्रिकेट ग्राउण्ड रायपुर, छत्तीसगढ़ में वेस्ट जोन विरूद्ध साउथ जोन की टीम के मध्य खेला गया। जिसमें वेस्ट जोन की टीम ने टॉस जीत कर पहले फील्ंिडग करने का निर्णय लिया।
साउथ जोन की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 251 रन 8 विकेट 50 ओवर में बनाए। साउथ जोन टीम ने बल्लेबाजी करते हुए-राहुल बुद्धी 94 रन, 97 बॉल, 6 चौका, 5 छक्का,शोवर्धन प्रतांप 60 रन, 68 बॉल, 6 चौका, 1 छक्का,ए. मोहिथ 28 रन, 39 बॉल, 3 चौका, 1 छक्का, पर बनाए।
वेस्ट जोन टीम की तरफ से गेंदबाजी करते हुएरजत 10ओवर, 39 रन, 2 विकेट, स्नेल जसोलिया 10.0 ओवर, 69 रन, 1 विकेट, नाम-शुुभम शर्मा 10 ओवर, 27 रन, 1 विकेट, एस. जैन 9.0 ओवर, 60 रन, 1 विकेट, लिए।
साउथ जोन की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्ट जोन की टीम को 50 ओवर में 252 रन का लक्ष्य दिया। जबाब में खेलने उतरी वेस्ट जोन की टीम ने लक्ष्य का पिछा करते हुए 118 रन, 31.2 ओवर, 10 विकेट, गवांकर मैच में 133 रन से हार का सामना करना पड़ा।
रायपुर, 13 मार्च। शनिवार को छत्तीसगढ़ उत्कल गांड़ा समाज ने होली मिलन कार्यक्रम आयोजित राजधानी रायपुर में किया गया । जिसके मुख्य अतिथि समाज के प्रमुख रहे। उत्कल समाज के लोगों ने होली मिलन समारोह में भागीदारी की और एक दूसरे को तिलक लगाकर होली की बधाई दी।
इस दौरान उत्कल क्रीड़ा मंडल के प्रदेश संयोजक अभिषेक टंडन ने अपने विचार रखे और होली को शांतिपूर्ण व भाईचारे से मनाने की खुशी जताई कार्यक्रम के उपरांत फूलों की होली खेली गई। जिसमें युवा बिग समेत समाज के। । होली की शुभकामनाएं।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ उत्कल युवा साथी द्वारा होली मिलन कार्यक्रम में भरत बांघ की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।जिसमे सन्देश दिया कि संस्कृति को बचाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम समाज मे बहुत जरूरी है।यदि हमे समाज को एक जुट रखना है तो बिना भेदभाव के निस्वार्थ भाव से सभी वर्ग को एक साथ लाना होगा। इस अवसर पर मंगल तांड़ी टीटी बहरा रवि कुमार सागर तांडी कृष्णा राणा राहुल बघेल समाज के साथी उपस्थिति रहे।
रायपुर, 13 मार्च। रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले के मंत्री श्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर पूरे देश के हर जिले में हाल मार्किंग जेवर का विक्रय अनिवार्य किए जाने तथा हर जिले में हॉल मार्किंग सेंटर की स्थापना किए जाने की मांग की है।
श्री मालू ने अपने पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार 1 अप्रैल 2023 से देश के 399 जिलों में जिस तरह हर शख्स की पहचान के लिए आधार कार्ड है, ठीक उसी तरह ज्वेलरी की पहचान के लिए हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) नंबर को विक्रय के लिए अनिवार्य कर दिया है और देश में 1397 हॉलमार्किंग सेंटर हैं।
यदि छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनादगांव के साथ ही 10 हॉल मार्किंग सेंटर है लेकिन छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में हॉल मार्किंग सेंटर की स्थापना नहीं हुई है यहां के सराफा कारोबारियों को हाल मार्किंग सेंटर नहीं होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और मजबूरन दूसरे जिलों में जाकर जेवर का हॉल मार्किंग करना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ में जहां जेवर के उत्पादन की इकाइयां नहीं है वहां हॉल मार्किंग सेंटर की स्थापना नहीं हुई है। भारतीय मानक ब्यूरो के नियमानुसार कोई भी सराफा व्यापारी जेवर को हॉल मार्किंग करकर बेच सकता है और जिसके पास पंजीयन नहीं है वह हॉल मार्किंग जेवर नहीं बेच सकता है।
श्री मालू ने बताया कि अभी तक देश के कई जिलों में हॉलमार्किंग सेंटर की स्थापना भी नहीं हुई है इस कारण वहां के सराफा व्यापारी दूसरी जगह से हाल मार्किंग कराकर या बिना हाल मार्किंग के ज्वैलरी का विक्रय कर रहे है।
श्री मालू ने कहा कि यदि देश के सभी जिलों में हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) के ज्वेलरी बेचना केंद्र सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2023 से अनिवार्य किया जा रहा है तो यह औचित्य विहीन है। इस योजना को लागू करने के लिए आवश्यक है कि देश में स्थापित सभी उत्पादक इकाइयों को चाहे वह छोटी हो या बड़ी को निर्देशित किया जाए कि वे अनिवार्य रूप से हाल मॉर्किंग जेवर का निर्माण करें इससे सभी उपभोक्ताओं को हाल मॉर्किंग जेवर ही मिलेगा और पूरे देश में बिकेगा भी।
श्री मालू ने कहा कि जहां हॉल मार्किंग सेंटर है और जहां नहीं है सभी जगह पर हाल मार्किंग ज्वेलरी का विक्रय पूरे देश में अनिवार्य किया जाए नहीं तो भारत सरकार की सूचना को लागू नहीं किया जाए। श्री मालू ने केंद्रीय उपभोक्ता मंत्री श्री गोयल से अनुरोध किया है कि बेसिक तैयारियों के बिना या तो हाल मार्किंग अनिवार्य ना करें या 1 अप्रैल 2023 से पूरे देश में हाल मार्किंग अनिवार्य घोषित करें। अगर केंद्र सरकार को इस योजना को लागू करना है तो पहले पूरे देश में स्थापित सभी उत्पादक इकाइयों से निकलने वाले जेवर में हाल मॉर्किंग लगाकर व्यापारियों को भेजे।
रायपुर, 12 मार्च। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल, रायपुर अत्याधुनिक चिकित्सा व सर्जरी सुविधाओं के लिये पूरे मध्यभारत मे ख्याति प्राप्त है। इसके विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम, समय-समय पर, क्षेत्र के मरीजों को सुविधा देने, चिकित्सा शिविर का आयोजन करती रही है।
इससे सैकड़ो मरीजों को अपने निकट ही चिकित्सा परामर्श का लाभ मिल जाता है। इसी क्रम मे, हास्पिटल की पेन व पेलेटिव केयर स्पेशलिस्ट डॉ. बबलेश महावर, द्वारा 14 मार्च 2023, प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक पेन क्लिनिक, (ओपीडी-36) सी ब्लाक में पेनक्लिनिक वर्कशाप का आयोजन किया जा रहा है।
इस वर्कशाप में, घुटनों का दर्द, कंधे का दर्द, मिनिस्कस एवं लिगामेंट फटना, रोटेटर कफ इंज्युरी, टेनिस एल्बो, रेट्रो कल्केनियल बर्साइटिस, प्लेंटर फासिसाइटिस और शोल्डर इम्पिंजमेंट आदि समस्या से ग्रस्त मरीजों को परामर्श व इलाज किया जायेगा।
इस वर्कशाप की प्रमुख विशेषता यह है कि रिजनेरेटिव / प्रोलोथेरपी से, मरीजो को प्राकृतिक तरीके से हीलिंग कर, उपरोक्त सभी प्रकार के दर्दों से निजात दिलाने हेतु इलाज व परामर्श दिया जायेगा।
मेजबानी छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ को मिली
रायपुर, 11 मार्च। बी.सी.सी.आई. द्वारा आयोजित विज्जी ट्रॉफी 2022 का आयोजन 10 मार्च से प्रारम्भ हुआ। विज्जी ट्रॉफी 2022 टुर्नामेन्ट की मेजबानी छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ को सौपी गयी है।
जिसमें विज्जी ट्रॉफी टुर्नामेन्ट का मैच दिनांक 10 मार्च 2023 को रायपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन क्रिकेट ग्राउण्ड रायपुर, छत्तीसगढ़ में ईस्ट जोन विरूद्ध साउथ जोन की टीम के मध्य खेला गया। जिसमें साउथ जोन की टीम ने टॉस जीत कर पहले फिल्डिंग करने का निर्णय लिया।
ईस्ट जोन की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 240 रन 8 विकेट 50.0 ओवर में बनाए। ईस्ट जोन टीम ने बल्लेबाजी करते हुए सन्नी पाण्डे (नॉट ऑउट) 100 रन, 131 बॉल, 7 चौका, 1 छक्का, नाम-अमर चौधरी 29 रन, 19 बॉल, 6 चौका, 0 छक्का, नाम-भानु आनन्द 26 रन, 25 बॉल, 1 चौका, 2 छक्का, पर बनाए। साउथ जोन टीम की तरफ से गेंदबाजी करते हुए-नाम-उचययुधिस्वरं वी. 10.0 ओवर, 41 रन, 2 विकेट, नाम-उचयथारून कुमार वी. 9.0 ओवर, 42 रन, 1 विकेट, नाम-न. सुनील कृश्णा 7.0 ओवर, 38 रन, 1 विकेट, नाम-अबुल हसन खालिद 6.0 ओवर, 39 रन, 1 विकेट, लिए।
ईस्ट जोन की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ जोन की टीम को 50.0 ओवर में 241 रन का लक्ष्य दिया। जबाब में खेलने उतरी साउथ जोन की टीम ने लक्ष्य का पिछा करते हुए-उचय185 रन, 40.2 ओवर, 10 विकेट, गवांकर मैच में 55 रन से हार का सामना करना पड़ा।
रायपुर, 11 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आज अग्रसेन महाविद्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर समाज को प्रेरित करने वाली पांच महिलाओं का सम्मान किया गया। इनमें शिक्षा क्षेत्र से जुडो डॉ मधुलिका अग्रवाल, डॉ सीमा अग्रवाल, सखी फाउन्डेशन की प्रमुख नीलम सिंह, जी न्यूज छत्तीसगढ़ की एंकर तृप्ति सोनी, और समाजसेविका पिंकी अग्रवाल शामिल हैं. इन सभी महिलाओं ने अपने परिश्रम से लोगों के लिए प्रेरणा बनकर एक मिसाल कायम की है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों के परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से समाज में श्रम का महत्व बढ़ता है और जागरूकता के अभियान में अन्य लोग भी आगे आते हैं. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं का सम्मान भारत में हजारो वर्षों से रहा है. महिलाओं को साथ जोडऩे से किसी भी कार्य की सफलता सुनिश्चित हो जाती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ मधुलिका अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं ने हर दौर में अपने सामर्थ्य को सिद्ध किया है. आज भी महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपनी श्रेष्ठता साबित कर रही हैं। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई के पूर्व अध्यक्ष अजय दानी, वरिष्ठ समाजसेवी उमेश अग्रवाल तथा महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने भी सम्मानित होने वाली सभी महिलाओं को साधुवाद दिया।
प्राचार्य डॉ युलेंद्र कुमार राजपूत ने भी सम्मानित होने वाली महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि लगातार किये जाने वाले कठिन कार्यों के बीच जब समाज के निचले पायदान के मेहनतकश लोगों का सम्मान होता है, तो यह अपने आप ही एक अनूठी पहल बन जाती है. इस आयोजन के समन्वयक समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो मो. रफीक रहे. साथ ही कार्यक्रम का संचालन डॉ डाली पाण्डेय ने किया. वहीँ कार्यक्रम में सभी प्राध्यापकों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई.
रायपुर, 11 मार्च। 27- 28 फरवरी को श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी में फेकल्टी आफ साइंस द्वारा दो दिवसीय नेशनल सेमिनार इमर्जिंग ट्रेंड्स इन मल्टी डिसिप्लिनरी रिसर्च इन साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन का आयोजन किया गया।
जिसके ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी, डिपार्टमेंट ऑफ लाइफ साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र कुमार गौतम थे। इस सेमिनार को छत्तीसगढ़ काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने स्पॉन्सर किया।
सेमिनार के इनौग्रल फंक्शन के चीफ गेस्ट प्रो. अविनाश पांडे, डायरेक्टर इंटर यूनिवर्सिटी एक्सीलरेटर सेंटर, न्यू दिल्ली और वैलिडिक्टरी फंक्शन के चीफ गेस्ट प्रो. आर. एस. दुबे, वाइस चांसलर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात रहे और अपने व्याख्यान दिए।
सेमिनार में विभिन्न राज्यों से आए विषय विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान दिए और लगभग 280 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और सेमिनार से लाभान्वित हुए। श्री रावतपुरा यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर, श्री हर्ष गौतम, वाइस चांसलर प्रो. एस. के. सिंघ, रजिस्ट्रार डॉ. सी. रमेशकुमार ने ऑर्गनाइजिंग सेक्रेट्रीज और ऑर्गनाइजिंग कमिटी को सेमिनार आयोजन और इसकी सफलता पर बधाई दी।
रायपुर, 11 मार्च। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज (मैक), समता कॉलोनी रायपुर के वाणिज्य संकाय के छात्रों ने दिनांक 04/03/2023 को पं. रविशंकर शुक्ल विश्वद्यिालय की अध्यक्षता में पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रेक्षागृह रायपुर में आयोजित जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम में भाग लिया।
हमारा देश जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। जो कि विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रीय और केंद्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संगठन है, जिसमेें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल है। इस सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में श्री प्रदीप शर्मा (योजना नीति व ग्रामीण सलाहकार छ.ग. शासन), श्री दिलीप सिन्हा (पूर्व राजदूत भारत सरकार) के साथ ही डॉ. केशरी लाल वर्मा (कुलपति पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि. रायपुर) जैसी प्रमुख हस्तियाँ उपस्थित थे।
महाविद्यालय के चेयरमैन राजेश अग्रवाल जी के विशेष मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन, प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा, एडमिनिस्ट्रेटर श्री सिद्धार्थ सभरवाल के संचालन एवं वाणिज्य संकाय की वरिष्ठ सहा. प्राध्यापक डॉ. एस. के. जैन के नेतृत्व में महाविद्यालय के 15 विद्यार्थियों ने जी-20 पं. रविशंकर शुक्ल विश्वद्यिालय की अध्यक्षता में पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में हिस्सा लिया एवं सक्रिय सहभागिता की।
विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं विकासशील देशों की अनुसंधान एवं सूचना प्रणाली द्वारा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय का चयन 20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के अंतर्गत किया गया है। इस पूरी पहल का उद्देश्य जी-20 समुदाय के साथ स्थाई संबंध बनाने के प्रयास में भारतीय युवाओं को भारत के सांस्कृतिक राजदूत के रूप में चित्रित करना है। विश्व शांति निर्माण और सुलह की दिशा में यूथ परामर्श एक सकारात्मक कदम है।
स्थिर शांतिपूर्ण समाज में उनके निर्माण में, अंतर सामुदायिक संवाद, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों की भूमिका, जमीनी पारंपरिक प्रक्रियाओं के माध्यम से सुलह को बढ़ावा देना, अलगाववादी आंदोलनों और आतकवादी समूह से निपटने की चुनौतियों को समझना एवं उनके हल निकालना, धर्म संस्कृति, जातीयता में अंतर से उत्पन्न होने वाले तनाव और संघर्ष को कम करने में मदद करना और स्वस्थ और उत्पादक बने रहने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को सुनिश्चित करना और स्वस्थ और उत्पादक बने रहने के लिए किस तरह से सभी के पास स्वास्थ्य और देखभाल की पहुँच हो। ष्ळ.20 न्दपअमतेपजल ब्वददमबजष् सम्मेलन में मैक महाविद्यालय के छात्रों ने सक्रिय भूमिका निभाई साथ ही इन सबसे संबंधित जिज्ञासाओं सवालों को भी उन्होंने एक्सपर्ट से पूछा जिसका उन्हें सकारात्मक समाधान भी मिले। पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि. रायपुर में सहभागिता के बाद छात्रों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर चेयरमैन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल जी एवं प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा, वाणिज्य संकाय के विभागाध्यक्ष एवं सभी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
रायपुर, 11 मार्च। गर्भकालीन मधुमेह मेलिटस (जीडीएम) या गर्भावस्था में मधुमेह गर्भावस्था में सबसे आम चिकित्सा स्थितियों में से एक है और उन्नत उम्र की महिलाओं के गर्भवती होने की बढ़ती दर के साथ व्यापकता बढ़ रही है। गर्भावस्था में मधुमेह की उच्च घटनाओं के लिए महिलाओं में मातृ मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता का बढ़ता प्रचलन भी जिम्मेदार है।
एशियाई और इसके अलावा भारतीयों को डायबिटीज मेलिटस का अधिक खतरा होता है और इसलिए, गर्भवती महिलाओं को गर्भकालीन मधुमेह का अधिक खतरा होता है। आम आदमी के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि जीडीएम मातृ और भ्रूण अल्पकालिक और दीर्घकालिक बीमार स्वास्थ्य के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है।
गर्भावस्था के दौरान ब्लड ग्लूकोज की जांच कराना बहुत जरूरी है। प्रसवपूर्व देखभाल के दौरान दो बार जीडीएम के परीक्षण की सिफारिश की जाती है। गर्भावस्था में जितनी जल्दी हो सके पहली प्रसवपूर्व यात्रा के दौरान पहला परीक्षण किया जाना चाहिए। दूसरा परीक्षण गर्भावस्था के 24-28 सप्ताह के दौरान किया जाना चाहिए यदि पहला परीक्षण नकारात्मक है। दूसरा परीक्षण सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
क्योंकि इस अवधि (24-28 सप्ताह) के दौरान कई गर्भवती महिलाओं में रक्त शर्करा असहिष्णुता विकसित हो जाती है।
इसके अलावा, पहली तिमाही के दौरान केवल एक तिहाई जीडीएम पॉजिटिव महिलाओं का पता लगाया जाता है। दोनों टेस्ट के बीच कम से कम 4 हफ्ते का अंतर होना चाहिए। सभी गर्भवती महिलाओं के लिए परीक्षण किया जाना है, भले ही वह पहले संपर्क के समय एएनसी के लिए गर्भावस्था में देर से आई हो। यदि वह 28 सप्ताह से अधिक की गर्भावस्था प्रस्तुत करती है, तो संपर्क के पहले बिंदु पर केवल एक परीक्षण किया जाना है। भारत में सेवन के 2 घंटे बाद 75 ग्राम मौखिक ग्लूकोज का उपयोग करके एकल चरण परीक्षण और रक्त शर्करा को मापने की सिफारिश की जाती है। 300 मिली पानी में 75 ग्राम ग्लूकोज घोलकर मौखिक रूप से दिया जाना है, चाहे गर्भवती महिला उपवास की स्थिति में हो या उपवास की स्थिति में, चाहे आखिरी भोजन कुछ भी हो। घोल का सेवन 5-10 मिनट के भीतर पूरा करना होता है। मौखिक ग्लूकोज लोड के 2 घंटे बाद रक्त शर्करा का मूल्यांकन करने के लिए एक प्लाज्मा मानकीकृत ग्लूकोमीटर का उपयोग किया जाना चाहिए। यदि मौखिक ग्लूकोज सेवन के 30 मिनट के भीतर उल्टी हो जाती है, तो परीक्षण को अगले दिन दोहराया जाना चाहिए या किसी सुविधा को देखें। यदि 30 मिनट के बाद उल्टी होती है, तो परीक्षण जारी रहता है। जीडीएम के निदान के लिए कट ऑफ के रूप में =140 मिलीग्राम/डीएल (140 से अधिक या इसके बराबर) की दहलीज रक्त शर्करा का स्तर लिया जाता है। सभी गर्भवती महिलाओं को इस परीक्षण के बारे में पता होना चाहिए और सभी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए यह समान रूप से महत्वपूर्ण है कि वे सभी महिलाओं को इस सरल परीक्षण के बारे में जागरूक करें।
जीडीएम के लिए कई जोखिम कारक हैं जिनमें मोटापा, उच्च रक्तचाप, उन्नत मातृ आयु, गर्भावस्था में तेजी से वजन बढऩा, मधुमेह का पारिवारिक इतिहास, बड़े बच्चे का पिछला इतिहास आदि शामिल हैं, लेकिन भारत में प्रत्येक गर्भवती महिला की जांच करना महत्वपूर्ण है। जबकि माँ और बच्चे के लिए अल्पकालिक जोखिम बहुत अधिक हैं, महिला और बच्चे के लिए दीर्घकालिक परिणामों को समझना अधिक महत्वपूर्ण है। जीडीएम से पीडि़त 50त्न से अधिक महिलाओं को 10 वर्षों के फॉलोअप के दौरान मधुमेह हो जाता है। इन महिलाओं में मोटापे और भविष्य में हृदय रोगों की घटनाएं भी अधिक होती हैं। साथ ही, यह देखा गया है कि जीडीएम गर्भधारण से पैदा हुए बच्चों में भविष्य में मोटापे, मधुमेह और हृदय रोगों का खतरा होता है। इस प्रकार जीडीएम का निदान इन जच्चा-बच्चा समूहों का अनुसरण करने और भविष्य की बीमारियों को रोकने के लिए उचित जीवन शैली व्यवहारों को लागू करने का अवसर प्रदान करता है। बचपन के मोटापे और मधुमेह का भविष्य का जोखिम वास्तव में उस वातावरण पर निर्भर करता है जिसमें बच्चा पैदा होता है। युवा लड़कियों और महिलाओं को गर्भावस्था से पहले उचित सावधानी बरतने के लिए आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ी को गैर-संचारी रोगों के कष्टों से बचाया जा सके। स्तनपान कराने से जोखिम भी कम हो जाता है और इस प्रकार कम से कम 6 महीने तक स्तन के दूध को बढ़ावा देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
हम हर साल महिला दिवस मनाते हैं और इसे जीडीएम जागरूकता के साथ जोड़ा जाना चाहिए। आखिरकार, भावी पीढ़ी का स्वास्थ्य लगभग पूरी तरह से महिला के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। ठीक ही कहा गया है कि यदि हम रोग मुक्त पीढ़ी चाहते हैं तो हमें स्त्री के गर्भ में पल रहे भ्रूण पर ध्यान देने की आवश्यकता है जो अप्रत्यक्ष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। सफलतापूर्वक प्रसव कराने वाली जीडीएम से पीडि़त महिलाओं को मधुमेह और उपापचयी सिंड्रोम की देखभाल करने वाले डॉक्टरों के साथ अच्छी अनुवर्ती कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें आहार और शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से गर्भावस्था के बाद वजन घटाने के लिए प्रयास करना चाहिए और वजन बढऩे से रोकना चाहिए। प्रसव के बाद नियमित अंतराल पर रक्त शर्करा परीक्षण पर जोर दिया जाना चाहिए। मोटापे से ग्रस्त छोटे बच्चों को भी मधुमेह के लिए जांच की जानी चाहिए और उनका वजन कम करने के लिए शुरुआती हस्तक्षेप किए जाने चाहिए। मधुमेह और मोटापा विश्व स्तर पर वर्तमान महामारी हैं और जीडीएम भविष्य के जोखिमों को रोकने का अवसर प्रदान करता है।
प्रोफेसर डॉ वी सेसिया के जन्मदिन के अवसर पर 10 मार्च को जीडीएम जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन इस क्षेत्र में अनुसंधान के लिए समर्पित कर दिया है। स्वास्थ्य और रोगों की विकासात्मक उत्पत्ति की वर्तमान अवधारणाओं के साथ, हमें यह समझने की आवश्यकता है कि एक महिला का अच्छा स्वास्थ्य हमारी भावी पीढ़ी के अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। मातृ कुपोषण और अतिपोषण दोनों की बच्चों के स्वास्थ्य में समान भूमिका होती है और युवा लड़कियों को प्राथमिक रोकथाम के लिए लक्षित करने की आवश्यकता होती है। यह ठीक ही कहा गया है कि महिलाएं समाज की वास्तविक शिल्पकार हैं। हमारे देश में सभी स्वास्थ्य केंद्रों में रक्त ग्लूकोज परीक्षण को सार्वभौमिक रूप से अपनाया गया है लेकिन गर्भावस्था के बाद महिलाओं का स्वास्थ्य अभी भी बहुत खराब है।
रायपुर, 11 मार्च। अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन छत्तीसगढ़ के सभी सम्मानित सदस्य एवं पदाधिकारियों ने भोजपुरी भवन बिरगांव में होली का त्यौहार बहुत ही भाई चारे के साथ मनाया और एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर गले मिले प्रदेश अध्यक्ष मुक्तिनाथ पांडे ने सभी प्रदेशवासियों को और समाज के महिला और बच्चों को नशा मुक्ति का पाठ भी पढ़ाया और आने वाली पीढ़ी को सही दिशा और संस्कार देने के लिए शपथ दिलाई।
संस्थापक प्रभारी शेषनाथ तिवारी ने इस होली के अवसर पर अपने सांस्कृतिक और फाग गीतों को अपने मंडली के साथ बहुत ही सुंदर ढंग से दी प्रस्तुति जिसमें समाज के सभी सम्मानित सदस्य एवं पदाधिकारी झूमने पर हो गए मजबूर। उपस्थित सदस्य पप्पू मिश्रा, वीर बहादुर सिंह, दिवाकर शुक्ला, भगवान शर्मा, शहीद राकेश गौतम के पुत्र आदित्य मिश्रा,सी.पी. शुक्ला और अन्य सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित थे।
‘भारत का पहला इमर्जिंग एंड पेरियंस एंटरटेनमेंट सेंटर होगा’-सीईओ
रायपुर, 10 मार्च। राजधानी के मोवा अबूजा माल के पास पूनो एडवांस इनडोर इनटरटेनमेंट सेंटर का शुक्रवार को भव्य लॉच किया गया। लांच के अवसर पर पूनो के संचालक और सीईओ पंकज अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि छत्तीसगढ़ के पहले पूनो एडवांस का एडवांस इनडोर इनटरटेनमेंट सेंटर भविष्य में एक नया कदम रखने जा रहे है, जिससे हम सभी एक नई शानदार यात्रा का अनुभव करेंगे।
छसत्तीसगढ़ का पहला इंडोर मनोरंजन केंद्र है। जहां भारत का पहला इमर्जिंग एंड पेरियंस एंअरटेनमेंट सेंटर ईईसी होगा। जहां की मस्ती भरी दुनिया उम्मीदों से परे होगी।
पूनो की विरासत के साथ आगे बढ़ते हुए एक साल पहले रायपुर में भारत का पहला इनडोर एडवेंचर एण्ड ट्रांपडसलाइन पार्क की शुरूआत की थी। जिसे छत्तीसगढ़ के लोगों ने खूब सराहा और पसंद किया। पूनो ने उत्तीसगढ़ के लोगों को हमेशा बेहतरीन और अनोखे अनुभव प्रदान किया।
इसी लक्ष्य की आगे बढ़ाने पूनो एडवांस द फ्यूचर गेमिंग लेकर आ रहे है। उन्होंने बताया कि पूनो में न केवल ब्लॉक-चेन तकनीक से समर्थ है बल्कि वर्चुअल और आरकेड गेम्स को लाइनअप किया है। तकनीकी इडोर गेम का अनुभव कर सकते हैं। बल्कि हमले नए उत्साहजनक राइड्स भी जोड़ेे हैं।
पूना एडवांस में परिवार के हर व्यक्ति आ सकते हैं और अपने परिजनों के साथ सकते है। दुनिया की सबसे बेहतरीन तकनीक और गेम लाने के लिए बनाई गई है।
रायपुर, 10 मार्च। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार) द्वारा बीमाकृत व्यक्तियों की सेवा के सफलम 71वें पूरे करने के अवसर पर 24 फरवरी से 10 मार्च के दौरान विशेष सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
इसके अंतर्गत क.रा.बी. निगम द्वारा दिए जाने वाले हितलाभों एवं योजना की जानकारी देते हुए 7 मार्च को मेसर्स महिंद्रा स्पंज एंड पावर लिमिटेड, सिलतरा में सेमीनार का आयोजन किया गया। उक्त सेमीनार में जानकारी देते हुए निगम की राज्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुकेशिनी सी. जाधव, सहायक निदेशक दिनेश श्रीवास, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी आलोक प्रकाश एवं वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी बृजेश कुमार सुमन उपस्थित रहे।
इस दौरान मेसर्स महिंद्रा स्पंज एंड पॉवर लिमिटेड संस्थान के वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों सहित काफी संख्या में संस्थान के कर्मचारी उपस्थित थे। आयोजन के दौरान सभी उपस्थित व्यक्तियों को क.रा.बी. निगम की योजना का विस्तार से जानकारी देते हुए उनकी समस्याओं का भी निराकरण किया गया।
रायपुर, 10 मार्च। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के राजभाषा अधिकारियों का वार्षिक सम्मेलन दिनांक 24 व 25 फरवरी, 2023 को बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए. एस. राजीव के मार्गदर्शन में तिरुवनंतपुरम में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाशटन बैंक के कार्यपालक निदेशक श्री ए. बी. विजयकुमार ने वर्चुअल रूप से पुणे से किया। कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने भी वर्चुअल रूप से पुणे से प्रतिभागियों को संबोधित किया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (मानव संसाधन प्रबंधन व राजभाषा) श्री के. राजेश कुमार, एर्नाकुलम अंचल के अंचल प्रबंधक श्री अरुण वी. और बैंक के सभी अंचलों के राजभाषा अधिकारी एवं संपर्क राजभाषा अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) ने किया।
श्री ए. बी. विजयकुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों तक भी अपने विचारों और अपनी योजनाओं को पहुंचाने के लिए हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाएं सशक्त माध्यम हैं।
ग्राहक सेवा हेतु हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाएं श्रेष्ठ विकल्प हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और व्यवसाय के कई मानकों पर बैंक टॉप परफॉर्मर रहा है। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री ए. बी. विजयकुमार के कर-कमलों से "महाकोश मोबाइल ऐप" का लॉन्च किया गया, इस ऐप के माध्यम से बैंक के कर्मचारियों के लिए अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद मोबाइल पर उपलब्ध रहेगा। साथ ही बैंक की ई-पत्रिका ‘महाबैंक संवाद सरिता’ के नवीनतम अंक का विमोचन भी किया गया।
कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने कहा कि भाषा हमारे ग्राहकों को हमसे जोड़ती है अत: आप सभी यह प्रयास करें कि भाषा को व्यवसाय से जोड़ें। यह हमारे ग्राहक आधार में बढ़ोत्तरी करेगा और व्यवसाय वृद्धि में भी सहायक होगा। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने "वाट्सऐप बैंकिंग विभिन्न भाषा सुविधा" का लॉन्च किया, जिससे ग्राहक अब हिन्दी और अंग्रेजी के साथ मराठी, तमिल, मलयालम और तेलुगु आदि भाषाओं में वाट्सऐप बैंकिंग सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
श्री के. राजेश कुमार, महाप्रबंधक, मानव संसाधन प्रबंधन व राजभाषा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस सम्मेलन में प्रशिक्षण के माध्यम से हम सभी कुछ नया जान सकें, साथ ही राजभाषा कार्य की बेहतर समीक्षा की जा सके तथा राजभाषा के प्रयोग की रणनीति तैयार की जा सके। इस अवसर पर श्री के. राजेश कुमार ने बैंक की ई-पत्रिका ‘महाबैंक संवाद सरिता’ के "वार्षिक संकलन" का विमोचन भी किया।
सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर सत्र लिए गए। आभार प्रदर्शन एर्नाकुलम अंचल के अंचल प्रबंधक श्री अरुण वी. ने किया।
फोटो कैप्शन :
बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा तिरुवनंतपुरम में राजभाषा सम्मेलन का आयोजन।
फोटो में - श्री के. राजेश कुमार, महाप्रबंधक, मा.सं.प्र. व राजभाषा श्री अरुण वी., अंचल प्रबंधक, एर्नाकुलम अंचल और डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) तथा बैंक के राजभाषा अधिकारीगण।
हैदराबाद, 10 मार्च। भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी अपने विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों और सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का समर्थक रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 के अवसर पर एनएमडीसी ने मासिक धर्म पर एक वार्तालाप का आयोजन किया, एक ऐसी अवधारणा जो अभी भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में वर्जित है।
एनएमडीसी ने मुख्य अतिथि के रूप में हैदराबाद की एक प्रमुख प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ और एंडोमेट्रियोसिस पर निरंतर कार्य करने वाली डॉ. विमी बिंद्रा बसु को महिला स्वास्थ्य पर प्रकाश डालने के लिए आमंत्रित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. विमी बिंद्रा बसु ने कहा, महिला स्वास्थ्य के बारे में बातचीत विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि दस में से एक महिला प्रजनन से संबंधित मामलों से पीडि़त है और इसके लक्षणों से अनजान है। महिलाओं को आज एक-दूसरे की सहायता करने के लिए सही जानकारी रखने की आवश्यकता है।
एंडोमेट्रियोसिस फाउंडेशन ऑफ इंडिया प्रारम्भ करने का उद्देश्य इस विषय पर बातचीत करना और मासिक धर्म से जुड़े वर्जनाओं को तोडक़र अधिकाधिक महिलाओं की मदद करना था।
रायपुर, 7 मार्च। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि आज राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट संतुलित एवं सकारात्मक है। शहरी एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। कैट के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि बजट में सभी वर्गो का ध्यान रखा गया है। शहरी क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क की स्थापना, प्रदेश वासियों को नवा रायपुर से दुर्ग तक लाइव मेट्रो का प्रावधान है।
प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में अधोसंरचना विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ का प्रावधान। छात्रों के लिए नये स्कूल एवं कॉलेज खोलने का भी प्रावधान है। महिलाओं की समृद्वि, युवाओं के लिए रोजगार मिशन, कृषि एवं बागवानी को बढ़ावा देने के साथ ही उद्योग एवं सेवा के क्षेत्रों पर भी बराबर फोकस किया गया। वित्त वर्ष 2023-24 का 1,21,500 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया गया है। बजट 2023 में राज्य के बेरोजगार युवाओं को 2,500 रुपये का मासिक भत्ता देने की घोषणा गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, होम गार्ड, ग्राम कोटवारों के मानदेय में भी वृद्धि करने की घोषणा की।
बजट कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए राज्य की समृद्धि और विकास पर केंद्रित है। बजट में कोई भी नया कर नहीं लगाया है, बजट संतुलित एवं सकारात्मक है।