कारोबार
रायपुर, 11 मार्च। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आज अग्रसेन महाविद्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर समाज को प्रेरित करने वाली पांच महिलाओं का सम्मान किया गया। इनमें शिक्षा क्षेत्र से जुडो डॉ मधुलिका अग्रवाल, डॉ सीमा अग्रवाल, सखी फाउन्डेशन की प्रमुख नीलम सिंह, जी न्यूज छत्तीसगढ़ की एंकर तृप्ति सोनी, और समाजसेविका पिंकी अग्रवाल शामिल हैं. इन सभी महिलाओं ने अपने परिश्रम से लोगों के लिए प्रेरणा बनकर एक मिसाल कायम की है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों के परिश्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन से समाज में श्रम का महत्व बढ़ता है और जागरूकता के अभियान में अन्य लोग भी आगे आते हैं. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं का सम्मान भारत में हजारो वर्षों से रहा है. महिलाओं को साथ जोडऩे से किसी भी कार्य की सफलता सुनिश्चित हो जाती है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ मधुलिका अग्रवाल ने कहा कि महिलाओं ने हर दौर में अपने सामर्थ्य को सिद्ध किया है. आज भी महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपनी श्रेष्ठता साबित कर रही हैं। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी अग्रवाल समाज की केन्द्रीय इकाई के पूर्व अध्यक्ष अजय दानी, वरिष्ठ समाजसेवी उमेश अग्रवाल तथा महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने भी सम्मानित होने वाली सभी महिलाओं को साधुवाद दिया।
प्राचार्य डॉ युलेंद्र कुमार राजपूत ने भी सम्मानित होने वाली महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि लगातार किये जाने वाले कठिन कार्यों के बीच जब समाज के निचले पायदान के मेहनतकश लोगों का सम्मान होता है, तो यह अपने आप ही एक अनूठी पहल बन जाती है. इस आयोजन के समन्वयक समाज कार्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो मो. रफीक रहे. साथ ही कार्यक्रम का संचालन डॉ डाली पाण्डेय ने किया. वहीँ कार्यक्रम में सभी प्राध्यापकों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई.
रायपुर, 11 मार्च। 27- 28 फरवरी को श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी में फेकल्टी आफ साइंस द्वारा दो दिवसीय नेशनल सेमिनार इमर्जिंग ट्रेंड्स इन मल्टी डिसिप्लिनरी रिसर्च इन साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन का आयोजन किया गया।
जिसके ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी, डिपार्टमेंट ऑफ लाइफ साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र कुमार गौतम थे। इस सेमिनार को छत्तीसगढ़ काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने स्पॉन्सर किया।
सेमिनार के इनौग्रल फंक्शन के चीफ गेस्ट प्रो. अविनाश पांडे, डायरेक्टर इंटर यूनिवर्सिटी एक्सीलरेटर सेंटर, न्यू दिल्ली और वैलिडिक्टरी फंक्शन के चीफ गेस्ट प्रो. आर. एस. दुबे, वाइस चांसलर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ गुजरात रहे और अपने व्याख्यान दिए।
सेमिनार में विभिन्न राज्यों से आए विषय विशेषज्ञों ने अपने व्याख्यान दिए और लगभग 280 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और सेमिनार से लाभान्वित हुए। श्री रावतपुरा यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर, श्री हर्ष गौतम, वाइस चांसलर प्रो. एस. के. सिंघ, रजिस्ट्रार डॉ. सी. रमेशकुमार ने ऑर्गनाइजिंग सेक्रेट्रीज और ऑर्गनाइजिंग कमिटी को सेमिनार आयोजन और इसकी सफलता पर बधाई दी।
रायपुर, 11 मार्च। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज (मैक), समता कॉलोनी रायपुर के वाणिज्य संकाय के छात्रों ने दिनांक 04/03/2023 को पं. रविशंकर शुक्ल विश्वद्यिालय की अध्यक्षता में पं. दीनदयाल उपाध्याय प्रेक्षागृह रायपुर में आयोजित जी-20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम में भाग लिया।
हमारा देश जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। जो कि विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रीय और केंद्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संगठन है, जिसमेें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल है। इस सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में श्री प्रदीप शर्मा (योजना नीति व ग्रामीण सलाहकार छ.ग. शासन), श्री दिलीप सिन्हा (पूर्व राजदूत भारत सरकार) के साथ ही डॉ. केशरी लाल वर्मा (कुलपति पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि. रायपुर) जैसी प्रमुख हस्तियाँ उपस्थित थे।
महाविद्यालय के चेयरमैन राजेश अग्रवाल जी के विशेष मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन, प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा, एडमिनिस्ट्रेटर श्री सिद्धार्थ सभरवाल के संचालन एवं वाणिज्य संकाय की वरिष्ठ सहा. प्राध्यापक डॉ. एस. के. जैन के नेतृत्व में महाविद्यालय के 15 विद्यार्थियों ने जी-20 पं. रविशंकर शुक्ल विश्वद्यिालय की अध्यक्षता में पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में हिस्सा लिया एवं सक्रिय सहभागिता की।
विदेश मंत्रालय, भारत सरकार एवं विकासशील देशों की अनुसंधान एवं सूचना प्रणाली द्वारा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय का चयन 20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट के अंतर्गत किया गया है। इस पूरी पहल का उद्देश्य जी-20 समुदाय के साथ स्थाई संबंध बनाने के प्रयास में भारतीय युवाओं को भारत के सांस्कृतिक राजदूत के रूप में चित्रित करना है। विश्व शांति निर्माण और सुलह की दिशा में यूथ परामर्श एक सकारात्मक कदम है।
स्थिर शांतिपूर्ण समाज में उनके निर्माण में, अंतर सामुदायिक संवाद, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों की भूमिका, जमीनी पारंपरिक प्रक्रियाओं के माध्यम से सुलह को बढ़ावा देना, अलगाववादी आंदोलनों और आतकवादी समूह से निपटने की चुनौतियों को समझना एवं उनके हल निकालना, धर्म संस्कृति, जातीयता में अंतर से उत्पन्न होने वाले तनाव और संघर्ष को कम करने में मदद करना और स्वस्थ और उत्पादक बने रहने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को सुनिश्चित करना और स्वस्थ और उत्पादक बने रहने के लिए किस तरह से सभी के पास स्वास्थ्य और देखभाल की पहुँच हो। ष्ळ.20 न्दपअमतेपजल ब्वददमबजष् सम्मेलन में मैक महाविद्यालय के छात्रों ने सक्रिय भूमिका निभाई साथ ही इन सबसे संबंधित जिज्ञासाओं सवालों को भी उन्होंने एक्सपर्ट से पूछा जिसका उन्हें सकारात्मक समाधान भी मिले। पं. रविशंकर शुक्ल वि.वि. रायपुर में सहभागिता के बाद छात्रों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के सफलतापूर्वक सम्पन्न होने पर चेयरमैन आदरणीय श्री राजेश अग्रवाल जी एवं प्राचार्य डॉ. एम.एस. मिश्रा, वाणिज्य संकाय के विभागाध्यक्ष एवं सभी विद्यार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
रायपुर, 11 मार्च। गर्भकालीन मधुमेह मेलिटस (जीडीएम) या गर्भावस्था में मधुमेह गर्भावस्था में सबसे आम चिकित्सा स्थितियों में से एक है और उन्नत उम्र की महिलाओं के गर्भवती होने की बढ़ती दर के साथ व्यापकता बढ़ रही है। गर्भावस्था में मधुमेह की उच्च घटनाओं के लिए महिलाओं में मातृ मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता का बढ़ता प्रचलन भी जिम्मेदार है।
एशियाई और इसके अलावा भारतीयों को डायबिटीज मेलिटस का अधिक खतरा होता है और इसलिए, गर्भवती महिलाओं को गर्भकालीन मधुमेह का अधिक खतरा होता है। आम आदमी के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि जीडीएम मातृ और भ्रूण अल्पकालिक और दीर्घकालिक बीमार स्वास्थ्य के बढ़ते जोखिम से जुड़ा है।
गर्भावस्था के दौरान ब्लड ग्लूकोज की जांच कराना बहुत जरूरी है। प्रसवपूर्व देखभाल के दौरान दो बार जीडीएम के परीक्षण की सिफारिश की जाती है। गर्भावस्था में जितनी जल्दी हो सके पहली प्रसवपूर्व यात्रा के दौरान पहला परीक्षण किया जाना चाहिए। दूसरा परीक्षण गर्भावस्था के 24-28 सप्ताह के दौरान किया जाना चाहिए यदि पहला परीक्षण नकारात्मक है। दूसरा परीक्षण सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
क्योंकि इस अवधि (24-28 सप्ताह) के दौरान कई गर्भवती महिलाओं में रक्त शर्करा असहिष्णुता विकसित हो जाती है।
इसके अलावा, पहली तिमाही के दौरान केवल एक तिहाई जीडीएम पॉजिटिव महिलाओं का पता लगाया जाता है। दोनों टेस्ट के बीच कम से कम 4 हफ्ते का अंतर होना चाहिए। सभी गर्भवती महिलाओं के लिए परीक्षण किया जाना है, भले ही वह पहले संपर्क के समय एएनसी के लिए गर्भावस्था में देर से आई हो। यदि वह 28 सप्ताह से अधिक की गर्भावस्था प्रस्तुत करती है, तो संपर्क के पहले बिंदु पर केवल एक परीक्षण किया जाना है। भारत में सेवन के 2 घंटे बाद 75 ग्राम मौखिक ग्लूकोज का उपयोग करके एकल चरण परीक्षण और रक्त शर्करा को मापने की सिफारिश की जाती है। 300 मिली पानी में 75 ग्राम ग्लूकोज घोलकर मौखिक रूप से दिया जाना है, चाहे गर्भवती महिला उपवास की स्थिति में हो या उपवास की स्थिति में, चाहे आखिरी भोजन कुछ भी हो। घोल का सेवन 5-10 मिनट के भीतर पूरा करना होता है। मौखिक ग्लूकोज लोड के 2 घंटे बाद रक्त शर्करा का मूल्यांकन करने के लिए एक प्लाज्मा मानकीकृत ग्लूकोमीटर का उपयोग किया जाना चाहिए। यदि मौखिक ग्लूकोज सेवन के 30 मिनट के भीतर उल्टी हो जाती है, तो परीक्षण को अगले दिन दोहराया जाना चाहिए या किसी सुविधा को देखें। यदि 30 मिनट के बाद उल्टी होती है, तो परीक्षण जारी रहता है। जीडीएम के निदान के लिए कट ऑफ के रूप में =140 मिलीग्राम/डीएल (140 से अधिक या इसके बराबर) की दहलीज रक्त शर्करा का स्तर लिया जाता है। सभी गर्भवती महिलाओं को इस परीक्षण के बारे में पता होना चाहिए और सभी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों के लिए यह समान रूप से महत्वपूर्ण है कि वे सभी महिलाओं को इस सरल परीक्षण के बारे में जागरूक करें।
जीडीएम के लिए कई जोखिम कारक हैं जिनमें मोटापा, उच्च रक्तचाप, उन्नत मातृ आयु, गर्भावस्था में तेजी से वजन बढऩा, मधुमेह का पारिवारिक इतिहास, बड़े बच्चे का पिछला इतिहास आदि शामिल हैं, लेकिन भारत में प्रत्येक गर्भवती महिला की जांच करना महत्वपूर्ण है। जबकि माँ और बच्चे के लिए अल्पकालिक जोखिम बहुत अधिक हैं, महिला और बच्चे के लिए दीर्घकालिक परिणामों को समझना अधिक महत्वपूर्ण है। जीडीएम से पीडि़त 50त्न से अधिक महिलाओं को 10 वर्षों के फॉलोअप के दौरान मधुमेह हो जाता है। इन महिलाओं में मोटापे और भविष्य में हृदय रोगों की घटनाएं भी अधिक होती हैं। साथ ही, यह देखा गया है कि जीडीएम गर्भधारण से पैदा हुए बच्चों में भविष्य में मोटापे, मधुमेह और हृदय रोगों का खतरा होता है। इस प्रकार जीडीएम का निदान इन जच्चा-बच्चा समूहों का अनुसरण करने और भविष्य की बीमारियों को रोकने के लिए उचित जीवन शैली व्यवहारों को लागू करने का अवसर प्रदान करता है। बचपन के मोटापे और मधुमेह का भविष्य का जोखिम वास्तव में उस वातावरण पर निर्भर करता है जिसमें बच्चा पैदा होता है। युवा लड़कियों और महिलाओं को गर्भावस्था से पहले उचित सावधानी बरतने के लिए आवश्यक है ताकि आने वाली पीढ़ी को गैर-संचारी रोगों के कष्टों से बचाया जा सके। स्तनपान कराने से जोखिम भी कम हो जाता है और इस प्रकार कम से कम 6 महीने तक स्तन के दूध को बढ़ावा देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
हम हर साल महिला दिवस मनाते हैं और इसे जीडीएम जागरूकता के साथ जोड़ा जाना चाहिए। आखिरकार, भावी पीढ़ी का स्वास्थ्य लगभग पूरी तरह से महिला के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। ठीक ही कहा गया है कि यदि हम रोग मुक्त पीढ़ी चाहते हैं तो हमें स्त्री के गर्भ में पल रहे भ्रूण पर ध्यान देने की आवश्यकता है जो अप्रत्यक्ष रूप से महिलाओं के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। सफलतापूर्वक प्रसव कराने वाली जीडीएम से पीडि़त महिलाओं को मधुमेह और उपापचयी सिंड्रोम की देखभाल करने वाले डॉक्टरों के साथ अच्छी अनुवर्ती कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें आहार और शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से गर्भावस्था के बाद वजन घटाने के लिए प्रयास करना चाहिए और वजन बढऩे से रोकना चाहिए। प्रसव के बाद नियमित अंतराल पर रक्त शर्करा परीक्षण पर जोर दिया जाना चाहिए। मोटापे से ग्रस्त छोटे बच्चों को भी मधुमेह के लिए जांच की जानी चाहिए और उनका वजन कम करने के लिए शुरुआती हस्तक्षेप किए जाने चाहिए। मधुमेह और मोटापा विश्व स्तर पर वर्तमान महामारी हैं और जीडीएम भविष्य के जोखिमों को रोकने का अवसर प्रदान करता है।
प्रोफेसर डॉ वी सेसिया के जन्मदिन के अवसर पर 10 मार्च को जीडीएम जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन इस क्षेत्र में अनुसंधान के लिए समर्पित कर दिया है। स्वास्थ्य और रोगों की विकासात्मक उत्पत्ति की वर्तमान अवधारणाओं के साथ, हमें यह समझने की आवश्यकता है कि एक महिला का अच्छा स्वास्थ्य हमारी भावी पीढ़ी के अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। मातृ कुपोषण और अतिपोषण दोनों की बच्चों के स्वास्थ्य में समान भूमिका होती है और युवा लड़कियों को प्राथमिक रोकथाम के लिए लक्षित करने की आवश्यकता होती है। यह ठीक ही कहा गया है कि महिलाएं समाज की वास्तविक शिल्पकार हैं। हमारे देश में सभी स्वास्थ्य केंद्रों में रक्त ग्लूकोज परीक्षण को सार्वभौमिक रूप से अपनाया गया है लेकिन गर्भावस्था के बाद महिलाओं का स्वास्थ्य अभी भी बहुत खराब है।
रायपुर, 11 मार्च। अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन छत्तीसगढ़ के सभी सम्मानित सदस्य एवं पदाधिकारियों ने भोजपुरी भवन बिरगांव में होली का त्यौहार बहुत ही भाई चारे के साथ मनाया और एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर गले मिले प्रदेश अध्यक्ष मुक्तिनाथ पांडे ने सभी प्रदेशवासियों को और समाज के महिला और बच्चों को नशा मुक्ति का पाठ भी पढ़ाया और आने वाली पीढ़ी को सही दिशा और संस्कार देने के लिए शपथ दिलाई।
संस्थापक प्रभारी शेषनाथ तिवारी ने इस होली के अवसर पर अपने सांस्कृतिक और फाग गीतों को अपने मंडली के साथ बहुत ही सुंदर ढंग से दी प्रस्तुति जिसमें समाज के सभी सम्मानित सदस्य एवं पदाधिकारी झूमने पर हो गए मजबूर। उपस्थित सदस्य पप्पू मिश्रा, वीर बहादुर सिंह, दिवाकर शुक्ला, भगवान शर्मा, शहीद राकेश गौतम के पुत्र आदित्य मिश्रा,सी.पी. शुक्ला और अन्य सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित थे।
‘भारत का पहला इमर्जिंग एंड पेरियंस एंटरटेनमेंट सेंटर होगा’-सीईओ
रायपुर, 10 मार्च। राजधानी के मोवा अबूजा माल के पास पूनो एडवांस इनडोर इनटरटेनमेंट सेंटर का शुक्रवार को भव्य लॉच किया गया। लांच के अवसर पर पूनो के संचालक और सीईओ पंकज अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि छत्तीसगढ़ के पहले पूनो एडवांस का एडवांस इनडोर इनटरटेनमेंट सेंटर भविष्य में एक नया कदम रखने जा रहे है, जिससे हम सभी एक नई शानदार यात्रा का अनुभव करेंगे।
छसत्तीसगढ़ का पहला इंडोर मनोरंजन केंद्र है। जहां भारत का पहला इमर्जिंग एंड पेरियंस एंअरटेनमेंट सेंटर ईईसी होगा। जहां की मस्ती भरी दुनिया उम्मीदों से परे होगी।
पूनो की विरासत के साथ आगे बढ़ते हुए एक साल पहले रायपुर में भारत का पहला इनडोर एडवेंचर एण्ड ट्रांपडसलाइन पार्क की शुरूआत की थी। जिसे छत्तीसगढ़ के लोगों ने खूब सराहा और पसंद किया। पूनो ने उत्तीसगढ़ के लोगों को हमेशा बेहतरीन और अनोखे अनुभव प्रदान किया।
इसी लक्ष्य की आगे बढ़ाने पूनो एडवांस द फ्यूचर गेमिंग लेकर आ रहे है। उन्होंने बताया कि पूनो में न केवल ब्लॉक-चेन तकनीक से समर्थ है बल्कि वर्चुअल और आरकेड गेम्स को लाइनअप किया है। तकनीकी इडोर गेम का अनुभव कर सकते हैं। बल्कि हमले नए उत्साहजनक राइड्स भी जोड़ेे हैं।
पूना एडवांस में परिवार के हर व्यक्ति आ सकते हैं और अपने परिजनों के साथ सकते है। दुनिया की सबसे बेहतरीन तकनीक और गेम लाने के लिए बनाई गई है।
रायपुर, 10 मार्च। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (श्रम एवं रोजगार मंत्रालय भारत सरकार) द्वारा बीमाकृत व्यक्तियों की सेवा के सफलम 71वें पूरे करने के अवसर पर 24 फरवरी से 10 मार्च के दौरान विशेष सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है।
इसके अंतर्गत क.रा.बी. निगम द्वारा दिए जाने वाले हितलाभों एवं योजना की जानकारी देते हुए 7 मार्च को मेसर्स महिंद्रा स्पंज एंड पावर लिमिटेड, सिलतरा में सेमीनार का आयोजन किया गया। उक्त सेमीनार में जानकारी देते हुए निगम की राज्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुकेशिनी सी. जाधव, सहायक निदेशक दिनेश श्रीवास, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी आलोक प्रकाश एवं वरिष्ठ अनुवाद अधिकारी बृजेश कुमार सुमन उपस्थित रहे।
इस दौरान मेसर्स महिंद्रा स्पंज एंड पॉवर लिमिटेड संस्थान के वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों सहित काफी संख्या में संस्थान के कर्मचारी उपस्थित थे। आयोजन के दौरान सभी उपस्थित व्यक्तियों को क.रा.बी. निगम की योजना का विस्तार से जानकारी देते हुए उनकी समस्याओं का भी निराकरण किया गया।
रायपुर, 10 मार्च। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के राजभाषा अधिकारियों का वार्षिक सम्मेलन दिनांक 24 व 25 फरवरी, 2023 को बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ श्री ए. एस. राजीव के मार्गदर्शन में तिरुवनंतपुरम में आयोजित किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाशटन बैंक के कार्यपालक निदेशक श्री ए. बी. विजयकुमार ने वर्चुअल रूप से पुणे से किया। कार्यक्रम में कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने भी वर्चुअल रूप से पुणे से प्रतिभागियों को संबोधित किया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (मानव संसाधन प्रबंधन व राजभाषा) श्री के. राजेश कुमार, एर्नाकुलम अंचल के अंचल प्रबंधक श्री अरुण वी. और बैंक के सभी अंचलों के राजभाषा अधिकारी एवं संपर्क राजभाषा अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) ने किया।
श्री ए. बी. विजयकुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों तक भी अपने विचारों और अपनी योजनाओं को पहुंचाने के लिए हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाएं सशक्त माध्यम हैं।
ग्राहक सेवा हेतु हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाएं श्रेष्ठ विकल्प हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है और व्यवसाय के कई मानकों पर बैंक टॉप परफॉर्मर रहा है। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री ए. बी. विजयकुमार के कर-कमलों से "महाकोश मोबाइल ऐप" का लॉन्च किया गया, इस ऐप के माध्यम से बैंक के कर्मचारियों के लिए अंग्रेजी से हिन्दी अनुवाद मोबाइल पर उपलब्ध रहेगा। साथ ही बैंक की ई-पत्रिका ‘महाबैंक संवाद सरिता’ के नवीनतम अंक का विमोचन भी किया गया।
कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने कहा कि भाषा हमारे ग्राहकों को हमसे जोड़ती है अत: आप सभी यह प्रयास करें कि भाषा को व्यवसाय से जोड़ें। यह हमारे ग्राहक आधार में बढ़ोत्तरी करेगा और व्यवसाय वृद्धि में भी सहायक होगा। इस अवसर पर कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने "वाट्सऐप बैंकिंग विभिन्न भाषा सुविधा" का लॉन्च किया, जिससे ग्राहक अब हिन्दी और अंग्रेजी के साथ मराठी, तमिल, मलयालम और तेलुगु आदि भाषाओं में वाट्सऐप बैंकिंग सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
श्री के. राजेश कुमार, महाप्रबंधक, मानव संसाधन प्रबंधन व राजभाषा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि इस सम्मेलन में प्रशिक्षण के माध्यम से हम सभी कुछ नया जान सकें, साथ ही राजभाषा कार्य की बेहतर समीक्षा की जा सके तथा राजभाषा के प्रयोग की रणनीति तैयार की जा सके। इस अवसर पर श्री के. राजेश कुमार ने बैंक की ई-पत्रिका ‘महाबैंक संवाद सरिता’ के "वार्षिक संकलन" का विमोचन भी किया।
सम्मेलन में विभिन्न विषयों पर सत्र लिए गए। आभार प्रदर्शन एर्नाकुलम अंचल के अंचल प्रबंधक श्री अरुण वी. ने किया।
फोटो कैप्शन :
बैंक ऑफ महाराष्ट्र द्वारा तिरुवनंतपुरम में राजभाषा सम्मेलन का आयोजन।
फोटो में - श्री के. राजेश कुमार, महाप्रबंधक, मा.सं.प्र. व राजभाषा श्री अरुण वी., अंचल प्रबंधक, एर्नाकुलम अंचल और डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) तथा बैंक के राजभाषा अधिकारीगण।
हैदराबाद, 10 मार्च। भारत का सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी अपने विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों और सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण का समर्थक रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2023 के अवसर पर एनएमडीसी ने मासिक धर्म पर एक वार्तालाप का आयोजन किया, एक ऐसी अवधारणा जो अभी भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों में वर्जित है।
एनएमडीसी ने मुख्य अतिथि के रूप में हैदराबाद की एक प्रमुख प्रसूति-स्त्री रोग विशेषज्ञ और एंडोमेट्रियोसिस पर निरंतर कार्य करने वाली डॉ. विमी बिंद्रा बसु को महिला स्वास्थ्य पर प्रकाश डालने के लिए आमंत्रित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. विमी बिंद्रा बसु ने कहा, महिला स्वास्थ्य के बारे में बातचीत विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि दस में से एक महिला प्रजनन से संबंधित मामलों से पीडि़त है और इसके लक्षणों से अनजान है। महिलाओं को आज एक-दूसरे की सहायता करने के लिए सही जानकारी रखने की आवश्यकता है।
एंडोमेट्रियोसिस फाउंडेशन ऑफ इंडिया प्रारम्भ करने का उद्देश्य इस विषय पर बातचीत करना और मासिक धर्म से जुड़े वर्जनाओं को तोडक़र अधिकाधिक महिलाओं की मदद करना था।
रायपुर, 7 मार्च। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौंबे ने बताया।
कैट ने बताया कि आज राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट संतुलित एवं सकारात्मक है। शहरी एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। कैट के प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि बजट में सभी वर्गो का ध्यान रखा गया है। शहरी क्षेत्रों में औद्योगिक पार्क की स्थापना, प्रदेश वासियों को नवा रायपुर से दुर्ग तक लाइव मेट्रो का प्रावधान है।
प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में अधोसंरचना विकास कार्यों के लिए 1000 करोड़ का प्रावधान। छात्रों के लिए नये स्कूल एवं कॉलेज खोलने का भी प्रावधान है। महिलाओं की समृद्वि, युवाओं के लिए रोजगार मिशन, कृषि एवं बागवानी को बढ़ावा देने के साथ ही उद्योग एवं सेवा के क्षेत्रों पर भी बराबर फोकस किया गया। वित्त वर्ष 2023-24 का 1,21,500 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया गया है। बजट 2023 में राज्य के बेरोजगार युवाओं को 2,500 रुपये का मासिक भत्ता देने की घोषणा गई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, होम गार्ड, ग्राम कोटवारों के मानदेय में भी वृद्धि करने की घोषणा की।
बजट कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए राज्य की समृद्धि और विकास पर केंद्रित है। बजट में कोई भी नया कर नहीं लगाया है, बजट संतुलित एवं सकारात्मक है।
हैदराबाद, 7 मार्च। श्री विश्वनाथ सुरेश ने 1 मार्च को एनएमडीसी में निदेशक (वाणिज्य) का पदभार ग्रहण किया। उन्हें भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी के बोर्ड में कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है।
इस नियुक्ति से पहले, श्री सुरेश सेल में अधिशासी निदेशक (कोयला आयात) के पद पर थे, जिसमें 15 एमटीपीए से अधिक आयातित कोयले की खरीद की जिम्मेदारी थी। उनके पास और अधिशासी निदेशक (कॉर्पोरेट सामग्री प्रबंधन) का अतिरिक्त प्रभार भी था।
खनन एवं विनिर्माण क्षेत्र में तीन दशकों से अधिक की लंबी सेवा के साथ, उनके करियर में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में इस्पात की बिक्री और विपणन, खरीद, रणनीतिक प्रबंधन और नीति जैसे बहुमुखी क्षेत्रों में अनुभव शामिल है।
वाणिज्यिक कौशल और नेतृत्व गुणों के कारण, उन्होंने प्रणाली सुधार, बिक्री और राजस्व को बढ़ावा देने के लिए अनेक पहलें कीं। वह विभिन्न औद्योगिक सम्मेलनों में प्राय: मुख्य वक्ता रहते हैं। श्री वी सुरेश राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राउरकेला (पूर्व में आरईसी राउरकेला) के छात्र रहे हैं, जहां से उन्होंने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है।
उन्होंने मार्केटिंग में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) में मास्टर डिग्री और आईआईएम, कोझिकोड से एडवांस्ड स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट कोर्स में सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया है।
रायपुर, 7 मार्च। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि आज विधान सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री भूपेश बघेल जी द्वारा बजट बजट पेश किया गया।
बजट में किसी भी प्रकार का नया कर नहीं लगाया गया जो स्वागत योग्य है। प्रस्तुत बजट ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला बजट रहा साथ ही उद्योग प्रोत्साहन हेतु होलसेल कोरिडोर, अतिरिक्त पूंजी निवेश तथा प्लास्टिक पार्क के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास पर आधारित बजट है।
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी द्वारा प्रस्तुत बजट प्रदेश के आर्थिक विकास की आधारशिला है। उद्योग-व्यापार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और अधोसंरचनात्मक विकास के साथ-साथ किसान, युवा, नौकरीपेशा,, महिलाओं, शिक्षित बेरोजगारों, निराश्रित और नि:शक्त जनों एवं वरिष्ठ नागरिकों पर केन्द्रित सामाजिक न्याय को ध्यान में रखते हुए बनाया गया संतुलित बजट है ।
मुख्यमंत्री जी ने बजट में चेंबर की मांग पर नवा रायपुर में होलसेल कोरिडोर की स्थापना का प्रावधान किये हैं जो दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे बड़ा होलसेल कोरिडोर होगा जो प्रदेश को पुरे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाएगा तथा प्रदेश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा साथ ही छत्तीसगढ़ औद्योगिक निति के तहत अब अतिरिक्त पूंजी निवेश 150 करोड़ तक कर दी गई है जिसका चेंबर स्वागत करता है। रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में सायबर थाने की स्थापना होगी।
रायपुर, 7 मार्च। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ महिला चेम्बर एवं लावण्या फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में समाज के विकास में योगदान देने व समाज को दिशा प्रदान करने वाली महिलाओं तथा विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्टता दिखाते हुए प्रेरणा का पर्याय बनने वाले महिला शक्तियों को सम्मानित करने वुमनिया 2023 का आयोजन दिनांक 4 मार्च 2023 को छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स सभागार में संपन्न हुआ।
प्रदेश स्तरीय इस कार्यक्रम में 51 महिलाओं का सम्मान किया गया।ये महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में दे रहे उत्कृष्ट सेवाओं के लिए पुरस्कृत की गई। सम्मान समारोह में महिला चेंबर अध्यक्ष श्रीमती मधु अरोरा जी ने कहा कि बेहतर काम करने वाली महिलाओं का सम्मान होने से प्रेरणा मिलती है।
नारी सम्मान के लिए किया गया यह आयोजन सराहनीय है। बच्चों, विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा को सामने लाने का कार्य महिला चेंबर लगातार कर रही है। श्रीमती अरोरा जी ने आगे कहा कि आज की नारी घर परिवार संभालने के साथ साथ नौकरी तथा हर क्षेत्र के कार्यों को बखूबी से निभा रही हैं।
रायपुर, 7 मार्च। कैट ने बताया कि सरकार की एफडीआई नीति के निरंतर घोर उल्लंघन और अमेजऩ एवं फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों की मनमानी के खिलाफ अपना कड़ा विरोध और आक्रोश दर्ज कराने के लिए, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के झंडे तले व्यापारियों ने अमेजन एवं फ्लिपकार्ट के पुतलों दहन किया।
कैट के आह्वान पर देश के विभिन्न राज्यों के 300 से अधिक शहरों में व्यापारिक संगठनों ने इसी तरह के विरोध प्रदर्शन कर अमेजऩ एवं फ्लिपकार्ट के पुतलों की होली जलाई। कैट ने सरकार से उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत ई-कॉमर्स नियमों को तुरंत लागू करने और एक ई-कॉमर्स नीति को तुरंत लागू करने की पुरजोर मांग की है तथा यह भी आग्रह किया है की सेबी और ट्राई की तर्ज पर ई-कॉमर्स व्यापार को रेगुलेट करने के लिए एक सशक्त नियामक प्राधिकरण का भी गठन किया जाए।
भारत में ई-कॉमर्स व्यवसाय को बेहद विषाक्त करने तथा उसके स्वरूप को विकृत करने के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए रायपुर सहित प्रदेश के सभी जिलों के प्रमुख व्यापारिक संगठनों से जुड़े व्यापारियों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर और हाथों में अमेजऩ और फ्लिपकार्ट दोनों के पुतले लेकर नारेबाजी की।
रायपुर, 7 मार्च। होली मे चिकित्सकों की अनुपलधता व मरीजों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए प्रदेश के सर्वप्रथम व निजी बर्न सेंटर कालडा प्लास्टिक कॉस्मेटिक एवं बर्न सेंटर के संचालक तथा अंचल के सुविख्यात प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. सुनील कालडा ने होली में रंगो से व्यथित लोगों का 2 दिन नि:शुल्क प्राथमिक उपचार व सलाह की व्यवस्था डॉ. सुनील कालडा ने अपने पचपेढी नाका, धमतरी रोड, कलर्स माल के पास व जी. ई. रोड, राजकुमार कॉलेज के सामने स्थित अस्पताल में की है।
साथ ही 5 मार्च से 12 मार्च कॉस्मेटिक सर्जरी पर 30 प्रतिशत की विशेष छूट दी जा रही है। डॉ. कालडा (प्रसिध्द कॉस्मेटिक सर्जन) ने आम जनता से अपील की है कि होली सिर्फ हर्बल रंगों से खेले, ज्वलनशील व चाईनीज रंगों से व लापरवाहीपूर्वक होली ना खेले व गुबारे को आँखों के आसपास ना मारे। छोटे बच्चों को ज्वलनशील रंगों से दूर रखें व शांतिपूर्वक होली खेले। ज्ञातव्य है कि डॉ. सुनील कालडा विगत 30 वर्षो से होली में लोगो का नि:शुल्क इलाज कर रहे है. डॉ. कालड़ा ने अपील की है कि होली में मिठाईयां की जगह पौधे देवें।
रायपुर, 6 मार्च। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के महिला प्रभाग द्वारा अन्र्राष्ट्रीय महिला दिवस पर शान्ति सरोवर रिट्रीट सेन्टर में महिला जागृति आध्यात्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। विषय था- खुशहाल महिला, खुशहाल परिवार।
समारोह में बोलते हुए राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने कहा कि हम बेटा और बेटी में भेद करना बन्द करें। इस बदलाव की शुरूआत अपने घर से करनी होगी। जब तक यह भेदभाव करना खत्म नहीं करेंगे महिलाएं खुशहाल नहीं बन सकती है।
आज जरूरत है कि हम बेटियों को दुर्गा के रूप में संस्कारित करें। बेटों को बेटियों की तरह और बेटियों को बेटों की तरह पालना शुरू करें। घर में बेटों को परिवार की महिलाओं की इज्जत करना सीखलाएं। जब घर में वह महिलाओं की इज्जत करना सीखेंगे तब वह बाहर जाकर महिलाओं का सम्मान करेंगे।
उन्होंने कहा कि आजकल विज्ञापनों और टेलीविजन सीरियल्स में महिलाओं को उपयोग और उपभोग की वस्तु के रूप में चित्रित किया जाता है।
रायपुर, 6 मार्च। रिलायंस के स्टोर में होली है जमके मनाओ ऑफर चल रहा है. यह ऑफर स्मार्ट बाजार, स्मार्ट सुपर स्टोर में मिल रहा है: ऑफर के तहत कोल्ड ड्रिंक पर दो की खरीदारी पर एक फ्री, बेसन, रवा, मैदा में एक की खरीदारी पर एक फ्री, एक लीटर अन्नपूर्णा घी 580 रुपये, गुड लाइफ कच्ची घानी सरसों तेल 141 रुपये, नारियल तेल और लूज स्टील बर्तन पर एक पर एक फ्री, काजू 3990रुपए गुड लाइफ 500 ग्राम बादाम 325 रुपये में मिल रहा है। इसके अलावा प्रभुजी गुजिया, प्रभुजी बेसन लड्डू, गुलाब जामुन एवं रसगुल्ला में एक पर एक फ्री ऑफर दिया जा रहा है।
वहीं कपड़ों में कुर्ता 399 रुपये, टी-शर्ट 199 रुपये और शॉर्टस 129 रुपये की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है. वहीं बच्चो के लिए पिचकारी पर 50त्न का ऑफ है। ऐसी होली और कहां, तो आइए रिलायंस में और अपनी होली को करे खुशियों के रंग से सराबोर।
रायपुर, 6 मार्च। राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर द्वारा सप्रे शाला टेबल टेनिस हाल, रायपुर में दिनांक 03 से 05 मार्च 2023 तक रायपुर जिला के समस्त शासकीय, अर्द्धशासकीय, सार्वजनिक संस्थान, प्रतिष्ठित संस्थान, निजी संस्थान के कर्मचारियों (सेवानिवृत्त कर्मचारी भी शामिल) एवं प्रोफेशनल्स (सी.ए., डाक्टर, वकील, पत्रकार आदि) के लिये आयोजित रायपुर जिला अंतर संस्थान टेबल टेनिस प्रतियोगिता संपन्न हुयी।
उक्त प्रतियोगिता के सम्बन्ध में राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर के सचिव श्री विनय बैसवाड़े ने जानकारी दी कि पुरुष एकल वर्ग में निखिल बानी (बानी डेक्कोर), महिला एकल में रेणुका सुब्बा (डी आई जी/एस एस पी ऑफिस) विजेता बनी तथा लक्की युगल वर्ग में चिरंजीत राय ( संभव स्पंज एंड पावर) एवं गौरव शर्मा (पी.एन.बी. हाउसिंग फायनेंस लि.) की जोड़ी विजेता बने।
रायपुर, 6 मार्च। रायपुर जिले के अंतर्गत ग्राम बकतरा निवासी पिंटूराम साहू जिनकी दिव्यांगता करीब 90त्न है के ट्रायसायकल की दोनों बैटरी खराब हो गई थी। वे जंगल सफारी के पास बच्चों के खिलौने आदि बेचने का व्यवसाय भी करना चाहते हैं। ट्रायसायकल के न चल पाने के कारण उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाई रहा था।
चरामेति फाउंडेशन के राजेन्द्र ओझा ने बताया कि श्री डी के पात्रिकर, श्री हरीश भाई कोटक, श्रीमती सुभाषिनी जतिन्दर भनोट आदि के सहयोग से करीब दस हजार रूपये की दो बैटरी पिंटूराम साहू जी के भाई लोकेश को दी गई। खिलौने आदि हेतु भी सहयोग करने का आश्वासन दिया गया है।
रायपुर, 5 मार्च। जेसीआई रायपुर केपिटल लेडीस विंग व्दारा महिला दिवस पर शनिवार 4 मार्च को ट्रेनिंग कार्यक्रम विवेकानंद नगर स्थित शासकीय प्राइमरी स्कूल में आयोजित किया। उत ट्रेनिंग जोन ट्रेनर जेसी उषा तिवारी ने ली जिसका विषय महिला सशितकरण था।
जोन ट्रेनर ने उत ट्रेनिंग में बच्चों को बताया कि आज के दौर में लड़किया लडक़ों से कदम मिलकार चल रही है। उन्होंने आगे बताया कि खुद की सुरक्षा (सेल्फ डिफेंड) कैसे करें, दिल से नही दिमाग से सोचें, पढ़ाई मन से नही दिमाग से करें, गुड टच एवं बैड टच, लड़किया/महिलाएं अपना कैरियर कैसे बनाये, काम्पीटिटिव परीक्षा की तैयारी कैसे करें।
ट्रेनिंग में लगभग 250 बच्चों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व अध्यक्षा डॉ. सोनम जैन थी। उत ट्रेनिंग में प्राचार्य मोना सिंग, उप प्राचार्य रजनी एका, लेडी जेसी इंचार्ज सीए रोमिल जैन, चेयरपर्सन अंजू जैन, सचिव विभा जैन, पायल लोढ़ा, शीतल लुनिया व अन्य सदस्या विशेष रूप से उपस्थित थी। उत जानकारी जेसीआई रायपुर केपिटल लेडीस विंग की चेयरपर्सन जेसी अंजू जैन ने दी
मुंबइ, 5 मार्च। भारत की प्रमुख लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों में से एक एचडीएफसी लाइफ ने एचडीएफसी लाइफ गारंटीड इनकम इंश्योरेंस प्लान लॉन्च किया है। यह प्रोडक्ट नियमित टैक्स फ्री लाभ और मृत्यु लाभ की गारंटी देता है।
एचडीएफसी लाइफ द्वारा लगातार ऐसे प्रोडक्ट पेश करने की कोशिश की जाती है, जो ग्राहकों के लिए जीवन के विभिन्न चरणों की ज़रूरतों को पूरा करे। एचडीएफसी लाइफ गारंटीड इनकम इंश्योरेंस प्लान के जरिये, कंपनी ग्राहकों को अपने लिए एक पूंजी निर्माण करने का मौका देती है, जो उन्हें नियमित एवं गारंटीकृत आमदनी के साथ लगातार मदद करती रहेगी।
लाइफ इंश्योरेंस हर उस व्यक्ति के लिए आवश्यक है जिसके पास अपने परिवार की जिम्मेदारियां और लंबी अवधि के आर्थिक लक्ष्य हैं। एचडीएफसी लाइफ गारंटीड इनकमइंश्योरेंस प्लान इन जीवन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद कर सकता है।
प्रमुख फायदे-यह प्लान पॉलिसी की सम एश्योर्ड राशि का 11 प्रतिशत से 12 प्रतिशत हिस्सा प्रतिवर्ष गारंटीकृत आमदनी के रूप में प्रदान करता है। पॉलिसी ऑनलाइन खरीदने पर पहले वर्ष के प्रीमियम पर छूट भी मिलेगी, 8 से 10 वर्ष की प्रीमियम भुगतान अवधि (पीपीटी) पर 12 प्रतिशत की छूट और 12 एवं 15 वर्ष के पीपीटी पर 15 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। यह प्लान आमदनी भुगतान के चरण में भी लाइफ कवर प्रदान करेगा। ग्राहकों के लिए 8, 10, 12, 15, 20, 25 या 30 वर्ष की आमदनी अवधि चुनने का विकल्प। गारंटीकृत मृत्यु लाभ एकमुश्त या मासिक किश्तों में फैमिली इनकम बेनिफिट विकल्प के रूप में प्राप्त किया जा सकता है।
रायपुर, 5 मार्च। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि चेंबर की मांग पर प्रशासन ने मंडी शुल्क एवं कृषक कल्याण शुल्क में प्रदान की जिसके लिए चेंबर अध्यक्ष अमर पारवानी ने प्रदेश के समस्त व्यापारियों और किसानों की ओर से प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी का धन्यवाद ज्ञापित किया।
चेंबर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी ने बताया कि मंडी शुल्क और कृषक कल्याण शुल्क में छूट को लेकर चेंबर द्वारा पूर्व में प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी एवं कृषि मंत्री माननीय रविंद्र चैबे जी को ज्ञापन सौंपा गया था।
श्री पारवानी ने आगे कहा कि पोहा-मुरमुरा उद्योग, किराना एवं दलहन-तिलहनों पर बढ़ी हुई दर से लगने वाले मंडी शुल्क को लेकर चेंबर ने मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री जी से यह निवेदन किया था कि मंडी शुल्क में छूट प्रदान की जाए जिसके परिपेक्ष्य में आज प्रशासन द्वारा मंडी क्षेत्र में प्रदेश के बाहर से लायी गई अधिसूचित कृषि उपज (धान को छोडक़र) पर प्रति 100 रु. के मूल्य पर .50 पैसे की दर से तथा .25 पैसे की दर से कृषक कल्याण शुल्क निर्धारित की गई।
श्री पारवानी ने मंडी शुल्क एवं कृषक कल्याण शुल्क में छूट प्रदान करने हेतु प्रदेश के समस्त व्यापारी और किसानों की ओर से प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी एवं कृषिमंत्री माननीय रविंद्र चैबे जी का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इस महत्वपूर्ण निर्णय से प्रदेश के समस्त व्यापारी और किसानों को अत्यधिक लाभ पहुंचेगा तथा प्रदेश के व्यापार में वृद्धि होगी।
रायपुर, 5 मार्च। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान उत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन हेतु बैंक ऑफ़ बड़ौदा, अंचल कार्यालय,भोपाल को राजभाषा विभाग,गृह मंत्रालय,भारत सरकार से तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ।
3 मार्च को रायपुर में आयोजित संयुक्त राजभाषा सम्मेलन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि श्री अजय कुमार मिश्रा,माननीय गृह राज्य मंत्री,भारत सरकार के कर कमलों से बैंक की ओर से उक्त पुरस्कार बैंक ऑफ़ बड़ौदा,भोपाल अंचल के अंचल प्रमुख (महाप्रबंधक) श्री गिरीश सी.डालाकोटी ने ग्रहण किया।
रायपुर, 5 मार्च। कैट ने बताया कि इस वर्ष होली के त्यौहार से प्रदेश सहित देश भर के व्यापारियों में एक नई उमंग और उत्साह का संचार हुआ है और व्यापार के भविष्य को लेकर एक बार फिर नई आशा जगी है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष होली के त्योहारी सीजन में प्रदेश सहित देश भर के व्यापार में लगभग 25 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है जिसके कारण देश भर में 25 हज़ार करोड़ से ज़्यादा का व्यापार होने की उम्मीद है।
पिछले वर्षों की तरह चीनी सामान का न केवल व्यापारियों ने बल्कि आम लोगों ने भी पूर्ण बहिष्कार किया। होली से जुड़े सामान का देश में आयात लगभग 10 हजार करोड़ का होता है जो इस बार बिल्कुल नगण्य रहा ।
कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा की इस बार होली की त्यौहारी बिक्री में चीन का बने हुए सामान का व्यापारियों एवं ग्राहकों ने बहिष्कार किया और केवल भारत में ही निर्मित हर्बल रंग एवं गुलाल, पिचकारी, ग़ुब्बारे, चंदन, पूजा सामग्री, परिधान सहित अन्य सामानों की जमकर बिक्री हो रही है वहीं मिठाइयां, ड्राई फ्रूट, गिफ्ट आइटम्स, फूल एवं फल, कपड़े , फ़र्निशिंग फैब्रिक, किराना, एफएमसीजी प्रोडक्ट, कंज्यूमर ड्युरेबल्स सहित अन्य अनेकों उत्पादों की भी ज़बरदस्त माँग बाज़ारों में दिखाई दे रही है।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने बताया की इस वर्ष प्रदेश सहित देश भर में भर में बड़े पैमाने पर होली समारोहों का आयोजन हो रहा है।
जिसके चलते बैंक्वेट हाल, फार्म हाउस, होटलों , रेस्टोरेंट एवं सार्वजनिक पार्कों में होली समारोहों आयोजनों का तांता लगा हुआ है और इस सेक्टर ने दो वर्ष के बाद अच्छा व्यापार के दिन देखे हैं। सभी कार्यक्रमों में शामिल लोगों को चेहरों पर एक नई ख़ुशी तथा उत्साह का वातावरण देखने को मिल रहा है।
होली का पर्व नजदीक आते ही प्रदेश सहित देश के सभी थोक एवं खुदरा बाजार पूरी तरह सज गए हैं। सभी बाजारों में अभी से दुकानों पर गुलाल और पिचकारी के साथ होली के अन्य सामानों की खरीदारी के लिए भीड़ लगी है। मिठाई की दुकानों पर ख़ास तौर से होली पर बनने वाली गुंजिया आदि के बड़े स्तर पर बिक्री हो रही है। हालाँकि होली में अभी लगभग 5 दिन बाक़ी हैं लेकिन आज से ग्राहकों की भीड़ बढऩे की कारोबारी उम्मीद जता रहे हैं।
श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा की 7 तारीख़ को होली जलाई जाएगी जबकि रंगों का पर्व 8 तारीख़ को मनाया जाएगा। होली के रंग में बाजार भी रंगे हुए नजर आने लगे हैं। बाजार में रंग बिरंगे गुलाल और पिचकारी के अलावा गुजिया के हार और मेवा से दुकानें सजी हुई है। बाजार में खरीददारी के लिए लोगों की प्रतिदिन बड़ती जा रही है। उन्होंने बताया की होली पर रिश्तेदारों के यहां हार और मिठाई के साथ में मेवे की माला ले जाने की परंपरा के चलते खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ दुकानों पर लगी रही। इसके चलते बाजार में चहल पहल बनी रही। केमिकल युक्त गुलाल, रंग की बजाय हर्बल रंग, अबीर और गुलाल की सर्वाधिक माँग बाज़ारों में है वहीं ग़ुब्बारे और पिचकारी की माँग पिछले सालों के मुक़ाबले कुछ ज़्यादा ही है। कल शनिवार और अगले दिन रविवार को व्यापारियों को रिकॉर्ड तोड़ बिक्री होने का अनुमान है। इस बार बाजार में अलग-अलग तरह की पिचकारी गुब्बारे और अन्य आकर्षक आइटम आए हैं। प्रेशर वाली पिचकारी 100 रुपये से 350 रुपये तक की उपलब्ध है। टैंक के रूप में पिचकारी 100 रुपये से लेकर 400 रुपये तक में उपलब्ध है। इसके अलावा फैंसी पाइप की भी बाजार में धूम मची है। बच्चे स्पाइडर मैन, छोटा भीम आदि को बच्चे खूब पसंद कर रहे है वहीं गुलाल के स्प्रे की माँग बेहद हो रही है।
रायपुर, 3 मार्च। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा 01 और 02 मार्च 2023 को होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर में छत्तीसगढ़ राज्य के लिए विकास और भवन विनियम, 2022 के मसौदे पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में संचालनालय नगर तथा ग्राम निवेश,रायपुर विकास प्राधिकरण, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, छत्तीसगढ़ पुलिस आवास निगम, केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग सहित अन्यध संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यशाला का उद्देश्य भारत के राष्ट्रीय भवन संहिता, 2016 के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रथाओं के अनुरूप भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तैयार किए गए विकास और भवन विनियमों के मसौदे पर चर्चा करना था।
इस दस्तावेज़ का उद्देश्य विभिन्न राज्यों/संघ शासित प्रदेशों और उनके संबंधित निकायों की आवश्यकता के अनुसार पूरे देश में विनियमों में प्रावधानों की संरचना और विवरण के साथ-साथ प्रमुख अनुमोदन प्रक्रियाओं में एकरूपता लाना है। नियमों के मसौदे को सरल,संरचित एवं सु-व्योवस्थित तरीके से तैयार किया गया है। र
ाज्यों/शहरी स्थानीय निकायों द्वारा नियमों को अपनाए जाने से संबंधित हितधारकों विशेष रूप से भवन निर्माण से जुड़े पेशेवरों और भवन विनियमन में शामिल अधिकारियों द्वारा उनके प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
यह इमारतों और निर्मित पर्यावरण में सुरक्षा, स्थायित्व, मजबूती और सुगमता सुनिश्चित करेगा।
श्री सुमित कुमार, प्रमुख, रायपुर शाखा कार्यालय, भारतीय मानक ब्यूयरो ने कार्यशाला में प्रतिनिधियों का स्वागत किया और उन्हें भारतीय मानक ब्यू रो की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री युधिष्ठिर नाइक, मुख्य अभियंता, केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग, रायपुर ने विभिन्न महत्वपूर्ण सुरक्षा मानदंडों को एकीकृत करते हुए सरल लेकिन व्यापक भवन विनियमों को लाने में राज्यों की मदद करने के लिए भारतीय मानक ब्यूुरो द्वारा किए गए महत्वमपूर्ण प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे मसौदा विनियमों को समझने के अवसर का पूरी तरह से उपयोग करें और यदि उनमें कोई सुधार हो तो सुझाव दें। श्रीमती मधुरिमा माधव, वैज्ञानिक-डी और संयुक्त निदेशक, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, भारतीय मानक ब्यूदरो, नई दिल्ली ने दस्तावेज़ की विशिष्ट विशेषताओं के साथ-साथ मसौदा नियमों के विभिन्न अध्यायों की सामग्री के बारे में विस्तार से बताया। श्रीमती माधव ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे दस्तावेज़ की गंभीर रूप से जाँच करें और अपनी बहुमूल्य प्रतिक्रिया भारतीय मानक ब्यू्रो के साथ साझा करें।