खेल
नागपुर, 10 फरवरी | भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने शुक्रवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का नौवां टेस्ट शतक जड़कर दो साल से अधिक का सूखा समाप्त कर दिया। रोहित ने सितंबर 2021 में द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ अपना आठवां शतक बनाया था, तब से टेस्ट में तीन अंकों के आंकड़े तक पहुंचने में नाकाम रहे थे।
यहां वीसीए स्टेडियम में चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी श्रृंखला के पहले टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को रोहित ने 171 गेंदों में 14 चौके और दो छक्के लगाते हुए शानदार शतक लगाया।
नागपुर के पास बंसोड़ में जन्मे रोहित ने गुरुवार सुबह आक्रामक शुरूआत करते हुए 66 गेंदों में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया। उनका बाकी का पचास 105 गेंद खेलने के बाद आया।
इससे पहले, उन्होंने जनवरी में इंदौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ लगभग तीन वर्षों में अपना पहला वनडे शतक जड़ा था।
लेकिन भारत के कप्तान के लिए यह टेस्ट शतक काफी बेहतर समय में आया है, क्योंकि यह उस पिच पर कठिन परिस्थितियों में आया है, जिस पर गेंद घूम रही है और नीची रह रही है।
रोहित ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक नौ साल पहले नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ईडन गार्डन में 177 रनों की शानदार पारी खेल कर लगाई थी।
उन्होंने अक्टूबर 2019 में रांची के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम में शानदार 212 रन की पारी के साथ दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला दोहरा शतक बनाया था। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 10 फरवरी | भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने खिलाड़ी से कमेंटेटर बने संजय मांजरेकर की आलोचना की। यह घटना भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वीसीए स्टेडियम नागपुर में पहले टेस्ट के दूसरे दिन हुई जब टेलीविजन पर टेस्ट क्रिकेट में एक आंकड़ा दिखाया गया था। विजय भारत में भारतीय बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं, इसके बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन, पोली उमरीगर, रोहित शर्मा और विराट कोहली हैं। सबसे ऊपर विजय का नाम देखकर मांजरेकर थोड़ा हैरान हुए और जवाब में पूर्व दाएं हाथ के बल्लेबाज ने ट्विटर के जरिए उनकी खिंचाई कर दी।
विजय ने ट्वीट किया, मुंबई के कुछ पूर्व खिलाड़ी कभी भी दक्षिणी खिलाड़ी की सराहना नहीं कर सकते!
इसके बाद मांजरेकर ने हैरानी जताते हुए कहा, वाह, विजय का एक और ट्वीट पढ़ा।
विजय ने पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी। भारत के लिए अपने 61 टेस्ट में, विजय ने 38.29 की औसत से 3982 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल थे। 2014 के इंग्लैंड के टेस्ट दौरे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी थे।
उन्होंने भारत के लिए 17 वनडे और नौ टी20 में भी भाग लिया, जिसमें क्रमश: केवल 339 और 169 रन बनाए। अपने प्रथम श्रेणी करियर में, विजय ने 135 मैच खेले, जिसमें 9205 रन बनाए, जिसमें 25 शतक और 38 अर्धशतक शामिल थे।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में, विजय 2010, 2011 और 2018 में ट्रॉफी जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के अभिन्न सदस्य थे। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 10 फरवरी । ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच नागपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट के दूसरे दिन क्रिकेटर रोहित शर्मा ने एक ख़ास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है.
बीसीसीआई ने बताया है कि रोहित शर्मा ने कैप्टन रहते हुए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट मैच, एक दिवसीय क्रिकेट और टी-20 में शतक बनाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं.
शुक्रवार को रोहित शर्मा 120 रनों पर क्यूमिंस की गेंद पर विकेट गंवा बैठे. (bbc.com/hindi)
मेलबर्न, 10 फरवरी आस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर इयान हीली दो आफ स्पिनरों नाथन लियोन और टॉड मरफी को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में एक साथ उतारने के टीम प्रबंधन के फैसले पर हैरान हैं क्योंकि इससे टीम के पास स्पिन में विविधता नहीं रह गई ।
भारत ने पहले टेस्ट के पहले दिन आस्ट्रेलिया को 177 रन पर आउट कर दिया । रविंद्र जडेजा ने पांच विकेट लिये ।
हीली ने ‘सेन रेडियो’ से कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि चयन सही नहीं हुआ ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मरफी बहुत अच्छा गेंदबाज है लेकिन एश्टोन एगर और मिच स्वेपसन जैसे गेंदबाजों को बेंच पर रखना सही नहीं था ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ हमें गेंदबाजी में और विविधता और अनुभव की जरूरत थी । हमें बायें हाथ का स्पिनर (एगर) या लेग स्पिनर चाहिये था जिसकी कमी मार्नस लाबुशेन पूरी कर देता या स्वेपसन को टीम में शामिल करना चाहिये था।’’ (भाषा)
इंदौर, 10 फरवरी | मध्य प्रदेश में इन दिनों खेलों के महाकुंभ खेलो इंडिया यूथ गेम्स में देश भर के खिलाड़ियों का जमावड़ा है। इस दौरान हर खिलाड़ी अपने स्तर पर नया कीर्तिमान गढ़ने को आतुर है बल्कि उनकी सफलता की कहानी भी सामने आ रही हैं। ऐसी ही एक भारोत्तोलक खिलाड़ी हैं मार्टिना देवी जिनके लिए कुंजारानी आदर्श हैं। मार्टिना देवी पहले ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स के इतिहास की सबसे बड़ी सुपरस्टार बनकर सामने आ चुकी हैं। पिछले साल पंचकुला में इस मणिपुरी भारोत्तोलक ने कुल आठ राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए।
प्रमध्यप्रदेश में जारी खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मार्टिना लगातार चौथी बार भाग लेने के लिए तैयार हैं और इस बार और अधिक रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा है। लखनऊ में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में प्रशिक्षण लेने वाली मार्टिना ने कहा कि "मैं इस बार केआईवीजी में और बेहतर करना चाहती हूं और अधिक रिकॉर्ड बनाना चाहती हूं।"
खेलो इंडिया पंचकुला में एक शानदार अभियान के बाद, मार्टिना ने पिछले साल हिमाचल प्रदेश के साथ मोदी नगर में खेलो इंडिया यूथ एंड वूमेन नेशनल रैंकिंग टूनार्मेंट में रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने नागरकोइल तमिलनाडु में वेटलिफ्टिंग नेशनल के दौरान नए रिकॉर्ड भी स्थापित किए।
मार्टिना अपने पिता, जो मणिपुर के एक गांव में दुकान चलाते हैं और कुंजारानी देवी को भारोत्तोलन में उनके लिए मार्ग प्रशस्त करने का श्रेय देती हैं। मार्टिना ने कहा कि "जब मैं भारोत्तोलन में जाना चाहती थी, तब मैं चौथी कक्षा में थी। कुंजरानी देवी से मुझे बचपन से ही काफी प्रेरणा मिलती थी। मेरे पापा ने मेरी इच्छा का सम्मान किया और जब मैं कक्षा पांचवीं में थी, तो उन्होंने मुझे एक वेटलिफ्टिंग स्कूल में दाखिला दिला दिया था। मैं उसके बाद से खेल और पढ़ाई में संतुलन बनाते हुए यहां तक पहुंची हूं।"
मार्टिना का कहना है कि वर्ष 2019 से ही उन्होंने खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ देना शुरू कर दिया था। जब वे कक्षा 8वीं में थीं, तभी उनके पिता ने उन्हें दूसरे स्कूल में दाखिला दिला दिया था।
मार्टिना के जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ तब आया, जब वे वर्ष 2020 में साई एनसीओई लखनऊ का हिस्सा बनीं। मार्टिना ने कहा कि "लखनऊ में साई केंद्र में शामिल होने के बाद, उनका खेल अगले स्तर पर चला गया था। केंद्र में सभी ने उनकी बहुत मदद की और उन्हें जो कोचिंग और समर्थन मिला है वह असाधारण है।"
यूथ और जूनियर स्तर पर लगातार राष्ट्रीय रिकॉर्ड के अलावा मार्टिना ने पिछले साल 81 किग्रा वर्ग में यूथ एशियन चेम्पियनशिप ताशकंद में रजत पदक जीता था। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 10 फरवरी । भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच नागपुर में खेले जा रहे टेस्ट मैच का आज दूसरा दिन है. लंच ब्रेक से पहले भारतीय टीम ने खेलते हुए तीन विकेट के नुक़सान पर 151 रन बना लिए हैं.
कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली फिलहाल क्रीज़ पर बने हुए हैं. रोहित शर्मा शतक बनाने के बहुत करीब हैं, उन्होंने 142 गेंदों पर 85 रन बना लिए हैं.
वहीं, विराट कोहली ने 25 गेंदों पर 12 रन बनाए हैं. दोनों के बीच 16 रनों की भागीदारी हो चुकी है.
इससे पहले चेतेश्वर पुजारा सात रन, रविचंद्रण अश्विन 23 रन और केएल राहुल 20 रन बनाकर आउट हो गए थे.
ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया था. टीम दिन ख़त्म होने से पहले ही 177 रन बनाकर ऑल आउट हो गई थी. भारतीय टीम ने कल से ही खेलने की शुरुआत कर दिया था.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरिज़ होनी है. दूसरा मैच 17 से 21 फरवरी के बीच होना है. (bbc.com/hindi)
10 फ़रवरी 2023 से आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप की शुरुआत हो रही है.
दक्षिण अफ़्रीका की मेजबानी में ये आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप का आठवां संस्करण होगा.
महिला टी20 वर्ल्ड कप में कितनी टीमें खेल रही हैं?
महिला टी20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का पहला संस्करण 2009 में इंग्लैंड में आयोजित किया गया था. साल 2012 तक इसमें टीमों की संख्या आठ थी, जिसे 2014 में बढ़ा कर 10 कर दिया गया.
महिला टी20 वर्ल्ड कप के सात संस्करण 2009, 2010, 2012, 2014, 2016, 2018, और 2020 में आयोजित किए जा चुके हैं.
2022 में कोरोना महामारी की वजह से इसका आयोजन नहीं हो पाया था.
अब इस वर्ल्ड कप में दो और नई टीमें बांग्लादेश और आयरलैंड को शामिल किया गया है.
महिला टी20 वर्ल्ड कप का फॉर्मेट क्या है?
महिला टी20 वर्ल्ड कप की 10 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है.
ग्रुप-1 में ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण अफ़्रीका, श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें रखी गई हैं.
भारत ग्रुप- 2 में है, जहां उसके साथ इंग्लैड, वेस्ट इंडीज़. पाकिस्तान और आयरलैंड की टीमें हैं.
आईसीसी महिला टी20 टीम रैंकिंग में कौन कहां?
टीम रैंकिग में ऑस्ट्रेलिया पहले स्थान पर है तो इंग्लैड दूसरे पायदान पर.
तीसरे स्थान पर न्यूज़ीलैंड की महिला टीम है और भारतीय टीम की रैंकिंग चौथी है.
दक्षिण अफ़्रीका पांचवे, वेस्ट इंडीज़ छठे और पाकिस्तान सातवें पायदान पर है.
वहीं श्रीलंका आठवें, बांग्लादेश नवें और आयरलैंड 10वें स्थान पर है.
भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया की नज़र इस वर्ल्ड कप पर होगी. हालांकि भारत अब तक एक भी बार वर्ल्ड कप नहीं जीत सका है.
आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप का पहला मैच दक्षिण अफ़्रीका और श्रीलंका के बीच केप टाउन में खेला जाएगा.
दूसरा मुक़ाबला वेस्ट इंडीज़ और इंग्लैंड के बीच होगा. वहीं 11 फ़रवरी को ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की टीमें आपस में भिड़ेंगी.
महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान की टीमें कब भिड़ेंगी?
इसके बाद आएगा भारत और पाकिस्तान के दर्शकों का बहुप्रतीक्षित मुक़ाबला यानी 12 फ़रवरी को केपटाउन में खेला जाने वाला भारत-पाक महिला टीमों का मुक़ाबला.
इसी दिन केपटाउन में बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच भी मैच खेला जाएगा.
महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफ़ाइनल, फ़ाइनल कब खेले जाएंगे?
टूर्नामेंट का पहला सेमीफ़ाइनल 23 फ़रवरी को, तो दूसरा सेमीफ़ाइनल 24 फ़रवरी को होना है.
वहीं केपटाउन में इस टूर्नामेंट का फ़ाइनल 26 फ़रवरी को खेला जाना है.
आईसीसी ने फ़ाइनल मैच के लिए 27 फ़रवरी की तारीख़ को (अपरिहार्य स्थिति में) रिज़र्व रखा है.
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— BCCI Women (@BCCIWomen) February 8, 2023
Say hello to the Senior Women's One-Day Trophy Champions - Railways ???? ????
Congratulations! ???? ????@mastercardindia pic.twitter.com/DP1JDzG9Wu
महिला टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय महिला टीम में कौन कौन हैं?
हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, यस्तिका भाटिया, ऋचा घोष, जेमिमा रोड्रिग्स, हरलीन देओल, दीप्ति शर्मा, देविका वैद्य, राधा यादव, रेणुका ठाकुर, अंजलि सरवानी, पूजा वस्त्राकर, राजेश्वरी गायकवाड़ और शिखा पांडे.
रिज़र्व खिलाड़ीः मेघना, स्नेह राणा और मेघना सिंह.
25 जनवरी 2023 को आईसीसी ने भारतीय महिला क्रिकेटर रेणुका सिंह को आईसीसी इमर्जिंग विमेंस प्लेयर ऑफ़ द ईयर चुना.
भारतीय टीम की गेंदबाज़ रेणुका सिंह,ऑस्ट्रेलिया की डार्सी ब्राउन, इंग्लैंड की एलिस कैपसे और भारत की ही याशिका भाटिया को पीछे छोड़ते हुए आईसीसी इमर्जिंग विमेन्स प्लेयर ऑफ़ द ईयर बनीं.
हालांकि व्यक्तिगत रैंकिंग की बात करें तो एमआरएफ टायर/आईसीसी वीमेन टी-20 रैंकिग (25 जनवरी) के मुताबिक़ इस लिस्ट में रेणुका सिंह गेंदबाज़ों के बीच सातवें पायदान पर हैं.
महिला गेंदबाज़ों में टॉप पर इंग्लैंड की सोफ़ी एक्लेस्टोन हैं तो दूसरे स्थान पर इंग्लैंड की ही सारा ग्लेन हैं. वहीं इस लिस्ट में रेणुका से ऊपर तीसरे पायदान पर दीप्ति शर्मा टॉप रैंकिंग भारतीय महिला क्रिकेटर हैं तो टॉप-10 में रेणुका से नीचे 9वें पायदान पर स्नेह राणा मौजूद हैं.
बैटर में ऑस्ट्रेलिया की ताहिला मैग्रा शीर्ष पर हैं तो भारत की स्मृति मंधाना तीसरे और शेफाली वर्मा आठवें स्थान पर हैं.
भारतीय महिला क्रिकेट में हरमनप्रीत कौर के साथ-साथ स्मृति मंधाना से भी वर्ल्ड कप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.
जानकारों की नज़र में 26 वर्षीय स्मृति को भविष्य में भारतीय महिला टीम की कप्तानी करते हुए देखा जा सकता है.
स्मृति मंधाना से क्रिकेट प्रशंसक इस वर्ल्ड कप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगा रहे हैं.
वहीं ऑल राउंडर की रैंकिग में ऑस्ट्रेलिया की एश गार्डनर शीर्ष पर हैं तो भारत की दीप्ति शर्मा तीसरे पायदान पर हैं.
वर्ल्ड कप के मज़बूत दावेदार कौन हैं?
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम जनवरी 2022 से अब तक केवल एक मैच हारी है.
ये हार कंगारू टीम को भारत के ख़िलाफ़ मिली थी. इस मुक़ाबले का फ़ैसला भी सुपरओवर में हुआ था. यानी दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्टर थी.
वहीं ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम अब तक खेले गए सात टी20 वर्ल्ड कप में पांच बार चैंपियन रही है.
इंग्लैंड
2009 में शुरू हुए महिला टी20 वर्ल्ड कप की पहली चैंपियन इंग्लैंड की टीम बनी थी. लेकिन 2012, 2014 और 2018 में फ़ाइनल तक का सफ़र तय करने के बाद भी उसे यह ट्रॉफ़ी दोबारा हासिल नहीं हुई.
इंग्लैंड की महिला क्रिकेट टीम 2022 में खेले गए 18 में से 13 मुक़ाबले जीती है. कुल मिलाकर ऑस्ट्रेलिया के बाद इंग्लैंड इस वर्ल्ड कप की दूसरी सबसे मजबूत दावेदारों में से है.
वहीं ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के अलावा जिस तीसरी टीम ने टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफ़ी हासिल की है, वो वेस्ट इंडीज़ की महिला क्रिकेट टीम है.
वेस्ट इंडीज़
वेस्ट इंडीज़ की महिला क्रिकेट टीम 2016 में चैंपियन बनी थी लेकिन बीते वर्ष का उसका प्रदर्शन उसे दोबारा चैंपियन बनने की राह पर तो कतई नहीं दिखा रहा.
हालत यह है कि वेस्ट इंडीज़ की टीम का प्रदर्शन औसत से भी कमतर हो गया है. बीते वर्ष वेस्ट इंडीज़ महिला क्रिकेट टीम ने खेले गए 18 मैचों में से केवल पांच ही जीत सकीं.
न्यूज़ीलैंड
तीसरी सबसे मजबूत दावेदारों में न्यूज़ीलैंड की महिला क्रिकेट टीम है जिसने पिछले साल खेले गए 18 में से 10 मैच जीती है.
न्यूज़ीलैंड की टीम हालांकि अब तक कभी चैंपियन नहीं बनी है लेकिन 2009 और 2010 में उसने फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया था.
भारत
वहीं भारतीय महिला क्रिकेट टीम बीते वर्ष जनवरी से अब तक कुल 30 टी20 मैच खेली है.
इनमें से उसे 17 मैच में जीत हासिल हुई. भारत के लिए ये वर्ल्ड कप काफ़ी अहम है क्योंकि अब तक भारतीय टीम कभी चैंपियन नहीं बनी है.
हालांकि भारतीय टीम ने 2020 में खेले गए पिछले टी20 महिला वर्ल्ड कप में फ़ाइनल तक का सफ़र तय किया था.
महिला आईपीएल का आगाज़
भारत में इस साल मार्च में पुरुषों के आईपीएल की तरह महिला आईपीएल का भी आयोजन किया जाएगा. इसके लिए मीडिया राइट्स भी बेचे जा चुके हैं.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट कर जानकारी दी कि वीमेन आईपीएल के मीडिया अधिकार वायाकॉम 18 को 951 करोड़ रुपये अगले 5 साल के लिए बेचा गया है.
महिला आईपीएल की शुरुआत को जय शाह महिलाओं के उत्थान की ओर बड़ा कदम मानते हैं.
वहीं महिलाओं के आईपीएल की 5 टीमों के लिए कुल 4669 की बोली लगी है. सबसे महंगी टीम अहमदाबाद को अदानी स्पोर्ट्सलाइन प्राइवेट लिमिटेड ने 1289 करोड़ रुपये में ख़रीदा है.
इसके अलावा मुंबई को इंडियाविन स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 912.99 करोड़ रुपये में, बेंगलुरु को रॉयल चैलेजर्स स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड ने 901 करोड़ रुपये में, दिल्ली को जेएसडब्लू जीएमआर क्रिकेट प्राइवेट लिमिटेड ने 810 करोड़ रुपये में जबकि लखनऊ को कैप्री ग्लोबल होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड ने 757 करोड़ रुपये में ख़रीदा है.
बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने ट्विटर पर लिखा, "क्रिकेट के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि WPL की शुरुआती बिडिंग ने मेन्स आईपीएल के 2008 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. विजेताओं को बधाई, हमें इस नीलामी से 4669.99 करोड़ मिले हैं. महिला क्रिकेट के लिए ये एक क्रांति की शुरुआत है और ये न सिर्फ़ महिला क्रिकेटरों के लिए बल्कि पूरे खेल परिवार के लिए एक बदलाव की शुरुआत है."
महिला आईपीएल की शुरुआत से युवा खिलाड़ियों को मौके मिलने की उम्मीद है. नए खिलाड़ियों को इस लीग के जरिेए पहचान मिलने और महिला क्रिकेट को पुरुष किक्रेट के बराबर लाने की कोशिश होगी. (bbc.com/hindi)
नागपुर, 9 फरवरी। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने भारत के खिलाफ चार मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के शुरुआती दिन के खेल खत्म होने के बाद गुरुवार स्वीकार किया कि नागपुर की पिच ने उनकी टीम को ‘चकमा’ दिया जहां गेंद उनकी उम्मीदों के मुताबिक टर्न नहीं की ।
रविन्द्र जडेजा (47 रन पर पांच विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (42 रन पर तीन विकेट) ने आपस में आठ विकेट साझा किये जिससे ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम पहली पारी में 177 रन पर आउट हो गयी। ऑस्ट्रेलिया के कई बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए। उनमें से कुछ ने टर्न के लिए खेला जब गेंद ने कोई हरकत नहीं की।
मैच के पहले दिन स्टंप्स तक भारत ने एक विकेट पर 77 रन कर अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
हैंड्सकॉम्ब ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ निश्चित तौर पर वहां परिस्थितियां आसान नहीं थी। यह कठिन है क्योंकि पिच से होने वाली हरकत आपके दिमाग के साथ खेल रही थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने हालांकि जितना सोचा था गेंद उतना टर्न नहीं हो रही थी। इसी से हमें परेशानी हुई, हम स्पिन के लिए खेल रहे थे और गेंद सीधी आ रही थी।’’
मैच में 31 रन की पारी खेलने वाले हैंड्सकॉम्ब ने भारतीय गेंदबाजों को श्रेय देते हुए कहा कि उन्होंने कसी हुई लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी की जिससे रन बनाने का मौका नहीं मिला।
उन्होंने कहा, ‘‘ बल्लेबाजी करना कठिन है, जडेजा बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, वास्तव में हमारे बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने दे रहे थे। मुझे भी लगा कि उनके खिलाफ रन बनाना काफी कठिन है।’’
चार साल के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले हैंड्सकॉम्ब ने कहा, ‘‘ मैंने अपने खेल पर काफी मेहनत की है, मानसिक रूप से रणनीतिक रूप से और अपनी तकनीक पर भी। कड़ी मेहनत कर के टीम में वापसी करना अच्छा रहता है।’’
नई दिल्ली, 9 फरवरी । बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के पहले टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम केवल 177 रन बनाकर आउट हो गई.
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ भारतीय स्पिनरों की घूमती गेंदों के आगे बेबस नज़र आए.
हाल ये रहा कि ऑस्ट्रेलिया की पारी में कोई भी बल्लेबाज़ अर्धशतक तक नहीं बना सका.
सबसे ज़्यादा 49 रन लबुशाने ने बनाए. स्टीवन स्मिथ ने 37 रन, एलेक्स कैरी ने 36 और हैंड्सकॉम्ब ने 31 रन बनाए.
भारत की ओर से रविंद्र जडेजा ने 47 रन देकर ऑस्ट्रेलिया के पांच खिलाड़ियों को आउट किया. वहीं अश्विन ने तीन विकेट लिए.
भारत की सधी शुरुआत
ख़बर लिखे जाने तक भारत ने अपनी पहली पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 35 रन बना लिए.
रोहित शर्मा 31 रन और केएल राहुल 4 रन बनाकर खेल रहे हैं. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 9 फरवरी | ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर स्टीव ओकीफ, ऑफ स्पिनर टॉड मर्फी के नागपुर के वीसीए स्टेडियम में पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट में भारत के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने पर काफी उत्साहित हैं। गुरुवार की सुबह, 22 वर्षीय मर्फी को ऑस्ट्रेलिया के लिए 465वें टेस्ट खिलाड़ी के रूप में प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया, जिसमें प्रमुख ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने उन्हें अपना बैगी ग्रीन कैप सौंपा। मेहमान टीम ने 35 साल बाद पहली बार अपने प्लेइंग इलेवन में दो ऑफ स्पिनरों को मौका दिया है।
ओकीफ ने एसईएन के व्हाटली शो में कहा, मर्फी बहुत ही खास हैं। नाथन लियोन के बाद से मैं एक ऑफ स्पिनर को लेकर काफी उत्साहित हूं। मुझे लगता है कि वह ओवरस्पिन और ड्रॉप के साथ गेंदबाजी करते हैं। इतना ही नहीं, उनके पास बहुत कौशल है। टोड मर्फी अपनी अब तक की संक्षिप्त क्रिकेट यात्रा में वह व्यक्ति हैं जो खेल के कुछ हिस्सों में उन सभी कौशल का उपयोग कर सकते हैं और टीम उनका फायदा उठा सकती है।"
मर्फी को बाएं हाथ के स्पिनर एश्टन एगर और लेग स्पिनर मिचेल स्वेपसन से पहले लियोन के साथ प्लेइंग इलेवन में चुना गया। अप्रैल 2021 में शेफील्ड शील्ड में विक्टोरिया के लिए डेब्यू करने के बाद से, मर्फी ने सात प्रथम श्रेणी मैचों में 25.20 के औसत से 29 विकेट लिए हैं। (आईएएनएस)|
रायपुर 9 फरवरी वूमेन प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की नीलामी होनी है। लंबे इंतजार के बाद 13 फरवरी को भारत में महिला टी 20 फें्रचाइजी लीग मिल गई है। टूर्नामेंट की तैयारियां जोरों पर शुरू हो गई हैं। महिला प्रीमियर लीग के पहले संस्करण में खिलाडिय़ों का एक मेगा ऑक्शन होगा। नीलामी में 13 फरवरी को मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में 409 क्रिकेटरों की बोली लगेगी। बीसीसीआई ने नीलामी के लिए पंजीकृत कुल 1525 खिलाडि़यिों की छंटनी के बाद 409 खिलाड़ी का चयन किया है। नीलामी में खिलाडिय़ों के लिए बेस प्राइस 10 लाख, 20 लाख, 40 लाख और 50 लाख रुपये तय किया गया है।
इसमे छत्तीसगढ़ के 30 खिलाड़ी नामिनेशन में शामिल हुए, जिसमें से तीन खिलाडिय़ों के नाम को शार्ट लिस्ट सूची में रखा गया है। इनका बेस प्राइस 10-10 लाख रुपए तय किया गया है। खास बात यह है कि ये तीनों ही खिलाड़ी बिलासपुर से हैं। इनमें दो सगी बहने शिवि पांडेय और यशी पांडेय के साथ ही सबसे कम उम्र 17 साल की खिलाड़ी ऐश्वर्या सिंह, को शामिल किया गया है। जो 12वीं क्लास में पढ़ती हैं। ऐश्वर्या प्रीमियर लीग ही नहीं बल्कि, नेशनल टीम में भी शामिल किया जा सकता है।
बीसीसीआई ने बताया कि महिला प्रीमियर लीग का उद्घाटन संस्करण 4 से 26 मार्च 2023 तक मुंबई में खेला जाना तय हुआ है। इस मेगा टूर्नामेंट की मेजबानी ब्रेबॉर्न स्टेडियम और डीवाई पाटिल स्टेडियम में कुल 22 मैच खेले जाएंगे।
409 खिलाडय़िों में से 246 भारतीय और 163 विदेशी खिलाड़ी हैं जिनमें से 8 सहयोगी देशों के खिलाड़ी हैं। कुल कैप्ड खिलाड़ी 202, अनकैप्ड खिलाड़ी 199 और 8 सहयोगी देशों से हैं। पांच टीमों के पास अधिकतम 90 स्लॉट उपलब्ध हैं, जिनमें से 30 विदेशी खिलाडिय़ों के लिए हैं।
एलिस पेरी, सोफी एक्लेस्टोन, सोफी डिवाइन और डिआंड्रा डॉटिन जैसे कुछ नामों के साथ 13 विदेशी खिलाडय़िों ने भी 50 लाख रुपये के। आरक्षित मूल्य के तहत खुद को स्लॉट किया है। ऑक्शन लिस्ट में 30 खिलाड़ी हैं जिनका बेस प्राइस 40 लाख रुपये है।
टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, दीप्ति शर्मा और अंडर-19 टी-20 विश्व कप विजेता कप्तान शैफाली वर्मा उन कुछ भारतीयों में शामिल हैं, जिन्होंने डब्लूपीएल के पहले संस्करण की खिलाडिय़ों की नीलामी के लिए 50 लाख रुपये के उच्चतम ब्रैकेट में अपना पंजीकरण कराया है। प्रीमियर लीग में 24 खिलाडय़िों ने उच्चतम ब्रैकेट में पंजीकृत किया है।
जोहानिसबर्ग, 9 फरवरी इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) एसए20 की राह पर चलते हुए इस नवीनतम टी20 लीग के नियमों में बदलाव को अपना सकता है और लीग को और अधिक रोमांचक बना सकता है।
पीटरसन ने एसए20 लीग में लागू किए गए बदलावों का समर्थन किया है जिसमें टॉस के समय 13 खिलाड़ियों को नामित करना और फिर बाद में अंतिम एकादश का चयन शामिल है।
पीटरसन ने कहा, ‘‘मुझे नए नियमों से कोई समस्या नहीं है। मुझे लगता है कि नए नियम बेहद अच्छे हैं। टॉस काफी अधिक भूमिका नहीं निभाता। एसए20 खेल में जो नयापन लाया है वह मुझे पसंद है। मुझे लगता है कि यह शानदार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बोनस अंक देना भी शानदार है। आप देख सकते हैं कि बोनस अंक यहां भूमिका निभा रहा है। मेरे कहने का मतलब है कि आप नियमों में बदलाव करना चाहते हैं जिससे कि यह सभी के लिए और अधिक रोमांचक बने।’’
इंग्लैंड के अति आक्रामक रवैये और इससे टीम को मिली सफलता पर पीटरसन ने कहा कि भारत को भी इसी तरह से खेलने के बारे में सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मानसिकता है। मुझे लगता है कि उनके पास एक कोच है जो यह सुनिश्चित कर रहा है कि वे असफल होने से नहीं डरें। उन्हें असफलता की चिंता नहीं है। वे जब क्रीज पर होते हैं तो संभवत: आउट होने के बारे में नहीं सोचते। वे बस असफलता के डर के बिना खेलते हैं।’’
पीटरसन ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि भारत को भी ऐसा ही करना चाहिए। मुझे लगता है कि अच्छे खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद भारत बहुत धीमी बल्लेबाजी करता है। उनके पास खिलाड़ी हैं लेकिन फिर भी। उन्हें मैदान पर उसे दोहराना चाहिए जो इंग्लैंड कर रहा है।’’
पीटरसन ने एक टी20 लीग फ्रेंचाइजी खरीदने की कोशिश की लेकिन धन की कमी के कारण सफल नहीं हो सके। हालांकि इस दिग्गज बल्लेबाज ने भविष्य में किसी टीम के स्वामित्व से इनकार नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बोली लगाने वालों में से एक था। हां, मैं किसी एक टीम को खरीदना चाहता था। लेकिन मेरे पास टीम का मालिक होने के लिए पर्याप्त धन नहीं था।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या क्रिकेट का खेल एकदिवसीय प्रारूप के बिना बेहतर होगा, विशेषकर द्विपक्षीय मुकाबलों के बिना तो पीटरसन ने कहा कि फिलहाल किसी निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम यह नहीं कह सकते कि वनडे के बिना क्रिकेट बेहतर होगा क्योंकि हम अभी तक उस स्थिति में नहीं पहुंचे हैं। लेकिन हम भविष्य में ऐसा देख सकते हैं, हालांकि विश्व कप अभी काफी लुभावाना टूर्नामेंट है।’’
सबसे छोटे प्रारूप के बारे में बात करते हुए पीटरसन ने कहा कि मनोरंजन के अलावा मुख्य रूप से इससे जुड़े पैसे के कारण यह प्रारूप बना रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह यहां रहने के लिए है, टी20 में बहुत अधिक पैसा है। अब 50 ओवर का प्रारूप क्रिकेट के बहुत लंबे दिन की तरह लगता है। मुझे नहीं लगता कि आपको 50 ओवर के खेल में उतना मनोरंजन मिलता है जितना आपको टी20 में मिलता है। इस पर गौर करने की जरूरत है।’’
पीटरसन ने कहा, ‘‘मैं टेस्ट क्रिकेट के लिए भी डरता हूं। और मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि मैं टेस्ट क्रिकेट को लेकर चिंतित हूं और मुझे लगता है कि जो तत्काल संतुष्टि हम सभी चाहते हैं वह टेस्ट क्रिकेट को नुकसान पहुंचा सकती है।’’ (भाषा)
शहीद उदय मुदलियार स्मृति रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 फरवरी। शहीद उदय मुदलियार की स्मृति में स्टेट हाईस्कूल मैदान में आयोजित रात्रिकालीन क्रिकेट प्रतियोगिता में फाईनल मैच मंगलवार देर रात को खत्म हुआ। मुकाबले में वार्ड नं. 38 ब्राम्हणपारा ने ट्रॉफी अपने नाम की और एक लाख रुपए नगद का पुरस्कार जीता। वार्ड क्र. 46 बसंतपुर उप विजेता रही और 51 हजार रुपए की नगद राशि उन्हें पुरस्कार बतौर मिली। फाईनल मुकाबले में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ी को एलईडी टीवी और 6100 रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया। अतिथियों ने दोनों टीमों के खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दी।
प्रतियोगिता के फाईनल मुकाबले में अतिथि के तौर पर खनिज विकास निगम अध्यक्ष गिरीश देवांगन, विशिष्ट अतिथि राज्य गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष मन्नालाल यादव, समेत श्रीकिशन खंडेलवाल, हरिनारायण धकेता, वीरेंद्र चौहान, मामराज अग्रवाल, प्रेम रुचंदानी, चंद्रकला देवांगन शामिल थी। मंच संचालन युवा आयोग अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार ने किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री देवांगन ने मैदान पर मौजूद दर्शकों की भीड़ देखकर कहा कि मैंने कई प्रतियोगिताएं देखीं हैं, लेकिन ऐसा उत्साह और रोमांच कहीं नहीं देखा। आयोजक इसके लिए प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक की शुरूआत की। जिसमें पारंपरिक खेल भी शामिल हैं और हर वर्ग के खिलाडिय़ों को मौका मिल रहा है।
युवा आयोग अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार ने कहा कि शहीद उदय मुदलियार की स्मृति में यह आयोजन वर्षों से होता आ रहा है, जो इस वर्ष छग राज्य युवा आयोग और राजीव फैंस क्लब द्वारा किया गया। सभी टीमों ने यहां अच्छा प्रदर्शन किया और काफी अच्छे खेल से दर्शकों का मनोरंजन किया। उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता अब धरोहर बन चुकी है। इस स्पर्धा में पखवाड़ेभर में 51 वार्ड की टीमों में कड़े संघर्ष के बाद वार्ड क्र. 38 ब्राह्मणपारा और वार्ड क्र. 46 बसंतपुर की टीमे आमने-सामने थी। राजीव फैंस क्लब के अध्यक्ष नितिन बत्रा व सचिव अमित कुशवाहा ने बताया कि ब्राह्मणपारा और बसंतपुर की टीमें स्पर्धा में अजेय रही थी। कुछ और टीमों ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन वे नॉकआऊट मुकाबलों में करीबी अंतर से हारकर बाहर हो गई।
शशांक रहे मैन ऑफ द मैच, मुकेश मैन ऑफ द सीरीज
आयोजन प्रभारी चेतन भानुशाली, राजिक सोलंकी और एनी माखिजा ने बताया कि खिताबी मुकाबले में ब्राह्मणपारा की ओर से नाबाद 84 रन की पारी खेलने वाले शशांक सोनी मैन ऑफ द मैच चुने गए। बसंतपुर के बल्लेबाज मुकेश मैन ऑफ द सीरीज रहे। बेस्ट बॉलर का पुरस्कार महेश नगर के गेंदबाज शोएब रहे। टूर्नामेंट के श्रेष्ठ बल्लेबाज के पुरस्कार ब्राह्मणपारा के सलीम चुने गए। इसी तरह टूर्नामेंट में बेस्ट कैच के लिए वार्ड क्र. 03 मोतीपुर के राज को पुरस्कार दिया गया। बेस्ट फिल्डर ब्राह्मणपारा के अजय चुने गए। सभी को अतिथियों ने पुरस्कार वितरित किया।
रियो डी जनेरियो, 9 फरवरी | ब्राजील के पूर्व अंतरराष्ट्रीय गोलकीपर डिएगो अल्वेस सेल्टा विगो से जुड़ गए हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में रियो डी जनेरियो की दिग्गज कंपनी फ्लैमेंगो से अलग होने के बाद 37 वर्षीय खिलाड़ी ने छह महीने के अनुबंध पर सहमति जताई है।
ब्राजील के लिए 10 बार खेलने वाले अल्वेस 2007 से 2011 तक स्पेन के अल्मेरिया और फिर 2011 से 2017 तक वालेंसिया के साथ खेले। उनका रिकॉर्ड 22 पेनल्टी सेव का है। (आईएएनएस)|
नागपुर, 9 फरवरी। ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने भारत में ‘छेड़छाड़ वाली पिचों’ को लेकर चल रही चर्चा को तवज्जो नहीं देते हुए संकेत दिए कि वह चाहते हैं कि उनकी टीम समस्या का समाधान करने वाली बने जो एक स्थान से दूसरे स्थान पर परिस्थितियों में बदलाव से सामंजस्य बैठा सके।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने नागपुर में पहले टेस्ट के लिए जिस तरह से पिच तैयार की गई है उसे लेकर हाय तौबा मचाई और कहा कि इसे स्पिनरों की मदद करने और मेहमान टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए तैयार किया गया है।
हालांकि पिछले साल की शुरुआत में जस्टिन लैंगर की जगह मुख्य कोच का पद संभालने वाले मैकडोनाल्ड ने गुरुवार को मैच की शुरुआत से पहले कहा कि वह ‘उस चुनौती से उत्साहित हैं जो उनके सामने है’। कप्तान पैट कमिंस का रुख भी कुछ इसी तरह का था।
मैकडॉनाल्ड ने गुरुवार को ‘एसईएन’ से कहा, ‘‘हमारा काम उन समस्याओं का समाधान निकालना है जो विकेट प्रस्तुत करता है और यह टेस्ट क्रिकेट के बारे में सबसे बड़ी बात है कि एक देश से दूसरे देश और देश के भीतर एक स्थल से दूसरे स्थल पर परिस्थितियां बदलती हैं।’’
कोच ने कहा कि उनकी टीम का हमेशा से मानना रहा है कि भारतीय पिचें उम्मीद के मुताबिक होंगी इसलिए वे हैरान नहीं थे।
उन्होंने कहा, ‘‘स्पष्ट रूप से यह सूखा है और ईमानदारी से कहूं तो हम शायद यही उम्मीद कर रहे थे। नागपुर में आकर, संदेश यह था कि यह भारत में सबसे अधिक टर्न लेने वाला विकेट है और बहुत अधिक रिवर्स स्विंग होगी। मुझे लगता है कि यह सब मेल खाता है और हम अपने सामने मौजूद चुनौती को लेकर उत्साहित हैं।’’
ऑस्ट्रेलियाई टीम में बाएं हाथ के काफी बल्लेबाज हैं और ऐसे में भारतीय स्पिनरों के सूखी पिच का फायदा उठाने की उम्मीद है। मैकडोनाल्ड ने कहा कि उनके पास इस समस्या का हल निकालने वाले खिलाड़ी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हाँ, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारे पास बाएं हाथ के अधिक बल्लेबाज हैं। विकेट एक तरफ सूखा है और दूसरी तरफ थोड़ी अधिक नमी है। यह कुछ समस्याएं पैदा करने वाला है। हमारे बल्लेबाजी क्रम में समस्या का समाधान निकालने वाले कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं जो मुझे लगता है कि इसका सामना कर सकते हैं।’’
कोच ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि भारत ने पिच तैयार करते समय दौरा करने वाली टीम के साथ अन्याय किया जिसे ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने ‘गैर पारंपरिक’ या ‘छेड़छाड़ वाली’ पिच करार दिया है।
मैकडोनाल्ड ने कहा, ‘‘मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे लगता है कि आप अपनी घरेलू परिस्थितियों में खेलते हैं। हमें ऑस्ट्रेलिया में अतिरिक्त उछाल और कभी-कभी कुछ घास मिलती है। वे इसे एक कारण से टेस्ट क्रिकेट कहते हैं। आपके सभी कौशल का परीक्षण किया जाता है और अलग अलग देश में अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब आपको इस तरह की विकेट मिलती है तो चर्चा थोड़ी अधिक होती है।’’ (भाषा)
पेरिस की मेयर एनी हिडाल्गो ने अब 2024 में शहर में होने वाले ओलंपिक खेलों में रूस के भाग लेने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
हालांकि उन्होंने पिछले हफ़्ते रूस के इन खेलों में भाग लेने के पक्ष में बयान दिया था. उस वक़्त हिडाल्गो ने कहा था कि रूस को 'न्यूट्रल बैनर' के तहत इन खेलों में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए.
इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने भी रूस और बेलारूस को इन खेलों में न्यूट्रल प्रतिस्पर्धी के तौर पर भाग लेने की इजाज़त देने की बात कही थी.
हालांकि यूक्रेन ने कहा था कि यदि ऐसा हुआ तो वो पेरिस ओलंपिक का बॉयकॉट कर सकता है.
यूक्रेन पर रूस के हमले को देखते हुए एनी हिडाल्गो ने अब कहा है, ''यूक्रेन पर बमों की बारिश के बीच रूस का शामिल होना संभव नहीं है.''
उन्होंने कहा, ''वास्तव में कोई न्यूट्रल बैनर नहीं हो सकता, क्योंकि कोई एथलीट ऐसे होते हैं, जो असंतुष्ट हों. वे रिफ़्यूजी बैनर तले मार्च करते और प्रतिस्पर्धा करते हैं." (bbc.com/hindi)
नागपुर, 8 फरवरी। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यहां नौ फरवरी से शुरू होने वाले पहले क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए वीसीए स्टेडियम में कम से कम दो हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि त्वरित प्रतिक्रिया बल (क्यूआरटी) के कर्मियों को शहर में टीमों के दो होटलों से जामथा के विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम तक के रास्ते पर तैनात किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि नागपुर के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने क्रिकेट मैच के लिए सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकें की।
अधिकारी ने कहा, ‘‘आठ पुलिस उपायुक्त (डीसीपी), 10 सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी), 35 पुलिस निरीक्षक, 138 सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) और पुलिस उप-निरीक्षक (पीएसआई) सहित 2000 पुलिसकर्मियों को इस दौरान स्टेडियम में तैनात किया जाएगा। सुरक्षा उपायों के तहत सभी प्रवेश बिंदुओं पर 40 से अधिक मेटल डिटेक्टर और डोर फ्रेम मॉनिटर लगाए जाएंगे।’’ (भाषा)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व चयनकर्ता सुनील जोशी ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ टेस्ट सिरीज़ शुरू होने से पहले एक नई बहस छेड़ दी और फिर सोशल मीडिया पर निशाने पर आ गए.
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ होनी है. पहला मैच नौ फरवरी से नागपुर में खेला जाएगा.
इस टेस्ट मैच को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है, क्योंकि आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग को लेकर इस टेस्ट मैच की काफ़ी अहमियत है.
पहले दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है. इस टीम में रवींद्र जडेजा की वापसी हुई है. लेकिन टीम में सूर्यकुमार यादव को भी जगह मिली है.
पूर्व चयनकर्ता ने एक दिन पहले अपने ट्वीट में चेतेश्वर पुजारा की जगह टीम में सूर्यकुमार यादव को रखने की वकालत कर दी.
फिर क्या था, सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे और ये भी पूछने लगे कि किस तर्क से उन्होंने पुजारा की जगह सूर्यकुमार यादव की पैरवी की है.
सूर्यकुमार यादव टी-20 टीम का अहम हिस्सा हैं और उप कप्तान भी हैं. लेकिन वनडे में भी उन्हें लगातार मौक़ा नहीं मिल रहा है. जबकि टेस्ट टीम में उनके चयन पर सवाल भी उठे हैं.
ऐसे में सुनील जोशी का सूर्यकुमार यादव की वकालत करना लोगों को जम नहीं रहा है.
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दूसरी ओर चेतेश्वर पुजारा लंबे समय से भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा रहे हैं और उनका प्रदर्शन भी अच्छा रहा है.
पुजारा ने भारत की ओर से अभी तक 98 टेस्ट मैच खेले हैं और 44.39 की औसत से 7014 रन बनाए हैं. उन्होंने टेस्ट में दोहरा शतक भी लगाया है.
पुजारा के हिस्से में मात्र पाँच एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच हैं, जबकि उन्होंने एक भी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच भारत की ओर से नहीं खेला है.
दूसरी ओर सूर्यकुमार यादव ने एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है. जबकि भारत की ओर से उन्होंने 20 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है.
लेकिन उनका सबसे बढ़िया रिकॉर्ड टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में रहा है. उन्होंने 48 टी-20 मैचों में भारत की ओर से 1675 रन बनाए हैं.
भारतीय टीम के चयनकर्ता रहे और पूर्व क्रिकेटर सुनील जोशी ने अपने ट्वीट में लिखा था कि उनकी ओर से पहले टेस्ट के लिए टीम ऐसी होनी चाहिए.
अपनी ओर से प्लेइंग इलेवन का ज़िक्र करते हुए सुनील जोशी ने लिखा- पहले टेस्ट के लिए क्या भारत की टीम इस तरह दिखेगी? पुजारा और सूर्यकुमार के बीच चर्चा. साथ ही अक्षर और कुलदीप के बीच भी कड़ा मुक़ाबला.
सुनील जोशी के मुताबिक़ भारतीय टीम के 11 खिलाड़ी ये होने चाहिए- रोहित शर्मा, शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, विराट कोहली, केएल राहुल, केएस भरत, आर अश्विन, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज.
भारत के पूर्व क्रिकेटर डोडा गणेश ने सुनील जोशी की टिप्पणी पर आपत्ति जताई.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि एक पूर्व चयनकर्ता ने टेस्ट मैचों के लिए पुजारा पर सूर्यकुमार को अहमियत दी है. आप ऐसा सोच भी कैसे सकते हैं कि एक ऐसा व्यक्ति पुजारा की जगह ले सकता है, जिसने अभी एक टेस्ट भी नहीं खेला है.
डोडा गणेश ने ये भी लिखा है कि इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं कि पुजारा को जीवन भर बलि का बकरा बनाया गया है.
एक ट्विटर यूजर ने तो यहाँ तक लिख दिया है कि भगवान का शुक्रिया कि आप अब चयनकर्ता नहीं हैं.
इसके अलावा भी कई लोगों ने सुनील जोशी की राय पर असहमति जताई है.
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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सिरीज़ नौ फरवरी से नागपुर में शुरू हो रही है.
बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफ़ी के लिए दोनों टीमों के बीच ज़बरदस्त मुक़ाबला होने की उम्मीद है.
अगर रिकॉर्ड की बात करें, तो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अभी तक 102 टेस्ट मैच हो चुके हैं.
इनमें से 43 में ऑस्ट्रेलिया की टीम जीती है, जबकि भारत के हिस्से में 30 मैचों में जीत आई है.
एक मैच टाई हुआ है और 28 टेस्ट ड्रॉ समाप्त हुए हैं.
इस हिसाब से टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बेहतर है.
लेकिन जनवरी 2021 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए आख़िरी टेस्ट में भारत की जीत हुई थी.
अगर आख़िरी पाँच टेस्ट मैचों की बात करें, तो भारत ने दो टेस्ट मैच जीते हैं, एक ऑस्ट्रेलिया जीता है और दो टेस्ट ड्रॉ हुए हैं.
आईसीसी की रैंकिंग की बात करें, तो भारत की टीम टी-20 और वनडे में टॉप रैंकिंग पर है, जबकि टेस्ट में वो ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे नंबर पर है.
इस सिरीज़ से ये भी पता चल जाएगा कि ऑस्ट्रेलिया की नंबर वन की रैंकिंग बरकरार रहती है या फिर भारत नंबर वन बनता है. (bbc.com/hindi)
(कुशान सरकार)
नागपुर, 8 फरवरी। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट वास्तव में अलग तरह का खेल है लेकिन उन्होंने बुधवार को कहा कि सूर्यकुमार यादव अपने कौशल और अलग हटकर सोचने की क्षमता के कारण पारंपरिक प्रारूप में खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
पीटीआई को दिए साक्षात्कार में तेंदुलकर ने दो खिलाड़ियों के बीच मुकाबले (मैच अप) के महत्व, रविचंद्रन अश्विन की प्रतिभा और चेतेश्वर पुजारा के महत्व के बारे में बात की जो गुरुवार से जामथा में अपना 99वां टेस्ट खेलने की तैयारी कर रहे हैं।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘टी20 और वनडे खेलने से लेकर अब टेस्ट टीम में जगह बनाने तक उन्होंने (सूर्यकुमार यादव) दुनिया भर में अपनी अतुलनीय छाप छोड़ी है। जो भी सूर्यकुमार के खेल पर नजर रखते हैं, वे उसकी क्षमता और सोचने के तरीके के कायल हो जाते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन टेस्ट क्रिकेट अलग तरह का खेल है। सूर्यकुमार टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार दिखता है। उसकी क्षमता के किसी खिलाड़ी के नाम पर लोकेश राहुल और शुभमन गिल के साथ विचार किया जाना चाहिए। तीनों सक्षम खिलाड़ी हैं और मैं यहां कोई निर्णय नहीं देना चाहता हूं लेकिन तीनों टीम में जगह बनाने में सक्षम हैं।’’
टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले तेंदुलकर सर्वश्रेष्ठ अंतिम एकादश की बहस में नहीं पड़ना चाहते थे लेकिन उन्होंने कहा कि टीम में जगह बनाए रखने के लिए प्रदर्शन में निरंतरता जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं टीम संयोजन और उस सब में नहीं पड़ना चाहता। लेकिन अगर हम हाल के दिनों की बात करें तो शुभमन गिल अच्छी फॉर्म में है और राहुल योगदान नहीं दे पाया है लेकिन यही जीवन है। आप इन उतार-चढ़ावों से गुजरते हैं। ये दोनों बेहतरीन खिलाड़ी हैं और टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए रन बनाना जारी रखना होगा।’’
भारत के नंबर एक बल्लेबाज विराट कोहली और सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनकी फॉर्म में वापसी के बारे में बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले टीम के लिए अच्छा संकेत है।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से उसने पिछले कुछ महीनों में खेला है, मुझे वास्तव में यह देखकर अच्छा लगा, दबदबे वाला, वह जो करना चाहता था उसे लेकर सुनिश्चित था’’
तेंदुलकर निश्चित रूप से नाथन लियोन और कोहली के बीच टक्कर देखना चाहेंगे क्योंकि यह दो दिग्गज खिलाड़ियों के बीच शानदार मुकाबला होगा।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘विश्व क्रिकेट को इस तरह की प्रतिद्वंद्विता की जरूरत है। इस तरह की प्रतिद्वंद्विता का होना महत्वपूर्ण है और याद रखिए कि जब ऑस्ट्रेलिया 1998 में आया था तो इसे वार्न बनाम तेंदुलकर कहा गया था और मुझे सभी को याद दिलाना पड़ा था कि यह वार्न बनाम तेंदुलकर नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत है। लेकिन हर कोई ऐसी प्रतिद्वंद्विता देखना पसंद करता है।’’
पुजारा नई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में श्रृंखला के दूसरे मैच के दौरान 100 टेस्ट की उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार हैं। 98 मैचों में 7000 से अधिक टेस्ट रन बनाने वाले पुजारा के ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान करने की उम्मीद है।
दो सौ टेस्ट खेलने वाले एकमात्र क्रिकेटर तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि पुजारा की उपलब्धियों को पर्याप्त मान्यता नहीं दी गई है और टीम में उनके महत्व को भी पर्याप्त मान्यता नहीं दी गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने देश के लिए शानदार प्रदर्शन किया है और भारतीय क्रिकेट टीम को जो भी सफलता मिली है उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है।’’
ऑस्ट्रेलिया को निश्चित रूप से मिशेल स्टार्क की कमी खलेगी लेकिन तेंदुलकर को लगता है कि बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज की गैरमौजूदगी से ऑफ स्पिनर लियोन का प्रभाव कम हो सकता है।
अराउंड द विकेट गेंदबाजी (बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ओवर द विकेट)करने वाले स्टार्क अक्सर पिच पर अपने पैरों के निशान बनाते हैं और यह दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है (जब एक स्पिनर गेंदबाजी करता है और पैरों के निशान का फायदा उठाता है)।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘लियोन एक विश्व स्तर का गेंदबाज है और वह तब अधिक प्रभावी हो जाता है जब स्टार्क खेलता है क्योंकि दाएं हाथ के बल्लेबाज के ऑफ स्टंप के बाहर पैर के निशान बन जाते हैं। ये चीजें मैच में काफी महत्वपूर्ण होती हैं।’’
पारंपरिक रूप से स्पिनर गेंद पुरानी होने पर प्रभावी होते हैं लेकिन तेंदुलकर के अनुसार रविचंद्रन अश्विन के मामले में सुबह की हवा में ठंडक और पिच में नमी की मौजूदगी उन्हें पहले ही घंटे में महत्वपूर्ण बना सकती है।
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि वह 450 विकेट से सिर्फ एक विकेट दूर है। अश्विन एक विश्व स्तरीय गेंदबाज है और वह कई वर्षों से शानदार प्रदर्शन कर रहा है। उसके पास जो विविधता है वह वास्तव में विशेष है और वह चीजों को आजमाने से डरता नहीं है। वह बल्लेबाजों के लिए स्थिति को असहज बनाना चाहता है और ऐसा ही होना चाहिए।’’
तेंदुलकर का मानना है कि अंतिम 11 में जडेजा की उपस्थिति आवश्यक संतुलन प्रदान करती है और वह टेस्ट क्रिकेट में छठे नंबर पर नियमित रूप से बल्लेबाजी करने के लिए सक्षम है।
उन्होंने कहा, ‘‘जडेजा एक पैकेज के रूप में जबरदस्त है। यदि आप पिछले कुछ सत्रों में ध्यान दें तो उन्होंने अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है और मेरे लिए वह नंबर छह पर बल्लेबाजी करने के लिए काफी अच्छा है और उसने भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण पारियां खेली हैं। गेंदबाजी में भी उन्होंने हाल में प्रथम श्रेणी मैच खेला और विकेट प्राप्त किए (तमिलनाडु के खिलाफ सात विकेट)। दुर्भाग्य से उसे चोट (घुटने की) लगी और उसके जैसे खिलाड़ी चुनौतियों से पार पा लेंगे।’’
जहां हर कोई स्पिनरों के प्रभाव के बारे में बात कर रहा है, वहीं तेंदुलकर ने कहा कि रिवर्स स्विंग भी अहम होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हर सुबह के पहले घंटे में तेज गेंदबाज महत्वपूर्ण होंगे और स्पिनर भी क्योंकि सुबह पिच से मदद मिलेगी। मुझे याद है कि मैंने नागपुर में एक मैच खेला था जहां सुबह के सत्र में स्पिनरों का दबदबा था। कुछ गेंद सीधी जाती थी और कुछ काफी तेजी से टर्न करती थी। बल्लेबाजों के लिए यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो जाता था कि कौन सी गेंद टर्न होगी और कौन सी सीधे आएगी। इस श्रृंखला में रिवर्स स्विंग भी महत्वपूर्ण होगी।’’
एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर होने की चुनौती विभिन्न प्रकार की पिचों से सामंजस्य बैठाना है और तेंदुलकर को लगता है कि जब कोई टीम भारत आती है तो उन्हें अच्छी तरह से पता होना चाहिए कि पिच से टर्न मिलेगा। (भाषा)
नई दिल्ली, 8 फरवरी | भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत 30 दिसंबर को एक भयानक कार दुर्घटना में बुरी तरह से घायल हो गए थे। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से अपनी रिकवरी को लेकर अपडेट साझा किया है। साझा की गई तस्वीर में, पंत अंधेरी वेस्ट, मुंबई में कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल की छत पर बाहर बैठे हुए और बाहर की ताजी हवा का आनंद ले रहे हैं, जो कि बेहतरी के लिए जीवन के बुनियादी तरीकों में से एक है। उन्होंने कहा कि कभी नहीं पता था कि ऐसे बाहर बैठने और ताजी हवा में सांस लेने में इतना मजा आएगा।
16 जनवरी को, पंत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर एक बयान के माध्यम से, अपने शीघ्र स्वस्थ होने के लिए समर्थन और शुभकामनाओं के प्रति आभार जताया था। साथ ही कहा था कि वह इस यात्रा में आगे की चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा था, मैं सभी समर्थन और शुभकामनाओं के लिए विनम्र और आभारी हूं। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी सर्जरी सफल रही। रिकवरी का रास्ता शुरू हो गया है और मैं आगे की चुनौतियों के लिए तैयार हूं। बीसीसीआई सचिव जय शाह और सरकारी अधिकारियों के अविश्वसनीय समर्थन के लिए धन्यवाद।" (आईएएनएस)|
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, दिल से, मैं अपने सभी प्रशंसकों, साथियों, डॉक्टरों और फिजियो को धन्यवाद देना चाहता हूं। आप सभी को मैदान पर देखने के लिए उत्सुक हूं।
उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए रजत कुमार और निशु कुमार का शुक्रिया भी अदा किया था।
पंत ने फरवरी 2017 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया था। वहीं, वह उस भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा थे, जिसने दिसंबर 2022 में ढाका में बांग्लादेश पर 2-0 से श्रृंखला जीत दर्ज की थी। उन्होंने शेर-ए-बांग्ला नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 93 रन की पारी खेली थी।
नई दिल्ली, 8 फरवरी | दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है कि आगामी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलियाई तेज आक्रमण भारत के लिए खतरा हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और तेज गेंदबाज पैट कमिंस, दुनिया के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज, 2020-21 टेस्ट श्रृंखला के दौरान अग्रणी विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में सामने आए और उनका पाकिस्तान का दौरा भी सफल रहा।
गावस्कर ने द टेलीग्राफ को बताया, "जोश हेजलवुड के चोटिल होने के कारण उनके पहले टेस्ट में खेलने की संभावना कम है। इसका फायदा टीम को मिल सकता है। कमिंस एक शानदार गेंदबाज हैं और जैसा कि हमने अतीत में देखा है, जब ऑस्ट्रेलियाई सफल हुए हैं, तो इसके पीछे कमिंस का कुछ हद तक हाथ रहा है।"
दोनों टीमों के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट मैच गुरुवार से नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में शुरू होगा।
भारत वर्तमान में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) तालिका में दूसरे स्थान पर है और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए उसे कुछ अंतर से श्रृंखला जीतने की आवश्यकता होगी। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 8 फरवरी | भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम को गुरुवार से नागपुर में शुरू होने वाली आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया पर 4-0 से जीत दर्ज करने की मानसिकता रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि श्रृंखला के पहले मैच में गेंद टर्न लेगी।
नागपुर के बाद, भारत और ऑस्ट्रेलिया नई दिल्ली, धर्मशाला और अहमदाबाद में मैचों में आमने-सामने होंगे। भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का मौजूदा धारक है, जिसने 2017, 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली तीन सीरीज जीती हैं, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी बार 2004 में भारत में टेस्ट सीरीज जीती थी।
उन्होंने कहा, भारत को 4-0 से जीतना चाहिए, हम घर पर खेल रहे हैं। मैं इसकी उम्मीद कर रहा हूं। मैं ऑस्ट्रेलिया के दो दौरों पर गया हूं, मुझे पता है कि क्या हुआ है। मेरी मानसिकता होगी कि अगर मैं कोच हूं तो ऑस्ट्रेलिया को 4-0 से हराने के बारे में सोचूंगा।
आईसीसी रिव्यू शो में शास्त्री ने कहा, मैं चाहता हूं कि ऑस्ट्रेलिया की बुरी हार हो। अगर कोई मुझसे पूछे कि किस तरह की पिच चाहिए? तो मैं कहूंगा यह बिल्कुल फटी हुई होना चाहिए, जिससे स्पिन गेंदबाजों को मदद मिले। यदि आप टॉस हार जाते हैं, तो उम्मीद करें कि मैच के पहले सत्र में गेंद टर्न करें।"
शास्त्री ने यह भी कहा कि भारत को अपने गेंदबाजी आक्रमण में विविधता लाने के लिए नागपुर में प्लेइंग इलेवन में बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को शामिल करना चाहिए। मैं कुछ जादू देखना चाहता हूं। मैं कुलदीप यादव की कुछ चीजें देखना चाहता हूं। अगर आप पहले दिन टॉस हार जाते हैं, अगर यह एक अच्छी पिच है जहां यह टर्न नहीं कर रहा है, फिंगर स्पिनर पर्याप्त नहीं मिल रहा है, तो मैं चाहता हूं एक लेग स्पिनर को मौका मिले।
रविंद्र जडेजा के घुटने की चोट से उबरने के बाद पूरी तरह से फिट होने के साथ, शास्त्री ने टिप्पणी की है कि बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर अक्षर पटेल के स्थान पर प्लेइंग इलेवन में आएंगे और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ एक शानदार जोड़ी बनाएंगे। जिन्हें उन्होंने भारत का तुरुप का पत्ता बताया। (आईएएनएस)|
नागपुर, 8 फरवरी (आईएएनएस)| भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट गुरुवार से यहां विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम में खेला जाएगा, जिसमें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए चार मैचों की श्रृंखला में दोनों टीमों के लिए काफी कुछ दांव पर लगा होगा। ऑस्ट्रेलिया ने 2004 के बाद से भारत में कोई सीरीज नहीं जीती है और इससे पहले तीन दशक से ज्यादा समय तक वह देश से निराश लौटे हैं। लेकिन आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए और अधिक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि भारत ने बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के पिछले तीन संस्करण ऑस्ट्रेलिया में दो बार जीते हैं। पिछली बार भारत 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया से सीरीज हारा था।
इस प्रकार, आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए, भारत के खिलाफ सीरीज जीतना दशकों का लंबा इंतजार रहा है। अगर चीजें भारतीयों की योजना के अनुसार चलती हैं, तो यह संभवत: अगले कुछ वर्षों के लिए भारत अजय रहने वाला है।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी उम्मीद कर रहे हैं कि मेजबान चार स्थानों में से प्रत्येक में स्पिन को मदद मिलेगी और अब तक, ऐसा प्रतीत होता है कि जामथा में वीसीए ग्राउंड में पहले टेस्ट की शुरू होते ही उनके बुरे सपने सच होने की संभावना है।
इसलिए, जब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस बुधवार को दोपहर में मीडिया से बातचीत करने आए, तो मुख्य रूप से स्पिनिंग ट्रैक, सूखे विकेट और उनकी टीम के लिए यह कितनी बड़ी चुनौती होगी, इस बारे में बात हुई। यह देखते हुए कि उन्होंने लगभग दो दशकों से भारत में कोई श्रृंखला नहीं जीती है।
लेकिन कमिंस ने कहा कि उनकी टीम इस बात को सोच कर खुद पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डालेगी।
कमिंस ने बुधवार को कहा, नहीं, यह टीम उन सभी टीमों से अलग है जो अतीत में खेली हैं इसलिए हम जीत के बारे में सोच रहे हैं और हम हार के बारे में नहीं सोच रहे हैं। हम जानते हैं कि भारत का दौरा करना कठिन है - वे वास्तव में अच्छी क्रिकेट टीम हैं। विशेष रूप से घर पर और हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्साहित हैं।"
ऑस्ट्रेलियाई टीम की उम्मीदें टॉड मर्फी सहित, नाथन लियोन पर टिकी होंगी, जिनका भारत में गेंदबाजी करने के लिए हाल के विदेशी स्पिनरों में सबसे अच्छा स्ट्राइक रेट है। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारतीयों को परेशान करने के लिए हमेशा अपनी तेज गेंदबाजी विभाग पर भरोसा किया है और ऐसा करने की योजना बना रही होगी। कमिंस ने कहा कि उन्होंने कमोबेश प्लेइंग इलेवन का फैसला किया है, हालांकि उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि मेहमान टीम नागपुर टेस्ट में तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ उतरेगी या फिर स्पिन विभाग को मजबूत करेगी।
लेकिन गति के मोर्चे पर उनके संसाधन सीमित हैं, जो जोश हेजलवुड की चोट के कारण बाहर हो गए हैं, जो पिछले महीने सिडनी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट के दौरान एकिलीस समस्या से पूरी तरह से उबर नहीं पाए हैं। साथी तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन चोट से उभर रहे हैं।
मेहमान जहां अपनी परेशानियों से निपट रहे हैं, वहीं भारतीयों को गुरुवार को मैदान में उतरते समय अपनी चुनौतियों से पार पाना होगा। न केवल घर में अपना रिकॉर्ड बनाए रखने के लिए बल्कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में अपनी जगह हासिल करने के लिए भी भारतीयों के लिए यह श्रृंखला जीतना जरूरी है। ऑस्ट्रेलिया पहले से ही डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने के लिए आश्वस्त है, जबकि बॉर्डर-गावस्कर सीरीज 2-0 या 3-0 से जीतने से भारत का स्थान भी पक्का हो जाएगा।
हालांकि, कप्तान रोहित शर्मा ने डब्ल्यूटीसी फाइनल के मुद्दे को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वे मैच दर मैच चीजें ले रहे हैं और पहले केवल नागपुर टेस्ट के बारे में सोच रहे हैं।
उन्होंने कहा, "ड्रेसिंग रूम में डब्ल्यूटीसी फाइनल के बारे में कोई बात नहीं हो रही है और खिलाड़ी इस सीरीज के बारे में ज्यादा सोच रहे हैं और मैच दर मैच चीजों पर ध्यान दे रहे हैं। हमारा पूरा ध्यान कल से शुरू होने वाले मैच पर है।'
भारतीयों के अपने चयन मुद्दे हैं। उन्हें यह तय करना होगा कि मैच के लिए चार में से कौन से तीन स्पिनर के साथ जाएं। बाएं हाथ के रवींद्र जडेजा फिट हैं और लंबे ब्रेक के बाद उपलब्ध हैं। जडेजा का रविचंद्रन अश्विन के साथ जुड़ना तय है और भारतीय टीम प्रबंधन को अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच फैसला करना है। अक्षर घर में पिछली टेस्ट सीरीज के स्टार थे जबकि कुलदीप ने बांग्लादेश दौरे पर अच्छा प्रदर्शन किया था।
रोहित ने कहा कि चारों माहिर स्पिन गेंदबाज हैं और इसलिए वह बेहतर के साथ जाना पसंद करेंगे। उन्होंने चयन मामलों के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
भारतीयों को ऋषभ पंत की गैरमौजूदगी में मध्यक्रम में एक स्थान भरना होगा और विकेटकीपर के बारे में फैसला करना होगा, जो कार दुर्घटना में चोटिल होने के बाद टीम से बाहर हो गए हैं। हालांकि केएस भरत और ईशान किशन टीम में दो कीपर-बल्लेबाज हैं और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ उम्मीद कर रहे होंगे कि वे वह काम करें जो पंत कर रहे हैं, जबकि महत्वपूर्ण समय पर बल्ले से भी योगदान दें।
जामथा का वीसीए स्टेडियम भारतीयों के लिए काफी भाग्यशाली रहा है क्योंकि उन्होंने यहां खेले गए छह मैचों में से चार में जीत हासिल की है - एक ड्रॉ रहा।
पिच सूखी दिख रही है और दूसरे दिन के अंत तक स्पिनरों को मदद मिलने की उम्मीद है, हालांकि ऑस्ट्रेलियाई उम्मीद कर रहे हैं कि यह पहले दिन से ही स्पिन करना शुरू कर देगी क्योंकि यह बहुत सूखी पिच दिखाई दे रही है और दरारें भी पड़ रही है। पिछले दो दिनों से जिस तरह से ग्राउंड स्टाफ इस पर काम कर रहा है, उससे बाएं हाथ के स्पिनर को पवेलियन छोर से काफी मदद मिल सकती है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं-
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उप कप्तान), शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, केएस भरत, ईशान किशन, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, जयदेव उनादकट और सूर्यकुमार यादव।
ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ (उपकप्तान), एश्टन एगर, स्कॉट बोलैंड, एलेक्स केरी, कैमरन ग्रीन, पीटर हैंड्सकॉम्ब, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, लांस मॉरिस, टॉड मर्फी, मैथ्यू रेनशॉ, मिचेल स्टार्क, मिचेल स्वेपसन और डेविड वॉर्नर।
बेंगलुरू, 8 फरवरी भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली बेंगलुरू में 26 मार्च को पहली ‘वन8 रन’ को हरी झंडी दिखायेंगे ।
कोहली की वन8 कंपनी द्वारा शुरू की गई इस दौड़ में तीन प्रतिस्पर्धी वर्ग (पांच किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 18 किलोमीटर) होंगे ।
फिटनेस को लेकर अपने जुनून के लिये मशहूर कोहली का लक्ष्य भारत के धावकों को प्रेरित करना है । इस दौड़ में कोई भी हिस्सा ले सकता है ।
कोहली ने एक विज्ञप्ति में कहा ,‘‘ फिटनेस और बेंगलुरू की मेरे दिल में खास जगह है । बेंगलुरू में वन8 रन की शुरूआत करके शहर के लोगों को हमारे साथ जुड़ने का एक मौका दे रहा हूं । इसके साथ ही इससे उदीयमान धावकों को तैयार करने में मदद भी मिलेगी । उम्मीद है कि यह दौड़ फिटनेस का संदेश देगी ।’’ (भाषा)
तुर्की में आए भूकंप में जानेमाने गोलकीपर अहमद आयप तुर्कसलैन की मौत हो गई है. उनके फ़ुटबॉल क्लब येनी मलात्यसपोर ने इसकी पुष्टि की है.
क्लब ने ट्विटर पर बताया, "हमारे गोलकीपर अहमद आयप तुर्कसलैन की भूकंप में मौत हो गई. हमें उन्हें नहीं भूलेंगे. वे एक बेहद अच्छे इंसान थे."
28 साल के तुर्कसलैन ने येनी मलात्यसपोर क्लब के लिए छह बार खेला था. वो साल 2021 में इस क्लब से जुड़े थे.
तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप से अब तक 7,800 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. कई लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हैं जिन्हें बचाने के लिए राहत कार्य जारी है.(bbc.com/hindi)