कारोबार
रायपुर, 8 जून। दिनांक-31-मई-2023 से प्रारम्भ हुआ। अंडर-19 एलीट ग्रुप इण्टर डिस्टिंक्ट टुर्नामेन्ट का चौथा मैच दिनांक-04-जून-2023 से दिनांक-07-जून-2023 तक सेक्टर-10 बी.एस.पी. क्रिकेट ग्राउण्ड, भिलाई, छत्तीसगढ़ में बिलासपुर विरूद्ध राजनांदगांव की टीम के मध्य खेला जा रहा है।
राजनांदगांव की टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्ंिडग करने का निर्णय लिया। चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक। राजनांदगांव की टीम ने दूसरी पारी में 147 रन 6 विकेट 58.0 ओवर से आगे खेलते हुए- राजनांदगांव की टीम ने दूसरी पारी में 196 रन 10 विकेट 76.2 ओवर में बनाए।
राजनांदगांव की टीम ने बल्लेबाजी करते हुए-नाम-समरवीर 52 रन, 146 बॉल, 9 चौका, 10 छक्का, नाम-आर्य श्रीवास्तव 21 रन, 59 बॉल, 3 चौका, 0 छक्का, नाम-सूजल मंडल 4 रन, 20 बॉल, 0 चौका, 0 छक्का, पर बनाए।
बिलासपुर की टीम की तरफ से दूसरी पारी में बॉलिंग करते हुए-नाम-ओम वैश्णव 31.2 ओवर, 65 रन, 6 विकेट, नाम-जितेष 21.0 ओवर, 39 रन, 2 विकेट, नाम-मौहम्मद साद 8.0 ओवर, 38 रन, 1 विकेट, लिए। मैच का विवरण - बिलासपुर पहली पारी 295 रन 10 विकेट 76.4 ओवर। दूसरी पारी 216 रन 10 विकेट 52.5 ओवर।
राजनांदगांव
पहली पारी 151 रन 10 विकेट 58.0 ओवर।
दूसरी पारी 196 रन 10 विकेट 76.2 ओवर।
रिजल्ट - बिलासपुर की टीम 164 रन से विजेता रही। बिलासपुर की टीम को 6 अंक प्राप्त
हुए।
धन्यवाद
बिलासपुर, 7 जून। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जीवन का पालन पोषण करने वाली प्रकृति को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा की गई थी । पहला विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 1974 को मनाया गया था।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों की रक्षा हेतु पर्यावरण संरक्षण जैसे वनों की कटाई रोकना, हरित पर्यावरण को बढावा देना, पौधारोपण करना, बायो इंधन के उत्पादन को बढावा देना जैसे विभिन्न उपायों के द्वारा पर्यावरण संतुलन की दिशा में बेहतर कार्य करने की योजनाएं भी बनाई जाती है ।
पर्यावरण दिवस की महत्ता एवं एक जागरूक संगठन की तरह पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका को जिम्मेदारी पूर्वक निभाने हेतु दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष 05 जून को संपूर्ण राष्ट्र के साथ साथ विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया जाता है।
इस अवसर पर वृक्षारोपण एवं पर्यावरण से संबंधित अनेको कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते है। इसी कड़ी में आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वृक्षारोपण सहित पर्यावरण संरक्षण जागरूकता से संबन्धित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
प्रात: 7.00 बजे दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे मुख्यालय बिलासपुर से प्रभातफेरी निकाली गई जो लोगों को पर्यावरण जागरूकता का
संदेश देते हुए सेक्रो ऑफिस में समाप्त हुई । प्रभातफेरी में अपर महाप्रबंधक श्री विजय कुमार साहू
सहित सभी विभागाध्यक्ष, मुख्यालय एवं मंडल के अधिकारीगण, सैकडों की संख्या में कर्मचारीगण,
रेलवे सुरक्षा बल, स्काउट गाइड के बच्चे एवं नागरिक सुरक्षा दल की टीमों ने भाग लिया ।
कार्यक्रम के आगे की कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन (सेक्रो) में
वृक्षारोपण तथा पर्यावरण संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसमे समस्त
अधिकारियों, कर्मचारियों तथा स्कूल के छात्र-छात्राओ ने वृक्षारोपण किया । इसके पश्चात पौधा
वितरण कर अपने घरों के आसपास पौधे लगाने तथा उसकी देखभाल करने के प्रति सभी को
संकल्पित होने का आह्वान किया गया । रेलवे स्कूलों के बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण से संबन्धित
नाटक एवं अन्य कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति देकर पर्यावरण संरक्षण जागरूकता का संदेश दिया ।
आज आयोजित सभी कार्यक्रमों में पूरी तरह से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री विजय कुमार साहू के मार्गदर्शन में कार्यक्रम में
पर्यावरण हितैषी डिग्रेडिबल मटेरियल से बने बैनर, पोस्टर आदि के उपयोग किए गए । दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे के इस अभिनव पहल से निश्चित ही रेल कर्मियों एवं नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण संदेश
का प्रसार होगा ।
पर्यावरण संरक्षण की महत्ता एवं आवश्यकता को ध्यान में रखकर एक जागरूक
संगठन की तरह पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका को जिम्मेदारी पूर्वक निभाने हेतु दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे "पर्यावरण संरक्षण के सजग प्रहरी" के रूप में लगातार कार्य कर रहा है । दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे द्वारा जल संरक्षण, वायु संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण आदि के उपाय लगातार किए जा रहे है ।
जल संरक्षण को साकार करने हेतु कुशल जल प्रबंधन के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे है । जल संरक्षण के लिए वर्षा जल को संरक्षण करने पर विशेष
ध्यान दिया जा रहा है ताकि वर्षा जल का सदउपयोग एवं अधिक से अधिक उपयोग की जा सके ।
इसके साथ ही साथ भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।
नये एवं पुराने कार्यालय भवनों की छतों से, सतह पर बहने वाले एवं बारिश की
पानी को जल भंडारण की एक अनोखी तकनीक "जल संचयन प्रणाली (रेन वाटर हार्वेस्टिंग)
प्रणाली" के द्वारा संग्रहित किया जा रहा है । इसके परिणाम स्वरूप न केवल भूजल स्तर में वृद्धि हो
रही है बल्कि संवर्धित जल संसाधन का उपयोग अन्य आवश्यकताओं के अनुसार भी किया जा रहा
है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत अलग-अलग स्टेशनो में 159 रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली
लगाए गए है । इसके साथ ही साथ नये एवं भविष्य में बनाए जाने वाले सभी भवन निर्माण में
वर्षा जल संचयन की व्यवस्था लगाने सुनिश्चित किए जा रहे है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर एवं गोंदिया में 07 वाटर
रिसाइकिलिंग प्लांट की स्थापना की गई है । वाटर रिसाइकिलिंग प्लांट द्वारा अपशिष्ट पानी को
रिसायकिल कर इसका उपयोग कोच धुलाई तथा पौधो को पानी देने में किया जा रहा है । तीनों
रेल मंडलों में उपयोग में आने वाले पानी की, विशेषकर वर्कशॉप, कोच धुलाई आदि के पानी को
बर्बाद न करके उसे रिसायकिल कर पानी की बचत की जा रही है ।
भूजल स्तर को बढाने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे परिक्षेत्र के अनेक
जगहों पर तालाब के निर्माण एवं पहले से मौजूद तालाबों को समुचित रखरखाव करते हुए उनमें भी
जल संग्रहण का कार्य किया जा रहा है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अब तक 47 तालाबों के
निर्माण/नवीनीकरण के कार्य सम्पन्न किए गए है । इसके साथ ही 20 प्रमुख स्टेशनों में वाटर ऑडिट
के कार्य भी पूरा किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा पर्यावरण के संरक्षण के लिए एवं हरित ऊर्जा को बढ़ावा
देने के लिए गैर-परंपरागत श्रोतों से ऊर्जा उपलव्ध कराने एवं ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बेहतर
योगदान के तहत सौर उर्जा को काफी महत्व दिया जा रहा है । गैर-परंपरागत श्रोतों से ऊर्जा
उपलव्ध कराने एवं ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बेहतर योगदान के तहत पूरे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में
अब तक 4.6 मेगावाट क्षमता की सोलर प्लांट की स्थापना की गयी है । भिलाई में 50 मेगावाट
लैण्ड बेस्ड सौर ऊर्जा संयंत्र अपने निर्माण के अंतिम चरण में है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत एलएचबी आधारित 16 ट्रेनों में हेड ऑन जनरेशन
(एचओजी) प्रणाली शुरू कर शांत एवं सुविधाजनक रेल परिवहन के लिए एक सराहनीय पहल की
शुरुआत की गई है । ‘हेड ऑन जेनरेशन‘ (एचओजी) प्रौद्योगिकी को अपनाने के साथ ही ये ट्रेनें हरित
यानी &प्त39;ग्रीन&प्त39; ट्रेन हो गई है । अब ये ट्रेनें महंगे डीजल ईंधन को जलाने की बजाय ओवर हेड उपकरण
(ओएचई) के माध्यम से सीधे ग्रिड से बिजली ले रही है । वर्ष 2022-23 मे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
में 100त्न विद्युतीकरण कार्य पुरा किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पर्यावरण के संरक्षण के उपायों में जल संरक्षण एवं ऊर्जा
संरक्षण के साथ ही साथ वातवारण को स्वच्छ एवं शुद्ध रखने हेतु वायु संरक्षण को भी महत्व देते हुए
महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है तथा न सिर्फ किसी विशेष अवसर पर बल्कि पूरे वर्ष जल, पर्यावरण
एवं वातावरण को संरक्षित रखने के लिए प्रयासरत है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इन सफल प्रयासों
का प्रत्यक्ष उदाहरण बिलासपुर स्थित रेलवे कॉलोनी की हरियाली है ।
स्टेशन परिसर, प्लेटफार्म, गाडी तथा रेलवे ट्रैक को गंदगी से मुक्त रखने तथा
वातावरण को साफ-सुथरा रखने एवं हरित विकास को बढ़ावा देने हेतु रेलवे द्वारा यात्री गाडिय़ों के
कोचों में बायो-टायलेट लगाये जा रहे है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में शत-प्रतिशत बॉयो-टायलेट
लगाने के कार्य को पूरा करते हुए सभी 1784 कोचों में बायो-टायलेट लगाने के कार्य को पूरा किया
गया है ।
प्रदेश स्तरीय भाषण व पोस्टर कार्यक्रम में 450 विद्यार्थी शामिल
रायपुर, 7 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा आज दिनांक 4 जून, 2023 को प्रात: 10.00 से न्यू कन्वेन्शन हॉल नवीन विश्राम गृह, सिविल लाईन, रायपुर में भाषण एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इन प्रतियोगिताओं का विषय ’’व्यक्तिगत आदतों एवं व्यवहारों में परिवर्तन लाकर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी करना भाषण प्रतियोगिता दो आयु वर्गों 13 से 17 वर्ष व 18 से 21 वर्ष एवं पोस्टर प्रतियोगिता तीन आयु वर्ग 12 वर्ष तक, व 13 से 17 वर्ष व 18 से 21 वर्ष में आयोजित की गई।
प्रदेश स्तरीय आयोजित इन प्रतियोगिताओं में लगभग चार सौ पचास स्कूली व महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रेडियंट वे स्कूल, रायपुर से कु. ग्रेशी कश्यप एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल से कु. दिव्यांशी पण्डा, द्वितीय पुरस्कार शहिद स्मारक इंग्लिस मिडियम स्कूल से श्री चिन्मय सिंह चंदेल एवं दिल्ली विश्वविद्यालय से कु. विधि दीपा मालवीय, तृतीय पुरस्कार स्वामी आत्मानंद शा. शहिद स्मारक इं.मि. स्कूल फाफाडीह रायपुर से कु. श्रेया मिश्रा एवं जे.योगानंदम छ.ग. महाविद्यालय से कु. कंचन आडिल व एक सांत्वना पुरस्कार दिये गये।
रायपुर, 7 जून। राजेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि समूचे देश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी परिवार के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी जी के नेतृत्व में माह के प्रथम रविवार को 10 बजे10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत 4 जून को रायपुर की सेंट्रल जेल मे छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने पुलिस बैंड की धुन के साथ श्वेत वेशभूषा एवं गले में तिरंगे का दुपट्टा लगाकर राष्ट्रगान एवं राष्ट्रीय गीतों का गायन किया।
श्री चतुर्वेदी ने बताया कि उनके दादा पंडित मानिक लाल चतुर्वेदी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने अपने दादा की जीवन गाथा को पढक़र सुनाया।
बिलासपुर, 7 जून। एसईसीएल को ईआरपी के सफल क्रियान्वयन के लिए कोयला मंत्री पुरस्कार 2022-23 में प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पुरस्कार दिल्ली में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में माननीय कोयला मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी के करकमलों से एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा को दिया गया ।
प्रतिष्ठित कोयला मंत्री पुरस्कार के तृतीय संस्करण के समारोह में कोयला सचिव, भारत सरकार श्री अमृत लाल मीणा और अध्यक्ष कोल इंडिया लिमिटेड श्री प्रमोद अग्रवाल, एसईसीएल निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस के पाल व कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) का कार्यान्वयन सीआईएल वन ईआरपी प्रोजेक्ट पैशन के तहत एसईसीएल में लागू किया गया है जिसमें सात मुख्य व्यवसाय प्रक्रियाएं शामिल हैं, जैसे उत्पादन योजना, वित्त और नियंत्रण, संयंत्र रखरखाव, बिक्री और वितरण, परियोजना प्रणाली, मानव पूंजी प्रबंधन और सामग्री प्रबंधन।
ईआरपी कार्यान्वयन की मदद एसईसीएल वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं (बेस्ट प्रैक्टिस) को लागू करने में सक्षम हुई है, लक्षित उत्पादन प्राप्त करने के लिए योजना, परियोजनाओं और उपकरणों की उचित निगरानी और नियंत्रण, बेहतर इन्वेंट्री नियंत्रण प्रबंधन, वेतन और मजदूरी का समय पर और सटीक भुगतान और कर्मचारियों की अन्य देय राशि, आपूर्ति का समयबद्ध मुद्दा ग्राहकों को बिलिंग के आदेश, संसाधनों के अनुकूलन के लिए एकीकृत व्यावसायिक प्रक्रियाएं, वास्तविक समय और सटीक डेटा और कुशल और प्रभावी ग्राहक प्रबंधन प्रणाली के आधार पर सूचित निर्णय लेना संभव हुआ है।
इस प्रकार विक्रेताओं/ठेकेदारों के कम बिलिंग जीवन चक्र के साथ कंपनी के हितधारकों को लाभ पहुँचाना एक महीने से अधिक से कम होकर एक सप्ताह के भीतर होना संभव हुआ है। इसने जवाबदेही के साथ जहाँ भी संभव हो मानवीय हस्तक्षेपों को कम करके एसईसीएल के पूरे कामकाज को बहुत पारदर्शी और सटीक बना दिया है।
रायपुर, 7 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा पंडित आर.डी. तिवारी स्कूल से प्रात: 6:00 बजे ’’वॉकेथान’’ प्रारंभ हुई। मण्डल के सदस्य सचिव श्री आर.पी. तिवारी ने हरी झण्डी दिखा कर वॉकेथान रैली का शुभारंभ किया।
रैली में स्कूली बच्चे, प्रमुख शासकीय अधिकारी, प्रमुख कॉरपोरेट के प्रतिनिधि एवं आम नागरिकों सहित लगभग 500 लोगों ने भाग लिया। पं. आर.डी. तिवारी स्कूल, आमापारा, रायपुर से प्रारंभ यह रैली चार चेक प्वाइंट - विवेकानंद आश्रम, राजकुमार कॉलेज, अनुपम उद्यान एवं साइंस कॉलेज से होते हुए प्रात: 08:30 बजे पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम, रायपुर में रैली का समापन किया गया। वॉकेथान रूट पर बनाये गये चैक प्वाइंट पर कॉरपोरेट सेक्टर के प्रतिनिधियों द्वारा अपने क्षेत्र पर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे प्रमुख कार्य एवं उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगायी गयी।
साथ ही भारत माता ईको क्लब, बिलासपुर के छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरणीय माईम शो का आयोजन किया गया। स्कूली छात्र-छात्राओं एवं सभी वर्गों में पर्यावरणीय जागरूकता के उद्देश्य से सिग्नेचर प्वाइंट बनाया गया, जिस पर बड़ी संख्या में लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेते हुए अपने हस्ताक्षर किये।
प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आयोजित किए जाएंगे जागरूकता कार्यक्रम-रामभव
रायपुर, 7 जून। जिले के तिल्दा विकासखंड में स्थित अदाणी पॉवर लिमिटेड (एपीएल), रायखेड़ा द्वारा पर्यावरण के संरक्षण तथा प्रकृति के प्रति समर्पण भाव रखने हेतु पर्यावरण जागरूकता पखवाड़ा अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
एपीएल के पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा सुरक्षा विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम पारिस्थितिकी तंत्र के बहाली के लिए प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान की मुहिम के अंतर्गत 5 से 10 जून के बीच संयंत्र के कर्मचारियों के साथ साथ पास के ग्राम रायखेड़ा, गैतरा, चिचोली इत्यादि गांवों के शासकीय स्कूलों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जिनमें पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ ग्रहण एवं पौधा रोपण के साथ साथ प्लास्टिक प्रदूषण तथा प्राकृतिक संरक्षण के संसाधनों पर प्रासंगिक स्लोगन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पहेली प्रतियोगिता जागरूकता रैली, पोस्टर तथा ड्राइंग प्रतियोगिता इत्यादि शामिल हैं ।
अभियान के उद्घाटन समारोह में एपीएल के स्टेशन प्रमुख श्री गट्टू रामभव सहित 250 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पर्यावरण की सुरक्षा एवं क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने की शपथ ली गई। इसके बाद सभी ने एपीएल रायखेड़ा सयंत्र परिसर में ही 500 से अधिक पौधों का रोपण कर इस वर्ष के अंत तक 2 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया। इस दौरान श्री गट्टू रामभव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, विश्व पर्यावरण दिवस पर संयुक्त राष्ट्र संघ की प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान की इस थीम का पालन हमारे प्लांट में दो वर्ष पहले ही हो चुका था।
आज हमें गर्व हो रहा है कि हमारा संयंत्र सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त संयंत्र हैं। यह पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वहीं इस वर्ष संयंत्र के आसपास के क्षेत्र को प्लास्टिक से मुक्त कराने की पहल हम सभी एक साथ मिलकर करेंगे।
रायपुर, 7 जून। जूलॉजी विभाग, कलिंगा विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल (सीईसीबी) के सहयोग से कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर, नया रायपुर, छत्तीसगढ़ में मिशन लाइफ पर एनवायरोथॉन: ट्रैश टू ट्रेजर के पहले चरण का आयोजन किया।
यह कचरा प्रबंधन के व्यापक और चुनौतीपूर्ण वैश्विक मुद्दे को संबोधित करने के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय और सीईसीबी के बीच एक सहयोगी प्रयास था। इसका मुख्य फोकस युवाओं को ऐसे समाधानों के लिए रचनात्मक रूप से सोचने की अनुमति देना था, जिनका उपयोग कचरे को प्रभावी ढंग से और कुशलता से पुनर्चक्रित करने में किया जा सकता है।
सभी गणमान्य लोगों ने कचरा प्रबंधन की समस्या पर विस्तृत चर्चा की । इस कार्यक्रम में सभी विभागीय सदस्य और छात्रों ने लाइफ मिशन प्रतिज्ञा ली और एक हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुए। लाइफ मिशन प्रतिज्ञा श्री ए.पी. सावंत द्वारा संचालित की गई थी जिसमें लाइफ के आकार में एक मानव श्रृंखला बनाई गई थी।
गणमान्य लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यावरणीय स्थिरता को बनाए रखने में मदद के लिए हमें अपनी जीवन शैली और विचारों को कैसे संशोधित करना चाहिए। इस कार्यक्रम विभिन्न में छत्तीसगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों/संस्थानों के प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपशिष्ट सामग्री के पुनर्चक्रण के लिए विभिन्न समाधानों पर अपने विचारों/कार्यों को साझा किया।
छात्र जूलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, फॉरेंसिक साइंस और टेक्नोलॉजी बैकग्राउंड से थे। उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए विचारों में इलेक्ट्रिक वाहन डिजाइन करना, रसोई के कचरे से बायोगैस संयंत्र शुरू करना, जैविक कचरे को डीग्रेड करने के लिए कीड़ों का उपयोग करना, टेट्रापैक की रीसाइक्लिंग पर काम करना, प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग आदि शामिल हैं।
रायपुर, 7 जून। पंडित रविशंकर शक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में नए सत्र के लिए स्नातक एवं स्त्नातकोत्तर की प्रवेश के लिए प्रवेश प्रक्रिया 6 जून से प्रारंभ होने जा रही है। डॉक्टर कविता ठाकुर जो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फोटोनिक्स तथा अक्षय ऊर्जा के स्नातक कार्यक्रम की विभागाध्यक्ष है ने बताया कि विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न कोर्स में से इलेक्ट्रॉनिक्स, मटेरियल साइंस, डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग एवं रिसर्च में करियर बनाने चाहते हैं।
डॉ. ठाकुर ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिकी एवं फोटोनिकी अध्ययनशाला में चल रहे एम्0एस0सी0 इलेक्ट्रॉनिक्स एम0 टेक0 ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स एंड लेजऱ टेक्नोलॉजी एक अच्छा विकल्प है क्योकि बीतें सत्रों में यहाँ के बच्चे आईआईटी एवं डीआरडीओ में रिसर्च एवं पी एच डी के लिए चयनित हुए एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक संस्थानों में रोजगार मिला ।
उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावा जो बच्चे अभी बारहवीं की परीक्षा सफल हुए है और अपना करियर अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में बनाना चाहते है तो विश्वविद्यालय में अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकी एवम प्रबंधन में चल रहे बैचलर ऑफ़ वोकेशन कोर्स एक अच्छा विकल्प है जिसके करने से बच्चे उच्च शिक्षा, तत्काल रोजगार एवं स्टार्टअप के क्षेत्र में सफल हो सकते है ।
रायपुर, 6 जून। रविवार को संगीत कार्यक्रम मयाराम सुरजन हॉल (लोकायन) में (ए मेरे हमसफर) आयोजित किया गया जिसमे नये , पुराने गीतों की प्रस्तुतियों के साथ धुन टीम के सभी बेहतरीन सिंगर्स ने श्रोताओं का दिल जीत लिया। सभी श्रोताओं ने कार्यक्रम का खूब आनंद उठाया ।
धुन फाउंडेशन के डायरेक्टर अजय अडवानी ने बताया की हमेशा की तरह अनुशासन एवं नये नये कलाकारों को मंच देने हेतु कटिबद्ध है। इस बार सारे परिपक्व गायक एवं गायिकाओं ने बेहतर अंदाज में समा बांधा ।
कार्यक्रम का मंच संचालन अपने निराले एवं नये अंदाज में रविंद्र सिंह दत्ता के द्वारा किया गया।जिन्होंने अपनी प्रस्तुतियां दी उनमे प्रमुख रूप से अजय अडवानी, बाबूलाल प्रजापति, महेश शर्मा, मनोज शुक्ला, राजुल दवे, जगदीश दुबे, अरश जग्गी , रविंद्र सिंह दत्ता , राजेश सिंग ऋतु श्रीवास्तव ,रानू गजभिये , आरती साहू सभी ने एक से बढक़र एक प्रस्तुतियां दी। लोकायन हॉल श्रोताओं से खचाखच भरा रहा। श्रोतागण द्वारा कार्यक्रम को खूब सराहा गया।
छत्तीसगढ़ में हमारा नेटवर्क मजबूत, उपभोक्ताओं को बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने प्रतिबद्ध-प्रनव
रायपुर, 6 जून। मां के गर्भ में गंदा पानी पीने की वजह से एक मासूम को 30 में से 26 दिनों तक वेंटीलेटर पर रखा गया. इसके बाद 4 दिन बिना वेंटीलेटर के अब मासूम को 1 महीने बाद अस्पताल से डिस्चार्ज करने की तैयारी है। अस्पताल में मासूम का पूरा इलाज आयुष्मान कार्ड से हुआ.
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ कमलेश अग्रवाल ने बताया कि अन्य अस्पताल में डिलीवरी के बाद मासूम को ओम हॉस्पिटल लाया गया था. यहां उसे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राम प्रकाश साहू ने पूरा ट्रीटमेंट किया और हर दो घंटे में वे लगातार मासूम की तबीयत का अपडेट घर से भी लेते रहते थे. उक्त मासूम के पिता रोहित धृतलहरे सिमगा के ग्राम फैसरी में रहते है और मजदूरी कर अपने घर का पालन-पोषण करते है.
वे कहते है कि जब बेटी को ओम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे तो उन्हें एक बार के लिए ये लगा था कि बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही. लेकिन डॉक्टरों की मेहनत और उन्हीं के भरोसे की वजह से उनकी बेटी ने जिंदगी की जंग जीत ली है और वे अब बेटी को अपने घर ले जाने के लिए तैयार है।
ओम हॉस्पिटल केडॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ द्वारा सफल इलाज
रायपुर, 6 जून। मां के गर्भ में गंदा पानी पीने की वजह से एक मासूम को 30 में से 26 दिनों तक वेंटीलेटर पर रखा गया. इसके बाद 4 दिन बिना वेंटीलेटर के अब मासूम को 1 महीने बाद अस्पताल से डिस्चार्ज करने की तैयारी है। अस्पताल में मासूम का पूरा इलाज आयुष्मान कार्ड से हुआ.
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ कमलेश अग्रवाल ने बताया कि अन्य अस्पताल में डिलीवरी के बाद मासूम को ओम हॉस्पिटल लाया गया था. यहां उसे शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ राम प्रकाश साहू ने पूरा ट्रीटमेंट किया और हर दो घंटे में वे लगातार मासूम की तबीयत का अपडेट घर से भी लेते रहते थे. उक्त मासूम के पिता रोहित धृतलहरे सिमगा के ग्राम फैसरी में रहते है और मजदूरी कर अपने घर का पालन-पोषण करते है.
वे कहते है कि जब बेटी को ओम हॉस्पिटल लेकर पहुंचे तो उन्हें एक बार के लिए ये लगा था कि बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही. लेकिन डॉक्टरों की मेहनत और उन्हीं के भरोसे की वजह से उनकी बेटी ने जिंदगी की जंग जीत ली है और वे अब बेटी को अपने घर ले जाने के लिए तैयार है।
हैदराबाद, 6 जून। पर्यावरण हितैषी खनिक एनएमडीसी ने आज हैदराबाद में अपने प्रधान कार्यालय और भारत-भर में अपनी परियोजनाओं में मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) को प्रोत्साहित करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस 2023 मनाया।
एनएमडीसी के वरिष्ठ प्रबंधतंत्र श्री अमिताभ मुखर्जी, निदेशक (वित्त); श्री दिलीप कुमार मोहंती, निदेशक (उत्पादन); श्री वी सुरेश, निदेशक (वाणिज्य); और श्री बी विश्वनाथ,मुख्य सतर्कता अधिकारी ने पर्यावरण की रक्षा के लिए कर्मचारियों को प्रतिज्ञा दिलवायी।
सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम ने सोमवार को अपने प्रधान कार्यालय में एसईसीएल के पूर्व सीएमडी और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ईएसी के सदस्य श्री बी रामचंद्र रेड्डी के साथ ;पर्यावरण के लिए एक सतत जीवन शैली का चयन विषय पर एक विशेष सत्र आयोजित किया।
श्री बी रामचंद्र रेड्डी ने दीर्घकालिक कार्बन सिंक बनाने के लिए एनएमडीसी के प्रयासों की सराहना करते हुए, प्रत्येक कर्मचारी को अपने कार्बन फुटप्रिंट के बारे में भी जागरूक होने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि मिशन लाइफ लोगों को प्रकृति के साथ समरसता से रहने के लिए प्रेरित करता है और हमें इसका अवश्य पालन करना चाहिए। एनएमडीसी ने अपनी विकास आकांक्षाओं को भारत के सतत विकास लक्ष्यों के साथ संरेखित किया है।
पृथ्वी हमारे निवास और कार्य का एकमात्र स्थान है और हम इसे संरक्षित और सुरक्षित रखने के
लिए प्रतिबद्ध हैं।"
भारत सरकार के मिशन लाइफ को प्रोत्साहित करते हुए, एनएमडीसी ने आज अपने सस्टेनेबिलिटी गजट - &प्त39;इको-
माइनर्स टॉक&प्त39; का पहला खंड लॉन्च किया। कंपनी ने अपने सभी कर्मचारियों को पौधे, इको-फ्रेंडली पेंसिल और जूट
बैग के साथ पर्यावरण-हितैषी किट वितरित किए। श्री जयपाल रेड्डी, अधिशासी निदेशक (संसाधन योजना और
पर्यावरण) ने "लाइफ" की थीम को समझाया और एक प्रस्तुति के माध्यम से एक सुस्थिर जीवन शैली को अपनाने के
लिए प्रोत्साहित किया।
एनएमडीसी विश्व पर्यावरण सप्ताह के दौरान अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अपनी पर्यावरण हितैषी प्रथाओं
और सतत खनन की भी जानकारी दे रहा है।
रायपुर, 6 जून। रायपुर एडवरटाइजिंग एजेंसी एससोसिएशन ऑफ छत्तीसगढ़ के द्वारा प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण किया गया, जिसमें एससोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ओंकार सिंह,संरक्षक अजय जैन, महासचिव अफसर खान, विजय घोष, वीरेंद्र शुक्ला उपस्थित थे।
रायपुर, 6 जून। 05 जून विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल को तीन विश्व रिकार्ड प्राप्त हुए। गोबर पेंट से 3600 स्क्वैयर फीट की कैनवास पेंटिंग बनाये जाने पर लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड, एक दिन में 12 लाख 38 हजार 116 पर्यावरण संरक्षण की शपथ लिये जाने पर स्टार बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड और वर्ल्ड रिकार्ड बुक की ट्राफियॉं व प्रमाण-पत्र मान. मंत्री श्री मोहम्मद अकबर द्वारा मण्डल के अध्यक्ष श्री सुब्रत साहू को प्रदान किये गये।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में श्री मोहम्मद अकबर ने पर्यावरण संरक्षण में जन-भागीदारी जरूरी बताते हुए मण्डल के इस जन-जागरूकता अभियान की प्रशंसा की श्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि प्लास्टिक के उन्मुलन हेतु हम सब की भागीदारी जरूरी है। हमारे पूर्वजों ने विरासत में स्वस्थ्य और स्वच्छ वातावरण सौंपा है। हम सब का दायित्व है कि उसे और बेहतर करते हुए भावी पीढी को सौंपें।
श्री अकबर ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ’’व्यक्तिगत आदतों और व्यवहारों में परिवर्तन ला कर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी करना’’ विषय पर आधारित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति और जीवन के बीच गहरा संबंध होता है। इसके संरंक्षण तथा संवर्धन में ही जीवन की सुरक्षा और हमारे भविष्य की खुशहाली निर्भर है। वर्तमान में पर्यावरण का संरक्षण व प्रदूषण पर रोकथाम अत्यंत आवश्यक है और इसमें हम सबकी भागीदारी होनी चाहिये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री सत्यनाराण शर्मा ने कहा कि प्रकृति हमारी धरोहर है और इसे बचाने के लिये पूरे विश्व को एक जुट हो कर सामूहिक प्रयास करना होगा।
मण्डल के अध्यक्ष एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव, मान. मुख्यमंत्री श्री सुब्रत साहू ने मण्डल के कार्यकलापों की जानकारी देते हुए सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोके जाने के लिये व्यक्तिगत प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने मण्डल द्वारा जनभागीदारी के साथ प्राप्त तीनों विश्व रिकार्ड की जानकारी दी और मण्डल को इसके लिये बधाई दी। मण्डल के सदस्य सचिव श्री आर.पी. तिवारी ने मण्डल द्वारा चलित प्रयोगशाला वाहन शीघ्र ही प्रारंभ किया जा रहा है।
उन्होने मण्डल द्वारा तैयार की जा रही अत्याधुनिक पर्यावरणीय प्रयोगशाला का उल्लेख करते हुए इसे अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशाला बताया। उन्होंने मण्डल के क्षेत्रीय कार्यालय के नवनिर्मित भवन के संबंध में भी जानकारी दी। मण्डल के जनसंपर्क अधिकारी श्री ए.पी. सावंत ने मण्डल को प्राप्त वर्ल्ड रिकार्ड की जानकारी देते हुए बताया कि इसमें मान. मुख्यमंत्री जी की जनभागीदारी अपील का प्रभाव पड़ा और हर समुदाय व हर वर्ग के लोगों ने मण्डल की इस मुहिम का साथ दिया। इस अवसर पर काटॅून वॉच पत्रिका के नेशनल पुरस्कार भी वितरित किये गये।
रायपुर, 6 जून। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज महिला चेम्बर की अध्यक्ष श्रीमती मधु अरोरा ने बताया कि 3 जून 2023 को महिला चेंबर एवं एसोसिएशन ऑफ अपोलो क्लीनिक के संयुक्त तत्वाधान में क्लिनिकल ब्रेस्ट एक्जामिनेशन का आयोजन किया गया जिसमें डॉ. मंजू सिंह और डॉ. अंजना निगम के संरक्षण 50 से अधिक महिलाओं ने क्लिनिकल ब्रेस्ट एक्जामिनेशन का लाभ उठाया।
श्रीमती मधु अरोरा ने आगे बताया कि महिलाएं परिवार का आधार स्तंभ होती है। इसलिए जीवन के हर चरण में उनका मजबूत एवं स्वस्थ्य अति आवश्यक है। जीवन के विभिन्न पड़ाव में महिलाओं को बहोत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जिसके कारण वे अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाती। इसी विषय के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया ताकि कोई भी बीमारी अगर शुरुआती दौर में पता चल जाए तो उसके ठीक होने की बहुत संभावना होती है।
कार्यक्रम में महिलाओं के क्लिनिकल ब्रेस्ट एक्जामिनेशन के साथ ही डॉक्टरों द्वारा प्रत्येक महिला की जांच की गई और आत्म परीक्षण का प्रशिक्षण भी दिया गया क्योंकि हर एक महिला का स्वस्थ रहना जरूरी परिवार और समाज के लिए आवश्यक है और ये हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है।
कि जो सबका खयाल रखती हैं उनका खयाल हमें भी रखनी चाहिए।
कार्यक्रम में 5 महिलाओं को गांठ और कुछ समस्या होने पर उन्हें सोनोग्राफी और मैमोग्राफी की सलाह दी गई, ये सेवाएं डॉ. मंजू सिंह और डॉ. अंजना निगम द्वारा नि:शुल्क दी जाएंगी तथा इलाज में लगने वाला खर्च, अपोलो डायग्नोस्टिक सेंटर के निदेशक श्री जसपाल भामरा जी वहन करेंगे।
श्रीमती मधु अरोरा ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग के लिए निदेशक श्री जसपाल भामरा जी, डॉ. मंजू सिंह, डॉ. अंजना निगम, अपोलो टीम एवं चेम्बर टीम का आभार व्यक्त किये।
हैदराबाद, 5 जून। सरकारी खनन कम्पनी एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2024 के दूसरे माह में लौह अयस्क का 3.71 मिलियन टन का उत्पादन किया और 3.62 मिलियन टन बिक्री की , जो कंपनी के इतिहास में मई महीने में अबतक का सबसे अधिक उत्पादन और बिक्री है।
पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पादन में 16 प्रतिशत और बिक्री में 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए एनएमडीसी ने वित्त वर्ष की मजबूत शुरुआत की है। देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक ने स्थापना के बाद से अप्रैल और मई माह का अबतक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन वित्त वर्ष 2024 में किया है।
वित्त वर्ष 2024 में एनएमडीसी के संचयी उत्पादन और बिक्री में क्रमश: 13.7 प्रतिशत और 22 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में कंपनी ने लौह अयस्क का 7.22 मिलियन टन उत्पादन किया और 7.05 मिलियन टन बिक्री की।
इस प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, श्री अमिताभ मुखर्जी, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) ने बुधवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024 में भारत के लौह अयस्क उत्पादन की मात्रा में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया है। इस मात्रा में सबसे बड़े योगदानकर्ता के रूप में, एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2024 की शुरुआत में रिकॉर्ड उत्पादन और बिक्री के साथ गति को सही दिशा दी है।
रायपुर, 5 जून। कलिंगा विश्वविद्यालय ने हाल ही में गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (जीजीवी) और संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (यूनिसेफ) के साथ साझेदारी में विश्वविद्यालय के सभागार में पर्यावरण के लिए जीवन शैली और जी20 भारत 2023 इंडिया के सहयोग से जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल संरक्षण में युवाओं के युवा नेतृत्व पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संपन्न किया गया ।
कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथियों द्वारा देवी सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया । कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर श्रीधर ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, हरित रोजगार और करियर पर विश्वविद्यालय और शिक्षाविदों के दृष्टिकोण की व्याख्या की।
यूनिसेफ की जल, स्वच्छता और स्वच्छता (वॉश) विशेषज्ञ सुश्री श्वेता पटनायक ने उभरते क्षेत्रों में हरित रोजगारों सहित जलवायु, ऊर्जा, पर्यावरण और जल उपयोग में युवाओं की भागीदारी पर एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया । यूनिसेफ की वाश विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा सिंह ने संस्थानों में जलवायु अनुकूल जल, स्वच्छता और स्वच्छता सुविधाओं पर प्रकाश डाला। छत्तीसगढ़ राज्य नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (क्रेडा) के अधीक्षण अभियंता श्री राजीव ज्ञानी ने नवीकरणीय ऊर्जा और सरकार की प्रमुख पहलों और हरित ऊर्जा के उभरते बाजार पर प्रस्तुति दी।
श्री अर्पित तिवारी, राज्य समन्वयक और नेहरू युवा केंद्र संगठन के अधिकारी ने जलवायु और जल कार्रवाई में युवाओं की भागीदारी और नेतृत्व पर प्रस्तुति दी। जल जीवन मिशन के खरीद और अनुबंध विशेषज्ञ श्री रोहित वाधवा ने हरित ऊर्जा और युवाओं के लिए संभावित करियर पथ पर सरकार की नीतियों पर अपना अनुभव साझा किए। यूनिसेफ के श्री चंदन और गुरु घासीदास विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉ अर्चना यादव ने कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों में जलवायु कार्रवाई और व्यवहार क्लबों पर युवाओं की आवाज पर प्रकाश डाला।
रायपुर, 5 जून। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कालेज रायपुर में रोवर-ंरेंजर कक्ष का उदघाटन राजेश अग्रवाल के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल परीक्षा में उत्तीर्ण रोवर-रेंजर को प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया गया, साथ ही तीन दिवसीय कैंप व मनाली कैंप के रोवर- रेंजरो को भी प्रमाणपत्र द्वारा सम्मानित किया गया।
मैक में यह कार्यक्रम रोवर रेंजर (पुरूष स्काउट एवं महिला स्काउट) के व्यक्तिगत विकास को प्रोत्साहित करने के लिए निशुल्क आयोजित किया जाता है।
कॉलेज के चेयरमैन श्री राजेश अग्रवाल ने सभी रोवर तथा रेंजर्स को प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए उन्हें बधाइयां दी तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
कालेज के प्राचार्य डॉ. एम.एस मिश्रा ने रोवर रेंजर के द्वारा किए गए कार्यो को सराहा तथा भविष्य में इसी तरह के योगदान की उनसे कामना की। रोवर एवं रेंजर प्रमाण पत्र वितरण का आयोजन मैक के नवनिर्मित रोवर-रेंजर कक्ष में किया गया , रोवर पुरूष स्काउट, रेंजर महिला स्काउट का उद्देश्य समाज सेवा है। नि:स्वार्थ भाव से, त्याग के भाव से समाज की विभिन्न प्रकार की समस्याओं को दूर करने में रोवर रेंजर व्यक्तिगत रूप से एवं संगठित रूप से सेवाएॅं देते है। रोवर रेंजर का समाज के प्रति विशेष उद्देश्य को बढ़ावा देने का काम करते है।
रायपुर, 5 जून। छत्तीसगढ़ में आज 01 जून को 12 लाख 38 हजार 116 लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की प्रतिज्ञा लेकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया है। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा मिशन लाईफ कार्यक्रम के अंतर्गत 1 जून को प्रात: 8 बजे से शाम 5 बजे तक शपथ का कार्यक्रम रखा गया था।
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में जनभागीदारी से जागरूकता लाने की छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल, ई.आई.ए.सी.पी की यह अभिनव पहल थी जिसमें एक ही दिन में पर्यावरण संरक्षण के लिए अपने दैनिक जीवन में बदलाव लाने हेतु शपथ का लक्ष्य रखा गया था।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों से पर्यावरण संरक्षण मण्डल के इस अभियान में जनभागीदारी की अपील करते हुए कहा था कि यह शपथ ही नहीं बल्कि एक जन अभियान है, जो नवा छत्तीसगढ़ में एक कीर्तिमान स्थापित करेगा।
मुख्यमंत्री की अपील का असर हुआ और राज्य में हर वर्ग के लोगों ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल की मुहिम का बढ़ चढ़ कर साथ दिया और एक दिन में 12 लाख 38 हजार 116 से अधिक लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेकर विश्व रिकार्ड स्थापित किया।
रायपुर जिले में एक दिन में सबसे अधिक शपथ का विश्व रिकार्ड टूटा और 1 लाख 75 हजार 209 शपथ के साथ मण्डल ने लिमका बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराया।
साथ ही पूरे राज्य में 12 लाख 38 हजार 116 से अधिक लोगों ने शपथ लेकर इंडिया स्टार बुक ऑफ रिकार्ड एवं वर्ल्ड रिकार्ड बुक में मण्डल ने अपना नाम दर्ज कराया।
छत्तीसगढ़ के आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री मोहम्मद अकबर एवं छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल के अध्यक्ष श्री सुब्रत साहू ने प्रदेश की जनता को धन्यवाद देते हुए मण्डल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी है।
मण्डल के सदस्य सचिव श्री आर.पी. तिवारी ने इन जनभागीदारी में शामिल सभी लोगों को धन्यवाद दिया।
रायपुर, 5 जून। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल सह कुलाध्यक्ष श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने बुधवार को आंजनेय विश्वविद्यालय के पहले कुलपति के रूप में प्रो. (डॉ.) टी रामाराव को नियुक्त किया । उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष 2022 में छत्तीसगढ़ प्रदेश के 16वें निजी विश्वविद्यालय के रूप में आंजनेय विश्वविद्यालय की स्थापना हुई ।
यह विश्वविद्यालय प्रदेश की राजधानी रायपुर के हृदयस्थल छत्तीसगढ़ विधानसभा के निकट स्थित है। विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न पारंपरिक एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है।
आंजनेय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री अभिषेक अग्रवाल एवं विश्वविद्यालय की प्रबंधन कमेटी ने नये कुलपति प्रो. (डॉ.) टी रामाराव को नियुक्त होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी । डॉ. टी. रामाराव विगत 38 वर्षों से मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अध्यापन एवं शोध से जुड़े हैं।
साथ ही विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय में डीन, डीन एडमिनिस्ट्रेशन एवं संस्था निदेशक के रूप में कार्य कर चुके हैं।
रायपुर, 5 जून। 27 मई को दिल्ली के एक प्रतिष्ठित होटेल में देश के जाने माने शैक्षणिक पत्रिका एडूकेशन वर्ल्ड के वार्षिक उच्च शिक्षा रैंकिंग समारोह में रुंगटा कॉलेज रायपुर को तीन अलग अलग सम्मान प्राप्त हुए । कॉलेज समूह के प्रबंध निदेशक डॉक्टर जवाहर सूरिसेट्टी ने ये सम्मान प्राप्त किया ।
रुंगटा कॉलेज ओफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलजी को नवाचार पाठयक्रम के लिए भारत में दसवाँ और छत्तीसगढ़ में प्रथम , रुंगटा कॉलेज ओफ़ फ़ार्मा एंड रिसर्च को उद्योग के साथ सम्बंध के लिए देश में दसवाँ और प्रदेश में पहला स्थान और रुंगटा कॉलेज ओफ़ साइन्स एंड टेक्नॉलजी को समाजिक़ उतथान के लिए देश में आठवाँ और प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।
इस कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉक्टर जवाहर ने कहा की छत्तीसगढ़ को अच्छे और सच्चे शिक्षण संस्थाओं की ज़रूरत है अपने युवकों को आगे बढ़ाने के लिए।
नई दिल्ली, 5 जून | भारत में क्लियर अलाइनर्स (दांतों की बनावट ठीक करने का ट्रे) का बाजार लगातार ऊपर की ओर बढ़ रहा है और इसके 2023 के अंत तक 50 करोड़ डॉलर या 4,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। इस क्षेत्र में जारी तेजी के प्रमुख कारण हैं - भारतीय आबादी के बीच मैलोक्लूजन या दांतों की बेतरतीब बनावट के बढ़ते मामले, इस वजह से ऑर्थोडॉन्टिक उपचार की बढ़ती मांग और उद्योग में तकनीकी प्रगति। इसके अलावा, एशिया-प्रशांत (एपीएसी) क्षेत्र में भारत और चीन क्लियर अलाइनर्स बाजार को आगे बढ़ाने में सबसे आगे है।
ओर्थोडोंटिक उपचार की मांग भारत में लगातार बढ़ रही है, जो मुंह के स्वास्थ्य और सुंदर दिखने पर बढ़ते जोर से प्रेरित है। दांतों को सुंदर बनाने पर अब ज्यादा लोग निवेश करने लगे हैं। आरोग्य पर प्रति व्यक्ति खर्च में भी वृद्धि हुई है। इससे लोकप्रिय ऑर्थोडोंन्टिक समाधान को ज्यादा लोग अपनाने लगे हैं तथा क्लियर अलाइनर्स का प्रयोग कर रहे हैं।
कशोरों, युवा वयस्कों और यहां तक कि वृद्ध व्यक्तियों सहित सभी आयु समूहों में इसे अपना रहे हैं। कंप्यूटर-एडेड डिजाइन और मैन्युफैक्च रिंग तकनीक जैसे नवाचारों ने क्लियर अलाइनर्स को ज्यादा सटीक और दक्ष बनाया है।
उद्योग के जिग्ग्ज भी अपनी-अपनी ताकत और विशेषज्ञता को मिलाने के लिए एक साथ आ रहे हैं।
उदाहरण के लिए, ऑनलाइन हेल्थकेयर यूटिलिटी प्रोडक्ट्स प्लेटफॉर्म जीमेड्ज ने एलाइनर मार्केट को लोकतांत्रित बनाने के लिए क्लियर एलाइनर क्षेत्र की कंपनी '32 वाट' के साथ करार किया है।
हाल ही में मुंबई की कंपनी डेंटल सेरामिक्स ने, जिसके अध्यक्ष दिनेश जैन हैं, दिल्ली स्थित रेजोव अलाइनर्स के सहयोग से क्लीयर एलाइनर बाजार में प्रवेश किया है। रेजोव अलाइनर्स के सह-संस्थापक कैप्टन विक्रम कुमार हैं। इंडियन डेंटल एसोसिएशन (आईडीए) के महासचिव डॉ. अशोक ढोबले भी इस अवसर पर उपस्थित थे जो उद्योग की उच्च क्षमता को दशार्ता है।
ये सहयोग डॉक्टरों और रोगियों को बेहतर मूल्य का विकल्प प्रदान करते हैं, संयुक्त रूप से प्रतिस्पर्धी कीमतों पर व्यापक, नवीन और उच्च गुणवत्ता वाले दंत चिकित्सा समाधान की पेशकश करने वाली अपनी विशेषज्ञता के साथ भारत में क्लियर डेंटल अलाइनर बाजार में पहुंच बढ़ाते हैं। (आईएएनएस)
रायपुर, 4 जून। हर साल नया रायपुर अपने प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए दर्पण आयोजित करता है। दर्पण एक करियर गाइडेंस वर्कशॉप है जो प्रथम वर्ष के छात्रों को उनकी ताकत और रुचियों की पहचान करने और उनकी क्षमता के अनुसार अवसरों का पीछा करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है।
पिछले वर्ष संस्थान में शामिल होने वाले छात्रों (बैच 2022 के छात्रों) के लिए, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए 13 मई, 2023 को डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के छात्रों के लिए 27 मई, 2023 को और 03 जून, 2023 को कार्यशाला आयोजित की गई थी।
इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग के छात्रों के लिए। कार्यशाला के दौरान, छात्र अपने स्वयं के एसडब्ल्यूओटी विश्लेषण को पूरा करके अपने दीर्घकालिक और अल्पकालिक लक्ष्यों की दृढ़ समझ विकसित करते हैं। प्रत्येक छात्र को आत्मनिरीक्षण करने और अपनी ताकत, कमजोरियों, अवसरों और खतरों को पहचानने और सूचीबद्ध करने के लिए निर्देशित किया जाता है। इस विश्लेषण के आधार पर, प्रत्येक छात्र भाग लेने वाले सदस्यों के सामने एक प्रस्तुति तैयार करता है और प्रस्तुत करता है।
हमारे वाहनों के सेफ्टी फीचर्स ने ग्राहकों को बहुत लुभाया-कुमार
रायपुर, 4 जून। आज राजधानी रायपुर के रावाभांठा में स्रूरु ढ्ढसर््ं के नए डीलरशिप का शुभारंभ किया गया । स्रूरु ढ्ढसर््ं छत्तीसगढ़ की नई डीलरशिप शीतल मोटर्स रायपुर के रूप में खुली। देशभर में एसएमएस इसुज़ू की ट्रक एवँ बस को उनकीं क्वॉलिटी एवँ परफ़ॉर्मेंस की वज़ह से काफ़ी पसंद किया जा रहा हैं।
इसको ध्यान में रखते हुए कंपनी ने छत्तीसगढ़ में डीलरशीप की शुरुआत की हैं। इस नयीं डिलरशिप कें माध्यम से एसएमएल ईसूज़ू कें कस्टमर कों व्हीकिल सेल्य, सर्विस एवँ स्पेयर पार्टस का लाभ मिलेगा
आज़ सुभारंभ के शुभ अवसर पर 15 गाडी की डिलीवरी कम्पनी के चीफ़ जनरल मैनेजर (मार्केटिंग) के द्वारा की गई। इस शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर प्रशांत कुमार और अमर परवानी उपस्थित रहे। साथ ही राजीव गुप्ता व राजधानी समेत प्रदेशभर से पहुंचे गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी में कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस कार्य्रक्रम का आयोजन कंपनी के डायरेक्टर अश्विन दोशी, जितेंद्र दोशी, शैलेश दोशी, कपिल दोशी, चिराग दोशी और चार्ली दोशी के सानिध्य में हुआ। चीफ जनरल मैनेजर प्रशांत कुमार ने कहा कि स्कूल बसों की सेफ्टी फीचर्स सरकार के मानकों पर पूरी तरह से खरा उतरती हैं। बसों के साथ-साथ सभी गाडिय़ों में इसका पूरा ध्यान रखकर कंपनी गाडिय़ां बेचती हैं। यहां तक कि अगर किसी राज्य की मानके अन्य राज्यों से अलग है तो कंपनी उस हिसाब से प्रोडक्ट तैयार करती हैं।
उन्होंने बताया कि सेफ्टी फीचर्स ने ही ग्राहकों को काफी अधिक प्रभावित किया हैं। अभी तक हमारे वाहनों को लेकर किसी भी तरह की शिकायते नहीं आई हैं। वहीं इसे चलाने वाले चालकों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता हैं।
शीतल मोटर्स की तारीफ करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल में मार्केट में थोड़ा प्रभाव पड़ा था लेकिन शीतल मोटर्स के आने के बाद हमने फिर से रफ़्तार पकड़ी। वर्तमान समय में शीतल मोटर्स ने छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में काफी अच्छी पकड़ स्थापित कर ली है। उनके पास यंग टीम हैं।
जो अपने कार्यकुशलता से कंपनी को राष्ट्रिय स्तर पर ऊंचे मुकाम तक पहुंचाएगी।