कारोबार
एनआरआई एसोसिएशन नाचा ने छत्तीसगढ़ को पहुंचाया विश्व पटल में
रायपुर, 12 जून। नाचा के कार्यकारी अध्यक्ष गणेश कर ने बताया कि नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन- एनआरआई एसोसिएशन छत्तीसगढ़ (नाचा) के तत्वावधान में छत्तीसकोष एप का शुभारंभ किया गया। सैकड़ों गणमान्य लोगों के साथ ही प्रदेश की बड़ी हस्तियां इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनी हैं।गरिमामय कार्यक्रम में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड सतीश जैन और सुधीर शर्मा को ग्लोबल छत्तीसगढ़ी साहित्य रत्न अवार्ड 2023 से नवाजा गया।
श्री कर ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ी महतारी की पूजा अर्चना से शुरू की गई।मुख्य अतिथि नाचा की फाउंडर श्रीमती दीपाली सरोगी मंच पर उपस्थित थीं। दीपाली सरावगी ने गतिविधियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और इसके गठन के बाद से की गई अन्य पहलों को साझा किया। गणेश कर ने छत्तीसगढ़ के पीछे के दृष्टिकोण को साझा किया है और साझा किया है कि भाषा के लिए नवाचार की बहुत आवश्यकता क्यों है। उन्होंने सभी आमंत्रित अतिथियों को ऐप का लाइव प्रदर्शन भी साझा किया।
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 जून। मरीज सीने और पीठ में अचानक दर्द से पीड़ित के शरीर में आर्च वेसल्स में दरार पैदा हो गई। जिसेे शरीर की बड़ी रक्तनली भी कहा जाता है। जो मस्तिष्क समेत सभी अंगों को रक्त प्रदान करता है। इस गंभीर स्थिति से निजात दिलाने एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल, में आपातकालीन जटिल हाइब्रिड प्रक्रिया से इलाज कर मरीज की जान बचाई।
डॉ.पीके हरि कुमार- सीनियर कार्डियकसर्जन, डॉ. सुनील गौनियाल- इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट के ने बताया कि आर्च वेसल्स के दरार को ठीक करने के लिए डिब्रांचिंग और टीएवीआर (थोरेसिक एंडोवास्कुलर एआर्टिक रिपेयर) की तकनीक का उपयोग किया गया। जिसमें मरीज के दिल में आर्च वेसल्स में एक स्टेंट स्थापित किया गया। जिससे उसके शरीर के रक्तनली की दरार को बंद किया जा सके। हाइब्रिड प्रक्रिया छत्तीसगढ़ में होने वाले सबसे दुर्लब और जटिल प्रक्रिया में से एक है।
जिसे डॉ.पीके हरि कुमार वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक, और डॉ. सुमित गुप्ता, हृदय शल्य चिकित्सक,ने सफल सर्जरी की। इस सर्जरी में डॉ. राकेश चंद, डॉ. अरुण अंदप्पन और डॉ. धर्मेश लाड जैसे कार्डिएक अनेस्थिशिया टीम की प्रमुख भूमिका रही
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर के फैसिलिटी डायरेक्टर, तापनी घोष, ने टीम को बधाई दी और कहा कि जटिल हृदय प्रक्रियाएं एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, रायपुर में नियमित रूप से की जाती हैं।
हमारी कार्डिएक साइंसेज के टीम की परिपूर्णता के कई उदाहरण हाली के ही देखे जा सकतें हैं। हमारा अस्पताल अत्यधिक कार्डिएक तकनीकों को सफल बनाने के लिए पूर्ण रूप के सुसज्जित है।
रायपुर, 12 जून। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया।
कैट ने बताया कि आज टीम कैट टीम का एक प्रतिनिधी मंडल माननीय श्री कुलदीप जुनेजा जी (विधायक, उत्तर रायपुर विधानसभा) से मुलाकात कर उन्हे जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
रायपुर, 12 जून। गिन्नीज बुक ऑफ रिकार्ड होल्डर सुप्रसिद्घ लेखिका डॉ. अदिति सिंघल ने केन्द्रीय सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के नवा रायपुर स्थित 211 वीं बटालियन के जवानों को शरीरिक और मानसिक तौर पर फिट रहने के लिए जरूरी एक्सरसाईज कराया। इस अवसर पर कमाण्डेन्ट संजीव रंजन एवं ब्रह्माकुमारी रश्मि दीदी सहित बड़ी संख्या में जवान उपस्थित थे।
डॉ. अदिति सिंघल ने बतलाया कि राजयोग मेडिटेशन से एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है तथा तनाव खत्म हो जाता है। हम जिस समय और जो कार्य करते हैं, उस समय केवल उसी कार्य के विषय में ध्यान केन्द्रित होना चाहिए। मन को नियंत्रित करने के लिए अच्छा तरीका यह है कि मन को अपना दोस्त बना लें। अपने मन से बातें करें उसे खाली न रखें। एकाग्रता को बढ़ाने के लिए वर्तमान में जीना सीखें। बीती बातों का ख्याल न करें।
नई दिल्ली की डॉ. अदिति सिंघल आज प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा नवा रायपुर में आयोजित कार्यक्रम में एकाग्रता की शक्ति विषय पर बोल रही थीं।
उन्होंने एकाग्रता के लाभ गिनाते हुए कहा कि इससे कार्यक्षमता का विकास होता है, कार्य में परिपूर्णता आती है। निर्णय क्षमता का विकास होता है। स्मरण शक्ति बढ़ती है और मन के संकल्प शान्त होते हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया जैसे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भोजन, व्यायाम और आराम तीनों ही चीजें जरूरी होती हैं। ठीक वैसे ही मन को स्वस्थ और तनावमुक्त रखने के लिए श्रेष्ठ विचार, परमात्मा को शुक्रिया करने की आदत और रोज सुबह उठते ही मेडिटेशन करके परमात्म शक्तियों से स्वयं भरपूर करने की आदत डाल लें। हमारे शुद्घ विचार मन के लिए भोजन का काम करते हैं। सुबह का मेडिटेशन हमें दिन भर तरोताजा रखेगा। हम सदैव उर्जा से भरपूर रहेंगे। किसी बात में हताश या निराश नहीं होंगे।
उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली की डॉ. अदिति सिंघल जानी-मानी इन्टरनेशनल मैथ्स एण्ड मेमोरी ट्रेनर हैं। मेमोरी और त्वरित गणना के लिए तीन बार आपका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में नाम शामिल किया गया है। इसके अलावा इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड द्वारा आपको बेस्ट मेमोरी ट्रेनर के रूप में अवार्ड प्रदान किया जा चुका है। आपने छ: किताबें भी लिखी हैं।
जांच और परामर्श के लिए उपलब्ध रहेंगे ख्याति प्राप्त और अनुभवी चिकित्सक
भिलाई, 12 जून। रामकृष्ण केयर हास्पिटल की ओपीडी की सेवाएं भिलाई सिटी क्लीनिक का सी-70, नंदिनी रोड, जैन मेडिकल और सर्जिकल के पास, पावर हाउस, भिलाई में शुभारंभ किया गया।
रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के मैनेजिंग टायरेक्टर डॉ. संदीप दव ने कहा कि भिलाई और दुर्ग के लोगों को पहले इलाज के लिए रायपुर तक जाना पड़ता था। जिसमें लोगों को आनेजाने में समय बहुत लगता था। इंमरजेंसी केस में मरीज को समय पर ईलाज नहीं मिल पाता था। लोगों की मांग पर पावर हाऊस भिलाई में सिटी क्लिीनिक की शुरूआत कर रहा है। ताकि नगर वासियों को इलाज के लिए सुविधाएं मिल पाए।
इस अवसर पर मल्टीस्पेशालिटी भिलाई सिटी क्लीनिक में विशेषज्ञ डॉ.संदीप पांडे, डीएम गेस्ट्रोइंट्रोलाजी, डॉ. देवा दुलाल बिस्वाल, भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, डॉ. गिरीश अग्रवाल, पल्मोनोलाजिस्ट, डॉ. सुमन नाग, एमएस आर्थो, आर्थोस्कोपी एंड स्पोर्ट्स इंजुरी, डॉ. प्रणय अनिल जैन, डीएम कार्डियोलाजी, डॉ. जावेद परवेज, डीएम कार्डियोलाजी, डॉ. राहुल पाठक, डीएम न्यूरोलाजी, डॉ. अंकुर सिंघल, एमएस आर्थी, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, डॉ. बबलेश महावर, पेन एंड पेलेटिव केयर, डॉ. उज्जवला वर्मा, एमडी (डीवीएल) हरमेटोलाजिस्ट व डॉ. नमन जैन आदि उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी मशीन की स्थापना रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में की गई है। अब तक 100 से भी अधिक अत्याधुनिक रोबोटिक सर्जरी रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में किए जा चुके है। हृदय रोग, किडनी, लिवर, मस्तिष्क संबंधी जटिल से जटिल रोगों के मरीजों का
सफलतापूर्वक इलाज, यहाँ विशेषज्ञ चिकित्सकों व कुशल अनुभवों स्टाफ के द्वारा होता है। पंजीयन के लिए 9685455735, 9755595859 पर संपर्क किया जा सकता है।
मुंबई, 10 जून। इंडिया डी2सी समिट 2023 (डी2सी 2023) का दूसरा एडीशनल रेडसीर के पार्टनर मोहित राणा के जानकारी से भरपूर प्रमुख संबोधन के साथ शुरू हुआ। राणा ने भारतीय बाजार के तेजी से विकास पर प्रकाश डाला, जिसमें 9,000 ऑपरेटिंग ब्रांड और आने वाले वर्षों में 25 बिलियन डॉलर्स से अधिक की अनुमानित आय होने की संभावना है।
राणा ने भारत के शानदार डिजिटल विकास पर जोर दिया, इसे टेक्नोलॉजी अपनाने वाले सेक्टर लीडर के रूप में स्थापित किया। विशेष रूप से, डी2सी ब्रांडों ने 2015 के बाद से 60 प्रतिशत की आश्चर्यजनक और शानदार ग्रोथ का अनुभव किया है, जो ऑनलाइन बिक्री में ग्रोथ और भारतीय बाजार में एक संपन्न मौजूदगी स्थापित करने से प्रेरित है।
इसके बाद दिन में आयोजित अन्य सत्रों में, श्री बी.एस. नागेश, फाउंडर, टेरेन एवं चेयरमैन, शॉपर्स स्टॉप, ने फ्यूचर ऑफ एफएमसीजी एंड कंज्यूमर ब्रांड्स इन डिजिटल-फर्स्ट इंडिया पर एक विशेष सेशन की मेजबानी की। नागेश ने ग्राहक केंद्रितता की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और सावधानीपूर्वक उत्पाद डिजाइन पर प्रकाश डाला। अगर यह ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने में विफल रहता है तो अकेले इसका बहुत कम मूल्य होता है।
सुश्री आशिमा अग्रवाल, ई-कॉमर्स बिजनेस हेड, बजाज कंज्यूमर केयर ने एफएमसीजी सेक्टर में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों बालों के तेल के कारोबार में मजबूत वृद्धि पर चर्चा की और उच्च मुद्रास्फीति के बावजूद कस्टमाइज्ड बिजनेस मॉडल और तकनीकी प्रगति को अपनाने पर उपयोगी जानकारी साझा की। सुश्री स्वाति दयानी, सीटीओ, सिप्ला ने विश्वसनीयता, भरोसे, निकटता और सेल्फ-ओरिएंटेशन के महत्व को साझा किया।
दीप्ति नैथानी, डायरेक्टर- डी2सी बिजनेस, टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, ने डी2सी ब्रांडों के लिए मौखिक और प्रशंसापत्र की प्रभावशीलता पर जोर दिया। डी2सी सेगमेंट वर्तमान में ई-कॉमर्स का 20 प्रतिशत हिस्सा है, और इसके 40 प्रतिशत तक बढऩे का अनुमान है।
पैनल डिस्कशंस के दौरान, इंडस्ट्री लीडर्स ने उपयोगी जानकारी साझा की। श्री सतीश सिंह, फाउंडर व सीईओ, जोकर एंड विच ने रिव्यूज को छोडऩे में ग्राहक व्यवहार पर प्रकाश डाला, व्यस्त खुश ग्राहकों से प्रतिक्रिया की चुनौती और नकारात्मक अनुभवों को साझा करने के लिए ग्राहकों को गुस्सा दिलाने की प्रवृत्ति पर ध्यान दिया। सुश्री अपर्णा त्यागराजन, को-फाउंडर और सीपीओ, शोभितम ने एक मजबूत ब्रांड की स्थापना में महत्वपूर्ण तत्वों के रूप में वैश्विक चयन, प्रामाणिकता, वैल्यू एडेड सर्विसेज, कस्टमर केयर और गुणवत्ता पर जोर दिया। श्री आशीष बत्रा, को-फाउंडर, माईपेपरक्लिप ने विकसित होती उपभोक्ता मानसिकता को समझने और असाधारण अनुभव प्रदान करने के महत्व पर बल दिया।
समिट में "डी2सी इवॉल्व" पुस्तक के लॉन्च के साथ एक महत्वपूर्ण आकर्षण देखा गया, जिसने भारत के निरंतर बदलते परिदृश्य में उल्लेखनीय डी2सी ब्रांडों द्वारा अनुभव की गई चुनौतियों और जीत का एक व्यापक विवरण प्रदान किया। पुस्तक का विमोचन धु्रव ठक्कर, सीनियर डायेरक्टर, बिजनेस डेवलपमेंट, डीएचएल सप्लाई चेन, इंडिया द्वारा किया गया।
आनंद शंकर, वाइस प्रेसिडेंट, शार्प वेंचर्स ने तेजी से विकसित हो रहे डी2सी बाजार में ब्रांड्स के लिए आवश्यक रणनीतियों और इनोवेशंस की गहन पड़ताल की। उन्होंने आगे की सोच वाले बिजनेसेज के लिए कई अवसर पेश करते हुए, इंडस्ट्री की डायनेमिक प्रकृति के बारे में भी विस्तार से बताया।
समिट के पहले दिन डी2सी प्रॉफिटेबिलिटी, ओम्नीचैनल ग्रोथ, कन्वर्सेशनल कॉमर्स और अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी के युग में अंतर पर सत्र भी आयोजित किए गए। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों ने मजबूत बिजनेस मॉडल बनाने, बेहतर ग्राहक कनेक्शन के लिए एआई और एमएल क्षमताओं का लाभ उठाने और उपभोक्ताओं को प्राप्त करने और बनाए रखने में डी2सी ब्रांडों के सामने आने वाली चुनौतियों पर उपयोगी जानकारी प्रदान की।
इमेजस इंडिया डी2सी समिट एंड अवॉर्ड्स: परिचय
इमेजस इंडिया डी2सी समिट एंड अवॉर्ड्स एक वार्षिक कार्यक्रम है जो भारत में डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (डी2सी) व्यवसायों के विकास को बढ़ावा देने और समर्थन करने के लिए समर्पित है। जानकारीपूर्ण सेशंस, पैनल डिस्कशंस और नेटवर्किंग अवसरों के माध्यम से, समिट का उद्देश्य आंत्रप्रेन्योर्स और प्रोफेशनल्स को लाभदायक डी2सी एंटरप्राइजिज के निर्माण, संचालन और विस्तार के लिए आवश्यक नॉलेज और रणनीतियों से लैस करना है। यह आयोजन इंडिया डी2सी अवॉर्ड्स के माध्यम से शानदार और सफल डी2सी ब्रांडों की उपलब्धियों को मान्यता देता है और उनका जश्न भी मनाता है।
हैदराबाद, 10 जून। सार्वजनिक क्षेत्र की नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने जीईएम के अधिकारियों के साथ जीईएम पोर्टल पर मौजूदा तथा नई कार्यक्षमताओं के संबंध में विचार-विमर्श सत्र का आयोजन हैदराबाद में अपने मुख्यालय में किया।
एनएमडीसी के लिए उत्पाद एवं अग्रिम कार्रवाई के मुख्य प्रबंधक तथा नोडल अधिकारी श्री शैलेश कुमार और जीईएम, तेलंगाना के फेसिलिटेटर श्री रवि वर्मा प्रमुख वक्ता थे। जीईएम पोर्टल के माध्यम से उत्पादों की खरीद तथा अग्रिम नीलामी के माध्यम से सामग्री के निपटान पर वक्ताओं ने एनएमडीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श किया।
एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2023 में सरकारी ई-मार्केट प्लेस के माध्यम से रूपए 840 करोड़ लागत की सामग्री एवं सेवा की खरीद की जो कि रूपए 750 करोड़ के इसके लक्ष्?य से अधिक है। सरकारी खनिक एनएमडीसी का जीईएम प्रापण प्रतिशत इस्पात क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों में सर्वाधिक तेजी के साथ बढ़ रहा है। एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2024 में 31 मई तक रूपए 191 करोड़ की खरीद की है।
सत्र के दौरान जीईएम के अधिकारियों ने जीईएम पर एअर एंबुलेंस सेवा वर्ग पर विशेष प्रकाश डाला जो कंपनी की सुदूर स्थित परियोजनाओं में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी सुविधाओं को लाभ प्रदान कर सकता है। एनएमडीसी के अधिकारियों ने जीईएम पोर्टल के माध्यम से लौह अयस्क एवं अन्य उत्पादों कीअग्रिम नीलामी का सुझाव दिया तथा ऐसी सुविधाओं की संस्तुति की जिससे कि पोर्टल प्रयोगकर्ताके अनुकूल बन सके जैसे कि होम पेज टिकर पर नई गतिविधियों को अपडेट करना।
रायपुर, 10 जून। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज द्वारा मई माह से चल रहे मैक सॉलिटेयर प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन एवं जून बैच का भव्य शुभारंभ 9 जून को किया गया। जिसमें महिलाओं एवं युवतियों की उपस्थिति सराहनीय रही।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एम. एस. मिश्रा एवं विभिन्न विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. श्वेता तिवारी (वाणिज्य), श्रीमती ऋषि दीवान (कम्प्यूटर साईंस), डॉ. ईला दीक्षित (प्रबंधन), श्रीमती रूचि सचान एवं शिक्षकगण उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि मैक महाविद्यालय प्रतिवर्ष यह प्रशिक्षण युवतियों एवं महिलाओं के लिए रोजगारन्मुखी एवं सांस्कृतिक विकास के लिए आयोजित करता है, जिसमे पूरे माह अलग-ंउचयअलग विधाओं के अनुभवी प्रशिक्षक आकर प्रशिक्षण देते है, जिसमें कुकिंग, आर्ट एवं क्राफ्ट, पर्सनॉलिटी डेव्हलपमेंट, सेल्फ डिफेंस, मेकअप, यूजेज ऑफ सोशल मीडिया, जुम्बा, नृत्य, ई-कार्ड मेकिंग है।
मई बैच के समापन सत्र में प्रशिक्षित प्रतिभागियों ने क्लासिकल एवं बॉलीवुड नृत्य की एकल एवं समूह के रूप में प्रस्तुति दी तथा प्रतिभागियों ने माह भर चले प्रशिक्षण में अपने सुखद अनुभव सा-हजया किया।
प्राचार्य डॉ. एम. एस. मिश्रा ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर मनुष्य के पास तीन कलाएं होती है-ंउचय मनसा, वाचा, कर्मणा अगर किसी के पास ये तीनों में से एक नहीं तो सम्पूर्ण नहीं कहलायेगा। कार्यक्रम में आभार व्यक्त करते हुए डॉ. आकांक्षा दुबे ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के चेयरमैन श्री राजेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में हुआ। मैक सॉलिटेयर की इंचार्ज श्रीमती अनुराधा दीवान एवं मई सत्र की कोऑडिनेटर श्रीमती शोभा साहू थी।
रायपुर, 10 मई। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा आयोजित अंडर-19 एलीट ग्रुप इण्टर डिस्टिंक्ट टुर्नामेन्ट-2023 का आयोजन 31 मई से प्रारम्भ हुआ। अंडर-19 एलीट ग्रुप इण्टर डिस्टिंक्ट टुर्नामेन्ट का पहला मैच 9 से 12 तक न्यू क्रिकेट ग्राउण्ड, कांकेर, छत्तीसगढ़ में भिलाई विरूद्ध महासमुन्द की टीम के मध्य खेला जा रहा है।
भिलाई की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले दिन का खेल समाप्त होने तक। भिलाई की टीम ने पहली पारी में 133 रन 10 विकेट 47.2 ओवर में बनाए। भिलाई की टीम ने बल्लेबाजी करते हुए-नाम-गर्व कुमार सिंह 73 रन, 136 बॉल, 11 चौका, 0 छक्का, नाम-साहिल रजत षरीफ 17 रन, 46 बॉल, 0 चौका, 0 छक्का, नाम-वी. इशांत राय 15 रन, 32 बॉल, 2 चौका, 0 छक्का, पर बनाए।
महासमुन्द की टीम की तरफ से पहली पारी में बॉलिंग करते हुए-नाम-जयप्रकाश पांडे 15.2 ओवर, 19 रन, 5 विकेट।
तेजश कुमार सिंह 13.0 ओवर, 59 रन, 2 विकेट, नाम-आदित्य सिंह 11.0 ओवर, 30 रन, 1 विकेट, लिए।
महासमुन्द की टीम ने पहली पारी में 81 रन 4 विकेट 43.0 ओवर में बनाए। महासमुन्द की टीम ने बल्लेबाजी करते
हुए-नाम-आदित्य वी. कुमार 1/4नॉट ऑउट खेल रहे1/2 31 रन, 119 बॉल, 3 चौका, 1 छक्का, नाम-कयामुल रजा 1/4नॉट ऑउट
खेल रहे1/2 21 रन, 75 बॉल, 2 चौका, 0 छक्का, नाम-स्वयम् पांडे 20 रन, 43 बॉल, 3 चौका, 0 छक्का, पर बनाए।
भिलाई की टीम की तरफ से पहली पारी में बॉलिंग करते हुए-नाम-अभुदेय सिंह 18.0 ओवर, 33 रन, 4 विकेट, नाम-कुमार
इषान 10.0 ओवर, 17 रन, 0 विकेट, नाम-इलेष कुषवाह 8.0 ओवर, 18 रन, 0 विकेट, लिए।
मैच का विवरण - भिलाई
पहली पारी 133 रन 10 विकेट 47.2 ओवर।
महासमुन्द
पहली पारी 81 रन 4 विकेट 43.0 ओवर।
धन्यवाद
रायपुर, 10 जून। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा चेंबर भवन में शाम 4 बजे से शाम 6 बजे तक प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत लोन मेले का आयोजन किया गया। लोन मेले में व्यपारियों एवं हितग्राहियों को प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना का लाभ देने चेंबर टेक्नीकल टीम के साथ ही विभिन्न राष्ट्रीयकृत बैंक भी शामिल हुए । लोन मेले में व्यापारियों को इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेजों के बारे में विस्तार से बताया गया।
प्रदेश चेंबर अध्यक्ष श्री अमर पारवानी जी ने बताया कि आज चेंबर भवन में प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत लोन मेले का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न व्यापारिक संगठनो के प्रमुखों सहित व्यापारीगण शामिल हुए और इस योजना के बारे में हितग्राहियों ने विस्तार से जाना तथा लाभ उठाया ।
मुद्रा लोन मेला प्रदेश स्तर पर सभी इकाईयों में लगाया जायेगा। इस योजना के तहत 50 हजार से 10 लाख तक लोन, बिना गारंटी (पात्रता अनुरूप), आकर्षक ब्याज दर एवं अन्य लोन सम्बन्धी समस्याओं का समाधान किया जाना इत्यादि शामिल हैं। मेले में 9 राष्ट्रीयकृत बैंकों ने अपने स्टॉल लगाये तथा लगभग 150 लाभार्थी पहुंचे। कई व्यापारियों के लोन स्वीकृत हुए।
श्री पारवानी जी ने आगे कहा कि चेंबर व्यवसायी एवं व्यापारियों से सम्बंधित दायित्वों को भली भांति समझता है तथा पूर्ण रूप से निभाता है। इसी कड़ी में आज लोन मेला आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य उन व्यापारियों को लाभ पहुँचाना है जो अपने व्यवसाय के विकास में वित्तीय परेशानियों का सामना कर रहे हैं। प्रत्येक व्यवसायी एवं उनके व्यवसाय का विकास, आर्थिक और सामाजिक रूप से अत्यंत आवश्यक है।
श्री पारवानी ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस योजना के द्वारा देश-प्रदेश के सभी नागरिकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। यह योजना विशेष रूप से छोटे व्यवसायों और स्वयंरोजगार के लिए बहुत उपयोगी है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (च्डडल्) के तहत माइक्रो यूनिट्स डिवेलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (डन्क्त्।) लोन स्कीम भारत सरकार की एक पहल है जो व्यक्तियों, ैडम् और डैडम् को लोन प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत 3 लोन योजनाओं की सुविधा दी जाती हैं जिनका नाम शिशु, किशोर और तरुण है। मुद्रा लोन योजना के तहत अधिकतम 10 लाख रु. तक की लोन राशि प्रदान की जाती है। मुद्रा लोन लेने के लिए आवेदक को बैंकों या लोन संस्थानों को कोई सिक्योरिटी जमा कराने की जरूरत नहीं होती है। इस लोन का भुगतान 5 साल तक किया जा सकता है। यदि आप अपना छोटा व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो इस योजना के अंतर्गत आवेदन करके लोन प्राप्त कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना से पूरे प्रदेश के व्यापारियों को इसका लाभ मिल सके इसके लिए चेंबर द्वारा चेंबर टेक्नीकल टीम बनाया गया है जिसमें तकनीकी एवं बैंकिंग विशेषज्ञ एवं कार्यक्रम संयोजक श्री मुकेश मोटवानी, हेल्प डेस्क से श्री अमित अग्रवाल तथा दिलीप इसरानी हैं जिनसे संपर्क कर कोई भी व्यापारी अपने लोन सम्बन्धी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकता है।
कार्यक्रम में टेक्नीकल टीम तथा उपस्थित राष्ट्रीयकृत बैंकों के प्रमुखों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का संचालन चेंबर प्रदेश महामंत्री श्री अजय भसीन द्वारा किया गया ।
मुद्रा लोन मेला में चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कार्यकारी अध्यक्ष-राजेन्द्र जग्गी, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल, सलाहकार सुरिन्दर सिंह, उपाध्यक्ष-टी.श्रीनिवास रेड्डी, नरेन्द्र हरचंदानी, जय नानवानी, भरत जैन,कमल लहेजा, दिलीप केवलानी, मंत्री-नीलेश मंधड़ा, राकेश (जनक)वाधवानी, शंकर सचदेव, जयंत मोहता, दिलीप इसरानी, जयराम कुकरेजा, विक्रांत राठौर, आलोक शर्मा, अजीत द्विवेदी, युवा चेम्बर- विपुल पटेल, जयेश पटेल,वैभव सिंहदेव,राहुल पटेल, हिमांशु वर्मा, जयराज सहित रायपुर के प्रमुख एसोसियेशन के साथ ही बैंक ऑफ महाराष्ट्र, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिन्द्रा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, आईडीबीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के अधिकारीगण प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
रायपुर, 10 मई। देश के अग्रणी बैंकों में से एक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा क्षेत्र प्रमुख श्री अनुज कुमार सिंह की अगुवाई में एक आउटरीच कैंप का आयोजन दिनांक 8 जून 2023 को होटल बेबीलोन केपिटल में किया गया।
उल्लेखनीय है कि बैंक द्वारा रायपुर जिले को ेंचपतंजपवदंस कपेजतपबज घोषित किया गया है। उक्त शिविर में बैंक की रायपुर स्थित ेंचपतंजपवदंस इतंदबीमे तथा बैंक के सभी सम्मानीय नए एवं पुराने ग्राहकों ने भाग लिया।इस शिविर को प्रभावी बनाने एवं ग्राहकों के बीच आत्मविश्वास बढ़ाने के मद्दे नजऱ केंद्रीय कार्यालय मुंबई से एमएसएमई विभागके महाप्रबंधक श्री अजय कुमार उपस्थित रहे।
ग्राहकों को संबोधित करते हुये श्री अजय कुमार ने बैंक द्वारा आउटरीच कैंप का आयोजन एवं उसके महत्व को बताया। बैंक द्वारा एमएसएमईए रिटेलए गोल्ड ऋण को बढ़ावा देने के लिए समय.समय पर उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे मे विस्तार से बताया एवं बैंक द्वारा उक्त सभी सेक्टर को आकर्षक ब्याज दर में ऋण उपलब्ध कराने के संबंध में प्रकाश डाला गया।
ग्राहकों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी बताया कि रायपुर क्षेत्राधीन 13 जिले में कुल 65 शाखाएँ संचालित हैं जिनके द्वारा उक्त सभी ऋण मुहैया कराये जा रहे हैं। उनके द्वारा इस बात पर बल दिया गया कि उद्यमी हमारी किसी भी शाखा में संपर्क कर ऋण आवेदन पत्र दे सकते है।
श्री अजय कुमार के प्रवास के उपलक्ष्य मे रायपुर क्षेत्र द्वारा ऋण मेला का आयोजन किया गया।उक्त आउटरीच कैंप मेंडैडम् क्षेत्र के रुण्135करोड़ के ऋण स्वीकृत किये गए। इसके अतिरिक्त रिटेल चतवकनबजए डिजिटल चतवकनबजएप्रमुख बिल्डरएकार डीलर एवं इंश्योरेंस कंपनियों के स्टॉल लगे जिसमें रुण्10 करोड़ के अनुमोदन पत्र दिए गए तथा रुण्100 करोड़ की समंकहमदमतंजम की गई। इस शिविर में शामिल होने वाले सभी अतिथियों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच संबंधी स्टॉल भी लगाया गया।
रायपुर, 8 जून। श्री सी शिवकुमार ने के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (डब्ल्यूआर-द्वितीय और यूएसएससी) के रूप में कार्यभार संभाला है। 1 जून, 2023 को एनटीपीसी नवा रायपुर। इससे पहले, श्री शिवकुमार कार्यकारी थे।
निदेशक-यूएसएससी (एकीकृत साझा सेवा केंद्र) एनटीपीसी नवा रायपुर में। श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, तिरुपति के एक यांत्रिक इंजीनियर, श्री शिवकुमार ने किया है। 1985 में एक कार्यकारी प्रशिक्षु के रूप में एनटीपीसी में शामिल हुए। में उनके पास समृद्ध और विविध अनुभव है।
मैकेनिकल निर्माण और के क्षेत्र; रखरखाव, परियोजना निर्माण, सुरक्षा और एकीकृत साझा सेवाएं। उन्होंने लगभग 38 के अपने करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। साल और विंध्याचल, कोरबा, मौदा, बीआरबीसीएल (नबीनगर), दादरी और सीसी में काम किया।
एनटीपीसी के ईओसी नोएडा। अपने श्रेय के लिए, श्री शिवकुमार ने बीआरबीसीएल और दादरी का भी नेतृत्व किया एनटीपीसी के स्टेशन। उनके समृद्ध और विविध अनुभव के साथ, एनटीपीसी नवा रायपुर को इस योजना के तहत बहुत लाभ होगा आने वाले दिनों में उनका मार्गदर्शन और गतिशील नेतृत्व।
रायपुर, 8 जून। डीपीएस रायपुर की 2011 बैच की छात्रा दिव्या पंत ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2022 में अखिल भारतीय रैंक (एआईआर) 272 हासिल कर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। दिव्या की सफलता की यात्रा कठिन परिश्रम, समर्पण और उनके प्रियजनों के अटूट समर्थन का परिणाम है।
डीपीएस रायपुर में अपने समय के दौरान, दिव्या पंत गणित स्ट्रीम में एक असाधारण छात्रा के रूप में सामने आईं। उनकी शैक्षणिक प्रतिभा स्कूल की विभिन्न गतिविधियों में उनकी सक्रिय भागीदारी से मेल खाती थी, और उन्होंने अपने नेतृत्व गुणों का प्रदर्शन करते हुए हाउस प्रीफेक्ट के रूप में कार्य किया। दिव्या के शिक्षक और साथी उसे एक निवर्तमान, स्मार्ट और उत्साही छात्र के रूप में याद करते हैं, जो हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तैयार रहता है।
स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद, दिव्या ने एनआईटी रायपुर से केमिकल इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। हालाँकि, सार्वजनिक सेवा के लिए उनके जुनून ने उन्हें यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षाओं पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। प्रारंभिक असफलताओं का सामना करने के बावजूद, दिव्या अडिग रही और अपने प्रयासों में लगी रही, अंतत: अपने तीसरे प्रयास में अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा में एक उल्लेखनीय रैंक हासिल की।
अपनी रोमांचक यात्रा पर विचार करते हुए, दिव्या ने चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया के दौरान उनके निरंतर समर्थन और
प्रोत्साहन के लिए अपने परिवार और दोस्तों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने आत्म-विश्वास के
महत्व पर जोर दिया और इच्छुक उम्मीदवारों से अपनी तैयारी को अत्यधिक जटिल न बनाने का आग्रह किया।
दिव्या ने जोर देकर कहा कि यूपीएससी परीक्षा महत्वपूर्ण है, लेकिन यह याद रखना आवश्यक है कि यह जीवन
का सिर्फ एक हिस्सा है न कि एकमात्र परिभाषित पहलू।
डीपीएस रायपुर के प्राचार्य श्री रघुनाथ मुखर्जी ने दिव्या पंत को उनकी असाधारण उपलब्धि पर बधाई दी।
उन्होंने स्कूल द्वारा रोपे गए मूल्यों का अनुकरण करने के लिए उनकी प्रशंसा की और उनके समर्पण और दृढ़ता
की सराहना की। प्रो-वाइस चेयरमैन श्री बलदेव सिंह भाटिया, स्कूल प्रबंधन के वरिष्ठ सदस्यों, श्री विजय शाह
और श्री पुखराज जैन ने भी दिव्या की भविष्य की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
दिव्या पंत की उत्कृष्ट उपलब्धि देश भर के छात्रों और इच्छुक सिविल सेवकों के लिए प्रेरणा का काम करती है।
एक दृढ़ निश्चयी डीपीएस रायपुर की छात्रा से एक सफल सिविल सेवक तक की उसकी यात्रा कठिन परिश्रम, कड़ी
मेहनत और आत्म-विश्वास की शक्ति को प्रदर्शित करती है।
रायपुर, 8 जून। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। सिर्फ कुछ ही वर्षों में यह छत्तीसगढ़ प्रदेश का सर्वोत्कृष्ट निजी विश्वविद्यालय तो है ही, साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय ख्याति भी प्राप्त कर चुका है।
एनआईआरएफ 2023 की रैंकिंग में यह छत्तीसगढ़ का एकलौता विश्वविद्यालय है, जिसे उच्च शिक्षण संस्थाओं के बीच 101-150 की सूची में स्थान मिला है।
उच्चशिक्षा के क्षेत्र में नेशनल इंस्टीट्यूटशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क(एनआईआरएफ) के द्वारा दी गयी रैंकिंग का महत्वपूर्ण स्थान है, जिसके द्वारा संपूर्ण देश के उच्च शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता का मूल्यांकन करके उन्हें रैकिंग प्रदान की जाती है। यह रैंकिंग पूर्णत: वस्तुनिष्ठ,निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन के लिए प्रसिद्ध है जिसमें देश के सभी प्रतिष्ठित उच्च शैक्षणिक संस्थान उत्सुकता से भाग लेते हैं।
एनआईआरएफ उच्च शैक्षणिक संस्थानों की गुणवत्ता का सभी मानकों में मूल्यांकन करके उन्हें रैकिंग प्रदान करता है। कलिंगा विश्वविद्यालय के लिए यह खुशी और गर्व का क्षण है कि उसे देश के सर्वोत्कृष्ट 150 विश्वविद्यालयों में शामिल किया गया है। छत्तीसगढ़ में वर्ष 2023 की एनआईआरएफ की रैंकिंग में केवल कलिंगा विश्वविद्यालय ही 101-150 रैंकिंग में सम्मिलित हो पाया है।
यह सम्मानित सूची में सम्मिलित होने वाला छत्तीसगढ़ प्रांत का यह पहला विश्वविद्यालय है जबकि छत्तीसगढ़ के अन्य कोई भी विश्वविद्यालय देश के शीर्ष 150 विश्वविद्यालय में स्थान नहीं ले पाए।
विदित हो कि एनआईआरएफ के द्वारा प्रत्येक वर्ष देश के समस्त विश्वविद्यालयों की गुणवत्ता के मूल्यांकन के पश्चात रैंकिंग जारी की जाती है।जिसमें विश्वविद्यालयों में उपलब्ध शिक्षण संसाधन,नवाचार,गुणवत्तापूर्ण शोध,शिक्षक-छात्र अनुपात आदि विभिन्न मानकों के आधार पर राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन किया जाता है।सिर्फ कुछ वर्ष पहले स्थापित छत्तीसगढ़ का कलिंगा विश्वविद्यालय एनआईआरपीएफ रैंकिंग में लगातार सुधार करने में सफल रहा है और छत्तीसगढ़ प्रदेश में शीर्षस्थ स्थान प्राप्त करने वाला विश्वविद्यालय बन गया है।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर ने इस उपलब्धि का श्रेय विश्वविद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों के टीमवर्क को बधाई देते हुए कहा कि -पिछले कुछ वर्षों में हम सभी को कोरोना की वजह से विपरीत परिस्थितियों और अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा है उसके बावजूद भी विश्वविद्यालय परिवार की निष्ठा, कार्यकुशलता और अथक श्रम के परिणामस्वरूप हम सभी ने लगातार बेहतर करने की कोशिश की है ओर यह सफलता अर्जित करी है ढ्ढ हमें पूरी उम्मीद है कि भविष्य में हम नयी उपलब्धियों को हासिल करके, छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले शीर्षस्थ विश्वविद्यालयों में सम्मिलित होंगे।
कलिंगा विश्वविद्यालय के महानिदेशक डॉ. बैजू जॉन ने बताया कि- एनआईआरपीएफ रैंकिंग में छत्तीसगढ़ में शीर्षस्थ स्थान पर सम्मिलित होने के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय में वैश्विक मापदंड के अनुरूप शोधपरक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आकर्षक एवं अधोभूत संरचना और विशेषज्ञ प्राध्यापकों की टीम के द्वारा उपयोगी और शोधपरक शिक्षण के साथ-साथ उच्च रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के योगदान की सराहना करी । निश्चित रुप से यह हमारी शुरुआत है। बदलते दौर में विश्वविद्यालय परिवार के द्वारा सिर्फ विश्वविद्यालय को ही नहीं बल्कि शिक्षण प्रविधि को अपडेट करते रहना भी बहुत जरुरी है। भविष्य में भी हम छत्तीसगढ़ प्रदेश में सर्वोत्कृष्ट उच्चसुविधा प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित हैं।
?कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी ने एनआईआरएफ की वर्ष 2023 की 101-150 रैंकिंग में सम्मिलित होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया कि नयी शिक्षा नीति के अंतर्गत हम गुणवत्तापूर्ण और उच्च मानकों के अध्यापन पर जोर देते रहे हैं। विश्वविद्यालय के द्वारा शोधकार्य एवं नयी खोज करने के लिए छात्रों एवं प्राध्यापकों को विशेष बढावा दिया जाता रहा है। कोविड महामारी के दौरान भी यहाँ पर व्यवस्थित तरीके से सत्र के अनुसार नियमित अध्ययन जारी रहा है। ऑनलाइन स्टडी के साथ एसाइनमेंट, स्टडी मटेरियल ,क्वीज के साथ देश-विदेश के प्रतिष्ठित शिक्षाविद विद्वान के सैकड़ों वेबिनार का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के द्वारा देश-विदेश के विद्वानों की उपस्थिति में अतिथि व्याख्यान, राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शोध संगोष्ठी एवं सम्मेलन, फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आदि विभिन्न कार्यक्रमों के निरंतर संचालन से हम शिक्षक एवं छात्रों को नया कुछ सीखने और नया कुछ करने के लिए प्रोत्साहित करते रहे हैं। विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन स्टडी के साथ एसाइनमेंट,स्टडी मटेरियल,क्वीज के साथ आधुनिक तरीकें से अध्यापन का बहुत योगदान रहा है, निर्धारित समय पर सभी परीक्षाएं और परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। यह कलिंगा विश्वविद्यालय की बहुत बड़ी उपलब्धि है। बेहतरीन संसाधन, संरचना और मूल्यपरक शिक्षा प्रदान करने के मामले में हम कोई समझौता नहीं करते हैं। यही कारण है कि आज हम देश के शीर्ष विश्वविद्यालयों में एक है ओर जिससे देश के विभिन्न हिस्सों से ही नहीं बल्कि विदेश के बच्चे भी यहाँ पढऩे के लिए आ रहे है। निश्चित रुप से यह उपलब्धि हमें और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
रायपुर, 8 जून। स्थानीय रावणभाठा मैदान, अंतर्राज्यीय बस स्टैंड के पास, भाटागॉव में शहरवासियों के लिए एक खास आयोजन डिज्नीलैंड फन मेला उन्हें एक अद्वितीय संसार में ले जाने का वादा करता है।
इस 11-जून को समाप्त होने वाले इस विशाल मेले में बच्चों और युवाओं के लिए नवीनतम राइड्स से लेकर अनगिनत व्यंजन और स्टालों का आयोजन किया गया है। इस उत्सव के माध्यम से आपको खास और यादगार पलों का अनुभव कराना हमर उद्देश्य हैं।
उपरोक्त जानकारी डिज्नीलैंड मेले के संचालकगण ने दी. उन्होंने बताया कि यहां बच्चों के लिए एक से बढक़र एक रोमांचक झूले हैं जो उन्हें खुशी और आनंद से भर देते हैं. बच्चों के लिए इन राइड्स को तैयार करने के लिए विशेष ध्यान दिया गया है, जिससे उन्हें सुरक्षित और मनोहारी अनुभव मिले।
इनमें प्रमुख रूप से जायंट व्हील, टोरा -टोरा, रेंजर, ब्रेक डांस झूला, कोलंबस झूला, सिलंबो झूला और ड्रैगन झूला समेत बच्चों का एरो प्लेन, मिनी ट्रेन, कार झूला और मिकी माउस भी है. जायंट व्हील रोमांच प्रेमियों के लिए ख़ास है क्योकि यह विशाल राइड काफी उचाई तक जाता है।
इसके साथ ही, आपके माता-पिता के लिए खरीदारी का आनंद लेने के लिए अनेक स्टालों से विविध आइटम्स प्राप्त करने का मौका है। लगभग 150 स्टालों में से वे अपनी पसंदीदा वस्तुएँ खरीद सकते हैं यहां संपूर्ण भारत के अनेक राज्यों से विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक स्टॉल्स लगाए गये हैं।
हैंडलूम, साडिय़ां, बेडशीट, वुडन हैंडीक्राफ्ट, बैम्बू के अनेक हैंडीक्राफ्ट आइटम्स, फैंसी ज्वेलरी, बच्चों के एक से बढक़र एक खिलौने, सोफा कवर, सोफा कम बेड, लेडिस बैग, चप्पल जैसे अनेक गृहोपयोगी आटयम्स हैं. समर स्पेशल में किड्स, लेडीज व जेंट्स रेडीमेड गारमेन्ट्स की काफी रेंज है।
खरीदारी व मनोरंजन के साथ स्वाद प्रेमियों को ध्यान में रखते हुये इस मेले में खाने पीने के अनेक स्टॉल लगाए गये हैं, जिससे वे स्वादिष्ट व्यंजनों के चटखारे ले सकते हैं. इस तरह छोटे-बड़े सभी को एंजॉय करने का व खरीदी करने का मौका मिल रहा है.
राजधानीवासियों से उन्होने अपील की है कि भव्य और आकर्षक थीम लिए यह मेला आगामी 11 जून को विदा ले रहा है, इसलिए जल्दी चलें और अपने परिवार के साथ इस रंगीन और मनोहारी मेले का आनंद लें। यह उपलब्धि वाला उत्सव आपकी आशा को पूरा करेगा और आपको खुशी और मनोहारी यात्रा का एक अद्वितीय अनुभव देगा। अत:, इससे पहले ही, इस खास मेले में अपने दोस्तों और परिवार के साथ एक बार अवश्य आएं.
रायपुर, 8 जून। माहेश्वरी युवा मंडल के अध्यक्ष नीलेश मुंदड़ा ने बताया कि 2023-25 रायपुर जिला माहेश्वरी युवा संगठन कार्यकारिणी के सदस्य मनोनित हुए हैं। उपाध्याक्ष-कृष्ण लखोटिया, सांस्कृतिक मंत्री-श्रीमती भूमिका नत्थानी, खेल मंत्री-किशन भट्टर, प्रचार प्रसार संयोजक-श्रीमति शिल्पा काबरा, बधाई संयोजक-श्रीमती आशा राठी, जिला कार्यसमिति- मितेश तपडिय़ा, वरुण माहेश्वरी, प्रतीक लड्डा, वैभव नत्थानी, अनिरुद्ध बागड़ी, राज बागड़ी, वरुण नत्थानी, जिला कार्यकारी मंडल- विनय दम्मनी, पंकज चांडक, विवेक नत्थानी, परेश भट्टर, निखिल डागा, राहुल राठी, रितेश काबरा, ऋषि राज भूतड़ा, श्रीमती सुरुचि नत्थानी, श्रीमती स्नेहा लखोटिया, श्रीमती पायल काबरा, श्रीमती विद्या काबरा, श्रीमती जयति डागा, श्रीमती विधि लाहोटी, श्रीमती वर्षा मूंदड़ा। श्री मुंदड़ा ने इन सभी सदस्यों को बधाई देते हुए आने वाले कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं।
रायपुर, 8 जून। दिनांक-31-मई-2023 से प्रारम्भ हुआ। अंडर-19 एलीट ग्रुप इण्टर डिस्टिंक्ट टुर्नामेन्ट का चौथा मैच दिनांक-04-जून-2023 से दिनांक-07-जून-2023 तक सेक्टर-10 बी.एस.पी. क्रिकेट ग्राउण्ड, भिलाई, छत्तीसगढ़ में बिलासपुर विरूद्ध राजनांदगांव की टीम के मध्य खेला जा रहा है।
राजनांदगांव की टीम ने टॉस जीतकर पहले फील्ंिडग करने का निर्णय लिया। चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक। राजनांदगांव की टीम ने दूसरी पारी में 147 रन 6 विकेट 58.0 ओवर से आगे खेलते हुए- राजनांदगांव की टीम ने दूसरी पारी में 196 रन 10 विकेट 76.2 ओवर में बनाए।
राजनांदगांव की टीम ने बल्लेबाजी करते हुए-नाम-समरवीर 52 रन, 146 बॉल, 9 चौका, 10 छक्का, नाम-आर्य श्रीवास्तव 21 रन, 59 बॉल, 3 चौका, 0 छक्का, नाम-सूजल मंडल 4 रन, 20 बॉल, 0 चौका, 0 छक्का, पर बनाए।
बिलासपुर की टीम की तरफ से दूसरी पारी में बॉलिंग करते हुए-नाम-ओम वैश्णव 31.2 ओवर, 65 रन, 6 विकेट, नाम-जितेष 21.0 ओवर, 39 रन, 2 विकेट, नाम-मौहम्मद साद 8.0 ओवर, 38 रन, 1 विकेट, लिए। मैच का विवरण - बिलासपुर पहली पारी 295 रन 10 विकेट 76.4 ओवर। दूसरी पारी 216 रन 10 विकेट 52.5 ओवर।
राजनांदगांव
पहली पारी 151 रन 10 विकेट 58.0 ओवर।
दूसरी पारी 196 रन 10 विकेट 76.2 ओवर।
रिजल्ट - बिलासपुर की टीम 164 रन से विजेता रही। बिलासपुर की टीम को 6 अंक प्राप्त
हुए।
धन्यवाद
बिलासपुर, 7 जून। संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जीवन का पालन पोषण करने वाली प्रकृति को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की घोषणा की गई थी । पहला विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 1974 को मनाया गया था।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर ग्लोबल वार्मिंग के दुष्प्रभावों की रक्षा हेतु पर्यावरण संरक्षण जैसे वनों की कटाई रोकना, हरित पर्यावरण को बढावा देना, पौधारोपण करना, बायो इंधन के उत्पादन को बढावा देना जैसे विभिन्न उपायों के द्वारा पर्यावरण संतुलन की दिशा में बेहतर कार्य करने की योजनाएं भी बनाई जाती है ।
पर्यावरण दिवस की महत्ता एवं एक जागरूक संगठन की तरह पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका को जिम्मेदारी पूर्वक निभाने हेतु दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष 05 जून को संपूर्ण राष्ट्र के साथ साथ विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया जाता है।
इस अवसर पर वृक्षारोपण एवं पर्यावरण से संबंधित अनेको कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते है। इसी कड़ी में आज दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में वृक्षारोपण सहित पर्यावरण संरक्षण जागरूकता से संबन्धित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
प्रात: 7.00 बजे दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे मुख्यालय बिलासपुर से प्रभातफेरी निकाली गई जो लोगों को पर्यावरण जागरूकता का
संदेश देते हुए सेक्रो ऑफिस में समाप्त हुई । प्रभातफेरी में अपर महाप्रबंधक श्री विजय कुमार साहू
सहित सभी विभागाध्यक्ष, मुख्यालय एवं मंडल के अधिकारीगण, सैकडों की संख्या में कर्मचारीगण,
रेलवे सुरक्षा बल, स्काउट गाइड के बच्चे एवं नागरिक सुरक्षा दल की टीमों ने भाग लिया ।
कार्यक्रम के आगे की कड़ी में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महिला कल्याण संगठन (सेक्रो) में
वृक्षारोपण तथा पर्यावरण संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसमे समस्त
अधिकारियों, कर्मचारियों तथा स्कूल के छात्र-छात्राओ ने वृक्षारोपण किया । इसके पश्चात पौधा
वितरण कर अपने घरों के आसपास पौधे लगाने तथा उसकी देखभाल करने के प्रति सभी को
संकल्पित होने का आह्वान किया गया । रेलवे स्कूलों के बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण से संबन्धित
नाटक एवं अन्य कार्यक्रम की मनमोहक प्रस्तुति देकर पर्यावरण संरक्षण जागरूकता का संदेश दिया ।
आज आयोजित सभी कार्यक्रमों में पूरी तरह से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अपर महाप्रबंधक श्री विजय कुमार साहू के मार्गदर्शन में कार्यक्रम में
पर्यावरण हितैषी डिग्रेडिबल मटेरियल से बने बैनर, पोस्टर आदि के उपयोग किए गए । दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे के इस अभिनव पहल से निश्चित ही रेल कर्मियों एवं नागरिकों में पर्यावरण संरक्षण संदेश
का प्रसार होगा ।
पर्यावरण संरक्षण की महत्ता एवं आवश्यकता को ध्यान में रखकर एक जागरूक
संगठन की तरह पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका को जिम्मेदारी पूर्वक निभाने हेतु दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे "पर्यावरण संरक्षण के सजग प्रहरी" के रूप में लगातार कार्य कर रहा है । दक्षिण पूर्व
मध्य रेलवे द्वारा जल संरक्षण, वायु संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण आदि के उपाय लगातार किए जा रहे है ।
जल संरक्षण को साकार करने हेतु कुशल जल प्रबंधन के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
द्वारा लगातार कदम उठाए जा रहे है । जल संरक्षण के लिए वर्षा जल को संरक्षण करने पर विशेष
ध्यान दिया जा रहा है ताकि वर्षा जल का सदउपयोग एवं अधिक से अधिक उपयोग की जा सके ।
इसके साथ ही साथ भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।
नये एवं पुराने कार्यालय भवनों की छतों से, सतह पर बहने वाले एवं बारिश की
पानी को जल भंडारण की एक अनोखी तकनीक "जल संचयन प्रणाली (रेन वाटर हार्वेस्टिंग)
प्रणाली" के द्वारा संग्रहित किया जा रहा है । इसके परिणाम स्वरूप न केवल भूजल स्तर में वृद्धि हो
रही है बल्कि संवर्धित जल संसाधन का उपयोग अन्य आवश्यकताओं के अनुसार भी किया जा रहा
है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत अलग-अलग स्टेशनो में 159 रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली
लगाए गए है । इसके साथ ही साथ नये एवं भविष्य में बनाए जाने वाले सभी भवन निर्माण में
वर्षा जल संचयन की व्यवस्था लगाने सुनिश्चित किए जा रहे है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, दुर्ग, रायपुर एवं गोंदिया में 07 वाटर
रिसाइकिलिंग प्लांट की स्थापना की गई है । वाटर रिसाइकिलिंग प्लांट द्वारा अपशिष्ट पानी को
रिसायकिल कर इसका उपयोग कोच धुलाई तथा पौधो को पानी देने में किया जा रहा है । तीनों
रेल मंडलों में उपयोग में आने वाले पानी की, विशेषकर वर्कशॉप, कोच धुलाई आदि के पानी को
बर्बाद न करके उसे रिसायकिल कर पानी की बचत की जा रही है ।
भूजल स्तर को बढाने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे परिक्षेत्र के अनेक
जगहों पर तालाब के निर्माण एवं पहले से मौजूद तालाबों को समुचित रखरखाव करते हुए उनमें भी
जल संग्रहण का कार्य किया जा रहा है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अब तक 47 तालाबों के
निर्माण/नवीनीकरण के कार्य सम्पन्न किए गए है । इसके साथ ही 20 प्रमुख स्टेशनों में वाटर ऑडिट
के कार्य भी पूरा किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा पर्यावरण के संरक्षण के लिए एवं हरित ऊर्जा को बढ़ावा
देने के लिए गैर-परंपरागत श्रोतों से ऊर्जा उपलव्ध कराने एवं ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बेहतर
योगदान के तहत सौर उर्जा को काफी महत्व दिया जा रहा है । गैर-परंपरागत श्रोतों से ऊर्जा
उपलव्ध कराने एवं ऊर्जा संरक्षण की दिशा में बेहतर योगदान के तहत पूरे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में
अब तक 4.6 मेगावाट क्षमता की सोलर प्लांट की स्थापना की गयी है । भिलाई में 50 मेगावाट
लैण्ड बेस्ड सौर ऊर्जा संयंत्र अपने निर्माण के अंतिम चरण में है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत एलएचबी आधारित 16 ट्रेनों में हेड ऑन जनरेशन
(एचओजी) प्रणाली शुरू कर शांत एवं सुविधाजनक रेल परिवहन के लिए एक सराहनीय पहल की
शुरुआत की गई है । ‘हेड ऑन जेनरेशन‘ (एचओजी) प्रौद्योगिकी को अपनाने के साथ ही ये ट्रेनें हरित
यानी &प्त39;ग्रीन&प्त39; ट्रेन हो गई है । अब ये ट्रेनें महंगे डीजल ईंधन को जलाने की बजाय ओवर हेड उपकरण
(ओएचई) के माध्यम से सीधे ग्रिड से बिजली ले रही है । वर्ष 2022-23 मे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे
में 100त्न विद्युतीकरण कार्य पुरा किया गया है ।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पर्यावरण के संरक्षण के उपायों में जल संरक्षण एवं ऊर्जा
संरक्षण के साथ ही साथ वातवारण को स्वच्छ एवं शुद्ध रखने हेतु वायु संरक्षण को भी महत्व देते हुए
महत्वपूर्ण कदम उठाए गए है तथा न सिर्फ किसी विशेष अवसर पर बल्कि पूरे वर्ष जल, पर्यावरण
एवं वातावरण को संरक्षित रखने के लिए प्रयासरत है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इन सफल प्रयासों
का प्रत्यक्ष उदाहरण बिलासपुर स्थित रेलवे कॉलोनी की हरियाली है ।
स्टेशन परिसर, प्लेटफार्म, गाडी तथा रेलवे ट्रैक को गंदगी से मुक्त रखने तथा
वातावरण को साफ-सुथरा रखने एवं हरित विकास को बढ़ावा देने हेतु रेलवे द्वारा यात्री गाडिय़ों के
कोचों में बायो-टायलेट लगाये जा रहे है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में शत-प्रतिशत बॉयो-टायलेट
लगाने के कार्य को पूरा करते हुए सभी 1784 कोचों में बायो-टायलेट लगाने के कार्य को पूरा किया
गया है ।
प्रदेश स्तरीय भाषण व पोस्टर कार्यक्रम में 450 विद्यार्थी शामिल
रायपुर, 7 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा आज दिनांक 4 जून, 2023 को प्रात: 10.00 से न्यू कन्वेन्शन हॉल नवीन विश्राम गृह, सिविल लाईन, रायपुर में भाषण एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इन प्रतियोगिताओं का विषय ’’व्यक्तिगत आदतों एवं व्यवहारों में परिवर्तन लाकर सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग में कमी करना भाषण प्रतियोगिता दो आयु वर्गों 13 से 17 वर्ष व 18 से 21 वर्ष एवं पोस्टर प्रतियोगिता तीन आयु वर्ग 12 वर्ष तक, व 13 से 17 वर्ष व 18 से 21 वर्ष में आयोजित की गई।
प्रदेश स्तरीय आयोजित इन प्रतियोगिताओं में लगभग चार सौ पचास स्कूली व महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार रेडियंट वे स्कूल, रायपुर से कु. ग्रेशी कश्यप एवं दिल्ली पब्लिक स्कूल से कु. दिव्यांशी पण्डा, द्वितीय पुरस्कार शहिद स्मारक इंग्लिस मिडियम स्कूल से श्री चिन्मय सिंह चंदेल एवं दिल्ली विश्वविद्यालय से कु. विधि दीपा मालवीय, तृतीय पुरस्कार स्वामी आत्मानंद शा. शहिद स्मारक इं.मि. स्कूल फाफाडीह रायपुर से कु. श्रेया मिश्रा एवं जे.योगानंदम छ.ग. महाविद्यालय से कु. कंचन आडिल व एक सांत्वना पुरस्कार दिये गये।
रायपुर, 7 जून। राजेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि समूचे देश में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी परिवार के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र रघुवंशी जी के नेतृत्व में माह के प्रथम रविवार को 10 बजे10 मिनट अपने पूर्वजों के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत 4 जून को रायपुर की सेंट्रल जेल मे छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने पुलिस बैंड की धुन के साथ श्वेत वेशभूषा एवं गले में तिरंगे का दुपट्टा लगाकर राष्ट्रगान एवं राष्ट्रीय गीतों का गायन किया।
श्री चतुर्वेदी ने बताया कि उनके दादा पंडित मानिक लाल चतुर्वेदी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने अपने दादा की जीवन गाथा को पढक़र सुनाया।
बिलासपुर, 7 जून। एसईसीएल को ईआरपी के सफल क्रियान्वयन के लिए कोयला मंत्री पुरस्कार 2022-23 में प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया है। यह पुरस्कार दिल्ली में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में माननीय कोयला मंत्री श्री प्रल्हाद जोशी के करकमलों से एसईसीएल सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा को दिया गया ।
प्रतिष्ठित कोयला मंत्री पुरस्कार के तृतीय संस्करण के समारोह में कोयला सचिव, भारत सरकार श्री अमृत लाल मीणा और अध्यक्ष कोल इंडिया लिमिटेड श्री प्रमोद अग्रवाल, एसईसीएल निदेशक तकनीकी (संचालन) श्री एस के पाल व कोयला मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) का कार्यान्वयन सीआईएल वन ईआरपी प्रोजेक्ट पैशन के तहत एसईसीएल में लागू किया गया है जिसमें सात मुख्य व्यवसाय प्रक्रियाएं शामिल हैं, जैसे उत्पादन योजना, वित्त और नियंत्रण, संयंत्र रखरखाव, बिक्री और वितरण, परियोजना प्रणाली, मानव पूंजी प्रबंधन और सामग्री प्रबंधन।
ईआरपी कार्यान्वयन की मदद एसईसीएल वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं (बेस्ट प्रैक्टिस) को लागू करने में सक्षम हुई है, लक्षित उत्पादन प्राप्त करने के लिए योजना, परियोजनाओं और उपकरणों की उचित निगरानी और नियंत्रण, बेहतर इन्वेंट्री नियंत्रण प्रबंधन, वेतन और मजदूरी का समय पर और सटीक भुगतान और कर्मचारियों की अन्य देय राशि, आपूर्ति का समयबद्ध मुद्दा ग्राहकों को बिलिंग के आदेश, संसाधनों के अनुकूलन के लिए एकीकृत व्यावसायिक प्रक्रियाएं, वास्तविक समय और सटीक डेटा और कुशल और प्रभावी ग्राहक प्रबंधन प्रणाली के आधार पर सूचित निर्णय लेना संभव हुआ है।
इस प्रकार विक्रेताओं/ठेकेदारों के कम बिलिंग जीवन चक्र के साथ कंपनी के हितधारकों को लाभ पहुँचाना एक महीने से अधिक से कम होकर एक सप्ताह के भीतर होना संभव हुआ है। इसने जवाबदेही के साथ जहाँ भी संभव हो मानवीय हस्तक्षेपों को कम करके एसईसीएल के पूरे कामकाज को बहुत पारदर्शी और सटीक बना दिया है।
रायपुर, 7 जून। विश्व पर्यावरण दिवस पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल द्वारा पंडित आर.डी. तिवारी स्कूल से प्रात: 6:00 बजे ’’वॉकेथान’’ प्रारंभ हुई। मण्डल के सदस्य सचिव श्री आर.पी. तिवारी ने हरी झण्डी दिखा कर वॉकेथान रैली का शुभारंभ किया।
रैली में स्कूली बच्चे, प्रमुख शासकीय अधिकारी, प्रमुख कॉरपोरेट के प्रतिनिधि एवं आम नागरिकों सहित लगभग 500 लोगों ने भाग लिया। पं. आर.डी. तिवारी स्कूल, आमापारा, रायपुर से प्रारंभ यह रैली चार चेक प्वाइंट - विवेकानंद आश्रम, राजकुमार कॉलेज, अनुपम उद्यान एवं साइंस कॉलेज से होते हुए प्रात: 08:30 बजे पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम, रायपुर में रैली का समापन किया गया। वॉकेथान रूट पर बनाये गये चैक प्वाइंट पर कॉरपोरेट सेक्टर के प्रतिनिधियों द्वारा अपने क्षेत्र पर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे प्रमुख कार्य एवं उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगायी गयी।
साथ ही भारत माता ईको क्लब, बिलासपुर के छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरणीय माईम शो का आयोजन किया गया। स्कूली छात्र-छात्राओं एवं सभी वर्गों में पर्यावरणीय जागरूकता के उद्देश्य से सिग्नेचर प्वाइंट बनाया गया, जिस पर बड़ी संख्या में लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेते हुए अपने हस्ताक्षर किये।
प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर आयोजित किए जाएंगे जागरूकता कार्यक्रम-रामभव
रायपुर, 7 जून। जिले के तिल्दा विकासखंड में स्थित अदाणी पॉवर लिमिटेड (एपीएल), रायखेड़ा द्वारा पर्यावरण के संरक्षण तथा प्रकृति के प्रति समर्पण भाव रखने हेतु पर्यावरण जागरूकता पखवाड़ा अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
एपीएल के पर्यावरण, स्वास्थ्य तथा सुरक्षा विभाग द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा जारी विश्व पर्यावरण दिवस 2023 की थीम पारिस्थितिकी तंत्र के बहाली के लिए प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान की मुहिम के अंतर्गत 5 से 10 जून के बीच संयंत्र के कर्मचारियों के साथ साथ पास के ग्राम रायखेड़ा, गैतरा, चिचोली इत्यादि गांवों के शासकीय स्कूलों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
जिनमें पर्यावरण संरक्षण हेतु शपथ ग्रहण एवं पौधा रोपण के साथ साथ प्लास्टिक प्रदूषण तथा प्राकृतिक संरक्षण के संसाधनों पर प्रासंगिक स्लोगन, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, पहेली प्रतियोगिता जागरूकता रैली, पोस्टर तथा ड्राइंग प्रतियोगिता इत्यादि शामिल हैं ।
अभियान के उद्घाटन समारोह में एपीएल के स्टेशन प्रमुख श्री गट्टू रामभव सहित 250 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पर्यावरण की सुरक्षा एवं क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने की शपथ ली गई। इसके बाद सभी ने एपीएल रायखेड़ा सयंत्र परिसर में ही 500 से अधिक पौधों का रोपण कर इस वर्ष के अंत तक 2 लाख पौधे रोपने का लक्ष्य रखा गया। इस दौरान श्री गट्टू रामभव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, विश्व पर्यावरण दिवस पर संयुक्त राष्ट्र संघ की प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान की इस थीम का पालन हमारे प्लांट में दो वर्ष पहले ही हो चुका था।
आज हमें गर्व हो रहा है कि हमारा संयंत्र सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त संयंत्र हैं। यह पर्यावरण की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वहीं इस वर्ष संयंत्र के आसपास के क्षेत्र को प्लास्टिक से मुक्त कराने की पहल हम सभी एक साथ मिलकर करेंगे।
रायपुर, 7 जून। जूलॉजी विभाग, कलिंगा विश्वविद्यालय ने छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मण्डल (सीईसीबी) के सहयोग से कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर, नया रायपुर, छत्तीसगढ़ में मिशन लाइफ पर एनवायरोथॉन: ट्रैश टू ट्रेजर के पहले चरण का आयोजन किया।
यह कचरा प्रबंधन के व्यापक और चुनौतीपूर्ण वैश्विक मुद्दे को संबोधित करने के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय और सीईसीबी के बीच एक सहयोगी प्रयास था। इसका मुख्य फोकस युवाओं को ऐसे समाधानों के लिए रचनात्मक रूप से सोचने की अनुमति देना था, जिनका उपयोग कचरे को प्रभावी ढंग से और कुशलता से पुनर्चक्रित करने में किया जा सकता है।
सभी गणमान्य लोगों ने कचरा प्रबंधन की समस्या पर विस्तृत चर्चा की । इस कार्यक्रम में सभी विभागीय सदस्य और छात्रों ने लाइफ मिशन प्रतिज्ञा ली और एक हस्ताक्षर अभियान में शामिल हुए। लाइफ मिशन प्रतिज्ञा श्री ए.पी. सावंत द्वारा संचालित की गई थी जिसमें लाइफ के आकार में एक मानव श्रृंखला बनाई गई थी।
गणमान्य लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यावरणीय स्थिरता को बनाए रखने में मदद के लिए हमें अपनी जीवन शैली और विचारों को कैसे संशोधित करना चाहिए। इस कार्यक्रम विभिन्न में छत्तीसगढ़ के विभिन्न विश्वविद्यालयों/संस्थानों के प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपशिष्ट सामग्री के पुनर्चक्रण के लिए विभिन्न समाधानों पर अपने विचारों/कार्यों को साझा किया।
छात्र जूलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, फॉरेंसिक साइंस और टेक्नोलॉजी बैकग्राउंड से थे। उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए विचारों में इलेक्ट्रिक वाहन डिजाइन करना, रसोई के कचरे से बायोगैस संयंत्र शुरू करना, जैविक कचरे को डीग्रेड करने के लिए कीड़ों का उपयोग करना, टेट्रापैक की रीसाइक्लिंग पर काम करना, प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग आदि शामिल हैं।
रायपुर, 7 जून। पंडित रविशंकर शक्ल विश्वविद्यालय रायपुर में नए सत्र के लिए स्नातक एवं स्त्नातकोत्तर की प्रवेश के लिए प्रवेश प्रक्रिया 6 जून से प्रारंभ होने जा रही है। डॉक्टर कविता ठाकुर जो इलेक्ट्रॉनिक्स एंड फोटोनिक्स तथा अक्षय ऊर्जा के स्नातक कार्यक्रम की विभागाध्यक्ष है ने बताया कि विश्वविद्यालय में चल रहे विभिन्न कोर्स में से इलेक्ट्रॉनिक्स, मटेरियल साइंस, डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग एवं रिसर्च में करियर बनाने चाहते हैं।
डॉ. ठाकुर ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिकी एवं फोटोनिकी अध्ययनशाला में चल रहे एम्0एस0सी0 इलेक्ट्रॉनिक्स एम0 टेक0 ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक्स एंड लेजऱ टेक्नोलॉजी एक अच्छा विकल्प है क्योकि बीतें सत्रों में यहाँ के बच्चे आईआईटी एवं डीआरडीओ में रिसर्च एवं पी एच डी के लिए चयनित हुए एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक संस्थानों में रोजगार मिला ।
उन्होंने यह भी बताया कि इसके अलावा जो बच्चे अभी बारहवीं की परीक्षा सफल हुए है और अपना करियर अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में बनाना चाहते है तो विश्वविद्यालय में अक्षय ऊर्जा प्रौद्योगिकी एवम प्रबंधन में चल रहे बैचलर ऑफ़ वोकेशन कोर्स एक अच्छा विकल्प है जिसके करने से बच्चे उच्च शिक्षा, तत्काल रोजगार एवं स्टार्टअप के क्षेत्र में सफल हो सकते है ।