राष्ट्रीय
रांची, 2 जनवरी | झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य की पुलिस की कानूनी समझ पर सवाल खड़ा किया है। कोर्ट ने सोमवार को हैबियस कॉर्पस (बंदी प्रत्यक्षीकरण) की एक याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से पूछा कि आईपीसी, सीआरपीसी और कानूनी पहलुओं की बुनियादी जानकारी के लिए पुलिसकर्मियों को समुचित ट्रेनिंग दी जा रही है या नहीं? या फिर यह काम सिर्फ कागजों पर ही हो रहा है? जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सरकार को एक एफिडेविट के जरिए इस बारे में पूरी जानकारी अदालत में पेश करने को कहा है। इस मामले की अगली सुनवाई कोर्ट ने 10 जनवरी को मुकर्रर की है।
यह मामला झारखंड के बोकारो से लॉ के एक स्टूडेंट को मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर ले जाने जाने से संबंधित है। वर्ष 2021 में 24 नवंबर को मध्य प्रदेश पुलिस ने बोकारो से लॉ छात्र को गिरफ्तार किया था, लेकिन परिजनों को इसकी पूरी जानकारी नहीं दी गयी। इस मामले में छात्र के परिजनों द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका में कहा गया है कि छात्र की गिरफ्तारी के वक्त पुलिस के पास सिर्फ सर्च वारंट था, जबकि अरेस्ट वारंट अनिवार्य है। मामले की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता हेमंत सिकरवार ने कहा कि जस्टिस डीके वासु के आदेश का भी पुलिस ने इस दौरान उल्लंघन किया है। गिरफ्तारी के वक्त पुलिस को यूनिफॉर्म के साथ आधिकारिक वाहन में होना चाहिए, लेकिन छात्र की गिरफ्तारी के वक्त इन नियमों का उल्लंघन किया गया।
इस मामले में पूर्व की सुनवाई में हाईकोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा था कि झारखंड पुलिस भी कानून पूरी तरह से नहीं जानती है। कानून के प्रति पुलिस वालों को ट्रेन करना चाहिए। ऐसे में जरूरी है कि सरकार पुलिस को कैप्सूल कोर्स कराए। हाई कोर्ट ने यह भी कहा कि दूसरे राज्य की पुलिस झारखंड से व्यक्ति को पकड़ कर ले गई लेकिन, कस्टडी में लेकर ट्रांजिट परमिट तक नहीं ली गयी। दूसरे राज्य ले जाने के संबंध में कोर्ट का ऑर्डर भी नहीं है। अगर पुलिस को सूचना थी तो जाने कैसे दिया गया। मध्यप्रदेश की पुलिस की गलती जितनी है, उतनी ही गलती मामले में झारखंड पुलिस की भी है। जानबूझ कर पुलिस ने अभियुक्त को जाने दिया। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 2 जनवरी | सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में केंद्र सरकार के 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को बरकरार रखा और कहा कि रिकॉर्ड से ऐसा प्रतीत होता है कि आरबीआई और केंद्र सरकार के बीच नोटबंदी को लेकर छह महीने तक विचार-विमर्श हुआ था। बता दें, केंद्र सरकार ने 2016 को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर दिया था। नोटबंदी के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देते हुए याचिकाएं दायर की गई। इन याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए जस्टिस एस.ए. नजीर और जस्टिस बी.आर. गवई, ए.एस. बोपन्ना, वी. रामासुब्रमण्यन और बी.वी. नागरत्ना की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने फैसला सुनाया, लेकिन न्यायमूर्ति नागरत्ना ने इस फैसले पर असहमति जताई।
न्यायमूर्ति गवई ने बहुमत का फैसला सुनाते हुए कहा कि किसी भी फैसले को इसलिए गलत नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि वो सरकार ने लिया था। रिकॉर्ड देखने से पता चलता है कि नोटबंदी को लेकर आरबीआई और केंद्र सरकार के बीच 6 महीने तक विचार-विमर्श हुआ।
नोटबंदी के दौरान उर्जित आर. पटेल आरबीआई के गवर्नर थे और उनसे पहले रघुराम राजन थे, जिनका कार्यकाल 4 सितंबर 2013 से 4 सितंबर 2016 तक था।
शीर्ष अदालत के फैसलों का हवाला देते हुए, न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि यह माना गया है कि आर्थिक नीति से संबंधित मामलों में दखल देने के मामले में बहुत संयम बरतना पड़ता है और अदालत अपने फैसले को विधायिका या कार्यपालिका के फैसले से बदल नहीं सकती है।
न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि 8 नवंबर, 2016 की अधिसूचना वैध थी और समानता की कसौटी पर खरी उतरती है और इस अधिसूचना को निर्णय लेने की प्रक्रिया के आधार पर रद्द नहीं किया जा सकता है।
वहीं, न्यायमूर्ति नागरत्ना ने कहा कि धारा 26 (2) की जांच का मतलब नोटबंदी के गुण-दोषों पर चर्चा नहीं है और इसलिए यह इस अदालत द्वारा खींची गई 'लक्ष्मण रेखा' के भीतर है। मामले में विस्तृत निर्णय दिन में बाद में अपलोड किया जाएगा।
सुनवाई के दौरान, केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि नवंबर 2016 में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों के वैध नोटों को वापस लेने का निर्णय परिवर्तनकारी आर्थिक नीति कदमों की सीरीज में महत्वपूर्ण कदमों में से एक था और यह निर्णय आरबीआई के साथ विचार-विमर्श के बाद लिया गया था।
वित्त मंत्रालय ने एक हलफनामे में कहा, कुल करेंसी वेल्यू के एक महत्वपूर्ण हिस्से के टेंडर एक सोचा-समझा निर्णय था। यह आरबीआई के साथ विचार-विमर्श और अग्रिम तैयारियों के बाद लिया गया था।
इसमें आगे कहा गया कि नकली पैसे, टेरर फाइनेंसिंग, काले धन और कर चोरी के खतरे से निपटने के लिए विमुद्रीकरण भी एक बड़ी रणनीति का हिस्सा था। 08.11.2016 को जारी अधिसूचना नकली नोटों के खतरे से लड़ने, बेहिसाब संपत्ति के भंडारण और विध्वंसक गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए एक बड़ा कदम था। (आईएएनएस)|
तिरुवनंतपुरम, 2 जनवरी | महत्वाकांक्षी निर्देशक नयना सूर्यन तीन साल पहले अपने किराए के घर में मृत पाई गई थीं। मामले को आत्महत्या के रूप में खारिज कर दिया गया था, लेकिन अब केस में दोबारा से जांच शुरु हो गई है। 28 वर्षीय फिल्म निर्माता पुरस्कार विजेता निर्देशक लेनिन राजेंद्रन की 14 जनवरी, 2019 को मौत हो गई थी, जो कि नयना सूर्यन के काफी करीब थे। तो ऐसे में जब सूर्यन की 24 फरवरी, 2019 को मौत हुई तो लोगों ने ऐसा कहा कि शायद उनको अपने करीबी की मौत का सदमा लगा है।
हालाँकि, उसके दोस्त उस स्पष्टीकरण को लेने के लिए तैयार नहीं थे और उन्होंने बताया कि शव परीक्षण रिपोर्ट कहती है कि उसके पेट में चोट के निशान थे। इसलिए वे नए सिरे से जांच की मांग कर रहे हैं।
सूर्यन ने अपनी फिल्मों के अलावा राजेंद्रन की फिल्मों में भी काम किया था और देश-विदेश में स्टेज शो निर्देशित करने के अलावा कई विज्ञापन भी किए थे। (आईएएनएस)|
उडुपी, (कर्नाटक) 2 जनवरी | कर्नाटक के उडुपी जिले के करकला शहर के पास नल्लुरु गांव में एक निजी बस सोमवार को पलट गई, जिसमें 15 छात्र और तीन शिक्षक घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, विजयनगर जिले के कोट्टूर में बसवेश्वरा हाई स्कूल के छात्र टूर के लिए बस में यात्रा कर रहे थे। 15 घायलों में दो छात्रों की हालत गंभीर है। तीन शिक्षकों को भी गंभीर चोटें आई हैं।
बस धर्मस्थल-करकला राज्य राजमार्ग पर पलट गई थी। यात्रा का आयोजन एक निजी बस में किया गया था।
पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बस के पलटने की असल वजह क्या है। करकला ग्रामीण पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना के बारे में अभी और जानकारी सामने आनी बाकी है। (आईएएनएस)|
नयी दिल्ली, 2 जनवरी दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने कथित तौर पर सड़क दुर्घटना में मारी गई युवती के संबंध में पुलिस से कई अहम सवाल पूछे हैं। मालीवाल ने पुलिस से यह स्पष्ट करने को कहा है कि क्या युवती का यौन उत्पीड़न किया गया था और क्या आरोपियों की कोई अपराधिक पृष्ठभूमि है?
रविवार को एक चौंकाने वाली घटना में 20 वर्षीय युवती की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी और उसके निर्वस्त्र शव को करीब चार किलोमीटर तक घसीटते ले गई। घटना का वीडियो सामने आने पर यह जानकारी मिली। हालांकि ‘पीटीआई-भाषा’ स्वतंत्र रूप से वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सकी है।
फुटेज सामने आने के बाद यह भी आशंका जताई जा रही है कि युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है लेकिन पुलिस का कहना है कि यह दुर्घटना का मामला है।
मालीवाल ने घटना के संबंध में दिल्ली पुलिस से अनेक प्रश्न किए हैं और जानना चाहा है कि ‘‘क्या उत्पीड़न का विरोध करने पर उसकी इस प्रकार से हत्या की गई?’’
मालीवाल ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस के लिए मेरे पास कुछ प्रश्न हैं-क्या आरोपियों ने युवती का यौन उत्पीड़न किया? क्या उत्पीड़न का विरोध करने पर उसकी इस प्रकार से हत्या की गई? कार से उसे कितने किलोमीटर तक घसीटा गया? क्यां वहां कोई जांच चौकी नहीं थी या रास्ते में ओसीआर वैन नहीं थी?’’
उन्होंने प्रश्न किया, ‘‘ क्या आरोपियों के खिलाफ पहले भी अपराधिक मामले दर्ज हैं?’’
मालीवाल ने कहा, ‘‘ हमने दिल्ली पुलिस को समन भेजा है और हम चाहते हैं कि वह इन प्रश्नों के उत्तर दे। कब तक हमारी लड़कियां यूं ही मारी जाती रहेंगी? यह ऐसा मामला है जो मानवता को शर्मसार करता है। राष्ट्रीय राजधानी में यह जो मामला हुआ है वह दिल दहला देने वाला है।’’
दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख ने पुलिस से यह भी जानना चाहा कि नियंत्रण कक्ष को घटना की जानकारी मिलने के बाद तत्काल क्या कार्रवाई की गई और उन विशेष सुरक्षा इंतजामों का क्या हुआ जो नव वर्ष के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में की गई थीं।
आयोग ने रविवार को घटना के संबंध में पुलिस को नोटिस जारी किया था।
पुलिस ने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मंगोलपुरी के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल भेजा गया है। पुलिस का कहना है कि युवती का एक पैर कार की चपेट में आ गया और वह करीब चार किलोमीटर तक कार के साथ घिसटती चली गई। (भाषा)
नयी दिल्ली, 2 जनवरी उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने केंद्र सरकार के 2016 में 500 और 1000 रुपये की श्रृंखला वाले नोटों को बंद करने के फैसले को सोमवार को 4:1 के बहुमत के साथ सही ठहराया। पीठ ने बहुमत से लिए गए फैसले में कहा कि नोटबंदी की निर्णय प्रक्रिया दोषपूर्ण नहीं थी ।हालांकि न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना ने सरकार के फैसले पर कई सवाल उठाए।
न्यायमूर्ति एस. ए. नज़ीर की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने कहा कि आर्थिक मामले में संयम बरतने की जरूरत होती है और अदालत सरकार के फैसले की न्यायिक समीक्षा नहीं कर सकती।
पीठ में न्यायमूर्ति नज़ीर के अलावा न्यायमूर्ति बी. आर. गवई , न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना, न्यायमूर्ति ए. एस. बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी. रामासुब्रमण्यन भी शामिल हैं।
लेकिन न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना ने कहा कि 500 और 1000 रुपये की श्रृंखला के नोट कानून बनाकर ही रद्द किए जा सकते थे, अधिसूचना के जरिए नहीं।
न्यायमूर्ति नागरत्ना ने कहा, ‘‘ संसद में नोटबंदी कानून लाने को लेकर चर्चा होनी चाहिए थी। इसे गजट अधिसूचना के जरिए नहीं किया जाना चाहिए था। देश के लिए इतने महत्वपूर्ण मामले में संसद को अलग नहीं रखा जा सकता।’’
उन्होंने कहा कि रिज़र्व बैंक ने इस मामले में स्वतंत्र रूप से विचार नहीं किया, उससे सिर्फ राय मांगी गई जिसे केंद्रीय बैंक की सिफारिश नहीं कहा जा सकता।
वहीं पीठ ने अन्य सदस्यों की राय है कि नोटबंदी के फैसले को अनुचित नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि इस संबंध में फैसला भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) और सरकार के बीच विचार-विमर्श के बाद किया गया।
शीर्ष अदालत केंद्र के नोटबंदी के फैसले को चुनौती देने वाली 58 याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी।
पीठ ने कहा कि आठ नवंबर 2016 की अधिसूचना को अनुचित नहीं ठहराया जा सकता और फैसला करने की प्रक्रिया के आधार पर इसे रद्द नहीं किया जा सकता। अधिसूचना में 500 और 1000 रुपये की श्रृंखला वाले नोट बंद करने के फैसले की घोषणा की गई थी।
न्यायालय ने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि इसके उद्देश्य हासिल हुए या नहीं।
पीठ ने कहा, ‘‘ भारतीय रिज़र्व बैंक और केंद्र ने इस संबंध में छह महीने तक विचार-विमर्श किया। हमारा मानना है कि ऐसा कदम उठाने को लेकर उचित वजह मौजूद थी..’’ (भाषा)
चेन्नई, 2 जनवरी पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय के फैसले के तुरंत बाद कहा कि “अल्पमत” के फैसले ने नोटबंदी में ‘अवैधता’ और ‘अनियमितताओं’ की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा कि 4:1 के बहुमत से दिए गए फैसले ने इस सवाल को स्पष्ट कर दिया है कि क्या नोटबंदी के उद्देश्य हासिल किए गए ?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने एक ट्वीट में कहा, “एक बार माननीय उच्चतम न्यायालय ने कानून घोषित कर दिया है, तो हमें इसे स्वीकार करना ही होता है। हालांकि, यह इंगित करना आवश्यक है कि बहुमत ने निर्णय की बुद्धिमता को बरकरार नहीं रखा है, और न ही बहुमत ने यह निष्कर्ष निकाला है कि बताए गए उद्देश्य हासिल किए गए।” (भाषा)
मुंबई, 2 जनवरी बंबई उच्च न्यायालय ने लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित को 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोप मुक्त करने की याचिका सोमवार को खारिज कर दी।
सितंबर 2008 में हुए विस्फोट के मामले में पुरोहित और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर समेत छह अन्य आरोपी मुकदमे का सामना कर रहे हैं। सभी आरोपियों को फिलहाल जमानत मिली हुई है।
पुरोहित ने खुद को आरोप मुक्त किए जाने की अपील करते हुए दावा किया था कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के संबंधित प्रावधानों के तहत मंजूरी नहीं ली गई है।
हालांकि, न्यायमूर्ति ए. एस. गडकरी और न्यायमूर्ति प्रकाश नाइक की पीठ ने उनकी याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि मंजूरी की जरूरत नहीं है क्योंकि “वह आधिकारिक ड्यूटी पर नहीं थे।”
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के नासिक जिले के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 को एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल में बंधा विस्फोटक उपकरण फटने से छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक घायल हो गए थे।
मामले की प्रारंभिक जांच करने वाली महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार, जिस मोटरसाइकिल में विस्फोटक बांधा गया था, वह प्रज्ञा ठाकुर के नाम पर पंजीकृत थी। इसलिए ठाकुर को गिरफ्तार किया गया था।
बाद में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने मामले की जांच अपने हाथ में ली थी। (भाषा)
ग्वालियर, 2 जनवरी मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में 17 वर्षीय एक लड़की ने अपने दोस्त के साथ मिलकर कथित तौर पर अपनी मां पर चाकुओं से वार किया और उसके बाद गला दबाकर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी रविवार को मिली जिसके बाद लड़की को हिरासत में ले लिया गया और उसके 25 वर्षीय मित्र को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के अनुसार युवक को दो माह पहले भी गिरफ्तार किया गया था,जब लड़की उसके साथ घर से फरार हो गई थी। बाद में युवक को जमानत मिल गई थी।
महिला (38) भिंड जिले की रहने वाली थी और हजीरा पुलिस थाना क्षेत्र के तहत गदियापुर इलाके में अपनी बेटी के साथ रह रही थी।
पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि रविवार को पुलिस को जानकारी मिली कि महिला के घर का दरवाजा नहीं खुल रहा है,जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वहां उसे महिला का रक्त रंजित शव मिला।
उन्होंने बताया कि लड़की घर पर नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने लड़की की तलाश की और रविवार शाम को वह अपने मित्र के साथ मिली।
सांघी के अनुसार दोनों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने सब्जी काटने वाले चाकू से महिला पर वार किया और फिर गला दबा कर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों की फरार होने की योजना थी। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि महिला दोनों के संबंधों के खिलाफ थी और इसलिए उन्होंने उसे रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या कर दी।
हजीरा पुलिस थाने के निरीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के तहत हत्या तथा अन्य अपराधों को लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है। (भाषा)
दिल्ली में 20 साल की महिला की कार से घिसटने से दर्दनाक मौत लोगों को सिहरा रही है. घटना पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
दिल्ली की एक महिला नए साल की नई सुबह नहीं देख पाई. वह नई सुबह देखती उसके पहले उसकी खौफनाक हादसे में मौत हो गई. पीड़ित का नाम अंजलि सिंह बताया जा रहा है और वह रविवार तड़के काम से घर लौट रही थी. अंजलि इवेंट ऑर्गेनाइजर का काम करती थीं. रविवार तड़के उसके स्कूटर की कार से कथित टक्कर हो गई है. मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि उसके बाद वह कार के नीचे फंस गई और कई किलोमीटर तक घिसटती चली गई.
अलग-अलग मीडिया रिपोर्टों में महिला के घिसटने के बारे में कहा जा रहा है कि वह करीब करीब चार किलोमीटर तक कार के नीचे फंसकर घिसटती रही. उस दौरान उसके सिर और पीठ की हड्डियां निकल गईं और मांस भी निकल गया, कपड़े भी फट गए. कार के नीचे फंसी महिला सुल्तानपुर से कंझावाला तक घिसटती रही. पुलिस ने कार में सवार पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार लोगों में क्रेडिट कार्ड कलेक्शन एजेंट, ड्राइवर और राशन की दुकान का मालिक शामिल हैं.
"सिर शर्म से झुक गया"
राजधानी दिल्ली में महिला के साथ हुई इस घटना पर समाज में एक नया आक्रोश पैदा हो गया है. खासतौर पर नए साल की शुरूआत के पहले दिन. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल समेत सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर इस घटना की निंदा और आलोचना की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने लिखा, "कंझावला में हमारी बहन के साथ जो हुआ, वो बेहद शर्मनाक है. मैं उम्मीद करता हूं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी."
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी ट्वीट कर लिखा, "आज सुबह कंझावला-सुल्तानपुरी में हुए अमानवीय अपराध से मेरा सिर शर्म से झुक गया है और मैं ऐसा करने वालों की हैवानियत भरी असंवेदनहीनता से हैरान हूं."
उपराज्यपाल ने कहा है कि वह दिल्ली पुलिस प्रमुख के साथ मिलकर मामले की निगरानी कर रहे हैं और सभी पहलुओं पर गहनता से विचार किया जा रहा है.
इस मामले में दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को समन भेजा है. आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "यह मामला बेहद भयानक है. इसलिए दिल्ली पुलिस को हाजिरी समन जारी कर रही हूं. पूरा सच सामने आना चाहिए."
मां ने पूछा यह कैसा हादसा
अंजलि की मां ने हादसे पर सवाल उठाया है. उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, "जब मेरा भाई पुलिस स्टेशन पहुंचा तो उसे मेरी बेटी की मौत के बारे में बताया गया. मेरे भाई ने मुझे इसकी सूचना दी. हमारे परिवार में मेरी बेटी ही कमाने वाली थी. उसने इतने सारे कपड़े पहने थे लेकिन उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था, यह कैसा हादसा था."
दिल्ली पुलिस के आउटर जिले के डीसीपी हरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार तड़के करीब 3 बजे कंझावाला इलाके में पुलिस को कॉल मिली थी. कॉल में बताया गया कि एक लड़की निर्वस्त्र हालत में सड़क के किनारे पड़ी है. इस सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी.
पुलिस ने इसे हादसा बताया और सुल्तानपुरी थाने में लापरवाही से मौत का केस दर्ज किया.
महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित महानगर
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेशों में 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की उच्चतम दर दिल्ली में दर्ज की गई थी. पिछले तीन सालों में महिलाओं के खिलाफ हुई हिंसा के मामलों की संख्या साल 2019 में 13,395 से बढ़कर 2021 में 14,277 हुई.
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले सभी 19 महानगरों की श्रेणी में कुल अपराधों का 32.20 फीसदी हैं. एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि साल 2021 में हर दिन दिल्ली में औसतन दो लड़कियों से बलात्कार हुआ. (dw.com)
नई दिल्ली, 2 जनवरी । दिल्ली में रविवार तड़के सड़क हादसे में युवती की मौत से नाराज़ रिश्तेदार और पड़ोसियों ने आज पुलिस के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया. उन्होंने पुलिस जांच को लेकर सवाल उठाए और नारेबाज़ी की.
पीड़िता के रिश्तेदारों के साथ कई लोगों ने दिल्ली के सुल्तानपुरी थाने का घेराव किया.
पुलिस के मुताबिक रविवार तड़के कार टक्कर के बाद युवती का जिस्म कार में फंस गया और वो कुछ किलोमीटर घिसटती रही. ये मामला दिल्ली के कंझावला इलाके का है. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है.
बाहरी दिल्ली के डीसीपी हरेंद्र सिंह के मुताबिक "ये सिर्फ़ एक्सीडेंट का मामला है. पीड़ित के साथ यौन दुर्व्यवहार नहीं हुआ."
पीड़िता की मां के आरोप
लेकिन, पीड़िता की मां, बाकी रिश्तेदार और पड़ोसी पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठा रहे हैं.
उनका आरोप है कि पीड़िता के साथ ग़लत व्यवहार किया गया और फिर इसे हादसे का रूप दे दिया गया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पीड़ित की मां ने आरोप लगाया, “मेरी बेटी के साथ पांच लोगों ने ग़लत काम किया है और उसे मारकर गाड़ी के नीचे घसीटा है.”
उन्होंने कहा, “उसके तन पर एक कपड़ा नहीं था. एक्सीडेंट होता तो क्या ऐसा होता?”
पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी अपनी बेटी से आखिरी बार बात शनिवार रात को हुई थी.
उन्होंने बताया, “ मेरी उससे आठ से नौ बजे बात हुई थी. मैंने पूछा कि बेटा अभी तो घर नहीं आई तो उसने कहा कि अभी मेरा काम ख़त्म नहीं हुआ. सुबह चार बजे तक काम ख़त्म होगा.”
पीड़िता की मां ने बताया, “सुबह सात बजे पुलिस वालों ने कॉल किया था कि एक्सीडेंट हुआ था.”
‘अकेला सहारा थी’
पीड़िता की मां ने कहा कि उनकी बेटी परिवार का अकेला सहारा थी.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पीड़िता की मां ने बताया, “वो शादियों में इवेंट प्लानर के तौर पर काम करती थी. मेरी बेटी हमारे घर की अकेली कमाने वाली थी.”
पीड़िता की मां के साथ मौजूद दूसरी महिलाओं ने बताया कि पिता की मौत के बाद वो ही इस परिवार का इकलौता सहारा थी. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 2 जनवरी | दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे पर साल 2022 के आखिरी दिन अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर बम की धमकी के संबंध में कई संदेश आए, लेकिन वे झूठे निकले। 31 दिसंबर, 2022 को सुबह 8.39 से 10.40 बजे तक आए संदेशों के बाद हवाई अड्डे के अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया और कथित खाते की निगरानी की गई।
हालांकि सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर आखिरी मैसेज में अज्ञात शख्स ने लिखा, 'ईमानदारी से कहूं तो मैं माफी चाहता हूं।'
इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार दिल्ली हवाई अड्डे के सोशल मीडिया खातों को संभालने वाले शख्स ने कहा कि उसकी शिफ्ट सुबह 8 बजे शुरू होती है और 31 दिसंबर को उसने देखा कि आईजीआई के आधिकारिक हैंडल पर एक ट्विटर अकाउंट से कई संदेश आए थे।
प्राथमिकी में कहा गया है, यह संदेश दिल्ली हवाईअड्डे पर बम की धमकी से संबंधित थे।
शिकायतकर्ता ने उक्त ट्विटर अकाउंट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की, क्योंकि इससे हवाई अड्डे पर हंगामा और सार्वजनिक उपद्रव की स्थिति पैदा हो गई थी।
दिल्ली पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 2 जनवरी | सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र सरकार के 2016 के 1,000 और 500 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को सही ठहराया। न्यायमूर्ति एस.ए. नजीर की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ, जिसमें न्यायमूर्ति बी.आर. गवई, ए.एस. बोपन्ना, वी. रामासुब्रमण्यम और बी.वी. नागरत्ना शामिल थे, केंद्र के 2016 के 1,000 और 500 रुपये के नोटों को बंद करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फैसला सुनाया। बहुमत का फैसला सुनाते हुए जस्टिस गवई ने कहा कि निर्णय लेने की प्रक्रिया को सिर्फ इसलिए गलत नहीं ठहराया जा सकता, क्योंकि प्रस्ताव केंद्र सरकार की ओर से आया था।
न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि मामले में केंद्र सरकार और आरबीआई के बीच छह माह परामर्श हुआ था।
बहुमत के फैसले में कहा गया है, हम मानते हैं कि इस तरह के निर्णय के लिए संबंधित पक्षों के बीच उचित विचार-विर्मश किया गया। नोटबंदी आनुपातिकता के सिद्धांत पर नहीं किया गया था।
न्यायमूर्ति नागरत्न ने कहा कि धारा 26 (2) की जांच का मतलब नोटबंदी के गुण-दोषों पर विचार करना नहीं है, इसलिए यह कोर्ट द्वारा खींची गई लक्ष्मण रेखा के भीतर है।
पीठ ने कहा कि आर्थिक नीति के मामलों में काफी संयम बरतना होता है और कोर्ट कार्यपालिका का स्थान नहीं ले सकती। न्यायमूर्ति नागरत्न बहुमत के दृष्टिकोण से असहमति जताते हुए अलग फैसला दिया।
न्यायमूर्ति नागरत्न आरबीआई अधिनियम की धारा 26(2) के तहत केंद्र सरकार की शक्तियों के मुद्दे पर बहुमत के फैसले से अलग थे।
सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि नवंबर 2016 में 500 और 1,000 रुपये के नोटों को वापस लेने का निर्णय परिवर्तनकारी आर्थिक नीति कदमों की श्रृंखला में महत्वपूर्ण कदमों में से एक था और यह निर्णय आरबीआई के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद लिया गया था।
वित्त मंत्रालय ने एक हलफनामे में कहा, नोटबंदी एक सुविचारित निर्णय था। यह आरबीआई के साथ व्यापक परामर्श और अग्रिम तैयारियों के बाद लिया गया था।
मंत्रालय ने कहा कि नोटबंदी जाली मुद्रा, आतंकवाद के वित्तपोषण, काले धन और कर चोरी के खतरे से निपटने के लिए एक बड़ी रणनीति का हिस्सा था। 8 जुलाई को जारी अधिसूचना जाली नोटों के खतरे से लड़ने, बेहिसाब धन के भंडारण और विध्वंसक गतिविधियों के वित्तपोषण के खिलाफ बड़ा कदम था। (आईएएनएस)|
मुंबई, 2 जनवरी | रैपर यो यो हनी सिंह ने अपनी प्रेमिका टीना थडानी के साथ नया साल मनाते हुए एक प्यारा वीडियो साझा किया है। सामने आए इस वीडियो में हनी सिंह उनके लिए 'मेरी जान' गा रहे हैं। इंस्टाग्राम पर टीना के साथ वीडियो शेयर करते हुए हनी सिंह ने लिखा, "सभी प्रेमियों को नया साल मुबारक हो!! यह प्रेमियों का मौसम है न कि नफरत का मौसम। हैशटैग योयो टीना थदानी हैशटैहग योयोहनीसिंह।"
क्लिप में वह ब्लैक टी शर्ट में एक्सेसरी के तौर पर अपने नाम के लॉकेट के साथ नजर आ रहे हैं। इसमें दोनों का रोमाटिंक अंदाज भी दिखाई देता है।
यो यो हनी सिंह ने एक महीने पहले दिल्ली में एक कार्यक्रम में टीना के साथ अपने रिश्ते की पुष्टि की थी।(आईएएनएस)|
मथुरा, 2 जनवरी | उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा वृंदावन में देश का सबसे बड़ा शहर वन (सिटी फॉरेस्ट) बनाया जा रहा है। वृन्दावन के ग्राम सुनरख के पास 130 हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग द्वारा सौभरि नगर वन विकसित किया जा रहा है। सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना सौभरि शहर वन का काम स्थानीय जिला प्रशासन, उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण और वन विभाग द्वारा सामूहिक रूप से किया जा रहा है। वृंदावन के सुनरख और आटस ग्राम और जहांगीरपुर खादर को मिलाकर 130 हेक्टेयर जमीन 10 वर्ष हेतु वन विभाग को दी गई है। यहां वन विभाग द्वारा 76 हजार से अधिक पौधे लगाकर वन विकसित किया जा रहा है। सौभरि नगर वन में दो चरण में काम हो रहा है। यहां प्रथम चरण में 123 हेक्टेयर में 76875 पौधे वन विभाग द्वारा लगा दिए गए हैं। इन पौधों में पाखर, पीपल, जामुन, शीशम, आमला, नीम, अर्जुन, बरगद, आम, जामुन आदि के पौधे है। वन में ब्रज के पौराणिक महत्व के करीब 25 प्रकार के वृक्ष लगाए गए हैं। यह शहर वन तीन किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी बृजेश सिंह परमार ने बताया कि आने वाले समय में इसे पार्क का रूप भी दिया जायेगा। जिससे यहां पर श्रद्धालु एवं पर्यटक आकर घूम सके। यहां पर जॉगिंग ट्रैक, बच्चों के लिए झूले व अन्य सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसका कार्य पूर्ण होने के बाद आम लोगों के लिए इस वन को खोल दिया जाएगा। इसके साथ ही पौधों के रखरखाव के लिए कांटेदार तारों से बाड़बंदी की जाएगी। इसके अलावा चयनित स्थल पर खम्भों पर कांटेदार तार से घेराबंदी करके 4 वॉच टावर भी बनाए जाएंगे। जिनका काम मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा।
बता दें कि सौभरि शहर वन के लिए चयनित परियोजना स्थल के एक ओर कोसी ड्रेन और दूसरी ओर यमुना नदी है। बीच का यह स्थल भगवान श्रीकृष्ण की कालीयदह दमन लीला और सौभरि ऋषि की तपोस्थली है। इस कारण चयनित क्षेत्र पौराणिक, धार्मिक और ऐतिहासिक रूप में भी काफी अहम है। सुनरख में आज भी सौभरि ऋषि का आश्रम है। विष्णु पुराण, देवी भागवत पुराण एवं श्रीमद् भागवत पुराण के नवम स्कंध के छठे अध्याय में सौभरि ऋषि के विषय में वर्णन भी है।
इस परियोजना से ईको रेस्टोरेशन, स्थानीय पर्यावरण स्थल का विकास होगा। वहीं बंदरों की समस्या से भी निजात मिलेगी। भविष्य में इसी वन में बंदरों के रखने की व्यवस्था की जाएगी। मथुरा-वृन्दावन में विकसित होने वाला यह सौभरि शहर वन देश का सबसे बड़ा शहर वन होगा। (आईएएनएस)|
रामनगर, (कर्नाटक) 2 जनवरी | कर्नाटक के रामनगर जिले में एक व्यक्ति ने खुद को गोली मार ली। उसने अपने सुसाइड नोट में भाजपा विधायक और पांच अन्य लोगों का नाम लिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। मृतक की पहचान बेंगलुरु में एचएसआर लेआउट के पास अमलीपुरा निवासी 47 वर्षीय प्रदीप के रूप में हुई। सुसाइड नोट में पूर्व मंत्री और महादेवपुरा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा विधायक अरविंद लिंबावली हैं; जी. रमेश रेड्डी, के. गोपी, डॉ. जयराम रेड्डी, राघव भट और सोमैया का नाम शामिल है।
पुलिस ने कहा कि प्रदीप ने अपनी कार में खुद को सिर में गोली मार ली थी। वह रविवार को नए साल का जश्न मनाने के लिए अपने परिवार के साथ बेंगलुरु के पड़ोसी शहर रामनगर में नेटटेगेरे के पास एक रिसॉर्ट में गया था।
बीच में वह बेंगलुरु स्थित घर लौटा और सुसाइड लिखा।
रिजॉर्ट वापस आने के बाद अपनी कार में आत्महत्या कर ली।
नोट में जिन पांच लोगों के नाम हैं, वे सभी प्रभावशाली लोग बताए जाते हैं।
नोट में कहा गया है कि आरोपियों ने एक रिसॉर्ट खोलने के सिलसिले में उससे 1.50 करोड़ रुपये लिए और उसे व्यवसाय में भागीदार बनाने का वादा किया था।
मुझे 2.50 करोड़ रुपये मिलने थे। भाजपा विधायक अरविंद लिंबावली ने समझौता करने का प्रयास किया और मुझे केवल 9 लाख रुपये मिले। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 2 जनवरी | राहुल गांधी की उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा की जोर-शोर से तैयारी चल रही है। यात्रा 3 जनवरी को राज्य में प्रवेश करेगी और 5 जनवरी को हरियाणा में प्रवेश करने से पहले 120 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। यात्रा 3 जनवरी को दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित हनुमान मंदिर से शुरू होगी और दोपहर के आसपास गाजियाबाद में प्रवेश करेगी।
यह बागपत के मविकला गांव में रात्रि विश्राम करेगी।
पार्टी नेताओं ने कहा कि यात्रा 4 जनवरी को शामली जिले से गुजरेगी और 5 जनवरी की शाम पानीपत के सनौली से होते हुए हरियाणा में प्रवेश करेगी।
पार्टी की बागपत जिला इकाई के अध्यक्ष यूनुस चौधरी ने कहा कि यात्रियों का डूंडाहेड़ा चेकपोस्ट पर स्वागत किया जाएगा और यात्र 3 जनवरी को मविकला गांव में रात के लिए रुकेगी।
उन्होंने कहा कि लगभग 2,000-2,500 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।
पूर्व सांसद एवं यात्रा की प्रशासन समन्वय समिति के सदस्य पी.एल. पुनिया ने कहा, यात्रा के दौरान कांग्रेस सदस्यों में देखा गया उत्साह उल्लेखनीय था। यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है कि राज्य के सभी 75 जिलों के पार्टी कार्यकर्ता यात्रा के लिए आएं।
उन्होंने कहा, जिन लोगों को आने के लिए कहा गया है, वे सभी संगठन के हैं, क्योंकि उद्देश्य सिर्फ भीड़ इकट्ठा करना नहीं है। ब्लॉक अध्यक्षों से सूची मांगी गई है और उनकी तस्वीरों के साथ पास बनाए जा रहे हैं। उनके लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है।
अखिलेश यादव, मायावती और जयंत चौधरी जैसे प्रमुख गैर-कांग्रेसी नेताओं द्वारा यात्रा में शामिल होने में कोई रुचि न दिखाने की खबरों के बीच पुनिया ने कहा कि यह एक गैर-राजनीतिक कार्यक्रम है, इसमें देश में व्याप्त नफरत को समाप्त करने और इसे एकजुट करने का स्पष्ट संदेश है।
राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने हाल ही में कहा था कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यात्रा के उत्तर प्रदेश चरण में मौजूद रहेंगी।
पार्टी की राज्य इकाई की प्रवक्ता व यात्रा के दौरान मीडिया प्रबंधन की प्रभारी अंशु अवस्थी ने कहा, राजनीतिक लाभ या हानि को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग तय नहीं किया गया है।
हालांकि पार्टी के नेताओं का मानना है कि इस आयोजन ने कांग्रेस को गांव स्तर तक चर्चा में ला दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश में यात्रा समन्वयक सलमान खुर्शीद, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खबरी और अन्य ने यात्रा के लिए समर्थन जुटाने के लिए कई जिलों के गांवों का दौरा किया।
यात्रा का विभिन्न स्थानों पर स्वागत किया जाएगा और रास्ते में कई प्रतिनिधिमंडल भी उनसे मिलेंगे। गांधी 'नुक्कड़ सभा' को भी संबोधित करेंगे।
बागपत में यात्रा के दौरान राहुल गांधी और अन्य जिले के एक शिव मंदिर में दोपहर का भोजन करेंगे।
बागपत जिला कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि रात में यात्रा में शामिल होने वालों के लिए टेंट लगाया जाएगा।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की पदाधिकारी संगीता गर्ग यात्रा की तैयारियों की निगरानी के लिए लोनी में डेरा डाले हुए हैं।
कांग्रेस के गाजियाबाद जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव ने कहा कि चार दिनों में यात्रा के लिए समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस की ओर से 400 से ज्यादा नुक्कड़ सभाएं की गईं, महत्वपूर्ण चौराहों पर पोस्टर, बैनर और होडिर्ंग लगाए गए हैं।
अमेठी के कांग्रेस महासचिव और पार्टी प्रवक्ता अनिल सिंह ने कहा कि लोनी बॉर्डर पर यात्रा में शामिल होने के लिए जिले के 400 से अधिक लोग एक दर्जन बसों में आएंगे। (आईएएनएस)|
लखनऊ, 2 जनवरी | लगभग 300 अज्ञात वकीलों पर राजमार्ग को अवरुद्ध करने और नौ घंटे से अधिक समय तक पुलिस स्टेशन का घेराव करने का प्रयास करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। मोहनलालगंज पुलिस ने सोमवार को कहा कि वकील उस घटना का विरोध कर रहे थे, जिसमें दो सब इंस्पेक्टरों ने एक वकील को हिरासत में लिया था और उसके साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) दक्षिण, राहुल राज ने कहा कि अज्ञात अधिवक्ताओं पर दंगा करने, गलत तरीके से रास्ता रोकने, शांति भंग करने और अन्य प्रासंगिक आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
कई घंटे तक एंबुलेंस समेत राहगीर सड़क पर फंसे रहे।
वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और सब इंस्पेक्टर को तत्काल निलंबित करने और एसीपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे अधिवक्ताओं को समझाबुझाकर शांत किया। (आईएएनएस)|
रायचूर, (कर्नाटक) 2 जनवरी | कर्नाटक की पुलिस ने रायचूर जिले से 24 वर्षीय एक युवक को एक बछड़े से बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि इम्तियाज हुसैन मियां के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को अपराध करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। उसने बछड़े को एक मस्जिद के पास एक कृषि क्षेत्र में एक पेड़ से बांध दिया था। बछड़े के मालिक ने उसे अन्य गायों के साथ खेत में चरने के लिए छोड़ दिया था।
उसके कृत्य को देख लोगों ने आरोपी से पूछताछ की थी। घटना के संबंध में मालिक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 2 जनवरी | भारतीय-अमेरिकी डेमोक्रेट जूली ए. मैथ्यू ने टेक्सास के फोर्ट बेंड काउंटी में लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। केरल के थिरुवल्ला के मूल निवासी मैथ्यू को कासरगोड में भीमनडी से वीडियोकांफ्रेंसिंग के माध्यम से शपथ दिलाई गई और वह चार साल की अवधि के लिए फोर्ट बेंड काउंटी कोर्ट के नंबर 3 के पीठासीन न्यायाधीश के रूप में काम करेंगी। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी रिपब्लिकन एंड्रयू डॉर्नबर्ग को हराकर 123,116 वोटों से जीत हासिल की।
मैथ्यू ने चुनाव जीतने के बाद एक फेसबुक पोस्ट में कहा, मैं अपने हर समर्थक, शुभचिंतक और मतदाता का आभारी हूं।
उन्होंने लिखा, हालांकि यह सुबह कड़वाहट भरी है। कई योग्य और उत्कृष्ट उम्मीदवारों और सहकर्मियों को मैं जानती हूं कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए बहुत बड़ा बलिदान दिया है और कुछ को वह पद नहीं मिला है जिसकी वे तलाश कर रहे थे, जबकि अन्य अभी भी परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मैथ्यू ने रिपब्लिकन ट्रिसिया क्रेनेक के खिलाफ बेंच के लिए अपनी 2018 की चुनावी बोली को प्रभावशाली 8.24 प्रतिशत के अंतर से जीता, जिससे अमेरिका में बेंच के लिए चुनी गई पहली भारतीय-अमेरिकी महिला के रूप में इतिहास बना।
15 साल तक एक वकील के रूप में प्रैक्टिस करने वाली मैथ्यू इसके पहले किशोर हस्तक्षेप और मानसिक स्वास्थ्य न्यायालय की प्रमुख भी हैं।
न्यायाधीश मैथ्यू फिलाडेल्फिया में पले-बढ़े और अपने ज्यूरिस डॉक्टरेट के लिए डेलावेयर लॉ स्कूल में प्रवेश लेने से पहले पेन स्टेट यूनिवर्सिटी में अध्ययन किया।
जनवरी 2021 में उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर युवाओं की सहायता के लिए किशोर हस्तक्षेप और मानसिक स्वास्थ्य न्यायालय की स्थापना की।
फोर्ट बेंड में मलयाली सहित भारतीयों की एक बड़ी आबादी है।
मैथ्यूज के अनुसार फोर्ट बेंड काउंटी के 28.6 प्रतिशत विदेशी मूल के हैं और उनमें से 51 प्रतिशत एशियाई-अमेरिकी हैं।
टेक्सास राज्य में 8 नवंबर, 2022 की मध्यावधि में न्यायिक पदों के लिए सबसे अधिक भारतीय-अमेरिकी दौड़ में शामिल थे।
मैथ्यू के अलावा दो अन्य डेमोक्रेट जज के.पी. जॉर्ज और सोनिया रैश फोर्ट बेंड काउंटी से पुनर्निवाचित हुए। (आईएएनएस)|
जम्मू, 2 जनवरी | जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सोमवार को एक बच्चे की मौत हो गई और दो महिलाएं घायल हो गईं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजौरी जिले के डांगरी गांव में पीड़िता के घर में रहस्यमय विस्फोट हुआ जिसमें बच्चे की मौत हुई।
विस्फोट गांव में उस जगह पर हुआ जहां रविवार शाम को आतंकवादियों ने चार नागरिकों की हत्या कर दी थी और छह अन्य को घायल कर दिया था।
इस बीच, राजौरी कस्बे में आतंकी हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है।
बाबा गुलाम शाह बादशाह यूनिवर्सिटी ने सोमवार को होने वाली सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। (आईएएनएस)|
नई दिल्ली, 2 जनवरी | नए साल में भी पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक बार फिर पाकिस्तान की ड्रोन के जरिए ड्रग्स और हथियार भेजने की साजिश को नाकाम कर दिया। पंजाब की अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी ड्रोन को जवानों ने गोलीबारी कर खदेड़ दिया। पिछले 3 दिनों में तीसरी बार पाक ड्रोन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की है। बीएसएफ की तरफ से ये जानकारी दी गई है। बीएसएफ ने बताया कि रविवार रात करीब 10.10 बजे पंजाब के गुरदासपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कर रहे एक पाकिस्तानी ड्रोन को गोलीबारी कर खदेड़ा दिया गया। जानकारी के मुताबिक गश्त केदौरान गुरदासपुर सेक्टर के कमालपुर जटा में करीब 300 मीटर की ऊंचाई पर बीएसएफ के जवानों को एक पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करते दिखा।
बीएसएफ की 89 बटालियन के जवानों ने इसके बाद ड्रोन पर तकरीबन 20 राउंड गोलीबारी की और 3 रोशनी करने वाले बम भी चलाए। गोलीबारी के चलते ड्रोन फेंसिंग के ऊपर से ही पाकिस्तान की तरफ वापस चला गया। घटना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई और इलाके में इस वक्त भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
गुरदासपुर सेक्टर के डीआईजी प्रभाकर जोशी ने मौके का जायजा लिया और जवानों सहित स्थानीय नागरिकों से बातचीत भी की। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिन में तीसरी बार पाकिस्तानी ड्रोन ने घुसपैठ की कोशिश की है। इसके पहले 73 बटालियन धर्म प्रकाश और 113 बटालियन कसोवाल में भी ड्रोन ने घुसपैठ की कोशिश की थी। मुस्तैद जवानों द्वारा पाकिस्तान की तरफ से की जाने वाली हर नापाक साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। (आईएएनएस)|
देहरादून, 2 जनवरी | कोरोना ने एक बार फिर सबकी चिंता बढ़ा दी है। कोरोना का नया वेरिएंट बीएफ.7 पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। इसे लेकर भारत भी अलर्ट मोड में है। उत्तराखंड में तो नए साल 2023 की शुरूआत में ही कोरोना के तीन केस मिले हैं, जबकि एक मरीज की मौत भी हुई है, जो अन्य बीमारी से भी ग्रसित बताया जा रहा है। वहीं, उत्तराखंड में एक्टिव केस की संख्या 34 है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। देहरादून में कोरोना के दो मरीज मिले हैं, जबकि नैनीताल जनपद में भी एक मरीज कोविड पॉजिटिव पाया गया है। तो वहीं, उत्तराखंड में एक्टिव केसों की बात करें तो राजधानी देहरादून में कोरोना के 22 एक्टिव केस हैं। हरिद्वार में 7, नैनीताल पौड़ी और चंपावत में एक-एक मरीज हैं।
उत्तराखंड में कोरोना का टीकाकरण अभियान भी जारी है। 1 जनवरी को 625 लोगों को टीका लगाया गया है। अब तक 91,15,445 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 87,23,477 लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं। वहीं, बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या 22,14,232 है। उत्तराखंड में पिछले साल में कोरोना के 1,04,609 मरीज मिले थे, जबकि 1,00,443 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली। बीते साल कोरोना से 334 मरीजों की मौत हुई थी।
उत्तराखंड में भले ही कोरोना के पॉजिटिव केसों की संख्या बहुत ज्यादा ना हो, लेकिन इसको लेकर एहतियात बरतने में कोई कमी छोड़ने के मूड में स्वास्थ्य विभाग नहीं है। विभाग की तरफ से जहां पहले ही वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने की कोशिशें शुरू कर दी गई हैं। अब विभाग उन मरीजों और भी काम करने जा रहा है, जो सर्दी जुकाम से पीड़ित हैं। (आईएएनएस)|
सैन फ्रांसिस्को, 2 जनवरी | सैन फ्रांसिस्को के खाड़ी क्षेत्र में आए भयंकर तूफान में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने पैसिफिक गैस एंड इलेक्ट्रिक कंपनी के हवाले से रविवार को कहा कि तूफान से आई बाढ़ के कारण इलाके की कई सड़कें बंद रहीं, वहीं बिजली भी बाधित रही, जिसके चलते लगभग 15,000 खाड़ी क्षेत्र के लोगों को बिना बिजली के रहना पड़ा।
वीकेंड के तूफान ने सैन फ्रांसिस्को के एक दिवसीय बारिश ने लगभग सभी रिकॉर्ड दिए, जो 1994 में निर्धारित 5.54 इंच के अब तक के निशान से केवल 8 इंच कम है।
नेशनल वेदर सर्विस ने रिपोर्ट किया कि रिकॉर्ड रखने के 170 से अधिक वर्षों में यह दूसरा सबसे नम दिन है।
भयंकर तूफान के चलते हुई बारिश से सड़कें बंद हो गई हैं। सड़कों पर कीचड़ जम गए और बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई है। (आईएएनएस)|
जयपुर, एक जनवरी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में ईंटों से लदे एक ट्रक और एक कार की टक्कर हो गई। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
पुलिस ने रविवार को बताया कि हादसा शनिवार देर रात रावतसर-सरदारशहर राजमार्ग पर बिसरासर गांव के पास हुआ।
पल्लू थाने के प्रभारी गोपी राम ने कहा, ‘‘तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य की स्थानीय अस्पताल में मौत हो गई। घायल को इलाज के लिए बीकानेर रेफर किया गया है।’’
उन्होंने बताया कि ट्रक पल्लू से सरदारशहर की ओर जा रहा था और कार बिसरासर गांव से राजमार्ग पर आई थी तथा दोनों की टक्कर हो गई।
अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान राजू मेघवाल, नरेश कुमार, दानाराम, बबलू और मुरली शर्मा के रूप में हुई है। उन्होंने कहा कि ट्रक का चालक मौके से फरार हो गया और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। (भाषा)