अंतरराष्ट्रीय
यरुशलम, 20 फरवरी। इजराइल के विदेश मंत्री ने सोमवार को कहा कि ब्राजील के राष्ट्रपति का उनके देश में तब तक स्वागत नहीं किया जाएगा जब तक वह उस टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगते जिसमें उन्होंने गाजा में जारी युद्ध की तुलना हिटलर के नरसंहार से करते हुये इजराइल पर ‘‘यहूदी विरोधी हमले’’ करने का आरोप लगाया था।
इथियोपिया में अफ्रीकी संघ शिखर सम्मेलन में संवादाताओं से बात करते हुए राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने रविवार कहा था, ‘‘ गाजा पट्टी और फलस्तीनी लोगों के साथ जो हो रहा है वह इतिहास में कभी नहीं देखा गया। ऐसा तब हुआ था जब हिटलर ने यहूदियों के नरसंहार का फैसला लिया था।’’
इजराइल के विदेश मंत्री काट्ज ने सोमवार को यरुशलम में ब्राजील के राजदूत को तलब किया।
काट्ज ने कहा, ‘‘ लूला ने हिटलर द्वारा की गई यहूदियों की हत्या और नरसंहार की तुलना हमास के खिलाफ इजराइल के युद्ध की, जो कि शर्मनाक और अस्वीकार्य है।’’
लूला की टिप्पणियों पर इजराइल की प्रतिक्रिया के बाद, ब्राजील ने सोमवार को इजराइल में देश के राजदूत फ्रेडरिको मेयर को परामर्श के लिए वापस बुला लिया।(एपी)
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस यानी आईसीजे फ़लस्तीनी क्षेत्र में इसराइल के क़ब्ज़े से जुड़े मामले पर सुनवाई शुरू कर रहा है.
द हेग स्थित आईसीजे इस बात की सुनवाई करेगा कि 1967 में छह दिन के युद्ध के बाद इसराइल ने फ़लस्तीन के इलाक़ों में जो क़ब्ज़ा किया, वो वैध था या नहीं?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक़, आईसीजे में 50 से ज़्यादा देश दलीलें पेश करेंगे. केस पर सुनवाई 26 फरवरी तक होगी.
फ़लस्तीनी पक्ष को उम्मीद है कि आईसीजे की राय दो राष्ट्र सिद्धांत को बनाने में मदद करेगी.
20 साल पहले भी आईसीजे में ऐसे ही एक केस की सुनवाई हुई थी. तब कोर्ट ने कहा था कि वेस्ट बैंक में इसराइल की बनाई दीवार से अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघन हुआ है. इसराइल ने इस फ़ैसले को तब नज़रअंदाज किया था.
आईसीजे में कुछ दिन पहले दक्षिण अफ्रीका के दायर किए मुकदमे पर भी सुनवाई हुई थी. दक्षिण अफ्रीका ने इसराइल पर ग़ज़ा में जनसंहार करने का आरोप लगाया था.
जनवरी में आईसीजे ने अपने अंतरिम आदेश में कहा था कि इसराइल इस संघर्ष में फ़लस्तीनियों को नुकसान से बचाने की दिशा में हर संभव प्रयास करे.
आईसीजे के फ़ैसले बाध्यकारी तो होते हैं, लेकिन ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है जिससे उन्हें लागू करवाया जा सके.
इसराइल खुद पर लगे जनसंहार के आरोपों को यह कहते हुए खारिज करता है कि आम फ़लस्तीनियों को जो नुक़सान पहुंच रहा है, उसके लिए फ़लस्तीनी चरमपंथी समूह हमास ज़िम्मेदार है. (bbc.com/hindi)
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी एलेक्सी नवेलनी की मौत के बाद उनकी पत्नी ने कहा है कि यह लड़ाई थमेगी नहीं.
यूलिया नवेलनाया ने सोमवार को एलान किया कि पुतिन की सत्ता के ख़िलाफ़ वो अपने पति के संघर्ष को जारी रखेंगी. उन्होंने कहा कि “आज़ाद, शांत और ख़ुशहाल रूस की लड़ाई” को वह और मज़बूत करेंगी.
47 साल की नवेलनाया ने यूट्यूब पर एक वीडियो जारी किया और आरोप लगाया कि आर्कटिक की जेल में नवेलनी को ज़हर दिया गया और इसलिए अचानक जेल में उनकी मौत हुई.
वीडियो में उन्होंने कहा, “मुझे इस वीडियो में नहीं होना चाहिए था. मेरी जगह एक दूसरे शख़्स को यहां होना चाहिए था. लेकिन उसे (नवेलनी को) व्लादिमीर पुतिन ने मार दिया. तीन दिन पहले पुतिन ने मेरे पति एलेक्सी नवेलनी को मार दिया.”
“पुतिन ने मेरे बच्चों के पिता को मार दिया. पुतिन ने मुझसे वो छीन लिया जो मेरे लिए बेशकिमती था, मेरा सबसे क़रीबी, जिससे मुझे सबसे अधिक प्यार था. हमें पता है कि तीन दिन पहले पुतिन ने एलेक्सी को क्यों मारा, जल्द ये सामने आएगा.हमें पता चलेगा कि किसने और कैसे इस अपराध को अंजाम दिया. उन्हें मैं आपके सामने लाऊंगी.”
“मैं एलेक्सी नवेलनी के काम को आगे बढ़ाऊंगी. मैं इस देश के लिए लड़ती रहूंगी और मैं अपील करती हूं कि आप भी मेरे साथ खड़े हों. मैं आपसे अपना दुख ही साझा नहीं कर रही हूं बल्कि मैं चाहती हूं कि आप अपना ग़ुस्सा भी मुझसे बाँटे., ग़ुस्सा उन लोगों के ख़िलाफ़ जिन्होंने हमारा भविष्य बर्बाद करने की कोशिश की है.”
शुक्रवार को रूस की जेल में एलेक्सी नवेलनी की मौत हो गई थी. जेल प्रशासन ने कहा कि नवेलनी ‘बेहोश हुए और फिर होश में नहीं आए.’
मौत की ख़बर आते ही नवेलनी की मां और उनकी वकील उस साइबेरियाई कॉलोनी पहुंचीं जहाँ की जेल में उनकी मौत हुई थी.
नवेलनी की प्रवक्ता ने कहा है कि रूसी सरकार ने नवेलनी की माँ को बताया है कि दो हफ्ते तक नवेलनी का शव परिवार को नहीं दिया जाएगा क्योंकि शव पर ‘केमिकल विश्लेषण किया जा रहा है.’ (bbc.com/hindi)
इस्लामाबाद, 19 फरवरी। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ(पीटीआई) ने अपने पिछले फैसले से पलटते हुए सोमवार को कहा कि आठ फरवरी को हुए चुनाव में जीत हासिल करने वाले पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार दक्षिणपंथी सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल होंगे।
पार्टी ने पहले फैसला किया था कि नेशनल असेंबली और पंजाब प्रांतीय असेंबली के निर्वाचित सदस्य शिया पार्टी मजलिस वहदत-ए-मुस्लिमीन (एमडब्ल्यूएम) में शामिल होंगे, जबकि खैबर-पख्तूनख्वा के निर्वाचित सदस्य कट्टरपंथी सुन्नी धार्मिक पार्टी जमात-ए-इस्लामी में शामिल होंगे।
मुस्लिम बहुल देश में सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) इस्लामी राजनीतिक और धार्मिक दलों का एक गठबंधन है जो सुन्नी इस्लाम मत के अनुयायियों का प्रतिनिधित्व करता है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष बैरिस्टर गोहर खान ने कहा, ‘‘नेशनल असेंबली, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा विधानसभाओं में हमारे उम्मीदवार सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल होंगे।’’
उन्होंने कहा, “हमारे उम्मीदवारों ने अपने-अपने हलफनामे हमारे पास जमा कर दिए हैं और उनकी सहमति से आज हम घोषणा कर रहे हैं कि पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल में शामिल हो रहे हैं।”
आठ फरवरी को हुए चुनाव के नतीजों की अधिसूचना के बाद जीतने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन दिन में एक पार्टी में शामिल होना था।
गौहर ने यह भी कहा कि पीटीआई ने सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के साथ एक "औपचारिक समझौता" किया है।
पीटीआई द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने संसद में सर्वाधिक सीट जीती हैं, लेकिन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएलएन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने घोषणा की है कि वे आठ फरवरी के चुनाव परिणाम के बाद गठबंधन सरकार बनाएंगे। चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला है।
पीएमएल-एन और पीपीपी द्वारा चुनाव के बाद गठबंधन का मतलब यह हो सकता है कि पीटीआई अगली संघीय सरकार बनाने में सक्षम नहीं होगी। खान की पार्टी ने आरोप लगाया कि दोनों प्रतिद्वंद्वी दल जनादेश को बदलने की कोशिश कर रहे हैं।
खान की संकटग्रस्त पार्टी को शनिवार को उस समय बड़ा हौसला मिला जब रावलपिंडी में चुनाव प्रक्रिया के प्रभारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली हुई है।
पीटीआई ने मतदान में धांधली के आरोप लगने पर रविवार को चुनाव परिणामों में हेराफेरी की न्यायिक जांच करने की मांग की थी।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पीटीआई पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव में नेशनल असेंबली की 93 सीट जीतीं।
पीएमएल-एन ने 75 सीट जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी अपनी 17 सीट के साथ उनका समर्थन करने पर सहमत है।
पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 266 सदस्यीय नेशनल असेंबली की 265 निर्वाचित सीट में से 133 सीट होनी चाहिए। (भाषा)
बीजिंग, 19 फरवरी । चीन के स्व-निर्मित बड़े आकार वाले यात्री विमान सी-919 ने सिंगापुर एयर शो के उद्घाटन से पहले एक पूर्वावलोकन उड़ान का आयोजन किया।
यह उड़ान सिंगापुर चांगी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास के हवाई क्षेत्र में हुई, प्रदर्शनी में उसी प्रकार के अन्य विमानों की पूर्वावलोकन उड़ानों की तुलना में, सी-919 की उड़ान का समय अधिक था। एयर शो मीडिया सम्मेलन में, सी-919 ने बहुत ध्यान आकर्षित किया और मीडिया द्वारा इसका बार-बार उल्लेख किया गया।
बता दें कि सिंगापुर एयर शो 20 से 25 फरवरी तक सिंगापुर में आयोजित किया जाएगा, जबकि सी-919 पहली बार विदेश में एयर शो में भाग लेगा। एयर शो के आयोजकों के अनुसार, प्रदर्शनी में 50 देशों और क्षेत्रों की हजारों कंपनियों और संस्थानों के भाग लेने की उम्मीद है। (आईएएनएस)
बीजिंग, 19 फरवरी । चीनी विदेश मंत्रालय के नियमित संवाददाता सम्मेलन में यह सवाल पूछा गया कि चीनी परंपरागत ड्रैगन वर्ष के वसंत महोत्सव की छुट्टियों के दौरान, सांस्कृतिक और पर्यटन खपत विशेष रूप से इनबाउंड और आउटबाउंड पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है। चीनी पर्यटकों ने दुनिया भर के 125 देशों की यात्रा की। इस पर चीनी विदेश मंत्रालय की क्या टिप्पणी है?
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि जैसे-जैसे चीन के वीज़ा-मुक्त "मित्र मंडल" का विस्तार जारी है, इनबाउंड और आउटबाउंड यात्रा की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। इस वर्ष के वसंत महोत्सव की छुट्टियों के दौरान चीनी और विदेशी पर्यटक दोनों दिशाओं से आते हैं, जिससे वसंत महोत्सव वैश्विक पर्यटन उपभोग के लिए चरम अवधि बन जाता है।
संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन का अनुमान है कि चीन का इनबाउंड और आउटबाउंड पर्यटन 2024 में अपनी रिकवरी में तेजी लाएगा, जिससे वैश्विक पर्यटन बाजार की बहाली को बढ़ावा दिया जाएगा।
चीनी प्रवक्ता ने कहा कि ड्रैगन वर्ष का वसंत महोत्सव दुनिया को चीनी अर्थव्यवस्था की जीवंतता को देखने का मौका भी देता है, जिससे पूरे साल बाजार की उम्मीदें और आत्मविश्वास बढ़ता है। (आईएएनएस)
रामल्लाह, 19 फरवरी । फिलिस्तीनी और इजरायली अधिकारियों ने कहा कि कब्जे वाले वेस्ट बैंक में एक शरणार्थी शिविर पर इजरायली हमले के दौरान दो फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और एक इजरायली सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मृतकों की पहचान 19 वर्षीय नबील आमेर और 36 वर्षीय मोहम्मद अल-अवफी के रूप में की है, जिन्हें रविवार को तुल्कर्म शिविर में इजरायली सैनिकों ने गोली मार दी थी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें कहा गया है कि इजरायल ने अल-अवफी के शव को जब्त कर लिया है।
फ़िलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने कहा कि इज़रायली सेना ने शिविर में प्रवेश किया और उसे घेर लिया, इससे स्थानीय युवाओं के साथ झड़पें हुईं। उन्होंने बताया कि इजरायली सैनिकों ने शिविर में एक घर को घेर लिया, जहां उन्होंने स्नाइपर और हेलीकॉप्टर तैनात किए।
इज़रायली सार्वजनिक रेडियो ने कहा कि सेना, पुलिस और शिन बेट सुरक्षा सेवा द्वारा की गई छापेमारी में तुलकर्म में एक आतंकवादी और हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ-साथ तीन अन्य संदिग्धों को निशाना बनाया गया।
इसमें कहा गया है कि पुलिस ने शिन बेट खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए अल-अवफी को गिरफ्तार कर लिया। वह इजरायलियों पर हमले में वांछित था। इज़रायली रेडियो ने कहा कि उस पर टुल्कर्म निवासियों की हत्या का भी संदेह था।
रेडियो ने कहा कि अल-अवफी सैनिकों के साथ गोलीबारी के बाद मारा गया, जिन्होंने उसके हथियार जब्त कर लिए। इसमें कहा गया है कि एक अन्य बंदूकधारी भी मारा गया और तीसरा घायल हो गया, जब उन्होंने गोलीबारी की और सैनिकों पर विस्फोटक फेंके।
इसमें कहा गया है कि गोलीबारी में एक इजरायली सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गया।
फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 7 अक्टूबर, 2023 से वेस्ट बैंक में इज़रायली गोलीबारी में 395 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं।
(आईएएनएस)
रामल्लाह, 19 फरवरी (आईएएनएस)। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति ने कहा है कि संघर्ष को सुलझाने और क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पूर्वी यरुशलम को अपनी राजधानी बनाकर एक फिलिस्तीनी राष्ट्र आवश्यक है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति के प्रवक्ता नबील अबू रूडीनेह का बयान रविवार को तब आया, जब इजरायली सरकार ने अन्य देशों द्वारा फिलिस्तीनी राष्ट्र की किसी भी एकतरफा मान्यता को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया।
अबू रूडीनेह ने आगमी चुनौतियों की चेतावनी देते हुए कहा कि फिलिस्तीन इजरायल के चरमपंथी और अड़ियल रवैए के खिलाफ है।
उन्होंने इजरायली हमलों को रोकने के लिए अधिक अरब और अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई का आग्रह किया और कहा कि फिलिस्तीनियों,र गाजा, वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में उनके पवित्र स्थलों पर इजरायली हमलाें सेे इलाके में शांति व सुरक्षा नहीं स्थापित होगी।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि इस स्तर पर फिलिस्तीनी राष्ट्र को मान्यता देना "आतंकवाद के लिए पुरस्कार" होगा और स्थायी शांति समझौते की संभावना को कमजोर कर देगा।
फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा फिलिस्तीनी राष्ट्र की मान्यता के लिए नेतन्याहू की मंजूरी या अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
इसमें कहा गया है कि सभी देश बिना किसी कानूनी या राजनीतिक बाधा के फिलिस्तीन राष्ट्र को मान्यता दे सकते हैं।
--आईएएनएस
लंदन, 19 फरवरी । कदाचार की सुनवाई के दौरान यह बात सामने आने के बाद परिजनों ने ब्रिटिश पुलिस की आलोचना की है कि उन्होंने 2023 नॉटिंघम हत्याओं के पीड़ितों के बारे में विवरण एक व्हाट्सएप ग्रुप पर साझा किया था। पीड़ितों में एक भारतीय मूल की किशोरी भी शामिल थी।
ब्रिटिश-भारतीय ग्रेस ओ'मैली-कुमार, सहपाठी बार्नबी वेबर (दोनों की उम्र 19 वर्ष), और 65 वर्षीय स्कूल केयरटेकर इयान कोट्स की 13 जून 2023 को नॉटिंघम विश्वविद्यालय के पास वाल्डो कैलोकेन ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
द सन की सोमवार को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, एक अज्ञात पुलिस अधिकारी के एक संदेश ने एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर तीन पीड़ितों को लगी चोटों के बारे में विवरण साझा किया।
इसके बाद, पुलिस कांस्टेबल मैथ्यू गेल ने अपनी पत्नी और एक दोस्त को "अरुचिकर" संदेश भेजा, जिसकी सुनवाई कदाचार न्यायाधिकरण ने हाल ही में की।
लंदन स्थित दैनिक में वेबर की मां के हवाले से कहा गया, "जांच करने का यह कितना घृणित तरीका है।"
"यह जानना कि हमारे प्रियजनों पर आंतरिक रूप से अनावश्यक ताक-झांक की गई है, अक्षम्य है।"
इसे "चौंकाने वाला" बताते हुए, ट्रिब्यूनल ने कथित तौर पर पुलिस को अंतिम लिखित चेतावनी दी।
पिछले सप्ताह, ओ'मैली-कुमार का परिवार यह जानकर हैरान रह गया कि उनकी बेटी के शरीर का ड्रग्स और अल्कोहल के लिए परीक्षण किया गया था, लेकिन हत्यारे कैलोकेन, जिसे एक पागल सिज़ोफ्रेनिक के रूप में पहचाना गया था, का इस तरह का परीक्षण नहीं किया गया।
जनवरी में, कम जिम्मेदारी के आधार पर 32 वर्षीय कैलोकेन की हत्या की याचिका को स्वीकार करने के अभियोजकों के फैसले की एक स्वतंत्र समीक्षा का आदेश दिया गया था, जिसका मतलब था कि उस पर हत्या का मुकदमा नहीं चलाया जाएगा। कैलोकेन को जनवरी से एशवर्थ सुरक्षित अस्पताल में हिरासत में रखा गया है।
मामले की सार्वजनिक जांच की मांग करते हुए, परिवारों ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से भी मुलाकात की, जिन्होंने उनसे वादा किया कि "हमें जवाब मिलेंगे"।
(आईएएनएस)
रूस में अमेरिका और ब्रिटेन के राजदूतों ने रूसी नेता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी एलेक्सी नवेलनी के सम्मान में उनके मैमोरियल पर फूल चढ़ाए.
शुक्रवार को रूस के जेल प्रशासन ने बताया कि नवेलनी की जेल में मौत हो गई.
अमेरिकी राजदूत लिन ट्रेसी और ब्रितानी राजदूत निजेल केसी की मॉस्को में नवेलनी के मैमोरियल पर फूल चढ़ाते हुए तस्वीर सामने आयी है.
नवेलनी के साथियों का मानना है कि व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर उनकी हत्या की गयी है. जेल प्रशासन का कहना है कि नवेलनी ‘अचानक मौत के सिंड्रोम’ का शिकार हो गए.
कई ऐसी तस्वीरें सामने आयी हैं जिसमें सोलोवेटस्की स्टोन पर नवेलनी के लिए बड़ी संख्या में फूल चढ़ाये गए हैं.
सोलोवेटस्की स्टोन राजनीतिक दमन का एक स्मारक है जो 47 वर्षीय नवेलनी के लिए श्रद्धांजलि का एक प्रमुख स्थल बन गया है. (bbc.com/hindi)
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन रूस के लिए ज़िंदगी और मौत का मामला है.
रूसी मीडिया से बात करते हुए पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध में जो हो रहा है वो रूस के लिए ज़िंदगी और मौत का सवाल का है.
सरकारी टीवी को दिए एक साक्षात्कार में पुतिन ने कहा है, “यूक्रेन के मोर्चे पर जो भी हो रहा है, उनके लिए ये उनकी रणनीतिक स्थिति में बेहतरी के लिए होगा, लेकिन हमारे लिए ये हमारे भाग्य से जुड़ा है, ये ज़िंदगी और मौत का मसला है.”
पुतिन से हाल ही में अमेरिकी पत्रकार टकर कार्लसन को दिए गए साक्षात्कार के बारे में सवाल किया गया था.
राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिकी शो होस्ट को दो घंटे लंबा साक्षात्कार दिया था ताकि वो दुनिया के सामने यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस का पक्ष रख सकें.
इसी साक्षात्कार से जुड़े सवाल पर पुतिन ने ये जवाब दिया है.
इस साक्षात्कार में पुतिन ने रूस के इतिहास पर लंबी बात की थी और यूक्रेन के अस्तित्व पर ही सवाल उठाये थे.
इसी बीच रूस ने कहा है कि उसने पूर्वी यूक्रेन के अवदीव्का शहर को अपने नियंत्रण में ले लिया है.
यूक्रेन ने युद्ध के मोर्चे पर पिछड़ने के बाद यहां से अपने सैनिकों को पीछे हटाना शुरू कर दिया था.
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन के कुछ सैनिक अभी भी सोवियत दौर के एक कोक प्लांट में फंसे हुए हैं.
यूक्रेन युद्ध की सबसे भीषण लड़ाइयों में से कुछ इसी अहम शहर में लड़ी गई हैं.
पिछले साल मई में बाख़मूत शहर पर क़ब्ज़े के बाद अवदीव्का का पतन युद्ध में रूस की सबसे बड़ी कामयाबी है.
राष्ट्रपति पुतिन ने दो साल पहले यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश दिया था.
वहीं अमेरिका ने अवदीव्का में यूक्रेन की हार के लिए अमेरिकी राजनीतिज्ञों को ज़िम्मेदार बताया है.
राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन की मदद करना चाहता है लेकिन उन्हें अमेरिकी कांग्रेस से इसकी मंज़ूरी नहीं मिल पा रही है.
शनिवार को राष्ट्रपति बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से कहा था कि उन्हें विश्वास है कि कांग्रेस यूक्रेन के लिए मदद को मंज़ूरी दे देगी.
अवदीव्का में यूक्रेन के सैनिकों को हथियारों और गोला बारूद की कमी का सामना करना पड़ा है. (bbc.com/hindi)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को भरोसा दिलाया है कि 60 अरब डॉलर की सैन्य सहायता ज़रूर जारी होगी.
इस सहायता पैकेज पर अमेरिका कांग्रेस से अंतिम मंज़ूरी मिलनी बाकी है, लेकिन बाइडेन ने ज़ेलेंस्की से कहा कि उन्हें विश्वास है कि यह मंज़ूर हो जाएगा.
आवदीव्का से यूक्रेन के पीछे हटने को लेकर अमेरिका ने कांग्रेस का समर्थन न मिलने को दोषी ठहराया.
शनिवार को यूक्रेन ने रूस के कब्ज़े वाले दोनेत्स्क से सटे आदीव्का शहर से अपनी सैन्य टुकड़ियां हटा लीं. बीते साल बख़मूत में रूस की जीत के बाद यह उसकी सबसे बड़ी जीत है.
व्हाइट हाउस ने भी एक बयान जारी कर कहा कि आदीव्का से यूक्रेन के पीछे हटने का प्रमुख कारण रही है गोला बारूद की कमी जोकि कांग्रेस के अनिर्णय का नतीजा है. (bbc.com/hindi)
इसराइल की युद्ध कैबिनेट के सदस्य बेनी गैंट्ज़ ने चेतावनी दी है कि अगर हमास 10 मार्च तक ग़ज़ा में बंधक बनाए गए सभी इसराइली बंधकों को नहीं छोड़ेगा तो राफ़ाह में हमले किए जाएंगे.
ये पहली बार है जब इसराइल ने कहा है कि उसकी सेना ग़ज़ा के इस दक्षिणी हिस्से में प्रवेश करेंगी. यहां ग़ज़ा के अलग-अलग हिस्सों से निकल कर आए फ़लस्तीनी लोग शरण ले कर रह रहे हैं.
रफ़ाह में 15 लाख लोग शरण लेकर रह रहे हैं और यहां पर हमले का वैश्विक स्तर पर विरोध हो रहा है.इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा था कि इसराइली हमले के बाद दक्षिणी ग़ज़ा के एक प्रमुख अस्पताल ने काम करना बंद कर दिया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि उसे स्थिति का आकलन करने के लिए राफ़ाह के खान यूनिस में स्थित नासिर अस्पताल में घुसने की इजाज़त नहीं दी गई है.
इसराइल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने गुरुवार को अस्पताल के परिसर में प्रवेश किया और कहा कि खुफ़िया जानकारी से संकेत मिला है कि इसराइली बंधकों को वहां रखा गया है.
आईडीएफ ने नासिर अस्पताल में अपने ऑपरेशन को "सटीक और सीमित" बताया है और हमास पर "आतंकवाद के लिए अस्पतालों का इस्तेमाल करने" का आरोप लगाया.
रविवार को इसराइल पूर्व रक्षा मंत्री और युद्ध कैबिनेट के सदस्य गैंट्ज़ ने कहा, "दुनिया को पता होना चाहिए, और हमास नेताओं को पता होना चाहिए अगर रमज़ान तक हमारे बंधक घर नहीं आए, तो लड़ाई हर जगह जारी रहेगी, जिसमें राफ़ाह क्षेत्र भी शामिल है."
रमज़ान इस साल 10 मार्च से शुरू हो रहा है.
गैंट्ज़ ने कहा कि इसराइल "समन्वित तरीके से काम करेगा, आम लोगों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए हम अमेरिका और मिस्र के साथ बातचीत करेंगे और नागरिकों को निकासी की सुविधा देंगे. "
गैंट्ज़ का मिस्र का ज़िक्र करना उन आशंकाओं को और बढ़ावा दे रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि इसराइल फ़लस्तीनी लोगों को रफ़ाह बॉर्डर पार करके मिस्र की तरफ़ शरण लेने को कहेगा.बीबीसी के डिप्लोमैटिक संवाददाता पॉल एडम्स का कहना है कि इसलिए इस बॉर्डर पर एक बड़ी दीवार वाला घेरा बनाया जा रहा है.
हालांकि नागरिकों को बाहर निकालने के लिए इसराइल का ‘प्लान’ क्या है इसे लेकर कई विस्तृत जानकारी अधिकारियों ने नहीं दी है.
कम से कम 64 लोगों की पापुआ न्यू गिनी के सूदूर हाइलैंड्स इलाके में घात लगाकर किए गए हमले में हत्या कर दी गई है.
देश के पुलिस प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि सप्ताहांत पर एंगा प्रांत में एक आदिवासी विवाद के दौरान लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
हाइलैंड्स इलाके का हिंसा भरा इतिहास है लेकिन इस हिंसा को बीते कई सालों की सबसे बड़ी हिंसा माना जा रहा है.
अवैध फायरआर्म्स की संख्या यहां बढ़ी है और ये एक महत्वपूर्ण कारण है कि इस इलाके में हिंसा और बढ़ रही है.
पुलिस ने राजधानी पोर्ट मोरेस्बी से लगभग 600 कि.मी. उत्तर-पश्चिम में वाबाग शहर के पास घटनास्थल पर शवों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया.
ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (एबीसी) के अनुसार, रॉयल पापुआ न्यू गिनी कांस्टेबुलरी के कार्यवाहक अधीक्षक जॉर्ज काकास ने कहा, "मैंने एंगा में इससे बड़ी हिंसा नहीं देखी है, शायद पूरे हाइलैंड्स में भी ये सबसे बड़ी हिंसा है."
“हम इससे परेशान हैं और समझने की कोशिश कर रहे हैं कि ये क्या हुआ.”
अक्सर भूमि और संपत्ति के वितरण को लेकर बढ़ते जनजातीय संघर्ष के कारण पिछले साल जुलाई में एंगा में तीन महीने का लॉकडाउन लगा था, इस दौरान पुलिस ने कर्फ्यू और यात्रा प्रतिबंध लगाया था. (bbc.com/hindi)
मॉस्को, 18 फरवरी। रूस में विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी को श्रद्धांजलि देने के दौरान 400 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। रूस के एक अधिकार समूह ने यह जानकारी दी।
नवलनी (47) की अचानक मृत्यु से रूस के कई लोगों को करारा झटका लगा है। इन लोगों को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे धुर विरोधी से भविष्य में काफी उम्मीदें थीं।
नवलनी को सरकार में भ्रष्टाचार और रूसी शासन प्रतिष्ठान क्रेमलिन के खिलाफ व्यापक प्रदर्शनों के लिए जाना जाता था। नर्व एजेंट के जहर से बचने और कई बार जेल की सजा पाने के बाद भी नवलनी ने पुतिन की आलोचना करना जारी रखा था।
रूस के कई शहरों में सैकड़ों लोग इस राजनीतिज्ञ को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार और शनिवार को फूलों और मोमबत्तियों के साथ राजनीतिक दमन के पीड़ितों के स्मारकों पर पहुंचे। ‘ओवीडी-इन्फो’ नामक अधिकार समूह के अनुसार 12 से अधिक शहरों में पुलिस ने शनिवार रात तक 401 लोगों को हिरासत में लिया।
समूह ने कहा कि रूस के दूसरे सबसे बड़े शहर सेंट पीटर्सबर्ग में 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया। (एपी)
रफह (गाजा पट्टी), 18 फरवरी (एपी) इजराइल ने शनिवार रात को गाजा में हमले किए, जिससे कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। चिकित्सा कर्मियों और चश्मदीदों ने रविवार को यह जानकारी दी।
इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र में संघर्ष विराम प्रस्ताव पेश होने पर फिर से वह वीटो शक्ति का इस्तेमाल करेगा।
अमेरिका, इजराइल का करीबी सहयोगी है। वह बंधकों को छुड़ाने के लिए इजराइल और हमास के बीच वार्ता का पक्षधर है।
रफह में रातभर हुए हवाई हमले में एक महिला और तीन बच्चों सहित छह लोग मारे गए जबकि अन्य हमले में दक्षिणी शहर खान यूनिस में पांच लोगों की मौत हो गई।
इसके अलावा, इजराइली हमले की चपेट में आने से गाजा शहर के एक घर में रहने वाले सात लोगों की जान चली गई।
वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने कहा कि दक्षिणी गाजा में सेवा देने वाला मुख्य चिकित्सा केंद्र ‘नासिर अस्पताल’ पिछले सप्ताह के अंत में इजराइल द्वारा की गई छापेमारी के बाद से संचालित नहीं हो पा रहा है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अदानोम घेब्रेयेसुस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि डब्ल्यूएचओ की एक टीम को शुक्रवार या शनिवार को अस्पताल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि टीम मरीजों की स्थिति और चिकित्सा आवश्यकताओं का आकलन करने के लिए पहुंची थी।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में अभी भी लगभग 200 मरीज हैं, जिनमें से 20 को अन्य अस्पतालों में तत्काल रेफर करने की आवश्यकता है।
इस्लामाबाद, 18 फरवरी पाकिस्तान में गठबंधन सरकार के लिए सत्ता-बंटवारे के ‘फॉर्मूले’ को लेकर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच बातचीत बेनतीजा रही। दोनों पक्षों ने हालांकि चर्चा में "महत्वपूर्ण प्रगति" का दावा किया। एक खबर में यह जानकारी दी गई है।
दोनों दलों की संपर्क एवं समन्वय समितियों (सीसीसी) के बीच शनिवार को हुई तीसरी बैठक बेनतीजा रही और दोनों ने सत्ता-बंटवारे के ‘फॉर्मूले’ को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को एक और बैठक करने का फैसला किया।
बैठक के बाद पीएमएल-एन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि "मजबूत लोकतांत्रिक सरकार" की आवश्यकता पर बल देते हुए दोनों पक्षों के साथ बातचीत में "महत्वपूर्ण प्रगति" हुई है।
एक संयुक्त बयान में कहा गया है, “दोनों पक्षों द्वारा रखे गए प्रस्तावों पर गहन चर्चा की गई, हालांकि पर्याप्त प्रगति हासिल हुई है, लेकिन मौजूदा मामलों को अंतिम रूप देने के लिए और विचार-विमर्श की आवश्यकता है।”
नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पीएमएल-एन ने शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के लिए नामित किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी द्वारा समर्थित उम्मीदवारों ने नेशनल असेंबली की 265 में से 93 सीट पर जीत हासिल की।
पीएमएल-एन ने 75 सीट जीतीं जबकि पीपीपी 54 सीट के साथ तीसरे स्थान पर रही। मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) भी 17 सीट के साथ समर्थन देने के लिए तैयार हो गई है।
सरकार बनाने के लिए 266 में से 133 सीट की जरूरत है। (भाषा)
बीजिंग, 18 फरवरी । चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 17 फरवरी को अफ्रीकी संघ की 37वीं शिखर बैठक को बधाई संदेश भेजा।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्तमान विश्व में अभूतपूर्व परिवर्तन चल रहा है, जो सौ साल में नहीं देखा गया है। चीन और अफ्रीका के प्रतिनिधित्व वाले वैश्विक दक्षिणी पक्ष का समृद्ध विकास हो रहा है, जो विश्व की ऐतिहासिक प्रक्रिया पर गहरा प्रभाव डाल रहा है।अफ्रीकी संघ अफ्रीकी देशों को एकजुट बनाकर संयुक्त आत्म सशक्तिकरण कर रहा है और एकीकरण तथा मुक्त व्यापार क्षेत्र के निर्माण को तेजी से बढ़ा रहा है। जी-20 समूह में अफ्रीकी संघ की सफल भागीदारी से वैश्विक शासन में अफ्रीकी संघ का प्रतिनिधित्व तथा उसकी आवाज और मजबूत हुई है। चीन इसके लिए बधाई देता है।
शी ने बल दिया कि पिछले साल चीन और अफ्रीका संबंध निरंतर प्रगाढ़ हुए। चीन अफ्रीका शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के आधुनिकीकरण के मार्ग का समर्थन करने और एक साथ विकास का विजन पूरा करने के लिए बेहतर वातावरण तैयार करने का फैसला किया। वर्ष 2024 में चीन अफ्रीका सहयोग मंच का नया सम्मेलन आयोजित होगा।
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि वह अफ्रीकी देशों के नेताओं के साथ दोनों पक्षों के जन-कल्याण का ख्याल रखते हुए चीन अफ्रीका सहयोग का नया ब्लूप्रिंट बनाने को तैयार हैं, ताकि उच्च स्तरीय चीन-अफ्रीका साझा भविष्य वाले समुदाय का निर्माण आगे बढ़ाया जा सके।
(आईएएनएस)
बीजिंग, 18 फरवरी । दोहा विश्व तैराकी चैंपियनशिप 2024 में 17 फ़रवरी को चीनी तैराकों ने पुरुषों और महिलाओं की चार गुणा 100 मीटर फ्री स्टाइल रिले फाइनल में एशियाई रिकॉर्ड तोड़ते हुए चैंपियनशिप में अपना सातवां स्वर्ण पदक जीता।
चार गुणा 100 मीटर फ्री स्टाइल रिले फ़ाइनल में पान चेनले, वांग हाओयू, ली बिंगजे और यू यिटिंग की चीनी चौकड़ी ने शुरू से अंत तक बढ़त बनाए रखी और अंत में 3 मिनट 21.18 सेकंड का समय निकालकर चैंपियनशिप जीत ली़।
यह इस विश्व तैराकी चैंपियनशिप में चीनी तैराकों द्वारा जीता गया चौथा रिले स्वर्ण पदक है। अब तक, चीनी तैराकी टीम ने चैंपियनशिप में सात स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता है।
(साभार,चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)
(आईएएनएस)
गाजा, 18 फरवरी । मध्य गाजा पट्टी में घरों को निशाना बनाकर किए गए इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 40 फिलिस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी मीडिया ने दी।
फ़िलिस्तीनी चिकित्सा सूत्रों ने शनिवार को शिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि इज़रायली युद्धक विमानों ने मध्य गाजा पट्टी में नुसीरात, अल-ज़वैदा और दीर अल-बलाह के क्षेत्रों में कई घरों पर हमले किए। इसमें दर्जनों लोग मारे गए और कई घायल हो गए। .
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि नागरिक सुरक्षा दल 40 शवों को बरामद कर लिया है, जबकि अन्य कई मलबे के नीचे दबे हैं। मृतकों और घायलों को दीर अल-बाला शहर के अल-अक्सा शहीद अस्पताल ले जाया गया है।
गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की कि 7 अक्टूबर, 2023 से शुरू युद्ध के बाद से अब तक 28,858 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
(आईएएनएस)
मनीला, 18 फरवरी । दक्षिणी फिलीपींस के दावाओ डी ओरो प्रांत के एक शहर में हुए भूस्खलन से मरने वालों की संख्या 98 हो गई है। क्षेत्रीय आपदा रोकथाम कार्यालय की ओर से यह जानकारी दी गई।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मैको नगर आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन कार्यालय ने शनिवार को कहा कि बचावकर्मी लापता नौ अन्य लोगों की तलाश जारी रखे हुए हैं।
6 फरवरी की शाम को कई दिनों की बारिश के कारण चट्टानें, मिट्टी और मलबा पहाड़ी से खिसक गया। इससे कई मकान, दो बसें व अन्य वाहन इसकी चपेट में आ गए। इन वाहनों का इस्तेमाल मैको शहर में पास की खनन फर्म से श्रमिकों को लाने और ले जाने के लिए किया जाता था। मृतकों में बसों में सवार खनिक भी शामिल थे। 32 लोग घायल हुए हैं।
गौरतलब है कि विश्व जोखिम सूचकांक 2022 ने फिलीपींस को दुनिया के सबसे अधिक आपदा प्रभावित होने वाले देशों में प्रथम स्थान पर रखा है।
पैसिफिक रिंग ऑफ फायर में स्थित, द्वीपसमूह अक्सर शक्तिशाली तूफानों से प्रभावित होता है, जो अचानक बाढ़, भूस्खलन, भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोटों का कारण साबित होता है।
(आईएएनएस)
बैंकॉक, 18 फरवरी । थाईलैंड के दोषी पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनवात्रा को स्व-निर्वासन से देश लौटने के छह महीने बाद रविवार को पैरोल पर रिहा कर दिया गया।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के पत्रकारों ने देखा कि थाकसिन को ले जा रही एक कार रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 6:06 बजे बैंकॉक के एक पुलिस अस्पताल से निकली, जहां वह वह उपचार के लिए अपनी एक साल की जेल की सजा में से छह महीने काटे।
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, थाई प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने पहले कहा था कि थाकसिन की पैरोल पर रिहाई कानून के अनुरूप है।
देश के न्याय मंत्रालय के अनुसार, 74 वर्षीय पूर्व प्रधान मंत्री इस महीने पैरोल के लिए स्वीकृत 930 कैदियों में से एक हैं। वह पैरोल के लिए पात्र है, क्योंकि उसकी उम्र 70 वर्ष से अधिक है और वह एक गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं।
थाकसिन ने 15 साल से अधिक का अपना निर्वासन समाप्त किया और पिछले साल अगस्त में थाईलैंड लौट आए, लेकिन जल्द ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया और कई आरोपों में आठ साल की जेल की सजा का सामना करना पड़ा।
हालांकि, उनकी वापसी के तुरंत बाद, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण उन्हें बैंकॉक जेल से अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
पिछले सितंबर में, थाकसिन के शाही क्षमादान के अनुरोध के बाद थाई राजा महा वजिरालोंगकोर्न ने थाकसिन की आठ साल की जेल की सजा को घटाकर एक साल कर दिया था।
थाकसिन ने 2001 से 2006 तक दक्षिण पूर्व एशियाई देश के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया और 2008 से विदेश में स्व-निर्वासन में थे।
(आईएएनएस)
मॉस्को, 18 फरवरी । रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा है कि मॉस्को ने उकाराइन के अवदीवका शहर पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने अपने टेलीग्राम चैनल पर घोषणा की कि लेफ्टिनेंट जनरल एंड्री मोर्डविचेव के नेतृत्व में सैनिकों ने अवदीवका पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन ने 24 घंटों में अवदीवका में 1,500 से अधिक सैनिकों को खो दिया है।
मंत्रालय ने कहा कि अवदीवका के पूर्ण नियंत्रण ने रूसी सैनिकों को डोनेट्स्क से अग्रिम पंक्ति को पीछे धकेलने की अनुमति दी, इससे सेना को यूक्रेनी हमलों से काफी हद तक सुरक्षा मिली।
यूक्रेनी सशस्त्र बल के कमांडर-इन-चीफ ऑलेक्ज़ेंडर सिर्स्की ने शनिवार को कहा कि देश ने अवदीवका शहर से सैनिकों की वापसी का आदेश दिया है।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में, सिर्स्की ने कहा, "घेराबंदी से बचने और सैनिकों के जीवन और स्वास्थ्य की रक्षा के लिए, मैंने अपनी इकाइयों को शहर से वापस करने का फैसला किया।"
(आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 18 फरवरी। पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने एक शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी की ओर से लगाए गए उन आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की है जिनमें कहा गया था कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के साथ रावलपिंडी में चुनाव में न्यायपालिका और निर्वाचन आयोग की शह पर धांधली की गई।
रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त लियाकत अली चट्ठा ने शनिवार को आरोप लगाया कि शहर में जो उम्मीदवार चुनाव हार रहे थे, उन्हें जिताया गया। उन्होंने दावा किया कि रावलपिंडी में 13 उम्मीदवारों को जबरदस्ती विजेता घोषित किया गया।
उनका यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी ने आठ फरवरी को हुए आम चुनाव में धांधली और पार्टी को मिले जनादेश को छीने जाने के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।
समाचारपत्र ‘डान’ में प्रकाशित एक खबर में रावलपिंडी के पूर्व आयुक्त ने कहा,‘‘ मैं इस गड़बड़ी की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और बता रहा हूं कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त और मुख्य न्यायाधीश इसमें पूरी तरह से शामिल हैं।’’
चट्ठा ने चुनाव परिणामों में हेर-फेर की ‘‘जिम्मेदारी’’ लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था।
पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने चट्ठा द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ लगाए गए आरोपों को दृढ़ता से खारिज कर दिया है।
ईसीपी ने आरोपों पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन बैठक की और आरोपों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। मुख्य चुनाव आयुक्त सिकंदर सुल्तान रजा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
उधर, रावलपिंडी के नवनियुक्त आयुक्त सैफ अनवर जप्पा ने आम चुनाव में अनियमितताओं के संबंध में पूर्व आयुक्त द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव में आयुक्त की भूमिका केवल समन्वय के लिए थी। (भाषा)
थाईलैंड के पूर्व प्रधामंत्री थकसिन शिनवात्रा को पैरोल पर रिहा कर दिया गया है. रिहा होने के बाद वो बैंकॉक स्थित अपने घर पहुंच गए.
शिनवात्रा भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के दोषी पाए जाने के बाद एक साल की सजा दी गई थी. इस समय वो जेल अस्पताल में भर्ती थे, जहां से उन्हें रिहा किया गया. लेकिन स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों की शिकायत के बाद उन्हें एक दिन भी जेल में बंद नहीं रहना पड़ा.
74 साल के अरबपति शिनवात्रा को पिछले साल अगस्त में 15 साल के आत्म निर्वासन से वापस थाईलैंड लौटते ही हिरासत में ले लिया गया था. आत्म निर्वासन से वापस लौट आने के कुछ ही दिन बाद थाईलैंड के किंग ने उन्हें दी गई आठ साल की सज़ा घटा कर एक साल कर दी थी.
हालांकि उन्हें मिली इस छूट का खासी आलोचना हुई थी. थाईलैंड के लोगों के कहना था कि देश में धनी और सुविधा संपन्न लोगों को छूट दी जा रही है. (bbc.com/hindi)