खेल
नई दिल्ली, 5 जुलाई। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली एक तरफ जहां अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए विख्यात हैं तो वहीं फिटनेस को लेकर भी काफी सुर्खियां बटोरते हैं। अभी हाल ही में कोहली ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें वो वर्क आउट करते हुए नजर आए। कोहली ने वीडियो शेयर कर लिखा कि यदि उन्हें रोज एक व्यायाम करने का विकल्प चुनना होगा तो यही होगा। इस वीडियो को लोगों ने खूब पसंद भी किया था। वहीं, कोहली के वर्कआउट वाले वीडियो के साथ हार्दिक पंड्या ने भी सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो मुश्किल भरा पुश-अप मारते हुए नजर आ रहे थे। हार्दिक ने वीडियो शेयर कर अपने कप्तान कोहली को चैलेंज दिया। हार्दिक जिस तरह से मुश्किल पुश-अप कर रहे हैं उसे सुपरमैन पुश-अप बताया जा रहा है। कोहली भी हार्दिक के पुश-अप वाले वीडियो को देखकर कमेंट किए बिना नहीं रह पाए हैं। उन्होंने हार्दिक के वीडियो पर कमेंट किया और लिखा, हाहा...टॉप वर्क एच (॥)। कोहली के साथ-साथ उनकी वाइफ नताशा ने भी कमेंट किए और लिखा, माई बेबू द बेस्ट लिखा है।
गौरतलब है कि हाल के समय में विराट ने अपनी फिटनेस से हर किसी को हैरान किया है। ऐसे में बाकी खिलाड़ी भी विराट की ही तरह खुद को फिट रखने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। भारतीय टीम के ज्यादातर खिलाड़ी इस समय काफी फिट हैं। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 5 जुलाई। बायर्न म्यूनिख ने बायर लीवरकुसेन को 4-2 से हराकर जर्मन लीग के 20वें खिताब के साथ घरेलू खिताब का डबल पूरा किया। खिलाडिय़ों ने हालांकि घरेलू सत्र में लगातार दूसरे खिताब का जश्न खाली स्टेडियम में मनाया। यह पहली बार था जब कोरोना वायरस महामारी के कारण कप फाइनल का आयोजन खाली स्टेडियम में कराना पड़ा। पहले ही लगातार आठवां बुंदेसलीगा खिताब जीत चुके बायर्न की ओर से रॉबर्ट लेवानदोवस्की ने दो जबकि डेविड अलाबा और सर्ज ग्नेब्री ने एक-एक गोल दागा। लेवानदोवस्की ने इसके साथ ही इस सत्र में गोल का अर्धशतक भी पूरा किया। बार्यन ने लगातार दूसरे साल लीग और कप खिताब का डबल पूरा किया है। टीम ने कुल 13वीं बार यह उपलब्धि हासिल की।
ग्रेनाडा ने वेलेंसिया को बराबरी पर रोका
वेलेंसिया को स्पेनिश फुटबॉल लीग ला लीगा में ग्रेनाडा ने 2-2 से बराबरी पर रोक दिया। इस ड्रॉ के साथ वेलेंसिया का लगातार तीन मैच में हार का क्रम टूट गया लेकिन टीम पिछले चार मैचों में जीत दर्ज करने में नाकाम रही है। कोरोना वायरस महामारी के निलंबन के बाद लीग के दोबारा शुरू होने पर वेलेंसिया की टीम सात मैचों में सिर्फ एक जीत दर्ज कर पाई है और अंक तालिका में नौवें स्थान पर चल रही है। वेलेंसिया पर अगले सत्र में यूरोपीय लीग से बाहर रहने का खतरा मंडरा रहा है। ग्रेनाडा को 86वें मिनट में फेडे विको ने फ्री किक पर गोल दागकर बराबरी दिलाई। ग्रेनाडा ने 61वें मिनट में कार्लोस फर्नांडिज के पेनल्टी किक पर दागे गोल से बढ़त बनाई लेकिन वेलेंसिया ने 63वें मिनट में मनु वालेजो और 68वें मिनट में गोंसालो गुएडेस के गोल की बदौलत स्कोर 2-1 कर दिया था।
रोस बर्कले के शानदार प्रदर्शन से चेल्सी ने रेलीगेशन का खतरा झेल रहे वैटफोर्ड को 3-0 से हराकर प्रीमियर लीग में चौथे स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली। इंग्लैंड के मिडफील्डर बर्कले ने 28वें मिनट में ओलिवर गिरोड के गोल में अहम भूमिका निभाई जिससे चेल्सी ने बढ़त बनाई। विलियन ने 43वें मिनट में पेनल्टी को गोल में बदलकर स्कोर 2-0 किया। बर्कले ने इसके बाद दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम में गोल दागकर चेल्सी की 3-0 से जीत सुनिश्चित की। इस जीत से चेल्सी की टीम चौथे स्थान पर मैनचेस्टर यूनाईटेड से दो अंक आगे जबकि लीसेस्टर से एक अंक पीछे है। प्रीमियर लीग में शीर्ष पांच में जगह बनाने वाली टीमें चैंपियन्स लीग के लिए क्वॉलिफाई करेंगी। वैटफोर्ड की टीम कोरोना वायरस के कारण निलंबन के बाद लीग दोबारा शुरू होने पर अब तक जीत दर्ज नहीं कर पाई है। टीम अंक तालिका के आधार पर निचली लीग में खिसकने वाली टीमों से सिर्फ एक अंक आगे है।
े साथ वोल्वरहैम्पटन की पहली बार चैंपियंस लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए क्वॉलिफाई करने की उम्मीदों को झटका लगा है। आर्सेनल की ओर से लगातार सुर्खियां बटोर रहे 18 साल के मिडफील्डर बुकायो साका ने 43वें मिनट में पहला गोल दागा जबकि स्थानापन्न खिलाड़ी एलेक्सांद्र लाकाजते ने 86वें मिनट में टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ। लीग दोबारा शुरू होने के बाद वोल्व्स की टीम ने पहली बार अंक गंवाए हैं। टीम ने इससे पहले लगातार तीन जीत दर्ज की थी। इस हार से चैंपियन्स लीग के लिए क्वालीफाई करने की वोल्वरहैम्पटन की उम्मीदों को झटका लगा है क्योंकि लीग में जगह बनाने की दौड़ में उसके प्रतिद्वंद्वियों लीसेस्टर और मैनचेस्टर यूनाईटेड दोनों ने शनिवार को जीत दर्ज की। प्रीमियर लीग में शीर्ष पांच में रहने वाली टीमें यूरोप की शीर्ष लीग (चैंपियन्स लीग) के लिए क्वालीफाई करेंगी। वोल्व्स की टीम अभी छठे स्थान पर है। (एजेंसी)
मिलान, 5 जुलाई । क्रिस्टियानो रोनाल्डो के फ्री किक पर दागे गोल की मदद से जुवेंट्स ने सिरी ए फुटबॉल टूर्नामेंट में टोरिनो को 4-1 से हराया। इस मैच के दौरान जियानल्युगी बुफोन ने सिरी ए में सर्वाधिक मैचों में उतरने का रिकॉर्ड भी बनाया। रोनाल्डो ने जुवेंट्स की ओर से तीसरा गोल दागा, जिससे मौजूदा लीग में उनके लीग गोलों की संख्या 25 हो गई।
वह लाजियो के काइरो इमोबाइल से चार गोल पीछे हैं जो शीर्ष पर चल रहे हैं। रोनाल्डो का जुवेंट्स की ओर से लगभग दो सत्र में फ्री किक पर यह पहला गोल है। उन्होंने अपने 43वें प्रयास में गोल दागा। यह रोनाल्डो का फ्री किक पर 46वां क्लब गोल है।
रोनाल्डो के अलावा जुवेंट्स की ओर से पाउलो डाइबाला और युआन कुआड्रेडो ने पहले हाफ में गोल दागे जबकि टोरिनो की ओर से एंड्रिया बेलोटी ने गोल किया। टोरिनो के डिफेंडर कोफी जिदजी ने दूसरे हाफ में आत्मघाती गोल भी दागा। जुवेंट्स ने इस जीत से अपने रिकॉर्ड में सुधार करने वाले लगातार 10वें खिताब की ओर मजबूत कदम बढ़ाए।
टीम ने दूसरे स्थान पर चल रहे लाजियो पर सात अंक की बढ़त बना ली है, जिसे एसी मिलान के खिलाफ 0-3 से हार का सामना करना पड़ा। जुवेंट्स के बुफोन का इटली की शीर्ष लीग में यह 648वां मैच था जिससे 42 साल के इस गोलकीपर ने एसी मिलान के पूर्व दिग्गज पाउलो मालदीनी को पीछे छोड़ दिया। मालदीनी ने 2009 में रिकॉर्ड बनाया था।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 5 जुलाई । घातक कोविड-19 महामारी को देखते हुए फुटबॉल दिल्ली ने वित्तीय बोझ को कम करने के उद्देश्य से खिलाडिय़ों के रजिस्ट्रेशन और क्लब एवं अकैडमी की मान्यता और लाइसेंस फीस माफ करने का फैसला किया है। इसकी अवधि 31 मार्च 2021 तक रहेगी। यह फैसला विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित फुटबॉल दिल्ली की वर्किंग कमिटी की बैठक में लिया गया।
फुटबॉल दिल्ली के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरण ने कहा, ‘कोरोना के चलते खिलाड़ी, रेफरी, दिल्ली के क्लब एवं फुटबॉल अकैडमी वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। इस कठिन समय में उनके साथ एकजुटता दिखाते हुए हम कम से कम इतना तो कर ही सकते हैं।’
इसके साथ ही कमिटी ने तीन अगस्त को दिल्ली फुटबॉल दिवस के मौके पर डिजिटल फुटबॉल सम्मेलन का आयोजन करने का फैसला लिया। कोरोना के कारण फिलहाल देश में खेल प्रतियोगिताओं पर ब्रेक लगा हुआ है। (नवभारत टाईम्स)
तोक्यो, 5 जुलाई। खतरनाक कोरोना वायरस महामारी के कारण चार महीने तक स्थगित रहने के बाद जापान की पेशेवर फुटबॉल लीग (जे-लीग) शनिवार को फिर से शुरू हुई। लीग के फिर से शुरू होने पर सभी 18 शीर्ष टीमों मैदान में उतरी, इस दौरान स्टेडियम में प्रशंसकों की गैरमौजूदगी में 9 मैच खेले गए। इस दौरान गत चैंपियन योकोहामा का सामना उरवा रेड्स से तोक्यो के बाहरी इलाके में स्थित साइतामा में हुआ।
जे-लीग के शीर्ष डिवीजन में केवल एक दौर के मैच के बाद फरवरी में स्थगित कर दिया गया था। जापान की लोकप्रिय प्रो-बेसबॉल लीग भी स्टेडियम में दर्शकों के बिना पिछले महीने फिर से शुरू हुई थी।
उम्मीद जताई जा रही की इस महीने के आखिर में प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की अनुमति मिल सकती है। यह हालांकि कोविड-19 के मामलों पर निर्भर करेगा जो हाल के दिनों में तोक्यो में बढ़े हैं। जापान में कोरोना वायरस से मरने वालों का संख्या 1000 से कम है। (एजेंसियां)
नई दिल्ली, 5 जुलाई । टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट लेना एक बड़ा मुकाम माना जाता है। अगर आप रिकॉर्ड बुक को खंघालेंगे तो पाएंगे कि सिर्फ 6 गेंदबाजों ने इस उपलब्धि का हासिल किया है। मुथैया मुरलीधरन ने 800, शेन वॉर्न ने 708, अनिल कुंबले ने 619, जेम्स एंडरसन ने 584, ग्लेन मैक्ग्रा ने 563 और कर्टनी वॉल्स 519 विकेट हासिल किए हैं। टेस्ट में 500 विकेट सबसे पहले वेस्टइंडीज के कर्टनी वॉल्स ने लिया था।
आईसीसी ने ट्वीट करते हुए ये याद दिलाने की कोशिश की है कि स्टुअर्ट ब्रॉड भी जल्द 500 विकेट के क्लब में शामिल हो सकते हैं, वो इस मंजिल को पाने के लिए 15 विकेट की जरूरत है। इस तरह वो इंग्लैंड के दूसरे और दुनिया के छठे गेंदबाज बन जाएंगे जिन्होंने ये मुकाम हासिल किया हो। 8 जुलाई को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला जाएगा। साउथम्पटन में स्टुअर्ट ब्रॉड के पास मौका होगा कि वो 500 विकेट के और करीब पहुंच जाएं।
स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत दिसंबर 2007 में श्रीलंका के खिलाफ की थी। वो अब तक इंग्लैंड की तरफ से 138 टेस्ट में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं। वो 17 बार एक एक पारी में 5 विकेट ले चुके हैं। इसके अलावा 2 बार टेस्ट मैच में 10 विकेट ले चुके हैं। उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 8/15 है। टेस्ट में 500 विकेट लेना आसान नहीं है, इसके लिए लगातार कड़ी मेहनत और चोट रहित करियर की जरूरत पड़ती है। स्टुअर्ट ब्रॉड ने हर मुश्किलों को पार करते हुए अपने करियर में कई ऊंचाइयों को छुआ है।(जी न्यूज)
नई दिल्ली, 4 जून। हर कोई जानता है कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर टेनिस खेल के कितने बड़े फैन हैं साथ ही दिग्गज टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर को भी सचिन काफी पसंद करते हैं। सचिन अक्सर इंग्लैंड या फ्रांस जाकर टेनिस मैच का लुत्फ उठाते नजर आए हैं। साथ ही वो गर्मियों की छुट्टियों में ऑल इंग्लैंड टेनिस क्लब में टेनिस का प्रतिष्ठित टूर्नामेंट विम्बलडन देखना नहीं मिस करते हैं। शुक्रवार शाम सचिन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जहां वो टेनिस गेंद को स्मैश करते नजर आ रहे हैं।
इस वीडियो के साथ सचिन तेंदुलकर ने महान रोजर फेडरर से एक सलाह भी मांगी है। सचिन ने कैप्शन में लिखा कि, हे रोजर फेडरर...मेरे फोरहैड के लिए कोई टिप्स। सचिन के इस वीडियो के बाद यह देखना काफी रोचक होगा कि फेडरर इसपर क्या रिएक्ट करते हैं। कुछ समय पहले रोजर फेडरर ने क्रिकेट को लेकर सचिन तेंदुलकर से सलाह मांगी थी। यह सब दिखाता है कि दोनों खिलाड़ी कितने अच्छे दोस्त हैं।
सचिन तेंदुलकर को दुनिया के महान क्रिकेटरों में से एक माना जाता है वहीं फेडरर भी दुनिया के महान टेनिस खिलाडिय़ों में से एक हैं। सचिन कई बार फेडरर की तारीफ कर चुके हैं। एक बार सचिन ने उनके बारे में कहा था कि वो फेडरर के खेल को पिछले दस साल से देख रहे हैं। वो काफी सभ्य और जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। इस समय लॉकडाउन की वजह से अधिकतर खेल गतिविधियों पर विराम लगा हुआ है। ऐसे में सभी खिलाड़ी अपने आप को बिजी और फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं। (लाइव हिन्दुस्तान)
नई दिल्ली, 4 जुलाई। चीन के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लिन डैन ने संन्यास की घोषणा कर दी है। लिन डैन ने सोशल मीडिया के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की। दो बार ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन लिन डैन का 20 साल लंबा शानदार करियर इस तरह से खत्म हुआ। 36 वर्षीय इस बैडमिंटन खिलाड़ी ने 2000 से खेलना शुरू किया था। लिन डैन ने 2008 और 2012 ओलंपिक गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।
चीन के ट्विटर जैसे सोशल मीडिया वीबो पर लिन डैन ने लिखा, 2000 से 2020, 20 साल बाद, मुझे अपनी राष्ट्रीय टीम को अलविदा कहना पड़ रहा है। इस बारे में बात करना बहुत मुश्किल है। चीनी बैडमिंटन असोसिएशन के मुताबिक लिन डैन ने कुछ दिन पहले फॉर्मल रिटायरमेंट अप्लीकेशन जमा कर दी थी।
लिन डैन ने 2006, 2007, 2009, 2011 और 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2005, 2006 में उन्होंने वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। 2019 में लिन डैन ने अपने करियर का दूसरा मलेशिया ओपन खिताब जीता था। (लाइव हिन्दुस्तान)
जयपुर, 4 जुलाई । राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) द्वारा जयपुर में प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम दुनिया का तीसरा और देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम होगा। आरसीए के सचिव महेंद्र शर्मा ने आज बताया कि इसकी क्षमता 75 हजार दर्शकों की होगी जो गुजरात के मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम और ऑस्ट्रेलिया के मेलबोर्न क्रिकेट स्टेडियम के बाद तीसरा सर्वाधिक है। स्टेडियम का दो चरणों में निर्माण किया जाएगा। पहले चरण में 45 हजार दर्शकों की क्षमता होगी जबकि दूसरे चरण में इसकी क्षमता बढ़ाकर 75 हजार दर्शकों की की जाएगी। उन्होंने बताया कि यह स्टेडियम 100 एकड़ जमीन में निर्मित किया जाएगा, जिसमें बहुउद्देशीय प्रशिक्षण अकादमी, इंडोर खेलों की सुविधाओं से युक्त आधुनिक क्लब हाऊस, चार हजार कारों के लिए पार्किंग और पब्लिक ट्रांस्पोर्ट के लिए विशेष स्थान का निर्माण किया जाएगा। शर्मा ने बताया कि स्टेडियम के पूरब और पश्चिम में जनता की सुविधा के लिए रेस्टोरेंट सहित अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। शर्मा ने बताया कि स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर के दो मैदान भी होंगे जिनमें 30 प्रैक्टिस नेट होंगे। इसके अलावा मीडिया के लिए अत्याधुनिक 250 सीटों की क्षमता का प्रेस कांफ्रेंस कक्ष होगा।
शर्मा ने बताया कि इस सम्बन्ध में इंदौर की मेहता ऐंड एसोसिएट और दिल्ली की स्पोर्ट्स डिजाईन कंसल्टेंट फर्म द्वारा स्टेडियम के निर्माण की पूर्ण जानकारी आज राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष एवं आरसीए के मुख्य संरक्षक डा़ सी पी जोशी और आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत को विस्तृत रूप से दी गई। उन्होंने बताया कि इस विश्व स्तरीय ग्रीन क्रिकेट स्टेडियम में मुख्य रूप से अत्याधुनिक ग्रैंड पैवेलियन स्टैंड्स , कॉपोर्रेट बॉक्सेस, विश्वस्तरीय खेल मैदान, स्टेडियम में आने वाले सभी खिलाडियों, दर्शकों सहित सभी विशिष्ट खेल प्रेमियों के लिए उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
शर्मा ने बताया कि इससे पहले आज आरसीए अकादमी पर आरसीए अध्यक्ष वैभव गहलोत की अध्यक्षता में राजस्थान क्रिकेट संघ कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से जयपुर में राजस्थान क्रिकेट संघ के स्वयं के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण, आरसीए की घरेलू क्रिकेट प्रतियोगिताओं के आयोजन, चयन समिति के गठन के लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरु करने, राज्य की विभिन्न आयु वर्ग की टीमों के कोच एवं स्पोर्ट स्टाफ की नियुक्ति की नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करने सहित अन्य कार्यों पर सहमति प्रदान की गई।(एजेंसी)
दुबई, 4 जून । इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने कहा है कि वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल पर संदेह करने का कोई कारण नहीं है जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराया था। आईसीसी ने कहा कि इस मैच से ऐसा कोई सबूत नहीं मिलता जिसकी जांच की जाए। श्रीलंका पुलिस के विशेष जांच विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में जांच बंद कर दी जिसके बाद विश्व क्रिकेट संस्था का बयान आया है।
श्रीलंका के पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगामगे ने आरोप लगाया था कि श्रीलंका में कुछ पक्षों ने फाइनल को फिक्स किया था जिसके बाद श्रीलंका पुलिस ने जांच की थी। पुलिस ने कहा कि उसे अलुथगामगे के निराधार दावों के पक्ष में कोई सबूत नहीं मिले।
आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने बयान में कहा, ‘हमारे पास पुरुष वर्ल्ड कप फाइनल 2011 पर संदेह करने के लिए कोई कारण नहीं है। आईसीसी इंटीग्रिटी यूनिट ने वर्ल्ड कप फाइनल-2011 को लेकर हाल के आरोपों पर गौर किया है। इस समय हमारे सामने दावे के समर्थन में ऐसा कोई सबूत पेश नहीं किया गया जिससे लगे कि भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के तहत जांच शुरू करनी चाहिए।’
पूर्व श्रीलंकाई मंत्री के इस दावे को भी मार्शल ने बकवास करार दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि आईसीसी को फिक्सिंग के आरोपों से संबंधित पत्र भेजा गया था। मार्शल ने कहा, ‘श्रीलंका के तत्कालीन खेल मंत्री द्वारा इस संबंध में आईसीसी को पत्र भेजने का कोई रेकॉर्ड नहीं है और उस समय आईसीसी में कार्यरत वरिष्ठ कर्मचारियों ने भी पुष्टि की उन्हें ऐसा कोई पत्र प्राप्त करने की याद नहीं है जिसके कारण जांच हुई होगी।’(भाषा)
नई दिल्ली, 4 जुलाई। खेल मंत्री किरेन रीजिजू ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार 2028 तक ओलंपिक चैंपियन तैयार करने के उद्देश्य से जल्द ही देश में जूनियर एथलीटों के लिए लक्ष्य ओलंपिक पोडियम कार्यक्रम (टॉप्स) शुरू करेगी। रीजिजू ने फिट है तो हिट है फिट इंडिया वेबिनार के दौरान इस बारे में घोषणा की। इस वेबिनार में मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल, ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने भी भाग लिया। खेल मंत्री ने कहा कि यह हर भारतीय का सपना है और मैं इसे हकीकत में बदलना चाहता हूं। ओलंपिक सबसे बड़ा खेल आयोजन है और जब पदक तालिका में भारत का नाम नहीं होता है तो काफी दुख होता है।
उन्होंने कहा कि हमने अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की है, हमने बड़ा आधार बनाया है। फिलहाल टॉप्स की योजना ओलंपिक में पदक की संभावना वाले सीनियर एथलीटों के लिए है, लेकिन हम जल्द ही जूनियर खिलाडिय़ों के लिए भी टॉप्स योजना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए 10 से 12 साल की प्रतिभा की पहचान कर उन्हें अपनाएगी। उन्होंने कहा कि हम उनकी हर जरूरत का ख्याल रखेंगे और 2028 ओलंपिक तक उन्हें पदक की संभावनाओं के रूप में तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर हम क्षमता पहचान सकते है तो सरकार उन्हें संवारने में पूरा ध्यान रखेगी, ताकि वे 2024 पेरिस और 2028 लॉस एंजिल्स के लिए तैयार हो सके। अगर सरकार उन्हें अपने संरक्षण में रखेगी तो उनके माता-पिता को भी कोई चिंता नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गठित ओलंपिक कार्य समिति की सिफारिशें आ गई हैं और सरकार उसके कार्यान्वयन की प्रक्रिया में है। खेल मंत्री ने कहा, मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि भारत 2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक की तालिका में शीर्ष 10 में होगा। उन्होंने कहा कि जब मैं खेल मंत्री बना था तो मैंने 2028 ओलंपिक में पदक तालिका में शीर्ष 10 में जगह बनाना लक्ष्य रखा था। मैं पूरे यकीन के साथ कह रहा हूं कि इसे हासिल किया जा सकता है। इस वेबिनार में रीजिजू ने भारत के फिट होने पर जोर दिया और कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए बहुत बड़ा योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि फिट इंडिया मूवमेंट सही मायनों में लोगों का अंदोलन बन गया है। इसका अंतिम मकसद भारत को फिट बनाना है। उन्होंने कहा कि यह सही तरीके से आगे बढ़ रहा है और 29 अगस्त को एक साल पूरा हो जाएगा। हमने इन एक वर्षों में काफी कुछ हासिल किया है। (एजेंसी)
कोलंबो, 3 जुलाई । श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने गुरुवार को विशेष जांच समिति को 10 घंटे तक बयान दर्ज कराए। देश के पूर्व खेल मंत्री के इन आरोपों की जांच कर रही है कि भारत के खिलाफ टीम का 2011 वल्र्ड कप फाइनल ‘कुछ पक्षों’ ने फिक्स किया था। पूर्व खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगमगे ने आरोप लगाए थे कि दो अप्रैल 2011 को खेला गया फाइनल फिक्स था।
उन्होंने हालांकि इसके संदर्भ में कोई ठोस सबूत नहीं दिए। इसके बाद श्रीलंका के खेल मंत्रालय ने जांच शुरू की। ‘न्यूजवायर एलके’ के अनुसार विश्व कप 2011 फाइनल में श्रीलंका की कप्तानी करने वाले संगकारा ने 10 घंटे से अधिक समय तक अपना बयान दर्ज कराया। हालांकि उन्होंने क्या बयान दिया इसकी जानकारी नहीं मिली है। दूसरी तरफ, बताया जाता है कि इससे फैंस नाराज हुए और विरोध प्रदर्शन किया।
वेबसाइट के अनुसार, ‘श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा ने खेल मंत्रालय के विशेष पुलिस जांच विभाग में लगभग 10 घंटे तक बयान दर्ज कराए।’ वेबसाइट के अनुसार इस दौरान युवाओं की पार्टी समागी थारुना बालावेगाया के सदस्य श्रीलंका क्रिकेट के कार्यालय के बाहर पोस्टर लेकर एकत्रित हुए और आरोप लगाने लगे कि इस दिग्गज क्रिकेटर को अधिकारी प्रताडि़त कर रहे हैं।(आजतक)
हैदराबाद, 3 जुलाई । क्रिकेट में हमशक्ल होना नई बात नहीं है। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के हमशक्ल प्रिंस ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं। अब तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का हमशक्ल राज मिश्रा का भी पता चल गया है, जो हैदराबाद में है। मिश्रा को कई बार लोग गलती से बुमराह समझ चुके हैं। मिश्रा तेलंगाना का राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। ऐसे कई मौके हैं, जब लोगों ने मिश्रा को घूरकर देखा और गलती से बुमराह समझ बैठे। मगर सच्चाई जानने के बाद उन्होंने मिश्रा से माफी मांगी।
मिश्रा के हवाले से तेलंगाना टुडे ने कहा, कई बार लोग मुझे घूरकर देख चुके हैं और कई बार मुझे बुमराह बुलाया गया। फिर उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ तो माफी मांगी। 2019 नेशनल्स में मैं पांचवें स्थान पर आया और इस साल मेरा नेशनल्स पर ध्यान था। मगर कोरोना वायरस महामारी ने मेरी योजनाओं पर पानी फेर दिया। इस समय दुनियाभर के खिलाड़ी संघर्ष के दौर से गुजर रहे हैं। मिश्रा के लिए भी यह आसान नहीं था। वह सिकंदराबाद कैंटोनमेंट के ईएमई सेंटर में अभ्यास कर रहे हैं। मिश्रा हैदराबाद के पूर्व विकेटकीपर योराज सिंग के साथ काम कर रहे हैं। मिश्रा ने कहा, कोविड-19 संकट में समय बड़ा मुश्किल है। मगर मैंने कभी अपनी ट्रेनिंग मिस नहीं की।
2019 विश्व कप में भारत के लिए बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले बुमराह ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने हैट्रिक ली और हरभजन सिंह व इरफान पठान के बाद ये कमाल करने वाले तीसरे भारतीय गेंदबाज बने। मगर इसके बाद गुजरात के तेज गेंदबाज को पीठ के निचले हिस्से में चोट लगी, जिसकी वजह से वो लंबे समय तक क्रिकेट एक्शन से दूर रहे।
बुमराह ने श्रीलंका के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल सीरीज में वापसी की और विकेट जरूर चटकाए। मगर उनमें वो धार नजर नहीं आई, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में एक भी विकेट नहीं चटकाया। इसके चलते आईसीसी वनडे रैंकिंग में बुमराह टॉप स्थान से खिसक गए। ट्रेंट बोल्ट अब नंबर-1 वनडे गेंदबाज हैं।
बुमराह को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्व करना था। हालांकि, कोरोना वायरस महामारी के कारण टूर्नामेंट अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दिया गया। बुमराह इस समय अपने परिवार के साथ खुशनुमा समय बिता रहे हैं।(टाईम्स नाउ)
मुंबई, 3 जुलाई । लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने इंडोर 4,000 किलोमीटर पैडल चलाकर वर्चुअल मंच पर आयोजित हुई रेस एक्रोस अमेरिका (आरएएएम) अपने नाम की। साइकिलिंग में आरएएएम को मुश्किल रेस में से एक समझा जाता है। कोरोना वायरस के कारण इस साल आयोजकों ने इसे वर्चुअली कराने का फैसला किया है जिसमें पूरी दुनिया के साइकिल सवारों ने इंडोर ट्रेनर में प्रतिस्पर्धा की।
जहां टूर डि फ्रांस चरणों में आयोजित होती है तो वहीं आरएएएम में साइक्लिस्ट को सोने के समय को भी त्यागकर निर्धारित समय में रेस पूरी करनी होती है। अमेरिका में होनी वाली रेस में यह कई जगहों पर होती है, जिसमें रेगिस्तान की गर्मी, पहाड़ी दर्रों की सर्दी और तेज हवाओं में साइकिल चलानी होती है।
वर्चुअल रेस में यह सब नहीं था, लेकिन अन्य चुनौतियां शामिल थीं, जिसमें इंडोर में काफी लंबे समय तक साइकिल चलाने के अनुभव की कमी होना भी कई प्रतिस्पर्धियों के लिये मुश्किल रहा। कर्नल पन्नू ने रविवार की शाम को 12 दिन के बाद यह रेस पूरी की और अब वह सामान्य लोगों की तरह अपनी नींद लेना चाहते हैं।
पुणे से बेंगलुरू में अपने सेना विमानन विंग बेस पर लौटते हुए उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, आउटडोर में, आप सीट से उतरकर अपने शरीर को मोड़ लेते हो। लेकिन इंडोर में इस तरह की कोई सुविधा मौजूद नहीं थी, क्योंकि साइकिल फ्रेम स्टैंड पर चिपका हुआ है।(एजेंसी)
विएना, 3 जुलाई । कोरोना महामारी के कारण रुके पड़े फॉर्मूला वन सत्र की शुरुआत शुक्रवार को ऑस्ट्रिया के रेड बुल सर्किट में सत्र की पहली रेस के साथ होने जा रही है। पहली रेस में ही नस्लवाद का मुद्दा छाया रहेगा।
छह बार के विश्व चैंपियन लुइस हैमिल्टन इस समय एक वैश्विक मुद्दा बन चुके नस्लवाद पर आवाज बुलंद करते हुए सामने आये हैं और वह इस सत्र में काली ड्रेस और काली मर्सिडीस कार में रेस करेंगे, जिस पर लिखा होगा नस्लवाद बंद करो।
छह बार के विश्व चैंपियन ब्रिटेन के हैमिल्टन इस सत्र में माइकल शूमाकर के सात खिताबों के रिकॉर्ड की बराबरी करने के इरादे से उतरेंगे लेकिन उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वह नस्लवाद के पूरी तरह खिलाफ हैं और जब वह नस्लवाद पर खेल की चुप्पी की आलोचना करते हैं तो वह फॉर्मूला वन में अपने प्रतिद्वंद्वियों को निशाना नहीं बनाते हैं। उन्होंने कहा कि वह ब्लैक लाइव्स मैटर और जातीय समानता का समर्थन करते हैं। हैमिल्टन फॉर्मूला वन में एकमात्र अश्वेत ड्राइवर हैं।
दरअसल, अमेरिका के मिनेपॉलिस शहर में अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की 25 मई को पुलिस हिरासत में मौत के बाद से ही दुनियाभर में नस्लवाद के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। वेस्टइंडीज की क्रिकेट टीम भी नस्लवाद के खिलाफ अभियान को समर्थन देने के लिए जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में ब्लैक लाइव्स मैटर लोगो वाली टी-शर्ट पहनेगी।
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के दिग्गज खिलाड़ी क्रिस गेल और डेरेन सैमी ने पिछले महीने के शुरू में कहा था कि उन्हें भी अपने करियर में नस्लभेद का सामना करना पड़ा था। दोनों खिलाडिय़ों ने नस्लवाद के खिलाफ दुनिया भर में ब्लैक लाइव्स मैटर नाम से चल रहे अभियान को अपना समर्थन दिया है।(एजेंसी)
मुंबई, 3 जुलाई। इंडियन प्रीमियर लीग 2013 में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में कथित रूप से शामिल होने के लिए आजीवन प्रतिबंध झेल रहे अंकित चव्हाण ने बीसीसीआई और मुंबई क्रिकेट संघ (एमसीए) को पत्र लिखकर इसे घटाकर सात साल करने का अनुरोध किया। बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति ने 2013 में राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाडिय़ों पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत , चव्हाण और अजीत चंदिला को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग करने का दोषी पाया था और उन्हें आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था, मगर 2015 में दिल्ली में एक ट्रायल कोर्ट ने इन तीनों के खिलाफ सभी आरोप हटा दिए और पिछले साल बीसीसीआई लोकपाल डीके जैन ने श्रीसंत का आजीवन प्रतिबंध घटाकर सात साल कर दिया।
अब श्रीसंत के लिए प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी का मौका है और 34 साल के चव्हाण ने भी बीसीसीआई और अपनी राज्य संस्था एमसीए को ईमेल भेजा है। इसमें चव्हाण ने अपने प्रतिबंध को घटाकर सात साल करने का अनुरोध किया है ताकि वह जल्द से जल्द क्रिकेट के मैदान पर वापसी कर सकें।
चव्हाण ने कहा कि मैं बीसीसीआई से इसी आधार पर अनुरोध करता हूं कि अगर श्रीसंत के प्रतिबंध पर दोबारा विचार किया जा सकता है तो कृपया मेरे प्रतिबंध पर भी दोबारा विचार कीजिए। उन्होंने लिखा कि मुझे बीसीसीआई से कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए मुझे अपनी राज्य संस्था को लिखना पड़ा जो एमसीए है। इसलिये मैंने इसी आधार पर लिखा है। मैं संघ से मेरे मामले को बीसीसीआई के समक्ष पेश करने का अनुरोध करता हूं ताकि मेरे प्रतिबंध पर दोबारा विचार किया जा सके।
भारत के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत अगामी रणजी सीजन में केरल की ओर से खेलते दिख सकते हैं। खबरों के मुताबिक केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने इस बात का फैसला किया है कि अगर श्रीसंत अपनी फिटनेस साबित करते हैं तो रणजी टीम के लिए चुना जा सकता है। श्रीसंत साल 2013 में आईपीएल में हुई फिक्सिंग के बाद लगे बैन के कारण सात साल से क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। (भाषा)
नई दिल्ली, 2 जुलाई । तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का जीवन उस वक्त पूरी तरह से बदल गया था, जब साल 2013 में उन्हें आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में गिरफ्तार किया गया था। श्रीसंत को दिल्ली पुलिस उस वक्त पकड़ कर ले गई थी, जब वो टीम के साथ पार्टी कर रहे थे। उस घटना को श्रीसंत ने बुधवार को याद किया और बताया कि कैसे उन्हें पुलिस आतंकवादियों के वार्ड में ले गई और रोजाना उन्हें 16-17 घंटे टॉर्चर किया गया।
क्रिकेट वेबसाइट क्रिकट्रैकर के साथ वीडियो लाइव के दौरान श्रीसंत ने बताया कि उनसे दिल्ली पुलिस रोजाना 16-17 घंटे पूछताछ करती थी और उन्हें उनके परिवार से भी मिलने नहीं दिया गया, जो कि उनके लिए टॉर्चर से कम नहीं था। श्रीसंत ने कहा, अगर तुम मेरी जान लोगे तो इसमें बस कुछ सेकेंड लगेंगे। उस दिन मैच पार्टी चल रही थी और मुझे आतंकियों के वार्ड में ले जाया गया। मुझे लगा जैसे कि मुझे बकरा बनाया गया हो।
श्रीसंत ने आगे कहा, मुझसे 12 दिनों तक 16 से 17 घंटे पूछताछ हुई, मैं उस समय अपने परिवार के बारे में सोचता था। कुछ दिन बाद मेरा भाई मुझसे मिलने आया और फिर मुझे पता चला कि मेरा परिवार सही है। उस मुश्किल वक्त में मेरे परिवार ने मेरा साथ दिया। श्रीसंत ने कहा कि वो भाग्यशाली हैं कि उनकी जेल जाते और जेल से बाहर आते किसी ने फोटो नहीं खींची। श्रीसंत ने कहा कि उनके बच्चों को कम से कम ऐसी फोटो देखनी नहीं पड़ेंगी।
एस श्रीसंत ने बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को एक बड़ा झटका बताया। उन्होंने कहा कि वो सुशांत की मौत की खबर सुनकर हैरान रह गए। श्रीसंत ने कहा, मैं उस वक्त ट्रेनिंग कर रहा था और मेरी पत्नी ने मुझे मैसेज भेजा। उस वक्त तो मैंने मैसेज नहीं देखा लेकिन जब मैं अपनी कार में था तो मैंने अपनी पत्नी का वॉयस मेल सुना। मुझे सुनकर लगा कि वो मजाक कर रही है लेकिन फिर जब मैंने और जगह खबरें और तस्वीरें देखी तो मुझे बहुत निराशा हुई।
बता दें श्रीसंत ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया था कि वो भी आत्महत्या के बारे में सोचने लगे थे। श्रीसंत ने कहा, मुझे यह कहने में बिल्कुल भी शर्म नहीं है कि मेरी जिंदगी में भी एक समय ऐसा आया था, जब आत्महत्या का विचार आया, मगर मैंने मेरी जिंदगी की सकारात्मक चीजों की तरफ देखा। मैं इसे डार्क फेस नहीं कहूंगा, मगर यह तिहाड़ जेल में रहने से भी बदतर था। एक ऐसा भी समय आया था जब मुझे लाइट बंद करने में भी डर लगता था।(न्यूज18)
नई दिल्ली, 2 जुलाई । ऑस्ट्रेलिया के पूर्व मध्यक्रम बल्लेबाज माइकल हसी ने हाल ही में महेंद्र सिंह धोनी को लेकर अपनी इच्छा जाहिर की है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि धोनी अगले 10 साल और क्रिकेट खेलना जारी रखें। चेन्नै सुपर किंग्स के पूर्व खिलाड़ी ने धोनी और कोच स्टीफन फ्लेमिंग के बीच मजबूत संबंधों की भी तारीफ की।
माइकल हसी ने क्रिकेट से जुड़े कई पहलुओं पर अपनी राय जाहिर की। इसमें चेन्नै सुपर किंग्स के अलावा इस साल के अंत में प्रस्तावित भारत और ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट सीरीज भी शामिल थी।
हसी ने सोनी टेन पिट स्पॉट कार्यक्रम के दौरान कहा, वे दोनों एक दूसरे को कॉम्पलीमेंट करते हैं। उन दोनों के बीच बहुत अच्छा रिश्ता है। दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। और दोनों को खेल की गहरी समझ है। दोनों बहुत स्मार्ट हैं और साथ में बहुत अच्छा काम करते हैं।
मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशूहर हसी ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वह हमेशा अपने खिलाडिय़ों का समर्थन करते हैं। इसके साथ ही टीम के भले के लिए कई बार अचानक हैरान करने वाले फैसले कर लेते हैं।
भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने कहा कि वह भी पूर्व भारतीय कप्तान और सीनियर विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी की तरह सोच रखते हैं। भुवी ने बताया कि धोनी का फोकस हमेशा प्रोसेस को सही रखने पर होता है और वह रिजल्ट की परवाह नहीं करते। भुवी ने कहा कि उनकी सोच भी ऐसी ही है और इससे हमेशा उन्हें फायदा हुआ है।
चेन्नै सुपर किंग्स के बल्लेबाजी कोच हसी ने कहा, 'कप्तान के तौर पर मुझे महेंद्र सिंह धोनी बहुत पसंद हैं। वह अपने खिलाडिय़ों को काफी सपॉर्ट करते हैं और उन पर भरोसा करते हैं। बेशक, मैदान में तकनीकी पक्ष का भी वह चतुराई से इस्तेमाल करते है। कई बार वह ऐसे फैसले लेते हैं कि आपको समझ ही नहीं आता लेकिन बाद में आपको हैरानी होती है कि आखिर कैसे यह टीम के लिए पक्ष में गया।
उन्होंने उम्मीद जताई कि धोनी एक दशक तक खेलें, लेकिन बाद में व्यावहारिक होते हुए उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि धोनी जितना हो सके उतने लंबे समय तक खेलें। उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि वह अगले 10 साल तक खेलें। मुझे नहीं लगता कि ऐसा हो पाएगा तो उम्मीद करते हैं कि वह जितना हो सके उतने लंबे समय तक खेलें।(नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 2 जुलाई । उभरते हुए भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने कोविड-19 महामारी के दौरान अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीत लिया है। इसी के साथ वह इस महामारी के बीच कोई इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्होंने जर्मनी में पीएसडी बैंक नार्ड ओपन क्ले कोर्ट टूर्नामेंट के फाइनल में दूसरे वरीय मेजबान खिलाड़ी डेनियल मसूर को 6-1, 6-3 से हरा दिया।
सुमित नागल वर्तमान में 127 नंबर के साथ पर भारत के सर्वोच्च रैंक वाले एकल खिलाड़ी हैं। इस टूर्नामेंट को जीतने के बाद उन्होंने ईएसपीएन से कहा, चार महीने बाद कोर्ट पर वापसी करना काफी अच्छा लगा। इस समय टूर्नामेंट में खेलना शानदार भी है और वास्तविकता से परे भी। यह एक छोट सा और अच्छा टूर्नामेंट था। इस टूर्नामेंट में 60 खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया। यह मेरे ट्रेनिंग सेंटर से दूर भी नहीं था। इसलिए मुझे लगा कि, क्यों ना कुछ मैच खेल लिए जाएं।
नागल ने आखिरी बार मार्च के शुरू में डेविस कप के दौरान क्रोएशिया के मारिन सिलिक के खिलाफ प्रतिस्पर्धी मैच खेला था। भारतीय खिलाड़ी ने कहा कि इस टूर्नामेंट का अनुभव पूर्व में खेले गए किसी भी मैच से बहुत अलग था। खिलाडिय़ों को तापमान की जांच से गुजरना पड़ा और कोर्ट में आने से पहले उन्हें अपने हाथों को अच्छे से साफ करना पड़ा। बेहद छोटा टूर्नामेंट होने की वजह से केवल कुछ खिलाड़ी और दर्शक ही इसमें शामिल हो पाए। इस टूर्नामेंट में सोशल डिस्टेसिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन किया गया।
उन्होंने कहा, सभी को एक-दूसरे से कम से कम दो मीटर दूर रहना था। यह कुछ ऐसा है, जिसे आपको बार-बार हाथ धोने की तरह खुद को याद दिलाना पड़ता है। इसके साथ ही लॉकर रूम में एक बार में सिर्फ दो खिलाडिय़ों को जाने की इजाजत थी। चूंकि यह एक छोटा टूर्नामेंट था, इसलिए इस बेहद आसानी के साथ मैनेज किया जा सका।(लाइव हिन्दुस्तान)
नई दिल्ली, 2 जुलाई । भारत की स्टार फर्राटा धाविका दुती चंद ने स्वीकार किया है कि पिछले साल महिला मित्र के साथ प्रेम का खुलासा करने के बाद लोग उन्हें अलग नजरिए से देखने लगे लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। फिलहाल भारत की सबसे तेज महिला धाविका मानी जाने वाली चौबीस साल की दुती ने समलैंगिक संबंध रखने वालों को साहस दिखाने को कहा। हैदराबाद में अमेरिकी वाणिज्य दूत जोएल रीफमैन के साथ ऑनलाइन बातचीत के दौरान दुती ने कहा कि किसी को भी कभी भी और किसी से भी प्यार हो सकता है। कोई भी ऐसा करने से पहले जात, धर्म या लिंग के बारे में फैसला नहीं करता।
पिछले साल मई में दुती ने खुलासा किया था कि वह ओडिशा में अपने ही गांव की महिला से प्यार करती हैं। उन्होंने कहा था कि लोगों से निजी जिंदगी छिपाने से बेहतर है कि चीजों का खुलासा कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि मेरी जोड़ीदार ने हमेशा मेरा समर्थन किया और मैंने उसे अपने जीवन के लिए चुना है। लोग हमें अलग नजरिए से देख सकते हैं और समलैंगिक कह सकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि हमें अपना जीवन एक दूसरे के साथ बिताना है।
दुती के परिवार ने इस रिश्ते पर आपत्ति जताई थी और उनकी बड़ी बहन ने तो उनसे रिश्ता तोडऩे तक की धमकी दी थी लेकिन दुती झुकी नहीं और उस महिला के साथ ही आगे बढऩे की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि जो भी प्यार करते हैं लेकिन दुनिया से डरते हैं उन्हें साहस दिखाना चाहिए क्योंकि दुनिया हर अच्छी चीज को स्वीकार करने में समय लेती है। दुती ने कहा कि इसलिए कृपया करके डरे नहीं क्योंकि यह आपका जीवन और आपकी खुशी है। सार्वजनिक तौर पर खुलासा करने के बाद दुती विश्व विश्वविद्यालय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ी बनी थीं। उन्होंने 100 मीटर बाधा दौड़ का खिताब 11.32 सेकेंड के समय के साथ जीता था। दुती महिला 100 मीटर में 11.26 सेकेंड के समय के साथ राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 1 जुलाई । ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को 21वीं सदी की भारतीय टीम का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी घोषित किया गया है। विजडन ने गेंद, बल्ले और फील्डिंग में योगदान की वजह से यह स्थान दिया गया है। विजडन ने क्रिकविज का आकलन चुनते हुए 30 खिलाडिय़ों की लिस्ट जारी की है जिसमें जडेजा कुल मिलाकर दूसरे स्थान पर हैं। पहला स्थान मुथैया मुरलीधरन को दिया गया है।
एकदिवसीय क्रिकेट की बात करें इंग्लैंड के ऑलराउंडर ऐड्रू फ्लिंटॉफ चोटी पर हैं और बांग्लादेश के शाकिब अल हसन को दूसरे नंबर पर रखा गया है।
इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के कई दिग्गज खिलाडिय़ों को इसमें जगह मिली है। लेकिन कई बड़े नाम इस लिस्ट से गायब हैं। इसमें टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर और इंग्लैंड के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नाम शामिल नहीं हैं।
टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली को 18वें और वनडे में छठे नंबर पर रखा गया है। वहीं सचिन को वनडे टीम में 22वें पायदान पर रखा गया है। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 8वें पायदान पर हैं।
इस लिस्ट को एनालिसिस कंपनी क्रिकविज ने तैयार किया है। इसे बनाने के लिए हर खिलाड़ी को एक खास एमपीवी रेटिंग दी गई। इसमें आंकड़ों के जरिए यह देखा गया कि उस खिलाड़ी का बाकियों के मुकाबले मैच का कितना असर पड़ा।
क्रिकविज के फ्रेडी वाइल्ड ने विजडन को बताया, आपको रविंद्र जडेजा को भारत का नंबर वन खिलाड़ी देखकर हैरानी हो रही होगी। आखिर वह उनकी टेस्ट टीम में अपने आप जगह भी नहीं बनाते। हालांकि जब भी वह खेलते हैं तो उन्हें फ्रंटलाइन स्पिनर के तौर पर चुना जाता है और वह नंबर छह पर बल्लेबाजी करते हैं। वह मैच में काफी योगदान देते हैं।
उन्होंने आगे कहा, 31 वर्षीय जडेजा की गेंदबाजी औसत 24.62 है जो शेन वॉर्न से बेहतर है और उनकी बल्लेबाजी औसत 35.26 है जो शेन वॉटसन से बेहतर है। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी के बीच 10.62 का अंतर है जो इस सदी में खेलने वाले सभी खिलाडिय़ों, जिन्होंने 1000 से ज्यादा रन बनाए और 150 से ज्यादा विकेट लिए, में दूसरे नंबर का है। वह हाई क्वॉलिटी ऑलराउंडर हैं।
टी20 क्रिकेट की बात करें तो अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान को नंबर वन पर रखा गया है। लेग स्पिनर राशिद ने अपने खेल से काफी प्रभावित किया है। दूसरे नंबर पर भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह हैं। ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर तीसरे स्थान पर हैं और क्रिस गेल छठे पायदान पर रखा गया है। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 1 जुलाई । अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अंपायरों के एलीट पैनल के सबसे युवा सदस्य नितिन मेनन एशेज सीरीज को सर्वोच्च चुनौती मानते हैं लेकिन उनका कहना है कि मौजूदा हालात में सबसे बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि खिलाड़ी जानबूझकर या अनजाने में गेंद पर लार नहीं लगाएं। 22 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना छोडऩे वाले 36 साल के मेनन इसके बाद अंपायरिंग से जुड़े जिसका हिस्सा उनके परिवार में कई सदस्य हैं। मेनन ने तीन साल पहले अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया और सोमवार को 12 सदस्यीय एलीट पैनल में उनका प्रवेश सोने पर सुहागा रहा।
कोविड-19 महामारी के बीच एलीट पैनल का हिस्सा बने मेनन को नहीं पता कि उन्हें कब अंपायरिंग का मौका मिलेगा, लेकिन उन्हें पता है कि आईसीसी के मौजूदा दिशानिर्देशों को लागू करना बड़ी चुनौती होगी। मेनन ने पीटीआई से कहा, मुख्य चुनौती गेंद को संभालना होगा, यह चुनौती टेस्ट मैचों में अधिक होगी। शुरुआत में नियमों को लागू करने से पहले हम खिलाडिय़ों को चेतावनी देंगे, जैसा कि हम तब करते हैं जब कोई खिलाड़ी खतरनाक तरीके से पिच पर दौड़ता है।
इंदौर के रहने वाले इस अंपायर ने कहा, खिलाडिय़ों के जानबूझकर की जगह गलती से लार लगाने की संभावना अधिक है, इसलिए हम इसी के अनुसार कार्रवाई करेंगे। इंग्लैंड में सीरीज (अगले महीने शुरू होने वाली) के बाद खेलने के हालात को लेकर विस्तृत नियम आएंगे जिसके बाद हमें बेहतर पता चलेगा कि खेल में हाल में किए गए बदलावों को कैसे लागू करना है।
स्थिति सामान्य होने पर मेनन को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक एशेज सीरीज का हिस्सा बनने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं कि मैंने एशेज में अंपायरिंग का सपना देखा है। यह एकमात्र सीरीज है जो मैं टीवी पर देखता हूं। वहां का माहौल, जिस तरह से सीरीज खेली जाती है उसका मैं भी हिस्सा बनना चाहता हूं। यह इंग्लैंड में हो या ऑस्ट्रेलिया में मैं इसका हिस्सा बनना पसंद करूंगा। और विश्व कप में अंपायरिंग, यह चाहे टी20 हो या वनडे अंतरराष्ट्रीय।
कोरोना वायरस महामारी के कारण यात्रा संबंधी पाबंदियों को देखते हुए आईसीसी ने फैसला किया है कि सीरीजओं में केवल स्थानीय अंपायर अंपायरिंग करेंगे। इंग्लैंड में पहुंचने के बाद ट्रेनिंग शुरू करने से पहले वेस्टइंडीज टीम को जिस तरह पृथकवास में रहना पड़ा अंपायरों को भी वैसा ही करना होगा और मेनन को लगता है कि इसका अंपायरों पर मानसिक प्रभाव पड़ेगा।
खिलाडिय़ों का गेंद पर लार नहीं लगाना सुनिश्चित करने के अलावा अंपायरों को यह भी देखना होगा कि खिलाड़ी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करें और गेंद के संपर्क में आने के बाद वे हाथ को नियमित रूप से सैनिटाइज करें। अंपायरों को भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा ओर अब उन्हें मैदान पर खिलाड़ी की निजी चीजों को नहीं संभालना होगा।
मेनन ने कहा, ग्लव्स पहनना अंपायरों की व्यक्तिगत पसंद होगी लेकिन हमने फैसला किया है कि हम अपनी जेब में सैनिटाइजर रखेंगे। विकेट गिरने के बाद और ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान हमें हाथ में गेंद रखी होगी इसलिए सुरक्षित रहना बेहतर है। उन्होंने कहा, और अगर खिलाड़ी गेंद पर लार लगा देते हैं तो हमें उसे तुरंत सेनेटाइज करना होगा। यह चौथे अंपायर का काम होगा। वह वाइप्स लेकर आएगा और गेंद को सैनिटाइज करेगा।
खेल में हो रहे इन बदलावों का ओवर गति पर असर पड़ सकता है लेकिन मेनन ने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, हम वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ इंग्लैंड की घरेलू सीरीज में अंपायरिंग करने वालों की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। आईसीसी जो भी नियम बनाएगा हम उसका पालन करेंगे।
तीन टेस्ट सहित 43 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग कर चुके मेनन ने कहा कि घरेलू अंपायर पर अधिक दबाव होता है और एलीट पैनल का हिस्सा होने के कारण उन पर इस तरह का कोई दबाव नहीं होगा। भारत नियमित रूप से विश्वस्तरीय अंपायर तैयार करने में विफल रहा है लेकिन मेनन का मानना है कि अब स्थिति बेहतर हो रही है।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 1 जुलाई । राष्ट्रमंडल खेलों की दो बार की स्वर्ण पदक विजेता महिला निशानेबाज हिना सिद्धू ने मंगलवार को वीडियो शेयरिंग एप टिकटॉक के बैन होने पर खुशी जाहिर की है। टिकटॉक उन 59 चाइनीज एप में से है, जिसे भारत सरकार ने बैन किया है। इसे चीन के खिलाफ 'डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक' भी कहा जा रहा है। सरकार ने इस फैसले से चीन को सख्त संदेश दिया है। टिकटॉक के अलावा शेयर इट, यूसी ब्राउजर,यूसी न्यूज, हेलो, लाइकी, वीचैट, वीगो, कैम स्कैनर, क्लीन मास्टर जैसे एप के लिए भारत एक बहुत बड़ा बाजार था।
हिना ने ट्वीट करते हुए लिखा, मैं इस बात से बेहद खुश हूं कि टिक-टॉक बैन हो गया। टिकटॉक पर काफी नफरत फैलाने वाले और जानवरों को हताहत करने वाले वीडियो मेरे सामने आ रहे थे... मैं खुश हूं। टिकटॉक के बिना इंटरनेट खुशी देने वाली जगह होगी।
उन्होंने कहा, यह अभी तक गया नहीं है, लेकिन मुझे उम्मीद है कि सरकार जल्दी इस पर कुछ कदम उठाएगी। जिम्मेदारी एप बनाने वाले पर भी है कि वह क्यों इस तरह के वीडियो अपलोड होने देते हैं, बल्कि वायरल भी होने देते हैं। जब तक वे वीडियो अपलोड करने के अपने नियम नहीं बदलते इस एप को हमारी जिंदगी में नहीं रहना चाहिए।(एजेंसी)
नई दिल्ली, 30 जून। टीम इंडिया के आतिशी लेफ्टी बल्लेबाज शिखर धवन इन दिनों कोरोना वायरस काल में घर पर जमकर ट्रेनिंग कर रहे हैं। और साथ ही उन्हें जब परिवार के साथ समय गुजारने का मौका मिला, तो वह सोशल मीडिया पर नियमित लगातार तस्वीरें भी पोस्ट कर रहे हैं। सोमवार को भी धवन ने एक फोटो पोस्ट की, जिसमें वह एक अजीब से विग पहने हुए दिखाई पड़ रहे है। विग में बाल भी दिखाई पड़ रहे हैं। इस विग के साथ तस्वीर को पोस्ट करते हुए धवन ने लिखा कि आखिरकार कुछ बाल आ ही गए!!
वैसे पहली नजर में एक बार को यह विग किसी टोपी की तरह दिखाई पड़ती है, लेकिन दरअसल में यह है विग जो आमतौर पर क्रिकेटप्रेमी मैचों के दौरान दर्शकदीर्घा में पहने हुए दिखाई पड़ते हैं। वैसे इस विग में तीन तरह के बाल दिखाई पड़े। आगे से नारंगी, बीच में लाल लांग के बाल और सबसे पीछे कुछ हरे रंग के।
पिछले दिनों धवन ने दो कु्त्तों को गोद लिया था। धवन ने कुत्तों के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट करते हुए यह भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। धवन ने इन परिवार का नया सदस्य बताया था। और यह बताता है कि इस दौर में बिना तनाव के बिंदास होकर जिंदगी जीने वाले शिखर धवन जानवरप्रेमी भी हैं।
वैसे धवन अपनी पोस्ट में साथी खिलाडिय़ों की खिंचाई करना भी नहीं भूलते। पिछले दिनों जब हार्दिक पंड्या अपने फ्लैट में कुकिंग में हाथ आजमाते हुए नजर आए थे, तो धवन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, कुछ नयी चीज सीखने के लिए आप कभी भी देर न करें। (भाषा)
जोहानिसबर्ग, 30 जून। क्विंटन डिकॉक की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका के 44 क्रिकेटरों ने कोरोना वायरस महामारी के बीच खेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद अभ्यास शुरू कर दिया। दक्षिण अफ्रीका में 15 मार्च से क्रिकेट गतिविधियां बंद है। उसी दौरान दक्षिण अफ्रीकी टीम तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए भारत में थी, लेकिन महामारी के कारण सीरीज स्थगित कर दी गई। पहला मैच बारिश के कारण नहीं हो सका था।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस संक्रमण के 138000 से अधिक मामले हैं और 2400 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के अनुसार खिलाड़ी छोटे छोटे समूहों में अभ्यास करेंगे और उनकी करीबी फ्रेंचाइजी टीम के कोच उनके साथ होंगे।
अभ्यास के दौरान क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका की कोरोना वायरस संचालन समिति द्वारा बनाये गए दिशा निर्देशों का पूरा पालन होगा। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के मुख्य चिकित्स अधिकारी शुएैब मांजरा ने कहा, राष्ट्रीय संक्रामक रोग संस्थान ने हमारे प्रोटोकॉल को मंजूरी दे दी है। हम खिलाडिय़ों और सहयोगी स्टाफ की नियमित जांच करेंगे और सफाई का पूरा ध्यान रखा जायेगा। हर जगह एक कोविड अनुपालन मैनेजर होगा जो यह सुनिश्चित करेगा कि नियमों का पालन हो रहा है।
अभ्यास करने वाले खिलाड़ी : क्विंटन डिकॉक , डील एल्गर, लुंगी एनगिडी, एडेन मार्कराम, जूनियर डाला, थूनिस डि ब्रून, रासी वान डेर डुसेन, शॉन वॉन बर्ग, ड्वेन प्रिटोरियस, हेनरिक क्लासेन, तेंबा बावुमा, रीजा हेंडरिक्स, कगिसो रबाडा, तबरेज शम्सी, वियान मूल्डर, ब्योर्न फॉर्चून, एंडिले फेलुकवायो, डेविड मिलर, सारेल एरवी, खाया जोंडो, डेरिन डुपाविलोन, केशव महाराज, सेनुरान मुथुस्वामी, कीगन पीटरसन, इमरान ताहिर, लुथो सिपामला, एडवर्ड मूरे, एनरिच नोर्जे, सिसांडा मगाला, ग्लेंटोन स्टुरमन, जोन जोन स्म्ट्स, रूडी सेकंड, पिटे वान बिलजोन, रेनार्ड वान टोंडेर, गेराल्ड कोटजी, पीटर मलान, जुबैर हम्जा, जानेमन मालान, फाफ डु प्लेसी, टोनी डे जोर्जी, ब्यूरान हेंडरिक्स, नांद्रे बर्गर, जार्ज लिंडे और काइल वेरीने। (एजेंसी)