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नई दिल्ली, 2 अगस्त। दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने अपने स्टार खिलाडिय़ों को बीते 10 महीने से उनकी सैलरी नहीं दी है। बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े 27 खिलाडिय़ों को बीते साल अक्टूबर के बाद से ही अपनी सैलरी की तिमाही किश्त और मैच फीस मिलने का इंतजार है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े से खिलाडिय़ों को उनके ग्रेडिंग के हिसाब से साल में चार बार (प्रति तिमाही) उन्हें भुगतान करता है। खिलाडिय़ों को पिछली बार अक्टूबर में यह रकम मिली थी। इसके अलावा खिलाडिय़ों की मैच फीस भी बकाया है। दिसंबर 2019 के बाद से टीम इंडिया ने 2 टेस्ट, 9 वनडे और 8 टी20 इंटरनैशनल मैच खेले हैं। बोर्ड ने अभी तक इस पैसे का भी भुगतान नहीं किया है।
बोर्ड को खिलाडिय़ों का जिस पैसे का भुगतान करना है, वह अब कुल 99 करोड़ हो चुका है। यह पैसा खिलाडिय़ों की ग्रेडिंग के हिसाब से उनमें बांटा जाना है। ग्रेड ए + में शामिल कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह को 7 करोड़ रुपये सालाना मिलते हैं। इसी तरह ग्रेड ए, बी और सी को क्रमश: 5 करोड़, 3 करोड़ और 1 करोड़ सालाना मिलते हैं। इसी तरह मैच फीस की अगर बात करें तो टेस्ट में 15 लाख, वनडे के लिए 6 लाख और टी20 के लिए 3 लाख प्रति मैच यह फीस तय है।
बीसीसीआई ने जो अपनी पिछली बैलंस शीट सार्वजनिक की है उसके मुताबिक मार्च 2018 तक उसके बैंक खाते में कुल 5,526 करोड़ रुपये जमा हैं, जिसमें 2,292 करोड़ की एफडी भी शामिल है। इसके अलावा अप्रैल 2018 में बोर्ड ने स्टार टीवी के साथ 6,138.1 करोड़ में 5 साल के लिए प्रसारण (ब्रॉडकास्टिंग) डील भी की थी।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े 8 खिलाडिय़ों ने इस बात की पुष्टि की है उन्हें बीते 10 महीने से बोर्ड ने कोई भुगतान नहीं किया। बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि बोर्ड से जुड़े सूत्र इसके संचालन में चल रही अनिश्चिता को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
बोर्ड के बाद दिसंबर से ही मुख्य वित्तीय अधिकारी (चीफ फाइनैंशियल ऑफिसर) नहीं है। इसके अलावा बीते महीने से मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महाप्रबंधक (क्रिकेट ऑपरेशंस) के पद भी खाली हैं।
बोर्ड के संविधान के मुंताबिक बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली और सचिव जय शाह का कार्यकाल भी अब खत्म होने को है। बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट में इस कूलिंग ऑफ पीरियड को रद्द करने के संबंध में याचिक दायर की है, जिससे दोनों अधिकारी अपने पदों पर बने रह सकें। (नवभारत टाईम्स)
सिडनी, 2 अगस्त (आईएएनएस)| आस्ट्रेलियाई टेनिस स्टार निक किर्गियोस ने कोरोना वायरस के कारण अमेरिकी ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने कहा कि उनका यह फैसला कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले सैकड़ों और हजारों अमेरिकियों के सम्मान में लिया गया फैसला है।
किर्गियोस ने ट्विटर पर पोस्ट किए अपने वीडियो में कहा, "मैं इस साल अमेरिकी ओपन में नहीं खेलूंगा। मुझे हालांकि काफी दुख है। लेकिन मैं अपने साथी ऑस्ट्रेलियाई, जान गंवाने वाले सैकड़ों और हजारों अमेरिकी, आप सभी के लिए हट रहा हूं। यह मेरा फैसला है।"
इससे पहले, पूर्व वल्र्ड नंबर-1 और आस्ट्रेलियाई महिला टेनिस खिलाड़ी एश्लेग बार्टी भी अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट से हट गई थीं। अमेरिका ओपन का आयोजन न्यूयार्क में 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होना है।
नई दिल्ली, 1 अगस्त। भारत की महिला क्रिकेटर मिताली राज ने कहा है कि देश की महिला क्रिकेट को पहले ही बीसीसीआई के अधीन आ जाना चाहिए था। इससे खिलाड़ियों को वित्तीय मदद मिलती जिसके कारण जिन खिलाड़ियों ने 23 और 24 की आयु में खेल को छोड़ा है, वे नहीं छोड़तीं। 2006 तक महिला क्रिकेट अलग संस्था- भारतीय महिला क्रिकेट संघ के अधीन आता था। इसके बाद इसका बीसीसीआई में विलय किया गया।
मिताली ने स्टार स्पोर्टस तेलुगू के एक शो पर कहा, "मुझे लगता है कि यह अगर पांच साल और पहले हुआ होता तो ज्यादा अच्छा होता।"
उन्होंने कहा, "उस समय कई सारी प्रतिभाशाली खिलाड़ी, पैसे की कमी के कारण, वित्तीय स्थिरता न होने के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में चली गईं। 23-24 साल के बाद माता-पिता पूछते थे कि अब क्या? एक महिला क्रिकेटर होने का नाते आप अपने माता-पिता से क्या बोलोगी? मैं पैसे नहीं कमा रही, मैं जुनून के लिए खेल रही हूं? कोई नहीं मानेगा।"
दाएं हाथ की इस बल्लेबाज ने कहा, "इसी कारण कई सारे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को अपनी पेशेवर क्रिकेट को छोड़ना पड़ा। इसलिए उस समय बीसीसीआई वहां होती तो उनका करियर और ज्यादा बढ़ जाता और हमारे पास खिलाड़ियों का अच्छा खासा पूल होता।"
मिताली को देश की महान महिला खिलाड़ियों में गिना जाता है।(ians)
नई दिल्ली, 1 अगस्त। एक ओर जहां खबरें थी कि आईपीएल 2020 के मैच खाली स्टेडियम में खेले जाएंगे लेकिन इस बीच एक और बड़ी खबर ने सभी को चौंका दिया है। खबर है कि आईपीएल 2020 के मैच खाली स्टेडियम में शायद ना हों। एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि वो आईपीएल के दौरान स्टेडियम को 50 फीसदी दर्शकों के साथ भर सकते हैं। एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के सचिव मुबाशशिर उस्मानी ने शुक्रवार को कहा कि अगर सरकार मंजूरी देती है तो वे संयुक्त अरब अमीरात में होने वाली इंडियन प्रीमियर लीग में स्टेडियमों को 30 से 50 प्रतिशत तक दर्शकों से भरना चाहेंगे। बता दें आईपीएल दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में आयोजित होगा जिसकी क्षमता 25 हजार दर्शकों की है।
इंडियन प्रीमियर लीग की तारीखों की घोषणा करते हुए इसके अध्यक्ष ब्रजेश पटेल ने पीटीआई से कहा था कि 19 सितंबर से आठ नवंबर तक होने वाले टी20 टूर्नामेंट के दौरान दर्शकों को मैदान में जाने की अनुमति देने का फैसला संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार द्वारा लिया जाएगा। तारीखों की घोषणा करने के बावजूद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भी यूएई में आईपीएल कराने को लेकर भारत सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
यूएई सरकार से बात करेगा एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड
उस्मानी ने फोन पर कहा, एक बार हमें बीसीसीआई से (भारत सरकार की मंजूरी के बारे में) पुष्टि हो जाए तो हम अपनी सरकार के पास पूर्ण प्रस्ताव और मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) के साथ जाएंगे जो हमारे और बीसीसीआई द्वारा तैयार किया गया होगा।'उन्होंने कहा, हम निश्चित रूप से हमारे लोगों को इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का अनुभव कराना चाहेंगे लेकिन यह पूरी तरह से सरकार का फैसला होगा। यहां ज्यादातर टूर्नामेंट में दर्शकों की संख्या 30 से 50 प्रतिशत तक होती है, हम इसी संख्या की उम्मीद कर रहे हैं। ' उस्मानी ने कहा, हमें इस पर अपनी सरकार की मंजूरी की उम्मीद है। यूएई में कोविड-19 के 6000 से ज्यादा सक्रिय मामले हैं और वहां महामारी पर स्थिति लगभग नियंत्रित ही है। हालांकि नवंबर में होने वाले 2020 दुबई रग्बी सेवंस टूर्नामेंट को कोरोना वायरस के खतरे के कारण 1970 के बाद पहली बार रद्द कर दिया गया है। उन्होंने आईपीएल की सुरक्षा को लेकर हो रही चिंताओं के बारे में कहा, यूएई सरकार संक्रमितों की संख्या को कम करने में काफी कारगर रही है। हम कुछ नियम और प्रोटोकॉल का पालन करके सामान्य जीवन जी रहे हैं। उस्मानी ने कहा, और आईपीएल में तो अभी थोड़ा समय है, हम निश्चित रूप से इससे बेहतर स्थिति में होंगे। आईपीएल की संचालन परिषद रविवार को बैठक करके लॉजिस्टिक और एसओपी पर फैसला करेगी। (भाषा)
नई दिल्ली, 1 अगस्त। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर रोजर बिन्नी ने महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट भविष्य पर अपनी राय रखी है। 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे बिन्नी ने कहा है कि पूर्व भारतीय कप्तान अपना सुनहरा दौर पार कर चुके हैं, और अब मैदान पर वह पहले जैसा मैच-विनिंग प्रभाव नहीं रखते।
बिनी ने कहा कि धोनी के अच्छे दिन बीत चुके हैं और अब वक्त आ गया है कि वह अगली पीढ़ी के लिए रास्ता बनाएं। बिनी ने कहा पिछले कुछ सीजन से उन्हें देखकर लगता है कि उनका सर्वश्रेष्ठ वक्त अब गुजर चुका है। मुझे लगता है कि अपनी समझ और ताकत के दम पर वह जो हारा हुआ मैच जिता देते थे वह समय अब बीत गया है। और साथ ही खिलाडिय़ों का हौसला बढ़ाने की उनकी खूबी भी अब पहले जैसी नहीं रही।।
बिनी ने धोनी की फिटनेस पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, उनकी फिटनेस भी अब पहले जैसी नहीं रही और कई युवा खिलाड़ी भी इस सिस्टम में आ रहे हैं। सही मायनों में उनका बेस्ट गुजर चुका है और इसका सही फैसला करने वाले वह खुद होंगे।
बिनी से राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में महेंद्र सिंह धोनी के साथ काम करने को लेकर उनके अनुभव के बारे में भी पूछा गया। धोनी उस समय टीम के कप्तान थे। पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि धोनी के साथ काम करना आसान था क्योंकि वह पद पर बैठे व्यक्ति का सम्मान करते थे।
बिनी ने कहा, महेंद्र सिंह धोनी पूर्व क्रिकेटरों का बहुत सम्मान करते थे। इस चीज की मैं करता हूं। वह काफी जमीन से जुड़े इनसान हैं और क्रिकेटर्स के लिए उनके मन में बहुत सम्मान और समय था। वह आपके पास आकर बात करते थे और बताते थे कि आखिर उन्हें क्या चाहिए। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 1 अगस्त । भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय करियर में 15 साल पूरे कर लिए। इस मौके पर उन्हें सभी की ओर से बधाई मिल रही थी। हालांकि रैना के इस खास अवसर पर भारतीय स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह ने उनके नाम का गुमशुदगी का पर्चा बनाकर इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। हरभजन ने लोगों से पूछा है कि क्या उन्होंने रैना को कहीं देखा है। उनके इस पोस्ट पर सुरेश रैना ने तो नहीं लेकिन शिखर धवन ने कमेंट करते हुए भारतीय बल्लेबाज की गायब होने की वजह बताई है।
हरभजन सिंह ने जो तस्वीर शेयर की है उसमें रैना का फोटो है और ऊपर बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है कि इस साल मार्च से यह शख्स गुम हो चुका है। तस्वीर के नीचे रैना का नाम है साथ ही लिखा गया है, शायद रैना सीख चुके हैं कि कैसे खाना बनाया जाता है पर वह शायद भूल गए हैं कि मैसेज कैसे किया जाता है। अगर इनकी कोई खबर मिले तो शेयर करें। हरभजन सिंह ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा, लंबे समय से मेरी सुरेश रैना से बात नहीं हो पाई है। वह शायद करियर के 15 साल का जश्न मनाने में काफी व्यस्त हैं। अगर आपको कहीं यह मिले तो जानकारी शेयर करे। हरभजन की तस्वीर पर भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कमेंट करते हुए लिखा, ब्याह के बाद सब ऐसे ही गायब हो जाते हैं, हैं ना पाजी।
30 जुलाई 2015 को यानि 15 साल पहले सुरेश रैना ने भारतीय टीम में डेब्यू किया था। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ दांबुला के मैदान में अपना पहला वनडे मैच खेला था। रैना पहले भारतीय बल्लेबाज बने, जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों प्रारूपों में शतक जमाया था। रैना ने भारतीय टीम के लिए 18 टेस्ट, 226 वनडे और 78 टी20 मैच खेले हैं। वनडे में उन्होंने 5615 रन बनाए हैं और उनका औसत 35.31 का रहा है। इस लेफ्टहैंडर बल्लेबाज के नाम आईपीएल में 193 मैच खेलकर 5368 रन हैं और उन्हें वहां का किंग कहा जाता है। आईपीएल में इस बल्लेबाज ने एक शतक और 38 अर्धशतक अपने अपने नाम किए हैं।(न्यूज18)
नई दिल्ली, 1 अगस्त (नवभारत टाईम्स)। टीम इंडिया के पूर्व लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने दिल्ली में पाकिस्तान के खिलाफ पारी में दस विकेट लेकर कीर्तिमान स्थापित किया था। हालांकि कुंबले का मानना है कि अगर उनके दौर में डीआरएस होता तो वह उस मैच में पहले ही यह करिश्मा कर चुके होते।
कुंबले ने रविचंद्रन अश्विन के साथ एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत में यह बात कही। इस वीडियो में कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ पारी में 10 विकेट के अलावा अपने अन्य क्रिकेट अनुभवों को साझा किया।
अश्विन ने कुंबले से उस अनुभव के बारे में पूछा जब वह 9 विकेट ले चुके थे। और लोग उन्हें 10 विकेट दिलवाने की कोशिश कर रहे थे। जवागल श्रीनाथ लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंद फेंक रहे थे। उन्होंने तो सदागोपन रमेश को कैच न लेने तक को कहा था।
इस पर पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह पारी के सभी 10 विकेट हासिल कर लेंगे। वह तो बस करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहते थे।
कुंबले ने बताया, जब मैंने छह विकेट ले लिए थे तब टी ब्रेक हुआ। तो जब मैं वापस आया तो थका हुआ था। चूंकि मैंने लंच से टी तक उस स्पेल में लगातार बोलिंग की थी। तब टी पर मुझे अहसास हुआ कि मैं अपने पूर्व प्रदर्शन को सुधार सकता हूं। मैंने कभी सभी 10 विकेट लेने के बारे में नहीं सोचा था। अनिल कुंबले ने याद किया कि उन्होंने 8वां और 9वां विकेट ओवर की आखिरी दो गेंदों पर लिया था।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि आप मैच में यह सोचकर जाते हो कि सभी 10 विकेट आप ही लोगे। हालांकि आप तैयारी उसी तरह करते हो यानी मैं नंबर 1 से 11 तक के बल्लेबाजों को कैसे बोलिंग करूंगा? यह आपके दिमाग में होता है। तो 8वां और 9वां विकेट उस ओवर की पांचवीं और छठी गेंद पर हुआ।
कुंबले ने दर्शकों का धन्यवाद अदा करते हुए कहा, जब मैं नौ विकेट लेकर थर्ड मैन पर फील्डिंग करने गया तो दर्शकों की ओर से मुझे शुभकामनाएं मिलने लगीं। लोग कह रहे थे चिंता मत करो आपको सभी 10 विकेट मिलेंगे।
कुंबले ने कहा कि उनका प्लान था कि वसीम अकरम को एक रन देकर बल्लेबाजी से दूर करें और 11वें नंबर के बल्लेबाज वकार यूनिस को गेंदबाजी करें। इसके लिए उन्होंने मिड-ऑन, मिड-ऑफ को पीछे भी कर दिया था लेकिन दो गेंद बाद ही वह समझ गए कि अकरम सिंगल नहीं लेंगे। इसके बाद कुंबले ने अपनी रणनीति बदली और बाएं हाथ के अकरम को शॉर्ट लेग पर वसीम अकरम के हाथों कैच आउट करवाया।
अश्विन ने कुंबले को याद दिलाया कि जब उन्होंने आखिरी विकेट लिया तो वह पीछे की ओर दौड़े थे, उस समय ऐसा लगा था कि वह अंपायर जयप्रकाश को गोद में उठा लेंगे। हालांकि कुंबले ने इससे इनकार किया।
उन्होंने कहा, यह काफी हैरानी की बात है। मुझे लगता है कि हर कोई इस इवेंट का हिस्सा होना चाहता था। हो सकता है कि जय भी यही सोच रहे हों कि यह उनके लिए भी खास लम्हा था। मैं जानता हूं कि इस पर खूब चर्चा हुई कि जय भी बैंगलोर से हैं। लेकिन आखिर वह अंपायर हैं... मुझे लगता है कि यह बकवास है कि जब आप विकेट का श्रेय अंपायरों या अंपायर के पक्षपात को देने लगते हो।
अश्विन ने कहा कि किसी भी फैसले पर कोई डाउट नहीं था। अगर तब डीआरएस होता तो यह साबित हो जाता। इस पर कुंबले ने कहा, अगर तब डीआरएस होता तो शायद वह पहले ही अपने 10 विकेट पूरे कर चुके होते।
कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में दिल्ली में हुए टेस्ट मैच की दूसरी पारी में सभी 10 विकेट लिए थे। पाकिस्तान के सामने 420 रन का लक्ष्य था। कुंबले ने 74 रन देकर 10 विकेट लिए थे और पाकिस्तान 207 रन पर ऑल आउट हो गई थी। भारत ने मैच 212 रन से जीता था। (नवभारत टाईम्स)
नई दिल्ली, 1 अगस्त (भाषा)। खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2020 के लिये शुक्रवार को चयन समिति की घोषणा की जिसमें पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और पूर्व हॉकी कप्तान सरदार सिंह को शामिल किया गया है। इस साल बीसीसीआई ने खेल रत्न के लिए रोहित शर्मा का नाम भेजा है जिस पर आखिरी फैसला यह समिति ही करेगी। खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2020 के लिये शुक्रवार को चयन समिति की घोषणा की जिसमें पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और पूर्व हॉकी कप्तान सरदार सिंह को शामिल किया गया है। आपको बता दें कि इस साल बीसीसीआई ने खेल रत्न के लिए रोहित शर्मा का नाम भेजा है जिसपर आखिरी फैसला यह समिति ही करेगी।
मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश मुकुंदम शर्मा समिति के अध्यक्ष होंगे। समिति के सदस्यों में सहवाग (क्रिकेट), सरदार (हॉकी), मोनालिसा बरूआ मेहता (टेबल टेनिस), दीपा मलिक (पैरा एथलेटिक्स) और वेंकटेशन देवराजन (मुक्केबाजी) शामिल हैं। इनके अलावा मशहूर खेल कमेंटेटर मनीष बटाविया, खेल पत्रकार आलोक सिन्हा और नीरू भाटिया भी समिति में होंगे। मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश मुकुंदम शर्मा समिति के अध्यक्ष होंगे।नसमिति के सदस्यों में सहवाग (क्रिकेट), सरदार (हॉकी), मोनालिसा बरूआ मेहता (टेबल टेनिस), दीपा मलिक (पैरा एथलेटिक्स) और वेंकटेशन देवराजन (मुक्केबाजी) शामिल हैं। इनके अलावा मशहूर खेल कमेंटेटर मनीष बटाविया, खेल पत्रकार आलोक सिन्हा और नीरू भाटिया भी समिति में होंगे।
खेल मंत्रालय से भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान, खेल विभाग के संयुक्त सचिव एल एस सिंह और टारगेट ओलंपिक पोडियम (टॉप्स) योजना के सीईओ राजेश राजागोपालन समिति में होंगे। खेल मंत्रालय से भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान, खेल विभाग के संयुक्त सचिव एल एस सिंह और टारगेट ओलंपिक पोडियम (टॉप्स) योजना के सीईओ राजेश राजागोपालन समिति में होंगे।
द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये अध्यक्ष दो अतिरिक्त सदस्यों को शामिल कर सकता है जो द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित रह चुके हों। यह समिति राजीव गांधी खेल रत्न, द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी के विजेताओं का चयन करेगी। द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिये अध्यक्ष दो अतिरिक्त सदस्यों को शामिल कर सकता है जो द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित रह चुके हों। यह समिति राजीव गांधी खेल रत्न, द्रोणाचार्य पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार और मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्रॉफी के विजेताओं का चयन करेगी।
ये पुरस्कार 29 अगस्त को महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर खेल दिवस के उपलक्ष्य में दिये जाते हैं। हालांकि इस बार यह तय नहीं है कि कोरोना वायरस के कारण समारोह समय पर होगा या नहीं। ये पुरस्कार 29 अगस्त को महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर खेल दिवस के उपलक्ष्य में दिये जाते हैं। हालांकि इस बार यह तय नहीं है कि कोरोना वायरस के कारण समारोह समय पर होगा या नहीं। (भाषा)
लंदन, 31 जुलाई (आईएएनएस)| ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि खेल टूर्नामेंटों में दर्शकों को शनिवार से प्रवेश की इजाजत नहीं होगी। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते उत्तरी इंग्लैंड में और ग्रेटर मैनचेस्टर में सरकार ने शुक्रवार को पाबंदियां बढ़ा दीं। स्काई स्पोर्ट्स ने जॉनसन के हवाले से कहा, "उन नंबरों के बढ़ने के साथ, हमारा आकलन है कि हमें उस चेन को तोड़ना चाहिए, ताकि वायरस को नियंत्रित किया जा सके। शनिवार, एक अगस्त को, आपको याद होगा कि हमने कई उच्च-जोखिम को फिर से खोलने की उम्मीद की थी जो बंद हो गए थे और आज मैं कह रहा हूं कि हम कम से कम एक पखवाड़े के लिए उन बदलावों को स्थगित कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "इसका मतलब है कि 15 अगस्त तक सभी संपर्क वाली सेवाएं बंद रहना चाहिए। इनडोर प्रदर्शन फिर से शुरू नहीं होंगे, खेल स्थलों और सम्मेलन केंद्रों में बड़े समारोहों के पायलट नहीं होंगे और शादी, रिसेप्शन में 30 लोगों से ज्यादा की मौजूदगी की अनुमति नहीं होगी।"
साउथैम्पटन, 31 जुलाई । विश्व चैंपियन इंग्लैंड क्रिकेट टीम और आयरलैंड के बीच गुरुवार को साउथैम्पटन के मैदान पर पहला वनडे मैच खेला गया। सीरीज का ये पहला वनडे मुकाबला पिछले चार महीनों में खेला गया एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबला है। हाल ही में हमने इंग्लैंड-वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के दौरान देखा था कि खिलाड़ी जैविक सुरक्षित वातावरण में रहने की वजह से मैदान पर एक दूसरे से बिल्कुल भी दूरी नहीं बना रहे थे। वे एक दूसरे को छूने से भी परहेज नहीं कर रहे थे लेकिन वनडे मैच में नजारा कुछ अलग ही था।
इंग्लैंड और आयरलैंड के बीच खेले गए पहले वनडे मैच में दोनों टीमों के खिलाडिय़ों में कोरोना महामारी का खौफ साफ नजर आया और सभी खिलाडिय़ों ने इस बात का ध्यान रखा कि वो साथी व विरोधी खिलाडिय़ों से ज्यादा मेलजोल ना करें। यही नहीं, खिलाडिय़ों ने विकेट लेने के बाद या किसी भी तरह का जश्न मनाने के लिए अलग-अलग तरह के प्रयोग किए।
आमतौर पर आपने क्रिकेटर्स को जश्न मनाने के लिए एक दूसरे से गले मिलते, हाई फाइव देते या हैंडशेक (हाथ मिलाते) करते देखे जाते थे लेकिन इस मैच में खिलाड़ी या तो लेगशेक (पैरों को टकराते हुए) करते नजर आए या फिर कोहनी और कलाइयां टकराते नजर आए। खिलाड़ी एक दूसरे से गले मिलते या एक दूसरे का हाथ छूते नहीं दिखाई दिए।
आयरलैंड क्रिकेट टीम की तरफ से इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 172 रन बनाए गए। जवाब में उतरी इंग्लिश टीम ने 27.5 ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इसके साथ ही 2023 विश्व कप क्वालीफिकेशन के लिए शुरू हुई सुपर लीग में इंग्लैंड ने खाता खोल लिया है। इस मैच में इंग्लैंड के ऑलराउंडर डेविड विली स्टार बने जिन्होंने 5 विकेट झटके।
मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक इंग्लैंड में अब तक कोविड-19 महामारी की वजह से तकरीबन 46 हजार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और लाखों संक्रमित पाए गए हैं। वहां मृतकों की संख्या इस समय दुनिया में अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे नंबर पर है। कोरोना वायरस बेशक इंग्लैंड में तेजी से फैला है लेकिन वहां पर क्रिकेट, फुटबॉल सहित तमाम अन्य चीजें पहले की तरह बहाल हो चुकी हैं। (timesnownews.com)
चेन्नई, 31 जुलाई (भाषा)। इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान इयोन मोर्गन ने खुलासा किया है कि टीम के उनके साथियों का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2019 में खेलना सोची समझी योजना का हिस्सा था और इसने उनकी टीम की विश्व कप में पहली खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई। मोर्गन ने कहा कि उन्होंने इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की क्रिकेट समिति के अध्यक्ष एंड्रयू स्ट्रॉस से यह फैसला करने की गुजारिश की थी क्योंकि उनका मानना था कि वैश्विक प्रतियोगिता में होने वाले दबाव की बराबरी सिर्फ आईपीएल में की जा सकती है।
मोर्गन ने एक कार्यक्रम में हर्षा भोगले से कहा, ‘‘आईपीएल में खेलना स्ट्रॉस की योजना का हिस्सा था। मैंने उनसे यह फैसला करने का आग्रह किया था क्योंकि अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय श्रृंखला में चैंपियन्स ट्रॉफी या विश्व कप के दबाव को दोहराना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, ‘‘उसने मेरे से पूछा कि इसमें अलग क्या है। एक तो आप विदेशी खिलाड़ी के रूप में खेलते हो तो आप से काफी अपेक्षाएं होती हैं। अगर आप आईपीएल में खेलते हैं तो वहां अलग तरह का दबाव और अलग तरह की उम्मीदें होती हैं। कभी-कभी आप इससे बच नहीं सकते और आपको इससे निपटने का तरीका ढूंढना होता है। इंग्लैंड ने पिछले साल घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड को हराकर अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। मोर्गन ने कहा कि आईपीएल खिलाडिय़ों को उनकी सहज स्थिति से बाहर निकलकर प्रदर्शन करने में मदद करता है।
नई दिल्ली, 31 जुलाई (भाषा)। स्पॉट फिक्सिंग मामले में अपना आजीवन प्रतिबंध हटवाने की कोशिशों में जुटे पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने उमर अकमल का निलंबन आधा करने के पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के फैसले को उसके दोहरे मानदंडों का सबूत बताया।
अकमल पर सटोरियों के संपर्क की जानकारी नहीं देने के कारण निलंबन लगाया गया था। कनेरिया की तरह स्पॉट फिक्सिंग के दोषी पाये गए मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ और सलमान बट को वापसी का मौका मिल गया। आमिर तो पाकिस्तानी टीम के नियमित सदस्य हैं। दानिश कनेरिया ने हालिया समय में खुद को हिंदू होने के कारण पीसीबी के हाथों सौतेला बर्ताव होने की बात कही है। दानिश कनेरिया ने कहा था कि मुसलमान खिलाडिय़ों को सजा काटने के बावजूद घरेलू क्रिकेट में खेलने की इजाजत दे दी गई, लेकिन उनका दोष कम होने के बावजूद उनके साथ पीसीबी ने सौतेला बर्ताव करना जारी रखा।
कनेरिया ने कहा, ‘आप इसे भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति कहते हैं। उमर दोषी साबित हुआ था लेकिन उसका प्रतिबंध आधा कर दिया गया। आमिर, आसिफ , सलमान को भी वापसी का मौका मिला, मुझे क्यो नही। उन्होंने कहा, ‘मेरे मामले में ऐसी उदारता क्यो नहीं दिखाई गई। वे कहते हैं कि मैं अपने मजहब (हिंदू) की बात करता हूं, लेकिन जब पक्षपात सामने दिखता है, तो मैं कहा कहूं।
उन्होंने कहा, ‘उमर अपने कैरियर में अधिकांश समय विवादों से घिरा रहा है। उसके लिये हमदर्दी है तो मेरे लिये क्यो नहीं। क्या उसने ऐसा करने के लिये किसी को रिश्वत दी थी। कनेरिया ने कहा, ‘वे कहते हैं कि मैं धर्म का कार्ड खेलता हूं। आप मुझे बताइये कि मेरे बाद कौन सा हिंदू क्रिकेटर पाकिस्तान के लिये खेला है। उन्हें इतने साल में एक भी हिंदू खिलाड़ी खेलने लायक नहीं लगा, यह विश्वास करना मुश्किल है।
नई दिल्ली। आईपीएल का शेड्यूल तय होने के बाद ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी डेविड वॉर्नर लंबे समय बाद कप्तानी के रोल में फिर से दिखाई देंगे। सनराइजर्स हैदराबाद ने इस सीजन में एक बार फिर डेविड वॉर्नर को कप्तानी दी है। वॉर्नर पर बॉल टेपिरिंग के आरोपों के बाद एक साल का बैन लगाया था। इसके बाद वॉर्नर ने आईपीएल में वापसी तो की लेकिन उन्हें कप्तानी से दूर रखा गया। उनकी गैरमौजूदगी में पहले भुवनेश्वर कुमार और फिर केन विलियमसन ने टीम की कप्तानी की। कीवी कप्तान विलियमसन पीछले दो सीजन से टीम के कप्तान हैं और अब यह जिम्मेदारी दोबारा वॉर्नर को दी जा रही है। हालांकि वॉर्नर का मानना है कि टीम का लीडर होने के लिए उन्हें कप्तान होने की जरूरत नहीं है।
वॉर्नर ने कहा, मैं सनराइजर्स हैदराबाद का कप्तान बनना गर्व की बात मानता हूं। इस टीम में मेरा खिलाडिय़ों, स्टाफ और मालिकों के साथ खास रिश्ता है। मैंने उन्हें दोबारा यह जिम्मेदारी मुझे देने के लिए धन्यवाद दिया है। मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा कि टीम को खिताब जिता सकूं। केन और भुवनेश्वर ने मेरी गैर मौजूदगी में शानदार तरीके से टीम की जिम्मेदारी संभाली थी। वॉर्नर का मानना है कि कप्तान न रहते हुए भी वह टीम के लीडर थे। ऑस्ट्रेलियन सलामी बल्लेबाजी ने कहा, मैं खुद को पिछले सीजन में भी एक लीडर के तौर पर ही देखता था। टीम का लीडर होने के लिए आपको कप्तान कहलाने की जरूरत नहीं है। मेरे लिए कप्तान बनना अलग नहीं है यह वैसा ही होगा जैसे पिछले सीजन में था।
नई दिल्ली, 30 जुलाई । भारत के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने बुधवार को स्टुअर्ट ब्रॉड की जमकर सराहना की जबकि 13 साल पहले उन्हें एक ओवर में 6 छक्के जड़कर इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज के करियर को लगभग खत्म कर दिया था। ब्रॉड मंगलवार को टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट चटकाने वाले चौथे तेज गेंदबाज जबकि कुल 7वें गेंदबाज बने। 34 साल के ब्रॉड ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर में तीसरे और अंतिम टेस्ट के पांचवें दिन क्रेग ब्रेथवेट को आउट करके यह उपलब्धि हासिल की।
युवराज ने ट्विटर पर अपने फैंस से कहा कि वह इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज की कड़ी मेहनत और उपलब्धि की सराहना करें। युवराज ने ट्वीट किया, 'मुझे यकीन है कि मैं जब भी स्टुअर्ट ब्रॉड के बारे में लिखूंगा तो लोग इसे 6 छक्के जडऩे से रोकेंगे। आज मैं अपने सभी फैंस से आग्रह करता हूं कि वह उसकी सराहना करें जो उसे हासिल किया है। 500 टेस्ट विकेट मजाक नहीं है। इसके लिए कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता की जरूरत पड़ती है। ब्रॉड आप लीजेंड हैं। सलाम।'
ब्रॉड अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दूसरे ही साल में थे जब युवराज ने सितंबर 2007 में डरबन में आईसीसी वर्ल्ड टी-20 मैच के दौरान उनके एक ओवर में 6 छक्के जड़े थे। भारतीय पारी के 19वें ओवर में युवराज ने ब्रॉड पर छह छक्के जड़ते हुए सिर्फ 12 गेंद में अर्धशतक पूरा किया था जो अब भी टी-20 फॉर्मेट का सबसे तेज अर्धशतक है।
तब से ब्रॉड इंग्लैंड की ओर से 140 टेस्ट, 121 वनडे और 56 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और उनके नाम पर 744 अंतरराष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। टेस्ट क्रिकेट में 500 से ज्यादा विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाजों में ब्रॉड (501) के साथी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (589), ग्लेन मैकग्रा (563) और कर्टनी वाल्श (519) शामिल हैं। महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन 800 टेस्ट विकेट के साथ सबसे कामयाब गेंदबाज हैं जबकि उनके बाद शेन वार्न (708) और अनिल कुंबले (619) का नंबर आता है। (भाषा)
नई दिल्ली, 30 जुलाई। इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वल्र्ड कप को आईसीसी ने स्थगित कर दिया है। इसके बाद आईपीएल के आयोजन का रास्ता साफ हो गया है। खबरों के मुताबिक इस साल आईपीएल यूएई UAE में खेला जाएगा जिसकी शुरुआत 19 सितंबर को होगी। पहले कहा गया था कि फाइनल मुकाबला आठ नवंबर को खेला जाएगा हालांकि अब माना जा रहा है कि इस तारीख में बदलाव हो सकता है। आपको बता दें कि भारतीय टीम को आईपीएल खत्म होते ही ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए रवाना होना है।
खबरों के मुताबिक टूर्नामेंट के शुरू होने की तारीख में कोई बदलाव नहीं है लेकिन फाइनल मुकाबला आठ की जगह 10 नवंबर को खेला जाएगा। अगर ऐसा होता है तो यह टूर्नामेट 51 की जगह 53 दिन का होगा। अभी इसे लेकर चर्चा चल रही है और उम्मीद की जा रही है कि आखिरी फैसला दो अगस्त को होने वाली आईपीएल गर्वनिंग काउंसिल बैठक में लिया जाएगा।
फाइनल के लिए तय की जा रही तारीख 10 नवंबर दिवाली के हफ्ते के बीच ही है। पहले खबर दी थीं कि ब्रॉडकास्टर तय शेड्यूल से बहुत ज्यादा खुश नहीं है और उसने इसे लेकर अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई हैं। स्टार दिवाली के सप्ताह का अधिक से अधिक इस्तेमाल करना चाहता है। इस साल दिवाली 14 नवंबर को है ऐसे में वह चाहता है कि फाइनल दिवाली के हफ्ते में ही खेला जाए। अगर ऐसा होता है तो यह पहला मौका होगा जब आईपीएल का फाइनल मुकाबला रविवार को नहीं खेला जाएगा।
कहा जा रहा है कि इस बदलाव के पीछे की वजह यह भी है कि बीसीसीआई कोशिश कर रहा है कि खिलाड़ी आईपीएल से घर जाने की जगह सीधा ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हों जिसका वादा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड से किया है। फाइनल न खेल रहे खिलाडिय़ों को भी भारत आने की इजाजत नहीं होगी वह वही रहकर ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए लगाए गए कैंप में हिस्सा लेंगे। सूत्रों के मुताबिक फाइनल मैच के बाद बाकी खिलाड़ी भी कैंप का हिस्सा बनेंगे और वहां से साथ में ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना होंगे। सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए खिलाडिय़ों को आईपीएल और ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अपने परिवार से मिलने की इजाजत नहीं होगी। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 30 जुलाई। दुनिया का सबसे खतरनाक लड़ाकू विमान राफेल भारतीय एयरफोर्स में शामिल हो गया है। फ्रांस से पांच लड़ाकू विमान राफेल भारत पहुंच गया है। अंबाला में राफेल विमानों की लैंडिग हुई है। पूरा भारत इस समय गर्व से सिर उठाकर पूरी दुनिया के सामने खड़ा है। ऐसे में भारतीय क्रिकेटरों ने भी ट्वीट कर राफेल विमानों की भारत में आने पर अपना रिएक्शन दिया है। भारतीय क्रिकेट मनोज तिवारी ने तो ट्वीट में ये बात भी लिख दी है कि राफेल के भारत में उतरने के साथ ही पड़ोसी देशों में भूकंप आ गया होगा। मनोज तिवारी के अलावा शिखर धवन ने भी ट्वीट कर अपना रिएक्शन दिया है।
धवन ने अपने ट्वीट में इसे इनक्रेडिबल इंडिया मोमेंट करार दिया है। सुरेश रैना ने भी ट्वीट कर इस मौके पर अपना रिएक्शन दिया है। रैना ने इसे भारतीय वायुसेना का गौरवशाली क्षण करार दिया है।
गौरतलब है कि राफेल दुनिया का सबसे ताकतवर विमान है। इस विमान के जरिए मिसाइल को सैकड़ों किलोमीटर तक अचूक निशाना के साथ छोड़ा जा सकता है। ट्विटर पर भारतीय लोग राफेल को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं।
राफेल का पहला बैच अंबाला हरियाणा के अंबाला में उतरा है। गौरतलब है कि भारत ने फ्रांस से राफेल डील के तहत 36 विमान खरीदे हैं। इनमें से पहले पांच विमान बुधवार को अंबाला एयरफोर्स स्टेशन पर उतरे हैं। पूरे के पूरे 36 विमान 2022 के पहले भारत को डिलीवर कर दिए जाएंगे। (एनडीटीवी)
ब्रिस्बेन, 30 जुलाई। दुनिया की नंबर एक महिला टेनिस खिलाड़ी ऐशले बार्टी अमेरिकी ओपन से हट गई हैं। वह कोरोना वायरस महामारी के बीच यात्रा करके जोखिम नहीं उठाना चाहतीं। 24 साल की ऑस्ट्रेलियाई बार्टी वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण न्यूयॉर्क में 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होने वाले ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट से हटने वाली अब तक की सबसे हाई प्रोफाइल खिलाड़ी हैं।
बार्टी ने गुरुवार को एसोसिएटेड प्रेस को ईमेल से भेजे बयान में कहा, 'मेरी टीम और मैंने फैसला किया है हम वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन और अमेरिकी ओपन के लिए इस साल यात्रा नहीं करेंगे।'
उन्होंने कहा, 'मुझे ये दोनों प्रतियोगिताएं पसंद हैं इसलिए यह मुश्किल फैसला था, लेकिन कोविड-19 के कारण अब भी काफी जोखिम है और मैं अपनी टीम और स्वयं को इस स्थिति में डालने को लेकर सहज नहीं हूं।'
बार्टी ने अब तक फैसला नहीं किया है कि वह पिछले साल जीते फ्रेंच ओपन खिताब का बचाव करेंगी या नहीं। (आजतक)
मैनचेस्टर, 30 जुलाई । दिग्गज तेज गेंदबाज कर्टनी वॉल्श का मानना है कि वेस्टइंडीज ने दूसरे और तीसरे टेस्ट में हार के दौरान टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी का न्योता देकर गलती की।वॉल्श का मानना है कि वेस्टइंडीज ने पहला टेस्ट जीतने के बाद सुरक्षित रवैया अपनाने की कोशिश की और इसके कारण उसे सीरीज गंवानी पड़ी।
वेस्टइंडीज ने साउथम्पटन में पहला टेस्ट चार विकेट से जीता था लेकिन ओल्ड ट्रैफर्ड में दूसरे और तीसरे टेस्ट में उसे शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे इंग्लैंड ने विजडन ट्रॉफी दोबारा जीत ली।
वॉल्श ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, 'वे संभवत: सोच रहे थे कि हम 1-0 से आगे हैं, चलो सुरक्षित होकर खेलते हैं और अगले दो टेस्ट में हार से बचने की कोशिश करते हैं और मुझे लगता है कि यहां उन्होंने वह किया जो इंग्लैंड चाहता था।'
वेस्टइंडीज की ओर से 132 टेस्ट में 519 विकेट चटकाने वाले वॉल्श ने कहा, 'दो बार टॉस जीतना और बल्लेबाजी नहीं करना, यह अच्छा सवाल है जिनका उन्हें जवाब देना है। मुझे लगता है कि हमने संभवत: इससे सीरीज गंवा दी।'
वॉल्श ने हालांकि पहले टेस्ट में हार के बाद वापसी का श्रेय इंग्लैंड की टीम को दिया। उन्होंने कहा, 'लेकिन इसके बावजूद आप इंग्लैंड से श्रेय नहीं छीन सकते। उन्होंने शानदार क्रिकेट खेला। उनके पास कुछ शीर्ष स्तरीय गेंदबाज हैं और ब्रॉड दूसरे टेस्ट में खुद को साबित करने के इरादे से उतरे और फिर इस लय को जारी रखा। एक बार लय में आने के बाद इंग्लैंड ने दबदबा बनाया।' (भाषा)
कराची, 30 जुलाई । आजीवन प्रतिबंध से निकलकर मोहम्मद अजहरूद्दीन का क्रिकेट जीवन अब सामान्य हो गया है। लेकिन भारत के पूर्व कप्तान का कहना है कि उन्हें वास्तव में नहीं पता कि उन पर प्रतिबंध क्यों लगाया। दिसंबर 2000 में बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग में शामिल होने को लेकर अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था।
लंबी कानूनी लड़ाई के बाद आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने 2012 में वह प्रतिबंध वापिस लिया। क्रिकेट पाकिस्तान.कॉम को दिए इंटरव्यू में अजहर ने कहा, जो कुछ हुआ, उसके लिए मैं किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहता। मुझे नहीं पता कि मुझ पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया था।
उन्होंने कहा, लेकिन मैंने लडऩे का फैसला किया और मुझे खुशी है कि 12 साल बाद मुझे पाक-साफ करार दिया गया। हैदराबाद क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनने और बीसीसीआई की सालाना आम बैठक में भाग लेने से मुझे बहुत संतोष मिला।
भारत के लिए 99 टेस्ट में 6125 रन और 334 वनडे में 9378 रन बनाने वाले अजहर के नाम पर 2019 में राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम रखा गया। भारत के गुलाबी गेंद से पहले टेस्ट से पूर्व ईडन गार्डन की परिक्रमा करने वाले चुनिंदा पूर्व क्रिकेटरों में वह भी शामिल थे।
अजहर ने कहा कि उन्हें टेस्ट मैचों का सैकड़ा पूरा नहीं कर पाने का कोई मलाल नहीं है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि जो किस्मत में होता है, वही मिलता है। मुझे नहीं लगता कि 99 टेस्ट का मेरा रेकॉर्ड टूटेगा क्योंकि अच्छा खिलाड़ी तो 100 से ज्यादा टेस्ट खेलेगा ही।
उन्होंने बताया कि कैसे पाकिस्तान के महान बल्लेबाज जहीर अब्बास ने उन्हें खराब फॉर्म से निकलने में मदद की और कैसे बाद में उन्होंने उसी तरह यूनिस खान की मदद की। अजहर ने कहा, मुझे लगा था कि 1989 के पाकिस्तान दौरे के लिए मेरा चयन नहीं होगा क्योंकि मैं बहुत खराब फॉर्म में था।
मुझे याद है कि कराची में जहीर भाई हमारा अभ्यास देखने आए। उन्होंने पूछा कि मैं जल्दी आउट क्यों हो रहा हूं। मैंने समस्या बताई तो उन्होंने मुझे ग्रिप थोड़ी बदलने को कहा। मैंने वही किया और रन बनने लगे। (भाषा)
नई दिल्ली, 29 जुलाई (न्यूज18)। हार के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने बड़ी बात कहकर हर किसी का ध्यान वेस्टइंडीज क्रिकेट की तरफ खींचा। होल्डर ने इंग्लैंड से मदद मांगी है।
होल्डर ने माना कि पिछले कुछ साल वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए वित्तीय रूप से कठिन रहे हैं। कैरेबियाई कप्तान ने कहा कि वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाने में उनकी मदद करने के लिए इंग्लैंड इस साल के खत्म होने से पहले वेस्टइीज का दौरा करने पर विचार करें।
दुनिया के नंबर दो टेस्ट ऑलराउंडर होल्डर ने स्वीकार किया कि वेस्टइंडीज को अपने क्रिकेट को फंड करने में कठिनाई हो रही है। जिसमें टीम ए के दौरे और विकास के प्रोग्राम भी शामिल हैं। इस बात से हर कोई वाकिफ है कि विशेष रूप से इंग्लैंड के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट को फिर से शुरू करने वाली ऐतिहासिक सीरीज के लिए दौरे पर आने से पहले वेस्टइंडीज के खिलाडिय़ों की सैलरी में 50 प्रतिशत की कटौती की गई थी।
भले ही घर लौटने के बाद वेस्टइंडीज के खिलाड़ी कैरेबियन प्रीमियर लीग में हिस्सा लेंगे, मगर उनका इंटरनेशनल कैलेंडर अनिश्चित है। होल्डर ने कहा कि उनका बोर्ड सिर्फ इंग्लैंड और भारत की मेजबानी करके ही कमाई कर सकते हैं। इसीलिए होल्डर ने इंग्लैंड बोर्ड से वेस्टइंडीज दौरे का आग्रह किया। (न्यूज18)
नई दिल्ली, 29 जुलाई। हर फैन की कोशिश जिंदगी में एक बार अपने हीरो से मिलने की होती है और कई फैंस की किस्मत भी अच्छी होती है कि उन्हें अपने हीरो को न सिर्फ करीब से देखने का मौका मिलता है, बल्कि सेल्फी लेने और बात करने का भी समय मिल जाता है। मोहम्मद शाहाब खौरी इन्हीं फैंस में से एक रहे, जिन्हें पाकिस्तान के स्टार गेंदबाज हारिस रऊफ के साथ सेल्फी लेने का मौका मिला।
सेल्फी लेने के बाद फैन के मन मे सवाल उठा कि आखिर क्यों हारिस रऊफ पाकिस्तान में ही हैं। टीम के साथ इंग्लैंड नहीं गए। इसका जवाब खोजने के लिए फैन ने गूगल सर्च किया।
हालांकि स्टार गेंदबाज के साथ सेल्फी लेने की इस फैन की खुशी जल्द ही चिंता में बदल गई। दरअसल फैन को बाद में मालूम चला कि उसने जिस क्रिकेटर के साथ सेल्फी ली है, वो कोरोना से संक्रमित हैं। दरअसल इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सभी खिलाडिय़ों का कोरोना टेस्ट करवाया था और कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद रऊफ को इंग्लैंड दौरे पर गई पाकिस्तानी टीम से बाहर कर दिया गया था।
दरअसल रऊफ के साथ सेल्फी लेने के बाद फैन को यह देखकर हैरानी हुई कि आखिर क्यों वो पाकिस्तान में ही हैं और टीम के साथ इंग्लैंड दौरे पर नहीं गए। इसके बाद फैन ने गूगल पर सर्च किया और फिर उसे मालूम चला कि रऊफ कोरोना से संक्रमित हैं और इसी वजह से वह सीरीज का हिस्सा नहीं है। बाद में रऊफ की जगह मोहम्मद आमिर को टीम में शामिल किया गया। जो कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद इंग्लैंड गए।
6 में से पांच बार पॉजिटिव
रऊफ का 6 बार कोरोना टेस्ट हुआ, जिसमें 5 बार वह पॉजिटिव आए। जबकि चयन के लिए खिलाड़ी को लगातार दो टेस्ट में नेगेटिव आना पड़ता है। रऊफ का पांचवां टेस्ट नेगेटिव आया था, मगर अगले टेस्ट में वह फिर से पॉजिटिव पाए गए। यही नहीं दौरे से पहले रऊफ ने पाकिस्तान की क्वारंटाइन गाइडलाइन का उल्लंघन किया था। जिसका परिणाम उन्हें इस महामारी की चपेट में आकर चुकाना पड़ा। (न्यूज18)
त्रिनिदाद एंड टोबैगो, 29 जुलाई। कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) टी20 टूर्नामेंट अगले महीने शुरू होगा जिसके पहले दिन ट्रिनिबागो नाइटराइडर्स का सामना गयाना अमेजन वारियर्स तथा मौजूदा चैंपियन बारबाडोस ट्रिडेंट्स का सेंट कीट्स एंड नेविस पैट्रियट से होगा।
सीपीएल के मुख्य कार्यकारी डेमियन ओडोनो ने कहा कि टूर्नामेंट का आयोजन 18 अगस्त से 10 सितंबर के बीच दो स्थानों पर किया जाएगा। इनमें से त्रिनिदाद एवं टोबैगो में टरूबा स्थित ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी में 23 मैच खेले जाएंगे जिसमें सेमीफाइनल और फाइनल भी शामिल हैं। बाकी दस मैच पोर्ट ऑफ स्पेन के क्वीन्स पार्क ओवल में खेले जाएंगे।
कोरोना वायरस के कारण खेल गतिविधियां ठप्प पडऩे के बाद वेस्टइंडीज की टीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाली पहली टीमों में एक है। उसने इंग्लैंड के खिलाफ इस महीने के शुरू में साउथम्पटन में पहला टेस्ट मैच खेला था जिसमें चार विकेट से जीत दर्ज की थी। इंग्लैंड ने दूसरा टेस्ट और तीसरा टेस्ट जीत कर 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली है।
पिछले महीने ब्रिटेन पहुंचने पर दो सप्ताह तक पृथकवास पर रहने वाले कैरेबियाई क्रिकेटर्स को वेस्टइंडीज लौटने के बाद टी20 प्रारूप के अनुरूप ढलना होगा।
इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला की तरह छह टीमों का टूर्नामेंट सीपीएल भी खाली स्टेडियमों में जैव सुरक्षित वातावरण में खेला जाएगा तथा कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिये इसमें कड़े नियमों का पालन किया जाएगा।
टूर्नामेंट के बारे में जानकारी देते हुए ओडोनो ने कहा, लंबे इंतजार के बाद जब खेल की वापसी हुई तो हमने देखा कि लोगों ने इसमें कितनी अधिक दिलचस्पी दिखायी। सीपीएल में लोगों की अधिक दिलचस्पी होगी क्योंकि यह वापसी करने वाला पहला फ्रेंचाइजी टी20 टूर्नामेंट होगा।(भाषा)
पैरालंपिक गेम्स की मेजबानी के लिए भी तैयार
दोहा, 29 जुलाई (भाषा)। कतर ने ओलंपिक 2032 और पैरालंपिक खेलों की मेजबानी करने की इच्छा जताते हुए अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को एक पत्र लिख कर इसकी जानकारी दी है। प्राकृतिक गैस भंडार के लिए मशहूर इस खाड़ी देश की कोशिश दुनिया के सबसे बड़े खेलों को पहली बार पश्चिम-एशिया में कराने की है। कतर 2022 में फीफा वल्र्ड कप की मेजबानी करेगा।
कतर ओलंपिक समिति के अध्यक्ष शेख जोआन बिन हमद बिन खलीफा अल-थानी ने एक बयान में कहा, 'आज की घोषणा के साथ ही आईओसी की भविष्य मेजबानी आयोग के साथ सार्थक बातचीत की शुरुआत हुई। इससे यह भी पता चलेगा कि ओलंपिक खेल कतर के दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों का समर्थन कैसे कर सकते हैं।'
उन्होंने कहा, 'कई वर्षों तक हमारे देश के विकास में खेल का बहुत बड़ा योगदान रहा है। यह शांति और संस्कृति के आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए खेल का उपयोग करने की हमारी इच्छा को दर्शाता है। हमारे पहले के अच्छे रिकार्ड और अनुभव आयोग के साथ हमारी चर्चा का आधार बनेगा।'
ओलंपिक का आयोजन आम तौर पर जुलाई-अगस्त के महीने में होता है लेकिन इस मौसम में कतर में काफी गर्मी होती है। गर्मी के कारण ही फीफा ने वर्ल्ड कप को जून-जुलाई की जगह नवंबर-दिसंबर 2022 में कराने का फैसला किया है। कतर ने पिछले साल विश्व ट्रैक एवं फील्ड चैंपियनशिप का आयोजन सितंबर अक्टूबर में आउटडोर स्टेडियम में एयर कंडीशन के इस्तेमाल के साथ किया था। अगले ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी 2021 में टोक्यो के पास है जबकि इनका आयोजन 2024 में पेरिस और 2028 में लॉस एंजिल्स में होगा।(भाषा)
नई दिल्ली, 29 जुलाई। मुनाफ पटेल ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी ओर से एक अहम योगदान देते नजर आ रहे हैं। मुनाफ अपने गांव में कोरोना से लोगों की मदद के लिए कोविड सेंटर चला रहे हैं। पटेल ने इसकी तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है। बता दें मुनाफ पटेल ने कोविड सेंटर बनाने के लिए अपनी जगह दी है और बाहर से गांव आ रहे लोगों को वहां क्वारेंटाइन कर रहे हैं। पटेल के इस काम की तारीफ सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। मुनाफ पटेल के द्वारा बनाए गए इस कोविड सेंटर में लोगों की हर एक जरूरत की चीजें मौजूद हैं, यहां पर लोगों के खाने-पीने का भरपूर ध्यान भी रखा जा रहा है। कोरोना के कारण उनका गांव भी चपेट में आया था, ऐसे में उन्होंने खुद से ही कोविड सेंटर खोलने का फैसला किया।
मुनाफ खुद कोविड सेंटर जाकर लोगों का हाल-चाल भी लेते हैं और साथ ही स्वास्थ्य विभाग से लगातार संपर्क में रहकर लोगों के लिए दवाईयां उपलब्ध करा रहे हैं। गौरतलब है कि मुनाफ 2011 में भारतीय टीम के विश्व विजेता टीम का हिस्सा रहे हैं।
मुनाफ के काम की तारीफ में गौतम गंभीर ने भी उन्हें बधाई दी है। गंभीर ने मुनाफ के इस कार्य को महान बताया और ये भी कहा है कि इस लड़ाई में हर एक साथ हैं। मुनाफ के तस्वीर पर युवराज सिंह ने भी कमेंट कर उनको बधाई दी और साथ ही कहा है कि आप जो ये काम कर रहे हैं वो महान काम है।
मुनाफ ने अपने करियर में 13 टेस्ट, 70 वनडे और 3 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले। पटेल ने 13 टेस्ट में कुल 35 विकेट हासिल किए तो वहीं वनडे में 86 विकेट लेने में सफल रहे हैं। इसके अलावा टी-20 इंटरनेशनल में 4 विकेट लेने में सफल रहे। 2011 विश्व कप में पटेल ने 8 मैच खेले थे और 11 विकेट लेने में सफलता पाई थी। (एनडीटीवी)
नई दिल्ली, 29 जुलाई। सचिन तेंडुलकर को दुनिया का सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शामिल किया जाता है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें थीं जिन्हें सचिन भी हासिल नहीं कर पाए। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव के मुताबिक सचिन निर्दयी बल्लेबाज नहीं थे। उन्होंने कहा सचिन इतने निष्ठुर नहीं थे कि वह अपने शतक को 200 या 300 में बदल सकें।
सचिन तेंडुलकर के नाम मार्वेन अट्टापट्टू, वीरेंदर सहवाग, जावेद मियांदाद , यूनिस खान , और रिकी पॉन्टिंग की तरह की तरह टेस्ट क्रिकेट में छह दोहरे शतक हैं। सर डॉन ब्रैडमैन इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं जिनके नाम 12 दोहरे शतक हैं।
सचिन के पास जितनी प्रतिभा थी उतनी मैंने किसी और में नहीं देखी। वह जानते थे कि शतक कैसे लगाना है लेकिन वह कभी निष्ठुर बल्लेबाज नहीं बने। सचिन के पास क्रिकेट में सब कुछ था। वह शतक बनाना जानते थे लेकिन उस शतक को दोहरे शतक और तिहरे शतक में बदलना उन्हें नहीं आता था।
उन्होंने कहा, सचिन को कम से कम तीन ट्रिपल सेंचुरी और 10 डबल सेंचुरी लगानी चाहिए थी क्योंकि वह फास्ट बोलर और स्पिनर दोनों को हर ओवर में चौका लगा सकते थे।
सचिन ने भारत के लिए 200 टेस्ट मैच खेले और 15921 रन बनाए। उनका बल्लेबाजी औसत 53.78 का था। टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक लगाने वाले सचिन ने अपना पहला दोहरा शतक लगाने में 10 साल का वक्त लिया। न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 217 रन बनाकर उन्होंने अपनी पहली डबल सेंचुरी लगाई। सचिन के टीम के साथी खिलाड़ी और भारतीय टीम के कोच रहे कपिल देव को लगता है कि बड़ा स्कोर न बड़ा बना पाने की जड़ें सचिन की मुंबई स्कूल ऑफ बैटिंग में हैं।
कपिल ने कहा कि सचिन को शतक बनाने के बाद निर्मम रवैया अपनाते हुए गेंदबाजों पर धावा बोल देना चाहिए था। हालांकि, उन्होंने इसके बिलकुल उलट किया और शतक बनाने के बाद सिंगल लेना शुरू कर देते थे।
मौजूदा दौर की बात करें तो भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम सात दोहरे शतक हैं। वह सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं। तिहरे शतक की बात करें तो भारत के सिर्फ दो ही बल्लेबाज ऐसा कर सके हैं। वीरेंदर सहवाग ने दो बार और करुण नायर ने एक बार ऐसा किया है। (नवभारत टाईम्स)