कारोबार
नई दिल्ली, 16 फरवरी । फॉक्सवैगन समूह और महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (एमएंडएम) ने इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म इंग्लो के लिए फॉक्सवैगन के एमईबी कंपोनेंट्स के पहले आपूर्ति समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस सौदे में कुछ इलेक्ट्रिक कंपोनेंट्स के साथ यूनिफाइड सेल्स की आपूर्ति भी शामिल है। समझौते के साथ, फॉक्सवैगन और महिंद्रा अपने सहयोग को और गहरा कर रहे हैं जो 2022 में एक साझेदारी समझौते और एक टर्म शीट के साथ शुरू हुआ था।
दोनों कंपनियां सहयोग के संभावित विस्तार का मूल्यांकन करना जारी रखेंगी। महिंद्रा फॉक्सवैगन की बैटरी स्ट्रेटेजी के कोर एलिमेंट यूनिफाइड सेल्स कांसेप्ट का उपयोग करने वाला पहला बाहरी भागीदार होगा।
आपूर्ति समझौता कई वर्षों तक चलेगा और जीवनकाल में इसकी कुल मात्रा लगभग 50 गीगावॉट ऑवर होगी। फॉक्सवैगन समूह और महिंद्रा का लक्ष्य भारतीय ऑटोमोटिव बाजार में अपने ई-मोबिलिटी पदचिह्न को मजबूत करना और क्षेत्र में विद्युतीकरण में तेजी लाना है।
महिंद्रा ने दिसंबर 2024 से अपने नए उद्देश्य-निर्मित इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म आईएनजीएलओ के आधार पर भारत में पांच सभी इलेक्ट्रिक एसयूवी लॉन्च करने की योजना बनाई है। 2023 में प्रति वर्ष पांच मिलियन से अधिक नए वाहनों के साथ भारत दुनिया के सबसे बड़े ऑटोमोटिव बाजारों में से एक है। आने वाले वर्षों में ईवी सेगमेंट की में पेसैंजर कारों में तेजी आने की उम्मीद है।
फॉक्सवैगन के एमईबी प्लेटफॉर्म और उसके कंपोनेंट्स का उपयोग समूह ब्रांड फॉक्सवैगन,ऑडी स्कोडा और सीट कपरा के साथ-साथ फोर्ड और महिंद्रा जैसे बाहरी भागीदारों द्वारा किया जाता है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 फरवरी । लाल सागर क्षेत्र में भू-राजनीतिक संकट के कारण वैश्विक जहाजों की आवाजाही बाधित होने के बावजूद जनवरी में देश का निर्यात 3.1 फीसदी बढ़कर 36.92 अरब डॉलर हो गया। पिछले साल जनवरी में यह 35.8 अरब डॉलर था।
वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि जनवरी 2024 में देश का व्यापारिक आयात भी एक साल पहले की तुलना में तीन प्रतिशत बढ़कर 54.41 अरब डॉलर हो गया, हालाँकि दिसंबर 2023 के 58.25 अरब डॉलर की तुलना मे यह कम है।
व्यापारिक व्यापार घाटा कम होकर नौ महीने के निचले स्तर 17.49 अरब डॉलर पर आ गया, जो देश के व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों की मजबूती दर्शाता है। इससे रुपये पर दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
दिसंबर 2023 में व्यापारिक व्यापार घाटा 19.80 अरब डॉलर था।
लाल सागर के आसपास हूती विद्रोहियों द्वारा व्यापारिक जहाजों पर किए गए हमलों ने व्यापार को बाधित कर दिया है। शिपमेंट को अब अफ्रीका के दक्षिणी सिरे पर केप ऑफ गुड होप के माध्यम से लंबे मार्ग से भेजना पड़ता है जिसके कारण परिवहन लागत में वृद्धि हुई है। इससे माल की समग्र आवाजाही भी धीमी हो गई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यूरोप के साथ भारत का लगभग 80 प्रतिशत माल व्यापार - जो लगभग 14 अरब डॉलर प्रति माह है - आमतौर पर लाल सागर से होकर गुजरता है। इन सामानों को अब अफ्रीका के रास्ते लंबे मार्ग पर लगभग पाँच हजार अतिरिक्त समुद्री मील की दूरी तय करनी पड़ती है, जिसमें लगभग 15 दिन ज्यादा लगते हैं।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 15 फरवरी । आईटी और सॉफ्टवेयर प्रमुख आईबीएम ने कहा कि भारत एक मजबूत एआई गवर्नेंस फ्रेमवर्क बनाने के साथ ग्लोबल एआई हब बनने की राह पर है। इसके लिए एआई उपकरणों की पहुंच, लागत कम करने और इसे स्वचालित करने की आवश्यकता है। साथ ही इसमें ऑफ-द-शेल्फ व्यवसाय में एम्बेडेड एआई वृद्धि भी शामिल है।
आईबीएम भारत और दक्षिण एशिया के प्रबंध निदेशक संदीप पटेल ने आईएएनएस को बताया, ''भारत सरकार ने एआई और भारतीय उद्यमों द्वारा इसे अपनाने और इसके निवेश पर जोर दिया है। आईबीएम एआई के उपयोग पर सरकार के साथ सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है।''
कंपनी द्वारा कराए गए नए शोध में पाया गया कि भारत में लगभग 59 प्रतिशत उद्यम-स्तर के संगठन अपने व्यवसायों में सक्रिय रूप से एआई का उपयोग कर रहे हैं।
'आईबीएम ग्लोबल एआई एडॉप्शन इंडेक्स 2023' में कहा गया था कि कंपनियां शुरुआती दौर में इसे अपना रही है। 74 प्रतिशत भारतीय उद्यम पहले से ही एआई के साथ काम कर रहे हैं, पिछले 24 महीनों में आर एंड डी और वर्कफोर्स री-स्किलिंग जैसे क्षेत्र एआई में अपने निवेश में तेेेजी लाए है।
संदीप पटेल ने कहा, ''हालांकि अभी भी इसमें तेजी लाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि कई व्यवसाय प्रयोग से आगे बढ़ने और एआई को बड़े पैमाने पर उपयोग में लाने से परहेज कर रहे हैं।''
उन्होंने कहा, ''आने वाले महीनों में इसकी पूरी क्षमता का दोहन करने के लिए जिम्मेदारी से एआई मॉडल बनाने के लिए डेटा और एआई गवर्नेंस टूल महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं, जिन पर उद्यम भरोसा कर सकते हैं और आत्मविश्वास से इसे अपना सकते हैं।
आगे कहा, ''डेटा गवर्नेंस टूल के उपयोग के बिना, एआई कंपनियों को डेटा गोपनीयता के मुद्दों, कानूनी जटिलताओं और नैतिक दुविधाओं से अवगत करा सकता है।''
एआई अपनाने के लिए मौजूदा चुनौतियां बनी हुई हैं, जिनमें सही कौशल वाले कर्मचारियों को काम पर रखना और नैतिक चिंताएं शामिल हैं, जो व्यवसायों को अपने संचालन में एआई प्रौद्योगिकियों को अपनाने से रोक रही हैं।
उद्यमों में लगभग 10 में से छह आईटी पेशेवरों ने कहा कि उनकी कंपनी सक्रिय रूप से जेनरेटिव एआई लागू कर रही है और अन्य 34 प्रतिशत इसकी खोज कर रहे हैं।
एआई की तैनाती या खोज करने वाली कंपनियों के लगभग 74 प्रतिशत आईटी पेशेवरों ने संकेत दिया है कि उनकी कंपनी ने पिछले 24 महीनों में आर एंड डी (67 प्रतिशत),रीस्किलिंग/कार्यबल विकास और मालिकाना एआई समाधानों के निर्माण (53 प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों में एआई में अपने निवेश या रोलआउट में तेजी लाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एआई को अपनाने में अभी कई तरह की बाधाएं सामने आ रही है।
(आईएएनएस)
रायपुर, 15 फरवरी। ज्ञान गंगा एजुकेशनल एकेडमी ने बताया कि विद्यार्थी जीवन मानव जीवन का सबसे सुनहरा पल माना जाता है। छात्र यहीं से ज्ञान अर्जित कर समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनता है। कक्षा 12वीं के बाद वह एक अलग दुनिया में प्रवेश करता है उसे वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सफलता अर्जित करने के लिये शिक्षा के साथ गुरुजनों का आशीर्वाद भी आवश्यक है।
एकेडमी ने बताया कि इसी संस्कार की परंपरा का पालन करते हुए विद्यालय के सभागार में कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों के उज्ज्वल परिणाम तथा सुखद भविष्य हेतु आशीर्वाद समारोह का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम शाला की अध्यक्षा श्रीमती मंजू शांडिल्य जी ने माँ सरस्वती के चरणों में माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। तत्पश्चात शिक्षकों ने अपने - अपने माध्यम से छात्रो के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। शिक्षकों ने गीत के माध्यम से भी विद्यार्थियों को परीक्षा में आत्मविश्वास बनाये रखने की प्रेरणा दी।
एकेडमी ने बताया कि कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक जिन शिक्षकों ने छात्रों को पढाया है सभी ने आशीर्वचन प्रदान किये। अंत में शाला की प्राचार्या श्रीमती प्रतिमा राजगोर जी ने डाक्यूमेंट्री फिल्म के माध्यम से सफलता के गुर सभी छात्रों को बताया। उन्होने विद्यालय के विद्यार्थियों के जीवन पर एक फिल्म भी दिखाई जिसमें छात्रों के बचपन से लेकर कक्षा 12वी तक के विद्यालयीन क्रियाकलापों को दिखाया गया जिसे देखकर छात्र-छात्राएँ बहुत प्रसन्न हुए। प्राचार्या ने केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा परीक्षा के लिये निर्धारित नियमों से भी छात्रों को अवगत कराया गया।
एकेडमी ने बताया कि कार्यक्रम के समापन अवसर पर विद्यालय की छात्र-छात्राओं ने सभी गुरुजनों को उनके आशीर्वचन के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया एवं सभी छात्र-छात्राओं को भोजन तथा मिष्ठान खिलाकर विदा किया गया।
रायपुर, 15 फरवरी। कैट ने बताया कि देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि आय कर के क़ानून 43(बी)एच को लेकर प्रदेश सहित देश भर के व्यापारियों में उपजी चिंताओं को लेकर कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री माननीया श्रीमती निर्मला सीतारमन जी से मुलाक़ात कर ज्ञापन सौंपा।
कैट ने बताया कि कैट ने इस विषय पर एक ज्ञापन देकर कहा कि देश का व्यापारी वर्ग सरकार के इस कदम का स्वागत करता है जी व्यापारियों के बृहद हित में है किंतु अभी देश भर में व्यापारियों को इसकी जानकारी न होने से इस क़ानून की पालना में परेशानियाँ आ रही है, इस दृष्टि से उन्होंने आग्रह किया कि इस क़ानून को एक वर्ष के लिए स्थगित किया जाये।
कैट ने बताया कि श्रीमती सीतारमन ने इस विषय पर व्यापारियों की चिंताओं को बेहद ध्यानपूर्वक सुनते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बेहद संवेदनशील है और इस मामले पर पूर्ण रूप से विचार किया जाएगा। राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि कैट ने अपने ज्ञापन में कहा है कि सरकार का यह निर्णय स्वागतयोग्य है क्योंकि आय कर क़ानून में इस धारा के जुडऩे से अब एमएसएमई सेक्टर को अपने द्वारा दिये गये माल का पेमेंट भुगतान अधिकतम 45 दिनों में मिल जाएगा जिससे व्यापारियों का पूँजी प्रवाह रुकेगा नहीं।
कैट ने बताया कि किंतु अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह क़ानून व्यापारियों पर लागू होगा अथवा नहीं वहीं जैसी क़ानून से जुड़े अन्य अनेक विषय हैं, जिनका स्पष्टीकरण आवश्यक है, ताकि क़ानून की पालना की जा सके। कैट ने आग्रह किया है कि जब तक इस क़ानून से संबंधित विषयों पर स्पष्टीकरण न आ जाए तथा देश भर में व्यापारियों को जेसी क़ानून के बारे में पर्याप्त जानकारी न मिल जाये, तब तक इस क़ानून को स्थगित रखा जाये। कैट ने सरकार से आग्रह किया है कि इस क़ानून को 1 अप्रैल, 2024 की बजाय 1 अप्रैल, 2025 से लागू किया जाये अर्थात् फि़लहाल इस क़ानून को 1 वर्ष के लिए स्थगित किया जाये।
रायपुर, 15 फरवरी। कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रों और संकाय सदस्यों द्वारा आज सुबह विश्वविद्यालय में स्थित देवी सरस्वती की दिव्य मूर्ति की पूजा करके वसंत पंचमी उत्सव मनाया गया। शंखनाद के साथ शुरू हुई पूजा में भाग लेने के लिए विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य और छात्र रिसेप्शन में एकत्र हुए।
कलिंगा विवि ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार देवी सरस्वती की पूजा छात्रों के लिए एक लोकप्रिय त्योहार है। शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों के जीवन में इसका बहुत महत्व है क्योंकि देवी सरस्वती को ज्ञान की देवी के रूप में पूजा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस शुभ दिन पर देवी सरस्वती की पूजा करने से ज्ञान का आशीर्वाद मिलता है। देवी सरस्वती की मूर्ति को फूलों और केले के पत्तों से खूबसूरती से सजाया गया था।
विवि ने बताया कि पूजा, हवन किया गया और मिठाई का भोग लगाया गया। सभी पुरुष प्रतिभागियों ने पीले पारंपरिक कुर्ता पायजामा, महिलाओं ने पारंपरिक पीली साड़ी और सलवार सूट पहने हुए थे। समारोह में डॉ. लिन्सी रॉय, उप कुलसचिव, लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर, प्रभारी-छात्र कल्याण अधिष्ठाता, डॉ. ए विजयानंद, कुलानुशासक, डॉ. संजीव कुमार यादव, निदेशक खेल, डॉ. स्मिता प्रेमानंद, फैशन डिजाइनिंग विभाग की प्रमुख की उपस्थिति रही।
विवि ने बताया कि सुश्री प्रीति मनहर, मुख्य वार्डन गर्ल्स हॉस्टल, सभी बॉयज़ हॉस्टल के वार्डन- श्री महेश साफी, श्री उत्तम तारोने और श्री सुनील नायक। सुश्री नीतू सिंह, सुश्री अनामिका शुक्ला, सुश्री निकिता जोशी सहायक डीएसडब्ल्यू, श्री शेख अब्दुल कादिर, डिप्टी डीएसडब्ल्यू, सुश्री आयुषी कुचानवार, श्री तोशन तारक, श्री अंश बत्रा, श्री हर्ष खरे, श्री यूनुस रिज़वी, सुश्री महक शर्मा, सुश्री प्रीति और अन्य उपस्थित थे।
विवि ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के छात्रावासों के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।
रायपुर, 15 फरवरी। चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष श्री अमर पारवानी के नेतृत्व में चेंबर प्रतिनिधिमंडल ने माननीय डॉ.गौरव कुमार सिंह जी, जिलाधीश रायपुर एवं रायपुर पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह जी से सौजन्य मुलाकात कर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, उपाध्यक्ष नरेंद्र हरचंदानी, मनोज जैन, जय नानवानी, मंत्री- निलेश मुंधड़ा, शंकर बजाज, राजेंद्र खटवानी, लोकेश साहू, युवा चेम्बर उपाध्यक्ष हिमांशु वर्मा, छत्तीसगढ़ फटाका व्यापारी संघ प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
हैदराबाद, 15 फरवरी। एनएमडीसी के अध्यपक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्तत्न प्रभार) अमिताभ मुखर्जी ने बताया कि भारत के सबसे बड़े लौह अयस्कल उत्पा्दक एनएमडीसी ने वित्तय वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में मजबूत वित्तीमय और भौतिक प्रदर्शन किया। अपने पिछले रिकार्ड को पार करते हुए खनन प्रमुख ने तीसरी तिमाही में विगत वर्ष की इसी अवधि की तुलना में टर्न ओवर और कर पूर्व लाभ में (असाधारण व्यअय के पश्चाोत)क्रमश: 45 त्न एवं 64 त्नकी वृद्धि दर्ज की। अपने असाधारण प्रदर्शन से नए मानदंड स्थापित करते हुए एनएमडीसी ने वित्तव वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में उच्च तम उत्पासदन और बिक्री क्रमश: 12.22 एमटी और 11.39 एमटी दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पात्नदन एवं बिक्री में क्रमश: 15 त्न एवं 19 त्नकी वृद्धि है।
श्री मुखर्जी ने बताया कि एनएमडीसी का टर्न ओवर तथा कर पूर्व लाभ(असाधारण व्यरय को छोडक़र) वित्तं वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में क्रमश: रूपए 5410 करोड़ तथा रूपए 2000 करोड़ रहा जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में टर्न ओवर में 45 त्नतथा कर पूर्व लाभ में 64 त्नकी वृद्धि दर्शाता है, जबकि वित्तम वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में कर पश्चावत लाभ 68 त्नबढक़र रूपए 1492 करोड़ हो गया है। वित्त वर्ष के 9 माह का संचयी उत्पा़दन 31.78 एमटी रहा जबकि बिक्री 31.94 एमटी तक पहुंच गई। कंपनी की स्थाभपना से लेकर अब तक के 9 माह के असाधारण संचयी उत्पा दन के साथ एनएमडीसी वित्त. वर्ष 24 की चौथी तिमाही में तीव्र गति से प्रवेश कर रहा है। उत्पा दन तथा बिक्री के संचयी आंकड़ों में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पोदन में 19 त्नतथा बिक्री में 24 त्नकी तीव्र वृद्धि हुई है।
श्री मुखर्जी ने बताया कि एनएमडीसी ने रूपए 5.75 प्रति शेयर की दर से पहला अंतरिम लाभांश भी घोषित किया, जो कि रूपए 1/- के अंकित मूल्ये वाले शेयर का 575 त्नहै। श्री अमिताभ मुखर्जी, अध्यपक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्तत्न प्रभार) ने प्रदर्शन पर टिप्पमणी करते हुए कहा कि भारत में इस्पापत की मांग तेजी से बढ़ रही है और इसमें समग्र जीडीपी में प्रगति के अनुरूप उच्चस गति बने रहने की आशा है । इस्पाित की मांग में बढ़ती हुई वृद्धि के अनुरूप एनएमडीसी अपने उत्पा दन क्षमता को बढ़ा रहा है तथा उद्योग की घरेलू मांग को पूरा करने के लिए सुरक्षित आपूर्ति शृंखला का निर्माण कर रहा है। कंपनी के वित्तीतय एवं भौतिक आंकड़े प्रौद्योगिकी में हमारे विवेकपूर्ण निवेश तथा नवोन्मेंष को दर्शाते हैं जिससे हमें उच्चं प्रतिफल प्राप्त हो रहा है।
न्यूयॉर्क, 15 फरवरी । चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया का बाजार पूंजीकरण बुधवार को बढ़कर 1.83 लाख करोड़ डॉलर हो गया, जो अल्फाबेट के 1.82 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, सांता क्लारा स्थित चिपमेकर के शेयर की कीमत 2.5 प्रतिशत बढ़कर 739 डॉलर हो गए, जबकि अल्फाबेट के शेयर 145.94 डॉलर पर बंद हुए।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सप्ताह की शुरुआत में एनवीडिया ने अमेज़ॅन को पीछे छोड़ दिया और 2002 के बाद पहली बार मंगलवार को उच्च बाजार पूँजीकरण के साथ बंद हुआ।
एनवीडिया के शेयर 2023 से लगातार तेजी से चढ़ रहे हैँ। निवेशकों ने बिग टेक कंपनियों के शेयरों को खरीदा, जिससे आसमान छूती ब्याज दरों की पृष्ठभूमि में बाजार में तेजी आई और एसएंडपी 500 इंडेक्स एक साल में 24 फीसदी उछल गया।
एनवीडिया वॉल स्ट्रीट पर हावी होने वाले एआई उन्माद का सबसे बड़ा लाभार्थी रहा है। सीएनएन ने बताया कि 2023 में 239 प्रतिशत बढ़ने के बाद इस साल स्टॉक 49 प्रतिशत बढ़ा है।
अधिकांश मैग्नीफिसेंट सेवन, तकनीकी शेयरों का समूह, जिसने तेजी के बाजार का नेतृत्व किया है, इस साल और भी चढ़ रहा है, जिसमें एनवीडिया अग्रणी है। लेकिन कुछ निवेशकों को संदेह है कि वे पिछले साल के अपने चौंका देने वाले लाभ की बराबरी नहीं कर पाएंगे।
मॉर्निंगस्टार के मुख्य अमेरिकी बाजार रणनीतिकार डेव सेकेरा ने सोमवार को एक नोट में लिखा, "इस कंपनी का मूल्यांकन बहुत तेज विकास दर पर आधारित है। कुछ भी जो संभावित रूप से विकास दर को पटरी से उतार सकता है, उसका मूल्यांकन पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।" .
सीएनएन ने बताया, "निवेशकों को सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए।"
(आईएएनएस)
मुंबई, 14 फरवरी । जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बुधवार को बैंकिंग शेयरों में नए सिरे से खरीददारी के कारण घरेलू बाजार में दिन के निचले स्तर से सुधार हुआ। बुधवार को बंद होने के समय सेंसेक्स 267.64 अंक या 0.37 प्रतिशत ऊपर 71,822.83 पर था, जबकि निफ्टी 96.80 अंक या 0.45 प्रतिशत ऊपर 21,840.05 पर बंद हुआ।
नायर ने कहा कि एसेट क्वालिटी में सुधार और राजकोषीय विवेक पर सरकार के निरंतर फोकस से पीएसयू बैंक में खरीददारी हुई, लेकिन फिर भी हाई वैलुएशन को लेकर चिंताएं बनी रहीं।
इस उम्मीद को यूके के अनुकूल मुद्रास्फीति आंकड़ों से और समर्थन मिला, जिससे व्यापक सुधार में योगदान मिला।
हालांकि, उम्मीद से अधिक अमेरिकी सीपीआई जारी होने के बाद आईटी शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा गया, जिससे ब्याज दरों में कटौती में संभावित देरी और ग्राहकों के खर्च पर इसके असर को लेकर चिंता बढ़ गई।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, अमेरिकी मुद्रास्फीति उम्मीद से अधिक आने के बाद लाल निशान में खुल कर घरेलू शेयर बाजार में तेजी आई और दिन के उच्चतम स्तर के करीब बंद हुए।
वैश्विक मोर्चे पर, अमेरिकी मुद्रास्फीति उम्मीद से 0.3 प्रतिशत अधिक हो गई, जिससे निकट अवधि में दरों में कटौती की उम्मीद नहीं है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 फरवरी । ग्लोबल मोबिलिटी फिनटेक स्टार्टअप मूव ने बुधवार को कहा कि उसने भारत में अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए अग्रणी उद्यम ऋण फंड स्ट्राइड वेंचर्स से नए ऋण फंडिंग में 10 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
स्टार्टअप ने एक बयान में कहा, ''नई पूंजी का उपयोग भारतीय बेड़े को 5,000 से ज्यादा करने और दिल्ली, पुणे और कोलकाता सहित नए बाजारों में विस्तार करने के लिए किया जाएगा।''
मूव के क्षेत्रीय प्रबंध निदेशक बिनोद मिश्रा ने कहा, ''हमारे वाहनों ने 4.2 मिलियन से अधिक यात्राएं पूरी की हैं, जिससे भारत के मोबिलिटी सेक्टर पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है। स्ट्राइड वेंचर्स के मजबूत समर्थन के साथ हम अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए, देश भर में वाहन स्वामित्व को बदलने के लिए मजबूती से खड़े हैं।''
गुरुग्राम मुख्यालय वाले मूव ने बेंगलुरु, मुंबई और हैदराबाद में अपनी उपस्थिति स्थापित की है।
स्ट्राइड वेंचर्स के मैनेजिंग पार्टनर अपूर्व शर्मा ने कहा, "मूव के साथ हमारा गठबंधन पूरे भारत में वाहन स्वामित्व पहुंच को बदलने के लिए तैयार है, जो सामाजिक और आर्थिक उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण छलांग है।"
अफ्रीका, मध्य पूर्व, यूरोप और एशिया के नौ बाजारों में परिचालन करते हुए, मूव यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका (ईएमईए) में उबर के टॉप व्हीकल सप्लाई पार्टनर और इसके सबसे बड़े ग्लोबल फ्लीट पार्टनर के रूप में उभरा है।
स्टार्टअप ने कहा, वर्तमान में, वैश्विक स्तर पर मूव-फाइनेंस वाहनों में 30 मिलियन से ज्यादा यात्राएं पूरी हो चुकी हैं।
कंपनी दुनिया भर के उभरते बाजारों में मोबिलिटी एंटरप्रेन्योर के लिए एक एकीकृत, राजस्व-आधारित वाहन फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म बनाने के लिए टेक्नोलॉजी और प्रोडक्टिविटी डेटा का उपयोग करती है, जिनके पास व्हीकल या व्हीकल फाइनेंसिंग तक सीमित या कोई पहुंच नहीं है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 फरवरी । भारतीय बैंकों को ऊँची ब्याज दरों के बावजूद जमा में कमी के कारण विकास और लाभ अनुपात में मंदी का सामना करना पड़ रहा है।
पिछले साल अक्टूबर-से-दिसंबर तिमाही में अधिकांश प्रमुख बैंकों ने आय में वृद्धि दर्ज की, लेकिन सख्त तरलता और बढ़ती फंडिंग लागत के कारण शुद्ध ब्याज अनुपात (एनआईएम) में गिरावट आई।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, बड़े बैंकों में वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में केवल पंजाब नेशनल बैंक का एनआईएम बढ़ा।
संपत्ति के हिसाब से देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने वेतन बिल में वृद्धि से संबंधित 71 अरब रुपये के खर्च को शामिल करने के बाद कम शुद्ध आय दर्ज की।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को ऋणदाताओं की ग्राहक संपत्ति रखने वाले एआईएफ में निवेश करने से रोक दिया है। इस कदम का उद्देश्य ऋण वसूली को रोकना है। ऋणदाताओं को एक महीने के भीतर एआईएफ होल्डिंग्स का विनिवेश करना होगा या प्रावधानों को अलग रखना होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्योग समूहों का अनुमान है कि यह निर्देश अरबों के बैंक निवेश को प्रभावित करेगा और संभावित रूप से विकास में बाधा डालेगा।
भारतीय बैंक जमा वृद्धि ऋण वृद्धि के मुकाबले कमजोर बनी हुई है। दिसंबर 2023 में जारी आरबीआई डेटा के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022-23 में ऋण उठाव 15 प्रतिशत बढ़ा जबकि जमा वृद्धि 11 फीसदी ही रही।
नोमुरा की 8 फरवरी की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बढ़ते अंतर ने ऋण और जमा के अनुपात को 10 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया है। इसके लिए आरबीआई द्वारा नीति को कड़ा करने के उपायों को आंशिक रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है।
आरबीआई कर्मचारियों के 18 जनवरी के शोध पत्र के अनुसार, भारतीय खुदरा ऋण में वृद्धि जारी रहने की संभावना है। असुरक्षित ऋणों में तेजी से वृद्धि के बारे में केंद्रीय बैंक की चिंताओं के बावजूद बैंकों ने खुदरा ऋण में वृद्धि देखी है। ये 2023 में बैंक पोर्टफोलियो के 35 प्रतिशत तक पहुंच गए, जो 2007 में 25 प्रतिशत थे। प्रतिक्रिया स्वरूप, केंद्रीय बैंक ने नवंबर 2023 में असुरक्षित व्यक्तिगत ऋण पर जोखिम भार बढ़ा दिया।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 14 फरवरी। वेदांता एल्यूमिनियम ने बताया कि भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने प्राथमिक एल्यूमिनियम के लिए एक नया ई-सुपरस्टोर वेदांता मेटल बाजार लांच करने की घोषणा की है जिससे देश में एल्यूमिनियम खरीदने व बेचने के तरीके में बड़ा बदलाव होगा।
वेदांता ने बताया कि लांच के साथ ही यह सुपरस्टोर 750 से अधिक एल्यूमिनियम उत्पाद पेश कर रहा है जिनमें वेदांता एल्यूमिनियम की विस्तृत रेंज शामिल है। इस प्लेटफॉर्म पर ए.आई. आधारित प्राइस डिस्कवरी उपलब्ध है जिसकी मदद से ग्राहक कीमतों के उतार-चढ़ाव के बीच भी बेमिसाल सौदा प्राप्त कर सकते हैं।
वेदांता ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध उत्पादों में इंगॉट्स, बिलेट्स, प्राइमरी फाउंड्री अलॉय (पीएफए), वायर रॉड्स, रोल्ड प्रोडक्ट, फ्लिप कॉइल्स, हॉट मेटल और रिस्टोरा (भारत का पहला लो-कार्बन एल्यूमिनियम) शामिल हैं। इसके अलावा यह सुपरस्टोर कस्टमाइज़ सॉल्यूशन भी पेश करता है जिन्हें कंपनी के ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार किया जाता है।
वेदांता ने बताया कि एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव, बिल्डिंग व कंस्ट्रक्शन, ऊर्जा वितरण, रक्षा आदि अहम उद्योगों के लिए एल्यूमिनियम महत्वपूर्ण कच्चा माल है। विश्व में ऊर्जा में बदलाव हेतु इसे महत्वपूर्ण धातु माना गया है। यह नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते क्षेत्रों के लिए बेहद अहम है।
वेदांता ने बताया कि इसी वजह से एल्यूमिनियम को भविष्य की धातु का खिताब दिया गया है। हालांकि अब तक एल्यूमिनियम खरीदना एक पेचीदा और बहुत संसाधन खपाने वाली प्रक्रिया थी। खरीददारों को कीमतों के उतार-चढ़ाव पर निगाह रखनी होती है, अनेक पैरामीटरों पर मोलभाव करना होता है जो कि अक्सर बहुत जटिल और समय खपाने वाला काम होता है।
वेदांता ने बताया कि लॉजिस्टिक की योजना बनानी होती है और वित्तीय समाधान हेतु फॉलोअप करना पड़ता है जिसमें अक्सर ऑर्डर डिलिवरी के बारे में कोई स्पष्टता नहीं दिखती। खरीददार को अनदेखे अवरोधों के कारण गंभीर उत्पादन एवं वित्त संबंधी नुकसान की आशंका होती है और उसके अहम संसाधन फंस जाते हैं।
रायपुर, 14 फरवरी। दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर के प्राचार्य रघुनाथ मुखर्जी ने बताया कि औपचारिक समारोह में वर्षों से छात्र-शिक्षक संबंधों की पावर प्वाइंट प्रस्तुति के साथ बुजुर्गों और युवाओं की भावनाओं को उजागर करते हुए यादों का खजाना सामने आया। डेबोनेयर टक्सीडो और सुंदर साडिय़ों में पहने बारहवीं कक्षा के छात्रों का पारंपरिक शैली में स्वागत किया गया।
श्री मुखर्जी ने बताया कि इससे पहले ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों ने मेजबान के रूप में अभिनय करते हुए उनके संस्मरणों को हमेशा के लिए कैद करने के लिए लगाए गए फ्लेक्स पर हस्ताक्षर किए। प्रत्येक छात्र का अनुकरण करने वाले असाधारण शीर्षकों के साथ मेजबान टीम द्वारा विदेशी हस्तनिर्मित कार्ड का भी अनुरोध किया गया था।
श्री मुखर्जी ने बताया कि मिस प्रियंका खरे और सुनीता मिश्रा ने बैच को बॉन-वॉयेज के जिंगल की शुभकामनाएं दीं, जिन्होंने उन्हें याद दिलाया कि वे केवल सफलता के पीछे न भागें, बल्कि अच्छे इंसान बनने को प्राथमिकता दें। उन्होंने मंत्र जाप करने, ध्यान के रूप में अपने माता-पिता और भगवान के साथ अपने भावनात्मक दबाव को साझा करने पर भी जोर दिया।
श्री मुखर्जी ने बताया कि इससे निश्चित रूप से उन्हें अपनी बाधाओं से लडऩे और आशावाद, दृढ़ विश्वास और ईमानदारी के साथ जीवन जीने में मदद मिलेगी। प्रिंसिपल, रघुनाथ मुखर्जी ने भी अपने जीवन के अनुभव, अध्यात्मवाद में विश्वास को अपनी कर्मनिष्ठा की भावना को पुनर्जीवित करने के प्रेरक के रूप में साझा किया।
श्री मुखर्जी ने बताया कि साथ ही उन्होंने छात्रों को अवसाद और काम के दबाव से लडऩे के लिए यही सलाह दी। उन्हें स्कूल के राजदूत के रूप में खुद को और दूसरों को रोशन करने के लिए जागृत करने को सफलता का पर्याय बताकर प्रेरित किया गया। यहां तक कि कम संसाधन वाले एक बच्चे को शिक्षित करने की प्रतिज्ञा भी छात्रों द्वारा गंभीरता से दोहराई गई।
रायपुर, 14 फरवरी। न्यू राजेन्द्र नगर स्थित एसबीएच आई हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि में मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद अब चश्मे की ज़रूरत नहीं है। मोतियाबिंद की सर्जरी में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर खास तरह के लेंस का प्रत्यारोपण किया जाता है अत: सर्जरी के बाद 90त्न मरीज ओ को चश्मा लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती और पहले से काफ़ी अच्छा नजर आने लगता है । अब एसबीएच आई हॉस्पिटल में नवीनतम तकनीक द्मद्ग लेंस मोतियाबिंद की सर्जरी में लगाए जा रहे हैं, जो कि सिर्फ महानगरों में उपलब्ध थे।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया किएसबीएच आई हॉस्पिटल अब मध्यभारत के चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जो यह सुविधा देता है। शहर के कुछ मरीज इस सुविधा से लाभान्वित हुए हैं और सर्जरी से मिले परिणामों से खुश हैं। उन्होंने एसबीएच आई हॉस्पिटल की इस पहल की सराहना की है। उल्लेखनीय है कि इस सर्जरी के उत्कृष्ट परिणाम देखने को मिले, जिससे मरीज़ों को पहले से बेहतर गुणवत्तापूर्ण जीवन मिला।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि मोतियाबिंद की सर्जरी की इस अत्याधुनिक तकनीक के अलावा एसबीएच आई हॉस्पिटल में चश्मा हटाने की सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध है। एसबीएच हॉस्पिटल दो दशकों से भी अधिक समय से रायपुर में नेत्र व स्त्री रोग चिकित्सा के क्षेत्र में सेवाएँ दे रहा है। अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित न्यू राजेन्द्र नगर में एसबीएच हॉस्पिटल अब एक वृहद परिसर में संचालित की जा रही है।
नई दिल्ली, 14 फरवरी । मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एप्पल के मिक्स्ड रियलिटी (एमआर) हेडसेट विजन प्रो को आजमाया और बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी का क्वेस्ट 3 एआर/वीआर हेडसेट एक बेहतर प्रोडक्ट है, कम महंगा और ज्यादा इमर्सिव है।
एक वीडियो मैसेज में जुकरबर्ग ने कहा कि क्वेस्ट 3 सात गुना कम महंगा है।
उन्होंने कहा, ''क्वेस्ट बेहतर मूल्य प्रदान करता है और बेहतर प्रोडक्ट है। कुल मिलाकर, क्वेस्ट उन अधिकांश चीजों के लिए बेहतर है, जिनके लिए लोग मिक्स्ड रियलिटी का उपयोग करते हैं।''
उन्होंने कहा कि क्वेस्ट 3 का वजन 120 ग्राम कम है, जिससे इसे लंबे समय तक पहनना अधिक आरामदायक हो जाता है।
जुकरबर्ग ने कहा कि वायर्ड बैटरी पैक की कमी और ऐप्पल विज़न प्रो की तुलना में व्यापक दृश्य क्षेत्र के कारण यह अधिक गति की अनुमति देता है।
मेटा सीईओ ने कहा, "मैंने यह भी देखा कि जब आप घूमते हैं तो एप्पल के हेडसेट का मोशन ब्लर हो जाता है, जबकि क्वेस्ट काफी क्रिस्प है। विजन प्रो की स्क्रीन का रिजॉल्यूशन अधिक है और यह वास्तव में अच्छा है।''
लेकिन, वह इस बात से सरप्राइज थे कि एप्पल को इनपुट के लिए डिवाइस की क्वालिटी, कंफर्ट, एर्गोनॉमिक्स और डिस्प्ले के अन्य पहलुओं में कितने बदलाव करने पड़े।
जुकरबर्ग ने कहा, ''क्वेस्ट कंट्रोलर्स का सपोर्ट करता है जो गेम के लिए अच्छे हैं। दोनों हेडसेट हैंड ट्रैकिंग को सपोर्ट करते हैं। एप्पल की आई ट्रैकिंग वाकई अच्छी है। वास्तव में हमारे पास क्वेस्ट प्रो में वे सेंसर थे, हमने उन्हें क्वेस्ट 3 के लिए हटा दिया और हम भविष्य में उन्हें वापस लाने जा रहे हैं।''
उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मुझे आश्चर्य है कि क्वेस्ट उन अधिकांश चीजों के लिए बहुत बेहतर है, जिनके लिए लोग इन हेडसेट्स का उपयोग करते हैं, उस मूल्य अंतर के साथ।"
एप्पल विजन प्रो की कीमत 3,499 डॉलर है, जबकि मेटा क्वेस्ट 3 के 128 जीबी मॉडल की कीमत 499.99 डॉलर से शुरू होती है।
वीडियो के अंत में, जुकरबर्ग ने अपनी टीम को धन्यवाद दिया जो बहुत लंबे समय से वीआर हेडसेट बना रही है।
(आईएएनएस)
रायपुर, 14 फरवरी। नाकोड़ा ग्रुप रायपुर ने बताया कि स्व. श्री श्याम लाल गोयल मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन विगत 20 वर्षों की भाँति इस वर्ष भी गोयल केमिकल, सड्डू, रायपुर, छत्तीसगढ़ में किया गया। दिनांक 10 फरवरी 2024 से प्रारंभ होकर 11 फरवरी 2024 दिन रविवार को इस स्पर्धा का समापन समारोह हुआ ।
ग्रुप ने बताया कि कुल 10 निम्न टीमें इस स्पर्धा मे भाग ले रही है-बैंक ऑफ बड़ौदा , नाकोड़ा टी एम टी, हेक्टर पाइप्स , कर्नाटका बैंक, इण्डियन ओवरसीस बैंक, इण्डियन बैंक, इंडसइंड बैंक, युनियन बैंक ऑफ इंडिया, एच डी एफ सी बैंक एवं एक्सिस बैंक।
ग्रुप ने बताया कि श्री नाकोड़ा इस्पात लिमिटेड द्वारा यह आयोजन हर वर्ष दो दिनो के लिये किया जाता हैं। इसमे मुख्यत: बैंकिंग प्रतिष्ठान एवम्? नाकोड़ा ग्रुप के कर्मचारियों बीच यह स्पर्धा होती है । उद्?घाटन समारोह मे नाकोड़ा ग्रुप के चेयरमैन श्री विरेंद्र गोयल, प्रेसिडेंट श्री रमेश गोयल एवं संचालक श्री संजय गोयल जी के साथ साथ सभी बैंक के अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
हीरा ग्रुप क़े सीएमडी श्री बी.एल.अग्रवाल जी कार्यक्रम मे उपस्थित हुये, उनके द्वारा सभी प्रतिभागियों को बधाई दी गयी एवं आगे अग्रसर होकर इसी प्रकार खेल भावना का सम्मान करने को कहा एवं संस्थान क़े चेयरमैन श्री वीरेन्द्र गोयल जी द्वारा विजयी टीम को बधाइयाँ देने के साथ साथ आगामी वर्ष – 2025 में होने वाले क्रिकेट मैच में ‘एक कदम महिला सशक्तिकरण की ओर’ के लिये महिला क्रिकेट मैच करने का भी आश्वासन दिया गया। मैच के उपरांत पुरस्कार वितरण, रंगारंग कार्यक्रम तत्पश्चात रात्रिभोज सम्पन्न हुआ ।
नाकोड़ा टी एम टी एवं हेक्टर पाइप्स आयोजन समिति के सदस्यगण सफल बनाने में विशेष सहयोग रहा ।
रायपुर, 14 फरवरी। देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि प्रदेश सहित पूरे देश में व्यापारी वर्ग 15 जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक चलने वाले वर्तमान विवाह सीजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
कैट ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार इस अवधि के दौरान प्रदेश सहित देश भर में लगभग 42 लाख विवाह आयोजित होने की संभावना है, जिससे विवाह संबंधित खरीदारी और सेवाओं के माध्यम से लगभग 5.5 लाख करोड़ रुपये की भारी धन राशि देश भर के बाज़ारों में आएगी।
कैट ने बताया कि यह आँकलन कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की रिसर्च शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के 30 विभिन्न शहरों के व्यापारी और सेवा प्रदाताओं से बातचीत के आधार पर किया गया है। प्रदेश सहित देश भर में लगभग 42 लाख विवाह आयोजित होने की संभावना है जिससे करीब 1.5 लाख करोड़ का व्यापारिक राजस्व मिलेगा।
कैट ने बताया कि पिछले साल, 14 दिसंबर को समाप्त हुए विवाह सीजन में लगभग 35 लाख विवाह हुए थे, जिनके खर्च का अनुमान 4.25 लाख करोड़ था। इस विवाह सीजन के दौरान, अनुमान है कि लगभग 5 लाख विवाह की प्रति विवाह लागत 3 लाख होगी, जबकि लगभग 10 लाख विवाह की प्रति विवाह की लागत लगभग 6 लाख होगी।
कैट ने बताया कि इसके अतिरिक्त, 10 लाख विवाहों की अनुमानित लागत प्रति विवाह 10 लाख होगी, वहीं 10 लाख विवाह की लागत 15 लाख प्रति विवाह होगी। जबकि 6 लाख विवाह 25 लाख की लागत से होना अपेक्षित है। इसके अलावा 60 हजार विवाह जिनकी लागत प्रति विवाह 50 लाख होगी, और 40 हजार विवाह जिनकी लागत 1 करोड़ से अधिक होगी।
कैट ने बताया कि समग्र रूप से, इस छह महीने के दौरान, विवाह संबंधित खरीदारियों एवं सेवाओं के ज़रिये से लगभग 5.5 लाख करोड़ के व्यापार का अनुमान है। श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा कि इस वैवाहिक माँग को देखते हुए देश भर के संबंधित व्यापारियों ने विवाह संबंधित सामग्रियों की पर्याप्त स्टॉकिंग की है ताकि ग्राहकों की पसंद और मांग को पूरा किया जा सके।
रायपुर, 14 फरवरी। गुरूदेव श्रीश्री रवि शंकर ने बताया कि सरस्वती कोई व्यक्ति नहीं है। चेतना का वह तत्व जो कभी नीरस नहीं होता बल्कि जीवन के उत्साह और सार से परिपूर्ण होता है, वह सरस्वती है। देवी सरस्वती ज्ञान, संगीत और ध्यान का अवतार हैं। विद्या की देवी सरस्वती का स्वरूप एवं संकल्पना विश्व में अद्वितीय है।
उन्होंने बताया कि यदि हम देवी सरस्वती के प्रतीकात्मक स्वरुप को देखें तो उनके एक हाथ में वीणा है और दूसरे हाथ में पुस्तक है। पुस्तक बाएं मस्तिष्क की गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करती है, और वीणा, जो संगीत संकाय का प्रतिनिधित्व करती है वह रचनात्मक पक्ष को दर्शाती है और दाएं मस्तिष्क को सक्रिय करती है। उनके हाथ में जप माला है जो जीवन के ध्यान संबंधी पक्ष को दर्शाती है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा गान (संगीत), ज्ञान (बौद्धिक ज्ञान), और ध्यान (ध्यान) इन तीनों तत्वों से ही परिपूर्ण हो सकती है। केवल जब कोई इन तीनों में पारंगत हो, तभी आप किसी को शिक्षित या सभ्य कह सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि बच्चे संगीत और योग सीखें और हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनमें वैज्ञानिक सोच भी हो।
उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे वे बड़े हों, उनमें जिज्ञासु मन और वैज्ञानिक सोच बनाए रखने के लिए प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें। माँ सरस्वती का वाहन हंस दर्शाया गया है। ऐसा कहा जाता है कि यदि हंस के सामने दूध और पानी का मिश्रण रखा जाए तो वह पानी और दूध को अलग कर देगा।
उन्होंने बताया कि यह विवेक की शक्ति का प्रतीक है, जिसका उपयोग करके हम जीवन के अनुभवों से सकारात्मक शिक्षा लेते हैं और नकारात्मकता को पीछे छोड़ देते हैं। आप देखेंगे कि देवी सरस्वती के साथ मोर भी है। मोर हर समय नृत्य नहीं करता बल्कि बारिश से ठीक पहले नृत्य करता है और अपने शानदार रंग प्रदर्शित करता है। यह सही ज्ञान को सही स्थान और सही समय पर व्यक्त करने की क्षमता को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि देवी सरस्वती वह चेतना हैं जो विभिन्न प्रकार की विद्याओं से स्पंदित होती हैं। वे आध्यात्मिक प्रकाश का स्रोत हैं तथा सभी अज्ञानता को दूर करने वाली है। देवी सरस्वती सभी ज्ञान का स्रोत हैं। वे वीणा वादन करती हैं। वीणा मानव शरीर का प्रतिनिधित्व करती है।
रायपुर, 14 फरवरी। एनटीपीसी ने बताया कि आर. के. सिंह, माननीय विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आज रायपुर में एनटीपीसी द्वारा आयोजित भारतीय विद्युत स्टेशन ओ एंड एम सम्मेलन (आईपीएस 2024) के उद्घाटन समारोह में वर्चुअल मोड के द्वारा शामिल हुए।
यह प्रमुख कार्यक्रम 1982 में सिंगरौली में एनटीपीसी की पहली इकाई के ऐतिहासिक कमीशनिंग के अवसर को याद करने के लिए आयोजित किया जाता है। आर. के. सिंह, माननीय विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बिजली क्षेत्र में एनटीपीसी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि एनटीपीसी दक्षता और विश्वसनीयता के लिए एनटीपीसी की ब्रांड छवि अच्छी तरह से स्थापित हो गई है, और मैं कंपनी को अपनी मौजूदा क्षमता को ।3+ गीगावाट से बढ़ाकर 150 गीगावाट करने की कल्पना करता हूं।
उन्होंने आगे कहा, आज, एनटीपीसी भारत में सबसे श्रेष्ठ और सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रमों में से एक के रूप में उभरा है। मैं कल्पना करता हूं कि एनटीपीसी दुनिया भर में अपने विद्युत संयंत्रों का प्रचालन करते हुए एक वैश्विक और बहु-राष्ट्रीय इकाई बने।
उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए फोर्सड आउटेज को कम करने के महत्व पर भी जोर दिया, और भारत के आर्थिक विकास को गति देने में एनटीपीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने एनर्जी ट्रांजिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि थर्मल और नवीकरणीय दोनों सह-अस्तित्व में रहेंगे। विश्व कोयला आधारित विद्युत के विरुद्ध नहीं है। हालांकि, हमारे वर्तमान और आगामी कोयला आधारित संयंत्रों के लिए, उत्सर्जन को कम करते हुए बढ़ती दक्षता को सुनिश्चित करने के लिए प्रणाली विकसित करना आज के समय की मांग है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे जैसे बड़े देश को और अधिक न्यूक्लियर ऊर्जा की आवश्यकता है। एनटीपीसी और एनपीसीआईएल के संयुक्त उद्यमों को जितनी जल्दी हो सके न्यूक्लियर ऊर्जा बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, जिससे निर्बाध लचीलापन विद्युत आपूर्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।
सैन फ्रांसिस्को, 14 फरवरी । अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस ने हाल के दिनों में कंपनी के चार अरब डॉलर से अधिक मूल्य के 2.4 करोड़ शेयर बेचे हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 1.2 करोड़ शेयरों की पहली बिक्री की घोषणा 9 फरवरी को एक नियामक फाइलिंग में की गई थी। इसके बाद मंगलवार को 1.2 करोड़ शेयरों की बिक्री की घोषणा की गई।
बेजोस ने 2022 में अमेज़न के अपने कुछ शेयर दान भी कर दिये थे। इससे पहले उन्होंने आखिरी बार 2021 में अमेज़न के शेयर बेचे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़न के शेयरों की उनकी बिक्री पिछले साल कीमतों में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि के बाद हुई है।
कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि बेजोस अगले साल कम से कम पाँच करोड़ अमेज़न शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं।
अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) के साथ एक फाइलिंग के अनुसार, अमेज़न के कार्यकारी अध्यक्ष जहां बेजोस ने कहा कि इसके अरबपति संस्थापक के पास अधिकतम पाँच करोड़ शेयर बेचने की ट्रेडिंग योजना थी।
फॉक्स बिजनेस की रिपोर्ट के अनुसार, बिक्री "कुछ शर्तों के अधीन" अगले साल 25 जनवरी को समाप्त होने वाली अवधि में होगी।
बेजोस हाल ही में 60 वर्ष के हो गए हैं। उनके पास अमेज़ॅन के लगभग एक अरब शेयर हैं। एसईसी फाइलिंग के अनुसार, अमेज़ॅन के सात अन्य अंदरूनी शेयरधारकों ने अमेज़न शेयरों को बेचने के लिए ट्रेडिंग की योजना बनाई है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 फरवरी । भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 163 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा दर्ज किया।
पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 31 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
हालांकि, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान परिचालन से सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू 4.5 प्रतिशत बढ़कर 5,504 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 5,264 करोड़ रुपए था।
बीएचईएल ने 2022-2023 की चौथी तिमाही में अपने तिमाही लाभ में गिरावट दर्ज की थी और तब से हर तिमाही में घाटा हुआ है। यह स्टील, तांबा और रबर जैसे प्रमुख कच्चे माल की उच्च लागत से जूझ रही है।
हाल के महीनों में तीनों वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं।
(आईएएनएस)
विश्व दलहन दिवस पर मार्गदर्शन
रायपुर, 13 फरवरी। रिलायंस फाउंडेशन ने बताया कि विश्व दलहन दिवस (10 फरवरी) पर, मानव और मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए दालों की खेती के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, रिलायंस फाउंडेशन ने कई राज्यों में रबी सीजन के दौरान अरहर, चना और उड़द की खेती करने वाले किसानों के लिए विशेषज्ञ बातचीत का आयोजन किया।
फाउंडेशन ने बताया कि कृषि विशेषज्ञों ने कटाई, कटाई के बाद की प्रक्रियाओं, कीट और रोग नियंत्रण और दालों के भंडारण से संबंधित मामलों में किसानों का सहयोग किया। रिलायंस फाउंडेशन पोषण-केंद्रित और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ तरीकों से आजीविका और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के अपने बड़े प्रयास के तहत दाल उत्पादक किसानों के साथ काम कर रहा है।
फाउंडेशन ने बताया कि तदनुसार, रिलायंस फाउंडेशन किसानों को बेहतर पैदावार के लिए उन्नत किस्मों तक पहुंचने, कम लागत के लिए नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने, फसल के मौसम में समय पर जानकारी प्राप्त करने और बेहतर पारिश्रमिक प्राप्त करने के लिए एफपीओ का लाभ उठाने में सहायता कर रहा है। विश्व दलहन दिवस पर, कई राज्यों में कई पहल की गईं।
फाउंडेशन ने बताया कि मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में, डीएफएस का महिला समुह किसानों को जल-गहन रबी चावल की खेती से बंगाल चने की खेती में स्थानांतरित करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
फाउंडेशन ने बताया कि इसी तरह के कार्यक्रम प्रदेश के रीवा और मंडला जिलों में भी आयोजित किये गये। छत्तीसगढ राज्य कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने ऑडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रायपुर और राजनांदगांव जिलों में किसानों के साथ बातचीत की, और उन्हें कटाई और कटाई के बाद, बंगाल चने में पोषक मूल्य के बारे में जागरूकता मिली।
रायपुर, 12 फरवरी। प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी. चैधरी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का मुख्य बजट विधानसभा में पेश किया है। बजट पर प्रदेश के सभी वर्गों से सकारात्मक प्रतिक्रिया आ रही है। इस बजट की विशेषता यह है कि 5 वर्ष में जी.डी.पी. दो गुना कर 10 लाख करोड़ तक पहुंचाने का महात्वाकांक्षी लक्ष्य इसमें रखा गया है।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तथा छ.ग. मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के इस बजट की सराहना करते हुए कहा है कि यह बजट समूचे प्रदेश के विकास का बजट है। इसमें गरीब, युवा, किसान, नारी सभी का खय़ाल रखा गया है। विशेषकर प्रदेश के वित मंत्री श्री ओ.पी. चैधरी ने ज्ञान के लिए खज़ाना खोल दिया है। मिर्जा एजाज बेग ने कहा है कि यह बजट मोदी जी की गारंटी वाला बजट है निश्चित रूप से इससे छत्तीसगढ़ की तक़दीर और तस्वीर बदलेगी और राज्य में तेजी से विकास होगा। बजट में वित्त मंत्री श्री चैधरी का तेवर नजर आ रहा है।
रायपुर, 13 फरवरी। चरामेति फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र ओझा ने बताया कि वे पिछले लगभग दो वर्ष से देश के प्राय: हर प्रदेश की भाषा / बोलियों की पुस्तकें आदि संकलित कर रहे हैं एवं अब तक लगभग 70 भाषा / बोलियों की पुस्तकें आदि उनके पास एकत्रित हो चुकी है।
श्री ओझा ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ी, सरगूजिहा, गोंडी, हल्बी, भतरी के अतिरिक्त आपके पास बिहार की अंगिका, बज्जिका, झारखंड की कुड़ुख, कुड़माली, मुण्डारी, हो, उत्तराखंड की कुमांउनी, रवाल्टी, सिक्किम की लेप्चा, लिम्बु, त्रिपुरा की कोकबोरोक, हिमाचल की महासुबी, बघाटी, कांगडी आदि भाषा-बोलियों की पुस्तकों का संकलन है।