कारोबार
रायपुर, 14 फरवरी। न्यू राजेन्द्र नगर स्थित एसबीएच आई हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि में मोतियाबिंद की सर्जरी के बाद अब चश्मे की ज़रूरत नहीं है। मोतियाबिंद की सर्जरी में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर खास तरह के लेंस का प्रत्यारोपण किया जाता है अत: सर्जरी के बाद 90त्न मरीज ओ को चश्मा लगाने की ज़रूरत नहीं पड़ती और पहले से काफ़ी अच्छा नजर आने लगता है । अब एसबीएच आई हॉस्पिटल में नवीनतम तकनीक द्मद्ग लेंस मोतियाबिंद की सर्जरी में लगाए जा रहे हैं, जो कि सिर्फ महानगरों में उपलब्ध थे।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया किएसबीएच आई हॉस्पिटल अब मध्यभारत के चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जो यह सुविधा देता है। शहर के कुछ मरीज इस सुविधा से लाभान्वित हुए हैं और सर्जरी से मिले परिणामों से खुश हैं। उन्होंने एसबीएच आई हॉस्पिटल की इस पहल की सराहना की है। उल्लेखनीय है कि इस सर्जरी के उत्कृष्ट परिणाम देखने को मिले, जिससे मरीज़ों को पहले से बेहतर गुणवत्तापूर्ण जीवन मिला।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया कि मोतियाबिंद की सर्जरी की इस अत्याधुनिक तकनीक के अलावा एसबीएच आई हॉस्पिटल में चश्मा हटाने की सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध है। एसबीएच हॉस्पिटल दो दशकों से भी अधिक समय से रायपुर में नेत्र व स्त्री रोग चिकित्सा के क्षेत्र में सेवाएँ दे रहा है। अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित न्यू राजेन्द्र नगर में एसबीएच हॉस्पिटल अब एक वृहद परिसर में संचालित की जा रही है।
नई दिल्ली, 14 फरवरी । मेटा के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एप्पल के मिक्स्ड रियलिटी (एमआर) हेडसेट विजन प्रो को आजमाया और बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी का क्वेस्ट 3 एआर/वीआर हेडसेट एक बेहतर प्रोडक्ट है, कम महंगा और ज्यादा इमर्सिव है।
एक वीडियो मैसेज में जुकरबर्ग ने कहा कि क्वेस्ट 3 सात गुना कम महंगा है।
उन्होंने कहा, ''क्वेस्ट बेहतर मूल्य प्रदान करता है और बेहतर प्रोडक्ट है। कुल मिलाकर, क्वेस्ट उन अधिकांश चीजों के लिए बेहतर है, जिनके लिए लोग मिक्स्ड रियलिटी का उपयोग करते हैं।''
उन्होंने कहा कि क्वेस्ट 3 का वजन 120 ग्राम कम है, जिससे इसे लंबे समय तक पहनना अधिक आरामदायक हो जाता है।
जुकरबर्ग ने कहा कि वायर्ड बैटरी पैक की कमी और ऐप्पल विज़न प्रो की तुलना में व्यापक दृश्य क्षेत्र के कारण यह अधिक गति की अनुमति देता है।
मेटा सीईओ ने कहा, "मैंने यह भी देखा कि जब आप घूमते हैं तो एप्पल के हेडसेट का मोशन ब्लर हो जाता है, जबकि क्वेस्ट काफी क्रिस्प है। विजन प्रो की स्क्रीन का रिजॉल्यूशन अधिक है और यह वास्तव में अच्छा है।''
लेकिन, वह इस बात से सरप्राइज थे कि एप्पल को इनपुट के लिए डिवाइस की क्वालिटी, कंफर्ट, एर्गोनॉमिक्स और डिस्प्ले के अन्य पहलुओं में कितने बदलाव करने पड़े।
जुकरबर्ग ने कहा, ''क्वेस्ट कंट्रोलर्स का सपोर्ट करता है जो गेम के लिए अच्छे हैं। दोनों हेडसेट हैंड ट्रैकिंग को सपोर्ट करते हैं। एप्पल की आई ट्रैकिंग वाकई अच्छी है। वास्तव में हमारे पास क्वेस्ट प्रो में वे सेंसर थे, हमने उन्हें क्वेस्ट 3 के लिए हटा दिया और हम भविष्य में उन्हें वापस लाने जा रहे हैं।''
उन्होंने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, मुझे आश्चर्य है कि क्वेस्ट उन अधिकांश चीजों के लिए बहुत बेहतर है, जिनके लिए लोग इन हेडसेट्स का उपयोग करते हैं, उस मूल्य अंतर के साथ।"
एप्पल विजन प्रो की कीमत 3,499 डॉलर है, जबकि मेटा क्वेस्ट 3 के 128 जीबी मॉडल की कीमत 499.99 डॉलर से शुरू होती है।
वीडियो के अंत में, जुकरबर्ग ने अपनी टीम को धन्यवाद दिया जो बहुत लंबे समय से वीआर हेडसेट बना रही है।
(आईएएनएस)
रायपुर, 14 फरवरी। नाकोड़ा ग्रुप रायपुर ने बताया कि स्व. श्री श्याम लाल गोयल मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन विगत 20 वर्षों की भाँति इस वर्ष भी गोयल केमिकल, सड्डू, रायपुर, छत्तीसगढ़ में किया गया। दिनांक 10 फरवरी 2024 से प्रारंभ होकर 11 फरवरी 2024 दिन रविवार को इस स्पर्धा का समापन समारोह हुआ ।
ग्रुप ने बताया कि कुल 10 निम्न टीमें इस स्पर्धा मे भाग ले रही है-बैंक ऑफ बड़ौदा , नाकोड़ा टी एम टी, हेक्टर पाइप्स , कर्नाटका बैंक, इण्डियन ओवरसीस बैंक, इण्डियन बैंक, इंडसइंड बैंक, युनियन बैंक ऑफ इंडिया, एच डी एफ सी बैंक एवं एक्सिस बैंक।
ग्रुप ने बताया कि श्री नाकोड़ा इस्पात लिमिटेड द्वारा यह आयोजन हर वर्ष दो दिनो के लिये किया जाता हैं। इसमे मुख्यत: बैंकिंग प्रतिष्ठान एवम्? नाकोड़ा ग्रुप के कर्मचारियों बीच यह स्पर्धा होती है । उद्?घाटन समारोह मे नाकोड़ा ग्रुप के चेयरमैन श्री विरेंद्र गोयल, प्रेसिडेंट श्री रमेश गोयल एवं संचालक श्री संजय गोयल जी के साथ साथ सभी बैंक के अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
हीरा ग्रुप क़े सीएमडी श्री बी.एल.अग्रवाल जी कार्यक्रम मे उपस्थित हुये, उनके द्वारा सभी प्रतिभागियों को बधाई दी गयी एवं आगे अग्रसर होकर इसी प्रकार खेल भावना का सम्मान करने को कहा एवं संस्थान क़े चेयरमैन श्री वीरेन्द्र गोयल जी द्वारा विजयी टीम को बधाइयाँ देने के साथ साथ आगामी वर्ष – 2025 में होने वाले क्रिकेट मैच में ‘एक कदम महिला सशक्तिकरण की ओर’ के लिये महिला क्रिकेट मैच करने का भी आश्वासन दिया गया। मैच के उपरांत पुरस्कार वितरण, रंगारंग कार्यक्रम तत्पश्चात रात्रिभोज सम्पन्न हुआ ।
नाकोड़ा टी एम टी एवं हेक्टर पाइप्स आयोजन समिति के सदस्यगण सफल बनाने में विशेष सहयोग रहा ।
रायपुर, 14 फरवरी। देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने बताया कि प्रदेश सहित पूरे देश में व्यापारी वर्ग 15 जनवरी से लेकर 15 जुलाई तक चलने वाले वर्तमान विवाह सीजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं।
कैट ने बताया कि एक अनुमान के अनुसार इस अवधि के दौरान प्रदेश सहित देश भर में लगभग 42 लाख विवाह आयोजित होने की संभावना है, जिससे विवाह संबंधित खरीदारी और सेवाओं के माध्यम से लगभग 5.5 लाख करोड़ रुपये की भारी धन राशि देश भर के बाज़ारों में आएगी।
कैट ने बताया कि यह आँकलन कनफ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) की रिसर्च शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के 30 विभिन्न शहरों के व्यापारी और सेवा प्रदाताओं से बातचीत के आधार पर किया गया है। प्रदेश सहित देश भर में लगभग 42 लाख विवाह आयोजित होने की संभावना है जिससे करीब 1.5 लाख करोड़ का व्यापारिक राजस्व मिलेगा।
कैट ने बताया कि पिछले साल, 14 दिसंबर को समाप्त हुए विवाह सीजन में लगभग 35 लाख विवाह हुए थे, जिनके खर्च का अनुमान 4.25 लाख करोड़ था। इस विवाह सीजन के दौरान, अनुमान है कि लगभग 5 लाख विवाह की प्रति विवाह लागत 3 लाख होगी, जबकि लगभग 10 लाख विवाह की प्रति विवाह की लागत लगभग 6 लाख होगी।
कैट ने बताया कि इसके अतिरिक्त, 10 लाख विवाहों की अनुमानित लागत प्रति विवाह 10 लाख होगी, वहीं 10 लाख विवाह की लागत 15 लाख प्रति विवाह होगी। जबकि 6 लाख विवाह 25 लाख की लागत से होना अपेक्षित है। इसके अलावा 60 हजार विवाह जिनकी लागत प्रति विवाह 50 लाख होगी, और 40 हजार विवाह जिनकी लागत 1 करोड़ से अधिक होगी।
कैट ने बताया कि समग्र रूप से, इस छह महीने के दौरान, विवाह संबंधित खरीदारियों एवं सेवाओं के ज़रिये से लगभग 5.5 लाख करोड़ के व्यापार का अनुमान है। श्री पारवानी एवं श्री दोशी ने कहा कि इस वैवाहिक माँग को देखते हुए देश भर के संबंधित व्यापारियों ने विवाह संबंधित सामग्रियों की पर्याप्त स्टॉकिंग की है ताकि ग्राहकों की पसंद और मांग को पूरा किया जा सके।
रायपुर, 14 फरवरी। गुरूदेव श्रीश्री रवि शंकर ने बताया कि सरस्वती कोई व्यक्ति नहीं है। चेतना का वह तत्व जो कभी नीरस नहीं होता बल्कि जीवन के उत्साह और सार से परिपूर्ण होता है, वह सरस्वती है। देवी सरस्वती ज्ञान, संगीत और ध्यान का अवतार हैं। विद्या की देवी सरस्वती का स्वरूप एवं संकल्पना विश्व में अद्वितीय है।
उन्होंने बताया कि यदि हम देवी सरस्वती के प्रतीकात्मक स्वरुप को देखें तो उनके एक हाथ में वीणा है और दूसरे हाथ में पुस्तक है। पुस्तक बाएं मस्तिष्क की गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करती है, और वीणा, जो संगीत संकाय का प्रतिनिधित्व करती है वह रचनात्मक पक्ष को दर्शाती है और दाएं मस्तिष्क को सक्रिय करती है। उनके हाथ में जप माला है जो जीवन के ध्यान संबंधी पक्ष को दर्शाती है।
उन्होंने बताया कि शिक्षा गान (संगीत), ज्ञान (बौद्धिक ज्ञान), और ध्यान (ध्यान) इन तीनों तत्वों से ही परिपूर्ण हो सकती है। केवल जब कोई इन तीनों में पारंगत हो, तभी आप किसी को शिक्षित या सभ्य कह सकते हैं। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि बच्चे संगीत और योग सीखें और हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनमें वैज्ञानिक सोच भी हो।
उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे वे बड़े हों, उनमें जिज्ञासु मन और वैज्ञानिक सोच बनाए रखने के लिए प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें। माँ सरस्वती का वाहन हंस दर्शाया गया है। ऐसा कहा जाता है कि यदि हंस के सामने दूध और पानी का मिश्रण रखा जाए तो वह पानी और दूध को अलग कर देगा।
उन्होंने बताया कि यह विवेक की शक्ति का प्रतीक है, जिसका उपयोग करके हम जीवन के अनुभवों से सकारात्मक शिक्षा लेते हैं और नकारात्मकता को पीछे छोड़ देते हैं। आप देखेंगे कि देवी सरस्वती के साथ मोर भी है। मोर हर समय नृत्य नहीं करता बल्कि बारिश से ठीक पहले नृत्य करता है और अपने शानदार रंग प्रदर्शित करता है। यह सही ज्ञान को सही स्थान और सही समय पर व्यक्त करने की क्षमता को दर्शाता है।
उन्होंने बताया कि देवी सरस्वती वह चेतना हैं जो विभिन्न प्रकार की विद्याओं से स्पंदित होती हैं। वे आध्यात्मिक प्रकाश का स्रोत हैं तथा सभी अज्ञानता को दूर करने वाली है। देवी सरस्वती सभी ज्ञान का स्रोत हैं। वे वीणा वादन करती हैं। वीणा मानव शरीर का प्रतिनिधित्व करती है।
रायपुर, 14 फरवरी। एनटीपीसी ने बताया कि आर. के. सिंह, माननीय विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आज रायपुर में एनटीपीसी द्वारा आयोजित भारतीय विद्युत स्टेशन ओ एंड एम सम्मेलन (आईपीएस 2024) के उद्घाटन समारोह में वर्चुअल मोड के द्वारा शामिल हुए।
यह प्रमुख कार्यक्रम 1982 में सिंगरौली में एनटीपीसी की पहली इकाई के ऐतिहासिक कमीशनिंग के अवसर को याद करने के लिए आयोजित किया जाता है। आर. के. सिंह, माननीय विद्युत और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने बिजली क्षेत्र में एनटीपीसी के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि एनटीपीसी दक्षता और विश्वसनीयता के लिए एनटीपीसी की ब्रांड छवि अच्छी तरह से स्थापित हो गई है, और मैं कंपनी को अपनी मौजूदा क्षमता को ।3+ गीगावाट से बढ़ाकर 150 गीगावाट करने की कल्पना करता हूं।
उन्होंने आगे कहा, आज, एनटीपीसी भारत में सबसे श्रेष्ठ और सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रमों में से एक के रूप में उभरा है। मैं कल्पना करता हूं कि एनटीपीसी दुनिया भर में अपने विद्युत संयंत्रों का प्रचालन करते हुए एक वैश्विक और बहु-राष्ट्रीय इकाई बने।
उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने और बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए फोर्सड आउटेज को कम करने के महत्व पर भी जोर दिया, और भारत के आर्थिक विकास को गति देने में एनटीपीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
उन्होंने एनर्जी ट्रांजिशन का उल्लेख करते हुए कहा कि थर्मल और नवीकरणीय दोनों सह-अस्तित्व में रहेंगे। विश्व कोयला आधारित विद्युत के विरुद्ध नहीं है। हालांकि, हमारे वर्तमान और आगामी कोयला आधारित संयंत्रों के लिए, उत्सर्जन को कम करते हुए बढ़ती दक्षता को सुनिश्चित करने के लिए प्रणाली विकसित करना आज के समय की मांग है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे जैसे बड़े देश को और अधिक न्यूक्लियर ऊर्जा की आवश्यकता है। एनटीपीसी और एनपीसीआईएल के संयुक्त उद्यमों को जितनी जल्दी हो सके न्यूक्लियर ऊर्जा बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, जिससे निर्बाध लचीलापन विद्युत आपूर्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।
सैन फ्रांसिस्को, 14 फरवरी । अमेज़न के संस्थापक जेफ बेजोस ने हाल के दिनों में कंपनी के चार अरब डॉलर से अधिक मूल्य के 2.4 करोड़ शेयर बेचे हैं।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 1.2 करोड़ शेयरों की पहली बिक्री की घोषणा 9 फरवरी को एक नियामक फाइलिंग में की गई थी। इसके बाद मंगलवार को 1.2 करोड़ शेयरों की बिक्री की घोषणा की गई।
बेजोस ने 2022 में अमेज़न के अपने कुछ शेयर दान भी कर दिये थे। इससे पहले उन्होंने आखिरी बार 2021 में अमेज़न के शेयर बेचे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़न के शेयरों की उनकी बिक्री पिछले साल कीमतों में लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि के बाद हुई है।
कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि बेजोस अगले साल कम से कम पाँच करोड़ अमेज़न शेयर बेचने की योजना बना रहे हैं।
अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) के साथ एक फाइलिंग के अनुसार, अमेज़न के कार्यकारी अध्यक्ष जहां बेजोस ने कहा कि इसके अरबपति संस्थापक के पास अधिकतम पाँच करोड़ शेयर बेचने की ट्रेडिंग योजना थी।
फॉक्स बिजनेस की रिपोर्ट के अनुसार, बिक्री "कुछ शर्तों के अधीन" अगले साल 25 जनवरी को समाप्त होने वाली अवधि में होगी।
बेजोस हाल ही में 60 वर्ष के हो गए हैं। उनके पास अमेज़ॅन के लगभग एक अरब शेयर हैं। एसईसी फाइलिंग के अनुसार, अमेज़ॅन के सात अन्य अंदरूनी शेयरधारकों ने अमेज़न शेयरों को बेचने के लिए ट्रेडिंग की योजना बनाई है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 फरवरी । भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 163 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा दर्ज किया।
पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 31 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
हालांकि, चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान परिचालन से सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी का स्टैंडअलोन रेवेन्यू 4.5 प्रतिशत बढ़कर 5,504 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 5,264 करोड़ रुपए था।
बीएचईएल ने 2022-2023 की चौथी तिमाही में अपने तिमाही लाभ में गिरावट दर्ज की थी और तब से हर तिमाही में घाटा हुआ है। यह स्टील, तांबा और रबर जैसे प्रमुख कच्चे माल की उच्च लागत से जूझ रही है।
हाल के महीनों में तीनों वस्तुओं की कीमतें बढ़ी हैं।
(आईएएनएस)
विश्व दलहन दिवस पर मार्गदर्शन
रायपुर, 13 फरवरी। रिलायंस फाउंडेशन ने बताया कि विश्व दलहन दिवस (10 फरवरी) पर, मानव और मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए दालों की खेती के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, रिलायंस फाउंडेशन ने कई राज्यों में रबी सीजन के दौरान अरहर, चना और उड़द की खेती करने वाले किसानों के लिए विशेषज्ञ बातचीत का आयोजन किया।
फाउंडेशन ने बताया कि कृषि विशेषज्ञों ने कटाई, कटाई के बाद की प्रक्रियाओं, कीट और रोग नियंत्रण और दालों के भंडारण से संबंधित मामलों में किसानों का सहयोग किया। रिलायंस फाउंडेशन पोषण-केंद्रित और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ तरीकों से आजीविका और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के अपने बड़े प्रयास के तहत दाल उत्पादक किसानों के साथ काम कर रहा है।
फाउंडेशन ने बताया कि तदनुसार, रिलायंस फाउंडेशन किसानों को बेहतर पैदावार के लिए उन्नत किस्मों तक पहुंचने, कम लागत के लिए नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने, फसल के मौसम में समय पर जानकारी प्राप्त करने और बेहतर पारिश्रमिक प्राप्त करने के लिए एफपीओ का लाभ उठाने में सहायता कर रहा है। विश्व दलहन दिवस पर, कई राज्यों में कई पहल की गईं।
फाउंडेशन ने बताया कि मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में, डीएफएस का महिला समुह किसानों को जल-गहन रबी चावल की खेती से बंगाल चने की खेती में स्थानांतरित करने में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
फाउंडेशन ने बताया कि इसी तरह के कार्यक्रम प्रदेश के रीवा और मंडला जिलों में भी आयोजित किये गये। छत्तीसगढ राज्य कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने ऑडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से रायपुर और राजनांदगांव जिलों में किसानों के साथ बातचीत की, और उन्हें कटाई और कटाई के बाद, बंगाल चने में पोषक मूल्य के बारे में जागरूकता मिली।
रायपुर, 12 फरवरी। प्रदेश के वित्त मंत्री ओ.पी. चैधरी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 का मुख्य बजट विधानसभा में पेश किया है। बजट पर प्रदेश के सभी वर्गों से सकारात्मक प्रतिक्रिया आ रही है। इस बजट की विशेषता यह है कि 5 वर्ष में जी.डी.पी. दो गुना कर 10 लाख करोड़ तक पहुंचाने का महात्वाकांक्षी लक्ष्य इसमें रखा गया है।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तथा छ.ग. मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सरकार के इस बजट की सराहना करते हुए कहा है कि यह बजट समूचे प्रदेश के विकास का बजट है। इसमें गरीब, युवा, किसान, नारी सभी का खय़ाल रखा गया है। विशेषकर प्रदेश के वित मंत्री श्री ओ.पी. चैधरी ने ज्ञान के लिए खज़ाना खोल दिया है। मिर्जा एजाज बेग ने कहा है कि यह बजट मोदी जी की गारंटी वाला बजट है निश्चित रूप से इससे छत्तीसगढ़ की तक़दीर और तस्वीर बदलेगी और राज्य में तेजी से विकास होगा। बजट में वित्त मंत्री श्री चैधरी का तेवर नजर आ रहा है।
रायपुर, 13 फरवरी। चरामेति फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र ओझा ने बताया कि वे पिछले लगभग दो वर्ष से देश के प्राय: हर प्रदेश की भाषा / बोलियों की पुस्तकें आदि संकलित कर रहे हैं एवं अब तक लगभग 70 भाषा / बोलियों की पुस्तकें आदि उनके पास एकत्रित हो चुकी है।
श्री ओझा ने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ी, सरगूजिहा, गोंडी, हल्बी, भतरी के अतिरिक्त आपके पास बिहार की अंगिका, बज्जिका, झारखंड की कुड़ुख, कुड़माली, मुण्डारी, हो, उत्तराखंड की कुमांउनी, रवाल्टी, सिक्किम की लेप्चा, लिम्बु, त्रिपुरा की कोकबोरोक, हिमाचल की महासुबी, बघाटी, कांगडी आदि भाषा-बोलियों की पुस्तकों का संकलन है।
रायपुर, 13 फरवरी। एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा पंडित दीन दयाल उपाध्याय, सभागार, रायपुर में 13 से 15 फरवरी, 2024 तक भारतीय विद्युत स्टेशन प्रचालन व अनुरक्षण, आईपीएस-2024 का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 13 फरवरी 1982 को उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी के सिंगरौली सुपर थर्मल पावर स्टेशन की पहली इकाई के चालू होने की वर्षगांठ मनाने के उपलक्ष्य में किया जा रहा है।
एनटीपीसी के कार्पोरेट कम्युनिकेशन्स विभाग के सीनियर मैनेजर सहदेव सेठी ने बताया कि समूह तब से पूरे भारत में 90 से अधिक स्थानों पर लगभग 74 गीगावॉट (जेवी सहित) तक बढ़ गया है, जिसमें थर्मल, गैस, हाइड्रो और नवीकरणीय शामिल हैं।
श्री सेठी ने बताया कि ऊर्जा-कुशल प्रौद्योगिकियों से लेकर प्रचालन व अनुरक्षण वर्कफ़्लो को सुव्यवस्थित करने तक, ओ एंड एम सम्मेलन-2024 सुरक्षा, विश्वसनीयता और लागत प्रभावी बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए नवीन रणनीतियों को उजागर करेगा।
श्री सेठी ने बताया कि इस सम्मेलन के दौरान तकनीकी सत्र और प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, सम्मेलन को ट्रेंडिंग थीम के साथ जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। इस वर्ष का विषय सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत प्रभावी बिजली उत्पादन के लिए ओ एंड एम प्रैक्टिस है।
श्री सेठी ने बताया कि इस कार्यक्रम में बिजली मंत्रालय, सीईए, सीईआरसी, एनटीपीसी और अन्य के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। सम्मेलन ऊर्जा पेशेवरों, शोधकर्ताओं, निर्माताओं, सेवा प्रदाताओं और इंजीनियरों के लिए अपने प्रचालन व अनुरक्षण के अनुभवों, उभरती प्रौद्योगिकियों और सर्वोत्तम उद्योग प्रणालियों पर जानकारी साझा करने के लिए एक आदर्श मंच है।
नई दिल्ली, 13 फरवरी । भारत में फ्रेशर्स को नौकरी देने का इरादा 2024 की पहली छमाही (जनवरी-जून 2024) में बढ़कर 68 प्रतिशत हो गया है। यह 2013 की पहली छमाही से छह प्रतिशत ज्यादा है, जिसमें ई-कॉमर्स और टेक स्टार्टअप आगे हैं। इसका खुलासा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में हुआ है।
शिक्षण और रोजगार समाधान प्रदाता टीमलीज एडटेक के अनुसार, नौकरी चाहने वालों की सभी श्रेणियों के लिए समग्र भर्ती की मंशा मामूली रूप से बढ़कर 79.3 प्रतिशत हो गई है, जो नए लोगों के लिए आने वाले महीनों में पॉजिटिव जॉब मार्केट का संकेत देती है।
नए लोगों के लिए सबसे ज्यादा नियुक्ति की मंशा वाले टॉप तीन उद्योग ई-कॉमर्स और प्रौद्योगिकी स्टार्टअप (55 प्रतिशत), इंजीनियरिंग और बुनियादी ढांचा (53 प्रतिशत) और दूरसंचार (50 प्रतिशत) हैं।
टीमलीज एडटेक के संस्थापक और सीईओ शांतनु रूज ने कहा, ''हमारा हालिया सर्वे भारत की विकास कहानी में नियोक्ताओं के भरोसे को दर्शाता है। संगठन अपने भविष्य के पथ के बारे में अधिक आश्वस्त हैं, जो नई प्रतिभाओं को भर्ती करने और अपने प्रतिभा पूल को मजबूत करने के उनके उच्च आत्मविश्वास को दर्शाता है।"
रिपोर्ट के अनुसार, नए लोगों के लिए ग्राफिक डिजाइनर, लीगल एसोसिएट, केमिकल इंजीनियर और डिजिटल मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव जैसी भूमिकाओं की इंडस्ट्री में काफी मांग है।
रिपोर्ट में फ्रेशर्स के नौकरी परिदृश्य पर जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के प्रभाव पर भी गहराई से चर्चा की गई है। सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, टेक्निकल राइटर्स, कानूनी सहायक, बाजार अनुसंधान विश्लेषक और ग्राफिक डिजाइनर जैसी भूमिकाओं में बदलाव की उम्मीद है।
रिपोर्ट के अनुसार, नए लोगों को प्रासंगिक बने रहने और इसकी क्षमता का दोहन करने के लिए सक्रिय रूप से अपने कौशल को उन्नत करने और जेनरेटिव एआई के साथ काम करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
टीमलीज एडटेक के एम्प्लॉयबिलिटी बिजनेस के प्रमुख और सीओओ जयदीप केवलरमानी ने कहा, "वर्कफ़्लो को बदलने के लिए जेनरेटिव एआई ऑटोमेशन के साथ, फ्रेशर्स को एआई सिस्टम के साथ प्रभावी ढंग से सहयोग करने के लिए तैयार रहने की जरूरत है।"
शहरों में, बेंगलुरु 69 प्रतिशत नियुक्ति के इरादे के साथ सबसे आगे है। इसके बाद मुंबई 58 प्रतिशत और चेन्नई 51 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है। दिल्ली में यह 45 प्रतिशत है, जो 2023 के दूसरे हाफ से 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 फरवरी । टाटा मोटर्स ने मंगलवार को अपनी इलेक्ट्रिक कारों की कीमतों में 1.20 लाख रुपए तक की कटौती की। कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी सेल की लागत में गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं को दिया है।
टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी अब अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली नेक्सन ईवी को 20,000 रुपये कम कर 14.5 लाख रुपये में बेचेगी, जबकि इसकी छोटी इलेक्ट्रिक कार टियागो की कीमत 70,000 रुपये कम हो गई है। लॉन्ग रेंज नेक्सन ईवी की कीमत अब 16.99 लाख रुपए से शुरू होगी।
टीपीजी समर्थित कंपनी के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी विवेक श्रीवत्स ने कहा, "हाल ही में बैटरी सेल की कीमतों में नरमी आई है। निकट भविष्य में संभावित कमी पर विचार करते हुए हमने सक्रिय रूप से लाभ को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाने का विकल्प चुना है।"
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 13 फरवरी । एडटेक यूनिकॉर्न फिजिक्सवाला (पीडब्ल्यू) ने 31 मार्च, 2023 के वित्तीय वर्ष में अपने लाभ में 91 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की।
प्रमुख स्टार्टअप समाचार पोर्टल (आईएसी42) की एक रिपोर्ट के अनुसार, अपने खर्चों में वृद्धि के कारण अलख पांडे के नेतृत्व वाली कंपनी का शुद्ध लाभ वित्तीय वर्ष 2022-23 ( वित्तीय वर्ष 23) में घटकर 8.9 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 22 में 98.2 करोड़ रुपये था।
फिज़िक्सवाला का परिचालन राजस्व वित्त वर्ष 2013 में 234 प्रतिशत बढ़कर 779.3 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2012 में 233 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2013 में स्टार्टअप का कुल राजस्व 804.6 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2012 में 234.6 करोड़ रुपये से 243 प्रतिशत अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का कुल व्यय वित्त वर्ष 2013 में 671 प्रतिशत की भारी वृद्धि के साथ 794.5 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2012 में 103.1 करोड़ रुपये था।
पीडब्ल्यू ने वित्त वर्ष 2023 में कर्मचारी लाभ पर 413.8 करोड़ रुपये खर्च किए, जो पिछले वित्तीय वर्ष के 42.3 करोड़ रुपये से 878 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी है। एडटेक यूनिकॉर्न पिछले कुछ वर्षों में आक्रामक रूप से अपनी पेशकशों का विस्तार कर रहा है।
पिछले साल नवंबर में पीडब्ल्यू ने 70 से 120 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। कंपनी में पहली बार नौकरी में कटौती हुई थी, जो 2022 में वेस्टब्रिज कैपिटल और जीएसवी वेंचर्स से 100 मिलियन डॉलर के राउंड के साथ यूनिकॉर्न बन गई थी।
(आईएएनएस)
मुंबई, 12 फरवरी । चीन के बाजार का प्रदर्शन पिछले कई वर्षों से खराब रहा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. ने विजयकुमार ने ये बात कही है।
2010 की शुरुआत में, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 3,000 के आसपास था। अब यह उस स्तर से नीचे लगभग 2,865 पर है। पिछले 14 वर्षों के दौरान कोई रिटर्न नहीं आया। उन्होंने कहा, इसके ठीक उलट, निफ्टी 2010 की शुरुआत में 5,000 के आसपास था और अब 21,500 से ऊपर है, जो 14 वर्षों के दौरान चार गुना से अधिक हो गया है।
प्रदर्शन में यह विरोधाभास मूल्यांकन में भी दिखता है। विजयकुमार ने कहा कि जहां निफ्टी वित्त वर्ष 2024 की अनुमानित आय के 21 गुना से ऊपर कारोबार कर रहा है, वहीं शंघाई कंपोजिट केवल 11.5 गुना पर कारोबार कर रहा है।
चीनी अर्थव्यवस्था कठिन दौर से गुजर रही है। विकास दर में भारी गिरावट, बढ़ती बेरोजगारी और रियल एस्टेट बाजार गंभीर संकट में है। भारत निश्चित रूप से अधिक पूंजी प्रवाह को आकर्षित करेगा। उन्होंने कहा, चिंता की बात भारत में हाई वैलुएशन है।
जनवरी में सभी उभरते बाज़ार सूचकांकों का प्रदर्शन नकारात्मक रहा, जिसमें चीन 10.6 प्रतिशत के साथ सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला देश रहा। मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी की एक रिपोर्ट के अनुसार, जहां तक विकसित बाजारों का सवाल है, जापान 4.6 प्रतिशत के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश बनकर उभरा है।
जनवरी 2024 में निफ्टी में 0.03 फीसदी की गिरावट आई। रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि, पिछले साल से सूचकांक में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 12 फरवरी । शीर्ष व्यापार मंडल फिक्की के सोमवार को जारी विनिर्माण पर त्रैमासिक सर्वेक्षण से वित्तीय वर्ष 2023-2024 की अंतिम तिमाही में भारत के विनिर्माण क्षेत्र के लिए विकास की निरंतरता का पता चलता है।
पिछली तिमाही, वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही की तुलना में, जब 73 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने उच्च उत्पादन स्तर की सूचना दी थी, वर्तमान वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में, लगभग 87 प्रतिशत उत्तरदाताओं को या तो उच्च या समान स्तर के उत्पादन की उम्मीद है।
भारत के विनिर्माण का यह उत्साहित मूल्यांकन उच्च ऑर्डर बुक में भी परिलक्षित होता है। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में लगभग 85 प्रतिशत उत्तरदाताओं को पिछली तिमाही की तुलना में अधिक संख्या में ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। घरेलू मांग की स्थिति वर्तमान 2024 चौथी तिमाही में आशावाद दिखाती है।
फिक्की के नवीनतम सर्वेक्षण में ऑटोमोटिव और ऑटो कंपोनेंट्स, कैपिटल गुड्स एंड कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट, रसायन, उर्वरक और फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल्स और एफएमसीजी जैसे दस प्रमुख क्षेत्रों के लिए 2023-24 के चौथी तिमाही के लिए निर्माताओं की भावनाओं का आकलन किया गया।
बड़े और एसएमई दोनों क्षेत्रों से 400 से अधिक विनिर्माण इकाइयों से प्रतिक्रियाएं ली गई हैं, जिनका संयुक्त वार्षिक कारोबार 3.4 लाख करोड़.रुपये से अधिक है।
सर्वेक्षण से पता चलता है:
विनिर्माण क्षेत्र में मौजूदा औसत क्षमता उपयोग लगभग 73 प्रतिशत है, जो क्षेत्र में निरंतर आर्थिक गतिविधि को दर्शाता है, जो कमोवेश पिछले सर्वेक्षणों के समान ही है।
भविष्य में निवेश का दृष्टिकोण भी स्थिर दिखता है, 50 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं ने अगले छह महीनों में निवेश और विस्तार की योजनाओं का संकेत दिया है।
कच्चे माल की उपलब्धता और उनकी बढ़ती कीमतें, वैश्विक मांग में अनिश्चितता, कुशल श्रम की कमी, बाजार में अस्थिरता, बिजली की बढ़ी हुई लागत, अप्रयुक्त क्षमताएं और उच्च बैंक ब्याज दरें आदि कुछ प्रमुख बाधाएं हैं जो विस्तार को प्रभावित कर रही हैं।
निर्यात :
लगभग 31 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने 2023-24 की तीसरी तिमाही में उच्च निर्यात की सूचना दी। इसके अलावा, 40 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं को उम्मीद है कि 2023-24 की चौथी तिमाही में उनका निर्यात पिछले वर्ष की समान तिमाहियों की तुलना में अधिक होगा।
नियुक्तियां :
नियुक्ति का दृष्टिकोण स्थिर बना हुआ है क्योंकि लगभग 40 प्रतिशत उत्तरदाता अगले तीन महीनों में अतिरिक्त कार्यबल को नियुक्त करने पर विचार कर रहे हैं।
ब्याज दर :
निर्माताओं द्वारा भुगतान की जाने वाली औसत ब्याज दर 9.3 प्रतिशत बताई गई है। 45 प्रतिशत से कुछ कम उत्तरदाताओं ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में रेपो दरों में वृद्धि के कारण उनके बैंकों द्वारा उधार दर में मामूली वृद्धि हुई है, इससे उनकी उधार लेने की लागत बढ़ गई है। लगभग 90 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कार्यशील पूंजी या दीर्घकालिक पूंजी के लिए बैंकों से धन की पर्याप्त उपलब्धता की सूचना दी।
(आईएएनएस)
रायपुर, 12 फरवरी। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी, महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव,राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल ने बताया कि आज विधान सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी जी द्वारा विधानसभा में बजट पेश किया गया ।
चेम्बर ने बताया कि बजट में किसी भी प्रकार का नया कर नहीं लगाया गया जो स्वागत योग्य है। प्रस्तुत बजट का आर्थिक विकास केंद्र बिंदु "त्रङ्घ्रहृ" गरीब, युवा, अन्नदाता (किसान) और नारी (महिला विकास) समर्थित रहा साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने वाला, उद्योग प्रोत्साहन, अतिरिक्त पूंजी निवेश तथा शिक्षा, स्वास्थ्य एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास पर आधारित बजट है।
छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने कहा कि 20 वर्ष बाद यह पहली बार है जब वित्त मंत्री द्वारा बजट प्रस्तुत किया गया है। प्रस्तुत बजट में प्रदेश के आर्थिक विकास की आधारशिला रखी गई है जो अगले 5 वर्षों में प्रदेश के त्रस्ष्ठक्क को 10 लाख करोड़ तक पहुँचाने का रोड मैप है। प्रस्तुत बजट उद्योग-व्यापार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और अधोसंरचनात्मक विकास के साथ-साथ किसान, युवा, महिलाओं, निराश्रित एवं केन्द्रित सामाजिक न्याय को ध्यान में रखते हुए बनाया गया संतुलित बजट है ।
चेम्बर ने बताया कि वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी जी ने बजट में प्रदेश के सर्वांगीण विकास हेतु 10 स्तम्भीय विचारधारा का प्रतिपादन किया है जिसमे चेंबर के मांग पर विभिन्न महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। 17 जनवरी 2024 को उक्त मांगों को लेकर वित्त मंत्री के चेंबर आगमन पर प्रदेश एवं जिले के व्यापारियों द्वारा सुझाव सम्बन्धी ज्ञापन सौंपा गया था जिसे आज बजट में शामिल कर पूरा किया गया।
रायपुर, 12 फरवरी। महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज समता कॉलोनी रायपुर छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग द्वारा 4 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मैक ने बताया कि कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप मिस निवेदिता पंडा थी जिन्होंने कार्यशाला के माध्यम से शिक्षा विभाग के छात्र छात्राओं को अगामी समय में शैक्षणिक के साथ स्वरोजगार कर अपना भौतिक विकास कर सकते है। इस चार दिवसीय कार्यशाला में डी एल एड के छात्र छात्राओं की सहभागिता सराहनीय रही सभी ने जिज्ञासा पूर्ण सभी दिवस में उपस्थिति दिलाई। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के कौशल कला विकास के साथ साथ रोजगार मुखी क्षेत्र में लाना है ।
मैक ने बताया कि इसमें क्ले के माध्यम से विविध विधा जैसे क्राफ्ट, थाली डेकोरेशन, आभूषण बनाना, हेयर क्लिप, की चेन, नेम प्लेट, आदि दैनिक उपयोगी के सामान सिखाये गए। यह कार्यशाला कॉलेज के चेयरमैन श्री राजेश अग्रवाल जी के निर्देशन में तथा प्राचार्य डॉ एम एस मिश्रा के मार्गदर्शन मे हुआ। मुख्य वक्ता रूप में मिस निवेदिता पंडा ने बच्चों की प्रशंसा करते हुए सभी की मेहनत की तारीफ की।
रायपुर, 12 फरवरी। दिल्ली पब्लिक स्कूल रायपुर के प्राचार्य रघुनाथ मुखर्जी ने बताया कि मेधावी छात्रों में उत्साह और गौरव की भावना को बढ़ाने के लिए उन्हें सम्मानित करने की लंबे समय से चली आ रही परंपरा की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दिल्ली पब्लिक स्कूल, रायपुर में 17वें वार्षिक प्रतिभा सम्मान को भव्य आयोजन किया गया।
श्री मुखर्जी ने बताया कि समारोह में उपस्थित सम्मानित अभिभावकों और गणमान्य व्यक्तियों के सामने वार्षिक रिपोर्ट के अपने आरंभिक वक्तव्य में प्रिंसिपल श्री रघुनाथ मुखर्जी ने प्रसन्नता व्यक्त की और विद्यालय की उपलब्धियों से परिचित करवाया। आत्मविश्वास बढ़ाने, मानक बनाने और अनुकरणीय पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सचिव, उत्पाद शुल्क, आवास और पर्यावरण, सुश्री आर संगीता (आईएएस) उपस्थित रहीं।
श्री मुखर्जी ने बताया कि प्रबंध समिति के सदस्य श्री पुखराज जैन ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम का गौरव बढ़ाया। प्रिंसिपल श्री रघुनाथ मुखर्जी ने अतिथियों का स्वागत किया और देवी सरस्वती के आशीर्वाद के लिए अतिथियों ने शुभ दीपक जलाया और उत्सव को गति दी। मुख्य अतिथि के सम्मान में पुष्प गुच्छ स्मृति चिन्ह प्रस्तुति के साथ एक स्वागत गीत ने गोधूलि बेला को गुंजायमान कर दिया।
श्री मुखर्जी ने बताया कि प्रबंधन की ओर से श्री पुखराज जैन के स्वागत भाषण और मुख्य अतिथि के विद्वतापूर्ण उद्बोधन ने पहले से ही मंत्रमुग्ध कर देने वाले अवसर को और अधिक जीवंत बना दिया। सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने छात्रों को परिश्रम और लगन से निरंतर प्रयास करने की सलाह दी और अभिभावकों से अपनी इच्छाएं उनके ऊपर हावी नहीं करने का अनुरोध किया।
रायपुर, 12 फरवरी। चरामेति फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र ओझा ने बताया कि सिक्किम में रह रहे अमिताभ भट्टाचार्या जी एवं रांची में निवासरत उनकी बहन डॉ. श्रेया भट्टाचार्या जी पिछले दिनों विशेष रूप से मेरे पास एकत्रित विभिन्न भाषाओं के कैलेंडर एवं पुस्तकें देखने पहुंचे थे। (1) हो गोरगोणिड ( हो कैलेंडर), (2) खडिय़ा नेडा ( कैलेंडर), (3) मुण्डारी, बेड़ा ( कैलेंडर), (4) संताली कैलेंडर गारगाना, (5) कुड़ुख बेड़ासिरे ( कैलेंडर), के साथ-(1) संताली लिपि ओलचिकी में लिखित पुस्तक, (2) असम की बोडो भाषा की पुस्तक एवं अन्य।
रायपुर, 12 फरवरी। इंडियन ओवरसीज बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय, रायपुर द्वारा 88 वा स्थापना दिवस मनाया गया। इस क्रम मे रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ की सभी शाखाओ मे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक- श्री अनिल कुमार वलेचा के उपस्थिति मे तेलीबांधा, रायपुर मे वॉकथान का आयोजन किया गया, शहर के अलग अलग जगहो पर ब्लड डोनेशन कैप एवम हेल्थ कैप का आयोजन, सरकारी संस्थानो मे वाटर कूलर का वितरण किया गया।
बैंक ने बताया कि वॉकथान के दौरान मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक- श्री अनिल कुमार वलेचा के साथ मुख्य प्रबंधक- श्री राजेश कुमार यादव, श्री राजेश दास, श्री हिमांशु साहु, विधि अधिकारी - श्री आर पी सिंह सहित अन्य अधिकारी तथा शाखा प्रबंधकगण मौजूद थे।
सैन फ्रांसिस्को, 12 फरवरी । मेटा के स्वामित्व वाला व्हाट्सएप अपने यूूजर्स को बेेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए नए फीचर 'फेवरेट कॉन्टैक्ट फिल्टर' पर काम कर रहा है। जिससे यूजर्स अपने फेवरेट कॉन्टैक्ट को एक सेक्शन में ऐड कर सकेंगे।
वेबबेटाइंफो द्वारा देखे गए नए फीचर में उल्लेख किया गया है कि यह व्हाट्सएप वेब अपडेट में एक चैट फिल्टर के साथ दिखाई देगा।
रिपोर्ट के अनुसार, नई सुविधा उपयोगकर्ताओं को अपने फेवरेट कॉन्टैक्ट को चुनने की अनुमति देगी और उन्हें उन लोगों को मैन्युअल रूप से जोड़ने देगी, जिन्हें वह ऐड करना चाहते हैं। इस फिल्टर से यूूूूजर्स आसानी से उस तक अपनी पहुंच बना पाएंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है, ''यूूूूजर्स को फेवरेट कॉन्टैक्ट को चुनने की अनुमति देकर यह फीचर उन्हें बातचीत करने की भी अनुमति देता है जिससे वह आसानी से उन तक पहुंच बना सकते हैं।''
इसमें कहा गया है, "यह फीचर न केवल फेवरेट कॉन्टैक्ट तक पहुंचने की प्रक्रिया को सरल बनाता है, बल्कि अनुकूलन की एक परत भी जोड़ता है, जिससे उन्हें अपनी प्राथमिकताओं के अनुरूप मैसेज भेजने के साथ कॉल करने की अनुमति मिलती है।
इस बीच, व्हाट्सएप कथित तौर पर यूरोपीय संघ के डिजिटल मार्केट एक्ट (डीएमए) से पहले अपने प्लेटफॉर्म पर तीसरे पक्ष के मैसेजिंग ऐप्स को अनुमति देने की तैयारी कर रहा है, जो मार्च में लागू होगा।
व्हाट्सएप के इंजीनियरिंग निदेशक डिक ब्रौवर ने वायर्ड को बताया कि कंपनी 2 बिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं के साथ प्लेटफॉर्म पर इंटरऑपरेबिलिटी की पेशकश करने के लिए तैयार है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 फरवरी । वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड 2023-24 (श्रृंखला चार) 12-16 फरवरी के दौरान सदस्यता के लिए खोला जाएगा, इसकी निपटान तिथि 21 फरवरी है।
आरबीआई द्वारा सोने के बांड 6,263 रुपये प्रति ग्राम की कीमत पर जारी किए जाएंगे।
सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक के परामर्श से उन निवेशकों को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निर्गम मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का निर्णय लिया है, जो ऑनलाइन आवेदन करते हैं और भुगतान डिजिटल मोड के माध्यम से किया जाता है।
ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का निर्गम मूल्य 6,213 रुपये प्रति ग्राम सोना होगा।
बांड के लिए भुगतान नकद भुगतान (अधिकतम 20,000/- रुपये तक) या डिमांड ड्राफ्ट या चेक या इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग के माध्यम से होगा।
एसजीबी विभिन्न चैनलों के माध्यम से उपलब्ध होंगे, इनमें अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसएचसीआईएल), क्लियरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआईएल), नामित डाकघर और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज, जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) शामिल हैं।
व्यक्तिगत निवेशक न्यूनतम 1 ग्राम निवेश से शुरुआत कर सकते हैं और अधिकतम 4 किलोग्राम तक जा सकते हैं।
एसजीबी के लिए अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) मानदंड भौतिक सोने की खरीद के समान हैं। वोटर आईडी, आधार कार्ड/पैन या टैन/पासपोर्ट जैसे केवाईसी दस्तावेजों की आवश्यकता होगी। आयकर विभाग द्वारा जारी स्थायी खाता संख्या (पैन) अनिवार्य है।
एसजीबी आठ साल के कार्यकाल के साथ आते हैं और पांचवें वर्ष के बाद बाहर निकलने का विकल्प होता है। परिपक्वता तक रखे जाने पर एसजीबी कर मुक्त होते हैं।
एसजीबी 2.50 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज भी देते हैं, जो खरीदार के बैंक खाते में अर्ध-वार्षिक रूप से जमा किया जाता है, इसमें अंतिम ब्याज भुगतान मूल राशि के साथ परिपक्वता पर किया जाता है। परिपक्वता पर, खरीदारों को मौजूदा बाजार कीमतों पर सोने का मूल्य और ब्याज आय प्राप्त होगी, जो सभी कर-मुक्त हैं।
एसजीबी का उपयोग ऋण के लिए संपार्श्विक के रूप में किया जा सकता है। ऋण-से-मूल्य (एलटीवी) अनुपात को समय-समय पर रिज़र्व बैंक द्वारा अनिवार्य सामान्य स्वर्ण ऋण के बराबर निर्धारित किया जाना है।
(आईएएनएस)
रायपुर, 10 फरवरी। कंवीनर एवं आर्गेनाइजिंग सेकेटरी डॉ. पी. कौशल ने बताया कि आईसीएआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटिक स्ट्रेस मैनेजमेंट (आईसीएआर-एनआईबीएसएम), रायपुर और एमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ (एयूसी), रायपुर 28-29 फरवरी को रायपुर में पहला दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। राष्ट्रीय अजैविक तनाव प्रबंधन संस्थान, बारामती, महाराष्ट्र भी इस आयोजन का हिस्सा है। विषय है कृषि और पर्यावरणीय स्थिरता के लिए जैविक और अजैविक तनाव को कम करने के लिए नवीन रणनीतियाँ। सम्मेलन में कृषि आधारित उद्योग, फार्म मशीनरी कंपनियां, किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), कृषि-रासायनिक कंपनियां, गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ), कृषि-ड्रोन निर्माता, बागवानी फर्म और पशुधन फर्म भाग लेंगे। उनके दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान बरोंडा में आईसीएआर-एनआईबीएसएम परिसर में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों और उत्पादों का प्रदर्शन करने की संभावना है।