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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 8 मई। 18 प्लस वर्ग के लोगों को कोविड 19 के नि:शुल्क टीकाकरण का फैसला लिया गया है यह छत्तीसगढ़ सरकार का बहुत सही फैसला है। कोविड के दूसरे चरण में युवा वर्ग भी ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, इसलिये उनका टीकाकरण बहुत जरूरी है।
यह कहना है 24 वर्षीय छात्रा कु. राधिका दुबे का, जिसने आज शहरी स्वास्थ्य केन्द्र में को-वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। राधिका ने कहा कि भारत एक अधिक जनसंख्या वाला देश है इसलिये यहां संक्रमण का ज्यादा खतरा है। हमारे देश में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की ही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टीकाकरण को बहुत आसान बना दिया है और लोगों को नि:शुल्क लगाया जा रहा है। उसने भी बड़े आराम से यहां आकर टीका लगवाया है। राधिका के माता-पिता ने भी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिये हैं और वे बिल्कुल स्वस्थ हैं।
एमबीए की तैयारी कर रहे 23 वर्षीय विशाल सिंह एवं फाइनेंस कम्पनी में कार्यरत 33 वर्षीय अभिषेक सिंह ने कहा कि टीकाकरण में भेदभाव नहीं रखा गया है। केन्द्र में बहुत अच्छी व्यवस्था है और सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए टीका लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा या तो पढ़ाई करते हैं या फिर कामकाजी हैं। इस सिलसिले में वे ज्यादा बाहर निकलते हैं इसलिये कोरोना का प्रसार रोकने व इसकी चेन को तोडऩे के लिये उनका टीकाकरण जरूरी है। विशाल और अभिषेक के माता-पिता ने भी वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिये हैं।
20 वर्ष के दिव्यांश झा ने भी टीका लगवाया। वह आधार कार्ड लेकर केन्द्र में पहुंचा था। वहीं पर पंजीयन कराने के बाद उसका टीकाकरण किया गया। उसने कहा कि लॉकडाउन में बुजुर्ग तो घर में रह रहे हैं लेकिन जरूरी कार्य से युवाओं को ही बाहर निकलना पड़ता है। इसलिये उसने भी टीका लगवाया है।
कांग्रेस नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
बिलासपुर, 7 मई। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी के छोटे भाई युवा व्यवसायी अजय केशरवानी का कोविड-19 संक्रमण से 6 मई की रात निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के अनुसार किया गया।
जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कांग्रेस नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह मुझे हमेशा बड़े भाई की तरह सम्मान देते थे। वे सरल व सहज स्वभाव के थे। समाज में उनकी अलग पहचान थी। उनके निधन से उन्हें निजी क्षति हुई है।
संसदीय सचिव रश्मि सिंह ठाकुर, विधायक शैलेश पांडे, महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान सहित अनेक कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अजय एक युवा होनहार व सफल व्यवसायी थे। उन्होंने अपनी लगन से व्यवसाय को एक नई ऊंचाई दी। जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी राजनीति में व्यस्त होने के कारण परिवार व व्यवसाय को ज्यादा समय नहीं दे पाते थे और पूरी जवाबदारी अजय के कंधों पर थी। वह कोरोना महामारी से लगभग 15 दिनों से लड़ रहे थे पर नियति ने अपना खेल कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
श्रद्धांजलि व्यक्त करने वालों में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेंद्र शुक्ला, नगर निगम के सभापति शेख नजीरूद्दीन, प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभय नारायण राय, महामंत्री अर्जुन तिवारी, प्रदेश सचिव आशीष सिंह ठाकुर, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भुनेश्वर यादव, पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांडे, नरेंद्र बोलर, प्रदेश सचिव महेश दुबे जिला प्रवक्ता ऋषि पांडे व अन्य शामिल हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 7 मई। जिले में बीते 24 घंटे में कोरोना से संक्रमित 803 नए मरीजों की पहचान हुई, जो हाल के दिनों में सबसे कम है लेकिन इसी दौरान 46 की जान भी चली गई।
पूरे लॉकडाउन के दौरान जिले में एक हजार से ज्यादा संक्रमित प्राय: हर दिन मिल रहे हैं और यह संख्या 1400 तक पहुंच चुकी है। गुरुवार को संक्रमितों की संख्या 803 रही और स्वस्थ होने वालों की संख्या इससे ज्यादा 1341 थी। संक्रमित मरीजों में बिलासपुर शहर से सर्वाधिक 480 हैं। बिल्हा से 81, कोटा से 64, मस्तूरी से 98, तखतपुर से 69 मरीज संक्रमित मिले हैं।
बीते 24 घंटों में जिन 46 मरीजों की मौत हुई उनमें से 10 जिले से बाहर के हैं। अब तक जिले में 1261 लोग कोरोना से जान गवा चुके हैं। जिले में अब तक 57436 संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें से 48 हजार से अधिक स्वस्थ हो चुके हैं।
सिम्स के डॉक्टर की मौत
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान, सिम्स के सहायक प्राध्यापक डॉ. वली मोहम्मद मोमिन का गुरुवार को हैदराबाद के मेडिकल कॉलेज में कोरोना से इलाज के दौरान निधन हो गया। वे सिम्स के फार्मोकोलॉजी डिपार्टमेंट में पदस्थ थे। ड्यूटी के दौरान उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया था। पहले उन्हें सिम्स बिलासपुर में ही भर्ती कराया गया लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर परिजन अपने खर्च पर उन्हें हैदराबाद मेडिकल कॉलेज ले गए थे, जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई। कोरोना की दूसरी लहर में सिम्स के डॉक्टर की यह पहली मौत है पहले दौर में भी डॉक्टरों की मौत हो चुकी है।
इस दौरान टीकाकरण का कार्य गति नहीं पकड़ रही है। गुरुवार को 1814 लोगों ने वैक्सीन लगवाई इनमें से 45 से 60 वर्ष तक के 248 ने पहली डोज और 786 ने दूसरी रोज ली। 60 वर्ष से ऊपर के 70 लोगों ने पहली तथा 580 ने दूसरी डोज ली।
मुंगेली जिले में बीते 24 घंटे के भीतर फिर 8 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। गुरुवार को 1752 मरीजों की जांच की गई जिनमें 569 पॉजिटिव केस मिले। अब तक जिले में 5685 एक्टिव मरीज हैं। जिले में अब तक कोरोना से 105 लोगों की जान जा चुकी है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में भी 386 नये मरीज मिले हैं। इस समय यहां 2593 सक्रिय मामले हैं।
करगीरोड (कोटा), 7 मई। पीपरतराई की पूर्व सरपंच शकुंतला बाई यादव का निधन 5 मई को रात 7 बजे हो गया हैं। उनका अंतिम संस्कार ग्राम पंचायत पीपरतराई में किया गया। वे सियाराम यादव की पत्नी थीं। उनको ग्राम पंचायत,और जिला यादव समाज ने श्राद्धजंलि दी।
लॉकडाउन का अगला चरण शुरू, छूट बढ़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 मई। जिले में कोरोना से संक्रमित 30 मरीजों ने बीते 24 घंटे में दम तोड़ दिया जबकि इस बीच 1193 नये संक्रमित मिले।
संक्रमित मरीजों की यह संख्या कल प्रदेश में सर्वाधिक रही। इसके पहले भी दो बार ऐसी ही स्थिति बन चुकी है। 1193 संक्रमित मरीजों में 521 बिलासपुर नगर निगम सीमा से जबकि 668 ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। संक्रमित लोगों में 4 दूसरे जिलों के हैं। मृतकों में 22 मरीज बिलासपुर जिले के हैं शेष आठ अन्य जिलों से आकर विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे थे।
बीते 24 घंटों में 775 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया। अब तक जिले में 56 हजार 633 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें से 46 हजार 304 स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक कोरोना से जिले में 1255 लोगों की मौत हो चुकी है।
जिले में टीकाकरण का अभियान धीमा चल रहा है। बुधवार को 119 केंद्रों में 13550 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 1904 को ही लगाया जा सका। इनमें से 407 में पहली तथा 1497 ने दूसरी डोज ली।
आज 6 मई से जिले में लॉकडाउन का अगला चरण प्रारंभ हो गया। यह 15 मई तक जारी रहेगा। इस बार किराना, सब्जी दुकानों को होम डिलिवरी की दी गई छूट दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक बढ़ा दी गई है। पंखा, कूलर, एसी, सैनेटरी वेयर की डिलिवरी घर पहुंच देने, कृषि से जुड़ी दुकानों को खोलने तथा कृषि उपकरणों का वर्कशॉप खोलने की छूट दी गई है। इलेक्ट्रिशियन, प्लम्बर आदि मैकेनिक भी घर जाकर मरम्मत कर सकेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। कोविड महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान कानून व्यवस्था संभालने के अलावा बिलासपुर पुलिस संक्रमित नागरिकों से बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाने का काम भी कर रही है।
इसके लिए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल की पहल पर अनुभूति कार्यक्रम शुरू किया गया है। इस मुहिम का उद्देश्य कोरोना पॉजिटिव लोगों से बात कर उन्हें इस बीमारी से लडऩे के लिए हौसला बढ़ाना है वह खुद बीमारी से लड़े और ठीक होकर उन लोगों को प्रेरित भी कर सके यह अभियान 23 अप्रैल से चल रहा है जिसमें 1,000 से अधिक नागरिक हूं तथा पुलिस एवं सहित परिवार के लगभग 150 संक्रमित लोगों से बातचीत की गई है।
कहा- बेटे का फोन बंद हो गया, और किसी की मदद नहीं मिली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 मई। एक सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी की तबीयत बिगडऩे पर मौत हो गई। पत्नी ने इंदौर में रहने वाले अपने बेटे को सूचना दी लेकिन उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया। महिला को कुछ नहीं सूझा और वह पति की लाश के साथ 2 दिन तक कमरे में बंद रह गई।
घटना चांटीडीह पेट्रोल पंप के पीछे हर्ष किंग्डम कॉलोनी की है। 59 वर्ष के रिटायर बैंक अधिकारी मनोज दास की तबीयत बिगडऩे के कारण बीते रविवार को मौत हो गई। घर पर दोनों पति पत्नी अकेले रहते थे। उनके बेटे और बहू इंदौर में रहते हैं। पत्नी इला दास ने फोन लगाकर अपने बेटे को पिता की मौत हो जाने की सूचना दी। इसके बाद बेटे और बहू दोनों का मोबाइल फोन बंद बताने लगा। इसके बाद महिला ने किसी से मदद नहीं मांगी और वह पति के शव के साथ घर पर ही रुकी रही। घरेलू काम करने वाली महिला सोमवार को दरवाजा नहीं खुलने पर लौट गई थी लेकिन मंगलवार को उसे कुछ बदबू आने का आभास हुआ तो उसने आसपास के लोगों को इस बारे में बताया। सूचना पुलिस तक पहुंची। एसडीएम देवेंद्र पटेल और टीआई जेपी गुप्ता वहां पहुंचे और उन्होंने फ्लैट का दरवाजा खुलवाया। कमरे के भीतर बिस्तर पर मनोज दास का शव फूली हुई हालत में पड़ा हुआ था और उससे बदबू आ रही थी।
महिला ने बताया कि उसने अपने बेटे को फोन किया था लेकिन उसके बाद उसका फोन बंद हो गया था। महिला की मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं लग रही है इसलिए उससे ज्यादा पूछताछ नहीं की गई है। पड़ोसियों ने बताया कि दोनों लोगों से ज्यादा मेलजोल नहीं रखते इसलिये मौत की जानकारी उन्हें नहीं मिल पाई। यह जानकारी मिली है कि मृतक मनोज दास होम आइसोलेशन पर थे लेकिन उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव थी या नहीं इस बारे में पता नहीं चला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। बढ़ते कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए नगर विधायक शैलेष पाण्डेय ने 18+ उम्र के पत्रकारों को टीकाकरण करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव को पत्र लिखा है।
पत्र में उन्होंने सरकार से मांग की है कि पत्रकारों को भी कोरोना योद्धा माना जाए। महामारी के पहले दिन से ही प्रिंट-इलेक्ट्रॉनिक व वेब मीडिया के पत्रकार कोरोना की रोकथाम और जांच, टीकाकरण आदि से संबंधित पल-पल की खबरों को प्रचारित व प्रसारित कर जनता एवं सरकार के मध्य कड़ी का कार्य कर रहे हैं। राज्य के पत्रकारों को कोरोना वॉरियर्स की श्रेणी में रखते हुए टीकाकरण अभियान में प्राथमिकता दी जाये ताकि उनका हौसला बढ़े और वह निश्चिन्त होकर अपना दायित्व पूरा कर सकें।
पत्र में लिखा गया है कि आज राज्य में कोरोना-19 महामारी के दूसरी लहर से पीडि़त हैं। ऐसे में शुरुआत से ही इस जंग में ऐसी परिस्थितियों में पत्रकार साथियों एवं उनके परिवार की सुरक्षा का दायित्व बढ़ जाता है। हमें उनके योगदान को भी ध्यान में रखना चाहिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। कोरोना गाइडलाइन का लगातार उल्लंघन के मामलों के बीच पुलिस ने आज सख्ती दिखाते हुए सिरगिट्टी इलाके में पुलिस ने 8 सब्जी व्यापारियों और एक किराना दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया।
तिफरा स्थित थोक सब्जी बाजार में लगातार भीड़ लगने की खबरें आने के बाद आज सिरगिट्टी पुलिस के जवान यहां पहुंचे। यहां पर उन्होंने पाया कि न तो व्यापारी धारा 144 का पालन कर रहे हैं न ही सब्जी के व्यापार के लिये निर्धारित की गई गाइडलाइन को मान रहे हैं। पुलिस इससे पहले भी व्यापारियों को समझाइश दे चुकी थी। इसके बावजूद भीड़ लग रही थी। पुलिस ने भीड़ लगाकर व्यापार करने वाले 8 व्यापारियों पर धारा 144 तथा महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की। यदुनंदननगर में भी एक किराना व्यवसायी को भी धारा 144 के तहत गिरफ्तार किया गया। सिरगिट्टी थाना प्रभारी ने बताया कि थोक सब्जी मंडी व्यापारी संघ के अध्यक्ष ने आश्वासन दिया है कि आगे यह गलती नहीं होगी।
ज्ञात हो कि बीते 14 अप्रैल से जिले में कोरोना से बचाव के लिये लॉकडाउन लागू है। इस दौरान सब्जी का थोक व्यवसाय करने की छूट नहीं है। किसानों को ठेले, साइकिल व रिक्शे में सब्जी बेचने की छूट है लेकिन वे दुकान नहीं लगा सकते। इसी तरह किराना दुकानों को खोलकर सामान नहीं बेचा जाना है बल्कि ऑर्डर लेकर घरों में सामान देना है।
जिला पंचायत अध्यक्ष व सदस्यों ने कलेक्टर को सौंपा चेक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 3 मई। जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सभी सदस्यों ने कोविड महामारी पर नियंत्रण एवं बचाव के लिये अप्रैल का माह का मानदेय 1 लाख 45 हजार 750 रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान किया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, स्थायी स्वास्थ्य समिति के सभापति अंकित गौरहा, कृषि स्थायी समिति के सभापति राजेश्वर भार्गव, नि:शक्तजन एवं समाज कल्याण समिति के सभापति राहुल सोनवानी, सहकारिता समिति के सभापति संदीप योगेश यादव ने आज कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर को उक्त राशि का चेक सौंपा। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरिश एस. भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
जिला पंचायत अध्यक्ष चौहान ने एक माह का मानदेय 15 हजार 500 रुपये, उपाध्यक्ष हेमकुंवर अजीत श्याम कुंवर ने 10 हजार 250 रुपये सहित सदस्य स्मृति त्रिलोक श्रीवास, गोदावरी बाई कमल सेन, अंकित गौरहा, गौरी तुलसी बघेल, संदीप योगेश यादव, जितेन्द्र पांडेय, ममता क्षत्री, मीनू सुमंत यादव, घनश्याम कौशिक, नूरी दिलेन्द्र कौशिक, राहुल सोनवानी, चांदनी भारद्वाज, राजेश्वर भार्गव, किरण संतोष यादव, मनिता कुमारी भानु, आनंद सिंह मरावी, जानकी सर्राटी, संगीता बाई करसायल, शुभम् पेन्द्रो और पुष्पेश्वरी अर्जुन तंवर ने 6-6 हजार रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष में प्रदान किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 2 मई। प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग के अध्यक्ष संदीप दुबे ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि रेमडेसिविर के अभाव में हो रही मौतों और इसकी कालाबाजारी को रोकने के लिये अमृतसर की क्वालिटी फॉर्मा को देश के भीतर इस इंजेक्शन की सप्लाई की अनुमति दी जाये।
दुबे ने कहा कि देश में एक ओर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी है वहीं दूसरी ओर कई लोग आपदा में मुनाफा कमाने के लिये इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे हैं। समय पर रेमडेसिविर नहीं मिलने के कारण कई लोगों की मौत भी हो रही है। दुबे ने बताया कि अमृतसर की क्वालिटी फॉर्मास्युटिकल कम्पनी ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर बताया है कि वह इस इंजेक्शन का उत्पादन करती है। प्रोडक्शन लगातार जारी है। यह इंजेक्शन महज 1500 रुपये में टैक्स सहित भारत में वह उपलब्ध करा सकती है। कंपनी के पास 4.5 लाख इंजेक्शन बनकर तैयार भी है।
दुबे ने सवाल उठाया है कि कंपनी रेमेडेसिविर इंजेक्शन को भारतीय बाजार में बेचने की अनुमति मांग रही है तो केंद सरकार वक्त की जरुरत को समझकर अपने नियमों में बदलाव करके उन्हें अनुमति क्यों नहीं दे देती?
उल्लेखनीय है कि पेंटेंट लॉ के चलते क्वालिटी फॉर्मा सहित 6 कम्पनियां देश में रेमडेसिविर का उत्पादन तो करती हैं पर इसे वे भारत में नहीं बेच सकती। वे इनका दूसरे देशों में निर्यात कर सकती हैं। केन्द्र सरकार आपात् स्थिति को देखते हुए इस कानून में संशोधन कर सकती है और इंजेक्शन का संकट समाप्त करने के लिये कदम उठा सकती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 1 मई। जिले के 10 टीकाकरण केन्द्रों में आज अन्त्योदय कार्डधारी परिवारों के लिये तीसरे चरण का टीकाकरण अभियान प्रारंभ हुआ। तखतपुर के पांड़ ग्राम पंचायत की 23 वर्ष की प्रियांशु कश्यप और 29 साल की दुर्गेश नंदिनी कश्यप ने इस अभियान में पहला टीका लगवाया। मुंगेली जिले में भी आज से यही अभियान शुरू हुआ।
टीका लगवाने वालों को कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बधाई दी। उल्लेखनीय है कि अंत्योदय कार्ड में पंजीकृत 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के समस्त हितग्राहियों को कोविड-19 का टीका लगाया जाएगा। तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले के बिल्हा विकास खण्ड में ग्राम सेंवार के हैल्थ वैलनेस सेंटर, बेलतरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, तखतपुर विकासखंड में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सकरी, कोटा विकासखंड में ग्राम अमने एवं करगी कला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, मस्तूरी ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सीपत एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जयराम नगर, नगर निगम बिलासपुर में पं. देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रताप चौक एवं बालमुकुंद हाईस्कूल तालापारा शामिल हैं। टीकाकरण के लिए अंत्योदय कार्ड, आधार कार्ड, फोटो आईडी, जन्म प्रमाण पत्र इनमें से कोई एक पहचान पत्र लाना होगा एवं मोबाइल नंबर भी देना होगा।
मुंगेली जिले में जलेश्वर व उमाशंकर ने लगवाया पहला टीका
इस अभियान के तहत मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम जरहागांव में जलेश्वर कश्यप, उमाशंकर श्रीवास, माधुरी श्रीवास सहित 15 लोगो ने कोविड-19 का अपना प्रथम टीका लगवाया। कलेक्टर पी.एस एल्मा ने अतिगरीब अंत्योदय श्रेणी के इन लोगों द्वारा कोविड-19 का टीका लगवाने पर उन्हें शुभकामनाएं दी।
तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले में 9 टीकाकरण क्रेंद बनाये गए है। इनमें विकास खण्ड मुंगेली के ग्राम पंचायत जरहगाव, टेमरी और गीधा, विकास खण्ड लोरमी के ग्राम पंचायत चंदली, औराबाधा, झझपुरी कला तथा विकास खण्ड पथरिया के ग्राम पंचायत धूमा, चन्दखुरी एवं सांवा शामिल है। तीसरे चरण के टीकाकरण हेतु जिले को 2400 डोज प्राप्त हुए है। तीनों सभी विकास खण्ड में 800- 800 डोज वितरित किए गए हैं।
5500 डोज मिलेंगे, 12 नये सेंटर में अन्त्योदय कार्डधारियों को टीके, रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 अप्रैल। कोविड महामारी से निपटने के लिये तीसरे चरण का वैक्सीनेशन 1 मई से प्रारंभ हो रहा है। इसके तहत 18 वर्ष से अधिक व 45 वर्ष से कम उम्र के अंत्योदय कार्डधारियों का टीकाकरण प्राथमिकता से किया जायेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर जिले में इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने बताया कि इसके लिये जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों में दो-दो टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं। प्रत्येक केन्द्र में प्रतिदिन 100 टीके लगाने के लक्ष्य् के अनुरूप तैयारी करने का निर्देश उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। कल दोपहर तक जिले को 5500 वैक्सीन प्राप्त होंगे। इसके बाद कल ही दोपहर से टीकाकरण प्रारंभ हो जायेगा।
इसके लिये वैक्सीनेटर एवं अन्य कर्मचारियों की 12 टीम बनाई गई है। ये टीकाकरण केन्द्र वर्तमान में चल रहे केन्द्रों से अलग बनाये गये हैं। टीकाकरण केन्द्र में टीका लगाने के लिये आने वाले को अपना अंत्योदय कार्ड एवं आधार कार्ड लेकर आना होगा। अंत्योदय कार्डधारी परिवार के 18 वर्ष से अधिक व 45 वर्ष से कम उम्र के सभी सदस्यों को एक साथ टीका लगाया जा सकेगा। जिले में 88 हजार 413 कार्डधारी हैं। इनमें 66 हजार 700 ग्रामीण व 21 हजार 713 शहरी क्षेत्र के हितग्राही हैं।
कलेक्टर ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को अन्त्योदय कार्डधारियों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने राशन दुकान संचालकों के माध्यम से अन्त्योदय हितग्राहियों को टीकाकरण के लिये प्रेरित करने कहा।
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप अति गरीब परिवार के 18 वर्ष से अधिक एवं 45 वर्ष से कम आयु के लोगों का टीकाकरण प्राथमिकता से किया जायेगा। इन परिवारों के ऐसे लोग जिनके पास मोबाइल फोन नहीं है वे भी टीकाकरण केन्द्र में आयें और टीका लगवायें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 30 अप्रैल। विकासखण्ड मस्तूरी के ग्राम पंचायत नवागांव, राक एवं बनियाडीह के लोगों ने शत-प्रतिशत टीकाकरण करवा लिया है। इसके अतिरिक्त दस ग्राम पंचायतों में 95 प्रतिशत लोगों ने टीका लगवा लिया है।
विकासखण्ड मस्तूरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार लहरे ने बताया कि जनपद पंचायत में 45 वर्ष से अधिक आयु के 58 हजार से अधिक लोगों को कोरोना का प्रथम डोज का टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि तीन ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कर लिया गया है। ग्राम पंचायत नवागांव में 45 वर्ष से अधिक आयु के 464 लोग है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत राक में 577 एवं ग्राम पंचायत बनियाडीह में 272 लक्ष्य के विरूद्ध सभी 272 लोगों को टीका लग चुका है।
लहरे ने बताया कि दस ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जिनकी उपलब्धि 95 प्रतिशत है। इनमें ग्राम पंचायत सीपत, जयरामनगर, गुड़ी, खोंधरा, खम्हरिया, कर्रा, धनिया, उनी, हिर्री एवं पताईड़ी शामिल है। ग्राम पंचायतों में सचिव, मितानिन एवं रोजगार सहायक द्वारा लोगों को जागरूक करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। लोग अब स्वस्र्फूत टीका लगवाने केंद्र तक आ रहे हैं।
मंत्री पीयूष गोयल को महापौर ने लिखा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 30 अप्रैल। बिलासपुर एसईसीआर भारतीय रेल को सर्वाधिक आमदनी देने वाला जोन है। इसके बावजूद यहां पर केंद्रीय चिकित्सालय का निर्माण नहीं किया गया है। बिलासपुर में कम से कम 300 बिस्तर का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रेलवे की ओर से एक साल में निर्मित किया जाए और वर्तमान में बिलासपुर रेलवे अस्पताल में अतिरिक्त संसाधन की व्यवस्था कर 100 को कोविड बेड की तत्काल व्यवस्था की जाए।
बिलासपुर महापौर रामशरण यादव ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को आज लिखे गए पत्र में यह मांग की है। यादव ने पत्र में कहा है कि सन् 2003 में जोन मुख्यालय बनने के बाद यहां पर एक केंद्रीय चिकित्सालय का निर्माण किया जाना था, लेकिन केवल पुराने अस्पताल का बोर्ड हटाकर नया लगाया गया। इस समय बिलासपुर मंडल चिकित्सालय में केवल 125 बेड हैं और यह न तो सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है और ना ही मल्टीस्पेशलिटी। इसके विपरीत पूर्व रेलवे, दक्षिण पूर्व रेलवे, उत्तर रेलवे, मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे तथा समस्त सभी पुराने 9 जोन में 300 से लेकर 500 बेड के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल हैं। यहां तक कि नए बने जोन में भी बिलासपुर से कहीं ज्यादा चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है।
मेयर ने कहा है कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और कोरोना महामारी में यह कमी एक त्रासदी के रूप में सामने आ रही है। बिलासपुर में प्रतिदिन 15 सौ मरीज और 50 से अधिक मौतें हो रही हैं। राज्य में प्रतिदिन 15 हजार नए संक्रमित मरीज आ रहे हैं। बिलासपुर में अपोलो व सिम्स मेडिकल कॉलेज के अलावा कोई प्रमुख अस्पताल नहीं है। इनमें सभी बेड कोविड बेड के रूप में परिवर्तित किए भी नहीं जा सकते हैं। इसलिए उपरोक्त दोनों मांगों पर त्वरित कार्रवाई करने की कृपा करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 29 अप्रैलप। गौरीशंकर सिद्ध हनुमान मंदिर कोटा में मंगलवार को हनुमान का जन्म उत्सव मनाया गया।
प्रदेश भर में करोना महामारी वाइरस के कारण लाक डाउन होने पर शासन की गाइड लाइन के अनुसार मंदिर में भंडार,भजन-कीर्तन सामूहिक हनुमान चालीसा, सुंदर कांड का पाठ इस बार नहीं किया गया। बड़े ही शांति पूर्ण ढंग इस बार हनुमान जन्म उत्सव मनाया।
इस बार सिर्फ मंदिर में हनुमान की पूजा-अर्चना के बाद ही मंदिर परिसर का दरवाजा बंद कर दिया गया था वहीं बाहर से आने वाले भक्तों को मंदिर के सामने से दर्शन लाभ मिला।
इस बार हनुमान जन्मोत्सव कोटा नगर वासियों ने अपने अपने घरों में अपने परिवार के मिलकर ु हनुमान का जन्म उत्सव मनाया। गौरीशंकर सिद्ध हनुमान मंदिर पुरानी बस्ती, कोटा में प्रमुख पुजारी ने बताया कि विश्व शांति, एवं करोना वायरस,की बीमारी से बचाव हेतु मंदिर परिसर में हवन पूजा पाठ एवं हनुमान चालीसा सुंदरकांड का पाठ किया गया। इस बार हनुमान जन्मोत्सव मंगलवार पडऩे के कारण बहुत ही उत्तम दिन माना गया है।
करगीरोड (कोटा), 29 अपै्रल। कोटा नगर पंचायत की सीमाओं से लेकर आसपास के ग्राम पंचायतों में कोटा से खरखहना, भुण्डा से गोबरी पाट, कोटा से पंडा पथरा में करोड़ों की लाखत से बने रहे नए डामरीकरण सडक़ में भारी वाहनों, हाईवा जैसे माल वाहक वाहन तेज रफ्तार में दिनभर बेखौफ दौड़ रहे हैं।
तेज रफ्तार से हाईवा चलने से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। आमतौर पर देखा जाए तो किसी भी वाहनों को उनके क्षमता के अनुसार ही समान लोडिंग करना होता है, लेकिन इन दिनों कोटा क्षेत्र में बेरोकटोक भारी वाहनों की आवाजाही जारी है। लोगों का आरोप है कि कोटा पुलिस को कई बार मौखिक सूचना देने बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती है। कोटा थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने कहा कि ओव्हर लोडिंग वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 अप्रैल। पत्रकार शिवम् राजपूत का आज संभागीय कोविड अस्पताल में सुबह 10 बजे निधन हो गया।
उनको 12 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। इसके बाद घर पर ही इलाज चल रहा था। छह दिन पहले तबियत ज्यादा बिगड़ जाने के बाद उन्हें बिलासपुर लाकर भर्ती करया गया था, लेकिन तबियत में कोई सुधार नहीं हुआ।
शिवम् राजपूत दैनिक देशबन्धु के रतनपुर में प्रतिनिधि थे। वे लगातार सक्रिय थे वे रतनपुर कोटा क्षेत्र की खबरों पर लगातार नजर रखते थे, जिसके चलते अनेक अखबार और न्यूज पोर्टल उनसे सहायता लेते थे। बिलासपुर, कोटा व रतनपुर के पत्रकार जगत में उनके निधन से शोक छाया हुआ है। विभिन्न पत्रकार संगठनों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
उनकी पत्नी रतनपुर महामाया मंदिर परिसर में पूजा सामग्री की दूकान संभालती हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 28 अप्रैल। हवाई यात्रा के माध्यम से बिलासपुर सहित छत्तीसगढ़ आने वाले सभी यात्रियों की 72 घंटे के भीतर आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट निगेटिव होना अनिवार्य होगा। रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही राज्य में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। अन्य राज्यों से संचालित फ्लाईट में बोर्डिंग के पूर्व संबंधित एयरलाईन द्वारा आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट होने पर ही यात्रियों को बोर्डिंग पास जारी करना अनिवार्य होगा। यदि त्रुटिवश कोई यात्री बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के राज्य में आगमन करते हैं तो उनको एयरपोर्ट से बाहर आने की अनुमति नहीं होगी। यह निर्देश राज्य में 4 मई 2021 से लागू होगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 28 अप्रैल। निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों से लाखों रुपए फीस वसूल करने के बावजूद मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करने को लेकर आज परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। 24 घंटे के भीतर 8 मरीजों की मौत होने से गुस्साए परिजनों ने प्रताप चौक स्थित केयर एंड क्योर हॉस्पिटल के सामने जमकर हंगामा किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह स्थिति संभाली लेकिन अस्पताल प्रबंधन पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लोगों के रोष को देखते हुए अस्पताल में नए मरीजों की भर्ती आज नहीं ली जा रही है।
आज दोपहर करीब 1 बजे जब कुछ परिजनों को बताया गया कि उनके द्वारा भर्ती कराए गए मरीजों की मौत हो गई है। कुछ मरीजों के परिजनों से अस्पताल प्रबंधन ने इलाज के नाम पर कई लाख रुपये वसूल लिये उसके बाद हालत नहीं सुधरने का हवाला देते हुए उन्हें वापस ले जाने के लिये फोन किया। इसके चलते वहां पहुंचे परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। उनका कहना था कि वे लगातार अस्पताल के बाहर चार-पांच दिन से मरीज की हालत जानने के लिए घंटों बैठकर रहे लेकिन उन्हें कोई जानकारी नहीं दी जाती है। हर बार आधी रात को ही फोन करके परिजनों को बताया जाता है कि हालत नाजुक है और मरीज को वेंटिलेटर पर रखना होगा। उनको वेंटिलेटर पर रखा जाता है या नहीं यह भी परिजनों को पता नहीं। सीधे मौत की खबर दी जाती है। एक परिजन ने बताया कि दो दिन पहले ही बताया गया था कि पांच दिन से भर्ती उनके पिता की हालत को ठीक बताते हुए दो दिन में डिस्चार्ज करने की बात कही, अचानक बताया गया कि हार्ट अटैक से मौत हो गी। एक अन्य ने बताया कि आठ दिन से उनकी बहन अस्पताल में भर्ती है। न तो उनसे मिलने दिया जा रहा है न ही डॉक्टर बता रहे हैं कि उसका क्या इलाज चल रहा था। रात में दो बजे फोन करके कहा गया कि वेंटिलेटर बेड में डालना पड़ेगा। हमारे पास कोई रास्ता नहीं था कि हम उनका कहना नहीं मानते।
शिकायकर्ताओं का कहना था कि शासन द्वारा पुलिस निर्धारित किए जाने के बावजूद भर्ती के समय ही परिजनों से 60 से 80 हजार रुपये अग्रिम जमा करा लिए जाते हैं जिनमें से आधी राशि दवाइयों के नाम पर ली जाती है। दवाओं के बारे में भी आशंका है कि इसकी जरूरत उनको रहती है या नहीं। स्टाफ के लोग बताते हैं कि यह दवा वापस मेडिकल स्टोर में लाकर छोड़ दिया जाता है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त नोडल अधिकारी वरुण राजपूत ने भी अस्पताल प्रबंधन को 2 दिन पहले पहुंचकर समझाइश दी थी, लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हुआ। परिजनों का गुस्सा स्थानीय नेताओं पर भी फूट रहा था। वे कह रहे थे कि जो नेता घर-घर पहुंचकर वोट मांगते हैं वे आज मौत के मुंह में पड़े मतदाताओं की सुध लेने के बजाय घरों में दुबके हुए हैं।
अस्पताल प्रबंधन ने हंगामा होते देख कर पुलिस को सूचना दे दी और गेट पर ताला लगा दिया। पुलिस परिजनों को समझा-बुझाकर लौट गई और अस्पताल ने आज नए मरीजों को भर्ती करने से मना कर दिया। शाम तक मरीजों की शिकायतों की क्या जांच हुई है इसके बारे में कोई जानकारी प्रशासन ने नहीं दी है।
राज्य सरकार ने खूबचंद बघेल हेल्थ कार्ड और आयुष्मान योजना के अंतर्गत सभी कोरोना मरीजों को कवर करने का आदेश दिया है लेकिन अधिकांश अस्पताल इसमें आनाकानी कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 26 अपै्रल। कोटा विधायक डॉ. रेणु जोगी ने छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी की स्मृति में लगभग 50 लाख की लागत से एंबुलेंस कोटा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को दी।
ज्ञात हो कि कोटा स्वास्थ्य केंद्र में एक संजीवनी एक्सप्रेस और महतारी एक्सप्रेस है। कोटा विकास खण्ड आदिवासी बहुल इलाका और काफी जंगली क्षेत्र होने से कई बार सही समय में गंभीर हालत में मरीजों के अस्पताल लाने हेतु एंबुलेंस नहीं मिल पाता इसी कारण कोटा विधायक डॉ.रेणु जोगी ने स्व. अजीत जोगी की स्मृति में प्रदान किया। इस एंबुलेंस की संचालन कोटा नागरिक समिति द्वारा किया जाएगा। यह सेवा क्षेत्र की जनता के लिए पूर्ण रूप से नि:शुल्क रहेगा। साथ ही इनका संचालन हेतु ,गाडी़ रखरखाव चालक का खर्च भी खुद ही समिति संचालन करेगी। इसके लिए भी 5 लाख रुपये प्रदान किया हैं। कोटा नागरिक समिति का गठन करके बहुत जल्द ही इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं विधायक निधि से 5 लाख एंबुलेंस की देखरेख एवं 10 लाख दवाई, ऑक्सीजन वेंटीलेटर मशीन के लिए प्रदान किया गया है। कोरोना की रोकथाम हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केंदा में एंबुलेंस, दवाई, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन के लिए विधायक निधि से 35 लाख की राशि प्रदान की गई है।
889 नये मरीज मिले, 58 ने फिर दम तोड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 26 अप्रैल। कोरोना संक्रमितों की संख्या बीते 24 घंटों में एक हजार से कम रही लेकिन इस दौरान मौतों की रफ्तार नहीं थमी। संक्रमण के मामले कम करने के उद्देश्य से बीते 14 अप्रैल से जिले में जारी लॉक डाउन का कोई असर नए मरीजों की संख्या में दिखाई नहीं दे रहा है। पूरे अप्रैल माह में हर रोज लगभग एक हजार नए संक्रमित मिल रहे हैं।
रविवार को 889 संक्रमित मिले और इस दौरान 58 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा 12 मौतें संभागीय कोविड अस्पताल में हुई है। इसके अलावा सिम्स में 8 और रेलवे अस्पताल में 7 लोगों की मौत हो गई। शेष मरीजों की मौत निजी अस्पतालों में हुई। शहर के लगभग सभी इलाकों से मरीज मिल रहे हैं। मरीजों की वास्तविक संख्या इससे ज्यादा हो सकती है क्योंकि लॉकडाउन के कारण बहुत से लोग टेस्ट कराने के लिए नहीं निकल रहे हैं और अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं की अव्यवस्था को देखकर वे लक्षण को छुपाकर घर में ही इलाज करा रहे हैं। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी मर्जी से आकर कोरोना टेस्ट करवाने वालों की संख्या काफी कम है। टेस्टिंग के काम में लगे स्टाफ का कहना है कि उन्हें पर्याप्त संख्या में एंटीजन किट नहीं मिल रही है। ज्यादातर संदिग्धों का आरटीपीसीआर टेस्ट नहीं किया जा रहा है।
इसी तरह लगातार वैक्सीनेशन का काम भी पिछड़ता जा रहा है। रविवार को सिर्फ 1420 लोगों ने टीका लगवाया जो निर्धारित लक्ष्य 14650 का 10 फीसदी भी नहीं था।
इधर अस्पतालों में मरीजों व उनके परिजनों से जबरन वसूली के मामले लगातार सामने आ ही रहे हैं। निजी अस्पताल सनशाइन के प्रबंधक को मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। अस्पताल के खिलाफ शिकायत की गई है कि कोरोना मरीजों का डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना और आयुष्मान योजना के तहत इलाज करने से मना किया जा रहा है और उनसे नगद राशि मानी जा रही है।
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन बेड बढ़ाने की तैयारी चल रही है। कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में कोविड केयर सेंटर के लिए की जा रही तैयारी का जायजा लिया। यहां कुछ दिन में 80 बेड तैयार हो जाएंगे, जिनमें से 40 पर ऑक्सीजन बेड होंगे। इसी तरह सिम्स में 40 नये बेड तैयार कर लिए गए हैं। कलेक्टर ने कोविड केयर सेंटर प्रभारियों के साथ बैठक लेकर कोरोना मरीजों के इलाज व देखभाल में आ रही दिक्कतों के संबंध में चर्चा की।
बेहतर इलाज के लिए भटकते रहे परिजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। कांग्रेस नेता व डीएलएस कॉलेज के चेयरमैन बसंत शर्मा का आज सुबह 4 बजे अपोलो अस्पताल में हार्ट अटैक आने पर निधन हो गया। वे पिछले 12 दिनों से कोरोना संक्रमित थे। कांग्रेस नेताओं की सिफारिश के बावजूद शर्मा को समय पर बेहतर इलाज के लिये बेड उपलब्ध नहीं हो पाई थी।
55 वर्षीय बसंत शर्मा नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष व कई बार पार्षद रह चुके हैं। वे स्पीकर डॉ. चरण दास महंत के करीबी नेताओं में गिने जाते रहे हैं। उनके निधन से कांग्रेसजनों व शुभचिंतकों में शोक है। 12 दिन पहले उनकी तबियत खराब होने के बाद उन्हें ओंकार चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। वहां उनकी तबियत लगातार बिगड़ रही थी तब उन्होंने अपोलो अस्पताल में दाखिले के लिये प्रयास किया।
अपोलो में भर्ती कराने के लिये कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से भी सिफारिश कराई गई पर प्रबंधन ने कोई जगह खाली नहीं होने की बात की। इसके बाद स्पीकर के फोन से उन्हें अपोलो में एक सप्ताह पहले बेड मिल पाई। अपोलो पहुंचने पर बताया गया कि उनके संक्रमण का फैलाव ज्यादा हो चुका है। वहां एक सप्ताह तक उपचार चलता रहा आखिर उन्हें नहीं बचाया जा सका।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 अप्रैल। मुंगेली जिला जनसम्पर्क कार्यालय में पदस्थ लिपिक ईश्वर आदिले का आज सुबह कोरोना से देहावसान हो गया। वे 58 वर्ष के थे। आदिले ने तीन-चार दिन पहले कोविड टेस्ट कराया था। कल ही उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट आई जिसमें उन्हें पॉजिटिव पाया गया था। रात में वे घऱ पर बेहोश हो गये तब उन्हें किम्स चिकित्सालय, मगरपारा लाया गया। यहां इलाज नहीं मिलने पर उन्हें सिम्स चिकित्सालय ले जाया गया जहां सुबह करीब 5 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। तीन दिन पहले ही जांजगीर में उनकी कोरोना संक्रमित बहन की मौत हो गई थी।
हाईकोर्ट ने निचली अदालत का फैसला पलटा
बिलासपुर, 25 अप्रैल। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने निचली अदालत के उस आदेश को पलट दिया है जिसमें एक दम्पती के तलाक आवेदन पर अलगाव का आदेश दिया गया था और अर्जी एक साल बाद मंजूर करने की बात कही गई थी। कोर्ट ने कहा है कि सहमति के आधार पर तलाक के लिये एक साल की प्रतीक्षा अनिवार्य नहीं है।
परिवार न्यायालय में एक आवेदन देकर संध्या सेन व संजय सेन ने आपसी सहमति के आधार पर तलाक के लिये आवेदन दिया। सन् 2017 में दोनों का विवाह हुआ था। पत्नी केवल दो दिन अपने पति के घर पर रहने के बाद मायके वापस लौट गई थी। आवेदन पर विचार करने के बाद कोर्ट ने कहा कि दोनों के बीच दहेज सम्बन्धी कोई मामला नहीं है न ही आपस में मनमुटाव या विवाद की स्थिति पैदा हुई है। इस स्थिति में दोनों को एक साल तक अलगाव में रहना होगा, उसके बाद तलाक का आवेदन दे सकते हैं।
इस आदेश को युवती की ओर से हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। हिन्दू विवाह अधिनियमय 1955 के अंतर्गत पति-पत्नी में सहमति होने के बावजूद वे विवाह के कम से कम एक साल बाद तलाक का आवेदन दे सकते हैं। विशेष मामलों में यदि याचिकाकर्ता अत्यधिक पीड़ित हो तो इस समय सीमा में छूट दी जा सकती है। जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा व जस्टिस एन के चंद्रवंशी की बेंच ने तलाक की अनुमति देते हुए कहा कि पति पत्नी के बीच क्या विवाद है यह कोर्ट नहीं देखेगी। उसे केवल यह सुनिश्चित करना है कि तलाक का आवेदन डर, दबाव या प्रलोभन से नहीं दिया गया है।