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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड कोटा, 28 जनवरी। ग्राम पंचायत भवन में गत दिनों निशुल्क दंत रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन डॉ सुदीप गुप्ता दंत रोग विशेषज्ञ बीडीएस एवं उनके सहयोगी के सौजन्य से संपन्न हुआ।
डॉ सुदीप गुप्ता का सोच ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में दांतो से संबंधित बीमारियों को सहज एवं सरल तरीका से जानकारी देकर उनकी तकलीफो को दूर करने का प्रयास किया है शिविर में ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती ईश्वरी राम रतन कौशिक सरपंच पति रामरतन कौशिक महावीर यादव कृष्णा यादव उमलेश जायसवाल एवं बेलतरा ग्रामीण एवं आसपास के लोगों की मौजूदगी में संपन्न हुआ। रामरतन कौशिक ने कहा कि निश्चित ही डॉ गुप्ता व उनके टीम के द्वारा शिविर लगाकर क्षेत्र के लोगों को जागरूक किया है क्योंकि आज दांत की पीड़ा से अनेकों लोग पीडि़त है और उन्हें सलाह एवं उपचार दोनों देकर बेलतरा क्षेत्र के लोगो के लिए ये उपकार किया है निश्चित ही डॉक्टर सुदीप गुप्ता बधाई के पात्र हैं।
शिविर में सहयोगी डॉ. सुकन्या जायसवाल बीडीएस डॉ. वाणी विलियम डॉ. चंद्रहास ठाकुर डॉ कौशिक देव लखन मिश्रा संजना पोर्ते रवि जयसवाल रहे।
शराब तस्करी के आरोपी हर्ष छाबरिया सहित चार के खिलाफ अपराध दर्ज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जनवरी। गणतंत्र दिवस का समारोह देखकर लौट रहे एक पत्रकार को तीन लोगों ने स्कूल के पास करीब एक घंटे तक बंधक बनाकर रख लिया और मोबाइल छीन लिया। घटना की जानकारी मिलने पर दूसरे पत्रकारों ने पहुंचकर उसे किसी तरह से छुड़ाया।
गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले के पेन्ड्रा थाने में मीडियाकर्मी मुकेश विश्वकर्मा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार वह 26 जनवरी का कार्यक्रम देखकर अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में दूसरी ओर से आदतन अपराधी व शराब तस्करी के आरोपी हर्ष छाबरिया ने आवाज देकर रुकवाया और गाड़ी की चाबी निकाल ली। उसने अपने साथी सुशांत गौतम, श्रीकांत ताम्रकार व नवीन विश्वकर्मा सहित कुछ अन्य साथियों को फोन करके बुला लिया। सभी ने घेरकर उसके साथ गाली-गलौच शुरू कर दी और मुझे अपने साथियों को बुलाने के लिये धमकाने लगे। शिकायतकर्ता पत्रकार मुकेश ने अपने पत्रकार साथियों को फोन किया। तभी सभी आरोपियों ने मिलकर उसे बंधक बना लिया और बलपूर्वक मल्टीपरपज स्कूल की बाउन्ड्री के भीतर ले गये। यहां पर आरोपी हर्ष छाबरिया के कहने पर श्रीकांत ने जैकेट से उसका मोबाइल फोन निकाल लिया ताकि पुलिस को मदद के लिये वह फोन कर सके। वे फोन की पड़ताल करने लगे। मल्टीपरपस स्कूल बाउन्ड्री के भीतर वे लगातार गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी देते रहे। शिकायत के मुताबिक छाबरिया ने कहा कि वह एक दबंग व्यक्ति है, तुम मेरे विरोधी हो, पुलिस को मेरी सूचना देते हो, पत्रकारिता करोगे या जिंदा रहोगे यह मैं तय करूंगा, जिसको तुम बुलाना चाहो बुला लो। इसी दौरान पत्रकार अखिलेश नामदेव और दुर्गेश सिंह बिसेन मौके पर पहुंचे लेकिन उनके साथ भी हर्ष छाबरिया द्वारा बदसलूकी की गई। पत्रकार साथियों ने उसे बंधन से छुड़वाया। मौके पर इस बीच पुलिस भी पहुंच गई।
शिकायत में कहा गया है कि आरोपी हर्ष छाबरिया आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। उसके खिलाफ कई तरह के अपराध दर्ज हैं। इसलिये वह डरा हुआ है।
पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 294, 34, 341 तथा 506 के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
पैरोल पर छूटे हत्या के आरोपी सहित दो गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 जनवरी। मारपीट को लेकर उपजे विवाद में एक चाउमिन ठेला चलाने वाले की दो आरोपियों ने मारपीट कर हत्या कर दी। इनमें से एक हत्या का पहले से ही आरोपी है जो पैरोल पर छूटा हुआ है।
सरकंडा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक रविदास मानिकपुरी सरकंडा शहीद भगत सिंह स्कूल के पास में चाउमिन का ठेला लगाता था। 24 जनवरी को उसका पड़ोस में रहने वाले अमित मरकाम के भाई से विवाद हुआ था। 25 जनवरी को जब वह ठेला लगाने पहुंचा तो अमित मरकाम (24 वर्ष) तथा ईश्वर महरौलिया (34 वर्ष) ने अपने साथियों के साथ मिलकर रवि मानिकपुरी की जमकर पिटाई कर दी। दोपहर में घर पहुंचकर रवि ने अपनी पत्नी सुशीला को इस बात की जानकारी दी। घबराई पत्नी अपने दो बच्चों के साथ उसे लेकर अपने मायके भरारी (रतनपुर) लेकर आ गई। रतनपुर में रविदास की तबियत अचानक बिगडऩे लगी। उसे एम्बुलेंस से बिलासपुर ले जाने की तैयारी की जा रही थी कि उसने घर पर ही दम तोड़ दिया। घटना की रिपोर्ट पत्नी ने दर्ज कराई तो पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू की। सिम्स चिकित्सालय के पास पुलिस ने दोनों आरोपियों को एफआईआर के दो घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक आरोपी ईश्वर पहले से ही हत्या के एक मामले में आरोपी है और इस समय वह पैरोल पर बाहर है।
हत्या की एक अन्य पुरानी वारदात में सरकंडा पुलिस ने अंगुल, ओडिशा से आरोपी इकबाल अली को भी गिरफ्तार किया है।
कहा- कुछ वर्षों में श्रमिक नेताओं की संख्या बहुत कम हो गई है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 24 जनवरी। प्रदेश में किसान नेता तो बहुत हैं किंतु पिछले कुछ वर्षों में श्रमिक नेताओ की संख्या बहुत कम हो गई है इस कारण मजदूरों की समस्याएं, परेशानियां और उनकी मांगें शासन प्रशसन के समक्ष बहुत कम आ पाती है ऐसे मजदूर नेताओं की बहुत जरूरत है। हमारा ये प्रयास होगा कि उनकी शिकायतों पर उचित कार्यवाही होगी तथा उन्हें पूरा संरक्षण दिया जाएगा ताकि वे फैक्ट्री व कारखानों के मालिकों व प्रबंधन से भयभीत व आक्रांत न होने पाएं और मजदूरों के अधिकारों के लिए खुलकर संघर्ष कर सके। उक्ताशय का विचार बिलासपुर जिले के जरहाभाठा में स्थित सामुदायिक भवन परिसर में श्रम कल्याण मंडल के अध्य्क्ष शफी अहमद ने व्यक्त किये।
श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने तथा शासन द्वारा उन्हें दी जा रही सुविधाओं और राहत के संबंध में प्रचार करने के उद्देश्य से श्रम कल्याण मंडल के द्वारा जरहाभाठा में एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें श्रमिक महिला पुरुष, जनप्रतिनिधि, श्रम विभाग के अधिकारी और कर्मचारी और ग्रामीणों ने भाग लिया । शिविर को संबोधित करते हुए शफी अहमद ने कहा कि मजदूरों को पूरा हक मिले और उनकी न्यूनतम मजदूरी तथा श्रम अधिनियमों के तहत निर्धारित समय अवधि की शर्त पूरी हो यही हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों का पंजीयन अनिवार्य रूप से होना चाहिए और उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है हम सभी श्रमिकों के साथ खड़े है। यदि कोई फैक्ट्री मालिक मजदूरों के साथ अन्याय करता है तो उसे बक्शा नहीं जाएगा इसीलिए श्रम कल्याण मंडल द्वारा हेल्पलाइन नंबर तथा ईमेल जारी किया गया है। इसमें मजदूर अपनी शिकायतों को दर्ज करा सकते है उस पर उचित कार्यवाही होगी।
उक्त कार्यक्रम में बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है वो समाज के सभी वर्गों का ख्याल रख रही है विशेष रूप से मजदूरों और किसानों के प्रति काफी संवेदनशील और गंभीर है पिछले 15 सालों में पहली बार श्रम कल्याण मंडल द्वारा मजदूरों के अधिकारों को दिलाने तथा पंजीयन कराने के प्रति जागरूक करने के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है वो सराहनीय तथा लाभदायक है यदि मजदूरों की हक की लड़ाई में मेरी जरूरत पड़ती है तो मुझे बताए हम पूरी मजबूती से आपके साथ खड़े होंगे। शिविर में युवा कांग्रेस के प्रदेश संयोजक आशीष अवस्थी ने व्यक्त किया कि फैक्ट्री में वाजिब मजदूरी न मिलने पर या 8 घंटे से अधिक कार्य कराए जाने की शिकायत मिलने पर हमें भी बताए हम अपनी तरफ से भी मजदूरों की मदद करेंगे तथा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएंगे।
शिविर में जिला पंचायत सदस्य अंकित गौराहा ने कहा कि में पहली बार देख रहा हु की मजदूरों को अधिकारों और सरकार द्वारा उनके लिए चलाई जारही कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार पूरे प्रदेश में जागरूकता अभियान के माध्यम से हो रहा है इसके लिए मण्डल अध्यक्ष बधाई के पात्र है। शिविर में इंटक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष दिव्यांशु वर्मा, पार्षद श्रीमती सीमा जी.पूर्व पार्षद दिव्यांशु वर्मा सहित आस पास के श्रमिक महिला पुरुष भारी संख्या मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 जनवरी। उज्ज्वला गृह की जमीन तीन महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनके खिलाफ पीड़ित युवतियों ने सीधे कोई आरोप नहीं लगाए है, बल्कि जिन दो महिलाओं पर गंभीर आरोप है वे अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
उज्ज्वला होम संचालक जितेन्द्र मौर्य की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वहां कार्यरत तीन युवतियों को भी बाद में गिरफ्तार किया था और इस समय सभी जेल दाखिल हैं। इस बीच यह जानकारी मिली है कि हॉस्टल की अधीक्षक आरती और सहायक नीलम खूंटे को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई।
बताया जाता है कि जितेंद्र मौर्य की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही ये दोनों फरार हो गई। युवतियों ने मजिस्ट्रेट बयान में मौर्य के साथ साथ इन दोनों पर भी आरोप लगाए थे। मगर पुलिस ने समय पर इन्हें हिरासत में नहीं लिया। इन महिलाओं पर युवतियों ने देह व्यापार के लिए दबाव बनाने तथा नशीली दवा देने का आरोप लगाया है।
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इनके दोनों महिलाओं की तलाश की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 जनवरी। उज्ज्वला होम के संचालक जितेन्द्र मौर्य की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने यहां काम करने वाली तीन महिला कर्मचारियों को भी गिरफ्तार कर लिया और सभी आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि बेसहारा महिलाओं को आश्रय देने वाली उज्ज्वला होम के संचालक और यहां कार्यरत महिला कर्मचारियों के खिलाफ धारा 164 के अंतर्गत यहां से छूटकर निकली युवतियों ने कोर्ट के समक्ष बयान दर्ज कराया था। संचालक जितेन्द्र मौर्य पर उन्होंने दुष्कर्म, देह व्यापार, छेड़छाड़, शारीरिक प्रताडऩा तथा नशीली दवायें देने का आरोप लगाया था। इस कार्य में वहां की महिला कर्मचारियों का सहयोग था। पुलिस ने गुरुवार की रात संचालक मौर्य को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद यहां काम करने वाली तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया। सरकंडा टीआई जे पी गुप्ता ने बताया कि सभी महिलाओं पर मारपीट व बलपूर्वक रोकने का आरोप है। इनके विरुद्ध धारा 323, 342 और 294 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
लोन दिलाने फर्जी दस्तावेजों को प्रमाणित करने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 जनवरी। तारबाहर पुलिस ने सेंट बैंक के फील्ड ऑफिसर अभय दुबे को गिरफ्तार किया है। उस पर 40 लाख रुपये के ऋण घोटाले में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बिल्डर राजेश सेठ और उनकी पत्नी रजनी सेठ ने शीतला प्रसाद त्रिपाठी और किनेश्वर प्रसाद से फ्लैट दिलाने के नाम पर 40 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। पीडि़तों का आरोप था कि सेंट बैंक के फील्ड ऑफिसर अभय दुबे के साथ साठगांठ कर उन्होंने फर्जी दस्तावेज तैयार किये थे। मुख्य आरोपी राजेश सेठ को तारबाहर पुलिस पहले ही नोयेडा से गिरफ्तार कर चुकी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 22 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश के इकाई आह्वान पर शुक्रवार को बिलासपुर में कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना दिया। कलेक्ट्रेट के घेराव से पहले सभी को हिरासत में ले लिया गया।
स्थानीय मुंगेली नाका मैदान में जिला भाजपा के द्वारा आज दोपहर 12 बजे से 4 तक विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर, तखतपुर, बिल्हा, बेलतरा,मस्तूरी और कोटा के भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों ने धरने में भाग लिया।
धरना स्थल पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, पूर्व मंत्री और विधायक कृष्णमूर्ति बांधी, प्रदेश महामंत्री भाजपा भूपेंद्र सवन्नी, विधायक बेलतरा रजनीश सिंह, बिलासपुर संगठन प्रभारी प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू सहित भाजपा पदाधिकारियों धरने में भूपेश सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। धरने के बाद कार्यकर्ता एवं नेता कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए रैली की शक्ल में आगे बढ़े। पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन ने शेफर्ड स्कूल मैदान में अस्थायी जेल बनाकर नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को कलेक्ट्रेट जाने के पूर्व ही हिरासत में ले लिया। बाद में सभी को छोड़ दिया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 22 जनवरी। छग प्रदेश तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, कोटा की नवगठित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण, कैलेण्डर विमोचन, प्रतिनिधियों का सम्मान कार्यक्रम रखा गया। जिसमें मुख्य अतिथि जिलाशिक्षाधिकारी अशोक भार्गव, अध्यक्ष पीआर यादव संघ के मुख्य संरक्षक व विशिष्ट अतिथि संघ के जिलाध्यक्ष जी आर चंद्रा, प्रांतीय महामंत्री जगत मिश्रा, सचिव किशोर शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामकुमार यादवज,विकासखंड शिक्षाधिकारी कोटा, सहायक विकासखंड शिक्षाधिकारी एमएल साहू, बीआरसी प्रमोद शुक्ला रहे।
नवगठित कार्यकारिणि को संघ के प्रति समर्पित रहकर सत्यनिष्ठापूर्वक कर्मचारी हित में कार्य करने की शपथ मुख्य अतिथि के द्वारा दिलाई गई। संघ के पूर्व प्रतिनिधि आर एस चौहान, नरेंद्र सिंह सिकरवार, रामनारायण तिवारी, विनोद गुप्ता का श्रीफल, शाल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। संघ के कैलेण्डर का विमोचन मुख्य अतिथि व संघ के मुख्य संरक्षक के करकमलों से किया गया।
कार्यक्रम में संघ की तहसील शाखा समस्त पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में तहसील कोटा के अध्यक्ष आनंद कुमार तिवारी के द्वारा आभार व्यक्त किया गया। मंच संचालन देवेंद्र सिंह ठाकुर व भूपेश चंद्र पाण्डेय द्वारा किया गया।
कार्य क्रम में तहसील कोटा के संरक्षक उपेंद्र सिंह ठाकुर, के के क्षत्रिय,पदाधिकारीगण अश्वनी साहू, विन्धेश्वर भगत, अभयरंजन मिश्रा, श्यामलाल बंजारे, के एस मेश्राम, मुकुन्द नारायण साहू, अमित अग्रवाल, सुरेंद्र यादव, कुलदीप गुप्ता,दीपक उपाध्याय,हरेंद्र चौहान, प्रदीप जायसवाल, एल वी रेड्डी,आलोक सोनी,सोहन सिंह ठाकुर,चंद्रशेखर केनार,सतनाम गुरु जोशी,हरिचरण मानिकपुरी,पुष्पेंद्र तिवारी ,महिला प्रतिनिधी श्रीमती रत्ना सोनी,ज्योति मरावी,ज्योति केशरवानीआदि प्रमुख रुप से उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 जनवरी । शादी का प्रलोभन देकर शारीरिक शोषण करने के मामले में बिलासपुर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर कोर्ट में चालान पेश किया है।
बीते 19 जनवरी को एकं 24 वर्षीय युवती की शिकायत पर आरपीएफ झोपड़ा पारा निवासी सुनील गौतम (23 वर्ष) के खिलाफ शिकायत की थी। तोरवा पूलिस ने आरोपी के विरुद्ध धारा 376 आइपीसी के तहत अपराध दर्ज किया। उच्चाधिकारियों को जानकारी देकर थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने कार्रवाई शुरू की। प्रधान आरक्षक संगीता नेताम ने पीडित का बयान दर्ज किया। महिला चिकित्सक ने इसके बाद पीडि़ता की मेडिकल जांच की। इस बीच पटवारी से घटनास्थल का नक्शा भी प्रप्त किया गया। एस एफ एल की रिपोर्ट और गवाहों का बयान भी शीघ्रता से लेकर अन्तिम प्रतिवेदन तैयार किया गया। आज कोर्ट में चालन पेश कर दिया गया है।
करगीरोड (कोटा ), 21 जनवरी। अयोध्या में मंदिर निर्माण हेतु जन जागरण बाइक रैली का कोटा में आयोजन किया गया जिसमें सैकड़ों की संख्या में आम जनता शामिल हुए। रैली राम मंदिर पड़ावपारा चौक से शुरू होकर पूरे नगर भ्रमण करते हुए पंचमुखी हनुमान मंदिर में समापन किया गया। समापन अवसर पर बिलासपुर सांसद अरुण साव शामिल हुए। पंचमुखी हनुमान मंदिर में पूजा-आरती कर कार्यक्रम का समापन किया गया।
करगीरोड (कोटा), 21 जनवरी। जनपद पंचायत कोटा में सचिव, रोजगार सहायक भूख हड़ताल के बाद गुरुवार को धरनास्थल में सचिव, रोजगार साहायकों ने अपनी मांग पूरी नहीं होने पर तीन सचिव, एक रोजगार सहायक ने मुंडन संस्कार धरना स्थल में ही कराकर विरोध-प्रदर्शन किया।
बुधवार को पूर्व विधायक व छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने सचिव और रोजगार सहायक के हडताल को समर्थन कर सभा को संबोधित किया। कोटा विधायक प्रतिनिधि विकास सिंह ठाकुर सहित बड़ी संख्या छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस कार्यकर्ता ने हड़ताल को समर्थन दिया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 जनवरी। उज्जवला होम में दुष्कर्म की शिकायतों के मुद्दे पर पुलिस ने अपना पक्ष आज स्पष्ट किया है। पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि पुलिस के समक्ष बयान में पीडि़त महिलाओं ने दुष्कर्म की कोई शिकायत नहीं की थी। अब इस मामले में महिला बाल विकास विभाग के उच्चाधिकारियों और महिला आयोग ने संज्ञान लिया है । इसे देखते हुए यह तय किया गया है की धारा 164 के तहत युवतियों से धारा 164 के अंतर्गत बयान दर्ज करवा लिया जाए और इसमें जो भी आरोपी होंगे उनके विरुद्ध पुलिस दंड संहिता के अंतर्गत अपराध दर्ज करते हुए समुचित कार्रवाई करेंगे।
उल्लेखनीय है कि राजकिशोर नगर स्थित उज्जवला होम की तीन लड़कियों ने मीडिया के सामने दुष्कर्म और प्रताडऩा का आरोप लगाया जबकि सरकंडा पुलिस के समक्ष उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं की थी, पुलिस का ऐसा दावा है। यह मामला रविवार को सामने आया था, जब एक युवक अपनी पत्नी को उज्जवला होम से बाहर निकालने के लिए पहुंचा था और वहां अन्य लड़कियों ने उसके समक्ष यौन प्रताडऩा की शिकायत की थी।
पुलिस के समक्ष दर्ज बयान में इन युवतियों ने प्रताडऩा भोजन नहीं देने जैसी शिकायतें की थी लेकिन इन्हें छोड़े जाने के बाद मीडिया के सामने आकर इन्होंने दुष्कर्म सहित प्रताडऩा के आरोप लगाए हैं। इस मामले को राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है।
करगीरोड ( कोटा), 21 जनवरी। शासकीय मुक्त विश्वविद्यालय पंडित सुंदरलाल शर्मा ओपन यूनिवर्सिटी में प्रवेश की अंतिम तिथि 28 फरवरी तक है ।
अध्ययन केंद्र कोटा शासकीय निरंजन केशरवानी महाविद्यालय के कार्यालय सहायक शीला पाठक ने बताया कि विश्वविद्यालय मुक्त विश्वविद्यालय में वर्ष में दो बार प्रवेश होता है पहला सत्र जून-जुलाई एवं दूसरा सत्र जनवरी-फरवरी में होता है । जून-जुलाई की प्रवेश तिथि इस बार इस बार कोरोना संक्रमण के चलते दिसंबर माह तक चला इसके तुरंत बाद 1 जनवरी से 28 फरवरी तक प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ है विश्वविद्यालय द्वारा संचालित स्नातक पाठ्यक्रम बीए बीएससी बीकॉम स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम एम एम एस सी एम कॉम एमएसडब्ल्यू एम ए शिक्षा एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रम में डीसीए पीजीडीसीए बिलीव योग साइंस छत्तीसगढ़ी भाषा पीजी डिप्लोमा इन साइकोलॉजिकल गाइडेंस विभिन्न अपराध पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया संचालित है।
जो भी छात्र छात्राएं प्रवेश लेना चाहते हैं विश्वास के निरंजन केशरवानी महाविद्यालय कोटा के अध्ययन केंद्र में संपर्क कर सकते हैं।
सदस्यों ने किया वॉक ऑउट, बिना नतीजा खत्म
कैश बुक और बिल वाउचर्स दिखाने को लेकर जमकर हंगामा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 21 जनवरी। कोटा जनपद पंचायत में सोमवार को सामान्य प्रशासन की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक का एजेंडा क्या था इस बात पर चर्चा होती, उसके पहले ही बैठक में मौजूद सदस्यों और अधिकारियों में विवाद शुरू हो गया । बैठक की कार्यवाही शुरू होते ही कुछ जनपद सदस्यों ने कोटा जनपद के कैश बुक और बिल वाउचर्स देखने की मांग कर दी, फिर माहौल गरमा गया । जनपद की सामान्य सभा में पहला प्रस्ताव ही बिना अनुमोदन के ढेर हो गया। उसके बाद दूसरे प्रस्ताव पर चर्चा होना था लेकिन यहीं से विवाद बढ़ गया और बैठक बिना किसी नतीजे के समाप्त हो गई। बैठक में उपस्थित आठ में से पांच सदस्यों ने वॉक ऑउट किया. उन्हंोने कहा कि जनपद में एलईडी लाइट खरीदी की गड़बड़ी पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है।
अंदरूनी सूत्रों से जो जानकारी प्राप्त हुई उसके अनुसार बैठक में कैश बुक लाया गया और इसके बाद हंगामा जनपद सदस्यों के बीच और बढ़ गया।
जनपद की बैठक के सभाकक्ष में जनपद पंचायत अध्यक्ष मनोहर राज, उपाध्यक्ष सुमंत जयसवाल, ज्योति भानू कश्यप शांत बैठे रहे तो वहीं अश्वनी टोडर, राजनंदनी कश्यप, विजय जयसवाल, कन्हैया गंधर्व, साधना आर्मो रिकार्ड देखने के नाम सीईओ से वाद विवाद होता रहा।
पीपरतराई पंचायत क्षेत्र के जनपद सदस्य अश्वनी टोडर ने पीपरतराई पंचायत के सचिव के कामकाज को लेकर शिकायत की थी। जनपद सदस्यों ने आरोप लगाया था कि पीपरतराई, सेमरिया, मझगांव, लमकेना, करगीखुर्द , कुवांरी मुडा धनरास, धूमा, कुरवार, पहंदा, केंदाडाड , केंनचरा, रतखंडी ,कलारतराई, बरद्वार, करगीकला पंचायतंो में एलईडी लाइट लगाने के नाम पर लाखों रूपए का भ्रष्टाचार किया गया है। जनपद सदस्यों के जांच की मांग पर अधिकाशं पंचायतों में जांच में सही मिला था, जहाँ दो से ढाई हजार के एलईडी लाईट को पंचायतों ने नौ हजार में खरीदा है लेकिन अधिकारियों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया।
ग्राम पंचायत तेदुवा की जनपद सदस्य राजनंदनी कश्यप ने भी अपने यहां के सचिव पर कई गंभीर आरोप लगाए थे और इन पर कार्रवाई करने को लेकर भूख हड़ताल पर चली गई थी। वहीं जनपद पंचायत सीईओ ने उनकी मांग पर पंचायत की विभिन्न अनिमितताओं की जांच करने टीम गठित की थी। जांच रिपोर्ट में जनपद सदस्यंो की अधिकांश शिकायत सही पाई गई थी, लेकिन दोषियों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई । जिसको लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों में नाराजगी हैं।
जनपद की सभापति अश्वनी टोडर का कहना है कि हमने हमेशा जनपद का सहयोग किया है, लेकिन जनपद से उन्हें सहयोग नहीं मिल पाता। जब भी किसी बात की जानकारी को लेकर सीईओ से पूछा जाता है, तो जनपद सदस्यों से उनका व्यवहार ठीक नहीं रहता ।
जनपद सदस्य कन्हैया गंधर्व का कहना है कि सामान्य प्रशासन की बैठक में हमने किसी भी प्रस्ताव के अनुमोदन के पहले ओरिजनल बिल वाउचर्स और कैश बुक देखने की मांग की। जब भी कोई जानकारी जनपद से मांगी जाती है वहां के अधिकारियों ने सही जवाब नहीं देते और सदस्यों पर ही भडक़ जाते हैं।
कोटा जनपद सीईओ संध्यारानी कुर्रे ने कहा कि बैठक में सदस्यों ने कैश बुक और बिल वाउचर्स देखने की मांग की जो उन्हें दिखाया गया। बैठक के समय में से तीन घंटे इन्होंने इसमें ही लगा दिए, जिसके कारण बैठक में कुछ नहीं हो पाया । जब उन्हें बिल वाउचर्स और कैश बुक में कुछ नहीं मिला तो वे उठ कर चले गए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी जिले में 22 जनवरी को धरना देने और कलेक्टोरेट का घेराव करने जा रही है। धान खरीदी में अव्यवस्था, कस्टम मिलिंग में देरी, 2500 रुपये प्रति क्विंटल के एकमुश्त भुगतान के मुद्दे पर भाजपा ने आंदोलन किया था।
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने आज भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने खेती का रकबा, गिरदावनी, देर से धान खरीदी की तारीख तय करने और बारदानों की समस्या बताकर किसानों को संकट में डाला है। वह अपनी नाकामियों को छिपाने के लिये केन्द्र सरकार और उसकी एजेंसी एफसीआई पर आरोप मढ़ रही है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की बात गंगाजल हाथ में लेकर करने वाली सरकार अब तक पूरा भुगतान नहीं कर पाई है।
पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि धान खरीदी में खड़ी की गई मुश्किलों के चलते किसानों को आत्महत्या के लिये मजबूर होना पड़ रहा है। इसमें मुख्यमंत्री के पाटन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम के कोंडागांव क्षेत्र के किसान भी शामिल हैं। प्रभावित परिवारों को कम से कम 25 लाख रुपये की मदद की मांग भी इस आंदोलन में उठाई जा रही है।
पूर्व मंत्री अग्रवाल ने दिल्ली में किसानों के चल रहे आंदोलन पर पूछे गये सवालों को यह कहकर टाल दिया कि वह अलग मुद्दा है।
अग्रवाल ने कहा कि हमारा प्रदर्शन, आंदोलन शांतिपूर्वक रहेगा।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता व महामंत्री भूपेन्द्र सवन्नी, बिलासपुर के सांसद अरुण साव, जिला भाजपा अध्यक्ष रामदेव कुमावत भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 19 जनवरी। छत्तीसगढ़ प्रांतीय अखंड ब्राम्हण समाज द्वारा रविवार को रतनपुर क्षेत्र के सिद्धिविनायक मंदिर परिसर में प्रदेश अध्यक्ष योगेश तिवारी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई।
बैठक में समाज के सर्वांगीण विकास, कोटा ब्लॉक स्तरीय समाज के पदाधिकारियों का चयन कर उन्हें नियुक्ति प्रमाण पत्र सौंपा गया। साथ ही इस दौरान समाज के द्वारा रतनपुर में संस्कृत विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव रखा गया। वहीं 21 फरवरी को रायपुर में आयोजित युवक-युवती परिचय सम्मेलन और समाज में व्याप्त कुरीतियों के निवारण के लिए जागरूकता अभियान चलाने तथा समाज की एकजुटता बढ़ाने पर चर्चा की गई। बैठक में प्रदेश के विभिन्न जिलों से समाज के पदाधिकारी,प्रदेश उपाध्यक्ष विप्र प्रकोष्ठ जागेश्वर अवस्थी, अनिल शर्मा को बिलासपुर जिला में शिक्षा प्रकोष्ट का अध्यक्ष बनाये गए साथ ही विजय तिवारी को रतनपुर ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष बनाए गए।
संतोष शुक्ला, कोटा ब्लॉक ब्लाक अध्यक्ष, दिव्यकान्त शर्मा संयोजक, आदित्य दीक्षित को सह संयोजक, सबलू पाण्डेय को उपाध्यक्ष, राजकुमार(राजू) शर्मा को सचिव, हरि चौबे को संगठन सचिव, शिवानन्द पाण्डेय को सह सचिव, अनुभव पाठक को कोषाध्यक्ष, राजेश्वर तिवारी को जिला अध्यक्ष जांजगीर चाम्पा, कान्हा तिवारी को प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोनीत कर नियुक्ति पत्र दिया गया ।
होम संचालक सहित दोनों पक्षों पर सरकंडा पुलिस ने अपराध दर्ज किया
तीन युवतियों को उनकी इच्छा से घर लौटाया गया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 फरवरी। निराश्रित महिलाओं के आश्रम उज्ज्वला गृह में कल रात हुए हंगामे को लेकर राज्य महिला आयोग ने बिलासपुर पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। जांच अधिकारी सीएसपी निमिषा पांडेय को बनाया गया है। वे 28 जनवरी तक अपनी रिपोर्ट पेश करेंगी।
रविवार की घटना में पुलिस ने आश्रम के संचालक सहित दोनों पक्षों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। आश्रम की तीन लड़कियों को उनके घर वापस भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक पांच युवतियों से बयान लिया गया है। नशीली दवा देने और दुष्कर्म के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। इनमें से तीन लोगों को उनकी इच्छा के अनुरूप घर भेज दिया गया है।
शनिवार की शाम चिंगराजपारा की एक 20 वर्षीय युवती राजकिशोरनगर में भटक रही थी। लोगों ने उसे बदहवास देखकर पूछा तो बताया कि वह अपने पति से झगड़ा कर घर से निकल आई है और कहीं पर रहने का ठिकाना ढूंढ रही है। लोगों ने उन्हें पास ही स्थित उज्ज्वला होम भेज दिया। होम की अधीक्षिका आरती ने उसे रुकने की अनुमति दे दी और फोन पर उसके पति से बात कराई। जानकारी के मुताबिक फोन पर भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ। रविवार की शाम उक्त युवती का पति अपने परिजनों के साथ उज्ज्वला पहुंचा और पत्नी को अपने साथ ले जाना चाहा। आश्रम संचालकों ने उससे आधार कार्ड और शादी का प्रमाण पत्र मांगा। इससे वह तैश में आ गया और अपने साथ आये लोगों के साथ उज्ज्वला होम में घुसकर अपनी पत्नी की तलाश करने लगा। इस बीच उसे प्रथम तल पर दो युवतियां मिलीं जिनमें से एक सामूहिक दुष्कर्म की हाल ही में शिकार हुई है दूसरी युवती का भी अपने पति से विवाद चल रहा है। दोनों ने इन लोगों से बातचीत की। इसके बाद नीचे आकर उसने संचालक पर आरोप लगाया कि युवतियां बता रही है कि यहां दुष्कर्म होता है, प्रताडि़त किया जाता है और नशे की गोलियां दी जाती है। अधीक्षिका ने इन्कार किया और उसे किसी भी हालत में उसकी पत्नी को साथ ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद युवक और उनके परिजन सरकंडा थाने पहुंचे। उन्होंने आश्रम संचालकों के खिलाफ धारा 342 (किसी व्यक्ति को बलपूर्वक रोकने) तथा 294 (अश्लील गाली गलौच) की एफआईआर दर्ज कराई। युवकों ने वहां की युवतियों द्वारा लगाये गये आरोपों की जानकारी भी पुलिस को दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकंडा से महिला पुलिस बल के साथ एक टीम उज्ज्वला होम पहुंची। सीएसपी निमिषा पांडे ने बताया कि आरोपों की गंभीरता को देखते हुए तीनों युवतियों से तथा दो अन्य से अलग-अलग पूछताछ की गई। उन्होंने अपने साथ देह व्यापार और दुष्कर्म होने से इन्कार किया लेकिन कहा कि उनसे दुर्व्यवहार किया जाता है। किसी ने भी नशीली दवा देने के मामले की पुष्टि नहीं की। आज तीन युवतियों का बयान दर्ज करने के बाद उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार उनके परिजनों को सौंप दिया गया।
इधर उज्ज्वला होम के संचालक जितेन्द्र मौर्य की रिपोर्ट पर जबरन घुसने और गाली गलौच करने को लेकर दूसरे पक्ष के खिलाफ भी 456 व 294 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
बेंच ने याचिकाकर्ता से पूछा क्या सरकारी कम्पनी के गठन को रद्द किया जा सकेगा, अगले हफ्ते फिर सुनवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 जनवरी। रायपुर एवं बिलासपुर की स्मार्ट सिटी लिमिटेड कम्पनियों द्वारा निर्वाचित नगर निगम के अधिकार व कर्तव्यों का अधिग्रहण करने को हाईकोर्ट में चुनौती देते हुए एक जनहित याचिका दायर की गई है। हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता से सवाल किया है कि क्या एक एक सरकारी कम्पनी के गठन को रद्द किया जा सकता है? प्रकरण पर अगले सप्ताह फिर सुनवाई होगी।
गौरतलब है कि बिलासपुर और रायपुर नगर निगम में 2016 से सरकारी कम्पनी स्मार्ट सिटी लिमिटेड कार्यरत है। कम्पनी ने नगर-निगम क्षेत्र के एक बड़े हिस्से में सभी प्रकार के प्रशासनिक और आर्थिक अधिकारों को अपने हाथ में ले लिया और विकास कार्यों संबंधित कोई भी फाइल किसी भी निर्वाचित संस्था या व्यक्ति तक नहीं जाती। नगर पालिक निगम में 1956 अधिनियम अनुसार महापौर, मेयर इन कौन्सिल, सामान्य सभा और सभापति को अलग-अलग शक्तियां प्राप्त है परन्तु इन सभी को बाइपास कर स्मार्ट सिटी लिमिटेंड कम्पनियां अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के निर्णय अनुसार कार्य कर रही है बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में कोई भी निर्वाचित व्यक्ति नहीं है, वरन् अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है। विनय दुबे अधिवक्ता के द्वारा दायर इस जनहित याचिका में बहस करते हुए अधिवक्ता सुदीप श्रीवास्तव ने चीफ जस्टिस पी.वी रामचन्द्र मेनन और जस्टिस पी.पी साहू की खण्डपीठ से कहा कि भारतीय संविधान के अनुसार लोकतंत्र बुनियादी ढांचा है और संविधान के 74वें संशोधन के पश्चात् निर्वाचित नगर निगम एक संवैधानिक संस्था है। इसके लिए छत्तीसगढ़ में 1956 का अधिनियम भी प्रभावशील है। इन सभी प्रावधानों के उल्लंघन करते हुए बिलासपुर और रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड कम्पनियां कार्य कर रही हैं।
सुनवाई के प्रारंभ में ही हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या कम्पनी अधिनियम 2013 के तहत् गठित शासकीय कम्पनी को जनहित याचिका के माध्यम से चुनौती दी जा सकती है? इस प्राथमिक सवाल पर जवाब देने के लिए याचिकाकर्ता को एक सप्ताह का समय दिया गया है।
समाजसेवी व पर्यावरण प्रेमियों ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 जनवरी। विकास और यातायात व्यवस्था सुधारने के नाम पर शहर की एक और सडक़ से हरे-भरे बड़े वृक्षों की कटाई शुरू कर दी गई है। दयालबंद से शुरू की गई इस कार्रवाई पर रोक लगाने के लिये आज शहर के नागरिकों ने जिलाधीश के नाम पर ज्ञापन दिया। उन्होंने कई उदाहरण देकर बताया है कि इन पेड़ों को काटे बिना ही सडक़ चौड़ी की जा सकती है।
ज्ञात हो कि दयालबंद से जगमल चौक होते हुए लालखदान तक सडक़ को चौड़ा करने के लिये जिला प्रशासन द्वारा वर्षों से हरे-भरे पेड़ों को काटा जा रहा है। इनमें 50 से अधिक बड़े तथा 100 से अधिक मध्यम श्रेणी के पेड़ हैं। प्रशासन का तर्क है कि सडक़ को मध्य से 7-7 मीटर चौड़ा किया जायेगा, जिससे यातायात का दबाव कम होगा।
आज जिला प्रशासन को नागरिकों की ओर से सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया कि ये वृक्ष शहर की धरोहर हैं और हरियाली को बचाए रखने में इनका अमूल्य योगदान है। सडक़ चौड़ीकरण कार्य इन्हें बगैर काटे भी किया जा सकता है क्योंकि वृक्ष सडक़ के मध्य से लगभग 7 मीटर की दूरी पर स्थित हैं। यदि सडक़ की चौड़ाई डिवाइडर के दोनों ओर 6-6 मीटर रखी जाए तो सभी वृक्षों को कटने से बचाया जा सकता है। ये वृक्ष फुटपाथ पर आ जाएंगे जो चलने वालों को छाया भी प्रदान करेंगे। सडक़ पर यातायात का दबाव भी बहुत कम है, इस दृष्टि से भी सडक़ की चौड़ाई एक मीटर कम रखने में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं आ सकता। लिंक रोड में भी यातायात दुरुस्त करने के नाम पर दर्जनों हरे-भरे विशाल पेड़ों को काट दिया गया था लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। शहर में ही ग्राम मोपका में सीपत की ओर सडक़ की चौड़ाई डिवाइडर के दोनों तरफ पांच 5 -5 मीटर है। वहां यातायात में व्यवधान नहीं होता जबकि इस मार्ग पर भारी वाहनों का अत्यधिक दबाव है। दिल्ली, कोलकाता जैसे बड़े शहरों में भी वृक्षों को बचाने के अनेक प्रयास करके उन्हें फुटपाथ पर रखा गया है और सडक़ों की चौड़ाई कम रखी गई है, जबकि वहां यातायात का दबाव हमारे यहां से कई गुना ज्यादा है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में इन पेड़ों को बचाना एक बड़ा कदम होगा।
ज्ञापन सौंपने के लिये बड़ी संख्या में पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवी पहुंचे थे। ज्ञापन में इंजी. प्रथमेश मिश्र, नवनीत सिंह राठौर डॉ. देवेंद्र सिंह, आर्किटेक्ट देवाशीष घटक, निर्मल अग्रवाल सीए सत्यम आर्य, मनोज शुक्ला, आनंद अग्रवाल, एडवोकेट रणवीर सिंग मरहास, नवदीप सिंह अरोरा, सुबीर राय, जीशान खोखर आदि के हस्ताक्षर हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जनवरी। जिले में कोविड वैक्सीन लगाने के आज शुरू किये गये अभियान में 60 फीसदी सफलता हासिल हो सकी। आज जिले के 6 सेंटर्स में 600 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन 359 लोगों को ही टीका लग सका। 165 लोग रजिस्टर्ड होने के बावजूद टीका लगवाने नहीं पहुंचे जबकि सेंटर तक पहुंचे 76 लोगों ने स्वास्थ्य की समस्या के कारण टीका नहीं लगवाया।
जिले के बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में निर्धारित 100 में से 85 लोग टीका लगवाने पहुंचे, 15 नहीं आये। जो 85 पहुंचे उनमें से 28 लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के चलते टीका नहीं लगाया गया। इसी तरह मस्तूरी में उपस्थिति 72 रही जिनमें से 5 को बीमारी के कारण टीका नहीं लगाया गया, 28 लोगों ने उपस्थिति नहीं दी। दर्रीघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में रजिस्टर्ड 100 लोगों में 60 टीका लगवाने पहुंचे जिनमें से 4 को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी के कारण टीका नहीं लगाया गया।
सिम्स में 100 में 76 लोग टीका लगवाने आये, इनमें से 13 ने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की जानकारी दी, जिन्हें टीका नहीं लगाया गया। जिला अस्पताल में जहां वैक्सीनेशन के लिये स्वागत द्वार व रंगोली भी बनाये गये थे और जनप्रतिनिधि भी पहुंचे वहां उपस्थिति सबसे कम 100 में से 59 लोगों ने ही दी। इनमें से भी 15 लोगों को टीका नहीं लगाया गया क्योंकि उन्हें कोई न कोई स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या थी। अपोलो अस्पताल में रजिस्टर्ड 100 में से 83 लोग टीका लगवाने आये जिनमें से 11 लोगों ने तबियत ठीक नहीं होने के कारण टीका नहीं लगवाया।
महंगी बोतलों के साथ आबकारी टीम ने सप्लाई करते पकड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जनवरी। आबकारी विभाग ने एक आरपीएफ जवान तीन लोगों को विदेशी शराब की तस्करी करते हुए पकड़ा है। इसके अलावा मस्तूरी की एक महिला शराब विक्रेता भी हिरासत में लिया गया।
आबकारी विभाग के अधिकारियों को आज जानकारी मिली कि रायपुर से एक सेंट्रो कार में सीआरपीएफ जवान गणेश कुमार पहुंच रहा है जो बिलासपुर के नेहरू नगर में मनोज खन्ना को शराब की डिलिवरी देने वाला है। कार मनोज खन्ना के घर के सामने रुकी और गणेश कुमार उसे बोतल निकालकर देने लगा। आबकारी विभाग की टीम ने तुरंत उन्हें हिरासत में ले लिया। कार पर गणेश कुमार के साथ एक अन्य व्यक्ति विजय अरोरा भी था, उसे भी पुलिस ने हिरासत में लेते हुए शराब जब्त कर ली। मनोज खन्ना के पास लाई गई शराब की कीमत 2 लाख 27 हजार 108 रुपये है। इनमें कुछ बोतलें 35 हजार रुपये की भी हैं। आरोपियों ने बताया कि वे मध्यप्रदेश तथा पंजाब से लाकर विदेशी शराब के शौकीनों को महंगे दाम पर छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में बेचते थे। पूछताछ से बचने के लिये सीआरपीएफ जवान अपने पहचान पत्र का भी इस्तेमाल करता था।
एक अन्य मामले में आबकारी टीम को पता चला कि मस्तूरी थाने के पचपेड़ी में अवैध शराब की बिक्री हो रही है। सूचना मिलने पर टीम ने एक महिला के घर पर छापा मारा और उससे सात पेटी गोवा शराब जब्त किया।
सभी पर आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
सुबह 11.28 को जिला अस्पताल में लगा ज्ञानू भोई को लगा पहला टीका, कहा- अब निश्चिन्त होकर कर सकेगा कोरोना मरीजों की सेवा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 16 जनवरी। जिला अस्पताल में आज सुबह 11.28 बजे ज्ञानू भोई को कोविड का पहला वैक्सीन लगाकर जिले में वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया। इसी दौरान सिम्स चिकित्सालय में रामनाथ घोष को कोरोना का पहला टीका लगाया गया। दोनों ही चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं जो कोरोना संक्रमित मरीजों के आने पर उन्हें रिसीव करते और अस्पताल में दाखिले तक की जिम्मेदारी लगातार उठा रहे हैं।
जिला अस्पताल में अभियान की शुरूआत के दौरान वैक्सीनेशन सेंटर की आकर्षक सजावट की गई थी। नर्सिग स्टाफ ने आकर्षक रंगोली बनाई जिस पर लिखा था- गुड बाइ कोरोना।
इस मौके सांसद अरुण साव, विधायक शैलेष पांडेय, महापौर रामशरण यादव, सभापति शेख नजीरुद्दीन सहित अनेक जन प्रतिनिधि व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। अभियान के पहले दिन का अवलोकन करने के लिये स्वास्थ्य सचिव रेणु पिल्ले भी यहां उपस्थित थीं। अतिथियों ने फीता काटकर वैक्सीनेशन अभियान की शुरूआत की।
दूसरी ओर सिम्स चिकित्सालय के वैक्सीनेशन सेंटर में रामनाथ घोष को कोरोना वैक्सीन लगाने के साथ ही टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई। इसके बाद वार्ड ब्वाय भुवनेश्वर कौशिक, लालाराम यादव, मुकेश राव ठाकरे, ओंकार नाथ यादव तथा पंकज मिश्रा को कोविड का टीका लगाया गया।
वैक्सीन लगवाने वालों को वैक्सीनेशन सेंटर में ही बनाये गये विश्राम कक्ष में आधा घंटा रुकने के लिये कहा गया ताकि किसी तरह की बेचैनी होने, तबियत बिगडऩे की स्थिति में उनका तुरंत उपचार शुरू किया जा सके। दोपहर 12.45 तक वैक्सीनेशन का कार्य सुचारू रूप से चल रहा है।
आज जिले के 6 वैक्सीनेशन सेंटर सिम्स, जिला चिकित्सालय, अपोलो अस्पताल, दर्रीघाट, मस्तूरी और बिल्हा के स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण का कार्य चल रहा है। आज सभी जगह 100-100 वैक्सीन लगाये जायेंगे और सभी हेल्थ वर्कर हैं।
पहला टीका लगवाने वाले ज्ञानू भोई को निगरानी में रखने के बाद वापस भेजा गया। उसने कहा कि टीका लगवाने से वह अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहा है। समय पर वह दूसरा डोज लगवा लेगा और कोरोना के मरीजों के उपचार में निश्चिन्त होकर मदद व सेवा कर सकेगा।
ज्ञात हो कि 28 दिन के बाद वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाना अनिवार्य है। सभी को टीका लगवाने के बाद क्यू आर कोड के साथ एक प्रमाण पत्र दिया जा रहा है जिसमें अगले वैक्सीनेशन की तारीख भी दर्ज की गई है। बिलासपुर जिले में 18 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया जाना है पर वर्तमान में आये डोज के अनुसार इनमें से 10 हजार लोगों को ही पहले चरण में मौका मिलेगा।
गौरेला पेन्ड्रा मरवाही जिले में भी आज कोरोना वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ हुआ। यहां की तैयारियों का निरीक्षण करने कलेक्टर नम्रता गांधी पहुंची थीं। यहां कुल 2120 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। पहले दिन 100 लोगों को टीका लगाया जा रहा है जिनमें सफाई कर्मचारी, वार्ड ब्वाय, नर्स व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल हैं।
रंगोली बनाकर कोरोना जागरूकता का सन्देश, हस्ताक्षर कर ली शपथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 जनवरी। लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आज हस्ताक्षर अभियान एवं रंगोली प्रतियोगिता के माध्यम से कोरोना जागरूकता का संदेश दिया गया। इस दौरान लोगों ने हस्ताक्षर करते हुए कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की शपथ भी ली। “मास्क नहीं तो टोकेंगे, कोरोना को रोकेंगे” की थीम पर यह कार्यक्रम रखा गया।
स्वास्थ्य विभाग एवं सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च की ओर से इस दौरान लोगों को कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने के लिए शपथ दिलाकर हस्ताक्षर कराये गए। साथ ही संस्था के माध्यम से कोरोना वैक्सीन से सम्बंधित जानकारी भी साझा की गई।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रमोद महाजन ने कहा, “कल से कोरोना की वैक्सीन लगना शुरू हो जायेगा। इसके लिए विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। पूरी उम्मीद है कि हम टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक पूरा करेंगे। अभी भी हमें सामूहिक आयोजनों एवं भीड़ भाड़ वाली जगहों पर कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की सख्त जरूरत है क्योंकि कोरोना का खतरा टला नहीं है।
कार्यक्रम में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के संतोष मिश्रा ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन करना आज भी उतना ही जरूरी है जितना पहले था। हमें वैक्सीन के बाद भी मास्क पहनना, दो गज की दूरी, हाथ धोना एवं कोरोना का कोई भी लक्षण नजर आते ही खुद को आइसोलेट करते हुए जांच कराना है।
रंगोली एवं हस्ताक्षर अभियान में महिलाओं ने बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया। उन्होंने कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाने की शपथ भी ली। रंगोली प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता सपना सराफ और मनीषा श्रीवास्तव रहीं। रंगोली में पहला पुरस्कार स्मिता कश्यप, दूसरा प्रेरणा राव और तीसरा शिखा अग्रवाल को मिला। किरण तिवारी, रिया, नेहा, पूजा की रंगोली को भी सराहा गया। महिलाओं ने शपथ लेकर कोरोना से बचने का संदेश दिया, साथ ही नारों के माध्यम से भी कोरोना से बचने की जानकारी दी।
कार्यक्रम 36 सिटी मॉल में रखा गया था। मॉल की मैनेजर कविता ने कोरोना प्रोटोकॉल को जन आंदोलन बनाने की अपील की। 36 सिटी मॉल की टीम से तस्नीन कमाल का आयोजन में विशेष योगदान रहा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 15 जनवरी। पुलिस मुख्यालय एवं सडक़ राज्य मार्ग नई दिल्ली से मिले निर्देशों के अनुरूप जिले में भी यातायात पुलिस 18 जनवरी से राष्ट्रीय सडक़ सुरक्षा मास के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम शुरू कर रही है, यह कार्यक्रम 17 फरवरी तक चलेगा।
इसके तहत जिले में महीने भर यातायात जागरूकता कैम्प, नुक्कड़ नाटक, परिचर्चा प्रतियोगितायें, रैलियां, यातायात शिक्षा व व्यवस्था के कार्यक्रम तैयार किये गये हैं। शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा माह पर विभिन्न आयोजन किये जा रहे हैं। इस दौरान स्कूली बसों की जांच, ऑटो रिक्शा चालकों को प्रशिक्षण, भारी वाहनों का फिटनेस टेस्ट, वाहन चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण जैसे कार्यक्रम भी होंगे।
इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बिलासा गुड़ी में एक बैठक ली जिसमें क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ओ.पी.शर्मा, एएसपी यातायात रोहित बघेल, डीएसपी सत्येन्द्र पांडे सहित अन्य पुलिस अधिकारी, सडक़ सुरक्षा समिति के सदस्य अशोक अग्रवाल, मुकुन्द शर्मा, आशीष शर्मा, सविता प्रथमेश, प्रथमेश व अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। थाना प्रभारियों के साथ भी अलग बैठक रखी जा चुकी है।