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करगीरोड ( कोटा), 6 जून। कोटा भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का गठन किया गया। युवा मोर्चा अध्यक्ष की अनुशंसा पर सूरज साहू को कार्यालय प्रभारी बनाया गया है। उनकी नियुक्ति पर कोटा के भाजपा मंडल और युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने बधाई दी।
करगीरोड (कोटा), 6 जून। राधा बाई थवाईत पति स्व. शीतल बराई का निधन एक जून को हो गया। उनका अंतिम संस्कार कोटा रेलवे स्टेशन के पास मुक्तिधाम में किया गया। वे रामअवतार थवाईत की मां और हेमंत, शंकर थवाईत की दादी थीं।
रोजगार संकट को देखते हुए एमपी कांग्रेस सचिव ने दोनों सरकारों से की आवागमन में छूट देने की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जून। संभाग की सीमा से लगे अमरकंटक का बैरियर बंद होने के कारण पर्यटकों और श्रद्धालुओं का आवागमन बंद है। अमरकंटक के लोग इन दिनों बॉर्डर बंद होने के कारण रोजगार के संकट से जूझ रहे हैं। यहां से अनेक लोग ऐसे हैं जो गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही जिले से अमरकंटक नियमित जाकर व्यवसाय करते हैं उनकी भी आजीविका पर संकट बना हुआ है।
धार्मिक नगरी अमरकंटक मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में आता है किन्तु यहां का व्यवसाय छत्तीसगढ़ की ओर से आने वाले पर्यटकों पर काफी कुछ निर्भर है। अमरकंटक में बहुत से ऐसे परिवार हैं, जो कि दर्शनार्थियों और पर्यटकों के आवागमन और उनकी खरीदी से अपना भरण पोषण करते हैं। करीब 16 माह के अधिकांश समय में कोरोना के चलते दुकानें बंद थीं, पर्यटकों और दर्शनार्थियों का अमरकंटक में आना जाना पूर्णतया बंद था। इन परिस्थितियों में इनके लिए दो वक्त की रोटी की व्यवस्था कर पाना भी एक बड़ी चुनौती है।
हालांकि मध्यप्रदेश शासन के द्वारा तीन माह का राशन दिए जाने का प्रावधान था और कई जगह वितरण हुआ तो कई जगह आज भी राशन वितरण शेष है। लगभग 45 से 50 दिनों के लॉकडाउन खत्म होने के बाद अमरकंटक वासियों के चेहरे पर थोड़ी खुशी दिखाई दी थी लेकिन अब फिर वे चेहरे मुरझाने लगे हैं। अमरकंटक में प्रवेश करने के लिए मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के जो प्रमुख बॉर्डर हैं, उन्हें अब तक सील रखा गया है, जिसके कारण पर्यटकों के आवागमन में अभी भी बाधा उत्पन्न हो रही है और बहुत ही कम बल्कि न के बराबर पर्यटक व दर्शनार्थी अमरकंटक पहुंच रहे हैं। इससे छोटे व्यापारियों के लिए निरंतर समस्या बढ़ती जा रही है। यहां खेती का विकल्प नहीं है। बैगा आदिवासी, मंदिर में नारियल बेचने वाले इत्यादि सभी का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव व हाईकोर्ट अधिवक्ता श्रीधर शर्मा ने आम जनता की समस्या को देखते हुए दोनों राज्य की सरकारों से अपील की है कि छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश बॉर्डर को खोलने का निर्णय लें। अमरकंटक में प्रवेश करने के लिए कबीर बॉर्डर, जालेश्वर धाम व दुर्गा धारा सहित तीनों बॉर्डर शीघ्र खोलना अत्यन्त आवश्यक है।
करगीरोड कोटा, 2 जून। कोटा मेन रोड निवासी बच्चू लाल गुप्ता का निधन एक जून की सुबह हो गया। उनका अंतिम संस्कार स्थानीय मुक्तिधाम रेलवे स्टेशन के पास किया गया है। वे गजानन प्रसाद गुप्ता, पेण्ड्रारोड के भाई, राजेश कुमार गुप्ता, सहकारिता विभाग एवं राकेश कुमार गुप्ता सहायक प्राध्यापक के पिता थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड कोटा, 2 जून। भारतीय जनता पार्टी कोटा मंडल के पदाधिकारी द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सात साल पूरे पर कोटा भारतीय जनता पार्टी ने कोटा नगर पंचायत वार्ड नं 8/11 पुरानी बस्ती में वासियों को घर-घर जाकर करोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क और सैनिटाइजर का वितरण निशुल्क किया गया।
सेवा सप्ताह में भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यकारिणी सदस्य वेंकट लाल अग्रवाल के नेतृत्व मेंआदिल खान नगर पंचायत कोटा के पूर्व अध्यक्ष मुरारी लाल गुप्ता पूर्व एल्डरमैन अरूप मित्रा, विशाल नामदेव, साहिल खान, दशरथ लोधी मोहन कोरी, संतोष रजक, मोहन गुप्ता, सविता गुप्ता, एवं समस्त मोहल्ले वासियों की उपस्थिति में वितरण किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 30 मई। तखतपुर की मुख्य नगरपालिका अधिकारी शीतल चंद्रवंशी के सकरी स्थित रामा लाइफ सिटी स्थित मकान से 18 लाख रुपए की चोरी हो गई। अज्ञात चोरों ने अलमारी में रखे जेवरों पर हाथ नहीं लगाया।
तखतपुर सीएमओ शीतल चंद्रवंशी के पति ऋषि दुर्ग में प्रॉपर्टी डीलर हैं बीते 11 मई को चंद्रवंशी अपने मायके गई थी। वहां कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद वह होम क्वारांटीन में रहीं। इस दौरान उनके घर में ताला लगा हुआ था। शनिवार को शाम 5 बजे जब वह अपने घर पहुंची तो मुख्य द्वार में ताला उसी तरह लगा था लेकिन अंदर अलमारी का लॉकर टूटा हुआ था। अनुमान है कि खिड़की से कुंडे को तोड़कर चोरों ने प्रवेश किया। उन्होंने तलाश की तो 18 लाख रुपए नगद गायब मिले। लेकिन इसी अलमारी में रखे जेवरात पर चोरों ने हाथ नहीं लगाया। उन्होंने घटना की सूचना तुरंत सकरी पुलिस को दी। चोरी की बड़ी वारदात को देखकर पुलिस के उच्चाधिकारी घटनास्थल पहुंच गये। मामले की जांच की जा रही है। इतनी बड़ी नगद रकम का मुख्य नगरपालिका अधिकारी के घर पर रखे होने के बारे में भी सवाल उठ रहे हैं।
पुलिस ने मृतक को बिना एफआईआर रखा था अपनी हिरासत में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 मार्च। दो दिन पहले पुलिस हिरासत से हथकड़ी सहित फरार चोरी के आरोपी युवक का शव आज अरपा नदी के देवरीखुर्द चेक डेम में मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। पुलिस अधीक्षक के आग्रह पर मामले की जांच न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा शुरू की गई है।
आज सुबह तोरवा पुलिस को सूचना मिली कि देवरी खुर्द स्थित चेक डैम में एक अज्ञात युवक की लाश तैर रही है। उसके हाथ में हथकड़ी बंधी है। थाना प्रभारी परिवेश तिवारी अपने स्टाफ के साथ तुरंत घटनास्थल पहुंचे। लाश की पहचान सनी मरकाम के रूप में हुई। बाद में सीएसपी कोतवाली निमेष बरैया भी वहां पहुंचे। शव का पंचनामा बनाकर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण मालूम हो सकेगा।
तोरवा पुलिस इस मामले में उलझ गई है। पुलिस दो दिन मृतक सनी मरकाम को चोरी के आरोप में पकड़कर थाने ले तो आई थी और रात भर उसे अपनी हिरासत में भी रखा लेकिन उसके खिलाफ कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। इसके बाद भी उसे हथकड़ी लगाकर कथित रूप से चोरी का माल बरामद करने के लिए थाने से बाहर ले जाया गया। पुलिस का कहना है कि वह गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। इसलिए उसे हथकड़ी लगाई गई थी। माल बरामदगी के बाद एफआईआर दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया जाना था। हथकड़ी सहित भागा आरोपी दो दिन तक उसी थाना क्षेत्र में ही रहा, इसके बावजूद पुलिस उसकी तलाश नहीं कर सकी। आरोपी युवक प्रधान आरक्षक निर्मल कुमार घोष और आरक्षक हितेश जोशी के कब्जे से फरार हुआ लेकिन घटना के 2 दिन भी जाने के बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
चूंकि पुलिस अभिरक्षा के बाद फरार होने के बाद आरोपी की मौत हो गई है, इसलिये पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के लिये सीआरपीसी की धारा 176 के तहत स्थानीय न्यायालय से आग्रह किया। इसके बाद न्यायिक मजिस्ट्रेट आकांक्षा राठौर ने घटनास्थल पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच शुरू की है।
इधर पुलिस का कहना है कि मृतक आदतन अपराधी है। उसके विरुद्ध अपहरण, बलात्कार व लूट के मामले पूर्व से ही दर्ज हैं। उसकी चोरी के तीन मामलों में तलाश थी। लड़के को नशे की ट्यूब बोनफिक्स का आदी भी बताया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 29 मई। जिले में बीते 24 घंटे के भीतर कोरोना के 63 नए मरीज मिले और इस बीच 11 की मौत हो गई। संक्रमित मरीजों में 36 बिलासपुर तथा 14 मस्तूरी के हैं। शेष अन्य ग्रामीण क्षेत्रों से हैं। जिले के 6 और अन्य जिलों से यहां इलाज करा रहे हैं 5 मरीजों की मौत इस बीच हुई।
जिले में अब तक 63247 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 61768 लोग स्वस्थ भी हो गए हैं अब जिले में रिकवरी रेट बढ़ कर 96.59 पर आ गई है। इधर जिले में 18 प्लस वर्ग का टीकाकरण बीते एक सप्ताह से बंद है। इस वर्ग में अब तक 52 हजार 918 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
इधर ब्लैक फंगस पीडि़त 28 वर्षीय पेंड्रा निवासी महिला को स्वस्थ होने के बाद रिलीव किया गया है। सिम्स अस्पताल से यह पहली मरीज है जो स्वस्थ हुईं। हालांकि उसे अभी कुछ सप्ताह तक नियमित चेकअप कराने कहा गया है। जिले के तखतपुर से एक मरीज को रायपुर में भर्ती कराया गया था जो 27 मई को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया था। इस समय सिम्स में 8 मरीजों का इलाज चल रहा है। शुक्रवार को संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 29 मार्च। कोटा के धनरास ग्राम में एक आश्रम में घुसकर कुछ युवकों ने वहां के बुजुर्ग साधु के साथ लाठी डंडों से जमकर मारपीट की। बीच बचाव करने आई महिला को भी उन लोगों ने जमकर पीटा। घायल अवस्था में दोनों को अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक बुधवार की रात 11 बजे तक आश्रम के ऊपर पहाड़ी पर बैठे बिलासपुर से पहुंचे कुछ युवक स्पीकर पर जोर-जोर से गाना बजा रहे थे। वहां पास में आश्रम बनाकर रहने वाले वृद्ध साधु अड़गेड़नंद ने उन्हें कहा कि अब वह सोना चाहते हैं, शोरगुल बंद करें। इस पर युवकों ने साधु के साथ विवाद किया और धमकी दी कि अगले दिन आकर उसे देख लेंगे।
यह युवक गुरुवार को शाम पांच बजे आश्रम पहुंचे और दरवाजा तोड़कर भीतर घुस गए। इन लोगों ने साधु के साथ गाली गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। एक युवक जिसका नाम सोनू साहू बताया गया है, उसने साधु पर पहले लकड़ी से वार किया फिर उसके बाकी साथियों ने भी हमला कर दिया। साधु को सिर, हाथ, कंधे व पैर में चोट आई। आश्रम में रहने वाली एक महिला चैती यादव ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उसके ऊपर भी युवकों ने हमला कर दिया, जिससे उसके सिर में चोट आई। मारपीट करने के बाद युवक वहां से फरार हो गए। साधु ने किसी तरह थाने पहुंचकर घटना की सूचना पुलिस को दी। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है।
मालूम हुआ है कि बीते 15 मई को भी कुछ लोगों ने साधु के आश्रम में घुसकर लोहे के चिमटे से उस पर हमला किया था।
कोटा थाने में सोनू साहू वह उसके साथियों के खिलाफ 294, 323, 452, 506 तथा 34 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 27 मई। चोरी का एक आरोपी आज पुलिस गिरफ्त से हथकड़ी सहित तब फरार हो गया, जब सामान बरामदगी के लिए दो पुलिस वाले उसे लेकर गए थे। शहर के थानों को अलर्ट कर उसकी तलाश की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी सनी मरकाम को चोरी के तीन मामलों में तोरवा पुलिस ने बुधवार शाम को गिरफ्तार किया था। आज सुबह दो पुलिस कर्मी उसे लेकर तोरवा बस्ती गए थे, जहां उससे चोरी का छिपाया गया सामान पुलिस को बरामद करना था। पुलिस सामान की तलाशी करने लगे। इसी दौरान मौका पाते ही आरोपी हथकड़ी समेत फरार हो गया। दोनों पुलिस कर्मियों ने आरोपी का पीछा किया लेकिन वह हाथ नहीं आया। इसके बाद थाना प्रभारी परिवेश तिवारी को खबर की गई। तोरवा इलाके में घेराबंदी करके भी आरोपी को पकड़ने की कोशिश की गई। शहर के दूसरे थानों को भी अलर्ट किया गया और आरोपी की तलाश की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 मई। 8 वर्ष पूर्व 25 मई 2013 को बस्तर के झीरम घाटी नक्सली हमले में शहीद हुए वरिष्ठ नेताओं और जवानों को जिले के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने मंथन सभा कक्ष में उपस्थित होकर श्रद्धांजलि दी।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में संसदीय सचिव एवं तखतपुर विधायक रश्मि आशीष सिंह, विधायक श्री शैलेश पाण्डेय, महापौर रामशरण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, आईजी रतनलाल डांगी, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर एवं पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल मौजूद थे। सभी मुख्यमंत्री निवास में रखे गये श्रद्धांजलि कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़े। शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन धारण किया गया।
झीरम हमले की 8वीं बरसी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 मई। झीरम घाटी संहार की आठवीं बरसी पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने आज कहा कि न्याय मिलने में जब देर होती है तो अविश्वास बढ़ता है। सिस्टम के प्रति भी और सरकार के प्रति भी। यह बात वे पीडि़त परिवार की ओर से कह रहे हैं।
पटेल ने कहा कि झीरम घाटी में उन्होंने पिता और पिता जैसे बड़े भाई को खोया। उनका मेरे जीवन पर बहुत असर पड़ा है। दोनों मेरे साथ नहीं रहे, उनके जाने की पीड़ा और कसक जीवन पर बनी रहेगी।
झीरम घाटी के पीडि़त परिवारों को अब तक न्याय नहीं मिलने को लेकर मंत्री पटेल ने कहा कि यह बात सही है कि न्याय मिलने में देरी होती है तो अविश्वास पैदा होता है। इस स्थिति को बदलने के लिए अगर रिफॉर्म की जरूरत है तो वह किया जाना चाहिए। न्याय तो आवश्यक है, पर सही समय पर मिलना भी उतना ही आवश्यक है।
पटेल अटल बिहारी विश्वविद्यालय बिलासपुर आज शाम द्वारा आयोजित वर्चुअल व्याख्यान में बोल रहे थे। यह व्याख्यान स्वर्गीय नंद कुमार पटेल की स्मृति में रखा गया था और विषय रखा गया था-हिंसा मुक्त समाज की रचना में कानून एवं न्याय की भूमिका।
पटेल ने कहा कि मेरे पिता मेरे हीरो थे। वह किस तरह चलते हैं, बात करते हैं, काम करते हैं यह गौर से देखा करते थे और खुद पर उसे लागू करने की कोशिश करते थे। उनके 25 साल के संसदीय कार्यकाल और राजनीति को एक शब्द में अगर परिभाषित की जाए किया जाए तो वह है- विश्वास। उनके साथ जुड़े कुछ संस्करणों को साझा करते हुए पटेल ने कहा कि पिता कहते थे कि सक्षम लोगों के साथ दुनिया खड़ी है जो गरीब है उनके साथ मैं खड़ा हूं। पिता ने कभी भी कोई ऐसा काम नहीं किया जो उन्हें सही नहीं लगा और हमेशा सच के साथ खड़े रहने की सोच को आगे बढ़ाया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता राज्यसभा सदस्य व अधिवक्ता विवेक तनखा ने झीरम घाटी के पीडि़तों को अब तक न्याय नहीं मिलने को लेकर न्यायपालिका और प्रशासन में व्याप्त कमियों तथा नक्सल हिंसा को समाप्त नहीं कर पाने की विफलता का जिक्र अपने उद्बोधन में किया। उन्होंने कहा कि संविधान में पर्याप्त विकल्प है कि हम दोषियों को सजा दिला सके लेकिन हम उसका ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाये।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर एडीएन वाजपेई ने झीरम हमले के आरोपियों को अब तक दंडित नहीं किए जाने पर लेकर व्यवस्था और प्रशासन पर सवाल उठाया और कहा कि हम अपनी जिम्मेदारी ठीक तरह से नहीं निभा पाए।
कार्यक्रम में कांग्रेसी नेता डॉ विवेक बाजपेई भी उपस्थित थे जो इस हमले में प्रत्यक्षदर्शी थे। उन्होंने भी झीरम हमले के संस्मरण साझा किया और न्याय नहीं मिलने पर चिंता व्यक्त की। कार्यक्रम में शहीद नंद कुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ के कुलपति प्रोफ़ेसर ललित प्रकाश पटेरिया ने भी विचार रखे। विश्वविद्यालय के सहायक अध्यापक सौमित्र तिवारी ने कार्यक्रम का संचालन किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुनील शर्मा व अन्य अधिकारी तथा देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने इस वर्चुअल व्याख्यान को सुना।
24 घंटे में 16 मौतें, एक्टिव केस 1350 बचे, नये 119 मिले, ब्लैक फंगस पीडि़त 3 एम्स रेफर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 25 मई। 14 अप्रैल से लागू लॉक डाउन के अगले चरण में आज से जिले में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई है। आज सभी प्रमुख बाजार ऑड इवन फार्मूले के साथ खुल गये हैं। इधर बीते 24 घंटे में कोरोना से मरने वालों की संख्या 16 रही। ब्लैक फंगस से अब तक 21 मरीज मिल चुके हैं। पीडि़त तीन गंभीर मरीजों को एम्स में रेफर किया गया है। वैक्सीन नहीं आने के कारण धीमा पड़ गया लेकिन आज रायपुर में पहुंचे खेप के कारण फिर से टीकाकरण गति पकड़ सकता है।
ज्ञात हो कि जिले दूसरी लहर शुरू होने के बाद 14 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया गया था। उसके बाद से तीन बार बढ़ाया गया है। इसमें धीरे धीरे छूट भी दी गई। आज से शहर और जिले के सभी बाजार सम-विषम आधार पर खोल दिये गये हैं। इसकी अनुमति शाम 5 बजे तक है। सभी चौपाटी, चाट, गुपचुप व खाद्य सामग्री के ठेले पान ठेले, सैलून, ब्यूटी पार्लर, स्पा, जिम क्लब और सिनेमा हॉल बंद हैं। शराब दुकानें बंद हैं। खाने पीने के सामान की होम डिलीवरी होगी।
विवाह के कार्यक्रम 10 लोगों की मौजूदगी में हो सकेगी। अंतिम संस्कार में भी 10 लोगों की ही अनुमति रहेगी। कमर्शियल कांप्लेक्स, मल्टीप्लेक्स, माल और टॉकीज, स्टेडियम, स्विमिंग पूल, ऑडिटोरियम तथा कार्पोरेट दफ्तर बंद रहेंगे। सभी धार्मिक संस्थाएं बंद रहेंगी और इनमें किसी भी तरह की के आयोजन नहीं होंगे। सभा रैली जुलूस आदि पर भी पाबंदी जारी है। कोचिंग सेंटर, स्कूल और कॉलेज भी बंद रखे गए हैं।
उपरोक्त व्यवस्था पूर्व के निर्देश के अनुसार जारी रहेंगे जबकि आज गोल बाजार, सदर बाजार, शनिचरी, भक्त कंवर राम नगर मार्केट, सकरी, तिफरा, बुधवारी बाजार, सीपत चौक, कोनी और सरकंडा इलाके के स्थायी बाजार तथा नगरीय निकायों में प्रमुख बाजार ऑड इवन फार्मूले के साथ खुल गये हैं। खुलने वाली दुकानों की संख्या व दिशा का निर्धारण नगरी निकाय के अधिकारी कर रहे हैं।
वैक्सीन नहीं अधिकांश सेंटर बंद हुए
एक तरफ सरकार ने 18 प्लस वालों को वैक्सीन लगाने के लिए सीजी टीका ऐप में रजिस्ट्रेशन शुरू किया है लेकिन वैक्सीन नहीं पहुंचने के कारण जिले के वैक्सीनेशन सेंटर्स में लोग पहुंचकर निराश लौट रहे हैं। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के पास सिर्फ 600 टीके बच पाए थे, इसके चलते जिले के 92 में से 83 वैक्सीनेशन सेंटर बंद कर दिए गए। सोमवार को 532 टीके लग पाए। इनमें सर्वाधिक 436 एपीएल वर्ग से थे। रायपुर में आज दो लाख टीकों की नई खेप आने की सूचना मिली है, जिसके बाद आज शाम अथवा कल से टीकाकरण फिर गति पकड़ सकता है।
सोमवार का दिन भी संक्रमण के नए मामलों को लेकर राहत भरा रहा । इस दौरान 119 नए मामले आए इनमें 39 शहर के हैं।। इसके अलावा बिल्हा कोटा, मस्तूरी और तखतपुर से संक्रमण के मामले मिले। 16 मरीजों की मौत हुई जिनमें से 7 अन्य जिलों से थे। जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या जो 12 हजार को छू चुकी थी, अब घटकर 1350 रह गई है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर 23 मई। जिले में लॉक डाउन की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी गई है। इस बार शहर के बाजारों को ऑडी वन क्रम से शाम 5 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है। 14 अप्रैल से लागू वर्तमान लॉकडाउन के आदेश की अवधि 24 मई की रात 12 बजे समाप्त हो रही थी।
जिला दंडाधिकारी एवं कलेक्टर डॉ सारांश मित्तर द्वारा आज शाम जारी आदेश के अनुसार रविवार को छोड़कर स्थापित बाजार शाम 5 बजे तक खोले जा सकेंगे। प्रत्येक दिन अधिकतम 50 प्रतिशत दुकानें ही खुलेंगी। इसका क्रम स्थानीय स्तर पर नगरी निकायों द्वारा निर्धारित किया जायेगा। इसके अलावा निजी ई कॉमर्स, रिलायंस, जियो, बिग बाजार आदि के जरिये सामान की डिलवरी की जा सकेगी। निजी व शासकीय निर्माण कार्यों को भी शाम 5 बजे तक की छूट दे दी गई है। दूध पार्लर शाम 7 बजे तक खोले जा सकेंगे।
आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन भीड़ भाड़ बढ़ने से संक्रमण बढ़ने की आशंका अभी भी विद्यमान है। आम जनता के लिए आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ श्रमिकों, निम्न आय वर्ग तथा छोटे-बड़े व्यवसायियों के हितों की सुरक्षा के लिए समुचित रियायत दिया जाना भी आवश्यक है। उपरोक्त परिस्थितियों में छूट के साथ साथ 31 मई तक लॉकडाउन जारी रखा जाएगा। कई सेवाएं पूर्व के अनुसार प्रतिबंधित रहेंगी।
जिले में लागू कंटेनमेन्ट अवधि के दौरान जिला प्रशासन ने लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए छूट की सीमा बढ़ाई है।
ज्ञात हो कि फल, सब्जी की होम डिलिविरी शाम 5 बजे तक करने की अनुमति पूर्व में दी गई है। यह डिलिवरी केवल स्ट्रीट वेण्डर्स, ठेले वाले, पिकअप, मिनीट्रक, अन्य उपयुक्त छोटे वाहन के माध्यम से की जा सकेगी। इसके लिये प्रयुक्त वाहन पर बैनर या स्टिकर प्रदर्शित करना होगा। आम जनता के लिये दुकानें खोले बिना किराना दुकानदार आसपास के क्षेत्र में स्वयं या डिलिवरी बॉय के माध्यम से उपरोक्त समयावधि में होम डिलिवरी कर सकेंगे। गली मोहल्लों एवं कॉलोनियों में स्थित एकल किराना, अण्डा, पोल्ट्री, मटन, मछली की दुकान, बेकरी अधिकतम शाम 5 बजे तक खोली जा सकेगी।
होटलों एवं रेस्टोरेन्ट्स से केवल स्विगी, जोमेटो इत्यादि ऑनलाईन एप्लिकेशन के माध्यम से प्रातः 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक होम डिलिवरी की अनुमति दी गई है किन्तु ग्राहकों के लिए इन-हाउस डाइनिंग तथा टेक-अवे प्रतिबंधित रहेगा। भीड़-भाड़ या निर्देशों का उल्लंघन होने पर होटलों एवं रेस्टोरेन्ट्स को 30 दिन के लिये सील कर दिया जायेगा। इस व्यवस्था में संलग्न सभी व्यक्तियों को नियमित अंतराल में कोविड-19 जांच तथा 45 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों को कोविड-19 वैक्सीनेशन कराना अनिवार्य होगा।
वाहन मरम्मत, पंचर सुधार, आटो पाटर्स, विभिन्न चार पहिया वाहनों के शो रूम, चार पहिया वाहन रिपयेरिंग वर्कशाप, स्टेशनरी, लाण्ड्री सर्विसेस, आटा चक्की, आप्टिकल शाप, निर्माण सामग्री विक्रय की दुकानें, रिपेयरिंग सामग्री विक्रय हेतु इलेक्ट्रिकल दुकानें, पेट शाप, एक्वेरियम, कृषि से संबंधित खाद, उर्वरक, कीटनाशक, बीज विनिर्माण, वितरण एवं विक्रय, कृषि मशीनरी विक्रय एवं इससे संबंधित स्पेयर पार्ट्स एवं मरम्मत दुकानें शाम 5 बजे तक संचालित की जा सकेगी।
इन बिन्दुओं को छोड़कर जिले की समस्त गतिविधियां पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगी। आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों एवं प्रतिष्ठानों के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51-60 तथा अन्य सुसंगत प्रावधानों के तहत कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 23 मई। कोनी पुलिस ने अरपा नदी के रेत घाट में काम करने वाले मुंशी सत्येंद्र सिंह की हत्या के मामले में वारदात के 24 घंटे के भीतर एक नाबालिग सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
शनिवार की सुबह कोनी स्थित अरपा नदी के कोनी घाट में मूलतः यूपी के रहने वाले सतेन्दर सिंह का सिर कुचला हुआ शव मिला था। अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, एएसपी डीएसपी तथा सरकंडा, कोनी और सकरी की पुलिस टीम सक्रिय हुई। रात्रि में रेत घाट की ओर आने जाने वालों के बारे में जानकारी जुटाने के बाद आरोपियों का सुराग पुलिस को मिल गया। पुलिस टीम ने 20 साल के छोटी कोनी निवासी ओम प्रकाश उर्फ प्रकाश पटेल को लोखंडी में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे छिपे हुए रात लगभग 10 बजे गिरफ्तार किया। उसी रात करीब 2 बजे खेत में छिपे दूसरे आरोपी नाबालिग को भी हिरासत में लिया गया।
पुलिस को उन्होंने बताया कि मुंशी के पास रेत पर्ची के काफी पैसे होते थे। मृतक नाबालिग आरोपी के घर किराना सामान लेने के लिए आता था। इसलिये उसे इसकी जानकारी थी। उसने पैसे लूटने के लिए अपने परिचित ओमप्रकाश उर्फ प्रकाश के साथ योजना बनाई। 21-22 फरवरी की रात 12 बजे वे चाकू लेकर रेत घाट पहुंचे। उनसे पैसे लूट नहीं पाने पर नाबालिग ने चाकू से गले में हमला कर दिया और ओमप्रकाश ने सिर पर पत्थर दे मारा। जमीन पर सत्येंद्र गिर गया। इसके बाद मृतक के पास रखे बड़े टॉर्च और मोबाइल फोन को लेकर दोनों नदी की ओर चले गए। नदी किनारे उन्होंने अपने खून से लथपथ कपड़े, मोबाइल का सिम कार्ड और लोडिंग पर्ची जला दी। टॉर्च को लेकर अपने घर चले गए। पुलिस को आरोपियों ने बताया कि वह गिरफ्तारी से बचने के लिए पुणे भागने के फिराक में थे।
करगीरोड (कोटा ), 23 मई। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर वार्ड 14 में राशन सामग्री, मास्क और सेनेटाइजर वितरण किया गया। कार्यक्रम अटल श्रीवास्तव प्रदेश उपाध्यक्ष कांग्रेस कमेटी छ: ग., अरुण चौहान जिला पंचायत अध्यक्ष बिलासपुर , संदीप दुबे ,प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस विधि विभाग , प्रमोद नायक जिला अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी वार्ड पार्षद गीता गुप्ता , अभय नारायण राय, महेश दुबे, बाटु सिंह ,संतोष गुप्ता, आक्रोश त्रिवेदी महामंत्री प्रदेश कांग्रेस विधि विभाग, कुलवंत सिंह जी, लल्लू तिवारी , शैलेश गुप्ता ,जब्बार खान जी ,पम्मा महराज ,विशेष गुप्ता, अमन गुप्ता, निलेश मिश्रा , सुरेंद्र कोल , दिलीप सिंह ,हरिवंश महराज, रोशन, प्रकाश, अजय, रवि एवं पार्षद गण, जनप्रतिनिधि, नगर कांग्रेस कमेटी की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 23 मई। टूलकिट केस के विरोध में कोटा मंडल के सभी बूथों में भाजपा नेताओं ने गिरफ्तारी देने के लिए कल धरने पर बैठे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि टूलकिट के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की छवि खराब करने का काम काग्रेस के द्वारा किया जा रहा है। जब इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने मोर्चा खोला तो अपने सत्ता के दम पर और सत्ता के अहंकार पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने मुकदमे दर्ज करा दिए। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी कोटा मंडल के कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय नेताओं के ऊपर दर्ज हुए मुकदमे के विरोध एवं भूपेश बघेल की सरकार की तानाशाही के विरोध एवं अपने नेताओं के समर्थन में अपनी गिरफ्तारी देने के लिए धरना प्रदर्शन पर बैठे थे।
धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मोहित जायसवाल जिला के महामंत्री भाजपा जिला बिलासपुर महाराज सिंह नायक वेंकट अग्रवाल साधना दुबे प्रदीप कौशिक नरेंद्र गोस्वामी लखनलाल साहू दुर्गेश साहू टीका साहू कमलजीत आजमानी राजा गुप्ता मुरारी लाल गुप्ता धनंजय साहू प्रांजल चौकसे आशु गुप्ता सूरज साहू राम कुशल साहू रामकुमार साहू संगीता रोहाणी सविता नामदेव एवं भारतीय जनता पार्टी जिला के पदाधिकारी जिला मोर्चा प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारी एवं सभी मोर्चा के मंडल अध्यक्ष बूथ इकाई के अध्यक्ष एवं भारतीय जनता पार्टी के समस्त कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन में उपस्थित थे।
सीएम ने की ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की घोषणा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला पेंड्रा मरवाही, 22 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में नवनिर्मित डेडीकेटेड कोविड अस्पताल और कोविड लैब का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जिले में नई स्वास्थ्य सुविधा के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर जिले में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अब पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में भी कम हो रही है। इसका मतलब यह नहीं है कि हम निश्चिंत हो जाएं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है, जो हो सकता है कि दूसरी लहर से भी ज्यादा चुनौती खड़ी कर दे लेकिन यदि हम सब सावधान रहेंगे तो इस तीसरी लहर को आने ही नहीं देंगे। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ का नया जिला है, यहां अलग ही तरह की चुनौतियां हैं, लेकिन इसके बावजूद हम सबने मिलकर कोरोना का मुकाबला सफलता के साथ किया है। शासन ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में तेजी से संसाधन जुटाए हैं। हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट करके उनका उपचार सुनिश्चित किया है।
बघेल ने कहा कि जिले में 30 लाख रुपए की लागत से 66 बेड डेडीकेटेड कोविड अस्पताल की स्थापना की गई है। इस नये अस्पताल में वेंटिलेटर सहित सभी जरूरी सुविधाएं होंगी। अस्पताल के लिए एक वैंटिलेटर, 4 बाईपेप मशीन, सेंट्रल ऑक्सीजन पाइप लाइन स्थापित की गई है। डेडीकेटेड अस्पताल में 150 आक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में 44 सामान्य आक्सीजन बेड, 6 एचडीयू बेड तथा 6 आईसीयू बेड होंगे। इन्हें मिलाकर कुल 66 बिस्तरों वाला यह अस्पताल होगा। 6 बेड प्रेगनेंट, पोस्ट एवं प्री प्रेगनेंट कोविड मरीज महिलाओं के उपचार के लिए आरक्षित किए गए हैं। इस अस्पताल का संचालन चौबीसों घंटे होगा। 7 डॉक्टरों तथा 6 नर्सों की टीम यहां तैनात की गई है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों से मास्क लगाने, हाथों को सेनेटाईज करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा अपनी पारी आने पर कोरोना का टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि इस अस्पताल के शुरु हो जाने से अब गंभीर कोविड मरीजों का उपचार यहीं पर हो सकेगा। गंभीर मरीजों को दूसरे जिले में रिफर नहीं करना पड़ेगा। प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल सांसद ज्योत्सना महंत ने कोरोना काल की विषम परिस्थिति में कोराना संक्रमण से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल शुरू करने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। मरवाही विधायक डॉ. के.के. ध्रुव ने भी नए जिले में स्वास्थ्य सुविधा के लिए मुख्यमंत्री और जिलेवासियों को बधाई दी। इसके साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद विधायक के.के. ध्रुव, जिला कलेक्टर नम्रता गांधी एवं पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार ने नवनिर्मित डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के आई सी यू कक्ष, प्रसूति कक्ष, कोविड पुरुष कक्ष, महिला कक्ष, चिल्ड्रन कक्ष, एच डी यू कक्ष, स्टोर रूम, साधु हाल परिसर सहित पैथोलैब इत्यादि का निरीक्षण किया।
लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी व अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरुण कुमार पाण्डेय भी उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 22 मई। मुंगेली के विधायक व पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले ने आरक्षक पुष्पराज सिंह की संदेहास्पद परिस्थितियों में हुई मौत की सीबीआई जांच की मांग की है और इस आशय का एक पत्र राज्यपाल को भेजा है।
मोहले ने पत्र में कहा है कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मदनपुर निवासी पुष्पराज सिंह परिहार जांजगीर जिले के सक्ती थाने में आरक्षक थे। पुष्पराज के परिजनों को लगता है कि अपने उच्चाधिकारियों के बारे में मुखर रूप से अपनी बात रखने के कारण विभाग के लोग उससे नाराज रहते थे। पुष्पराज सिंह ने कोरोना पीडि़तों की सहायता हेतु मुख्यमंत्री सहायता कोष ने अपने एक वर्ष का वेतन भी दान किया था। ऐसा संवेदनशील युवक जो दूसरों की जिंदगी बचाने के लिए अपना वेतन दान करता हो स्वयं अपने आप को मौत के सामने नहीं लगा सकता। अत: परिजनों के मांग के अनुरूप इस मामले की सीबीआई जांच कराने की कृपा करें।
50 दिनों में पहली बार बिलासपुर शहर में नये संक्रमित 100 से कम मिले, जिले में कुल 162 मिले
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर 22 मई। जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है, पर ब्लैक फंगस के पांच नये मरीजों को सिम्स में उपचार के लिये लाया गया है।
काफी दिनों के बाद बिलासपुर शहर में संक्रमित मरीजों की संख्या 100 से कम रही। जिले में बीते 24 घंटे के दौरान 165 नए मरीज मिले इनमें शहर के 93 मरीज हैं। इस दौरान 17 की मौत भी हो गई जिनमें बिलासपुर जिले के 12 मरीज थे।
इस तरह से न केवल नए संक्रमित मरीजों का आंकड़ा नीचे आया है बल्कि मौतों की संख्या भी घटी है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जिले में रिकवरी का प्रतिशत 95.47 पहुंच गया है जबकि संक्रमण की दर 7 प्रतिशत रह गई है। अभी तक जिले में 63 हजार 127 कुल संक्रमित मिले हैं इनमें से 60 हजार 276 स्वस्थ हो चुके हैं। खास बात है कि इनमें से 54 हजार 521 लोगों ने होम आइसोलेशन में कोरोना को मात दी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार जिले में अभी सिर्फ 1603 एक्टिव केस हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों के 872 तथा शहरी क्षेत्र के 731 केस शामिल हैं।
विभाग के पोर्टल के मुताबिक इस समय जिले के 2183 कोविड बिस्तरों में से 60 प्रतिशत खाली हैं। कुछ दिन तक वेंटिलेटर बेड की मारामारी चल रही थी लेकिन महादेव हॉस्पिटल, बालाजी हॉस्पिटल और श्री शिशु भवन में अब वेंटिलेटर बेड भी खाली मिल रहे हैं। शहर में स्थित ऑक्सीजन प्लांट में भी अब सिलेंडर रिफिलिंग के लिए कतार खत्म हो चुकी है।
दूसरी तरफ एक बार फिर जिले में कोविड वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो रहा है 18 प्लस वैक्सीनेशन के लिए लोग सीजी टीका ऐप में रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं लेकिन टीकों की कमी के कारण उन्हें अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ मनोज सैमुअल का कहना है कि उपलब्ध टीका शनिवार शाम तक खत्म हो जाएगा। राजधानी में नई खेप आने के बाद इसकी आपूर्ति होने की संभावना है। 18 से 44 साल उम्र के 3838 लोगो को शुक्रवार को टीका लगाया गया जिनमें सबसे ज्यादा एपीएल श्रेणी के 2739 लोग थे।
जिले में ब्लैक फंगस के नए केस लगातार आ रहे हैं। सिम्स मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालय में बिलासपुर के अलावा जांजगीर, पेंड्रा, अकलतरा और चिरमिरी के मरीज भी पहुंच रहे हैं। कल 5 नए मरीज मिले जिनमें से दो जांजगीर और तीन बिलासपुर से हैं। इस तरह से सिम्स में भर्ती मरीजों की संख्या 10 हो गई है। 3 मरीज एम्स रायपुर उपचार के लिए भेजे गए हैं। अपोलो में दो संदिग्ध केस है इनकी रिपोर्ट अभी नहीं मिली है।
बिल्हा कोविड केयर सेंटर के डॉक्टरों एवं नर्सों के समर्पण व सेवाभाव को सराहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। बिल्हा कोविड केयर सेंटर में चकरभाठा निवासी 100 वर्षीय आनंद राम गंभीर स्थिति में लाए गए थे। उनका आक्सीजन लेवल 89 तक गिर चुका था। शारीरिक रूप से वे बहुत कमजोर हो गए थे। पांच दिन के बाद ही उनका स्वास्थ्य सुधरने लगा और ऑक्सीजन लेवल 96 तक पहुंच गया।
आनंद कहते है कि सेंटर में सभी लोग उनका पूरा ध्यान रखते थे। खाना भी नर्सों ने ही खिलाया। इस उम्र में कोरोना से बच पाना संभव नहीं था पर सभी की सेवा के कारण ही ठीक हो पाये। आनंद राम स्टाफ के सभी लोगों को आर्शीवाद देते नहीं थक रहे हैं। कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर व नर्सों ने कहा कि स्वस्थ होना मरीजों के हौसले पर भी निर्भर करता है। संकल्प शक्ति दृढ़ रखने और उचित इलाज से रिकवरी आसान हो जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। मुंगेली जिले में महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने तीन कम उम्र बालिकाओं की शादी परिजनों को समझा-बुझाकर रुकवा दी। इनमें से दो घटनायें लोरमी तथा एक जरहागांव की है।
जरहागांव थाने के अंतर्गत एक ग्राम में 18 वर्ष से कम उम्र की एक लडक़ी की शादी की सूचना मिलने पर विभाग की टीम वहां पहुंची। बालिका की शादी की वहां तैयारी चल रही थी और अगले दिन बारात आने वाली थी। टीम ने परिजनों को समझाया और उनसे बाल विवाह नहीं करने का शपथ-पत्र लिया गया। लोरमी थाने के एक ग्राम में भी नाबालिग लडक़ी के लिये बारात आने वाली थी। टीम ने गांव पहुंचकर परिजनों को समझाकर वहां भी परिजनों से शपथ-पत्र लिया। लोरमी थाने के अंतर्गत एक अन्य ग्राम में भी नाबालिग की शादी रोकी गई।
इन स्थानों पर टीम ने बालिकाओं के उम्र के सत्यापन के लिये शैक्षणिक प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच की। परिजनों को बताया गया कि यह बाल विवाह सामाजिक बुराई है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की जानकारी भी दी गई, जिसके अंतर्गत 18 साल से कम उम्र की बालिका व 21 वर्ष से कम आयु के बालक का विवाह कानूनन जुर्म है। इसके उल्लंघन पर दो साल के कठोर कारावास का प्रावधान है। न केवल बालिका व बालक के माता-पिता बल्कि सगे सम्बन्धियों और बारातियों पर भी बाल विवाह में शामिल होने पर एफआईआर दर्ज हो सकती है। बाल विवाह के कारण बच्चों में कुपोषण, शिशु-मृत्यु दर एवं मातृ-मृत्यु दर के साथ घरेलू हिंसा में भी वृद्धि होती है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेन्द्र कश्यप, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अंजूबाला शुक्ला ने जिले के लोगों से बाल विवाह नहीं कराने की अपील की है। बाल विवाह रोकथाम अभियान में संरक्षण अधिकारी छविलाल साहू, सामाजिक कार्यकर्ता अजय कंवर, आउटरीच वर्कर शनिराम पोर्ते, कमल यादव, रंजीता सिंह, चाइल्ड लाइन टीम सदस्य लक्ष्मीनारायण सोनवानी, पुलिस आरक्षक, सरपंच, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त मुख्यमंत्री ने जारी की
270 करोड़ 68 लाख 54 हजार इनपुट सब्सिडी की राशि मिलेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 21 मई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि की अवसर पर अपने रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत जिले के एक लाख एक हजार 986 किसानों को खरीफ सीजन 2020-21 की पहली किश्त के रूप में 73 करोड़ 49 लाख 11 हजार रूपए की कृषि आदान सहायता राशि (इनपुट सब्सिडी) का उनके खाते में अंतरण किया। जिले के किसानों को कुल 270 करोड़ 68 लाख 54 हजार रुपए का लाभ मिलेगा। आज 27.15 प्रतिशत राशि का भुगतान किया गया।
छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रदेश में फसल उत्पादन को प्रोत्साहित करने और किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने के लिए दूरगामी निर्णय लेते हुए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूवात पिछले वर्ष की थी। कार्यक्रम में बघेल ने इसके साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत जिले के पशु पालकों से गोबर खरीदी के एवज में 99 हजार 340 रूपए राशि गौठान समितियों के खाते में ऑनलाईन अंतरित की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सांसद सोनिया गांधी के संदेश का वाचन किया। इस अवसर पर आतंकवाद और हिंसा का डटकर विरोध करने की शपथ भी ली गई। राजसभा सांसद पी.एल. पुनिया भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े। मंत्रिमण्डल के सभी मंत्री सहित वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर मौजूद थे।
बिलासपुर में राशि अंतरण कार्यक्रम में मंथन सभाकक्ष से संसदीय सचिव एवं तखतपुर विधायक रश्मि आशिष सिंह, महापौर रामशरण यादव, बिलासपुर विधायक शैलेश पाण्डेय, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हैरीश एस सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा ), 20 मई। भगवान परशुराम जयंती (अक्षय तृतीया )के अवसर पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें भगवान परशुराम एवं स्पोकन इंग्लिश से संबंधित 80 प्रश्नों को शामिल किया गया था। साथ ही कोरोना जागरूकता पर स्वरचित काव्य रचना के प्रथम संस्करण का ऑनलाइन विमोचन किया गया ज्ञात हो पढ़ाई तुंहर द्वार कोर कमेटी के द्वारा कोरोना महामारी पर जागरूकता लाने के लिए विद्यार्थियों एवं शिक्षकों से हिंदी ,संस्कृत ,छत्तीसगढ़ी एवम अंग्रेजी भाषा में कोरोना बीमारी से बचाव एवं सुरक्षा पर सकारात्मक काव्य भेजने का आह्वान किया था।
इसी तारतम्य में 28 विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के द्वारा काव्य रचना प्रेषित की गई जिसका विमोचन अक्षय तृतीया के उपलक्ष्य में समारोह में उपस्थित अतिथियों के कर कमलों से किया गया ।कार्यक्रम के अतिथि के रूप में डॉ मुकेश कुमार ओझा महासचिव संस्कृत संजीवन समाज पटना एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष फिरोज गांधी महाविद्यालय करबिगहिया पटना (बिहार), सतीश कुमार पांडे जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा, आचार्य सुखेंद्र द्विवेदी व्याख्याता संस्कृत शासकीय हाई स्कूल सोरिदा ,महासमुंद एवं बृजराज किशोर त्रिपाठी अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज शामिल हुए।
उक्त प्रतियोगिता के स्पांसर सर्व ब्राह्मण समाज लोरमी ने बच्चों के उत्साह वर्धन के लिए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय, स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमश: 1000 रुपये, 600 रुपये एवं 400 रुपये का पुरस्कार दिया।
मुकेश कुमार ओझा ने कहा कि अक्षय तृतीया स्वयंसिद्ध मुहूर्त है अक्षय तृतीया के समान कोई तिथि नहीं है। उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन के लिए आयोजकों को सराहना की। सतीश कुमार पांडे जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा ने कहा कि विकास के तीन आयाम है पहला संस्कारिक विकास दूसरा बच्चों में अंतर्निहित विकास तीसरा ज्ञानात्मक विकास। साथ ही उन्होंने अपने जिला में चल रहे कोरोना जागरूकता अभियान के बारे में विस्तार से चर्चा की।
आचार्य सुखेंद्र द्विवेदी ने कहा कि हमें राम के पद चिन्हों पर चलना चाहिए भगवान परशुराम राम का ही एक रूप है साथ ही उन्होंने कहा कि विद्या ही हमारा लक्ष्य होना चाहिए। विद्या का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार हो।
पंडित सत्यनारायण तिवारी एवं अध्यक्ष सर्व ब्राह्मण समाज बृज किशोर त्रिपाठी ने आयोजक टीम को शानदार कार्यक्रम के लिए बधाई दी। प्रतियोगिता में प्रथम 10 स्थान पर आने पर आने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों के नाम इस प्रकार है- नवीन किशोर साव (प्रथम स्थान), परमानंद साहू (द्वितीय स्थान), योगेश कुमार साहू (तृतीय स्थान), श्वेता यादव, हर्षिता यादव, प्रज्ञा, ओम शर्मा, गीता से, अंजली राजपूत , श्रुति शर्मा।
कार्यक्रम के संरक्षक- बीइओ डी एस राजपुत लोरमी एवं संयोजक- प्रकाश तिवारी ए बी ई ओ लोरमी शामिल हुए।कार्यक्रम का संचालन अन्नपूर्णा सिंह परिहार एवं कोर कमिटी सदस्य दया साहू के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम का आयोजन पढ़ाई तुंहर द्वार कोर कमेटी मिल्लू राम यादव, युगल राजपूत, दया साहू, सुनील शर्मा एवं अभिजीत तिवारी के द्वारा किया गया
बिलासपुर कलेक्टर भी प्रधानमंत्री से जुड़े वीडियो कांफ्रेंस में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 20 मई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड प्रबंधन के लिए विभिन्न जिलों में बनाई गई रणनीति की जानकारी लेने के लिए देश के 10 राज्यों के 60 जिलों के कलेक्टरों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से रूबरू हुए। बिलासपुर कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर भी इस बैठक में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने जिलों में कोविड प्रबंधन की सराहना की, जिसके फलस्वरूप महामारी के संक्रमण के दूसरे लहर पर नियंत्रण पाया गया है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की टीम, डॉक्टर्स, फ्रन्टलाईन वर्कर, जो 24 घण्टे कार्य कर रहे हैं, उनके सब के संयुक्त प्रयास से कोविड के दूसरे लहर में नियंत्रण पाया गया। उसके लिए राज्य सरकार को प्रधानमंत्री द्वारा बधाई दी गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड के बेहतर प्रबंधन के लिए विभिन्न जिलों में जो प्रयास किया गया है, नवाचार किये गये है, इन सबका दस्तावेजीकरण करके कॉमन प्लेटफार्म में भी शेयर किया जाये, ताकि बाकी जिलों के काम आ सके।
उल्लेखनीय है कि बिलासपुर जिले में भी जिला प्रशासन द्वारा कोविड प्रबंधन के लिए बनाई गई रणनीति के परिणाम स्वरूप जिले में पॉजिटिविटी रेट 47 प्रतिशत से घटकर 15 प्रतिशत हो गई है। जिले में 4 लाख से अधिक लोगों को कोविड टीका का प्रथम डोज और लगभग 70 हजार लोगों को दूसरा डोज लगाया जा चुका है। जिले में कोरोना संक्रमण से प्रभावित 58 हजार से अधिक लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना के संभावित तीसरे लहर के मद्देनजर जिले में नियंत्रण का उपाय प्रारंभ कर दिया गया है। हाईफ्लो ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है। बच्चों को भी यह लहर प्रभावित कर सकती है, इसको ध्यान में रखते हुए शासकीय एवं निजी अस्पतालों में शिशु वार्ड में वृद्धि की जा रही है। बिलासपुर जिले के हर जनपद मुख्यालय में कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है। यह सब स्थायी स्ट्राक्चर हैं। कोविड से लड़ाई लगातार जारी रहेगी। कोरोना का यदि तीसरा लहर आता है तो जितने भी इंफ्रास्ट्राक्चर बढ़ाए गए हैं, उनका इस्तेमाल किया जायेगा। कोविड से सुरक्षा के लिए 45 वर्ष से अधिक और 18 से 44 वर्ष के लोग वेक्सीनेशन कराएं, इसके लिए लगातार प्रयास जारी है।